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Adultery Manhoos se mahan tak

Story kaisi lagi

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Shanu

Deadman786
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Shanu bhai is baar mujhe lagta nhi ki Amit Rupali ko kuch hone dega. Rima shayad thode din fir Amit se door ho jaae sach pata chalne ke baad halanki usse Amit ka bhai hone se jyada farak nhi padega. Rina ka role kaafi ahem hoga. Uska case bhi Nidhi ki tarah same hai. Dono Reena aur Nidhi hi sabse badi behen hain aur dono Amit ko sab kuch maan choonki hain aur dono ka pyaar bhi Radha aur Rima se zara bhi kam nhi hai baaki to Raja bhai hi btaaenge aur hum suspense bne rehne dete hai aur is baare me jyada baat nhi karte.
Yessss..... Bro suspence hi rhne dete.....
 

LordLuckyStrikeX

New Member
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राजा चौहान भाइ

आपका ये स्टोरी बहुत धांसु है. पढ़कर मजा आ रह है, अभि में एपिसोड १९२ में हुं। यह स्टोरी मैने १० दिन पहले स्टार्ट कि थि। छोडनेका मन नहीं करत।

मुझे आपका राइतिङ्ग स्किल अच्छा लगा, सुरुके २० या २५ एपिसोड तक ठिक था पर उसके बाद बहुत हि अच्छा लिख रहे है।

स्टोरी ओभर अल बहुत अच्छी है। हँसि मजाक है और इमोसनल भी है, हर एपिसोड मे आँशु निकलते हैं।

इस सबके बावजुद कुछ खामिया भी है।

सबसे पहला बलदेब राय का नाम। अमितके किसी भी रिस्तेदार ने इस सहरमे बलदेव राय क नाम नही सुना, जबकि वो बहुत बडी तोप है। खैर छोडो नाम सुन होगा , लेकिन अपनी बेटियो कि फ्रेन्ड ,बलदेव राय कि बेटी है , ये पता नहीं। यार जो बच्चे घर आते है, उनसे पुछा जाता है बेटा आपके डैड कौन है क्या करते है वगैरह वगैरह, लेकिन नाम क जिक्र नही आया । रजनी मौशी नही जानती थि निधि देश के जिस सबसे बडी कम्पनि मे काम करती थि उसका मालिक कौन है. हाइवे कि किसी होटल मे बलदेब राय और नारायण दास क पोस्टर लागि हुवा होता है लेकिन उसके अफिसमे नही, होता तोह रजनी को दिख जाति।

शीना के अपने जन्मदिन पर, जीस सख्स ने पार्टी राखी, वोह भी इतनी फेमस जगह, उसका नाम नही पता।

दुसरा अमित खुद

जो बन्दा ८०% लाकर पास होता है वोह भी गांव से और जो किताबी किडा भी नही है , उसका इन्टेलिजेन्स लेभेल ४०% वाला बन्दे से भी कम है। लेकिन किसी किसी जगह वो १००% वाला काम करता है जैसे मंजरिके चाचा के वारेमें उसको शक् होता है।
येह एक अल्फा मेल टाइप का बन्दा है, लेकिन लड़की बहुत कम है, काम करने कि लिए।
करिश्मा जब गांव आती है अमित से माफी माग्ने, तब भी वोह माफ नही करता।

जो भी हो दुसरे राइटर जैसे अपना हिरो बात बात पर हेंग नहीहोता।

तिसरा
कारवा चौथ मे शालु के लिए कुछ भी नही हुवा, मतलब उसने अमित के लिये लम्बि उमर कि दुवा नही की।

यार जब लिखाने बैठा था हजारो बाते थि कहानेके लिये और उनमे अच्छी बाते ज्यादा, लेकिन जब लिखना सस्टार्ट किया याद कुछ भी नही रहा।

एक और चिज जब ऋतु का क्यारेक्टर सुरुमे आय था किसिने कमेन्ट मे लिखा था कि वोह बिराज कि बहन है. लेकिन मैने तोह स्टार्ट हि १० दिन पहले कि थि पर ये क्यारेक्टर क जिक्र कहिँ नही हुआ था।

जो भी हो ओभर अल खामी से ज्यादा खासियत है कहानी मे।

लेकिन साला हम लोगोका एक हफ्ता बित जाता है, पर कहानी मे सिर्फ एक दिन वितता है, यार हम लोगोका २ साल गुजर गया (मेरा सिर्फ १० दिन) हिरो क सिर्फ ६ महिने. कुछ दया करो भाइ जैसा अमित का लण्ड है बैस हि पेन से लिखो, जिससे हमको भी लागे कि राइटर के पास 'जादुइ छडी' है और वोह बहुत लम्बि चल्ती है.
Bhai Baljeet Rai vaali aapki baat sahi hai. Vaise party me Karan ne bhi kaha tha ki vo usse jaanta hai aur kaafi tareef ki thi. Ho skta Rajni mausi ne shayad dhyaan na diya ho. Sheena kai baar mausi aur baaki family se mil chooki thi aur aise me baakiyon ka uske parivar ke baare me jyada na janna thoda ajeeb hai. Shayad iske peeche bhi Raja bhai ne koi baat chodi ho.
Amit ka intelligence level agar dekhen to vo lagataar bhadta gaya. Pehle vo bhola ta lekin Deepika maami ke saath rahkar aur dheere dheere Shehar ke karan bhi usme kaafi changes aayen hain. Isse hum kahani ke saath character development keh skte hain.
Karishma ko maaf karna itna aasan nhi tha. Ek to Amit khud ki bhi galti maan raha tha jisse vo shayad uska saamna nhi karna chhta tha aur doosra Karishma no jo-2 baaten kahin usse us paar kya beeti vo to humne dekh hi liya.
Baaki kahan kaafi badi hai aur isme hazaron choti-2 baaten hai jisme kahin choti si bhool chook ho skti hai. Ab itni shaandar kahani ke liye itna to hum dhyan rakh hi skte hain. Baaki kya pata in gltiyon ke peeche bhi Raja Bhai ne kuch socha ho.
 

firefox420

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yaar ye damini pawan (DP) Group of companies naam abhi tak aaya ki nahi. i am at episode 193 now. Aur Dr Rina ne jab Divya ko dekha tha job wo behos ho gayi thi aur amit usko lekar aaya tha, us waqt Dr Rina ko Damini ki yaad nahi aai.

kyonki us waqt rina ke dimaag mein Daamini kahi se bhi kahi tak nahi hogi .. kyonki wo to mar chuki hai na .. aur us time to Rina bhi bacchi he rahi hogi ...
 

Raja chouhan

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राजा चौहान भाइ

आपका ये स्टोरी बहुत धांसु है. पढ़कर मजा आ रह है, अभि में एपिसोड १९२ में हुं। यह स्टोरी मैने १० दिन पहले स्टार्ट कि थि। छोडनेका मन नहीं करत।

मुझे आपका राइतिङ्ग स्किल अच्छा लगा, सुरुके २० या २५ एपिसोड तक ठिक था पर उसके बाद बहुत हि अच्छा लिख रहे है।

स्टोरी ओभर अल बहुत अच्छी है। हँसि मजाक है और इमोसनल भी है, हर एपिसोड मे आँशु निकलते हैं।

इस सबके बावजुद कुछ खामिया भी है।

सबसे पहला बलदेब राय का नाम। अमितके किसी भी रिस्तेदार ने इस सहरमे बलदेव राय क नाम नही सुना, जबकि वो बहुत बडी तोप है। खैर छोडो नाम सुन होगा , लेकिन अपनी बेटियो कि फ्रेन्ड ,बलदेव राय कि बेटी है , ये पता नहीं। यार जो बच्चे घर आते है, उनसे पुछा जाता है बेटा आपके डैड कौन है क्या करते है वगैरह वगैरह, लेकिन नाम क जिक्र नही आया । रजनी मौशी नही जानती थि निधि देश के जिस सबसे बडी कम्पनि मे काम करती थि उसका मालिक कौन है. हाइवे कि किसी होटल मे बलदेब राय और नारायण दास क पोस्टर लागि हुवा होता है लेकिन उसके अफिसमे नही, होता तोह रजनी को दिख जाति।

शीना के अपने जन्मदिन पर, जीस सख्स ने पार्टी राखी, वोह भी इतनी फेमस जगह, उसका नाम नही पता।

दुसरा अमित खुद

जो बन्दा ८०% लाकर पास होता है वोह भी गांव से और जो किताबी किडा भी नही है , उसका इन्टेलिजेन्स लेभेल ४०% वाला बन्दे से भी कम है। लेकिन किसी किसी जगह वो १००% वाला काम करता है जैसे मंजरिके चाचा के वारेमें उसको शक् होता है।
येह एक अल्फा मेल टाइप का बन्दा है, लेकिन लड़की बहुत कम है, काम करने कि लिए।
करिश्मा जब गांव आती है अमित से माफी माग्ने, तब भी वोह माफ नही करता।

जो भी हो दुसरे राइटर जैसे अपना हिरो बात बात पर हेंग नहीहोता।

तिसरा
कारवा चौथ मे शालु के लिए कुछ भी नही हुवा, मतलब उसने अमित के लिये लम्बि उमर कि दुवा नही की।

यार जब लिखाने बैठा था हजारो बाते थि कहानेके लिये और उनमे अच्छी बाते ज्यादा, लेकिन जब लिखना सस्टार्ट किया याद कुछ भी नही रहा।

एक और चिज जब ऋतु का क्यारेक्टर सुरुमे आय था किसिने कमेन्ट मे लिखा था कि वोह बिराज कि बहन है. लेकिन मैने तोह स्टार्ट हि १० दिन पहले कि थि पर ये क्यारेक्टर क जिक्र कहिँ नही हुआ था।

जो भी हो ओभर अल खामी से ज्यादा खासियत है कहानी मे।

लेकिन साला हम लोगोका एक हफ्ता बित जाता है, पर कहानी मे सिर्फ एक दिन वितता है, यार हम लोगोका २ साल गुजर गया (मेरा सिर्फ १० दिन) हिरो क सिर्फ ६ महिने. कुछ दया करो भाइ जैसा अमित का लण्ड है बैस हि पेन से लिखो, जिससे हमको भी लागे कि राइटर के पास 'जादुइ छडी' है और वोह बहुत लम्बि चल्ती है.
Ab kya kahun bhai , bas itna hi keh sakta hun k main koi writer nahi yar . Ek reader hi hun aur man kiya to likhne baith gya . Galtiyan to bahut hain aur hongi bhi. Pata nahi tha na k likhna kaise hai aur kis kis bat ka pehle se dhyan rakhna hai . Jaise taise kar k bardasht kar lo yar nadan jaan kar. Dobara galati nahi karunga aise koi mathapacchi karne ki .
 

Raja chouhan

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yaar ye damini pawan (DP) Group of companies naam abhi tak aaya ki nahi. i am at episode 193 now. Aur Dr Rina ne jab Divya ko dekha tha job wo behos ho gayi thi aur amit usko lekar aaya tha, us waqt Dr Rina ko Damini ki yaad nahi aai.
Damini k bare me sheena rina Rima monty ye log na k barabar jante hain . Vajah ek hi hai , unke baap jaydad hadapne k liye pawan aur damini ka namonishan tak mita chuke hain.
 
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