ghretmai na utha lata kahin se bhi ab
ghret
वो आये हमारी कब्र पर और दीया बुझा कर चल दिए…
निशां तो मिटा ही दिया था, रूह को भी रुला कर चल दिए
वो आये हमारी कब्र पर और दीया बुझा कर चल दिए…
निशां तो मिटा ही दिया था, रूह को भी रुला कर चल दिए
ab ju likho
je sab chori ka hai mera nahi hai
satya vachanje sab chori ka hai mera nahi hai