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नमस्ते दोस्तो में अेक नयी कहानी लिखने जा रहा हुं येजो कहानी हे वो इनसेस्ट ओर लव स्टोरी के साथ अेडल्टरीभी हे ये सिर्फ मनोरंजनके लीये लीख रहा हुं ये कहानी सीर्फ मेरी कल्पना हे ओर मेने जीवनमे कुछ अनुभुती कीहे उसके आधारका सहारा लेकर लीख रहा हुं
मेरा मकसद कीसीकी भावनाओको ठेस पहोचाना नही हे मेरी कोसीस यही रहेगी, ओर कहानी आपको अच्छी लगे तो कोमेन्ट करके मेरम उत्साह बढाते रहेना क्युकी ये कहानी मे अेक अेसे सीचुअेशनमे लीख रहा हुं जो मेरे कइ स्वजन ये कोरोना महामारीके कालमे मरते ही जा रहे थे तब मे बहुत अपसेट रहेने लगा तब मेने मेरे मनको डाइवर्ट करनेकी सोची ओर मुजे मोबाइलमे ये अेक्सफोरम साइट हाथ लग गइ तब मेने सोचाकी चलो अेसी कहानी मेभी लीखु ओर मेने कहानी लीखना सुरुकीया ओर लीखताही गया कभी कभी तो मेने इसे १४ घंटे लगातार बैठके लीखता ही रहा ओर लीखते लीखते ३००० पने कब लीखलीये पताही नही चला तो चलीये कहानी सुरु करते हे
ये कहानी सीर्फ मेरी अेक कल्पना हे जो अेक परिवार की है ये कहानी मे हिरोकी जुबान से चलानेकी कोसीस कर रहा हुं, तो आइअे सुरुआत करते हे, हमारा अेक छोटासा परिवार है में गुजरात का अेक छोटासा सहेर का रहनेवाला हुं हमारे सहेरकी बस्तीमें तकरीबन ५ लाख से ६.५ लाख लोग रहेते हे मेरे पापाका बहुत बडा बिजनेस था उसका कारोबार हमारे सहर के अलावा दुसरे राज्योमेंभी फैला हुआ था तब में १२ कक्षामें पढता था आप कहेगे इतना बडा कारोबार थातो छोटे सहेरमे क्यु रहेते थे तो आपको आगे पता चल जायेगा
मैं पढाइके अलावा दुसरी चीजोमें ज्यादा ध्यान देता था जेसे की इलेक्टड्ढोनिक्स, मीकेनीकल, पेन्टींग, जीम में जाना, कराटे वगेरे चीजोमें ज्यादा दिलचस्पी थी अेसा नही के में पढाइ मे कमजोर था इसमे भी अच्छे परसेन्ट से पास होता था, मेरे परिवार में मम्मी, पापा, दादी, अेक बडी बहेन, में, ओर अेक छोटी बहेन हे हमारा मकान अेक बंगलो हे जो १००० स्कवेर मीटर मे हे आगे लोन,पार्किंग,निचे अेक बडासा होल किचन दो बडे रुम ओर उपरकी मंजील में तीन रुम ओर खुला टेरेसहै तो आइअे मेरे परिवार का परिचय करवा देता हुं
पापा : अमीतजी उमर ४५ साल बहुत सांत स्वभावके थे हमारे सहरमें ओर दुसरे राज्यो में भी उसके कइ फेक्टरी थी उनका अच्छे कारोबार की वजहसे उन्हे बहुत सारी प्रोपर्टीया भी खरीदकर रेन्ट पर दे रखी थी हम दो पीढी बैठे बैठे खाये तो भी हमे काफी पेसे मीलते रहे अेसी पापाने व्यवस्था की हुइ थी ओर अब वो इस दुनीयामे नही हें
मम्मी : सुसीला उमर ४१ वर्ष अेक हाउसवाइफ थी पापा की तरह बहुत सरल ओर सांत स्वभाव की थी दो साल पहेले मम्मी, पापा अेक बिजनेस टुर पे गये थे तब लोटते समय अेक कार हादसे में उनकी मोत होगयी
दादी : कुंवर उमर ६४ साल मम्मी,पापा के हादसे के बाद बहुत बडा सदमा लगा उसकी वजह से उनको पेरेलेसीस का दोरा पडा जीनकी वजह से वो बिस्तबर मैं हे, खुद वे कुछ नहिं कर सकती हमे उनको खाना पीलाना नहलाना पडता है जो हम सब भाइ, बहेने मीलकर उनकी सेवा करते हे इसे हम सब हमारा सौभाग्य मानते है वो अेक नीचेके लास्ट वाले रुम में हे
बडी बहेन : नंदीनी उमर २२ साल हाइट ५.१० फुट प्यारसे उसे सब नेनु कहकर बुलाते हे ग्रेज्युअेसन खतम कर चुकी हे आगे कुछ करने का इरादा नहिं हे मम्मी, पापाकी मोत के बाद सारे घरकी जीमेदारी संभालती है तीखे नैन नक्स लम्बे बाल साइझ ३३,२९,३२ सुंदरताकी देवी जेसे संपुर्ण आदर्श नारीके गुण होते है वो सब गुण मेरी बहेन में थे बहुतहि सरल स्वभाव सबको बहुत प्यार करती है विषेस मेरा बहुत खयाल रखती है मुजे मम्मी, पापाकी कमी कभी महेसुस नही होने दी, कभी प्यार व्यार के चक्कर मे नहि पडी मम्मी पापा थे तब केहती थी जहा आप चाहोंगे में वहिं सादी करुंगी हम प्यारसे उसे नेनु कहेते हे
में : राज उमर २१ साल हाइट ५.११ फुट, प्यारसे मुजे सब राज कहकर बुलाते है फाइनल यर में हुं जीम की वजह से अच्छी बोडी है अब वर्कआउट घर पे करता हुं उपर कि मंजील में लास्ट वाला कमरा में रहेता हुं कोलेज मे ज्यादा दोस्त नहिं है सीर्फ दो तीन दोस्त ही हे जो कोलेज तक सीमीत है कभी प्यारके चकर में नहि पडा अेसा नहि है कि कोइ लडकी पटती नहिं मेंहि इन चीजो में पडना नहि चाहता, मेरा मानना है कि प्यार सिर्फ दिलका मामला है इस लिये उसको इमानदारी से सारी जींदगी निभाना चाहिये प्यार सीर्फ मोज या सिर्फ सेक्स के लिये नहि होना चाहिअे ये मेरी नीझी सोच हे, कोलेज जाके इसका (प्यार, सेक्स) सारा ज्ञान बातो से चर्चा के माध्यम से या पोर्न फिल्म द्वारा ले चुका हुं मेरे पेनीस कि साइझ ६.२५ङ्कङ्क घर में मेरा पर्सनल पी.सी. भी हे जीसके माध्यम से मे मां बेटेकी, भाइ बहेन, मौसी भांजा, चाची भतीजा की सेक्स कहानीया पढता रहेता हुं फिर मेरा नजरिया मेरे बहेनोके प्रती बदलने लगा क्युंकी में बचपनसे अपनी छोटी बहेनको अेक पत्नीकी नजरसे ही देखता था में प्यारको अेक पवित्र रिस्ता मानता हुं प्यार में सेक्स होता है, सेक्सके लिये प्यार नहिं होता अेसा मेरा मानना हे, मैं थोडा बहुत आध्यात्मीक इन्सान भी हुं जो पुजा, मंदिर में भी जाता हुं, मुजे नइ चीजोकी इन्वेशन में ज्यादा रुची हे तो पापाकी बंध पडी हुइ फेक्टरीमें कुछना कुछ करता रहेता हुं, ओर में कभी कभी कोलेजमें सोखसे गाना भी गा लेता हुं
छोटी बहेन : सोनीया उमर १९ साल हाइट ५.८ फुट बारवी कक्षा मे पढ रहि हें स्वभाव अेक दम मस्तीखोर चुलबुली हमेसा नेनु ओर मेरी टांगे खीचती रहेती है हम दोनोको बहुत प्यार करती है उसे हम प्यारसे सोनु कहेते हे हम दोनोमें किसीभी बिमार पड जाये तो सबसे ज्यादा चिंता उसीको रहेती है क्यु की वो भी मुजे बचपनसे अपना पती मानती थी ये बात उसने मुजे बादमे बताइ, दिखने में किसी हिरोइन से कम नहि लगती अेक दम होट ओर सेक्सी टाइप लगती है साइझ ३१,२८,३१ बाल लम्बे घुटनो तक जेसे कामदेव की मुरत लगती हे स्कुल जाने के लिये अेक स्कुटी दिलवाइ है वो उसीमे घुमती रहेती है इनकी बहोत सारी फ्रेन्ड्स भी है जो आये दिन हमारे घर पे आती जाती रहेती हे वो उपर की मंजील में मेरे बगल वाले रुम मे रहेती है हम सब प्यारसे उसे सोनु बुलाते हे वो कभी कभी स्कुल का कोइ प्रोजेक्ट करने केलिये मेरा पी.सी. युझ करने के लिये या गप्पे सप्पे मारने के लिये मेरे रुम मे आजाती हे
नेनुकी सहेली : अंजना उमर तकरीबन २४ साल हाइट ५.१ फुट बाल अपने चुतड तक लंबे हे बहुत ही आकर्सक चहेरा उसे देखते ही खडा हो जाये साइज ३६, ३०, ३६ जो मेरेही कोलेजमें टेक्नीकल विभागमें हे ओर नेनु की खास सहेली हे हम उसे अंजु कहेगे
अब दुसरे केरेक्टर जरुरत पडनेपर आगे अेड करके उसका परीचय देता ररुगा तो आइअे कहानी की तरफ बढते हे
जब मम्मी, पापा का हादसा हुआ तो हम मानसीक रुप से टुट चुके थे अेसा नहि था की हमे फाइनान्सीयल तकलीफ होगइ क्युकी पापा का बिजनेस बडा था ओर पापाने बहुत सारी प्रोपर्टी भी ली थी जो काफी प्रोपर्टी रेन्ट पर दे रखी थी जो इसका किराया हर महिने टाइमपे आजाता था सिर्फ किरायाहि महिनाका ६.५ लाख आजाता था तो वो प्रोबलेम नहि थी, लेकीन दादी ओर मुजे ज्यादा तकलीफ हुइ क्योकी पापा मेरा बहोत ख्याल रखते थे इसका अेक कारण था कि बचपन मे मुजे पेरमें इफेक्ट आगया था पापा मम्मीने बहुत खर्चा करके मुजे ९८ % चलने फिरने लायक बनाया जब में चलता हुं तो बहुत मामुली असर दीखता है बाकी कीसीको पता भी नहि लगता इसी कारण सब मेरा बहुत ख्याल रखते है
फिर हम सबको नेनुने संभाला ओर हम सबको इस टड्ढेस से बहार निकाला, ज्यादातर लंच डिनर हम साथमें करते है पहेले दादीको खाना खीलाके हम सब साथ बेठके खाना खाते है वक्तके साथ सब नोर्मल होता चला गया, यह सब सोचते सोचते में रातको आंसु बहाता कब सो गया पता नहि चला तभी मेरे कानोमें आवाज आने लगी
नेनु : राज उठजा कितनी देर सोता रहेगा कोलेज नहि जाना क्या?
मैं : सोने दोना नेनु अभी तो सोया हुं
नेनु : अभीके बच्चे सुबह सात बज गया है कुंभकर्ण उठजा ओर कोलेज चला जा
मैं : क्या सात बज गये? ये कहेकर मेने रजाइ निकाली ओर फटाक से उठकर दीदीकी तरफ देखा तो हस रहि थी लेकीन जेसे मेरे चहेरे की तरफ देखा तो रात के आंसु चहेरे पर जम गये थे वो देखके गभरा गइ ओर मेरे बेड पे मेरे साथ बैठ गइ
नेनु : क्या हुआथा रातको क्यु रोया था बेबी (कभी कभी प्यारसे बेबी बुलाती है)
मै : कुछ नहि हुआ दि बस अेसेही..
नेनु : तुजे मेरी कसम, बता रात को क्यु रोया था?
मै : कुछ नहि दि बस मम्मी पापाकी याद आ गइ थी, ये सुनते नेनु ने मुजे गले लगाया ओर खुदकी आंखे भी नम होगइ
नेनु : में हुं ना बेबी कुछ चाहिये था क्या? बता मुजे
मैं : नहि दि कुछ नहि चाहिअे बस अेसेहि याद आगइ
नेनु : अच्छा चल जलदी तयार होजा में तेरे लीये नास्ता लगाती हु, ये कहेके मेरे सरपे किस करके चली गइ
में भी जलदी उठके बाथरुम में चला गया ओर फ्रेस होकर बहार आगया तैयार होके निचे आयातो डाइनिंग टेबल पर सोनु भी थी
मैं : गुड मोर्निंग दि
सोनु : मोर्निंग भाइ आज तो हिरो लग रहे हो किसपे बिजली गीराने जा रहे हो?
मैं : चुप कर बंदरीया कोलेज जा रहा हुं, ये सुनते हुअे नेनु किचनमें नासता बनाते हुअे हस रहि थी
सोनु : देखो दि भाइ मुजे बंदरीया कहेता है ओर आप खडे खडे हस रहि हो?
कहेते हुअे वो चेर से उठ के मुजे मारने के लीये मेरी तरफ दोडी में उठके भाने लगा लेकीन उसने मुजे पिछेसे कसके पकड लीया मैं छुडाने की कोसीस करने लगा ओर मे अेकदम पलट गया ओर उसे पकड के कसके भीच दिया अेसा लग रहा था की दो प्रमी आलिंगन कर रहे थे सोनु के बुब्स मेरे छाती मे दब गये थे तो वो अेकदम सरमा गइ ओर मुजसे हसते हुअे तीरछी नजरसे देखते हुअे कहने लगी
सोनु : भाइ प्लीज छोड दो मुजे दर्द हो रहा हे, पलीज...प्लीज...
मेने अपनी पकड थोडी कमकी ओर हम अेक दुसरे की आंखो में देखने लगे वो थोडा सरमाके अपनी नजर जुकाली आज मुजे अपनी बहेनके प्रती कुछ अलग ही फिलींग्स हुइ ओर उनकी मेरे प्रती क्या फिलींग्स हे वो जानने के लीये मेने आगे बात करना जारी रखा
मैं : नहि छोडुगा अेसे पकडके रखुंग तुजे हिमत है तो छुडाले मुजसे
सोनु : भाइ मैं आपसे अमने आप कभी नहि छुट सकती छोडदो प्लीज नेनुदी देख लेगी
तभी हमे किचन की तरफ से कुछ आवाज आइ तो हम जटसे अलग होगये ओर डाइनींग पर बेठ गये सोनु अपना सर जुकाके मंद मंद हस रही थी तभी नेनु चाइ ओर नास्ता लेकर आइ ओर हम सब साथ में बेठके नास्ता करने लगे तभी सोनु बोली
सोनु : भाइ कल मेरी स्कुटी में कुछ प्रोबलेम आगइ है ठीक से चल नहि रहि उसे रिपेर करवाना पडेगा तो कोलेज जाते समय मुजे स्कुल छोड दोगे प्लीज..
मैं : स्योर दि ओर तुम्हारी स्कुटी में सामको ठीक करवालुंगा नो टेन्सन ओके
सोनु : (मेरी ओर हसते) ठीक है भाइ थेन्क्स
नेनु : सुन राज साम को कुछ सोपींग करनी है मेरे साथ चलना
मैं : ठीक हे दि चलुंगा पर आप स्कुटर चलाना क्यो नहिं सीखती में आपको सीखाउंगा
नेनु : ना बाबा मुजे नहि सीखनी तुजे ले जाना है तो लेजा वरना रिक्षा मे चली जाउंगी
मैं : क्या दि मेने थोडी हि मना कीया है आप बोलो तो सारी जींदगी आपको गाडी में डड्ढाइवर बनके घुमाता रहुंगा आप हुकुम करो हें..हें..हें..
नेनु : चल चल ठीक है नौटंकीबाज हम साम ५ बजे जायेंगे ओर सोनु तुजे कया क्या लेना हे तेरी लीस्ट मुजे दे देना ओर राज तो साथ चल हि रहा है
सोनु : दि वो में दोपहर को स्कुल से आने के बाद दे दुंगी
मेरी नेनु दीदीको स्कुटर चलाना नहिं आता अेक बार कोसीस की थी लेकीन बुरी तरह गीर पडी थी उसे काफी चोट आइ थी तबसे काफी डर गइ है, मेरे पास अपनी बाइक भी हे पापाकी कारभी है जो हम कहिं फंक्शन या दुसरे सहर जाना हो तब इस्तमाल करते हे में कभी कभी सामको या रात को घुमने लीये नीकालता हुं, हम नास्ता करके रेडी होगये ओर नीचे होल में आके सोनुका वेइट करने लगा देर लगने पर मेने सोनुको आवाज लगाइ
में : चल अे छिपकली सारा दिन रुम में चीपकती रहती है
सोनु : आइ भैइया क्या मे तुजे छिपकली दिखती हुं (धीमी आवाज में) बंदर कहिका
में : क्या बोली ठहेर तु अभी
कहेके मे उसे पकडने भागा तो वह दोडके नेनु के पीछे छीप गइ
सोनु : बचाओ दि भाइको बोलो नां पकडे मुजे
नेनु : अरे क्या तुम दोनो बच्चोकी तरह लडते रहेते हो, सोनु रहने दे उसे ओर हां अभी उसको छोडके दोपहरको छुटी के बाद उसको वापीस भी लेते आना बंदरीयाको, (कहके दीदी ठहाका मारके हसने लगी)
सोनु : दि आप भी, जाओ मुजे बात नहि करनी किसीसे
वो पेर पटक के बहार जाने लगी तो नेनु ने उसका हाथ पकड लीया ओर उसे गले लगा लीया ओर सोरी बोलके गाल पे पप्पी दी सोनु मुस्कराके बहार जाने लगी फीर दी ने मुजे ध्यानसे स्कुल पहोंचाने का बोलके मुजे भी हग कीया तो मेने अपना गाल उनके सामने कर दीया तो उसने मुजे गालपे चुटकी भरके
नेनु : चल जा बदमास ओर ध्यान से चलाना, (कहके कीचन मे जाने लगी)
मैं : बाय दी..
कहके बहार चला आया तो सोनु बाइकके पास खडी थी में बाइक स्टार्ट करके बैठ गया सोनु भी पीछे दोनो पैर पसारके बैठ गइ लेकीन थोडी दुरी बनाके बैठी थी तो सुबहकी घटना के बाद मेरी फिलींग्स कुछ अलग लग रही थी तो मुजे थोडी मस्ती सुजी मेने जान बुजके बाइक स्पीड बढाइ ओर अेक कारके आगे जाके जोर से ब्रेक लगाइ तो सोनु आगे खीसक के मुजे पकड लीया ओर सरमाके हसने लगी
सोनु : भाइ देखके, थोडी आहिस्ता चलाओना अभी गीर में जाती
में : तु मुजे पकड के बैठनां ये थोडी तेरी स्कुटी है जो सायकीलके माफक चलेगी ओर में तुजे कभी भी गीरने नहिं दुगा टड्ढस्टमी बेबी
सोनु को मैने पहेली बार बेबी बोला तो वो थीडी सरमा गइ ओर मंद मंद मुस्कराने लगी ओर थोडी हिंमत करके अेक हाथ मेरे सोल्डरपे रखके मुजे चीपकके बैठ गइ तभी उसका स्कुल भी आगया ओर उतरके मुजे तीरछी नजरसे देखते हसते धीरेसे बाय बोलके अंदर जाने लगी मेंभी वो जबतक अंदर नही चली गइ तब तक उसे देखता रहा वो अंदर मुडने से पहेले अेक बार पीछे पलटके मुजे देखने लगी तो मेने अेक हाथ उचा करके बाय बोला ओर कोलेजके लीये निकल पडा कोलेज पहोंचते मेने बाइक पार्किंगपे पार्ककी ओर क्लास की ओर जाने लगा तभी मुजे अंजना मेडम जो टेक्नीकल विभाग में हे उसने आवाज लगाइ वो मुजे अच्छी तरह से जानती थी मे ज्यादा कीसीसे बात नहि करती मेरे बेक ग्राउन्ड के बारे में थोडा जानती थी इसका कारण था मेरी नेनुदी जो उस कोलेजमें पढ चुकीहै ओर अंजना मेडमकी सहेलीभी हे जो अपने पती के साथ सोसायटी में रहेती है उनकी अभी तक कोइ संतान नहि है उनका पती अेक पास वाले अेक बडा सहेर राजकोट में बडी कंपनी में मार्केटींग मेनेजर है जो अप डाउन करता है जो हमारे छोटे शहेर से ३० कि.मी. दुर है ओर उनकी पुरी फेमीली भी राजकोट में रहेती है.
में : गुड मोर्नींग मेम
अंजना : गुड मोर्नींग, राज मुजे तुमसे अेक जरुरी काम हे फ्री होके मेरे ओफीस में मीलके जाना
में : ओके मेम
कहेके में क्लास अेटेन्ड करने चला गया लेकीन आज क्लास मे मन नही लग रहा था बार बार सोनु का चेहरा सामने आ जाताथा में सोचने लगा सोनु मुजसे नाराज क्यु नहि हुइ तो दुसरी तरफ अंजना मेमका खयाल आने लगा क्या काम हो सकता हे पढाइ में मन नही लग रहा था सोचते सोचते देखा तो मेरा खडा हो चुका था ये में क्या सोच रहा हुं अपनी बहेनके बारे में अेसे ही सोचते सोचते २ घंटे बीत गये फीर अचानक अंजना मेमका खयाल आया तो में उनसे मीलने उनके ओफीस तरफ चला गया अंदर वो अपने स्टाफ के साथ कुछ डिस्कशन कर रही थी मुजे देखते ही दो मीनीट रुकने को कहा में बहार वेइट करने लगा थोडी देर बाद आवाज आइ
अंजना : चलो राज मेरे साथ, में उनके साथ चलने लगा
में : मेम आपको कुछ काम था मुजसे आपने बुलाया था तो आ गया
अंजना : रिलेक्स राज कोइ सीरीयस बात नहि हे, उसी सीलसीले में बात करने जा रहे है ये बात में ओफीस में करना नहि चाहती इसीलीये हम केन्टीन में जा रहे है
मेरा दिल थोडा धक धक करने लगा की मेम मुजसे क्या बात करने जा रही है जो उनके ओफीस बजाय केन्टीन ले जा रही है में केन्टीन में बहोत कम आता हुं तो हम केन्टीन पहोच के अेक कोने के टेबल पर जाके बैठ गये जो बीलकुल खाली था बैठते ही मेमने दो चायका ओर्डर दे दीया मेने मेमकी तरफ प्रस्नार्थ भरे नजरोसे देखा मेम मुस्कराइ ओर बोली
अंजना : जेसे नेनु कहेती थी वेसेही हो अेकदम गभरु जवान हें...हें...(मेम हसने लगी) रिलेक्स राज अेसी कोइ बात नहीं दरसल में तुजे अेक प्रोजेक्ट देना चाहती हुं तुम इस प्रोजेक्ट में काम करो स्वतंत्र रुपसे क्युकी इसकी चर्चा मे स्टाफके सामने नहीं करना चाहती थी इसीलीये तुजे में यहा लायी ताकी ये प्रोजेक्ट गुप्त रहे इनकी जानकारी सीर्फ हम दोनोके बीचहि रहीनी चाहिये नेनुको भी नहीं बताना जबतक ये काम पुरा न होजाये तब चाय भी आगइ हम चाय पीते बात करने लगे
में : लेकीन मेम प्रोजेक्ट क्या हे? ओर ये काम के लिये सीर्फ मुजेहि क्यु चुना?
अंजना : क्युकी इस कामके लीये जरुरी सामान, प्लेस, पैसा और सबसे जरुरी काबीलीयत जो तुम्हारे पास हे, ओर तेरी होबी भी है अेसा व्यक्ति पुरे कोलेज में मुजे कहिं नही मीला जो में विस्वास कर सकु बाकि रही प्रोजेक्टकी बात तो कल साम ४ बजे मेरे घर आजाना इसकी डीस्कसन में यहा नही करना चाहती समज गये?
में : जी मेम
फीर हम खडे होगये मेने चायका बील पे किया ओर बहार आके मेम की इजाजत लेके घरकी तरफ बढ गया तभी याद आयाके सोनुको भी साथ ले जाना है तो में उनकी स्कुलकी तरफ बढ गया ओर वहा पहोंच के गेट के पास खडा रहा थोडा इन्तजार के बाद सोनु अपनी सहेली सीमाके साथ बात करते हुअे बहारकी तरफ आने लगी उनकी सहेली हमारी ही सोसायटी मे दुसरी गलीमें रहेती थी लेकीन दोनो सरमाके सरमाके बात कर रही थी तो मुजे थोडा अजीब लगा तो उनकी बात सुनेन के लीये बाइक समेत अेक कारके पीछे खडा होगया वे दोनो बहार आइ तो सोनु मुजे ढुंढने लगी तभी देखाके उनकी सहेलीका भाइ बाइक लेके आरहा है तब सोनु बोली
सोनु : लो आगया तेरा बोयफ्रेन्ड हें..हें..हें..
सीमा : चुप कर कमीनी कोइ सुन लेगा तो मेरी बदनामी हो जायेगी
तभी सीमाका भाइ वहिं आके रुका सीमा जटसे उनके पीछे अेकदम चीपकके बैठ गइ ओर वो दोनो चले गये मे तो हेरान रह गया क्या भाइ बहेन गर्लफ्रेन्ड बोयफ्रेन्ड हो सकता हे ये सोचते ही मेरा माथा घुम गया ओर सोचते सोचते कारकी दुसरी तरफ से बहार आया तो सोनु मुजे देखते हि
सोनु : भाइ तुम कब आये?
में : अरे पगली मेतो इधर खडा था तुमारी आवाज सुनी तो इधर आगया चल घर नेनु के साथ सोपींगके लीये भी जाना है
ये सुनते ही सोनु फटाक से बाइक में बैठ गइ ओर सोचने लगी कहीं भाइ ने मेरी ओर सीमा की बात तो नहीं सुनली वो थोडा टेन्सन में आगइ ओर कन्फर्म करने के लीये मुजे बात करने लगी मेने बाइक घरकी तरफ चाला दी
सोनु : भाइ आपने मेरी आवाज कब सुनी में तो कुछ बोली ही नहीं
में : अरे तेरी आवाज जेसा कुछ लगा इसी लीये यहा आगया मेने सोचा तु कीसीसे बात कर रही है लेकीन तुतो यहा अकेली खडी है
सोनु को सर्मिंन्दा न होना पडे इसीलीये मेने जुठ बोल दीया सोनु ने भी राहत की सांस ली लेकीन सीमाने जो उसे आज अपने भाइ के साथ रीलेशन में हे वो बताया तब से सोनु मुजे ओर उनके बीचकी इमेजींग करके काफी उतेजीत होगइ थी वो मुजसे बीना
कहे ही अेकदम चीपकके बैठी थी उतेजनाकी वजह से उनकी पेन्टी पुरी गीली हो चुकी थी जो उसके लीये ये पहेली बार हुआ था
जेसे ही बाइक घर पर रुकी वो उतरके अंदर भागी ओर अपने रुम मे जाके सीधा बाथरुम में घुस गइ ओर पेन्टी उतारके चुतमें उंगली घुसादी ओर मुजे उनके साथ इमेजींग करके अंदर बहार करने लगी ओर थीडी ही देरमे उनकी चुतसे फवारा नीकल गया
जब पानी नीकला तब वो काफी उतेजनाकी वजहसे मेरा नाम जोर से पुकार दिया आह....राज....जब उनको होस आया तो काफी सर्मिंदा हुइ ओर गभरा गइ की कीसीने सुनतो नहीं लीया फोरन बाथरुम का दरवाजा खोलके मुह बहार नीकालके देख लीया वहा उसके रुममें कोइ नहीं था तो उसने राहतकी सांस ली लेकीन उसको नही मालुम था की में बाइक रखके फ्रेस होने सीधा उनके पीछे उपर आया ओर उनके गेटके बहार ही खडा था ओर मेरे नाम की चीख सुनके में हेरान रेह गया में समज चुका था की वो अंदर क्या कर रही थी में फोरन मेरे रुम में आके फ्रेस होने लगा
आज सुबहसे ही कुछ अजीबसा होरहा था सोनु मेरा इमेजींग कर रही है ये सोचते ही मेरे लंड महारजने अपनी हरकत सुरु करदी थी जो आज पहेली बार मेरी बहेनो के प्रती कुछ बजीब फीलींग महेसुस कर रहा था ओर काफी उतेजीतभी था जो मुजे सेक्स के प्रती धकेल रहा था यही सब सोचते हुअे काफी रोमांचीत महेसुस कर रहा था, में फ्रेस होके बाथरुम से बहार आया तो नेनुदी मेरे रुम में थी मुजे बहार रुम में आता देखते ही
नेनु : फ्रेस होगया बेबी तो आ चल नीचे लंच तैयार हे, में सोनुको बुलाके आती हुं
नेनु के जातेही में नीचे जाने लगा ओर सीधा दादीके रुममें आगया उनके पास बेठके उनका हालचाल पुछा ओर खाने के बारे मे पुछा उसने अपना अेक हाथ उपर उठाके हाथ हिलाया ओर मेरे सर पर रख दिया ओर खुस हुइ के मेरा पोता मेरी खबर लेता हे, तभी सोनुभी अंदर आइ ओर मेरे बाजुमे मुजसे सटकर बैठ गइ जो मुजे कुछ अजीबसा लगा
सोनु : दादीमां आप सीर्फ अपने पोतेकोही आसिर्वाद देगी उसके साथ मुजे नहीं देगी?
ये सुनते ही में चोंक गया लेकीन बहारसे जारी नही होने दीया क्युके सोनु ये भी बोल सकती थी अपनी पोतीको आसिर्वाद नहीं दोगी बजाय उसने मेरे साथका आसिर्वाद मांगा जो पती पत्नी वाला आसिर्वाद मांगा आज उसने डबल मींनींग वाली बात कही थी जो ये समजती थी की मुजे समजमे नहीं आयेगा ये सुनके में काफी रोमांचीत हो गया मेने भी थोडा आगे बढने की सोची ओर अेक हाथ उनकी कमरमे डाला वो थोडी गभराइ ओर मुजे देखने लगी ओर उसने भी मेरा हाथ हटाने की कोसीस नही की वो मेरी तरफ देखे जा रहीथी लेकीन मेने उनकी तरफ ध्यान न देते हुअे दादी मां से कहा
में : हा दादीमां हम दोनो साथमें शुभारंभ करने जा रहे है इसके लीये आसिर्वाद दिजीये
अब चोंकने की बारी सोनुकी थी दादीमां ने हम दोनोको बारी बारी अेक साथ आसिर्वाद दिया सोनु मुजे अेक नजर से देखने लगी लेकीन मेने उनकी तरफ न देखते हुअे वहासे खडा होगया ओर बहार जाने लगा तभी सोनुने मेरा हाथ पकडके रोक लीया ओर खुदभी खडी होगइ मेरे अेक दम करीब आके मेरी आंखो मे देखते हुअे
सोनु : भाइ तुम कोनसे नये शुभारंभ की बात कर रहे हो?
में : हे अेक बात जो तुमको बाद में बता दुंगा
ये कहेके में बहार की ओर जाने लगा तभी पीछे आवाज आइ भाइ... मेने मुडके नहीं देखा ओर जाके डाइनींग टेबलकी मेरी चेर पर बैठ गया, पीछे सोनुभी आके बैठ गइ और मुजे घुर रही थी केजेसे अभी मुजे चबाके खाजायेगी तभी नेनुभी आगइ ओर हम सब खाना खाने लगे खाना खाते समय भी मुजे घुर रही थी वो बोखलाइ हुइ लग रही थी तभी उसके दिमाग में मेरी बात नीकलवानेका अेक आइडीया आया ओर मुस्कराके कहेने लगी
सोनु : नेनुदी भाइ कुछ नया करने जा रहा है अभी दादीमांको अंदर कुछ बता रहा था
नेनु : अच्छा? भाइ क्या करने वाले हो हमे भी बतादो
में : कुछ नहि दी में सोच रहाहुं कि स्पेर टाइम में हमारी फेक्टरीपे जाउ जो काफी टाइमसे बंध पडी है
ये बात कहेके में सोनुकी तरफ देखके हसने लगा, तभी नेनु भडक गइ
नेनु : तु क्युं हस रही हे खाना खाले ओर तु भी खाके थोडा आराम करले सामको मेरे साथ आना भी हे, याद हे नां बडा आया फेक्टरी जाने वाला
नेनु दीदीका मुड देखके हम चुपचाप खाने लगे दी थी तो मुजसे १.५ साल ही बडी लेकीन हम उसका बहोत रिस्पेक्ट करते थे वो हमारा मां की तरह ख्याल जो रखती थी, में उपर अपने रुममें आके आंख बंध करके आराम करने लगा ओर सोनु नेनुदी का हाथ बटाने लगी आधे घंटे बाद मुजे मेरे रुमके दरवाजे पर कुछ आहट सुनाइ दी मेने अेक आंख थोडी खोलके देखा तो सोनु मेरे रुम का दरवाजा खोलके देखने आइ में जाग रहा हुं की सो गया वो मुजसे कुछ बात करना चाहती थी
में उसके मनमें क्या हे वो पुरा न जानलु तब तक उनको इग्नोर करना चाहता था, मुजे सोया हुआ समजकर वो चली गइ मुजे निंद नही आ रही थी तो मे मेरा मोबाइल नीकालके फेसबुक देखने लगा उसमे मेरे काफी फ्रेन्डडस थे उनका आया हुआ मेसेज पढने लगा फीर मोबाइल रखके मेने अपना पी.सी. ओन किया मेइल चेक करने के बाद मेने अपनी कुछ फेवरीट साइट हे जो नये नये इलेक्टड्ढोनिक्स ओर मीकेनीकल प्रोजेक्टस आते रहेते है वो देखने लगा मुजे इनमे से अेक प्रोजेक्ट देखते ही मेरे दिमागकी बती जली छोटे बग का प्रोजेक्ट मीला वो बटन माइक वाला जो दुसरो की बातचीत सुनी जाती है
जो जासुसीके लीये इस्तमाल की जाती हे वो मेने अपने पी.सी.पे सेव करलीया कयुकी मुजे उसे युझ करना था, ये सब देखते देखते साम ४.३० बज गये मे पी.सी. सटडाउन करके बाथरुम में फ्रेस होने चला गया बहार आके तैयार होगया ओर नीचे जानेसे पहेले में सोनुके रुम में गया वोतो अेकदम गहेरी नींद मे सोइ हुइथी फीर नीचे होल में आ गया वहा कोइ नहीं थातो में नेनु दीदीके रुमकी चरफ गया वोभी सोइ हुइ पडी थी दी सोते हुअे अेकदम मासुम लग रही थी नेनु रोज मुजे सुबहमें उठाने आती थी ओर मुज पर चीलाती थी आज मुजे बदला लेनेका मोका मीला तो मेने उसको अेक हाथ उनकी पीठ पर ओर दुसरा हाथ उनके चुतड पर रखके उनको जोरोसे हिलाया ओर चिलाया
में : उठजा सोपींग नही जाना क्या कितना सोती है ५ बज गये...
दीदी हडबडाके अेकदम उठ गइ ओर मेरी ओर देखने लगी फीर घडी में ४.३० देखके वापीस मुजे देखने लगी, तो मेरी हसी छुटगइ तो मुजे मारनेके लीया बेडसे उतरने लगी लेकीन में भागा नहीं
नेनु : रुक कमीने तेरी खबर लेती हुं बदला ले रहा है मेरा साले
कहके मुजे पकडने के लीये मेरी तरफ दोडी वो मुजे पकडे इससे पहेले मेने उसे पीछेसे बाहोमे पकड लीया वो छुटनेकी नाकाम कोसीस करती रही मेने उसे हिलने तक नही दिया फीर उसने छुटने की कोसीस बंध करदी मे उसे वेसेही पकडते हुआ बाथरुम तक छोड आया वो बाथरुमके अेदर जाने से पहेले मुडकर हसते हुअे मुजे तीरछी नजरोसे देखते हुअे अंदर चली गइ ओर अंदर से बोली
नेनु : राज वो बंदरीयाको भी उठा दे
में : जी दी अभी उठाता हुं
कहेके में उपर सोनु के रुम में चला गया वो अभी भी गहेरी नींद मे सो रही थी में उसके पास जाके दोनो हाथ उनके नीचे ले जाकर सोते हुअे ही अपनी गोद में उठा लीया ओर बाथरुम कि तरफ जाने लगा वो चोंकके नींद से जाग गइ ओर खुदको मेरी गोद में पाकर सारी सीचुअेशन समज गइ ओर मेरे सीने पे मुके मारने लगी मेने बाथरुम खोलके उसे अंदर धकेल दीया तो नीचे उतरते ही मेरी तरफ दोडी मेने उसेभी नेनुकी तरह कसके आगेसे पकड लीया वो भी छुटने की भरपुर कोसीस करने लगी लेकीन छुट ना पाइ ओर सांत होगइ हमारा चहेरा अेकदम आमने सामने था जेसे दो प्रमी अेक दुसरोकी बाहोंमें हो सोनु मेरी आंखो में देखने लगी में भी उसकी आंखो मे देखने लगा मेरा चहेरा अपने आप आहिस्ता आहिस्ता उनके चहेरे की तरफ जुकता जा रहा था सोनु फोरन सीचुअेशन समजके कहेने लगी
सोनु : भाइ छोडदो प्लीज...
में : नदीं छोडुंगा बहुत सताती हे मुजे
सोनु : भाइ प्लीज छोडो नेनुदी आजायेगी
में : आनेदो जीसको आनाहे उनको मे कीसीसे डरता नहीं, कहेके मेने उसे छोड दीया
सोनु : (सहरमाते हसते) भाइ तुम भी ना..,
वो थोडा सरमाके मुस्कराइ ओर जटसे बाथरुम में घुस गइ में भी नीचे होल में आके सोफे बैठ गया थोडी देर बाद नेनु दीदी तैयार होके बहार आइ तो मे उसे देखता ही रह गया क्या लग रही थी दीदी अेकदम कयामत उसे इस रुप में देखते ही मेरे नीचे हलचल तेज होगइ दीदीने ब्लेक कलर की साडी पहने हुइ थी इसके चोटी जो घुटनो तक लहेराती थी कोइ ज्यादा मेकअप नहीं कीया था फीर भी दीदी कामदेवकी मुरत लग रही थी मेरे मुह से अनायास नीकल गया
में : वाउ.. दी क्या लग रही हो अेकदम होट, लगता हे आज सहेर में बहोत अेक्सीडन्ट होने वाला है, (तबतक सोनुभी नीचे आगइ)
नेनु : इधर आतो बदमास अपनी दीदीको होट बोलता है पागल कहीका
कहेके दीदी कातील स्माइल करते तीरछी नजरसे हसने लगी मेभी हसने लगा फीर सोनु की तरफ देखा तो वो मुजे कुछ अजीब नीगाहो से देख रही थी में कुछ समज नही पा रहा था फीर दी ने चाइ बनाइ ओर चाइ पीके हम माक्रेट जाने के लीये घर से बहार नीकले में बाइक तरफ जाने लगा तो दीने गाडी में जानेको बोला कयुं की सामान ज्यादा लाना था तो मेने गाडी की चाबी लेने अंदर चला गया तो सोनु सोफे पर बैठके अपने मोबाइल से कीसी से बात कर रही थी जो मुजे वापस घर में आते देखकर हडबडाके खडी होगइ ये मेने देख लीया था लेकीन में कुछ नहीं जानता ये दिखाने के लीये मेने उसे हाथसे इसारा करते हुअे बेठने के लीये कहा
में : बैठजा बंदरीया इतनी इजत देनेकी जरुरत नहीं है हें..हें..हें..
ये सुनते ही उठके मेरे पीछे दोडी मेभी दोडके जलदीसे गाडीका दरवाजा खोलके अंदर बैठ गया ओर जोरोसे हस रहा था तबतक नेनु दीदी बहार खडी रहेके सारा तमासा देख रही थी ओर सोनुको बहार से ही रोक लीया
नेनु : अरे रुकजा क्यु लडते रहेते हो जा अंरद रातका लंच रेडी रखना ओर दादीको टाइम पे खीला देना
सोनु : ठीक हे दी लेकीन समजालो अपने इस बंदबको नहीतो कच्चा खा जाउंगी उसे
कहेके वे घर के अंदर जाने लगी मेंने गाडी स्टार्ट रखा था ओर नेनुदी भी आगे आके बगल वाली सीट पर बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखके
नेनु : क्यु तंग करता है उसे, उसीके लीये खरीदारी करने जा रहे है हम चल जाने दे मार्केट वरना देर होजायेगी
में : (गाडी चलाते हुअे) उसके लीये क्या खरीदना है उनके पास तो बहुत सारे कपडे भी है ज्वेलरी भी है बढीया मोबाइल भी है अब क्या चाहीये उसे
नेनु : अरे बुध्धु १० दीन बाद उसका बर्थडे नहीं है क्या?
में : अरे बापरे मैतो भुलही गयाथा, थेंक्स दी याद दीलाने के लीये
नेनु : सुन उनको मत बताना मेने तुजे बताया है उसने मना कीया था कहेती थी देखना है भैयाको याद रहेता है की नहीं वेसे क्या गीफ्ट ले रहे हो सोनुके लीये
में : वो तो सरप्राइज है में नही बताउंगा ओर मेरे मोबाइल पे सबका बर्थडे रींमाइन्डर पर रख दुंगा ताकी आगसे कोइ पंगा नाहो (सुनते ही दीदी हस पडी) वेसे दीदी अेक बात बताउ आपको, जो आप बुरा ना माने तो
नेनु : चल बता, भला मेने कभी तेरी बातोका बुरा माना है क्या? नौटंकीबाज
में : दी आज आप बहुत खुबसुरत लग रही हो अकदम नेचरल ब्युटी
नेनु : (हसते) क्या बात है आज बडी तारीफ कर रहे हो दीदीकी इसका मतलब हे में पहेले खुबसुरत नहीं थी, ओर इसमें बुरा मानने वाली बात ही नहीं है
में : नहीदी खुबसुरत तो आप पहेलेसे हो लेकीन में बताने में डरता था
नेनु : तारीफ के लीये शुक्रीया बेबी, बाय ध वे तुम इतना डरते क्युं हो लडकीयो से बात करनेमें? घर पे तो बडा लडता रहेता है तेरी सीकायत आइ हे मेरे पास हें..हें..हें..
में : अंजना मेडमका फोन आयाथा क्या?
नेन : जी कल ४ बजे बुलाया हे तुम्हे कहेती थी जरुरी कामके सीलसीले मे बात करनी है
में : अंजना मेम भी.., मुजे कहेती थी नेनुको मत बताना ओर खुद ही बता रही है
नेनु : वेसे आजकल तुप बहुत छुपा रहे हो मुजसे लगता है तुम्हे अपनी दीदी पे विस्वास नही रहा, अंजनाकी बात फीर गीफ्टकी बात, लगता हे अपनी दी से प्यार नही करता
हम बाते करते मोलके पार्किंग मे आगये ओर मे कार पार्क करने लगा
में : क्या दी मेरा सब कुछ आपही तो हो, में आपसे केसे छीपाता अंजना मेमने भले मना कीया लेकीन आपसे सेर जरुर करता ओर सोनुकी गीफ्ट आपके बगैर खरीदता भी नहीं, बस सही समयकी राह देख रहा था, लेकीन आज.. आज आपसे पराया हो गया हुं अेसा फील होता है
कहेते ही मेरे आंखो से आंसुओकी धारा बहेने लगी ये देखतेही दी वीचलीत होगइ ओर मुजे कारके अंदर ही हग करलीया ओर खुद भी रोने लगी फीर रोते रोते मेरे आंसु पोछते हुअे कहेने लगी
नेनु : अरे बाबा मेतो मजाक कर रही थी ओर आजके बाद अपने आपको पराया बोला तो मे अपनी जान दे दुंगी समजा, समजता क्या है अपने आपको अरे में सोनुसे भी ज्यादा तुजे प्यार करती हुं तेरे बगैर तेरी दी जींदाही नहीं रहे सकती (कहेते दीदी जोरोसे रोने लगी)
में : दी प्लीज सोरी...आज के बाद में अपने आपको कभी पराया नहीं कहुंगा मुजे माफ करदो आप तो मेरी जान हो जान
कहेके मेने दीदीको हग करके उसके आंसुओ को पोछने लगा ओर दीदीको पानी पीलाया आज मुजे दीदी पर बहुत प्यार आरहा था जेसे मेने कीसी देवीको दु:ख पहोंचाया हो अेक आदर्श नारीके रुप में दीदी अेकदम परफेक्ट लग रही थी अगर दीदी सादी करके चली गइ तो हमारा खास करके मेरा क्या होगा ये सोचते ही मेरी रुह काप गइ ओर में दीदीको अेक नजर से देखने लगा
नेनु : क्या हुआ अेसे क्यु देख रहा है?
में : कुछ नही दी बस कुछ सोचतेहि दिलमें गभराहट आगइ, अब चले मोल में?(कहेते हम दोनो बाते करते चलने लगे)
नेनु : (मेरी ओर देखके) अेसा क्या सोचा जो तेरा दिल गभरा गया?
में : कुछ नही दी इसके बारे में हम कभी आराम से बात करेंगे चलो काफी देर होगइ ओर हम अंदर तक नही गये चलो जल्दी
नेनु : (मेरा हाथ पकडके चलते हुअे) बेबी तुजे मेरी कसम कोइ सीरीयस बात तो नहीं
में : अरे नही दी अेसी कोइ सीरीयस बात नही है, ओर आजके बाद जींदगीभर मेरा हर राज पर आपका हक रहेगा ये मेरा वादा हे तुमसे हर फेसले पे आप इन्वोल होगी अब खुस
नेनु : तु जानता नही है तुने बहोत बडा डीसीजन बीना सोचे समजे करलीया है इनका मतलब भी जानता है ?
में : दी प्लीज, हम कल इसपे चर्चा करेंगे प्लीज देखो हम पहुंच गये है
नेनु : ठीक है भाइ अभीतो छोड देती हुं लेकीन मुजसे इस बारे में बात करनी पडेगी तुजे
ओर दी मुजे हाथ पकडके अंदर लेगइ वहा उइने अेक हप्तेका खाने पीनेका जरुरी सामान लीया फीर हम सोनु के लीये कुछ डड्ढेसीस खरीदे जीसे दीदी हर डड्ढेस मुजसे पसंद करवाती थी, फीर मेने अेक अेसा डड्ढेस देखा पुरा सफेद फ्रोक जेसा तो मेने नेनुके लीये पसंद कीया दीदी मना कर रही थी मेने उसे जबरदस्ती दिलवाया
नेनु : भाइ में अेसा डड्ढेस नही पहनती येतो छोटी बच्ची जेसा लगेगा
में : तो आप अभी छोटी बच्चीही हो कोइ सादी सुदा ओरत नहीं, समजी मेरे लीये आप अेक प्यारी सी अेंन्जलही हो प्लीज मेरी खातीर दी प्लीज..प्लीज..
नेनु : (हसके) ठीक है ठीक है चल लेले बीलकुल पागल हो, बडा आया मुजे अेन्जल बनाने वाला हें..हें..हें..
वहा खरीदारी करके हम लेडिज अंडरगारमेन्ट की शोपमे गये दीदी ने मुजे बहार ही रोक दीया
नेनु : भाइ तुम यहा रुको, मेरे लीये ओर सोनुके लीये कुछ कपडे खरीदने है में अभी आइ
में : अंदर आनेदोना दी उधर शोप में तो मुजे सब दीखाके दीखाके खरीद रही थी (कहेके जुठ मुठ उनके पीछे जाने लगा)
में जुठ मुठका मुह बनाके बहार गेलेरी मे खडा होगया थोडी देर बाद दीदी आगइ
नेनु : चलो भाइ होगइ शोपींग तुजे कुछ नहीं लेना है?
में : नही दी मेरे पास बहोत सारे कपडे पडे हे
नेनु : सोनुकी गीफ्ट भी नही लेनी? (मुस्कराते हुअे)
में : नहीं दी अभी नहीं तुजे बडी जल्दी है जानने की टड्ढस्टमी दी हम साथमे जायेंगे गीफ्ट लेने अब तुमसे छुपाके कुछ भी नहीं (उसके अेक गालपे चीटकी लेते हुअे)
नेनु : इतना भरोसा मुज पर अेक लडकी पर इतना भरोसा नही करना चाहीअे हें..हें..हें..
में : आप लडकी थोडीहो आप तो मेरा सब कुछ हो मेरे जीगरका टुकडा हो समजी आप, चलीअे अब मेरे पीछे आइअे बीना सवाल कीअे
नेनु : लेकीन कीधर ले जा रहे हो?
में : बोलाना कोइ सवाल नहीं चुपचाप चलो
नेनुदी अपने मुंह पर उंगली रखके हसते हुअे मेरे पीछे पीछे चलने लगी में नेनुको अेक आइसक्रीम शोपपे ले गया ओर अेक खाली टेबल पर बैठ गये ओर दीका फेवरीट राजभोग आइसक्रीम की दो बडी कप ओर्डर करदी
नेनु : अरे तुतो वेनीला खाता है ना तो तु वोही मंगवाले
में : नही दी आज से आपकी फेवरीट, मेरी फेवरीट
नेनु : तु बीलकुल पागल है मुजे इतना प्यार न दे भाइ में नहीं सहन कर पाउंगी
कहेते दीदी की आंखे थोडी नम होगइ ओर मेरी आंओ में अेकनजर देखने लगी मे भी उसकी आंखो मे देखने लगा हम दोनो सब कुछ भुलकर अेसेही देखते रहे पता भी नही चला कब आइस्क्रीम आगइ मेने दीदीको देखते हुअे अेक चम्मच ली ओर दीदी के मुहपे लगाइ तब दी को होस आया वो थोडा हडबडाइ फीर मुंह खोलके आइसक्रीम खागइ आज दी मेरे बारे कुछ सोच में पड गइ वो क्या सोच रही थी उसने मुजे बाद में बताया था फीर हम बील पे करते घर की तरफ जाने लगे पुरे रास्ते पे नेनुने कोइ बात नहीं की ओर ना मेंने रास्ते पे अेक शीव मंदिर आया मेने कुछ बोले बीना ही अंदर दर्शन के लीये चला गया पीछे नेनुभी आगइ ओर मेरे आगे खडी होके हाथ जोडके दर्शन करने लगी
फीर हम घर पहोंचे मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ
कन्टीन्यु........
ये केसी अनुभुती
अपडेट - २
मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ.. अब आगे
में सोच रहा था आज मेने नेनुके साथ केसी केसी बाते की मे उसे पुरा समर्पीत कयु होगया कही दी से प्यार तो नही होगया क्या इसे प्यार कहेते है? यही सोचते सोचते कब आंख लग गइ पताही नही चला तभी मुजे सोनु की आवाज आइ
सोनु : उठ जा बंदर अभी कहा सो गया डीनर नहीं करना क्या?
में उठके सीधे बाथरुम के तरफ जाने लगा सोनु मुजे यंत्रवत देखती रह गइ उसे लगा भाइ मुजे पकड लेगा लेकीन मेरी कुछ प्रतीक्रिया ना देखके वो निरास होकर थोडी देर वहीं खडी रही फीर नीचे चलकर सोफे पे बैठ गइ ओर सोचने लगी भाइको क्या हे गया हे कुछ उदास लग रहा है कही दी के साथ कोइ जगडा तो नही किया
येतो दी के साथ उची आवाज मे बात तक नही करता तो फीर इसे क्या होगया है यही सब सोचती रही तभी में नीचे आके सीधा दादीके रुममे गया ये देखते सोनु भी मेरे पीछे आने लगी मेने दादीके रुम मे जाके उनका हालचाल पुछा ओर दादीके पैर छुके उनके पास बैठ गया तभी सोनु भी मेरे पास आके बैठ गइ ओर दादीको कहेने लगी
सोनु : दादी हम दोनोको साथ में आशीर्वाद नही देगी?
दादी ने बारी बारी हम दोनोको आशीर्वाद दीया, ओर में उठके बहार आके सोफे पर बैठ गया मुजे सोनुको ओर तडपाना था ओर मुजे उनकी मेरे बारे में फीलींग्स जाननी थी दिमाग में फीलींग्स सब्द आते ही मुजे कुछ याद आगया जीसके लीये मुजे फेक्टरी जाना था जो अेक डेढ घंटेका काम था तो में डीनरका वेइट करने लगा सोनुभी दादी के रुम से नीकलते ही नेनुके पास कीचन में चली गइ ओर दीको मेरे बारे में पुछने लगी
सोनु : दी भाइ जबसे वापस आया है तब से कुछ बोलही नहीं रहा, कहीं आपसे जगडा तो नही होगया?
नेनु : अरे नहींरे आज उनको मोलमे बहुत चलाया सामानके साथ चलाके चलाके उनको थका दीया इसीलीये
नेनुने सोनुके सामने जुठ बोला ताकी उनकी फीलींग्स पकडी ना जाये फीर दी को भी लगा राज के साथ नोर्मल बात करनी पडेगी नहींतो अे बंदरीया सक करेगी मुजे भी लगा नोर्मल बात करनी पडेगी फीर नेनु डीनर बहार डाइनींग पर लाके
नेनु : चल राज आजा डिनर रेडी है ओर तुभी आजा सोनु मुजे जोरोकी भुख लगी है
नेनु नोर्मल बात करनेकी कोसीस करने लगी फीर हम सब डाइनींग टेबल पर आके बैठ गये ओर खाना खाने लगे तभी सोनुने कहा
सोनु : भाइ आज मेरा स्कुटी रीपैर नही हुइ आपने बोला था
नेनु : अरे कल करवा देगा आज भाइ मेरे साथथा तो तेरा स्कुटी कहासे ठीक होगा कल भी भाइके साथ स्कुल चली जाना ओके, क्यु राज?
में : जी दी ज्यादा से ज्यादा लोग क्या कहेंगे मुजे सरकस वाला
नेनु : तुजे कोइ सरकस वाला क्यु बोलेंगे?
में : क्या दी आप भी कभी तो दिमाग इस्तमाल करो बंदरीया लेके घुमुगा तो लोग तो मुजे सरकस वाला ही समजेगे ना (में ओर नेनु ठहाके मारके हसने लगे)
सोनु : ओय तुम दोनो चुप करो कुछ तो सरमहया करो सरम नहीं आती छोटी बहेनकी टांग खीचते हुअे
नेनु : सोरी सोरी..
फीर हम दोनो आकदम सीरीयस होगये फीर वापीस हसने लगे हमकोे हसता देखकर सोनुभी मुजे देखकर मंद मंद हस रही भी
सोनु : (अपने मन में) हसले बच्चु तु नहीं जानता तेरी सोनु तुजे कीतना चाहती है तेरी हर सरारत कबुल है मुजे, तुजे में केसे बताउ तेरी अहेमीयत क्या हे मेरे
जीवन में अेक दीन तुजे अपना पती नही बनाया तो कहेना
नेनु : सुन राज हमारे लीगल अेडवाइजरका फोन आया था केह रहा था राजस्थान में जयपुर वाली फेक्टरी हे जो बंध है उसका अेक खरीददार आया हे तो बेचना
चाहो तो मीटींग फिक्स करवाउ, क्या कहेतो तुम दोनो?
में : दीदी पापाकी कोइ प्रोपर्टी हम बेचनातो नहीे चाहते लेकीन मेने कुछ अलग सोचा हे
दोनो दीदी : क्या सोचा है?
में : क्युनां हम इस प्रोपर्टीको बेचके उसी पैसासे हम अेसी जगाहपे प्रोपर्टी लेले जो टुरीस्ट प्लेसहो ओर हमेभी काम आये
नेनु : बात तो तेरी सही है अभी तो हमे पेसोकी जरुरत नही है तो हम ये कर सकते है ठीक है में हमारे वकीलको बता देती हुं वो मीटींग फिक्स करे
में ओर सोनु : थेन्कयु दी, लव यु
नेनु : लव यु टु मुं..हां..
में : दी मेरा डीनर होगया में बहार घुमके अेक घंटे में आता हुं
नेनु : ओके बेबी हमारे सोनेसे पहेले जलदी आजाना
में : ओके दी आजाउंगा
केहके में बाइक लेके सीधा हमारी फेक्टरी मे चला गया यहा में स्पेर टाइम पे आता रहेता हुं ओर मेरी होबी के काम करता रहेता हुं फेक्टरी में पापाका अेक ओफीस भी था ओर ओफीससे सटकर अेक रुम भी था जीसमें बेड, फ्रिज सोफे वगेरे पापाने लगवाया था पापा कभी दो दिन कभी तीन दिन यहा रुकते तो यही रुम का इस्तमाल करते थे
हम सबको पताथा में वहां पहोंचकर अपना माइक्रोफोन वाला प्रोजेक्ट बनाने लगा मेने बटन माइक्रोफोन अेकदम छोटा लोंग रेन्ज वाला दो सेट बनाया ओर अेक कोमन रीसीवर बनाया अेसे इलेकटड्ढोनीक्स आइटम बनाना मेरे लीये कोइ नयी बात नहीं थी अेसी चीजे में अक्सर बनाता रहेता हुं तो ये सब बनाके में ९ बजेके करीब वापस घर पर आगया
नेनु ओर सोनु सोफे पे बेठके टीवी सीरीयल देख रही थी मेंभी वही नेनुदी के पास आके बैठ गया मुजे इन माइक्रोफोनको छुपाना था ये दोनो टीवी देखने में मसगुल थी तो सोचा यही मौका है तो दादीको मीलके आता हुं कहके में जाने लगा दोनो मे से कीसीने ध्यान नहीं दीया तो सीधा दादीके बगल वाला नेनुके रुम मे चला गया
वहा अेसी चीज ढुंढने लगा जो नेनु हमेसा अपने पास रखे तभी मुजे दीदीका पर्स याद आया बहार जाते वक्त दोनो दीदी अपना पर्स पासमें रखती थी मेने टेबल के डड्ढोअरसे उसका पर्स नीकाला ओर अेक ब्लेड लेके अेसी जगाह छोटा कापा लगाया ओर माइक्रोफोन डाल दीया जहा दी पर्स खोले तोभी न दीखे फीर पर्स डड्ढोअर में रखके में उपर चला गया
सीधा सोनुके रुममें सोनु अपना पर्स हमेंसा अपने बेड के तकीये के नीचे ही रखती थी तो दो मीनीट में अपना काम करके वापीस नीचे आके बैठ गया थोडी देर बाद सीरीयल भी खतम होगइ दीदी ने फोरन टीवीका वोल्युम कम करदीया ओर मेरी तरफ मुडी
नेनु : हां तो बेबी कल क्या प्रोग्राम हे तेरा?
में : क्यु दीदी कुछ काम था? सुबह कोलेज फीर सामको अंजना मेमको मीलने जाना है
नेनु : हां काम तो..था, लेकीन अंजनाको तुमसे क्या काम हे तुने बताया नहीं
में : मुजे क्या पता दीदी उसे मीलुगा तभीतो पता चलेगा उसे मीलके आपको बता दुगा टड्ढस्टमी दीदी कीतनी उतावली हो तुम
नेनु : ठीक है ठीक है सो जाओ अब सुबह कोलेज भी जाना है
कहेके नेनु उठके अपते रुममें जाने लगी में भी खडा होगया ये देखके सोनु
सोनु : क्या भाइ बेठो ना कुछ बाते करते हे मुजे अभी नींद नहीं आ रही हे
में : तुजे बेठना हो तो बेठ, सुबह स्कुल नहीं जाना क्या?
कहेके में उपर अपने रुम में जाने लगा सोनुभी पीछे पीछे आने लगी में मेरे रुम में आके दरवाजा बंध कर लीया ओर कीहोलसे बहार देखने लगा सोनु थोडी देर मेरे दरवाजे के सामने खडी रही फीर कुछ बडबडाके अपने रुममें चली गइ फीर मेने टेबल के डड्ढोअर से इयरफोन नीकाला ओर जेब में से रीसीवर नीकालके उसमे कनेक्ट कर दीया
ओर अपने बेड पर जाके बेठ गया दोनो माइक्रोफोन अलग अलग चेनलका बनाया था ओर रीसीवर में दोनो चेनलका चेन्ज ओवर स्वीच लगाया था ताकी दोनोकी अलग अलग बात सुन सकु अेक नंबर पर नेनु का माइक ओर दो नंबर पर सोनुका माइक सेट कियाथा जब मेंने रीसीवर ओन करके इयरफोन कानपे लगाया तो मुजे खरराटे की आवाज आने लगी
मेने रीसीवर में देखा तो स्वीच अेक नंबर परथी लगता हे नेनु सो रही है मेने स्वीच दो नंबर पे सेटकी तो लगता था सोनु कीसीसे फोन पर बात कर रही थी तो सामने वालेकी भी बात सुनाइ देती थी मुजे मालुमही नहींथा की मेरा माइक फोनकी फ्रिकवन्सी भी पकड लेता हे में बात सुनने लगा तो पता चला सोनु अपनी सहेली सीमा से बात कर रही थी
सोनु : क्युरे कमीनी कहा हे तु ओर क्या कर रही हे?
सीमा : कुछ नही तु सुना तु क्या कर रही हे मे तो मेरे रुम में हुं, तु कहा हे?
सोनु : मे भी मेरे रुम में ही हुं में समजी तु अपने बोयफ्रेन्ड के साथ होगी हे..हे..हे..
सीमा : नही भाइ अपने रुम मे हे यार..
सोनु : सुन स्कुलकी छुटीके वक्त हमारी ज्यादा बाते नही हुइ तु मुजे सुरुसे बताना अपनी लव स्टोरी मुजे जानना हे पहेले कीसने प्रपोज कीया प्लीज...
सीमा : लगता हे तु भी काफी इन्टड्ढेस्टेड हे अपने भाइको पटाने में कमीनी
सोनु : चुप कर कमीनी बताना हे तो बता वरना फोन रखती हुं
सीमा : ओये.. ओये.. मेरी स्वीटी नाराज होगइ ठीक हे सुन, मेंने मेरे पी.सी.मेसे नेट चलाते वक्त अेक कहानीकी सीइट हाथ लग गइ जीसमे भाइ बहेनकी प्रेम कहानीया थी जो में रोज पढने लगी फीर भाइके प्रती मेरा नजरीगा बदलने लगा फीर में भाइको लाइक करने लगी ओर कहानीयो में लीखा हुआ आइडीया मेने टड्ढाइ किया मेने अेक अलग फेक आइडी बनाके मेरे भाइको रीकवेस्ट भेजी भाइ नेभी मेरी रीकवेस्ट अेक्सेप करली फीर बातोका दोर सुरु हुआ
फीर हम प्रेम सेक्स जेसे सबजेक्टके बारे में बात करने लगे इसी बातोके बीच में भाइ से ज्यादा से ज्यादा करीब रहेने लगी भाइका सारा काम करना सुरु कर दिया जेसे भाइ जब अपने रुम में हो तब में उनका रुम, पी.सी. का टेबल वगेरे साफ करती ओर मेरे सरीर के उपर के अंगोका दर्शन कराती अेक दीन भाइ मुजे घुमाने लेगया
फीर अेक दीन फील्म देखने लेगया भाइ अब पुरा मुज पर लटु हो गये थे ओर में भी भाइको चाहने लगी थी बस इन्तजार था की कब भाइ मुजे प्रपोज करे मे चाहती थी की पहेल भाइ करे इसी इन्तजार मे काफी दीन नीकल गये फीर अेक दीन भाइ मुजे गार्डन में घुमने ले गया ओर डरते डरते मुजे प्रपोज कर दीया
मेने भी थोडा नखरा दिखायाकी में आपकी बहेन हुं समाज ओर घर वाले क्या कहेंगे वगेरे तो भाइ ने कहा में कीसीकी परवाह नहीं करता में सारी जींदगी तुम्हारे साथ गुजारना चाहता हुं में तुमसे सादी भी करलुंगा तुम चाहोतो? ये सुनतेही में भाइ से अेकदम लीपट गइ फीर क्या था
चल पडी हमारी लव स्टोरी इसे अेक महीना भी होगया भाइ मुजे बहोत चाहते है ओर में भी भाइ को दिलोजान से प्यार करती हुं ओर सुन आज स्कुल से हम वापस आ रहे थे तब भाइ ने कहा अपने रुमका दरवाजा खुला रखना रात को १ बजे आउंगा
सोनु : वाव.. बडी इन्टड्ढेस्टींग हे तेरी स्टोरी लगता हे आज कुछ होने वाला हे
सीमा : मुजे भी डर लग रहा हे कहीं भाइ मुजे फीजीकली तो होना नहीं चाहता?
सोनु : वाह तो इसमें डरनेकी क्या बात हे प्यार में तो यही सब होता ही हे
सीमा : तुजे बडी नोलेज है इस बारे में कही मेरे जेसा चकर तेराभी तो नही जो मुजे बाताती नही कही अेसा तो नहीं मेरा राज जान लीया ओर अपना छुपा रही हो, कमीनी मे तुजे अपनी पक्की सहेली मानती हुं ओर तेरे पर विस्वास करती हुं ओर तु हे के मुजे मानती ही नहीं
सोनु : अरे अेसा कुछ नहीं है बस तुहीतो अेक हे जीसे में मेरी हर बात सेर करना चाहती हुं ओर तु मानती हो अेसा कुछ भी नहीं हे मेरे ओर मेरे भाइके बीच मेरा अेसा नसीब कहा जो भाइसे प्यार करु लाइक तो में बचपन से करती हुं भाइको पर भाइ मेरी तरफ ज्यादा ध्यान ही नही देता तु कुछ बता ना
सीमा : अरे मेरी गुडीया तु भी भाइको पसंद करती हे मुजे बताया क्यु नहीं
सोनु : कहांसे बताउ पीछले दो दीनसे कुछ अजीब घटनाअे होती हे कभी लगता हे भाइ मुजे लाइक करता हे कभी लगता हे भाइको मुजमे इन्टड्ढेस्टही नही हे में समज नही पा रही भाइको इसी लीये तो केह रही हुं मुजे थोडा गाइड कर प्लीज..
सीमा : ठीक हे तु अेक काम कर कलसे तुभी मेरी तरह ज्यादा भाइके साथ रहे ओर उसको अपना पती मानके उसका हर काम कर लीया कर ओर अपने बुब्सका दर्शन कराती जा ओर मेरी तरह तुम भी अपने भाइका मन जानने के लीये अेक फेक आइडी बना के फ्रेन्ड रीकवेस्ट भेज दे ओर उसे बाते कीया कर फीर आगे क्या करना हे वो हम बाद मे डिसकस करेंगे लगता हे मेरा भाइ आ रहा है
सोनु : सुन अभी फीजीकली मत होना मेने सुना हेकी इसमे पहेली बार बहुत दर्द होता हे जब तुम दोनो घरपे दो तीन दीन अकेले हो तब यह सब करना, चल फोन रखती हुं कमीनी तुने अेसी बाते करते हुअे मुजेभी गरम करदीया है चल बाय.. अेन्ड ओल ध बेस्ट
जेसे ही सोनु फोन कट करदीया मुजे लगा अब सोनु कुछ करने वाली हे मेने रुम मे उपर की तरफ देखा जहा हम दोनोके रुमकी कोमन दिवाल पे छत की नीचे अेक छोटी वेन्टीलेटर विन्डो थी जो काफी समय से उसमे लकडी का अेक छोटा पटीया रखा हुआ था उसके नीचे ही मेरा पी.सी.का टेबल रखा हुआ था लगता हे
भगवान भी मेरे साथ था जेसे वो भी चाहता हो हम दोनो की जोडी बने मे मन ही मन उनको धन्यवाद करके टेबलकी ओर जाने लगाओर आहीस्ता से टेबलपे चड गया ओर लकडीको हटाके टेबल पर रख दीया फीर विन्डो मे देखा तो सामने ही सोनुका बेड था जो मुजे पुरा दीख रहा था मे अंदर का नजारा आराम से देख सकता था अेक बार फीर भगवानका शुक्रिया अदा कीयाकी मुजे ज्यादा महेनतके बीना मेरा काम होगया था
अंदर देखा तो सोनु डड्ढोअर में से कुछ नीकाल रहीथी फीर आके वो चीज बेडपे रखदी ओर अपना टोप उतारने लगी बेड पर रखी चीज देखी तो में चोंक गया क्युकी ये मेरी तस्वीर थी फीर सोनु ने अपना लोअरभी उतार दीया था अब वो सीर्फ ब्रा ओर पेन्टी में थी ओर उसकी बालकी चोटी उनके घुटने के चीने तक लेहराती थी
ये देखते ही मेरा लंड अेकदम रोड के माफीक खडा हो गया थोडी देर तो अेसा लगा सारी सरमहया छेडके उनके रुम मे चला जाउं ओर उसे पटक पटकके चोद डालु फीर मेने देखा सोनु बेड पर आके बैठ गइ ओर मेरे तस्वीर से बात करने लगी
सोनु : कितना प्यारा लग रहा हे मेरा राज, तु मुजको देखता क्यु नही तेरी सोनु तुजको कीतना चाहती है बेबी, तेरी सोनु तुजसे बहुत प्यार करती हे सारी जींदगी तेरे साथ गुजारना चाहती हे तु मुजसे सादी करले फीर देखना तेरी सोनु तुजे सारी जींदगी दीन रात चुदवाती रहेगी
ये कहेके सोनु मेरी तस्वीर को पागलो की तरह चुमने लगी मे ये देखके हेरान रह गया मेरी बहेन मुजे इतना चाहती हे मुजसे सादी भी करना चाहती हे ये उसका अेक प्यार हेकी अेक वासना ये बात जानने बगैर में आगे नहीं बढुगा, ओर उसे प्रपोज भी मे पहेले नहीं करुगा ये मेने मन ही मन डीसाइड कर लीया
फीर अंदर देखने लगा तो सोनु अपनी पेन्टी साइड मे करके दाये हाथ मे मेरी तस्वीरको बीच बीचमे चुमे जा रही थी ओर बाये हाथकी अेक उंगलीसे अपनी बुरमें फीगरींग कर रही थी ओर बीच बीच मे बोले जा रही थी
सोनु : आह...आहहहहहहहह...रा..... जज....फकमीहार्ड ओह....आह.......सीसीसी.... आह राज प्लीज...लव यु भाइ ओर जोर से चोदो अपनी बहेनको भाइ आहह में आ
रही हु, राज ओर जोरसे भाइ चोदो अपनी बहेनको आइइइइइइइ ओहहहहहहह गइ में
सोनुकी चुत के फवारा छुट गया उसने पुरी चदर खराब कर दी ओर कुछ छींटे मेरी तस्वीर पर भी पडे फिर वो थोडी देर सांत बेठी रही फिर उठके मेरी तस्वीर टेबलके अंदर रखदी ओर वो बाथरुम तरफ जाने लगी मे भी लकडी वापस अपनी जगह रखके वापस अपने बेड पर आकर लेट गया ओर लेटे लेटे ही सोचने लगा
क्या ये प्यार हे ओर वो भी मेरी दीदी, क्या सचमे वो मुजे इतना प्यार करती हे सोनुके बारे मे सोचते में कब सो गया पता ही नही चला जब मेने अपने माथे पर कुछ महेसुस कीया तो अेक आंख थोडीसी खोलके देखने लगाकी कोन हे, देखा तो मेरी नेनु दीदी मेरे बेड पे बैठके अपना अेक हाथ मेरे सर पे प्यार से घुमा रही थी मुजे थोडा अजीब लगा रोज जोरोसे आवाज लगाके उठाने वाली मेरी दीदी आज प्यार से हाथ फेर रही है मेंभी साइड पे होगया ओर मेरे दीदीके गोद में अपना सर रख दीया ये देखके नेनु मुस्कराके
नेनु : अच्छा तो मेरा सोना जाग रहा हे ओर मजा ले रहा है चल उठजा, कोलेज जाना हे की नहीं?
में : नहीं दी, नहीं जाना कोलेज सारा दिन आपकी गोद में सर रखके सोना हे
नेनु : चल हट बदमास सारा दिन सोयेगा तो घरका काम कोन करेगा ओर वो बंदरीयाको भी स्कुल छोडना हे, चल उठजा में उसको उठाती हुं तु फ्रेस होकर आजा नीचे
कहेके दी चली गइ सोनुको उठाने, कल रात की पुरी फिल्म मेरे सामने आ गइ ये सब याद आते ही मेरा खडा हे गया मे उठके जट बाथरुम में भागा फ्रेस होकर फुआरे के चीचे खडा होकर नहाने लगा लेकीन मेरे लंड महाराज नीचे बेठनेका नाम ही नही ले रहे थे में नहाके बहार आया ओर तैयार होके नीचे चला गया
तब तक दीदी नास्ता लगा चुकीथी लेकीन अभी तक सोनु नीचे नहीं आइ थी थोडी देर बाद वोभी नीचे आगइ ओर नेनु भी आके बैठ गइ हम तीनो नास्ता करने लगे नास्ता करते मेने सोनु की तरफ देखा तो मुजे देखकर अेक प्यार भरी स्माइल दे रही थी दीदीको अजीब न लगे इसलीये फोरन मेने अपना मुंह दीदी तरफ करदीया
ओर उसको देखने लगा कहीं वो हमारी तरफ तो नहीं देख रही वो नास्ता करने में व्यस्त थी तो मेने राहतकी सांसली मुजे संभाल के रहेना पडेगा इस लडकी से मेरा ध्यान वापस सोनु की तरफ ना जाये इसलीये में दीदी से बात करने लगा
में : दीदी आप सारा दिन घरका काम करती हो थक नहीं जाती, आप अेक नोकरानी क्युं रख नहीं लेती? ये भी सारा दिन अपने रुम में मोबाइल लेके पडे रहीती है ओर नहीं की दीदीका हाथ बटाओ
नेनु : क्यु दीदी के हाथका खाना अच्छा नहीं लगता ओर घर में जवान लडका हे में नोकरानी रखके कोइ रीस्क लेना नही चाहती समजे हें..हें..हें..
ये सुनके हम तीनो हसने लगे लेकीन ये बोलके मेने गलती करदी क्युके सोनुने फोरन वो बात पकडली
सोनु : दी भाइ ठीक केह रहा हे अब में आपका काम में हाथ बटाउंगी काम होने के बाद ही अपने रुम मे जाउंगी आजसे नीचे की सफाइ आप देखना ओर उपरकी सफाइकी जींमेवारी आज से मेरी (मेरी तरफ देखते हुअे अेक कातील स्माइल करते हुअे) थेन्कयु भाइ मेरी जीमेवारी याद दीलाने के लीये
नेनु : अरे वाह मेरी गुडीया तुतो बहु समजदार नीकली नसीब वाले होगे जो मेरी लाडली जीस घर में सादी करके जायेगी
सोनु : कहीं नही जाना मुजे सादी करके सारी जींदगी कुंआरी रहुंगी मगर आप दोनो को छोडके में कहीं नही जाउंगी कहे देती हुं तुमसे (गुस्सा होके)
यह कहेते ही सोनु मेरी तरफ देखकर जोरोसे रोने लगी मुजे पहेली बार थोडा अेतबार हुआ की सोनु को मेरे प्रती वासना नहीं हे ये सचमुच मे मुजे प्यार करने लगी हे मुजसे रहा नही गया में फोरन उठके उसके पास चला गया वोभी उठके मुजे हग करके रोये जा रही थी इतनी देरमे नेनुभी हमारे पास आगइ हम तीनो अेक दुसरेको हग करके थोडी देर खडे रहे
फीर मेने अपनी जेब से रुमाल नीकालके प्यार भरी नजरो से सोनु के आंसु पोछने लगा नेनुदी ने सोनु को पानी पीलाया फीर तीनो अपनी जगाह पे बैठ गये लेकीन नेनु दी कुछ सोच में पड गइ फीर मे कोलेज जाने के लीये उठ गया पीछे सोनु ओर
नेनु भी उठ गइ पहेले सोनुने दीको हग कीया ओर बहार जाने लगी बाद मे मेनेभी दीको हग कीया ओर जानेही वाला थाकी नेनु ने मुजे हाथ पकडके रोक लीया ओर मेरी आंखो मे देखते हुअे
नेनु : राज जलदी वापस आ जाना तुजसे जरुरी बात करनी है अकेले में, मेरी पर्सनल
में : दीदी आप बोलो तो आज कोलेज नहीं जाता अभी सोनुको छेडके वापस आता हुं
नेनु : अरे नहीं इतनी भी इम्पोर्टन्स बात नही हे तु आराम से जा
में : ठीक है दी लास्ट तीन क्लास बहुत जरुरी नहीं है में दस बजे आजाउंगा ओर बाराह बजे उस बंदरीया को लेने चला जाउंगा
नेनु : ठिक हे राज आजाना
इस बार दीदी ने आके मुजे हग कीया ओर मेरे माथे पे कीस के साथ साथ आज पहेली बार मेरे गाल पे भी पप्पी की में तो हेरान रहेके उसको देखने लगा दीदी भी मुजे देखते सरमाके हस रही थी ओर अपनी नजर जुकाअे खडी थी में थोडा मस्ती के मुडमे
में : थेन्कयु बेबी फोर स्वीट कीस
नेनु : (सरमाके हसके) मुजे बेबी कहेता है चल जा बदमास कहीका
में बहार आया तो सोनु मेरा बाइक के पास वेइट कर रही थी मेने बाइक स्टार्ट की ओर सोनु पैर पसार के इस बार पहेले सेही चीपक कर बैठ गइ
सोनु : बडी देर करदी बात करनें में कहीे कोइ सीक्रेट बात तो नही चल रही थी?
में : हां थी अेक सीक्रेट बात जो तेरे कामकी नहींथी ओर बहारतो नीकलने दे फीर चीपकना
ओर जेसे हम बहार नीकले इस बार सोनु ना सीर्फ चीपकके बैठी बल्की अपना दोनो हाथभी दोनो तरफ से डालके मेरा पेट पकड लीया जेसे दो प्रेमी हो
में : अेसे पकडेगी तो लोग क्या समजेंगे हाथ लेले
सोनु : जीसको जो समजना है समजने दो में कीसीसे डरती नहीं समजे
में : अच्छा बच््चु मेरा डाइलोग मुजे वापस दीया, घर चल फीर तेरी खबर लेता हुं
सोनु : हाये...मे तो कब से इन्तजार कर रही हुं के कब खबर लोगे मेरी हा..हा..हा..
में : तु बहोत बेसरम होगइ हे सोनु, दीदी से सीकायत करनी पडेगी
सोनु : क्या भाइ अेसी थोडी बहुत तो मस्ती चलती हे हम बच्चोकी बात बडोसे नही की जाती तुम्हे अच्छा नही लगा तो आगेसे मस्ती नही करुंगी, सोरी
में : चल चल ठीक हे ओर सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे करना मस्ती लेकीन हम अकेले हो तब करना दीदी के सामने अेसी मस्ती नहीं समजी
सोनु : (मुजे जोरोसे चीपकते हुअे) थेन्कयु भाइ लव यु, बाय ध वे भाइ आज लास्ट टु पीरीयड फ्रि हे तो ग्यारा बजे आजाना, आप को देर लगे तो में सीमाके साथ स्कुल के गार्डन में मीलुंगी
इतनी देर मे सोनुका स्कुल भी आ गया ओर वो उतरके आगे आइ ओर कातील मुस्कान के साथ मुजे अेक फ्लाइंग कीस देके बीना मुडे दोडके क्लासपे चली गइ मुजे इसकी अेसी हरकत देखके कोइ आस्चर्य नहीं हुआ वो सीमाकी सलाहके अनुसार सही जा रही थी लेकीन वो उस बात से अंजान थी की में उसकी सारी बाते जानता था ओर मुजे भी ये खेलमें मजा आने लगाथा फीर में बाइक लेके सीधा कोलेज आ गया अेक क्सास अेटेन्ड करने बाद सीधा अंजना मेम के पास चला गया मेम अकेली फ्रि बैठी थी मुजे देखते ही
अंजना : आओ राज याद हे ना आज मेरे घर पर ४ बजे आना हे
में : जी मेम में खुद आपको रीमांइन्डर दे ने आया हुं
अंजना : अरे वाह तुमतो बडे जीमेंदार लडके हो मेने तुमको काम देके कोइ गलती नहीं की
में : लेकीन आपने गलती कर दी
अंजना : में ने? मेने कब गलती की?
में : अेक तरफ आपने बोलाथा नेनु को नहीं बताना ओर आपने खुद ही उसे बता दीया
अंजना : ओह..सोरी लेकीन क्या करु तुम्हारी दीदी मेरी खाल फ्रेन्ड हे ओर उनका व्यक्तित्व ही अेसा हेकी में उनके सामने कोइ बात सेर कीये बीना नही रेह सकती सो.. सोरी राज
में : अरे मेम सोरी क्यु बोलती हो इस बात पे हम भी बाकात नहीं है हें..हें..हें..
इस बात पे हम दोनो हसनें लगे फीर में मेमसे विदाय लेके घर की तरफ चल दीया ओर सारे रास्ते नेनुदी के बारे में सोचता रहा क्या बात होगी जो नेनु मुजे पहेली बार अपनी पर्सनल बात डीस्कस करना चाह रही हे ये सोचते सोचते घर आगया
ओर आके सीधा दी रुम में चला गया दी अपने बेड पर सुबह जल्दी उठने की वजह आंख बंध करके आराम कर रही थी में जाके उसके बगल में बेठ गया ओर नेनुको सोते हुअे देखने लगा कितनी मासुम लग रही थी मेरा हाथ अनायस उसके माथे पर चला गया ओर उसका सर सहेलाने लगा मेरा हाथ लगते ही वो उठने की कोसीस करने लगी मेने उसे लेटे रहेने को कहा लेकीन वो नही मानी ओर उठके मेरे बगल में बैठ गइ ओर घडी में देखने लगी
नेनु : भाइ अभी तो साडे आठ बजे हे तु इतनी जल्दी आ गया कोलेज गया हे की नहीं
में : गया था दी वो आपकी सहेलीको मील के थोडा डांट के वापस आगया
नेनु : (हसते हुअे) क्युं क्या कीया बेचारीने तुम्हारे साथ
में : कुछ नहीं दी मुजे आपको बतानेको मना कर रहीथी ओर खुद तुमे बता दीया इसीलीये
नेनु : अरे बेचारी बहुत दुखी हे लेकीन बहोत अच्छी हे मेरे साथ उनकी हर बात सेर करती हे ओर अपना दिल का बोज हलका करती हे
में : उसको क्या प्रोबलेम हे अच्छी खासी तनख्वाह हे पती पत्नी अकेले रहेते है
नेनु : अरे उसकी बाकी की फेमीली राजकोट रहेती हे उसकी सास बडी जगडालु है ओर उपर से संतान का इस्यु तु नही समजेगा छोड इन बातोको अपनी बात पर आते हें
में : दी कोइ टेंन्सनकी बात तो नहीं आप बताओ मुजे, चुटकी में दुर कर दुगा
नेनु : अरे नहीं दरसल दो दिन पहेले हमारा अेक दुरके रीस्तेदार हमारे घर आये थे मेरे रीस्तेकी बात लेके
ये सुनते में मायुस होगया, नेनु दी ने अे बात नोटीस करली
में : फीर आपने क्या कहा? उसे मना तो नही कीयाने आपने?
नेनु : तुजे बडी जल्दी हे मुजे भगानेकी ताकी मोज मस्ती के लीये तुजे पुरी आजादी मीले मेने उसे उसी वक्त मना कर दीया हे (कहेके मेरी ओर देखने लगी)
में : लेकीन क्गुं दी आपने मना क्यो कीया?
नेनु : अगर में चली गइ तो मेरे राजका ख्याल कोन रखेगा मेरी सोनुका ख्याल कोन रखेगा मुजे ओर कीसीपे विस्वास नही हें (दीदीकी आंखे नम होगइ)
में : बट दी आपकी भी जींदगी हे हम सब तो अभी छोटे हे पुरी लाइफ अकेली केसे काटोगी ओर मुजे अेसी बाते आपसे नहीं करनी चाहीये दी आप मेरी दी के साथ अेक दोस्त भी हो इसीलीये हिंमत करके केह रहा हुं की आपकी कुछ जरुरते भी हे, केसे रेह पाओगी
नेनु मुजे अक नजर से देखने लगी ओर आंसु बहाने लगी मेने उसे फोरन हग कर लीया ओर मेरे सीनेपे सर छुपाके जोरोसे रोने लगी मेंभी अपना आंसु नही रोक पाया में भी रोने लगा हम थोडी देर अेसे आंसु बहाते रहे फीर मेने जेबसे रुमाल नीकाला ओर दी का मुंह उपर करके उनके आंसु पोछने लगा दी मेरी ओर देखती रही उनको रुक रुक कर आंसु आ रहेथे ओर में पोछता रहेता था फीर दीने भी मेरे आंसु पोछे फीर दी अलग होते ही
नेनु : तु कीतना समजता हे अपनी दीको मेतो धन्य होगइ तेरा जेसे भाइको पाकर तु अब वाकइ बडा ओर समजदार हो गाया हे मुजे विस्वास हे तुजपे की तु अब हम सब की जीन्मेदारी नीभा सकता हे, लव यु बेबी
में : लव यु टु डार्लींग
कहेके में हसने लगा ओर दीने मेरी छाती पे मुका मारके हसने लगी
नेनु : सरम नही आती दीको डार्लींग बोलता हे, मे तेरी डार्लींग हुं क्या? लेकीन मेने आज अेक फेसला कर लीया हे ओर वो भी पक्का, फीर इसके बारे मे हम कभी डीस्कशन नही करेंगे
में : क्या?
नेनु : अब में सादी नहीं करुंगी ओर ये मेरा आखरी फेसला हे
में : पर दी..
नेनु : बोला ने कोइ सवाल नहीं
में : आपको याद हे दीदी हम मोल पे शोपींगके लीये गयेथे तब मेने दिल गभराने की बात कीथी
नेनु : अरे हां तुने बाद में बतानेको कहा था, बताना तेरा दिल क्यु गभराया था?
में : यही दी आपकी सादी वाली बात याद आगइ थी की आप सादी करके चली जाओगी तो हमारा क्या होगा, यही सोचते दिल गभरा गया था
नेनु : मुजे भी पता था जब तुम मुजे अपने हर फैसला, तेरा हर राज ओर तो ओर तुमने अपनी फेवरीट चीज त्यागके मेरी फेवरीट चीज अपनाइ ओर तेरा मेरे प्रती अपना समर्पण देखके तभी डिसाइड करलीया थाकी मेरे बगैर मेरा राज नहीं रह पायेंगा इसी लीये मेने ये फेसला लीया ओर येफेसला लेके मेने कोइ गलती नहींकी आइ अेम सेटीसफाइ
में : पर दी आप तो ठीक, लेकीन सुबह उस बंदरीया भी सादीकी मना कर रही थी ओर वो कीतनी जीद्दी हे आपको तो पता ही हे, अगर तुम दोनो सादी नहीं करोगे तो में क्या कंरुगा
नेनु : तुम सादी करलेना ओर क्या, ओर उस बंदरीयाको हम दोनो मीलके मनायेंगे
में : नहीं दी पता नही मेरी जींदगी में केसी लडकी आयेगी सादीके बाद कभी उसने आपसे उंची आवाज में बातभी की तो में सहन नही कर पाउंगा ओर उसे तभी छोड दुंगा
ये सुनतेही दीदी जट से आके मुजे लीपट गइ उसने मुजे अपनी बाहों में भर लीया मेने भी अपना हाथ दीदी के पीछे लेजाकर उसकी पीठ सहलीने लगा ओर हमारा सर अेक दुसरो के कंधे पर रखके अेसेही काफी देर खडे रहे ओर बाते करते रहे
नेनु : भाइ तु कीतना प्यार करता हे अपनी दीदी से, में तो धन्य होगइ, इतना प्यार न कर भाइ में सहन नहीं कर पाउंगी मरजाउंगी में
मे ने फोरन दीको अलग कीया ओर उसके गालपे अेक तमाचा जड दीया दीके आंखसे आंसु बहेने लगे, तो उसको वापस अपनी बाहों मे भर लीया दी मुजे लीपट कर रोने लगी
में : खबरदार जो मरनेकी बातकी, अगर आइंदा अेसी बातकी तो में सचमुच घर छोडके तुम से दुर चला जाउंगा
नेनुं : कोइ सक नहीं भाइ जब भाइ इतना प्यार करने वाला मीला तो मुजे सादी करने की क्या जरुरत हे
में : बट दी में तुजे भाइ वाला प्यार दे सकता हुं पती वाला नहीं
ये बोलके मुजे गलती का अहेसास हो गया, ये मे क्या बोल गया कहीं दी गलत न समजे मुजे, लेकीन दीदी फीरभी कुछ नहीं बोली वोतो बस मुजे प्यारभरी नजरोसे देखे जारही थी फीर दीदी आहीस्ता आहीस्ता अपना सर आगे करने लगी ओर मेरे गालपे अेक पप्पी करदी फीर थोडी देर मुजे देखके अेक दम मुजे कसके लीपट गइ
उसके बुब्स मेरी छाती पे दब गये ये अेहसास होतेही मेरा लंड अेकखम खडा होगया ओर दीदीकी बुरको बहार से टच करने लगा दीदीको अहेसास होते ही वो मुजसे दो कदम दुर हट गइ ओर थोडी नीचे नजर करके मेरे पेंटमे आये उभार को देखने लगी ओर सरमा गइ खुदकी बुर भी गीली होगइ में सीचुअेसन की गंभीरता समज के बहार जाने लगा
लेकीन मुजे जो बात करनी थी वो कहेने के लीये दरवाजा के पास जाके पलट कर वहीं खडा रहेके दीदीको देखा तो मुजे अेसे प्यारभरी नजरोसे देख रही थी मानो कह रही हो राज मुजे छोडके मत जाओ यहीं रुक जाओ मेरे पास तेरी नेनु तुजसे बहुत प्यार करती हे पर मुजे मेरी बात कहेनी थी
में : नेनु दी, मेने भी अेक फैसला करलीया है, अब में भी सादी नहीं कंरुगा
कहेके फोरन मे बहार जाने लगा, पीछे राज..रुक जाओ लेकीन मेने पलट के नहीं देखा ओर अपनी बाइक लेके सीधा सोनु के स्कुल पहोंच गया घडी में देखा तो १०.४५ बज गये थे इसका मतलब सोनु अपनी सहेली सीमा के साथ गार्डन में होगी में अंदर जाही रहा था की मुजे याद आया दोनो क्या बाते कर रही है
में वही रुक के जेब में से इयरफोन नीकाला ओर रीसीवर ओन करके उनकी बो सुनने लगा आवाज स्पस्ट आ रही थी लगता था दोनो यहां काफी नजदीक ही बैठी हे सोनु सीमा से पुछ रही थी
मे बहार जाने लगा पीछे राज.. रुक जाओ लेकीन मेने पलट के नहीं देखा ओर अपनी
बाइक लेके सीधा सोनु के स्कुल पहोंच गया घडी में देखा तो १०.४५ बज गये थे इसका
मतलब सोनु अपनी सहेली सीमा के साथ गार्डन में होगी में अंदर जाही रहा था की मुजे
याद आया दोनो क्या बाते कर रही है में वही रुक के जेब में से इयरफोन नीकाला ओर
रीसीवर ओन करके उनकी बो सुनने लगा आवाज स्पस्ट आ रही थी लगता था दोनो
यहां काफी नजदीक ही बैठी हे सोनु सीमा से पुछ रही थी.....अब आगे
सोनु : तुजे बताना हो तो बता भाव क्युं खा रही है क्या हुआ कल
सीमा : ठीक है कल तेरा फोन रखते ही थोडी देर में भाइ चुपकेसे मेरे रुम में आगया
ओर दरवाजा बंध कर दीया ओर दोडके मेरे पास आके मुजे बेड से उतारके उसके सामने
खडा कर दीया ओर मुजे पागलो की तराह चुमने लगा फीर मुजे बाहों मे लेलीया थोडी
देर खडे रहेने के बाद उसने अपना होंठ मेरे होंठ पे लगा दीया
ओर हम अेक दुसरोसे जीभ मुंह मे डालकर फ्रेन्च कीस करने लगे हम दोनो काफी
उतेजीत हो गये थे फीर आहीस्ता से भाइ ने मुजे बेड पर लीटा दीया ओर मेरे उपर लेट
गया ओर हम फीर कीस करने लगे भाइ कीस करते करते अपना अेक हाथ मेरी चुची पे
ले जाके मसलने लगा में काफी गरम होगइ थी
फीेर चुची मसलते मसलते भाइ अपना हाथ नीचे लेगया ओर सलवार के उपरसे हो
मेरी चुत को सहेलाने लगा में सीसकारीया करने लगी अेक बार तो लगा भाइ जलदी
अपना मुसल लंड मेरी चुत में डालदे लेकीन तभी मुजे तेरी बात याद आगइ भाइ मेरे
सलवार का नाडा खोलने की कोसीस करने लगा मेने फोरन उसे रोक लीया ओर मना
करने लगी
(अब सीमाकी फेमीलीको मीलाना जरुरी हें रामुकाका - उमर ४४ वर्ष
अमीतजीने उसको सब तराह की हेल्पकी ओर उसकी फेक्टरीके वकशोपके हेड थे
अमीतजीको अपना बडा भाइ मानते थे उसने बरसो से अपने दीलमें अेक राज छुपाके
रखा हे जो आज तक अमीतजीके सीवाय कोइ नही जानता था जो आगे जाके हमारे
हीरो को बतायेगे में कहानी में उसे काका लीखुगा
रमाकाकी - रामुकाका की पत्नी उमर ४१ वर्ष हे तो बहुत धार्मिक पर कभी कभी
उसका मन भटक जाता हे क्युकी काका ने उससे पीछले ४ वर्षसे फीजीकली होना छोड
दीया हे तो इसकी सरीरकी भुख बढ गइ हे ओर अपने आपको अपने हाथोसे सांत
करती हे में कहानी में उसे काकी लीखुंगा
अजय - रामुकाका ओर रमाकाकी का बेटा उमर २२ वर्ष अेन्जीनीयरींग कर चुका
हे फील हाल अेक कंपनी में जोब करता हे ओर अपनी बहेनसे प्यार करता हे
सीमा - रामुकाका ओर रमाकाकी की बेटी उमर २० वर्ष जो सोनु की बेस्ट फ्रेन्ड हे ओर
अपने भाइसे बहुत प्यार करती हे दीखनेमें कयामत लगती हे रंग अेकदम गोरा चहेरा
आकर्सीत उसे देअते ही प्यार हो जाये इसी लीये उसका भाइ इसके प्यार में पड गया)
सीमा : भाइ प्लीज अभी नहीं मान जाओ प्लीज..
अजय : लेकीन क्यों दी प्लीज में तेरे बगैर नहीं रेह सकता
सीमा : भाइ मुजे कुछ वक्त चाहीये इसके लीये में अभी तैयार नहीं हुं, मानजा प्लीज
क्या मुजसे प्यार नही करता? अपनी दीदी की इतनी बात नहीं मानेगा?
अजय : प्यार तो में अपनी जान से ज्यादा करता हुं ओर सारी जींदगी करता रहुंगा
तुजसे सादीजो करना चाहता हुं मेरी स्वीटहार्ट हे तु, अबतो तुं जब कहेगी तब ही करुगा
सीमा : थेन्कयु भाइ जब घर में हम तीन दिन अकेले होंगे तब सही मोका देखके हम
हमारी सुहागरात मनायेंगे
फीर क्या भाइ मान गया ओर हम सुबह चार बजे तक फोरप्ले करते रहे ओर सुबह
चार बजे भाइ चला गया, ओर बता अब खुस ओर तुने कहां तक प्रोग्रसकी ये तो बता
सोनु : अभी तक कुछ नहीं कीया लेकीन आज सुबह मेने अपनी दिलकी बात भाइ ओर
बडीदीको बतादी की में सादी नहीं करुगी ताकी जींदगी भर भाइके साथ रेह सकु सादी
करुगी तो सीर्फ भाइसे वरना सारी जींदगी भाइके नामकी उंगली करते बीता दुंगी
सीमा : अरे सोनु तु इतना प्यार करती है भाइसे में तो समजती थी हमारे अंदर उमरकी
अेक महज वासना हे लेकीन तुम तो सचमुच अपने भाइकी दिवानी हे, सायद इसे ही
सच्चा प्यार केहते हे तु अेक काम कर आजही अपने भाइको फेक आइडी से रीक्वेस्ट भेज
दे ओर जल्दी आगे बढ में तुजे हेल्प करुगी तेरा सच्चा प्यार पाने में
सोनु : थेन्कस सीमा, में भी चाहती हुं जल्द से जल्द भाइ मुजे अपनाले ओर भाइने मेरा
प्यार कबुल नहीं कीया तो में अपनी हाथकी नस काटके अपनी जींदगी समाप्त कर दुंगी
सीमा : अरे पागल हे क्या अेसा कुछ नहीं करना तुजे तेरे भाइकी कसम तु कहे तो में
तेरे भाइ से इस बारे में बात करु?
सोनु : अरे नहीं कमीनी भाइकी कसम क्युं दी, अब में मरभी नहीं सकती, ओर इस बात
को में हीं हेंडल कर लुंगी तुम चिंता मत कर भाइ अभी नही आया लेने
मेनें फोरन रीसीवर ओफ कीया ओर इयरफोन अपनी जेब में रख दीया ओर अंदर
चला गया दोनो सहेली पेडके नीचे बैठी थी सोनु मुजे देखते ही मेरी तरफ दोड पडी ओर
आके मुजे लीपट गइ वो देखके सीमा हसने लगी (अपने मन में)कितनी उतावली हो
रही हे अपने यारको मीलनेके लीये मेने सीमाको हसते हुअे देखते ही सोनुसे अलग
होकर धीमेसे सोनुको कहा
में : क्या कर रही हे सीमा देख रही हे हमे अेसे लीपटके देखते क्या सोचेगी
सोनु : जो सोचना हे सोचने दो में कीसीसे डरने वाली नहींहुं
में : अच्छा इतनी हिंमत आगइ मेरी गुडीयाको चल अब घर चलते हे (फीर सीमाकी ओर
देखके) चल सीमा तुजे भी छोडदु अपने घर अकेली यहां क्या करेगी
सीमा : नहीं भइया भाइ अभी आता ही होगा मेने फोन कर दिया हे
अभी हम बात करही रहे थे तब सीमाका भाइभी आ गया ओर मेरे पास आके
मुजसे हाथ मीलाया फीर हम घरकी ओर चल दिये सीमा अपने भाइ के पीछे बैठके आगे
नीकल गइ ओर सोनु मेरे पीछे बैठते हुअे मुजसे कहेने लगी
सोनु : चलोने भाइ कहीं घुमके आते हे अभी तो सीर्फ ११.१५ ही बजे हे
में : अगर दीदीको पता चल गयाके में तुजे घुमा रहा हुं तो हमें डांटेगी
सोनु : दीदीको कहा पताहे की आज मेरी जल्दी छुटी होगइ हे चलोने प्लीज..
में : ठीक हे चल तुजे आइसक्रिम शोप लेजाता हुं खायेगी आइसक्रिम?
सोनु : वाउ.. स्योर भाइ चलो जल्दी
फीर हम दोनो अेक आइसक्रिम शोप में आगये यहां कुछ पर्सनल केबीन भी थी
ओर वहा ओपन टेबलभी थे जो बीलकुल खालीथे सोनु मेरे आगे नीकलके अेक पर्सनल
केबीन में घुस गइ उसके पीछे मुजे भी जाना पडा हम दोनो अेक दुसरेके सामने बैठ गये
सोनु काफी खुस लग रही थी तभी ओर्डर लेने अेक आदमी आया
सोनुने हम दोनो के आइक्रिम ओर्डर कर दीया जब तक आइसक्रिम नही आइ तब
तक हम दोनो अेक दुसरेको देखते हुअे खामोस बैठे रहे जेसेही आइसक्रिम आ गइ सोनु
ने अपने आइसक्रिम से चमच भरके मेरे मुहकी तरफ करदीया मेने गरदन ना मे हिलाया
तो वे थोडा मायुस होगइ
फीर मेने उसका चमच वाला हाथ पकडा ओर मेने अपने मुंह में लेलीया ये देखते
वो खुस होगइ फीर हम दोनो अपनी अपनी आइसक्रिम खाने लगे तभी मुजे नीचे अपने
पैर पर कुछ महेसुस हुआ ओर मेने खाते खाते ही नजर नीचे करते देखा तो सोनु अपने
अेक पैर मेने भी थोडा आगे बढने की सोची
में : ये क्या कर रही हे?
सोनु : क्या? मेतो खा रही हुं हें..हें..हें..
में : (हसते हुअे) तु नही सुधरेगी दिन भर दिन तेरी सरारत बढती जा रही हे अेक दिन
मार खाअेगी मुजसे
सोनु : हाये.. कब मारोगे मुजे में तो कब का वेइट कर रही हुं की आप मारो मुजे
सोनु ने आज भी डबल मीनींग बातकी ये सुनके मेरा लंड खडा होगया ओर मे ने
भी जानने उत्सुक था की मेरे बहेन मेरे लीये कीतना रेडी हे तो मेने अपना चमच साइड
पे रख दिया ओर अपने कप से मे नें उंगली से आइसक्रिम उठाइ ओर अपने मुह में
आधी उंगली डालके चाटने लगा सोनु मेरी इस हरकत देखके खाते खाते रुक गइ
ओर मेरी ओर देखने लगी फीर मेने आधी आइसक्रिम वाली उंगली उसके मुंहकी
तरफ लेगया ओर उसे देखने लगा अब वो क्या करेगी लेकीन उसने अपना चमच
साइडपे रखकर मेरा हाथ पकड लीया ओर खींचके मेरी उंगली अपने मुंह लेके मेरी ओर
देखके चाटने लगी जेसे मेरा लंड अपने मुह मे लेलीया हो अेसी हरकत करने लगी
ओर फीर जेसा मेने कीया वेसा उसने भी कीया मेभी उसकी उंगली चाटने लगा
सोनुकी आंख मे मेने अेक कामुक नसा देखा मुजे यकीन होगया था की ये लडकी
इसारा करते ही मेरे नीचे लेट जायेगी में बहुत उतेजीत होगया वो बात आगे बढाये
इससे पहेले में खडा होगया ओर उससे कहा
में : चलो सोनु देर हो जायेगी तो दीदी की डांट पडेगी बाकी सरारत बाद में कर लेना
सोनु : (सेड होके) ठीकहे भैया चलो ओर थेन्कयु स्पेसीयल आइसक्रिम खीलाने के लीये
में : अरे ये तो ओर्डिनरी आइसक्रिम थी स्पेसीयल तो तुजे बाद में कभी खीलाउंगा
ये सुनते ही वो अेकदम सरमा गइ ओर मुजे कामुक नजरो से हसते हुअे देखते
बहार जाने लगी फीर हम बील पे करके घरकी ओर नीकल पडे सोनु बार बार अपनी
पेन्टी गीलीकी वजह से बाइक मे ठीकसे बैठ नही पारही थी वो थोडी देर थोडी देर इधर
उधर हीलती रहेती थी मुजे इनकी पोजीसन मालुम थी तो मेने सरारत करने के मुड में
उसे कहेने लगा
में : अरे ठीक से बैठ ने क्यु हीलती रहेती है हम गीर जायेंगे
सेनु : भाइ वो.. वो.... मेरी....
में : क्या मेरी कही तेरी पीसाब तो नहीं छुट गइ हे..हे..हे..(मे हसने लगा)
में : (तब तक घर आ गयाथा ओर बाइक से उतरते वक्त) क्या बडा हे बोलना..
सोनु : (सरमाते) मुजे नही मालुम
कहेके वो अेक दम हसके सरमाइ ओर अंदर भागने लगी सीधा उपर जाके अपने
बाथरुम में घुस गइ में भी उपर आके फ्रेस हुआ ओर नीचे आके सीधा दादीके रुम मे
चला गया वहां नेनु दादीको अपने हाथसे खाना खीला रही थी मेने नेनुके हाथ से खाने
का डीस लेलीया ओर उसकी ओर देखके कहेने लगा
में : लाओ दी में दादी को खाना खीला देताहुं आप दुसरा ओर काम देखलो
नेनु खडी होगइ फीर थोडी देर मेरी ओर देखती रही फीर मेरे सरपे हाथ फेरके
बहार चली गइ ओर थीडी देर बाद सोनु भी अपनी पेन्टी बदलके फ्रेस होकर दादी के
रुममें आके मुजसे सटकर बैठ गइ उसे देखतेही अपना मुंह उनके कान के पास लेजाकर
धीमी आवाजमें
में : चडी बदलकर आ गइ मेरी स्वीटु (कहेके मे हसने लगा)
सोनु : (सरमाके हसते)क्या भाइ सरम नही आती अपने बहेनसे अेसी बाते करते हुअे?
में : अरे वाह तुजे बडी सरमहैया हे भुल गइ आइसक्रिम पार्लर?
फीर सरमाके उसने अपनी नजर नीचे करली फीर मंद मंद हसते हुअे तीरछी
नजरसे मुजे देखा में उसे देखकर धीमे धीमे हस रहा था, दीदीका हाथ बटाने जा रहीहु
कहेके वो खडी होगइ ओर जाने लगी तो मेने उसे कहा
में : अरे दादी का साथ वाला आशीर्वाद तो लेती जाओ
इस बात पे ओर सरमाइ ओर हसते हुअे दोडके बहार भाग गइ दादीको खीलाने
के बाद दादी का मुह साफ कीया हाथ धुलाया ओर दादीको पानी पीलाके दादीकी डीस
वापीस रखने के लीये कीचन की ओर जाने लगा कीचन में जाके मेने वोसबेस मे डीस
रखदी ओर अपने हाथ साफ करके बहार सोफे पर बैठ गया मुजे अेसे काम करते दोनो
दीदी देख रही थी फीर सुबह की घटना के बारे मे सोचने लगा
मेरा ओर नेनु का करीब आना दी से इतना लगाउ जो पहेले इतना नहीं था में क्यु
दीकी तरफ खीचता जा रहा हुं कही में दीसे प्यारतो नही करने लगा ओर दीका भी मेरे
प्रती लगाव बढता जा रहा था अेसा लग रहा था वो भी तो मेरी तरफ आकर्सीत हो रही
हे अगर अैसा हे तो में दुनीयाका सबसे खुसनसीब इन्सान हुं जो मुजे इतना प्यार करने
वाली सुसील सुदर अेक संपुर्णनारी के रुपमे में नेनु को पाकर धन्य हो जाउंगा
तब मेने मन ही मन अेक डीसीजन लेलीया में सादी करुगा तो सीर्फ नेनु से वरना
सारी जींदगी कुंआरा रहुंगा यही सोचते सोचते सोफे पर बेठे ही मेरी आंख लग गइ तब
मेने महेसुस कीया की सोफे पे कुछ हलचल हे मेने आंख खोलके देखातो दोनो दी मेरी
आजु बाजु मे बैठी थी ओर मुजे अेसे सोते देखकर मजा ले रही थी मुजे जागता देखकर
सोनु : दादीको खाना खीलाके थक गये हो?(दोनो हस पडी)
में : चुप कर बंदरीया अेसेही आंख बंध करके जाग रहा था (मेने जुठ बोला)
नेनु : अच्छा लेकीन हम तो यहां कबसे बैठे हे, तुतो बडी जोरोसे खरराटे मार रहा था
नेनु : (जुठ पकडे जाने से में थोडा सरमां गया) अलेले अलेले मेरा बेबी सरमाता भी हे
सोनु : हाउस्वीट सोते हुअे कीतना प्यारा बंदर लग रहा था, हेना दी?(दोनो फीर हसी)
में : लगता हे तुम दोनो आज मेरी टांग खीचने के मुड में हो, अेक अेकको देख लुंगा
नेनु ओर सोनु साथ में : हाये.. कब देखेगा हमे, हम तो कब से इन्तजार में हे
कहेके दोनो मुजे गुदगुदी करने लगी मेने भी अपना दोनो हाथ उनकी गरदन में
डालके मेरी तरफ खीच लीया ओर दोनोको दबोच लीया अब दोनोने छुटनेकी नाकाम
कोसीसकी फीर सांत होगइ इस पर सोनुको मौका मील गया डबल मींनींग बात करने का
सोनु : भाइ छोड दे हम दोनोको, तुजसे कभी नही जीत सकती आजसे हम दोनो तुमसे
सरेन्डर करते क्युं दी
नेनु : हा भाइ छोडदे आजसे तेरी गुलाम बस .. अब तो छोड दे (दोनोको छोड दीया)
सोनु : भाइ तुने तो हमारी गरदन तोड दी तेरा हाथ हैकी हथोडा
नेनु : चलो बहुत हो गइ मस्ती अब लंच करलो
हम तीनो डाइनींग टेबल पर आके बैठ गये सोनु मेरे सामने बैठी थी ओर नेनु मेरे
बाजु में बैठी थी ओर हम खाना खाने लगे सोनु मुजे नीचेसे पेर मारने कोसीस कर रही
थी पर में यहां कोइ रीस्क लेना नही चाहता था तो मेने अपना पैर पीछे चेर के नीचे
मुडके रखा था मेरे पैर हाथमे नही आरहे थे
तो सोनु ने जान बुजकर अपना खानेका चमच नीचे गीरा दीया ओर वो लेने के
बहाने नीचे जुकके देखने लगी तो मेरा पैर पीछे देखकर वापीस सीधी होकर बैठ गइ
ओर मुजे नाराज नजरोसे देखते हुअे खाना खाने लगी इसकी सरारत दीदी की नजरोमें
न पड जाये इसलीये मेने दी से बात करना मुनासीब समजा
में : दीदी ४ बजे तुम्हारी सहेलीके यहां जा रहा हुं उससे कोइ काम हो तो बोलो
नेनु : काम तो हे पर में फोन पर बात करलुंगी (फीर दीदी मुजे छेडते हुअे) तु ध्यान
रखना अभी वो वहां अकेली होंगी हें..हें..हें..
में : क्या मतलब अकेली होंगी, वो मुजे खा थोडी जायेगी आपकी सहेली मांसाहारी हे
क्या?
नेनु : अरे मेतो मजाक कर रही थी वेसे कोलेज के फाइनल यर में हो अभी तक कोइ
लडकीने तुजे प्रपोज नहीं कीया मेरा भाइ इतना मासुम है जवान है ओर टेलेन्टतो
फुटफुट कर भरा हे फीरभी तु अभी तक प्यार के चकर में कयुं नही पडा?
में : क्या दी आप भी इन बातो को लेके बैठ गइ में इन सब चकरो में पडने वाला नहीं
नेनु : क्युं आजतक तेरी जींदगी में कोइ लडकी आइही नहीं? मेनेतो सुनाथा की जब तुं
बारवी कक्षामें था तब अेक लडकीके साथ तेरा क्रस था तो तुने उसे प्रपोज नही कीया?
में : कीयाथा जीस दिन उसे प्रपोज कीया तो उसने मना कर दीया, पता है क्युं? क्युकी
में अपंग था, वो मुजे प्यार नही करती थी उसे सीर्फ मेरी अपंगतासे सहानुभुती थी ओर
मे बेवकुफ उसे प्यार समज बैठा उस दीन में अपना रुममे जाके में खुब रोया फीर वक्त
केसाथ मेरा पैरभी काफी हद तक ठीक होगया इसके बाद में कइ लडकीयो से क्रस
बावजुद कभी प्यार के चकर में नही पडा सीर्फ प्यार दिलमे दबाके बैठ गया क्युके मुजे
बेचारा नही बनना था में प्यारके लीये तरसता हुं सहानुभुती के लीये नहीं
दी से मेरी दिलकी बाते करते करते मेरी आंखो से आंसु बहेने लगे नेनु ने मुजे
खडा होके हग करलीया ओर मेरा चेहरा उसके सीनेमें छुपा लीया
में : दीदी प्लीज मेने अपना डीसीजन आपको सुबह बता दीया था
सोनु : केसा डीसीजन भाइ कोइ मुजे भी तो बताये मे भी इस घर की सदस्य हुं, क्या
मुजे इतना हक भी नहीं की में घर की बात जान सकु
में : हां हे तुम्हे भी पुरा हक हे (नेनु की तरफ देखते हुअे) दी आपका फैसला भी सोनु
को बता दो मुजे लगता है ये बात जाननी उसके लीये जरुरी हे
सोनु : लेकीन क्या आगे भी तो बताओ
में : सोनु जेसे तुम सुबह सादी न करनेका अपना फैसला सुनाके गइ वेसे नेनुने भी
सादी न करनेका फैसला लीया है इस बारे में तुम्हे क्या कहेना हे
सोनु : इस घरकी जीस तरह दीदीने जींमेदारी ली हे अेसे मे भी कुछ जीमेदारी लेना
चाहती हुं ओर आप दोनो का प्यार देखके मुजे लगता हे मुजे कहीं नही मीलेगा इसलीये
मेने अे फेसला लीया हे रही बात दीदीकी तो मुजसे ज्यादा दीदी पर हम सबकी काफी
जीन्मेदारी है इसलीये में पुरी तरह दीदी के फैसलेके साथ हुं रही बात तुम्हारी तो तुम
कीस फेसलेकी बात कर रहे हो हमे भी बताओ
नेनु : हम दोनोका फैसला सुनके वो भी लगाव में आके सादी न करनेका फैसला ले
बैठा हे मेरीतो मानता नहीं इस बारे मे तु बात करके देख सायद तुजे ज्यादा प्यार करता
होगा तो तेरी बात मान लेगा
में : दीदी आप इमोस्नल ब्लेकमेइल मत करो मेरी दोनो बहेने घरके लीये इतनी बडी
कुरबानी दे रही हे तो में नही दे सकता कहीं अेसातो नही बाकी लडकीयोकी तरह मुजे
बेचारा समजकेआपने डीसीजन लीया हो
तभी दीदीने अपनी चेरसे उठकर मुजे अेक जोरदार तमाचा जड दीया ओर खुद
जोरोसे रोने लयी मेरे गाल पर नीशान पड गये थे दीदी रोते हुअे कहे जा रहीथी
नेनु : तेरी हिंमत केसे हुइ अेसी बात करने की क्या हम दोनो तुज पर तरस खाते है अरे
हम तो तुम्हे अपना जीगरका टुकडा मानते हे तेरे बगैर हमारे जीवनकी कोइ अेहमीयत
नही मानते ओर तु हेकी अेकही पल में हमे पराया कर दीया
कहेके दीदी फुट फुटकर रोने लगी इसके साथ सोनु भी रोने लगी तब मुजे मेरी
गलतीका अेहसास हुआ की में गलत बोल गया दोनो दीदी तो मुजे जानसे ज्यादा प्यार
करती हे तो मेरे मुंह से अेसा क्युं नीकल गया वो दोनो के देखके मेंभी आंसु बहाने
लगा ओर फोरन नेनु दीदीके पैर मे गीर पडा
में : मुजे माफ करदो दीदी मुजसे बहुत बडी गलती होगइ आप दोनो तो मेरी जान हो में
आप दोनोसे बहुत प्यार करता हुं दी प्लीज मुजे माफ करदो दुबारा अेसी गलती कभी
नहीं करुगा अगर की तो आप मेरा मरा मुंह दीखोगी दी प्लीज
दीदी ने फोरन मुजे अपने पैरो से उठालीया ओर मुजे सीने से लगा लीया ओर
हम दोनो रोये जा रहेथे सोनु भी उठके हमारे पास आगइ वो भी हमसे लीपट कर रो रही
थी थोडी देर हम अेसे खडे रहे फीर नेनु मुजसे अलग हुइ ओर अपनी चुनी से मेरे आंसु
पोछने लगी में सोनुके आंसु पोछने लगा ओर सोनु दीके खांसु हम अेक दुसरोको सांत
करते रहे फीर दी हम दोनो को कहेने लगी
नेनु : जीसका जो फैसला हे उसपे कायम रहेना या फैसला बदलना खुद पर नीर्भर
रहेगा जीसका जो फैसला होगा इनमे हम सबकी सहमती होगी ओर आजके बाद इस
विसय पर कभी बात नही होगी ये मेरा आखरी फैसला हे ओके
में ओर सोनु : जी दी मंजुर
फीर दीको मेने ओर सोनुने अेक अेक गाल पर पप्पीदी, दीने भी हम दोनोको बारी
बारी चुमा इस फैसलेसे सोनु अंदर से बहुत खुस थी क्युकी मेरे साथ हमेंसा रहेने का
इसका रास्ता साफ होगया था फीर दी ओर सोनु कीचनमे चले गये ओर मे अपने रुममे
आगया ओर बेड पर अेसेही लेटा रहा थोडी देर बाद नेनु मेरे रुम में अेक केरी बेग लेके
आइ ओर मे उठके बैठ गया दीदी मेरे पास आके बैठ गइ ओर मेरा गाल देखने लगी
नेनु : बहुत जोरोसे लगी मेरे बेबीको? माफ करदे मुजे तेरी दीदी बहुत बुरी हे ना (मुजे
केरी बेग देते हुअे) ओर ये ले तेरे लीये
में : नही दी आपका तो हक हे हमे डांटनेका, मारनेका आपका बुरा हम कभीभी नही
मानते ओर आप बुरी नहीं हो आप तो हमारी स्वीट दीदी हो ओर इतनी स्वीटके खाने
का मन कर रहा हे, ओर ये क्या हे
नेनु : (हसते हुअे) चल हट बदमास तु अब बीगडता जा रहा हे (तीरछी नजरोसे देखते
हुअे) अपनी दीको खायेगा, चलजा खाजाना अब खुस ओर ये तेरा टीसर्ट हे मेरी पसंद
का हे, शोपींग के लीये गये थे तब मेने तेरे लीये लेलीया था मेरी पसंद का
दीदीके बोलते ही मेने बेगसे टीसर्ट नीकाला तो रेड ओर व्हाइट कलरका
कोम्बीनेशन वाला अेकदम बढीया टीसर्ट था जो मुजे बहुत पसंद आया फीर उनका मुह
पकडके अेक गाल पे मेने अपने दांतो से काट लीया
नेनु : क्या कर रहा हे सोनु देखलेगी तो क्या सोचेगी दुर हट (सरमाके हसते)
में : देखने दो मे उसे डरता नही में मेरी दीको प्यार दे रहा हुं कोइ गलत काम थोडे कर
रहा हुं ओर ब्युटीफुल गीफ्ट के लीये शुक्रिया ( फीर इस बार मेने उसके काटे हुअे गाल
पे कीस करदी)
नेनु : तु पुरा पागल हे ओर मुजेभी पागल कर देगा में जा रही हुं यहा रुकना मतलब
बहोत बडा खतरा हें..हें..हें..
दी उठके जाने लगी मेने उसका हाथ पकडके रोक लीया वो पलट के मुजे प्यार
भरी नजरोसे देखने लगी
में : बैठो ने दीदी आपके साथ बेठके सकुन मीलता हें मुजे छोडके मत जाओ
नेनु : नही जाने दो मुजे नीचे कुछ काम भी बाकी है बाद में बात करेंगे प्लीज..
में : ठीक हे दी अभी तो आपको जानेकी परमीशन दे रहा हुं भुलना नही तुम दोनो मेरी
गुलाम हो
नेनु : ठीक हे मालीक परमीशन देनेके लीये शुक्रिया (कहेके हसने लगी ओर चली गइ)
अभी बैठा ही था की मेरे मोबाइल मे मेसेजकी रींग बजी मेने देखातो केइ मीना
नामकी फ्रेन्ड रीक्वेस्ट थी मे समज गया ये सोनुने भेजी हे में फोरन अपने रुमका
दरवाजा बंध कीया ओर पी.सी. के टेबल पर चड गया लकडी हटाकर देखा तो सोनु
अपने फोन में कुछ कर रही थी मे भी फोन लेके खडा था मेने उसकी रीकवेस्ट अेक्सेप
कीतो वो फोन पे देखके बेड पर खुशी के मारे उछल पडी ओर फोन को चुमने लगी फीर
बेठके कुछ टाइप करने लगी
मीना (सोनु) : हाइ रीकवे्सट अेक्सेप करने के लीये थे्न्कस
में : मोस्ट वेलकम क्या सचमे आपका नाम मीना ही हे
मीना : अेसा क्यु पुछ रहे हो आप विस्वास नहीं हे?
में : विस्वास की बात नहीं हे आज कल कइ लडके लडकीका नाम रखके बात करते हे
इसीलीये पुछा अगर तुम कहेती हो तो मान लेता हुं
मीना : में सचमुच मे लडकी ही हुं राजकोट में रहेती हुं उमर १९ साल ओर अभी पढ रही
हुं बोलो ओर क्या जानना हे मेरे बो में
में : अरे तुम तो नाराज होगइ इतना सब नही पुछा था मेने
मीना : अरे नाराज नही हुइ हुं ये सब तुम बादमे तो पुछोगे तो क्यु टाइम वेस्ट करना
सो बता दीया आप मुजे अपने बारेमे बताइअे कोइ अेतराज न हो तो
में : अरे वा तुम तो बडी फास्ट ओर समजदार नीकली आइ अेम इमप्रेस, वेसे में....इस
शहेर से हुं नाम तो तुम जानती हो उमर २१ साल फाइनल यरमे हुं ओर क्या जानना हे
मेरे बारे में
मीना : आपकी फेमीली में कोन कोन है
मे : अेक बडी दीदी अेक छोटी दीदी प्यार से हम उसे बंदरीया कहेके चीडाते हे फीर में
ओर दादी तुम बताओ
मीना : अपनी दीदीको बंदरीया कहेते हो कुछ कहेती नहीं वो
में : अरे प्यार से चीडाते हे वेसे मे उसे बहोत प्यार करता हुं जान हे वो मेरी
मीना : (खुस होते) अपनी बहेनको जान कहेते हो लगता हे तुम उसे कुछ ज्यादा ही
चाहते हो कहीं वो वाला प्यार तो नहीं करते
में : अरे वो वाला प्यार क्या होता हे तुम्हे नही लगता पहेलेही चेटींग मे तुम कुछ ज्यादा
फास्ट जा रही हो मुजे कंहीं जाना भी हे तो बाद में बात करेंगे बाय..
मेने विन्डो से देखा सोनु कुछ नीरास लग रहीथी ओर उठके बहार आने लगी में
जटसे सब सेट कीया ओर नीचे उतर के दरवाजा खोल दिया ओर अंजना मेमके यहा
जानेके लीये फ्रेस होने बाथरुमके अंदर चला गया फीर बहार आके जींन्स ओर दीका
दीया हुआ टीसर्ट पहेनकर तैयर होने लगा तभी सोनु मेरे रुममें आगइ ओर मुजे देखते ही
सोनु : वाव.. भाइ आपतो अेकदम हीरो लग रहेहो लगता हे अंजना मेम गइ आज काम से
सोनु मेरी टांग खीचते हुअे हसने लगी
में : चुपकर बंदरीया कुछभी बोलती रहेती हे वो प्रोफेसर हे हमारी ओर दीकी सहेली भी
सोनु : तो क्या हुआ हे तो अेक लडकी ही तुमे देखते ही पागल हो जायेगी
में परफ्युम लगा रहाथा ये सुनते ही में सोनुके अकदम करीब चला गा ओर उसकी
आंखो मे देखते हुअे कहा
में : तुम्हे बडी नोलेज हे इन मामलोमें तुभी तो अेक लडकी हे क्या तुम पागल हुइ
मेरा अेसा सवाल से सोनु अेकदम सरमा गइ ओर अपनी नजरे जुकाली (ओर अपने
मनमे सोचने लगी) अभी हिंमत नहीकी तो भाइसे कभी बात नही करपाउंगी फीर नजरे
उठाके
सोनु : हा भाइ में भी पागल होगइ लेकीन आप मेरे भाइ हो वरना.......
में : वरना.. वरना क्या करती तुम?
सोनु : वरना..वरना..
वो अपनी जीभ नीकालके मुजे दीखाइ ओर दोडके नीचे भाग गइ उनकी अेसी
बातो से मेरा लंड खडा होगया मेने जी्न्स मे हाथ डालके उन्हे अेडजेस्ट कीया ओर नीचे
चला आया नेनु दी कीचनसे बहार आ रही थी अरे मुजे देखते ही
नेनु : अरे वाह मेरा भाइ तो हीरो लग रहा हे
सोनु बहार सोफे पर बैठी थी ओर नेनुकी बात सुनते ही वो मेरी तरफ आइ ओर
धीमी आवाजमें बोली
सोनु : देखा बंदर सबकी हालत अेक जैसी ही हे हें..हें..हें..
फीर अेक कातील मुस्कान देके कीचनकी ओर जाने लगी फीर में सोफेपे बैठ गया
नेनु अपने रुममें थी में चाय पी के नीकलने वाला था जेसेही चायके लीये आवाज
लगाता इससे पहेले सोनु मेरे लीये चाइ लेके आगइ ओर मेरे बगल में बैठके मुजे चायका
कप पकडा दीया
में : अरे वाह मेरी सोनु तो समजदार होगइ बीना कहे ही काम कर दीया
सोनु : तुम सायद भुल गये हो मेने कुछ जींमेदारी ली हे वो भी उपरकी तो उपर तुमभी
रहेते हो इसलीये
में : (धीमी आवाज में) तो अब से मेरा हर काम तु करेगी
सोनु : हां रुमकी सफाइ से लेके आपका हर काम जो आप बोलो
में : अेक बार सोचले फीर मुकर गइ तो..
सोनु : (मेरी आंखो मे देखते हुअे) सब सोचके ही बोल रही हुं बस आप हुकुम करो
तभी दीदी बहार आगइ आकर हमारे साथ बैठ गइ हमे धीमी आवाज में बाते करते
हुअे देखकर
नेनु : दोनो क्या खानगी मे घुसुर पुसुर कर रहे हो?
में : अरे दी कुछ नहीं सोनु के बर्थडे लीये प्लानींग कर रहे थे
मेने हमारी बात दी से छुपाते हुअे जुठ बोल दीया ये सुनते ही सोनु मुजे आस्चर्य
भावसे देखने लगी ओर अंदर से बहुत खुश हुइकी मुजे उनका बर्थडे यादथा ओर भाइ
हमारे बाचकी बातोको दीसे छुपा रहा था इसका मतलब भाइ भी मुजे लाइक करने लगा
हे अब उसे बातको आगे बढाना चाहीअे ये सोचके वो काफी अेक्साइड होगइ ओर खुसी
से मेरा साथ देने लगी
सोनु : हां दी में भाइको केह रही भी पार्टी सीर्फ हम तीनोके बीच होगी वोभी घर पे क्यु
की दादीको हम अकेले नहीं छोड सकते
ये सुनते ही नेनु फोरन उठके मेरी ओर सोनुके बीच आके में बैठ गइ ओर उसे बैठे
ही हग करलीया ओर उसका अेक हाथ से चहेरा सहेलाने लगी
नेनु : वाह मेरी गुडीया अब कीतनी समजदार होगइ हे
कहेके सोनुके गाल पे पप्पी करदी मेने अपना जुठमुठका चहेरा बना लीया
में : हां अेक हम ही नासमज हे जो हमे पप्पी नही मीलती
सुनते हे नेनु हसदी ओर मेरी तरफ घुमके मेरे गाल पर अेक हलकी चपत लगादी
ओर फीर कीस करदी
नेनु : अब खुश अब जाना नहीं हे पोने चार बज गये हे
में : अरे हा दी थेन्कस याद दीलानेके लीये आप दोनो साथ होतो में सब कुछ भुल
जाता हुं
ये केहेके में फोरन उठ गया ओर बहार जाने लगा ओर बाइक लेके पहेले सीधा
मंदिर जाना था क्युंकी मेम मुजे नया काम दे रहीथी तो पहेले मे भगवान का आशीर्वाद
लेना चाहता था तो में मंदिरकी ओर चल पडा उधर मेरे जातेही दोनो बहेने आपसमें बात
करने लगी
सोनु : दी भाइ हमे कितना प्यार करता हे नहीं? हमसे कुछ घंटे दुर रहेते हे तो भी हमे
अकेला अकेला लगताहे तो हम सादी करके सारी जींदगी दुर रहेंगेतो हम केसे रेह
पायेगी यही सोचके दिल कांप जाता हे इसीलीये मेने सादी न करनेका फैसला लीया हे
दीदी क्या मेने सही कीया हेनां?
नेनु : (उसे हग करते हुअे) हां मेरी गुडीया तुने सही फैसला लीया हे मेरी हालत भी तेरे
जेसी ही हे तुम मेरी बहेन ही नहीं मे तुजे अपनी बेस्ट सहली भी मानती हुं में चाहती हुं
मेरी हर बात तेरे साथ शेर करु ओर तु भी तेरी हर बात मुजसे शेर करे ताकी हम अपने
दिलका बोज कुछ हलका करे क्या मेरी फ्रेन्डसीप कबुल करेगी तुम
सोनु : (नेनु को हग करते हुअे) थेन्कयु दी मेंभी तो यही चाहतीथी की मेरे दिलकी बात
कीसीसे शेर करु ओर आपने मुजे अपनी बेस्ट सहेली बनाके मेरे दिलका बोज हलका
कर दिया थेनकयु..थेन्कयु सो..मच
नेनु : अरे पागल दोस्ती मे नो थेन्कस ओके, गुड गर्ल, लेकीन सोनु हमने जो फेसला
लीया हे बहुत ही मुस्कील भरा हे तु इसकी गंभीरता समजती हे?
सोनु : हां दी जानती हुं हम लडकीयो की कुछ जरुरीयात भी होती हे पर हम कंटड्ढोल कर
लेंगे अगर कंटड्ढोल नही हुआ तो (अेक उंगली दिखाते हुअे) येतो हेही हमारे पास
हें..हें..हें...
नेनु ओर सोनु दोनो हसने लगी
नेनु : अरे कुछ तो सरम कर तेरी बडीदी हुं में, बेसरम कहीकी सरम नही आती दीसे
अेसी बात करते हुअे (अंदर से अेसी बातोसे नेनुको अच्छा लगने लगा था)
सोनु : नही आइ सरम ओर मे अपनी सहेली से बात कर रही हुं दीसे नही समजी
अब नेनु ओर सोनुको अेसी बात करना बहुत अच्छा लगने लगा था ओर अेसी
बातो से दोनो गरम भी होगइ थी ओर दोनोकी चुतसे पानीका रीसाव होने लगा था
नेनु : अच्छा बच्चु (कहेके सोनुको गुदगुदी करने लगी)
ये देखके सोनु भी नेनुको गुदगुदी करने लगी ओर दोनो अेक दुसरे से मस्ती
करने लगी मस्ती करते करते सोनुका अेक हाथ नेनुकी चुत तरफ चला गया यहां उसे
कुछ गीला लगा तो सोनुने अपनी अेक उंगली यहा लेजाकर फीरा दिया ये देखतेही नेनु
रुक गइ ओर अपने पैर सीकोडके बैठ गइ ओर सोनुकी ओर दखातो सोनु उंगली अपने
नाकके पास लेजाकर सुंघने लगी फीर नेनुकी ओर कामुक नजरोसे देखते हुअे उंगली
अपने मुंह मे डालकर चाटने लगी ये सब देखकर
नेनु : सोनु क्या कर रही हे सरम नहीं आती अेसी गंदी हरकते करते हुअे गंदी कहीकी
सोनु : वाह दी क्या टेस्ट हे अती सुंदर, ओरये गंदी हरकत नही हे अब आगे जाके हमे
अेक दुसरोकी अेसेही जरुरत पडेगी सो रीलेक्स बेबी
केहके सोनु उठकर अपने रुम में जाने लगी ओर तुरंत वापीस आके देखना चाहती
थी की अब नेनुदी क्या करेगी नेनु उसे जाते यंत्रवत देखती रही फीर थोडी देर बेठके
खडी हुइ ओर अपने रुमकी ओर जाने लगी जब नेनु रुममें चली गइ ओर दरवाजा बंध
कर लीया दरवाजा बंध के आवाज आतेही सोनु फोरन चुपकेसे दोडके नेनुके दरवाजे की
कीहोलसे देखने लगी
नेनु दरवाजा बंध करके सीधा अपने बेड पर बैठ गइ ओर सलवार उपर करके
अपनी चुतकी ओर देखने लगी फीर उसकी अेक उंगली अपनी चुत पर लेगइ गीली
जगाह पर टच करके वोभी सुंघने लगी सुंघते ही वो मदहोस होने लगी फीर उंगली
अपने मुह के पास रखकर अपनी जीभ नीकाली फीर उंगली पर फेरने लगी ओर हसने
लगी फीर धीमी आवाज में थेन्कयु सोनु बोलके फोरन खडी होगइ
अपना पेटीकोट उतारके बेडपे अपना पैर पसारके बैठ गइ ओर वोही उंगली से
अपनी चुत सहेलाने लगी वो मदहोस होने लगी ओर अपनी आंखे बंध करके उंगली
अपनी चुत में हलके हलके अंदर बहार करने लगी ये आज उसने पहेली बारही कीया था
वो बहुत ही उतेजीत हो चुकी थी ओर सीसकारीया करने लगी थी पहेली बार थातो वो
जल्दी ही आवाज करके जड गइ जेसे ही नेनुका पानी नीकला तब बहारसे सोनु अंदर
जाकते हुअे बोली
सोनु : दीदी आवाज धीमे करो कोइ सुन लेगा ओर मेरी कुछ मदद चाहीये क्या?
नेनु : (सकपकाके) अरे कमीनी भाग यहांसे बेसर्म कहींकी
ये सुनते ही सोनु दोडके उपर चली गइ उधर नेनु अेकदम सरमाके मुस्कराती
बाथरुम में घुस गइ दुसरी तरफ में सीधा बाइक लेके मंदिर पहुंचा फीर दर्शन कीये तभी
पुजारीजी मेरी तरफ प्रसाद लेके आये में अक्सर यहां आता रहेता हुं तो पुजारीजी मुजे
अच्छी तरह जानते थे ओर उनकी छोटी मोटी मदद भी करता रहेता हुं में उनको दादा
कहेके बुलाता हुं
ये सुनते ही सोनु दोडके उपर चली गइ उधर नेनु अेकदम सरमाके मुस्कराती बाथरुम में घुस गइ दुसरी तरफ में सीधा बाइक लेके मंदिर पहुंचा फीर दर्शन कीये तभी पुजारीजी मेरी तरफ प्रसाद लेके आये में अक्सर यहां आता रहेता हुं तो पुजारीजी मुजे अच्छी तरह जानते थे ओर उनकी छोटी मोटी मदद भी करता रहेता हुं में उनको दादा कहेके बुलाता हु....अब आगे
पुजारीजी : केसे हो राज बेटा लो प्रसाद, आज कल कम दीखाइ देते हो
में : अरे दादा कलही आया था दर्शन करके चला गया था आज अेक नये कामकी सुरुआत करने जा रहा हुं आशीर्वाद दिजीये
पुजारीजी : अरे भगवान तुम्हे कामीयाबी दे अेसी मेरी प्रार्थना हे, ओर हां बेटा यहां अेक बाबा हीमाचल से आयेहे चातुर मासके लीये, सामने वाली रुम में ठहेरे हे अभी फ्रि होगे जाते वक्त उनके दर्शन करते जाना
कहेके पुजारीजी चले गये मे बाबाके दर्शन करनेके लीये रुममें गया तो बाबा अपनी गदी पर बैठे थे वो इतने तेजस्वी थेकी उनको देखते ही उनके पैरे मे पडकर दंडवत करने लगा फीर बाबा ने मुजे बेठनेके लीये कहां ओर मेरी तरफ देखके मुस्कराने लगे फीर बोले
बाबा : कीतनी देर करदी बेटा आनेमें मे तो सोलाह दीन से आया हुं तब से तेरा इन्तजार कर रहा हुं, तो आज नये काम के सीलसीलेमे जा रहे हो?
मुजे ये सुनके बडा आस्चर्य हुआ, बाबा मेरी राह क्युं देख रहे थे ओर मेरे काम के बारे में केसे जानते हे, जो अभी पुजारीजी सीवा मेने कीसीको बताया तक नहीं बाबा से में थोडा प्रभावीत हुआ में आस्चर्यसे बाबाकी ओर देखने लगा बाबा हस रहे थे
में : बाबा आप..ये सब केसे जानते हे, ओर मेरा इन्तजार क्यु कर रहे हे, आपको क्या काम हे मुजसे, मेनें अेक साथ कइ सवाल कर दीये ये सुनते ही बाबा बोले
बाबा : सांत सांत बेटा सब आज ही जान लोगे क्या? में यहां ओर दो महिना हुं तो आराम से बात करेंगे आते रहेना जब मन करे ओर मुजे तुमसे काम होगा तो पुजारीको बोलके तुजे बुलवा लुंगा गभरानेकी कोइ बात नहीं हे मेरे बच्चे तु तेरे फोनका नंबर यहीं छोडजा अभी तुजे देर हो रही हे
फीर नजाने क्युं में बाबाकी आज्ञा मानके ओर अपना नंबर बाबाके पास छोडके मेमके वहां चल पडा वहां पहोचके दरवाजे के पास खडे होके मेने घंटी बजाइ मेमने आके दरवाजा खोलातो मेम को देखते ही रह गया वो नहाके अपने बाल पर टोलीया लपेटकर ओर अेक गाउन पहेनके आइ थी गाउन मेसे उसकी ब्रा हलकीसी नजर आ रहीथी मुजे अेक नजरसे देखके उसने अेक हाथ उठाकर मेरे चहेरेके आगे लहेराने लगी ओर कहेने लगी
अंजना : हेलो..अब देखलीया होतो अंदर आजाओ, की अेसेही बहार खडे रहेना हे?
में : (में सकपकाके) जी मेम आइ अेम सोरी
कहेके में अंदर चला गया मुजे गभराते देखकर
अंजना : आओ राज बैठो तब तक में अभी आइ तैयार होके कीतना गभराते हो
कहेके वो जल्दी अपने रुम में चली गइ ओर में रुम मे नजर दोडाने लगा मेमका घर वन बी.अेच.के. वाला छोटा था पर मेम ने बहुत खुबसुरती के साथ सजाया था अेक दीवाल पर मेम ओर उसके पतीकी तस्वीर थी उसका पती तस्वीर मे भी खडुस टाइप
लगता था तो रीयल मे केसा होगा तब मुजे नेनुकी बात याद आगइ फेमीली प्रोबलेम संतान प्रोबलेम यही सब सोचते रहेता बैठाही थाकी मेम आगइ मेंतो देखता ही रहे गया मेम पेंन्ट ओर टीसर्ट पहेन के आइ थी ओर अपने बाल के माथेकी उपर जुडा बनाके रखा था वो अेकदम पटाखा लग रही थी मुजे अेसे देखके वो हसने लगी तब मुजे होंस आया ओर अपनी नजर मेम पर से हटाली ये देखके मेम बोली
अंजना : क्यु राज में इन कपडोमे अच्छी नही लग रही? तोबता अभी चेन्ज करके आती हुं
में : (सरमाके हसते) अरे नहीं मेम बहोत अच्छी लगती हे रहेने दीजीये
अंजना : आज तुम्हारा टीसर्ट देखा तो मेराभी मन होगया वरना में अेसे कपडे अब नही पहेनती ओर सादी से पहेले अेसेही पहनती थी, बाय ध वे आज तुम इन कपडो में हीरो लग रहे हो ओर क्या पीखोगे गरम या ठंडा मे तो तुम्हे पुछना ही भुल गइ
में : अरे मेम कुछ भी चलेगा पर बादमें पहेले कामकी बात करे
अंजना : क्युं तुम्हे कही जाना हे आराम से बात करेंगेना पहेले चाय ओर नास्ता बाद में काम वेसे भी तुम यहां पहेली बार आये हो ओर तुम्हारी दीदीतो आती जाती रहेती हे तो तुम्हारी खातीरदारीतो करनी पडेगी वरना नेनु मेरा हुलीया बीगाड देगी हें..हें..हें..
में : जेसे आप कहे पहेले चाइ फीर काम ओर नेनु आपका हुलीया कयु बीगाडेगी मेम, अगर उसने अेसा कीयातो हम दोनो मीलकर उसका हुलीया बीगाड देंगे हें..हें..हें..
कहकर हम दोनो हसने लगे फीर मेमने मेरी तरफ देखते हुअे कहा
अंजना : हां राज अेसीही बाते कीया करो लडकीयो से, कोइ गभराने की जरुरत नहीं हे
में : जान पहेचान वाली लडकीयो से बात कर लेता हुं पर अंजान लडकीसे नहीं मेम
अंजना : अरे कुछ नही होता तुम अेक बार बीन्दास्त बाते करो ओर ये मेम मेम क्या लगा रखा हे मेम तुम्हारी कोलेज मे हुं यहां नही, खबरदार जो आयींदा मेम बोला तो
में : जी मे....सोरी अंजना दीदी
अंजना : वेसे तुम तीनो भाइ बहेनमें, में उमरमे छोटी हुं तो तुम मुजे सीर्फ अंजना कहोगे तो भी चलेगा हे..हे..हे..
कहेके अंजना हसने लगी उनके प्रती मेरी जीजक काफी कम होगइ वो भी थोडी मजाकीया स्वभाव की थी वो मुजे बेठने को बोलकर चाय बानाने चली गइ में उसे जाते हुअे देखने लगा वो अपना चुतड हीला हीलाके चल रही थी तो ये देखते हुअे मेरा लंड खडा होगया तो में जीन्स मे हाथ डालकर लंड को अेडजेस्ट करने लगा
ओर अंजना मेरी इस हरकतको देखने लगी फीर सरमाके हस रही थी जेसे ही मेरा लंड ठीक करके उसकी तरफ देखा तो फोरन उसने अपना मुंह घुमा लीया थोडी देर बाद वो चाइ नास्ता लेके आइ हमने साथ में चाइ पी ओर उसी दोरान वो मुजे हस हसके बात कर रही थी जेसे आज वो बहुत खुश हो, बीच बीच में कभी वो तो कभी मे हलकी हलकी मजाक कर लेते थे चाइ नास्ता खतम करने बाद
अंजना : तो राज अब कुछ कामकी बात भी कर लेते हे
में : जी अंजना दीदी में तो जानने को कब से उत्सुक हुं बताइये
अंजना : राज ये अेक अेसा पोजेक्ट हे जो सक्सेस होगया तो..हम बाकीकी जींदगी आराम से गुजार सक्ते हे मेरा इस काम मे नीजी स्वार्थभी हे ओर में दुसरो पर भरोसा नहीं करती मेरे पती परभी नही ओर तुम जरुरत से ज्यादा अच्छे हो ओर टेलेन्टेड भी इस लीये तुमे ये काम अपनी बंध पडी हुइ फेक्टरी में करना हे ओर गलतीसे भी कीसीसे इसकी चर्चा मत करना ओर नाही कीसीसे दीखाना वरना हमारा आइडीया लीक हो सकता हे अेक बार हम इस काममें सक्सेस होगये तो कींमत हम तैय करेंगे समज गये
फीर मेम खडी हुइ ओर अपने रुम में चली गइ थोडी देर बाद कुछ पेपर लेके आगइ ओर टीपोइ पर पसार के रख दीये
अंजना : देखो राज ये अेक फ्रि अेनर्जी जनरेट का प्रोजेक्ट हे इसका सब पार्ट अपनी फेक्टरी में बनाना हे में आती जाती रहुंगी ओर जरुरी मार्गदर्शन दीया करुगीं
में : (पेपर देखने के बाद) ठीक हे दीदी लेकीन ये डीजाइन देखके लगता है कुछ जरुरी चेन्च करना पडेगा
ये सुनते ही अंजना मुजे अेकनजर से देखने लगी थोडी देर देखने के बाद
अंजना : क्गा चेन्ज करना पडेगा कीतनी केलक्युलेशनके बाद बनाया हे ये डीजाइन
में : आपकी इस डीजाइन में हमें सुरुआत में स्टार्टींग टोर्क देना पडेगा फीरभी पहेले इसके मुताबीक टड्ढाइ करेंगें नही तो कुछ चेन्जकी परमीशन दे दीजीयेगा
अंजना : स्योर राज तुम्हे पुरी छुट हे जरुरत के हीसाब से डीजाइन बदलनेकी मुजे तुम्हारी काबीलीयत पर पुरा भरोसा हे जब ये काममें हम सक्सेस होजाये तो इसको बेचनेकी डीलभी हम साथ करेंगे पुरा काम तुम्हे तो करना हे मेतो आती जाती रहुंगी तुम इस पुरे प्रोजेक्टमें मेरे पार्टनर ही हो जो भी पेसे आयेंगे उसमें ७५% हीसा तुम्हारा होगा मुजे सीर्फ २५% चाहीये वोभी मुज अकेली लीये काफी होगे बोले मंजुर
में : अरे दीदी में ये काम पैसोके लीये नही बल्की अपनी होबीके खातीर कर रहा हुं आप पुरे पैसे रख लेना मुजे बस खर्चेका पेसे दे देना में ये आपकी खुसीके लीये कर रहा हुं
अंजना : मेरा ख्याल रखनेके लीये शुक्रिया राज महाराज (मुजे हाथ जोडके) लेकीन मेनेजो बोला वो फुल अेन्ड फाइनल इसके बारे में आज ओर कोइ चर्चा नही, समजे
में : जी जेसे आपकी मरजी साहीबा (मेने भी हसके हाथ जेड लीये)
में : क्या दीदी आप भी नेनुकी तरह मेरी टांग खीचती हो (कहेके सरमा गया)
अंजना : ओये.... सरमाते हुअे कीतने क्युट लगते हो में मरजावा
में : दी आप के हसबन्ड कब आते हे दीखाइ नहीं दीये
अंजना : छोड इनकी बात कब आत हे कब जाते हे कोइ ठीकानाही नही उसका हमारी बातचीत ओर तेरा साथके अच्छे माहोलको उन्हे याद करके क्यु खराब करे हम
में : दी अेक बात पुछु बुरा ना माने तो?
अंजना : तुजे मुजसे बात करने के लीये परमीसन लेने की जरुरत नहीं हे जो पुछना हो बिंदास पुछो तेरी बातका में कभी बुरा नहीं मानुंगी क्युकी नेनुकी तरह मेभी तुजे अपना भाइ मानती हुं बोल क्या पुछना हे
में : नेनुने मुजे थोडा बहुत बताया था आपके लाइफके बारे में मुजे पुरा जानना हे
अंजना : (मेरी ओर अेक नजरसे देखते) क्या करेगा जान के?
में : क्युंकी अपनोसे गम बाटना जरुरी हे हो सकता हे इनमेसे कुछ अच्छा रास्ता नीकल आये ओर हमारी बाकी जींदगी अच्छे से संवर जाये
अंजना मुजे थोडी देर अेक नजरसे देखने लगी ओर देखते देखते उसके आंसु नीकल आये ये देखके में उठकर उसके पास जाकर बैठ गया ओर उसका हाथ पकडके सहेला दीया उसने भी अपना सर जुकाके मेरे कंधो पर रख लीया ओर सुबकके रोने लगी मेने भी अपना दुसरा हाथ उसकी पीठ पर ले जाके सहलाने लगा फीर दुसरे हाथ से जेबसे रुमाल नीकालकर उसके आंसु पोंछने लगा
वो सांत होगइ फीर भी मेरे कंधो पेसे सर नहीं हटाया हम काफी देर अेसेही बेठे रहे बीना बातचीतके फीर उसने अपना सर उठाया ओर मेरी तरफ देखने लगी
अंजना : थेन्क यु राज अेसा लगा काफी अरसोके बाद में कीसी अपनोसे मीली हुं में तुजे जरुर बताउंगी मेरे बारेमें वोभी सबकुछ जो मेने नेनुको भी नहीं बताया, पर अभी नहीं अगली बार मीलेंगे तब बताउंगी, पता नहीं तेरा साथ मुजे क्युं अच्छा लगा, मेरी अेक रीक्व.स्ट हे तुमसे क्या तुम मानोंगे?
में : दी आप रीक्वेस्ट नहीं हुकुम करो मुजे अपनी नेनुकी तरह आपकाभी पुरा हकहे मुजपे
अंजना : जब भी तुम्हे टाइम मीले नेनुके साथ या अकेले आजाया कर मेरे घर हम खुब बाते करेंगे इसी बहाने मेरी तन्हाइ दुर होजाये क्या मेरी इतनीसी बातको मानोंगे?
मुजे लगा अंजनाका जुकाव मेरी तरफ बढने लगा हे में काफी रोमांचीत था ओर मेने माहोल हल्का करनेके लीये थोडी मस्ती करनेकी सुजी
में : आप बोलो तो यहीं रुक जाता हुं जी भर जाये तब घर भेज देना हे..हे.. हे..
अंजना : नेनु कहेती थी अेसाही हे तु बीलकुल पागल हे, तु यहां रुक गया तो मेरे पती को कहा भेजुंगी हें..हें..हें..
में : भेज देना कहीं छुटी पर हें..हें..हें..
कहेके में हसने लगा ओर उसने मुजे अपनी पीठ पर मुका मारा
अंजना : सरम नही अती अपनी मेमसे अेसी बाते करते हुअे
में : कोन मेम? में कीसी मेमको नही जानता वो तो सीर्फ मुजे कोलेज मे ही मीलती हे
अंजना : अच्छाजी हमारा हथीयार हमीसे वापस ठीक हे आजाना ओर जी चाहे तब तक रहेना अब खुश
में : थेन्क यु दी मेतो मजाक कर रहा था, चलो फीर में चलता हुं
जेसेही में जानेके लीये खडा हुआ अंजनाभी खडी होगइ ओर मेरे पास आके मुजसे लीपट गइ
अंजना : थेन्क यु राज फोर ब्युटीफुल इवनींग
मे ने भी उसका चहेरा पकडके अपने हाथमें लीया ओर हिंमत करके उसके गाल पर अेक कीस करदी ओर बहारकी ओर जाने लगा दरवाजे के पास जाकर पीछे मुडके देखा तो वो कीस कीये गाल पे अपना अेक हाथ रखके यंत्रवत मेरी ओर देखके वहीं खडी थी जेसे ही मेरे बाइक स्टार्ट करने की आवाज आयी वो दोडके बहार गेट के पास आगइ
ओर मुजे तीरछी नजरोसे देखते हुअे कातील स्माइल करने लगी ओर मुजे हाथ हीलाके बाय कहेने लगी में भी बाय बोलके नीकल गया मेरा पुरा रोमांटीक मुड था ओर रास्तेपे गाना गुनगुनाते हुअे मे घरपे आगया मुजे होलमे कोइ दिखाइ नहीं दिया तो सीधा उपर अपने रुममें चला गया सीधा बाथरुम में जाके फ्रेस होने लगा
जब गाना गाते हुअे बहार आया तो नेनु मेरे बेड पर मेरा इन्तजार करते हुअे दरवाजा बंध करके बैठी थी उसे देखतेही में चुप होगया ओर चुपचाप उसके बगलमे जाके बैठ गया
नेनु : बडे खुश लग रहे हो रोमान्टीक गाना गारहे हो तेरी तबीयत तो ठीक हे ने
कहेके नेनु अपना हाथ मेरे सरपे रखकर चेक करने लगी
में : अब तुमभी टांग खीचो मेरी
नेनु : क्या तुम अंजनासेभी टांग खीचवाके आयेहो आनेदो उसे, मेरे भाइको तंग करती हे
में : अब बसभी करो में कोइ टांग खीचाने नही गयाथा कामके सीससीले मे गयाथा
नेनु : अरे इसीलीये तो आइ हुं बताना क्या काम था उसे?
में : तु कीतनी उतावली हो ओर सक्की भी मेने कहा थाने की में आपसे कुछ भी नही छुपाउंगा तो मुजे मेरा वादा याद हे ओके
नेनु : क्या में तुजे सक्की लगती हु (ओर मेरी आंखोमे देखके) तेरी गर्लफ्रेन्ड हुं जो तुज पर सक्क करुगीं
कहेके अपनी नजर जुकाली मे भी रोमान्टीक मुड में तो थाही पर मजाक के मुड मे भी आ गया मे धीमी आवाजमे दी के कानके पास अपना मुह लेजाकर कहा
में : तो बन जाओ ने अपने भाइकी गर्लफ्रेन्ड वेसे भी में ढुंढते ढुंढते थक गया हुं
नेनु अेकदम सरमागइ ओर उठके बहार जाने लगी मेने फोरन उसका हाथ पकडके वापीस मेरे बाजुमे बीठा दीया बाजी न बीगडे इसलीये मेने बात संभालली
में : अरे बैठो दी मे तो मजाक कर रहा था
नेनु : (सरमाके सर जुकाके) कोइ अपनी दी से अेसा मजाक करता हे?
में : सोरी दी अगर मेरी बातका बुरा लगातो (मेने अपने कान पकड लीये)
ये देखतेही दी मुस्कराइ ओर मेरे गाल पे चुटकी काटी
नेनु : नौटंकीबाज कहीका चल बता कया केह रही थी अंजु
फीर मेने दीको सारी घटना क्रम सुनाइ, मंदिर के बाबा से लेके मेरी काम की डील तक उसके बादकी बात मेने दीको नही बताइ मेरी बात सुनके दी बहुत खुसभी हुइ ओर बाबाकी बात को लेकर उनसे मीलनेकी इच्छा जताइ
नेनु : राज अब मंदिर जातो मुजे लेके जाना
केहेके वो नीचे चली गइ तो मेने फोरन दरवाजा बंध कर दीया ओर अपना इयरफोन नीकाला मे जानता था दी अंजना से बात करे बगैर नही रहे सकती मेने रीसीवर ओन करके चेक करने लगा तो मेरे मनके मुताबीक वो अंजनासे बात कर रही थी में दोनोकी बात सुनने लगा
नेनु : हा अंजु भाइ आया था तेरे पास? कही तेरे साथ बात करते वो सरमाया तो नहीं
अंजु : हा आया था ओर उससे बातभी की मेरी बातोसे उसकी काफी जीजक दुर होगइ फीरतो मेरे साथ बिन्दास बात कर रहा था फीर मेरी फेमीली ओर मेरे पतीके बारे मे पुछने लगा तो मेने उसे टाल दीया तेरा भाइ जरुरत से ज्यादा इमोस्नल हे ओर बहुत समजदार भी कास मेरे पतीमें अेसे गुन होते तेरा भाइ जीससे सादी करेगा वोतो धन्य हो जायेगी
नेनु : में तुजे अेक बात बताउं हमारा फैसला सुनके उसनेभी सादी न करनेका फेसला लीया हे मुजे तो उसकी बडी चींता हो रही हे
अंजु : क्या.. क्या केह रही हो तुम हम तो पती के बगैर रह पाती हे वो भी बडी मुस्कील से तो वो केसे रहे पायेगा समजाओ तुम उसे
नेनु : समजाया था, वो नहीं माना, मेने तुजे बतायाथा ने उस लडकीके क्रस के बारे में तबसे प्यारके नामसे दुर भागता हे हां वो वेसी मजाक करता हे कभी कभी लेकीन कीसीसे प्यार, इम्पोसीबल अभी में उसे मीलने गइतो मुजेभी कहा मेरी गर्लफ्रेन्ड बन जाओ मुजे लगा वो सीरीयस हे बाद में बोलता हे मे मजाक कर रहाथा अब तुही बता क्या करु इस लडकेका
अंजु : अेय.. अेय.. सुन, क्या कहा तुने वो सीरीयस था तो फीर मजाक क्यु बोला, जब वो सीरीयस था तो तेरा रीअेक्शन क्याथा ये तु मुजे बता
नेनु : मेरा रीअेक्शन क्या होगा मुजे तो बहुत सरम आइ ओर उठके जाने लगी
अंजु : यही तो..जब तु उठके जाने लगी वो डर गया कही मेरी बहेन नाराज नहोजाये या तुम उसे बात करना बंध न करदो इसी डरकी वजह से उसने मजाक कहेके बातको संभाल लीया ताकी तुम नाराज न होजाओ नेनु अेक बात कहुं तुजसे, नाराज नहो तो?
नेनु : में तेरी बातसे क्युं नाराज होउगी अेक तुमही तोहो जीसे मे दिलकी बात करती हुं
अंजु : नेनु मुजे लगता हे राज तुजे सचमुचमे प्यार करने लगा हे
नेनु : क्या बक रही हो भाइ हे वो मेरा
अंजु : इसीलीये केह रही थी नाराज मत होना अब मेरी बात ध्यानसे सुन उसे अब बहारकी कोइ लडकीपे विस्वास नहीं रहा ओर तुमपे वो खुदसे ज्यादा विस्वास करता हे उसे तुम पर इतना ज्यादा विस्वास हेकी वो मान बैठाहे मेरीदी मेरी बात कभी नही टालेगी ओर वो अपना प्यार तुजमे देखता हे
नेनु : येकेसे हो सकता हे अंजु ये गलतहे मेरा भाइहे वो ओर समाज हमे केसे स्वीकारेगा ये नही होसकता मेभी समजती हुं मुजे भाइ जीतना प्यार कोइ करही नही सकता
अंजु : भाड मे जाये समाज मे अेसे कीतने लोगोसे जानती हुं जो समाजसे दुर रहेते हे इसका कारण क्या हे पता हे तुजको, में बताती हुं कीतने अेसे पती पत्नी हे जो असल जींदगी में भाइ बहन हे, मामी भांजा हे, चाची भतीजा हे, ओर तो ओर मां बेटा भी हे
नेनु : तु जुठ बोल रही हे अेसा कभी नहीं होता
अंजु : तो सुन मेरी बात जो मेने तुजे आज तक नहीं बताइ क्युंकी मे नही चाहती थी मेरे घरकी बदनामी हो, जानतीहो मेरे पती तीन तीन चार चार दीन घपे क्यु नही आते ओर आते हे तो सीर्फ रातको सोनेके लीये वो अेक दिनभी मेरे नसीब में नहीहे मे
तडपती सो जाती हुं क्युकी मेरा पती उसकी सोतेली माको पेलते हे अपनी विधवा भाभी कोभी पेलते हे ओर मेरे पती ने तो उसकी मां को पत्नी मान लीया हे मेंने उसकी करतुत देख ली थी इसीलीये अेक बार मेरी सासने मुजे जहेर देके मारनेकी भी कोसीस की ताकी मां बेटे पती पत्नीकी तरह यहा समाजसे दुर आके रह सके (कहेते अंजना फोन पे रोने लगी)
नेनु : चुप होजा अंजु तुजे मेरी कसम रोइ तो, नहीं तो राजको वहा भेजके चुदवा दुंगी तुजे
अंजु : (अंजु रोते रोते हस पडी) कमीनी पहेले तुतो चुदवाले बादमें भेज देना, तो सुनलीया अरे नेनुतु नीकाल दे अपने दीमागसे अेसी बातको समाज क्या कहेगा, रीस्ता क्या हे, तु नसीब वाली होगी जो राजका प्यार पायेगी ओर प्यार उसीसे करना चाहीये जो हमे प्यार करता हो नाकी उसीसे जो हम चाहते हो ओर अेसे कही लोग हे जो हसी खुसी अपनी जींदगी जी रहे हे, मुजे नहीं मालुम तु क्या फैसला लेगी लेकीन मेरी बातो पे गौर करना
फीर दोनोने फोन काट दीया ओर दी अपने गहेरी सोचमे पड गइ वो भी तो मुजसे प्यार करती थी उसकाभी मेरे प्रती क्रस था इस बातमे ना में अंजान था, ना नेनु अंजान थी, फीर मेने देखा तो सोनु मेरे रुमकी तरफ आ रही थी मेने फोरन इयरफोन छुपा लीया मेरे रुम मे आते ही मेने उससे मस्ती करनी सुजी
सोनु : क्या कर रहे हो भाइ
में : तेरा वेइट
सोनु : क्युं क्या काम हे मुजसे
में : काम कुछ नहीं था तुमसे बात करना चाहता था
सोनु : हां तो बताओ कीस बारे में बात करनी थी
मेंं : प्यारके बारे मे बात करनी थी
सोनु : तो अपनी गर्लफ्रेन्डको बुलालो मुजसे क्युं?
में : बुलानेकी क्या जरुरत हे वो तो सामने से चलकर मेरे पास आइ हे
सोनु : (दोनोहाथ अपनी कमर पे रख के) क्या मे तुम्हारी गलफ्रेन्ड लगती हुं?
में : अरे थोडी देर मान जाने कें तु मेरी गर्लफ्रेन्ड हे तो फायदे मे रहेंगी
सोनु : अच्छा चलो मान लीया अब बताओ क्या बात करनी थी
सोनुको भी मजा आरहा था, बीना महेनतके भाइ पट रहा था, अंदर से बहुत खुश थी मेने उसे पकडकर मेरे पास बैठादीया ओर अेक हाथ उसकी कमर पे डाल दीया उसने जुठ मुठ का वीरोध कीया तो मेने कसकर अपनी ओर ज्यादा खीच लीया वो उतेजीत होने लगी ओर उसकी चुत पानी बहाने लगी ओर मदहोस आंखोसे मुजे देखने लगी फीर धीमी आवाज मे बोली
सोनु : बोलो ना क्या बात करनी थी
में : मेने सोचा मेरी जानुका बर्थडे हे तो उसे क्या गीफ्ट चाहीये
सोनु : (मस्तीके मुडमें) वेसे इस बार मेने अपने जानसे दो गीफ्ट लेनेका सोचा हे
में : दो क्यु भला?
सोनु : अेक अपनी जानुके लीये ओर दुसरी अपनी बहेनके लीये
में मेंने उसे फोरन दुर हटाते हुअे) ओ बापरे ये तो नुकसान होगया
सोनु : क्युं अब नही बनाओगे अपनी गर्लफ्रेन्ड?
में : ना बाबा ना अेसी खर्चालु गर्लफ्रन्ड नही चाहीये
सोनु : में खर्चालु थोडी हुं
ओर वो अपना मुह बनाके जाने लगी तो मेने उसे बेड पर बेठे बेठेही हाथ पकडकर जोरोसे जटका मारके खीच लीया ओर आकर सीधे मेरे उपर गीरी हम दोनो गीरकर बेड पर पडे, में नीचे ओर सोनु मेरे उपर, मेने दोनो हाथ उसके पीछे लेजाकर मेरे सीने पर भीच दीया उसकी सीसकारी नीकल गइ
ओर हम दोनोमे से कोइ उठनेकी कोसीस नही कर रहे थे, हम अेक दुसरोकी आंखोमें देखने लगे मे उसके होठो पर अपना होंठ रखने जाही रहाथा की नीचे से दीदी की डीनर करने बुलाने की आवाज आइ ओर हम दोनो डरके फोरन खडे हो गये ओर सोनु पहेले हसती हुइ दोडके नीचे चली गइ ओर मेरा के. अेल. पी. होगया
ओर मे भी बाथरुम के अंदर जाके फ्रेस हुआ ओर अपने खडे लंड को अेड्जस्ट करके नीचे चला गया ओर नीचे आके देखा तो सोनु किचन में थी ओर नेनु दादी खाने की प्लेट लेके किचन से आ रही थी मे ने फोरन नेनु के हाथ से प्लेट लेली ओर जोरो से बोला ताकी सोनु भी मेरे पीछे आजाये
में : (किचन की ओर देखते हुअे) लाओ दी में दादी को खाना खीला देता हु
नेनु : क्या बात हे आज कल तेरी दीपर बहोत तरस खा रहा हे, ले खीला दे दादीको
कहेके वो वापीस किचन मे जाने लगी मेने सोनुकी तरफ देखातो वो मेरी तरफ देखा फीर नेनुकी तरफ देखा वापस मेरी तरफ देखके अपनी गरदन नांमे हीलाने लगी ओर काम करने लगी मेंभी थोडा मायुस होकर दादीके रुम में जाकर उसे खाना खीलाने लगा, खाना खीलाने के बाद जेसेही दादीका मुह रुमालसे पौछा तो कुछ याद आया ओर मेरे चहेरे पर हसी आगइ ओर दादीके रुमके दरवाजाके पास खडे होकर मेने किचन की तरफ देखके आवाज लगाइ
में : अरे नेनुदी पीनेका पानी भुल गइ आप, सोनुको बोलो लेके आये
नेनु : अरे हां..सोनु जरा पानी देके आतो
सोनु : (अंदर से खुस होते हुअे) जी दी अभी दे आयी
कहेके सोनु फ्रिज मेंसे पानीकी बोतल ओर खाली ग्लास लेके सरमाती हुइ मेरी तरफ आने लगी में दरवाजे के बीच में खडा था तो वो बोतल ग्लास मुजे देनेकी बजाअे मुजे दरवाजे से हटाकर खुद अंदर जाके बैठ गइ ओर दादीको पानी पीलाने लगी मेभी उसीके पास जाकर उससे सटकर बैठ गया
ओर अेक हाथ पीछे ले जाकर उसकी कमर को पकड लीया ओर थोडा अपनी ओर खीच लीया उसने कोइ विरोध नही कीया बल्के अेसा लगा की इस हरकतसे वो काफी खुश हुइ ओर सरमाके मंद मंद मुस्कराके तीरछी नजरोसे देखते गरम होने लगी ओर कामुक आवाजमें मुजसे धीमेसे कहेने लगीें
सोनु : तुम बहुत चालाक हो, क्या चाहते हो?
में : कुछ नहीं सीर्फ दादीका आशीर्वाद (फीर दादीकी ओर देखके) दादी हमे आशीर्वाद दीजीये ताकी आशीेर्वाद लेके ये बंदरीया कामपे लग जाये हें..हें..हें..
दादीका आशीर्वाद मीलते ही में वहां से फोरन उठके बहार सोफे पे जाके बैठ गया ताकी सोनुका रीअेक्शन देख सकु, उसे अेसा फील करवाया थाकी भाइ मुजे प्यार करने लगा हे ओर मुजे दादीके रुम में बुलाके सायद आज भाइ प्यारका इज्हार कर देगा, लेकीन हुआ उनके विपरीत मेंनें देखा तो सोनु मुजे नाराज नजरोसे देखती हुइ किचन की ओर जाने लगी
में चाहता थाकी सोनु खुद मुजे प्रपोज करे ओर इसके लीये उसको मजबुर करदेना चाहता था मुजे लगता हे में मेरी दोनो बहेनो से प्यार करने लगा हुं ओर मेरी बहोनो काभी मेरे प्रती व्यवहार देख के लगताथा मनही मन वोभी मुजे चाहने लगी हे, मेने डीसाइड करलीया था अगर मेरी बहेने मुजे प्यार का इज्हार करेगी तो में खुद उसे सादी के लीये प्रपोज करुंगा
मेरी बहेनो के प्रती मेरी चाहत बहुत बढ गइ थी ओर उनके साथ सेक्स करने की भी में धार्मिक भी था तो मेरा मानना था की सादीके बगैर सेक्स करना पाप होता हें ये मेरी मान्यता थी, दिमाग में सेक्सका खयाल आते ही मेरे लंडमें तनाउ इतना बढ गया की मुजे लंड में दर्द होने लगा अेसा लगता था की मेरा लंड सांत नही हुआ तो फट जायंगा
तो में उपर अपने रुमकी तरफ भागा ओर बाथरुम में जाके लंड पेंन्टसे बहार नीकाल लीया ओर उसे आंख बंध करके जोरोसे हिलाने लगा ओर जल्दी में बाथरुमका दरवाजा बंध करना भुल गाया, मुजे भागते हुअे देखकर सोनु भी नेनुकी नजर बचाके मेरे पीछे आने लगी थी, ये मेरा पहेला अनुभव था इससे पहेले मेने अेसा कभी नहीं किया था
में सोनु ओर नेनुदी को इमेजींग करते मेरा लंड हीलीये जा रहा था जेसे ही लंडसे पीचकारीया छुटी मुजे चरमसुखका अेक बहुतही परम आनंद आया ओर मेरे मुखसे सोनुका नाम नीकल गया,
दुसरी तरफ सोनु मेरे पीछे जडप से आने लगी ओर मुजे बाथरुम में घुसते देखकर वो बहार रुक गइ ओर फीर आहिस्तासे अपना चहेरा बाथरुमके दरवाजेके पास ले जाके जुककर अंदर देखने लगी मुजे लंड हिलाते देखकर वो भोडी सोकड होगइ ओर बहार खडी होके मुजे अेसा करते देखकर वो काफी उतेजीत होगइ
ओर अपना अेक हाथ अपनी चुत पर रखकर आहिस्ता आहिस्ता सहेलाने लगी तभी भाइ के मुख से अपना नाम सुनकर वो चोंक गइ ओर फोरन वहांसे नीचे भागकर सोफेपे बेठ गइ उसकी सांसे तेज चल रही थी ओर अपनी आंखे बंध करके सोचने लगी भाइ मुजे इमेंजींग करते ये सब कर रहे थे इसका मतलब भाइ मेरा दिवाना हे पर मुजसे कहेने में सायद डरता हे
तो इस मामले में मुजे जल्द से ज्लद आगे बढना चाहीये ओर मुजे फेक आइडी के चक्करमें मुजे अपना टाइम नहीं वेस्ट करना चाहीये में क्या करु जो बात आसान हो जाये तभी उसके दिमाग में अेक आइडीया आया ओर वो मन ही मीन खुश होकर हसने लगी तभी नेनुकी आवाज आइ उसने आंख खोली तो सामने राजको बैठे पाया उसे देखकर वो थोडी सकपकाइ फीर अपने आपको नोर्मल करने की कोसीस करने लगी
नेनु : चल अेय बंदरीया अकेले अकेले क्युं हस रही हे चल आजा डीनर रेडी हे
फीर तीनो आके अपनी चेरपे बैठ गये सोनु सामने नेनु राज की बगलवाली चेरपे
नेनु : (खाना परोसते) सोनु तेरे स्कुल का अेक्जाम कब हे कुछ पढाइ भी करलीया कर
सोनु : दी पंद्रह दीन बाद, पर मुजे आगे नहीं पढना, मेरा मन नहीं हे पढने मे जीतना पढना था पढलीया क्या करुगी आगे पढकर मुजे थोढी पेसे कमाना हे यें बंदर तो हे कमाने के लीये
नेनु : पर बेटा कोलेज तो पुरी करले
सोनु : नही दी सामाजीक व्यवहार के लीये जीतना जरुरी था उतना तो पढही चुकी हुं तो अब में आगे नहीें पढुंगी ये मेरा फैसला हे आप मुजे फोर्स मत करीये
में : रहेने दोना दी येनही पढना चाहती हे तो क्युं पीछे पडी हो, पढके ये डोक्टर, इन्जीयर बन गइ तो सहेर के लोगोकी जान मुस्कील में पड सकती हे
ये केहेके में ओर नेनु हसने लगे लेकीन सोनु मुजे खा जाने वाली नजरोसे देखने लगी
सोनु : कभीतो सांतीसे खाने दो जब देखो तब टांग खीचता रहेता हे बंदर कहीका
सोनु थोडी नाराज होगइ ये देखके मेने ओर नेनु ने अपने होंठो पर उगली रख दी ये देखकर सोनुकी हसी नीकल गइ तो हम भी हसने लगे
नेनु : ठीक हे जेसे तेरी मरजी अब में कोइ फोर्स नही करुगी, तुम दोनो इस मामलेमें स्वतंत्र हो अब खुश (मेरी ओर देखके) ओर राज इसकी स्कुटीका क्या हुआ
में : अभी देखता हुं कुछ मामुली हुआ तो अभी ठीक करदुंगा
नेनु : राज तेरा क्या प्रोग्राम हें कलका
में : आप हुकुम करो साहिबा बंदा आपकी खीद्मत मे हाजीर हे
नेनु : नौंटंकीबाज, भुल गया सोनुके बर्थडेके लीचे हमे कुछ खरीदारी करनी हे, मंदिर भी जाना हें
में : मेरी तो कल कोलेजकी छुटी हे जब बोलो तब चलेंगे
नेनु : सुबह तो हम नहीं जा पायेंगे सोनुभी स्कुल होगी ओर दादीको अकेले छोडना मुनासीब नही हे क्युंकी उनकी तबीयत दीनभर दीन नरम होती जा रही हे
सोनु : दी कोइ चींताकी बाततो नहीं हे? तोकल मेरी स्कुल की छुटी, में भी नहीं जाउंगी ओर घर पर रहेकर दादीका ख्याल रखुंगी आप दोनो जाओ बिंदास
सोनु : (सरमाके) क्या दी आप भी (फीर तीरछी नजरोसे मेरी तरफ देखते हुअे) मेरा आदर्श यहा भी तो काम आना चाहीयें क्युं राज?
में : हां दी अगर ये ससुराल चली गइतो हम तो इनके आदर्शसे वंचीत रहे जाते ओर इनके बिना तडपते रहेते
नेनु : (मेरा कान खीचते) तु बाज नही आयेगा इनकी खीचाइ करते, कभीतो प्यार भरी बात कर लीया कर उसके साथ
में : मेंतो टड्ढाइ कर रहा हुं प्यार भरी बात करनेके लीये लेकीन उसे प्यार भरी बात सुनना अच्छा नहीं लगता टांग खीचवानेकी आदतजो पड गइ हें (डबल मीनींग बात)
नेनु : ठीक हे ठीक हे तुम लोगोकी बात मेरे पल्ले नही पड रही हे, चल आजा सोनु बाकी काम कर लेते हे आज मुजे अभी से नींद आ रही हे सुबह जल्दी उठनेकी वजह से
हम खाना खा चुके थे फीर नेनु ओर सोनु जुठा बर्तन उठाके किचन में जाने लगी ओर में स्कुटी की चाबी लेके बहार स्कुटी रीपेर करने आगया पहेले मेने प्लग चेक कीया तो उसमें ही कचरा जम गया था मेने उसे साफ करके वापीस लगा दीया ओर चाबी लकाके स्टार्ट कीया तो अेक ही कीक पे चालु हो गया फीर चकर लगाके वापीस रख दीया स्कुटी अब ठीक चल रही फीर में अपने रुम में जाके बेड पर बेठके मेरा फोन चेक करने लगा उसमे काफी मेसेज आये थे देखा तो सब मीना के थे में अेक अेक चेक करने लगा
हम खाना खा चुके थे फीर नेनु ओर सोनु जुठा बर्तन उठाके किचन में जाने लगी ओर में स्कुटी की चाबी लेके बहार स्कुटी रीपेर करने आगया पहेले मेने प्लग चेक कीया तो उसमें ही कचरा जम गया था मेने उसे साफ करके वापीस लगा दीया ओर चाबी लकाके स्टार्ट कीया तो अेक ही कीक पे चालु होगया फीर चकर लगाके वापीस रख दीया स्कुटी अब ठीक चल रही थी फीर में अपने रुम में जाके बेड पर बेठके मेरा फोन चेक करने लगा उसमे काफी मेसेज आये थे देखा तो सब मीनाके थे में अेक अेक चेक करने लगा....अब आगे
मेसेज १ : हेलो कहा हो आप
मेसेज २ : अगर आपको मेरी बातका बुरा लगा हो तो आइ अेम सोरी, माफ करदो मुजे
मेसेज ३ : प्लीज बात करो मुजे, में तो मेरी पर्सनल बात तुमसे बतानीथी तुम चाहो तो में बता दुंगी प्लीज बात करो मुजे
फीर थोडी देर बाद देखा तो सोनु मेरे रुमकी तरफ आ रहीथी मे ने अपना मोबाइल फोरन छुपालीया ओर जेसे ही मेरे रुममें आइ
में : नहीं उतरा, वेसे सोनु सीरीयसली पुछ रहा हुं तुजे तेरे भाइकी तरफ से क्या गीफ्ट चाहीये बता तु जो मांगेगी सब मीलेगा
सोनु : में जो मांगुगी वो सब मीलेगा? फीर मुकर तो नही जाओगे?
मुने कुछ अंदाजा लगालीया सोनु मुजसे क्या मांगने वाली हे मेभी इस मामले मे जल्दीही आगे बढना चाहता था ताकी मेरी बहेनोका प्यार मुजे मील सके
में : यें मेरा पक्का वाला वादा हे तुमसे, मेरी जान भी मांगो....
इससे पहेले में आगे कुछ बोलता सोनुने फोरन अपना हाथ मेरे होंठोपे रख दीया ओर अपनी आंखे नम करके
सोनु : बस भाइ इसके आगे कुछ मत बोलना हमने दादीमांसे साथ वाला आशीर्वाद लीया हे में अभी आगे कुछ नहीं बोलुंगी, वेसेभी इस बार आपको दो गीफट देना पडेगा अेक मेरी मरजीका ओर अेक आपकी मरजीका बोलो मंजुर हे?
में : मंजुर हे मांगले अभी क्या चाहिये तुजे
सोनु : वेसे आप दीके साथ कल जातो रहे हो तो आपकी मरजीका जो देना चाहो ले आना ओर मेरी मरजीका सही समय आने पर आपसे मांग लुंगी ठीक हे?
में : अरे वो भी अभी मांग लेना तेरा भाइ दे देगा भरोसा नही हे क्या?
सोनु : भरोसा तो खुदसे भी ज्यादा हे पर अभी नही बहुत जल्द मांग लुंगी
कहेके मेरी तरफ कामुक मुस्कान के साथ देखने लगी मे
में : ठीक हे बेबी जब तुम चाहो मांगना दे दुंगा तुजे, अब खुश
कहेके मेने खडा होके उसे हग कीया उसने भीे मेरे सीने मे अपना सर छुपा लीया ओर हम दोनो भोडी देर वेसे ही खडे रहे जेसे ही मेरा खडा लंड उसकी चुतपे उपर से दस्तक देने लगा वो फोरन पीछे हटगइ ओर मेरी पेन्टपे तंबु देखके उसने अपना मुंह दुसरी तरफ करके नजरे जुकाली ओर मंद मंद मुस्कराइ ओर अपने रुम मे दोडके भाग गइ
इसके जाते ही मेने अपने रुम का दरवाजा बंध कर लीया ओर फोरन टेबल पर चडके वीन्डो की लकडी हटाली ओर सोनु के रुम में देखने लगा वो डड्ढोअर से मेरी तस्वीर नीकालके चुमने लगी ओर चुमते चुमते नाचने लगी फीर मेरी तस्वीर को अपने चहेरे के सामने रखकर उसे बाते करने लगी
सोनु : अलेले मेरे भोले राजा तेरी सोनु तुजे कितना चाहती हे इतना मोका दीया फीर भी नहीं समजा लगता हे अब पहेल मुजेही करनी पडेगी पेन्टमे ही इतना बडाहे वो तेरा जब उसका दर्शन होगे तब तो में पागल ही होजाउंगी बस कुछ घंटेकी बात हे फीर तेरी सोनु तेरी बांहों मे होगी
कहेके मेरी तस्वीरको पागलोकी तरह चुमने लगी तभी उसको कुछ याद आया ओर मेरी फोटो बेड पर रखकर उसने अपना फोन उठालीया ओर बेड पर जाके बैठ गइ मे भी जट भागके बेड पर आगया ओर अपना मोबाइस उठाके देखने लगा तो उसमें अेक मेसेज आया था मेने मेसेज पढा ओर सोनु के साथ चेट करने लगा
मेसेज : प्लीज बात करोना में तुम्हे जानती हुं इसीलीये इतना आगे बढी
में : हाय.. बोलो क्या कहेना चाहती हो
मीना : सोरी मेरी बातका बुरा लगा हेतो
में : सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे तुम आगे माफी मांग चुकी हो ओर तुम मुजे केसे जानती हे बाताओ
में : तो मेरी बहेनके बारें में अेसी बात क्युंकी, सच बता माजरा क्या हे
मीना : बताती हुं, अेक बार हमारी चर्चा के दोरान उसने आपका जीक्र कीया था तो उनकी बातोसे मुजे लगाकी वो आपसे बहुत चाहती हे पर आपसे बात करते में गलत साबीत हुइ मुजे माफ कर देना
में : ओर तुम लोग क्या चर्चा कर रहेथे बताओ मुजे
मीना : में अक उलजन मे फसी थी इसीलीये हम आपसमे चर्चा कर रहे थे
में : केसी उलजन बता छुपाअे बीना बताओ मुजे वरना दुबारा तुमसे कभी बात नही करुगा
मीना : बताती हुं पर ये कीसीसे कहेना नहीं मेरी इजतका सवाल हे, दरसल में खुद अपने भाइको चाहती हुं ओर उसे सादीभी करना चातीहु अब आपही कोइ रास्ता दीखाओ
में : अपने भाइसे प्रेम करती हो? घरवालोको पता हे?ओर इसे समाज स्वीकार करेगा?
मीना : घरकीे मुजे ज्यादा मुस्कील नहीं आयेगी वो में हेंन्डल कर लुंगी, रही बात समाज की तो मुजे इसकी परवाह नही ओर भाइके बगैर में जींदा नही रहे सकती इतना चाहती हुं उसे मेरा प्यार नही मीला तो अपनी जींदगी समाप्त कर लुंगी
में : पागल होगइ हो क्या? मरनेकी बात कभी मत करना तेरा भाइभी तुजे चाहता हे तो तेरे बीना वो केसे जींदा रहेगा सोचा हे कभी पागल कहीकी
मीना : तो तुमही बाताओ में क्या करु केसे भाइको बताउकी मे तुजे चाहती हुं ओर सादी करना चाहती हुं कोइ रास्ता दीखाओ
में : अगर तुम सच्चे दिलसे भाइको चाहती होतो बीना डरे अपने भाइके पास जाना ओर अपने प्यारका इज्हार करदेना भाइ तुमहे सच्चे दिलसे चाहता होगातो तुमहे कबुल करलेगा वरना समज जाना वो तुम्हारे प्यारके काबील नहीं हे ओर उसे प्यार करना जो
तुम्हे चाहता हो समजी जींदगी बहुत कीमतीहे वो रही तो सच्चे प्यार करने वाले बहुत मील जायेंगे
में : चल अब रखता हुं सोनाभी हे ओर सुबह जल्दी उठनाभी हे ओके बाय..
कहेके में ओफ लाइन होगया फीर इयरफोन लगाके रीसीवर ओन कीया तो नेनु की खरराटे भर रहीथी उसे नींदजो आती थी फीर मेने चेनल बदला तो सोनु सीमासे बात कर रही थी
सीमा : बतानें कमीनी इतना खुस क्यु लगती हे
सोनु : हा सीमा लगता हे में मेरी मंजील से बहोत करीब हुं आज मेने अपने भाइको अपना लंड हीलाते हुअे देखलीया वो मुजेही इमेजींग करके अपना हीला रहा था
सीमा : तुजे केसे पता वो तुजे इमेजींग करता था
सोनु : लास्ट में डीस्चार्जके समय उसने मेरा नाम लीयाथा
सीमा : वाह सोनु तुने तो बहुत अच्छी गुडन्युज दी लगता हे बहोत जल्दतु अपने भाइ का लंड खायेगी कीतना हसीन लम्हा होगाजो तेरा भाइ तुजे पटक पटक कर चोदेगा मेरी तो सोचते ही पानी बहाने लगी हे हाइ..
सोनु : चुपकर कमीनी इतनी आग लगी हे तो बुलाले अपने भाइको ओर चुदवाले जमकर उसे, साली खुदभी गरम होती हे ओर अेसी बातोसे मुजेभी गरम कर रही हे चुदडकर कहीकी, ओर तेरी कहानी कहा तक पहोंची
सीमा : अरे वहीकी वहीं हे भाइ से ज्यादा में उतावली हु चुदवानेको कमीनी तुने सलाह नहीदी होतीतो अब तक कीतनी बार चुदवा चुकी होती, कमीनी कही की, अरे हां हमारा मीलनका कोइ आइडीया देनां ताकी हमारा मीलन हो जाये
सोनु : अरे तुम प्रवास या नये कोलेज के अेडमीशन या कुछ बहाना करके दोतीन दीन सहेर से दुर क्यु नही चली जाती घर वाले तुजे अकेली तो भेजेगें नही इसलीये भाइको साथ लेजाती हुं बोलके चली जाना अपने यारको लेके फीर मजेसे चुदवाना, वेसेभी तेरे मम्मी ओर तेरे पापा बहुत भोले ओर धार्मिक इन्सान हे, तुरंत हां कर देंगे, बोल केसा रहा मेरा आइडीया
सीमा : ग्रेट यार ये तो मेने सोचाही ना था, थेन्क यु वेरी मच, इसीलीये तु इतना फास्ट जा रही हे कमाल का दीमाग हे तेरा, मुजे तेरे भाइपे तरस आरही हे कभी उसे आराम भी करने देना नही तो सारा दीनरात चुत में लंड लीये फीरती रहेगी घर में हे..हे..हे.., हां अब आगे की क्या प्लीनींग सोची हे
सोनु : बस कुछ घंटे ओर इन्तजार कर फीर तुजे गुडन्युज दुंगी
सीमा : (सोनुकी टांग खीचते) केसी गुडन्युज कहीं तु प्रेगनेन्ट तो नहीं, हें.. हें.. हें..
सीमा : हाइ में मरजावां, तेरे मुंह में घी सकर, मेनेतो पुरी प्लानींग करके रखी हे
सोनु : कीतनी बेसरम हे तु, ओर केसी प्लानींग बताना मुजे?
सीमा : पहेले पांच साल तक कोइ बच्चा नहीं तब तक जमकर चुदवाउंगी भाइ से, बाद मे धडा धड बच्चे पैदा करुंगी
सोनु : कीतनी आग लगी हे तुजे भाइसे चुदवानेकी, चल फोन रखती हुं कुछ कामभी हे
सीमा : अरे बात करना, कीतना मजा आता हे, बाद में उंगली करलेना
सोनु : चुप होजा कमीनी वो काम नहीें हे, वो काम अब नहीं करुगी, वो काम तो अब सीधा....., चल बाय रखती हुं
कहेके सोनुने फोन कट करदीया ओर साइड पे रख दीया ओर मेरी फोटो लेके पहेले उसे देखा बादमें बुच बुच करके चुमने लगी फीर मेरी तस्वीरको अपने गाउन में हाथ डालकर अपने बुब्स से चीपकाकर सो गइ फीर मेभी रीसीवर ओफ करके डड्ढोअर में रख दीया लुंगी पहनकर(में हंमेशा लुंगी पहनकर सोता हुं) दरवाजेका लोक खोल दीया
ताकी सुबह नेनु मेरे रुमकी सफाइ करदे बेड पर आके लेट गया ओर सोचते सोचते सोनेकी कोसीस करने लगा आगेके प्लानींग के बारेमें, में अब अपनी दोनो बहेनोसे प्यार करने लगा था सोनुको तो में आसानी से पा लुंगा पर नेनु दीदीको केसे बताउंगा की में आपसे प्यार करता हुं ओर आप दोनोसे सादीभी करना चाहता हुं
यही सोचते मेरा लंड खडा होगया फीर मेने अपना हाथ लुंगी में डालकर मेरे लंड को पकड लीया ओर सो गया अगली सुबह जब दरवाजा खुलनेकी आवाज आइ, आवाजकी वजहसे मे जाग गया ओर अधखुली आंखो से देखा तो सोनुथी सोनु अपना गाउन पहेनकर जाडु पोछा लेके अंदर घुस रही थी
फीर जाडु पोछा नीचे रखकर मेरी तरफ देखा मुजे सोता हुआ देखकर वो अपने गाउन के उपरके दो बटन खोलने लगी फीर अपनी नजर नीचे करके अपने बुब्स को देखने लगीकी इसका बुब्स दीख रहा हेकी नहीं फीर जेसे ही मेरी तरफ बढी दो कदम चलते ही अपनें मुंह पे हाथ रखकर वहीं रुक गइ
ओर मेरी लुंगीकी ओर अेक नजरसे देखने लगी मेने अपनी तीरछी नजरसे नीचे देखा तो मेरी लुंगी उपर चडकर मेरे सीनेके पास पडी थी ओर मेंने अपना खडा लंड अपने हाथो में पकड रखा था फोरन पुरी आंख खोलके हडबडाके मेने अपने लंडको छोड दीया ओर लुंगी नीचे करके में बैठ गया
सोनु भी मुजे जागता देखरकर फोरन मुड गइ ओर जाडु लेके रुम की सफाइ करने लगी ओर अेसा दीखावा करने लगी जेसे उसने कुछ देखा ही नही हो, वो सीर्फ मेरे बेड के आस पास की जुक जुक कर सफाइ करने लगी ओर मुजे अपने बुब्स दीखाने की कोसीस करती रही
में भी उसीको ध्यान में आये अेसे उसके बुब्स को घुरता रहा मुजे घुरते देखके वो मंद मंद मुस्कराये जा रही थी ओर अपना जलवा दीखाती रही उनके संतरे जेसे बुब्स देखके में बहुत उतेजीत हो गया था में भी उसे बात करके मामल को आगे बढाना चाहता था
में : अरे वाह सोनु आज तो तुं सफाइ करने आगइ, तुनेतो वाकइ जीमेदारी संभालली
अपना काम रोकते मेरी तरफ घुम गइ ओर अपना बुब्स दीखानेकी कोसीस करती हुइ
सोनु : तो क्या भाइ में मजाक करती थी, अबसे आपकी सारी जीमेदारी मेरी हे आपका जो काम होगा मुजे बोलीयेगा में आपका सब काम करदीया करुगीं
सोनुं : तो क्या हुआ आजाना में घरमे तो रहुंगी, मुजे बुलाने बहार थोडे ही जाना हे
में : में कहां तुजे रुम रुम में भटकके ढुंढुगा अेक काम करना तुं यही आजा मेरे रुममें यहीं साथ रहेंगे ओर मुजे तुजे ढुंढनेकी जरुरतभी नहीं पडेगी(सुनतेही सोनु अेकदम सरमा गइ)
सोनु : भाइ सरम नही आती, सबका पर्सनल रुम होते हुअे तुम अपनी दीदी को साथ रहनें कीबात करते हो, नेनु दी को देखा हे मार डालेंगी हमें, ये सब छोडो, भाइ कीतने दिन होगये तुम मुजे कही घुमाने नही ले गये चलोने आज हम घुमने जाते हे
में : साथ रहेने में डांटेगी दी तुजे, साथ घुमनें में नहीं डांटेगी तुजे?
सोनुं : भाइ ले चलोने प्लीज दीको में हेंन्डल कर लुंगी सीर्फ तुम हां बोलो
में : चल ले आउंगा अब खुश, सामको ले चलुंगा दीसे बात कर लेना ओर दस बजे दी के साथभी जाना हे
सोनु : थेन्क यु वेरी मच भाइ (कहेके कुदने लगी)
में : (बेड से नीचे उतरते) ठीक हे ठीक हे
जेसे ही में उतरा सोनु आके मुजसे लीपट गइ मेने भी उसे इस बार कसके अपनी बाहों मे भर लीया ओर बारी बारी उसके दोनो गालो पे कीस करदी इस हरकत से वो सरमाइ फीर खुश होके फीर से मुजे लीपट गइ
में : क्या कर रही हे हटजा वरना नेनु ने देख लीया तो सचमुच हमे डांटेगी, ओर कहेगी की केसे अपनी भाइकी बाहों मे खडी हे बेसर्म लडकी,
ये सुनते ही सोनु गभराके मुजसे दुर हट गइ ओर खुब सरमाइ फीर अपना जाडु पोछा लेके फोरन मेरे रुमसे दोडके बहार चली गइ ये देखकर में हसता हुआ अपने बाथरुममे घुस गया नहा धोकर जब बाथरुम से बहार आयातो नेनु मेरे रुम में खडी थी
नेनु : अरे वाह आज तो मेरे उठाने से पहेले ही उठ गया मेरा बेबी, मेतो तुजे उठाने आइ थी चल तैयार होके आजा नीचे, ओर ये बंदरीयाने तो रुमकी सफाइ भी करदी सचमें सुधर गइ इस लडकी, चलो कुछ तो बोज हलका हुआ मेरा
में : अरे दी हमारी सोनु बहुत समजदार हे वो अपनी जीमेदारी बखुबी समजती हे
नेनु : बस बस ज्यादा तारीफ मत कर बंदरीयाकी नहीतो सरपे चड जायेगी, तुआजा नीचे
कहेके दी चली गइ ओर में भी तैयार होके सीधे नीचे चला गया ओर दादी के रुम मे चला गया, सोनुको पता था भाइ सुबह सीधा दादीके रुम मे पैर छुने आता हे तो वो पहेलेसे वहां दादीके पैर के पास खडी मोजुद थी, जेसे ही में दादीके पैरमे जुका तो मेरे साथ सोनु भी पैर छुने जुकी, फीर दादी ने हमे साथमे आशीर्वाद दीया
मुजे ये देखके बहुत अच्छा लगाकी सोनु अभीसे मेरी पत्नीकी तरह बीहेव कर रही हे, वो बीलकुल सही दीसामे जा रहीथी ओर वो समज रहीथी की मुजे पता नही चलेगा, ओर में भी सबकुछ जानके अनजान बननेकी कोसीस करता था मुजे भी इस खेल मे बहुत मजा आ रहा था फीर मेने थोडी मस्ती करने की सुजी ओर सोनुके कान के पास अपना मुंह लेजाकर धीमी आवाज में कहा
में : आज कल तुम बहुत साथ वाला आशीर्वाद ले रही हो, इसी लीये कहेता हुं आजाओ मेरे रुम मे, साथ रहेनेके लीये
सोनु : (बहुत सरमाके) क्या भाइ आप भी, कुछ भी बोलते रहेते हो
ओर वो वहांसे दोडकर कीचनकी ओर भाग गइ ओर में नास्ता करने लीये डाइनींग पर जाके अपनी चेर पर बैठ गया तभी नेनु ओर सोनुभी आके बैठ गइ फीर हम नास्ता करने लगे कुछ खामोसी के बाद नेनु बोली
नेनु : तो राज हम कीतने बजे जायेंगे?
में : दी जब आप फ्रि हो जाओ तब मुजे बोलना हम चले जायेंगे
नेनु : ठीकहे हम जल्दी जायेंगेतो जल्दी वापीसभी आयेंगे दोपहोरका लंचभी तो बनाना हे
सोनु : अरे दी मे कहां आज स्कुल जा रही हुं, में बना लुंगी आप आराम से आना
नेनु : अरे वाह गुडीया येतो में भुलही गइ थी आज तु स्कुल नही जा रही हे, ठीक हे बना लेना लंच ओर तु बता मुजे, तुजे क्या गीफ्ट चाहीये अपनी दीदीकी तरफ से
सोनु : कुछ नहीं दी जब जरुरत पडेगी तो मांग लुगी आपसे
नेनु : अरे बता ना में ले आउगी तुंजो बोलेगी वो तुजे देदुंगी चाहे कीतनी भी मेंहगी ही क्यु न हो
सोनु : नहीं दी बोलाना समय आने पर आपसे मांग लुंगी, हा सायद बहुत महेंगी हे
नेनु : कीतनीभी महेगी क्यु नहो मेरी गुडीयासे ज्यादा महेंगी थोडी हे, ठीक हे मांग लेना
सोनु : दी चलोने आज कही घुमनेका मन कर रहा हे कीतने दीन होगये हमे साथ घुमने नही गये प्लीज.. (सोनु ने बडी चालाकी से चाल चली)
नेनु : नहीं सोनु मुजे आज बहुत सारा काम हे तुम भाइको लेजा साथ, क्यु राज लेजायेगा ने घुमने इस बंदरीयाको (कहेके दी हसने लगी)
में : दी आप कहती हो तो ले जाउंगा वरना मुजे कोइ सोक नहीं हे सरकस वाला बननेका
सोनु : तुम दोनो फीर वापस सुरु होगये, छोटी हुं तुमसे कभी तो तरस खा लीया करो
सोनु : दी प्लीज आप हमसे कभी माफी मत मांगो आपका हक हें यें ओर आप कान पकडते तो बीलकुल अच्छी नहीं लगती बकरी जेसी लगती हो हें..हें..हें..
नेनु : (चेर से उठनेका नाटक करते) ठैरतो अभी बताती हुं मुजे बकरी कहेती हे बंदरीया कहीकी
फीर सोनुने अपने कान पकड लीये ओर हसते हुअे दीको सोरी कहेने लगी ये देखके हम तीनो हसने लये अेसी मजाक मस्ती करते हमने अपना ब्रेकफास्ट खतम कीया ओर मे जाके सोफे पर बैठ गया दोनो दी कीचनमे चली गइ ओर आपसमे हस हसके बाते कर रहीथी ओर काम कीये जा रही थी
में उसे अेसे बात करते देखकर बहुत खुश हुआ ओर कल्पना करने लगा की दोनो मेरी बीवीयां हे ओर आपस में मीलजुल कर रहेती हे ओर ये कल्पना करते ही मे रोमांचीत होगया में इतनी गहरी सोच मे बेठा था की कब साडे नौ बज गये पता ही नही चला तभी मेरे कानमें नेनु की आवाज आइ
नेनु : अे हीरो क्या सोच रहा हे चलना नही हे क्या?
में : (में चोंकके फोरन खडा हो गया) हां चलीये दी मे रेडी हुं
कहेके मे बहार जाने लगा ओर दीभी बहार आते आते सोनु को जरुरी बात बताने लगी मेने बाइक स्टार्ट की ओर उस पर बैठके रेडी खडा था तभी मुजे नेनु बहार आती नजर आइ वो अेक दम सुंदर लग रही थी ओर मे भी अपनी बीवीको ले जा रहा हुं ये सोचते ही रोमांचीत होगया दीदी आतेही अेकही साइड पे अपने दोनो पैर रखके अपना अेक हाथ मेरे कंधो पे रखकर बैठ गइ ओर बैठते ही
नेनु : चलो अे हीरो जाने दे पहेले मंदिर, वहा पहेले हम दर्शन करेंगे फीर मोल चलेंगे
फीर हम मंदिरकी ओर चल पडे वहा पहोंचकर हम सीधा मंदिरकी ओर पैडल चलने लगे दीदी आगे चल रही थी पें उसके पीछे चल रहा था फीर दीदी मंदिर के सामने दोनो हाथ जोडके खडी होगइ ओर में उनके पीछे खडा होके हर्शन करने लगा जब दर्शन कर लीये तो पुजारीजी ने हमे प्रसाद दीया ओर मेरी तरफ देखके कहेने लगा
पुजारीजी: राज बेटा अच्छा हुआ तुम खुदही आगये आज सुबही बाबा तुजे याद कर रहे थे
में : ठीक हे दादा मील लेता हुं बाबा से
जेसे ही बाबा के रुम की तरफ जाने लगा तभी नेनुकी आवाज आइ
नेनु : सुन राज मुजे भी दर्शन करने हे बाबा के (कहेके मेरे पीछे आने लगी)
में : ठीक हे दी चलो बाबा हिमाचलसे आये हे चातुर मास के लीये बहुत ज्ञानी हे
जेसे ही हम बाब के रुम में प्रवेस कीया बाबके चहेरे पर स्माइल आगइ हम दोनो ने उनके पैर छुअे फीर उनके चरणो के पास बैठ गये
बाबा : आओ बेटी आज तुमभी आ गइ आज सुबह ही में राजको याद कर रहा था ओर मेने पुजारी से बातभी कीथी तुम्हे बुलाले लेकीन तुम तो बीना बुलाये ही हाजीर होगये
में : जी बाबा हुकुम कीजीये क्या सेवा कर सकता हुं मे आपकी, धन्यभाग होगा मेरा
बाबा : में क्या हुकुम करुगा बेटा में तो उनके हुकुम का पालन कर रहा हुं, अभी तो तुम्हे कल से चार दिन यहा आके महादेव का अभीसेक करना हे फीर बाद मे सही नक्षत्र आने पर तुम्हे अेक यंत्र दुंगा जीसकी तुम्हे घर पर पुजा करके अपनी तीजोरी पे स्थापीत करना हे ओर अपने नये कामकी सुरुआत करने से पहेले कामके स्थान पे भी पुजा करनी हे पुजा के बादही काम शुरु करना
में : बाबा आपको केसे पता मेरे कामके बारे में
बाबा : में बहुत कुछ जानता हुं तेरे बारे में, ओर इतनी दुर सीर्फ तुम्हारे लीये ही आया हुं ताकी तुम्हारा मार्गदर्शन करता रहु, अब ज्यादा मत पुछना मुजे, अपनी इस बेटी से भी बात करनी हे तुम थोडी देर बहार बैठो
बाबाका हुकुम होतेही में वहांसे उठकर बहार चला गया ओर अेक पेड के नीचे जाके बैठ गया ओर अंदर नेनु ओर बाबा बाते करने लगे
नेनु : क्या बाबा आप हमे जानते है मे तो आपसे पहेली बार मीली हुं
बाबा : हां बेटी जानता हुं ये सब हमारी ध्यान साधनाकी देन हे सीर्फ राजको ही नहीं तुम्हे तुमारी छोटी बहेन ओर, अेक ओर लडकीभी आयेगी तुम्हारे जीवन में, में तुजे अभी से बता देता हुं ताकी आगे जाके तुम ज्यादा परेसान नाहो, आगे जाके तुम सबकी जींदगी मे बहुत बदलाव आने वाला हे जो हसी खुशी भरा ओर वैभवशाली होगा तुम सबकी लम्बी आयु होगी ओर ये राज जोभी नीर्णय ले उसमे इसका साथ देना ओर सहमती भी देना इसके हाथो अेक बहुत बडा इश्वरीय कार्य होने जा रहा हे ओर में इसी मक्सद से ही यहा आया हुं तुम सबके जीवन मे कभी कष्ट नही आयेगा
नेनु : पर बाबा बहुत बडा कार्य के लीये खर्चा भी बहुत होगाना.. (बाबाने उसे बीच में ही रोकते)
बाबा : इसकी चींता तुम मत कर वो सब तु मुज पर छोड दे सब बात आजही जाननी हे क्या, कुछ बात बादके लीये भी छोडदे में तुजे जरुरी मार्गदर्शन देता रहुंगा भीर भी कोइ परेसानी लगे तो अपने पिता समजकर आजाना बेजीजक समजी, ओर हां में तुजे अेक जडी बुटी दे रहा हुं तीन दीन तक दुध में डालकर राजको पीला देना, ओर इसको राज से गुप्त रखना हे ताकी तुम लोगोकी जींदगी में कभी खुशी कम नहो
कहेके बाबाने खडे होकर अेक अलमारी मेसे तीन छोटी पुडीया नीकाली ओर नेनुदीको देदी दीदी भी अजनबीकी वजहसे उलजन में पड गइकी बाबाकी बात मानुके नही
बाबा : बेटी इस वक्त तुम्हारे मनमे जो उलजन हे वो में समज सकता हुं अपने इस बुढे बाप पर विस्वास रखो में यहा ओर ढाइ महिना रहुंगा फीर हिमाचल मेरा आश्रम हे वहा चला जाउंगा ओर येलो चीठी घर जाके पढ लेना
फीर दी ओर में बाबा के आशीर्वाद लेके मोलकी ओर चल पडे दीदी सारे रास्ते खामोस रही बाबाकी बातो ने उसे जंजोडदीया था मोल पहोेच के बाइक पार्ककी ओर हम अंदर की ओर जाने लगे मेने खामोसी तोडते हुअे कहा
में : दी बाबा ने क्या कहा आपसे जो पुरे रास्ते खामोस रही
ये सुनते ही दी नोर्मल होनेकी कोसीस करने लगी ओर हसके कहने लगी
नेनु : अरे कुछ नहीं केह रहेथे इस बंदरसे बचके रहेना बहुत मस्तीखोर हे
में : दी मजाक नहीं सच बताओना (फीर दी चलते रुक गइ ओर मेरी तरफ देखके)
नेनु : तुम्हारे नये कामके बारेमें चर्चा हुइ तुम्हे बहोत बडी कामयाबी मीलने वाली हे(जुठ)
में : (फीर आगे बढते) दी बाबा त्रिकाल ज्ञानी हे पुजारीजी केह रहेथे भुतकाल तो सब बता देते हे लेकीन बाबा भविस्य मे जो होने वाला हे वो भी बताते हे केह रहेथे हिमाचल मे बहोत बडे संत हे वहां उसका आश्रम भी हे
फीर मेरी इस बात पे दीदीने राहतकी सांसली की चलो ये कोइ ढोेंगी बाबा नहीं हे सचमुच में अेक महान संत हे ओर ये मनही मन बाबा से माफी मांगने लगी फीर बाते करते अेक बहुत बडे गारमेन्ट स्टोर मे हम घुस गये ओर हम सोनु के लीये खरीददारी करने लगे कुज मेरी पसंदकी तो कुछ नेनुकी पसंदकी फीर दी मुजसे दुर हटकर कुछ खरीदने लगी
बीच बीच मे मेरी ओर इसारा करती रही में समज गया दी मेरे लीये कुछ खरीद रही हे, में भी दी से छुपके दुर गया ओर दी के लीये कुछ डड्ढेस खरीदे तभी मुजे कुछ याद आया में बहार दुसरी शोप में घुस गया वहा मेने रेड कलर की दो बहुत मंहेंगी साडी खरीदी
फीर अेक अंडरगारमेन्ट की शोप से अेक रेड ओर अेक ब्लेक कलरकी दो दो सेट नेनु ओर सोनु के लीथे ब्रा ओर पन्टी के लेटेस्ट ओर मोर्डन डीजाइन के पारदर्शक सेट खरीदेओर दोनोके लेये पारदर्शक नाइटीभी खरीदली ये सब मेने अच्छे से पेक करवाया ताकी कोइ देख नले फीर वापीस उसी शोपमे आया तो नेनु मुजे ढुंढ रहीथीमुजे देखते ही
नेनु : कहां चला गया था मे कबसे ढुंढ रही थी तुजे कुछ लेना नहीें हे क्या, कमसे कम सोनु के लीये तो कुछ खरीद ले
में : नहीदी मुजे कुछ नहीं खरीदना ओर सोनुके लीये यहांसे नहीं कहीं ओर से हम दोनो की तरफ से स्पसीयल गीफ्ट, चलो मेरे साथ (दीका हाथ पकडके खीचता लेगया)
नेनु : अरे कहा ले जा रहा हे, तुजे में कब समज पाउंगी
फीर में नेनु को अेक ज्वेलरी की शोपके अंदर लेगया फीर सोनुके लीये अेक लंबा अेरींग सेट खरीदा जो बहुत महेंगा था तो दी खरीदनेको मना करने लगी, दीको अेक सोनेकी चेइन दीखी जो दीकोे बेहद पसंद आइ फीर मेने दोनो खरीद लीया ओर काउन्टर पर आके मेने अपना कार्ड देके पेमेन्ट कीया फीर सब सामान लेके हम नीचे बेइजमेन्ट मे आगये ओर बाइक के पास आके खडे होगये
नेनु : सोनु का गीफ्ट हम दोनोकी तरफसे था तो तुमने अकेले पेमेन्ट क्यु कीया ओर तुजे दोनो चीज खरीदनेकी क्या जरुरत थी
में : कम ओन दी आप ओर में अलग थोडी ही हे मेने पे कीया तो क्या होगया, मेरा सब कुछ आपका दीया हुआ तो हे मेरी सब चीजो पे आपका पुरा अधीकार हे में खुद आपका हुं तो मेरी चीजोका कोइ सवाल ही नहीं
ये सुनते ही नेनु सरमा गइ ओर मेरी पीठ पे मुका मारके मुस्कराइ
नेनु : क्या बोल रहा हे पता हे तुजे इसका मतलबभी जानता हेकी वेसे ही बोल रहा हे?
में : नहीं जानना मतलब वतलब मेने जो केह दीया सो केह दीया आपको जो मतलब नीकालना हे नीकालो
नेनु : अरे बुध्धु लडकेकी पुरी चीज, पैसा ओर खुद पर उसकी पत्नीका अधीकार होता हे समजे? की उस पर ओर ज्ञान देना पडेगा?
में : दी ये सब में ओर नहीं जानता बस मुजे इतना मालुम हेकी मेरी हर चीजपे आपका हक हे धेट्स ओल, अब चलेकी सारा ज्ञान अहीं खडे खडे देगी कुछ घरके लीये भी रखीये
कहेके नेनु मेरी बाइक पर सामान के साथ बैठ गइ ओर मेने अपनी बेग बाइक की हेन्डल में रखीथी दी से छुपा के, सारे रासते दी सोचती रही वोे अेक बात समजने लगी थी की भाइ इनके पीछे पागल हे ओर इनका दीवाना हे उसे इस बातका अंदाजा होने लगा था पीछले कइ दीनोके घटना क्रम फील्मकी तरह चलने लगा उसकी अेक अेक हरकत इनकी बाते यही सब सोचते उसकी चुतसे पानी का रीसाव सुरु हो गया
ओर वो उतेजीत होने लगी, वो बडी कस्मकस में फस गइ की क्या करु तब अचानक उसे अंजना याद आ गइ ओर उसने इस बारेमे अंजना से बात करनी ठानली सोचते सोचते कब घर आ गया उसे पताही नहीं चला मेने घर आकर बाइक रोक दी तब भी वो बाइक मे बैठी रही फीर मेने आवाज लगाइ
में : दी घर आगया अब तो उतर जाओ की ओरभी मेरे साथ घुमना हे
नेनु : (अचानक उसकी तंद्रा तुटी तो वो हडबडाके नीचे उतरी) जी.. जी.. उतर गइ
ओर सामानके साथ अंदर दोडी ओर दोडकर सीधे अपने रुममें सामान रखकर बाथरुममे घुस गइ सोनुये देखती रही, बाइक रखकर में अपना सामान अेक सैइफ जगह पे छुपाया ताकी बादमे दोनो बहेनो से बचाकर अपने रुममे रखदु ये सब करते
थोडा वक्त लगा इसी बीच नेनुभी वापस होल में आ कर खडी रही, फीर जब मेें अंदर आया तो सोनु ने पुछा
सोनु : भाइ दी भागके क्यु आइ? कुछ हुआ क्या?
तो मेने सोनुको अपने हाथ की लास्ट वाली उंगली (पीसाब दीखानेकी) खडी करके दीखाइ तो सोनु खुब जोरोसे हसने लगी, में नहीं हसा ये देखके नेनु मुजे मारने के लीये दोडी फीर में हसता हुआ भागा
नेनु : कमीने रुकजा तेरी खबर लेती हुं
में सोनुके पीछे छीप गया ओर हम दोनो सोनुके आगे पीछे घुमने लगे मे भी पकडा जाना चाहता था ताकी नेनुका स्पर्स कर सकु मे जान बुजकर पकडा गया फीर नेनुने मेरा कान पकड लीया ओर थोडा मरोड दीया ओर कहेने लगी
नेनु : क्या इसारा कर रहा था की मुजे पीसाब लगी थी, सरम नही आती तुजे, बहेन हुं तेरी
में : मुजे नही मालुम थाकी बहेनको पीसाब नहीं लगती, मेतो समजा सबको लगती हे
नेनु : अरे हमे भी लगती हे लेकीन अभी नही लगी थी
में : तो भागकर बाथरुम मे क्यु घुसी थी?
नेनु : (सकपकाते) वो..वो...में..में..
में : क्या में में सोनु तुने सुबह ठीक पहेचाना था, ये बकरी ही हे
ये सुनते नेनु फीर मुजे पकडने दोडी में भागकर उपर अपने रुम मे जाके दरवाजा बंध करलीया ओर ये सब माजरा देखके सोनु हसे जा रही थी सोनुको देखकर
नेनु : अब तु क्यु हस रही हे कीतना हसेगी ओर तुने लंच रेडी कर लीया?
सोनु : जी दी कर लीया ओर दादीको भी खीला दीया
नेनु : तो जा उस कमीनेको बुलाले लंच के लीये (गुसे में)
सोनु : जी अभी बुलाके लाइ
ओर सोनु उपर आने लगी ओर आके मेरा दरवाजा हलके से खटखटाने लीगी मेने थोडा दरवाजा खेलके देखा ओर सोनु को देखतेही उसका हाथ पकडकर अंदर खीच लीया ओर वापीस दरवाजा बंध करलीया
में : में समजा नेनु होगी आज बकरी बहुत भडकी हुइ हे
सोनु : हां भाइ मुज पर भी थोडा चीलाइ आज लंचके टाइम ज्यादा बाते मत करना वो सांत हो जायेगी ओर तुमको लंचके लीये बुलाने भेजा हे चलो, ओर क्या लायेहो मेरे लेये
में : लाये हे कुछ स्पेसीयल लेकीन मीलेगा बर्थठेके दीन, सरप्राइज बेबी
सोनु : वेसे तो दोनो पुछ रहे थे क्या चहीये क्या चाहीये ओर आज बता नही रहे हो
में : अरे हा सोनु तुने मुजसे दो गीफ्ट मांगा था अेक तो ले आये हे हम, दुसरा क्या चाहीये मुजसे वो भी बतादे अेडवान्स मे ताके तेरा गीफ्ट तैयार रखु
सोनु : बता दुंगी थोडा सब्र करो वो भी आज ताकी मेरे बर्थडेके दीन आपको गीफ्ट लाने में कोइ परेसानी न हो
तभी नीचेसे नेनु की आवाज आइ ओर हम दोनो नीचे चले गये ओर जाके अपनी अपनी चेर पर बैठ गये तभी नेनु सबका लंच लेके आगइ हमने लंच कीया पुरे लंच के दौरान में ओर सोनु नही बोले हमे चुप देखकर नेनु थोडी परेसान दीखी फीर भी हम कुछ नहीं बोले हमने लंच खतम कीया ओर मे अपने रुममे जाके लेट गया
ओर लेटे लेटे कब नींद आगइ पताही नही चला, नीचे सब काम नीपटाके दोनो मेरे रुममें आगइ ओर आके मेरे बेडपे बैठ गइ नेनुने मेरे सरपे हाथ रखा क्युकी लंचके बाद मे सीधा आके सो गयाथा हाथ लगतेही मे जाग गया ओर दोनोको देखके में बैठ गया, नीचे सर जुकाके बेठा रहा, सोनुके कहेने के मुताबीक मेने अेक्टींग जारी रखी
नेनु : नाराज हे मुजसे?
में : नहीं तो
नेनु : तो बात क्यु नही करता?
में : (दुसरी ओर मुह घुमाके) क्या बात करु?
नेनु : अरे कुछ भी बोल, तेरी हर सरारत सह लेंगे लेकीन तेरी खामोसी हमे बरदास्त नही होती मेरे भाइ
कहेके नेनु सुबकते हुअे रोने लगी, मेनेभी गंभीरता समजहे नेनुको बेठे बेठेही हग कर लीया ओर अेक हाथके इसारे से सोनुको बहार जानेको कहे दीया, सोनु भी मेरे इसारा समजहे वहासे चली गइ, फीर मेने अपना रुमाल अपने हाथ मे लेलीया
में : रोना नही, रोना नही दी नही तो मेंभी रो दुंगा मेरी अच्छी दीदी सांत हो जाओ
केहेके मेने उसके आंसु पोछे ओर उनका दोनो हाथ मेने अपने हाथो मे पकडकर उसके सामने होकर बैठ गया ओर उनके चहेरेको देखने लया तो उसने सरमाके अपनी नजर नीचे करली
मे : हाये.. केसे सरमाती हो सरमाते वक्त तुम बहुत अच्छी लगती हो बीलकुल अेक मासुम परी जेसी बस अेसेही सरमाके बैठी रहो मेरे सामने (दीकी हसी छुट गइ)
नेनु : कीतना दिवाना हे तु अपनी बहेनोका कोइ इतना प्यार करता हे भला अपनी बहेनो से, भाइ आज तुने कोइ बात नहींकी तो मुजे खाना खाया नही जा रहा था पहेले कभी अेसा नही होता था पर आज अेसा क्यु हुआ समज नही पा रही हुं
में : लेकीन में समज पा रहा हुं, आज अेसा क्यु हुवा
नेनु : तो बताना मुजे मुजे बेचेनी हो रही हे
में : नहीं दी में आपको नही बता सकता सायद अंजना मेम बता देगी आप उसीसे पुछ लेना
नेनु : (गभराके) अेसी क्या बात हे जो तु नही बता सकता? ओर अंजुसे क्यु?
में : दी प्लीज मत पुछो मुजे, मे नही बता सकता प्लीज..
नेनु : (उदास होके) ठीक हे उसीसे पुछ लुगी, लेकीन तुम हमसे बाते कीया कर वारना हम मर..
इससे पहेले दी कुछ बोलती मेने अपना हाथ दीके होंठो पर रद दीया ओर मेरा आंसु नीकलने लगे ये देखके दीने मुजे अपनी बांहोमे भर लीया उसने मेरे आंसु पोछ के अपना सर मेरे कंधो पे रख दीया ओर हम अेसेही नजाने कीतनी देर बेठे रहे
फीर बहार कुछ आहट से हम अेक दुसरोसे दुर हुअे फीर दी उठके जाने लगी तो मे भी बेड से उठ गया ओर दी के पीछेसे उसका हाथ पकडके रोक लीया वो पलट के मेरी ओर दखने लगी ओर नजरोसे पुछा क्या हे मेने फोरन अपनी ओर खीचा ओर अपनी बाहोंमे भर लीया ओर उसनेभी अपना हाथ मेरी पीठ पीछे लेजाकर सहलाने लगी
फीर मेने उसके सर पर कीस कीया फीर बारी बारी दोनो गालपे कीस कीया हम दोनो बहेकने लगे फीर मेने अपने होंठोको उसके होंठोके पास लेजाने लगा तो इस हरकतसे दीको होस आया ओर मेरे होंठ पर अपना हाथ रखदीया ओर ना में गरदन हीलाने लगी ओर वो मेरी बाहों से नीकलकर हसके नीचेकी ओर जडप से जाने लगी, ओर में उछल के खुश होने लगा, क्यु की आज मेने दीको कीस करने की कोसीस की तो दी नाराज नहीं हुइ बल्के हसते हुअे भाग गइ इसका मतलब था की दी भी मेरी तरफ आकर्सीत थी यही सोचते में खुस था, नेनु के जातेही सोनु दोडके मेरे पास आगइ