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Mera shayri ka thread

lone_hunterr

Titanus Ghidorah
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केशव बोले, "हे पार्थ,
महा सर्वनाश आने को है, घनघोर प्रलय चने को है,
कसकर गांडीव थम लो, फिर से प्रत्यंचा जाँच लो,
अब हर व्यूह चक्रव्यूह सा होगा क्यूंकि ,कौरव सेनापति अब कर्ण होगा।"

बन सेनापति, जब कर्ण महासमर में आया,
ऐसा लगा, मनो यमराज ने स्वयं कमान संभाला हो
मृत्यु तांडव करते, खुद युद्ध की आहुति लेने आयी हो
रथ पर सजकर, स्वयं महाकाली खप्पर भरने आयी हो

कर्ण पे शक्तिहीन हो रहे बाणो से, पार्थ हताश हुआ,
उससे भी, तनिक देर मृत्यु के भय का अहसास हुआ
कृष्ण बोले - "उसका तेज़ कवच-कुण्डल नहीं, उसकी भुजाओ का बल है
कुछ तीरों की मार, तो उसकी प्रचंड प्रतिज्ञाओं का फल है"
आज का युद्ध सचमुच विकट तो है, क्यूंकि कर्ण बना हुआ मृत्युंजय जो है।।
 

Akki ❸❸❸

ᴾʀᴏᴜᴅ ᵀᴏ ᴮᴇ ᴴᴀʀʏᴀɴᴠɪ
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केशव बोले, "हे पार्थ,
महा सर्वनाश आने को है, घनघोर प्रलय चने को है,
कसकर गांडीव थम लो, फिर से प्रत्यंचा जाँच लो,
अब हर व्यूह चक्रव्यूह सा होगा क्यूंकि ,कौरव सेनापति अब कर्ण होगा।"

बन सेनापति, जब कर्ण महासमर में आया,
ऐसा लगा, मनो यमराज ने स्वयं कमान संभाला हो
मृत्यु तांडव करते, खुद युद्ध की आहुति लेने आयी हो
रथ पर सजकर, स्वयं महाकाली खप्पर भरने आयी हो

कर्ण पे शक्तिहीन हो रहे बाणो से, पार्थ हताश हुआ,
उससे भी, तनिक देर मृत्यु के भय का अहसास हुआ
कृष्ण बोले - "उसका तेज़ कवच-कुण्डल नहीं, उसकी भुजाओ का बल है
कुछ तीरों की मार, तो उसकी प्रचंड प्रतिज्ञाओं का फल है"
आज का युद्ध सचमुच विकट तो है, क्यूंकि कर्ण बना हुआ मृत्युंजय जो है।।
Kya baat h bhai lazwaab
 

Rahul

Kingkong
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मुद्दतें गुजरी और तेरी याद ही ना आयी,
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं।
 

Rahul

Kingkong
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कुछ आँसू होते हैं जो बहते नहीं,
लोग अपने प्यार के बिना रहते नहीं,
हम जानते हैं आपको भी आती है हमारी याद,
पर जाने क्यों आप हमसे कहते नहीं।
 

Rahul

Kingkong
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जमाना कितना संग दिल हे ,ये हम जानते हे
कहते हे सितम किसको ये हम जानते हे
फिर तेरी याद आई हे मुझ को सताने के लिए
क्या होता हे दर्द गम, सनम हम जानते हे


हमने अब मरने की रसम छोड दी
तुमने भी बात निभाने की चलन छोड़ दिया
आज फिर याद आई हे तुमहारी
सनम हमने अपनोँ को बुलाने की कसम तोड दी


चांद सितारोँ को भी हमसे शिकायत रहती हे
इन बहारो को भी हमसे शिकायत रहती हे
हम तेरी यादोँ को ही सबसे खूबसूरत कहते हे
इसलिए इन नजरो को भी हमसे शिकायत रहती हे


हमने खुद ही अपने रास्ते को मोड़ लिया
केसे सहते हम जाना तेरी रुसवाई
अकेले मेँ बेठ कर हम आसू बहा रहे थे कि
दिल को समझाने के लिए फिर तेरी याद आई


केसे भुलेगा मुझे वो tumhara मुस्कुराना
बात ही बात मेँ सनम tumhara रुठ जाना
दिल के हर कोने मेँ अब भी नजर आती हे मुझे
फिर तेरी याद आई देख हो गया खुद से बेगाना


ठंडी पवन के झोंके दिल मेँ आग लगा रहें हे
सुनो ये भोरे तुमहारी याद मेँ गुनगुना रहे हे
लोगोँ ने मुझे यु तो दीवाना नाम दिया हे
फिर तेरी याद आई हे ओर हम दुनिया छोड़ के जा रहे हैं


तुम तो हमेँ अकेला छोड़ कर चले गए
जानेजा तुम तो मुह मोड़कर चले गए
यु तो बहुत उदासियों में जी रहे थे हम
तेरी याद चली आई ओर हम खुश हो गए


शाम थी तंहा तंहा रात थी उदास
आसू धीरे धीरे बहकर आगए होठो के पास
कितनी मुश्किल मेँ था मेँ केसे बताऊँ तुमको
फिर याद आई फेरी और दिल नासद हो गया


हम तो चलते रहे इश्क की राहो पे
तुम से ही दोस्ती निभाई भी न गई
तेरी यादो ने बहुत कुछ बताया हम को
हमसे तुम्हे वो कहानी सुनाई न गई


अपनी आंखोँ मेँ बसा रखा हे
तुमको इस दिल मेँ छुपा रखा हे
फिर आ गई हे याद तुमहारी
हमने इनको अपनी ग़ज़लो मेँ सजा रखा हे।


आज फिर से तेरी याद आने लगी हे
रह रह के मुझ को सताने लगी हे
जरा देर ठहरो चले जाना तुम
अब देखो मेरी जान जाने लगी हे


एक वो बाहो मे आके मेरे तेरा मचलना
वो बलखाके तेरा गिरना ओर संभलना
फिर याद आई हे मुझको तेरी सनम
वो पल पल मेँ तेरा तेवर बदलना


बीत गई हे रात सुहानी चंदा भी अब सो गया
चलते चलते प्यार के रास्ते पर दिल कही खो गया
ये दुनिया केसे समझेगी केसे बनता दिल का अफसाना
फिर याद आई तेरी यह दिल दीवाना हो गया


ये मोसम बदलता हे तो बदलते रहे
बर्फ बन कर ये दिल भी पिघलता रहे
फिर याद आई हे तेरी सनम
प्यार का सिलसिला यूँ ही चलता रहे


तेरे प्यार की तमन्ना लिए जा रहा हूँ मे
देख ले मुझको मेरे महबूब अब भी मुस्कुरा रहा हूँ मेँ
तू मिले न मिले मुझे अब इस बात का गम नहीँ
बस तेरी यादो के सहारे ही जिए जा रहा हूँ मेँ


ये चांद सितारे मायूस हे सूरज ने चमकना छोड दिया
जबसे तुमने प्यार की राहो से अपना रिश्ता तोड दिया
तेरी मेरी प्यार की बगिया को ना जाने किसकी नजर लगी
फिर याद तुमहारी आई दिल ने गम से रिश्ता जोड लिया


वो सावन के दिन की घटाएँ सुहानी
वो कागज की कश्ती वो बारिश का पानी
फिर आज आई तेरी याद
मुझको वो चाँद सा मुखडा वो कातिल जवानी


आज मेरे लिए आसमान से कोई पयाम आ रहा हे
किसी के शोख लब से मेरे लिए सलाम आरहा हे
न जाने क्यूँ ये चांद सितारे मुझे फीके लग रहे हे
आज तंहाई मेँ सनम मुझको फिर याद आ रहा हे


अपने माथे पर सजा कर लाल बिंदिया
तुमने उड़ा दी सनम मेरी निंदिया
आज फिर तेरी याद आई हे दोस्त
तुमने तो मुझे याद करना भी छोड दिया


ये दर्द का उभरना ये आलम ए तंहाई
ये टूटना मेरे हसीन ख्वाब का वो तेरी बेवफाई
दिल मेँ एक हुक सी उठी हे ए दोस्त
आज इस दिल को फिर तेरी याद आई
 

lone_hunterr

Titanus Ghidorah
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माहोल शराबी बनाया जा रहा, जाम इश्क़ का घोला जा रहा :beer:
मैं तो इस गली से कभी गुजरा ही नहीं, मेरा तो बस नाम उछाला जा रहा
 
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