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Romance Meri Adhuri Kahani - Short Story [completed]

Qaatil

Embrace The Magic Within
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Ab kya hi kahu Moon Light ji, behadd hi shandar story :applause:
"pyaar" kitna chota sa shabd he, lekin iske piche kitna dukh, kitna dard chupa hua he, ye to sirf Rahul jese kuch log hi samajh sakte he jo bina kisi matlab ke kisi ko apne dilo jaan se chahte ho.
"Meri Rooh ko thes pahochi he" humeshaa suna he, aaj is kahani dwara dekh bhi liya.
akhir me ek baat hi kahunga,


"Rahul ne dil se, par Naina ne sirf sahuliyat se pyaar kiya,

sukoon ka wo ashiyana bewafayi ki aag me jalaya....
swarth khatam hote hi,
usne shabd jaal bichaya,
usme Rahul ko fasaya.
Rahul ke pyaar ka wo ghosla,
uski Feelings or Efforts ka

wo ghar jalaya....."

 

Moon Light

Prime
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Ab kya hi kahu Moon Light ji, behadd hi shandar story :applause:
"pyaar" kitna chota sa shabd he, lekin iske piche kitna dukh, kitna dard chupa hua he, ye to sirf Rahul jese kuch log hi samajh sakte he jo bina kisi matlab ke kisi ko apne dilo jaan se chahte ho.
"Meri Rooh ko thes pahochi he" humeshaa suna he, aaj is kahani dwara dekh bhi liya.
akhir me ek baat hi kahunga,


"Rahul ne dil se, par Naina ne sirf sahuliyat se pyaar kiya,

sukoon ka wo ashiyana bewafayi ki aag me jalaya....
swarth khatam hote hi,
usne shabd jaal bichaya,
usme Rahul ko fasaya.
Rahul ke pyaar ka wo ghosla,
uski Feelings or Efforts ka

wo ghar jalaya....."


Pyar Me Insan Ko Andha Nahi Honaa Chahiye,
Bs Yahi Bataya Maine Is Short Story Me
:thanks:
 
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कल २६ जनवरी है तो फुल आराम...नो मोबाइल...नो रीडिंग...नो आंखों पर ज़ोर ।
पर परसों जरूर पढूंगा ।
 

kamdev99008

FoX - Federation of Xossipians
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bahut khoob......
prerak katha.....

और भी गम हैं जमाने मे....मोहब्बत के सिवा
 

Moon Light

Prime
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bahut khoob......
prerak katha.....

और भी गम हैं जमाने मे....मोहब्बत के सिवा
शुक्रिया...!!!
सही बात है एकदम..
मोहब्बत प्यार प्रेम सब कीजिये पर अपना होश और संतुलन न खोने पाए.
 
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★★ मेरी अधूरी कहानी ★★

Time - Day
Location - Sea beach​

राहुल बीच के किनारे एक पहाड़ी पर बैठा हुआ कुछ सोच रहा था । तभी उसे दूर से गाड़ी के हॉर्न की आवाज आती है और वो अपने ख्यालों से निकल कर उस तरफ देखने लगता है । सामने गाड़ीे का गेट खुलता है और उसमें से उसे नैना बाहर आती हुई दिखती है ।

राहुल दूर से नैना को आवाज लगाता है - नैना.... नैना... मैं यंहा हूँ ।

नैना अब तक गाड़ी से बाहर आ चुकी थी और वो आवाज को सुनकर राहुल की तरफ चलने लगती है

राहुल उसे ऊपर पहाड़ी पर आने के लिए कहता है और नैना का हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ खींच कर पहाड़ी पर बिठा लेता है ।

दोनों अब एक दूसरे के करीब बैठे थे पर कुछ बोल नही रहे थे । दोनो एक दम शांत हुए कभी सामने देखते कभी एक दूसरे को देखते ।

राहुल - नैना... क्या तुमने अपने डैडी से बात की ?
( राहुल उस शांत माहौल को तोड़ते हुए हल्के आवाज में नैना से पूछता है )

नैना - किस बारे में राहुल ?
( नैना राहुल का ऐसे जवाब देती है जैसे उसे कुछ पता ही न हो )

राहुल कुछ देर शांत हो जाता है ।

राहुल - हमारी शादी के बारे में...!!!
(राहुल एक गहरी सांस लेते हुए नैना से अपने दिल मे दवी आवाज को अपने जुबाँ से निकाल देता है )

नैना - हाँ, बात तो की थी मैंने पर..

नैना इतना बोलकर शांत हो जाती है । वो आगे बोलकर राहुल का दिल नही तोड़ना चाहती थी ।

राहुल उसको कुछ न बोलते देख उसके चेहरे की ओर देखने लगता है । जैसे वो उसके चेहरे को पढ़ना चाहता हो ।

राहुल - पर क्या नैना ??

( राहुल उसके चेहरे के बदलते हाव भाव के साथ बोलता है )

नैना - मेरे डैडी ने तुमसे शादी के लिए साफ इंकार कर दिया राहुल..!!!
( नैना अपना रोया सा चेहरा बनाकर राहुल को जवाब देती है)

राहुल - क्या..!!
( राहुल नैना के होठों से निकले हर एक शब्द को बड़े ध्यान से सुनकर एक दम दिल थाम के रह जाता है । जैसे उसे इस उत्तर की बिल्कुल भी उम्मीद नही थी )

नैना - हाँ राहुल ! मेरे डैडी मेरी शादी एक एनआरआई लड़के के साथ करना चाहते हैं । उसके डैडी के पास बहुत पैसे हैं । और उनका बड़ा बिजिनिस भी है । पर राहुल तुम इस बात की चिंता मत करो । मैं सिर्फ तुम्ही से शादी करूंगी । बस एक बार तुम्हारी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी हो जाये और तुम्हे कोई अच्छी सी नौकरी मिल जाये , फिर देखना मैं तुम्हे पापा के पास खुद लेकर जाऊंगी ।

( राहुल ये सुनकर थोड़ा खुश होता है पर )

राहुल - नही नैना... शायद ये नही हो सकता क्योंकि अब मेरा पढ़ाई में मन नही लगता । मैं बस हर जगह तुम्हे ही देखता हूँ ।
दिन हो या रात सुबह हो या शाम हमेशा ऐसा महसूस करता हूँ जैसे के तुम मेरे करीब हो । लेकिन में जानता हूँ नैना मेरे चाचा चाची ने मुझे गांव से यंहा पढ़ने के लिए भेजा है पर मैं अब तुमसे और दूर नही रह सकता...!!!

( राहुल के माता पिता की बचपन मे ही एक एक्सीडेंट में डेथ हो गयी थी, राहुल इकलौता बच्चा था उनका और उसका लालन पालन उसके चाचा चाची ने किया )

इतना कहने के बाद राहुल के आंखों से आसूं बहने लगते हैं जो उसकी आंख से होते हुए उसके गाल तक आ चुके थे ।

नैना - ओ कम ऑन राहुल...
( नैना राहुल के आंसू को पोंछते हुए कहती है )
तुम भी क्या बातें कर रहे हो पागल..!!

( और फिर कुछ देर के लिए दोनों शांत हो जाते हैं )

राहुल - क्या कभी तुम उस लड़के से मिली हो ?
( राहुल अपनी हल्की आवाज के साथ दवे मन से पूछता है)

नैना - नही ! मैं उससे अभी तक नही मिली हूँ ।

राहुल - तो... तुम क्या चाहती हो नैना ??

नैना - मैं तो तुम्हे ही पसन्द करती हूं राहुल, और मैं चाहती हूं हम दोनों की शादी हो पर अभी तो ये मुश्किल लग रहा है...!!!
(नैना इतना बोलकर रुकती है और फिर से बोलना शुरू करती है

नैना - क्यों न हम भाग कर शादी करलें...!!!
लेकिन अगर हम अभी भाग कर शादी कर भी लें तो जाएंगे कंहा ? और फिर हम खाएंगे पियेंगे कैसे ? हम दोनों ही बेरोजगार हैं ! न तुम्हारे पास पैसे हैं न कोई अपना घर यंहा.. न जॉब का कुछ अता पता.... जरा सोचो हम बिना काम और पैसों के कैसे जी सकेंगे..???

( राहुल नैना की बात सुनकर सोच में पड़ जाता है उसे भी नैना की बात सही लगती है )

नैना - मैं एक बात कहूँ ???
(राहुल को कुछ सोचता देख नैना बोलती है )

राहुल - क्या..??
(राहुल अपनी सोच से निकलते हुए जवाब देता है )

नैना - हमारे घर वाले जीते जी तो हमें एक होने नही देने !!
क्यों न हम मरकर एक हों जाएं..??
(राहुल इस बात की उम्मीद नही करता है फिर भी वो नैना की बात को समझता है और बोलता है )

राहुल - यू मीन सुसाइड..!!!!

नैना - हाँ,

राहुल - क्या तुम पागल हो गयी हो नैना ?? क्या इन सब से तुम्हारे मम्मी पापा को दुख नही होगा ?? कितनी उम्मीद रखते है वो अपने बच्चों से और तुम ऐसी बात कर रही हो...!!!
( राहुल थोड़ा गुस्से में बोलता है )

नैना - तो हम कर भी क्या सकते हैं राहुल !!!
तुम्ही बताओ अब कुछ फिर !! मेरे डैड तो तुम्हे इस तरह कभी एक्सेप्ट नही करेंगे । तो फिर हम क्यों उनके बारे में सोचें ? जब उन्हें ही हमारी खुशी से कोई मतलब नही तो फिर क्यों हम उनकी परवाह करें ??

( नैना की बात सुनकर राहुल एकदम शांत हो जाता है और मन मे कुछ सोचने लगता है)

राहुल - नैना.. मुझे ऐसा लगता है तुम शायद ठीक ही कह रही हो । हमे इस दुनिया को छोड़ देना चाहिए । वैसे भी मेरे लिये इस दुनिया मे कुछ भी नही जीने के लिए... !!!
( दवे मन से राहुल नैना को बोलता है)

दोनों एक दूसरे का हाथ थाम लेते हैं !! एक दूसरे की आंखों में झांकते हैं और कुछ देर बाद दोनों एक दूसरे के करीब आने लगते हैं । दोनों एक दूसरे की बाहों में समा जाते हैं और कुछ पल के लिए जैसे समय ठहर जाता है.....!!!!!

राहुल अपना चेहरा थोड़ा पीछे करता है । अपने होठों को नैना के होठों से लगा देता है । दोनों इस अंतिम पल को याद रखकर जीवन त्यागना चाहते हैं । कुछ देर बाद दोनों अलग होते हैं और उस पहाड़ी पर खड़े हो जाते हैं..!!!

अभी भी दोनों के हाथ एक दूसरे के हाथों में थे । राहुल नैना का हाथ थामे समुद्र में छलांग लगाने के लिए आगे बढ़ता है नैना उसे रोक लेती है।

नैना - रुको राहुल... मुझे डर लग रहा है ....!!!

राहुल - इसमें अब डरने वाली क्या बात है नैना... हम दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसम खायी है तो फिर क्यों तुम्हे डर लग रहा है ???? आज हम एक साथ जीवन त्याग कर अपने प्यार को साबित कर देंगे...!!!

नैना - लेकिन राहुल तुम तो जानते हो मुझे गहरे पानी से कितना डर लगता है !

( नैना इतना कहने के बाद थोड़ा रुकती है और फिर )

नैना - अगर तुम पहले ये कदम उठाओ तो तुम्हे देखकर मुझे थोड़ी हिम्मत मिलेगी और फिर तुम्हारे बाद मैं भी अपनी जान दे दूँगी...!!!

( राहुल नैना की तरफ देखता है और पानी मे छलांग लगा देता है )

नैना राहुल को देखते ही रह जाती है..... उसी वक़्त उसका फोन बजने लगता है । नैना काफी डरी हुई थी वो कांपते हाथों के साथ अपने जेब से फोन निकालती है और कॉल रिसीव कर लेती है..!!

दूसरी तरफ - नैना कंहा हो तुम ????
मैं 2 घण्टे से शॉपिंग मॉल में इंतजार कर रहा हूँ....!!

नैना अपने कदम पहाड़ी से बापस खींच लेती है और अपनी कार की तरफ भागते हुए जाती है । कार में बैठकर वो वँहा से चली जाती है....!!!


Time - Night
Location - Sea Beach.​

रात हो चुकी ही । बीच पर अब सन्नाटा पसरा हुआ था । दूर दूर तक न कोई शख्स था न कोई परिंदा...

समुन्द्र की लहरें किनारे आती और फिर बापस चली जाती । ये क्रम लगातार चल रहा था ।

एक ओर पहाड़ी की तरफ किनारे पर राहुल की बॉडी पड़ी थी । कल तक जो शख्स एक होस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई और प्यार के समुंदर में खोया हुआ था आज वो जमीन पर यूँ लेटा हुआ जैसे अब उसे किसी चीज की परवाह नही,

एक गहरी नींद में सोया हो कोई ऐसा लग रहा था राहुल को देख कर । पर विधि को कुछ और ही मंजूर था ।

तभी राहुल के बॉडी से एक प्रकाश स्वरूप एक रूह निकलती है ,
वो रूह राहुल को बड़े ध्यान से देखती है फिर अचानक से वो इधर उधर भागने लगती है जैसे वो किसी को तलाश रही हो...!!!

उसे कोई भी नजर नही आता । फिर वो रूह वँहा से भागते हुए शहर की तरफ चलने लगती है...!!!

Time - Night
Location - Road and Street​

राहुल इस शहर और गली से भली भांति परचित था । आखिर हो भी क्यों न यहीं तो उसके दिल की धड़कन रहती है ।

नैना

राहुल आगे बढ़ता हुआ चला जा रहा । उसे अपने आस पास की दुनिया से जैसे कोई मतलव ही न हो.…

Time- Night
Location- Naina’s House​

नैना आईने के सामने बैठ कर खुद के बालों को संभाल रही थी ।
वो आज बहुत ज्यादा ही खुश नजर आ रही थी । बाल सम्भालने के बाद वो अपना फोन उठाती है और फिर एक कॉल करने लगती है...!!!

नैना - तुम डिनर पर आ रहे हो न ?

(तब तक राहुल की रूह भी वँहा पहुंच चुकी थी । वो नैना को बात करते हुए भी सुन लेता है । दरवाजे के आर पार होते हुए वो नैना के कमरे में दाखिल हो जाता है )

नैना - तुमने अपने वेडिंग कार्ड देखे न.. मुझे तो वो बहुत पसंद आये... मैं तो कबसे उस दिन का इंतजार कर रही हूं...

( राहुल की रूह सोनिया के करीब जाकर उसे छूने की कोशिश करती है , लेकिन उसके हाथ हवा में ही आर पार हो जाते हैं । राहुल फिर से एक बार नैना को छूने की कोशिश करता है पर वो नैना को नही छू पाता । उसे एहसास है वो तो मर चुका है )

राहुल कमरे से बाहर निकल जाता है...

Time - Night
Location - Road and Street.​

राहुल अपने साथ हुई घटना को याद करता है और भटकता हुआ एक और चला जा रहा था । वो चिल्ला रहा था पर उसकी आवाज किसी को सुनाई नही दे रही थी । वो अपने आपको कोसता है उसने ये क्या कर लिया । पर जो हो चुका उसे बदला नही जा सकता...


Time - Night
Location - Sea Beach

राहुल शहर से बापस उस बीच पर आ जाता है । वँहा अब भी उसकी बॉडी पड़ी हुई थी । राहुल उसके करीब बैठ जाता है और उसे छूने की नाकामयाब कोशिश करता है । वो चीखने लगता है और जोर जोर से रोने लगता है । पर उसकी आवाज कोई भी नही सुन पाता । अब उसे पछताबा हो रहा था । पर उसके बाद अब और विकल्प नही था सिवाए पछताने के....!!!!

The End




Note : - जीवन अनमोल है । इसे प्यार के नाम पर कुर्बान न करें । प्रेम का अंत खुदखुशी कभी भी नही हो सकता ये सिर्फ और कायरता है । माँ बाप के बलिदान के सामने प्रेम कुछ भी नही । इस तरह के कदम उठाने से पूर्व अपने माँ बाप के त्याग को जरूर देखें ।
नैना ने राहुल से असल में कभी प्यार किया ही नहीं था । वो उसके लिए सिर्फ एक टाइम पास था । जब उससे दिल भर गया और उसकी शादी फिक्स हो गई तो उसके साथ इमोशनल कार्ड खेला । उसके जज्बातों से खेला । और उसकी शादी में या कभी फ्यूचर में कोई विध्न न आए इसलिए उसे हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटा दिया ।
मैं प्यार के खिलाफ नहीं लेकिन वो प्यार सच्चा होना चाहिए । एक दूसरे के प्रति समर्पण होना चाहिए । राहुल ने सच्चा प्यार किया था लेकिन नैना ने प्यार नहीं बल्कि सिर्फ उसको खिलौने की तरह इस्तेमाल किया । जब तक मन लगा , खेला और मन भर गया तो फेंक दिया ।

लेकिन मेरे नजर में राहुल ने जो किया वो बिल्कुल ही गलत था । सुसाइड करने वाले लोगों के कारण अलग अलग हो सकते हैं लेकिन ये बिल्कुल सत्य है कि ये कायर लोग ही करते हैं । जब उन्हें अपने जन्म पर नियंत्रण नहीं तो मृत्यु पर वो कैसे फैसला ले सकते हैं । कुदरत की दी हुई सांसों पर कुदरत को ही फैसला करने देना चाहिए ।
राहुल ने बिल्कुल गलत किया । लड़का हो या लड़की... ऐसे परिस्थितियां में उन्हें अपने जज्बातों पर संयम रखना चाहिए । सुसाइड किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है ।

बहुत बढ़िया स्टोरी थी Moon Light ji.
 

Moon Light

Prime
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नैना ने राहुल से असल में कभी प्यार किया ही नहीं था । वो उसके लिए सिर्फ एक टाइम पास था । जब उससे दिल भर गया और उसकी शादी फिक्स हो गई तो उसके साथ इमोशनल कार्ड खेला । उसके जज्बातों से खेला । और उसकी शादी में या कभी फ्यूचर में कोई विध्न न आए इसलिए उसे हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटा दिया ।
मैं प्यार के खिलाफ नहीं लेकिन वो प्यार सच्चा होना चाहिए । एक दूसरे के प्रति समर्पण होना चाहिए । राहुल ने सच्चा प्यार किया था लेकिन नैना ने प्यार नहीं बल्कि सिर्फ उसको खिलौने की तरह इस्तेमाल किया । जब तक मन लगा , खेला और मन भर गया तो फेंक दिया ।

लेकिन मेरे नजर में राहुल ने जो किया वो बिल्कुल ही गलत था । सुसाइड करने वाले लोगों के कारण अलग अलग हो सकते हैं लेकिन ये बिल्कुल सत्य है कि ये कायर लोग ही करते हैं । जब उन्हें अपने जन्म पर नियंत्रण नहीं तो मृत्यु पर वो कैसे फैसला ले सकते हैं । कुदरत की दी हुई सांसों पर कुदरत को ही फैसला करने देना चाहिए ।
राहुल ने बिल्कुल गलत किया । लड़का हो या लड़की... ऐसे परिस्थितियां में उन्हें अपने जज्बातों पर संयम रखना चाहिए । सुसाइड किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है ।

बहुत बढ़िया स्टोरी थी Moon Light ji.

Exactly....
Suicide Kabhi Kisi Problem Ka Hal Nahi Ho Sakta...
Bas Isi Bat Ko Samjhane Ke liye Ek chhoti Si Peskas...
:thanks:
 

anujdarji

Member
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har ek ko apni apni ladai ladni hoti hai aur us zindagi namak jung ko chhod kar bhaagna ek bewakoofi ke awala kuch nahi hai. Agar koi samasya hai to uska hal bhi besakh exist karta hai, is chhoti si kahani ko padh kar achha laga. Ye dekh kar achha laga ki yaha incest se bhare samandar ke ander koi esa writer hai jo is tarah ki kahani likh raha hai. jo logo ki well being ke bare me parvah kar rha hai. Aapki soch ko salam.​
 
Last edited:

Moon Light

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har ek ko apni apni ladai ladni hoti hai aur us zindagi namak jung ko chhod kar bhaagna ek bewakoofi ke awala kuch nahi hai. Agar koi samasya hai to uska hal bhi besakh exist karta hai, is chhoti si kahani ko padh kar achha laga. Ye dekh kar achha laga ki yaha incest se bhare samandar ke ander koi esa writer hai jo is tarah ki kahani likh raha hai. jo logo ki well being ke bare me parvah kar rha hai. Aapki soch ko salam.​

:thanks:
Apki Prtikriya Se kabhi khushi mahsus huyi :love:
Par sch Yahi h ajkl log pyar ke kaaran apni hsti khelti jindgi kurban kar rhe hain :dazed:
Ek Hi to life mili hai aur wo bhi pyar me marne ke liye kaise waste kar skte h
 
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