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Incest my new story ye kesi anubhuti (Completed)

dilavar

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Ye Kesi Anubhuti

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - १७५

बबलुने पीछे देखातो देवयानी दोनो हाथ लंबा करके बबलुको बुला रहीथी तब बबलुभी सब जान गयाथा तो दोडके अपनी मम्मीसे लीपट गया फीर पैर छुके माफी मांगने लगा तब देवयानीने अ‍ेक बार फीरसे सीनेसे लगालीया तब बबलुकी आंखसेभी आंसु बेह

रहेथे फीर दोनोही मेरे पास बेठ गये तब बबलु नीचे सर करके बेठा रहा....अब आगे

देवयानी : कुडीतो बहोत सुंदर लाया हे पर ध्यान रखना वो हमारी बेटी हे

बबलु : मोम मेने भाइसे केह दीया हे अब कोइभी अ‍ेसी गलती करुतो मुजे बीजनेस ओर घरसे नीकाल देना मे हवसमे अंधा हो गयाथा ओर मेने बहुत सारी गलती कीथी

देवयानी : बस भुलजा सब तेरी अकल ठीकाने आगइ वोही हमारे लीये बहोत हे

बबलु : मोम आपतो वहाभी मुजे मीलीथी तब नही पताथा आपही मेरी मोम हो

देवयानी : हां बेटा मेरी कुछ जीमेवारीथी जो पुरी करदी ओर मेने पुराना रुप त्याग दीया

बबलु : मोम मे कीतना खुस नसीब हुजो आपकी कोखसे जन्म लीया क्या आप पापासे फीर कभी नही मीली..?

देवयानी : नही कल मीलुगी वोभी पुराने रुपमे ओर सायद आखरी बार..

बबलु : मोम आखरी बार..? क्यु..? क्या होने वाला हे..?

में : बबलु कल तेरे पापाका आखरी दीन हे कल उसे मुक्ती मील जायेगी

बबलु : भाइ मे उसे मीलना चाहता हु अभी..उनको पीयुको मीलादु ओर उनसे माफीभी मांग लुगा क्या आप मेरे साथ चलोगे..?

में : बबलु तु नही जानता पीयु कोन हे उनको अपने असली मम्मी पापासे भी मीलवाना हे तु जानताहे वो कीसकी बेटी हे..?

बबलु : नही भाइ वोभी नही जानती होगी उनकोतो अपनी मम्मीही याद हे वो उनका नाम सारीका बता रहीथी कही वो हमारी सारीकाभाभी..तो..नही..?

में : हां बबलु वो सारीका ओर सुनीलभाइकी बेटी हे उनका असली बाप सुनीलभाइ हे

बबलु : (खुस होते) भाइ तबतो हम उनकोभी मीलेगे कहाहे वो सब..?

में : चल चलतेहे अपने पापासेभी मील लेना ओर अपने सास ससुरसेभी मील लेना हें..हें..हें..

बबलु : (सरमाके हसते) क्या भाइ.., मोम आपभी चलो..

देवयानी : नही बेटा मे कल मीलुगी तुही चलाजा मे नही आ सकती कुछ रीजन हे

बबलु : ठीक हे मोम मे भाइ नेनुभाभी ओर पीयु चले जाते हे

नेनु : (पीयुके साथ आते) देवरजी अकेले अकेले कीधर जाना हे अब कही अकेले गयेतो टांगे तोड दुगी लीजीये अबनी बीवीको सम्हालीये हें..हें..हें..

बबलु : क्या भाभी..अभी तब टांग खीचनेकी आदत नही गइ मे सुधर गया पर.. हें..हें..

तब नेनु बबलुको मारनेके लीये आगे आइतो बबलु दुर भाग गया ओर हम हसने लगे फीर मेने कार बुलाइ ओर बबलुके साथ नेनु पीयुको लेके हम आश्रमकी ओर चले गये तब पीयु बहोत खुस हो रहीथी उनको पताही नहीथाकी हम कहा जा रहेहे तब नेनुने

पीयुको अपने ससुरसे मीलनेकी बात कीतो सुनके बहुत खुस होगइ ओर हम आगये

बाबा : आओ बेटा आखीर अपनी बेटीको लेकर आही गये..

में : बाबा इनकोतो आप जानतेही हो हमारे पुजारीदादाका बेटा..ओर ये इनकी बीवी पीयु हे बाबा हमने उनके माता पीताके बारेमे कोइ बात नही की आपही कुछ बतादो

तब बबलु ओर पीयुभी हमारे साथ बाबाके पैर छुने लगे ओर हम सब वही बेठ गये तब पीयु ओर नेनुने सरपे पलु ढकके रखा था तब बाबाने पीयुके सरपे प्यारसे हाथ रख दीया ओर स्नेह भरी नजरोसे उसे देखते रहे ओर सरपे हाथ घुमाते रहे

बाबा : बेटी तुजे नही पता तु कोन हे तु जीनके साथ आइ वो लोग कोन हे तेरे माता पीता कोन हे क्या तुजे इन सबके रीस्तेके बारेमे पता हे..?

पीयु : हां बाबा बस थोडा बहुत बबलुजीसे जानलीया हे ये यहाके महाराज ओर उनकी रानी हे जो पुराने रीस्तेमे भाइ बहेन थे मुजे इनके बारेमे सब मालुम हे

बाबा : (हसते) तो क्या तुजे कुछ अचरज नही लगा..?

पीयु : (नेनुकी ओर देखते सरमाके हसते) बाबा पहेले लगताथा पर अब नही लगता ओर मेनेतो सुना हे आपने यहा अ‍ेक नइ परंपराभी सुरु कीहे तो अबतो बीलकुल नही लगता तबसे मेभी प्रकृतीकी तराह जीनेकी कोसीस कर रहीहु ओर सायद इसीलीये मे मेरी

मम्मीसे दुर हो गइथी क्युकी मुजे मेरे पापाने बतायाथाकी मेरी मम्मीका नाजायज रीस्ता मेरे मामाके साथ हे तबसे मे उसे नफरत करतीथी पर मे गलत थी आज पछता रहीहु कास मेने मम्मीको नही छोडा होता तो आज मे इतनी मुसीबतमे नही पडती

बाबा : बेटी तुजे जीतनी तकलीफ भोगनीथी भोगली..ओर सुन तेराजो वो बाप हेनां जो तुजे पैसेके लीये मारताथा वो तेरा असली बाप नही हे तेरे असली पीता कोइ ओरही हे

पीयु : (चोंकते आस्चर्यसे) तो फीर.., बाबा क्या वो मेरे पीता नही थे..? तोफीर मेरे असली पीता कोन हे..? क्या आप उनको जानतेहे..मम्मीतो जानतीही होगी..

बाबा : बेटी क्या तु उनको मीलना चाहोगी..?

पीयु : (खुस होके) हां बाबा आपको नही पता आपने मुजे कीतनी खुसखबरी सुनाइहे

बाबा : (हसते) जा..पहेले अपने ससुरसे मीलले फीर ये राजाही तुजे सरप्राइज देगे हें..हें..हें..

कहातो पीयु मेरी ओर खुसीसे अ‍ेक आस भरी नजरोसे हसते हुअ‍े देखती रही तब हम सब खडे होगये ओर बाबाको दादासे मीलनेको कहेके पु.दादाके रुमकी ओर जाने लगे तब पीयु ओर बबलुकी दीलकी धडकन तेज चलने लगी ओर हम सब दादाके रुममे चले

गये तब दादा हमे देखतेही खडे होगये ओर बबलुकी ओर दोड पडे तो बबलु दोडके उनके गले लग गया ओर फुट फुटके रोने लगा ओर बार बार माफी मांगने लगा

पु.दादा : (हसते) बस बेटा होगइ गलती तुजे पछतावा हो रहा हे वोही तेरी माफी हे

बबलु : (रोते) नही पापा मेने बहुत बडे पाप कीयेहे मे माफीके लायकभी नही हु

पु.दादा : (हसते) बस होगया बेटा..सब प्रकृतीका खेलथा तु नही समजेगा चल अपना मुह साफ करले ओर मेरी इस बेटीको खुब प्यार देना इनकी जींदगी तु खुसीयोसे भरदे यही तेरा पस्च्याताप हे तुजे माफी मील जायेगी

तब पीयु दादाके पैर छुने लगतीहे तब दादा जटसे उनको खडा करदेतेहे फीर

पु.दादा : अरे नही बेटी तु मेरी बहु थोडीना हे तुतो हमारी बेटीहे हम सबकी लाडली

पीयु : बापु क्या आप मुजे जानते हे..?

पु.दादा : हां बेटी सीर्फ मेही नही यहा जीतनेभी हे वो सब तुजे जानते हे बस यही समजले आनेवाले दीनोमे यही महाराज ओर मेरी नेनु बीटीया तुम्हारे माता पीता हे

पीयु : बापु मेरीतो कुछ समजमे नही आरहा सब गोल गोल बाते करते हे हें..हें..हें..

पु.दादा : (हसते) बेटी अभीतो तु नइ नइ आइहे धीरे धीरे सब पता चल जायेगा हें..हें..हें.., बस अब इस नालायकको तु मार मारके सुधारदे हें..हें..हें..

कहातो हम सब ओर बबलु पीयुभी हसने लगे फीर दादाने हम सबको खुब आशीर्वाद दीया तबतक बबलु उनको देखताही रहा जेसे वो अबने बाबाको आखरी बार मील रहा हो फीर हम चारो वहासे बाबाके पास आगये फीर उनकी इजाजत लेकर हम सुनीलके

घरकी ओर चले गये तब साम ढल चुकीथी सुनील काका अभी नही आयेथे

जेसेही हम अंदर गये तब काकी तारा ओर सारीका बाते करते सोफेपे बेठी हुइथी मंजु काकी अपने रुममे कुछ काम कर रहीथी मुजे देखतेही सब खुस होगइ ओर मुजे हग करने लगी तो बबलुको अंदर आते देखातो सब उनको गले मीलके उनका हाल चाल

पुछने लगी अभी नेनुने पीयुको बहारही खडे रखाथा तो सब हमसेही बात करने लगी

काका : क्या बात हे राज आज आपके साथ कोइ रानी दीख नही रही हें..हें..हें..

तारा : रमा..क्यु इनकी टांग खीच रहीहे फीर तुजेही भुगतना होगा हें..हें..हें..

में : (सारीकासे चीपकके बेठते) रहेनेदो भाभी अभी इनकी हालत अ‍ेसी नहीहेकी मे इनका जवाब दे सकु नहीतो अभीका अभी सब जवाब दे दता

कहातो सारीका काकी ओर तारा सब समज गइ तो सारीकाने मुजे हसके मुकाभी मारदीया ओर हम सब हसने लगे तब बबलुभी सब तमासा देखके हस रहाथा मे सारीकाके पीछे चला गया ओर उनकी आंखपे दोनो हाथ रख दीया तो वो जोरोसे हसने लगी ओर

मुजे क्या सरारत हे पुछने लगी तब नेनु पीयुको लेकर अंदर आगइ तब पीयु सारीकाको देखके सोक्ट होगइ ओर मेनेभी हाथ हटालीया तब सारीका पुयुको देखतेही

सारीका : (जोरोसे) पीयु बेटा....तुम....

पीयु : (जोरोसे खुसीसे) मोम..आप..

ओर दोनोही अ‍ेक दुसरेसे लीपट गइ ओर जोरोसे रोने लगी तब सारीकाने पीयुका चहेरा पकडलीया ओर थोडी देर अ‍ेक नजरसे देखके उनके चहेरेको पागलोकी तराह चुमने लगी तब पीयुनेभी अपनी मम्मीको कसके पकड रखाथा तब ताराभी खुसीके मारे आंसु

बहाते दोनो मां बेटीके मीलनको देख रहीथी ओर दोनोही मा बेटी अ‍ेक दुसरेको चुमती रही तब जाके दोनोको अहेसास हुआकी हम सबभी यही हे

तब पीयु ताराको मामी कहेते गले लग गइ फीर थोडी देर रहेके उनसे अलग हो गइ तब मंजुकाकीभी बहार आके सब देख रहीथी तब पीयु आके मेरे गले लग गइ ओर मुजे थेन्यु पापा कहा तो नेनु हसने लगी ओर पीयुको बाथरुममे लेगइ तो सारीकाभी उनके

पीछे मुह धोने चली गइ तब अंदरभी दोनो अ‍ेब बार गले लग गइ

नेनु : दीदी अब बहारभी चलो बहुत कुछ बाते करनी हे कहाहे सुनीलभाइ..?

सारीका : कल प्रतीष्ठा हेतो अभी तक सब तैयारीया देख रहे होगे अभीतक नही आये

पीयु : मोम..आप कहा चली गइथी मेने आपको बहुत ढुंढाथा ओर आपका फोनभी बंध था मेने आपको बहुत मीस कीया..क्या अ‍ेकबारभी मेरी याद नही आइ..?

सारीका : (आंसु बहाते) बीटु बहुत याद आइ बस तुने मेरे साथ आनेको मना करदीया तो मेरा दीलही टुट गया फीर सब कीस्मतपे छोड दीया..मुजे माफ करदे बेटा..

पीयु : मोम आप माफी मत मांगो वो मेरी सबसे बडी गलतीथी आपनेतो मुजे बहुत समजायाथा पर मेही नही मानी तो माफतो आप मुजे करदे..

नेनु : दोनो चलो बहार अब कोइ माफी बाफी मांगनेकी जरुरत नहीहे सब अच्छा हो गया तो आरामसे सब बाते करते रहेना

फीर तीनो बहार आगइ तो पीयु अपनी मम्मी सारीकासे चीपकके बेठ गइ तभी उनको अहेसास होगयाकी साथमे उनके पतीभी आयेहे तोवो बबलुकी ओर देखके सरमा गइ ओर हसने लगी फीर बबलुको इसारेसे उनके मम्मीके पांव छुनेको कहेने लगी तो बबलुभी

सरमाके सारीका फीर तारा ओर दोनो काकीको पांव छुने लगा

तारा : अरे देवरजी अचानक पांव छुना केसे याद आ गया हें..हें..हें..

नेनु : (जोरोसे हसते) भाभीओ अब ये आपके देवर नही आपके जमाइ हे हमारी पीयुके पती दोनोने सादी करली हे हें..हें..हें..

सारीका : (खुसीसे) व्होट..क्या पीयु तुने बबलुभाइसे सादी करली हे..?

पीयु : (सरमाके हसते) हां मोम..अब यही मेरी आखरी मंजील हे हम दोनोने सादी करली हे उन हरामीओके चंगुलसे मुजे बबलुजीने ही छुडवाया हे

फीर पीयु सारीका ओर तारा सबको सारी बात बतातीहे तब सारीकाके आंखसे आंसु बहेने लगे ओर उसने अ‍ेक बार फीर पीयुको अपने सीनेसे भीचलीया फीर बबलुको हाथ जोडके धन्यवाद देने लगी तो बबलुने मना करदीया ओर उनके पास जाके बेठ गया

तारा : (खुस होके हसते) सारीका हमे जमाइ बडाही काबील ओर होशीयार मीला हे

पीयु : (धीरेसे) मोम पापा कहा हे..क्या आपने मामासेही सादी करलीहेना..? ओर मेरे पापाभी वोही हेनां..? मुजे उनसे मीलना हे मुजे उनसेभी माफी मांगनी हे

सारीका : नही बीटु बेटीया कभी माफी नही मांगती मेरा सुनील सुनेगाकी तुने उनको अ‍ेक्सेप्ट करलीया हे तो कीतना खुस होजायेगा देखना रोही पडेगा

तारा : हां बेटी तु कोइ माफी मत मांगना वो सहेन नही कर पायेगे

पीयु : (हसते) ठीक हे बडी मोम..हें..हें..हें..

कहातो हम सब हसने लगे तबभी काका ओर सुनीलभी आगये ओर पीयुको देखतेही सुनील उनको गले लग गया ओर रोनेही लगा तब पीयुकी आंखभी गीली होगइ ओर सुनीलको पापा पापा कहेके उनको सांत करती रही तब हमभी सब भावुक होके बाप बेटीका

मीलन देख रहेथे फीर सब फ्रेस होके होलमे बेठ गये तब विभा आगइ

विभा : दीदी सबने रो लीया होतो मे सबका खाना नीकालु..हें..हें..हें..

कहातो हम सब जोरोसे हसने लगे ओर ताराने हसके हां केह दीया ओर हम सब डीनर करने बेठ गये तब सब बाते करते खाने लगे ओर पीयुकी सब स्टोरी सुनके सुनीलने बबलुका आभार जताया ओर खुसीसे पीयुके पतीके रुपमे अ‍ेक्सेप्ट कर लीया आज सब

खुस थे तब सारीकाने बबलु ओर पीयुको वही रहेनेको केह दीया

तब बबलु ओर पीयु वही रुक गये तो मे ओर नेनु वापस महेलमे आगये तब सब घेरा बनाके डीनर करके बहार बेठेथे ओर कलकी तैयारीया कर रहेथे तो कृणाल नीरज ओर उनके दोनो साले महेश कामेश अजय सब हमारी होटेलपे चले गयेथे तो विमला संजना

ओर उनकी दोनो भाभीया हम सब मस्ती मजाक करते बेठे रहे तब रीटा सोनु नीराली मनु सब मीरा काजु लताभाभी सगुके बच्चेको लेकर उनके साथ खेलती रही

केशर : अब चलो सब कल जल्दी उठना हे हम सबको सुबह पांच बजे उधर पुजाके लीये पहोंच जानाहे इतनी पीढीयोसे हम सबने जीनका वेइट कीया आखीर वो दीन कल आही गया अभीसे कीतने लोग दीख रहे हे पता नही सुबह हमे चलनेकी जगाह मीलेगीभी

या नही तो हम सब जल्दी चले जायेगे

दिवानजी : रानी साहीबा आप फीकर ना करे हमारे लीये अलग जानेकी व्यवस्था हे ओर सुबह हमे बाबा कहे तबही जाना हे मेरी सब बाते सुनीलभाइ ओर राघवजीसे हो गइ हे

काका सुनील : (हमारे पास आते) हां बरखुदार पीयुके मीलनेके चकरमे हम आपको कहेनाही भुल गये आप सबका स्वागत बेन्डबाजेके साथ होगा सब जगाह ओर पुरे महेलसे आश्रमके रुट तक पोलीस बंदोबस्त होगया हे ओर हमारी सीक्युरीटी भी होगी

में : क्या भाइ ये सब तामजाम करना ठीक रहेगा..?

काका : बेटा ये सब बाबाके कहेनेपे हुआ हे इतने सालोके बाद उत्सव हो रहा हेतो येसबतो होगाही सब लोग अ‍ेतीयात बरतकेही आ रहेहे सबको मालुम हेकी क्या होगा तो चीन्ता करनेकी जरुरत नही हे हम सबभी सुबह जल्दी इधरही आजायेगे

तभी कामेश महेश सबलोग हम सबके लीये आइसक्रिम लेके आजातेहे तो साथमे भारतीभाभी कमलाभाभी भी थे आज होटेल फुलथी फीरभी राजन ओर राकेश पुरी होटेल सम्हालके बेठेथे तो दुसरी ओर माथुरसाहेब रक्षामोसी ओर रीमा सबलोग सुबहही हमे

जोइन्ट करने वालेथे ये बात उनकी सुनीलभाइके साथ हो गइथी अ‍ेसेही सब तैयारीके बारेमे बाते हो रहीथी फीर सुनील काका चले गये ओर हम सबभी सोनेके लीये जाने लगे

आज कोइ संभोग नही हुआ ओर नाही कोइ अनुभुती सब सुबह जल्दी उठनेके चकरमे सोने लगे तब रुपेशभाइ अपने रुममे जाके नीर्मलाभाभीकी जबरदस्त चुदाइ कर रहेथे दोनोही अ‍ेक दुसरेको कामुक तरीकेसे प्यार कर रहेथे तब दुसरी ओर राजु चंदा ओर

वीभाको वायाग्रा खाके चुदाइ कर रहाथा

तब आज बबलु ओर पीयु बंगलेपे अलग रुममें सोयेथे तब बबलु बडेही प्यासे पीयुकी चुदाइ कर रहथा ओर बीच बीचमे दोनो हमारे बारेमे बातेभी कर रहेथे तब नेनु सोनुने आज जबरदस्तीसे काम्याको हमारे रुममें सामील करलीयाथा तब सोनु काम्या मेरे साथ

मुजसे चीपकके सोगइ ओर हम सब सुबह ४ बजे तक सोते रहे

सुबह नेनु केशर देवयानी माया अंजु सोनु सब दो दो करके नहाने जाने लगी तब काम्या नीराली अलग रुममें नहाने चली गइ तब लास्टमे मुजे दिवुने जगाया ओर जगाके हसती हुइ दुर भाग गइ फीर मेभी नहाके कंपलीट हो गया तब दिवानजीने मुजे साफा

बांधके राजाकी तराह सजा दीया तो दुसरी ओर नेनु अंजु सोजु माया देवयानी यानी मेरी सब बीवीया रानीकी तराह सजी हुइथी

तब केशरने महेलकी सेवीकाको बच्चोको सम्हालनेकी जीमेम्वारीदी ताकी मीरा लता काजु सगु सब पुजामे सामील होसके क्युकी जीनकोभी मेने बीवी मानाथा सबका आना जरुरी था तब रीमाभाभी ओर रक्षामोसीभी आ गये ओर हम सब होलमे बेठ गये

माथुर : (हसते) भाइ बहारतो देखो हजारोकी मेदनी अभीसे आ गइ हे पता नही सब केसे सम्हलेगे हमारी पुलीस फोर्सभी कम पड रहीहे सब सांतीसे मंदिरकी ओर जा रहेहे

में : भाइ सब सही होजायेगा बस देखते रहीये क्या होता हे

तब सुनील काका दोनो काकी तारा सारीका बबलु पीयु सब आ गये तो साथमे राघवजीभी थे तो आकेही मुजे सब जानेकी तैयारीया करनेको कहेने लगे आज हमारी सब बगीया धोडेके साथ सजाके रखी गइथी हमे उनमेही जानाथा ओर साथमे हमारी सब

कारेभी आने वालीथी उनमे सब महेमान बेठने वालेथे

तब विमला संजनाकी भाभीया ओर भाइतो देखतेही रेह गये ओर हम सबको आज कोइ चाइनास्ता नही करनाथा तो सब बहारकी ओर जाने लगे तो बहार हमारे सम सीक्युरीटी घोडेपे सवार होके लाइनमे खडेथे तब सुलक्षणादेवी मंजुकाकीके पास चली गइ ओर

उनके साथ आने वालीथी तब दिवानजीका पुरा परीवारभी अहेमदाबादसे आके सीधेही मंदिर चला गयाथा आज सब सजधजके जच रहेथे ओर हम बहार जाने लगे

मेरे साथ बगीमे नेनु सोनु अंजु माया जसु ओर देवयानी थी तो दुसरी दोनो बगीमे केशर सहीत मेरी सब बीवीया बेठ गइ बाकी सब कारमे बेठने लगे आज केशरभी मेरी रानी बनके चज रहीथी आजकी केशर कुछ अलग ही दीख रहीथी ओर हमारा काफीला

नीकल पडा तब ढोल नगारे ओर बेन्डके साथ हम बहार नीकलने लगे

तब बहार फटाके फोडे जा रहेथे ओर लोग हमे देखने लाइमे खडे पडापडी कर रहेथे ओर हमारी ओर फुल बरसा रहेथे जीस दीन हम पहेली बार आयेथे इनसे कही ज्यादा लोग आगयेथे तब नेनु सोनुतो देखतेही आंसु नही रोक पाइ दोनोने मेरी ओर देखके आंख

गीली करली तब मे केवल मुस्कुरा रहाथा तब अंजुभी सब देखती ही रेह गइ

सोनु : भाइ क्या यही पल था जीनके उदेस्यसे हमारा जन्म हुआ हे..?

में : हां सोनु इसी पलके लीये आज मेरी दोनो बहेने मेरी बीवी हे आज हमे वो कार्य करना हे जीनके उदेस्यसे हम सबका जन्म हुआ हे जब हम पैदा हुअ‍ेथे तब हमे पताही नहीथाकी हमारे हाथोसे अ‍ेसा कार्य होगा ओर हम अ‍ेक विरासतके राजा होगे

नेनु : भाइ जोभी हो..आज हम दोनो बहेने आपकी रानी बनके बहुतही गौवरांतीत महेसुस कर रहे हे बस यही प्रार्थना हेकी अब हर जन्ममे आपही हमारे पती हो

अ‍ेसेही बाते करते हम सबका अभीवाद करते आश्रमकी ओर बढ रहेथे तब लोग हमारे नीकलतेही महादेवकी ओर हमारी जयघोस करते रहे ओर हमपे फुलोकी बारीस करते रहे अ‍ेसेही ढोल नगारे बेन्डके साथ हम सब आश्रमके नजदीक पहोंच गगे तब बीचमे

सीअ‍ेमका काफला ओर उनके सब मंत्री मंडल ओर कुछ ओर राज्यके सीअ‍ेमभी हमारे साथ सामील हो गये सबके लीये सुनीलभाइने हमारे महेलमेही व्यवस्था करदी थी

वो बात मुजे बादमे पता चली क्युकी आने वाले खतरेसे सबको बचाना उनकी प्राथमीक्ता थी ओर अ‍ेसेही हम सब गाजे बाजेके साथ आश्रममे पहोंच गये तब बाबाने आश्रमके परीसरमेही हवनका कार्य रखाथा जहा मुजे मेरी तीनो रानीओके साथ हवनमे बेठना था

तब मेरी सब बीया साथमे रहेने वालीथी फीर हम सब मंदिरमे जाने वालेथे

वहाभी पुजा करके शीवलींग स्थनपीत करनीथी फीर उनका अभीसेक करनाथा फीर सबके लीये भोजनका प्रबंध था इसीबार सुनीलभाइ ओर बाबाकी सुचनासे कुछ जगाह पुलीस वाले खाली करवा रहेथे जहा खतराथा लोगोको ये नही मालुमथाकी पुलीस वाले ये

जगाह क्यु खाली करवा रहे हे पुरा प्रसासन कामपे लगा हुआथा

हमे सीधे हवनकी जगाह लेजाया गया वहा सुरक्षाके कडे इन्तजाम थे कोइभी अंदर नही आ सकतेथे सब दुरसेही हमे देख रहेथे वहा सीर्फ हमारे महेमान ओर सब मंत्री सीअ‍ेमके लीयेही बेठनेकी व्यवस्थाथी तब सरकारी चेनल वाले पुरा कार्यक्रम लाइव दीखा रहेथे

जो पुरे भारतमे उनका लाइव प्रसारण चल रहाथा ओर कुछ पांइवेट चेनल वालेभी थे

फीर मे नेनु सोनु ओर अंजु हवनके लीये बेठ गये तब पीछे मेरी सब बीवीया सहीत सब लेडीसको बीठा दीया ओर सब हमारे साथ हवनमे सामील होगइ तब पु.दादाने हवन कार्य सुरु कीया तब देवयानी उनकोही देख रहीथी ओर बार बार गीली आंख करलेतीथी

ओर कार्य सुरु हो गया वहा हम सबने आहुतीया डाली फीर कार्य संपन हुआ ओर बाबाने सीर्फ हमेही मंदिरमे जानेकी सुचना देदी तब आकासमे बादल गरजने लगे तो लोग अचानक वातावरणमे परीवर्तनसे आस्चर्यसे देखने लगे

तब पु दादाने हम सबको जटसे चलनेको कहा ओर हम सब मंदिरकी ओर जाने लगे तब मंदिर अ‍ेसा दीख रहाथा मानो पुरे गोबरसे बनाया गया हो सब मारबलपे गोबर लगा हुआथा लेकीन उनका रीजन कीसीको नही पताथा उनको सब अ‍ेक सामान्य मंदिरकी

तराहही देख रहेथे कीसीको नही पताथाकी उनकी स्पेसीयालीटी क्या हे

वहा मंदिरके परीसरमे कीसीको आनेकी इजाजत नहीथी जेसे जेसे हम मंदिरकी ओर बढने लगे अ‍ेसेही काले बादल मंदिरके उपर छाने लगे ओर बादल गरजनेके साथ बीजलीया चमकने लगी ओर हम मंदिरके परीसरमे आगये तब बारीस गीरने लगी तभी बाबाभी

सुनीलको सुचना देके मंदिरमे आगये

सब पुलीस वाले माइकमे लोगोको सुरक्षीत जगाह जानेको कहेने लगे तब ज्यादातर गांव वालोको सरपंचोने आगाह करदीयाथा तो सब फटाफट सुरक्षीत जगाह जाने लगे तब माथुर साहेबभी सब सीअ‍ेम ओर मंत्रीके काफीलोको लेके महेलमे जाने लगे तब उनके

सब सीअ‍ेम मंत्रीभी आस्चर्यसे माथुरकी ओर देख रहेथेकी सब क्या हो रहा हे तब माथुरने सबको जटसे जानेकी सुचना देदी ओर खुदभी सबके साथ जाने लगे

सब सरपंचो ओर बाबाकी अ‍ेडवांस सुचनाकी वजहसे अफरा तफरीके माहोलसे बच गयेथे सब लोग सुरक्षीत जगाह पहोंच गये तब धर्मशाला भोजनशाला हमारी सब स्कुल कोलेज होस्पीटल महेल सब जगाह जीनको जहा नजदीक पड रहाथा सब वहा चले गये तब

हमभी मंदिरके परीसरमे पहोंच गये तब जोरोकी बारीस होने लगी

ओर साथमे बीजलीया कडाकेके साथ गीरने लगी ओर ये सब सीर्फ मंदिर परीसरके आसपासही हो रहाथा बाकी हमारे महेलके पास कुछ हल्की बारीसही हो रहीथी तो वहा सब मंत्री टीवी पर सब लाइव देखने लगे ओर अपने अपने धरपे फोन करते रहे की कही

वहाभीतो अ‍ेसा नही हो रहा कीसीको कुछ समजमेही नही आ रहाथा

ओर हम मंदिरमे आ गये आज मेने पहेली बार मंदिरमे पाव रखाथा ओर मेरी सब बीवीया ओर जीतनीभी मेरी बीवीया हुइथी या होने वालीथी सब हमारे साथ सामील थी उनमे तारा सारीका रीमा रक्षामोसी काकी मंजुकाकी सुलक्षणादेवी ओर कमला भारतीभी

सामील थी पु.दादा मुजे नेनु सोनु ओर अंजुको फटाफट बीठाके पुजा कराने लगे

बाकीकी मेरी सब बीवीया ओर दुसरी ओरते जीसमे विमला संजनाभी सामीलथे सब नेनु अंजु ओर सोनुको हाथसे टच करके उनके पीछेही बेठ गइ ओर पुजा आरंभ हो गइ तब जोरोसे बादल ओर बीजलीओकी आवाजके साथ बीजलीया मंदिरके परीसरमे गीरने

लगी तब मेरा ध्यान केवल पुजामे था तब माया देवयानी सीर्फ मुजेही देख रहीथी

तभी बाबाने शीलींगपे जो कपडेसे ढकीथी वो कपडा हटाया ओर मेने पहेली बार शीवलींगको देखा ओर हम सबकी आंख नीली होगइ ओर हमे खडे होनेको कहा ओर बाकीके सबको नेनु सोनु ओर अंजुको हाथ लगानेको कहा ओर बाबाने मुजे शीवलींग उठानेका

आदेश दीया तब जोरोसे बीजलीकी आवाज आइ ओर बादल फट गया

तब मेने नेनुने ओर अंजुने शीवलींगको हाथ लगाया तब वो फुलकी माफक होगइ ओर हमने आरामसे उसे मंदिरके बीचमे स्थापीत करदीया तबतकतो बादल फटके सब पानी मंदिरके उपर गीर गया ओर पुरा गोबर भीगोके बहा दीया तबतक हमनेभी शीवलींगको

रख दीयाथा शीवलींग रखतेही अचानक सब सांत होने लगा

ओर धीरे धीरे करते बारीसभी रुकने लगी तबतकतो पुरा इलाका पानी पानी हो गया ओर आजु बाजु सब बहेने लगा ओर पानी मंदिरके अंदर आगया ओर शीवलींगको भीगोने लगा तब हम सबभी अ‍ेक तरफ हो गये ओर पु.दादा पानी नीकालने लगे अ‍ेसेही धीरे

धीरे करते पानी बहार नीकलने लगा ओर हमने बहार देखातो सैलाब बेह रहाथा

तब दादाने खडे खडेही हमसे अभीसेक करवाया ओर सब पुजा खडे खडेही संपन करवाइ तब वो मंदिरकी घजा लेकर बहार चले गये ओर हम कुछ कहे इससे पहेलेही वो खुद धजा लगाने उपर चडने लगे ओर पीछेसे सीडीयोसे होकर मंदिरके गुंबजपे चले गये फीर

वहा उसने धजा फरकाइ ओर नीचे आने लगे तब देवयानी जटसे बहार नीकल गइ

ओर दादाको ध्यानसे नीचे आनेकी सुचना नीचे खडी रहेके देने लगी तब दादाने उनकी ओर देखा तो उसने देवयानीको पुराने रुपमे पाया ओर दादा उनको देखतेही रेह गये ओर देखनेके चकरमे नाजाने कब उनका पांव फीसल गया ओर सीधे पानीके सैलाबमे जाके

गीरे तब देवीके मुहसे चीख नीकल गइ ओर उनको बचाने पानीमे कुद पडी तब मेभी कुछ सोचे समजे दोडके पानीमे कुद गया

तब देवीने मुजे पकडलीया ओर हम दादाको बचानेकी कोसीस करने लगे तबतक दादा पानीमे बहेते हमसे कही दुर चले गये ओर मे देवीको पकडके वापस मंदिरके परीसरकी ओर आने लगा तब राघवजी ओर कुछ सरपंचोने हमे रसी डालके बचालीया पर वो लोग

दादाको नही बचा पाये तब कुछ सरपंच दादाकी ओर दोड पडे वहा वो बहेके चले गयेथे

तबतक पानीभी काफी उतर चुकाथा तब बाबाने हम सबको दर्शन करनेको कहा ओर हम सबने वही खडे रहेके दर्शन कीये जबतक पानी नही उतरता तबतक हममेसे कोइ मंदिरके परीसरसे बहार नही नीकल सकतेथे ओर हमे वेइट करना पडा तब थोडीही देरमे

सब पानी बहेके चला गया

ओर हम सब आश्रमकी ओर जाने लगे तब दो सरपंच दोडके आये ओर सुचना दी की दादा गोशालामे फसे मील गयेहे तो मे ओर देवयानी गौशालाकी ओर दोड पडे देखातो दादाको कुछ लोग आश्रमकी ओर उठाके लेजारहेथे तो हमभी साथ चलते आश्रममे आ

गये ओर दादाको वही अ‍ेक खटीयापे लीटाया तब बाबाभी आ गये

तब देवयानी उनका हाथ पकडके सरके पासही बेठ गइ ओर मेभी उनके साथ दादाके सरपे हाथ रखके बेठ गया तब दादाने धीरेसे ओंख खोलदी तब उनको देवीने अपना पुराना रुप दीखादीया तब दादाके मुहसे धीरेसे स्माइल आ गइ ओर उन्होने देवीसे हाथ

जोडलीया तब देवीने उनका हाथ पकडलीया तो दादाने वो हाथ मुजे सोंपदीया ओर अ‍ेसेही अपने हाथ जोडलीये ओर हमारी ओर देखतेही रहे

वो अब हील नही रहेथे तब बाबाने उनकी हाथकी नब्ज पकडली ओर चेक करने लगे फीर हाथ छोडके बाबाने उनकी दोनो आंखोपे हाथ फेरके आंख बंध करदी तब हम समज गयेकी दादा अब नही रहे तब देवीकी आंखसे आंसु नीकलने लगे तब बबलु ओर

मालीनी मंदाकीनी सब दोडके आ गये ओर हमे आंसु बहाते देखातो सब समज गइ

बाबा : बेटा इनके पीछे कोइ आंसु नही बहायेगे उनका जाना नीस्चीत था वो उनकोभी पताथा बस अब उनकी अंतीम वीधीकी तैयारीया करो हमे उनको सामको यही अग्नी संस्कार करना हे

में : बाबा मे इनको अभी महेलमे लेजा रहाहु ताकी यहा सब भोेजन वगैरे संम्पन होजाये

बाबा : बेटा इनको यही गौशाला मेही अंतीम संस्कार करना हे अब यहा कीसीको आने नही देगे बहारही सब भोजन वगैरे चलता रहेगा इनको वहीसे वीदा करेगे

में : ठीक हे बाबा अब हम सब यही हे यही सब वीधीया संपन करतेहे

सुनील : भाइ आप सब अंदर बेठो हम सब तैयारीया करतेहे बहार सब सरपंचो सम्हाल लेगे आप सबको लेके अंदर चले जाओ

बाबा : हां बेटा सबको लेके बेठ मे अभी आता हु बहुतही पवीत्र आत्मा गया हे आज हम सबको उनके पीछे उपवास करना हे चलो आजाओ सब अंदर बेठो

फीर मे ओर सब लेडीज बाबाके बेठनेकी जगाह जाके बेठ गये तब मंदाकीनी मालीन देवीसे लीपटके रो रहीथी तब नेनु केशरने सबको सम्हाला तब बबलुभी अ‍ेक तरफ खडा रहेके रो रहाथा तब सुनील इनको मेरे पास लेके आगया तो मेने पासमे बीठादीया तो

मुजसे लीपटके रोने लगा तब मेरीभी आंख गीली होगइ

आज मेने अ‍ेक अ‍ेसी व्यक्तीको खोयाथा जो हमारे दुखकी घडीमे हम सबको सम्हालाथा ओर आज वही सब उल्टा होगया तब मुजे इनके बेटेको सम्हालनाथा तब बाबाभी हम सबके पास आके अपनी जगाह बेठ गये ओर सबको कहेने लगे

बाबा : इनका आज जाना तैयथा मेरे मना करनेके बावजुदभी वो उपर धजा लगाने चले गये क्युकी उनकोभी सब मालुमथा वो आजही मोक्ष पाना चाहताथा तो हम उनको नही रोक सकतेथे माइ तुनेभी अपनी जान जोखीममे डाली वो इतने सैलाबमे तेरे हाथ

थोडी आने वालेथे अच्छा हुआ महाराजने तुजे बचा लीया वरना क्या होता..?

देवयानी : माफ करना बाबा हमारा पुराना रुणानुबंध था तो मे अपने आपको रोक नही पाइ मुजेभी पताथा हमारा मीलन होतेही वो चले जायेगे ओर वही हुआ..

बाबा : माइ सब वीधीके वीधान हे जो होने वाला हे हम उसे रोक नही सकते ओर ये बात आपसे बहेतर कोन जान सकता हे अब आपकोही सबको सम्हालना हे

देवयानी : जी बाबा सब वही हो रहा हे जो होने वाला था मुजे कोइ दुख नही हे

बाबा : साबास माइ बस अ‍ेसेही हीमत रखके सबको सम्हालीये सब आपहीकी संतान हे

देवयानी : बाबा इनकी अ‍ेक आखरी इच्छाथी जो हमे पुरी करनी हे

बाबा : हां पता हे सब वोही होगा जो आप चाहती हे हम वही करेगे

फीर सुनीलभाइ काका सब तैयारीया करने लगे ओर बहार बहुत कम लोगोको मालुमथाकी दादा नही रहे तो सब भोजनकी ओर जाने लगे ओर वहा बडे पेमानेमे भोजन हो रहाथा तब केशरके कहेनेपे दिवानजीने सब सीअ‍ेम ओर मंत्रीओके लीये महेल मेही

भोजनका प्रबंध करवा दीयाथा तो इधरभी सब तैयारीया हो चुकीथी

फीर बाबाको गौशालामे ले गये तब मेने बबलुने सुनील ओर काकाने कंधा दीया फीर वहा बाबाने कुछ वीधी करवाइ ओर देवयानीने मुजे मुखाग्नी देनेको कहा तब मेने बबलुकी ओर देखातो अ‍ेक बाजु खडे रहेके रो रहाथा तब मेने उनकोभी बुलाया ओर हम

दोनोने मीलके दादाको मुखाग्नी देदी तब उनकी चीता जलने लगी

तब मेरी सब बीवीयाभी बाबाने दी हुइ आहुती डालने लगी फीर सब हाथ जोडके खडी रही तब मालीनी मंदाकीनी ओर पीयु साथमे खडे रहेके आंसु बहा रहीथी तो नेनु ओर सोनुने उन तीनोको आंसु बहानेको मना करदीया ओर अ‍ेसेही दादाकी हमने वीदाइ करदी

फीर उनके फुल इक्ठे कीये जो बाबाने अ‍ेक जगाह रखवा दीये

फीर हम सब वापस आश्रममे आगये तबतक साम चार बजनेको आयेथे तबतक बहारभी हजारो लोगोका भोजन कार्यक्रम संपन होनेको आयाथा तब महेलमेभी सब सीअ‍ेम मंत्रीओ भोजनके बाद चले गयेथे आज प्रतीष्ठाके आनंदका दीनभी था ओर दादाके जानेका

दुखभी था हम सब अ‍ेसेही थोडी देर खामोस बेठे रहे

आज हमारे साथ सुनील तारा सारीका काका ओर दोनो काकीयाभी हमारे साथ आ गइथी तब दुसरी ओर मालीनी मंदाकीनी अभीभी रुक रुकके आंसु बहा रहीथी तब

देवयानी : सुनो बेटा जो होनाथा वो सब पहेलेसेही तैय था ना हम उसे रोक सकतेथे ओर नाही कोइ ओर बाबा खुदभी उनको रोक नही सके तो फीर दुखी होके क्या फायदा अगर आज वो ना जाते तो पता नही उनको कीतनी बार जन्म लेना पडता

माया : ठीक कहा दीदी आपने हमे उनको जानेका दुखसे नही खुसीसे स्वागत करना चाहीये ताकी वो आत्मा हमसे खुसी खुसी वीदा लेसके हमे रोके उनको रोकना नही हे

काका : चलो ठीक हे वेसेभी आज हजारो लोग आयेथे कीसीको पताही नहीहेकी क्या हुआ इस अवसरकी लोग कीतनी पीढीयोसे राह देख रहेथे जो आज वो कार्य संपन हुआ

महेश : (कृणाल नीरजके साथ आते) जीजु क्या मंदिर लग रहा हे लोग अभीभी वहा डटे हुअ‍ेहे बारीसमे सब गोबर साफ हो गया तो मंदिरका कलर चेन्ज हो रहा हे अभी संध्याके टाइम पुरा मंदिर गोल्डा लग रहाहे जेसे जेसे सुरजकी रोसनी कम होतीहे अ‍ेसे

अ‍ेसेही उनका कलर चेन्ज होता हे सब यही देख रहेहे ओर अंदरभी सब चमक रहा हे

में : महेश ये सब मेरी रीटा ओर दिव्याका कमाल हे जब तक ये मंदिर रहेगा उनके साथ ये दोनोका नाम जुडा रहेगा अब मंदिरके साथ हमारे परीवारकी कहानीभी लोगोके जुबापे आती रहेगी ओर इनमे रीटा ओर दिवुका नामभी लोगोकी जुबानपे सुननेको मीलेगा

तब रीटा ओर दिवु दोनोही खुस होगइ ओर सब उन दोनोको बधाइ देने लगे ओर सबने कल मंदिर देखने जानेका डीसाइड कीया क्युकी दादाके हादसेकी वजहसे हममेसे कीसीका उनपर ध्यानही नही दीयाथा ओर सुबहही सबने जानेका तैय कीया तब पीयु सब

ध्यानसे सबकी बाते सुन रहीथी ओर वो हसके रीटाके पास चली गइ

पीयु : (धीरेसे) रीटुदी क्या मंदिरका मारबल आपने सीलेक्ट कीया हे..?

रीटा : (हसते) हां बीटु मेने ओर दिवुदीने सीलेक्ट कीया हे मंदिरका पुरा प्लान दिवुदीने ओर सब मटीरीयल ओर इन्टीरीयल मेने सीलेक्ट कीया हे

पीयु : वाव..दीदी मेने मंदिर बहारसे देखा तो गोबर लगा हुआथा अ‍ेसा क्यु..?

रीटा : बेबी वो इसलीयेकी अ‍ेसेही रखतेतो लोग तबसेही देखनेको आने लगते ओर हमे काममे डीस्टर्ब होता इसीलीये अ‍ेसा कीयाथा मुजे क्या पताकी गोबर साफ करनेमे खुद इेशरही हमारी मदद करता कीतना डरावनाथा वो सब पुरा बादल फटके मंदिरपेही गीरा

में : बीटु वो सब होनेही वाला था वरना हम ईतना गोबर केसे साफ करते सोचो कीतना टाइम लगता हमे अ‍ेक अ‍ेक कोना साफ करना पडता ओर सब अ‍ेसेही साफ हो गया

बबलु : भाइ जोभी हुआ अब इस मंदिरके साथ हमारे पापाका नामभी जुड गया ओर
देखो बाबाने उनको गौशालामे ही अग्नी संस्कार करदीया वो कीतनी प्रवीत्र जगाह होती
हे हमारे पापाकी यादे अब हमेसाके लीये मंदिरके साथ जुड गइ हे

देवयानी : बेटा तेरे पापने कुरबानीही दीहे वरना पता नही कीतने लोगोकी जान जोखीम मेथी ओर ये बात उनकोभी पता थी ओर हमेभी पता थी तेरे भाइ सब कुछ जानतेथे ओर मे मायादी नेनुदी जसुदी सब जानतेथे क्या होने वाला हे इसे हमभी कोइ नही रोक

सकतेथे तो अब सब भुल जाओ इस बातको ओर मंदिरकी खुसीया मनाओ

केशर : साबास देवी बस हम सब यही सुनना चाहतेथे तेरी हीमतही हमारा गौरव हे

मंदाकीनी : हां दादी मां बहंतही स्टड्ढोंग हे ओर अब हमेभी इनकी कुरबानीपे गौरव हे

अ‍ेसेही बाते करते हस सब बेठे रहे आज पुरे दीन कीसीने कुछ नही खायाथा ओर नाही कीसीका खानेका मुड था रुपेशभाइ कृणाल नीरज उनके दोनो साले सहलज ये सब देखकेतो सोक्टही हो गयेथे उनलोगोने इतनी पब्लीक कभी नही देखीथी ओर सब हमारे

साथही थे तो कीसीको कोइ प्रोबलेमभी नही हुइथी सब हमेही देखते हमारी सब बाते सुन रहेथे तब जाके उनको पता चलाकी हम कोन हे

काका : चलो भाइ अब सोना नहीहे क्या..? सब सुबह ४ बजे उठेहे मेतो थक गया हु

फीर हम सब सुबह सुरज जीकलनेसे पहेले मंदिर जानेका तैय करके सोने चले गये आज सब थकके जल्दी सोनेके मुडमे थी तब मंदाकीनी ओर सोनु मुजसे चीपकके सोने लगी सोनुतो सोतेही नींदमे चली गइ तब मुजे लगा कीसीने मेरा लंड मुठीमे पकडलीया

ओर मेने देखातो मंदाकीनीथी जो लंड पकडके अपनी चुतमे घुसा रहीथी

में : (धीरेसे) बेबी क्या कर रहीहे सोना नही हे क्या..?

मंदाकीनी : (धीरेसे मेरी ओर मुह करते) भाइ कुछ नही पुरी रात इसे अंदर रखोनां मुजे नेनुभाभीकी तराह सोना हे अंदर डालके मुजसे चीपक जाओ..

फीर मंदाकीनीने चुतमे लंडको घुसादीया तो मेने अ‍ेकही घकेमे पुरा लंड चुतमे उतार दीया तो मुहसे आह नीकल गइ ओर हसने लगी फीर मेने बुब्स पकडके बाहोमे भरलीया

मंदाकीनी : बस भाइ अ‍ेसेही मुजे बाहोमे लेके सुबह तक रखना बहुत मजा आता हे

तब आज काका सो गयेथे तब रुपेशभाइ नीर्मलाभाभीको चोद रहेथे ओर वोही हाल कृणालकाथा वोभी विमलाको चोद रहथा तब बाजुके उनके दोनो सालेभी अपनी वाइफके उपर चडके कमरको जटके दे रहेथे तब संजनाने नीरजको थकानका बहाना बनाके छुने

नही दीया तब दुसरी ओर अजयभी कजरीको जमके चोद रहाथा

तब इधर पीयु बबलुके उपर सवारथी वो बबलुकी कमरपे बबलुका लंड अपनी चुतमे घुसाके धीरे धीरे उछल रहीथी जब जड गइ तब बबलुके सीनेपे सर रखके उनके बाल सहेला रहीथी तब बबलुभी प्यारसे उनका सर सहेला रहाथा ओर दोनो बाते करने लगे

पीयु : जानु मुजे भाइकी पुरी स्टोरी सुननी हे वो लोग कोन हे..? जो आजके जमानेमे इम्पोसीबल हे जो कार्य आज कीया हे वो इम्पोसीबल हे जो सीर्फ उन चारोने कीया हे तब मेभी अंदर उनके पासही खडीथी ओर मम्मी ओर मामाकी सादीके बारेमे जानना हे

बबलु : बेबी वो सबतो भाइ या फीर नेनुभाभी सोनुभाभीही बता सकतेहे

पीयु : तो फीर ठीक हे मे कल सोनुभाभीसेही सब जान लुगी मेरी ओर रीटादीकी उनसे खुब पटती हे, जानु मे कुछ दीन यहा मम्मीके पास रुकना चाहती हु

बबलु : हां कोइ बात नही में भाइसे बात करलुगा तु फीर उनके साथही चले आना

अ‍ेसेही बाते करते दोनो इस पोजीसनमेही सो गये तब पीयु अ‍ेकदम मासुम लग रहीथी तब बबलुकी उनको देखकेही आंख गीली होगइ ओर मनही मन पीयुको खुब प्यार देनेकी ठानली वो पीयुको कभी नही छोडेगा उनका सारा गम भुला देगा यही सब सोचते

उनकीभी आंख लग गइ ओर हम सब सुबह ४ बजे तक सोते रहे

आजभी सब जल्दी उठ गये ओर सब फटाफट तैयार होने लगे तब लास्टमे नेनुने मुजे जगाया ओर मेभी नहाके तैयार होगया तब मेरी सब बीवीया हमारे रुममे आगइ तब आज काम्याभी थी साथमेथी तो मेरी ओर देखके हसने लगी फीर मेने सबकी मांग भरदी

सब मेरे पैर छुने लगी ओर हम सब बहार जाने लगे तब काका सुनील बबलु नीरज कृणाल दुसयंत सब रेडी होके चाइ नास्ता कर रहेथे तो हमची चाइनास्ता करने लगे

फीर हम सब कारे लेके मंदिरकी ओर नीकल गये ओर हमने वहा जाके देखातो सब दंग रेह गये क्युकी लगभग दो हजारके आसपास लोग इकठे हो गयेथे वो सबभी सुरजकी पहेली कीरनपे मंदिर कोनसा कलर पकडता हे वो देखने आयेथे तब कुछ मीडीया

वालेभी सब कवर करने आयेथे जीसे देखके रीटा ओर दिवु बहुतही खुस होगइ

ओर जेसेही सुरजकी पहेली कीरन मंदिरके उपर पडी तब पुरा मंदिर मानो सोनेका हो अ‍ेसे गोल्डन कलरमे चमकने लगा ओर अंदरभी हीरे की वजहसे पुरा मंदिर रोसनीसे दमकने लगा तब लोग हर्षोलास करने लगे ओर मीडीया सब कवर करने लगा तब नेनुने

अंदर दर्शन करनेकी बातकी तो हम सब चले गये तब जाके लोगोका ध्यान पडा

की हमभी देखने आयेथे तो लोग हमारे पीछे दोड पडे ओर हम मंदिरमे चले गये तब मीडीयावालेभी दोडके आगये ओर हमे दर्शन करते सुट करने लगे तब मेने नेनुने सोनु अंजु फीर सबने बारी बारी मेरे साथ दर्शन कीया तब बहुत भीड बढने लगी ओर सब

मुजसे हाथ मीलने लगे ओर हमारे साथ सेल्फी लेने लगे ओर हम सब भागके कारमे बेठ गये तब सुनील ओर काका ठहाके मारके हसने लगे फीर हम सब आश्रममे आ गये

बाबा : आ गये बरखुदार करलीये दर्शन हें..हें..हें..

में : (हसते) हां..बाबा करलीये दर्शन..बडी मुस्कीलसे छुटके आया हु अभीसे कीतने लोग मंदिर देखने आयेहे पुरा मेदान भरा हे हें..हें..हें..

बाबा : (हसते) ये सब मेरी ये दोनो बेटीकी वजहसे मुमकीन हुआ हे सब उनके बदलते कलर देखने आये हे बस यही खुबीया दोनोको कहासे कहा तक पहोंचा देगी पताही नही चलेगा (देवीकी ओर देखते) माइ केसी हो..नींदतो आगइथीनां..

देवयानी : हां बाबा आज अ‍ेसा लगता हे आज सोनेका सुरज नीकलके आया हे

बाबा : हां बस अबतो हरदीन यही होगा मेरी ये दोनो बेटीओने ओर सुनीलने बहुत महेनत कीहे (दिवु ओर रीटाको) बेटी मांगले आज तेरा ये बुढाबाबा तुजे आशीर्वाद दे रहा हे तेरी हर मनकी मुराद पुरी होजाये बोल अब क्या चाहीये

दिवु : बस बाबा कुछ नही चाहीये आपकी ओर इेशरकी कृपा हमेसा हम सबपे बनी रहे

रीटा : बाबा हां हमे यही चाहीये बस अ‍ेकही तमना हे अब हर जन्ममे हमे यही पतीके रुपमे मीले अ‍ेसी हमारी कामना हे बस ओर कुछ नही चाहीये

बाबा : (हसते) ठीक हे बेटा मेरा आशीर्वाद हे यही होगा (देवयानीको) माइ बस जल्दसे जल्द मेरी दोनो बेटीओकी इच्छा पुरी करदो

देवयानी : (हसते) जी बाबा..बस दोका काम ओर करना हे सबका हो जायेगा

बाबा : (पीयुको) क्या ये सुनीलकी बेटी हेनां..? बेटी कुछ दीन इधरही रुकजा..

सुनील : हां बाबा ये मेरी बेटी हे ओर हमारे दादाकी बेटेके साथ सादी करली हे यहीहे हमारे जमाइ बबलु जो महाराजका आइसक्रिमका बीजनेस सम्हालता हे हें..हें..हें..

बाबा : (जोरोसे हसते) हां ये सही कहा तुने..महाराज..हें..हें..हें..

में : क्या बाबा सुबह ..सुबहही..अब काहेका महाराज..हें..हें..हें..

बाबा : नही बेटा हमतो मजाक कर रहेहे पर सुन ये सुनीलकी बेटी लक्ष्मी बनके आइहे इस लडकेकी जींदगी बदल जायेगी..

कहातो पीयु सरमाके बबलुकी ओर देखके हसने लगी फीर बाबासे सब खुलके बाते करने लगे ओर बाबाभी सबको जवाब देते रहे तब मे ओर काका सुनीलभाइ गौशालाकी ओर चले गये तब सुनीलभाइने पु.दादाकी अस्थीके बारेमे बात की तब मे बबलु ओर

देवयानी पीयु मालीनी ओर मंदाकीनीको लेकर कलही हरद्वार जानेका फैसला करलीया फीर हम सब महेलमे वापस आगये

आतेही मेने जानेकी जानकारी देदी तब नेनुने सोनुको साथ लेजानेकी बात कहीतो सोनु खुस होगइ तब नीरज कृणाल उनके दोनो साले सबने दोपहरको जानेकी बात कही तो अजयभी सबके साथ चलेजानेको तैयार हो गया तब काका उनके सामनेभी नही देख

रहेथे तो दुसयंत महेशभी काफी दीनोसे इधर थातो वोभी जाना चाहता था

महेश : जीजु वहा अभी कोइ नही ओर बबलुभी आपके साथ आ रहा हेतो वहा जाना जरुरी हे बंगलो ओर फेक्टरी अ‍ेसेही हे फीर बबलु काम खतम होकेही आजायेगा

बबलु : भाइ मे हरद्वारसे सीधेही उधर आजाउगा क्युकी पीयु कुछ दीन इधर रुकने वाली हे फीर वो सीमाभाभी सब साथमे चले आयेगे

सीमा : हां वो हमारे साथ आजायेगी अब यहा सब काम खतम हो गया हे

अ‍ेसेही सब प्राग्राम तैय करके हम सब लंच करने बेठ गये ओर वहाभी खाना खाते यही चर्चा कर रहेथे तब पीयु सोनुके साथ कुछ बाते कर रहीथी फीर खाना खाके सब जानेकी तैयारीया करने लगे कृणाल विमला नीरज संजना फीर उनके दोनो भाइभाभी फीर

दुसयंत महेश अजय मुनी कजरी सब महेमान जानेको तैयार हो गये

ओर सब हमे गले मीलने लगे तब संजनाकी दोनो भाभीने मुजे कसके गले लगाया ओर धीरेसे घर आनेकी बात कही फीर दोनो हसने लगी तब संजना ओर विमलाभी मुजे मीलनेको कहेके नीकल गइ ओर सबको हमारी कार अ‍ेयरपोर्ट छोडके आ गइ तब अंजुने

मेरी सोनु देवी मालीनी मंदाकीनी बबलु पीयुकी टीकीट बुक करली

तब मे मीरा लताभाभीके रुममे चला गया तो मीराने दरवाजा बंध करके आनेको कहा तो मेने दरवाजा बंध करदीया ओर मीराके पास चला गयातो वो बेडपे बेठके हमारे बच्चको दुध पीला रहीथी ओर मेरे सामने देखके हस रहीथी तब लताभाभीभी अपने बच्चेको

दुध पीलाने लगी तब मेने मीराकी गोदमे सर रखदीया ओर उनका दुसरा बुब्स खालीथा वहा मुह लगादीया तो दोनोही हसने लगी ओर मे भी दुध पीने लगा

मीरा : (हसते) अरे मेरा बेबी.., हें..हें..हें..आप बीलकुल अपने बच्चे जेसेहे

में : (फीर उठते मीराको बाहोमे भरते) हां बेबी अब बोल केसा लग रहा हे आपको..?

मीरा : (गीली आंख करते) थेन्कयु बाबु आपनेतो मेरी जींदगी हरी भरी करदी मेनेतो कभी कल्पनाही नही कीथीकी मेभी कभी बच्चे पैदा करुगी..ओर आपने सब मुमकीन करदीया आइ लव यु सो मच..मु..हां..

लताभाभी : हां राज आइ लव यु अभी दुसयंत मीलके गया वो कीतना खुस था

में : ठीक हे आप इनको दुध पीलाओ मे मेरी दुसरी बीवीओको मीलके आता हु देखुतो सही दोनो क्या कर रही हे वोभी बच्चोको दुध पीलाती होगी..

मीरा : जानु अब धाराका वक्त हो गया हे हमे कीसीभी वकत उनको लेकर जाना पडेगा आप इधरही रहीयेगा कही मत जाना

में : बेबी हमने कल दादाके अस्थी वीसर्जनके लीये जाना हे सामको वापस आजायेगे

मीरा : ठीक हेतो फीर काका या सुनीलभाइको सब कहेके जाना

में : हां बेबी फीकर मत करो भावु ओर काम्याको सब पताही हे ओर वेसेभी रुपेशभाइ हे

मीरा : जानु वो काम्यासेभी आपने सादी करलीहे उनकाभी मेरे जेसाही इस्युथा तो बेचारीका काम करदेना वो बहुतही अच्छी लडकी हे

में : (धीरेसे) बेबी काम करदीया..सी इस प्रेगनेन्ट कुछही दीनोमे वोभी खुस खबरी सुनायेगी

मीरा : (खुसीसे हसते) सच..? तबतो अच्छा हे बाबा उनकीभी जींदगी सवर जायेगी

लता : (हसते) दीदी पता नही केसा हथीयार हे इनका सबको अ‍ेकही बारमे पेटसे कर देतेहे बस बाबु अ‍ेसेही हम सबका खयाल रखीयेगा.. हें..हें..हें..

फीर मे काजु ओर सगुके पास चला गयातो दोनोही लेटके अपने बच्चोको दुध पीलातीथी तो मुजे देखतेही सरमाके हसने लगी फीर दोनोके बुब्सके साथ खेलके उनको फीर बच्चेको प्यार दीया तब काम्या हमारे रुममें आ गइ आके दोनोको चेक कीया फीर मेरा

हाथ पकडके बहार जाने लगी ओर सीधेही दोनो उनके दुसरे रुममे चले गये

काम्या : जानु चलो दरवाजा बंध करदो मुजे प्यार करना हे कमीनी कोइ आपको छोडतीही नही ओर मे यहा अकेली पडी हु आपको मेरी याद नही आती..?

में : बेबी तो फीर तुभी हम सबके साथ आजा वहा क्यो अकेली पडी हे

काम्या : (अपने कपडे नीकालते) जानु समजोना मुजे सबके सामने बहुत सरम आ रहीहे

में : (मेरे कपडे नीकालते) अरे इसमे सरमानेकी क्या बात हे अब सबको पताही हेकी तु मेरी बीवी हो गइहे तो फीर कीस बात की सरम आरही हे चल आजा..

ओर हम दोनो दो जीस्म अ‍ेक जान होगये ओर प्यारके महासागरमे गोते लगाने लगे काम्या बहुतही कामुक तरीकेसे मुजसे उछल उछलके चुदवा रहीथी वो पुरी तराह कामाग्नीमे जल रहीथी मानो वो बरसोसे इस प्यारके लीये प्यासी हो मे लगातार चुदाइ करते

उनके बुब्स गरदन कानकी बुट ओर उनके रसीले होठ चुमेही जा रहाथा

दो दीनसे मेनेभी सेक्स नही कीयाथातो सारी कसर काम्याको चोदके नीकाल रहाथा तब दोनोही वाइल्ड सेक्सकी ओर बढने लगे ओर काम्याने सेक्स करते हींसक रुप धारण करलीया तब मेने उनके होंठ ओर दोनो बुब्स काटके सुजादीये फीरभी मुजे जोरोसे

चोदनेके लीये उक्साती रही ओर मेरी पीठ नाखुन गाडके सुजादी मेरे होंठभी काटलीये

ओर काम्याको तीन बार जडाके दोनो अ‍ेक साथ छुट पडे ओर दोनोही ढेर होगये तब काम्या पुरी पसीनेसे भीग चुकीथी ओर अपनी सांस कंटड्ढोल करते मेरी ओर देखके हस रहीथी ओर मेने उनके बुब्सपे सर रखदीया तब वो मेरे सरको सहेलाने लगी

काम्या : जानु मजा आगया..आपने क्या मस्त चुदाइकी मेरी बस मुजे अ‍ेसेही प्यार करना

में : बेबी तुभी मेरी अंजुकी तराह हे तुजे वाइल्ड सेक्स करनेकी क्या जरुरतथी तेरी हालत देखी तुमने..? दोनो बुब्स ओर होंठ सुज गये तेरे.. ओर मेरे होंठभी सुजा दीये..

काम्या : (हसते) तो क्या हुआ लोगोको पतातो चलना चाहीयेना की हम दोनो कीतना प्यार करतेहे..बाबु मुजे कीसीकी परवाह नहीहे मुजे सीर्फ आपकी ओर मेरी सब बहेनोकी परवाह हे बस..जीसे जो समजना हे समजे..

में : बेबी बात कुछ ओरही हे बतादो आज कीस खुसीमे प्यार कर रहीथी..हें..हें..हें..

काम्या : (जोरोसे हसते) तो मेरे जानुको पता चल गयाकी मे कोइ खुसीमे आपसे प्यार कर रहीथी.., सही कहा आपने जानु आपसे अ‍ेक बात कहेनीथी जब हमने पहेली बार कीया तबसे मुजे पेटमे कुछ अजीबसा लग रहाथा फीर मेने ओर माधुदीदीने मेरी सब

रीपोर्टकी तो पता चला मे ठीक होगइहु्र मेरा गर्भासय सबकी तराह नोर्मल होगया हे ओर मे सायद प्रेगनेन्टभी हो चुकी हुं बस कल सब पता चल जायेगा आइ लव यु बाबु

में : क्या मस्त खुसखबरी सुनाइहे तुने चल इस खुसीमे अ‍ेक राउन्ड ओर होजाये..

काम्या : (हसते) जानु अ‍ेक क्या दो राउन्ड होजानेदो मुजे आज आपसे बहुत प्यार करना हे जी चाहता हे बस दीन रात आपसे चुदवातीही रहु क्या मस्त चोदतेहो आप

कहेके वो कमर हीलाने लगी ओर इस बार दोनोके बीच घमासान चुदाइ हुइ इस बारभी काम्याको तीन बार जडादीया फीर दोनोही साथमे जडने लगे तब काम्याने मुजे कसके बाहोमे भीचलीयाथा ओर मुजसे लीपलोक करलीयाथा जब दोनो सांत हो गये तब जाके

मेरे होंठ छोडे ओर मेरी आंखोमे हसते हुअ‍े देखती रही फीर मुजे सीनेसे लगालीया

काम्या : राज आइ लव यु आइ लव यु जीतो चाहताहे आपको छोडुही नही पर क्या करु होस्पीटल जाना पडेगा आप रातमेभी मुजे रगड रगडके प्यार करना..मे उधर आजाउगी

में : हां..अब ठीक हे बेबी सबके साथ रहा कर अ‍ेक बार सबकी डीलीवरी हो जानेदे हम फीरसे अनुभुती करेगे तब तुजे कोइ सीकायत नही रहेगी

काम्या : ठीक हे जानु अब चलो बाथरुममे जाना हे आपनेतो मुजे पुरी नीचोडली..

में : (लंड बहार नीकालते) अरे..उल्टा चोर कोटवालको डांटे..हें..हें..हें..

काम्या : (बेडसे खडे होते हसते) अरे आपतो अ‍ेसे केह रहेहे जेसे आपने मजेही नही कीये कीतने उछल उछलके मुजे चोद रहेथे..बात करतेहे..हें..हें..हें..

तब मे उसे बाहोमे पकड लेताहु तो जोरोसे हसते मुजसे छुटनेकी कोसीस करती रही ओर हम दोनो मस्ती करते बाथरुममें चले गये वहाभी मेने काम्याको खडे खडे ओर घोडी बनाके चोद लीया तब वो बहुतही कामुक तरीकेसे मेरे सामने देखके हस रहीथी फीर

दोनो नहाके बहार आ गये ओर तैयार हो गये तबभी काम्या मुजे नसीली आंखोसे हसते हुअ‍े देख रहीथी ओर हम हमारे रुममे आगये तब मेरी सब बीवीया हमारी ओर घुर रहीथी

तो हमे हसी आगइ तब माधु हमे मारनेके लीये दोडी तो मे ओर काम्या हसते हुअ‍े बहार भाग गये ओर सीधे होलमे आ गये वहा केशर नंदाभाभी काकी तारा ओर सारीका बेठे थे तब सारीका बहुतही कामुक नजरोसे मेरी ओर देखके मुस्करा रहीथी तब मे उनसे

चीपकके बेठ गया तो मुजे हसके बाजुमे मुका मारदीया ओर हसने लगी तभी बबलु ओर पीयु आगयेतो मुजे उनकी मम्मीसे चीपकते हुअ‍े देखके वोभी हसने लगी

पीयु : मम्मी मे बबलुजीके साथ हमारी होटेल देखने जा रही हुं मेने कभी नही देखी

सारीका : हां बेटा ध्यान रखके जाना दोनो कारमेही चले जाओ ओर टाइमपे आजाना

बबलु : जी मम्मीजी बस अ‍ेक घंटेमेही सबको मीलके आजायेगे

केशर : (हसते) बबलु बेटा आते वक्त आइसक्रिम लेके आना कीतने दीन हो गये तेरे हाथकी आइसक्रिम नही खाइ हें..हें..हें..

बबलु : (हसते) ठीक हे भाभी लेआउगा..हें..हें..हें..

केशर : (खडी होके हसते) भाभीके बच्चे..इधर आतो..दादी हु तेरी..

बबलु : (दुर भागते हसते) जी नही..पहेले थी अब नही अब बाकायदा मेरी भाभीहो पुछलो भैयासे हें..हें..हें..

काकी : (जोरोसे हसते) हां सही कहा बबलु तुने बैठीये आप उनकी भाभीही हे हें..हें..हें..

केशर : (हसते) तुभी क्या रमा इनकी हांमे हा कर रहीहे देखने अब जानबुजके कहेगा

पीयु : (हसते जाते) चलो मम्मी हम चलतेहे जल्दी आजायेगे हें..हें..हें..

केशर : (मेरी ओर कातील नजरसे हसते) बहुत बदमास हो गया हे सब इन्होने ही सीखाया हे हें..हें..हें..

तभी मेरी सबभी बीवीया आगइ ओर हमने चाइ नास्ता करलीया तब माधु ओर काम्या मेरी ओर हसते हुअ‍े होस्पीटलकी ओर चली गइ तब बाकीकी सब अपनी ओफीसमे जाके सब काम देखने लगी तो भावुनेभी कल वापस बोम्बे जानेकी बातकी ओर अपनी

टीकीट बुक कराने अंजुके पास ओफीसमे चली गइ तभी दिवु दोडके आगइ

दिव्या : जानु फटाफट कार नीकालो धारादीको पेइन हो रहा हे

कहेके वो दोडके वापस चली गइ मेने फटाफट जाके देखातो धारा दोनोहाथसे पेट पकडके दर्दके मारे मुह बीगाडते खुरशीपे बेठीथी तो काक आगये ओर कार लेने दोड पडे ओर मुजे धाराको लेकर आनेको कहा तो मेने जाके धाराको गोदमे उठालीया

नेनु : भाइ धीरेसे मे माधुको फोन करदेतीहु सब तैयार रखे

तब मे धाराको लेकर बहारकी ओर जटसे जाने लगा तब धाराने दोनो हाथ मेरी गरदनमे डालदीयाथा ओर मुजे देखने लगी तब देवयानी ओर मायाभी आ गइ ओर मेने धाराको पीछे सुलादीया तब दिवुने कार नीकाली तो देवयानी ओर माया उनमे बेठने लगी

ओर मे धाराके पास बेठ गया ओर दोनो कार हमने होस्पीटलकी ओर दोडादी

धारा : (दर्दसे) भाइ आप मेरे साथ ही रहेना बहुत डर लग रहा हे

में : कुछ नही हुआ बेबी बस अभी डीलेवरी हो जायेगी मे हुनां..

ओर हम होस्पीटल पहोंच गये तब मे धाराको गोदमे उठाके अंदर जाने लगा तब सामनेही स्टड्ढेचर लेके आ रहेथे धाराको मेने उनमे सुला दीया ओर मेभी उनके साथ सीधेही ओटीमे चला गया तब धाराको ओटीके टेबलपे सुलादीया तब माधु ओर काम्या

दोनोही तैयारीया करने लगी मुजेभी डड्ढेस पहेना दीया ओर मे धाराके पास चला गया

तब धारा दोनो हाथ मेरी गरदनमे डालके मुजे उनसे चीपकालीया ओर हमारे होंठ मील गये तब धारा बहुतही कामुक नजरोसे मेरी आंखोमे देखती रही ओर हम मदहोस होगये तब धारा बहुतही कामुक होगइ ओर मेरे मुहमे जीभ डालके मेरी जीभसे पेच लडाने

लगी ओर मेरा हाथ उनके बुब्सपे चला गया ओर दोनोही प्यार करने लगे

कन्टीन्यु....
 

Mahesh007

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Dilavar bhai update ka intjar nahi tha fir bhi update mast tha ange to dhara ke bacche ke bare me jankari hogi ki beta beti he ya dono saman he
Bhai 110 ke bad ke update bhi text me dal do plz
 

Mahesh007

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Dilavar bhai 120 se ange bhi sochna plz
 

Rajroyal

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Jordaar bhai
 

Mahesh007

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Dilavar bhai aaj sanday he intjar rahega plz
 

dilavar

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - १७६

तब धारा दोनो हाथ मेरी गरदनमे डालके मुजे उनसे चीपकालीया ओर हमारे होंठ मील गये तब धारा बहुतही कामुक नजरोसे मेरी आंखोमे देखती रही ओर हम मदहोस होगये तब धारा बहुतही कामुक होगइ ओर मेरे मुहमे जीभ डालके मेरी जीभसे पेच लडाने लगी ओर मेरा हाथ उनके बुब्सपे चला गया ओर दोनोही प्यार करने लगे....अब आगे

नाजाने हम कबसे प्यार कर रहेथे तब काम्याने मेरे कंधेपे हाथ रखा तो हम दोनो अलग होगये तब माधु दोनो बच्चेको लेकर आ गइ तो धारा बोल पडी

धारा : (धीरेसे) अरे डीलीवरी होगइ..?

काम्या : (हसते) कबकी होगइ दोनो प्यार करनेमेजो लगेथे बच्चे आ गये फीरभी पता नही चला..? कीतना प्यार करतेहो दोनो हें..हें..हें..

धारा : (मेरी ओर हसते) भाइ हमारे बच्चे आगये आइ लव यु भाइ..

माधवी : धारादी जेसे केह रहेथे अ‍ेसाही हुआ बच्चा ओर बच्ची दोनोही आ गये ओर वजनभी काफी हे बहुत हेल्धी हे ये हमारे अ‍ेनेस्थेसीयाभी अच्छा हे हें..हें..हें..

में : (माधुको बाहोमे भीचके) चुप कर..में कोइ अ‍ेनेस्थेसीया नही हु मेरी भहेनको प्यार कर रहाथा ये बता इनको घर कब लेजाना हे

काम्या : अरे इतनी जल्दी कहा कमसे कम १२ घंटेतो रहो इधर कल सुबह लेजाइअ‍ेगा

फीर मे बहार चला गया तो काकाने मुजे अभीनंदन दीये तब सोनु मनु नीराली सुनीलभाइ सब आगये ओर तब धाराकोभी रुममे सीफ्ट कर रहेथे तो सब बच्चोको देखने लगी तभी सोनु आके मुजसे लीपट गइ फीर हम दोनोभी अंदर चले गये तब धारा मेरी ओर देखके हस रहीथी ओर मेने जाके उसे लेटे लेटेही हग करलीया

धारा : (धीरेसे) भाइ थेन्कयु वेरी मच मेरी बरसोकी तम्मना आज पुरी हो गइ मेने मेरे भाइके बच्चे पैदा करलीये बस अब पापाभी वापस आ गये हें..हें..हें..

माया : सखा अब आप लोग सबको लेके जाओ डीनरका वक्तभी हो गया हे मे ओर देवयानीदी इधरही हे हमारे खानेकी चीन्ता मत करना हमारा टीफीन आ गया हे

मे धारा फीर माया देवयानीके होठोपे कीस करके बहार नीकल गयातो मेरी सब बीवीयाभी हसके तीनोको गले मीलके ओर बच्चेको प्यार देते बहार आगइ फीर मे काका सुनील सब कार लेके महेलमे आगये तब नेनु दोडके मुजसे लीपट गइ ओर धाराकी खबर पुछने लगी फीर हम सब फ्रैस होके खाना खाने बेठ गये तब रुपेशभाइ माधु ओर काम्याभी बबलु पीयु आगये ओर वोभी हमारे साथ बेठ गये

हम खाना खाते बाते करने लगे हमे सुबह जल्दी जाना था हमे ६ बजे अ‍ेयरपोर्ट पहोचनाथा फीर वहासे स्पेसीयइ गाडीमे जाना था वो सब अंजुने टड्ढावेल्समे कहेके अ‍ेरेन्ज करदीयाथा फीर हम सब डीनर फीनीस करके बहार आगये ओर कुछ गार्डनमे बेठे रहेतो कुछ टहेलने लगे मेभी टहेल रहाथा तब पीयु मेरे पास आगइ

में : अरे पीयु बेटा देखली हमारी होटेल..?

पीयु : (हसते) हां पापा बहुत मस्त होटेल हे क्या ये पहेले मेरे सुनील पापाकीथी..?

में : हां बीटु अभीभी उनकीही होटेल हे हें..हें..हें..हम कहा अलग हे..?

पीयु : पापा मेने सोनु मम्मीसे आपकी पुरी स्टोरी सुनी क्या आपकी १६ रानीओमे मेरी मम्मी ओर तारामोमभी हे..? मेरी समजमे कुछ नही आ रहा क्या आप बता सकतेहे

में : नही बीटु अभी इसका वक्त नही आया तो फीर जानके क्या करेगी?

पीयु : पापा मुजे पता हे सुनीलपापाकी तबीयत अच्छी नहीहे सायद इसीलीये आपने मुजे यहा रुकनेके लीये कहा हे क्या मे सच केह रहीहुनां..?

में : बीटु तुभी मंदाकीनीकी तराह सवाल बहोत पुछती हे बेटे वो सब तेरे जाननेके लीये नहीहे क्यु खामखा टेन्शन ले रहीहे वो सब हमपे छोडदे तु बस यहा मजे कर..

सोनु : (हमारे पास आते) अरे पीयु तु यहा हे मे कबसे तुजे ढुंढ रहीथी चल सोना नहीहे क्या आज जल्दी सोना कल सुबह हमे जल्दी उठना पडेगा भाइ आपभी आजाओ..

पीयु : (जोरोसे हसते) सोनुमोम क्या अपने पतीको आप भाइ कहेती हे हें..हें..हें..

सोनु : (मेरी ओर हसते) पीयु तु मार खायेगी.. पती हेतो क्या हुआ हेतो मेरे भाइ..

पीयु : कीतना अजीब हेना यहातो सब रीस्तेके मायनेही बदल गये ओर ये अच्छाभी हे जो जेसे चाहे अपनी मरजीसे जी तो सकतेहे यहाही रहेने आजाना चाहीये

सोनु : (हाथ पकडते) पीयु चल हम कल साथही हे सब बाते कल आरामसे करेगे चल..

पीयु : चलो पापा मे जाती हु गुडनाइट हम कल बात करेगे

अच्छा हुआ सोनु पीयुको लेके चली गइ वरना पीयुके सवालोका जवाब देना मेरे लीये मुस्कील होजाता में उनको केसे कहेता की तेरे पापा कुछही दीनोके महेमान हे ओर तेरी दोनो मम्मीया मेरी बीवी होजायेगी वेसेतो उनको सब मालुम पड गया लगता हे तभी वो इतनी सहजतासे मेरे साथ बात कर रहीथी जोभी हो आनेवाले समयमे मेरा ओरअ‍ेक साथी चले जाने वाला था तब मेरे पास मेरे काकाही थे

फीर हमसब सोने चले गये आज काम्याभी हमारे साथ सोने चली आइ मेने सोनु रीटा दिवु सबके साथ सेक्स कीया तब काम्याकोभी मेने चोद लीया तब नेनुने मुजे पुरी रात भावुके साथ प्यार करनेको कहा क्युकी वोभी कल चले जानेवालीथी ओर मेने भावुको पुरी रात जमकर चौदा तब बीचमे मेरी ओर भावुकी बातेभी हो रहीथी

भावीका : जानु आपकी रीमाभाभीसे बात होगइ..? वो प्रगनेन्ट हे..

में : हां भावु सब बात होगइ मे वहा गयाथा तब बात हुइथी..

भावीका : जानु वो सुमनभाभी आपको याद कर रहीथी सायद वोभी पेटसे हो गइ हे

में : भावु कभी कभी हमारे बंगलोपे जाती रहेना ओर हो सकता हे आने वाले समयमे मंदाभाभी हमेसाके लीये उधर रहेने आजाये उनके दोनो बच्चे अब वही होस्टेलमे रहेके पढाइ करेगे तो उनकाभी ध्यान रखना

भावीका : जानु क्या कुछ हुआ हे वो वह क्यु आना चाहती हे..?

में : नही बेबी अभी कुछ नही हुआ वो हमारे बीजनेसका वही हेड क्वाटर बनाना चाहती हे

अ‍ेसीही बाते करते भावुको चोदता रहा आज भावुकी सारी कशर मेने पुरी करदीथी वो बहुतही थकके संतुस्ट हो चुकीथी फीर हम नहाने चले गये तो पीछे सोनुभी आ गइ ओर हमने नहालीया तब देवयानी मालीनी मंदाकीनीभी नहाके तैयार हो गइ ओर मेने सबकी मांग भरदी तब नेनु मायाही जागीथी बाकी सब सोइ पडीथी

फीर हम होलमे आ गये तब बबलु ओर पीयुभी तैयार होके आ चुकेथे तब हमने चाइ नास्ता करलीया ओर नेनु मायाको हग करलीया फीर हम कारमे बेठ गये भावुको ८ बजे जानाथा तो वो वही रुक गइ हम सीधे आश्रममे चले गये वहासे दादाकी अस्थीया लेके सीधे अ‍ेयरपोर्टकी ओर नीकल गये ओर सब फोर्मालीटी पुरी करके हम बैठ गये

बबलु : भाइ मेने मेरी टीकीट चेन्ज करवाली हे मे वहीसे सीधे राजकोट चला जाउगा

मे ओर बबलु साथमेथे तब पीछे देवयानी मालीनी बेठीथी तो उनके पीछे सोनु मंदाकीनी ओर पीयु बाते कर रहीथी तब पीयु हमारी पुरी स्टोरी सोनु ओर मंदाकीनीसे सुन रहीथी तब सोनुने सब बतादीयाकी तेरी मम्मी सारीका ओर ताराभाभी दोनोही हमारे पतीसे सादी करलेगी पीयु सब सुनके हसतीही रही उनको अब कोइ अ‍ेतराज नही था

पीयु : (हसते) तबतो मे आप सबको मम्मी ओर राजभाइको पापा कहेती हु वो सब सही हेना देखा सब अनायासही हो गया आप लोग सचमे मेरे मम्मी पापा हो जाओगे

सब अ‍ेसेही बाते करते आग्रा पहोंच गये वहासे हम सबके लीये बहार अ‍ेक छोटी अ‍ेसी बस खडीथी उनमे हम बेठके सीधे हरीद्वार चले गये वहा मेने ओर बबलुने मीलके सब वीधीया ओर पींडदान कीया फीर दादाका अस्थी गंगामे वीसर्जन करदीया फीर हम होटेलमे चले गये वहा नहाधोके सबने लंच करलीया फीर साम चार बजे तक हमसब सोते आराम करते रहे ओर उठके चाइनास्ता करके नीकल गये ओर बसमे आग्रा पहोंच गये

बबलु : (हमे गले मीलते) भाइ वहासे मे बोम्बेसे सीधे राजकोट चला जाउगा

तब पीयु उनको गले मीली ओर उनसे बुछ बाते करली तब आज पहेली बार बबलु देवयानी मालीनी ओर मंदाकीनीके पैर छुके अ‍ेक बार सबकी फीरसे माफी मांगने लगा तब सबने उनको गले लगालीया ओर उसे माफ करदीया फीर बबलु अंदर चला गया

तब पीयु बहुतही खुस होगइ ओर मंदाकीनीको गले लग गइ फीर थोडी देरके बाद हमारीभी फ्लाइट आ गइ ओर हमसब भी फलाइटमे बेठ गये ओर वापस हीमाचलकी ओर नीकल गये तब देवयानी मालीनी मेरे साथ बेठ गइ तब सोनु पीयु ओर मंदाकीनी हस हसके बाते करती रही तब देवयानी मेरे कंधेपे सर रखके बेठ गइ

देवयानी : राज मेरा सब कार्य संपुर्ण होगया अब मेरा अतीतसे कोइ वास्ता नही हे

मालीनी : मोम भुल जाये सब अबतो भाइभी बदल गया पीयु बहुतही अच्छी लडकी हे

देवयानी : हां बेटा हमे बहुतही अच्छी बहु ओर बेटी मील गइ हे..राज आप क्या कहेते हो

में : देवी मेरी तो वो केवल बेटीही हे अ‍ेसा लगता हे वो सुनील सारीमाकी नही मेरी ओर सारीकाकी ही बेटी हे बहुतही मासुम ओर भोली..

देवयानी : हां बस मेरे बबलुकी जींदगी सवर जाये वोभी पीयुको बहोत प्यार करता हे

अ‍ेसेही बाते करते हम पहोय गये तब बहार हमारी कार खडीथी हम सब वापस महेलमे आगये तब धाराभी अपने दोनो बच्चेके साथ घर आ चुकीथी भावुभी चली गइथी अबतो हमारा मंदिर अ‍ेक पर्यटक स्थलही हो गयाथा हजारो लोग इनकी खुबीया देखने आ रहेथे अबतो हमारा होटेल हमेसा फुलही रहेता था अ‍ेसेही अ‍ेक हप्ता नीकल गया तब सुनील तारा सब उनके बंगलोपे चले गयेथे

तब पीयु कभी वहा तो कभी हमारे साथ रहेतीथी इस बीच मे बाबासे मुलाकात करता रहा तब रीलेक्सके टाइम काका ओर सुनील होटेल चले जाते ओर पार्टी करके दोनो वापस आजाते तब मेभी कभी हमारी फ्रेक्टरीपे तो कभी स्कुल कोलेजमे जाके चलकर लगाता कामतो कुछ था नही बस सबके कामका जायजा लेता रहेता

तब अ‍ेक दीन साम मुजे काका का फोन आया ओर मुजे होस्पीटल बुलाया तब मे कीसीको कहे बीना होस्पीटल चला गया तब काका ओर रुपेशभाइ मेरा इन्तजार करते बेठे थे तो काका बहारही मेरा वेइट कर रहेथे तब मे ओर काकाके साथ रुपेशभाइकी ओफीसमे चला गया तब रुपेशभाइभी मेराही वेइट करते बेठेथे आज कोइ ओटीपी नही था साम आठ बज गयेथे तो रुपेशभाइने काम्या ओर भावुकोभी घर भेज दीयाथा

काका : आओ बेटा मेटरही कुछ अ‍ेसीहे तो हमे आपको यहा अकेलेमे बुलाना पडा

में : हां काका कहीये क्या बात हे..? कोइ सीरीयस इस्यु हे क्या..?

रुपेश : हां भाइ बातही कुछ अ‍ेसी हे तो आपको बताना जरुरी लगा

काका : बेटा हम दोनो हमारी फेक्टरी पर गयेथे मे सब काम देख रहेथे ओर फीर ओफीसमे आके बेठेथे तब मेने चाइ मंगाली ओर हम पी रहेथे तभी सुनीलभाइको खुनकी उल्टीया हुइ..तो मेतो गभरा गया फीर रुपेशभाइको फोन कीया तो मुजे फोरन इधर लानेको कहा ओर मे उसे यहा लेकर आगया फीर उनका सब टेस्ट ओर रीपोर्ट कीया

रुपेश : भाइ मेने उन डोक्टरसेभी बात करली जहा अहेमदाबादमे उनका इलाज चल रहाथा उनकोभी सब रीपोर्ट दीखाइ तो वो इनकी कीडनी चेन्ज करनेको केह रहे हे पर सब रीपोर्ट देखनेके बाद वो मना कर रहेहे की इस हालतमे कीडनी चेन्ज करना जोखीम हे अब आपही बताओ हम क्या करे..? क्या ताराभाभीसे सब बात करले..?

काका : बेटा करण ओर दुसयंतकोभी बताना जरुरी हे आपही बात करलो..

में : काका बाततो मे करलुगा..अभी सुनीलभाइ कहा हे..?

काका : रुपेशभाइने उनको कुछ दवाइ दीहे तो फीर मे उनको उनके घरपेही सुलाके आया हु ओर बाबाकोभी मील लीया तो कहाकी आपको सब मालुम हे..

में : हां काका अब दोनो मेजो केह रहा हु दोनो सुनो..सुनीलभाइका वक्त खतम हो चुकाहे अब वो अ‍ेक दो दीनकेही महेमान हे चाहे हम उसे कहीभी लेजाये ओपरेशन थीअ‍ेटरसे जींदा वापस बहार नही आयेगे इनसेतो अच्छा हे कोइ काटछाट कीये बीनाही सांतीसे चले जाये.. फीरभी करणभाइ ओर दुसयंतको बताना जरुरी हे

रुपेश : भाइ क्या ये बात उनकी दोनो बीवीओको बतादे..वरना पीछेसे मालुम..

में : (बीचमेही बात काटते) भाइ उन दोनोकोभी सब मालुम हे दोनोही इस बातके लीये पहेलेसेही प्रीपेर हे बस सीर्फ उनके भाइको फोन करना हे

फीर मेने करण ओर दुसयंतसे सब बात करलीतो करण सीधे राजस्थानसे कल नीकलने वालाथा ओर दुसयंत मंदाभाभीको लेकर कल सुबह आने वालाथा बाकी सबतो यही थे फीर मेने महेशसेभी बात करली तो बबलुके आतेही मे नीकल जाउगा कहेके उसने फोन रख दीया फीर हम तीनो सुनीलभाइके घरकी ओर चले गये ओर अंदर आ गये तब सुनीलभाइको सारीका खाना खीला रहीथी तो हमभी वहा बेठ गये

सुनील : आओ भाइ आपको इधर धका खीलादीयानां बेठो सब..

में : भाइ अब केसीहे आपकी तबीयत..कुछ ज्यादा तकलीफतो नही वरना हम अहेमदाबाद चले जाते हे..

सुनील : अब ठीकही हुं बस थोडी उल्टी होगइ अब बहेतर लग रहा हे..भाइ अब कही नही जाना बहुत दोडधाम करली बस अबतो इेशर जो चाहे वोही होगा तो क्या चीन्ता

सारीका : राज इनको समजाओ अहेमदाबादमे इनकी टड्ढीटमेन्ट चल रहीहे तो हम वही चले जातेहे कीडनी बदलनीहेतो मे अ‍ेक देदुगी कोइ दीकत नही हे

सुनील : पागल होगइ हो क्या..इस हालतमे तुम कीडनी दोगी..? कुछतो सोच समजके बात करो ओर नही बदलनी मुजे कीडनी जीतनी भगवानने जींदगी लीखीहे इतनाही जीना हे तो क्यु काटछाट करना ओर इस उमरमे वो कीतना जोखीम भरा हे पता हे..?

रुपेश : हां भाभी भाइ ठीक केह रहा हेमेने अहेमदाबादमेभी उन डोक्टरसे बात करली हे वो लोगभी मना कर रहेहे तो जाके क्या फायदा उन्होने कहा हे वोही दवाइ हमने देदीहे ओर उस हीसाबसे यहाभी वो टड्ढीटमेन्ट हम करेगे कोइ चीन्ताकी बात नही हे

सुनील : भाइ आपसब ठीक कर रहेहो बस येथोडी भावनाओमे बहेकने लगी हे (सारीकासे) तु खामखा टेन्शन ले रहीहे यहा ये मेरा भाइ हेना फीर रामुभाइ हे तो क्या चीन्ता जाओ तुम ओर तारा खाना खालो मुजे कुछ नही हुआ ये सब हेनां..

तब सारीका आंख गीली करके चली गइ तो पीछे ताराभाभी भी चली गइ तब काकाने सुनीलभाइके साथ अभी रहेनेका फैसला करलीया तो रुपेशभाइने मना करदीया क्युकी उनको पताथा उनकी कभीभी जरुरत पड सकती हे तो काकासे कहा

रुपेश : काका आप रहेनेदो मे ओर नीमु अभी आतेहे हम इधरही रहेगे ताकी सुनीलभाइको कोइ तकलीफ ना हो मे सब सम्हाल लुगा वेसेतो कोइ जोखमकी बात नही हे बस अ‍ेसेही भाभीको तसली मीलती रहेगी

में : तो फीर भाइ आप इधरही रुको मे ओर नेनु अभी भाभीको लेकर आते हे फीर गपे लगायेगे ओर काकीभी आना चाहेतो उनकोभी लेकर आउगा

सुनील : बरखुदार पहेले खानातो खालो तीनो सीधेही होस्पीटलसे आये हो

में : भाइ इन दोनोको खीलादो मे अभी सबको लेके आता हु मे वही खालुगा

कहेके मे जटसे बहार नीकल गया ओर सीधेही महेलमे पहोंच गया तो सब हमारा खानेपे वेइट कर रहेथे थो हम फटाफट सब खाने बेठ गये तब नेनुने रुपेश ओर काकाके बारेमे पुछातो मेने कहा की दोनो सुनीलभाइके यहा खाने बेठ गये फीर हम सबने खाना फीनीस कीया ओर मे नेनुको लेके केशरके रुममे चला गया ओर नेनुको सब बतादीया

नेनु : भाइ तबतो ध्यान रखना पडेगा दिवु काजलको पीयुको सबको लेजाना पडेगा इससेतो बहेतरहे वो सबको इधरही लेके आओ काजलको इस हालतमे वहा कहा लेजाना ओर वेसेभी ताराभाभी ओर सारीकाभाभीका टाइमभी हो गया हे

में : ठीक हे नेनु तु ताराभाभीसे बात करले वहा काका रुपेशभाइभी तो हे अ‍ेक कार उनके पासभी हे ओर सुनीलभाइके पासभी हे तो सब दो कारमे आजायेगे

फीर नेनुने ताराभाभीसे बात करली की खाना खाके सब नीकल जाओ ओर इधर आजाओ थोडे दीन सबको इधरही रहेना हे तो ताराभाभी मान गइ क्युकी आने वाली परीस्थीतीके बारेमे उनकोभी पताथा ओर सारीकाकोभी सब पताथा तो दोनो आनेके लीये तैयार होगइ ओर थोडी देरके बाद सब महेलमे आ गये ओर हम सब बेठ गये

काजल : (आते) क्या हुआ पापा आपकी तबीयततो ठीक हेनां..?

सुनील : (हसते) अरे हां बेटा कुछ नही हुआ मे बीलकुल ठीक हु चींता मत करना

पीयु : पापा मे आपके पास रहुगी कुछभी चाहीयेतो मुजे बोलना

सुनील : (प्यारसे सरपे हाथ घुमाते) ठीक हे बेटा रहेना..बस तु मुजे पापा कहेतीहे वोही मेरे लीये बहुत हे बहोत तकलीफ उठाली तुने अब तेरे पापा हेना तुजे कुछ नही होने दुगा

पीयु : (सरमाके हसते) जी पापा..मेरे लीयेतो बबलुजीही काफी हे हें..हें..हें..

नेनु : (हसते) बडी तारीफ कर रहीहे अपने पतीकी..आनेदे उसे मे ठीक करती हु..

अ‍ेसेही सब बाते करते थोडी देर बेठे फीर सब सोनेके लीये जाने लगे तब पीयु सुनीलभाइके साथ चली गइ तो सारीका खुस हो गइ ओर दोनोही बाते करते अंदर जा रहीथी तब नेनु दिवु रीटाभी ताराके साथ बाते करते जा रहीथी तब तारा धीरेसे कहा

तारा : नेनुदी आज मुजे कुछ अंदर अजीब लग रहा हे मेरा जी घबरा रहा हे..

नेनु : भाभी धाराकोभी अ‍ेसा लग रहाथा वो सुबह मुजे यही फरीयाद कर रहीथी ओर सामको उनकी डीलीवरीभी हो गइ अगर अ‍ेसा लगताहेतो आप हमारे साथ सोजाये

तारा : अरे नही नही..वहा पीयुहेना कुछ अ‍ेसा लगेगातो पीयुको बुलाने भेज दुगी आप आजाना वेसेभी घरमेही सब डोक्टर हेतो चीन्ता करनेकी जरुरत नही मुजेभी अ‍ेसा लग रहाहेकी अब टाइम होगया हे तो कभीभी डीलीवरीके लीये जाना पडे इसीलीये ये सब हो रहा हे आज सारीकाकाभी मुड कुछ ठीक नहीहे (हसते) दोनो साथमे होगइथीनां..

नेनु : (हसते धीरेसे) हां पता हे दोनोने पुरी रात मेरे पतीको लुट लीयाथा सायद तभी दोनो पेटसे हो गइथी हें..हें..हें..

तारा : (धीरेसे हसते) अरे बाबा उस दो दीन दोनोकी हालत खराब रही दोनोही ठीकसे चल नही पा रहीथी इतनी हालत हमारी खराब करदीथी उस दो दीन पेटमे बहुत जलन हुइ हम तबही समज गइथीकी दोनोका काम हो गयाहे बस कुछ दीन वेइट करना था

दिवु : मम्मी अ‍ेसातो मुजेभी लगाथा मुजेभी दो दीन तक जलन हुइ क्या इनमे अ‍ेसा होता हे..?

तारा : हां बीटु मुजे काजलके ओर धर्मेशके टाइम अ‍ेसा फील नही हुआथा पता नही कैसा हथीयार हे इनका जीही नही भरता अभीभी सब इच्छा हो रही हे

नेनु : (धीरेसे कानमे) भाभी बस कुछ दीन वेइट करलो फीर आपकी सब इच्छा पुरी होजायेगी फीरतो बाकायदा आप इनकी बीवी होजायेगी तो फीर क्या दीकत हे

दिवु : मोम क्या आपने धर्मेशसे बातकी..? उनको खबर करदो वरना नाराज ना होजाये

तारा : बीटु जबसे गयाहे हमारी अ‍ेकबारभी फोन करके खबर नही पुछी वो क्या नाराज होगा अ‍ेक बार तबीयत खराबथीतो फोन कीयीथा तो कहेता हे मेरे पास टाइम नही हे आपही सब सम्हालो..तो बेटा अबतो उसे भुलही जा यही समजले वो हमारा बेटा नही हे

नेनु : भाभी अ‍ेसे नही कहेते तबकी ओर अभीकी परीस्थीतीमे फर्क हे आपको अ‍ेक बार उनसे बात कर लेनी चाहीये क्या कहेतीहो दिवु..?

दिवु : हां मोम आप कल उनको अ‍ेक बार फोन करदेना देखतेहे वो क्या कहेता हे

तारा : ठीक हे दोनो केह रहीहोतो कल उनको आप दोनोकी हाजरीमेही फोन करुगी

अ‍ेसेही बाते करते सब अपने रुममे चले गये तब काम्या आजभी हमारे रुममे आ गइ इस रात मेने जीतनीकाभी पेट नही नीकलाथा उन सबको रगड रगडके चोद लीया तब सब थकके चकनाचुर होगइ इनमे माधु सोनु मनु दिवु रीटा काम्या माया ओर देवयानी सामील थी फीर मे हमेसाकी तराह सोनुकी चुतमे लंड डालके चीपकके सोगया

तब बाजुके रुममे काका बडीही सावधानीसे मंजुकाकीको चोद रहेथे अबतो मंजुकाकी काकाके लंडकी आदी हो चुकीथी अब उसे हरदीन काका का लंड अपनी चुतमे चाहीये था ओर वो सामनेसे काकाको चोदनेके लीये कहेतीथी तो बाजुके रुममे रुपेशभाइभी नीर्मलाभाभीको चोद रहेथे ओर दोनो बातेभी कर रहेथे

नीर्मला : रुपेश अच्छा हुआ तुमने काम्याकी सादी देवरसे करवादी मुजे तुमको कीसीसे बाटना अच्छा नही लग रहा था हमे मजबुरीमे काम्याको अपनाना पडाथा अब देखो वो भी खुस लग रहीहे ओर ठीकभी होगइ हे

रुपेश : बेबी इसीलीयेतो उनको छोड दीया क्युकी वो भाइकी ओर आकर्सीत हो गइथी तो मेने सादी करवादी ओर उनको भाइही ठीक कर सकतेथे क्युकी हमारे मेडीकल लाइनमे उनको ठीक करनेका कोइ रास्ता नही था

अ‍ेसेही बाते करते दोनो चुदाइ करके सो गये तब हमसे दुर राजु आज मां बेटीको जमके चोद रहाथा अबतो मां बेटी दोनोही राजुसे खुलके प्यार करने लगीथी ओर राजुने विभाको प्रेगनेन्टभी कर दीयाथा बस चंदाको कुछ दीन वेइट करनाथा वो हर दीन वायग्रा खाके विभा ओर चंदाको पुरी रात ठोकते रहेता था

सुबह हम सब बडेही आरमसे ७ बजे उठ गये मेरी सब बीवीया नहाके कंपलीट हो चुकीथी तब मे नहाने चला गयातो वहा काम्या ओर माधु नहा रहीथी तो मेने दरवाजा बंध करके दोनोकोही खडे खडे ओर घोडी बनाके चोद लीया तो माधु जुठ मुठ का नाराज होगइ ओर मुजे मुका मारके बहार भाग गइ

तब मेने अ‍ेक बार ओर काम्याकी चुदाइ करलीतो वो बहुतही खुस हो गइ फीर दोनोही नहाके बहार आ गये तब माधु हम दोनोको देखके हसने लगी फीर हम तैयार हो गये तब मेरी सब बीवीओने मुजसे मांग भरवाइ ओर हमसब बहार आके चाइ नास्ता करने लगे तब नीर्मलाभाभी मेरी ओर देखके हस रहीथी तो मे सरकके उनके पास बेठ गयातो वो हसने लगी ओर हम बात करने लगे

नीर्मला : क्यु देवरजी आपके तो मजेहे देखो मेरी बेटीकी चालही बदलदी आपने

में : (हसते धीरेसे) क्यु..मे आपकी बेटीसे प्यार करता हु..क्या रुपेशभाइ आपको प्यार नही करते..?

नीर्मला : (हसके) मेरा रुपेशभी मुजे बहोत प्यार करता हे आपको अ‍ेसा क्यु लगा..?

में : (सरारती मुस्कानसे) क्युकी आपतो बीलकुल ठीकसे चल रही हे हें..हें..हें..

नीर्मला : (सरमसे मुजे मुका मारते) कीतने कमीनेहो आप..सरमभी नही आती आपसेतो बात करना ही बेकार हे कहासे कहा सब मतलब नीकालते हो क्या मुजसे फल्र्ट कर रहेहो

में : अगर आपजेसी हसीनाये मेरी भाभी हेतो कोन फ्लर्ट करना नही चाहेगा..हें..हें..हें..

नीर्मला : (सरमाके हसते) कभी घुमानेतो लेजाते नही ओर मुफ्तमे फ्लर्ट करना हे हें..हें..हें.. क्या कभी नही लगताकी भाभीके साथ बेठके फुरसतमे बाते करे

में : भाभी आपतो देखतीहे मुजे टाइमही नही मीलता मे जल्द आपकी सीकायत दुर करदुगा बस कुछ दीन वेइट करलो अभी देखोना कीसीना कीसीको डीलेवरीके लीये लेजाना पडता हे अब धीरे धीरे करते सबका टाइम हो रहा हे

नीर्मला : हां देखती हु अच्छा कीया सबको थोडा आगे पीछे प्रेगनेन्ट कीया वरना सबका अ‍ेक साथ होतातो सम्हालना मुस्कील हो जाता..क्या काम्या सचमे ठीक होगइ हे..?

में : हां भाभी आपकी बेटी बीलकुल ठीक हो गइहे ओर मुजे बहोत प्यारभी करती हे

नीर्मला : राज उनकी जींदगीमे कीतने दीनोके बाद खुसीया आइहे..उसे मत छोडना

में : भाभी जीतनीभी ओरते मेरी जींदगीमे आइहे मेने उसे कभी नही छोडा तो फीर येतो मेरी बीवीहे उनको केसे छोड सकता हु

नीर्मला : (हसते) तो फीर इसका मतलबकी आप मुजेभी नही छोडेगे क्युकी अबतो मेभी आपकी जींदगीका हीसा हु हें..हें..हें..

में : जी..आपकोभी नही छोड सकता ओर आपतो मेरी प्यारी भाभीहो..

रुपेश : (हमारे पास आते) नीमु मे होस्पीटल जा रहा हु (मेरी ओर देखके धीरेसे) भाइ कभीभी कुछ गडबड लगेतो सुनीलभाइको होस्पीटल लेकर आजाना.. समज गये..

में : जी भाइ आप फीकर मत करो मे अब यही हु.. फीर मे नेनुके पास चला गयातो वहा केशर नीर्मला ओर नंदाभाभी बेठीथी तोमे नेनु ओर केशरके बीच जगाह बनाके जबरदस्तीसे बेठ गयातो केशरने हसते हुअ‍े मुजे बाजुमे मुका मारदीया ओर थोडी दुर खीसक गइ तो नंदाभाभी जोरोसे हसने लगी

केशर : (जोरोसे हसते) इतने बडे राजा हो गये फीरभी बचपना नही गया..

में : केशु बचपना नही होगातो आपसे प्यार केसे कर सकता हु क्या मस्त दीखती हे तु

केशर : (सरमाके हसते) अब बसभी करो आप..सब इधर देख रहेहे सरम आ रही हे..

दिव्या : (जटसे हमारे पास आते) राज फटफाट गाडी नीकालो सारीकादीदीकी तबीयत ठीक नही हे दोनोको लेजाना हे

काम्या : दिवुदी फीकर मत करो हमभी साथही हे कहा हे दोनो उठाना पडेगा क्या..?

दिव्या : नही दीदी दोनो चल सकती हे आतीही हे..लो आगइ..चलीये राज..

तब सारीका मुह बीगाडते चलके आ रहीथी तो ताराभाभीभी पीछे आ रहीथी तो साथमे माया देवयानीभी आ रहीथी तब मे माया देवयानी माधु ओर काम्या उन दोनो को लेकर आरामसे धीरे धीरे कार चलाते होस्पीटलकी ओर ले गये ओर हम आरामसे पहोंच गये तब दोनोही चलके अंदर आ गइ ओर दोनोको अ‍ेकही रुममें बेडपे सुला दीया

माधु : भाभी क्या हो रहा हे क्या ज्यादा दर्द हो रहा हे..?

सारीका : नही इतना दर्द नही हे पर नोर्मलसे ज्यादा लग रहा हे तो इधर आनाही बेटर समजा ताकी कीसीको भागदोड ना करना पडे दीदीकोभी वही हो रहा हे

काम्या : (अ‍ेक अ‍ेक गोली देते) लोजी भाभी दोनो अ‍ेक अ‍ेक गोली खालो..अभी सब ठीक हो जायेगा यातो पेइन बढ जायेगा पेइन बढेतो फोरन कहेना

काम्या दोनोको गोली देके चली गइ तब थोडीही देरमे सारीकाको जोरोसे पेइन होने लगा तो माया दोडके माधुको बुलाके आइ तो साथमे काम्याभी दोडके आ गइ ओर जल्दीसे सारीकाको स्टड्ढेचरमे लेके ओटीमे जाने लगे तब काम्याने मेरी ओर देखके हसदीया ओर आंख मारदी तब मेभी हसके काम्याकी ओफीससे सीधे ओटीमे चला गया

अंदर सीर्फ काम्या माधु ओर मेही थे ओर दो आसीस्टन नर्सथी तब नेनु ओर देवयानी घरपे फोन करने लगे तो पता चला दुसयंत ओर मंदाभाभी आ चुकेथे तो दोनोही होस्पीटलकी ओर नीकल गये तब साथमे दिव्या ओर पीयु दोनो आ रहीथी तब मे सारीकाके पास चला गया तो वो खुस होगइ ओर मेरा हाथ पकडलीया

सारीका : राज आप इधरही रहेना कही मत जाना..

माधु : भाभी फीकर मत करो हमने इसीलीयेतो इनको बुलाया हे देखो अभी आपकी डीलेवरी होजायेगी आपको पताभी नही चलेगा बस आप आपने होने वाले पतीपे ध्यान दो वो करे उसे करनेदो ओर आपभी उनका साथ दो सबकमे साथ यही कीया हे

काम्या : जानु आप सुरु करो हम दोनो तैयार हे अभी सब होजायेगा

तब मेने सारीकाके होठोपे अपने होंठ रखदीये तो मेरी बीवीओकी हाजरीसे सरमाने लगी ओर मुजे उनकी ओर आंखोसे इसारा करने लगी तब मेने उनके बुब्स पकडलीये ओर मसलते उनके होठोपे जोरोसे स्मुच करने लगा तब वोभी मदहोस होगये ओर मेरा साथ देने लगी दोनो इतने बहेकने लगे सारीकाकी आंखमे मुजे वासना दीखने लगी

हम मुह खोलके अ‍ेक दुसरेके मुहमे नीभ डालके चुसने लगे ओर सारीकाने हाथ नीचे लेजाके मेरा लंड पकडलीया ओर पेन्टके उपरसेही मसलने लगी मानो आजु बाजुमे वो सबको भुल गइ ओर कामाग्नीमे जलने लगी तभी बच्चेकी रोनेकी आवाज आइ ओर हम दोनो तंद्नासे बहार आगये तब उनको रीयलाइज हुआकी हम कहा हे

काम्या : भाभी लगे रहो दोनो देखो आपकी बच्ची इस दुनीयामे आ गइ

तब सारीका मेरी ओर देखके सरमाके हसने लगी ओर मेरा हाथ जोरोसे दबा दीया ओर मुजे धीरेसे थेन्कयु कहा तब उनकी आंख गीली होगइ ओर मुजे खीचके अपने सीनेसे चीपकालीया ओर मेरे सरको सहेलाने लगी ओर आंसु बहाने लगी तब मेने सर उचा करके उनके आंसु पोछ दीये तो वो हसने लगी ओर अ‍ेक बार फीर थेन्कयु कहा

में : बस बेबी अब कीतना थेन्कयु कहेगी..? (होंठ चुमके) लव यु बेबी..

सारीका : (धीरेसे) आइ लव यु टु..बाबु आज मे बहुत खुस हु हमारी बेबी आ गइ

माधवी : (पास आके धीरेसे) बस भाभी आंसु पोछ डालीये अभी इसे सम्हालके रखो फीर आपभी हमारे टीममे सामील हो जायेगी बस अब आप दोनोकी ही कमी हे

सारीका : राज अब सुनीलके पास कीतना वक्त हे मुजे बतादो मे सहेन करलुगी

में : नही बेबी बस इतना पता हे अब ज्यादा वक्त नहीहे सायद अ‍ेक दो दीन

राज : राज सब जल्दी नीपटाना हम उस दुखके माहोलमे ज्यादा रहेना नही चाहती अबतो मुजे आपने मेरी बेटीभी ढुंढके लोटादी पता नही कीस दीलसे आपका सुक्रीया अदा करु बस आप हमसे जल्द सादी करले अब यही तम्मना बाकी रेह गइ हे

काम्या : भाभी बस थोडे दीन सबर करलो कमसे कम सब कार्य खतम होने तकतो कुछ नही कर सकते अब चलो बहार आपके रुममे सीफ्ट कर रहेहे बहार कुछ मत बोलना

सारीका : काम्या माधु थेन्कस मुजे पताभी नही चला ओर आपने डीलेवरी करदी

माधवी : भाभी ये सब हमारे पतीका कमाल हे इसीलेयेतो हम इनको अंदर लाइथी

कहातो सारीका सरमाके हसने लगी ओर हम सब बहार आगये तब दुसयंत मंदाभाभी आ चुकेथे मुजे देखतेही दोनो मेरे गले लग गये ओर दुसयंत अंदर जाने लगा तब मंदाभाभीने मुजे गले लगते जोरोसे बाहोमे भीच लीया ओर मेरा हाथ पकडके अपने पेटपे रख दीया फीर मेरे सामने देखके हसने लगी ओर आंखसे इसारेसे सरहीलाके हां केह दीया तो मेने वापस उनको गले लगा लीया तो धीरेसे कहा

मंदाभाभी : राज अभी कीसीको मत बताना हम इनका बादमे सेलीब्रेट करेगे सीर्फ हम दोनो, समज गयेनां.. चलो अंदर देखु मेरी होने वाली सोतकी क्या हालत हे हें..हें..हें..

तब हम दोनोही हसते हुअ‍े अंदर चले गये तब सब बेबीके साथ खेल रहेथे तब पीयु मुजे देखतेही मुजसे लीपट गइ ओर मेने उनका सर चुमलीया तब सारीका हमे देख रहीथी तो आंख गीली करली तब ताराभाभी मेरी ओर देख रहीथी तो उनके पास जाके बेठ गया तो वो सरमाके हसने लगी तब काम्या चेक करने आगइ

काम्या : (चेक करते) भाभी सब ओलराइट कल सुबह ही हम आपको घर लेजायेगे

दिव्या : काम्यादी मम्मीका कब हे क्या आज हो जायेगा..?

काम्या : हां दीवु सायद दो तीन घंटेमे सब पता चल जायेगा वोभी रेडीही हे

तभी करणभी आगया ओर सबको गले मीलके मेरे गले लग गया तब मंदाभाभी इनको इग्नोर करने लगी तो करणनेभी उनकी तरफ नही देखा दोनो अजनबीकी तराह बीहेव कर रहेथे तब मे करण ओर दुसयंत बहार चले गये ओर हम सब बहार अ‍ेक पेडके नीचे बेठ गये तब दुसयंत ओर करण सीर्फ मेरी ओर देख रहेथे तब मेने कहा

में : भाइ सुनीलभाइके पास बहुत कम वक्त हे इसीलीये आप दोनोको इधर बुला लीया

करण : भाइ आपको सब जान जातेहे तो भाइके पास कीतना वक्त हे..?

में : सायद कल तक हो सकता हे वो परसोका सुरज ना देख पाये..

दुसयंत : जीजु मुजे लगता हे हमे उनके बच्चोको अ‍ेक बार उनको दीखा देना चाहीये ताराभाभीका कब होगा आपने माधुदीको पुछा..?

में : हां पुछाथा उनकाभी साम तक हो जायेगा कल सुबहही दोनोको डीस्चार्ज मील जायेगा बस आप दोनो अब घरपेही भाइके पास रहीये काकाभी वही हे

करण : हां भाइ हम चलतेहे कीतना अजीब हे जब कुछ नहीथातो हम उनसे दुर भागतेथे अब उनके जानेका वक्त हो गयातो इनके साथ रहेनेका मन कर रहा हे हम चलते हे..

में : ठीकहे भाइ तुम दोनो जाओ मे अभी पीयु दिवुको लेके आता हु फीर माया भावु देवयानीका टीफीनभी लाना हे कोइ लेके आता ही होगा मेने नेनुसे बात करली हे

तब करण ओर दुसयंत चले गये तो मे अंदर आगया तो पीयु मेरे पास आ गइ ओर हाथ पकडके मुजे सारीकाकी बेबीके पास लेगइ ओर दीखाने लगीकी इनकी आंख आपके जैसी हे मुह सोनु मम्मी जेसा हे हाथ मम्मीकी तराह लंबा हे तो हम सब देखके हस रहेथे तब सारीकाभी सरमाके मेरी ओर देखके मंद मंद मुस्करा रहीथी

माया : सखा अब आप लोग जाओ लंच करलो मंदाकोभी साथ लेके जाओ हमारा टीफीन नेनुदीने भेज दिया हे आताही होगा यहा मे ओर देवुदी सब सम्हाल लेगे

तब मे दिवु पीयु ओर मंदाभाभी सब कार लेके नीकल रहेथे तब पीछे काम्या भी हमारे साथ आगइ भावु रुकने वालीथी ओर हमे लंच करके वापस आनाथा ज्यादातर सबको मालुम हो गयाथाकी क्या होने वाला हे तो सब पहेलेसेही इस बातके लीये प्रीपेरथी तो कीसीको ज्यादा दुख नही होताथा सायद सुनीलभाइकोभी पता चल गयाथा

फीर हम सब महेलमे आगये तो फटाफट फ्रेस होके सब लंच करने बेठ गये तब सुनीलभाइभी हमारे साथ खाना खा रहेथे वो करण ओर दुसयंतको देखके सब समज गयेथे तो उसने बाबाको मीलनेका फैसला करलीया ओर लंचके बाद काकाके साथ बाबासे मीलने जाने वालेथे ओर मे होस्पीटल जाने वाला था ओर हमने लंच करलीया

सुनील : (मेरे पास आते) भाइ मे ओर रामुभाइ बाबाके पास मीलने जा रहेहे

में : ठीक हे भाइ आरामसे जाओ मे होस्पीटल जा रहा हु वहाकी चीन्ता आप मत करना

फीर मे काम्या सोनु मनु ओर दिवु होस्पीटल चले गये ओर सुनील काका बाबाके पास आश्रम जाने लगे तब साथमे दुसयंत ओर करणभी जानेको तैयार होगये ओर वो चारो नीकल गये ओर हमभी होस्पीटलमे पहोंच गये तब माया देवयानी तारा ओर माधु बेठके गपे लगा रहीथी क्युकी अभी ओपीडी बंध थी तो हमभी सब बेठ गये

तारा : राज क्या कर रहेथे सुनील वो ठीकतो हेनां..?

में : अरे उनको कुछ नहीहे वो चारो बाबाके पास आश्रम गयेहे

सारीका : तबतो वो बाबासे सब कुछ जान लेगे..बाबासे कहेदो उनको कुछ ना बताये

दिव्या : दीदी उनको सब पता हे ओर वो नोर्मल हे तोक्यु चीन्ता कर रही होे?

मनु : (हसते) वेसे दीदी बच्चे आनेके बाद आप काफी पतली ओर सेक्सी दीख रही हो..हें..हें..हें..क्या मस्त फीगर हो गयाहे आपका हें..हें..हें..

सारीका : (सरमाके हसते) चल..हट बदमास केसी बाते कर रही हे हें..हें..हें..

भावीका : (हसते) भाभी सहीतो केह रहीहे मनु वो ब्युटीसीयन हे तो उनको सब पता चल जाता हे हें..हें..हें..

अ‍ेसेही मस्ती मजाक करने लगे, तब अचानकही ताराभाभीको पेइन सुरु होगया तो सब रेडीही रखाथा उनको फोरन ओटीमे लेलीया ओर मेभी उनके साथ अंदर चला गया तब मेने सारीकाकी तराहही उनको उतेजीत करदीया ओर हम दोनो प्यार करने लगे ओर ताराका पुरा ध्यान डीलेवरीके पेइनसे हटादीया तब उन्होने दो बच्चीको जन्म दे दीया

तब दुसरी ओर सुनीलभाइ ओर काका सब बाबाके पास बेठेथे तब सुनील उनके खुदके बारेमे बीन्दास बाबासे पुछ रहेथे तो बाबाने उनको अकेलेमे अंदर लेजाके सब बतादीयाकी क्या होने वाला हे तसली मील गइकी चलो उनके जानेके बाद उनके बच्चे ओर बीवीयोकी चीन्ता करनेकी जरुरत नही हे उनका मृत्युसे भय दुर हो गया

सुनील : (दोनो रुममे अकेले) बाबा बस अ‍ेक आखरी इच्छा हे मे जबभी दुसरा जन्म लु तब राज हमेसा मुजसे जुडा होना चाहीये फीर चाहे वो कीसीभी रीस्तेमेही क्यु ना हो

बाबा : बेटा तु फीकर मत कर बस अब यही होगा जो तु चाहता हे मेरा आशीर्वाद हे

सुनील : बाबा जब वो दोनो आजायेगे तब मे उनका हाथ राजको सोंप दुगा ताकी वो उनके साथ खुस रेह सके जीस तराह माया बेटीको सम्हाल लीया उसी तराह मेरी दोनो बीवीयाभी सम्हल जायेगी मुजे उनकी चीन्ता करनेकी जरुरत नही हे

बाबा : ठीक हे बेटा जेसे तेरी मरजी..वो सब खुस रहेगी राज उन दोनोका खयाल रखेगा तु उनकी फीकर मत करना वो बहुतही समजदार हे

सुनील : (हसते) बाबा बस अ‍ेक आखरी बात हो सकेतो मुजे इनके बारेमे बता दो..मेरा अगला जन्म कब ओर कहा होगा तब राजसे मेरा क्या रीस्ता होगा..?

बाबा : (जोरोसे हसते) तु बहुत बदमास हे..हें..हें..हें..जानके क्या करेगा तब तुजे कुछ ज्ञात नही होगा तो फीर जानके क्या फायदा..

सुनील : (हसते) फीरभी बताना चाहोतो बतादो ताकी मेरे मनको तसली मील जाये

बाबा : (हसते) सुन..इनके लीये तुजे बहुत वेइट करना पडेगा जब तेरी बच्चीओकी सादी हो जायेगी तभी तेरा जन्म होगा ओर राजसे तेरा रीस्ता मामा भांजाका होगा बस इतनाही केह सकता हु इनके आगेका मे नही बता सकता बोल ओर क्या जानना हे..?

सुनील : (हसते) बस यही जानना था मतलब वो मेरा भांजा होगा..हें..हें..हें..ठीक हे बाबा अब मे चेइनकी नींद सोउंगा अब कोइ गम नहीहे बस मेरा परीवार सम्हल जाये

बाबा : सुनील तुजे पताही नही तुम्हारा कारोबार राजके साथ कहा तक जाने वाला हे तेरे दोनो भाइ बडेही होनहार हे तेरा नाम पुरे भारतमे रोसन करेगा

सुनील : बस बाबा मे यही सुनना चाहता था राजके साथ जुडके हमारीतो जींदगीही बदल गइ उनकी बदोलत मुजे सबकुछ मील गया जो मुमकीन नही था कोन हे वो..?

बाबा : (हसके) बस तेरे लीये इतनाही काफी हेकी तु अ‍ेक इेशरके अंसके साथ जुडा हे

सुनील : (खुस होते) बस बाबा मेरे लीये यही काफी हे कास आपने मुजे उनकी पहेले पहेचान करवाइ होती मे कीतना खुसनसीब हु जो इनके साथ जुडा हु बस बाबा अब आज्ञा दीजीये सायद अब मुलाकात हो ना हो.. मुजसे कोइ गलती होगइ होतो माफ करना बस आशीर्वाद दीजीये हम इस मंदिरके साथ जुडे रहे

बाबा : जा बेटा मेरा आशीर्वाद हे तेरा यही वास होगा ओर तु हर साल कीसीभी जन्ममे इनके दर्शन करता रहेगा तुने बहुत सेवा की हे खुसी खुसी जाना..

तब सुनील बाबाके पैरमे गीर गया ओर उनके चरण स्पर्स करने लगा तब बाबाकी आंखके अ‍ेक कोनेपे गीलापना आगया ओर उन्होने दोनो हाथ सुनीलके सरपे रख दीया ओर आख बंध करके कुछ मंत्र बोने लगे तब सुनील अपने आपकी हल्का महेसुस करने लगा वो द्रस्य बडेही भाववीभोर करने वाला था सुनीलभाइ काफी देर अ‍ेसेही बेठे रहे

सुनील : बाबा अब मुजे आज्ञा दे घर जाके ओर कुछ काम करना हे

बाबा : ठीक हे बेटा आरामसे जाओ आपकी हर तम्मना पुरी होजाये

सुनील बाबाकी इजाजत मांगके सबके साथ महेल आगये तब वो बहुतही खुस लग रहेथे इधर होस्पीटलमे ताराभाभीको दोनो बच्चीके साथ अपने रुममे सीफ्ट करदीयाथा तब वोभी जन्म देके काफी पतली दीख रहीथी मानो कोइ जवान लडकीहो अ‍ेसेही हम सब साम तक बेठे रहे फीर मंदाभाभी देवयानीको छोडके सब घर वापस आगये ओर हम सबने डीनर करलीया फीर सब बहार घेरा बनाके बेठ गये

अब नेनुके कहेनेपे सब डीस सुनीलभाइकी पसंदकी बनने वालीथी जबतक सुनीलभाइ हे तबतक दिवानजीको अकेलेमे सब सुचना देदीथी तब दिवानजीभी सब समज गयेथे आज भाइके घर तीन तीन बेबी पधारीथी तो सब उत्सवकी तराह मनानेके मुडमे थे सोनु रीटु पीयु काजल ओर सगुन मीरा लता बच्चोको बहार लेके घुम रहीथी

काकी : दादी देखो अब महेलमे बच्चेकी आवाज सुननेको मील रहीहे कीतनाअच्छा लग रहा हे अ‍ेक नइ पीढीकी सुरुआत होगइ हे

सुनील : हां भाइ कुछही दीनोमे ओर बच्चोका इजाफा हो जायेगा हें..हें..हें..

करण : भाइ फीर कीतने बच्चोको बहार पढने भेजना पडेगा उन सबके लीये बहार व्यवस्था करनी पडेगी अच्छा कीया सब जगाह आपका बंगला लीया हुआ हे

में : नही करणभाइ हमारे सब बच्चे बडे होके हमारीही स्कुलमे पढेगे हम हमारी स्कुलकी शीषाका पढानेका स्तरही इतना बढायेगेकी बहारसे लोग अपने बच्चोको यहा पढायेगे

काका : हां..ये सही कहा आपने बस यही सोच होनी चाहीये..शाबास..बेटा..

तब नेनु केशर नीराली सब मुजे गर्वसे देखती रही कल रीमाभाभी रक्षामौसीकोभी नेनुने फोन करके बुलालीया बाकी सब यहीथे अ‍ेक कामेशको फोन करनाथा तो दुसयंतने करदीया तब मे सब बच्चोके पास चला गया तो सोनु बच्चेको लेके मेरे पास आगइ ओर हम उनके साथ खेलने लगे तो मंदाकीनी मालीनी ओर सीमाभी मेरे पास आगइ

हम सब बच्चोको खेलाके धमाल कर रहेथे ओर सब हमे देखके हस रहेथे तब बच्चेभी खुस होके हस रहेथे ओर गोदमे उछल रहेथे फीर हम सब सोनेके लीये जाने लगे तब रसीलाभाभी अपने मुहपे हाथ रखके अंदरकी ओर दोडीतो नेनुभी मेरी ओर देखके हसते हुअ‍े उनके पीछे जाने लगी तब माधुभी उनके पीछे जटसे जाने लगी

तो सब मोहनको मस्तीमे अ‍ेसेही हसके बधाइ देने लगेतो मोहन सरमा गया ओर हमारे साथ चलने लगा फीर हम सब अपने अपने रुममे जाने लगे तब माधु ओर नेनु मोहनके रुमसे हसते हुअ‍े नीकली ओर मोहनको बधाइ देदी तो मोहन सरमाके हसने लगा ओर जटसे अंदर चला गया तब नेनु माधुभी हमारे रुममे आगइ ओर सबको रसीलाके प्रेगनेन्ट होनेकी बात की तो सब हसने लगी ओर सब चेन्ज करने लगी

जीतनीका भी पेट नीकला हुआथा सब दुसरे बेडपे जाने लगी तब मंदाकीनी मालीनी सीमा सोनु मनु दिवु रीटा माधु काम्या सब मेरे पास आने लगी ओर मे अ‍ेक अ‍ेकको चोदके उनको संतुस्ट करता रहा सबकी दो दो बार जबरदस्त चुदाइ करली ओर पुरी तराह नीचोडके रखदी ओर आखीर सीमा मेरा लंड चुतमे लेके मुजसे चीपकके सो गइ

तब बाजुमे आज मोहन बहुत खुस था ओर वोभी रसीलाको अ‍ेक बार चोदके उनसे चीपकके सो गया तब देर रात तक रसीलाभी मेरे साथ बीताये पलको याद करते सोगइ तब बाजुके रुममे काकीतो सो गइ पर काका अबभी मंजुकाकीको चोद रहेथे ओर काकीभी बहुतही कामुह होके काकासे कमर उछाल उछालके चुदवा रहीथी

काका : मंजु तु अब बहुतही चुदडक हो गइ हे कीतनी चुदाइ करु तेरी..थकतीही नही

मंजरीदेवी : रामु तेरा हथीयारही इतना दमदार हेकी बहार नीकालनेका मनही नही करता

काका : मंजु ध्यान रखना कही तेरे बच्चेको चोट ना लग जाये अब तेराभी पेट काफी नीकल गया हे ओर तुजे अंदर आतेही लंड चाहीये

मंजरीदेवी : रामु पता नही तु मेरी जींदगीमे नही आया होतातो मेरा क्या होता

काका : ये सब राजकी वजहसे मुमकीन हुआ हे वरना मे दुसरी सादीके बारेमे सोचभी नही सकता ओर देखो अजयनेभी मां बेटीसे सादी करली दोनोही पेटसे थी

मंजरीदेवी : रामु अबतो सीमाकाभी सब सही होगयाहे वोभी प्रेगनेन्ट हे ओर सब अपनी लाइफ मजेसे जी रहेहे तो अब अजयको माफ करदो वो बहुतही अच्छा लडका हे

काका : मंजु उसने मेरी बेटीको बहुत तकलीफ दी हे मे उसे कभी माफ नही करुगा

मंजरीदेवी : रामु क्या सीमा कहेतो तु माफ करदेगा मे सीमासे बात करलुगी

काका : ठीक हे मंजु मेभी राजसे बात करलुगा अब कोइ बात नही अभीतो मुजे चोदनेदे

अ‍ेसेही कामुक बाते करते दोनो चुदाइमे मसगुल थे तब माधुको अ‍ेक फोन आता हेतो वो ओर काम्या दोनो फटाफट कपडे पहेनके जानेकी तैयारी करने लगी तब मेभी जाग गया तो मेभी रातमे साथमे जानकेलीये तैयार होगया ओर हम तीनो नेनुसे कहेके नीकल गये ओर होस्पीटल पहोंच गये तो देखा राघवजी ओर उनका लडका बेठे थे

तब मे समज गयाकी राघवजीका लडका अपनी बीवीको लेके आया हे अंदर नाइटके स्टाफने सब रेडी रखाथा तब माधु ओर काम्या फटाफट अंदर चली गइ तब थोडीही देरमे बच्चेकी रोनेकी आवाज आइतो राघवजी ओर उनका बेटा खुस होगया तब काम्याने लडके होनेकी बात कीतो राघवजी खुसीसे रोने लगे तब मेने उसे बधाइदी ओर सांत कीया तो मेरा हाथ पकडके मुजे धन्यवाद देने लगे

तब मे तारा ओर सारीकाके रुममे चला गया तो तारा मंदाभाभी सो गइथी तो देवयानी ताराकी बच्चीओके नीचेके कपडे बदल रहीथी ओर सारीका लेटके अपनी बच्चीको दुध पीला रहीथी तो मुजे देखके सरमा गइ तो देवयानी मुजे देखके खुस होगइ तब मे सारीकाके पास बेठ गया ओर उनका दुसरा बुब्स मुहमे लेलीया तो वो सरमसे पानी पानी हो गइ तो देवयानीभी सरमाके हसने लगी

देवयानी : सारीकादी अब ध्यान रखना आपके दो दो बच्चेहे दोनोको सम्हालना पडेगा

सारीका : दीदी मुजेतो बहुत सरम आ रही हे देखना वहा सबके सामने अ‍ेसी हरकते मत करना वरना सब क्या सोचेगी..?

में : बेबी मेतो मजाक कर रहाथा अबतो वेसेही तुम दोनो मेरी बीवी होने वाली हो तो फीर सर्म केसी (होंठ चुमते) बेबी आइ लव यु सो मच

सारीका : (गालपे हाथ रखते) आइ लव यु टु बाबु बस अ‍ेसेही हमे प्यार करना

देवयानी : दीदी बस दोनो अ‍ेक महीने तक वेइट करलो फीर मेही तुम दोनोकी सादी करवा दुगी वोभी हमारे कुलदेवीके मंदिरमे दोनोका गांधर्व विवाह होगा

फीर थोडी देरके बाद माधु ओर काम्या उनको दुसरे कमरेमे सीफ्ट करके हमारे पास आ गइ ओर हम वापस नीकल गये तब सुबह पांच बज गयेथे तो जातेही हम बाथरुममे नहानेके लीये घुस गये तब वहा मेने काम्या ओर माधवीको खडे खडे ओर घोडी बनाके दो दो बार चोद लीया तब दोनोही थकके चकना चुर हो गइ

ओर हम ६.३० बजे नहाके बहार नीकल गये तब दोनोही बहुत खुस लग रहीथी तब नेनु सोनु सब उठके नहाने जाने लगी तो सब हमे तैयार होते देखके बडेही आस्चर्यसे देखती रही ओर हम हसते रहे तब नेनु आके हमारे पास मुजसे चीपकके बेठ गइ ओर बेठेही हग करलीया ओर मेरे गाल चुमने लगी तो मेने होंठ मीला दीये हम स्मुच करते रहे

सोजु : ओ लव बर्ड सुब सुबहही सुरु होगये कहा गयेथे? जो इतनी जल्दी तैयार हो गये

नेनु : सोनु वो राघवजीकी बहेनको डोलीवरी हुइ तो गयेथे लडका हुआ..

सोनु : माधुदी, ये अंजुदी नेनुदीकी कब बारी हे..?

माधवी : बस जसुदी अंजुदीकी बारी हे फीर नेनुदी, कभी कभभी सबका आगे पीछे हो जाता हे फीर हमारे दादीकीभी बारी हे तो काकी ओर मंजुकाकाभी लाइनमे खडी हे बस सबके बच्चे थोडे बडे हो जाये फीर हम सबकी बारी आजायेगी सब प्लानींगसे कीया हे

थोडी देरके बाद सब नहाके तैयार होगइ फीर सब रुटीन हुआ ओर हम सब बहार आ गये तो कोइ तैयार होके आ रहेथे तो कुछ बाकी थे तो मे ओर नेनु बहार टहेलने लगे

नेनु : भाइ बस सुनीलभाइका सब होजायेतो मालीनी मंदाकीनी पीयु सीमा सबको राजकोट भेजदो तो सब अपनी रुटीन लाइफमे बीजी होजायेगीतो सब भुल जायेगी

में : नेनु हमाराभी सब मक्सद ओर कार्य पुर्ण हो गया हे अब हमेभी रुटीन लाइफ जीनी हे हमेभी हमारे बच्चोकी सादी तक यही सब करना हे अब हमे बीजनेसमे ज्यादा ध्यान देना हे बाकी सब हमारी स्कुल कोलेज ओर होस्पीटलको आधुनीक बनाना हे

नेनु : भाइ सुनीलभाइका होजाये फीर आप दोनो भाभीओके साथ सादी करलोतो हम सबको लेके बहार घुमने जायेगे हम २० २५ दीनके लीये कही वीदेसकी टुरपे जायेगे

में : नेनु पहेले सबकी डीलीवरी हो जानेदे इतने छोटे बच्चेको लेके कहा जायेगे

नेनु : भाइ सब साथ हेनांं हम सब सम्हाल लेगे आप क्यु चीन्ता करते हो हमे कहा कारमे या बस मे जाना हे तबतकतो सबकी डीलेवरी हो जायेगी ओर बाकी अभी अभी प्रेगनेन्ट हुइहे उनकोतो अभी कीतना टाइम लगेगा तो वो सब हेना बच्चे सम्हालनेके लीये

में : (हसते) चल ठीक हे मेरी बहेनको हनीमुन मनाना हे हें..हें..हें..

नेनु : (हसते) भाइ काहेका हनीमुन..तबतो हमाराभी बच्चाभी आगया होगा मेतो उसे सम्हालने मेही पडी हुगी तो काहेका हनीमुन, बस हमारा बच्चा थोडा बडा हो जाये फीर मे आपको लेके कही भाग जाउगी ओर अ‍ेक हप्ते तक नही छोडुगी हें..हें..हें..

में : नेनु चल सब आगये होगे हम चाइनास्ता करले फीर मुजे तारा ओर सारीकाको लेनेभी जाना हे आज पुरा दीन सेलीब्रेसन होगा हमे सुनीलभाइको सब खुसीया देनीहे

फीर मे ओर नेनु अंदर आगये तबतक काका काकी मोहन सब अपनी बीवीयोके साथ आ गयेथे ओर हमने चाइ नास्ता करलीया तब नेनुके पास माया बेठीथी ओर दोनो धीरे धीरे कुछ बाते कर रहीथी तब रसीला बार बार मेरी ओर देखके सरमा रहीथी ओर मुजे कुछ कहेनेका इसारा कर रहीथी

तब आज नीर्मलाभाभीभी मुजे कुछ अजीब नीगाहोसे देख रहीथी फीर मे बडी कार लेके माया काम्या ओर माधुके साथ होस्पीटल चला गयातो अंदर जातेही देवयानी मुजसे लीपट गइ तब मंदाभाभी बहुतही उदास लग रहीथी तब काम्या माधु सब फोर्मालीटी पुरी करने अपनी ओफीसमे चली गइ तब मंदाभाभी ओर मे बहार आगये

मंदाभाभी : राज अब मेरे ओर करणके बीच सब खतम हो चुका हे मे बच्चोको लेकर बोम्बे जा रहीहु वही सेटल होना चाहतीहु क्या कहेतेहो आप..?

में : ठीकहे तु हमारे बंगलोपेही रहेना मे वहा आता जाता रहुगा में तुमसे अ‍ेक बात कहेना चाहता हु सायद आपको बुरा लगे..

मंदाभाभी : नही लगेगा.., क्युकी मे मेरे इस पतीकी सारी बाते जान चुकी हु बोलो क्या कहेना चाहते हो..कही मंदाकीनी ओर रसीलाके बारेमेतो बात नही करनी..?

में : हां भाभी बस यही बात थी आज रसीलाभाभी प्रेगनेन्ट हो चुकीहे उनका आज सब टेस्ट होगा बस कंन्फोर्मही करना हे समज गइ..

मंदाभाभी : (हसते) राज अब पहेलेतो मुजे भाभी मत कहो में आपकी बीवी हुं..ओर रही बात रसीलाकी तो मुजे सब पता हे आपहीने उनको प्रेगनेन्ट कीया हे अबतो मेभी नेनुदीकी तराह सोचती हु मुजे मायाने सबकुछ बतादीया हेतो आप टेन्शन मत लो

में : बेबी वो मुजे पुरी तराह समर्पीत हो चुकी हे समजो हमे बार बार मीलना पडेगातो..?

मंदाभाभी : आपको जबभी उनको मीलनेका मन करे मुजे बता देना मे उनको मीटींगका कहेके बुला लुगीं तब आप उनसे मील लेना हो सकता हे हम तीनोही वहा आपको मीले

में : बेबी यही होने वाला हे आप लोगोको जबभी मुजसे मीलनेका मन हो मुजे फोन करके बुला लेना मे वही आजाउगा ओर भावुभीतो उधर हे

मंदाभाभी : ओर दुसरी बात, जो मे कल आपको नही बता पाइ मुजेभी उल्टीया होने लगी हे राज मे अब मेरी जींदगी खुलके जीना चाहतीहु अब आपही मेरी आखरी मंजील होगे फीर..(मुहपे हाथ रखते) उब..उ..ब..उब....

कहेके अपने मुहपे हाथ रखते अंदर रुमकी ओर दोड पडी ओर सीधेही बाथरुममें घुस गइ तो मेभी पीछे चला गया तब ताराभाभी सारीका ओर देवयानी हमे देखतीही रही तब देवयानीभी अंदर आगइ तब मे मंदाभाभीकी पीठ सहेला रहाथा ओर मंदाभाभी गेंडीमे उल्टीया कर रहीथी तो देवयानी सब समज गइ फीर उल्टीया बंध होगइ

तब मंदाभाभीने मुह साफ करके मुह धोलीया ओर मेरी ओर देखने लगी फीर मेरी बाहोमे आके समा गइ ओर मेरे कंधेपे सर रखदीया तब देवयानीभी हसके हम दोनोसे लीपट गइ ओर हम तीनोही अ‍ेक दुसरेकी बाहोमे खडे रहे फीर देवयानीने मेरी ओर देखके इसारा करदीया तो मे मंदाभाभीको लेके काम्याकी ओफीसमे चला गया

काम्या : अरे जानु आ गये अभी दोनोको डीस्चार्ज करतेहे फीर दोनोको लेके चले जाना

में : बेबी वो सब ठीक हे पहेले इनको चेक कर..अभी इनको उल्टीया हुइ हे

काम्या : (खुस होते) भाभी क्या बात हे कुछ गुडन्युजतो नही हें..हें..हें..आइअ‍े..

कहेके वो मंदाभाभीको लेके अंदर चली गइ फीर थोडीदेरके बाद वापस आगइ ओर हम वही बेठे रहे तब अंदर लेबोरेटरीसे अ‍ेक लंडी आके रीपोर्ट देगइ तो देखके काम्या खुस होते हसने लगी ओर मंदाभाभीको अभीनंदन देने लगी तब मंदाभाभी मेरी ओर देखके सरमा गइ ओर मंद मंद मुस्कराती रही तो काम्या सब समज गइ

काम्या : जानु कही..आपनेतो..

में : हां बेबी ये हमाराही बच्चा हे येभी तेरी सोतन हे समजी..

काम्या : (जोरोसे हसते) कीतने कमीनेहो..अ‍ेककोभी नही छोडा जीतनी डीलेवरी की सब आपहीकी महेरबानी हे अब कोइ बाकी रेह गइ हे..?

में : हां हेना..लेकीन उनका काम मेने नही कीया रुपेशभाइने करदीया हे

काम्या : (जुठे गुसेसे मुका मारते) कीतने कमीनेहो..मां हे मेरी ओर आपकी सासभी हे

तो मंदाभाभी मे ओर काम्या तीनो हसने लगे फीर काम्याने रीपोर्ट पेक करके मंदाभाभीको देदी फीर कुछ दवाइ देके सुचना देने लगी फीर हम तीनो रुममे आ गये तबतक देवयानीने सब बाते तारा ओर सारीकाको बतादीतो वो दोनोभी खुस होगइ

तारा : राज आपनेतो रेकोर्डही तोड दीया हमारे धरकी सभी ओरतोको आपने प्रेगनेन्ट करदीया बस अ‍ेक मंदा बाकीकीथी तो उनकोभी लपेटेमे लेलीया अब कोइ बची हे..?

सारीका : दीदी वो सबतो ठीक हे अब हम करणभाइको क्या कहेगे..?

मंदाभाभी : (धीरेसे) दीदी मेने ओर करणने अलग होनेका फैसला करलीया हे उसने कही ओर सादी करली हे उनकी वकीलथी मां बेटी दोनो अकेली रहेतीहे राजस्थान..

तारा : (चोंकते) व्होट..? कीतना कमीना इन्शान हे कीतनी खुबसुरतबीवीको छोडके ओर अ‍ेक सादी करली हे भगवान क्या हो रहा हे ये सब..इनके लीये मायाको छोड दीया ओर अब इनको छोडके कही ओर सादी करली.. मजाक बनाके रख दीया..

में : छोडोना भाभी मेनेभीतो यही कीया हे आप सबभीतो मेरी बीवीया हे..हें..हें..हें..

सारीका : राज आपने भलेही हम सबसे सादी करली या करने वालेहो कीसीको छोडातो नही ओर जीनको छोडाहे उनसे आपने सादी कीहे या फीर वीधवा हे दोनोमे यही फर्क हे

तारा : हां राज आपने अभी तक हमसे सादी नहीकी क्युकी आपके भाइ अभी हे तो आपने कीसीको धोखा नही दीया ओर रही बच्चेकी बात तो वो सब हमारी रजामंदीसे या हमारी रीक्वेस्ट से हुआ हे या फीर जीनके बच्चे नही होरहेथे उनकोभी हमारे कहेनेसे कीया हे तो फीर आप उनके साथ अपनी तुलना मत करो..

मंदाभाभी : भाभी जोभी हो मेतो यही मानतीहु्र भगवानने मुजे मेरे कर्मोकी सजा देदी हे मेने मायाका दील दुखाया ओर वोही सीचुअ‍ेसशन मेरे साथभी हुइ हीसाब बराबर..

कन्टीन्यु......
 
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