नेहा जी आप ने खरबूजे और छुरी का बहोत सटीक एक्साम्पल दिया है. कटेगा तो खरबूजा ही. औरत ऊपर रहे या निचे चुदेगी तो चुत ही. कुदरत ने जिसको जो दिया है सही दिया है. आप को चुत दी है तो आप को तो चुत चुदवानी ही है. क्यूँ की चुत चुदने के लिए तो कुदरत ने बनाई है. लेकिन एक बात तो माननी पड़ेगी की कुदरत ने जितनी खूबसूरत औरत को बनाया है इससे कही ज्यादा खूबसूरत चुत बनाई है. चोदने के लिए और बचे पैदा करने के लिए सिर्फ एक छेद ही काफी था फिर ये चुत को इतनी खूबसूरत बनानेकी क्या जरुरत थी ? ये चुत के बहार वाले बड़े मांसल होठ क्यूँ बनाये ? चुत के छोटे कोमल होठ की भी क्या जरूरत थी ? और ये चुत के ऊपर का चने के दाने जैसा प्यारा भग्नाकुर ( clit ) क्यूँ बनाया. फिर चुत की ये भीगी भीगी गुलाबी लम्बी तिराड ( slit ) बनाने के पूछे क्या मकसद है कुदरत का ? औरतें नशिबवाली है की कुदरत ने जोली भर भर के सब खूबसूरत दिया है. सुन्दर चुत, बेनमून स्तन, अदभुत गांड, केले के जाड जैसी smooth झांघे, भीगे होठ, तिरछे नयन. वाह वाह क्या दिया है आप को और हमे क्या दिया छोटा मोटा कला केले जैसा टेढ़ा मेढा लुंड जो हर वक़्त अपनी size बदलता रहता है. और देखो लुंड के निचे लटकते दो गोटे क्या गंदे दीखते है. कभी निचे तक लटक जाते है तो कभी सिकुड़ जाते है.
हम को बडा अन्याय हुआ है