prkin
Well-Known Member
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हिंदी में अपडेट देकर अपने मनमुग्ध कर दिया।
असीम धन्यवाद।
असीम धन्यवाद।
ravi khaa pee der tak soye raha.haalaanki kavita usako uthaane aayee thee..lekin usane bol diya kee usakee tabiyat theek nahee hai.bro
Bro...!!!!
unable to translate![]()
Bro please pehly jaisi Update do na jis ki Sb ko smjh bhi Aaye yarरवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।
वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।
दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।
दी:: हेल्लो।।
माँ:: हेल्लो दीपा।।
दी:: हां मम्मी प्रणाम।
माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)
दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??
माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??
दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)
माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)
दी: क्या???( हैरान हो के)
कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)
माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।
दी:: ओह्ह।।अब??
माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)
दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)
माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।
वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)
दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।
अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)
माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)
दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।
और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।
नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।
ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।
वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।
दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।
रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।
बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।
दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।
लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।
वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।
खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।
विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।
विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।
रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।
रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।
रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।
शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।
रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।
तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।
र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)
अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)
र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)
अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।
अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )
र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )
अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।
अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)
रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।
वो अपने मन मैं सोचने लगा।।
मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।
( मुह बना के)
वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।
एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।
वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??
वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है
लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।
अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।
खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।
रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।
रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।
पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।
वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।
पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।
खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।
कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।
रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।
ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।
क्रमशः।।
mazedar upadateरवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।
वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।
दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।
दी:: हेल्लो।।
माँ:: हेल्लो दीपा।।
दी:: हां मम्मी प्रणाम।
माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)
दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??
माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??
दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)
माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)
दी: क्या???( हैरान हो के)
कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)
माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।
दी:: ओह्ह।।अब??
माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)
दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)
माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।
वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)
दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।
अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)
माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)
दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।
और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।
नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।
ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।
वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।
दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।
रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।
बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।
दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।
लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।
वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।
खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।
विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।
विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।
रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।
रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।
रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।
शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।
रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।
तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।
र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)
अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)
र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)
अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।
अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )
र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )
अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।
अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)
रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।
वो अपने मन मैं सोचने लगा।।
मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।
( मुह बना के)
वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।
एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।
वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??
वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है
लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।
अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।
खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।
रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।
रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।
पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।
वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।
पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।
खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।
कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।
रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।
ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।
क्रमशः।।
Nyc update bhaiरवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।
वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।
दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।
दी:: हेल्लो।।
माँ:: हेल्लो दीपा।।
दी:: हां मम्मी प्रणाम।
माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)
दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??
माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??
दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)
माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)
दी: क्या???( हैरान हो के)
कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)
माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।
दी:: ओह्ह।।अब??
माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)
दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)
माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।
वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)
दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।
अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)
माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)
दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।
और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।
नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।
ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।
वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।
दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।
रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।
बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।
दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।
लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।
वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।
खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।
विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।
विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।
रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।
रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।
रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।
शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।
रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।
तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।
र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)
अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)
र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)
अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।
अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )
र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )
अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।
अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)
रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।
वो अपने मन मैं सोचने लगा।।
मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।
( मुह बना के)
वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।
एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।
वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??
वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है
लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।
अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।
खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।
रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।
रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।
पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।
वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।
पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।
खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।
कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।
रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।
ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।
क्रमशः।।
Bhai plzz use English.Hindi padhna nahi ata aour suruwat se jude he hamरवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।
वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।
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माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)
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दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)
माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।
वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)
दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।
अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)
माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)
दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।
और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।
नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।
ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।
वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।
दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।
रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।
बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।
दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।
लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।
वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।
खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।
विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।
विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।
रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।
रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।
रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।
शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।
रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।
तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।
र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)
अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)
र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)
अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।
अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )
र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )
अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।
अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)
रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।
वो अपने मन मैं सोचने लगा।।
मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।
( मुह बना के)
वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।
एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।
वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??
वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है
लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।
अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।
खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।
रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।
रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।
पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।
वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।
पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।
खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।
कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।
रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।
ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।
क्रमशः।।
Behtreen updateरवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।
वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।
दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।
दी:: हेल्लो।।
माँ:: हेल्लो दीपा।।
दी:: हां मम्मी प्रणाम।
माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)
दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??
माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??
दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)
माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)
दी: क्या???( हैरान हो के)
कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)
माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।
दी:: ओह्ह।।अब??
माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)
दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)
माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।
वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)
दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।
अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)
माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)
दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।
और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।
नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।
ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।
वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।
दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।
रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।
बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।
दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।
लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।
वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।
खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।
विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।
विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।
रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।
रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।
रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।
शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।
रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।
तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।
र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)
अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)
र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)
अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।
अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )
र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )
अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।
अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)
रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।
वो अपने मन मैं सोचने लगा।।
मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।
( मुह बना के)
वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।
एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।
वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??
वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है
लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।
अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।
खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।
रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।
रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।
पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।
वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।
पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।
खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।
कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।
रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।
ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।
क्रमशः।।