अपडेट 16.
वीर – देख मोहित तेरी दुश्मनी मुझसे है, प्रिया को बीच में मत घसीट !
मोहित – (हस्ते हुए) असली जड़ यह तो है यही तो है ! इसी के वजह से ही तूने पूरे कॉलेज के सामने मुझ पे हाथ उठाया , बेइजत्ती की , अगर तू चाहता है इसके साथ ऐसा वैसा कुछ न हो, तो ?.........चुप चाप मेरी बात मान ओर जैसा मै बोलूंगा वैसा करना, मेरे अगले फोन का इंतज़ार कर !! और फोन काट दिया गया!
मोहित के कॉल कट करने के बाद वीर को कुछ समझ नही आ रहा था क्या करे,
वीर अपना सिर दीवार पर टिका लेता है, जब काफी देर तक वीर कुछ नही बोला तो सनी जाकर वीर के कन्धे पर हाथ रखता है, वीर जैसे ही पलटता है तो सनी हैरान रह जाता है।
वीर की दोनो आंखे पूरी तरह से लाल थी, और आंखो मे आंसुओ की धारा बह रही थी।।
सनी: वीरे मेरे भाई बात क्या है ??
वीर: मेरा तो जहां लुट गया भाई, अगर मेरी प्रिया को कुछ हो गया तो मै ईस दुनिया को आग लगा दूंगा।।
तब सनी ने पूछा...
सनी – क्या हुआ वीर किसका कॉल था
वीर – मोहित का प्रिया उसके पास है
सनी – क्या? लेकिन प्रिया उसके पास कैसे?
वीर – कॉलेज में कांड हुआ था याद है तुझे?
सनी – हा याद है! लेकिन बात क्या है?
वीर – मोहित मुझ से बदला लेना चाहता है, इसीलिए प्रिया को किडनैप किया है।
कंचन – वीर लेकिन मोहित कैसे आ सकता है? उसने आने से मना कर दिया था यहां पर ।
सनी – इसीलिए वो साथ नही आया, अगर साथ होता तो हिम्मत न करता ये करने की, बहुत शातिर निकला मोहित, प्रिया को किडनैप किया, अब अगर किसी को भी बताएंगे वो यही कहेगा की मोहित आया ही नहीं वो तो कॉलेज में है ।।
वीर – यार मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है, क्या करू रह -रह के प्रिया की चिंता सताए जा रही है मुझे ।
सनी – यार तू चिंता मत कर हम है ना तेरे साथ, कुछ सोचते है यार।
कंचन – सनी अब हम क्या करे? कैसे प्रिया को वापस लाएंगे?
सनी – अब एक ही रास्ता है बस!!
बोल के सनी ने किसी को कॉल मिलाया, कॉल रिसीव करते ही सामने से किसी की आवाज आई ।।
सामने से – हेलो कॉन
सनी – हेलो पापा
सामने से – ओह, सनी कैसे हो तुम और कैसा चल रहा है मनाली का टूर तुम्हारा?
सनी – पापा यहां पे बहुत बड़ी प्रोब्लम हो गई है ।
सामने से – क्या हो गया कैसी प्रोब्लम है बेटा बता मुझे?
फिर सनी ने अपने पापा को सब कुछ बता दिया जिसे सुन के...!
सनी के पापा – ओह तो ये शिवचरण का बेटा मोहित है! इस शिवचरण पे जाने कब से नजर पड़ी है पुलिस की, लेकिन बिना सबूत के इसे कोई हाथ नहीं डाल सकता क्यों की शिवचरण कोई सबूत नहीं छोड़ता है ।।
सनी – तो क्या पापा आप भी इसमें कुछ नही कर सकते फिर कैसे बचाएंगे हम प्रिया को
सनी के पापा – किसने कहा मैं कुछ नहीं करूंगा? हर बार शिवचरण बचता आया है सबूत न होने के कारण, लेकिन अब नही बचेगा क्यों की इस बार उसने मेरे घर की इज्जत पर हाथ डाला है । इसका अंजाम उसे भुगतना पड़ेगा तुम।चिंता मत करो बस प्रिया का नंबर मुझे भेजो जल्दी से, मैं अभी पता लगाता हू कहा है वो मनाली में ।।
सनी –(खुश होके) थैंक्यू पापा !
सनी के पापा – अपनो को शुक्रिया नही करते बेटा !
इसके बाद सनी ने प्रिया का नंबर अपने पापा के भेज दिया, फिर वीर और कंचन को सारी बात बता दी..।
सनी – तू चिंता मत कर वीर बस थोड़ी देर में पता चल जाएगा प्रिया कहा पर है ।
थोड़ी देर बाद सनी के पापा का कॉल आता है सनी को!!
सनी – (अपने पापा का कॉल रिसीव करके) जी पापा कुछ पता चला आपको?
सनी के पापा – हा बेटा मोहित भी मनाली में ही है ! मेरा एक दोस्त मनाली में है, उसको बोल दिया है मैने । वो अपनी टीम के साथ वहा के लिए रवाना होने वाला ही है ।।
सनी – लेकिन पापा पुलिस को देख के कही वो..?
सनी के पापा – डोंट वरी बेटा ! मैने उनको स्तिथि बता दी है तुम बे फिक्र रहो वो सब नॉर्मल ड्रेस में जायेंगे कोई नही जान पाएगा ।।
सनी – पापा क्या आप हमे लोकेशन दे सकते है प्लीज वीर बहुत परेशान है इन सब से गुम -सुम सा हो गया है ।
सनी के पापा – ठीक है मैं तुम्हे लोकेशन भेजता हू, पर ध्यान रखना वहां खतरा हो सकता है ।।
कॉल कट करने के बाद सनी के पापा ने लोकेशन भेज दी जिससे सनी ने तुरंत ही..
सनी – (मोबाइल लोकेशन मिलते ही वीर से बोला) चल वीर प्रिया को लेने चलते है हम !!
कंचन – तुम्हे पता चल गया कहा है प्रिया? मैं भी चलती हू !
सनी – नही कंचन जाने वहा क्या स्तिथि हो मैं तुम्हे खतरे में नही डाल सकता, तुम एक काम करो यही रहो सबके साथ और सभी को बोल दो सनी और वीर काम से गए है, और जल्द ही आजायगे । इंतजार करना सबके साथ कही जाना नही तुम। बस
इतना बोल के सनी और वीर निकल गए लोकेशन की तरफ ।
वहा आते ही दोनो ने देखा एक नॉर्मल घर है, जहा पर आने जाने वाला कोई नही दिख रहा था उस इलाके में और ना ही आस पास पुलिस के लोग थे ।
वीर – सनी तुझे पक्का यकीन है अंकल ने यहीं लोकेटेशन बताया है?
सनी – हा भाई पापा ने यहीं लोकेशन भेजी थी मुझे, लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा है यहां तो बिलकुल सन्नाटा छाया हुआ है हर जगह !!
वीर – सनी एक बार अंकल को कॉल कर के पूछ फिर से यार !
सनी – यार तू टेंशन मत ले मैं हू ना तेरे साथ अभी कॉल करता हू पापा को
इससे पहले सनी कॉल करता की तभी एक घर से दरवाजा खुले की आवाज आती है जिसे सुन कर सनी और वीर का ध्यान उस घर की तरफ जाता है !!
दरवाजे खुलने की आवाज सुन दोनो एक तरफ साइड में छुप जाते है, तभी वो दोनो देखते है की उस दरवाजे से एक लड़का निकल रहा है जिसे देखते ही सनी उसे पहचान जाता है...।
सनी – वीर हम बिल्कुल सही जगह पर आए है ये वही लड़का है जो उस दिन कैंटीन में आया था मोहित के साथ, जिसको तेरे कहने पर मैंने छोड़ दिया था ।
वीर – (लड़को को देखते हुए) इसका मतलब प्रिया यहीं पर है! सनी चल कर के प्रिया को लेके आते है ।
बोल के वीर एक दम से उठने लगा ही था की सनी ने वीर का हाथ पकड़ लिया और बोला...!
सुनी – रुक जा मेरे भाई इतनी जल्दी भी अच्छी नहीं है पहले यहां की सही स्तिथि पता तो चले यार, कही जल्द बाजी में प्रिया को कोई नुक्सान ना पहूचादे ये लोग"।।
सनी की बात वीर को समझ आ गई इसीलिए दोनो छुप के देखते रहे घर की तरफ जहा से वो लड़का बाहर निकल के कही चला गया बाइक लेके इस लड़के के जाते ही सनी और वीर अपनी जगह से निकल के धीरे धीरे उस घर के तरफ चलने लगे घर के चारो तरफ का नजर घुमाने लगे लेकिन कुछ भी उनके काम का कुछ नही मिला तब वीर बोला..!
वीर – अब क्या करे यार घर के चारो तरफ एक खिड़की तक नही है कैसे पता करे सनी
सनी – यार यहीं बात तो मेरे भी समझ में नहीं आ रही है हम अचानक से अन्दर जाने का रिस्क भी नही ले सकते है कितने लोग है अन्दर कहीं जल्द बाजी में प्रिया को नुकसान ना हो जाए
दोनो लोग ये सोच ही रहे थे की तभी वो लड़का बाइक से वापस आया घर की तरफ वीर उसे देख के बोला...
वीर – सनी अब और नहीं रुक सकता हू मै, अब जो होगा देखा जाएगा चल शुरुवात इसी से करते है हम बोल क्या बोलता है तू?
सनी – अब तूने जब सोच लिया है तो अब जो होगा साथ में निपटेंगे हम! चल मेरे भाई।
बोल के दोनो निकल गए इस लड़के की तरफ इससे पहले वो लड़का कुछ समझ पाता सनी ने उस लड़के को पकड़ लिया और घुमाया सामने वीर की तरफ तो वीर ने लगाया उसके मु पे एक पंच जिससे वो लड़का वही जमीन में बेहोश हो गया...।
उसके बाद वीर और सनी दोनो घर के अन्दर जाते ही दोनो का ध्यान एक तरफ कमरे में गया जहा पर किसी के बात करने की आवाज आ रही थी ।
आवाज से ये पता चलते देर नही लगी दोनो को, की कमरे में 3 लोग आपस में बात कर रहे है, दोनो ने एक दूसरे को इशारा किया और अन्दर घुस गए
कमरे में, ये सब अचनक से होने से तीनों लड़के घबरा गए, इससे पहले वो तीनो लड़के कुछ करते या समझ पाते, वीर ने अकेले उनको धोना शुरू कर दिया ! सनी सिर्फ देखता रह गया, तीनों के बेहोश होने के बाद सनी बोला...!!
सनी – भाई इतनी फुर्ती ! कम से कम कुछ मेरे लिए भी छोड़ दे ,देखने के लिए नही आया हूं मैं ![Grinning face :grinning: 😀](https://cdn.jsdelivr.net/joypixels/assets/7.0/png/unicode/64/1f600.png)
वीर – (हस्ते हुए) तू मार या मैं मारू एक ही बात है ।
इस बात से सनी और वीर दोनो मुस्कुराने लगे !!
सनी – चल भाई मस्ती बाद में करेगे, पहले प्रिया को निकालते है यहां से ।
जैसे ही दोनो उस कमरे से बाहर निकले, देखा तो सामने मोहित और उसके साथ 4 लोग खड़े थे , जबकि मोहित ने जैसे ही देखा सामने वीर और सनी है मोहित ने तुरंत ही अपने चारो आदमी को दोनो को मारने के लिए बोला, लेकिन तभी..!!
सनी – (वीर से बोला) भाई तू जाके इस मोहित की हल चल ले अच्छे से! मेरी कमी भी पूरी कर देना तू इसके साथ, और मैं इन चारो को देखता हू !
जा वीर इतना बोलते ही वीर तुरंत भागा मोहित के पीछे, जबकि एक आदमी ने अपनी पॉकेट से गन निकाली चलाने के लिए, इससे पहले वो आदमी कुछ करता, सनी ने उसकी गन वाले हाथ को पकड़ा, और लगाया पंच पे पंच उस आदमी को !
बाकी के आदमी एक एक कर के चारो आ गए, सनी को मारने लेकिन सनी ने एक एक कर के सबको जमीन में पटक के धूल चाट दी ।
जबकि इस तरफ वीर मोहित की पीछे भागा था ।
वीर से बचने के लिए मोहित सीधा उसी कमरे में चला गया, जहा पर मोहित ने प्रिया को एक कुर्सी में बांधा हुआ था ! इससे पहले मोहित प्रिया तक जाता, तभी वीर ने मोहित को कॉलर पकड़ के चाटे पे चाटे मरना शुरू कर दिया लगातार ।।
और फिर अपने दोनो हाथ से मोहित के सिर को पकड़ के खिड़की की तरफ पटक दिया वीर ने उसे
इसके बाद मोहित उठने लायक नही बचा वही पर ही बेहोश हो गया तब वीर ने प्रिया के हाथ पैर में बंधी रस्सी खोली, और रस्सी खुलते ही प्रिया और वीर दोनो गले लग गए एक दूसरे के ।।
ये सब होने के बाद वीर , प्रिया और सनी, जैसे ही घर से बाहर निकले सामने कुछ लोग अपनी बंदूकों के साथ खड़े हुए थे, उनमें से एक बोला...
एक आदमी – चुप चाप जहा हो वही रहो वर्ना शूट कर देंगे हम तुमको !
उस आदमी को बात सुन, सनी , वीर और प्रिया अपनी जगह खड़े हो गए तब वो आदमी फिर से बोला..
आदमी –कोन हो तुम? और क्या नाम है तुम्हारा?
आदमी की बात सुन के तीनों ने अपना नाम बताया, जिसे सुन के वो आदमी बोला..
आदमी –(प्रिया को देख के बोला) तुम प्रिया हो? लेकिन तुम्हे तो मोहित ने किडनैप किया था ना?
सनी –(उस आदमी की बात को सुन के बोला) लेकिन आप कॉन हो? और आपको कैसे पता इसका नाम प्रिया है? और मोहित ने किडनैप किया इसका?
आदमी – हम पुलिस डिपार्टमेंट से है !यहां पर प्रिया को बचाने के लिए आए थे।
उनकी बात सुन सनी ने तुरंत बोला..
सनी – पापा ने भेजा है आपको?
आदमी –पापा !! तुम कॉन हो? और कॉन है तुम्हारे पापा?
तब सनी ने उस आदमी को सारी बात बताई, जिसे सुन के वो आदमी बोला..!
आदमी – बेटा जब आपको पता था हम आ रहे है, तो रिस्क क्यों लिया आपने? थोड़ा वेट करते आप हमारे आने का , खेर शुक्र है आप तीनों ठीक हो, वर्ना आपके पापा को जवाब नही दे पाता मैं ।
सनी – माफ करिएगा अंकल, हमारे दोस्त की जिदंगी का सवाल था, इसीलिए हम अपने आप को रोक नहीं पाए , लेकिन अंकल आपको आने में देर कैसे हो गई ??
आदमी – हम तो टाइम पर ही आजाते बेटा, लेकिन रास्ते में ही हमें जानकारी मिली कि मोहित का पिता शिवचरण आया है मनाली में, और अपने बेटे के पास जा रहे है, तब हमने बीच रास्ते में चेकिंग के बहाने कार को रोका और किस्मत अच्छी थी हमारी, शिवचरण के साथ कुछ आदमी थे, गैर कानूनी हथीयार के साथ हमने उनको उसी वक्त गिरफ्तार कर लिया ! और आपके पापा को बता दिया, अब शिवचरण की पूरी जिंदगी जेल की चार दिवारी में ही कटेगी ।।
वीर – अंकल अन्दर भी कुछ लोग है, मोहित के साथी उनके पास भी हटियार है ।
वीर की बात सुन वो सब पुलिस वाले अन्दर गए, जहा उनको मोहित के साथ कुछ और लोग मिले हथियारो के साथ !! उनको गिरफ्तार कर के अपने साथ लेके चले गए पुलिस वालें .. ।
उनके जाने के बाद वीर , प्रिया और सनी भी निकल गए बाकी सभी स्टूडेंट्स के पास जहा कंचन पहले से ही इंतजार कर रहे थी,
तीनों को जैसे ही कंचन ने देखा सामने से प्रिया , वीर और सनी आ रहे है तो तुरंत दौड़ के गई ओर प्रिया के गले लग गई रोते हुए .
जारी है...![Writing hand :writing_hand: ✍️](https://cdn.jsdelivr.net/joypixels/assets/7.0/png/unicode/64/270d.png)
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
ये प्रिया का अपहरण मोहित और उसका बाप शिवचरण की गांड फाडने वाला हो गया अब तक पुलिस से बच रहें थे लेकीन अब पुलिस के हाथ लग गये तो वहा उनकी अच्छेसे खातिरदारी होगी ही
सनी और वीर की सुझबुझ और हिंमत से सनी के पिता के सहायता से प्रिया को मोहित के चुंगल से सही सलामत छूडा लिया और सब कुशल मंगल हो गया
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा