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Indian Byson's
My fantasy:
शादी के बाद से बीबी को हमेसा पूरा संतुष्ट करता हूँ। पहले उसकी बूर बहुत टाइट थी, मैंने हमेशा अपना बीर्य लन्ड को पूरा अंदर डालकर ही गिराया है.अब उसकी बूर बिलकुल ढीली हो गयी है यानि भोंसडा बन गयी है. अब महीने में दो या तीन बार चुदाई करता हूँ पर जब भी ठोंकता हूँ तबियत से जोर जोर से उसके भोंसडा में धक्के मारता हूँ आज भी माल गिराते समय लन्ड को भोंसडे के पूरा अन्दर डाल कर गिरता हूँ बीबी बोलती है लन्ड बच्चेदानी में चला जाता है चुदाई के बाद जब वो अपना भोंसडा देखती है तो बोलती है आपने इस बूर का बूरंग बना दिया. )
सुहाग रात से बाद उसे पेट के नीचे बहुत दर्द हुआ मालिश वाली बाई ने बताया बच्चेदानी जगह से हट गयी है (आपके आदमी का हथियार बहुत बड़ा होगा)
शादी के बाद मैं करीब एक सप्ताह घर पर था, वहां उसकी चुदाई करता पर धीरे धीरे फिर मैं उसे अपने साथ ले आया मैंने यहाँ दो कमरे का फ्लैट ले रखा था पहली रात मैंने उसे जब नंगा किया तो देखा उसकी बूर पर सुनहरे बाल थे मैंने उसकी बूर की फोटो ली वो मना कर रही थी मैंने उसे अपना लन्ड दिखाना चाहा पर वो शर्मा कर मना कर दी, और बोली लाइट बंद कर दो न मैंने लाइट बंद कर दिया और उसके ऊपर आ गया, उसकी शरीर तप रही थी, पर वो चुदाई के लिए तैयार थी हम दोनों की उम्र में करीब आठ साल का अंतर है वो करीब 18 साल की थी और मैं 26 का, और मैं इससे पहले दो भोंसडा और एक कुआंरी चूत पेल चूका था। अब मैं उसकी बूर मे लन्ड ठोकने लगा वो बोली आज यह बहुत बड़ा लग रहा है, मैं बोला इसीलिए तो तुम्हे दिखा रहा था घर पर सिर्फ सुपाड़ा डालता था आज से तेरी चूत की धुनाई शुरु होगी कहते हुए मैंने पेलना शुरू किया मेरी बीवी की हालत खराब होने लगी बोली पूरा मत डालना मैं मर जाउंगी, इतना बड़ा कहाँ अंदर जाएगा, पर तभी मुझे भाभी की बात याद आ गयी वो बोलती थी चुदाई में कोई रहम नहीं करना चाहिए, कितना भी बड़ा लन्ड हो बूर में फिट आ ही जाता है। मैंने कहा लंड से कहीं कोई मरता है, मुझे तो तेरी चूत ढीली करनी है साली बहुत टाइट है कहकर मैं आठ दस जोरदार प्रहार उसकी बूर पर किया उसकी घिग्घी बंध गयी अब वो अपना एक हाथ अपने बूर पर ले गयी जिसमे मेरा पूरा लंड अंदर था और उसकी बूर पूरी फैली हुई थी, उसने रुआंसे होकर कहा एक बार निकलना प्लीज अंदर जलन हो रही है, मैंने अपना लंड निकाला और लाइट जला दी, उसने मेरा लन्ड देखते ही बोली बाप रे बाप इतना बड़ा है तभी मुझे अंदर दर्द हो रहा है, फिर वो अपनी बूर को सहलाने लगी उसकी बुर के होंठ अब धीरे धीरे बंद हो रहे थे. फिर मैं पिसाब करके आया और उसपर सवार हो गया। और सुबह तक चोदता रहा, मेरा लण्ड भी थोड़ा सूज गया था, उसे मैंने मिरर में उसकी चूत दिखाई। चूत पूरी सूज गयी थी,इस तरह दिन बीतते गए।
मैं अपनी बीवी को करवाचौथ के दिन जबर्दस्त तरीके से ठोंकता और फिर उसकी बूर की फोटो लेता, इसी तरह से समय बीतता गया हर शादी की सालगिरह पर हम दोनों जबरदस्त सेक्स करते शादी की दसवीं सालगिरह से पहले वो करीब छह महीने से माइके गई हुई थी. मैंने उसे फ़ोन किया इस बार क्या प्लान है
उसने कहा आ जाइये, मैं सालगिरह के एक दिन पहले उसके पास पहुँच गया रात को वो आई मैंने देखा उसकी बूर बिलकुल पहले जैसी टाइट लग रही थी उसमे बूर पर घरेलु नुश्खे से टोंनिंग किया था इधर मैंने भी अपने लंड को मालिस कर और तगड़ा कर लिया था, वो चुदाई करवाना चाहती थी पर मैंने मना किया और कहा तुम्हारी दसवी सुहागरात की सालगिरह को मैं यादगार बनाना चाहता हूँ।. इसलिए आज नहीं। दूसरे दिन सुबह हम उठकर पास के ही एक रेसोर्टे में गए वो बिलकुल सुनसान जगह पर है, हमने खाने पीने का सारा सामान ले लिया था. पहले हम दोनों ने थोड़ा वोदका लिया चुकी मेरी बीवी छह महीने से नहीं चुदवाई थी उसने मुझे नंगा कर दिया और खुद मेरे ऊपर आ गयी अब हमारा दसवी सुहागरात का प्रोग्राम करीब दोपहर एक बजे से शुरू हो गया उसकी बूर में अब मेरा लन्ड टाइट जा रहा था बीच बीच में थोड़ा रूककर हम दोनों लगातार करीब छह बजे शाम तक चुदाई की फिर शाम को थोड़ा घूमकर आये और रात नौ बजे खाना खाकर वापस दस बजे से मैं उसकी चूत फाड़ने लगा इसी तरह मैं लगातार चार बजे सुबह तक ठोकता रहा अब उसकी चूत वापस फैल चुकी थी, और पहली चुदाई की तरह सूज गयी थी, अब चूत ने भोंसड़े का रूप ले लिया था।
मेरे एल्बम में देखिये मेरी बीवी की सूजी बूर उसे उसकी दसवी सुहागरात आजतक याद है अब तो उसकी बूर का भोंसड़ा बन गया है पर क्या करे उसे भोंसडा तो मैंने ही बनाया है।
My fantasy:
शादी के बाद से बीबी को हमेसा पूरा संतुष्ट करता हूँ। पहले उसकी बूर बहुत टाइट थी, मैंने हमेशा अपना बीर्य लन्ड को पूरा अंदर डालकर ही गिराया है.अब उसकी बूर बिलकुल ढीली हो गयी है यानि भोंसडा बन गयी है. अब महीने में दो या तीन बार चुदाई करता हूँ पर जब भी ठोंकता हूँ तबियत से जोर जोर से उसके भोंसडा में धक्के मारता हूँ आज भी माल गिराते समय लन्ड को भोंसडे के पूरा अन्दर डाल कर गिरता हूँ बीबी बोलती है लन्ड बच्चेदानी में चला जाता है चुदाई के बाद जब वो अपना भोंसडा देखती है तो बोलती है आपने इस बूर का बूरंग बना दिया. )
सुहाग रात से बाद उसे पेट के नीचे बहुत दर्द हुआ मालिश वाली बाई ने बताया बच्चेदानी जगह से हट गयी है (आपके आदमी का हथियार बहुत बड़ा होगा)
शादी के बाद मैं करीब एक सप्ताह घर पर था, वहां उसकी चुदाई करता पर धीरे धीरे फिर मैं उसे अपने साथ ले आया मैंने यहाँ दो कमरे का फ्लैट ले रखा था पहली रात मैंने उसे जब नंगा किया तो देखा उसकी बूर पर सुनहरे बाल थे मैंने उसकी बूर की फोटो ली वो मना कर रही थी मैंने उसे अपना लन्ड दिखाना चाहा पर वो शर्मा कर मना कर दी, और बोली लाइट बंद कर दो न मैंने लाइट बंद कर दिया और उसके ऊपर आ गया, उसकी शरीर तप रही थी, पर वो चुदाई के लिए तैयार थी हम दोनों की उम्र में करीब आठ साल का अंतर है वो करीब 18 साल की थी और मैं 26 का, और मैं इससे पहले दो भोंसडा और एक कुआंरी चूत पेल चूका था। अब मैं उसकी बूर मे लन्ड ठोकने लगा वो बोली आज यह बहुत बड़ा लग रहा है, मैं बोला इसीलिए तो तुम्हे दिखा रहा था घर पर सिर्फ सुपाड़ा डालता था आज से तेरी चूत की धुनाई शुरु होगी कहते हुए मैंने पेलना शुरू किया मेरी बीवी की हालत खराब होने लगी बोली पूरा मत डालना मैं मर जाउंगी, इतना बड़ा कहाँ अंदर जाएगा, पर तभी मुझे भाभी की बात याद आ गयी वो बोलती थी चुदाई में कोई रहम नहीं करना चाहिए, कितना भी बड़ा लन्ड हो बूर में फिट आ ही जाता है। मैंने कहा लंड से कहीं कोई मरता है, मुझे तो तेरी चूत ढीली करनी है साली बहुत टाइट है कहकर मैं आठ दस जोरदार प्रहार उसकी बूर पर किया उसकी घिग्घी बंध गयी अब वो अपना एक हाथ अपने बूर पर ले गयी जिसमे मेरा पूरा लंड अंदर था और उसकी बूर पूरी फैली हुई थी, उसने रुआंसे होकर कहा एक बार निकलना प्लीज अंदर जलन हो रही है, मैंने अपना लंड निकाला और लाइट जला दी, उसने मेरा लन्ड देखते ही बोली बाप रे बाप इतना बड़ा है तभी मुझे अंदर दर्द हो रहा है, फिर वो अपनी बूर को सहलाने लगी उसकी बुर के होंठ अब धीरे धीरे बंद हो रहे थे. फिर मैं पिसाब करके आया और उसपर सवार हो गया। और सुबह तक चोदता रहा, मेरा लण्ड भी थोड़ा सूज गया था, उसे मैंने मिरर में उसकी चूत दिखाई। चूत पूरी सूज गयी थी,इस तरह दिन बीतते गए।
मैं अपनी बीवी को करवाचौथ के दिन जबर्दस्त तरीके से ठोंकता और फिर उसकी बूर की फोटो लेता, इसी तरह से समय बीतता गया हर शादी की सालगिरह पर हम दोनों जबरदस्त सेक्स करते शादी की दसवीं सालगिरह से पहले वो करीब छह महीने से माइके गई हुई थी. मैंने उसे फ़ोन किया इस बार क्या प्लान है
उसने कहा आ जाइये, मैं सालगिरह के एक दिन पहले उसके पास पहुँच गया रात को वो आई मैंने देखा उसकी बूर बिलकुल पहले जैसी टाइट लग रही थी उसमे बूर पर घरेलु नुश्खे से टोंनिंग किया था इधर मैंने भी अपने लंड को मालिस कर और तगड़ा कर लिया था, वो चुदाई करवाना चाहती थी पर मैंने मना किया और कहा तुम्हारी दसवी सुहागरात की सालगिरह को मैं यादगार बनाना चाहता हूँ।. इसलिए आज नहीं। दूसरे दिन सुबह हम उठकर पास के ही एक रेसोर्टे में गए वो बिलकुल सुनसान जगह पर है, हमने खाने पीने का सारा सामान ले लिया था. पहले हम दोनों ने थोड़ा वोदका लिया चुकी मेरी बीवी छह महीने से नहीं चुदवाई थी उसने मुझे नंगा कर दिया और खुद मेरे ऊपर आ गयी अब हमारा दसवी सुहागरात का प्रोग्राम करीब दोपहर एक बजे से शुरू हो गया उसकी बूर में अब मेरा लन्ड टाइट जा रहा था बीच बीच में थोड़ा रूककर हम दोनों लगातार करीब छह बजे शाम तक चुदाई की फिर शाम को थोड़ा घूमकर आये और रात नौ बजे खाना खाकर वापस दस बजे से मैं उसकी चूत फाड़ने लगा इसी तरह मैं लगातार चार बजे सुबह तक ठोकता रहा अब उसकी चूत वापस फैल चुकी थी, और पहली चुदाई की तरह सूज गयी थी, अब चूत ने भोंसड़े का रूप ले लिया था।
मेरे एल्बम में देखिये मेरी बीवी की सूजी बूर उसे उसकी दसवी सुहागरात आजतक याद है अब तो उसकी बूर का भोंसड़ा बन गया है पर क्या करे उसे भोंसडा तो मैंने ही बनाया है।