Manojsharma
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अपडेट १८
नहीं मुझे छोड़ दो में मर जाऊंगी निकाल लो अपना खंभे जैसा लंड
में – बहुत ही मचल रही थी मेरा लंड लेने केलिए यह ले मेरा लंड अपनी चूत में रेवती
रेवती है रहम कीजिए महाराज अपना इस तुच्छ दासी पर दया कीजिए
में तो सिर्फ आपका आदेश का पालन कर रहा था
रेवती –आह आह आह मर गई आईईईई
में –कैसा आदेश
रेवती –आह आह आप इस जन्म में हमसे वो शक्तियां लेकर अपने आपकी पहली पत्नी के साथ संबंध बनाएंगे
में–वो कौन सा शक्ति है
रेवती – आह आह आह ुईईई
वो आपको मेरे अंदर आपका बीज डालने के बाद अपने आप मिल जाएंगे
जिससे आप हर लड़कियों के भावनाएं समझ सकेंगे
आह आह उम्मम् आईईईई
में – अरे यह कैसी भला सकती हो सकती है वो तो अनुभव मिलते हैं
रेवती – हां अभी दिख रहा है आपका अनुभव कैसे मेरे कष्ट अपकोब्दिख नहीं रहे हैं और आप मेरी चूत को रौंदते जा रहे हैं
आह आह हम्ममम आह आह आईईईई मर जाऊंगी
में – बहुत मजा आ रहा है
आज में अपने आपको संतुलित कर पा रहा हूं देखो में अपने काबू में हूं
इसका मतलब के तुम्हारी दर्द और पीड़ा को भांप सकता हूं
रेवती है ऐसा तो कुछ भी पता नहीं चल रहा आप तो तबसे अबतक मेरी चूत में अपना लंड डालकर चोदे जा रहे हैं
आह आह उम्मम् आह आईईईई
देखो फिर भी में ४बार झड़ चुकी हूं लेकिन आप रुकने का नाम ही नहीं ले रहे
वैसे एक ही मुद्रा में मेरे मुनिया को रौंदे रहे हैं
में – ओह माफ करना
और में रेवती को उठा कर मेरे हाथों में पकड़ लिया उसके चूत में लंड डाल दिया और खड़े खड़े चोदने लगा
ऐसे ही में करीब ३० मिनट चोदा तब जाकर मेरे लंड में तनाव पैदा होने लगा
में – मेरा होने वाला है रेवती
रेवती – अंदर ही दल दीजिए महाराज आह आह उम्मम आईईईई
में भी झड़ने वाली हूं
और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे
तभी मानो मेरे अंदर किसी शक्ति के प्रवेश महसूस होने लगा
और में खुदको अलग महसूस करने लगा
में अपना लंड रेवती की चूत से जब निकल लिया तो दोनों का पानी एक साथ उसके चूत से बाहर को निकलने लगे
रेवती –लगता है अगले कुछ दिन में चलने के काबिल नहीं रहूंगी
तब उसकी नजर मेरे ऊपर पड़ी
रेवती है महाराज यह आप है
लेकिन यह तो मेरे अंदर जब गया था इतना तो नहीं था फिर भी बहुत बड़ा था अब तो ये और भी बड़ा और मोटा होने के साथ साथ
सुंदर भी दिख रहा है
उसने अपना दर्द को भूल मेरे लंड में खो गई
और मेरा लंड पकड़ कर उसको अपने हाथों ने पकड़ कर टटोलें लगी
और फिर उसके अपने गले में लेकर फंसी लगाने जैसे अपने गले में डालने लगी
रेवती है सच में महाराज यह हमको मर डालेगा
में – बहुत नौटंकी हो रही हो
अगर चाहो तो एक और बार हो जाए
रेवती अपना थूक निगलते हुए
रेवती है नहीं नहीं महाराज
अब आपका नया लंड सिर्फ आपकी पहली पत्नी का है
यानिकि मेरी बेटी मृणालि के है
अब मुझे लगता है कि आपको कैसे औरतों को खुश करना है उसका बोध अपने आप आपके मस्तिष्क में समा चुके है
अब आप उस कक्ष में चलिए
जहां आपकी पत्नी आपकी प्रतिक्षा कर रही है
में अपने कपड़े सही कर रहा था कि अचानक एक चुटकी की आवाज आया और मेरे कपड़े पहले जैसे हो गए
अब कैसे रहेगा बिक्रम की अपनी पहली पत्नी के साथ पहली मिलन
जाएंगे अगली अपडेट में
कमेंट कर के आपका राय रखे कैसे चल रहा है यह स्टोरी
उम्मीद कर रहा हूं करीब से करीब २० कमेंट केलिए
धन्यवाद
Mast update bhaiअपडेट १८
नहीं मुझे छोड़ दो में मर जाऊंगी निकाल लो अपना खंभे जैसा लंड
में – बहुत ही मचल रही थी मेरा लंड लेने केलिए यह ले मेरा लंड अपनी चूत में रेवती
रेवती है रहम कीजिए महाराज अपना इस तुच्छ दासी पर दया कीजिए
में तो सिर्फ आपका आदेश का पालन कर रहा था
रेवती –आह आह आह मर गई आईईईई
में –कैसा आदेश
रेवती –आह आह आप इस जन्म में हमसे वो शक्तियां लेकर अपने आपकी पहली पत्नी के साथ संबंध बनाएंगे
में–वो कौन सा शक्ति है
रेवती – आह आह आह ुईईई
वो आपको मेरे अंदर आपका बीज डालने के बाद अपने आप मिल जाएंगे
जिससे आप हर लड़कियों के भावनाएं समझ सकेंगे
आह आह उम्मम् आईईईई
में – अरे यह कैसी भला सकती हो सकती है वो तो अनुभव मिलते हैं
रेवती – हां अभी दिख रहा है आपका अनुभव कैसे मेरे कष्ट अपकोब्दिख नहीं रहे हैं और आप मेरी चूत को रौंदते जा रहे हैं
आह आह हम्ममम आह आह आईईईई मर जाऊंगी
में – बहुत मजा आ रहा है
आज में अपने आपको संतुलित कर पा रहा हूं देखो में अपने काबू में हूं
इसका मतलब के तुम्हारी दर्द और पीड़ा को भांप सकता हूं
रेवती है ऐसा तो कुछ भी पता नहीं चल रहा आप तो तबसे अबतक मेरी चूत में अपना लंड डालकर चोदे जा रहे हैं
आह आह उम्मम् आह आईईईई
देखो फिर भी में ४बार झड़ चुकी हूं लेकिन आप रुकने का नाम ही नहीं ले रहे
वैसे एक ही मुद्रा में मेरे मुनिया को रौंदे रहे हैं
में – ओह माफ करना
और में रेवती को उठा कर मेरे हाथों में पकड़ लिया उसके चूत में लंड डाल दिया और खड़े खड़े चोदने लगा
ऐसे ही में करीब ३० मिनट चोदा तब जाकर मेरे लंड में तनाव पैदा होने लगा
में – मेरा होने वाला है रेवती
रेवती – अंदर ही दल दीजिए महाराज आह आह उम्मम आईईईई
में भी झड़ने वाली हूं
और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे
तभी मानो मेरे अंदर किसी शक्ति के प्रवेश महसूस होने लगा
और में खुदको अलग महसूस करने लगा
में अपना लंड रेवती की चूत से जब निकल लिया तो दोनों का पानी एक साथ उसके चूत से बाहर को निकलने लगे
रेवती –लगता है अगले कुछ दिन में चलने के काबिल नहीं रहूंगी
तब उसकी नजर मेरे ऊपर पड़ी
रेवती है महाराज यह आप है
लेकिन यह तो मेरे अंदर जब गया था इतना तो नहीं था फिर भी बहुत बड़ा था अब तो ये और भी बड़ा और मोटा होने के साथ साथ
सुंदर भी दिख रहा है
उसने अपना दर्द को भूल मेरे लंड में खो गई
और मेरा लंड पकड़ कर उसको अपने हाथों ने पकड़ कर टटोलें लगी
और फिर उसके अपने गले में लेकर फंसी लगाने जैसे अपने गले में डालने लगी
रेवती है सच में महाराज यह हमको मर डालेगा
में – बहुत नौटंकी हो रही हो
अगर चाहो तो एक और बार हो जाए
रेवती अपना थूक निगलते हुए
रेवती है नहीं नहीं महाराज
अब आपका नया लंड सिर्फ आपकी पहली पत्नी का है
यानिकि मेरी बेटी मृणालि के है
अब मुझे लगता है कि आपको कैसे औरतों को खुश करना है उसका बोध अपने आप आपके मस्तिष्क में समा चुके है
अब आप उस कक्ष में चलिए
जहां आपकी पत्नी आपकी प्रतिक्षा कर रही है
में अपने कपड़े सही कर रहा था कि अचानक एक चुटकी की आवाज आया और मेरे कपड़े पहले जैसे हो गए
अब कैसे रहेगा बिक्रम की अपनी पहली पत्नी के साथ पहली मिलन
जाएंगे अगली अपडेट में
कमेंट कर के आपका राय रखे कैसे चल रहा है यह स्टोरी
उम्मीद कर रहा हूं करीब से करीब २० कमेंट केलिए
धन्यवाद