Update 8.1
द ू सरे िदन मैं सुबह उठ्ठकर तैयार होकर हॉल में बैठ गया लेिकन मेरा मन नहीं लग रहा था लेिकन मुझे अजीब सी बैचैनी महसूस हो रही थी। मैं खुद समझ नही पा रहा था
िक मुझे हो क्या रहा है। मॉम के प्रित देखने का मेरा नजिरया बदल रहा था या यूं कहें िक बदल चुका था। मुझे unme ab ek कामुक औरत नजर आ रही थी। िजसके
अंदर एक नौकर के छ ू ने से वासना भड़क उठी थी। मुझे इस सब की वजह पापा ही लग रहे थे। िजन्होंने कभी मॉम पर ध्यान नहीं िदया। अब देखना ये था की मॉम कहा जाकर रुकती है।
मॉम मेरे सामने कई बार इधर से उधर घूम रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे वो भी िकसी सोच में ड ू बी हो।
तभी दरवाजे की घंटी बजी। मेरा ध्यान मॉम पर ही था। घंटी बजते ही मॉम एकदम से एक जगह पर भूत बनकर खड़ी हो गई और एकटक दरवाजे की तरफ देखने लगी ऐसा लग रहा था जैसे उनकी सांसे फू ल गई हो।
मैं - मॉम क्या हुआ दरवाजा खोिलए।
मॉम - तुम जाकर खोल दो अंिकत ऐसा बोल के वो िकचन में चली गई।
मैंने दरवाजा खोला और उम्मीद के मुतािबक फारूक ही था।
मुझे देखकर िघनौनी हसी हंसते हुए वो अंदर आया। मॉम ने उसको िकचन से देखा दोनो की नजरे एक हुई।
िफर उसने पूरे घर को झाड़ ू मारा। िकचन में भी मारा गया लेिकन दोनो के बीच कोई बात नही हुई। िफर पोंछा मारते हुए वो िकचन में गया तभी नजरे ितरछी करके मैंने देखा
िक मॉम ने धीरे उसे कु छ कहा जो मुझे सुनाई नही िदया। मुझे समझ नहीं आया िक मॉम ने क्या कहा होगा उसे।
उसने िफर अपना काम खतम िकया और हॉल से मॉम को आवाज लगाई।
फारूक - मालिकन काम हो गया मैं जाता हूं।
तभी मॉम िकचन से हॉल में आती है।
मॉम - रुको बेडरूम में मुझे ऊपर से कु छ चीजें िनकालनी है चलो मेरे साथ।
यह सुनकर उसके चेहरे पर चमक आ गई।
िफर मॉम अपने बेडरूम में गई और वो उनके पीछे। मैं ऐसे बतार्व कर रहा था उनके सामने जैसे मैने कु छ सुना ही नहीं। पर जैसे ही वह donno bedroom गए मैने िबना
िसर िहलाया नजरों की कोहनी से रूम की तरफ देखा तो मुझे धक्का लगा। क्योंिक मॉम ने रूम का दरवाजा धीरे से बंद कर िदया।
में उठकर मॉम के रूम की िखड़की के पास आया और िखड़की की महीन सी दरार से अंदर झांककर देखने लगा। वो दोनो एक द ू सरे के सामने खड़े थे।
मॉम ने जोर से एक थप्पड़ उसके गाल पर जड़ िदया।
मॉम - छोट ू जो कु छ कल तुमने िकया वो गलत िकया। वो नही होना चािहए था। तुम्हे शमर् नही आती ऐसा करते हुए।
फारूक - मुझे माफ कर दीिजए मालिकन। आपका िचकना सपाट पेट और गहरी नाभी इतने पास देखकर मैं बहक गया था। उसने अपने गाल पर हाथ रखा।
मॉम - यही तो तुम्हे तमीज नही है की कै से बात करते है खुले आम मेरे सामने गंदे शब्द का इस्तेमाल करते हो।
फारूक - लेिकन इसमें मेरी गलती नहीं है मालिकन। जब मैं आपके पेट और नािभ को चाट रहा था तो आपको मुझे रोकना चािहए था लेिकन आपने मुझे नही रोका। और तो
और अपने मेरे िसर को अपने पेट पर दबा िलया । उस िदन भी थप्पड़ मारा और आज भी।
मॉम उसके जवाब से सकपका गई उन्हे कु छ सूझ नहीं रहा था िक क्या बोले।
मॉम गुस्से मैं - देखो जो हुआ वो सब भूल जाओ। और आगे से ऐसी हरकत मत करना समझे। और िकसी को इस बारे में मत बताना। अब जाओ
फारूक - एक बात कहूं मालिकन आप बुरा तो नहीं मानोगी
मॉम - हा बोलो
फारूक - आप बोहोत खूबसूरत है मैंने आपके जैसी औरत आज तक नही देखी
। सर से लेकर पांव तक आप एकदम माल़ है।
थप्पड़ खाने के बाद भी वो नही सुधरा था साला।
मैंने देखा की उसकी बात सुनकर मॉम के चेहरे पर मुस्कान तैर गई है। लेिकन unhone हसी को उसके सामने सीधे तौर पर बयान नहीं की।
मॉम गुस्से में - हो गई तुम्हारी बत्तमीजी अब जाओ। नही तो और थप्पड़ पड़ेंगे।मैं जल्दी से हॉल में आकर सोफे पर बैठ गया। वो दोनो भी बाहर आ गए। िफर फारूक नीचे चला गया। मैंने मॉम के चेहरे पर गौर िकया िक उनका चेहरा काफी िखला हुआ
लग रहा था। वो िदन ऐसे ही चला गया।
अगले दो तीन िदन तक फारूक रोज काम पर आता और काम करके नीचे चले जाता। वो कु छ भी गलत हरकत नही कर रहा था। लेिकन इन िदनों में maine ek बात गौर
की । जब भी वो काम करते रहता मॉम बार बार उसके सामने आती और ठीक उसके सामने कु छ काम करने के बहाने अपने चूतड बाहर िनकालकर झुक जाती और फारूक
की तरफ मुड़कर देखती । फारूक भी खड़े रहकर उनके बड़े चूतड़ों को देखता और मॉम की आं खों में देखते हुए हंसकर उनको िदखाते हुए अपने लन्ड के उभार को हाथो से
सहलाता। मॉम भी उसे उभार लन्ड को सहलाते हुए उसे देखती। ऐसा लग रहा था जैसे मॉम उसको उकसा रही हो। या वो उनको उकसा रहा था।
इन िदनों में वो दोनो आपस मे बाते ही नहीं कर रहे थे।
आज भी वो आया और झाड़ ू मारते हुए िकचन में गया। Un दोनो ने एक द ू सरे को देखा। िफर फारूक झुककर झाड़ ू लगाते हुए मॉम को देख रहा था। मॉम के हाथो में
पकड़ा हुआ चम्मच अचानक जमीन पर िगर गया। चम्मच सामने पड़ा होने के बावजूद मॉम उसकी तरफ पीठ करके खड़ी हो गई और फारूक की तरफ देखकर अपने मोटे चूतड बाहर िनकालकर उसके सामने झुक गई और उसको देखने लगी। उसने भी वैसे ही मॉम के चूतड को देखते हुए अपने खड़े लन्ड को पैंट के ऊपर से सहलाने लगा। मॉम जल्दी से चम्मच उठने की बजाय वैसे ही झुकी रही।
तभी मुझे जो उम्मीद नहीं थी वो हुआ। फारूक ने अपने हाथ से झाड़ ू छोड़ िदया और मॉम की तरफ आकर मॉम की उभरी हुई गांड़ को देखके चटाक से एक थप्पड़ मॉम की एक फांक पर लगा िदया। थप्पड़ की वजह से कु छ सेकं ड के िलए मॉम की गांड़ िथरक गई। मॉम झट से खड़ी हो गई।
मॉम - ouchh बेवकू फ ये क्या कर रहे हो। मॉम एक हाथ से चूतड को सहलाने लगी।
फारूक ने मॉम के तरफ देखकर एक हाथ उनके चूतड पर रखके सहलाने लगा।
फारूक - मालेिकन आपके चूतड पर मच्छर बैठा हुआ था आपके नरम चूतड को kat लेता। ऐसा कहकर मॉम के चूतड को मसलने लगा।
मुझे यकीन नहीं हो रहा था की हमारा नौकर मॉम के चूतड थप्पड़ मारकर सहला रहा था और मॉम खड़ी होकर उसको बस देख रही था। मॉम की सांसे भारी हो रही थी।
फारूक - बडी नाजुक गांड़ है आप की इसे संभाल के रिखए और िफर मॉम की फांक को अपने छोटे पंजों में भींच िलया।
मॉम धीरे से - छोट ू मच्छर चला गया ना। अब छोड़ो।
फारूक - मेरे थपड़ की वजह से ददर् हो रहा होगा न मालिकन इसिलए सहला रहा हु।
मॉम की सांसे फू ल रही थी और वो सहलाने की बजाय मांस को पकड़कर मसल रहा था।
मॉम - हो गया अब छोड़ो।
िफर उसने चूतड पर रखे हुए अपने हाथ को सरकाते हुए उनकी िचकनी मांसल कमर पर लाके रख िदया और मॉम की आं खों में देखते हुए अपने होंटो पर जीभ िफराकर हल्के से मॉम की कमर को दबा कर हाथ िनकाल िलया और झाड़ ू लेकर िकचन झाड़ने लगा। मॉम अपनी सांसे काबू करते हुए उसको िकचन से बाहर िनकलता देख रही थी। मैं हैरान हो गया और समझ गया की मॉम पर वासना हावी हो गई है। Usne mom को पूरी तरह बहका िदया था।।
तभी उसने झाड़ ू लगाने के बाद पोंछा लगाने को शुरू िकया। और पोंछा लगाने के िलए वो िफर एकबार िकचन में घुसा।
में भी जाकर िकचन की िखड़की के पास खड़ा हो गया। पता नही लेिकन अनजाने में या जानभूजकर मॉम उसी जगह फ्रीज के सामने खड़ी काम कर रही थी। जहा आने जाने की जगह कम थी। Jaise hi wo पोंछा लगाने उस जगह पहुंचा उसकी और मॉम की नजर एक हुई। मॉम इसकी tarf पीठ करके खड़ी थी। उसने ठीक मॉम की पीछे की
जगह को पोंछा मारा और बाल्टी को आगे सरकाया और आगे िनकालने लगा। लेिकन मॉम से आगे िनकलते हुए वो ऐसे िनकल रहा था की उसके पैंट का उभार मॉम के चूतड को लग सकता था।
वो ऐसे ही आगे िनकलने लगा उसका उभार मॉम के चूतड को छ ू ते हुए सरकने लगा। वो दोनो एक द ू सरे को देख रहे थे। जैसे ही उसके Lund का उभार मॉम के चूतड के
बीच की दरार में आया फारूक रुक गया।
उसने मॉम को देखा जो उसे गदर्न पीछे करके देख रही थी। उसने एक हाथ मे पोंछा पकड़ रखा था। उसने द ू सरे हाथ को धीरे से मॉम की नंगी कमर पर रखा और हल्के से
mansal कमर को दबा िदया।
फारूक ने हल्की से मुस्कान से मॉम को देखते हुए अपनी कमर िहलाई और उभार को मॉम के चूतड मैं घुसाकर उनसे सटकर खड़ा हो गया।
वो मॉम की कमर को सहलाते हुए अपने उभारवको मॉम के चूतड मैं िघसने लगा
हैरत की बात ये थी िक मॉम चुप चाप खड़ी उसकी हरकत को देख रही थी या शायद मजा ले रही थी। उनकी आं खे छोटी hone लगी जैसे उनको नशा हो रहा हो। मॉम की
ये हरकत देखेके मेरा लुंड अकड़ने लगा।
वो मॉम की िचकनी कमर को सहलाते या हल्के से दबाते हुए मॉम के चूतड पर लन्ड िघसे जा रहा था। मॉम की साड़ी उसके दबाव के कारण उनके चूतड के अंदर घुस गई।
मॉम की सांसे भी उखड़ रही थी।
उसने कु छ 2-3 min तक मॉम के चूतड पर कमर िहलाई और उनके कमर पर रखे हाथ को िनकालकर उनसे द ू र पीछे मुस्कु राने लगा। मॉम भी उसकी हरकत को देख रही थी।
खड़ा होकर मॉम के सामने उनके चूतड को देखते हुए
मॉम की तरफ मुस्कु राते हुए उसने एक थप्पड़ मॉम के चूतड की एक फांक पर लगा िदया।
थप्पड़ लगते ही मॉम उसके तरफ देखकर हल्की सी िससकी ahhh
Aisa lag raha था जैसे मॉम को चूतड पर थप्पड़ खाके मजा आ रहा हो।
उसने िफर िकचन के बाहर देखा और िफर से एक थप्पड़ मॉम के चूतड पर जड़ कर उनके चूतड को हाथो में भींच कर दबाने लगा।
िफर से थप्पड़ पड़ने से मॉम दोबारा िससकी। उसके द्वारा चूतड को भींचने से मॉम के होंठ थरथराने लगे। िफर भी मॉम टस से मस नहीं हुई।फारूक मॉम के चूतड को दबाते हुए - मस्त िथरकती है आपकी gand मालिकन, ऐसा कहकर उसने मुस्कु राते हुए अपना हाथ उनके चूतड से हटाया और पोंछा करने के िलए आगे िनकल गया।
मॉम अपने चूतड पर हाथ रखकर उसको पीछे से िनहार रही थी.मैं भी वहा से िनकलकर अपने bedrrom में आ गया।
फारूक िफर तुरंत काम करके चला गया। लेिकन मेरी िहम्मत नहीं हुई की नीचे जाकर उनकी बाते सुनु। क्योंिक मुझे पता था की फारूक us buddhe se kya कहने वाला है। इसिलए मैं रूम में ही रहा।
वो िदन भी ऐसे ही िनकल गया