Oxfordian
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A
Sgle update ke intezar me. Shukriya bhai tumne iss kahani ko aage badhayaअपडेट 22
माँ कुछ देर चुपचाप बैठे रही उनको चुप देख कर चाची बोली दीदी जरा सोचो कल अगर राजू इन सबके लिए किसी गलत संगत में पड़ गया तो आप को भी दुख होगा और फिर क्या आपको भी इस दौरान मजा नहीं आया क्या
माँ: बात अलग है कोमल लेकिन अपने ही बेटे के साथ..
चाची बोली दीदी क्या ये सब अपने बेटे के साथ करके आप को भी अलग आनन्द नहीं आया ?
माँ: लेकिन अगर किसी को पता चला तो.. क्या होगा और उसके बाद चाची बीच मे ही बोली और जो अभी हुआ अगर वो किसी को पता चला तो?
माँ लेकिन अब तो यहाँ पर कोई भी नहीं है हम लोग के अलावा
चाची बात को बीच में काट कर बोली अच्छा दीदी जितना अभी हो गया उसपर तो आप को कोई एतराज नहीं है तो फिर यही से शुरुआत करते हैं अगर आपका मन हो तो आगे बढ़ना नहीं तो यहीं तक रहेंगे
और बिना माँ की बात सुने चाची मुझे बोली अब देख क्या रहा है आजा और अपनी माँ को मना कर खुश कर दे
इतना सुनते ही में माँ के पास गया और माँ को गले लगा कर बोला माँ आपने मेरे लिए इतना किया है तो मै आपको किसी भी बात के लिये मजबूर नही करूँगा
माँ ने मेरी तरफ देखा और मुझे खींच कर अपनी नंगे सीने से लगा लिया और मेरे माथे और चेहरे को चूमने लगी बदले में में भी माँ को लगातार चूमने लगा और तभी…..