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मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में….,
बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल ना हो सका….
बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल ना हो सका….
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Apun kaabil hi hai dear, saayri ,kavita to shauk hai mera, kya samjhi aap madam ji
Manaa ki yaha per bohot saare launde aawaara ghoomte hai, per yaha mujh jaise bhi bohot hain, jo well settled hai, jaise Aadirshi, Damha, Sanju vr, kaamdev, riky, and many more
इस बार खुद से मोहब्बत की है।ना हीरों की तमन्ना है और ना परियों पर मरता हूं…
वो एक “भोली सी” लड़की है जिसे मै मोहब्बत करता हूं!!
राज
Niceइस बार खुद से मोहब्बत की है।
धोखे का तो सबाल ही नहीं ।
Baat to sahi hai, per apun ne kab premika bola?साथ दिखने वाली हर स्त्री प्रेमिका नहीं होती...
वो हो सकती है एक बेहतरीन दोस्त...
जिसने सिखाया हो हंसने का तरीका..!!
Ohh aisa kya.Baat to sahi hai, per apun ne kab premika bola?
मौन हूं ,
I am silent,मौन हूं ,
निशब्द नही,
आवाज हैं,
बस बोलती नहीं ,.....
जज़्बात है
मुंह खोलती नहीं
चाहत है
किसी से उम्मीद नहीं....
पहल न करूं
किसी से डरती नहीं
जीत की चाह नही
हार मानती नही....
आइना हूं
बिखरती नहीं
दर्द से भरी हूं
जीना छोड़ती नहीं..
ThanksI am silent,
I am not speechless,
I have a voice,
I just don't speak,.....
I have emotions
I don't open my mouth
I have desires
I don't expect anything from anyone....
I don't take the initiative
I don't fear anyone
I don't want to win
I don't accept defeat....
I am a mirror
I don't shatter
I am full of pain
I don't stop living
Bulbul_Rani nice kavitha , keep it up