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Incest my new story ye kesi anubhuti (Completed)

dilavar

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Ye Kesi Anubhuti

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - ६

फीर मेने उसके सर पर कीस कीया फीर बारी बारी दोनो गाल पे कीस कीया हम दोनो बहेकने लगे फीर मेने अपने होंठो को उसिके होंठो के पास लेजाने लगा तो इस हरकत से दी को होस आया ओर मेरे होंठ पर अपना हाथ रखदीया ओर ना में गरदन हीलाने लगी ओर वो मेरी बाहों से नीकलकर हसके नीचे की ओर जडप से जाने लगी, ओर उछल के खुश होने लगा, क्यु की आज मेने दी को कीस करने की कोसीस की तो दी नाराज नहीं हुइ बल्के हसते हुअ‍े भाग गइ इसका मतलब था की दी भी मेरी तरफ आकर्सीत थी यही सोचते में खुस था, नेनु के जाते ही सोनु दोडके मेरे पास आ गइ....अब आगे

सोनु : भाइ क्या हुआ कुछ समाधान हुआ? ओर उछल क्यु रहे हो

में : हां सोनु अ‍ेसा समाधान हुआ की दी अब कभी भी मुजसे नही रुठेगी

सोनु : भाइ अ‍ेसा समाधान मुजसे भी करलो ताकी मे भी कभी आपसे ना रुठु

में : (ये सुनते मुजे हसी आ गइ) तुजसे भी करुगा सही टाइम तो आने दे अभी तो तु मुजसे नाराज भी नहीं हुइ, वो सब छोड तुजे कहां घुमने जाना हे बता

सोनु : भाइ जहां आप लेचलो आपके साथ में कही भी जाने को तैयार हुं (डबल मीनींग)

में : तो चल आज हम मुवी देखने जायेंगे, चलेगी?

सोनु : वाव.... भाइ ग्रेट हां वही चलेंगे ६ टु ९ के सो मे ओर हम चार बजे नीकलेंगे

में : इतनी जल्दी क्युं सो तो ६ टु ९ का हे

सोनु : भाइ समजो ना कुछ देर बहार भी घुमना हे प्लीज..

में : ठीक हे लेकीन मेरे साथ कोन आयेगा (मेने मस्ती करनी सुजी)

सोनु : कोन मतलब अरे में आउंगी

में : तु समजी नही मेरे साथ कोन आयेगी, मेरी बहेन के मेरी गर्लफ्रेन्ड

जब बात सोनु को समजमे आइ तो वो बहुत अ‍ेक्साइड हो गइ ओर अपने भाइ की गर्लफ्रेन्ड बनके जाना चाहती थी आज अ‍ेक नया अनुभव करना चाहती थी पर वो थोडा नखरा दीखाना चाहती थी

सोनु : भाइ सरम नही आती अपनी बहेन को गर्लफ्रेन्ड बनाके लेजाने में

में : नहीं अब में बेसर्म बनना चाहता हुं तुजे मंजुर हे तो चल नही तो घर पर रहे में नेनु को लेके जाता हुं

सोनु : नहीं नहीं में चलुंगी अपने जानु के साथ अब तो खुश

में : जहांपना खुश हुअ‍े

ये सुनते सोनु हसने लगी ओर चार बजे तैयार रहेगी बोलके जाने लगी जेसे ही वो दरवाजे के पास पहुंती में दोडके उसे पकड लीया ओर उसका दोनो हाथ पकडकर दिवाल से सटाकर खडा करदीया तो वो अचानक हमले से गभरा गइ में भी उसे सटकर खडा हो गया उसका हाथ दिवालसे चीपका दीया

उसे अपनी चुत पर कुछ चुभन महेसुस हुइ ओर उसकी सांसे तेज हो गइ जेसे ही अपने होंठ उसके होंठो की तरफ आहीस्ता आहीस्ता ले जाने लगा तो उसके होंठ कांपने लगे ओर जेसेही अ‍ेक इंचका फासला रहा उसने अपनीं आंखे बंध करली ओर फोरन मेने अपने होंठ उनके कान के पासले गया ओर अ‍ेकदम धीमी आवाज मे कहां

में : चार बजे तैयार रहना

ओर मेने उसे फोरन छोड दीया ओर उसके सामने देखकर जोर जोर से हसनें लगा वो भी अ‍ेकदम तीरछी नजरो से मंद मंद हसते हुअ‍े मुजे अ‍ेक नजर से देखे जा रही थी अ‍ेसा लगता था वो अभी आके मुजे मार डालेगी

सोनु : (धीमी आवाज में) तुम बहुत कमीने हो

कहकर अपने रुम में भाग गइ फीर मेने अपने रुम का दरवाजा बंध कर लीया ओर ड्रोअर से रीसीवर ओर इयरफोन लेके बेड पर जाके बैठ गया क्यु की मेरा अंदाजा था की नेनु अंजना से बात करेगी, क्यु की नेनु की आदत थीकी जबतक मुस्कीलका हल ना नीकले तबतक वो हाथ पे हाथ रखकर बैठने वालोमेंसे नही थी इयरफोन कान मे लगाके जेसे ही मेने रीसीवर ओन कीया तो मेरा अंदाजा बीलकुल सही था नेनु अंजना सेही बात कर रही थी

अंजना : हां नेनु बोल, केसी हे तु, ओर आज कल बहुत बीजी हे?

नेनु : बस मजेमें हुं, बस थोडा घर का काम, शोपींग वगेरे काम था इसीलीये तुम से बात नहीं हुइ तुम बताओ क्या चल रहा हे आज कल

अ‍ेंजना : बस वोही रुटीन काम, वही घर की जंजट रोज नया बखेडा सामने आता हे

नेनु : अब कोनसा नया बखेडा आया बोल ना, कोइ मुसीबत मे तो नहीं फसी?

अंजना : अरे कल मेरी सांस का फोन आया था यही रोज की जंजट की मुजे पोता चाहीये, ओर मे इसे केसे समजाउ की तुम्हारा बेटा मुजे चोदेगा तभी तो में बच्चा पैदा करुगी

नेनु : छी तु कीतना गंदा बोलती हे, आज कल बहुत बीगडने लगी हे

अंजना : तो क्या करु, नेनु अ‍ेक साल हो गया सादीसुदा होके में अ‍ेक कुंआरी लडकी की जींदगी जी रही हुं ( कहेके अंजना फोन पे रोने लगी)

नेनु : रोना नहीं, रोना नहीं, चुप होजाती हे की राज को भेजु

अंजना : (रोते हुअ‍े हस पडी) तु कमीनी नहीं सुधरेगी, वेसे वो डफोळ हे कहां, बात करके गया, फीर ना मीला, ना फोन, कीधर हे वो?

नेनु : वो अपने रुम में हे, आज कल ज्यादा सरारती हो गया हे ओर तेरे काम को लेके काफी अ‍ेक्साइटेड हे

फीर नेनु ने उसे बाबा वाली बात बताइ ओर उनके साथ हुइ हरकत के बारे भी बात की, फीर अंजना से पुछ लेना वाली बात भी बताइ

नेनु : अंजु अब तुही रास्ता बता, मेतो काफी उलजन में हुं

अंजना : (खुश होके) ओहो तो ये बात हे तु अ‍ेक काम कर मेरे घर आजा फीर आराम से बात करेंगें, वेसे भी आजकल कोलेज मे छुटी चल रही हें

नेनु : नहीं, आज नही आ सकती, पर कल जरुर आउंगी, ओके, बाय अ‍ेन्ड टेक केयर

कहेके नेनु ने फोन रख दीया ओर अपने बेड पर लेटके सोचने लगी, की आज उसने राज को नही रोका होता तो जरुर मुजे कीस कर देता ये सोचते उसे हसी आगइ क्यो अपने भाइ की तरफ खीचती चली जा रही हे, भाइ ने सीर्फ दो घंटा बात नहीं की तो मुजे कीतनी बेचेनी होने लगी थी, कही मुजे भाइ से प्यार तो नही हो गया, ये सोचते ही वो रोमांचीत होगइ

उसको अपनी चुत मे कुछ हरकत महेसुस हुइ नेनु ने अपना अ‍ेक हाथ नीचे लेजाकर अपनी चुत को उपर से छुआ तो चुत के पास उसका पुरा लेंहगा गीला हो गया था आज फीर उसे अपने भाइ के नाम से चुत में उंगली करनेकी इच्छा हुइ अ‍ेसा सोचते ही अपने सरीर मे उसे कमकमाटी महेसुस हुइ उसने फोरन अपना लहेंगा उतार दीया

ओर बेड पर पैर फैलाके बैठ गइ फीर अ‍ेक उंगली पहेले अपनें मुंह मे चाटकर गीली की फीर अपनी चुत मे आराम से घुसेडने लगी फीर आहिस्ता आहिस्ता आंख बंध करके अंदर बहार करने लगी ओर सीसकारीया करने लगी ओर बीच बीच में बहुत धीमी आवाज में बोलने लगी की राज चोद मुजे, चोद ले अपनी दीदीको ओह राज फकमी प्लीज..

ओर इसी दोरान सोनु नीचे पानी पीने आइ ओर उसने नेनु के रुम मे कुछ आवाजे आ रही थी वो सुन ली सुनते ही नेनु के रुम के पास जाके जुककर कीहोल से देखने लगी देखा ती नेनु चुत मे उंगली कर रही थी तब अ‍ेक जोरोकी आवाज के साथ नेनु जड गइ ओर सांत पड गइ ये देखते ही सोनु बहार से बोली

सोनु : दीदी कुछ मदद चाहीये क्या? ओर चदर चेन्च कर लेना हें..हें..हें..

नेनु : (चोंक कर) अरे कमीनी तुं यहां खडी हे? भाग यहां से

ये सुनते ही सोनु हसके उपर भाग गइ ओर नेनु बहुत सरमाइ फीर हसते हुअ‍े बाथरुम में घुस गइ फीर अपने आप को साफ करके बहार आइ ओर अपने कपडे चेन्च करलीये फीर चदर भी बदल दीया फीर बेड पर बैठके सोचने लगी कहीं सोनु ने राज का नाम तो नही सुन लीया?

अगर सोनुने कुछ जान लीया तो में उसे मना लुंगी ओर दुसरी तरफ सोनु अपने बेड पर लेटके सोच रही थी उसने आज दुसरी बार नेनु के मुह से राज का नाम सुनलीया था तो क्या दी भी राज से प्यार करती हे ये सोचते वो थोडी चींतीत होगइ काफी सोचने
बाद उसने डीसाइड कर लीया की अगर अ‍ेसा हे तो में भी दीदी से केह दुंगी की मे भी राज से प्यार करती हु

फीर हम दो बहेनोमें आपसमे अच्छी पटती भी हे तो दोनो अपने भाइ से सादी करलेगी ओर साथ मीलकर रहेगी में कोइ अ‍ेतराज नहीें करुगी ये सोचते उसने अपने दीमाग का बोज हल्का कर लीया फीर बेड से उठकर वो जाने के लीये तैयार होने लगी आज वो होट ओर ज्यादा सुंदर दीखना चाहती थी ताकी भाइ उसका दीवाना बन जाये

आज उसने अ‍ेक व्हाइट फ्रोक पहेना कान में नयी व्हाइट मोती वाली बुटी डाल ली, ओर अपने बाल की अ‍ेकदम ढीली चोटी बनाइ जो घुटनो तक नागीन की तरह लहेराने लगी फीर उसने अपने व्हाइट सेन्डल भी पहेन लीये फीर आइने के सामने जाके खडी होगइ

जेसेही उसने अपने आपको आइने में देआ उसके चहेरे पे अ‍ेक कातील मुस्कान आ गइ ओर मन में कहेने लगी राज आज तो तुं गया, कहेके राज के रुम में जाने लगी रुम में जाके देखा तो राज वहां नही था बाथरुम से पानी की आवाज आ रहीथी तो सोनु जाके राज के बेड पर बैठ गइ थोडी ही देर में राज टोलीया लपेटा पकड कर बहार आया

जेसे ही राज बहार आया सोसु खडी होगइ बहार आते की जेसे सोनु पर नजर पडी तो वहीं खडे सोनु को देखता ही रेह गया ओर अपने हाथसे टोलीया छुट गया सोनु को आज अपने भाइ का पुरा बडा लंड दीख गया उसने सरमाके अपना हाथ अपने मुंह पर रख लीया ओर अपना चहेरा दुसरी ओर घुमा लीया राज पुरा माजरा समज के फोरन नीचे जुक गया

ओर अपना टोलीया उठाके वापीस कमर मे लपेट लीया ओर सोरी सोरी बोलके अपने कपडे पहेनने लगा तब तक सोनु बहार जा चुकी थी राजने आज जीन्स पर व्हाइट सर्ट इन्सर्ट कीया था फीर जीन्समें बेल्ट डालकर उसने रेयबन का गोगल्स पहेन लीया आज राज अ‍ेकदम हीरो लग रहा था फीर बेड पर बैठके उसने आवाज लगाइ

में : अरे सोनु आजा अंदर अब कोइ खतरा नहीं (कहेके हसने लगा)

सोनु : (जो बहार खडीथी अंदर आते ही) खतरे के बच्चे ध्यान रखा कर, ओर मुजे तुमसे केसा खतरा?

में : अरे कोइ खतरा नहीं सोनु आइ अ‍ेम सोरी, क्या हेना मेने तुजे देखा तो में मेरा होंस खो बैठा क्या लग रही हो सोनु अ‍ेकदम अ‍ेन्जल बीलकुल अप्सरा, मन करता हे की तुजे सारा दीन मेरे सामने बीठाके देखता रहु, भाड मे जाये घुमना,

सोनु : ओय हीरो चुपचाप चल, बडा आया देखने वाला, बाय ध वे तारीफ के लीये शुक्रिया (केहके अपना अ‍ेक हाथ अपने पेट पे रखकर जुक गइ)

में : नही सोनु तुम वाकइ आज बहुत सुंदर लग रहीहो मेरातो मन करताहे की तुम..

सोनु : क्या तुम? तुम बोलोना अटक क्यु गये, आज तेरी गर्लफ्रेन्ड बनके आरही हुं तो बीन्दास बोल दे

में : डर लग रहा हे कहीं तुम नाराज हो गइ तो?

सोनु : भाइ मे आपसे कभी नाराज हुइ हुं जो आज होउंगी वेसे भी आज अपनी बहेन समजकर बात नहीं करना जब तक हम घर वापस नही आते तबतक, अब बोलो क्या कहेना चाहते आप

में : सोनु में कहे रहा था तुम.. तुम अगर मेरी बहेन नहोती तो आज ही तुम्हे प्रपोज कर देता ओर तुमसे सादी करलेता

ये सुनते ही सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ ओर अपनी नजर नीची करली ओर अंदर से बहुत खुश होते मनमे कहेने लगी, (तो करदो ना प्रपोज तुम्हारी बहेन तो कबका इन्तजार कर रही हे ओरर तुमसे सादीभी करना चाहती हे) वो अपने भाइ को कुछ हीन्ट देना चाहती थी ताकी इस मामले मे भाइ कुछ पहल करे

सोनु : (सरमा के धीमी आवाज मे) तो करो ने भाइ प्रपोज वेसे भी आज बीना प्रपोज के आपकी गर्लफ्रेन्ड तो बनही गइ हुं

में : ये तो में मजाक कर रहा था ओर आज तो हम खेल, खेल रहे हे तु तो सीरीयस हो गइ चल चल चलते हे अब

ये केहके में हसने लगा, ओर नीचे जाने लगा, में सोनु को तडपा रहा था ओर इसे मजबुर करना चाहता था ताकी सोनु सामने से प्रपोज करे, सोनु फीर अ‍ेक बार अपने भाइ को समजने मे नाकायाब रही पर सोनु ने उसी वक्त अ‍ेक फैसला कर लीया ओर राज के पीछे नीचे की तरफ जाने लगी

जेसे ही दोनो नीचे आये तो नेनु उसको कीचन के पास खडी मीली दोनो नेनु के पास जानेकी इजाजत लेने खडे हो गये, जेसे दोनो खडे रहे नेनु ने अपना दोनो हाथ उठाके दोनो के सर पर घुमाया ओर अपने माथे पर हाथो की उंगलीया मरोड कर उगली के टचाके फोडे

नेनु : हाइ में मरजावा मेरे बच्चो को कीसी की नजर ना लगे, दोनो कीतने सुंदर लग रहे हो

कहेके मंद मंद मुस्कराने लगी ओर सोचने लगी, दोनो की जोडी कीतनी सुंदर लग रही हे कास सोनु हमारी बहेन नहोती तो मे राज से उसकी सादी करवा देती ओर वो सोनु को अपनी भाभी इमेंजीग करने लगी, ये साचेते ही वो अंदर से बहुत खुस होने लगी ओर दोनो को देखके मु्स्कराये जा रही थी

में : दी हमे देखकर हसती ही रहोगी की हमे चाइ भी पीलाओगी ताकी हम चाइ पीके नीकले

नेनु : (तंद्रा से जागते हुअ‍े) हां.. हां पीलाती हुं तब तक तुम दोनो साथ जाकर दादी के आशीर्वाद ले आओ

ये सुनते ही में ओर सोनु बुरी तरह चोंके की दी को केसे पता की कइ दीनोसे हम दोनो साथ मे आशीर्वाद लेते हे, हम नेनु की ओर देखत हुअ‍े दादी के रुम की ओर जाने लगे ओर दोनो ने साथ जुक के दादीमा को नमन कीया इस बार हमारी कल्पना के बहार दादी ने कुछ अ‍ेसा कीया की हम दोनो फीर चौंक पडे

दरसल दादी को जब नमन कीया तब दादी ने बीना पेरेलीसीस वाला हाथ उठाया ओर सोनुके हाथ पडनेकी कोसीस करने लगी ये देखके सोनु ने अपना हाथ दादी के हाथमे थमा दीया फीर सोनु का हाथ मेरे हाथ में दे दीया फीर दादी ने हम दोनो को साथ में आशीर्वाद दीया में ओर सोनु नम आंखो से अ‍ेक दुसरो को देखने लगे फीर मेने दादी के सरपे हाथ घुमाया ओर हम दोनो बहार आगये

ओर आके सोफे पर खामोस बैठ गये थीडी देर बाद नेनु तीन कप चाइ लेके आगइ ओर हमारे सामने बैठ गइ फीर हम चाइ पीने लगे, जब तक हम चाइ पी रहे थे तब तक नेनु हम दोनो को चाइ पीते हुअ‍े बारी बारी देख रही थी ओर मंद मंद मुस्करा रही थी, हमे थोडा अजीब लगा जेसे ही हम चाइ खतम करके जाने लीये उठे तब दी मेरी तरफ देखके खडी हो गइ ओर मुजसे कहेने लगी

नेनु : देख राज मेरो गुडीया को ध्यान से ले जाना, उसका खयाल रखना ओर उसे तंग मत करना, उसने मुजे तेरी सीकायात की तो पीटुंगी तुजे

ये सुनते ही मेरी हसी छुट गइ ओर मुजे सरारत सुजी

में : तेरी गुडीया को में ससुराल नही ले जा रहा हुं जो मुजे सलाह दे रही हे

ये सुनते ही नेनु हसकर मेरी पीठ पर मुका मारने लगी ओर सोनु भी अपनी नजर घुमाके हस रही थी मार की वजह से में दोडकर हमारी कार की तरफ भागा पीछे नेनु की आवाज आइ

नेनु : रुक बदमास इधर आ तुजे मे बाताती हुं, कमीना कहींका

सोनु : दी हम जा रहे है

नेनु : ठीक हे मेरी बच्ची दोनो ध्यान से जाना ओर देर लगे तो फोन कर लेना, बाय बाय

सोनु दी को बाय बोलके सीधी आके कारके अगली सीट पर बैठ गइ ओर मेरी तरफ कामुक नजरसे देखते हुअ‍े हसके बोली

सोनु : अब चलोभी की यही रुकके दी की मार खानी हे, ओर आपने बाइक क्यु नहीं ली

में : इसीलीये मेडम की आपने डड्ढेसही अ‍ैसी पहेनी हे इस डड्ढेसमे आप कंम्फर्ट नहीं बैठ सकती

सोनु : हाउ स्वीट, वेरी स्मार्ट कीतना खयाल रखते हो मेरा, थेन्क यु जान

में : मोस्ट वेलकम जानु, बोलो पहेले कीधर जाना हे (कार में ओन ध वे)

सोनु : जहा आपका दिल करे मुजे कोइ घुमने का सोक नहीें, मे तो आपके साथ टाइम स्पेन्ड करना चाहती थी

में : (उनकी तरफ अ‍ेक नजरसे देखते हुअ‍े) ओर ये आप आप क्या लगा रखा हे कहीं दी की बातो का भुत तो नही चड गया, बोलो ना कीधर जाना हे, नीकलते नीकलते देर भी हो गइ हे देखो कीतने बजे हे

सोनु : (अपने मोबाइल मे टाइम देखकर) ओह.. पांच बजने को आया, अब गार्डन नहीं सीधा वोही आइसक्रिम पार्लर ले चलो जहां हम पीछली बार गये थे

मेरी ओर सरारती मुस्कान के साथ देखने लगी मेने अपनी कार आइसक्रिम पार्लर की तरफ घमा दी ओर कुछ ही देर में हम वहां पहोंच गये फीर हमने कार पार्क की ओर हम कार से उतरे तो सोनु घुमके मेरे पास आ गइ ओर मेरे हाथ मे हाथ डाल दीया, अ‍ेसा करके वो मुजे दीखाना चाहती थी की में अपना गर्लफ्रेन्ड का रोल बराबर नीभा रही हुं

ताकी में भी उसके साथ बोयफ्रेन्ड जेसा व्यवहार करु, हम दोनो साथ साथ चलने लगे जेसे हम पार्लर में घुसे सोनु मुजे वही प्राइवेट केबीन मे ले गइ ओर हम दोनो आमने सामने बैठ गये जब वेइटर ओर्डर लेने आया तो में ओर्डर दु इससे पहेले सोनु ने ओर्डर दे दीया वो भी सीर्फ मेरी पसंद का बडावाला कप ये देखके में हैरान रह गया ओर उसे पुछा

में : अरे तुने अ‍ेक ही क्यु मंगवाया ओर तरा फेवरीट?

सोनु : आज हम अ‍ेक ही कप मे खायेंगे वो भी साथ में, क्यु की आज साम तक हमारा रीस्ता प्यार का हे

में : लेकीन सोनु मेने तो उसे मजक में लीया था तुम तो अ‍ेकदम सीरीयसली से अपना रोल नीभा रही हो

सोनु : लेकीन में इस बात को मजाक नहीं समजती, में चाहती हुं मेरा भाइ भी वो लम्हा जीये, जो आज तक इससे वंचीत रहा

ये केहते ही सोनु की आंखोसे दो आंसु गीरे, में फोरन उठके उसके के पास चला गया ओर उसके सरको पकड के मेरे सीने से लगा लीया थीडी देर वेसे ही रहे तब हमे बहार कुछ आहट सुनाइ दी में फोरन अपनी जगह पे बैठ गया तभी वेइटर हमें आइक्रिम
देके चला गया फीर मेने जेबसे अपना रुमाल नीकालकर अपने हाथो से सोनु के आंसु पोछे तो सोनु ने नजर उठाइ ओर मेरी तरफ देखके हस दी

फीर उसने दोनो चमच साइड रख दी ओर अपनी उंगली मे आइसक्रिम भरके मेरे मुह की ओर करदी मेंने उसके चहेरे की तरफ देखते हुअ‍े उसे चाट लीया तो वो कामुकतासे हस रही मेरे सामने देखने लगी फीर मेने भी वैसा कीया फीर उसने अ‍ेकबार भीर वेसा कीया ओर साथमे नीचेसे अपना अ‍ेक पैर से मेरे पैर को सहेलाने लगी

तो मेने भी उसकी इस हरकत को दोहराया मेरे पैर उसके पैर पे लगते ही वो कामुक होने लगी इसकी आंखे नसीली होने लगी अ‍ेसे ही अ‍ेक दुसरे को खीलाते खीलाते हमारी आइसक्रिम खतम हो गइ हम अ‍ेक दुसरोसे बाते नहीं कर रहे थे बस अ‍ेक दुसरोसे कामुकतासे देखे ही जारहे थे

अ‍ेक बार तो मुजे अ‍ेसा लगा की वो मुजे पटककर मेरे उपर चड जायेगी ओर मेरा बलात्कार कर देगी तभी वेइटर आया हम नोर्मल होके बैठ गये वेइटर हमे बील दे गया ओर कप लेके चला गया हम उठके काउन्टर पर गये ओर बील पे कीया ओर मेने सोनु का हाथ पकड लीया ओर उसके हाथोकी उगलीयो मे फसा लीया

वो मेरी तरफ देखने लगी मेने भी उसकी ओर देखा ओर स्मालइ कीया फीर हम कार की ओर बढने लगे, टाइम देखा तो छे बज गये थे फिल्म के लीये हमे देर हो गइ थी फीर हम दोनो लगभग कार की ओर दौड पडे ओर हम जडपसे कार में बैठ गये ओर मेने कार भगादी, ये देखकर सोनु थोडी वीचलीत हुइ

सोनु : भाइ आराम से चलाओ ना, देर हो गइ तो कोइ बात नहीं टीकीट मीलेंगे तो देख लेंगे वरना कहीे ओर घुमके आजायेंगे प्लीज भाइ

मे : (कारकी स्पीड कम करते) तुजे सरम नहीं आती अपने यार को भाइ बोलते हुअ‍े

सोनु : (हसके अपने कान पकडते हुअ‍े) ओह..सोरी सोरी माफ करदो मुजे

में : (मेने भी हसके) वेसे अपनी बहेन को मासुका बनाने में अ‍ेक अलग ही मजा हें

सोनु : क्या तुम्हे अ‍ेसे रीस्ते पसंद हे (राज की पसंद जानने के लीये)

में : (सोनु को उलजन मे रखना चाहता था) हं.... पता नही

सोनु : (सुनके थोडी मायुस हुइ) तुम यकीन नहीं करोगे, दुनीया मे कइ अ‍ेसे रीस्ते पनप रहे हे जो हम सबसे छुपके रखते हे

में : तुम्हे केसे पता, क्या तुम जानती हो अ‍ेसे लोगोसे

सोनु : हां.. जानती हुं अ‍ेक को जो मेरे स्कुल मे पढती हे ओर अ‍ेक टीचर को भी

में : कोन हे वो, जो तुम्हे अ‍ेतराज नहोतो बताओ

सोनु : अभी नहीं फील्म छुटने के बाद बताउगी

मेने उसकी तरफ देखा तो उसने अपना सर हीलाके साइड में देखने को कहा, मेने साइड मे देखा तो सीनेमा आगया था हमने फटाफट कार पार्क की ओर टीकीट विन्डो की तरफ दोड पडे फीर मेने दो टीकीट मांगा तो उसने हमे कहा फील्म सुरु हो चुकी हे, मेने सोनु की ओर देखा तो उसने अपना सर हां मे हीलाया

फीर मेने कोर्नर की टीकीट मागी तो उसने कहा, आपको जहां बेठना हो बेठ जाना क्यु की सीनेमां आधा खाली हें फीर टीकीट लेके सोनु का हाथ पकड लीया हम अंदर घुसे तो पुरा अंधेरा था अंधेरा देखते ही सोनु ने दोनो हाथो से मेरी बांहे पकडली मे भी कुछ हलकी रोसनी में पीछेकी ओर जाने लगा आहीस्ता आहीस्ता चलके हम लास्ट लाइम मे आ गये जो दुर अ‍ेकल दोकोल कपल छोडके पुरी खाली थी

में ओर सोनु चार सीट छोडके बैठ गये, हम फील्म देखने लगे में ओर सोनु आपस मे हाथ पकडकर अ‍ेक दुजे की उंगलीया फसाकर बैठे थे तभी अ‍ेक रोमांन्टीक सीन आया ये देखकर सोनु ने अपनी फसाइ हुइ उगलीयोमे दबाव डालकर मेरी उंगलीयो को भींच दीया में उसके कान के पास मुह लेजाकर धीमी आवाजमे कहा

में : तुज से कंटड्ढोल तो होगानां?

कहेके हसने लगा उसने दुसरे हाथ से मेरे बाजु मे हल्कासा मुका मारा फीर उसने दोनो हाथ से मेरी बाजु पकडके अपना सर जुकाके मेरे कंधो पे रख दीया, ये देखते मेने भी थोडी हिंमत करनी चाही मे ने दुसरे हाथ से उसका हाथ पकडा ओर सोनु के बाजु वाला हाथ पीछे लेजाकर उसके कंधे को पकड लीया

ओर सोनु को थोडा अपनी ओर खीच लीया इस हरकत से उसने कोइ प्रतीक्रीया नही दिखाइ बल्के वो तो चाहती थी की मामला आज ही सेट होजाये थोडी देर हम अ‍ेसेही देखते रहे तभी अचानक हीरो ओर हीरोइन के बीच अ‍ेक होट सीन सेरु होगया ये देखके हम दोनो उतेजीत होने लगे ओर मेरा लंड अ‍ेकदम खडा हो गया

मेने पकडे हुअ‍े उसके कंधो को जोरोसे दब गया तो सोनु के मुह से सीर्फ आउच की आवाज आइ ओर मेरी ओर देखके वापस होट सीन देखने लगी, अब मुजसे कंटड्ढोल होना मुस्कील लगा मेने अपना मुंह सोनु के गालके पास ले जाकर तैयार रखा ओर मेरा दुसरा वाला हाथ आहिस्ता से सोनु के हाथ से छुडा लीया

ओर धीरे धीरे उनके संतरे जेसे बुब्स के पास लेगया सोनु सीन देखने में व्यस्त थी अ‍ेसा नाटक कर रही थी दरसल वो देखना चाहती थी भाइ कहा तक आगे बढते हे भाइ जोभी करेगा उसे सब स्वीकार था चाहे भाइ उसे चोद ही क्यु नाले वो अपने भाइ को पुरी तरह समर्पीत होना चाहती थी

इसी लीये फील्म देखने का नाटक कर रही थी दरसल फील्म मे उसे कोइ इन्टड्ढस्ट ही नही था, राज भी अ‍ेक दम सोनु की ओर मुह रखके तैयार बेठा था ताकी जींदगी की पहेली कीस का मजा ले सके जेसे ही उसने सोनु के बुब्स के पास हाथ लेजाकर उसको हल्केसे दबाया फोरन सोनु ने राज की ओर देखा

राज तो पहेलेसे ही उसकी ओर मुंह करके बेठा था फोरन उसने अपने होंठ सोनु के होंठो पर रख दीये सोनु ने भी होंठो पर थोडा दबाव डाला फीर सोनु ने अपनी जीभ नीकारल कर राज के मुंह मे घुसेड दी अ‍ेसे होतेही राज अ‍ेकदम अ‍ेक्साइड होके सोनु के बुब्स के जोर जोर से मसलने लगा ओर अ‍ेक दुसरे अपनी जीभ (टंग) अ‍ेक दुसरेके मुंह मे डालने की कोसीस करने लगे

सोनु भी अपना आपा खो बेठी ओर उसने अपना हाथ राज की जांग के पास लेजाकर उसका लंड पकडनेकी कोसीस करने लगी ओर इसी दौरान दोनो अ‍ेक दुसरो को पागलोकी तरह चुम्मे जा रहे थे सोनु को भी अपनी चुत मे कुछ दबाव महेसुस हुआ उसने राज को कीस करते हुअ‍े ही अपनी नजरो को नीचे कीया तो राज का हाथ सोनु की चुत ढुंढ रहा था ये दोनो भाइ बहेन प्यार करने मे इतना व्यस्त थे की उसे समय का अंदाजा ही नही रहा

तभी इन्टरवल की लाइट जली तो दोनो हडबडाये ओर अलग होके तुरंत व्यवस्थीत होकर नोर्मल बैठ गये तभी राज को आत्मग्लानी होने लगी ओर उसने अपनी नजरे जुकाली सोनु को भी अहेसास हुआ की उसका भाइ सर्मिंन्दा होगया हे वो उसे सर्मिंन्दगीसे बहार नीकालना चाहती थी, नहीं तो आगे जाके उसे अपना प्यार पाने मे मुश्कील होगी इसलीये उसने राज से कहा
सोनु : भाइ आइ अ‍ेम सोरी माफ करदो मुजे में बहेक गइ थी

में : नही सोनु तु माफी मत मांग सुरुआत मेने की थी तुम मुजे माफ करदो में खुद अपने आप पर कंटड्ढोल नही कर सका
सोनु : (सोनु ने राहतकी सासं ली) ठीक हे भाइ हम दोनो ही बराबर जीमेंदार हे अब इस बातको यहीं खतम करो कीसीको कीसीसे माफी मांगने की जरुरत नहीं हे, ओर बोयफ्रेन्ड गर्लफ्रेन्ड मे तो थोडा बहुत अ‍ेसा चलता ही हे (कहेके हसने लगी)
में : क्या सोनु तुम भी इतनी सीरीयस इस्यु मेभी तुमको मजाक सुजता हे

सोनु : ओ कम ओन भाइ ये कोइ सीरीयस इस्यु नहीं हे रीलेक्स यार आज कल ये सब आम बात हे लोग तो ईसे भी आगे बहुत कुछ करते हे, हमने ये तो नहीं कीया

में : लोग तो करते होेगे, वो पती पत्नी होते हे, ओर हम भाइ बहेन हे

सोनु : लोगो से मेरा मतलब भाइ बहेन ही था पती पत्नी नहीं समजे हें..हें..हें..

में : क्या कहे रही हे तु, इस बात की चर्चा कार मे भी हुइ थी, जो सीनेमा आजाने की वजह से अधुरी रह गइ अब बता मुजे इस बारे में की तु क्या कहे रही थी

सोनु : भाइ यहां नही बहार चले अब नही देखनी मुवी मुजे, नही तो इस बार कुछ ओर ही हो जायेगा, चलो घर की ओर, दी भी अकेली हे

में : तुजे हर वक्त मजाक ही सुजता हे, चल घर जाके तेरी खबर लेता हुं ( कहेके हम उठकर बहा जाने लगे)

सोनु : इसीलीये तो कहे रही हुं की घर चलो ताकी आप मेरी खबर ले सको हें..हें..हें..

कहेके सोनु हसने लगी तो में उसकी हल्के से गर्दन दबोच के बहार ले जाने लगा बहार आके हम केन्टीन के पास जाके खडे हो गये ओर मेने दो कोल्डडड्ढींक लीया ओर हम पीते पीते बात करने लगे

में : सोनु वन्स अगेन आय अ‍ेम सोरी, में बहुत सर्मिंदा हुं

सोनु : भाइ तुम बार बार माफी क्यु मांग रहे हो, बोला ना हम दोनो ही जीमेंदार थे, ओर आपको सर्मिंदा होने की कोइ जरुरत नहीं हें, ओर कमसे कम इस मामले में मेंतो सर्मिंदा नही हुं, ओर नाहीं कोइ अफसोस, इसे अ‍ेक हादसा समजकर भुल जाओ,

में : लेकीन सोनु में अपनी बहेन के साथ...

सोनु : (मुजे बीच में रोक कर) बस भाइ अब कोइ बात नहीं यहा, चलो कार में चलते हें वहीं बात करेंगे,

फीर हम दोनो कार की ओर चल दीये ओर कार मे बेठ गये फीर मेने सोनु की ओर देखके कहा

में : तो सोनु, घर की ओर चले ?

सोनु : भाइ रास्ते में मुजे गोलगपे खाने का मन कर रहा हे, ओर हमारे पास काफी टाइम भी हे, फीर आरामसे चलते हेना घर आपको कोइ जल्दी हे?

में : कोइ जल्दी नही आज में अपनी जानुकी हर ख्वाहीस पुरी करुगा, मेरी गर्लफ्रेन्ड बनके जो आइ हे

मे हमारे बीच का माहोल हल्का करना चाहता था ताकी सोनु से इस मामले में ज्यादा से ज्यादा बातचीत कर सकु, ओर हकीकत तो ये हे की सीनेमा के अंदर हमारे बीच जो भी हुआ उसका मुजे कोइ अफसोस नहीं था में खुद इस मामले मे आगे बढना चाहता था, ओर सोनु को उकसा रहा था ताकी वो खुद आके अपने प्यार का इज्हार करे, में सोनु ओर नेनु दोनो से सादी करना चाहता था ताकी दोनो से सेक्स कर सकु

क्युकी में सेक्स बीना सादी नहीं करना चाहता था, मेरा धार्मिक स्वभाव के कारण, मेरा मानना था की बीना सादी सेक्स करना पाप हें अ‍ेसी मेरी पहेले से ही धारणा थी,

पता नहीं ये सच हे की नहीं तब मुजे अचानक सोनु से हुइ चर्चा जो भाइ बहेन के बीच की थी वो मुजे याद आगइ, फीर मेने सोनु की तरफ देखते हुअ‍े कहा,

में : हां तो जानु तुम क्या कहे रही थी तुम्हारी उस सहेली ओर उस टीचर के बारे में

सोनु : (हसके) तुम्हे बडा इन्टरेस्ट हे अ‍ेसी बातो में

में : क्यु की मुजे विस्वास नही हे अ‍ेसे भी रीस्ते हो सकते हे, इसी लीये पुछ रहा था

सोनु : ठीक हे बताती हुं हमारे स्कुल मे अ‍ेक सर(टीचर)हे ओर अ‍ेक मेडम हे दोनो आपस मे भाइ बहेन हे सर कुंआरे थे ओर घर मे अकेले रेह रहे थे ओर मेडम की पहेले सादी हो चुकी थी पर कीसी कारणवर्स उसके पती से तलाक हो गया था तो अब वो अपने भाइ के साथ ही रेह रही थी, अ‍ेक दीन वो दोनो फ्रि मे स्कुल के ग्राउन्ड मे अ‍ेक पेड के नीचे बेठे थे ओर दोनो आपस मे बात कर रहे थे तब उसे मालुम नही था की उसी पेडके पीछे मेरी सहेली भी बेठी थी, ओर उसकी बाते सुन रही थी
फीर सोनु मुजे अपनी सहेली की बताइ हुइ बाते बताने लगी

सर : दी क्या इस बच्चे को जन्म देना ठीक रहेगा, समाज क्या कहेंगें हमे

मेडम : भाड में जाये ये समाज, जब मेरे पती से तलाक हुआ तब ये समाज कहां गया था, जब तुम बीमार पड गये थे तब तो कोइ समाज तेरी खबर लेने नहीं आया, तब ही मेने डीसाइड कर लीया था की हम भाइ बहेन ही अ‍ेक दुसरे का सहारा बनेंगे, ओर रही बात बच्चे की तो मेने पहेलेसी ही डीसाइड कीया था की में मेरे भाइ से ही बच्चा पैदा करुगी

सर : ठीक हे दी फीर हम इस मोहले को छोडके कहीं दुर बस जायेंगे जहा हमे कोइ जानता ना हो, क्युकी अब तो तेरे बीना रहा ही नही जाता, वहा जाके में तुमसे सादी करके हम पती पत्नी बनकर जींदगी गुजारेंगे

मेडम : वेसे पती पत्नी तो हम अभी हे, क्या हमने गांधर्व विवाह नहीं कीया?

सर : गांधर्व विवाह तो तुमने इस लीये किया ताकी तुम मुजसे फीजीकली होना चाहती थी पर अब में तुजसे फेरे लेके सादी करना चाहता हुं ताकी समाज में हम पती पत्नी की तरह रेह सके फीर तो तुम्हे खुलेआम लेके घुम सकु ओर बेजीजक तुमसे फीजीकली हो सकु

मेडम : भाइ सादी से पहेले मुजे उसकी कोइ खास जरुरत नहीं थी पर सादी के बाद जब में उसे छोडकर तेरे पास आ गइ पर मेरी जरुरत बढ गइ थी में इसके बीना नही रेह सकती थी फीर सारा दीन हम दोनो साथ में ही रहेते थे फीर वक्त के साथ मेरा नजरीया तुम्हमरे बारे में बदल गया अब मे तुजे अ‍ेक भाइ की नजरसे नही अ‍ेक दोस्त ओर अ‍ेक प्रेमी की नजर से देखने लगी थी फीर धीरे धीरे करके तुम भी मुजे अ‍ेक लडकी की नजरो से देखने लगे तब जाके अ‍ेक दीन मौका देखकर तुजसे फीजीकली हो गइ फीर ये सीलसीला चलता गया ओर इसका नतीजा ये नीकला की आज में प्रेगनेंन्ट हुं ओर बहुत खुश भी हु की में मेरे भाइ का बच्चा पैदा करुगी

फीर सोनु ने अपने टीचर की बात खतम की ओर अपनी सहली के बारे मे बताने लगी

सोनु : मेरी फ्रेन्ड इसकी बाते सुनके बहुत सोक्ट हो गइ फीर वोभी अपने भाइ की तरफ आकर्सीत होने लगी, ओर आज उसका भाइ उसका बोयफ्रेन्ड हें

में : क्या कहे रही हो सोनु, विस्वास ही नही होता की समाज में अ‍ेसा भी चल रहा हे

सोनुं : भाइ अ‍ेक सवाल पुछु? ये गांधर्व विवाह क्या होता हे? आपको मालुम हे क्या?

में : हां इसके बारे में थोडी बहुत जानकारी हें मेने अ‍ेक कीताब में कहीं पढा था

सोनु : तो भाइ बताओने मुजे प्लीज

में : इसमें अ‍ेक लडका ओर अ‍ेक लडकी दोनो खानगी मे भगवान के सामने खडे होकर अ‍ेक दुजे को माला पहेनाते हे, फीर भगवान के सामने अ‍ेक दुजे जींदगी भर साथ रहेने, अ‍ेक दुजे का ख्याल रखने, ओर अ‍ेक दुजे के प्रती अपने पती पत्नी का धर्म नीभा ने की कसमे खाते हे, बाद मे लडका लडकी की मांग को सींदुर से भरता हे, ओर पती पत्नी हो जाते हे

सोनु : वाव.. ये तो बडी अच्छी सादी हे कोइ खर्चा ही नही, तो लोग इतना खर्चा क्यु करते हे सबको ये गांधर्व विवाह करना चाहीये, क्या कहेतो हो भाइ

में : अरे बुध्धु गांधर्व विवाह का संबध दोनो के बीच गुप्त रहेता हे, ओर फेरे वाला विवाह रीस्तेदारो की हाजरी में मंदिर या कोर्ट या फीर कहीं होल पार्टी प्लोट में होता हे ताकी समाज को मालुम पडे की आजसे ये दोनो पती पत्नी हे

सोनु : तो भाइ पती पत्नी को अपने संबध गुपत रखने की क्या आवस्यक्ता होती हे

में : तु सवाल बहुत पुछती हे ये जनकारी तुजे क्यु चाहीये, में नही बता सकता तुजे

सोनु : बताओने मुजे ये सवाल आपकी बहेन नहीं आपकी जानु पुछ रही हे

में : (उसके चहेरे के पास अपना मुंह लेजाके धीमे से) तो सुन ये गांधर्व विवाह वे दोनो सीर्फ फीजीकली होने के लीये करते हे

इतना सुनते ही सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ ओर उसने अपना मुंह बहार की तरह घुमा लीया ओर सरमाके हसने लगी, तभी उसको बहार अ‍ेक गोलगपे की लारी दिखाइ दी

सोनु : भाइ गोलगपे वाला आ गया गाडी रोको ना

फीर मेने गाडी गोलगपे की लारी के पास लेजाकर उसके साइड में खडी रखदी गाडी खडे रहेते ही सोनु फटाक से गाडी मेसे उतरी लेकीन में कारमें ही बैठा रहा क्युंकी मुजे नही खाना था तो मुजे न उतरते देख सोनु कार के अंदर जुक के मुजसे कहेलगी

सोनु : भाइ चलोना आपको नहीं खाना क्या?

में : नही सोनु मुजे नही खाना तुम्ही खालो मे यहीं कारमे ही बैठा हुं

ये सुनते ही लारी के पास खडी हो गइ ओर अ‍ेक प्लेट ओर्डर कर दी में उसे अंदर सेही देखता रहा तभी गोलगपे वाला उसे गोलगपे देता रहा ओर वो अ‍ेक अ‍ेक करके अपने मुंह मे रखते खाने लगी, जेसे कोइ छोटी बच्ची खा रही हो तभी मेरे सीट के पास कीसी लडकीने आके पुकारा मेने कार के दरवाजे के पास देखा तो अ‍ेक छोटी बच्ची अपने हांथो मे चमेली के फुलकी दो लहेर वाली वेनी लेके खडी थी जो ओरते अपने बालोमे लगाती हे

लडकी : साब लेलो ना २० रु की अ‍ेक हे

में : नही बेटा नहीं चाहीअ‍े

लडकी : साब अ‍ेक लेलो वो आपके लंबे बाल वाली मेडमकी चोटी में बहुत अच्छी लगेगी

में ने सोनु तरफ देखा तो वो मजे ले लेकर खाने मे व्यस्त थी फीर मे ने लडकी से दो लाइन वाली दो वेनी लेली ओर उसे ५० की नोट देदी वो मुजे वापस १० का चेन्ज देने लगी तो मेने उसे वापस नही लीया खुद रखने को कहां तो वो खुश होके हसने लगी ओर चली गइ फीर मेने दोनो वेनी को साइड में छुपा दीया तभी सोनु दरवाजा खोलके कार में बेठ गइ

सोनु : अरे भाइ आप आते तो मजा आ जाता बहुत मस्त थे गोलगपे

में : अरे नही सोनु मुजे नहीं खाना था ये तो लडकीयो की खाने की चीज हे

सोनु : अच्छा तो लडके क्या खाते हे

में : अपनी जानु का दीमाग ओर.. ओर बहुत कुछ

ये सुनते ही सोनु सरमा गइ ओर हसते हुअ‍े मुजे तीरछी नजरो से देखने लगी उसको अ‍ेसा देखते मेने अपने दोनो हाथ अपने सीने पे रख दीया ओर कहा

में : हाय... अ‍ेसे न देखो अपने यार का कतल करने का इरादा हे क्या, जी करता हे अभी तुजे खा जाउं

ये सुनते ही सोनु फीर सरमा गइ ओर हसते हुअ‍े मेरे हाथ मे मुका मार दीया ओर कहा

सोनु : तो मजनुजी हम अब चले घर की ओर की अभी ओर इस्क फरमाना हे

में : अभी कहां दिल भरा हे जी चाहता हे सारी जींदगी युही आपके सामने आपका दीदार करता रहुं पर जाना तो पडेगा वरना हमे डांट पडेगी

सोनु : क्या बात हे जानु बडे रोमान्टीक मुड में हो, कही फीर से में बहेक ना जाउं

फीर हम दोनो हस पडे फीर मेने सोनु को विन्डो की ओर घुमने लीये कहा तो वो घुम गइ उसकी नागीन सी चोटी मेरी तरफ हो गइतो मेने फोरन अ‍ेक चमेली के फुलो की वेनी उसके बालो मे लगादी जेसे ही सोनु ने देखा की मेने उनके बालो मे कुछ लगया हे तो उसने अपना अ‍ेक हाथ अपने पछे लेजाकर माथे पे चेक कीया जेसी ही उनको पता चला की मेने चमेली के फुलो की वेनी लगाइ हे तो मेरी तरफ देखके सरमाके मुस्कराने लगी फीर उसने मुजसे कहा

सोनु : थेन्क यु जानु

में : बस सीर्फ थेन्क यु ओर कुछ नहीं

सोनु : नहीं, ओर क्या चाहीये तुम्हे

में : कम से कम मेरी जानु की अ‍ेक पप्पी ही सही

सोनु : नही, कोइ पप्पी वप्पी नही, मे जोखम लेना नहीं चाहती, अब चले मजनु साहेब

फीर हम दोनो हसने लगे फीर मेने कार अपने घर की ओर मोड दी अभी थोडा आगे नीकलते ही सोनु ने बात छेड दी

सोनु : भाइ मेरा दुसरा गीफ्ट याद हेंना

में : हां जानु याद हे बोल कब चाहीये बता मुजे

सोनु : भाइ आजही बताउंगी डीनर के बाद ओर आज ही चाहीये

में : ठीक हे स्वीटहार्ट मांग लेना अब खुश

सोनु : थेन्क यु जानु (कहेके मेरे गाल पर कीस करदी)

में : बस सीर्फ गाल पे? यहां नही (मेने अपने होंठ पर उगली रखके कहां)

सोनु : नही बदमास, कही फीरसे बहेकने का इरादा तो नहीं? हें..हें..हें..

में : हाये.. अब हमारे अ‍ेसे नसीब कहा जो अ‍ेसा प्यार मीले, हम तो अ‍ेक ही बार में बदनाम हो गये

सोनु ये सुनके अ‍ेकदम सरमा गइ ओर अपनी नजर नीचे करली फीर धीमी आवाज में बोली

सोनु : तुम.., तुम बहुत नोटी हो, अब खेल खतम करो घर आ गया हे

फीर मेने कार पार्क की ओर सोनु को बैठे रहेने के लीये कहा फीर में कार से उतर कर दुसरी साइड सोनुके दरवाजे के पास आ गया ओर मेने सोनु का दरवाजा खोल दीया ओर सोनु का अ‍ेक हाथ पकडकर उसे नीचे उतरा फीर उसका दरवाजा बंध करके फीर हाथ पकडा ओर सीथमें चलने को कहा उसने फोरन अपना हाथ मुजसे छुडा लीया ओर मुजे धीमी आवाज में कहा

कन्टीन्यु........
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - ७

फीर मेने कार पार्क की ओर सोनु को बैठे रहेने के लीये कहा फीर में कार से उतर कर दुसरी साइड सोनुके दरवाजे के पास आगया ओर मेने सोनु का दरवाजा खोल दीया ओर सोनु का अ‍े हाथ पकडकर उसे नीचे उतरा फीर उसका दरवाजा बंध करके फीर हाथ पकडा ओर सीथमें चलने को कहा उसने फोरन अपना हाथ मुजसे छुडा लीया ओर मुजे धीमी आवाज में कहा.....अब आगे

सोनु : भाइ प्लीज दीदी देख लेगी तो हमें डांटेगी पहेले मुजे जाने दो आप पीछेसे आना प्लीज

में : ठीक हे डार्लिंग पहेले तुम जाओ

जेसे ही सोनु ने डार्लिंग सुना वो सरमके मारे पानी पानी होगइ ओर अ‍ेकदम अंदर की ओर हसती हुइ दोड के भागने लगी, मेभी उसके पीछे चल पडा अंदर गया तो नेनु जेसे हमारा ही इन्तजार कर रही हो अ‍ेसे हमे सामने खडी मील गइ हमको देखते ही

नेनु : आगये मेरे बच्चो, अरे वाह मेरी गुडीया तो इस फुलो की वेनी में ओर भी ज्यादा खुबशुरत लग रही हें कहीं नजर ना लग जाये मेरी

कहेके नेनु ने अपनी अ‍ेक उंगली अपनी आंखोके कोने पे लगाके आंजन लीया फीर सोनु के कान मे नीचे लगा दीया ये देखकर में भी उसके पास चला गया ओर अपना कान उसके पास लेजाकर कहां

में : दीदी हमे भी तो लगाओ हम भी साथ गये थे

फीर नेनु ने हसके मुजे भी कान के नीचे काजल लगा दीया फीर मेरा कान पकड लीया फीर सोनु की तरफ देखके बोली

नेनु : सोनु इस बदमास ने तुजे परेसान तो नही कीयाना?

सोनु : (मेरी तरफ कातील भरी मुस्कान के साथ देखते हुअ‍े) नही दी भाइ ने मेरा अच्छी तरह से ख्याल रखा, मेने जोमांगा वो सब दीया, ओर.. ओर भाइ ने मुजे खुब खीलाया

नेनु : अरे वाह राज खुब तारीफ होरही हे तेरी, कभी हमे भी घुमाने ले जाओ

में : अरे चलोनां मेंतो हंमेसा तैयार रहेताहुं तुम दोनो को घुमाने के लीये (डबल मीनींग)

नेनु : (हसके) चल जा बदमास, खुब समजती हुं तेरी बाते, मुजे बेवकुफ समजता हे, घुमाना हे तो करले सादी ओर घुमाना अपनी बीवी को सारा दीन हें..हें..हें..

में : सारा दीन उसे घुमाउंगा तो आप कब घुमेगी, इसी लीये मे सादी नहीं करना चाहता ताकी आपको घुमा सकु, जब आप हे तो मुजे बीवी की का जरुरत हे घुमानेकी

नेनु : तो क्या में तुजे अपनी बीवी जेसी लगती हुं, बदमास

में : (नेनु के कान के पास धीरे से) बीवी जेसी नही, गर्लफ्रेन्ड जेसी

कहेके में हसने लगा जेसे नेनु ने सुना मुजे मारने के लीये दोडी ओर में दोड के अपने रुम में भाग गया, फीर नेनु मुजे सीडी के पास खडे होकर उपर देख के गालीया देने लगी, सोनु भी अपनी हसी नही रोक पाइ ओर वो जोर जोर से हस रही थी, फीर नेनु चुप होगइ ओर अपने दोनो हाथ अपनी कमर पे रखकर सोनु की तरफ घुमी ओर सोनु को अ‍ेक नजर देखने लगी, ये देखके सोनु फोरन चुप हो गइ

ओर उसने नजरे जुकाली,थीडी देर दोनो अ‍ेसे चुप खडे रहे फीर सोनु की गभराहट वाली हालत देखके नेनु की हसी छुट गइ, ये देखकर सोनु फीरसे हसने लगी फीर नेनु सोनु के पास चली गइ ओर उसे अपनी बाहोमें भर लीया थोडी देर अ‍ेसे खडी रहेने बाद नेनु ने सोनु का चहेरा अपने हाथ मे लीया ओर उसके माथे को चुम लीया फीर सोनु की आंखो मे हसती हुइ प्यार भरी नजरो से देखने लगी फीर धीरे से कहा

नेनु : मेरी बच्ची तु खुश तो हे ना?

सोनु : हां दी बहुत खुश हुं, जब प्यार ओर ममता देने वाली मेरी दीदी, ओर सही मार्गदर्शन देने वाली आप जेसी सहेली हो तो मुजे क्या गम, में अ‍ेक दम खुश हुं

नेनु : बस तु अ‍ेसी ही खुश रहा कर, ओर सदा हसती रहे, अब जा फ्रेस होकर आजा ओर वो कमीने को भी बुलाले मुजे जोरोकी भुख लगी हे जा फटाफट

सोनु : जी दी अभी बुलाके लाइ

कहेके सोनु उपर भाग गइ ओर नेनु उसे तबतक प्यार भरी नजरोसे देखती रही जबतक सोनु अपनी आंखो से ओजल नहीं हुइ फीर वो डीनर का खाना लाने कीचन में चली गइ उधर सोनु उपर जाके पहेले सीधे राज के रुम के आगे खडी हो गइ ओर दरवाजे पर हल्की दस्तक कर दी तो राज दरवाजा खोलके पहेले बहार चेक करने लगा की नेनु भी तो उपर नही आइ फीर सोनु का हाथ पकडके उसे अंदर ले गया फीर दरवाजा बंध करदीया ये देखके सोनु ने कहां

सोनु : दरवाजा क्यु बंध कीया, चलो नीचे दी बुला रही हे डीनर के लीये

में : छोडो उसे तुमसे अ‍ेक बात करनी हे

ये सुनते सोनु अंदर से खुश हो गइ की कही भाइ मुजे प्रपोज तो नही करना चाहते ये सोचते ही इसकी दीलकी धडकने बढने लगी ओर कांपने लगी फीर

सोनु : क्या भाइ, क्या बात करनी हे मुजसे

में : सोनु तु अभी चेन्ज मत करना

सोनु : क्यु?

में : क्यु की इन कपडो में तु बहुत खुबसुरत लग रही हे, तेरी ये चोटी ये लंबे बाल साथ मे ये फुलो की वेनी तुज पर चार चांद लगा रहे हे ओर.. ओर..

सोनु : (सरमाके) ओर क्या?

में : ओर तेरे रसीले होंठ..

इतना सुनते ही सोनु अ‍ेकदम सरमाके जाने लगी तो राज ने उसका हाथ पकडके खीच लीया सोनु को सीनेसे लगाकर अपनी बाहों मे भर लीया थीडी देर अ‍ेसे दोनो खडे रहे फीर राज ने सोनु का चहेरा पकड लीया ओर अपने होंठ फोरन सोनु के होंठो पर रख दीया दोनो के होंठो के बीच दबाव इतना ज्यादा था की कुछ देर मे सोनु छटपटाने लगी

तब जाके राज ने सोनु को छोडा फीर दोनो अपने सांस पर कंट्रोल करने लगे फीर सोनु ने सरमा के अपनी नजर नीचे करली ओर वहीं खठी रहकर सोचती रही की अभी भाइ मुजे प्रपोज करेंगे पर राज कुछ नहीं बोला सोनु की ओर देखकर मंद मंद मेस्कराये जा रहा था ओर धीरे से सोनुसे कहा

में : जब तक मे ना कहुं तब तक ये डड्ढेस मत नीकालना (डबल मीनींग)

इतना सुनके सोनु दरवाजा खोलके दोडके अपने रुम में चली गइ ओर अंदर आते खुसीके मारे उछलने लगी आज भाइ ने उसे जो खुशी दी थी उसके सामने सारी दुनीया की खुशी उसे कम लगने लगी थी फीर अचानक सांत हो गइ की भाइ ने उसे प्रपोज तो कीया ही नहीं ये सोचते वो मायुस हो गइ की आज भाइ ने फीर उसे नीरास कीया तब उसको लगा की अब मेरी दुसरी गीफ्ट लेने का वक्त आ गया हे

फीर उसके चहेरे पर मुस्कान आ गइ ओर फ्रेस होने वो बाथरुम मे चली गइ जब वो फ्रेस होके नीचे आइ तो देखा की भाइ दादी के रुम से बहार आ रहा था ये देखके अ‍ेक बार फीर वो नीरास हो गइ सोनु को मालुम नहीं था की नेनु उसको तीरछी नजरो से नोटीस कर रही थी फीर सब आके अपनी जगह पर बैठ गये ओर खाना खाने लगे थोडी देर बाद नेनु ने तीरछी नजरो से मुजे देखा बाद में उसने सोनु की तरफ देखा

फीर खाने लगी थोडी देर बाद वही हरकत दुबारा की तो मेरी नोटीस में आगया फीर उसनें वोही हरकत दुबारा की तो में उसें देख रहा हुं वो देखकर वो थोडी गभरा गइ ओर अपना सर जुका के अ‍ेसे खाना खाने लगी की जेसे कुछ हुआ ही नही ओर माहोल नोर्मल करने कोसीस में वो बात करने लगी

नेनु : राज तुजे पता हेना की कलसे सुबह तुजे चार दीन पुजा के लीये जाना हे

में : ओह.. सोरी दी मेतो भुल ही गया था, थेन्क यु याद दीलाने के लीये

नेनु : (बनावटी गुसे में) तुतो भुल ही जायेगाना बीझी जो रहेता हे, टाइम कहा हे बेठकर अपनी बडी दी से बात करने का

में : क्या दी सारा दीन घर पर ही तो रहेता हुं, आज अ‍ेक दीन घुमने गया था, वो भी तेरी इस लाडलीको घुमाने,

नेनु : ठीकहे ठीकहे मे तो अ‍ेसे ही केह रही थी, नाराज क्यु होता हे

में : नाराज कहां हुं, मे आपसे कभी नाराज हुआ हुं जो अब हुंगा, (फीर मजाक में) लगता हे अब आपको घुमाना पडेगा तब जाके आपको सांती मीलेगी

नेनु : चल चल जा, बडा आया मुजे घुमाने वाला, में तेरे साथ नहीं जाउंगी घुमने बुमने

तब कुछ नेनु को अचानक याद आया, वो खाना खाते रुक गइ ओर राज की ओर देखके

नेनु : अरे हां राज याद आया, आज सामको तुम लोग घुमने गये इसके बाद हमारे वकील का फोन आया था, वो हमारी जयपुर वाली प्रोपर्टी के लीये, केह रहा था पार्टी अ‍ेन. आर. आइ. हे, ओर सौदा होते ही फोरन वापस जाना चाहते हे, हमें जयपुर बुलाया हे इसेलीये हमसे मीटींग के लीये टाइम मांगा हे, हम उसे कब का टाइम दे?

में : अरे दी आप ही तैइ करके बता दो ओर चली जाओ सौदा करके वापस आजाना

नेनु : अरे डफर में अकेली नीर्णय नही ले पाउंगी, तुजे आना पडेगा साथ में

में : पर दी कल से सुबह मुजे चार दीन के लीय पुजा करना भी जाना हे ओर अ‍ेक हप्ते के बाद सोनु का बर्थडे भीतो हे

नेनु : तो हम चोथे दीन तेरी पुजा खतम होते ही चले जायेंगे ओर दो दीन में काम खतम करके वापस आपस आजायेंगे फीर धुम धाम से मेरी गुडीया का बर्थडे मनांयेगे

सोनु : मुजे नहीं मनाना धुमधाम से बर्थडे हम घर में रहकर ही मनायेंगे वो भी सीर्फ हम फेमीली मेम्बर, आप दोनो जाओ नीस्चीत होकर, में यहां हेन्डल कर लुंगी अकेले

में : अरे वाह सोनु तुमतो वाकइ सुधर गइ, तुमने नेनु की टेन्सन ही खतम कर दी,

नेनु : अ‍ेय बंदर मेरी गुडीया को कुछ मत कहेना, वरना पीटुंगी तुजे

सोनु : थेन्क यु दी (ओर मेरी तरफ अपनी जीभ नीकारलकर मुंह बानाया ये देखकर में ओर नेनु हसने लगे)

में : दी तो प्रोग्राम फीक्स, हम राजकोट चले जायेंगे ओर वहासे प्लेन में जयपुर, फीर काम खतम होतेही प्लेनमे वापस ताकी हम यहां टाइम पर पहोंच सके क्या कहेती हो दी

नेनु : अ‍ेक दम परफेक्ट प्रोग्राम कीया तुने, ठीक हे में कल ही प्लेन ओर जयपुर मे होटेल बुकींग कर देती हुं, ओर सोनु कल साम चार बजे मुजे अंजु के घर भी जाना हे उसको कुछ सोपींग भी करनी हे

में : अरे वा दी तुम तो बहुत ही टेलेन्टेड हो, तुम लडकीयो में शोपींग अलावा क्या क्या टेलेन्ट होता हे जरा वो भी बतादो हमे (कहेके में हसने लगा)

नेनु : मेरी टांग खीचता हे, कमीने अ‍ेक दीन मेरे हाथ की मार खायेगा तु(मेरे कान पकडते)

में : अरे छोडो दी कान दुखता हे (दीने कान छोडते ही) आप टाइम देदो मुजे की कब मारोगी मुजे में हाजीर हो जाउंगा मार खाने के लीये हें..हें..हें..

नेनु : तु नही सुधरेगा, लगता हे सारी जींदगी तुजे अ‍ेसेही जेलना पडेगा हमें

फीर हम तीनो हसने लगे, फीर हमने खाना खतम कीया ओर में जा के सोफे पर बैठ गया नेनु ओर सोनु सब उठाके कीचन मे चली गइ ओर कुछ ही देर में सोनु भी आके मेरे पास बैठ गइ ओर मेनु पलट के कीचन की ओर देखा तो नेनु काम कर रही थी, मे सोनु की ओर घुमके

में : तु इतनी जल्दी फ्री होगइ ओर दी तो अभी काम कर रही हे?

सोनु : आज दी ने मुजे मना कर दीया, कहा जा तु बहार बैठ थक गइ होगी घुमके में कर लुंगी सारा काम

में : दी आज कल तेरा तो बहुत ख्याल रखने लगी हे दो दीन से दी कुछ अजीबो गरीब बाते ओर हरकते करती हे मेने नोटीस कीया हे, माजरा क्या हे सोनु तुजे पता हे?

सोनु : हां भाइ मेने भी नोटीस कीया हे, साम को देखा नहीं उसने खुद हमे दादी के रुम में भेज दीया ओर हरकते तो मेरे साथ अ‍ेसी कर रही हे जेसे में.. में.. (अपनी बात छोड दी)

म.ं : अरे बताना क्या में में?

सोनु : नहीं भाइ नहीं बता पाउंगी मुजे बडी सरम आ रही हें

में : अरे सरमा मत, बता मुजे, नहीं तो कसम दे दुंगा

सोनु : अरे नही भाइ कसम मत देना बताती हुं की दीदी मेरे साथ अ‍ेसा व्यवहरा कर रही हे की जेसे में इस घर की नइ नइ ब्वाहकर आइ कोइ दुल्हन हुं

कहेके सोनु सरमा गइ पर में कुछ मजाक के मुड में था ओर सोनु को उक्साना भी चाहता था

में : हां सोनु मुजे भी अ‍ेसाही लगता हे, आज दादी का व्यवहार भी कुछ अजीब था देखा नही तुने, केसे तेरा हाथ मेरे हाथ में थमा दीया जेसे कह रही हो की इस मुसीबत को संभालना

सोनु : (मायुस होकर उठ गइ) क्या भाइ में तुजे मुसीबत लगती हुं?

ओर उसके आंसु छलकने लगे ओर दोडकर उपर भाग गइ सीधा अपने रुम में बेड पर जाके पेटके बल लेट गइ ओर आंसु बहाने लगी अच्छा हुआकी नेनु नें नही देखा वरना आज तो मुजे सचमे डांट पडने वाली थी थोडी देर बाद काम खतम करके नेनु भी मेरे बाजुमे आके बैठ गइ ओर मुजे अ‍ेक नजरसे देखने लगीतो मुजे कुछ बेचेनी होने लगी

में : दी अ‍ेसे क्यु देख रही हो मेने कुछ कीया हे क्या?

नेनु : हां क्यु रुलाया मेरी गुडीया को, मेने देखलीया था उसे रोकर उपर भागते हुअ‍े

में : नहीं दी मेने तो सीर्फ थोडा मजाक कीया था तो थोडा हर्ट हो गइ

नेनु : तु पहेले उपर जाके मना उसे, फीर नीचे आके बात कर मुजसे में यही बैठी हुं

में उठकर फोरन उपर दोड पडा उसके रुम में जाके देखा तो सोनु उल्टी पडी सुबक रही थी, में फोरन उसके बेड पर जाके बैठ गया ओर उसके सर पर हाथ रखकर सहेलाने लगा, तो उसने सर उपर करके अ‍ेक बार मेरी तरफ देख लीया ओर फोरन दुसरी तरफ करलीया ओर अपने आंसु पोछने लगी तभी मुजे रीयलाइज हुआ की आज मेने सोनु को कुछ ज्यादाही हर्ट कीया हे ये सोचते मेरा दील भर गया ओर मेरी आंखोसे कुछ आंसुओ की बुंद गीरने लगी

में : सोरी सोनु में मजाक मे कुछ ज्यादाही बोल गया, माफ नहीं करेगी तेरे इस कमीने भाइ को

सोनु ने पलटकर मेरी ओर देखा मेरे आंसु देखते ही वो फोरन बैठ गइ ओर मुजसे लीपटकर फीर रोने लगी ओर रोते रोेते बात करने लगी

सोनु : आप क्युं रो रहे हो, भाइ आप मत रोओ मे आपको रोते हुअ‍े नहीं देख सकती प्लीज भाइ मान जाओ नहीतो में कुछ कर बैठुंगी प्लीज.. प्लीज

में : भगवान मुजे कभी माफ नहीं करेगा, क्यु की मेने अपनी गुडीयाको रुलाया हें

सोनु : प्लीज भाइ अ‍ेसा मत बोलो मुजे आपसे कोइ सीकायत नहींहे आप सांतहो जाओ

फीर सोनु मेरे आंसु पोछने लगी ओर मेने भी सोनु के आंसु पोछे ये द्रस्य देखकर ओर अ‍ेक आंख मे आंसु बहेने लगे जो रुमके बहार खडी होकर दोनो का प्यार देख रही थी, वो थी नेनु जो चुपके से राज के पीछे उपर आइ थी, जेसे ही उसको लगा की वो जोरोसे रो पडेगी फोरन अपनें आंसु पोछते वापस नीचे भाग गइ

इधर सोनु ओर राज थीडी देर खामोस बैठे रहे अब राज इस मामले को जल्द से जल्द खत्म करना चाहता था क्युकी उसका अपनी बहेनो के प्रती इतना प्यार बढ चुका था की अब उससे बरदास्त करना मुस्कील हो रहा था ओर उसने माहोल हल्का करने की कोसीस करनी चाही, इस लीये उसने अपने कान पकडते कहा

में : सोनु आइ अ‍ेम सोरी आजके बाद तुजे कभी हर्ट नही करुगा ये वादा हे मेरा

सोनु : (उसका हाथ छुडाते) आपसे माफी मांगनेकी जरुरत नही, ओर भाइ कान मत पकडो कान पकडते आप गध्धे जेसे लगते हो (कहेके हसने लगी) हें..हें..हें..

में : में तुजे कहांसे गध्धे जेसा लगता हुं, कहीं तु सुबह वाली घटनाके बादतो नही केरही

सोनुको फोरन वो याद आगया की भाइका टोलीया गीर गया था ओर उसका गध्धे जेसा लंड दीख गया था, बापरे कीतना बडा था, ये याद आतेही वो राजको मुका मारने लगी

सोनु : छीं भाइ आप कीतने गंदे हो, सरम नही आती अ‍ेसी बात करते आपको

में : (बेसर्म होके) नहीं, नहीं आती बल्के में तो केह रहा हुं अब तु भी बेसर्म होजा

सोनु : नही होना मुजे बेसर्म, आपकी बेसर्मी आपीको मुबारक, ओर जाइअ‍े मुजे थोडा हुलीया भी ठीक करना हे तो में जा रही हुं बाथरुम में

वो उठके जाने लगी तो में भी उठ गया ओर जेसेमे दरवाजाके पास पहुंचा सोनु ने मुजे आवाज दी

सोनु : भाइ अ‍ेक मीनीट

में : क्या हे सोनु कुछ काम था?

सोनु : हां आप अभी कीधर जा रहे हे?

में : वो तेरी नेनु के पास, डांट खाने

सोनु : वो आपको नहीं टाटेंगी, ओर आप जल्दी आजाना, मेरा गीफ्ट जो बाकी हे

में : अरे हा सोनु इतनी देर बेठे थे हम, मांगा क्यु नही,

सोनु : क्या में रोते रोते मांगती गीफ्ट आपसे, जाओ ओर जल्दी वापस आओ

में : (जान बुजकर) जी रानीसाहिबा

जेसे ही सोनु ने रानीसाहिबा सुना वो सरम से पानी पानी हो गइ ओर बाथरुम में घुस गइ जेसे ही में नीचे आया नेनु वापस नोर्मल होके सोफे पर बैठे थी, ओर में जाके उसके बगलमे बैठ गया

नेनु : मना आया तु गुडीया को?

में : हां दी वो मानभी गइ ओर उसे खुब हसाके भी आया वो अब खुस हे

नेनु : अ‍ेक बात कहु राज आजके बाद सोनु को अ‍ेसी कोइ बात मत करना जो वो हर्ट होजाये, चाहे तो मुजे जो कहना हे कहेना में बुरा नही मानुंगी, लेकीन मेरी गुडीया को कभी मत रुलाना क्योकी वो बहुत सेन्सेटीव हे,

में : नही दी आइ अ‍ेम सोरी, मेभी उसे हर्ट करना नही चाहता था, पर बातो बातो में मेरे मुंह से अ‍ेसी कोइ बात पर वो हर्ट हो गइ, मुजे माफ कर दो

नेनु : तु माफी मत मांग, तु अच्छा नही लगता, गध्धा कहीका हें..हें..हें..

में : क्या में वाकइ गध्धा जेसा दीखता हुं उपर सोनु भी मुजे गध्धा केह रही थी

यें सुनते नेनु जोर से हसने लगी साथमें मेभी हसने लगा ओर नेनु हसते हुअ‍े

नेनु : हां बीलकुल सही केह रही थी, तु अ‍ेकदम गध्धा हे हें..हें..हें..

में : हां इसीलीये दोनो बहेने मुजसे मजदुरी करवा रही हो, कभी शोपींग कभी घुमाना

ये सुनते नेनु फीर अ‍ेक बार खीलखीलाट हस पडी थोडा हसने के बाद वो थोडी गंभीर हो गइ ओर मेरी ओर देखके उसने अपने दोनो हाथो से मेरा हाथ पकडलीया ओर मेरी ओर देखके

नेनु : राज अ‍ेक चीज मांगु तुजसे, देगा मुजको?

में : दी मेने आपसे पहेले भी कहा हे आपको मांगने की जरुरत नही हे आप सीर्फ हुकुम कीजीये मेरी हर चीज पर आपका पुरा अधीकार हे बलके मेरे जीवन पर भी

ये सुनते ही नेनु ने मुजे जोरोसे हग करलीया तभी दी के लीये जोलाया था मुजे याद आ गया आपको याद होगा वो लडकी के पाससे मेने चमेली की दो वेनी ली थी अ‍ेक सोनु के बालो मे लगाइ ओर दुसरी मेने बहा छुपााके रखी थी ताकी नेनु कोभी पहेना सकु

में : अरे दी देनेसे मुजे कुछ याद आया आप अपनी आंखे बंध करलीजीये में अभी आया

नेनु : अरे आंखे क्यु बंध करना हे, क्या भुल गया, क्या याद आया तुजे

में : अरे करोना मे आपके लीये अ‍ेक गीफ्ट लाया हुं प्लीज करोने बंध

फीर दी ने ठीक हे कहेके अपनी दोनो आंखो पर अपने हाथ रख दीये, अपनी दोनो हथेली अपनी आंखो पर थी ओर हाथकी कोनी अपने पैर पर टीकाते जुकके बैठ गइ तो में फोरन दोडके बहार गया ओर फटाफट फुलो की वेनी लेके वापीस आगया, ओर आके दीदी के बगल में बैठ गया दीदी जुकी हुइ थी तो मेने दी से कहा

मे: दी जब तक में ना कहु हाथ मत हटाना, ओर आप थोडी सीधी होकर बैठ जाओ

दी फोरन सीधी बैठ गइ ओर मे उसके बालो में उसकी नागीन सी चोटी की साइड मे वेनी लगाने लगा दी भी अपने सर पर मेरा हाथ लगते ही रोमांचीत हो गइ ओर मंद मंद मुस्कराने लगी, मेने भी वेनी लगाके उसके सामने घुटने टीकाके नीचे बैठ गया ओर अपना हाथोसे नेनु के हाथो को पकड लीया

ओर आहिस्ता आहिस्ता हटाने लगा नेनु ने आंख खोली तो मुजे उसके सामने नीचे बैठे पाया फीर मेरी तरफ हसके अपना अ‍ेक हाथ पीछे ले जाकरर चेक करने लगी जेसे ही उनको पता चला मेने उसके बालो मे वेनी लगाइ हे तो उसने वेनीको पकडके आगे कर दीया ओर उसे देखने लगी चमेलीके फुलो की वेनी देखते ही वो अ‍ेकदम खडी हो गइ

ओर मेरी बांहे पकडके मुजे भी खडा करदी या ओर मुजे अपनी बाहोंमे लेलीया फीर उसने अपनी आंखे नम कर ली ओर मुजे थेन्क यु थेन्क यु कहे जा रही थी फीर हम अलग हुअ‍े उसने मेरा चहेरा पकड लीया ओर मेरे माथा चुम लीया मेने उसे हाथ पकडके सोफे पर बीठा दीया ओर खुद उसके बगलमे बैठ गया फीर नेनु मेरी तरफ देखके

नेनु : थेन्क यु वेरी मच बेबी, आज तुने जो खुशी दी हे मे उसे जींदगी भर नही भुलुंगी तु नही जानता ये मेरी जींदगी का सबसे अनमोल तोहफा हे

में : अरे दी वेनी ही तो हे मुजे लगा की मेरी दी को पहेनाउगा तो उसका सुंदर सा चहेरा चांदसा हो जायेगा ओर वे ज्यादा सुंदर लगेगी, वेसे अ‍ेक बात बताउ आपको, इस गजरे में आप बहुत खुबसुरत लगती हो

नेनु : अरे बुध्धु ये सीर्फ वेनी ही नही इसकी अ‍ेहमीयत क्या हे तुजको पता है? की वेसे ही ले आया, तु जानता भी हे, वे कीसे दी जाती हे, ओर कोन देता हे, की समजाना पडेगा

में : तो समजाओने दीदी मुजे की कोन देता हे ओर कीससे दी जाती हे में जानना चाहता हुं

नेनु : अरे बुध्धु झयादातर ये गजरा अ‍ेक पती अपनी पत्नी को देता हे बलकी पहेनाता भी हे समजे बुध्धु के ओर समजाना पडेगा, वेसे तु क्या समजकर लेआया था

में : मेतो बाद में बताउंगा पहेले तुम बताओ, तुम ने क्या समजकर पहेना हे, जो बाद में देखके आप अ‍ेकदम खुश होगइ थी, आप तो इसकी अहेमीयत जानती थी फीर मुजे गुसा क्यु नहीं हुइ ओर येतो मेने सोनु को भी पहेनाया हे

नेनु ये सुनते ही सकपकाइ जेसे उसकी चोरी राजने पकडली हो, दरसल ये बात राज भी जानता था ओर उसने अपनी बहेनोको पत्नी मान कर ही पहेनाया था लेकीन दीखावा अनजान बननेका कर रहा था वो अपनी दोनो बहेनो से बराबर प्यार करता था ओर धीरे धीरे आगे बढना चाहता था ओर अ‍ेसी हरकत बाते सब जानबुजकर ही करता था ओर बातको मजाक कहेके दोनो को उकसा रहा था, ओर आज नेनु भी उसे छोडने वाली नही थीं

नेनु : वो.. वोः में..में..,

में : अरे बकरीबेन गभराओ नही, नहीं बताना हे तो फोर्स नही करुगा, देखो केसा मुह होगया आपका

नेनु : (मुजे मुका मारते) कमीने में कोइ गभराइ नही, बताना मुजे क्या समजकर ले आया था प्लीज ताकी में आराम से सो सकु (कहेके हसने लगी)

में : ठीक हे पर गुसा मत करना में.. में पत्नी ही समजकर ले आया था

ये सुनते ही नेनु अ‍ेकदम सीरीयस हो गइ ओर मेरी ओर अ‍ेक नजरसे देखने लगी में भी इसका रीअ‍ेक्शन देखना चाहता था बात गंभीर हुइ तो संभाल लुंगा इसलीये मेने भी गंभीर होने का नाटक करते नीचे मुंह करके बेठ गया ओर नेनु के उतर का इन्तजार करने लगा

नेनु : राज आर यु सीरीयस क्या इसके लीये तुम तैयार हो?

नेनु को इतनी गंभीर देखके मेरी हसी छुट गइ ओर में जोर जोर से हसने लगा पर नेनु नहीं हसपाइ वो अभी भी मुजे घुरकर देअ रही थी वो थीडी मायुस भी हुइ आज उसे राज से बहुत उमीद थी आज वो राज को सोनु की बात करने वाली थी ओर राज ने उसे पत्नी कहेकर जटका देदीया, वो जानती थी राज दोनो बहेनो से बराबर बहुत प्यार करता था वो अब कस्मकस मे पड गइ ओर कोइ नीर्णय नही ले पारही थी

में : क्या दी आप भी, मेरा इतना मजाक भी नही समजती हें..हें..हें..

नेनु : राज कभी तो सीरीयस बात कराकर हर वक्त मजाक सुजता हे में तुजसे आज कुछ मांगने वाली थी पर तुमने मेरी उमीदो पर पानी फेर दीया

में : दी आइ अ‍ेम सोरी, आइंदा कभी भी मजाक नही करुगा अ‍ेक बार माफ करदो

नेनु : तु हर बार माफी मांगके छुट जाता हे ओर में तुजे मजाक करनेसे नही रोकती पर बात को पहेले समजो सही समय देखो बाद में मजाक करो, वेसे तेरी मजाक के बगैर हमारा दीन भी नही गुजरता तुम करो मजाक खुब मजाक करो पर माहोल देखके समजे

में : जी दीदी आइंदा खयाल रखुंगा, थेन्क्स माय स्वीट दी समजाने के लीये आपकी बातो को याद रखुंगा

नेनु : (हसके) वेसे थेन्क्स तो मुजे कहेना चाहीअ‍े इस ब्युटीफुल तोहफे के लीये, जाओ आज घुमने गये थे थक गये होगे जाकर सो जाओ सुबह तुजे जाना भी हे तो सात बजे पहोंच जाना मंदिर

कहेके नेनु ने मेरे गाल पर कीस करनी चाही तभी मेने उसके तरफ मुह घुमाया तो दी से मेरे गाल के बजाय मेरे होंठ पर कीस हो गइ उसने फोरन अपना चहेरा पीछे लेलीया ओर सरमा गइ वो फोरन उठके अपने रुम की ओर जडपसे जाने लगी पीछे मेने गुडनाइट कहा पर उसने कोइ जवाब नहीं दीया ओर दरवाजा बंध कर लीया

में भी उठके जाने लगा तभी मुजे कुछ याद आया में आहिस्तासे नेनु के दरवाजे के पास पहुंच गया फीर आजु बाजु देखकर जुकके दरवाजे की कीहोल से देखने लगा अंदर देआ तो दी अपने बेड पर बैठके हांफ रही थी उसके दोनो हाथ अपने सीने पर थे ओर वो अपनी सांसोको कंटड्ढोल करनेकी कोसीस कर रही थी थोडी देर बाद जब सांस कंटड्ढोल हुइ तब वो सरमा के हसने लगी

फीर अपने अ‍ेक हाथ की दो उंगली अपने होंठो पे रखदी फीर वोही उंगलीयो के अपने दील पर लेजाकर रखदी बादमें वही बुब्स को मसलने लगी ओर दुसरा हाथसे अपनी बुर को सहेलाने लयी ओर धीमी आवाज में बडबडाने लगी

नेनु : ओह राज क्या हो गया मुजसे अब केसे नजरे मीलाउगी तुजसे तुने तो मुजे पागल कर दीया कमीने आइ लव यु आके प्यार कर अपनी नेनु को तुजे केसे कहु की तेरी नेनु तुजे कीतना प्यार करती हे तु पहेल करके क्यु मुकर जाता हे तेरी नेनु तुजे कीतना हीन्ट देती हे तुहे के समजता नही ओर मेरी सोत को लेके घुमता हे, कमीने वो भी तो तुजे इतना प्यार करती हे कही चोद तो नही लीया तुने उसे फकमी हार्ड राज ओर जोरसे चोद मुजे

नेनु बडबडाये जाती थी ओर अपनी चुत को सहेलाये जा रही थी जेसे जेसे बडबडाये जाती थी अ‍ेसेही उसकी सहेलानेकी स्पीड बढती गइ फीर ओह राज में गइ कहेके अपनी सलवार में ही जड गइ फीर सांत हुइ ओर उसे रीयलाइज हुआ की वो जोरोे बोल रही थी कही कीसीने सुन तो नहीं लीया ये देखने वो उठके दरवाजे की ओर आने लगी ये देखके में फोरन दोडके सीडी चड गया ओर अपने बाथरुम में घुस गया

उधर नेनु ने हल्का दरवाजा खोलके बहार जाका यहां कोइ नही था पर उसके कान बहुत चोककने थे कीसी के सीडी चडने की आवाज उसने सुन लीथी फीर दरवाजा बंध करके सीधे बाथरुम में घुस गइ ओर कपडे नीकालकर नहाने लगी फीर नहाकर अपना गाउन पहेनकर बेड पर आके लेट गइ ओर लेटे लेटे ही सोचने लगी कोन होगा सायद सोनु होगी जो पानी पीने आइ होगी यातो राज पर राज तो मेरे साथ ही खडा हो गया था जानेके लीये कही अ‍ेसा तो नहीं की वो गया ही नहो यही सोचते उसे कब नींद आगइ उसे पताही नही चला

कन्टीन्यु..
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - ८

फीर नहाकर अपना गाउन पहेनकर बेड पर आके लेट गइ ओर लेटे लेटेही सोचने लगी कोन होगा सायद सोनु होगी जो पानी पीने आइ होगी यातो राज पर राज तो मेरे साथही खडा हो गया था जाके लीये कही अ‍ेसा तो नहीं की वो गया ही नहो यही सोचते उसे कब नींद आगइ उसे पताही नही चला....अब आगे

उधर राज बाथरुम में फ्रेस होकर अपना नाइट डड्ढेस पहेन लीया ओर जाके अपने बेड पर साइड में बैठ गया ओर सोचने लगा की नेनु भी मुजे इतना प्यार करती हे पर मुजे केह नही पाती सायद वो कहेने से डरती हे ओ मेंभी तो उसे इतना चाहता हुं में भी इसे कहने से डरता हुं

लेकीन अ‍ेक तो वो लडकी हे उपर से मुजसे बडी बहेन हे तो पहेले पहेल तो करेगी नही, मुजे ही पहेल करनी पडेगी इस लीये मुजे ही आगे बढना पडेगा, ये सोचते सोचते अ‍ेक घंटा बीत गया, तभी उसे अपने दरवाजे पर सोनु खडी दिखाइ दी तो वो अपने विचारोसे बहार आगया ओर सोनु की ओर देखके कहेने लगा

राज : अरे आओ सोनु, वहां क्यु खडी हे आजा अंदर

फीर सोनु अंदर आके दरवाजा बंध करलीया ओर आके राज के सामने खडी होगइ उसका अ‍ेक हाथ पीछे छीपा रखा था, सोनु ने वोही डड्ढेस अभी भी पहेन रखा था ओर वापस उसी तराह तैयार होके आइ थी, पर आज सोनु के चहेरे पर सरम के साथ नजाकत भी छलक रही थी ओर अपने दिलकी धडकन भी थोडी तेज चल रही थी, राज उसे देखताही रह गया तो सोनु सरमसे पानी पानी हो रही थी

सोनु : भाइ में आपसे अपना गीफ्ट मांगने आइ हुं

राज : हां हां स्योर बोलो सोनु क्या चाहीये तुजे मांगले अपने भीइ से, मना नहीं करुगा

फोरन सोनु राज के आगे घुटने बल बैठ गइ ओर पीछे जो हाथ छुपाया था वो राज के सामने ले गइ जो उसने अ‍ेक गुलाब का फुल पकडा था ओर अब दोनो हाथो से फुल पकड लीया ओर राज के आगे करलीया

सोनु : भाइ में आपसे बहुत प्यार करती हुं प्लीज मेरा प्यार कबुल करलो, आइ लव यु

राज ये देखके अंदरसे बहुत खुश होगया चलो आखीरकार सोनु ने प्रपोज करही दीया पर वो थोडा मजे भी लेना चाहता था ओर साथ ही साथ आगेका नेनु वाली बात काभी रास्ता तैयार करना चाहता था ताकी आगे कोइ प्रोबलेम नाहो

राज : सोनु चाहता तो मेभी हुं तुजसे पर क्या करु हमारे बीच ये भाइ बहेन का रीस्ता जो हे इसी लीये मे तुजे केह नहीं पाया ओर कहेने से डरता था

सोनु : भुल जाओ की तुम मेरा भाइ हो, मेने कभी आपको भाइ मानाही नही हे ओर स्वीकार करलो मेरे प्यार को, अपना लो मुजे हंमेसाके लीये अब में आपके बगैर नहीं रेह सकती भाइ सादी करलो मुजसे, बनालो मुजे अपनी पत्नी

राज : पर सोनु हम नेनु को क्या कहेंगे, केसे बात करेंगे उसे, कहीं मुजे घरसे ही ना नीकालदे ओर तुभी तो मेरी बहेन हे में बहेन को केसे अपनाउ बहुत उलजन में हुं

सोनु : कोइ उलजन नहीं भाइ, ओर नेनु को हम दोनो मीलकर मनालेंगे, मुजे पुरा यकीन हे की वो मान जायेगी ओर इस रीस्ते को कबुल कर लेगी, तब तक हम ये रीस्ता उससे छुपायेंगे, रही बात बहेन की तो आपके पास अ‍ेक बहेन तो हेही उसे बहेन का प्यार दे देना ओर मुजे पत्नीका प्यार देना, में तो अब आपसे सीर्फ पत्नीका ही प्यार दुगी, वेसे भी जब हम घुमने गये थे तबही मेने मन ही मन आपको पती मान लीया था, ओर आपने भी अंजाने में ही सही मुजे अ‍ेक पत्नी की तराह ही टड्ढीट कीया था भुल गये
ये फुलो की वेनी जो अ‍ेक पती ही अपनी पत्नीको पहेनाता हे तो भाइ प्लीज कबुल करलो मेरे प्यार को

राज : में तेरे प्यार को कबुल तो करलुगा फीर भी मेरी उलजन खतम नहीं होगी

सोनु : अब केसी उलजन भाइ बताओ मुजे हम दोनो मीलकर उसे सुलजायेगे

राज : दरसल पती ओर पत्नी का अ‍ेक अ‍ेसा रीस्ता हे जो उसकी बुनीयाद विस्वास पर टीकी हुइ हे ओर मेरा भी यही मानना हे की दोनो अ‍ेक दुसरोके प्रती खुली कीताब हो जाना चाहीये

सोनु : सोनु अ‍ेसी उलजन भरी बाते ना करो, जो कहेना हे साफ साफ कहो में आपकी कोइ बातका बुरा नही मनुंगी, विस्वास करो मुजपर ओर कहो जो कहेना हे

राज : दरसल सोनु में.. में अ‍ेक ओर लडकीसे भी प्यार करता हुं, क्यु की ये बात छुपाके में तुजे कोइ धोखेमे रखना नहीं चाहता

सोनु : जानती हुं में.., जानती हुं की वो लडकी कोन हे पर इससे मुजे कोइ अ‍ेतराज नहींकी आपके जीवन में कीतनी लडकी हें मेतो सीर्फ इतना चाहती हुं की तुम मुजे तुम्हारी पहेली पत्नी का दरज्जा दो, मेतो सीर्फ तुम्हे चाहती हुं, ओर हंमेसा तुम्हारी रहुंगी ये वादा हे मेरा

में : (आस्चर्य होते हुअ‍े) तुम जानती हो उसे? ओर तुम्हे ये भी पता हे की मे उसे भी प्यार करता हुं फीर भी तुमने मुजे चाहा? बताओ मुजे वो कोन हे?

सोनु : वो लडकी हे.... हमारी नेनु दीदी, तुम नेनु को भी प्यार करते होना? मुजे पता हे, फीर भी मेने आपको चाहा, सीर्फ मेंही नही सायद दी भी आपको चाहती हें, ओर हम दोनो को भी पता हे की आप भी हम दोनो सें बहुत प्यार करते हो

में : कमाल हें, सोनु मुजे तो पता था की तुम मुजे बेहद चाहती हो पर नेनु का मुजे नही पता था, तुमको केसे मालुम हुआ की नेनु मुजे चाहती हे बताओना

सोनु : भाइ हम लडकीयो की भी कोइ जरुरत हे, तो अ‍ेक बार मेने छुपकेसे नेनु को वो हरकत करते देखलीया था वो तुमहे इमेंजींग कर रही थी, क्युकी उसके मुह से आपका नाम नीकल गया था तब मुजे मालुम हुआ की दी भी आपको मेरी तरह चाहती हे, उसी टाइम मेने सोच लीया की अगर दी भी आपसे सादी करले तो हम दोनो बहेने आपसमें मीलजुलकर रहेंगी, वेसेभी हमारी आपसमें अच्छी पटती भी हे, तो भाइ प्लीज अब ओर मत तडपाओ मुजे अब तो दादीने भी मेरा हाथ आपको सोंप दीया हे भाइ अब तो इश्वर भी हमारे साथ हे

मे ने सोनु के हाथ से गुलाब का फुल लेलीया ओर में बेड से खडा होगया फीर उसेभी कंधोसे पकडकर खडा कीया ओर मेने उसकी आंखोमे देखते हुअ‍े कहा

में : ठीक हे, मुजे कबुल हे तेरा प्यार, आइ लव यु सोनु

सोनु : (अ‍ेकदम खुश होके) आइ लव यु टु जानु, थेन्क यु वेरी मच मेरा प्यार कबुल करने के लीये, यें मेरी जींदगी का सबसे बेस्ट तोहफा हे

इतना कहेके वो मुजसे लीपट गइ, ओर मेने भी उसे कसकर अपनी बांहोमे भर लीया ओर अ‍ेसे लीपटे हुअ‍े थे की बरसो के बाद मीले हो, नीचे मेरे लंड ने हरकत करना सुरु कर दीया ओर अ‍ेसे खडा होने लगा जेसे कहीं जेक लग रहा हो, मेने सोनु का चहेरा अपने दोनो हाथो मे लीया फीर उसके आंखो मे देखने लगा तो उसने अपनी नजर सरमाके जुकाली

ओर मे अपने होंठ आहिस्ता आहिस्ता सोनु के होंठो के पास लेजाने लगा, सोनु भी अपना चेहरा धीरे धीरे आगे करने लगी फीर अचानक खुद सोनुने ही मेरे होंठो को भींच लीया हम दोनो अ‍ेक दुसरेके होंठो पर दबाव बनाने की कोसीस करते रहे फीर अचानक सोनु ने चहेरा दुर कीया ओर मेरी आंखोमे देखने लगी थोडी देर देखने के बाद वो पागलो की तराह मेरे चहेरे को चुमने लगी ओर चुमते चुमते कहे जा रही थी

सोनु : लव यु जानु, मुंआाा.. आइ लव यु,बुच.. बुबुचच..बुचच ओह जानु लव यु लव यु

में भी उसे इसी तरहा चुमता रहा हम दोनो आपस में अ‍ेसे चुम रहे थे की जेसे कोइ बरसोसे बीछडे हुअ‍े प्रमी हो फीर हम सांत होके अ‍ेक दुसरो की बाहों मे कही देर खडे रहे बाद मे मेने सोनु का हाथ पकडकर उसे मेरे बेड पर बीठा दीया ओर में भी उसे अ‍ेकदम सटकर बैठ गया फीर मेने सोनु की कमर मे हाथ डाल दीया ओर उसे अपनी तरफ खीचा सोनु के मुंह से आउच की आवाज नीकल गइ ओर मेने उसकी तरफ देखके हस दीया ओर उसे कहेने लगा

में : सोनु आज में बहुत खुस हुं तु नहीं जानती की तुमने मुजे कीतनी खुशी दी हे जी चाहता हे सारी जींदगी तुजे अ‍ेसेही अपनी बाहों मे लेके बैठा रहुं

सोनु : भाइ में भी तो यही चाहती हुं आपको पता हे में बचपन सेही आपको पती मान चुकी हुं इसीलीये तो कभी आपको राखी नही बांधी मेने हमेसा आपको अपना पती ही माना हे चाहती हुकी में आपसे कभी अलग ना होअु आपने मेरा प्यार कबुल करके मुज पर बहुत बडा अहेसान कीया हे आइ लव यु सो मच

में : नहीं आज के बाद हमारे बीच कोइ अहेसान जेसा शब्द नहीं, बल्के में खुद इतना धन्य हुं की मुजे पागलो की तराह प्यार करने वाली मेरी दोनो बहेने मीली हे, थेन्क यु जानु

सोनु : तुम भी ना, अभी मुजे भासण दे रहे थे की हमारे बीच कोइ अहेसान नहीं तो ये बीच में थेन्कयु कहासे आया? मेरा पागल मजनुं हें..हें..हें..

फीर हम दोनो हसने लगे, ओर सोनु मुजे बेठे बेठेही लीपट गइ ओर मेरे गाल चुमने लगी

में : सोनु मुजे तुमसे अ‍ेक बात कहेनी थी, जब तक हम नेनु नही मान जाती तब तक हम हमारे रीस्तेको छुपायेंगे, नेनु के सामने हम पहेले की तरह नोर्मल रहें, ओर तुम भी कभी अ‍ेक्साइटमेन्ट में उसके सामने कोइ अ‍ेसी वेसी हरकते मत करना, समजी?

सोनु : ठीक हे भाइ जेसे आप कहो, वेसाही करुगी, वेसे भी अब मुजे आपका हर हुकुम मानना पडेगा, मेरे होने वाले पतीदेव जो हो हें..हें..हें..

में : हुकुमवाली, में नहीं करुगा हुकुम बुकुम, ओर हुकुम करके मे अपनी बीवी को गुलाम बनाना नही चाहता, वो तो मेरे दिल मे रहकर राज करेगी राज, समजी

सोनु : समज गइ जानु, ओर कोइ हुकुम (कहेके हसने लगी) हें..हें..हें..

में : (हसके) तुम नहीं सुधरोगी, अरे हां सोनु मुजे तेरी मदद चाहीये नेनु के मामले में

सोनु : केसी मदद, आप बोलो भाइ मुजे क्या करना होगा में आपका हर काम करुगी

में : ठीक हे तो सुन, नेनु मेरे बारे में क्या सोचती हे, क्या नही वो, ओर नेनु मुजे प्यार का इज्हार करे इसके लीये तुजे उसको उक्साना पडेगा, मतलब तुजे इसकी हर बात मुजे बतानी पडेगी मतलब... तु समज गइना

सोनुं : (हसकर) हां मेरे मजनुं में सब कुछ समज गइ, मतलब येहे की मुजे मेरी सोतन को तैयार करना हे, यही केह रहे थे ना जानु, मुंहा..(मुजे चुम लीया)

में : वाह मेरा नसीब, मुजे कीतनी समजदार बीवी मीलेगी, मेतो धन्य हो गया

सोनु : अच्छाजी, इतनी तारीफ, अब तारीफ ही करोगे या.. ओर.. कुछ..

इतना सुनते ही राज बेड से उठ गया ओर सोनु को उठाके बेड पर लीटा दीया ओर खुद भी जाके उसके बाजु मे लेटकर उस पर जुक गया ओर सोनु के होंठो को चुमने लगा, सोनुने भी अपना अ‍ेक हाथ उठाकर राज के गले में डाल दीया फीर अचानक सोनु को अपने बुब्स पर राज का हाथ महेसुस हुआ

जो राज उसे हल्का हल्का दबा रहा था इस हरकत से सोनु अ‍ेकदम उतेजीत हो गइ ओर अपनी टंग(जीभ)राज के मुह में डालदी ओर राज उसे लोलीपोप की तराह चुसने लगा ओर राज उसके बुब्स को जोर से मसलने लगा सोनु को अपने बुब्स पर थोडा दर्द होने लगा पर उसने राज को महेसुस नही होने दिया वो आज पुरी तराह राज को समर्पीत होजाना चाहती थी

फीर उसने अपना हाथ नीचे लेजाकर राज का लंड राज के पाइजामाके उपरसेही पकड लीया ओर हल्के हल्के दबाने लगी राजकी भी सीसकारीया नीकलने लगी फीर अचानक राज सोनु के उपर लेट गया अपने दोनो हाथोकी कोहनी साइड मे टीकाकर दोनो हाथो से सोनु के दोनो बुब्स मसलने लगा साथमे दोनो पागलोकी तरह अ‍ेक दुसरेके होंठ स्मुच कर रहे थे

अचानक सोनु अपना आपा खो बेठी ओर अपने दोनो हाथो से राज के सर्ट के बटन खोलने लगी तभी राज को रीयलाइज हुआ की सोनु कंटड्ढोल खो चुकी हे ओर अब वो मुजसे फीजीकल होना चाहती हे राज ने उसे फोरन रोक लीया ओर सोनु की ओर देखके कहेने लगा

में : नहीं सोनु प्लीज अभी नहीं जब तक हमारी सादी नहीं होती तबतक में ये करना नहीं चाहता मान जाओना प्लीज..

सोनु : (रुक कर) पर क्युं भाइ आज पुरी तराह मुजे अपनी बनालो में कबसे तरस रही हु तुम्हारा इस प्यार पाने के लीये मना मत करो भाइ में नही रेह पाउंगी

में : सोनु तुम समजती क्यु नहीं तुमसे ज्यादा में उतावला हुं तुम्हमरे साथ फीजीकल होने के लीये ओर ये काम में बीना सादी नहीं करुगा क्युकी बीना सादी कीसीसे सबंध बनाना मे यह पाप मानता हुं पता नहीं ये सच हे की सीर्फ मेरी धारणा, तुम अपनी जानु की इतनी बात नहीं मानोंगी, ओर कल पुजा भी हे तो प्लीज समजो मेरी बात को

सोनु : भाइ पर हम सादी कब करेंगे क्यु की में पुरी तराह आपकी होना चाहती हुं

जब दोनो बात कर रहे थे तब भी राज सोनु के उपर ही लेटा था

मे : सोनु मेने तुजे बोला थाना की आज सीर्फ बर्थडे गीफ्ट मांगना, मीलेगा तुजे तेरे बर्थडे के दीन तो आज मेने तेरा प्यार कबुल करलीया, पर अपनाउंगा तुजे बर्थडे के दीन, तब तक हम अ‍ेसेही प्यार करते रहेंगे ओर उस दीन तुजे अपनी पत्नी बना लुगा

सोनु : पर भाइ ये केसे संभव हे, अभी तो हमें नेनु दीदी को भी मनाना हे फीर सादी की तैयारी भी क्या इतनी जल्द ये सब संभव हे?

में : वो सब तु मुज पर छोडदे तेरे भाइका गीफ्ट इतना कमजोर नहीं हे ये वादा रहा मेरा तेरे बर्थडे के दीन ही तुजे में अपनी पत्नी बनाउंगा ओर हम सुहागरात भी मनायेंगे फीर तुजे जमकर चो.....

सोनुं : (राज के मुंह पर हाथ रखके) बस भाइ आगे मत बोलना मुजे सरम आ रही हे

में : अरे मेरी जानु से बात करना केसी सर्म, बेबी अब तु भी थोडा बेसर्म होजा अभीतो मेरे साथ सब कुछ करना चाहती थी, आगे बहुत कुछ होने वाला हें, अगर सरम आयेगी तो मेरे बच्चे केसे पैदा करोगी हें..हें..हें..

सोनु : (हसके मेरे सीनेपे मुका मारके) कीतने बेसर्म हो अपनी बहेन को प्रेगनेन्ट करोगे? कहे दुंगी नेनु दीदी को मारेगी आपको हें..हें..हें..

में : वो मारेगी उससे पहेले में मारुगा उसकी, फीर वो भी तेरी तरह पेट फुलाके घुमती रहेगी सारे घर में हें..हें..हें..

सोनुं : छीं कीतने उतावले हो तुम अपनी बहेनो को प्रेगनन्ट बनाने के लीये, अब तो मुजे जल्द ही नेनु को मनाना पडेगा मेभी तो देखु मेरी बहेन पेट फुलाके केसी लगती हे हें..हें..हें..

में : जानु वेसे भले हम फीजीकली नहो पर हम अ‍ेक दुसरोको सेटीसफाइ तो करही सकते हे

कहेके राज सोनु के होंठो को चुमने लगा ओर सोनु के बुब्स दबाने लगा, सोनु ने भी अपने दोनो हाथ से राज को अपने उपर भींच लीया ओर राज का साथ देने लगी फीर में आहिस्ता आहिस्ता अपना मुंह नीचे की तरफ ले जाने लगा ओर सोनु के फ्रोक के उपरसेही सोनु का बुब्स अपने मुंह में लेके चुसने लगा ओर अ‍ेसे करते अपने दांतोसे सोनु के बुब्सकी नीपल को पकड लीया ओर हल्कासा उपर की ओर खींच लीया

सोनु के मुंहसे आह...की आवाज नीकल गइ, फीर राज ओर नीचे की तरफ बढा ओर सोनु के फ्रोक को कमरसे उपर करदीया राजकी इस हरकतसे सोनु सीरह उठी तभी सोनुको अपनी नाभीपे गीलेपनका अहेसास होने लगा उसने नीचेकी तरफ देआ तो राज सोनु के पेटको चाट रहा था ओर चाटते चाटते राज ओर नीचे की तरफ बढने लगा

जेसे ही राजका मुंह सोनु की चुत पर लगा सोनु के सरीर में अ‍ेक कंपारी छुट गइ ओर वो हल्का हल्का कांपने लगी ओर अपने दोनो हाथोसे राज के सरको पकड लीया ओर उसे सहेलाने लगी तभी अचानक राजने अपना सर सोनु की चुत से हटालीया ओर वो सोनु के दोनो पैरोके बीच घुटनो बल बैठ गया ओर अपने हाथोसे सोनु की नीकरको नीकालने लगा

फीर नीकर नीकालके सोनुकी ओर देखा फीर अ‍ेक कातील स्माइल करके अपने मुंह से सीधा सोनु की चुतपे हमला कीया ओर वो उसे चाटने लगा अपनी चुत के अंदर राज की जीभ(टंग) महेसुस होते ही वो मछली तरह तडपने लगी ओर अपने हाथो से राज के बालो को पकडके खीचने लगी ओर जोर जोर से सीसकारीया करने लगी, फीर राज भी अपनी जीभ को सोनुकी चुत में घुसाके अंदर बहार करने लगा, सोनु का अ‍ेसा पहेला अनुभव था तो वो काफी गरम हो गइ थी

वोे इस हरकत को ज्यादा देर नही सेह सकी ओर मुजसे कुछ कहे इसे पहेलीही उसकी चुत ने फवारा छोड दीया जो सीधा मेरे मुंह पर गीरा सोनु जड गइ ओर फीर सांत हो गइ, फीर मेने भी अपना मुंह सोनु की चुत से हटा लीया ओर सोनु को देखने लगा तो सोनु आंखे बंध करके पडी थी उसके चहेरे पर संतुस्टी के भाव थे फीर आहिस्ता से आंख खोलके मेरी ओर देखा तो मेरा मुंह पुरा भरा हुआ था अपने छोडे हुअ‍े पानी से ओर मेरी हालत हेखके उसकी हसी छुट गइ

में : हसले बच्चु, हसले सुहागरात में तेरी हालत न बीगाडु तो मेरा नाम राज नहीं

सोनु : अरे जाओ जाओ, वेसे भी अब आपका नाम बदलने ही वाला हे,

में : अच्छा, केसे बदलेगा, ओर कोन बदलेगा मेरा नाम?

सोनु : हम बदलेगे आपका नाम, हमतो आपको सादी के बाद जानु कहेके ही पुकारेंगे

में : अच्छा बच्चु अभीसे पुरी प्लानींग करली हे कोइ बात नहीं पर सोनु तेरा तो हो गया अब मेरा क्या होगा देखो केसे खडा हे बेठनेका नामही नही लेरहा हे इसका क्या करु

सोनु : इसमे कोनसी बडी बातहे लाओ इसे आज में अपने हाथोसे सांत करुगी, मेरे जानुने मुजे सांत कीया हे तो मेराभी फर्ज बनता हे, आखीर मेरे होने वाले पतीजो हे आप

फीर सोनु उठके वेसे ही बैठ गइ अपने दोनो पैर पसारके फीर में भी अपने पैर पसार के सोनु की जांघ पर रखकर उसके सामने बैठ गया, सोनु ने अपना अ‍ेक हाथ राज की गरदन मे डाल दीया ओर दुसरे हाथ से राज के लंड को अपनी मुठी से पकड लीया ओर आहिस्ता आहिस्ता उसे उपर नीचे करने लगी राज के लंड को हीलाते हीलाते उसकी आंखोमे कामुक नजरसे देखे जा रही थी

राज भी गरम होने लगा ओर उसने अपने दोनो हाथोसे सोनु के बुब्स को उपरसेही पकड लीया ओर उसे हल्का हल्का मसलने लगा फीर अपने होंठो को सोनु के होंठो पर रखकर चुसने लगा सोनु भी अ‍ेक बार फीर गरम होने लगी ये देखके राजने भी अपनी अ‍ेक हाथकी उगली सोनु की चुत में घुसेड दी ओर वो भी घुसेड कर उसे अंदर बहार करने लगा दोने अ‍ेक बार फीर उतेजीत होगये

दोनो पागलीकी तराह अ‍ेक दुसरे के होंठोको चुसे जारहे थे सोनु भी अब सीसकारीया करने लगी अब उसकी आग बरदास्त से बहार होने लगी ओर वो राजके लंड के जोर जोर से हीलाने लगी आज राज के लंड को कीसी लडकी ने पहेली बार पकडा था इसलीये वो अपना आपा खो बेठा ओर आवाज करने लगा

में : ओह सोनु आइ लव यु, लव यु जान तुम कीतनी होट हो जी करता हे अभी तुजे पटक कर चोद डालु ओर जोरसे हीलाओ बेबी

सोनु : तो चोद डालोने जानु अपनी सोनुको क्यु तडपा रहे हो मुजे, लव यु जानु लव यु

वो दोनो अ‍ेसे की उतेजनामे बडबडाये जा रहे थे ओर दोनो जडने के अ‍ेक दम करीब थे फीर अचानक सोनु धीमी आवाज मे

सोनु : येस जानु ओर फास्ट करो में छुटने वाली हुं येस. येस.. बस अ‍ेसे ही ओह.. ओह.. में आइ.. राज आह...... गइ..इइइइइ
ओर सोनु फीर अ‍ेक बार जड गइ ओर उसने राज का लंड हीलाने की स्पीड बढा दी तो..

में : ओर सोनु मेभी आ रहाहुं ओर तेज करो या..या.. सी..इ..ओह ओह..... आह

कहेके मेने अपनी आंख बंध करली ओर अपने लंड से पीचकारीया छोडने लगा, लंड उपर की तरफ होने की वजह से पीचकारी सीधी सोनु के मुंह पर जा गीरी ओर कुछ पीचकारी सोनु के कपडो पर बुब्स के पास गीरी इसकी वजहसे सोनु का फ्रोक काफी गीला हो गया

जब उसने अपनी आंख खोली तो देखा सोनु अपने चहेरे पर पडे राज के विर्य को अपनी दो उंगलीयो पेले रही थी मेभी सोनु की इस हरकत को देख रहा था फीर सोनु मेरे विर्य लगे हुइ उंगली अपने नाक के पास लेकर सुंघने लगी फीर सुंघके मेरी ओर कामुक नजरो से देखके अपने मुंह मे लेकर उंगलीयो पर लगे मेरे विर्य को चाटने लगी

में : ये क्या कर रही हे सोनु

सोनु : वाह कीतना मस्त टेस्ट हे मेरे जानुके मालका मजा आगया, शुक्रिया जानु

में : सोनु तेरे कपडे भी खराब हो गये हे, तु उसे अभी जाकर धो देना कहीं नेनु सुबह सबके कपडे लेने आइ ओर उसने तेरे कपडो को गंदा देखलीया तो क्या सोचेगी

सोनु : भाइ आप टेन्सन मत लो मे इसे धोने वाली नहीं हुं क्यु की इस पर मेरे पहेले प्यार की नीसानी हे अब तो में इसे सारी जींदगी अ‍ैसेही संभालकर रखुंगी सबसे छुपाकर

में : सोनु अब तुजे जाना चाहीये कहीं नेनु चेक करने आगयी तो मुस्कील होगी वेसे भी पीछले दो तीन दीन से इसका व्यवहार से मुजे अ‍ेसा लगता हे की उसको हम दोनो पर कुछ सक हें तो बी केर फुल बेबी

सोनु : क्या भैया आज मुजे इधर ही सोने दोना आपके पास, में सुबह चार बजे चली जाउंगी

में : ना बाबा ना, में कोइ जोखम उठाना नहीं चाहता कुछ हो गया तो?

सोनु : तो चोद लेना मुजे, तुम भी ना भाइ जो डाइलोग मुजे मारना चाहीये वो तुम मार रहे हो इतना डरते हो

में : डर नही रहा हुं डफर, सुबह मुजे नेनु के साथ पांच बजेही उठना पडेगा, क्यु की पुजा के लीये मुजे सुबह जल्दी बुलाया हे, ओर तु यहां सोयेगी तो होली मेरीं नींन्द सुबह तक जागता रहुंगा

सोनु : पर आप सोजाना ओर में भी तो सो जाउंगी आपके साथ सोना कीतना रोमांचीत होगा

में : इसीलीये मना कर रहा हुं, अगर तु रोंमाचीत हो गइ तो मेरा तो बलात्कार ही कर देगी हें..हें..हें..

सोनु : ठीक हे बच्चु अभी तो आपको छोड रही हुं जीस दीन मुजे मोका मीला छोडुगी नही आपको, जा रही हुं मे

में : शुक्रिया माय स्वीट हार्ट, अपने जानु की बात को मानने के लीये

फीर सोनु मेरे होंठो पर कीस देके अपने रुम में चली गइ ओर में भी बेड को व्यवस्थीत करके सो गया, अगली सुबह जब पांच बज गये तब नेनु मुजे उठाने आ गइ ओर मेरे उपर जुकके मुजे उठाने लगी

नेनु : राज उठजा सुबहके पांच बज गये हे तुजे पुजा करने जाना नहीं हे क्या?

में : अरे सोने दोना दीदी बहुत नींद आ रही हे (मेने सोते सोते ही जवाब दीया)

नेनु : नींद के बच्चे, उठताहे की नहीं वरना पानीं डालुंगी तुज पर ओर तुजे घसीट कर ले जाउगी, रातको कीतने बजे सोया था?

नेनु रातको कोन आया था नीचे ये जानने के लीये मुजे सोने के बारे में पुछने लगी, वो ज्यादा सवाल न करे इसलीये में फटाक से उठकर बैठ गया नेनु की ओर देखा तो वो अपनी कमरपे अ‍ेक हाथ रखके खडी थी ओर मुजे घुर रही थी, मे भी उसका मुड देखके थोडा डर गया फीर उसका मुड चेन्च करने के लीये उसका हाथ पकडकर खीच लीया ओर बेड पर मेरे पास बीठा दीया फीर उसके गाल पर कीस करते हुअ‍े कहा

में : गुड मोर्नींग स्वीट बेबी, सुबह गुस्से में अच्छी नही लगती हो तो स्माइल प्लीज..

नेनु : (हसी छुट गइ) सुबह सुबह ही सुरु होगया, ओर मुजे बेबी कहेता हे कमीना

में : क्या करु दी तुजे देखते ही मस्तीका मुड होजाता हे, में बस इतना चाहता हु आप खुश रहे

नेनु : ठीकहे ठीकहे तु जल्दी आजा नीचे फ्रेस होकर तब तक में तेरे लीये कुछ बनाती हुं

कहेके नेनु नीचे चली गइ ओर में बाथरुम में घुस गया फीर सारा नीत्य क्रम खतम करके बहार आगया, मुजे अभीसेकके लीये जाना था तो मेने पुजा के कपडे पहेने धोती ओर कुर्ता, कंपलीट होके में नीचे चला गया सीधा दादी के रुम में देखा तो दादी जाग रही थी मेने जाके उसका हालचाल पुछा ओर आशीर्वाद लीया

फीर बहार आ गया, बहार आके देखा तो नेनु कीचन में कुछ कर रही थी मेने भी मौके का फायदा उठाना चाहा में सीधा उसके पास पहोंचके उसे पीछेसे उसके पेटमे दोनो हाथ डालके हग कर लीया ओर कहा क्या कर रही हे मेरी स्वीट दीदी, मेरी इस हरकत से उसको भी मजा आ रहा था पर उपर से नाराज होनेका दीखावा करके

नेनु : क्या कर रहा हे देखता नही तेरे लीये दुध बना रही हुं, छोड मुजे ओर जाके बेठजा बहार डाइनींग पर

में : (उसे छोडके बहार जाते हुअ‍े) दुध क्युं मे तो चाइ पीता हुं,

नेनु वो दुध बना रही थी जो बाबाने ने उसे तीन पुडीया दीथी उसमेसे अ‍ेक पुडी का दुध मेरे लीये वो बना के उसमेसे उसने थोडा पी लीया फीर थोडी देरके बाद वो बहार आ रही थी

नेनु : अभी चाइ नहीं मीलेगी, फीलहाल तो तुजे दुध पीके ही जाना पडेगा तु पुजा करके वापस आयेगा तभी तुजे चाइ नास्ता मीलेगा, पता हेना तुजे पुजा के वक्त फास्ट रखना होता हे

में : ओ बापरे मेतो भुल ही गया था थेन्कस याद दीलाने के लीये

ये सुनते नेनु हस दी, फीर मेने दुध का ग्लीस खतम कीया ओर खडा हो गया, फीर में नेनु को अ‍ेक बार फीर हग करके उसके गाल चुमलीया फीर में जाने के लीये नीकला

में : बाय दी जलदी आ जाउंगा पुजा करके

नेनु : बाय बाय बेबी टेक केयर

कहेके मे बहार आ गया धोती कुर्ता की वजहसे मे हमारी कार को लेके मंदिर चला गया, वहां पहुंचा तो पुजारी जेसे मेरी राह देख रहा हो मेरे जाते ही

पुजारीजी : अरे वाह राज बेटा तुमतो अ‍ेकदम टाइम पे आ गये चलो चलो तुम मंदिर में जाओ में बाबाको मीलके आता हें
कहेके पुजारीजी बाबाको मीने चले गये ओर में मंदिर मे जाके देखा तो पुजा के लीये सब सामान के साथ पुरी तैयारी हो चुकी थी, अभीसेक में इतनी तैयारी में पहेली बार देख रहा था तभी मुजे पुजारीजी आते नजर आये अंदर आते ही

पुजारीजी : राज बेटा तुम यहां बेठ जाओ ओर अपना स्थान ग्रहण करो

में पुजारीजी की बताइ जगह पर बैठ गया ओर खुद भी सामने के आसन पर बैठ गये फीर हमने पहेले गणपती की पुजा से सुरुआत की फीर वहां अक श्रीयंत्र रखा था मुजे इसकी पुजा भी करवाइ इसके बाद शीवलींग की पुजा की बादमें अभीसेक का दौर सुरु हुआ, पुजारीजी मंत्रपाठ करते रहे ओर बीच बीचमे मुजे जरुरी मार्गदर्शन करते रहे

हमारी पुजा का दौर पुरे तीन घंटे चला फीर पुजा खत्म हुइ तो मेने महादेव को नमस्कार कीया फीर खडे होके मेने पुजारीजी के पैर छुकर उसका आशीर्वाद लीया ओर उसे दक्षीणा भी दी, फीर हम मंदिर के गर्भगृहसे बहार नीकले तो मुजे पुजारीजीने आजकी तराह कल टाइम पे आनेकी सुचना दी

ओर मुजे बाबाके मीलकर जाने का बोलके वो चले गये, मेभी बाबाकी रुम की तरफ चल पडा जेसे में अंदर गया तो बाबा अपने आसन पर बीराजमान थे मेने जाके उसके पैर छुआ उसने मुजे लंबी आयुके आशीर्वाद दीये ओर बेठनेके लीये कहा
बाबा : बेटा आजकी पुजा हो गइ?

में : जी बाबा अभी पुजा खतम करके ही आया हुं

बाबा : अभी तीन दीन ओर ये पुजा करनी हे, ओर हां आपकी बहेन जो अ‍ेक बार तुम्हारे साथ आइ थी उनसे कहना बाबा याद कर रहे थे टाइम मीले तब आजाये उनसे कुछ जरुरी बात भी करनी हे तुभी उसके साथ आजाना या फीर उसकी सहेली साथ आजाये, उसको अकेली मत भेजना ताकी वो अपने आपको सुरक्षीत महेसुस करे वेसे भी उसको कभी तुम अकेली कही मत जाने देना बेटा जमाना अब पहेले जेसा नही रहा, ओर तुम भी जबभी टाइम मीले आजाया करो तुमसे ढेर सारी बात करनी हे , अब तुम जाओ ओर कल टाइम पे आजाना

में : ठीक है बाबा चलता हुं

कहेके मेने बाबाके अ‍ेक बार फीर पैर छुआ ओर अपने घर की तरफ चल पडा, सारे रास्ते मे सोचता रहा बाबा मुजसे अ‍ेसा क्या काम कराने जा रहे हे जो सीर्फ मुजसे ही संभव हे ओर वो नेनु को क्या बताने वाले हे अ‍ेसे ही सोचते कब घर आगया पताहीं नही चला जब कार पार्क करके घरमें घुसा तो देखा दोनो दीदी सोफे पर बेठके मेरा इन्तजार कर रहीथी मे सीधा जाके दोनोके बीच बैठ गया मुजे आते देखकर नेनु ने कहां

नेनु : आ गया मेरा बेबी बहुत देर करदी पुजा में?

में : पुजाही इतनी लंबी चलीकी देर होगइ, दीदी मेने कइ बार अभीसेक कीया हे लेकीन आजका अभीसेक कुछ अलगही था मजा आगया कीतना सुध्ध वातावरण था

नेनु : अच्छा, तु चेन्च करके आ तब तक में चाय बनाती हुं फीर हम नास्ता करेंगे

मे : क्या दी, तो आप लोगोने नास्ता नहीं कीया, करलेना चाहीयेना मुजेतो देर लगती

नेनु : तेरे बीना नास्ता करने का मजा नहीं आता, तेरे से टांग खीचवानेकी आदत जो पड गइ हे तो जा फटाफट चेन्ज करले ओर आजा नीचे हें..हें..हें..

सोनु : दी आप बेठो में चाइ बनाती हुं तबतक आप भाइसे बाते करो (कहेके सोनु गइ)

में : अरे वाह बंदरीया तो वाकइ सुधर गइ (सोनु को जाते देखके)

नेनु : (मुजे मुका मारके) अ‍ेय खबरदार जो मेरी गुडीयाको बंदरीया कहातो पीटुगी तुजे

में : हाये.. कब पीटोगी मुजे, मेतो कबसे राह देख रहा हुं (कहेके हसने लगा)

नेनु : (हसके) लगता हे तु नही सुधरेगा तुजे सुधारने के लीये तेरी बीवी लानी पडेगी

में : आपही मुजे मुका मार मार के सुधार रही हो तो मुजे बीवी की क्या जरुरत हें

ये सुनते ही नेनु सरमा गइ फीर अ‍ेक ओर मुका मार दीया मेरी बाजुमे

नेनु : (धीरेसे सरमाते) कीतने बेसरम हो तेरी बहेन हुं बीवी नही समजे?

में : (उसके पास मुह लेजाके धीरीसे) तो बन जाओ वेसेभी बीवी की तराह ही तो मारती हो

नेनु : (मुजे अ‍ेक नजरसे देखते हुअ‍े) तुफीर मजाक करने लगा, जा मुजसे बात मत कर

कहेके वो उठ गइ ओर जाने लगी तो मेने उसका हाथ पकडके वापस सोफे पर बीठा दीया ओर मेने अपने कान पकड लीये ओर उसे कहा

में : सोरी अब मजाक नहीं पर में सादी नहीं करुगा ये आप जानती हो ओके

नेनु : (हसके) चल ठीक हे अबतु जा ओर चेन्च करले, लगता हे चाइ बन गइ

लो अभी आया कहेके उपर चला गया फीर थीडी देर बाद चेन्ज करके नीचे आया देखा तो दोनो दीदी डाइनींग पर अपनी जगह बैठी मेरा इन्तजार कर रही थी में भी आके अपनी जगह बेठ गया तो सोनु ने मुजे चाइ नास्ता दीया ओर हम तीनो नास्ता करने लगे तभी मुजे याद आया

में : नेनु दी आपको बाबा याद कर रहे थे कहेते थेकी टाइम मीले तब आजाये कब जाना हे

नेनु : देखती हुं आज अंजु के घर भी जाना हें फीर उसकी शोपींग, हम जल्दी फ्री हुअ‍े तो बाबाको मीलने चली जाअ‍ेगी हम दोनो वेसे तुजे आना पडेगा मुजे अंजु के घर छोडने

में : बंदा हाजीर हे आपकी खीद्मतमें बोलो कब जाना हें?

नेनु : नौटंकीबाज, वेसे जाना तो चार बजे था पर अब तीन बजे जायेंगे, जल्दी जायेंगे तो हम जल्दी फ्री हो जायेगे फीर बाबा को मीलने चले जायेंगे

में : में कार लेके आउ आपके साथ ताकी आप दोनो आराम से घुम सके

दरसल में उन दोनो की बात सुनने को उत्सुक था मेने कह दीया

नेनु : ना बाबा ना, हम रीक्षा में चली जायेगी, तु सीर्फ मुजे उसके घर पर छोड देना

में : जो हुकुम मेमसाब ओर कोइ सेवा (में हसने लगा)

नेनु : (मुजे मुका मारके) मेमसाब के बच्चे, अब तो सचमे मार खायेगा,

में : अरे हां दी आपको आज अयरलाइन्स ओर होटेल की बुकींग भी करनी हे याद हेना

नेनु : अच्छा कीया तुने मुजे याद दीला दीया में तो भुलही गइ थी, अभी तुजे अपने पी.सी. मे कोइ काम तो नही हें मुजे ओनलाइन बुकींग करनी हे

में : नहीं दी आप आराम से करो तब तक में बहार घुमके आता हुं

फीर हम सबने नास्ता खतम कीया नेनु मेरे रुम में चली गइ सोनु कीचन मे काम करने चली गइ ओर में बहार हमारी फेक्टरी की ओर नीकल गया वहां पहोंचके मेने हमारा वर्कशोप का जायजा लीया, फेक्टरी बंध होने के कारण वहां काफी धुल मीटी लगी हुइ थी
जो उसे साफ करवाना था फीर हमारे मशीन के हालत भी वोही थी ये सब कंपलीट करने में पुरा अ‍ेक दीन लगने वाला था सब नीरीक्षण करके में हमारे घर वापस आ गया आके सीधा सोफे पर आ गया मुजे आया देखकर सोनु भी आके मुजसे सटकर बेठ गइ ओर मुजे पकड कर चुम लीया

में : क्या कर रही हे दुर बैठ दीदीने देख लीया तो पंगा हो जायेगा

सोनु : वो अभी आपके रुम में हे तब तक तो प्यार करने दो मेरे जानुसे

में : जान तुम समजती क्यु नही वो कभी भी आ सकती हे, वेसे आज दोपहर उसके जाने के बाद हमारे पास तीन घंटा हे जी भरके कर लेना प्यार, ओके

इतना केही रहा था की उपरसे कुछ आहट सुनी तो सोनु सरक के मुजसे थोडी दुर बैठ गइ तभी हमें नीचे नेनु आती दीखाइ दी ओर आके सोनु के बगल में बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखके बोली

नेनु : अरे तुमतो बहार घुमने गये थेना?

में : जी, फेक्टरी गया था ओर जाके वापस भी आ गया टाइम देखा हे पुरा अ‍ेक घंटा हो गया, आप कोही देर लगी बुकींग करनें में, वेसे क्या हुआ होगइ बुकींग

नेनु : हां लेकीन पुरा काम नहीं हुआ, सीर्फ प्लेन की बुकींग हुइ वो भी रीटर्न के साथ, होटेल की नहीं हुइ

में : क्युं वोतो टुरीस्ट प्लेस हे, वहां तो बहुत सारी होटेल भी हे, फीरभी नहीं मीली?

नेनु : वोही तो, अभी राजस्थानमें अ‍ेक महीने तक कोइ फेस्टीवल चल रहा हे इसी टाइम बहुत सारे फोरेर्नस भी आते हे, तो सारे होटेल्स फुल हें, हमारा जानाभी जरुरी हे, लगता हे हमें जयपुर से थोडा दुर रुकना पडेगा (नीरास होके)

में : दी में कुछ टड्ढाइ करु, आप बोलो तो?

नेनु : ठीक हे तुजे टड्ढाइ करना हे तो कर, मुजे नही लगता तुजे कोइ खाली मीले क्यु की मेने वहाकी सब होटल चेक करलीया हे, होटेल छोड मेने गेस्ट हाउस भी टड्ढाइ कीया वोभी फुल हे

में : ठीक हे आप देदो मुजे हम दोनोके आइडी कार्ड में देखता हुं

फीर दीने मुजे हम दोनो के आइडी कार्ड ओर साथमें मुजे इनका डेबीट कार्ड भी दीया

नेनु : ले ये दोनोके आइडी, ओर ये डेबीट कार्ड इनमें से पेमेन्ट कर देना

में : मुजे सीर्फ आइडी दो पेमेन्ट में मेरे कार्ड से कर दुंगा ओके

नेनु : ओके बेबी वेसे भी तुम मानने वालो मेंसे नही हो, ओर हां राज आप दोनो से अ‍ेक सीरीयस बात कहेना हे

सोनु : क्या बात हे दी कुछ प्रोबलेम तो नहीं?

नेनु : अरे नही गुडीया अ‍ेसी कोइ बात नहीं दरसल दादी की तबीयत दीन भर दीन नरम होती जारही हे मुजे नहीं लगता वो अब ज्यादा दीन नीकालेगी तो अब हमे उसका ज्यादा ध्यान रखना पडेगा हो सकता हे हमे उसे कभी भी होस्पीटल ले जाना पडे

में : नहीं दी आप टेन्सन मत लो हम सब मीलकर उनका ख्याल रखेंगे, वेसे भी अ‍ेक दीन तो हमे इस परीस्थीतीयो को फेस करना हीं था,

नेनु : ठीक केह रहे हो तुम अगर अ‍ेसी परीस्थीती आइ तो हम पहेले जाके उनको होस्पीटलाइज करेंगे बाद में आगेका सोचेंगे ओके

सोनु : जी दी यही बेटर रहेगा, अब चलो हमे लंच की तैयारी नही करना क्या?

नेनु : अरे हां.. हां चलो चलो सोनु कीचन में

कहेके नेनु ओर सोनु कीचन में चली गइ, में उपर अपने रुम में जाके अपना पी.सी. चालु करके चेक करने लगा, नेनु के कहेने के मुताबीक सारे होटेल बुक थे तभी मुजे जयपुर पेलेस की साइट दीखी, देखा तो उसमे आधा पेलेस होटेंल में कन्वर्ट था वहां उसमें कुछ कोन्टक्ट नंबर भी थें तो मेने जस्ट टड्ढाइ करनेके लीये फोन कीयातो थोडी देर बाद वहासे आवाज आइ

मेनेजर : येस.. में राज पेलेस होटेल से मेनेजर बात कर रहा हुं क्या सेवा कर सकता हुं आपकी

में : में गुजरात से.....सीटी से राज बोल रहा हुं क्या आपके होटेल में मुजे कोइ रुम, स्युट जो भी अवेलेबल हो मुजे ......से ....तारीख तक दो दीनके लीये मील सकता हें?

मेनेजर : सोरी सर हमारें सारे रुम ओर स्युट बुक हे में आपकी कोइ मदद नहीं कर सकता

में : प्लीज कुछ कीजीयेना क्युकी हमारे लीये बहुत जरुरी हे आप रेटकी चीन्ता मत करीये

मेनेजर : सर सब रुम स्युट तो बुक हे किन्तु हमारा अ‍ेक हनीमुन स्पेसीयल स्युट खाली रखा हे जो हम सीर्फ हनीमुन कपल कोही देते हे ओर उसकी रेट भी ज्यादा हे आपके साथ ओर कोन हे

में : (थोडा खुश होके) हम कपल ही हे ओर रेट में कोइ प्रोबलेम नहीं हें प्लीज

मेनेजर : ठीक हे सर आप हमारी साइट में जाके ओनलाइन फोर्म फीलप करीये ओर स्युटमे ओप्शन मे आप हनीमुन सीलेक्ट करीये बादमे आप दोनो के आइडी अपलोड करना हे बादमें पेमेन्ट का ओप्शन आतेही आप पेमेन्ट कर देना हो जायेगा बुकींग

में : थेन्क यु वेरी मच

मेनेजर : मेन्शन नोट सर हेवअ‍े नाइस डे बाय

कहेके मेनेजर ने फोन रख दीया मेने फटाफट उसकी साइट मे जाके फोर्म फीलप करने लगा आइडी भी अपलोड की ओर पेमेन्ट भी करदीया हो गइ मेरी बुकींग में नेनु से इस बात को छुपाना चाहता था की मेने हनीमुन स्युट बुक कीया हे में उसे वहां सरप्राइज देना चाहता था

फीर मुजे कुछ याद आयाकी में घर से नीकला फीर वापस भी आगया इतनी देर नेनु मेरे पी.सी. पे क्या कर रही थी, मेने हीस्टरी चेक की तो कुछ होटेल की साइट अलावा नेनु ने मेरी पी.सी. में रखी हुइ कुछ कामुक कहानी भी पडी थी जो मेने अ‍ेक फोल्डरमे रखी थी, तभी मुजे सोनु मेरे रुम में आती हुइ दीखी तो मेने अपना पी.सीे. सटडाउन करदीया

सोनु : हो गइ भाइ बुकींग?

में : हां बडी मुस्कील से अ‍ेक रुम मीला

सोनु : वाव भाइ आप दोनो अ‍ेक रुममें ठहेरोगे आपके पास मौकाहे कुछ आगे बढने का

में : (मस्ती के मुड में) तुजे जलन नही होगी तेरी सोतन के साथ जा रहा हुं

सोनुं : (मेरी गोद में बेठके) जलन क्यु होगी वोभी तो हमारी बहेन हे बहेनसे केसी जलन

में : फीर भी, बहेन हेतो क्या हुआ हेतो वो भी अ‍ेक लडकी

सोनु : नहीं भाइ मेंबस इतना जानती हु हम दोनो आपसे बरोबर का प्यार करती हे ओर आप भी हम दोनो को बरोबर का प्यार करते हो ना कीसीसे ज्यादा ना कीसीसे कम

में : सोनु में कीतना लक्की हुं मुजे तुम जेसी बहेने मीली, जो मेरी बीवी बनने वाली हे आइ अ‍ेम सो हेप्पी

कहेके मेने सोनु के होंठ चुम लीये फीर सोनु ने भी मुजे गाल पर कीस की तभी नेनु ने सोनु को आवाज दी तो वो फोरन मेरी गोदसे उतर गइ ओर मेरे होंठ को चुमके नीचे भाग गइ तभी अचानक मुजे याद आया की कल मेने दोनो के लीये कुछ खरीदा था जो मेने बहार छुपाके रखा था में फोरन नीचे भागा मेने कीचन में देखा तो दोनो कुछ काम में व्यस्त थी में छुपकेसे बहार गया ओर सामान लेके वापीस उपर चला गया ओर मेरे रुम में अलमारी में छुपाके रख दीया जब सामान रखकें में घुमा तो मुजे नेनु उपर आती हुइ दीखाइ दी में जाके अपने बेड पर बैठ गया नेनु भी अंदर आके मेरे सामने खडी हो गइ ओर मुजसे पुछने लगी

कन्टीन्यु..
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - ९

कल मेने दोनो के लीये कुछ खरीदा था जो मेने बहार छुपाके रखा था में फोरन नीचे भागा मेने कीचन में देखा तो दोनो कुछ काम में व्यस्त थी में छुपकेसे बहार गया ओर सामान लेके वापीस उपर चला गया ओर मेरे रुम में अलमारी में छुपाके रख दीया जब सामान रखकें में घुमा तो मुने नेनु उपर आती हुइ दीखाइ दी में जाके अपने बेड पर बैठ गया नेनु भी अंदर आके मेरे सामने खडी हो गइ ओर मुजसे पुछने लगी....
अब आगे

नेनु : राज सोनु केह रहीथी होटेल बुकींग करलीया तुमने, कहां हुइ ओर कीतनी दुर हुइ

में : अरे दुर नहीं जयपुर में ही बडी मुस्कील से अ‍ेक होटेल में अ‍ेक रुम मीला हे

नेनु : कीस होटेल में रुम मीला हे नाम तो बता, अ‍ेक रुम तो अ‍ेक ही सही मीला वो भी बहुत हे

में : नाम नहीं बताउंगा, तुम्हारे लीये सरप्राइज हें, अ‍ेक ही रुमथा खालीतो बुकींग हो गइ

नेनु : ठीक हे ठीक हे, हम अ‍ेक रुम में रेह लेगे, वेसे तेरे साथ अ‍ेक रुम में मुजे कोइ खतरा नहीं आफ्टर ओल तु भाइ जो हे मेरा (खुशी के मारे मुजसे मजाक करने लगी)

में : खतरा क्यु नहीं भाइ हुआ तो क्या हुआ हुं तो अ‍ेक लडका में (हसके मजाक में)

नेनु : (हसके) अगर खतरा हुआ तो में भी थोडा बहुत कराटे का दांव जानती हुं, ओर चल अब नीचे लंच रेडी हे

में भी खडा होगया ओर अपना अ‍ेक हाथ उसकी गरदन में डालके दबोच लीया ओर अपनी तरफ खीचं लीया तो हसते हुअ‍े मुजसे सटकर खडी होगइ ओर अपनी गरदन छुडानेकी कोसीस करने लगी, में उसे अ‍ेसेही दबोच के नीचे की ओर बात करके चलने लगा

में : अच्छा मुजे मारेगी आप पहेले अपने आप छुडाओतो सही मुजसे फीर मारनेकी सोचना

नेनु : (हसे जा रही थी) छोड मुजे कुते नहीं तो सचमुच पीटुंगी तुजे हें..हें..हें..

में : आज देखही लेते हे कीतना हे दम तुजमे, छुडाले मुजसे तु जीत गइ तो जो तु बोलेगी वही करुगा ओर हार गइ तो तुम्हे मेरी हर बात माननी पडेगी बोलो मंजुर हे

नेनु : मुजे मंजुर हे तेरी चेलेन्ज, हें..हें..हें..

नेनु ने अ‍ेक बार फीर छुटने की नाकाम कोसीस की फीर कोसीस छोड दी, क्यु की इस खेलमें उसे बहुत मजा आ रहा था वो मेरी बांहोमें जो थी उसकी चुत गीली होने लगी थी ओर चाहती थी में उसे अ‍ेसीही मस्ती करता रहु वो मेरी बाहोमें रहेना चाहती थी दोनो सीडी उतरने लगे उतरते ही नेनु ने सोनु को आवाज लगाइ

नेनु : सोनु बहार आजा ओर छुडा मुजे इस कमीने से हें..हें..हें..

आवाज सुनते ही सोनु बहार आगइ ओर नेनु को मेने दबोच के रखा था ओर नेनु मेरी बाहों मे फसी थी ये देखके सोनु हसने लगी ओर कीचन के पास खडी रहेके हम दोनो का तमासा देखने लगी

में : सोनु तुं आज हमारे बीच में मत पडना हमारी सर्त लगी हे

नेनु : सर्त के बच्चे गरदन तुट जायेगी मेरी, छोड कमीने, कुता कहीका

में : जीतनी गलीया देनी हे देना में गालीयो काहीसाब भी पुरा लुगा

नेनु : में हाथ जोडती हुं छोड मुजे, तु जीत गया बस अब तो छोड

में : तो अब आप मेरी हर बात मानेंगी आजसे

नेनु : हां बाबा हां मानुगी बस अब छोड भी दे

फीर मेने नेनु को छोड दीया तो नेनु अपनी गरदन पे दोनो हाथ रखके इधर उधर मुह घुमाने लगी फीर मेरी तरफ देखके हसने लगी हम अलग हुअ‍े तो सोनु भी कीचन में चली गइ फीर नेनु मेरे सामने आके मेरी तरफ कामुक नजरोसे देखके मंद मंद मुस्कराती हुइ धीरेसे कहेने लगी

नेनु : भाइ सादी करले तु (धीमी आवाजमे) लडकी में ढुंढुगी तेरे लीये

में : आप मेरा जवाब जानती हो तो फीर ये बार बार क्यु कहेतो हो कहीं तुम्हारा मन तो बदल नहीं गया

नेनु : नहीं भाइ मेरा मन बदलेगा तो में पहेले तुजसे बात करुगी बाद में सोनु से

में : ठीक हे जब तेरा मन बदले तो बताना तो में भी सोचुंगा ओर तुजे सामने से कहुंगा

तभी सोनु खाना लेके बहार आ गइ ओर हमारी ओर देखके कहेनें लगी

सोनु : अब तुम दोनो की मस्ती हो गइ होतो आजाओ खाना रेडी हे

फीर हम तीनो अपनी जगह बेठ गये ओर नेनु हम को खाना परोसने लगी, जब नेनु मुजे खाना परोस रही थी तब वो मेरी आंखोमें देखके मुस्करा रही थी जेसे मेरी बीवी हो तभी मुजे अपने पैर मे सोनु का पैर महेसुस हुआ मेरे खाना खाते खाते अपनी नजर उची करके सोनु को देखा तो मुजे नेनु की ओर इसारा करके पुछ रही थी क्या हो रहा हे

तो मेने गरदन आहिस्तासे ना मे हिलाते कहा कुछ नहीं फीर मेने नेनु की ओर देखा तो उसके हाथ में अ‍ेक नीवाला था जो उसने मेरे मुंह के आगे रख दीया ओर मेरी तरफ सरारती मुस्कान से देख रही थी मुजे लगा की में उसका नीवाला अपने मुंह में लु ओर उसने अपना हाथ वापस खींच लीयातो?

मुजे इसकी सरारत समजमें आगइ इसलीये मेने पहेले उसका नीवाला वाला हाथ पकड लीया ओर अपना मुंह उसके हाथकी तरफ लेगया तो वोे जोरसे हसके अपना हाथ वापस खींचने लगी तो मेने अपना मुुहसे फोरन उसका नीवाला अपने मुंह मे लेलीया ओर साथ में मेने उसकी उंगली को भी काट लीया तो उसके मुहसे चीख नीकल गइ ये देखके में ओर सोनु हसने लगे तो नेनु मुजे मुका मारने लगी

नेनु : कुते काटलीया मुजे तुजे छोडुगी नहीं में

में : पहेले ठीक से पकडो तो सही बाद में छोडनेकी बात करना (डबल मीनींग)

नेनु : (सरमाके) तु.. तु.. ना तुजसे बात करना ही बेकार हे, जा नही बात करनी तुजसे

कहेके नेनु ने अपना मुंह घुमाके रुठने का नाटक करने लगी मेने सोनु की तरफ देखा तो मेरी ओर अपना नैन नचाने लगी ओर मुजे थम्सअप की साइन देदी फीर मेनें अ‍ेक नीवाला लीया ओर दुसरे हाथ से मेने नेनु का मुंह पकडके अपनी तरफ कीया जेसे ही उसने मेरी ओर देखा मेने अपने हाथ का नीवाला उसे खीला दीया ओर नेनु मुजे प्यार भरी नजरोसे देखके खाना खाने लगी फीर मेने दुसरा नीवाला लीया ओर सोनु को खीला दीया फीर वे दोनो भी बारी बारी मुजे खीलाने लगी ये सीलसीला खाना खत्म होने तक चला

नेनु : राज अब तु थोडा आराम करले तीन बजे नीचे आजाना में तैयार रहुंगी

सोनु : दी आप भी आराम करलो में ये सब काम करके जाउंगी

फीर में अपने रुम मे चला गया तभी मुजे मेरा इयरफोन वाला बग याद आया मेने उसे फोरन नीकाला ओर चेक करने लगा की नेनु क्या कर रही हे जेसे मेने रीसीवर ओन कीया तो नेनु गाना गुन गुना रही थी आज वो मेरी मस्ती से बहुत खुश लग रही थी ओर वो अंजना को फोन कर रहीथी तभी आवाज आइ जो अपने आपसे बात कर रही थी

नेनु : फोन उठा कमीनी, ये फोन क्यु नहीं उठाती (तभी सामने फोन उठाते)

अंजना : हां नेनु बोल क्यु रींग पे रींग दे रही हे कुछ इमरजन्सी.....

नेनु : कोइ इमरजन्सी नही कमीनी तु कहा गइथी चुदाने कबसे रींग दे रही हुं

अंजना : अरे बाथरुम में थी आने में देर तो लगेगीना, ओर आजकल तुजे चुदाइ बहुत याद आती हे कही तेरी भी हालत मेरी तरह तो नहीं हे बीना चुदाइ जेसी, वेसे तुने कोइ नीर्णय लीया की नहीं

नेनु : अरे आज तुजे शोपींगके लीये जाना था इसी लीये फोन कीया की में चार बजे नहीं तीन बजे आजाउगी वेसे मे कोइ नीर्णय नही ले पारही हु तो तेरी हेल्प भी चाहीये

अंजना : हा हा आजाना हम यहीं बैठके बात करेंगे मे भी तो तुजे भाभी बुलाना चाहती हु (कहेके हसने लगी)

नेनु : चुप कर कमीनी कुछ भी बोलती हे फोन रख, तीन बजे ओके बाय

कहेके नेनु ने फोन काट लीया ओर बडबडाने लगी मुजे इयरफोनमे स्पस्ट आवाज में सुनाइ देताथा

नेनु : अ‍ेक नंबर की कमीनी मुजे भाभी बनाने चली इसे पहेले में तुजे अपनी भाभी बना लुगी ओर तुजे पता भी नहीं चलेगा बडी आइ भाभी बानाने वाली मुजे

फीर मेने रीसीवर ओफ कीया ओर कुछ सोचके मेने उसे अपनी जेब में डाल दीया थोडी देर बाद सोनु भी उपर आगइ आके सीधे मेरे रुम में घुसकर दरवाजा बंध करलीया ओर मुजे बेड पर गीराके मेरे पेट पर दोनो पैर पसार के बेठ गइ ओर अ‍ेक हाथ से केरे कोलर पकडके

सोनु : क्युरे मेरे मजनु आज नेनु के साथ बडी मस्ती सुज रही थी इरादा क्या हे?

में : क्युं जलन हो रही हे मेरी जानु को? की कही मेरे पहेले चुद न जाये

सोनु : छी कीतने गंदे हो, ओर जले मेरी जुती, में क्यु जलुगी, इसमें में खुद मदद कर रही हु आपकी, मेतो बस इतना चाहती हुं की आपकी पहेली पत्नी में बनु बस ओर कुछ नहीं

में : अरे हां सोनु तुजे अ‍ेक बात बतानी थी, दरसल जयपुर में मुजे बडी मुस्कील से अ‍ेक रुम मीलाहेना वो अ‍ेक हनीमुन स्युट हे, मेने इस बात को नेनु से छुपाके रखा हे, में उसे सरप्राइज देना चाहता हुं, हो सकता हे वहा मामला कुछ आगे बढे, तो तुम इसको कुछ मत बताना

सोनु : भाइ अगर तुम्हारी बात आगे बढी तो में तो दुसरी पत्नी बन जाउगी, मेरा क्या होगा

तभी मेने कुछ सोचा फीर मुजे अ‍ेक आइडीया आया ताकी सोनु की बात रेह जाये में सोनु को अपने उपरसे हटाके बेडसे उतर गया ओर मेरी अलमारी खोलकें जो दोनो के लीये दो सेट लाया था उनमेसे अ‍ेक रेड साडी जो दुल्हन के लीये खरीदी थी तो मेने सोनु को देदी

में : सोनु में जब नेनु को छोडके वापस आउ तब तुम इसे पहेनके तैयार रहेना

सोनु : क्या हे ये भाइ? (कहेके साडी बहार नीकालदी)

दुल्हन की साडी देखते ही सोनु खुशी के मारे उछल पडी फीर मेरी ओर पलटके मेरी गरदन मे अपने दोनो हाथ डालके मुजे चुमने लगी

में : बस बस आवाज धीमी कर वरना नेनु ने सुन लीया तो लफडा होजायेगा पहेले येलेजा तेरे रुममें ओर इसे रखदे ओर दरवाजा खोलदे जल्दी नेनु आज आराम नहीं करेगी

मेरी बात सुनके सोनु ने फोरन साडी वापस केरी बेग में रखदी ओर उठके मेरे होठ चुमके अपने रुम मे भाग गइ फीर आगेका प्लानींग करते करते कब मेरी आंख लग गइ पता हीं नहीं चला, तभी मेरे कान में जोरोसे आवाज आइ

नेनु : अरे तु यहां सोता पडा हे में कबसे नीचे तेरा वेइट कर रही हुं उठजा जाना नहीं क्या?

तो मेने सोते सोते ही घडी की ओर देखा तो ३.०५ बज गये थे में फोरन उठके बेंड से उतर गया ओर दोडके सीधा बाथरुम में घुस गया हाथ मुंह धोके वापस बहार आया तो नेनु वहीं खडी मेरा इन्तजार कर रही थी ओर अपना चहेरा पोछते नेनु की तरफ देखा तो देखता ही रेह गया ओर मेरे मुंहसे नीकल गया

में : वाव क्या लग रही हो दी अ‍ेक दम अप्सरा, आप बस यहीं रहो मेरे सामने कहीं नही जाना आपको बेठी रहो मेरे सामने (हसने लगा)

नेनु : चल चल जा, जल्दी आजा नीचे तैयार होके, यही बेठने में मुजे खतरा लगता हे

हसके नेनु नीचे जाने लगी, ओर में भी फटाफट तैयार होके नीचे चला गया तो नेनु मेरा सोफे पर बेठके इन्तजार कर रही थी मुजे नीचे आता देखते ही वो खडी होगइ

नेनु : चलो जल्दी राज अंजु राह देखती होगी

में सीधा बहार बाइक के पास जाके बाइक स्टार्ट कीया ओर बैठ गया नेनु भी अ‍ेक साइड पे पैर रखके बेठ गइ ओर अ‍ेक हाथ मेरे कंधे पर रख दीया

में : थोडा नजदीक चीपक के बैठोनां, लोग क्या कहेंगे इतनी खुबसुरत लडकी लेके जा रहा हे ओर दुर बीठाया हे क्या इजत रह जायेगी मेरी

इतना सुनते ही नेनु ने मेरी कमरमें चीटकी भरके मरोड दीया ओर कहेने लगी

नेनु : पहेले सादी करलेना फीर अपनी बीवीको चीपकाना, कमीने बहेन हुं तेरी गर्लफ्रेन्ड नहीं समजे, अब चल देर हो रही हे

मे : (बाइक चलाते) लोगो को थोडी पता हे आप मेरी बहेन हो वो तो आपको मेरी गर्लफ्रेन्ड ही समजेगेंना इसी लीये केह रहा था, ओर मेरे साथ घुमके थोडी आपकी भी इजत बढ जायेगी क्यु की में अ‍ैरो गैरो को घुमाता नहीं, आपके जेसी कोइ खुबसुरत लडकी हो तभी में घुमाता हुं

नेनु : (पीठ में मुका मारके हसते) बहुत बदमास हो गया हे, घर आके तेरी खबर लेती हुं आज कल तु मेरी बहुत तारीफ करने लगा हे क्या बात हे, चल तुभी क्या याद करेगा

केहके नेनु मुजसे सटकर बैठ गइ ओर अपना सर मेरी पीठ पे रख दीया, अ‍ेसा करके उसको बहुत मजा आ रहा था ये उसका पहेला रोमांचीत करने वाला अनुभव था अब उसे मेरी अ‍ेसी सरारत अच्छी लगने लगी थी, ओर सोचने लगी कहीं राज से प्यार तो नहीं हो गया तभी अंजना घर आ गया, मेने बाइक रोका तो नेनु मेरी ओर देखके हसने लगी ओर अंजना के घर में जाने लगी, तभी अंजना भी बहार आगइ

में : दी साम को लेने आउ क्या?

नेनु : नहीं में अपने आप आजाउंगी तुम्हे अब तस्दी लेनेकी कोइ जरुरत नहीं समजे

अंजना : (दोनो की बातो से हसके) अरे राज अंदर तो आओ

नेनु : नहींं अंजु जाने दो उसे नहीतो हम दोनो खतरे मे आसकती हे (हसने लगी)

फीर हम तीनो हसने लगे ओर में बाय बोलके जाने लगा, ओर वो दोनो भी अंदर चली गइ ओर दरवाजा बंध कर लीया, फीर थोडा आगे गया ही था की मुजे कुछ याद आया मेंने फोरन अपनी बाइक वापस घुमादी ओर वापस अंजना के घर के पास थोडी दुर आके बाइक रोक दी फीर बाइक की घोडी लगाके में उसके पर बैठा रहा ओर अपना इयरफोन जेबसे नीकालके कान पे लगा दीया ओर वो दोनो की बाते सुनने लगा आवाज थोडी धीमी आ रही थी पर बाते स्पस्ट सुनाइ देती थी

अंजु : तु बेठ में चाइ नास्ता लेकर आती हुं मुजे भी थोडी भुख लगी हे

नेनु : चलना में भी आती हुं यहां अकेली बोर होंजाउगी (थीडी देर सांती के बाद)

अंजु : क्या केह रहा था राज? अंदर क्यु नहीं आया?

नेनु : कुछ नहीं आज कल बहुत फ्लर्ट करने लगा हे जेसे में उसकी गर्लफ्रेन्ड हुं

अंजना : मुजे तो पुरा यकीन हेकी वो तुजसे चाहने लगा हे, वैसे तुने क्या सोचा इसकै बारें में हमारी बात तब अधुरी रेह गइ थी

नेनु : इसी लीये तो आइ हुं क्युकी अब मुजेभी इसकी आदत लग चुकी हे जबतक वो कोइ सरारत नहीं करता तबतक मुजे अच्छा नहीं लगता अ‍ेक बार तो उसने मुजे कीस करनेकी भी कोसीस की लेकीन मेने ना कहेके मना करदीया कभी हग करलेता हे कभी गाल पे कीस में तो उलजन में हुं क्या करु अब तुही रास्ता दीखा मुजे तो चेइन नहीं हे

अंजना : अरे बुध्धु इसेतो प्यार कहेते हे, इसका मतलब अब तुभी राजको चाहने लगी हे

नेनु : हां सायद तुम ठीक केह रही हो, पर में उससे बडी भी हुं ओर उसकी बहेन भी

अजना : प्यार में उमर नहीं देखी जाती, ओर तु भुलजा वो तेरा भाइ हें उसे सीर्फ अ‍ेक बोयफ्रेन्ड की नजरसे देखना चालु करदे फीर देख तेरी जींदगीमे केसे बहार आती हे

नेनु : लेकीन में उसे समज नहीं पा रहीहु जेसे वो आगे बढता हे फीर मजाक कहेके टाल देता हे दो बारतो में इस मामलेमें सीरीयसथी लेकीन भीर मजाक कहेके उसने टाल दीया

अंजना : अब सब छोड,पहेले तु बता की तु आगे बढना चाहती हे की नही या फीर सारी जींदगी कुंआरी रहेके जींदगी खराब करनी हें तेरे पास सीर्फ दो ओप्शन हे अ‍ेक यातो तुम तीनो भाइ बहेन कुंआरे रहो दुसरा आपसमे सादी करके लाइफ अ‍ेन्जोय करो

नेनु : पहेला ओप्शन बहुत तकलीफ देने वाला हे येतो में भी जानती हुं ओर दुसरा में आगे बढना चाहती हुं पर मेरी अ‍ेक ही उलजन हे

अुजना : केसी उलजन बता अभी सोल्व कर देती हुं

नेनु : प्यार तो में राज से बहुत करती हुं पर पहेल में नही करना चाहती क्यु की में उससे बडी हु हां अगर वो खुद आगे बढता हे तो में अब उसे मना नहीं करुगी इतना तुजे आसवासन देती हुं

अुजना : अ‍ेक काम कर जेसे में कहुं अ‍ैसा करती जा सबसे पहेले तो तु आजसे उसको अ‍ेक भाइ की तरह टड्ढीट करना छोड दे ओर अ‍ेसा समज की वो तेरा यार हे या पती हे ओर अब वो कोइभी हरकत करे तो तुम उसे रोकोगी नही चाहे बात कहातक भी जाये जब वो तुमसे सादी के लीये प्रपोज करे तब इसके साथ सादी करले फीर देख मजा जींदगी का

फीर दोनो बहार आके सोफेमें बैठ जाती हे ओर बाते करते चाइ नास्ता करने लगती हे

नेनु : सायद तु ठीक केह रही हे क्यु की अब राज के बीना हम नहीं रेह पायेगी, ओर अ‍ेक बात, जोहाल मेरा हे वोही हाल सायद सोनु का भी हें

अंजना : क्या केह रही हो नेनु,(फीर कुछ सोचके) तो क्या हुआ तुम दोनो सादी करलो उससे क्यु की तुम बहेनो की आपस में पटती भी हें, ओर तुम्हारी तराह उसकी लाइफ भी संवर जायेगी, ओर मुजे इसमे कोइ बुराइ नहीं लगती, कया कहेती हो तुम

नेनु : बात तो तेरी सही हे,वास्तव में हम तीनो की स्थीती अ‍ेसी हे की तीनो अ‍ेक दुसरे के बीना नही रेह पाते, ओर तीनो आपस मे प्यार भी बहुत करते हे

अंजन : अब नीर्णय तुजे लेना हे हां या नां

नेनु : ठीक हे जेसा तुने कहो वेसा ही करुगी अब नहीं रेह सकती उसके बीना, ओर सोनु से में खुद बात करुगी, अब मेरी छोड तुजे क्या प्रोबलेम हो गइ थी तु कुछ तेरी सास के बारेमें केह रही थी फीर कुछ हुआ क्या?

अंजना : अरे हां केह रही थी बच्चा देदो ओर उपरसे कमीनी मेरे पती को छोडती नहीं अगर मेरे पती के साथ ही सोना हे तो खुद बच्चे पैदा क्यु नहीं करती, चुदकड कहीं की

नेनु : फीर तो लफडा कुछ ओरही लगता हे, अ‍ेक काम कर तु राजकोट में कीसी विस्वासु से इनकी थोडी इंनकवायरी कर मामला क्या हे सच सामने आजायेगा

अंजना : की है, जब मेरी सासका फोन आया था, मेरे घर वालोने तो मेरे साथ हर नाता तोड दीया हे ये तो तुम जनती हो तब मेने मेरी अ‍ेक सहेली हे उसको इंनकवायरी करने को कहा था आज ही उनका फोन आया था केह रही थी मुजसे बच्चा हो गया तो में मेरे पती को कभी छोडुगी नही ताको मेरा ये घर उसके पास रहे फीर वो कीसी तराह मुजे मारके इस घर में मां बेटा आराम से रेह सके क्युकी ये घर मेने अपनी सेलेरी जमा करके खरीदा हे ओर ये मेरे नाम हे

नेनु : कीतने घटीया लोग हे, तुम्हारा पती यहां नहीं आता तो तुम उसे कुछ कहेती क्यो नहीं

अंजना : अच्छा हे नहीं आता अबतो मुजे भी इससे नफरत होगइ हे, पर आज मेरी सहेली के फोन के बाद मेने अ‍ेक नीर्णय लेलीया हे

नेनु : कोनसा नीर्णय लीया तुने?

अंजना : में मेरे पती को छोड दुंगी, इससे तलाक लेने का फैसला लीया हे

नेनु : क्या ये सही रहेगा? तुने सोच समजकर ये फैसला लीया हेना?

अुजना : हां नेनु में अब मन बना चुकी हुं, मेभी उसे दीखा दुंगी में कल ही डीवोर्स पेपर फाइल कर दुंगी मुजे तेरा साथ चाहीये

नेनु : अरे पागल ये भी कोइ पुछने की बात हे, हम सब तेरे साथ हे तुजे हम अकेली कभी नहीं छोडेगे

अंजना : थेन्कस नेनु मेरे मनका बोज हल्का हो गया

फीर नेनु ने कुछ मस्ती करनी सुजी ताकी वातावरण गंभीर ना हो जाये

नेनु : अरे दोस्ती में थेन्क्स नही होता कमीनी, तुजे अकेला ना लगे इसलीये में कल ही राज को यहां भेज देती हुं ताकी तेरा अकेलापन दुर हो जाये हें..हें..हें..

ये सुनते ही अंजना ने हसके अ‍ेक मुका नेनु को मार दीया फीर दोनो हसने लगी

अंजना : हां भेज देना पहेले तुम दोनो तो ठंडीहो जाओ जब जी भरजाये तो भेज देना

नेनु : कीतनी कमीनी हे तुं, भाइ को बचाके रखना पडेगा (फीर दोनो हसने लगी) अब चले शोपींग के बाद हमे मंदिर भी जाना हे बाबा को मीलने लगता हे ७ बज जायेंगे

कहेके दोनो उठ गइ वो बहार आके मुजको देखले इससे पहेले मे वहां से नीकल गया ओर याद आया की सोनु मेरा तैयार होके वेइट कर रही होगी ते मेनें रास्तेसे दो फुलो की मालाये खरीदी ओर सीधा घर आ गया अंदर आके देखा तो सोनु अ‍ेक दुल्हन की तराह तैयार होके बैठी थी

सोनु : आ गये आप में तो कबसे वेइट कर रही हुं

में : सोनु अभी दो मीनीट में आया तैयार होके तब तक तुम मेइन गेइट बंध करदो

कहेके में फुलोकी माला सोफे पर छोडके उपर चला गया तैयार होने फीर चेन्ज करके में वापस नीचे आ गया तो सोनु नीचे मुजे देखके मुस्कराइ फीर उसने पुछा

सोनु : भाइ हम क्या करने जा रहे हे बताओना मेरा दील घबरा रहा हे

मेने सोनु के पास जाके उसे बांहोमे भरलीया ओर उसके कानके पास मुह लेजाकर धीरे से कहा

मे : तुजे आज पहेली पत्नी का दर्जा देने जा रहा हुं हम गांधर्व विवाह कर रहे हे

सोनु : पर भाइ दी के बीना क्या ये सही रहेगा? ओर ये तो मंदिरमें होता हेना?

में : हां हमारे घर के मंदिर के सामने करेगे ओर हम पहेले दादी का आशीर्वाद लेगे

सोनु : लेकीन दादी ने नेनु को बता दीया तो

में : नहीं बतायेगी अ‍ेक तो वो बोल नहीं सकती, दुसरा उसने खुद तेरा हाथ मेरे हाथ में सोंपा हे तो येभी वही चाहती हे जो हम चाहते हे

फीर में सोनु का हाथ पकडके दादी के रुम में ले गया जहा हमारा मंदीर भी हे हम दोनो ने पहेले दादी के पैर छुआ तो हमे इन कपडो में देखके उसके चहेरे पर खुशी आगइ फीर हम मंदिर के सामने अ‍ेक दुजे के सामने खडे रहे ओर मेने केरी बेगसे दोनो मालाअ‍े नीकालकर अ‍ेक सोनु को दी ओर दुसरी मेरे पास रखी

फीर मेने सोनु की तरफ देखा तो नजरे जुकाके खडी थी फीर सोनु ने मेरी ओर देखातो मेने इसारा कीया तो उसने मुजे माला पहेनाइ फीर मेने भी सोनु को माला पहेना दी ओर उसके बाद हम भगवान की तरफ हाथ जोडके घुम गये ओर मेंने सोनु को
अपनी बात दोहराने को कहा फीर अ‍ेक के बाद अ‍ेक करके हर कसम खाने लगे जो सण्तपदी में खाइ जाती हे ओर लास्ट में मेने सोनु से कहा

में : आजसे में तुजे भगवान की साक्षी मे अपनी धर्मपत्नी स्वीकार करता हुं

सोनु : आजसे मेंभी आपको अपने पती के रुप मे स्वीकार करती हुं

फीर हमने अ‍ेक बार फीर भगवान को नमन कीया, बाद मे सोनुने मेरे पैर छुअ‍े तो मेने उसे फोरन खडा कर दीया ओर उसे कहा

में : नहीं सोनु मेरे पैर छुनेकी जरुरत नहींहे में तुजे दासी नहीं रानी बनाके रखना चाहता हुं

सोनु : लेकीन आपका पैर छुना मेरा कर्तव्य नहीं मेरा अधीकार भी हे ओर मुजे अच्छा भी लगता हे सो प्लीज कभी मना मत करना जानु

फीर हम दोनो दादी की ओर घुमे तो दादी हमे सर पर हाथ रखकर कुछ इसारा कर रही थी सोेनु तुरंत समज गइ ओर उसने मंदिर मेसे अ‍ेक डीबा नीकाला जो सींदुर का था ओर उसने लाके मेरे सामने करदीया तो मेने उसमेसे चुटकी सींदुर लेके सोनु की मांग भर दी तब सोनु की आंख बंध होगइ ओर खुली तो आंसुओकी धारा के साथ

फीर मेने उसके आंसु पोछे ओर रोने का कारन पुछा तो मेरी आंख भी छलक गइ फीर सोनु ने मेरे आंसु पोछे आंसुओ का कारण था मेरे मम्मी पापा फीर हमने दादी के पैर छुअ‍े ओर उसके तकीये के नीचे से हाथ डालकर कुछ रुपये नीकाले फीर सोनु ओर मुजे सगुन के तोर पर दीये फीर होल में आके हमने मम्मी पापा की तस्वीर को नमन कीया फीर मेने सोनु को हाथ पकडके सोफे पर बीठा दीया ओर मेभी उसकी बगल में बैठ गया तो सोनु ने अपना सर मेरे कंधो पर रख दीया ओर मुजसे बात करने लगी

सोनु : थेन्क यु, आज आपने मेरी हर तम्मना पुरी करदी में बहुत खुश हुं थेन्क यु सो मच में आज भगवानको यही प्रार्थना करतीहुं हर जन्म मे मुजे आप पती के रुपमें मीले

में : हां सोनु, मेरी भी यही प्रार्थना हे की हर जन्म मे तुजे पत्नी के रुप में पाउं

सोनु : अब आपका आगे का क्या प्लान हे मुजे बताइअ‍े ताकी में नीस्चींत रहु

में : सोनु जब तक हम सबके सामने सादी नही करते तब तक हम ये विवाह छुपायेंगे मेने गांधर्व विवाह इस लीये कीया ताकी में तुजे मेरी पहेली पत्नी का दर्जा दे सकु जो तेरी इच्छा थी इसलीये

सोनु : लेकीन जानु हम बादमे नेनुदी से बात करके सादी करते तो भी मे आपकी पहेली पत्नी ही कहेलाती, हमने जल्दबाजी नहींकी ?

में : नहीं सोनु आज मेने नेनु ओर अंजना की बात सुनली इसकी बातो से पता चला की नेनु भी मुजे तेरी ही तराह प्यार करती हे
ओर हम दो दीन के बाद जयपुर जाने वाले हे वहां कुछ सीच्युअ‍ेशन अ‍ेसी होगइ की मुजे नेनु के साथ गांधर्व विवाह करना पडे तो तुम्हारी पहेली पत्नी की ख्वाहीस अधुरी रेह जाती इसीलीये आज ही सादी करनी पडी ताकी तुम मेरी पहेली पत्नी कहेलाओ

सोनु : (मुजे मेरे होंठो को चुमते) ओह जान शुक्रिया मेरा कीतना ख्याल रखते हो आप

में : ओर ये आप आप क्या लगा रखा हे मुजे तो मेरी बहेन वाली सोनु ही चाहीअ‍े

सोनु : (हसके) नहीं अब तो में आप ही कहुंगी क्युकी मेरे पती जो हे आप

में : (कानमें) अगर आइंदा आप कहा तो सुहागरात में पटक पटक कर चोदुंगा तुजे

सोनु : (अ‍ेकदम सरमाके) छी कीतना गंदा बोलते हो आप

में : वेसे सोनु हम हमारी सुहागरात तेरे बर्थडेके दीन नहीं मना पायेंगें

सोनु : क्यु अब क्या प्रोबलेम आ गइ जानु में तो कीतनी अ‍ेक्साइडेट थी उसे लेकर

में : तुम्हे तो रीझन पता हे, उस दीन तेरी सहेली सीमा को नहीं बता रही थी

सोनु : ओह..सीट् आपने कब सुनलीया हमारी बातो को मेतो मेरे रुम में थी

में : ये तो राज की बात हे पर अब तुम मेरी धर्मपत्नी बन गइ होतो अब हमारे बीच कोइ राज नहीं इसलीये मेरे रुम में जाके बता दुंगा वेसे चलोना रुम में अब तो हमने सादी भी करली हें

सोनु : नहीं..... नहीं आना हमें रुम में हम दीदी को क्या जवाब देंगे की हम क्यु लंगडाके चलते हें (हें...हें..हें..)

में : केह देना पैर में मोच आ गइ थी चलो ना में अब तेरे बीना नहीं रेह सकता

कहेके में सोनुको अपनी गोद में उठाके सीडीयो की तरफ जाही रहा था की सोनु मेरी गोदसे उछलकर नीकल गइ ओर वापस सोफेके पीछे भाग गइ में भी फोरन उसके पीछे भागा तो वो हसते हसते सोफेके चकर लगाने लगी फीर मेने सोफे पे चडकर दुसरी तरफ कुद गया ओर सोनु को पकड लीया फीर वापस गोदमे उठा लीया इसबार मेने कसके पकडकर रखा था

सोनु : प्लीज छोड दो भाइ आज नहीं हम दो तीन दीन अकेले होगे तब करलेना भाइ प्लीज छोड दो

में : तो भागी क्युं तुं आज तो गइ आजही मेने तेरी चाल को बीगाडना हें मुजसे पंगा

सोनु : भाइ तुम समजते क्यु नहंी मेभी तरस रही हुं इसके लीये पर आज नहीं मान जाओ मेरे प्यारे भाइ मेरे जानु होना आप तो मान जाओ प्लीज प्लीज

तब तक राज सोनु को अपने बेड पर सुला देता हे ओर उसके उपर वेसेही लेट जाता हे

में : चल ठीक हे तु इतनी मनते करती हे तो मान जाता हुं लेकीन सोनु अब वाकइ मुस्कील लगता हे देख नीचे केसे फनफना रहा हे तेरे अंदर घुसने को, इसको में केसे मनाउं

सोनु ने आज कुछ सोच लीया ओर भाइ को तोहफे तौर पर देने के लीये फैसला करलीया

सोनु : भाइ इसको में मना लुंगी पर आज कुछ ओर नहीं प्लीज

में : ठीक हे मनाओ मे भी तो देखु तुम केसे मनाती हो

कहेके में बेड के नीचे खडा हो गया सोनु भी नीचे उतर गइ ओर मेरा हाथ पकडके अपने रुम में जाने लगी रुम के अंदर जाते ही सोनुने दरवाजा बंध करलीया फीर अपनी सादी की सारी नीकालकर उसे बेड पर रख दी सोनु अब पेटीकोट ओर ब्लाउस में मेरे सामने खडी होगइ फीर वो घुटने के बल मेरे पैर के पास बैठ गइ

ओर अपने हाथो से मेरे पे्रन्ट के बटन खोलने लगी मेभी देख रहा था सोनु क्या कर रही हे ओर सोनु भी मेरी ओर देखके मुस्कराये जा रही थी ओर साथमे पेंन्ट को नीचे सरका रही थी अब मेरा नीकर दीखने लगा जेसे ही सोनु ने नीकर को सरकाके नीचे कीया तो मेरा नाग छेसा लंड लहेराने लगा उसको देखते ही सोनु पागल हो गइ

सोनु : भाइ मेंतो मरही जाउंगी इसे अपने अंदर लेके कमसे कम तीन चार दीन तो में चलही नहीं पाउंगी अच्छा हुआ आप मान गये नही तो मेंतो आज गइ ही थी हें..हें..हें..

फीर सोनु ने अपने हाथकी मुठी में पकड लीया फीर मेरी ओर कामुक नजरसे देखते हुअ‍े अपनी जीभ(टंग)नीकाल कर मेरे लंड पर फीराने लगी फीर आहिस्ता आहिस्ता लंडके टोपे को चाटने लगी थोडी देर चाटनेके बाद मेरी ओर देखके उसने अपना मुंह खोल दीया मेरे लंड को अपने मुंह मे भर लीया फीर आहिस्ता आहिस्ता मुह के अंदर बहार करने लगी मेभी आहें भरने लगा

ओर उतेजनाकी वजहसे सोनु का सीर पकड लीया ये मेरा पहेला अनुभव था जो कीसी लडकीने मेरा लंड मुंह मे लीया हो फीर सोनु मेरी सीसकरीया सुनके मेरे लंड को जडपसे अंदर बहार करने लगी तभी मेरे सरीर में जुनजुनाट होने लगी ओर में जडने के करीब था सोनुके आंखके डोरे लाल हो गया था फीर अचानक में आहे भरने लगा

सोनु उपर देखके कुछ समज पाती इससे पहेले उसके मुंह में मेरे वीर्यकी पचकारी छुटने लगी ओर मेंने जडते वक्त सोनु के सीर को अपनें लंड पर भींच दीया जीसकी वजहसे मेरा पुरा लंड सोनु के गले तक चला गया ओर वीर्य सीधा गले में उतर गया सोनु ने फोरन अपना मुह हटा लीया ओर जोर जोर से खासने लगी तभी मुजे अहेसास हुआ की सोनु की सांसे फुल गइ हे

फीर कुछ देर बाद सोनु नोर्मल हुइ लेकीन उसका मुंह पुरा भरा हुआ था उनको मेरे वीर्यका स्वाद टेस्टी लगा तो वो पुरा वीर्य घटक गइ फीर अपनी जीभ अपने होंठो पर फीराने लगी फीर मेरी ओर कामुक नजरोसे देखने लगी में आंख बंध करके खडा था जब मेने आंख खोलके सोनु की तरफ देखातो सोनु मेरी ओर कमुक्तासे देख रही थी ओर अपनी जीभ अपने होंठो पर घुमा रही थी ये देखके में हस पडा

में : क्या तु पुरा पी गइ? कुछ हुआ तो नहीं तुजे?

सोनु : अरे अपने पती का माल था अ‍ेसे केसे व्यर्थ जाने देती वेसे मस्त स्वाद था अ‍ेक दीन खीर बनाके खाउंगी इसकी (हसने लगी) हें..हें..हें..

में : थेन्कयु सोनु मुजे समजने के लीये तेरी जेसी बीवी पाके धन्य हो गया में

सोनु : बस बस ज्यादा तारीफ मत करो ओर मुजे बाथरुम में जाने दो अपने आपको पुरा साफ करना पडेगा कही दी ने मेरी मांग में सींदुर या कुछ ओर देख लीया तो पंगा करेगी ओर आपभी वापस चेन्ज करलो ओर फुलहार का नीकाल करदो कहीं कुछ नजर नहीं आना चाहीअ‍े समज गये तब तक मेंभी चेन्ज करती हुं बादमे आपके रुम में ओह.. सोरी हमारे रुम मे आती हु

में : ठीक हे डार्लिंग जो हुकुम आपका

कहेके में अपने रुममें चला गया चेन्ज करनें थोडी देर बाद सोनु भी आगइ फीर हम दोनो ने मीलकर सब साफ साफाइ करदी ओर हम आके सोफे पर बैठ गये ओर आगेकी प्लानींग डीसकस करने लगे

दुसरी ओर नेनु ओर अंजु शोपींग करने चले गये अंजु के लीये कुछ अंडरगारमेन्ट की शोपींग करनी थी कुछ नेनु ने शोपींग की फीर वहांसे दोनो मंदिर की ओर चल पडी मंदिर पहुंचकर वहा दोनो ने दर्शन कीये फीर दोनो बाबा के मीलने पहुंच गइ बाबा के पास जाके दोनो ने आशीर्वाद लीये फीर बाबा ने दोनो को बैठनेके लीये बोला

कन्टीन्यु.......
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - १०
दुसरी ओर नेनु ओर अंजु शोपींग करने चले गये अंजु के लीये कुछ अंडरगारमेन्ट की शोपींग करनी थी की कुछ नेनु ने शोपींग की फीर वहांसे दोनो मंदिर की ओर चल पडी मंदिर पहुंचकर वहा दोनो ने दर्शन कीये फीर दोनो बाबा के मीलने पहुंच गइ बाबा के पास जाके दोनो ने आशीर्वाद लीये फीर बाबा ने दोनो को बैठनेके लीये बोला....अब आगे

बाबा : आओ बेटी अच्छा हुआ तुम आगइ ओर ये साथमें कोन हे आपकी सहेली हेनां?

नेनु : जी बाबा येमेरी सहेली हे अंजना ओर राज जो नया काम सुरु कर रहा हे वो काम इनकाही हे राज को उसने ये काममें पार्टनर बनाया हें ओर कोलेजमें अध्यापक हें

बाबा : बहुत अच्छे बेटा इस काम में आप को कामयाबी मीले अ‍ेसी मेरी प्रार्थना हे

नेनु : कहीये बाबा क्या आदेश हे मेरे लीये राज केह रहा था आप मुजे याद कर रहे थे

बाबा : हां बेटी आज में तुजे अपना यहां आने का मक्सद बताउंगा क्युकी ये तुम दोनो के लीये ये जानना जरुरी हें

अंजना : लेकीन बाबा में तो इनके साथ अनायास ही आगइ हुं फीर मेरे लीये क्युं?

बाबा : (हसके) अ‍ेसा तुम मानती हो बेटा दरसल मेनेही तुमको बुलाया हें खेर ये जानना अभी तुम्हमरे लीये जरुरी नहीं हे तुम्हारी सहेलीको मेरे बारेमें थोडा बहुत पताहे तो उसीसे जान लेना आज मुजे तुम्हारे मनका क्षोभ दुर करना हें ओर तुम्हारा कार्य बताना हे

नेनु : जी बाबा बताइअ‍े, हम जाननेके लीये बहुत उत्सुक हे

बाबा : हां तो सुनो आजसे सेंकडो साल पहेले हिमाचल में अ‍ेक विरसींह नाम का अ‍ेक राजा था जो अ‍ेक कुलमें अ‍ेक भगवान की कइ पीढी के बाद का वंसज था जो बहुत ही पराक्रमी ओर साहसी था जो हमेंसा प्रजालक्षी कार्य करता था जो प्रजा पर राज कम ओर सेवा ज्यादा करता था उनकी तीन रानीया थी जो सबको बराबर न्याय देता था ओर वो बडा शिव भक्त था वहां की प्रजा के लीये उसने अ‍ेक भव्य शिवालय बनवाया उसने तीनो रानीओ के साथ मीलकर यहां तीन दीन तक पुजा ओर हवन कीया बादमें शिवालय में शिवलींग की स्थापनाकी बाद में साल में हर महाशिवरात्री के दीन अपनी तीनो रानीओ के साथ आता ओर पुजा अभीसेक करता जब तक जीवीत रहा तब तक ये कार्य करता रहा फीर समय के साथ धरती पर बहुत बडा परीवर्तन हुआ ओर वो शिवालय धरती में समा गया ओर इस बातको सेंकडो बरस बीत गया
मेंनें बचपनमें ही दीक्षा लेली थी ओर में मेरे गुरुजी के साथ रहेने लगा ओर उनके सानीध्यमे मेने आध्यात्मीक सीक्षा हासीलकी फीर अ‍ेक दीन मेरे गुरुजी मुजे हिमालय घुमने ले गये वहां उसने मुजे बहुत बडे साधु संतो ओर महात्माओसे मीलवाया ओर सबका आशीर्वाद दिलवाया बाद में वो मुजे हिमाचल प्रदेश के उस गांव में लेगये जीसके पासकी धरतीके नीचे ये शिवालय था तब मुजे कुछ नहीं पता था वहां गाव से थोडे दुर अ‍ेक आश्रम था जहां अ‍ेक बहुत ही बुढे महात्मा थे मेरे गुरुजी मुजे इस आश्रम में लेगये फीर गुरुजी ने उस बुढी मुर्ती के साथ अकेले में कुछ बाते की फीर हम वहां तीन दीन रुके जब जाने का समय आया तो मेरे गुरुजी ने मुजे वहीं रुकने का आदेश दीया ओर कहां

गुरुजी : आजसे यही तेरा कार्य क्षेत्र हे ओर अब तुजे यहीं रुकना पडेगा

बाबा : लेकीन गुरुजी में आपको अकेला केसे छोड सकता हुं मुजे आपकी सेवा करनीं हे

गुरुजी : नहीं वत्स तेरा जन्म अ‍ेक खास मक्सद से हुआ हे ओर इसी लीये तुम ये आध्यात्मीक मार्ग में आये हो इसीलीये मेने ये बात आज तक तुमसे छुपाइ हे ओर अब समय आगया हें इस कार्य को पुरा करनेका अब तुम्हारे जीवनका अ‍ेकही मक्सद होना चाहीये जीसके लीये तुमने जन्म लीया हें ओर ये मेरा आदेश भी हे की तुम अपने कार्य मे लगजाओ

बाबा : गुरुजी आपका आदेश सर आंखो पे कहेके मेने गुरुजी को दंडवत कीया फीर वो चले गये ओर कुछ समय बाद वो बुढे महात्मा भी मुजे सब कुछ सोंपके हमेंसा के लीये प्रकृतीकी गोदमें चले गये फीर धीरे धीरे मेने इस जगह को थोडा वीकसीत कीया वहा मेने अ‍ेक गौशाला भी बनवाया गांव के लोग भी समय समय सेवा देने आते रहे

अ‍ेक दीन सामको गांव वालो के साथ सत्संग कर रहा था तब गाइ की सेवामें आने वाला अ‍ेक व्यक्ति आया ओर मुजे बताने लगा की बाबा पीछले कइ दीनोसे में गाइ को चराने के लीये जाता हुं पर अ‍ेक अ‍ेसी जगह हें जो गाय उस जगह पर जाते ही अपना दुध अपने आप छोडने लगती हे अ‍ेसा मेने तीर बार देखा हे ये बात आपको बताना जरुरी समजा इस लीये आपको बता रहा हुं

फीर हम सब वो जगह पर गये जो आश्रम से थोडी ही दुरी पर थी फीर में ने उस जगह पर बेठके ध्यान लगाया फीर वापस मेरे आश्रम आगया सामको सब लोग अपने गांव लोट गये आश्रम में सीर्फ मेही अकेला रह गया फीर अगली सुबह में तीन बजे उठ गया ओर सब नीत्य करके वापस उसी जगह पे जाके ध्यान में बैठ गया

तो ध्यान के माध्यम से मुजे सब वो बात पता चली जो में तुमको बता रहा हुं उस जमीन के नीचे मुजे वोही शिवलींग नजर आया जो उसी दीन सुबह जब गांव वाले आये तो मेने खुदाइ करके उसे बहार नीकालनेकी कोसीस की पर हम सीर्फ उसे उपर तक ही ले पाये हम उसकी मंदिर के साथ दुबारा स्थापना करना चाहते थे पर हम कर नहीं पाये हर कोसीस के साथ हम नाकामीयाब ही रहे

कुछ ना कुछ हमें मुस्कीलो का सामना करना पडा तब जाके अ‍ेक दीन मेने मेरे गुरुजीसे ध्यान में संपर्क कीया ओर अपनी समस्या बताइ तब जाके गुरुजी नें मुजे अ‍ेक बात बताइ की जीस राजाने ये शिवलींग स्थापीत कीया था उसी राजाके द्वारा ये स्थापीत होगा फीर मेने उस राजा के बारे मे ध्यान के माध्यम से जाना तो पता चला की उसके कइ जन्मो हु चुके हे पर हर जन्ममें वो अधुरा था

क्युंकी जब वो राजा थे तब वो अपनी तीनो रानी से बेहद प्यार करता था तो उसने शिवलींग के स्थापनाकी उसने पुजा के वक्त शिवजीसे प्रार्थना कीथी की हर जन्म में मुजे ये तीनो रानीया मुजे पत्नी के रुप में मीले पर हर जन्म में उसको वो दो पत्नी ही मीलती थी ओर उसने कइ ओर रानीया भी थी ओर तीसरी पत्नी अपने मन की चंचलता के कारन दुसरी जगह ब्याह कर चली जाती थी

फीर मेने जाना की जब तक तीनो पत्नी उसको नही मीलती तब तक ये शिवलींग की स्थापना नहीं होगी ओर इसी के हाथो से ही स्थापना होगी फीर ध्यान के माध्यम से मेने उस राजा की खोज आरंभ कर दी तब पता चला की उसका जन्म गुजराके अ‍ेक सहरमें हो गया हे उसकी दो पत्नी भी जन्म ले चुकी हे तीसरी पत्नी का जन्म अभी नहीं हुआ था तो मेरे पास इन्तजार करने के अलावा कोइ रास्ता नहीं था

इसी बीच में उस पर बराबर ध्यान रख रहाथा उसके जन्म के दो साल बाद उसकी तीसरी पत्नी का भी जन्म होगया पर अ‍ेक उलजन में फस गया था क्यु की उसकी दो पत्नी इस बार उसके बहेन के रुप मे जन्मी थी फीर मेने वापस गुरुजी का मार्गदर्शन लेना उचीत समजा

तब जाके गुरुजी ने मुजे धर्म, सभ्य समाज ओर प्रकृती के नीयम का ग्यान दीया जो मे उसे मीलकर समजा सकु क्यु की धर्म ओर सभ्य समाज के नीयमो के कारण वो सब आपस में विवाह नहीं करेंगे तो इसी लीये मुजे यहां आना पडा ता की उसको समजा सकु की वो प्रकृृती के नीयम को माने जो आदी काल से चलता हे

नेनु : (बीचमें) तो क्या बाबा वो राजा यहां हे क्या? उसीके खोज में आये हे आप, मेरे मन में संकाअ‍े आ रही हे बाबा कोन हे वो राजा कहीं हमारा राज.....

बाबा : (हसते) ठीक समजी मेरी बच्ची वो राजा तुम्हमरा भाइ राज ही हे ओर तुम दोनो बहेनो ही उसकी रानीया थी जो हर जन्म में उसकी पत्नी होती थी जो इस जन्म में तुम बहेने हो ओर उसकी तीसरी रानी भी उसके संपर्क में आचुकी हे इसीलीये अब वो शिवलींग की स्थापना करना मुमकीन हे ओर येही मेरे जीवन का उदेस्य हे

नेनु : पर बाबा ये केसे संभव हे हम भाइ बहेन आपस में.. ओर समाज क्या कहेंगे हमें

बाबा : बेटा इसीलीये तुम्हे आज मेने बुलाया हे ताकी मेरे गुरुजी की बात तुम्हे केह सकु क्यु की इसे समजने के लीये तुम पुरी तराह परीपक्वव हो सायद राज इस बात को समज न सके ओर हां ये बात तुम्हे राज को बतानी हें ओर जो मेने तुम्हे जो जडी बुटी दी थी वो इसी लीये तो दी थी ताकी तुम चारो का जीवन खुसीसे भरा रहे

नेनु : तो बाबा उसकी तीसरी पत्नी कोन हे क्या हम उनको जानते हे?

बाबा : जी ओर तुम उसीके साथ तो आइ हो, ओर इसीलीये मेने अपनी इच्छा सक्तिसे आप दोनो को बुलाया हे ताकी में अपनी इस बेटी को भी कुछ बताना था जो बार बार हर जीवनमें अपने पती से अपनी मनकी चंचलता के कारण उससे दुर रहेती हे फीर कुछ दीनो मेंही उसका जीवन डामा डोल होने लगता हे ओर जीवन भर दुखो का सामना करना पडता हे इसे, लेकीन अब नहीं होगा क्यु की आज उसे सारा ग्यान मील जायेगा

फीर नेनु ओर अंजु दोनो आपसमें अ‍ेक दुसरे को आस्चर्य के भावसे देखने लगी फीर नेनु ने बाबा की ओर देखके कहा

नेनु : बाबा धर्म ओर सभ्य समाजके नीयमको हम थोडा बहुत जानते हे लेकीन ये प्रकृतीके नीयम क्या हें? कृपया उस पर थोडा प्रकाश डाले हम जानने के लीये उत्सुक हे

बाबा : बेटी इस पुरे ब्रह्मांड को अ‍ेक अ‍ेसी शक्ति चला रही हे जो नीराकार हे तुम उसे परमशिव केह सकती हो यातो परा शक्ति, फीर इस धरती में कइ देवी देवता, रुषी, मनुष्य आदीओका अवतरण हुआ तब ना कोइ धर्म था ना कोइ सभ्य समाज के नीयम ओर ना कोइ आपस में रीस्ता था केवल अ‍ेकही रीस्ता था पुरुस ओर स्त्री का, ओर यही रीस्ता आज भी कायम हे

सब पसु पक्षी जानवर प्रकृती के नीयम को मानते हे, उसके आपस में कोइ रीस्ता नहीं हे ना भाइ ना बहेन ना बुआ ना मामा, केवल मनुस्य को छोडके, क्युकी मनुस्य अ‍ेकही अ‍ेसा प्राणी हे जीनके पास बुध्धी हे तर्क वितर्क ओर विचार हे जो उसे मोक्ष प्राप्ती के लीये मीले थे, फीर कुछ सभ्य व्यक्ति ओर रुषी मुनीओने कुछ नीयमो का समुह बनाया जीसे धर्म नाम देकर मनुस्यको उसका पालन कराना आरंभ कर दीया उसे पाप ओर पुन्य का ज्ञान देने लगे इसका नतीजा ये हुआ की कोइ मनुस्य पाप करता था तो उसे आत्मग्लानी होने लगी

तब से मनुस्यकी आध्यात्मीक प्रगती प्रभावीत होने लगी, ओर मनुस्यको बार बार उसीमे जन्म लेना पडता हे, पसु पक्षी या जानवर में आपसमें संबध करने पर उसे कोइ ग्लानी नहीं होती थी क्यु की सब प्रकृती के नीयम से चलते थे फीरभी वो अ‍ेक योनी में सीर्फ अ‍ेक ही बार जन्म लेते थे, यानी की उसकी फीर भी प्रगती हो रही थी, ओर मनुस्य अटक जाता था

अंजु : तो बाबा इसे तो देवी देवता भी बाकात नहीं हे, ओर जब धरती पर मनुस्य आये तब तो धर्म नहीं था तो क्या तब वे भी प्रकृती के नीयम पालते थे?

बाबा : (हसके) बीलकुल बेटी, तुने ठीक समजा, तुजे में अ‍ेक उदाहरन देता हुं ताकी तेरे मन की संका दुर हो सके, हमारे इस धरती के ग्रह पर अ‍ेक येन नामके राजा थे जो बीलकुल नीर्बल थे उसको कोइ संतान नहीं थी क्यु की वो इसके लीये सक्षम नहीं थे जब वो अपनी मृत्यु के करीब थे तब कुछ रुषी मुनीओने उसका वंस आगे बढे इसलीय उसके सरीर का मर्दन कीया
ओर उसके हाथकी भुजाओसे अ‍ेक लडका ओर अ‍ेक लडकी को उत्पन कीया फीर राजा की मृत्यु होगइ समय के साथ लडका ओर लडकी बडे हुअ‍े लडका बहुतही परमक्रमी ओर साहसी हुआ ओर लडकी अती स्वरुपवान ओर सुंदर अप्सरा जेसी होगइ फीर अ‍ेक दीन लडके ने उसी सुंदर लडकी से सादी करली ओर अपनी रानी बनाया बादमें वो इस धरती का पहेला सम्राट बना, पुरी धरती उसका राज्य था ओर इस धरती को उसका नाम दीया गया जो हम आज उस ग्रह को हम पृथ्वी के नाम से जानते हे, अब तुम ही बताओ अ‍ेकही सरीर से उत्पन हुअ‍े लडके लडकी को तुम रीस्ते में क्या कहोगे

अंजु : बाबा अ‍ेक सरीर से जन्म लीया हेतो वोतो भाइ बहेन ही कहेलायेंगे ना

बाबा : हां तुम्हारे सभ्य समाज के नीयम के मुताबीक तुम सही हो लेकीन तब ये नीयम नहीं थे वं प्रकृती के नीयम से जी रहे थे तो उनके मन में कोइ ग्लानी नहीं थी ओर अ‍ेसे सेंकडो उदाहरन हे जो पती पत्नी हें ओर आपसी रीस्तो में भाइ बहेन भी हे,

नेनु : बाबा हमतो कन्फ्युस हो गये हे क्या करना हे हमे आपही मार्गदर्शन दे हमें

बाबा : बेटी कोइ कन्फ्युजन नहींहे बस तुम प्रकृतीके हीसाब से जीयो ताकी तुमको कोइ ग्लानी नहीं होगी इसमें कोइ पाप पुन्य वाली बात नहीं हे ओर में हमेंसा तुम्हारे साथ हुं

अंजु : बाबा अब में क्या करु मुजे भी मार्गदर्शन करीये

बाबा : बेटी अभी तुमने जो घर पे निर्णय लीया हे ना वो ठीक ही हें अब ओर तुम दोनो ध्यान से सुनो शिवालय के स्थापना से पहेले तुम तीनो की सादी पुरे सास्त्रोक वीधी के साथ मेरे आश्रम में होगी इसके बारे में में तुम्हे बाद में बता दुंगा, हां तब तक तुम आपस में गांधर्व विवाह करकें संसार सुरु कर सकती हो, ओर भविस्य मे कभी तुम्हे कोइ ग्लानी लगे तो मेरे पास आ जाना क्यु की हम आस पास हीं होंगे ओर में आप लोगोको मार्गदर्शन देता रहुंगा, ओर आजके लीये इतना काफी हे अब आप दोनो जाओ साम भी हो गइ हें

फीर नेनु ओर अंजना दोनो बाबा को प्रणाम करके अ‍ेक बार फीर मंदिर में गइ ओर दर्शन करके दोनो वापस अंजु के घर चली गइ ओर अंदर जाके दोनो सोफे पर बैठ कर सोच में डुब गइ आज बाबा की बातो ने दोनो को जंजोरके रखदिया था आखीर कार नेनु ने चुपी तोडी

नेनु : तो सौतनजी में अब चलुं?

अुजु : (हसके) तुभी ना कमीनी हे, क्या आप लोग मुजे स्वीकार करोंगे खासकर राज

नेनु : अरे मेंने तो तभी डीसाइड करलीया था जब बाबाने कहां, मेतो तुजे तबसे मेरी भाभी के रुपमें देखने लगी थी, ओर इसके लीये में बहुत अ‍ेक्साइड भी हुं की कब तु मेरे घर में आये भाभी बनकर, अब तुम तैयारी सुरु करदो ओर पड जाओ राज के पीछे ताकी मुजे तुजे घर लाने में ज्यादा महेनत न करनी पडे समज गइ नां

अंजु : कीतनी उतावली हो रही हे भाभी बनाने के लीये, तु मेरी सौतन भी तो बनेगी, ओर तुजे भी तो प्रयास करना पडेगा

नेनु : अरे हां यही तो समज में नही आता की सुरुआत कहां से करु क्युकी में साथ में बडी बहेन भी हुं तो सुरुआत में नहीं कर सकती, आगे तो राजको ही बढना पडेगा

अंजु : तो कोनसी बडी बात हे, तु अ‍ेक काम कर आजसे उसके साथ अ‍ेक बहेन जैसा व्यवहार करना बंध करदे ओर अ‍ेक गर्लफ्रेन्ड जेसा व्यवहार करना सुरु करदे मामला अपने आप फीट हो जायेगा, ओर वो आगे बढे तो कीसी के लीये मना मत करना ओर उसको ये अहेसास तो कभी नही होने देना की तु उसकी बहेन लगती हे समजी

नेनु : सायद तुम ठीक केह रही हो, थेन्क यु अंजु थेन्क यु वेरी मच

अंजु : अंजु नही भाभी बोल, ओर थेन्क यु तो कभी नहीं हमारे बीच समजी

नेनु फोरन खडी हो गइ ओर उसने अंजु को गले लगा लीया ओर उसकी आंखे नम करली ये देखके अंजु ने उसके साडी के पालवसे नेनु के आंसु पोछे फीर उसके गाल पे कीस करदी

अंजु : मेरी प्यारी ननंदजी अब आंसु बहाना छोड दो अबतो आपके भी मेजे के दीन आने वाले हे, अ‍ेक काम कर में राज को फोन कर देती हुं तुजे लेजाये ओर तेरे साथ थोडी देर अकेला भी रह लेगा तो अभीसे सुरुआत कर दे तुम

कहेके अुजु ने नेनु के बुब्स को प्रेस करदीया ओर ये हरकत से नेनु हसने लगी ओर उसने अंजु को अ‍ेक मुका मार दीया

नेनु : कमीनी कहींकी तु सुधरने वाली नहीं हे घर आजा फीर राजसे कहेके बदला लुगी वहां सोनु को भी सब बताना पडेगा ओर उसे मनाना भी पडेगा ओर हां राज को अभी कुछ नहीं बताना हे इसके बारें में समजी

फीर अंजु ने राज को फोन करके नेनु को लेजाने लीये कहा तो राज ने फोरन हां कहे दीया ओर वो बाइक लेके नीकल गया ओर थोडी ही देर में वो अंजु के घर पर पहोंच गया अंदर जातेही अंजु उससे बात करने लगी

अंजु : आओ आओ हिरो केसे हो तुम, जबसे गये तबसे ना कोइ फोन, ना मीलने आये भुलतो नहीं गये ना हमें

में : (हसके) नहीं दी अभी दो तीन दीन काम हें फीर लग जायेंगे हमारे कामपें फेक्टरी में कुछ मशीन मेइनटेनस करनी हेतो हमारे पुराने कारीगर को ढुंढ रहा हुं ओर सफाइ भी करवानी हे तो दो दीन में हो जायेगा ओर नेनु दी के साथ जयपुर कुछ काम भी हे दो दीन का वो सब नीपटाके लग जायेंगे हम दोनो फीर अ‍ेक हप्ते में खतम करदेंगे ओके

अंजु : ठीक हे में तो देख रही थी तुजे याद हेकी नहीं हे.. हें.. हें..

में : तो चले दी की यहीं डिनर करके जाना हें? हें..हें..हें..

नेनु : (सरमाके उठते हुअ‍े) हां हां चलो हम चलते हे बाय अंजु

फीर अंजु से विदाय लेके दोनो बाइक पर बैठ गये ओर राजने बाइक घर की ओर चलादी आज नेनु बीना कहे ही राजसे चीपक कर बैठी थी ओर इस व्यवहार से राज भी थोडा अचंभीत हुआ की बीना कहे नेनु में बदलाव केसे आगया फीर दोनो घर पर आगये

ओर घर के अंदर आते ही सोफे पर बैठ गइ तभी सोनु भी आके बैठ गइ ओर फीर राज भी आगया नेनु ने सोनु के फेइस की तरफ देखा तो वो काफी प्रफुलीत ओर खुश लग रही थी

नेनु : क्या बातहे मेरी गुडीया बहुत खुश लग रहीहे लगता हे आज राजने तंग नहीं कीया

सोनु : क्या दी आप भी, भाइ क्यु तंग करेंगे मुजे, वो तो आज आप नहीं थी तो उसने मुजे काम में भी हाथ बटाया, हमारा डीनर भी रेडी हे बस दादी को खीलाने जाही रही थी की आप आगइ, आप बैठके आराम करो में अभी दादी को खीलाके आइ फीर हम डीनर करेंगे

नेनु : वाह रे मेरी बच्ची तुने तो पुरे घरकी जीमेदारी लेली हे, अब में कहीं भी जा सकुंगी

में : हां घुमते रहो, थोडा तो बच्ची पर रहेम करो केसे काम करके थक गइ हे

नेनु : अरे आज उल्टी गंगा केसे बहेने लगी, बडा तरस खा रहा हे, उन पर तेरी तबीयत तो ठीक हैनां

में : तुम भी, जरासा मौका मीला नहींकी टांग खीचना सुरु, अब सोनु का ध्यान रखो तो भी तकलीफ, हे भगवान करुतो क्या करु में (उपर हाथ करके)

नेनु : (हसके) ठीक हे ठीक हे चल नौटंकी बंध कर ओर बता तुम्हे कारीगर की क्या जरुरत पड गइ में जानती हुं हमारे मीस्त्रीको (फोरमेन)

में : क्या सचमें जानती हो? मुजे उनसे हमारे मशीन चालु करवाने हे जो इतने समयसे बंध थे मेने जो मशीन बनानी हें उसमे हमारे सब मशीन की जरुरत पडेगी बताओ ना दी वो कहां मीलेंगे

नेनु : अरे पागल तुम भी सायद उनको जानते हो जब हमारी फेक्टरी चालु थी तो तुम छोटे थे ना इसलीये उनको पहेचानता नहीं वो हमारी ही सोसायटी में रहेते हे

में : क्या केह रही हो दी कोन हे वो बताओ मे डीनर के बाद मीलके आता हुं

नेनु : अरे वो हमारी सोनु की सहेली हेना सीमा उसके पीताजी, रामुकाका जबसे हमारी फेक्टरी बंध हुइ तबसे वो रीटायर जेसी जींदगी जी रहे हे अच्छा हुआकी उनका लडका समजदार हे की उन्होने सारे घर की जीमेदारी उठाली हे ओर खाते पीते हो गये हें

में : दी आपको नहीं लगता बरसो हमारे यहां काम कीया तो हमे इनके लीये कुछ करना चाहीये ताकी बाकी की जींदगी वो आराम से गुजार सके वेसे भी हमे पापाकी सेवा का मौका तो नहीं मीला पर इनकी मददसे पापा भी खुश हो जायेंगे

ये सुनतेही नेनु ने राजको गले लगा लीया ओर अंसु बहाने लगी ओर कहेने लगी

नेनु : तु ठीक केह रहा हे भाइ तेरी सोच बीलकुल पापा जेसी ही हे, हम तो खुश नसीब हे तेरे जैसा भाइ पाकर तुजे जो अच्छा लगे कर इसके लीये हमारी परमीशन की जरुरत नहीं हे तुजे, आइ अ‍ेम प्राउड फोर यु बेबी

तभी सोनु भी आगइ दादी को खीलाके भाइ बहेनको लीपटकर बेठा देखके कहेने लगी

सोनु : आप दोनो को सरम नहीं आती जाहेर में लीपट कर बेठनें मे चलो तुम्हारे रुम में जाके लीपटो क्या इजत रेह जायेगी मेरी

नेनु : (राजसे अलग होतेही सोनु को मारने लगी) अरे कमीनी हम तो अ‍ेसेही इमोस्नल में बेठे थे कहीं प्यार नहीं कर रहे थे समजी, चुडैल कहींकी (हसने लगी)

सोनु : तो मेने कब कहां की आप लव बर्ड हो मेने तो सीर्फ इतना कहां की अंदर जाकर लीपटो (कहेके ठहाका मारके हसने लगी)

में : अरे सोनु तेरी सहेली सीमा से फोन करके पुछ के उसके पापा घर पे हे की नहीं मुजे उनसे मीलने जाना हे डीनर के बाद

सोनु : (खुश होके) भाइ में भी चलुगी में सीमासे मील लुंगी ओर आप उसके पापा से मील लेना में अभी फोन करती हुं

कहेके सोनु उपर अपने रुममे चली गइ नेनु उसे देखती रही फीर राजकी ओर मोडके

नेनु : राज चल हम डीनर करते हे मुजे तो जोरोकी भुख लगी हे चलनां

में : हां दी चलो तैयारी करो तब तक सोनु भी आ जायेगी

कहेके हम दोनो डाइनींग पर आ गये नेनु कीचन की ओर जाही रही थी की तभी सोनु आगइ ओर नेनु को रोक लीया

सोनु : अरे दी आप रहेने दो में लगाती हुं खाना, ओर हां आजसे आपको खाना खीलाने की सारी जीमेंदारी मेरी हे आप को सीर्फ यहीं आके बैठजाना हे (कहेके कीचन मे चली गइ)

नेनु : (बेठते हुअ‍े) राज क्या होगया हे सोनु तोे धडा धड सब जीम्वेवारी लेने लगी हे

में : (हसके) लगता हे इसका स्क्रु ढीला हो गया हे चेक करालो दीदी उसे

नेनु : (मुजे मारते) चुप कर बदमास, मुजे तो कुछ समजमे नहीं आ रहा हे

अब नेनु को केसे समजाउ की अब वो तेरी बहु जो बन गइ हे या फीर भाभी तभी सोनु खाना लेके आगइ सबसे पहेले उसने हम दोनो को परोसा बाद में वो अपना खाना लेके बैठ गइ नेनु तो उसे देखती ही रेह गइ वेसे भी उसने सोनु को कुछ बाते कहेनी थी बाबा वाली बात फीर मुजसे सादी करनेके लीये उसे मनाना भी था उसे क्या मालुम थाकी हम दोनो सादी कर चुके हे सब अ‍ेक दुसरो की बात को अ‍ेक दुसरेसे छीपाना चाहते थे फीरभी नेनु ने कहा

नेनु : अरे सोनु क्या बात हे तुने तो इस घर की अ‍ेसे जीम्वेवारी लेली हे की तु इस घर की बेटी नहीं बहु हो

सोनु : (अंदर से खुस होके) क्या दी आप कुछ भी बोलती रहेती हे भाइ के सामने तो अ‍ेसा मत बोलो

नेनु : ठीक हे सामने नहीं बोलुंगी अकेले में बोलुंगी बस, वेसे तुमसे मुजे कुछ बताना भी हे तु आके सीधे मेरे रुम में आजाना

मुजे टेन्सन होने लगा कहीं नेनु को सादी का पता तो नहीं चल गया तो मेने जान ने की कोसीस की

में : क्या कोइ सीक्रेट बात हे जो आप मुजे नही बता रही हें

नेनु : हां सीक्रेट बातही हे हम लडकीयोकी जो तुजे जाननेकी जरुरत नहीं हे समजे

में : कोइ बात नहीं मेरी भी बारी आयेगी मे भी आपको नहीं बताउंगा

नेनु : अरे बुध्धु कोइ सीक्रेट बात नहीं हे तुजसे भी अ‍ेक बात करनी हे पर बाद में ओके

फीर हमने बाते करते डीनर खतम कीया सोनु कीचन में बर्तन रखने जा रही थी तो नेनु ने उसे रोक लीया

नेनु : सोनु तुम रहेने दो में करलुंगी तुम दोनो जाओ सीमा के घर ओर वापस जल्दी आ जाना में यहीं तुम दोनो का वेइट करुगी

कहेके नेनु सब ले जाने लगी तो में ओर सोनु बहार आगये में बाइक की ओर जाने लगा तो सोनु नें मुजे रोक लीया

सोनु : रहेने दो भाइ हम चलके जाते हे इधर ही तो हे दो गली छोडके पैदल चलते हेनां

में : ठीक हे रानीसाहिबा जो हुकुम,(पैदल चलने लगे)

सोनु : भाइ क्या काम हें वहां, वो भी इनके पापा से

में : चल आज तेरी फ्रेन्डका भी उधार कर ही देते हे

सोनु : मतलब आप कहेना क्या चाहते हे?

में : मतलब ये की सीमा की सुहागरात का इन्तजाम करने जा रहे हे आफ्टर ओल तेरी बेस्ट फ्रेन्ड जो हे ओर उसका भाइ भी तो तडपता होगा मेरी तरह

सोनु : क्या केह रहे हो आप? भाइ लगता हे पुरे मामले को जानते हे आप आपको केसे पता लगा? लगता हे हमारी सारी बाते सुनी हे आपने, में सही केह रही हुं नां?

में : (हसके) अब ठीक समजी तु केसी लगी मेरी सरप्राइज

सोनु : भाइ अ‍ेसा क्या हे आपके पास जो मेरी हर बात जानते हो आप, कहीं नेनु दी की बातभी तो आप नहीं सुनते आपही ने कहा था की नेनु ओर अंजना बात कर रही थी तो आपने सुन लीयाथा सच बताना भाइ में आपकी पत्नी हुं जुठ मत बोलना मुजसे

में : (हसके) चल ठीक हे तुजे तो अब सच बताना ही पडेगा में नहीं चाहता की मेरे ओर मेरी पत्नी के बीच कोइ पर्दा रहे, हां में नेनु की बात भी सुनता हुं मुजे जबभी मोका मीलता था में तुम दोनो की फोन की बाते सुन सकता हुं क्युकी मेने अ‍ेक गेजेट बनाया
हे इसके जरीयी ये सब संभव हुआ तभी तो मुजे तुम्हारे दील की बात पता चली की तुम मुजे कीतना चाहती हो

सोनु : मेंतो आपको कबसे चाहती थी फीर आपने इसके बारेमे मुजसे बात क्यो नहीं की

में : क्युकी में चाहता था की पहेले तु मुजे प्रपोज करे इसके लीये तुजे उकसाता रहा ओर आखीर कार तुने मुजसे गीफ्ट के तोर पर अपना दील मांग ही लीया

सोनु : भाइ ये आपने अच्छा नहीं कीया, आपने कीतना तडपाया मुजे, आपकी यादमें मेने रातमें कीतने आंसु बहाये हे पताहे आपको इसका बदला में जरुर लुंगी याद रखीयो

में : अरे मेरी जानु मुजे माफ करदे बस इसी लीये तो तेरी सहेली का काम करने जा रहां हुं क्युकी इनकी वजेसे मुजे मेरी बहेन का प्यार मीला हे अगर उस दिन स्कुल में तुम दोनो की बात न सुनता तो मे तुजे आज भी अ‍ेक बहेन भाइ वाला ही प्यार देता पत्नी वाला नहीं

सोनु : चलो ठीक हें माफ करदीया पर आइन्दा कुछ छुपायाना तो में आपसे बात नहीं करुगी

में : (कान पकडते) मेरी सामत आइ हे जो अब कुछ छुपाउ तुजसे टड्ढस्ट मी बेबी ओके तु वहां जाके सीमा से कहेना पहेले हमारी तराह सादी करे बामें सुहागरात मनाये ताकी हम पाप में ना पडे तब तक में कुछ चकर चलाता हुं ठीक हे, अब तो खुश होजा बेबी

सोनु : (हसके) ठीक हे पतीदेवजी जो हुकुम

हम बाते करते सीमाके घर आगये अंदर गये तो सीमाके माता पीता ओर वो भाइ बहेन सब सोफे पर बेठके टी.वी. देख रहे थे हमे आते देख सीमा खुस हो गइ उसने सोनु का हाथ पकड लीया फीर उसके मम्मी पापा से मेरा सोनु के भाइ हे कहेके परीचय
करवाया उसका भाइ तो मुजे जानताही था तो उसने खडे होकर मुजसे हाथ मीलाया फीर सीमा के पापा

रामुकाका : आओ बेटा केसे हो बैठो बैठो इधर

में सीमा के पापा के पैर छुके सोफे पर बैठ गया ओर सीमा सोनु को लेकर अपने रुम में चली गइ फीर मेने कहा
में : अंकल सायद आपने मुजे ठीक से पहेचाना नहीं

रामुकाका : (मुजे थीडी देर घुरने लगे) हां बेटा ठीकसे पहेचान नही पाया

में : अंकल में अमीतजी का पुत्र हुं, वो अमीतजी जीसकी फेक्टरी आप संभालते थे

रामुकाका : क्या कहे रहे हो बेटा तुम वोही राज हो जो अ‍ेकदम छोटा था जो कभी कभी अपने पाप के साथ आया करता था?

कहेके खडे होगये ओर मुजे गले लगा लीया उसकी आंखो मे पानी आगया फीर मेने उसे वापस सोफे पर बीठाया फीर मेरी ओर देखके बोले

रामुकाका : बेटा हमे बहुत दुख हुआ इस हादसे से, खेर छोडो वो बात याद करके तुम्हे दुखी करना नहीं चाहता, वेसे मेरी दोनो बेटी केसी हे नेनु ओर छोटी क्या नाम था उसका हां सोनीया कही ये अभी आइ वो सोनीया तो नहीं?

में : जी अंकल वही सोनीया थी आज आपको याद कीया तो नेनु ने बताया की आप ही सीमा के पापा हे तो मीलने चला आया ओर आपसे अ‍ेक जरुरी काम भी था

रामुकाका : अरे हां हां बोलो क्या कामथा बेटा मेरे अहोभाग्य जोमे तुम्हारे काम आसकु

में : अंकल आप अ‍ेसे ना बोले भाग्य तो हमारा अच्छा हे की हमे आपकी सेवा का मोका मीला, आज जोभी हे आप पापा के साथ कंधे से कंधा मीलाकर काम करते थे आपहीकी बद्दोलत हम सब इस मुकाम पर हे

रामुकाका : नहीं बेटा ये तो तुम्हारा बड्पन हे जो मुज नाचीज को इतनी इजत देते हो आजके जमाने मे कोन अ‍ेसा होता हे जो अपने भुतपुर्व वर्कर को इतनी इजत देता हो तुम बीलकुल अपने पापा जेसा ही हो बोलो क्या सेवा करु तुम्हारी

में : अंकल सेवा नहीं बिनती करने आया हुं आपसे की पापाके जाने के बाद बंध पडी फेक्टरीमें जो मशीने लगी हुइ हे वो फीरसे वापस चालु करनी हे इसमे मुजे आपकी मदद चाहीये ओर इसे चलाने वाला अ‍ेक इन्जीनीयर भी चाहीयें, में चाहता हुंकी आप हमारी फेक्टरी फीर से संभालले अगर भगवान नें चाहातो हम बाकी की फेक्टरीया भी सुरु करेंगे ओर सबका वहिवट आप स्वतंत्र रुप से करेंगे प्लीज अंकल आप मुजे हेल्प करीये

रामुकाका : ठीक हे बेटा वेसे भी में अब फ्रि हुं ओर मेरा टाइम भी नहीं जारहा हें बोलो कब सुरु करना हें

में : थेन्क यु अंकल आपने मेरा बोज हल्का कर दीया, अंकल मे चाहता हुं की पांच दीन बाद हमे काम सुरु करना हे इसे पहेले सब सफाइ भी करवानी हे ओर मशीन में जोभी मेइनटेनेस हे वो करवाके पहेले मशीन चालु करवानी हे

रामुकाका : बेटा में कलसे सब सुरु करवा देता हुं अब इसकी तुम कोइ टेन्सन मत लो वो सब में करवा दुंगा ओर ये मेरा बेटा अजय हे वोही इन्जीनीयर हें तो सब मशीन वोही प्रोग्रामींग कर देगा ओर हम हेल्परसे काम करवा लेंगे

में : अंकल आप इन सब डीसीजन के लीये स्वतंत्र हे बस आपने हां बोलदी वोही मेरे लीये बहुत हे वेसे अंकल मेरी अ‍ेक ओर इच्छा भी हे आप मना मत करीयेगा में चाहता हुं की आप ओर आंटी हरीद्वार घुम आगे चार पांच दीन का प्रोग्राम बनाइअ‍े फीर हम काम सुरु करेंगे ओर आप बाइ अ‍ेयर जाइअ‍े ओर बाइ अ‍ेयर आइअ‍े में इन्तजाम करता हुं

रामुकाका : नहीं बेटा इसकी कोइ जरुरत नहीं हे

में : अंकल क्या मेरे पापा होते तो में उसे यात्रा नहीं कराता आप मेरे पापाकी ही जगाहे ये समजीयेगा की आपका दुसरा बेटा आपको यात्रा करा रहा हें प्लीज मना मत करीअ‍ेगा

फीर अंकल की आंखे नम हो गइ ओर अ‍ेक बार फीर मुजे गले लगा लीया दुसरी ओर सोनु ओर सीमा उपर बाते कर रही थी

सीमा : हां सोनु बोल कहां तक पहोंची तुं आगे बढी की नहीं मुजे तो लगता हे मामला फीट हो गया हे इसीलीये अपने भाइ के साथ आइ हे

सोनु : क्या बताउ तुजे में (सीमा से अभी छुपाना चाहती थी) छोरा पटता ही नहीं मेरी छोड में तेरा सेटींग करने आइ हुं

सीमा : केसी संटींग

सोनु : तेरी सुहागरात की, ओर इस बारे में भाइ को दुसरी बात समजा के आइ हुं बस तु देखती जा ओर हां इसे पहेले अपने भाइ से गांधर्व विवाह कर लेना

सीमा : वो क्या होता हे

फीर सोनु ने उसे सब समजा दीया जो मेने कहां था ओर में क्या पलानींग कर रहा हुं वो जानने लीये दोनो नीचे सीडीके पास छीपकर सबकी बाते सुन रही थी जेसे ही उनको पता चला भाइ सीमाके मम्मी पापा को यात्रा के लीये भेज रहे हे सोनु खुस हो गइ ओर सीमासे गले लगा लीया दुसरी तरफ सीमा का भाइ जो उसका नाम अजय था

वो भी अंदर से कुदने लगा लेकीन बहार जाहीर नहीं होने दीया फीर में खडा हो गया ओर इस बार सीमा के मम्मी पापा दोनो के पैर छुके जाने की इजाजत मांग रहा था

में : तो अंकल मुजे अब इजाजत दीजीये बाकीका प्रोग्राम में अजयके साथ मीलकर फीक्स करता हु ओर अजय अ‍ेक मीनीट चलो मेरे साथ बहार तक तुमको कुछ समजाना भी हे

मेने सोनु को आवाज लगाइ तो दोनो सहेली साथ में बहार आगइ ओर हम चारो बहार नीकल गये बहार गेट के पास हम सब खडे रहे तब मेने सोनु की ओर देखके

में : तो मेडम हमने आपका काम कर दीया हे ओर अजय तु चल मेरे साथ

फीर में अजय को लेके थोडा दुर चला गया ओर उससे बाते करनें लगा ओर दोनो सहेली हमसे दुर खडे होकर हमारी बात सुननेकी कोसीस करने लगी

में : अजय तुम कलही अंकल आंटी के लीये अ‍ेयर टीकीट ओर होटेल बुकींग करलो ओर ये लो मेरा डेबीट कार्ड पेमेन्ट इनमेसे करदेना फीर वापीस मुजे दे देना ओर ये सब मेने तुम्हारे लीये ही कीया हे ताकी तुम दोनो सादी करके फीलहाल घरमें ही हनीमुन मनालो बाद में मे तुम दोनो को बहार भेजुंगा मेने पुरी प्लीनींग की हे

अजय : (आस्चर्यसे) राजभाइ आपको केसे पता हमारे बारे में कहीं मम्मी पापा को पता चल गया तो वोतो मरही जायेंगे

में : तुम इनकी टेन्शन मतलो मे तुम दोनो को दुसरे राज्य में रहेने भेज दुंगा वहा हमारा काम करते रहेना ओर अपनी लाइफ अ‍ेन्जोइ करना समजे बाकी का मुज पर छोडदे ओर बाकी रहे तो सीमा से जान लेना सोनु ने उसे सब समजा दीया हे

अजय : थेन्क यु भाइ हमारी मदद करने के लीये आपका ये अ‍ेहसान में केसे चुकाउगा

में : अरे दोस्ती मे कोइ अहेसान नही बस तुम मोज करो ओके अब हम चलते हे

फीर उन दोनोसे विदाइ लेके हम चलने लगे सोनु ने मेरी तरफ देखके स्माइल कीया

सोनु : थेन्क यु जानु सीमा की मदद करने के लीये आखीर दो प्रमी के मीलन का इन्तजाम कर ही दीया आपने सीमाने आपको थेन्क यु कहा हे

में : सोनु तुमने हमारे बारे मे उसे अभी कुछ बताया तो नही

सोनु : नहीं जब तक आप परमीसन नहीं देते तब तक कीसीसे कोइ बात नही करनी

में : थेन्क यु सोनु वेसे आज रात का क्या प्रोग्राम हे आपका

सोनु : (सरमाके) कोइ प्रोग्राम नहीं अगर प्रोग्राम करना हेतो हमे नेनु को यात्रा मे भेजना पडेगा, हें..हें..हें..(हसने लगी)

में : प्लीज जानु मान भी जाओ वेसे हम सीर्फ फोरप्लेय ही करेगें प्लीज

सोनु : अब आप हमारे पती जो हे इतना तो करही सकते हे आपके लीये तो नेनु के सो जाने के बाद आउंगी वेसे अभी नेनु को क्या काम होगा मुजसे चलो जल्दी फीर में आपको बताउगी उसको क्या काम था मुजसे ओके

में : तु वाकइ समजदार होगइ हें अरे हां सोनु आज तुने जो हमको खीलाया फीर खाना खीलाने की जीम्वेवारी ली उसे देखके मुजसे कहे रही थी की सोनु इस घर की बेटी नहीं मेरी बहु लगती हे तो ध्यान रखना उसे कुछ संकाअ‍े होने लगी हे तो बी केर फुल बेबी

हम बाते करते घर पहुंच गये नेनु हमारा इन्जार करते टी.वी. देख रही थी जेसेही हमको देखा उसने टी.वी. बंध करके हमारी तरफ देख रही थी उसके चहेरे पर हमे खुशी छलकती दीख रही थी हम जाके उसके पास बैठ गये फीर मेने नेनु को वो सारी बात बताइ फेक्टरीकी ओर उसको यात्रा पर भेजनेकी ये सुनते नेनु बहुत खुश हो गइ

कन्टीन्यु......
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - ११

हम बाते करते घर पहुंच गये नेनु हमारा इन्जार करते टी.वी. देख रही थी जेसेही हमको देखा उसने टी.वी. बंध करके हमारी तरफ देख रही थी उसके चहेरे पर हमे खुशी छलकती दीख रही थी हम जाके उसके पास बैठ गये फीर मेने नेनु को वो सारी बात बताइ फेक्टरीकी ओर उसको यात्रा पर भेजनेकी ये सुनते नेनु बहुत खुश हो गइ....अब आगे

नेनु : अच्छा कीया भाइ तुमने आज हमारे पापा भी बहुत खुश होगे, राज तुम अब आराम करो तुम्हे सुबह जल्दी पुजाके लीये जाना भी हे तो जाके सो जाओ बेबी, में सोनु से कुछ बात करलु फीर हम भी सो जायेंगे

मे : ठीक हे दी गुड नाइट

कहेके में उपर जा ही रहा था तब देखा नेनु सोनु का हाथ पकडकर अपने रुम में ले जा रही थी ओर सोनु को अंदर लेजाकर उसने दरवाजा बंध कर लीया ओर दोनो बेड पर जाके बैठ गइ, ये देखके मेरी फटने लगी तभी मुजे मेरा वो गेजेड याद आया, तो में दोडकर अपने रुम में गया ओर उसे बहार नीकाला फीर कानमें लगाके सुनने लगा तो नेनु सोनु को पुछ रही थी

नेनु : सोनु मुजे तुमसे कुछ जानना हे क्या तुम मुजे सच बात बतायेगी

सोनु : हां दी बोलो क्या जानना हे मुजसे

नेनु : पीछले कुछ दीनोसे में तेरा व्यवहार मे बदलाव देख रही हुं इनकी वजह जाननी हे

सोनु : दी आप हमारा कीतना खयाल रखती हे पुरे घरकी जीम्वेवारी ली हे तो मुजे समज मे आया तो आपकी कुछ हेल्प कर शकु इसलीये मेने कुछ जीम्वेवारी उठाने का फेसला लीया हे बस ओर कुछ नहीं

नेनु : ओर वो तुम ओर राज पीछले कइ दीनो से दादी से आशीर्वाद ले रहे हो वो?

सोनु : (थोडा घबराके) वो.. वोतो बस अ‍ेसे ही हम रोज लेते हे ये तो हमारा रुटीन हे हां कभी कभी आशीर्वाद लेने में हम साथ हो जाते हे बस

नेनु : तु घबरा मत में तुजे डांटने वाली नहीं हुं वेसे अ‍ेक सहेली की हेसीयत से पुछु तुजे

सोनु : अरे दी क्यु बार बार परमीशन लेर ही हो जो पुछना हो बीन्दास पुछो

नेनु : क्या....तुम राज को पसंद करती हो, तुम उससे प्यार करती हो

सोनु : क्या दी आप भी वो हमारा भाइ हे हम दोनो उसे प्यार करते हे

में सुन रहा था सोनु कीसी भी तराह नेनुके हाथ नहीं आ रही थी फीर नेनु आगे बढी वो खडी हो कर सोनु के सामने घुटने बल बैठ गइ ओर अपना पालव अपने हाथो में लेके

नेनु : सोनु आज में तुजसे कुछ मांग रही हुं क्या दोगी मुजसे?

सोनु : क्या कर रहीहो दी आप उठ जाइअ‍े मेरी कोइ चीज मांगने केलीये मुजसे परमीशन मांगनेकी जरुरत नहीं हे आप मेरी बहेनही नहीं मेरी सहेलीभी हो बोलो क्या चाहीअ‍े

नेनु : सोनु आजमें तुजसे मेरे राज के लीये तेरा हाथ मांग रही हुं प्लीज मना मत करना

सोनु ने नेनु को फोरन खडा कर दीया ओर अपने पास बीठा दीया ओर नेनु की ओर देखके

सोनु : क्या केह रही हो दी आप, आप को कुछ होस भी हे की नही भाइ हे वो मेरा

नेनु : जानती हुं सोनु मेने सोच समज कर ही फैसला लीया हे मान जा प्लीज..

सोनु : दी ये मुमकीन नहीं हे, में मानती हुं की में उसे प्यार करती हुं पर ये केसे संभव हे दी प्लीज आप अ‍ेसा मत मांगीये जो में दे न सकु

नेनु : सोनु में जानती हुं सीर्फ तुम ही नहीं हम दोनो उसे बहुत प्यार करते हे ओर वो भी हम दोनोसे बहुत प्यार करते हे बस आपसी भाइ बहेन के रीस्तो की वजह से हम अ‍ेक दुसरो प्रती हमारी फीलींग्सको छुपाते हे में सीर्फ तुजे राज के लीये नहीं मांग रही हुं मुजे भी उससे सादी करनी पडेगी

सोनु : क्या कहे रही हो दी आप अ‍ेसा क्या होगया जो आपने इतना बडा फैसला लेलीया

नेनु : लगता हे तुजे सारी बात डीटेइल में करनी पडेगी

फीर नेनु ने वो सारी बात बताइ जो बाबा ने उससे कही थी, मेभी अपने रुम में बैठके सारी बात सुन रहा था मेें इस बात से अंदर से बेहद खुश हुआ पर मेने इन बातो से अनजान बननेका फैसला लेलीया में इस बात का पुरा मजा लेना चाहता था की मेरी बहेने मेरे साथ कैसा व्यवहार करेगी अब,
ओर मुजे अंजना के बारे में भी पता चल गया तो मेभी जानना चाहता था अंजना अब मुजे कीस तरह टड्ढीट करेगी इस लीये मेने सोच लीया की में अब इससे अंजान बनने का नाटक करुगा ओर नीचे नेनु सोनु को सारी बात बताइ तो सोनु अंदर से बहुत खुश हुइ पर उपर से वो इन बातो से हैरान हे अ‍ेसा नाटक कर रही थी

सोनु : दी हमने तो सादी ना करने का फैसला लीया था अब उसका क्या

नेनु : हमे हमारा फेसला बदलना पडेगा क्युकी हमने फैसला इस लीये लीया था ता की हम अ‍ेक दुसरो का खयाल रख सके ओर हम अलग ना होजाये तो फीर फैसला बदलने से हमे उससे कोइ फर्क नही पडेगा क्यु की हम आपमें सादी करके भी हम जुदा नहीं होंगे ओर अ‍ेक दुसरो का खयाल रख सकेंगे

सोनु : तो दी अंजना दी भी.....

नेनु : हां बाबा के कहेने के मुताबीक वो भी राज की तीसरी पत्नी थी ओर हमें इससे कोइ फर्क नहीं पडेगा तो अब तो मानेगी ना अपने दी की बात

सोनु : (सरमाके) जी दी जेसे आप कहें अब आगे हमे क्या करना हे वो भी बता दीजीये

नेनु : अब हम राज को अ‍ेक भाइ की नजरो से नहीं देख पायेंगे तुम जानती हो अब वो हमारा होने वाला पती जो हें तो अब हमारे आपसी व्यवहार में कोइ बदलाव दीखे तो हम मांइन्ड नहीं करेगे ओके, हम उसे हमारी ओर आकर्सीत करेगे ओर उसे सादी के लीये तैयार करेगे, ओर..ओर वो इस मामले में आगे बढे तो हम मना नहीं करेंगे में क्या कहेना चाहती हुं समज गइना तुं वेसे भी तुम इतना तो समजदार हो ही में जानती हुं हें.. हें.. हें..

सोनु : (अंजान बनने का नाटक करते) दी मुजे तो बहुत सरम आयेगी की भाइ को हमे अपना बोइफ्रेन्ड की तराह टड्ढीट करना पडेगा कुछ गडबड हुइ तो सम्हाल लेना आप

नेनु : तु चींता मत कर, वेसे देखा जाये तो मेरी भी हालत तेरे जेसी ही हे पर हम दोनो मीलके मेनेज कर लेंगे तो अब देर होगइ हे तुम जाओ ओर सो जाओ कलसे हमारे लीये हमारी जींदगी का नया सुरज उगने वाला हे बेस्ट ओफ लक गुडीया

सोनु : (सरमाके) आपको भी बेस्ट ओफ लक दी में जा रहीं हुं

कहेके सोनु नेनु के रुम से नीकल गइ ओर इधर मेने फटाफट अपना गेजेट छुपा दीया ओर बेड पर आंख बंध करके लेटने का नाटक करनें लगा तभी सोनु ने मेरे रुम का दरवाजा हल्का खोलके अंदर देखा ओर वापस रुम बंध करके अपने रुम में चली गइ ओर चेन्ज करके सो गइ मुजे सोनु के व्यवहार से थोडा अजीब लगा

तभी अचानक मेरा दरवाजा फीर खुला देखा तो इस बार नेनु अपना नाइट गाउन पहेनके आ गइ ओर मुजे देखने लगी मुजे गहरी नींद में सोया हुआ देखकर वो थोडी देर खडी रही फीर दरवाजा बंध करके सोनु के रुम की तरफ चली गइ वहां भी उसने सोनु को सोता हुआ पाया तो वो नीचे चली गइ ओर अपने रुम में जाके सो गइ

ओर सोनु का वेइट करते करते मेरी आंख भी लग गइ तभी मुजे अपने सरीर के उपर कुछ भारीपन महेसुस हुआ ओर आपने होंठो पर कुछ गीलापन महेसुस हुआ मेंने आंख खोलके देखा तो सोनु मुज पर लेटी हुइ थी ओर मेरे होंठो को चुस रही थी मेने उसे फोरन लेटे लटे ही अपनी बाहोंमे भर लीया ओर उसके चहेरे को पागलो की तरह चुमने लगा

फीर मे सोनु को बाहों मे लेके पलट गया अब सोनु मेरे नीचे थी ओर में सोनु के उपर ओर फीर वापस उसे चुमने लगा सोनु भी मुजे चुमने लगी फीर अचानक सोनु मेरे सर्ट के बटन खोलने लगी फीर मे भी उसका गाउन नीकालने लगा अब सोनु सीर्फ ब्रा ओर पेन्टी मे थी थोडी देर उसे अ‍ेसेही देखता रहा

सोनु : क्या देख रहे हो

में : तुजे देख रहा हुं तु इन टु पीस में भी अ‍ेकदम होट लग रही हे पता नहीं तेरा बर्थडे कब आयेगा ओर तु पुरी तराह मेरी हो जायेगी

इतना सुनके सोनु ने सरमाके अपने दोनो हाथोसे अपने चहेरेको ढक लीया तो मेने उसकी ब्रा नीकाल दी फीर मेने इनकी पेन्टी भी नीकाल दी सोनु अबभी अपने चहेरे को छुपा रही थी तो मे उस पर चड गया ओर उसका अ‍ेक बुब्स अपने मुंह में लेलीया सोनु के मुंहसे सीसकारी नीकल गइ फीर बारी बारी दोनो बुब्स को में चुसने लगा

तो सोनु ने मेरे सीर को पकड लीया ओर वो अपना मुंह इधर उधर करने लगी फीर उसने अपना अ‍ेक हाथ नीचे लेजाकर मेरे लंडको पकड लीया ओर उसे हल्का हल्का दबाने लगी तो मेंने फोरन अपने होंठ सोनु के होंठ पर रख दीये ओर हम दोनो चुसने लगे दोनो पुरी तरह कामुक हो गये थे

फीर अचानक में सोनु पर लेटे लेटे ही उल्टा हो गया ओर सोनु के दोनो पैर जांगोसे पकडकर थोडा फैला दीया ओर अपना मुंह सोनु की चुत पर लगा दीया इस पोजीसन में मेरा लंड सोनु के मुह पर आ गया तो सोनु समज गइ की क्या करना हे उसने भी मेरा लंड अपने मुंह में लेलीया तो में अपनी कमर उपर नीचे हीलाने लगा ओर सोनुके मुंह को चोदने लगा सोनु भी अ‍ेसा करने लगी वो भी अपनी कमर उपर की ओर उछालने लगी

दोनो सीक्ष नाइन पोजीसन को पुरी तरह अ‍ेन्जोइ करने लगे में अपनी जीभ सोनु की चुत के अंदर अंदर बहार करता रहा ओर जीभसे ही सोनु को पेलने लगा थोडी देर अ‍ेसेही दोनो करते रहे फीर अचानक सोनु ने पानी छोड दीया ओर जड गइ जेसेही सोनु का लावा मेरे मुंह में गया में सुरसुराहट के मारे कंटड्ढोल नही कर पाया ओर में सोनु के मुंह मे जड गया फीर दोनो थोडी देर सांत अ‍ेसे ही लेटे रहे

फीर में बेड से उठ गया ओर सोनु को लेटी हुइ ही अपनी बाहोंमे उठालीया ओर बाथरुम की ओर चल पडा सोनु ने भी अपने हाथ मेरे गले मे डाल लीये थे फीर वहां दोनोने अ‍ेक दुसरो को साफ कीया ओर नहलाया बाद में अपने आपको पोछ के बहार मेरे बेड में आके बैठ गये ओर में ने सोनु की ओर देखके स्माइल कीया ओर कहा

में : कहो रानीसाहिबा केसा रहा

सोनु : (अ‍ेकदम सरमा गइ) अकदम जकास क्या आपके पेटमें टंकी लगी हुइ हे कीतना पानी नीकालते हो आप पुरा ज्युस के ग्लास के बराबर था मेरा तो पेट भर गया

में : (हसके) अब तो आदत डालही दो क्यु की अब ये तुमको रोज मीलने वाला हे

सोनु : फीर तो में ज्युस पीते पीते ही प्रेगनेन्ट हो जाउंगी देखना भाइ अभी में प्रेगनेन्ट नही होना चाहती पुरे पांच साल तक मजा करना हे आपके साथ, आप पहेले नेनु को प्रेगनेन्ट करना वेसे भी वो हमसे बडी हे तो बच्चा पहेला उसका ही होना चाहीये

में : अरे हां सोनु क्या केह रही थी नेनु तुजे अंदर लेजाकर

वेसे मेने तो सब सुन ही लीया था, फीर सोनु ने उसे सारी बात बता दी की केसे नेनु ने तुम्हारे लीये मेरा हाथ मांगा ओर फीर वो सारी बात जो उसने नेनु ने बताइ इसे सुनके अ‍ेक बातकी मुजको तस्सली हो गइ की सोनु ने मुजसे कुछ मत छुपाया इसका मतलब सोनु पुरी तराह अपना पत्नी धर्म नीभा रही थी फीर मेने उसे कहा

में : सोनु तु अ‍ेसा समजले की तुने मुजे कुछ बतायाही नहीं ताकी में देख सकु की वो दोनो मेरे साथ अब केसा व्यवहार करेगी तुम देखती रहना ओर पुरा नाटक अ‍ेन्जोय करते रहेना

सोनु : ठीकहे भाइ बहुत मजा आयेगा मुजे ओर कभी कभी मुजे भी नाटक करना पडेगा

फीर दोनो अ‍ेक दुसरोकी बाहोंमे बैठे रहे ओर बीच बीच मे अ‍ेक दुसरो को चुमते रहे फीर काफी देर बैठने के बाद सोनु बोली

सोनु : भाइ अब आप सो जाओ सुबह आपको पुजा में भी जाना हे जल्दी उठके

में : हां ठीक हे अ‍ेक काम करना सोनु पुजा में तीन घंटे लगते हे अगर तुम बोर नहोतो चलो मेरे साथ आप अ‍ेक साइड बेठे रहना ओर में पुजा करता रहुंगा, क्या हेना की मेरी जानु मेरे सामने रहेगी तो मेरा टाइम तो यु चला जायेगा क्या कहेती हो?
सोनु : वाव भाइ ग्रेट आइडीया ठीक हे में चलुंगी पर दी को पुछना पडेगा वो हां कहेंगी तो में अवस्य चलुगी ओके अब चलती हु जानु गुड नाइट अ‍ेन्ड स्वीट डड्ढीम बाय..

कहेके सोनु अपने रुम में चली गइ ओर में भी सो गया जब सुबह पांच बज गये तो नेनु मुजे उठाने आगइ आज वो मुजपर जुकके मुजे उठा रही थी ओर बार बार दरवाजे की तरफ देख रही थी जेसे वो कोइ चोरी करने आइ हो ओर मुजे अ‍ेकदम धीमी आवाज में उठा रही थी में तो जाग गया था पर हलकी आंख खोलके देख रहा था की वो क्या कर रही हे में भी अब बीन्दास था की कुछ भी करु अब मुजे कोइ कुछ कहेने वाला नहीं था ओर ना डांट पडने का डर मेने भी थोढी मस्ती करनी सुजी नेनु मेरे पर जुकते मुजे आवाज दे रही थी

नेनु : बेबी उठ जाओ पुजा के लीये जाना हे तुम्हे, राज ओ राज उठजा

फीर मेने अपना अ‍ेक हाथ उसकी गरदनमें डाल दीया ओर उसे मेरे उपर खीच लीया

में : सोने दोना नेनु क्यु तंग कर रही हो इतनी सुबह ओर तुम भी सो जाओ

नेनु मेरे उपर लेटी थी ओर मुजसे छुटने की कोसीस करने लगी

नेनु : अरे छोड मुजे राज उठजा नहीं तो मारुगी तुजे ओर छोड दे मुजे कमीने, कोइ आ जायेगा तो क्या कहेगा

में : यही की में अपनी नेनु दीदी को प्यार कर रहा हुं आने दो जीसे आना हें

नेनु : (सरमाके) सरम नही आती तुजे, तेरी बीवी आये तो उसे पकडना अब छोड मुजे

में : (आंख बंध करके) जब तक वो नहीं आती तब तक अ‍ेसेही रहो

नेनु : मेरे अच्छे बेबी छोड दे मुजे ओर तु भी उठजा ५.३० बज गये हे

मे ने ५.३० सुना तो फोरन नेनु को छोडके घडीकी ओर देखने लगा कहीं देर तो नही होगइ जब मेने देखा तो अभी ५.०५ ही बजे थे मेने नेनु की ओर देखा तो वो मुजसे छुटतेही भागकर दरवाजे के पास खडी खठी हस रही थी ओर मुजे अपने हाथ का अंगुठा दीखा रही थी में अ‍ेसे फटाक से बेड से उतरा की उसे लगा में उसे पकडने आ रहा हुं तो वो वहांसे हसती हुइ नीचे भाग गइ ओर में बाथरुम में घुंस गया

तैयार होके नीचे आया तो सोनु तैयार होके पहेलेसे ही वहां बैठी थी में जाके सीधे दादी के रुम में घुस गया ओर उसके पैर छुके वापस डाइनींग पर अपनी चैर पे बैठ गया फीर मेने सोनु की तरफ देखा तो मंद मंद मुस्करा रही थी मेने उसे इसारे से पुछा आ रही हे की नहीं तभी नेनु दुध का ग्लास लेके आगइ

नेनु : राज ले दुध पीले ओर सोनु को भी साथ लेके जा मंदिर उसकी कुछ मनत भी हे

में : जी दीदी लेकीन मुजे वहां टाइम लगेगा तो वो बोर तो नहीं हो जायेगी

नेनु : अरे इस बंदरीयाको तु घुमाता रहा तो सारा दीन घुमती रहेगी कोइ बोर नहीं होगी

सोनु : क्या दी आप भी सुबह सुबह सुरु हो गइ घुमने थोडी जा रही हुं मंदिर जा रही हुं

नेनु : ठीक हे ठीक हे तुजे नास्ता अभी करना हे की हमारे साथ जब भाइ आये

सोनु : नहीं बादमे, हम सब साथमे ही नास्ता करेंगे

तब तक मेने दुध खतम कीया ओर में नेनु को हग करके बहारकी ओर जाने लगा तो सोनु भी उठके मेरे पीछे पीछे चलने लगी में सीधा कारमें जाके बेठ गया तब सोनुभी मेरे साथ वाली आगे की जगह पर बैठ गइ फीर मेने कार मंदिर की ओर चलाने लगा

में : तुने अच्छा बहाना बनाया मनत का ओर नास्ता क्यु नहीं कीया वहां देर लगेगी

सोनु : (हसके) जब मेरे पती फास्ट रखतेतो में केसे खा सकतीहुं सो मेने भी रख लीया

में : सोनु तुम्हारा साथ मुजे बहुत अच्छा लगता हे कास जयपुर तुम भी चलती हमारे साथ

सोनु : मुजे भी अच्छा नही लगता जब मुजसे दुर होते हो तब, पर क्या करु जानु दादी का भी तो खयाल रखनाहे, ओर हां आपसे अ‍ेक बात कहेनी थी आप जयपुर से काम होते ही नीकल जाना मुजे अब दादी की चींता होने लगी हे

में : क्या हुआ बेबी कुछ प्रोबलेम तो नहीं हुइ तो बोलो हम जाना केन्शल कर देते हे

सोनु : अरे नहीं नहीं आप आरामसे जाओ मेने दी से बात करली हे में यहा अकेली नहीं हु जब तक तुम नही आते तब तक अंजु दीदी मेरे साथ रहेगी दीने उससे बात करली हे

फीर हम मंदिर पहुच गये जब हम कार से उतरकर मंदिर की ओर जा रहे थे तब सोनु ने अपना दुपटा अपने सीर पर रख लीया ओर वो बीलकुल मेरी बीवी लग रही थी हम साथ साथ चल रहे थे ओर अंदर जाके हम साथमें ही खडे रहेके पहेले भगवान का दर्शन कीया तब तक पुजारीजी भी आगये हमने अ‍ेक साथ उनके पैर छुअ‍े उसने हमे आशीर्वाद दीया ओर मेरी तरफ देखके बोले

पुजारीजी : चलो राज बेटा सब तैयारही हे आजाओ अंदर (सोनुुको देखके) बेटा तबतक तुम यहां बेठो दरवाजाके पास ताकी तुम पुजा देख सको ओर बोर भी नहीं होगी (हसने लगे)

फीर पुजारीजी ने मुजे २.५ घंटे लगातार पुजा करवाइ फीर पुजा खतम करके बहार आ गये फीर हम दोनोने पुजारीजी के पैर छुअ‍े ओर उनसे वीदा लेके बाबा के पास गये वहां हमने उनके पैर छुअ‍े तो बाबा ने सोनुको अखंड सौभाग्यवती के आशीर्वाद दीये ओर उनसे वीदा लेके घरकी ओर चल पडे कार में बैठते ही सोनु बोली

सोनु : भाइ देखा आपने बाबाने मुजे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद दीया उन्हे केसे पता की हमने सादी करली हे, ये बात तो सीर्फ हम दोनोही जानते हे

में : सोनु बाबा सब जानते हे हमारे बारे में उसे तुम त्रिकाल ज्ञानी केह सकती हो तुमको नेनु ने नही बताया

सोनु : अरेहां मेतो भुलही गइ भी अब आपके तो मजे ही हे तीन रानीया जो मीलेगी

में : (हसके) क्यु तुजे जलन हो रही हे

सोनु : में क्यु जलुगी जले मेरी जुती वेसे अ‍ेक बात पुछु आपसे जो बुरा ना माने तो

में : हां पुछनां, वेसे अब तु मेरी पत्नी हो कुछ भी पुछ सकती हो बोल क्या पुछना हे

सोनु : भाइ सच बताना हम तीनो मेसे सबसे ज्यादा कोन पसंद हे आपको

में : तुने बहुत मुस्कील सवाल कीया हे फीर भी में प्रयास करुगा की मुजे पसंद के मामलेमे तुम दोनो को में बहुत चाहता हुं पर पत्नी के मामलेमे में तुजे पसंद करता हुं क्यु की मेरी भी कुछ फेन्टासी हे

सोनु : वाव बताओ मुजे, आपकी क्या फेन्टासी हे हम उसे पुरा करने का प्रयास करेंगे

में : सोनु मेने जब प्यार ओर सेक्स के बारेमें पहेला ज्ञान हुआ तबसे में तुजे अ‍ेक बहेन की नजर से नहीं हमेंसा तुजे मेरी पत्नी की नजरसे ही देखता था ओर अ‍ेक तुही होगी जो पुर्ण रुप से तुजे पत्नी मानकर ही फीजीकल होउगा बाकी नेनु ओर अंजु को मे मेरी पत्नी होनेके बावजुद बहेन मानके ही फीजीकल होउगा क्यु की मेरी फेन्टासी बहेन को चोदने की हे

सोनु : (हसके) चलो में बच गइ ओर हां भाइ आपकी फेन्टासी जरुर पुरी करुगी ये वादा हे आपकी पत्नीका

हम अ‍ेसी बाते करते घर पर आगये ओर में चेन्ज करने उपर चला गया नेनु सोफे पर हमारा इन्तजार कर रही थी सोनु भी उसके पास जाके बैठ गइ फीर नेनुने कहा

नेनु : क्या केह रहा हे हमारा हिरो मामला कुछ बढा की नहीं

सोनु : क्या दी आपभी, वो तो मंदिर के अंदर थे ओर में बहार बैठी थी तो बात ही नही होपाइ (जुठ बोला)

नेनु : हां सोनु मेने अंजु से बात करली हे वो कल सामको ही आजायेयी ताकी दादी को कुछ होजाये तो तु अकेली घबरा ना जाये ओके

तभी में उपर से आगया ओर सीधा डाइनींग पर बेठ गया ओर दोनो की तरफ देखके

में : अरे ओ बंदरीयाओ नास्ता नहीं करना क्या आपको आजाओ

मेरी आवाज सुनकर दोनो खडी हो गइ ओर अपनी जगाह पे आके बैठ गइ टेबल पर चाइ नास्ता रेडी था फीर सोनु ने हमको चाइ नास्ता सर्व कीया ओर खुदने भी लीया हम नास्ता करने लगे फीर नेनु मेरी ओर मुडके

नेनु : क्युरे बंदर उछल कुद कर रहा हें हम तेरीही राह देख रहेथे बोल अब क्या प्रोग्राम हे तेरा

में : प्रोग्राम कोइ खास नहीं हे बस हमारे रामुकाका को लेकर फेक्टरी जाना हे ओर दी मुजे फेक्टरी की दुसरी चाबी भी चाहीअ‍े ताकी रामुकाका को देनी हे

नेनु : ठीक हे, हे मेरे पास तुजे अभी दे देती हुं

फीर हमने नास्ता खतम कीया तो नेनुने मुजे दुसरी चाबी दी फीर मेने कुछ पैसे भी लीये वो लेके रामुकाकाके घर जानेके लीये नीकल गया ओर दोनो बहेने घर के काम में लग गइ जब में रामुकाका के घर गया तो रामुकाका अकेले सोफे पर बैठे थे मेने जाके काका के पैर छुअ‍े ओर उसके पास बैठ गया ओर मेने उसे चाबी देदी ओर कहा

में : ये लो काका चाबी आजसे ये आपके पास ही रहेगी ओर अ‍ेक चाबी मेरे पास भी हे

रामुकाका : ठीक बेटा में आज ही काम सुरु करवा देता हुं अभी जाके चार पांच मजदुर ले जाउंगा में वहा सब सफाइ करवा दुंगा इसके बाद हम मशीन का भी देख लेंगे तुम चींता मत करना

में : काका आप बोलो तो में आपकी मदद करने साथ में आ जाउ? ओर साथमें थोडा इलेकटड्ढीक का भी देखना पडेगा सब वाइरींग चेक करवाना पडेगा

फीर रामुकाका ने अंदर चाइ के लीये आवाज लगाइ फीर मेरी तरफ देखके

रामुकाका : अरे वो सब में देख लुगा हमारा पुराना इलेक्टड्ढीसयन हेंना में उसे बोल दुंगा वो सब देख लेंगे ओर तुम्हे आने की जरुरत नहीं हे बेटा ये मेरीही फेक्टरी हे तुम चींता मत करो

में : थेन्क यु काका आपने तो मेरा सब बोज हलका कर दीया, वेसे सब लोग कहां हे

रामुकाका : तुम्हारी आंटी मंदिर गइ हे ओर अजय तो सुबह सेही तुमने कुछ काम सोपा हे इसके लीये गया हे ओर सीमा चाइ बना रही ही, तुम थोडी देर बेठो तब तक में थोडा फ्रेस होके चेन्ज करलु

कहेके काका अंदर चले गये तभी सीमा मेरे लीये चाइ लेके आगइ ओर मुजे चाइ देके मेरे बाजु में बैठ गइ ओर मुजसे कहेने लगी
सीमा : भाइ थेन्क यु वेरी मच आपने हमारे लीये जो कीया इसका अहेसान में केसे चुकाउ

में : अरे टेन्सन मत ले सीमा में हुंना ओर ये थेन्कयु बेन्कयु अहेसान क्या लगा रखा हे आइन्दा मेरे सामने अ‍ेसे वर्ड नीकाला तो तुजे पीटुंगा समजी

सीमा : (हसके) जी भाइ सोरी, पर भाइ आगे हमारा क्या होगा हम मम्मी पापा को केसे समजाये, आप ही कोइ रास्ता दीखाना क्युकी अब हम दोनो जुदा नहीं रेह सकते

में : वो सब तु मुज पर छोड दे खुद तेरे मम्मी पापा तुम दोनो की सादी करेंगे

सीमा : क्या सचमें अ‍ेसा हो सकता हे भाइ तब तो में आपका जींदगी भर अहेसान मंद रहुगी.......ओह सोरी भाइ फीर गलती हो गइ

में : लगता हे तुजे ओर सोनु को दोनो को पीटना पडेगा हमे पागल जो कर दीया हे

ये सुनते ही सीमा सरमा गइ ओर मेरी तरफ तीरछी नजरोसे देखके हस रही थी तभी अंकल आ गये फीर सीमाने उनको भी चाइ दी फीर हम चाइ खतम करके उठ गये ओर मेने काका को पैसे दीये

में : ये लीजीये काका ये ५०.००० हें आप इनमेसे खर्च करना ओर कम पडे तो मुजसे मांग लेना आप काम सुरु करीये अब में चलता हुं

रामुकाका : ठीक हे बेटा कल साम तक सब हो जायेगा, ओर मेरे साथ अजय भी तो हे

फीर में काका से वीदा लेके बाइक के पास आ गया तभी मुजे अंजना दी याद आ गइ तो सोचा चलो अ‍ेक बार जाके आता हुं क्या कर रही हे मेरी तीसरी वाइफ ओर मुजसे केसा बर्ताव करेगी क्युकी वो सब जानती थी ओर वो समजती थी की में इन बातो से अंजान हुं तो में बाइक लेके सीधा उनके घर की तरफ चल पडा उसके घर जाके देखा तो वहां ताला लगा हुआ था सोचा कोलेज में तो छुटी हे कहां गइ होगी मेने उसे फोन लगया तो

में: हेलो अंजना दी में राज बोल रहा हुं कहां हे आप मेतो आपके घरपे आया था

अंजना : हां राज में यहा वकील से मीलने आइ हुं अ‍ेक काम करो यहां आ जाओ

फीर अंजना दी ने मुजे वकील का अ‍ेडड्ढेस दीया ओर बाइक लेके सीधा वहां पहोंच गया तो वो वकील की चेम्बरसे बहार नीकलती हुइ मेरे पास आगइ

अंजु : हां राज बोलो क्या काम था

में : सोरी मुजे नहीं मालुम था की आपको काम के अलावा नहीं मीलना हे सोरी अगेन आपको डीस्टर्ब कीया

अंजु : (मेरी कमर में चीटकी काटते) सोरी के बच्चे ज्यादा नौटंकी मत कर मेने अ‍ेसा तो नहीं कहा, वो तो तुजे आज अचानक हमारी याद आगइ इसलीये पुछा, वेसे तो तुम कभी भी मेरे घर आ सकते हो पर जनाब को फुरसत कहां मालती हे

में : (हसके) सोरी दी वो में थोडा काम में फस गया था तो नहीं मील पाया

अंजु : अब यहीं खडे खडे बात करेगा की मुजे कहीं लेजायेगा कंजुस कहीका

में : ओह चलीये क्या पसंद करेगी कोफी या आइसक्रिम

अंजु : तेरा जहां मन करे लेजा आज लडकी सामने से डेट पर आइ हे घुमाले

में : (हसके) चलीये बैठीये बाइक पर हम आइसक्रिम खाने चलेगें

फीर मेने वो आइसक्रिम पार्लर ले गया ओर में बहार टेबल पर बैठने लगा तो अंजु ने मेरा हाथ पकडा ओर बोली

अंजु : यहां नहीं चलो केबीन में बुध्धु इतना भी नहीं मालुम की डेट पे जाते हे तो केबीन में बेठते हे

फीर हम वोही केबीन में बैठ गये जहां में सोनु को लेके आया था ओर बैठते ही मेने कहां

में : (थोडा मजा लेने) मुजे क्या मालुम डेट में क्या क्या करते हें में थोडी गया हुं कभी

अंजु : ज्यादा भोला मत बन तेरे जेसा हेन्डसम लडका ओर डेटपे नहीं गया, इम्पोसीबल

मे : कसम से सच केह रहा हुं पुछना आप नेनु दी को में कभी इस लफडे में नहीं पडा मेरी तो दुनीया ही मेरा घर ओर मेरी बहेने हे कसमसे

अंजु : (मुजे अ‍ेक नजरसे देखते) क्या वाकइ तु सच केह रहा हे, मे तो हेरान हुं आज की दुनीया में भी अ‍ेसे लडके हे आइ कांट बीलीव

में : ये सब छोडीये ओर बताइअ‍े आप की फेवरीट कोनसी हे में ओर्डर कर देता हुं

अंजु : आज तु जो खीलादे वो ही मेरी फेवरीट हे चल मंगाले जो तुजे पसंद हो

फीर मेने वेइटर को बुलाके दो आइसक्रिम मंगाली थोडी देर बाद वेइटर दे गया ओर हम खाने लगे ओर खाते खाते मेने बात छेडी

में : अंजु दी उस दीन आपने बात अधुरी छोडी थी, अपनी फेमीली के बारे में प्लीज बताइअ‍े अगर आप बताना चाहे तो

फीर अंजु ने वो सारी बात बताइ जो उसने नेनु को बताइ थी ओर मेने अपने गेजेटसे सुनी थी वोभी बताया जीसमे उसके पती ओर सास के बीच ओर उनकी विधवा भाभी के बीच फीजीकल सबंध थे अंजु ने मुजसे कुछ मत छुपाया

अंजु : तो सुन लीया अब बताओ मुजे क्या करना चाहींये

में : (कुछ सोचके) मुजे आपको राय देने का हक तो नहीं पर आप पुछ ही रही हे तो मेरी सलाह हे की आपको आपके पती को छोड देना चाहीये

अंजु : (राज को परखने लगी) अगर में मेरे पती को छोड दुंगी तो कहां जाउगी ओर कहां रहुगी क्यु की मेरे घर वालोने भी मुजसे रीस्ता तोड दीया हे

राज भी जानता था की ये मुजे परखना चाहती हे

में : दी आप जोब करती हो, ओर आपकी उमरतो बीलकुल नहीं हे अभी आप नेनुदी के बराबर दीखती हो तो कोइ अच्छा लडका देखना आसपास आराम से फीर उससे सादी करलेना रही बात रहेने की तो मे आपको दी वेसेही नहीं कहेता ओर नेनु ओर आपमे कोइ फर्क नही करता तो हमारा घर आपहीका घर हे वहां आजाना ओर सादी तक रहेना

अंजु : वाकइ जेसा नेनु कहेती हे वैसे ही हो तुम अ‍ेक विसाल हृदयके हो जीस लडकी को तुम मीलोगे वोतो धन्य हो जायेगी, वेसे राज तुजको में अब बतादुं की में यहां अपने डीवोर्स पेपर फाइल करने ही आइथी में अपने पती से तलाक ले रही हुं तो बोलो कब तुम्हारे घर पर आजाउं? हें..हें..हें..

में : अभी.. अभी मेरे साथ ही चलो आपको कोइ तकलीफ नहीं होगी ये मेरा वादा हे

अंजु : (अपनी आंखे नम करके मुजे देखने लगी थोडी देर बाद) राज तु वाकइ अ‍ेक अच्छा इन्सान हे कास तुम मुजे..

फीर अंजु की आंखोसे आंसुओकी धारा बहेने लगी में फोरन खडा होके उसके पास चला गया ओर उसका सर अपने दोनो हाथो में लेके मेरे सीनेसे लगा लीया ओर वो भी मेरे सीने में सर छुपाके रोने लगी राज ने उसे थीडी देर रोने दीया बाद में अपनी जेब से रुमाल नीकाल के अंजु के आंसु पोछने लगा फीर उसको पानी पीलाया ओर वापस अपनी जगा पे बेठ गया ओर अंजु की ओर देखके कहेने लगा

में : अंजु दी आज आपको मुजसे अ‍ेक वादा करना पडेगा

अंजु : कोनसा वादा राज

में : आज आपको मेरी कसम खाके ये वादा करना पडेगा की आजके बाद आप इस बातको लेकर कभी रोयेगी नहीं जोभी होगा आप सामना करीये में आपके साथ हुं

अंजु : (अपनी नजर नीची करके) ठीक हें तुम्हारी कसम में कभी नहीं रोउगी

में : हं धेट्स गुड गर्ल अब हस भी दो आजके बाद आप सीर्फ हसेगी

अंजु : आज मुजे भी तुमसे वादा चाहीये

में : अब में कोनसा वादा दुं में थोडी रोया हुं हें..हें..हें..ठीक हे मांगलो आप भी क्या याद रखेगी

अंजु : आजके बाद तु मुजे अपना टीचर या मेडम नहीं समजेगा मुजे अ‍ेक दोस्त चाहीअ‍े जो में उसे सुख ओर दुख बाट सकु ओर मेरी नजरोमे तुमसे बहेतर कोइ नहीं हे तो क्या तुम मेरी दोस्ती कबुल करोगे
में : जी बीलकुल आजसे हम पक्के वाले दोस्त अब खुश अब तो हसदो

फीर मेने ओर अंजु ने हसके हाथ मीलाया ओर वो बहुत खुस लग रही थी फीर में पार्लर से बील पे करके सीधा अंजु को छोडने उसके घर पहुंच गया में बहारसे उसे डड्ढोप करदीया उसने मुजे अंदर आने को कहा पर में बादमे आने का वादा करके अपने घर पर आगया तो दोपहर के १ बज गया था दोनो बहेने लंच के लीये सोफे पर बेठके मेरा वेइट कर रही थी ओर जेसे ही घर में आया तो

नेनु : आ गये जनाब बहार कीसीनें लंच नही करवाया

में : क्या दी में कामसे गया था अब आप आदत डाललो क्युकी अबतो मुजे हर दीन जाना पडेगा तो कभी कभी देर भी हो जायेगी

नेनु : (भडक गइ) भाड में जाये तेरा काम तुजे आज कहे देती हुं खाना खायेंगे तो साथ में वरना हम भी नहीं खायेंगे, क्या कहेती हो सोनुं

सोनु : हां दी सही कहा आपने हम आपके बीना खाने को हाथ तक नहीं लगायेंगे

में : (हाथ जोडके) ठीक हे मेरी मां गलती होगइ अब टाइम पे आजाउंगा अब खुश

दोनो हसने लगी तो में उपर फ्रेस होने चला गया जब फ्रेस होके नीचे आया तो दोनो खानेकी तैयारी कर रही थी में जाके सीधा अपनी जगह बैठ गया बाद में नेनु भी बैठ गइ ओर सोनु हम दोनो को खाना परोसने लगी बाद में वोभी बैठ गइ ओर हम खाने लगे

में : आप दोनो को खा लेना चाहीये मेरी वजह से आप क्युं भुखी रहती हो

नेनु : हम तेरे बगैर नहीं खायेंगे धेट्स ओल, समज गया, की तुजे ओर तरीकेसे समजाना पडेगा

में : तुम धमकी बहुत देती हो बोला नां आजाउगा,

फीर मेने नेनु का गुसा सांत करने के लीये खाते खाते थोडा मस्ती करना चालु कीया मेंने नीचेसे मेरा पेर नेनु के पैर पर रखकर दबा दीया तो नेनु ने अ‍ेकदम मेरी तरफ देखा तो मे खाने में व्यस्तथा अ‍ेसा अ‍ेक्टींग करने लगा फीर नेनु ने सोनु की तरफ देखा तो वो भी नीचे सर करके खा रही थी बाद में नेनु ने अपना पैर छुडाके मेरे पैर पर रख दीया ओर नीचे सर करके खाते खाते मुस्करा रही थी उसको मेरी हरकत अच्छी लगने लगी थी क्यु की अंजु ने उसे सलाह दीथी की राज जो करे करने देना ताकी वो आगे बढ सके इसी बात में नेनु चल रही थी

फीर मेने भी अपना दुसरा पैर नेनु के उस पैर पर रख दीया जो मेरे पैर पर रखा था ओर पैर से ही उसे सहेलाने लगा तो नेनु अ‍ेबदम सरमा गइ ओर अपने दोनो पैर दुर करलीये ये उसका आज पहेला अनुभव था जो कोइ लडका उसे इस तरह पहेली बार छेडता था वो अ‍ेकदम अ‍ेक्साइड हो गइ ओर उसकी सांसे तेज चलने लगी फीर सरमा के जडपसे खाने लगी उसे अ‍ेसे खाते देखके मेने बात आगे बढाइ

में : क्या हुआ अ‍ेसे जडप से क्यु खा रही हो खाना थोडी भाग जाने वाला हे

नेनु : (हडबडाइ) वो..वो.. में.. मे..

में : (जोरोसे हसने लगा) सोनु देख बकरी फीर से आ गइ केसे में में कर रही हे

ये सुनते में सोनु फीर से हसने लगे हमें हसते देखके नेनु मुजे मारने के लीये उठी तो मेभी उठके सोफे के पीछे भाग गया नेनु मुजे पकडनेकी कोसीस करने लगी हम दोनो सोफे के आस पास घुमने लगे नेनु हसके मुजे गालीया देती रही ओर सोनु हम दोनो को देखके हसे जा रही थी

नेनु : कमीने में तुजे बकरी लगती हुं तु इधर आ आज तुजे नहीं छोडुंगी कुता कहीका

फीर घुमते घुमते नेनु थक गइ ओर वापस अपनी जगह पर बैठ गइ ओर मुजसे कहेने लगी

नेनु : चल पहेले आके खाना खाले बादमें तुजे देखुंगी कमीना कहीका

फीर मेंभी जाके उसके बगल में अपनी चेर पर बैठ गया ओर खाने लगातो नेनुने मुजें मौका देखके मेरी पीठमें अ‍ेक जोरदार मुका मारा फीर मेने भी खाना छोडकर उसका दोनो हाथ पकड लीये तो वो हाथ छुडानेकी नाकाम कोसीस करती रही फीर नरम होगइ

नेनु : प्लीज छोडदे मेरा हाथ मेरा अच्छा भाइ हेना तु, अब तुजे नहीं मारुगी छोड दे

में : नहीं इससे पहेले भी तु यही केह रही थी अब तो तेरा हाथ में कभी नहीं छोडुंगा (डबल मीनींग)

सोनु : हां भाइ अब मत छोडना दी काहाथ बडी मुस्कीलसे आयाहे हाथ (डबल मीनींग)

नेनु भी समज रही थी की हम दोनो उससे डबल मीनींग मे बात कर रहे हे उसको भी अच्छा लगता था फीर सोेनु की तरफ कामुक नजर से देखके

नेनु : हां हां बैठजा भाइकी गोदमें, बडी आइ भाइकी तरफदारी करने देख लुगी तुजे भी

में : आप मेरे वस में हो फीर भी आपकी अकड नहीं गइ सोनु को धमका रही हो (फीर सोनु की ओर देखके) सोनु लगता हे इनकी अकड अब नीकालनी पडगी बोल क्या करु इसके साथ

सोनु : भाइ जाने दोने बेचारी को देखो केसा मुह हो गया हे इसका, कही रो ना पडे

नेनु : तु बडबड मत कर कमीनी में कोइ रोने वाली नहीं हुं समजी (मेरी तरफ पलटके) प्लीज छोड ना भाइ कलाइ दुखने लगी हे मेरे अच्छे भाइ होना आप प्लीज छोड दो

फीर मेने तरस खाके छोड दीया तो उठ गइ ओर मुजे मुका मारके अपने रुम मे भाग गइ ओर दरवाजा बंध करलीया हमने खाना खालीया था हम उठ गये सोनु सब बरतन उठाके काम करने लगी ओर में अपने रुम मे आके बेड पर लेट गया ओर मेने गेजेट लगा लीया क्युकी आज मेने नेनु को गरम कर दीया था तो वो जरुर अंजना से बात करेगी ओर मेरा अंदाजा सही नीकला नेनु वाकइ अंजु से बात कर रही थी

अंजु : हां नेनु बोल क्यु फोन कीया कहीं कुछ बात बनी के नहीं

नेनु : हां यार आज कुछ अ‍ेसी हरकत की उसने में तो सरमसे पानी पानी हो गइ मुजे तो बहुत घबराहट हो रही थी

अंजु : अरे घबरा मत सब मुवमेन्टको अ‍ेन्जोय कर ओर आगे बढ आज मेंभी उनसे मीलीथी में जब वकीलके यहां गइ थी तो उसका फोन आया था तो मेने उसे बुला लीया

नेनु : क्या केह रहा था तेरी बात कुछ आगे बढी की नहीं

अंजु : हम आइसक्रिम पार्लर गये वहा हमनें थोडा टाइम स्पेन्ड कीया फीर मुजे घर छोडने आया था मेने उसे अंदर बुलाया तो वो मना करके जलदी से भाग गया

नेनु : ओह तो वो तेरे साथ था मुजे कहेता था की फेक्टरी गया था

अंजु : तो सचही तो कहे रहा था वो सीधा वहींसे आ रहा था वोभी मेने बुलाया तो आया उसको कुछ कहेना नहीं तेरी इसी आदत की वजह से दुर भागता हे

नेनु : ओह सोरी यार मेरी आदत जो हे ये भुलने मे थोडा टाइम लगेगा लेकीन मे अब मेनेज कर लुगी आफटर ओल हमारा पती जो होने वाला हे चल रखती हुं फोन सोनु कीचन में अकेली हे बेचारी

कहेके नेनु ने फोन काट दीया ओर दरवाजा खोलके पहेले बहार देखा मुजे वहां न पाकर वोभी काम कराने लगी ओर में भी सो गया नेनु ओर सोनु दोनो काम खतम करके सोफे पर बैठी थी तब नेनु बोली

नेनु : सोनु पता नहीं राज के नजदीक जाने मे हमे थोडा अजीबसा डर लग रहा हे

सोनु : हां दी मुजे भी अ‍ेसाही फील होता हे पता नहीं हम कीससे डरते हे

नेनु : (कुछ सोचके) मुजे लगता हे दरसल हम अ‍ेक दुसरे से डरते हे

सोनु : वो केसे? थोडा डीटेइल में समजाओ

नेनु : मेने फील कीया हे जब में ओर राज साथमें होते हे तो मुजे तेरा डर लगताहे की कही तु हमारे बारेमे उल्टा सीधातो नहीं सोचेगी ओर मुजे लगता हे तेरी हालत भी वो ही होगी

सोनु : अरे हां दी जब भाइ कोइ अ‍ेसी हरकत करता हे तो मेरा ध्यान तुरंत आपकी ओर ही जाता हे की कही आप देख ना ले हां यही डर की वजहसे हम आगे नहीं बढ रहे हे

नेनु : अब हम क्या करे तुजे कोइ रास्ता मीलता हे तो बोल मुजे तो कुछ सुज नहीं रहा

सोनु : (कुछ सोचके) हें दी अ‍ेक रास्ता हे, अगर आप मानो तो?

नेनु : बोल क्या रास्ता हे अगर हमे कामीयाबी मीलती हे तो क्यु नहीं मानुगी बोल

सोनु : दी अब हमे अ‍ेक दुसरो से डरने की जरुरत नहीं हे हमे बेसर्म बनना पडेगा

नेनु : क्या मतलब केसे तु मुजे थोडा विस्तार से समजा

सोनु : देखो दी भाइ अगर मेरे साथ कुछ उल्टी सीधी हरकत करे ओर आप देखले तो नजर अंदाज करना हे ओर अ‍ेसा रीअ‍ेक्ट करना हे की ये देखके आपको कुछ फर्क नहीं पडा ओर अ‍ेसी हरकत आपके साथ करे तो भी मुजे आस्चर्य नहीं होना चाहीये अब तो हम तीनो भाइ की पत्नी बनने वाली हे हो सकता हे हमारा अलग कमरा भाइ पसंद न करे ओर हमे तीनो को अ‍ेक साथ अपने बेड पे सुलाये हो सकरता हे हमे फोर सम करना पडे तो वहां हमारी सरम कहां जायेगी?

नेनु : बात तो तेरी सही हे मतलब अब हमे बेसर्म बनना पडेगा ओर हम दोनो को अ‍ेक दुसरेकी हाजरी से कोइ फर्क नहीं पडना चाहीये, यही तेरा कहेना हेना?

सोनु : जी दी अब आप समज गइ बोलो क्या नीर्णय हे आपकी

नेनु : हं... ठीक हे आजसे ही लग जाओ मीशन पतीदेव, राज अब तु गया देख तेरी नेनु ओर सोनुका नया अवतार देखने को मीलेगा थेन्क यु गुडीया तुने मेरी सारी उलजन दुर करदी, ओर अ‍ेक बात सोनु, सबकी हाजरीमें हम नोर्मल बर्ताह ही करेंगे जेसे हम आज तक करते आये हे, सीर्फ हम दोनो मेंसे अ‍ेक राज के साथ हो तभी हमे बेसर्म बनना हे ओर ये बात हम दोनो के बाच सीमीत रहेनी चाहीये

कहेके नेनु ने सोनु को खडे होकर हग कीया तो सोनु भी खडी हो गइ ओर नेनु को अपनी बाहों मे भीच लीया दोनो के बुब्स आपस में दब गये जीनकी वजहसे नेनु गरम होगइ फीर अचानक सोनु ने अपने होंठ नेनु के होंठ से जोड दीये ओर उसने जोरोसे चुस लीया

नेनु : हुम..... कमीनी तुतो अभी से सुरु होगइ चल जा तेरे रुम में, ओर आराम करले

फीर दोनो अपने अपने कमरे में जाकर सो गइ, सुबह जल्दी उठने की वजहसे तीनो साम पांच बजे तक सोते रहे, पहेले नेनुकी नींद खुल गइ ओर उसने घडी में देखा तो पांच बज गये थे तो वो फटाक से उठी आज उठने में देर होगइ थी फीर वो बाथरुम में फ्रेस होकर बहार आइ तो उसने देखा अभी नीचे कोइ नहीं आया था तो वो दोनो को उठाने उपर चली गइ पहेले उसने सोनु को उठाया तो वो उठके बाथरुम में घुस गइ, बाद में वो राज के रुम में आइ तो वो भी घोडे बेचके सो रहा था, नेनु उसे उठाने लगी

कन्टीन्यु......
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - १२

फीर दोनो अपने अपने कमरे में जाकर सो गइ, सुबह जल्दी उठने की वजहसे तीने साम पांच बजे तक सोते रहे, पहेले नेनु की नींद खुल गइ ओर उसने घडी में देखा तो पांच बज गये थे तो वो फटाक से उठी आज उठने में देर हो गइ थी फीर वो बाथरुम में फ्रेस होकर बहार आइ तो उसने देखा अभी नीचे कोइ नहीं आया था तो वो दोनो को उठाने उपर चली गइ पहेले उसने सोनु को उठाया तो वो उठके बाथरुम में घुस गइ, बाद में वो राज के रुम में आइ तो वो भी घोडे बेचके सो रहा था, नेनु उसे उठाने लगी....अब आगे

नेनु : उठ राज साम पांच बज गये हे कीतनी देर सोता रहेगा उठजा

फीर राज नें आहिस्ता से आंख खोली तो नेनु उसे जगा रही थी तब उसे नेनु मारके भाग गइ थी वो याद आया तो उसने सोते सोते ही नेनुका हाथ पकड के अपने उपर खींच लीया नेनु सीधे राज के उपर गीरी ओर राज ने दोनो हाथ से अपने उपर भींच लीया ओर कहा

में : हं.. अब कहां जायेगी, मुजे मारके भाग गइ थी अब छुटके बता

नेनु : भाइ छोड मुजे कोइ आ जायेगा क्या सोचेगा हमे इस हालत में देखके

में : जीसको आना हे आये वेसे भी हमारे घर में कोन आयेगा, में तुजे अब छोडने वाला नहीं हुं तुने बहुत चालाकी करली हे अब अ‍ेसे ही पडी रहे

नेनुको भी राज की बाहोंमे अच्छा लगने लगा था वोभी चाहती थी की राज आगे बढे ताकी उनको ज्यादा महेनत नहीं करनी पडे तो उसने राज की बाहों मे पडे रहेने का फैसला कर लीया तभी उसके नीचे कुछ चुभने लगा, वो फोरन समज गइ की ये राज का लंड हे जो उसकी चुत पर दस्तक दे रहा हे फीर भी वो हिंमत करके पडी रही उसने वीरोध करना छोड दीया ओर देखने लगी आगे राज क्या करता हे

नेनु : ठीक हे मुजे क्या, अब तो जब तक तु नहीं छोडेगा में अ‍ेसेही पडी रहुंगी

कहेके नेनु कामुक मुस्कान के साथ राज की आंखोमे देखने लगी, राज भी नेनु को अ‍ेसे ही देखता रहा दोनो थोडी देर अ‍ेसे ही देखते देखते आंखोसे बहुत कुछ के रहे थे नेनु को नीचे चुभन हदसे बहार होगइ थी ओर उसकी बुर पानी छोडेने लगी थी पानी इतना नीकला की राज की पेंन्ट भी गीली हो गइ फीर भी नेनु हटने का नाम नहीं ले रही थी तो राज ने थोडा आगे बढना सोचा

ओर आहिस्ता आहिस्ता अपने होंठ नेनु के होंठो की तरफ ले जाने लगा फीर भी नेनु ने अपना चहेरा नहीं हटाया ओर वो मेरी आंखोमें देखते मुस्कराये जा रही थी राज भी नेनु के इस बर्ताव से हेरान था फीर अचानक राज ने अपने होंठ नेनु के होंठ पर रख दीये ओर होंठो पर कीस करके उसने नेनु को छोड दीया तो नेनु फोरन उठके सरमा गइ ओर मंद मंद मुस्कराके नीचे दोड के भाग गइ

राज को बडा आस्चर्य हुआ, उसे नेनु को हसते हुअ‍े भागता देखा तो समज गया नेनु के दील में उसके लीये क्या हे, अब उसे प्रपोज करने में कोइ प्रोबलेम नहीं हे, तब उसने मनही मन ठान लीया की अब सही मोका देखकर वो नेनु को अपने दील की बात केह देगा फीर वो फ्रेस होके नीचे आके सोफे पर बैठ गया तभी सोनु भी मुजे उपरसे आती नजर आइ ओर आके मेरे बगल में बैठ गइ ओर मुजे धीमी आवाज में मेरे कान में कहेने लगी

सोनु : भाइ आप तो अ‍ेक दम आगे बढ गये, जीस पोजीसन में आप दोनो पडे थे तो मुजे लगा आज ही नेनु का काम तमाम हो जायेगा, लेकीन आपने छोड क्यु दीया अच्छा मौका था आपके पास

में : तो रानीसाहेबा आपने देख लीया, ठीक हे, लेकीन यार मुजे डर लग रहा हे की नेनु कहीं नाराज न होजाये

सोनु : भाइ अ‍ेक बात बताओ, जब आपने नेनु को कीस कीया तो उसका रीअ‍ेक्शन क्या था

में : कुछ नहीं बस सरमाके हसती हुइ भाग गइ

सोनु : तो फीर डरने की क्या जरुरत हे, लडकी सरमाइ इसका मतलब वोभी तैयार हे ओर इस मामलेमे उसकी मुक रजामंदी हे भाइ आप बिन्दास आगे बढो बीना डरके

तभी नेनु भी अपने रुम से आगइ ओर आके हमारे पास बैठ गइ बेठके वो मेरी तरफ तीरछी नजरोसे देखके मंद मंद सरमाते मुस्कराये जारही थी सोनु इसे देखकर नोटीस कर रही थी

सोनु : क्या बात हे दी बडी खुश होरही हो, हसते जारही हो, कोइ खजाना हाथ लगा क्या?

नेनु : चुप कर में तो तुम दोनो खुसर फुसर कर रहे थे तो देखकर हस रही थी (जुठ)

में थोडा नेनु को ओर तडपाना चाहता था सोनु की तरह ताकी लोहा गरम हो जाये

में : दी में जरा फेक्टरी होकर आता हुं दीखता हुं रामुकाका ने क्या कीया हे

कहेके में उठकर वहां से बहार चला गया ओर पीछे मुडकर देखा तो नेनु का चहेरा उदास हो गया था में मन में हसके हमारी फेक्टरी की ओर चल पडा वहां पहुंचा तो देखा पांच छे मजदुर मीलकर काम कर रहे थे लगभग उसने सारी फेक्टरी की सफाइ कर डाली थी ओर अब वो पुरी फेक्टरी पानी डालके धो रहे थे ओर रामुकाका खुद वहां खडे होकर सबसे सफाइ करवा रहे थे, मुजे देखकर फोरन मेरे पास आ गये ओर बोले

रामुकाका : आओ राज बेटा, देखो सब सफाइ हो गइ हे बस ये थाडा बाकी हे वो अभी खतम हो जायेगा, आओ दीखाता हुं मेने तुम्हारा ओफीस ओर आराम के लीये रुम था वोभी साफ करवा दीया हे

फीर में ओर काका ओफीस कें अंदर चले गये, मेने देखा तो हमारा ओफीस चमकने लगाथा फीर रुम के अंदर गया तो सबकी सफाइ घर की तरह हो गइ थी

रामुकाका : ये भी हो गया, बस ये बेड की चदर ओर ये सोफे के कवर अभी जाते वक्त लोन्डरी में देते जाउंगा ताकी कल साफ होके आजाये

में : अरे वाह काका आपने तो अ‍ेसे सब सजा दीया की में घर छोडके यहां आजाउ रहेने के लीये, थेन्क यु काका

रामुकाका अपनी तारीफ सुनके खुश हो गये ओर उत्साहीत हो गये

रामुकाका : अरे राज बेटा देखो कल तक ये रुम भी चमकने लगेगा क्युकी कभी नाइटमे तुम्हे यहा रुकना पडे तो तुम यहीं आराम कर सकते हो, तुम्हारे पापा भी यही करते थे, ओर ये मशीन भी कल कंपलीट हो जायेगी

में : शुक्रिया काका अगर भगवान नें चाहा तो हमारी दुसरी फेक्टरीया भी हमें चालु करनी हे

रामुकाका : वो भी हो जायेगी, अगर अमीतजीका तुम्हमरे जेसा होनहार बेटा हे तो कोइ मुस्कील काम नहीं हे, भगवान पे भरोसा रखो

में : ठीक हे काका अब में चलता हुं ओर आप भी जाइअ‍े बाकी का काम कल कर लेना आप भी तो थक गये होंगे पुरा दीन इन सबके साथ काम करते

रामुकाका : तुम मेरी चींता ना करो, मुजे तो ये सब करने की आदत हे, आप जाओ

फीर में फेक्टरी से सीधा घर आ गया वो दोनो कीचन में काम कर रही थी में जाके सीधे सोफे पर बैठ गया ओर टी. वी. चला दीया ओर न्युज देखने लगा वोही बोरींग न्युज कहीं खेडुत आंन्दोलन, तो कहीं पानी की दीक्कत, तो कहीं बीजली के लीये आन्दोलन, मेरे टी. वी. बंध कर दीया तभी नेनु मेरे पास आके बैठ गइ

नेनु : क्यु क्या हुआ टी.वी. क्यो बंध करदी,

में : क्या दी वोही हमेसा की तरह बोरींग न्युज रोज अ‍ेक ही चीज देखने को मीलती हे

नेनु : तो कोइ फील्म वील्म देखले

में : नहीं फील्म देखनेका मजा तो सीर्फ सीनेमा मे आता हे टी.वी. पर नहीं

नेनु : तो सीनेमा चला जा वहां अ‍ेन्जोय कर

में : नहीं दी अकेले अकेले वहां भी वोही हाल होगा अकेले देखने में मजा नहीं आता

नेनु : तो कीसीके साथ चले जाओ, या कोइ गर्लफ्रेन्ड को लेके जाओ

में : यही तो, कीसके साथ जाउं, ओर कोइ गलफ्रेन्ड भी तो नहीं हे, ओर जीसके साथ जाना चाहता हुं उसके पास टाइम नहीं हे

नेनु : कोन हे वो, बोलो में उससे बात करती हुं

में : आप, आपही तो हो जो हमेसा बीजी रहेती हो हमारी वजह से

नेनु : (सरमाके) तुम भी ना भाइ..

नेनु सरमाके फोरन खडी हो गइ ओर कीचन में भाग गइ ओर अंदर जाके हसने लगी सोनु ने रीजन पुछा तो वो सब बाते हसके बताने लगी, तो सोनु ने मुडके मेरी तरफ देखा ओर हसने लगी, फीर में उठके अपने रुम में गया ओर बेड पर अ‍ेसेही लेट गया, तभी सोनु उपर आके सीधे मेरे बेड पर बैठ गइ

सोनु : भाइ आप नेनु के साथ फील्म देखना चाहते हे?

में : में तो बस अ‍ेसेही बात कर रहा था क्यु क्या कहा उसने

सोनु : कुछ नही वोतो सरमके मारे पानी पानी हो गइ, मुजे लगता हे भाइ अब आपको प्रपोज कर देना चाहीये मत तडपाओ उसे, प्यार की तडप क्या होती हे वो सीर्फ में ही जानती हुं, वेसे अ‍ेक बात कहुं आपसे

में : मेने कीतनी बार कहा हे की तुजे मुजसे बात की परमीसन नहीं लेनी हे अब तुम मेरी पत्नी हो तेरा हक हे मुज पर बोल क्या कहेना चाहती हे तुं

सोनु : सोरी भाइ गलती होगइ, दरसल बात येहे की आप दोनो जयपुर तो जाही रहे हो तो में चाहती हुं वापस आओ तब पुरा मामला खतम हो

में : क्या कहेना चाहती हे सोनु खुलकर बताओ

सोनु : भाइ वहां से वापस आओ तो नेनु मेरी तरह आपकी पत्नी बन गइ हो ओर हो सके तो आप अपनी फस्टनाइट भी मनालो, क्यु की वो हमारी बडी बहेन हे ओर उसने हमारे लीये सादी ना करने का बहुत बडा डीसीजन भी लीया था तो में चाहती हुं की मुजसे पहेले नेनु का हक आप पर पहेला हे तो आप नेनु के साथ पहेले सुहागरात मनाये ये मेरी इच्छा हे

में : (सोनु के गालपे हाथ रखके) तेरी कीतनी अच्छी सोच हे सोनु, आइ अ‍ेम प्राउड फोर यु, पर क्या नेनु इसके लीये तैयार होगी, अभीतो मेने उसे प्रपोज भी नहीं कीया हे

सोनु : आप इसकी चींता मत करना में बातो बातो में आजही दीदीसे जान लुगी की इसकी फीलींग्स क्या हे फीर में रात को आके आपको बता दुंगी

में : ठीक हे जानु में तेरी इच्छा पुरी करने की कोसीस करुगा अब जा ओर दरवाजा बंध करके आजा मुजे मेरी बीवी से प्यार करना हें

सोनु : (बहार जाने लगी) नहीं जानु अभी नहीं नेनु नीचे मेरी राह देख रही हे में रात को आजाउंगी तब प्यार करलेना

ओर सोनु मुजे फ्लाइंग कीस देके चली गइ फीर थोडी देर अ‍ेसे ही नेनु के बारे में सोचते लेटा रहा तब मुजे नीचे से सोनु की आवाज आइ ओर में बाथरुम में फ्रेस होके नीचे चला गया ओर जाके सोफे पर बैठ गया तब नेनु मेरे पास आके बैठ गइ उसके पीछे पीछे सोनु भी आगइ ओर नेनु के पास बैठ गइ मेने सोनु की तरफ देखा तो उसने मुजे नेनु से छुपके थम्सअप वाला साइन दीया में समज गया लाइन क्सीलीयर हे तब नेनु ने कहा

नेनु : भाइ आप अपनी पेकींग कर लेना परसो हमारी राजकोट से १ बजेकी फ्लाइट हे हम वहां ६ बजे तक पहुंच जायेगे ओर अगली सुबह १० बजे हमारी मीटींग हे हमे सीर्फ कीमत तैय करनी हे बाकी की फोर्मालीटी हमारा वकील कर देगा फीर वहां से हमारी ४ बजे की फ्लाइट से वापस आजायेंगे

में : हां ठीक हे परफेक्ट प्रोग्राम बनाया हे आपने हम समयसर यहां पहोंच जायेगे

नेनु : कल तुजे अ‍ेक काम करना पडेगा, तुजे अंजुको साम ४ बजे लेके आना हे वो यहां सोनु के साथ रहेगी ताकी दादी को कुछ प्रोबलेम आये तो सम्हाल सके सोनु अकेली मेनेज नहीं कर पायेगी

सोनु : आप चीन्ता मत करो अंजु दी हे तो मुजे भी कंपनी मील जायेगी

नेनु : चलो आजाओ डीनर रेडी हे

फीर हम तीनो डीनर के लीये उठकर डाइनींग पर जाके बैठ गये फीर रुटीन की तराह सोनु ने हमे सर्व कीया ओर खुद भी लेके बैठ गइ ओर हम डीनर करने लगे, आज नेनु मुजे बीच बीच में तीरछी नजरसे देखती रही जब हमारी नजरे मीलती तो सरमाके नीचे देखने लगती मतलब मामला आगे बढ चुका था

मेने भी खाना खाते हुअ‍े अपना अ‍ेक पैर नेनु के पैर पर रख दीया तो नेनु ने गभराके पहेले सोनु की तरफ देख लीया की कही वो देखतो नही रही सोनु खाना खाने मे व्यस्त थी फीर नेनु ने मेरी ओर तीरछी नजर से देखा ओर मन ही मन मुस्करा रही थी उसने मेरे पैर रखने के बावजुद अपना पैर नहीं हटाया तो में समज गया की नेनु की मुक रजामंदी हे फीर मे पैरसे आहिस्ता आहिस्ता उसके पैर को सहलाने लगा

फीर भी नेनु ने कोइ प्रतीक्रिया नहीं की वो तो बस सरमाके मूस्कराये जा रही थी फीर मेने सहलाना बंध कीया ओर अपना पैर हटा लीया तो मुजे अपने पैर पे नेनु के पैर महुसुस हुअ‍े फीर वो भी मेरे पैर को सहलाने लगी तो मेने हिंमत करके अपना अ‍ेक हाथ नीचे ले जाकर उनकी जांग पर रखा तो वो खाना खाते खो..खो.. करने लगी तो मेने अपना हाथ हटा लीया नेनु को इसी हालत में देखके सोनु ने उसे पानी दीया ओर कहा

सोनु : क्या हुआ दी थोडा धीमे खाओना खाना कही जाने वाला नहीं हे

नेनु : (पानी पीकर) चुपकर बंदरीया येतो नीवाला गले में अटक गया था (जुठ)

में : देखो दी आप सोनु को बंदरीया मत बोलो नहीतो वो भी आपको बकरी बोलेगी

नेनु : तु चुप कर तुही तो इसी बहाने मुजे बकरी कहेता हे वोतो बेचारी बोली भी नहीं

में : नहीं दी मेतो सीर्फ आपको आगाह कर रहा था मुजे क्या जरुरत हे आपको बकरी बोलने की वो तो देखते ही पता चल जाता हे हें..हें..हें..

नेनु : खीचले बचु खीचले आज मेरी टांग जब तेरी बारी आयेगी तब तुजे में छोडने वाली नहीं हुं (डबल मीनींग)

में : पहेले मुजे पकडना तो सुरु कर बाद में छोडनेकी बात करना वेसे मे भी छुटना नही चाहता (डबल मीनीग)

कहातो नेनु सरमाके नीचे मुह करके हसने लगी फीर अ‍ेसे ही मस्ती मजाक करके हमने डीनर खतम कीया फीर में सोफे पर जाके बैठ गया ओर वो दोनो खुसर पुसर करते करते कीचन में जाने लगी थोडी देर बाद दोनो अपना काम नीपटाके मेरे बगल में बैठ गइ नेनु मुजसे नजरे नहीं मीला पाती थी अब वो मुजसे बहुत सरमाती थी ओर सरमाते वक्त वो मुजे बहुत ही कामुक लग रही थी तभी

सोनु : भाइ फेक्टरी कब सुरु करनी हे?

में : में सोच रहा हुं जीस दीन तेरा बर्थडे हे उसी दीन मुजे वहां पुजा रखनी हे ओर अंजु दीदी को भी बुलाना पडेगा आफटर ओल वो भी तो इस प्रोजेक्ट की पार्टनर हे क्या कहेती हो नेनु

नेनु : हां तु सही केह रहा हे मेतो चाहती हुं हम चारो के हाथसे पुजा हो इसलीये हम चारो पुजा में बैठेगे केसा आइडीया हे मेरा?
सोनु : दी बेस्ट आइडीया हे मेरा बर्थडे हे तो मेरे हाथसे भी पुजा हो जायेगी क्यु भाइ

मुजे मालुम थाकी पुजामे बेठने के लीये कपल की जरुरत होती हे ओर नेनु मुजे मेरी सब पत्नीओ के साथ पुजा करवाना चाहती थी उसको लगता हे मुजे मालुम नही पडेगा पर में भी कुछ कम नहीं था तो मेने नेनु की थोडी टांग खीचनी चाही

में : दी मेने सुना हे की पुजा में सीर्फ सादी सुधा कपल ही बैठ सकते हे

नेनु : (फस गइ) वो.. वो.. में....वो में बाबा से बात कर लुगी बाद में तैय करेंगे

में : गभराओ मत केसे में में कर रही हे मेने पुछ लीया हे आप तीनो बैठ सकती हो

सोनु हसने लगी तो नेनु ने उसको मुका मार दीया ओर मेरी तरफ देखके सरमाके मुस्कराने लगी तो मेने उसे आंख मार लीया तो थोडा सोकेड हुइ फीर गभराके सोनु की ओर देख लीया की सोनु ने देखा तो नहीं ओर वो उठके अपने रुम में भाग गइ

सोनु : (मेरी तरफ देखके धीमेसे) क्या भाइ बीचारी को क्यु तंग कर रहे हो ओर मत तडपाओ

में : क्या सोनु तुने जाना इसकी फीलींग के बारे में क्या उसने कुछ कहा तुमसे?

सोनु : हां भाइ मेने बातचीत से जान लीया हे उसका क्या कहेना हे पर अभी यहां नही हमारे रुम में जाके बात करेगे वो कभी भी बहार आ सकती हे

फीर सोनु नेनु के रुम में चली गइ ओर उसने दरवाजा बंध कर लीया तो में फोरन उठके दरवाजे के पास चला गया ओर कीहोल से देखने लगा तो नेनु अपने बेड पे उल्टा होकर पेटके बल लेटी थी ओर सोनु जाके उसके सर के पास बैठ गइ ओर अपने अ‍ेक हाथसे नेनु के सरको सहलाने लगी

नेनु ने अपना सर उठाके सोनु की तरफ देखा ओर सोनु को देखते ही अपना सर सोनु की गोद में रख लीया फीर वो धीमी आवाज में रोने लगी सोनु भी सरपे हाथ घुमाने लगी ओर नेनु को सांत करती रही फीर कुछ देर बाद नेनु सांत हो गइ ओर सोनु की ओर देखके उसे बात करने लगी

नेनु : सोनु में केसे भाइ को कहुकी तुम्हारी नेनु तुजसे प्यार करने लगी हे, में बडी हु, तो अपने दील की बातभी सामनेसे नही कर सकती में उसे बात केसे करु मुजे तो समजमें नहीं आता, आज पहेली बार मुजे सबसे बडा होने का दुख हुआ, कास में तु्म्हारी तराह छोटी होती तो भाइ से प्यार मांग लेती में क्या करु

सोनु : दी आप चींता मत करो भाइ आपको जरुर सामने से प्रपोज करेगा में कुछ चकर चलाती हुं बस आप तैयार रहेना, में अब ओर आपको प्यार के लीये तडपता नहीं देख सकती

नेनु : में जानती हुं वो भी मुजे बहुत चाहता हे फीर भी वो अपने दील की बात मुजे क्यु नहीं करता, क्या वाकइ भाइ मुजे प्रपोज करेगा, तुजे यकीन हे क्या, अगर अ‍ेसा हुआ तो में फोरन उसका प्यार अ‍ेक्सेप्ट कर लुगी ओर भाइ से सादी भी करलुगी प्लीज तुम कुछ करो अबमें उनके प्यारके बीना नही रेह सकती

सोनु : मुजे भाइ पर पुरा भरोसा हे आप चींन्ता मत करीये, अगर भगवान ने चाहा तो कल से आपके दीन बदलने वाले हे मुज पर यकीन करीये

नेनु : अगर अ‍ेसा हुआ तो में जीदगी भर तुम्हारा अहेसान मानुंगी प्लीज तुम कुछ करो

सोनु : बस अब आप सो जाइअ‍े सुबह आपको जल्दी उठना होता हे ओर हां मुजे भी साथ में उठा देना ओके चलो गुडनाइट आज भाइ से आप सपने में मस्ती करो में चली

नेनु : (सरमाके हसते) सपने की बच्ची चल जा गुडनाइट

जेसे ही सोनु ने गुडनाइट कहा में फोरन दोडके अपने रुम में चला गया ओर जाके अपने बेड पर सो गया, फीर सोनु उपर जाके सीधे अपने रुम में चली गइ ओर उसने चेन्च करके अपना गाउन पहेन लीया फीर मेरे रुम में आने लगी आज उसे नेनु का डर नहीं था वो दरवाजा बंध करके सीधे मेरे बेड पर चली आइ देखा तो में अपना अ‍ेक आथ अपनी दोनो आंखो पर रखके सोया था सोनु मेरे पास बेठकर थोडी देर मुजको देखती रही फीर जुकके उसने मेरे होठो को चुम लीया

तो मेने अपना हाथ हटाकर देखा तो सोनु को अपने पास बेठा पाया उसने फोरन अपना हाथ सोनु की कमरमें डालके सोनु को अपने उपर खीच लीया ओर उसे चुमने लगा फीर सोनु मेरी बाजु में उसकी कमर में हाथ डालके सोइ मेने भी सोनु के कमर में हाथ डाल दीया ओर दोनो अ‍ेक दुसरो के सामने अपना मुंह अ‍ेक दम कम फासले पर रखके थोडी देर अ‍ेक दुसरोकी आंखो में देखते रहे फीर सोनु बोली

सोनु : भाइ में आज आपसे अ‍ेक बीनती करने आइ हुं

राज : (जानताथा फीरभी) बोलो जानु बीनती नही हुकुम करो

सोनु : भाइ आप कल सुबह ही नेनु को प्रपोज करदो आज वो बहुत रोइ हे आपके लीये

राज : जानता हुं मेने तुम दोनो की सारी बात सुनली हे ओर देखा भी हे

सोनु : (आस्चर्यसे) वो केसे क्या तुम वहीं थे?

राज : हं.. जेसे पहेले तुम देखती थी उसके कमरें मे वेसे मेने देखा ओर सुना

सोनु : (चोंकके) क्या केह रहे हो आपको मालुम था की में उसके कमरे में देख रही थी

राज : जी रानासाहिबा, अ‍ेक बार नहीं आप दो बार देख चुकी हो हें.. हें.. हें..

सोनु : जानु तुम कीतने कमीने हो, मेरी हर मुवमेन्ट पे आपकी नजर थी फीर भी आपने मुजे पहेले प्रपोज नहीं कीया ओर मुजे तडपाया, लेकीन भाइ में नेनु को तडपते नहीं देख सकती प्लीज उसे अपनालो

राज : हां सोनु मुजे भी उसे इस हालत में रखकर अच्छा नहीं लगता में भी नेनु को जल्द से जल्द अपनाना चाहता हुं (कुछ सोचने लगा फीर) अच्छा सोनु तु अ‍ेक काम कर कल हम नेनु को सारा दीन खुसीयो से भर देंगे उसे अ‍ेक जबरदस्त सरप्राइज देगे क्या कहेती हो तुम?

सोनु : वाव भाइ वो केसे, आपने कुछ प्लान सोचके रखा हे क्या?

राज : हां डार्लींग सुनो

फीर में उसे सारा प्लान समजा देता हुं ओर ये सुनते ही सोनु बेड पर खडी होके उछलने लगती हे फीर वो मेरे उपर दोनो पेर पसारके बैठ जाती हे ओर मेरे उपर जुकके मुजे चुमने लगती हे

सोनु : भाइ क्या आइडीया हे आपका, अब मेरी नेनु बहुत खुश होजायेगी थेन्क यु जानु

फीर सोनु अपने होठ मेरे होंठ पर रखकर स्मुच करने लगती हे ओर मेभी सोनु को अपने उपर खीचके सुला देता हु ओर उसे बाहों मे भरकर फ्रेन्च कीस करने लगता हु फीर सोनु को बाहोे मे भरकर पलट देता हु ओर सोनु अब मेरे नीचे थी ओर में उसके उपर फीर में सोनु के बुब्स दबाने लगता हु फीर में रुक कर

राज : डार्लींग मे अब कंटड्ढोल नहीं कर सकता लगता हे आज ही कही तेरी चुत का उद्घाटन ना हो जायेगा

सोनु : थोडा सबर करो मेरे सरताज अब तो हमारी सुहागरात का खुद नेनु इन्तजाम करेगी फीलहाल तो आप थोडा कंटड्ढोल कीजीये में भी कर रही हुं समजे जब में सबकुछ करना चाहतीथी तो जनाब मना कर रहे थे ओर अब सुहागरात मनानी हे आपको

सोनी : ठीक हे जानु तुम कहेती तो कर लुंगा

कहेके में फटाफट सोनु के कपडे नीकालने लगा, ओर सोनु भी मेरी ओर कामुक नजरोसे देखती हुइ मेरे कपडे नीकाल ने लगी थोडी ही देर में दोनो बीलकुल नग्न अवस्था में थे फीर मेने सोनु को वापस बेड पर सुला दीया ओर खुद उसके उपर लेट गया फीर तो चुमने का सीलसीला चल पडा मेंने सोनु के होेठो को चुमना चालु करके आहिस्ता आहिस्ता नीचे सरकने लगा

जब में सोनु की चुत तक पहुंचा तब सोनु बीनपानी मछली की तराह तडपने लगी ओर अपने दोनो हाथ मेरे सर पर रखकर उसे दबाने लगी जेसे वो मेरे सरको अपनी चुत के अंदर डालना चाहती हो ओर वो जोरोसे सीसकारीया भी करने लगी सी.इइ... आह.. आहहहह... भाइइइइ..... घुम जाओ, कहेते ही में घुम गया अब हम दोनो सीक्ष नाइन पोजीसन में थे सोनु ने फोरन मेरा लंड अपने मुंह मे लेलीया ओर जोरोसे चुसने लगी

में भी सोनु की चुत में अपनी जीभ डालके जीभ को अंदर बहार करने लगा ओर साथमें अपनी कमर हीलाके सोनु के मुंह को चोदने लगा फीर मेने अपना मुह हटाके चुत में अ‍ेक उंगली डाल दी ओर उंगली अंदर बहार करने लगा तो सोनु के बर्दास्त नहीं हुआ ओर उसने आह...आइ.... करके पानी नीकाल दिया

फीर भी मेने लगातार उंगली से चोदना जारी रखा थोडी ही देर में सोनु फीरसे जोस में आ गइ तो उसने मेरी कमर के साथ अपना मुंह भी हीलाने लगी तो मुजे दोगुना जोस चड गया फीर मेने उगली के साथ अपनी जीभ भी सोनु की चुत में डाल दी तो सोनु के मुह में लंड होते हुअ‍े भी वो उंह.. उंह... करने लगी अब वो पुरी तरह जोसमें थी आज वो पहेली बार दुबारा जडने जा रही थी

ओर फीर अ‍ेक बार हल्का चीखके मेरे मुह में जड गइ जेसे ही सोनु का पानी मेरे मुंहमे गया मेरे सरीर में अ‍ेक अजीबसी जनजनाहट हुइ ओर मेने सोनु के मुंह में अपना लावा छोड दीया जो सीधा सोनु के गले में उतर गया फीर दोनो थोडी देर अ‍ेसे ही पडे रहे आज सोनु के अंदर संतुस्टी का भाव था क्यु की आज वो दो बार जड चुकी थी

फीर मेने इसी पोजीसन में पीछे मुडके देखा तो सोनु का मुंह मेरे विर्य से भरा हुआ था ओर वो अपने होठो को वो जीभ घुमाके चाट रही थी फीर में उसके उपर से हट गया ओर बैठ गया तो सोनु अभी भी लेटी हुइ थी मेरा मुह भी सोनु के पानी से भर गया था तो मेने उसी हालत में सोनु के बुब्स को चाटने लगा चाटने के बाद में बेड से उठकर सीधा सोनु को सोती हुइ हालत में अपनी गोदमें उठाके बाथरुम की ओर जाने लगा

कुछ देर बाद नहाधोकर बहार आये फीर मेने सोनु को नेनु के लीये दुसरी वाली साडी दी जो अ‍ेक मेने सोनु को दी थी सोनु वो साडी लेके मेरे होंठ पर कीस करके गुडनाइट बोली ओर अपने रुम में चली गइ बाद में मेभी कल के प्लान के बारे में सोचते सोचते सो गया अगली सुबह जब नेनु मुजे पुजा के लीये सुबह ५ बजे उठाने आइ तो पुरा रुम खाली था तो उसने दो बार मुजे पुकारा कोइ जवाब नहीं मीला

फीर वो सोनु के रुम में गइ तो वहां सोनु अपने बेड पर सोती नजर आइ नेनु वापस अ‍ेक बार मेरे रुम में आगइ ओर सोचने लगी में सायद बाथरुम में होगा तो वो मेरे बेड पर बैठ गइ ओर सोचने लगी की आज राज इतनी जल्दी उठके कहां गया वो सोचही रही थी की तभी में उसको नीचे से उपर आते देख लीया ओर में पुरा नहा धोके कंपलीट था नेनु को बडा आस्चर्य हुआ जेसे ही में रुम में दाखील हुआ नेनु खडी हो गइ ओर मुजसे पुछने लगी

नेनु : अरे वाह राज मेतो तुजे उठाने आइ थी तुम तो पुरे तैयार होके बैठे हो इतनी सुबेह सुबेह कहां गया था मेतो तुजे ढुंढ रही थी

राज : कहीं नही नीचे जाके पुजाकी ओर दादीके पैर छुने गयाथा आज खास दीन हेनां

नेनु : (हसके) आज कोनसा खास दीन हे जो तु इतनी जल्दी उठ गया?

फीर में नेनु के आगे आकर खडा हो गया ओर उसकी आंखोमे देखने लगा

नेनु : क्या हो गया तुजे अ‍ेसे क्यु देख रहा हे मुजे (सरमाइ)

फीर मेने नेनु का हाथ पकडा ओर उसे बेड पर बीठा दीया ओर खुद उसके पैरो के पास नीचे घुटनेबल बैठ गया ओर मेने अपनी जेबसे गुलाब का फुल नीकरलकर अपने दोनो हाथो में थाम लीया ओर आहिस्ता आहिस्ता नेनु की ओर ले गया ओर बोला

में : दी मुजे माफ करदो मेने आपको बहुत तडपायाहे में आपसे बहुत प्यार करता हुं आप मेरा प्यार कबुल करलो क्यु की में आपसे सादी करना चाहता हुं प्लीज दी कबुल करलो

नेनु मेरी बात सुनते ही अपने आपको रोक नहीं पाइ ओर उसने अपने दोनो हाथो से अपना चहेरा ढक लीया ओर फुट फुट कर रोने लगी मेने उसे थोडी देर रोने देना बहेतर समजा लेकीन नेनु को ज्यादा रोते नहीं देख सका फीर मेरी आंखोमे भी आंसुओ की धारा बहेने लगी नेनु ने अपना हाथ अपने चहेसे हटा लीया तो देखा मेभी रो रहा हु तो फोरन अपनी चुनी से मेरी आंखे पोछने लगी ओर खुदने भी रोना बंध कर दीया फीर दोनो सांत हुअ‍े तो नेनु ने मेरे हाथमे जो गुलाब था उसे लेलीया ओर मुजसे कहा

नेनु : तु बहुत गंदा हे तुने अपनी नेनु को बहुत तडपाया हे अरे पगले में तो कबसे तेरे प्यार का इन्तजार कर रही हुं में तेरे बीना नहीं जी सकती, में सादी करके तुजसे बीछडना नहीं चाहती थी इसीलीये मेने सादी ना करने का फैसला लीया था ताकी तुजसे जुदा ना हो सकु इतना चाहती हु तुजसे बस तेरी प्रपोज का इन्जार कर रही थी तुने आज मेरी सारी तमंना पुरी करदी आखीर तुम मुजे मील ही गये मुजे तेरा प्यार कबुल हे पगले आइ लव यु आइ लव यु सो मच

कहेके नेनु ने मुजे कंधेसे पकडकर खडा कर दीया ओर जेसे ही में खडा हुआ दोनो अ‍ेक दुसरोकी बाहोंमे समा गये ओर हम दोनोकी आंखे अ‍ेक बार फीर भर आइ ओर नजाने कीतनी देर युहीं अ‍ेक दुसरोकी बाहोंमे खडे रहे तभी अचानक दोनो को ताली की आवाज आने लगी नेनु ने दरवाजे की तरफ देखा तो सोनु हसते हुअ‍े ताली बजाती अंदर आगइ नेनु ने सोनु को देखके मुजसे छुटने की कोसीस की पर मेने उसे नही छुटने दीया ओर अ‍ेसेही नेनु को अपनी बाहों में लेके खडा रहा

सोनु : वाह क्या सीन हे आखीर कार आप दोनो मील ही गये ओर अ‍ेय बंदर अब तो छोडो मेरी भाभी को कीतना बेसर्म हो तुम, सामने अ‍ेक जवान लडकी खडी हे ओर तुम दोनो बेसर्म बनके प्यार करने मे लगे हो सरम नही आती

ये सुनतेही नेनु अ‍ेक दम सरमा गइ ओर उसने अपना चहेरा हसके मेरेसीने में छुपा लीया ओर सोनुकी ओर तीरछी नरजसे देखके मंद मंद मुस्कराने लगी

में : तुजा बंदरीया यहां क्यु आगइ कबाब में हडी बनने, अगर तुजे भी चाहीये तो आजा

कहेके मेने अपना अ‍ेक हाथ खोल दीया तो सोनु भी दोडके आगइ ओर हमसे चीपक गइ नेनु ने भी अ‍ेक हाथ से उसको हग कर लीया फीर तीनो थीडी देर अ‍ेसे ही खडे रहे फीर सोनुने नेनु के चहेरे को थोडा उपर उठाया तो नेनु सरम के मारे पानी पानी हो रही थी फीर उसने अपनी नजर हल्की उठाइ ओर सोनु की ओर देखके धीमी आवाज में बोली थेन्क यु वेरी मच

सोनु : ओये थेन्कयु की बच्ची अब थेन्कयु से काम नहीं चलेगा आज तो पुरा दिन घर में सेलीब्रेशन होगा क्यु भाइ क्या कहेते हो?

में : (हसके) ठीक हे गुडीया आज घर का सारा कंटड्ढोल तेरे हाथ में जो मन करे वो कर

सोनु : ठीक हे में चली नीचे आप लोग लगे रहो जब थक जाओ तो आजाना नीचे

कहेके सोनु नीची जाने लगी, नेनु अभी भी मेरी बाहोंमे थी जेसे ही सोनु ने बोला लगे रहो तब जाके उसको अहेसास हुआकी वो अभी भी मेरी बाहोंमे खडी हे उसने मुजसे छुटने की कोसीस की तो

में : अ‍ेसे ही रहो ने दी आज मुजे कीतना सकुन मीला हे तेरी बाहोमें अबतो में अ‍ेसेही आपकी बाहोमें रहेना चाहता हुं

नेनु : अब जाने दो मुजे भाइ सोनु अकेली क्या करेगी ओर मुजे आपके लीये दुध भीतो बनाना हे, आपको पुजामे देर हो जायेगी तो चलीयेनां मुजे बहुत सरम आती हे

में : ठीक हे चलो हम आज साथ ही चलेगे

फीर मेने नेनु की कमरमें हाथ डाल दीया ओर नेनुका हाथभी पकडके अपनी कमर मे डाल लीया ओर हम दोनो साथ में चलके नीचे जाने लगे ये नेनु को पुरा रोमांचक अनुभव था वो मनही मन बार बार इेशर का आभार मान रही थी, जब सोनु ने नेनु ओर मुजे अ‍ेक दुसरोकी बाहों मे आते देखा तो वो बहुत खुश हुइ ओर कहेने लगी

सोनु : भाइ अब छोड भाभी को ताकी तेरे लीये दुध बना सके चल भाभी अंदर

नेनु : (जुठा गुस्सा दीखाके) इधर आ भाभीकी बच्ची अभी मे तेरी भाभी नहीं हुं समजी

कहेके वो मुजसे छुटके सोनु के पीछे भागी तो सोनु हसते हुअ‍े कीचन में घुस गइ ओर में जाके डीइनींग पर बैठके दोनो का तमासा देखने लगा अंदर देखा तो नेनु सोनु को पकडके गुदगुदी करने लगी फीर सोनुको हग कर लीया ओर बार बार थेन्क यु बोले जा रहीथी थोडी देर बाद सोनु के साथ नेनुभी अपने हाथ में दुध का ग्लास लेके आगइ आके मेरे पास बैठ गइ फीर नेनु ने सरमाके मुजको दुध का ग्लास थमा दीया ये देखके

सोनु : ओय होय कीतना सरमाती हे मेरी बहेन इतना तो नइ दुल्हन भी नहीं सरमाती

नेनु : तु..तु..चुप कर कमीनी, तु क्यु जल रही हे, ओर तुजे आज मंदिर नहीं जाना क्या

सोनु : (प्लान के हीसाब से नहीं जाने वाली थी) नहीं जाना मुजे आज, ओर भाभी से केसी जलन, (सोनु उसे भाभी कहेके छेड रही थी)

नेनु : (सरमाते) सोनु तु चुप भी कर तु भाभी कहेती हे तो बडी सरम आती हे भाइ कुछ बोलने इस बंदरीयाको

में : सोनु रहेने दे मत तंग कर मेरी नेनु को जब तक सादी नहीं होती तब तक उसे दीदी बुला, ओर खबरदार जो सादी के बाद दीदी कहा तो तुजे पीटुंगा (हसने लगा)

नेनु : भाइ तुम भी, जाओ तुम दोनोसे बात करना ही बेकार हें

कहेके नेनु ने अपना मुंह फुलाके जुठमुठ का गुसा हो गइ ओर उसने अपना मुंह दुसरी तरफ घुमा लीया तो में दुध का ग्लास खतम करके उठ गया ओर नेनु के पास जाके उसके सरको अपने दोनो हाथोसे मेरे सीने में रखकर उसे हग करलीया तो उसने भी अपना मुंह घुमाके अपना सर मेरे सीनेमें छीपा लीया ये देखके सोनु खुश होके बोली

सोनु : हाये में मरजावा देखो केसे दोनो लव बर्ड प्यार कर रहे हे भगवान करे दोनो अ‍ेसे ही खुश रहो,

फीर में नेनु से अलग हुआ ओर उसके गाल पे कीस करके में पुजा के लीये नीकल गया, जेसे ही में गया तो दोनो बहेने खडी होकर आपस में लीपट गइ ओर नेनु ने अ‍ेक बार फीर सोनुको थेन्क यु कहा तो सोनुने नेनु का चहेरा अपने हाथमे लीया ओर उसकी आंखोमे हसते हुअ‍े देखके कहेने लगी

सोनु : अब तो खुश हेनां ओर खबरदार अब मुजे थेन्कयु कहा तो भाइ से केहकर पीटवा दुंगी तुजसे (डबल मीनींग) हम बहेन के अलावा सहेली भी हे भुल गइ आप?

नेनु : (सरमाके) सोरी अब नहीं कहुंगी वेसे अ‍ेक बात कहुं तु मुजे भाभी कहेती हे तो बहुत अच्छा लगता हे ओर सरम भी बहुत आती हे

सोनु : ओये होये कीतनी उतावली हे मेरी भाभी बनने के लीये अ‍ेक काम कर तु थोडा आराम करले में ये सब काम कर लुंगी फीर काम खतम करके तेरे रुममें आती हुं ओके

केहके सोनु उपर चली गइ पहेले उसने मुजको फोन कीया उसको मालुम थाकी भाइ अभी गया हे इसलीये अभी पुजामे नहीं बैठा होगा जेसे ही मेने फोन उठाया तो पुजाके बाद आते वक्त मुजे दो फुल मालाये लानेको कहा ओर नीकलते वक्त मुजे मीसकोल करने की सुचना देकर वो वापस नीचे आगइ

तब नेनु अपने रुम में जा चुकी थी सोनु ने फटाफट घर का सारा काम करलीया फीर वो भी अपने रुम में जाके तैयार होगइ फीर मेरी दी हुइ साडी लेके नीचे आकर सीधा पुजाके रुम में चली गइ वहां भी उसने प्लान के मुताबीक कुछ तैयारी करली फीर वो नेनु के रुम में चली गइ देखा तो नेनु बाथरुम से नहांकर बहार नीकल रहीथी तो सोनु जाके बेड पर बैठ गइ ओर नेनु से बात करने लगी

सोनु : वाव दी आज आपके चहेरे पर भाइ के प्यार की वजहसे काफी नीखार आगया हे कही मुजसे भी आपसे प्यार ना हो जाये हें..हें..हें..

नेनु : क्या तु भी, कुछ भी बोलती रहेती हे, चल अ‍ेसा कुछ भी नहीं हे (सरमा गइ)

सोनु : सच केह रही हुं दी आज आप अ‍ेक काम करो आज आप ये साडी पहेनो आपपे बहुत अच्छी लगेगी

नेनु : नहीं बाबा में कोइ साडी वाडी पहेनने वाली नहीं हु मेरा ये डड्ढेस ही अच्छा हे

सोनु : दी भुल गइ क्या? भाइने क्या कहा था, की आज घर का सारा कंटड्ढोल मेरे हाथ में हे तो आपको मेरा हुकुम मानना पडेगा चलो पहेनलो ये साडी

नेनु : तेरा घर पर हुकुम चलेगा मुज पर नहीं समजी जा यहांसे ओर मुजे तैयार होने दे

फीर सोनु को अपनी बात मनवाने के लीये अ‍ेक सचाइ बतानी पडी ओर उसने सोचा ये बात उसके प्लान को प्रभावीत नहीं करेगी इसलीये उसने नेनु से कहा

सोनु : ठीक हें जा रही हु मेतो इसलीये आइ थी की भाइ ने बोला था, उसने मुजे साडी दी ओर कहा नेनु को कहेना आज ये पहेने इसलीये आपको देने आइ थी अगर आपको नहीं पहेननी हे तो में जाती हुं

फीर सोनु जुठमुठ जाने के लीये बेड सेउठ गइ तभी उसने देखा नेनुने अपने हांथमे जो अपना डड्ढेस पकडा हुआ था उसने वो घा करके वहीं नीचे फेंक दीया ओर सोनु की तरफ भागकर साडी लेने आने लगी तो सोनु भी ना देने के इरादे से भागने लगी ओर वो साडी लेके नेनु के बेड पर चड गइ ओर उसने साडी अपने पीछे छुपाली ओर जोर से हसकर कहेने लगी

सोनु : अब आप को नहीं दुंगी में भाइ को वापस दे दुंगी

नेनु : सोनु प्लीज लाओ वो साडी मुजे देदो में पहेनुंगी उसे, लाओ प्लीज..

कहेके सोनु को पकनेकी कोसीस करने लगी तो सोनु भी साडी छुपाके पीछे पीछे जाने लगी तो नेनु भी बेड पर चड गइ ,सोनु नीचे उतरके दुसरी ओर भाग गइ तो नेनु भी नीचे उतरके उसे पकडने दोडी सोनु भागकर वापस बेड पे चड गइ अब नेनु को सोनु को पकडना मुस्कील लगा तब उसने आखरी हथीयार चला दीया ओर सोनु से कहा

नेनु : प्लीज सोनु देदो वो साडी मेरी प्यारी बहेन हेना तु, अगर तुने नहीं दी तो तुजे मेरी कसम हे

ये सुनके सोनु ने साडीको नेनु की तरफ फेक दीया ओर नेनुके पास आके नेनु को अ‍ेक हल्का तमाचा मार दीया ओर बेड पर बैठके रोने लगी, ये देखके नेनु भी वो साडी बेड पर रखके सोनुको खडे खडेही हग करलीया ओर उनसे सोरी बोलने लगी फीर उसने अपने हाथो से सोनु के आंसु साफ कीये फीर उसकी ओर देखकर अ‍ेक बार फीर सोरी बोला ओर अपने कान पकडलीये ये देखकर सोनु की हसी छुट गइ ओर नेनु को बकरी कहेके हसने लगी ओर अ‍ेक बार फीर दोनो आपसमे लीपट गइ फीर सोनु बोली

सोनु : खबरदार जो आजके बाद आपने कसम दी तो में आपसे कभी बात नहीं करुगी

नेनु : मुजे माफ करदे बाबा अब कभी कसम नहीं दुंगी बस अब थोडा हस भी दे मेरी प्यारी नंनदजी हें..हें..हें..

सोनु : (हसके) ठीक हे चलो आज में आपको तैयार करती हुं आफटर ओल आप जो मेरी भाभी हो

ये सुनते ही नेनु ने अ‍ेक हल्का मुका मार दीया ओर कहा

नेनु : चल आजा आज मेरी प्यारी ननंदकी भी ख्वाहीस पुरी करती हुं

फीर सोनु नेनु को अ‍ेक दुल्हन की तराह सजाने लगी, नेनु इस बात से अनजान थी की आज सोनु उसे कीस मक्सद से तैयार कर रही हे फीर जब सोनु ने पुरी तराह नेनु को तैयार कर दीया तो उसे आइने के सामने खडा कर दीया अ‍े देखके नेनु सरमाइ फीर बोली

नेनु : सोनु तुने तो अ‍ेसा तैयार कीया मुजको की में कोइ दुल्हन हुं

सोनु : तो क्या हुआ दी आज आपको आपका प्यार मीला हे तो फुल अ‍ेन्जोइ करो

नेनु : तु बीलकुल राज की तराह ही पागल हे अपनी मनमानी करवाके ही छोडती हो चल अब कुछ काम भी करते हे तबतक राज आजायेगा तब हम साथ मे नास्ता करेगे

सोनु : दी आज आप चींता मत करो काम सब हो गया हे बस भाइ का इन्तजार हे

फीर दोनो बहेने बहार सोफे पर आके बैठ गइ ओर आपसमे बात करने लगी ओर दुसरी तरफ मेभी अपनी पुजा खतम कर चुका था फीर में पुजारीजी ओर बाबा का आशीर्वाद लेके घर की तरफ आने लगा ओर बीच में मेने दो फुल मालाये भी लेली ओर अ‍ेक मीसकोल सोनु को लगादी
जेसे ही सोनु के मोबाइल में वाइब्रेसन हुआ सोनु ने अपना मोबाइल चुपकेसे चेक कीया तो मेरा मीसकोल था तो समज गइ की में कभी भी आ सकता हु तो वो नेनु को अभी आइ कहेके बहार गइ ओर जेसे ही मुजकों गेइट के अंदर आते देखा तो भाग के नेनु के पीछे खडी हो गइ ओर अपने दुपटा नेनु की आंखोमें बांधने लगी

कन्टीन्यु......
 
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dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - १३

जेसे ही सोनु के मोबाइल में वाइब्रेसन हुआ सोनु ने अपना मोबाइल चुपकेसे चेक कीया तो मेरा मीसकोल था तो समज गइ की भाइ कभी भी आ सकता हे तो वो नेनु को अभी आइ कहेके बहार गइ ओर जेसे ही मुजको गेइट के अंदर आते देखा तो भाग के नेनु के पीछे खडी हो गइ ओर अपने दुपटा नेनु की आंखोमें बांधने लगी....अब आगे

नेनु : ये क्या कर रही हे सोनु छोड इसे क्यु बांध रही हे मेरी आंखो पर हटा इसे

सोनु : नहीं दी चुपचाप बैठी रहो ओर जैसा में कहुं करती रहो, सरप्राइज हे आपके लीये

नेनु : (हसके) ओर कीतनी सरप्राइज देगी अ‍ेक तो सुबह में ही मील गइ

सोनु : बोला ना चुप बैठो हं अब हो गया, अब आप खडी हो जाओ ओर मुजे पकडके मेरे पीछे पीछे आओ

नेनु हसती हुइ खडी होगइ ओर सोनु का हाथ पकड लीया उसे कुछ समजमें नहीं आ रहाथा ओर नाही कुछ दीख रहा था तो वो सोनु का हाथ पकडके उसे पीछे पीछे आहिस्ता आहिस्ता चलने लगी, सोनु उसे दादी के रुम की तरफ ले जाने लगी, लेजाते वक्त उसने पीछे मुडके देखा तो में घर के अंदर दाखील हो रहा था

तो उसने इसारे से चुप रहेने का इसारा कीया ओर साथमें पीछे आने का भी इसारा कीया सोने ने नेनु को दादी के रुममें जो मंदिर था उसके सामने लेजाकर उसे खडा कर दीया ओर मुजे आने का इसारा कीया फीर मेभी नेनु के बाजुमें मंदिर के सामने जाके खडा हो गया ओर फुलोकी जो मालाये थी वो सोनु को पकडा दी सोनु ने वो मालाये नीकालकर अपने अ‍ेक हाथ में रखदी ओर उसने मुजसे इसारा कीया

तो मेने साइड मे ही खडे होकर नेनु के आखोसे दुपटा नीकालने लगा ओर जेसे हीं आंखोसे दुपटा हटा नेनु ने अपने आपको मंदिर के सामने पाया ओर साथमें मुजको देखा उसकी समज में अभी भी कुछ नहीं आरहा था फीर उसने पीछे देखा तो सोनु माला लेकर खडी थी तो उसने सवालीया नीसान से सोनु को पुछा ये क्या हो रहा हे तब जा के सोनु बोली

सोनु : सरप्राइज दी, ये लो माला ओर अ‍ेक आप लेलो भैया,

फीर सोनु ने हम दोनो को अ‍ेक अ‍ेक माला पकडा दी फीर सोनु बोली

सोनु : दि आज भाइ के साथ आपका गांधर्व विवाह हे आज आप दोनोकी हमारे भगवानके सामने ओर हमारी दादीकी हाजरीमें सादीहे आप अब भाइ को माला पहेनाये

नेनु तो यंत्रवत सोनु को देखे जारही थी ओर सोनु हसे जारही थी नेनु के आंखसे दो आंसु टपक पडे हालाकीं ये खुशी के आंसु थे फीर सोनु ने हां मे अपना सीर हीलाया तो नेनु ने मेरे गले मे सरमाके हार पहेना दीया, फीर सोनु ने मेरी तरफ देखके हाथसे इसारा कीया तो मेने भी नेनु को हार पहेना दीया

बाद में सोनु ने दोनो को बारी बारी वो सारी कसमे खीलवाइ जो उसने मेरे साथ खाइ थी जो जींदगी भर अ‍ेक दुसरेका साथ नीभाने की थी बाद में सोनु ने मंदिर मेसे अ‍ेक डबी नीकाली ओर मेरी तरफ बढादी तो मेने उसमें से अ‍ेक चुटकी सींदुर लीया ओर नेनु की मांग की ओर ले जाने लगा तो नेनु ने अ‍ेक दम अपनी आंखे बंध करली ओर अपने दोनो होंठ अ‍ेकदम आपसमें चीपकालीये ओर लजाहीत हो गइ

फीर मेने नेनु कीं मांग सींदुर से भर दी जेसे हीं नेनु को लगा की मेने मांग भर दी हे तो वो मेरे पैर छुनेके लीये जुक गइ ओर पैर छुलीया ये देखके मेने उसे फोरन खडा कर दीया तो नेनु मेरी बाहों मे समा गइ ओर फुट फुट कर रोने लगी में उसकी पीठ पर हाथ फेरता रहा ओर उसे सांत करने की कोसीस करने लगा फीर सोनु ने अपने दुपटे से

नेनु की आंखो को पोछा ओर उसने नेनु को सांत कीया फीर उसे दादी के मटकेसे पानी पीलाया फीर उसने सोनु की ओर देखा ओर सरमाते हुये हसने लगी ओर अपनी नजर जुकाली ओर सांतसे खडी रही ये देखके

सोनु : (हसके) हाइ मेरी सरमीली, देखो केसे सरमा रही हे, अब यहीं खडे होकर सरमाती रहोगी की दादी से आशीर्वाद भी लोगी, चलो दोनो दादी से आशीर्वाद लेलो

फीर में ओर नेनु अ‍ेक साथ फीर हाथ जोडके हमारे भगवानके आशीर्वाद लीये फीर दादीके पास जाके उनके पैरको छुने लगे तो दादी के चहेरा आज खीला हुआ लगता था वो अंदर से बहुत खुश थी फीर उसने अपना हाथ उठाकर हम दोनो को आशीर्वाद दीया ओर अपने तकीये के नीचे से दो सो सो की नोट नीकालकर दोनो को देदी

फीर जेसे ही तीनो यहांसे जाने लगे तो दादी ने तीनो को हाथ से रोक लीया ओर सोनु को इसारा करके अलमारी खोलने को कहा फीर सोनु ने अलमारी खोलके दादी की ओर देखा तो दादी ने इसारे से अ‍ेक बडा डीबा दीखाया ओर लाने के लीये बोला फीर सोनु ने वो डबा खोला तो डब्बे मे तीन जोडी सोनेकी चुडीया थी

सोनु ने वो डीबा दादी के सामने रखा तो दादी ने अपना हाथ डालके अ‍ेक जोडी नीकाल के नेनु को देने लगी नेनु ने वो चुडीया लेली तो दादी ने दुसरी जोडी नीकाली ओर वो सोनु को देदी फीर दादी ने तीसरी जोडी भी नीकाली ओर नेनु को देदी फीर उसकी तरफ तीन उंगली दीखाकर कुछ सादी का इसारा कीया तो नेनु तुरंत समज गइ की ये मेरी तीसरी बीवी के बारेमे केह रही हे फीर नेनु ने पुछा

नेनु : क्या दादी आपको सब पता था हमारे बारे में, ओर ये आपने तीसरी बीवी के लीये ही दीया हे नां?

फीर दादी ने हां मे सर हीलीया ओर अ‍ेक बार फीर तीनो को दादी ने आशीर्वाद दीया ओर तीनो बहार आके सोफे पर बैठ गये मेने नेनु का हाथ पकडके अपने पास बीठा दीया ओर बाते करने लगे

में : नेनु दी दादी ने तुमसे क्या कहा ओर उसने आपसे इसारे में क्या समजाया हमारी समज में तो कुछ नहीं आया ओर आपको भी सब मालुम था क्या आप हमे बता सकती हे

फीर नेनु ने उसे सारी बात बताइ जो उसको बाबा ने बताइ थी केवल उसने अंजना की बात नहीं बताइ की वो इसकी तीसरी पत्नी हे क्यु की वो मुजे सरप्राइज देना चाहती थी लेकीन नेनु को ये नहीं मालुम था की में सारी बात जानता हुं कारण ये था की में सबके चहेरेपे खुसी देखना चाहता था फीर भी मेने पुछ लीया

में : इसका मतलब ये हे की मेरे जीवन में तीसरी लडकी आने वाली हे पता नहीं वो कोन होगी, ओर केसी होगी

नेनु : आप इसकी चींता मत करे हम जानते हे उसे, वो बहुत अच्छी लडकी हे

में : क्या आप जानती हो उसे, कोन हे वो दी मुजे आप बताइअ‍े

नेनु : (हसके) सोरी पतीदेवजी में नहीं बताउगी ये आपके लीये सरप्राइज रखा हे

अभी हम बात कर ही रहे थे की तभी नेनु का मोबाइल बज उठा ओर जेसे ही नेनु ने मोबाइलकी स्क्रीनमे अंजनाका नाम देखा तो उसके चहेरे पर हसी आ गइ ओर उसने फोन उठा लीया जेसे ही सामनेसे से अंजना की आवाज आने लगी तो नेनु के चहेरे पर चींता दीखने लगी फीर नेनु सीर्फ इतनाही बोलीकी हम अभी आतेहे फीर नेनुने वो सारी चुडीया जो दादीने दीथी उसे सोनु को संभालने दे दी ओर मेरी तरफ देखके बोली

नेनु : राज आप चलीये मेरे साथ (ओर सोनु की ओर देखके) सोनु हम अभी आते हे

फीर नेनु मुजे हाथ पकडके बहार ले जाने लगी ओर हमारे घर के मुख्य दरवाजे के पीछे हम सारे वाहनो की चाबीया रखते हे वहासे मुजे कार की चाबी लेके देदी ओर हम लगभग दोडके कार में बैठ गये ओर मेने कार बहार की ओर मोड दी फीर मेनें नेनु की तरफ सवालीया नजरसे देखा तो वो कहेने लगी

नेनु : राज हमें अंजु के घर जाना हे लगता हे वो कोइ मुसीबत में हे

में : अंजु दी को क्या मुसीबत होगी वोतो बडी सीधी सादी हे

नेनु : उसने कल अपने डीवोर्स पेपर फाइल कीयेथे जो उसी टाइम आप उसे मीले थे लगता हे उसके वकील ने लीगल नोटीस दी होगी सायद यही बात होगी देखते हे जाके

फीर मेने कारकी स्पीड बढाइ ओर थोडीही देरमें हम वहां पहुंच गये, ओर हम रुकते ही फटाफट नीचे उतरके अंजु के घर की ओर दोड पडे जेसे हीं हम अंदर गये तो देखा की अंजुदी का पती हाथ में कोइ डंडे का टुकडा लीये खडा था ओर अंजुदी पर चीला रहा था में सीचुअ‍ेशन समज गया ओर मुजे अपने होने वाली बीवी की चींता होने लगी ओर में सीधा अंजु के पास जाके उसे पुछने लगा

में : क्या हुआ इसने आप पर हाथ तो नहीं उठाया (तभी साइड में से)

अंजु पती : कोन हेबे तु ये हम पती पत्नीके बीच का मामला हे कोन हो तुम दोनो

वो आगे कुछ बोलता मेने अंजु की तरफ देखके उसके पती को हाथ उठाकर रोक लीया ओर पहेली बार नेनु ओर अंजु मेरी ओंखोमे इतना गुस्सा देख रही थी नेनु तो मुजे अ‍ेसे देखकर डरने लगी थी फीर मेने अंजु अ‍ेक बार फीर से पुछा पुरे गुस्से में

में : में तुमसे कुछ पुछ रहा हुं बोलोना...(उची आवाज मे) उसने हाथ उठाया हे

अंजु मेरा चीलाके पुछने पर डरके ना में गरदन हीला दीया तो में पलटकर उसके पती की तरफ घुमा ओर बोला

में : हां अब बोल क्या केह रहा था तु, ये तेरी पत्नी हे, तो पत्नी होने से तु कुछ भी कर सकता हे तु क्या समजता हे इनके घर वाले साथ नहीं हे तो तुम उसे कुछ भी कर सकते हो (फीर चीलाके) अरे बहेन हे वो मेरी अगर कीसीने उसकी तरफ आंख उठाके देखा तो में उसकी आंख नीकाल देता, ओर तु उसे हमारे सामने धमका रहा हे

अंजु पती : (कुछ ठंडा पड गया) देखो मीस्टर में आपको जानता नहीं ओर हमरे बीच में आप ना पडे तोही बहेतर हे

फीर में ने अंजु की तरफ मुडके उसे पुछाकी मामला क्या हे तो अंजु ने मुजे बताया की आज उसे लीगल नोटीस मीली तो वो दोडके आगये ओर कहेते हे की डीवोर्स चाहीये तो ये घर उनके नाम करदे तोही वो डीवोर्स पेपर पर साइन करेगें ओर ये घर मेरे नाम पे हे ओर मेने ही अपनी सेलेरी के पैसे से खरीदा हे

फीर मेने उसके पती की ओर देखा तो वो अंजु की तरफ गुस्से से देखने लगा ओर उसे गंदी गालीया देने लगा तभी में अचानक उसके सामने खडा होगया ओर अपना अ‍ेक हाथ उसकी गरदनकी पीछे रखा ओर दुसरे हाथ से अ‍ेक जोरदार मुका उसके मुंह में मार दीया तो उसके मुंह ओर नाक से खुन की धारा बहेने लगी

ओर वो अपने नाक ओर मुंह पर अपने दोनो हाथ रखकर नीचे बैठ गया फीर मेने अंजु को पानी देने का इसारा कीया तो अंजु फटाफट दोडके पानी लाइ ओर मुजे दे दीया फीर में पानी लेके उसके पास नीचे बैठ गया ओर उसे पानी थमा दीया तो वो अपना खुन वाला मुंह साफ करने लगा

मेने उसे अपना रुमाल भी दीया तो वो नाक पर रखकर चेक करने लगा की कही खुन बेह रहा हे की नहीं फीर मेने उसको खडा कीया ओर सोफे पर बीठा दीया फीर मेनें नेनु को अंजुके साथ अंदर जाने का इसारा कीया तो नेनु अंजुका हाथ पकडके हमारे सामने देखते उसको रुममें लेगइ तब मेने अंजु के पती को कहा

में : देखो जो भी नाम हे तुम्हारा, मेरी पर्सनल दुस्मनी नही हे तुम्हारे साथ, ओर मुजे मालुम हे की तुम ये मकान अंजु दी से क्यु मांग रहे हो, इसी लीये ना की तुम अपनी सौतेली मां के साथ यहा रेह सको

अंजु पती : (चोंकके मेरी ओर देखते) क्या कहेना चाहते हे आप ओर क्या मतलब हे?

में : देखो चोंको मत मेने अपने अ‍ेक इन्सपेक्टर दोस्त के जरीये तुम्हारी सारी कुंडली नीकलवाइ हें जो राजकोट में स्थीत हे, ओर तुम्हारी बहुत सारी क्लीपभी हें मेरे पास जीसमें तुम तुम्हारी सौतेली मांको ओर तुम्हारी भाभी जो अ‍ेक विधवा हे तुम उसी दोनो को पेलते हो

अंजु पती : क्या बक रहे हो कया सबुत हे तुम्हारे पास?

में : कहो तो में अपने दोस्तसे कहुं वो सारी क्लीप मीडीया में डालदे सबुत तुम्हे खुद बखुद मील जायेगा ओर फीर तुम्हारे उपर केस भी हो जायेगा तुम सारे समाज को जवाब देते रहेना की मां ओर भाभी के साथ नाजायज सबंध हे

ये सुनते हीं वो गभरा गया ओर मुजे हाथ जोडके मनते मांगने लगा की में कुछ न करु

में : ठीक हे अगर तुम चाहते होकी ये सब नहो तो चुपचाप डीवोर्स पेपर पर साइन करदो ओर भुल जाओ इस मकानको ओर अंजु को, बोलो मंजुर हे तो बात यहीं खतम नहीतो आगे तुम जानो मुजे कोर्ट में ये सबुत दीखाते ही डीवोर्स मील जायेगा

अंजु पती : ठीक हे भाइ जैसा आप कहे मुजे नहीं चाहीये ये मकान ओर लाओ पेपर में साइन कर देता हुं पर प्लीज आप मेरा ख्याल रखीयेगा

वो काफी डर गया था फीर में उसे अच्छे माहोल मे लाना चाहता था तो मेने रुम की ओर देखकर कहा

में : अंजु दी बहार आजाओ ओर लाओ उस पेपर

जेसे ही मेरी आवाज आइ दोनो फटाक से बहार आ गइ जेसे की दोनो दरवाजे के पास खडी हमारी बात चीत सुनने की कोसीस करती थी फीर अंजु ने मुजे पेपर दीये ओर वकील ने जहां क्रोस के साइन कीये थे वहां मुजे सीग्नेचर लेने को कहा फीर मेने उसकी तरफ देखकर कहां

में : ठीक हे करवा लुंगा आप अ‍ेक काम करे जब तक साइन होती हे तब तक आप फस्ट क्लास चार कप चाइ बना दीजीये ओर आप दोनो चाइ लेकर आजाइअ‍े

इतना सुनते ही नेनु ने मेरी तरफ स्माइल कीया ओर अंजु को लेके कीचन में चली गइ फीर मेने सब पेपर पे चेक कर कर के उसके पती की साइन लेली ओर तब तक वो दोनो चाइ के चार कप भरकर आ गइ ओर हमारे सामने सोफे पर बैठ गइ सबसे पहेले मेने अ‍ेक कप उठाके अंजु के पती को दीया ओर अ‍ेक कप मेने उठा लीया ओर बाकी के दो कप मेने नेनु की तरफ सरका दीया तो दोनो ने लेलीया ओर हम सब चाइ पीने लगे ओर मेने अंजु के पती की ओर देख कर कहा

में : आज के बाद तुम या तुम्हारे फेमीली मेम्बर कोइ अंजुदी को फोन नहीं करोगे ओर तुम इस सहेर मे कभी दीखाइ नहीं दोगे दुबारा मुजे अ‍ेक भी कंपलेइन आइ तो में अपना वादा तोड दुंगा ओर इसका अंजाम तो तुम जानतेही हो, ये सुनते ही उसने मुजे हाथ जोड लीये

अंजु पती : जेसा आप कहोगे वेसाही होगा क्या मेरी सामत आइ हे जो मे ये सब करुंगा अब मुजे इजाजत दीजीये में चलता हुं

केहके वो उठ गया ओर बहार जाने लगा तो में भी दरवाजे तक गया खेखने की उसका वंहा रीअ‍ेक्शन क्या हे तो वोतो बहार नीकलते ही कीसी अपराधी की तराह लगभग भागता हुआ चला गया फीर में वापस मुडा तो दोनो मेरी तरफ हसके देख रही थी ओर मेने दो कदम आगे आके अपने दोनो हाथ फैला दीये तो दोनो उठके भागते हुअ‍े आइ ओर मेरी बाहोंमे समा गइ फीर दोनोको लेकर में सोफे पे आके बैठ गया तो अंजु बोली

अंजना : (हसते) राज तुमने सब केसे हेन्डल कीया जो वो भीगी बील्ली बन गया मुजे तो केसी धमकी दे रहा था

में : येसब छोडो मेने कहाथा नाकी अब आपकी टेन्सन मेरी टेन्सन तो बात खतम अब आप आजसे अ‍ेक नये सीरेसे जींदगीकी सुरुआत करो हम सब आपके साथ हे क्यु नेनु

नेनु : जी बीलकुल सही कहा आपने अब हम सब आपके साथ हे

में : ओर हां अ‍ेक बात ओर आप अपने मोबाइल के सारे डेटा अ‍ेक कोम्प्युटर मे बेक अप ले लीजीये ओर ये सीमकार्ड तोड दोजीये ओर अ‍ेक नया नंबर ले लीजीये अब आपकी पहेचान उस नये नंबरसे ही होगी ओके अब आप दोनो फटाफट अंदर जाइअ‍े ओर आपका जरुरी कपडे ले लीजीये आपको हमारे साथ अभी चलना हे हमारे घर में आपको दश मीनीट देता हुं जाओ ओर फटाफट पेकींग करलो

अंजु : जी मालीक हम अभी आते हे हें..हें..हें..

कहेके दोनो हसती हुइ रुम में भाग गइ ओर अंजु का पेकींग करने लगी ओर आठ मीनीट में ही दोनो कपडे के दो बेग लेकर बहार आ गइ ओर नेनु बोली

नेनु : (हसके) हम हाजीर हे, ओर कोइ हुकुम सरकार हें..हें..हें..

में : जी अंजु दी आप अपने डीवोर्स के पेपर साथ में ले लीजीये हम जाते वक्त वकील को देते जायेंगे ताकी आगे की कार्यवाही हो सके

अंजु : जी मेने लेलीया हे सरकार अब चलीये में घर को ताला लगा देती हुं

में : ओर ये आप दोनोने सरकार सरकार क्या लगा रखा हे चुपचाप चलीये

फीर हम सब हसने लगे ओर बहार आ गये बहार आते ही अंजना ने अपने घर में ताला लगा दीया ओर कार के पास आकर मेने उसके दोनो बेग डीकी में रख दीये ओर कार मे आके बैठ गये फीर मेने कार वहां मोड दी जब में अंजना दीदी से मीला था थोडी देर में हम वकील के ओफीस के पास आ गये तो मेने अंजना की तरफ देखा तो वो पेपर लेके उतर रही थी ओर मेरी ओर देखकर कहेने लगी

अंजना : चलीये राज आपको भी आना पडेगा मेरे साथ

में : अरे मेरा क्या काम हे वहां साइन तो आपको करनी हे ओर उसे सब पेपर सबमीट करके वापस आजाइअ‍े इसमें मेरा क्या काम हे

अंजना : वो में कुछ नहीं जानती आना पडेगा मतलब आना पडेगा नेनु बोलो इसको

नेनु : हां राज आप चले जाओने साथ, उसको अच्छा लगेगा प्लीज..

में : ठीक हे जो हुकुम रानीसाहिबा

में कारसे उतर कर अंजुके साथ चलने लगा तो अंजु मेरे साथ चलते बात करने लगी

अंजु : क्या बात हे रानीसाहिबा, ओर उसके माथे पर ये सींदुर, चकर क्या हे राज?

में : ओह सीट जल्दी में हम भुल ही गये, चलो कोइ बात नहीं घरपे नेनु को सब पुछ लेना वो बता देगी, मुजे मालुम हे ये सारी प्लानींग आपही की थी तो आप अंजान मत बनीये

अंजु : (हसके) तुमको केसे पता हमारे प्लान के बारे में हें..हें..हें..

में : में बहुत कुछ जानता हुं मेडम हें..हें..हें..

हम बाते कर ही रहेथे तभी वकीलका ओफीस आगया ओर हम दोनो अंदर चले गये ओर वकील को सारे पेपर दे दीये ओर पेपर चेक करके हमे देखकर

वकील : तो वो जनाब इतनी जल्दी केसे मान गये कोइ लफडा तो नहीं कीया?

अंजु : नहीं इन्होने मना लीया ओर उसने साइन कर दीया अब आप मुजे बताइअ‍े मुजे कहां साइन करनी हे

फीर जहां वकील कहेता गया वहां अंजु साइन करती गइ ओर साइन खतम करते ही वकील बोला

वकील : चलो हो गया अ‍ेक काम खतम अब आप जाइअ‍े में इसे आजही कोर्ट मे सबमीट कर दुंगा ओर्डर आते ही आपको सुचना दे दुंगा

फीर अंजु ने वकील को मेरा नंबर दे दीया ओर उसका पुराना नंबर बंध होगया कहा ओर हम वहांसे उठकर बहार आगये ओर कार में आके बैठ गये फीर मेने कार घर की ओर मोड दी रास्ते मे वोही आइसक्रिम पार्लर आया तो मेने कार रोक कर अकेला उतर गया ओर अंदर जाके अ‍ेक फेमीली पेक ले आया

फीर हम घर आ गये अंदर आते ही मेने नेनुु को आइसक्रिम पेक पकडा दीया ओर जेसे ही सोनु ने अंजना को देखा वो दोडकर उसके गले लग गइ ओर हसने लगी फीर हम सब आके सोफे पर बैठ गये ओर आगे प्लानींग डीसकस करने लगे

नेनु : सोनु तु अंजु का सामान उपर तेरे बाजु वाला जो कमरा हे गेस्ट के लीये फीलहाल उसीमें रखदे

अंजना : वो सब छोड इस जमेलेमें मे भुलही गइ तुजे पुछना, ये बता ये मांगमें सीदुर वींदुर चकर क्या हे? बता मुजे

फीर सोनु ने उसे सारी कहानी बताइ मेरे प्यार का इजहार से लेके हमारा गांधर्व विवाह तक ये सुनते ही अंजु उछल कर खुशीके मारे उछलने लगी ओर उसने नेनु को खडा करके हग कर लीया ओर कहा

अंजु : आखीर तुजे तेरी मंजील मील ही गइ में बहुत खुश हुं ये सब सुनके कही तुजे मेरी नजर ना लगजाये

कहेके अंजु ने अपना अ‍ेक हाथसे अपनी आंखोसे काजल लीया ओर नेनु के कान के नीचे लगा दीया ये देखकर नेनु खुब सरमाइ ये देखकर सोनु को टीखळ सुजी

सोनु : अंजना दी आज सुबह से ही नेनु दी खुब सरमा रही हे आपतो इसकी सहेली हे इसलीये आपको ही उसे बेसर्म बनाना पडेगा तभी तो बात कुछ आगे बढेगी

ये सुनते ही नेनु फीरसे सरमाइ ओर हसके सोनु को मारने दोडी ये देखकर हम सब हसने लगे ओर सोनु दोडके मेरे पेछे छुप गइ ओर बोली

सोनु : भाइ मुजे भाभी से बचाओ वो मुजे मारती हे..हें..हें..

ओर जेसे ही नेनु सोनु को पकडने मेरे पास आइ मेने नेनु को पकड लीया ओर दोनो बहेनो को मेने गले लगा लीया तो नेनु मुजे जुठ मुठ की फरीयाद करने लगी

नेनु : आप कहेदो अपनी लाडली बहेन को मुजे तंग मत करे मुजे बहुत सरम आती हे

में : क्यु सोनु क्यु तंग करती हे मेरी बीवी को मार खायेगी अब तंग कीया तो, बस कहे दीया

नेनु : मुजे मालुम हे आप दोनो मीले हुअ‍े हो जो आपने उसे जुठमुठ का डांट दीया

ये सब देखकर अंजना हमे देखकर मुस्कराये जा रही थी तभी उसकी आंखे भर आइ तो उसने अपना चेहरा दुसरी ओर घुमा लीया नेनुने ये देख लीया तो मेरी बाहोंसे छुटकर अंजु के पास चली गइ ओर उसके पास बैठ गइ फीर उसने अपने पालवसे अंजु की आंखोको साफ कीया ओर अपने सीनेसे लगा लीया ओर रोने का रीजन पुछने लगी तब तक हम भी उसके पास बैठ गये तो अंजु ने कहां

अंजु : आप लोग कीतने खुशनसीब हो आपसमें ही हर रीस्ता रखकर इसे बडे प्यार से नीभाते भी हो ओर अ‍ेक में हुं जो इस सादी के चकरमे सारे रीस्ते खो दीये ओर जीसके सहारे सब छोडा मुजे इसे भी छोडना पडा ओर आप लोगो का प्यार देखकर मुजे आज मेरी फेमीली की याद आगइ जो अब मुजे कभी नहीं मीलने वाली

नेनु : अ‍ेक जापट मारुंगी आइन्दा अ‍ेसी बात की तो अरे पगली हम हीतो हे तेरी फेमीली जो तुं गलती से उस घर में पैदा हुइ तु क्या नहीं जानती हम सब कोन हे आजसे हम ही तेरी फेमीली हे अब हम ये मानेंगे की हम दो बहेने नहीं हे तीन बहेने हे क्या कहेते हो राज आप?

में : हां अंजु दी नेनु ठीक कहे रही हे आज में भी यहीं मानुंगा की मेरी तीन ही बहेने हे, हां मुजे मेरी बहेनो की टांग खीचने में मजा आता हे तो अब आप इसमें बाकात नहीं रेह सकती

सोनु : हां अंजु दी हम सब खुब मस्ती मजाक करते हे तो इसमे भी हम आपको अलग नहीं कर सकते हम सबको जेलना पडेगा आपको खास करके भाइको क्यु नेनु दी सही कहांने हें..हें..हें..

नेनु सोनु के कहेने का मतलब समजती थी ओर उसे ये थी मालुम था की अंजु ही मेरी तीसरी बीवी हे तो उसने भी हां कहे दीया तभी नेनु बोली

नेनु : तो अंजु आज हम तुजे यहां दो दीन रुकने के लीये साम को लेने के लीये राज को भेजने वाले थे लेकीन अब हमने डीसाइड कर लीया हे की अब हंमेसा के लीये तुम यहीं रुकोगी ओर हमारे साथ ही रहोंगी, राज आप क्या कहेते हो?

में : जी बीलकुल आप ही इस घरकी बडी हे जो फैसला आपका होगा वोही हमारा होगा

नेनु : नहीं कल तक में बडी थी लेकीन आजसे आप बडे हो गये हे तो अब हर फैसला आपको लेना पडेगा ओर मुजे भी आपका फैसला मानना पडेगा यही मेरा कर्तव्य हे

सोनु : ओ लव बर्ड अंजु दी की बाते करते करते आप दोनो आपसमें क्यु उलजने लगे आप प्यार भरी बाते लंच के बाद करलेना अपने रुम में जाके अभी तो चलो हमे लंच की तैयारी करनी हे आज हम सब भाभी के हाथ का खाना खायेंगे हें..हें..हें..

केहके सोनु हसने लगी तो नेनु ने भी हसके उसे अ‍ेक मुका मारदीया ओर कहां

नेनु : अ‍ेक भी मोका नहीं छोडती मुजे तंग करनेका बच्चु तेरा भी दीन आयेगा

कहेके नेनु ओर सोनु मस्ती करते कीचन में चले गये ओर अंजु हसते हुअ‍े उसे देखती रही फीर मेरी तरफ घुमके थोडी मेरे पास खीसकके आ गइ ओर मुजे कहेने लगी

अंजु : थैन्क यु राज आज तुम न होते तो पता नहीं ये कीतने दीन तक चलता, वेसे वो इतनी आसानी से मान केसे गया हमें कुछ खास नही सुनाइदीया कुछ इन्सपेक्टर, भाभी ओर कुछ क्लीप वायरल की बात कर रहे थे तुम मुजे पुरी बात बताओ

फीर मेने वो सारी बात बताइ जो मेरे ओर अंजु के पती के बीच हुइ थी, जेसे ही अंजु ने सब सुना वो थोडा मुजे सवालीया नजरोसे देखने लगी ओर हींमत करके मुजे पुछने लगी

अंजु : राज सच बताना मुजे, तुम्हारे पास मेरे पती उसकी सौतेली मां ओर उसकी विधवा भाभी की क्लीप हे? ओर वो इन्सपेक्टर वाली बात क्या वो सच हें?

में : नहीं दी ये तो मेने हवामे तीर चलाया था जो चल गया में कोइ इन्पेक्टर को नहीं जानता ओर नाही मेरे पास कोइ क्लीप हे, हें.. हें.. हें.. (हसने लगा)

अंजु : वेरी स्मार्ट बोय, अब तो तुजे मुजे जेलना पडेगा तैयार रहीओ

में : ये दोनो को तो जेलही रहा हुं, तो मुजे आपको जेलनेमे कोइ दीकत नहीं हे

अंजु : (हसके) अच्छा बच्चु फुल अ‍ेक्सपीरीयंस, देखते हे हम भी हें..हें..हें..

में : (उसकी आंखोमें देखते धीरेसे) देखभी लेना ओर अजमां भी लेना में पीछे नहीं हटुंगा

इतना कहां तो अंजु सरमसे पानी पानी हो गइ ओर फोरन उठके कीचन में चली गइ ओर में भी खडे होकर अपने रुम में चला गया ओर अपने बेड पर लेट गया तभी रुम के अंदर सोनु आगइ ओर आते ही मेरे उपर लेट के गले लग गइ मेने उसके होंठ चुम लीया तो उसने कहां

सोनु : भाइ आज नेनु बहोत खुश हे ओर अब तो आपकी तीसरी पत्नी भी आगइ हे तो लग जाओ नये मीशन पे

में : अरे अभी मेने अ‍ेक से भी ठीक से प्यार नहीं कीया तो तीसरी का क्या करुगा

सोनु : भाइ अ‍ेक का प्यार तो आपको कल मील ही जायेगा रहम मत करना कीतना भी चीलाये, ओर हो सके तो मेरे लीये छुपके से मोबाइल में विडीया बनाना में नेनु को चीलाते हुअ‍े देखना चाहती हुं वो कीतना यादगार होगा, हेना भाइ

में : तेरी बडी फेन्टासी हे नेनु को चीलाते देखने की, फीर याद रखीयो तेरी भी बनाउंगा ओर नेनु को दीखाउंगा

सोनु : (खुश होते) हां बनाना मेभी कभी कभी देख लीया करुगी मेरी फस्टनाइट को

में : अब जा यहां से मुजे गरम कर रही हे, ओर तुं यहां क्यु आइ थी कुछ काम था क्या

सोनु : हां नेनुसे आपकी सादी होगइ तो क्या हमें हमारा रीस्ता बता देना चाहीये में आपसे यही पुछने आइ थी वेसे तो वो भी मुजे आपके लीये मांग चुकी हे पर उसे ये
नहीं पता की हम पहेलेसे ही अ‍ेक होचुके हे तो क्या सामको हम उसे तीसरा सरप्राइज देदे

में : अरे हां सोनु हमे अब डरना तो हे ही नहीं तेरा आइडीया अच्छा हे अ‍ेक काम कर तुभी वोही साडी में सजधजके आजा ओर मांगमें सींदुर लगाना मत भुलना तुजे देखते ही सब समज जायेंगे क्या कहेती हो केसा हे मेरा आइडीया

सोनु : (मुजे चुमके) वाव ग्रेइट आइडया भाइ हम वोही करेंगे आप इसारा कर देना में तैयार होके आजाउंगी

में : ठीक हे जानु ओर कोइ हुकुम

सोनु : हां अब मेइन बात, सामको आप बहार जाके मेडीकलसे कुछ पेइन कीलर की गोलीया लेके आना आपको वहां जरुरत पडेगी

में : क्यु वहां उसकी क्या जरुरत हे?

सोनु : समजोना भाइ दुसरे दीन आपकी पार्टी के साथ मीटींग हे अगर नेनु दी ठीकसे चल नहीं पायेंगी तो मीटींग केसे अ‍ेटेन्ड करेगी, समजे

में : (जानकर अंजान बनते) नेनु को क्या होगा जो चल नहीं पायेगी?

सोनु : (अपना माथा पीटलीया) अरे मेरे बुध्धु पतीदेव नेनु को सारी रात ठोकोगे तो सुबह दो तीन दीन ठीकसे चलभी नहीं पायेगी, समजे इसीलीये पेइन कीलर की जरुरत हे ओर फास्ट रीकवरीके लीये उसे गरम पानी से सीकाइ भी करदेना नीचे

में : तुजे बडी नोलेज हे इन मामलेकी कहांसे सीखी

सोनु : (हसके) मेरे पास अ‍ेक कामसुत्र की बुक हें इसमे सब जानकारीया हे

तभी कीसीके सीडी चढनेकी आवाज आइ तो सोनु फटाक से उतर गइ ओर नोर्मल होके बेड के कीनारे पर बैठ गइ, तभी अंजु हमे मेरे रुम में आती दीखाइ दी ओर आके हमारे पास खडी हो गइ ओर मुजे कुछ अजीब नीगाहोसे देखकर बोली

अंजु : क्या जीजाजी, भाइ बहेन क्या घुसर पुसर कर रहे हो जरा हमें भी तो बताओ

में : (थोडा खुलके) कुछ नहीं सालीजी, सोनु मुजे कुछ ज्ञान दे रही थी तो सुन रहा था

अंजु : अच्छा सोनु मुजेभी थोडा ज्ञान दोना मेंभी तो जानु मेरी छोटी बहेन क्या जानती हे

सोनु : (हस पडी) क्या दी आपके पास तो वो सारा ज्ञान पहेलेसे ही हे उल्टा आपसे हमे ज्ञान लेनेकी जरुरत हे क्युं भाइ? हें..हें..हें..

अंजु : अच्छा में जानती हुं? पर बताओतो सही की कीस ज्ञान की जरुरत हे आपको, जानती हुं तो दे दुंगी

सोनु : (हसके) गुप्तज्ञान जो आज आपके जीजाजी की सादी हुइ हे हें..हें..हें..

यें सुनते ही अंजु सरमके मारे पानी पानी हो गइ ओर लजा गइ ये देखकर में ओर सोनु हसनें लगे तो अंजु ने सोनु को मुका मार दीया ओर कहा

अंजु : कीतने बेसरम हो तुम दोनो, सरम नहीं आती अपनी दीसे ज्ञान लेने में

में : ले.. बोलो इसीलीये तो दी से सादी की, अब आप भी तो मुजे जीजाजी कहेती हे तो आधा ज्ञान ही दे दीजीये

ये सुनके सोनु जोरोसे हसने लगी ओर अंजु खुब सरमाइ ओर उसने मेरे पेट में मुका मार दीया ओर हम दोनो को कहेने लगी

अंजु : (हसके) अ‍ेक दीन तुम दोनो जरुर मुजसे पीटोंगे

में ओर सोनु अ‍ेक साथ : हाये.. हमतो कबसे तैयार बैठे हे कब पीटेंगी आप

अंजु : (जोरोसे हसके) तुम दोनो से बहेस करना मतलब दीवार से सीर पीटना, चल सोनु मुजे कुछ हेल्प कर मेरे सब कपडे सेट करके रखदे तब तक में थोडी फ्रेस हो जाउं

कहेके दोनो हसती हुइ चली गइ जो सोनु के पास वाला रुम था, मेने सोचा नेनु इस वक्त अकेली होगी ओर उससे सादी करके ठीकसे मीला भी नहीं हु तो में फोरन नीचे चला गया तो नेनु कीचन में खडी होकर आटा गुंद रही थी मेने छुपके से जाके पीछेसे उसे मेरी बाहोंमे भर लीया ओर उसके गालो को चुमने लगा तो वो अ‍ेकदम चोंक गइ ओर पीछे मुडके देखा तो में था तो उसने स्माइल करदी ओर मुजसे केहने लगी

नेनु : राज क्या कर रहे हे आप वो दोनो देख लेगी छोडीये मुजे

में : देखने दो देखती हेतो सादी की हें मेने आपसे ओर प्यार कर रहा हुं मेरी बीवी से

नेनु : तो जनाब को अब टाइम मीला प्यार करनेके लीये

में : क्या करु डीर्लिंग सादी करके हम सीधा भागे ही थे आपकी सहेलीके पास वो दोनो इस वक्त उपर अपने रुम में बीझी हे तो में फोरन तुमसे मीलने चला आया अब बोलो क्या प्रोग्राम हे आपका मुजे आपसे ढेर सारी बातेभी करनी हे ओर प्यार भी

नेनु : अच्छाजी मेरा बेबी मुजे प्यार करना चाहता हे, ठीक हे वो दोनो जब दोपहर को आराम करने जायेगी तब आप आजाना नीचे हमारे रुम में, में आपका इन्तजार करुगी अब खुश

में नेनु को अभी भी बाहों मे लेके खडा था ओर उसके गालो को लगातार चुमते जा रहा था तभी हमे पीछे कुछ आवाज आइ हमने फोरन मुडके देखा तो अंजु ओर सोनु दोनो अदब लगाके खडी थी ओर हमे देख रही थी तो में नेनु को छोड दीया ओर नेनु भी पलटकर मेरे साथ खडी हो गइ नेनु तो सरमसे पानी पानी हो गइ ओर अपनी नजर नीचे करके खडी थी ओर मेने उन दोनो की ओर देखकर अपनी आंखोके नैन नचाने लगा ओर उलटा उसे डाटने लगा

में : सरम नहीं आती दो पती पत्नी प्यार कर रहे हे ओर आप कबाब में हडी की तरह खडी हे

अंजु : अरे वाह उलटा चोर कोटवाल को डांटे सरम तो आप दोनोको आनी चाहीये जो अपनी जवान सालीओके सामने खुलंम खुला प्यार करते हो, क्या कहेती हो सोनु

सोनु : ओर नहींतो क्या अगर इतना ही प्यार आरहा हे तो अपने रुम में जाओ ओर जी भरके प्यार करो पर अंजु दी के सामने तो बीलकुल नही समजे, ठीक कहांने दी मेने

अंजु : हां..हां..सीर्फ मेरे सामने क्यु सोनु, तुभी तो खडी हे, तेरी छोटीदी कीतो सरम करो

मे : होगया तुम दोनो का तो अब फुटो यहांसे ओर मुजे अपनी बीवी से प्यार करने दो

कहेके मेने इसबार सामनेसे नेनु को अ‍ेकबार फीर बाहोंमें भर लीया नेनु सरमाके मुजसे छुटनेकी कोसीस कर रही थी पर मेने उसको कसके पकडा था तो उसने कोसीस छोड दी ओर मेरे सीनेमे सर छुपा लीया ओर सरमाने लगी

अंजु : कीतना बेसरम हे ये लडका हमारी बात समजता ही नहीं हे चल आजा सोनु दोनो को जुदा करते हे

कहेके अंजुने मुजे ओर सोनुने नेनुको पकडा ओर दोनो हमे खीचकर जुदा करने की कोसीस करने लगी पर मेने नेनुको बाहोंमे भीच लीया ये सब देखकर नेनु अब खुलकर हसती जा रही थी ओर अब वो भी मुजसे ना छुटनेकी कोसीस करने लगी अंजु तो मुजसे कुछ नही कर सकी पर सोनु ने चालाकी से नेनु के बुब्स को पकड लीया ओर खीचने लगी तो नेनु सरमके मारे सीच्युअ‍ेसन समज गइ ओर अपने आपको मुजसे अलग कर दीया

इधर नेनु ने छुटतेही सोनु को पकड लीया ओर सोनु के बुब्स पकडनेकी कोसीस करने लगी उधर जेसे ही में नेनु से छुटा तो पलटकर मेने अंजु को पकड लीया वो पीछे हसती हुइ घुम गइ ओर मेने उसे पीछेसे बाहों मे भरकर उसे उपर उठा लीया ओर अपना अ‍ेक हाथ उसके पेरोमे फसाकर उसे अपनी गोद में उठा लीया तो वो हसती हुइ मुजे छोडनेकी मनते मांगने लगी ओर में उसे सोफेकी ओर ले जाने लगा ओर वो हसती जा रही थी ओर मेरे आंखोमें देखने की कोसीस कर रही थी

अंजु : राज छोड मुजे में तेरी बीवी नहीं हुं छोडदे नहीं तो मारुगी तुजे

में : मेरी गीरफ्तमें हो फीर भी अकड नहीं गइ ओर मेरी बीवी नहीं तो सालीतो हो ओर साली क्या होती हे वो आपको पता ही हे अब तो में आपको अ‍ेसे ही लेके घुमुगा

फीर मेने सोफेके आस पास घुमना चालु कीया तब तक नेनु ओर सोनु भी हमारा तमासा देखने बहार आगइ ओर दोनो हमे देखकर हसे जारही थी तभी अंजुने नेनु को देखके

अंजु : नेनु बचाओ मुजे, तेरे पती को बोल छोडदे मुजे नहीं तो मार खायेगा मेरे हाथ से

नेनु : राज आप उसे छोडना नहीं, मेरे पती को मारेगी कमीनी कहीकीं

अंजु : सोनु तु कुछ कर मेरी सहेली अब मेरी नहीं रही वो अपने पतीकी होगइ हे

सोनु : भाइ अब छोडदो अब आपको कभी प्यार करने से नहीं रोकेगी, हेना अंजु दी

अंजु : हां राज मेरी भुल होगइ माफ करदो में अब कभी नहीं रोकुंगी अब तो छोडो

में : पका कभी नहीं रोकोगी, अगर अब रोका तो इससे भी बुरा हाल करुगा समजी

कहेके मेने उसे नीचे उतार दीया फीर मेरी तरफ कामुक नजरोसे देखने लगी ओर जाकर सोफे पर बैठ गइ, फीर जुठ मुठ नेनु से जगडा करने लगी

अंजु : (हसके) आज पती मील गया तो सहेलीको भुल गइ कभी आने दे मेरी बारी फीर तुजको देख लुगी, अब मुजे दुसरी सहेली मील गइ हे कमसे कम उसने मेरा साथ तो दीया

नेनु : (सोनु को इसकी ओर धकेलते) हां इसको गोद में बीठाले, जा सोनु बैठजा इस कमीनी की गोद में

ये सुनते ही सोनु सचमुच जाके अंजु की गोद में बैठ गइ ओर अपने हाथ अंजु के गलेमे डाल दीये थोडी ही देरमे इसके पैर मे दर्द करने लगा तो उसने सोनु को कहां

अंजु : तुम तो सचमुच बैठ गइ मेरा पैर दुखता हे उठ, वोतो पती के पीछे पागल हे हम थोडी पागल हे ओर तुतो अब मेरी सहेली भी हे ओर बहेन भी, अब मेरी बात माना कर, तेरी भाभी की नहीं, समजी

ये सुनतेही सोनु उठ गइ ओर अंजुकी गोदमें सर रखकर सो गइ ओर अंजुसे कहेने लगी

सोनु : अच्छा हुआ दी आप आगइ वरना मेंतो अकेली पड जाती ओर सारा दीन अकेले अकेले बोर होजाती, ये दोनोको प्यार करनेसे फुरसत मीलेतो मुजे बात करे (हसते)

नेनु : अ‍ेय.. चुप कर बंदरीया ज्यादा चपड चपड करने की जरुरत नहीं हे समजी, ओर अब चल कुछ काम करले लंच का टाइम हो गया हे ओर दादी भी भुखी होगी

ये सुनते ही सोनु ओर अंजु कीचनमें जाने लगी, ओर अंजु जाते जाते मुजे चीटकी काटती गइ ओर पीछे मुडके मुजे कातील स्माइल देने लगी ये देखकर मेने भी हस दीया फीर थोडी ही देर हुइ तो नेनु दादी का खाना लेकर जा रही थी, मेने उसे इसारेसे साथ में आने के लीये कहा तो उसने गरदन ना में हिलाकर मना कर दीया फीर उसने थी मुजे इसारे से अपने रुम मे आने को कहां तभी सोनु मेरे पास आकर बैठ गइ ओर बोली

सोनु : भाइ आप नहीं गये दादी को खीलाने,

में : नहीं तेरी भाभी ने मना कर दीया, वो बहुत सरमाती हे

सोनु : आप कहो तो में बात करु उसे, अब तो सादी भी हो यइ हे फीर भी

में : नहीं सोनु रहेनेदे जेसे पहेले मेरी हालत थी आज नेनुकी भी वोही हालत हे मेंही इसे इस जीजक से नीकालुंगा, ओर ये तेरी दुसरी भाभी भी बहुत उछल रही हे क्या करु में

सोनु : कुछ नहीं भाइ लोहा गरम लगे तो आप हथोडा मार दो वेसे भी वो आपही की पत्नी हे बाबा ने बीलकुल सही कहा था ये वाकइ बहुत चंचल हे तो उसे हमारी तरह तडपाना मत अगर ये इतनी ही लाइन दे रही हे तो छोडना मत उसे, में तो इसकी फील्म देखने के लीये बहुत बेताब हुं इसकी भी फील्म बना डालो

में : तु कीतनी उतावली हे सबकी फील्म उतरवाने में, में तो तुम्हारे साथ सब करना चाहता हुं पर तुमने तो पहेले बडी बहेनको आगे कर दीया में तेरा बर्थडे तक वेइट नहीं कर सकता

सोनु : करना पडेगा, क्युकी में नेनुका हक नही ंछीन सकती, ओर बर्थडे मे अब दीन भी कीतने बाकी हे तीन दीन के बाद आपकी भी तमना पुरी हो जायेगी, में भी तो इसका इन्तजार कर रही हुं अब तो नेनु ही हमारा सेज सजायेगी देखना आप

हम बात करही रहे थे की नेनु बहार आके हमारे पास आ गइ ओर कहेने लगी

नेनु : राज आप मेरे रुम में फ्रेस होकर सीधे डाइनींग पर आजाइअ‍े लंच भी रेडी हो गया हे ओर सोनु चल तु भी आजा सब बहार रख दे (कहेकर चली गइ)

में : सोनु आज सुबहसे ही नेनु मुजे आप आप करती हे मुजेतो सुननमे अजीब लगता हे

सोनु : भाइ आजसे आप इनके भी पती हो ओर पत्नी कभी आपने पती को तु नहीं कहेती ओर पत्नी को अपने पती को मान देना बहुत अच्छा लगता हे ओर अ‍े उसका
कर्तव्य भी हे इस लीये आप हमारा हक कभी मत छीनना अंजु दी भी सादी के बाद आपको वोही कहेगी

में : ठीक हे जानु, चल आजा लंच करते हे में भी फ्रेस होकर आता हुं

कहेकर हम उठ गये सोनु सीधे कीचनमे चली गइ ओर में सीधा नेनु के रुम में चला गया ओर फे्रस होकर बहार आया तो सब रेडी होकर बैठे थे में जाके अपनी चेर पर बैठ गया फीर सोनु सबको परोसने लगी अंजुने मदद की पेसकस की तो सोनु नें मना कर दीया तो नेनु ये देखकर हसने लगी ओर कहेने लगी

नेनु : (हसके) रहेने दे अंजु ये मेरी सोनु का हक हे मत छीन उससे

ये सुनके अंजु सोनुको हसते हुअ‍े आस्चर्यभाव से देखने लगी फीर सोनु ने सबको खाना परोसा ओर खुद भी लेके अंजु के पास बैठ गइ ओर हम खाने लगे फीर में ने अ‍ेक नीवाला नेनु के मुंह के सामने रख दीया तो नेनु सरमाके सोनु ओर अंजु की तरफ देखने लगी तो सोनु ने हां मे सर हीलाया तो नेनु सरमाके मेरा नीवाला अपनें मुंह में रख कर खाने लगी तो अंजु ने भी इसारेसे नेनु को मुजे खीलाने को कहा

तो नेनु नें लजाकर अपने हाथ में नीवाला लेलीया ओर मेरे मुंह के पास रख दीया तो मेने वो नीवाला खा लीया ओर हल्केसे उसकी उंगलीयोको काट लीया तो नेनु के मुंह से आउच की आवाज नीकल गइ ये देखकर अंजु ओर सोनु हसने लगी फीर बारी बारी मेने सोनु ओर अंजु को भी खीलाया ओर उन दोनो ने मुजे भी खीलाया फीर हम खाने लगे तो अंजु ने बात छेडी

अंजु : आज कीतने दीनो के बाद, में सुकुन से खाना खा रही हुं मे तो सब भुल ही गइ थी मेने सोचा भी नहीं था की मेरी जींदगीमें इतनी खुशीया आयेगी थेन्क यु नेनु

सोनु : (अंजु की पीठमे मुका मारकर) आपको भाइ ने मना कीया हे नां की आपस में नो थेन्क यु अब दुबारा अ‍ेसी गलती मत करना वरना ये केस अब भाइ की अदालत में जायेगा, क्यु भाइ सही कहां ने मैने हें..हें..हें..
में : हां बीलकुल सही कहा, अगर अ‍ेसी गलती दुबाराकी तो दादीके रुम में बंध कर देंगे

ये सुनतेही सब हसने लगे फीर अ‍ेसी बात करते करते हम ने अपना लंच फीनीस कीया फीर में अपने रुम में चला गया ओर वो सब कीचन में काम करने चली गइ में अपने बेड मे लेटकर आराम करने लगा लगभग आधा घंटा बीत चुका था ओर मेरी भी आंख लग गइ थी तब मुजे सोनु की आवाज आइ

सोनु : जानु सोगये क्या?

मेंने फोरन अपने आंखोसे हाथ हटाया ओर सोनु की ओर देखा

में : नहीं मेंतो अ‍ेसेही लेटा था थोडी आंख लग गइ

सोनु : भाइ अंजु दी सोगइ हे ओर में भी अपने रुम में आराम करने जा रही हुं आप नेनु दी के पास चले जाओ वो आपका इन्तजार कर रही हे

फीर में उठकर सोनु को बाहोंमे भर लीया ओर उसके होंठो को चुम लीया फीर में बाथरुम में फंैस होने चला गया फे्रस होकर जब वापस आया तो सोनु जा चुकी थी तो में सीधा नीचे जाकर नेनु के रुम में जाने लगा तो दरवाजा बंध था मेने हल्का सा धका मारा तो दरवाजा खुल गया

में अंदर गया तो नेनु बेड पर बेठके मेरा इन्तजार कर रही थी, मेने अंदर आके दरवाजा बंध करके लोक कर दीया ओर नेनु के पास जाने लगा, नेनु मुजे आता देखकर फोरन बेड से खडी हो गइ तो मुजे वो अप्सराकी तरह दीखने लगी लाल साडी उपरसे उसकी नागीन की तराह लहेराती लंबे बाल की चोटी मुजे पागल कर रही थी वो सरमके मारे अपनी नजरे नीचे करके खडी रही

कन्टीन्यु......
 
Last edited:

A.A.G.

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nice story..!!
 
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