Udhar सुमन की माँ खाना बना के इंतज़ार कर रही थी, तभी देखा mama और सुमन को ऊपर से आते हुए।
माँ- तुम logo ki बात ख़तम हो गई हो तो खाना खा लो, जबसे mama आ jate है सुमन एकदम से परेशान कर देती है भैया को।
mama- नहीं दीदी ऐसी बात नहीं है सुमन कभी परेशान नहीं करती।
सुमन- क्या मम्मी तुम तो मुझे कहीं जाने नहीं देती हो और jab mama आती है तो उनसे भी बात नहीं कर सकती क्या। सुमन अपनी माँ से shikayat karti है।
रात का खाना खत्म होने के बाद, घर में सब लोग आराम करने लगे। सुमन ने देखा कि मामा छत पर टहलने के लिए जा रहे थे। उसे भी हल्की ठंडी हवा में टहलने का मन हुआ, तो उसने मामा से कहा, "मामा, मैं भी आपके साथ छत पर चलती हूँ।"
मामा ने हंसते हुए कहा, "चलो, बहुत अच्छा! थोड़ी ताज़ी हवा लेते हैं और बातें भी कर लेते हैं।"
दोनों छत पर चले गए। रात का आकाश तारों से भरा हुआ था, और हल्की-हल्की ठंडी हवा चल रही थी। मामा ने चारों ओर देखा और मुस्कुराते हुए बोले, "यहां आकर अच्छा लगता है, शांत और सुकून भरा माहौल है।"
सुमन ने भी आकाश की ओर देखते हुए कहा, "हाँ मामा, दिनभर की थकान के बाद यहाँ आकर थोड़ा सुकून मिलता है।"
थोड़ी देर की खामोशी के बाद, मामा ने सुमन से पूछा, "तो , पढ़ाई कैसी चल रही है? कोई परेशानी तो नहीं?"
सुमन ने सिर हिलाते हुए कहा, "नहीं मामा, सब ठीक चल रहा है। बस, परीक्षाओं की तैयारी चल रही है, तो थोड़ा दबाव है। लेकिन धीरे-धीरे सब मैनेज हो जाता है।"
मामा ने सुमन की बात सुनकर गर्व से कहा, "तू हमेशा से समझदार रही है, मुझे पता है कि तू अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाएगी। बस मेहनत करते रहो और खुद पर विश्वास रखो।"
सुमन ने मामा की बातों को ध्यान से सुना और फिर मुस्कुराते हुए बोली, "आपकी बातें हमेशा प्रेरणादायक होती हैं, मामा। जब भी आपसे बात करती हूँ, तो मुझे और हिम्मत मिलती है।"
मामा ने सुमन के सिर पर हाथ रखा और कहा, "तू हमारी शान है, सुमन। बस आगे बढ़ते रहो, हम सब तेरे साथ हैं।"
दोनों कुछ देर और छत पर टहलते रहे, बातें करते रहे। सुमन को मामा के साथ बिताया हुआ यह समय बहुत कीमती लगा। रात की ठंडी हवा में, तारे देखते हुए, उसकी सारी थकान दूर हो गई।
माँ- सुमन एक बात बताओ क्या कॉलेज तुम्हें कोई परेशान तो नहीं करता।
सुमन- नहीं mama, किसी से ज़्यादा मतलब नहीं, बस क्लास करके घर चली आती।
माँ- मन से सोचता है मुझे नहीं लगता इसका कोई बीएफ होगा।
अच्छा मेरे कॉलोनी में एक लड़की है वो भी एक कॉलेज में पढ़ाई करती thi । एकदिन उसके घरवालो ने किसी लड़के के साथ देख लिया फिर उसकी शादी कर दी। वो पढने में इतनी अच्छी थी लेकिन एक गलती से उसकी जिंदगी बेकार हो गई। मुझे यकीन था कि अगर आगे पढ़ाई होती तो जिंदगी में कुछ बड़ा करती।
खैर सुमन तुम inn सब चकरो में मत पड़ना। तुम्हारा कोई बीएफ तो नहीं है ना।
सुमन- सुमन थोड़ी घबराई और बोली नहीं mama ऐसी कोई बात नहीं है सुमन ने नज़र झुका के बोली क्योंकि वो थोड़ी शर्मा गई थी,