जब जानकी देवी को पता था कि जंगल के शोर्ट रास्ते खतरनाक हो सकते है , वहां छ महीने के अंदर आठ लोगों की हत्याएं हो चुकी है फिर उनके हसबैंड को यह कैसे पता नही ! शर्तिया उन्हे यह मालूम होगा ।
फिर मात्र पन्द्रह - बीच मिनट जल्दी पहुंचने के चक्कर मे ऐसी बेवकूफनामा हरकतें कौन करता है ! ठीक है कैटस् एंड डाॅगस् की सिचुएशन थी लेकिन ऐसी भी नही थी कि मौत सर पर नाच रही थी ।
पायल के पिता जी का यह कदम सरासर गलत था । लेकिन ताज्जुब यह है कि इस गांव के पुलिस क्या कर रहे हैं ! आठ मर्डर और वह भी छ माह के भीतर । यह लोग क्या थाने मे बैठकर सिर्फ मूंगफली ही खा रहे हैं ? ऐसे पुलिसिए को तत्काल प्रभाव से डिसमिस कर देना चाहिए ।
पायल के पिता जी की मौत संदेहास्पद है । कातिल ने उनकी अंतड़ी तक फाड़ दी लेकिन लोगों की मौजदूगी मे उनकी दोनो आंख फोड़ी हुई पाई गई ।
उनकी हत्या पीछे से एक धारदार पत्थर से की गई । यह किसी भूत प्रेत का कारनामा था या किसी जरायमपेशे से सम्बंधित व्यक्ति का , यह विमर्श का विषय हो सकता है । पर चूंकि कहानी हाॅरर पर आधारित है तो भूत प्रेत को इस मौत का कारण मान सकते है ।
खैर , इस रहस्य से पर्दा उठाने के लिए भद्रनाथ साहब के साहबजादे पधार ही रहे है । शायद वह रहस्य से पर्दा हटाने के साथ साथ पायल के जख्मों पर भी मलहम लगाने का काम करें !
खुबसूरत अपडेट समर भाई ।
धन्यवाद
SANJU ( V. R. ) जी।
कहानी के 2-3 अपडेट में तो आप कहानी का पूरा अंत बता देंगे।
6 महीने में 8 मौत वाली बात तो भद्रनाथ ने कही है, क्या पता गांव वाले क्या जानते है क्या नहीं, हां जंगल के भूतिया होने से कोई अंजान नहीं है।
बात रही कुशल के जंगल से जाने की तो उसका कारण था " the dumb rule of horror story"
हॉलीवुड की फिल्मों में एक परिवार किसी घर में रहने आता है, उन्हें पता होता है कि घर भूतिया है यहां कई मौत हो चुकी हैं फिर भी वो वहां से भागने की बजाय रहने लगते है और परिवार के लोगों को मरना पड़ता है।
अगर हॉरर स्टोरीज में किरदार समझदारी से काम ले तो भूत कभी किसी को मार ही ना पाए। फिर भी मैंने पर्याप्त कारण देने की कोशिश की कुशल के जंगल से जाने की। जिस रास्ते से कुशल जा रहा था वो तो असल में जंगल का बाहरी इलाका था वहां तो आत्मा का कोई खतरा नहीं होता लेकिन शायद कुशल के भाग्य में मौत ही लिखी थी।
बाकी जंगल के रहस्य बहुत गहरे है जो आगे जाकर ही पता लगेंगे।
पत्थर वाला दृश्य शायद मैं ठीक से बता नहीं पाया, पत्थर जमीन में गड़ा हुआ था और उसका एक नुकीला हिस्सा बाहर निकला हुआ था, जब कुशल रस्सी द्वारा खींचा जा रहा था तो पत्थर बीच में आ गया और उसके पेट में घुसकर बाहर निकला। तो पत्थर वाली घटना एक हादसा कही जा सकती है।
बाकी उसकी आंखें किसने निकाली और पुलिस क्यों निकम्मी बन गई है ये तो कहानी में आगे जाकर पता चलेगा।
थैंक्यू सो मच फॉर योर रिव्यू।
आज नेक्स्ट अपडेट लिखना शुरू करूंगा। 2- 3 दिन में देता हु।