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Incest Mere Jindagi ki Vo Dastaye

AnkitBhai

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हेल्लो आप सब को मेरा नमसकार।
मेरा नाम अंकित है और यह मेरी पहली कहानी है।
बोहोत कहानियां पढ़ी है तो सोचो कुछ लिख भी लू।
यह कहानी मेरे और मेरे बहनों के ऊपर है।
कुछ सत्य है कुछ कल्प ना है |
मै आशा करता हूं कि आपको कहानी पसंद आयेगी।


और है यह कहानी थोडि स्लो है तो माफ़ कीजिएगा।


Character's


कहानी में किरदार तो बोहोत है मगर जिनसे
शुरुवात होने वाली वो पहले बता देता हूं।
बाकी कहानी मै आपको आगे पता चलतेही जाएंगे।




मेरा Parivar


अंकित (में)[lead]: अभी 12थ पास की है और 1 साल का ड्रॉप लिया है photography के लिए।


नीता (मेरी मा)


श्रृष्टि ( मेरी बड़ी बहन )


राघव (मेरे पिता जी गुजर गए है)


राउत परिवार


मेरे दूर के दीदी का का परिवार


वंदना (मेरी दीदी): कार showroom me काम करती है अकेले ही घर का खर्चा चलती है ।
उम्र में तो मुझसे दुगनी उम्र की है पर रिश्ते में दीदी लगती है।


राहुल ( वंदना का पति ) : पता नहीं बोहोत सारा कर्ज़ा लेके अपने बीवी बच्चे को छोड़कर भाग गया है अभी तक नहीं मिला।


गोलू ( वंदना का बेटा ) : नाम याद नहीं सब इसे बचपन से गोलू ही बुलाते है: मुझसे दो साल तीन साल छोटा है। दिन भर TikTok - TikTok करता रहता है।


टीना (वंदना की बेटी ) : देखने बोहोत ही सेक्सी है । हाइट थोड़ी काम है । मेरे ही उम्र कि है, दो महीने बढ़ी तब भी हमारा रिश्ता मामा - भांजी का है |


Other

अजय ( मेरे गवका पुराना दोस्त ) : १० वी के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी : ऐसेही आवारा घूमता रहतa hai ।
__________________________________________________
 

AnkitBhai

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1
update




हमारा शहर इतना बड़ा नहीं था छोटा सही था ।
हम किरायासे रहते थे।



अभी अभी रिजल्ट लगा हता और 1 साल ड्रॉप कर दिया था । सो
यही ऐसेही यह वह घुमके तस्वीर हिचता रह रहा था।



एक दिन घरपे लेता हुआ था कि मा ने कहा।



मम्मी : ओ कल जल्दी उठना।
मै - किसलिए
मम्मी : अरे 2 दिन बाद तेरे बड़े पापा के बेटे कि शादी है वो सा*****र वाले गाव के भैया की
मै - अरे तो ऐसा बोलना के शेखर भैया की शादी है।
और उनको किस पागल ने पसंद कर लिया।
मम्मी: शादी के दिन टूजी जाके पूछ लेना।
मै - अरे मम्मी शादी तो 2 दिन बाद है फिर कल ही क्यों जाना है।
मम्मी : तेरे पाप के बड़े भाई का लड़का है। जल्दी में भी तो जाना ही पड़ेगा ।
थोड़ी मदद भी तो करने पढ़ेगी न।
मै - ओके




दूसरा दिन




मै सुबह 4 बजे ही उठ गया था और तैयार हो गया था।
जब भी कहीं घूमने जाना हो तो आंख जल्दी खुल जाती है।


और फिर हम निकल गए ।


3 घंटे बाद जब हम वह पे पहुंचे । वो गाव में रहते थे गाव तो गाव था ।
हम घर की तरफ जा रहे तो लोग मेरे बहन और मा को घुर रहे थे



उनका घर बोहोत ही छोटा था 2 बड़े रूम था और आंगन बोहोत बड़ा था ।
और घर से लग कर उनके बड़े बेटे सुरेश एक 2 रूम का खुदका मकान बांधा था।



जब हम वह पहुंचे तो बोहोत ही जोरो शोरो से शादी की तैयारी चल रही थी ।
और वह पे बोहोत सारे मेहमान थे लगता है आज ही आए थे।
फिर वह से आवाज आयी ' अरे नीता तुम आ गई, कैसा रहा सफर '


मम्मी : अरे कुछ नहीं।
बड़ी मम्मी ( रेशमा शेखर भैया की मा ) : तुम तोह बोहोत बड़े हो गए हो अंकित।
मै : अरे नहीं में तो उतना ही जितना था।


फिर मम्मी और बड़ी मम्मी बाते करते करते कामो में लग गए।



मुझे पीछे से पीठ मारा ' और बोला कब आया '
मैंने पीछे मुधके देखा तो मेरे दादी के गाव में रहने वाला मेरे बचपन
का दोस्त था अजय



अजय : मेरे उम्र का है १०थ ड्रॉप करके खेतो मे काम करता है और पैसे उड़ात रहता है।



मै : अरे अजय तू, यह कैसे ।
अजय : तू जिसके लिए आया है में उसी को लिए आया हूं।
मै : पर शादी तो परसों है । और तू रहेगा कहा।
अजय : अरे कुछ नहीं में कल ही आ गया था ,
यह मेरे चाची का घर में वही रहूंगा।
तू और बता क्या चल रहा है फिर



फिर हम लोग बाते करने लगे और 4 5 बजे होंगे हम गाव घुमके और थे।
फिर हम उसके चाची के घर जा रहे थे मुझे किसी ने मुझे आवाज दी ' मामा'



मैंने पीछे मुधकर देखा तो एक हाइट में चोटी में कंधे जितनी लड़की।
वंदना दीदी की साथ बस स्टॉप से आ रहे थे ।



मै ( मन में ) y एह को है बे , जो भी बोहोत सेक्सी थी , मुझे लगा अजय के रिश्तेदार होगे ।




मै : अजय को है बे यह
अजय : अबे पहचाना नहीं ।
मै : अरे नहीं बताना को है।
उस लड़की ने कहा ' क्या मामा मुझे पहचाना नहीं '




फिर वंदन दीदी बोली
वंदना: बोहोत साल हो गए तुम लोग मिले नहीं इसलिए उसने
पहचान नहीं होगा। अरे अंकित यह टीना है अपनी ।




मै : अरे वो वाली टीना जो दो चुटिया बना के । उल्लू के तरह
चश्मा पहनके काजू लेके स्कूल जाती थी- इ u ' Tina ने सुन मुझे चुटकी काटी '




टीना : में आगे जा रही हूं मम्मी ,( फूला हुआ मुंह बना कर चली गई)




और फिर वंदन दीदी के साथ बाते करते हम घर आ गए रात हो गई थी ।
ज्यादातर बच्चो ने तो खाना खा लिया था, हमने भी खाना खा लिया था।


शेखर भैया गाड़ी का और बाकी इंतेज़ाम करके घर आए थे हम
ने उनके साथ थोड़ी बाते करने लगे ।

और छत पर चले गए ।

शेखर : और अंकित कोई जीएफ है कि नहीं
मै : क्या भाई आपके तरह किस्मत थोड़ी है जो जीएफ मिल जाएगी।
अपनी तो बात करने में भी फटली है।
शेखर : क्या फत्तू है बे तू। और तू अजय , क्या कर रहा है आज कल ।
है क्या कोई या तू भी अंकित की तरह है।
अजय : अरे नहीं भैया वो गांव के सुनीता भाबी के साथ चलरहा
है : बोहोत कड़क maal है, में इस अंकित की तरह वर्जिन थोड़ी ना हूं ।
शेखर : अरे कुछ बात नहीं अंकित यह लिए फ्रुट बीयर पी । और
जगा अपने जोश को मेरे बोहोत सेक्सी सलिया है 2 नो के दोनों किसको
पटाले शादी में।
मै : अरे नहीं भैया ने नहीं पीता बीयर ,
अजय : अरे बताओ शेखर भैया इसको ये शराब नहीं है सिर्फ़ जूस है फल का ।
और उन्होंने मुझेे जबरदस्ती पीला दी।


साढ़े 9 बाज चुके थे मुझे थोड़ा नींद लग रही थी
नीचे अके देखा तो सब अभी बाते। ही कर रहे थे।
तो के उनके घर के अंदर आ गया पहले रूम मै बोहोत सरी औरते बैठी
थी तो मै अंदर वाले रूम मे चला गया । * खाना बना ना सब बाहर ही था *


वह पे एक बाज ( चारपाई) पढ़ी थी नीचे गद्दे रखे थे । और वह पे कोई नहीं था
तो मैंने सोचा कि पहला रूम लेडीज को दिया होगा और दूसरा रूम मर्दों को
*दो रूम का घर था पर रूम बढ़े थे ,एक रूम में १४-१५ लोग सो सकते थे।
वह कोई नहीं था तो मै चारपाई पे ऐसेही लेट गया।
और कब अख लग गई पता ही नहीं चला।


' थोड़ी थोड़ी सासो की आवाज आ रही थी, और
मुझे थोड़ी ठंड भी महसूस हो रही थी , तोह में उठरहा था।
जैसे ही मेरी आंखे खोली तो , मर तो दंग रह गया मेरी भांजी
टीना मेरे बाजू में एक दम चिपकाकर मेरे तरह मुंह कर कर सोई
हुई थी, मेरा एक हाथ थोड़ा आगे था तोह। उसकी चूचियां मेरे हटो को
छू रहीं थीं , मेरे Lund यह देख कर ही सलामी दे रहा था ,
तो मैंने ऐसेही दूसरे हाथ की घड़ी देखी तो डेढ़ बज चुका था ,


* माहौल कुछ ऐसा था कि, के रूम जहा पे सिर्फ औरते सोही है,
लोग ज्यादा थे तो सब चिप क चपकर सो रहे थे, मेभी उनके साथ जमीन
पे गद्दे पर ही था ( पता नहीं कि मा****d ne gira diya aur khud so gai)
और मेरी ही उम्र की भंजी मेरे साथ। चिपककर सो रही थी *


update का इंतेज़ार करे,
 
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AnkitBhai

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* माहौल कुछ ऐसा था कि, के रूम जहा पे सिर्फ औरते सोही है,
लोग ज्यादा थे तो सब चिप क चपकर सो रहे थे, मेभी उनके साथ जमीन
पे गद्दे पर ही था ( पता नहीं कि मा****d ne gira diya aur khud so gai)
और मेरी ही उम्र की भांजी मेरे साथ। चिपककर सो रही थी *


अब आगे ..

ठंडी थी, उपर से में नीचे सो रहा था। मेरे ऊपर कम्बल नहीं था।
और टीना एकदम चिपक के मुझे सो रही थी ।
उसने कम्बल ले रखा था । उसके चूचियां मेरे हाथो को छू रही थी। ऐसी सिचुएशन में मेरे सैनिक ने सलामी देना चालू कर दिया था । मेरा रॉकेट उसकी जांघो को छू रहा था। ठंड बोहोत थी । तो मैंने टीना का ब्लैंकेट ले लिया। अब हम एक ही ब्लैंकेट में थे।
मैने सोचा अंकित इस से बेहतर मौका नहीं मिलेगा कभी । थोड़ा आगे बढ़ और घुसा दे। लेकिन हिम्मत नहीं हो रही थी,
पर भी मैने अपना हाथ से उसकी चूचियां दबाने लगा।
मेरे बदन मै एक करंट सा दौड़ गया एक दम नरम नरम
चूचियां थी उसकी । उसकी और से कोई रिएक्शन नहीं आया तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई कि आधी रात
हो चुकी है सब सो रहे होंगे । तो मैने थोड़ी और हिम्मत करके
उसके उसके निप्पल को दबाने लगा एक दम कड़क हो चुके थे उसके मैंने सोचा कहीं यह जगी तोह नहीं है, इस लिए थोड़ी
देर के लिए रुख गया, उसका चेहरा एक दम मेरी तरह था सौ हुई थी तोह में थोड़ा ऊपर होने लगा, इसकी वजह से मेरा lund एकदम उसके चू त को चुने लगा, अब मेरा डर चला गया था तो ने जोरो से उसकी चूचियां दबाने लगा, अचानक से मेरे lund पे किसीने हाथ रख गया मेरी फट चुकी थी कि किसका है, कहीं
टीना जाग ती नहीं गई । मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी आखे
खोलने की । फिर वो हात धीरे धीरे पैंट के ऊपर से ही मेरे
Lund को सहला रहा था । तो इस वजह से मैंने अखे खोलीतो टीना की आंखे बंद थी पर हात उसका ही था। मैंने सोचा कि ये
गर्म तो नहीं हो गई, फिर में भी आगे बढ़ा और अपना हाथ
को नीचे करके सलवार के ऊपर से ही उसके चू त को रगड़ने
लगा, टीना जोर जोर से सांसें ले रही थी, उनकी गर्माहट मेरे
गले पर महसूस हो रही थी, और उसकी चू त भी थोड़ी थोड़ी
गीली होने लगी थी। तभी हमारे ऊपर किसीने अपना हाथ रख
दिया । मेरी और टीना की दोनो की फट गई । हम लोग एक
मूर्ति की तरह थंब गए । मैंने सिर बाहर करने देखा तो वो और
कोई नहीं वंदना दीदी थी । जो टीना के बाजू में सो रही थी।
टीना ने अपना हात हटा लिया था तो मैंने अपना भी हटा लिया
था और में फिर सिसेही सी गया।

अगले दिन

सुबह हो चुकी थी मर, चार बज रहे थे मेरे गाड़ी का वाइब्रेंट अलार्म
बज रहा था। मैंने सोचा था कि सुबह उठकर तस्वीर खिचने जाऊंगा । मै उठा और दीदी का हाथ अभी भी टीना के ऊपर थातो मैंने उन्हें ऐसेहि सोने दिया, और बाहर आ गया ।
बाहर ठंड थी थोड़ा कोहरा भी था।
' अरे उठ गया तू '

मै : जी बड़े पापा
बड़े पाप : इतनी जल्दी उठ गया, अरे सोजा यही तो दिन है सोने
के । फिर बाद में तो बीवी सोने ही नहीं देगी।
मै : अरे नहीं बड़े पापा वो मुझे गांव के पर्यावरण और पक्षी
वो की तस्वीर लेंज थी इस लिए इतनी सुबह सुबह उठ गया ।
फिर मैंने अपना मु धी लिया । और सुबह
सुबह तस्वीर निकाल ने निकाल गया। और डेढ़ घंटे बाद मै वापस आ गया।

थोड़ी देर बाद सब उठाने लगे । मै ऊपर छत पर अपने ब्लॉग
पे फोटोज अपलोड कर रहा था। और फिर अजय आ गया।

अजय : क्या फिर कैसी गई महाराज आपकी नींद आमो के
बीच में।
मै : मतलब ?
अजय : अरे इतने आमो के बीच में तो सो रहे थे।
मै - अबे तेरेको कैसे पता
अजय : अरे तू कहीं मिल नहीं रहा था तो म तुझे देखने चला
आया तो वह अकेले चारपाई पे सो रहे थे, तो मैंने सोचा कि
तेरे साथ थोड़ी मस्ती करता हूं और तुझे नीचे सुला दिया,
तोह फिर कैसे लगा ।
मै : वो तो तू है वो कमिना जिसने मुझे गिरा दिया,
और हम बातें करने लगे फिर हमें नाश्ते के लिए बुलाया लिया

सब उठ चुके थे । टीना भी उठ चुकी थी और वो भी हमारे सामने
नाश्ता कर रही थी, वो मेरे तरफ चुपके चुपके देख रही थी,
मैंने सोचा कहीं यह घुस्सा तो नहीं है, कहीं किसीको बता तोह
देगी, और फिर मेरे दिन ने कहा,

श्रृष्टि : है अंकित चल ना गव घुमके आते है और फोटोज भी
कुछ लेंगे, मुझे पोस्ट करनी सोशल मीडिया पे,
अजय: अरे किव नहीं दीदी चलो, टीना गोलू तुम भी चलो और
हम नस्ता करने के बाद घूमने चले गए, हमने बोहोत सरी तस्वीरे
भी खीची । घूमते घूमते हम गांव के स्कूल में आ गए Sunday था तो छुट्टी तो और वह पे बच्चे खेल रहे थे। मै जाके शुले पर बैठ गया,

वह से एक बच्चा हमारे तरफ आने लगा और बोला

' भैया भैया ' हमारे साथ खेली छुपन छुपाई।
मेरी दीदी ने कहा अरे चलो ना खेलते है, वैसे भी हम कभी
मौका नहीं मिलता । और हम खेलने लगे। अजय को अब हमे
धुंडना था तोह मै चूपने के लिए स्कूल के पीछे वाले टॉयलेट
मै घूस गया मुझे अजय की आवाज आ रही थी सो में दीवार
से चिपक गया । और बाहर से टीना अनार भाग कर दीवार से
छिपना चाहती थी मगर दीवार से में था तोह था तोह वो
जल्दी जल्दी में मुझे ही चिपक के खड़ी हो गई । टॉयलेट
छोटा था उसकी गांड़ ने जैसी ही मेरे lund को छुआ मेरा
Lund खड़ा हो गया और उसके दरार मै धसने लगा ,
बाहर किसिकी पैरो को आवाज आ रही थी तो वो मुझे कुछ
ज्यादा ही चिपक गई, वो जितना चिपकती उतना मेरा lund
उसके गांड़ म घुसता चला जाता, उसने हाथ पीछे करके मेरे
Lun को पकड़ लिया औरवो पीछे पलट गई और अपना
मुंह मेरे तरफ कर लिया और आंखे बंद कर दी । मुझे
आगा की किस तो करने को नहीं कह रही । तो मैंने अपने
हॉट उसके पर रख दिए और उसे किस करने लगा,
वो मेरे लन्ड को पैंट के ऊपर से ही सहला रही थी।
हमर किस चल ही रहा था कि फोन की घंटी बज गई
और हम अलग हो गए।

मैने देखा तो बड़ी मम्मी का फोन था,

मै: जी बोलिए बढ़ी मम्मी
बड़ी मम्मी : अरे बेटा वो सब अपने शादी के काम
मै लगे है तोह कुछ सामान लाना था तोह क्या तू
अजय के साथ जा सकता है गाड़ी पे, इनको गाड़ी
चलानी नहीं आती नहीं तो इन्हे ही भेज देती,

मैं ना करते हुए भी मुझे अजय को लेके जाना था।
सोच रहा किस्मत बड़ी कुत्ती चीज है, सला कुछ नहीं
मिलता इसमें,

बाज़ार शहर में था हम शाम ही गई आते आते,

हमने आके पहले तो खाना खाया,
(मनमे सोचते हुए) क्या साला इतने मुश्किल से तोह मौका मिला
था ओह भी चला गया, चलो कुछ नहीं आज रतको फिरसे वहीं
सोऊंगा और तो फिर मजे है मजे,

मैंने देखा कि टीना और मेरी बहने बकि ओक साथ
मेहनी बना रही है ।

रात हो चुकी थी कल शादी थी तो आज हल्दी चालू थी
सबने खाना खा लिया था dj चल रहा था सब नाच रहे थे ।

मैने सोचा 11 तो बज चुके जा के पहले ही सो जाता हूं ,
कहीं बाद म प्रॉब्लम ना हो जाए, तभी मेरे मम्मी ने कहा,

मम्मी : अरे बेटा यह मत सो, आज बोहोत सारे जन आए है
मर्द लोग ही सब पड़ोसी ओ के घर पे सोने जा रहे है,
तू भी अजय के चाची के घर जाके सो जा,

अब कोई चारा नहीं था तो उसके है घर जाना पढ़ा।
साला किस्मत ही खराब है बे,

और फिर हम उसके चाची के घर चले गए।

उसकी चाची तो देखकर मेरा साप तो फड़फड़ाने लगा,
वो मस्त गोरी चिकनी पेट, वो जवानी भरा शरीर,
क्या मस्त बड़े बड़े वो आम और वो गांड़ , लगा कि जाके
अभी पहाड़ दू इसकी,

मै म: कीजिए गए आपको परेशानी के लिए
अंजलि ( अजय की चाची ) : अरे बेटा परेशानी कैसे तुम तो मेरे बेटे जैसे ही हो, और राजू( अंजलि का पति ) तो
रातको खेती में हज जाता है,

मै अजय के साथ सो गया हॉल में , रात हुई मेरा गला सूख
रहा तो मै उठ गया देखा तो अजय वह पे नहीं था,

और मुझे एक जोर की चिक चुनाव दू मैने जल्दी जाके
देखा तो, अजय पलंग पे नंगा लेटा हुआ था और
उसके ऊपर चाची नंगी उसके lund पर कूद रही थी
और सिसकारियां लिए रही थी, मेरा lund खड़ा हो गया
था तो मै उसे बाहर निकलकर हिलाने लगा,

चाची : अरे अजय तेरे उस दोस्त का तो तुझ से भी बड़ा
Lund दिख रहा था, उस को बुला लेते दो नो एकही
साथ खा जाती,

मैंने यह सुनते ही कमरे में चला गया,

वो मुझे चौकते हुए देख रहे थे,

क्या होगा अब :
आगे के अपडेट में देखेंगे।
see you in next update
 
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tpk

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Rocky2602

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Siraj Patel

The name is enough
Staff member
Sr. Moderator
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354
Hello Everyone :hello:

We are Happy to present to you The annual story contest of Xforum "The Ultimate Story Contest" (USC).

Jaisa ki aap sabko maalum hai abhi pichle hafte he humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time Pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit chat thread toh pehle se he Hind section mein khulla hai.

Iske baare Mein thoda aapko btaadun ye ek short story contest hai jisme aap kissi bhi prefix ki short story post kar shaktey ho jo minimum 700 words and maximum 7000 words takk ho shakti hai. Isliye main aapko invitation deta hun ki aap Iss contest Mein apne khayaalon ko shabdon kaa Rupp dekar isme apni stories daalein jisko pura Xforum dekhega ye ek bahot acha kadam hoga aapke or aapki stories k liye kyunki USC Ki stories ko pure Xforum k readers read kartey hain.. Or jo readers likhna nahi caahtey woh bhi Iss contest Mein participate kar shaktey hain "Best Readers Award" k liye aapko bus karna ye hoga ki contest Mein posted stories ko read karke unke Uppar apne views dene honge.

Winning Writer's ko well deserved Awards milenge, uske aalwa aapko apna thread apne section mein sticky karne kaa mouka bhi milega Taaki aapka thread top par rahe uss dauraan. Isliye aapsab k liye ye ek behtareen mouka hai Xforum k sabhi readers k Uppar apni chaap chhodne ka or apni reach badhaane kaa.

Entry thread 7th February ko open hoga matlab aap 7 February se story daalna suru kar shaktey hain or woh thread 21st February takk open rahega Iss dauraan aap apni story daal shakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna suru kardein toh aapke liye better rahega.

Koi bhi issue ho toh aap kissi bhi staff member ko Message kar shaktey hain..


Rules Check karne k liye Iss thread kaa use karein :- Rules And Queries Thread.

Contest k regarding Chit chat karne k liye Iss thread kaa use karein :- Chit Chat Thread.


Regards : XForum Staff.
 
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