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Incest my new story ye kesi anubhuti (Completed)

dilavar

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Ye Kesi Anubhuti

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dilavar

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ये केसी अनुभुती
लास्ट अपडेट

मेने राम्याको अ‍ेसीही बातोमे उलजादीया ताकी वो अपना सब दर्द भुलजाये ओर हुआभी यही थोढीही देरमे रामीयाका दर्द काफी कम होगया तब उसे पता चलाकी मेने उसे बातोमे क्यु फसाया था ओर वो कामुक होके अपनी कमर हीलाने लगी....अब आगे

तब मे हाथके बल उचा होगया ओर रामीयाको सोट मारते चोदने लगा तब रामीया बहुतही कामुक ओर मदहोस हो चुकीथी ओर अपनी कमर उछालने लगी फीर दोनोने ही अपनी रफ्तार पकडली तब रामीया मुजे जोरोसे चोदनेके लीये उक्साती रही ओर हमारे बीच घमासान चुदाइ होने लगी अब तक रामीया दो बार जड चुकीथी

रामीया : येस..जी..जु..फकमी हार्ड बस..अ‍ेसेही..चोदते रहीये..बहुत मजा आरहा हे..

तब मे रामीयाके उपर जुक गयातो रामीयाने मुजे बाहोमे भीचलीया तब मेने लंडको जडतक घुसादीया तो रामीयाकी चीख नीकल गइ ओर मुजसे चीखके लीपलोक करलीया तब मेरे रसकी पीचकारी रामीयाकी चुतको भरने लगी ओर साथमे वोभी जडने लगी हम दोनो काफी देर अ‍ेसे पडे रहे ओर रामीया अपनी सांस कंटड्ढोल करने लगी

रामीया : (मेरी पीठ सहेलाते) जीजु..मेरी अ‍ेसी दमदार चुदाइ आज तक नही हुइ आपने मेरी क्या जबरदस्त चुदाइ कीहे मेतो आपकी दीवानी होगइ

में : सालीसाहेबा मुजेभी अ‍ेसा लगाकी मे आपको पहेलीबारही चोद रहा हु

रामीया : (सरमाके हसते) जीजु इतना मुसल लंड मेरी चुतमे पहेली बार गयाहे तो अ‍ेसाही लगेगाना मुजेतो अ‍ेक बार लगाकी मेरी चुत फट गइहे लेकीन आपने बातोमे उलजाके मेरा दर्द कम करदीया लगताहे आपको चोदनेमे काफी अ‍ेक्स्पीरीयन्स होगया हे

में : बेबी मेरी कीतनी बीवीया हे? मुजे बस यही काम करना हे हें..हें..हें..

रामीया : (सरमाते) जीजु मे अ‍ेक बात पुछु? क्या ये हमेसा अ‍ेसेही खडा रहेता हे..मुजे अभीभी अंदर सख्त लग रहा हे जेसे आपने पहेले डाला था अभीभी अ‍ेसेही सख्त हे

में : रामीया येसब बाबाकी जडीबुटीकी वजहसे हे उनको पताथा मेरी आने वाली जींदगीमे कीतनी ओरते आयेगी इसीलीये पहेलेही मुजे ये जडीबुटी पीलादी ताकी मे सबको संतुस्ट कर सकु..ये सब छोडो बेबी आप मुजे कुछ बताने वालीथी..

रामीया : (मेरा सर सहेलाते हसते) जीजु आपको पताहे हमारे घरवाले काफी खुले वीचारके हे हम घरमे सब सेक्सको मजहब अ‍ेक जरुरत समजतेहे ओर घरमे सब खुलके अ‍ेक दुसरोके साथ जरुरतके मुताबीक सेक्स कर रहेहे जब मे पहेलीबार भाइसे चुदी तबसे मुजे आदत लग गइथी ओर अ‍ेक दीन मम्मीने देखलीया तब भाइकी सादी नही हुइथी

में : (हसते) तो क्या आपको मार पडी..हें..हें..हें..

रामीया : (हसते) अ‍ेर नही सुनोतो..फीर मम्मीने भाइसे बातकी ओर खुद उनसे चुदवाने लगी फीरतो सब खुलके चर्चा करतेथे फीर भाइकी सादी होगइ ओर हमने भाभीकोभी इसमे सामील करलीया अब पापा मम्मी ओर भाभीकोभी चोद लेतेहे ओर भाइभी हम तीनोको चोदतेहे बस पापाने मुजे कभी हाथ नही लगाया हम सब खुले वीचारोके हे

में : अच्छा तो फीर ये सींदुर लगानेकी क्या जरुरत हे..?

रामीया : (सीरीयस होते) जीजु आपसे अ‍ेक बात कहेनीथी..जबसे भावुके साथ अनुभुती करली तबसेही मेने डीसाइड करलीया थाकी मे कभी सादी नही करुगी ओर मेने मनही मन आपको समर्पीत करदीया हे मे ये मांगमे सींदुर आपके नामकी लगा रहीहु फीर आप मुजे अपनाये या ना अपनाये मुजे पता हे आपके लीये मुजे अपनाना पोसीबल नहीहे

में : बेबी तो फीर अ‍ेसा क्यु करती हो..?

रामीया : जीजु आपकी कीतनी सारी बीवीया हे तो फीर मेरा नंबर कहासे लगेगा तो मेने डीसाइड करलीयाकी मे सादी नही करुगी ओर आपकी रखेल बनेकेही क्युना रहेना पडे मे सारी जींदगी अ‍ेसेही नीकाल दुगी आपका जबभी मन करे मुजे आके चोद लेना में आपकी बीवी बनकेही रहुगी इसीलीये मेने आपसे ये गीफ्ट मांगाथा ताकी इनके सहारे पुरी जींदगी बीता सकु..

में : लेकीन बेबी आप इनको कीसका नाम दोगी..?

रामीया : जीजु आप फीकर मत करो आपका नामतो कभी नही लुगी ओर घरमेभी केह दुगीकी भाइका बच्चा हे हमारे घरमे कीसीको कोइ अ‍ेतराज नही होगा क्या मुजे ये खुबसुरत गीफ्ट दोगे..? मे आपका अ‍ेहसान जींदगी भर नही भुलुगी क्युकी मुजे सीर्फ आपकाही बच्चा चाहीये ओर कुछ नही..प्लीज..

तब मे उनकी ओर देखताही रहा हम दोनोही अ‍ेक दुसरेकी आंखोमे देख रहेथे तब रामीयाकी आंख गीली होगइ तो मेने उसे जोरोसे बाहोमे भीचलीया ओर उसे बेइम्ताह चुमने लगा पता नही मुजे क्यु रामीयाके उपर प्यार आ रहाथा क्युकी वो मुजे पुरी तराह समर्पीत हो चुकीथी ओर ओर मेरी रखेल बननेकोभी तैयार होगइथी तो मेने कहा

में : बेबी आजके बाद आप रखेल सब्दका कभी इस्तमाल नही करेगी मेरी बहुत सारी सीक्रेट वाइफ हे अ‍ेक ओर सही मे आपको बीवीका दरजा दुगा ओर जरुरत पडीतो हमारे बच्चेको अपना नामभी दुगा आज मे तुमसे समर्पीत होता हु

रामीया : (मुजे जोरोसे बाहोमे भीचते) ओह..राज आइ लव यु आइ लव यु सो मच आज आपने मेरी जीदगी खुसीयोसे भरदी..आपको पता नही आज मे कीतनी खुस हु राज बस मेरी अ‍ेक रीक्वेस्ट हे ये बात सीर्फ हम दोनोके बीचही रहेनी चाहीये मेरी भावुकोभी पता नही चलना चाहीये क्युकी मे उनके सामने सरमींदा होना नही चाहती..

में : बेबी तुने मेरी भावुको पहेचानाही नही वो बहुत वीसाल हृदयकी हे उसे पता हे अब तुम सादी करना नही चाहती बच्चेके बारेमेभी पता चलजायेतो वोतो खुस होजायेगी

रामीया : (सोचते) ठीकहे राज बस कुछ दीन येबात छुपालो फीरमे सामनेसे उसे केहदुगी ओर कीसीको नही ओर हां सायद आप मेरे भाइ भाभीको मील चुकेहो वो दिल्हीमे..आप रसीलाभाभीके साथ गयेथेनां..? जोवो भदासा लडकाथा वोही मेरा भाइहे ओर पापा मीनीस्टर हे बस ये बात मे आपको कहेना नही चाहतीथी पर आपतो सब जान जातेहोतो छुपाके कोइ फायदा नही अब मेभी सब खुलके कहुगी..

में : बेबी सायद आपको नही पता हम आपके पापाके साथ बीजनेसकी डील फाइनल कर रहेहे वो जल्द आपको खुस खबरी सुनायेगे

राीमीया : राज अब मुजे वो गीफ्ट देदो ओर मत भुलना आपकी इलीगल बीवी यहाभी हे में हमेसा आपको पती मानुगी ओर आपके नामका सींदुर लगाउगी आइ प्रोमीस..

ओर मेने रामीयाके साथ फीरसे चुदाइ सुरुकी ओर उनको रगड रगडके चोदा फीर उनको तीन बार जडाके हम दोनो साथमे जड गये तब मेने रामीयाके दोनो पैर मेरे कंधेपे रखलीया ओर अ‍ेसेही रामीयाको बीना नीचे उतरे साम चार बजे तब चोदता रहा ना उनको खाना याद आया ना मुजे..मेतो बस उसे चोदताही रहा..

भावीका : (अंदर आते) कमीनी अबतो मेरे पतीको छोड..इनकोतो तुने पुरा नीचोडही लीया कमीनी ज्यादा चुदेगीतो प्रेगनेन्ट होजायेगी..

रामीया : (चुदवाते हसते) होने दे..तो इनका बच्चा पैदा करलुगी..

भावीका : (खुस होते इनके पास आते) सच..तबतो राज इनको बच्चा देहीदो..हें..हें..हें..

रामीया : (हसते) भावु तो फीर तुजे बुरा नही लगेगा..?

भावीका : (रामीयाके होंठ चुमते) बेबी इसमे बुरा लगने वाली बात क्या हे मेरा पतीका कामही यही हे नजाने अब तक इन्होने कीतनीकी गोद भरी हे तो तेरीभी भरदेगे.., बस कर अब कीतना चुदवायेगी..भुख नही लगी क्या मेतो सो गइथी फीर घरभी जाना हे

तब हम दोनो साथमे जड गये तब रामीया थकके चकनाचुर होचुकीथी फीर मे उसे गोदमे उठाके बाथरुममे लेगया तो पीछे भावुभी घुस गइ ओर हमने नहाते तीनोने मीलकर सेक्स कीया भावुकोभी घोडी बनाके चोदलीया ओर रामीयाकीभी खडे खडे चुदाइ करली तब रामीया बहुतही खुस होगइ फीर हम नहाके बहार आगये ओर तैयार होगये

भावीका : जानु आपसे अ‍ेक बात कहेनी हे रामीया अब सादी करना नही चाहती..तो मे चाहतीहु आप इनकोभी खपनी सीक्रेट वाइफ बनालो ताकी आप जबभी यहा आओ इनकी चुदाइ करते रहो ये आपकी सीक्रेट वाइफ बनना चाहती हे

में : बेबी तो फीर आपको बुरा नही लगेगा..? हें..हें..हें..

भावीका : जानु मे सामनेसे केह रहीहुना..? आपकीतो कीतनी वाइफ हे..प्लीज..

में : (हसते) चलो ठीक हे जेसे आपकी मरजी..बेबी हमारी सब बाते होगइ हे..

भावीका : (हसते) तो चलो फीर आज मेरे साथ इनकीभी मांग भरदो फीर खाना खाके नीकलतेहे आजतो नेनुदी पक्का डाटेगी कमीनी कीतनी देर चुदाइकी..?

रामीया : (सरमाके हसते) भावु जब तु सोने गइ तबसे मेरे उपर चडेथे ओर तुम आइ तब उपरसे उतरे आजतो मुजे तोडके रख दीया कल पुरा दीन आराम करना पडेगा मानो आज मेरी सुहागरात मनाइ हो..भावु थेन्कयु वेरी मच..

भावीका : (हसते) कमीनी बहुत थेन्कयु मत बोलना वरना ये फीरसे तुजे पटक देगे..

फीर हम तीनोने खाना खालीया ओर रामीयाकी इजाजत लेके नीकल रहेथे तब अ‍ेक बार रामीया फीरसे मेरे गले लग गइ ओर मेरे होंठ चुमलीये फीर हम दोनो वापस घर आगये ओर मेने सबको जमीन मीलनेकी बातकी तो सब खुस होगइ ओर मे आके सो गया तो सामको ९ बजे मुजे नेनुने जगाया ओर हमने डीनर करलीया

तब बबलु ओर महेशको वो कागजात दीये तो दोनोही खुस होगये फीर बबलु डीनर करके पीयुको लेके चला गया ओर हमभी सोने चले गये उस रात मालीनीको चोदते मेने सबको अनुभुती करवाइ फीर अनुभुतीके बाद पुरी रात मालीनी सीमा ओर मंदाकीनीको चोदता रहा तब तीनोकीही हालत पतली होगइथी ओर तीनोही ठीकसे नही चल पा रहीथी फीर हम नहाके तैयार होगये ओर सब रुटीन हुआ

फीर हम सबने अ‍ेक साथ चाइनास्ता करलीया हम सबको अ‍ेकही फ्लाइटमे जानाथा फीर हम तीनो बोम्बे उतरने वालेथे ओर बाकी सब सीधे हीमाचल जाने वालेथे तब हमे पंकज बबलु महेश सब अ‍ेयरपोर्ट छोडने आगये तब काजल सीमा मालीनी मंदाकीनी सब हमे गले मीले तो पीयु हमे मीलके आंसु बहाने लगी तो नेनुने ओर सारीकाने उसे समजाके सांत कीया फीर हम सबको मीलके अंदर चले गये

पोने घंटेमे हम बोम्बे पहोंच गये तब मे देवयानी ओर भावु सबको गले मीलके उतर गये ओर हम बहार आगये तब भावुकी गाडी उनको लेने आगइ ओर हमे बंगलोपे छोड दीया तब आनंद ओर सुमनभाभी बहुत खुस होगये ओर हमारा सामान अंदर लेगये

हम तीनो फ्रेस होगये ओर होलमे आगये तब आनंदकी दुसरी वाइफ यानी उनकी बुआनेभी आके हम सबको नमस्ते कीया ओर सरमाते हसते कीचनमे चली गइ फीर हमको पानी दीया ओर सुमनभाभीकी मदद करने लगी फीर खाना बन गया तब हम सबने लंच करलीया फीर हम तीनो थोडी देर आराम करने अपने रुममें चले गये

भावीका : जानु आराम करलो फीर मुजे सामको जाना पडेगा

देवयानी : (हसते) राज बेचारीको ठंडी करदो सरमके मारे बोलही नही पा रही हें..हें..हें..

भावीका : (सरमाके हसते) दीदी कलसे वही कर रहेहे अब कीतना करवाउगी जब मन करेगा तब वहा आजाउगी अब इनकोभी आराम करनेदो पुरी रात जागे हे..हें..हें..हें..

में : चल बेबी आजा इधर हम सो जातेहे फीर जागके आपको खुस कर दुगा फीर चाइनास्ता करके आरामसे चली जाना

तब भावु हसके मेरे पास आगइ तो में उनको पीछेसे चीपकके सोगया तो भावुने मेरा हाथ पकडके अपने बुब्सपे रखदीया ओर मेने भावुका पायजामा थोडे नीचे सरका दीया ओर उनकी चुतमे लंड घुसादीया तो भावु हसने लगी ओर हम दोनो अ‍ेसेही सो गये ओर साम ४ बजे तक सोते रहे जब भावु जागके थोडी हीलीतो मेभी जाग गया

ओर सीधेही भावुके उपर चड गया तो भावु सरमा गइ ओर हमारे होंठ मीलगये तब मेरे लंडने खुद अपना रास्ता ढुंढलीया ओर लंड भावुकी चुतमे घुस गया तब थोडीही देरमे हम दोनोके बीच घमासान चुदाइ हो रहीथी तब भावु उछल उछलके मेरा साथ दे रहीथी में भावुको दो बार जडाके उनसे चीपक गया तब भावुने मुजे बाहोमे कस लीया

तब हम दोनोही साथमें जडने लगे ओर तुफानका भवंडर सांत होगया तब देवयानी बाथरुमसे नीकली ओर हम दोनोको देखके हसने लगी फीर वो तैयार होने लगी तब मे अबभी भावुकी चुतमे लंड डालके उनके उपर पडा था तब भावुने कहा

भावीका : जानु जबभी आपसे चुदाइ करवाती हु तब अ‍ेक अलगही फीलींग आतीहे जेसे मे पहेली बार चुद रहीहु..बस बेबी मुजे अ‍ेसेही चोदते रहीयेगा ओर वो मम्मी ओर रीमाभाभीका भी अ‍ेसेही खयाल रखना बेचारी दोनोही अकेली पड गइ

में : नही बेबी मेने दोनोसेही गांधर्व विवाह करलीया हे अब कोइ अकेली नहीहे दोनोही अब मेरी बीवीया हे तो आप इनकी फीकर मत करना ओर ना रामीयाकी फीकर करना

भावीका : जानु हो सकेतो रीमाभाभीकोभी अ‍ेक बच्चा दे देना वहा सब मम्मी सम्हाल लेगी अबतो पापाभी कुछ नही कहेगे वो सब मम्मी सम्हाल लेगी

मेने अ‍ेक बार ओर भावुको चोद लीया फीर हम दोनो बाथरुममे चले गये तो वहाभी भावुकी खडे खडे ओर अ‍ेक बार घोडी बनाके दो बार चुदाइ करली तब भावुकी हालत खराब होचुकीथी फीर हम दोनो नहाके बहार आगये ओर तैयार होगये तबतक देवयानी नीचे जा चुकीथी ओर हम दोनोभी चले गये तब हमने चाइनास्ता करलीया

बादमे भावुने ओरफीसमे फोन करदीया तो उनकी गाडी आगइ तब भावु हमको गले मीलके चली गइ तब देवयानी ओर मे बहार गार्डनमे चले गये तब उसने कहा

देवयानी : जानु अब तैयार होजाये आज रातकोही हमे अनुभुतीमे चले जाना हे फीर कल सामकोही आपको मेरे उपरसे उतरनेको मीलेगा हो सकताहे तब मेरी हालत ज्यादा खराब हो जाये ओर आपको मंदाकीनीने दी हुइ शक्तीयाभी इस्तमाल करना पडे वो सब मे देख लुगी तब आपकोभी थकावट महेसुस होगी तो मेने सुमनभाभीको दुध बदामका केह दीया हे ओर हमे कल साम तक डीस्टर्ब ना करनेको भी बोल दीया हे ताकी कोइ हमारा दरवाजा ना खटखटाये क्युकी हम दोनोही होसमे नही होगे..

में : बेबी मुजे सब पताहे ओर हो सकताहे हीमाचल जाके हमे बहोत कुछ बदलाव देखनेको मीले आपतो सब जानती हो..

देवयानी : (हसते) राज इनकी सुरुआत यहासेही होजायेगी फीर तो आपके मजे हे..

में : (हसते) क्या मजे..सबको कहेना मुस्कील होजायेगा..कोइ पुछेगाकी दादी कहा चली गइतो सबको क्या कहेगे हें..हें..हें..ओर आपकोभी कोइ नही पहेचान पायेगा

देवयानी : (हसते) राज तो अच्छा हेनां..हम सब नेनुदीकी तराह जवान होजायगी ओर आपकी केशरभीतो अ‍ेकदम जवान होगी केसा लगेगा जब आप उनके साथ फीजीकल होगे बीलकुल नइ नवेली दुल्हन दीखेगी ओर मेभी..हें..हें..हें..

में : बेबी आपनेतो अभीसे मुजे गरम करदीया चलोना हम अंदर चले जातेहे हें..हें..हें..

देवयानी : (सरमाते) नही कोइ जरुरत नहीहे रात तक सबर कीजीये फीरतो पुरी रात ओर पुरा दीन यही करना हे लगता हे फीर पुरी रात मुजे आराम करना पडेगा तब आप क्या करेगे हें..हें..हें..जानु आपभी आराम करलेना फीर ठीक होतेही हम चले जायेगे

आनंद : (हमारे पास आते) भैया कुछ आइसक्रिम वगेरे खाओगे.? तो अभी लेके आया

देवयानी : (हसते) हां भैया कुछ खीलादो..कहाहे सुमनभाभी..?

आनंद : ये रही दोनो कीचनमे पता नही सारा दीन दोनो क्या करती रहेती हे हें..हें..हें..

कहेके आनंद चला गया ओर कुछ देर बाद आइसक्रिम लाके अंदर रख दीया जब रात होगइ तब हमने डीनर करलीया फीर हम सबने बेठके आइसक्रिम खाली तब सुमनभाभी बडे कटोरेमे दुध बनाके हमारे रुममे रखने चली गइतो आनंद ओर उनकी वाइफभी सोने चले गये तब सुमनभाभी नीचे आइ तो मेरी ओर कातील स्माइल करने लगी फीर मुजे कल मीलनेको कहेके चली गइ तब देवयानीने सब दरवाजा बंध करदीया

देवयानी : (मेरे पास आते) राज लगता हे सुमनभाभीभी आपकी दीवानी हो गइहे हें..हें.

में : (बाहोमे भीचते) क्या करु जीनकोभी चोदाहे सब दीवानीही होजाती हे चलो..अब..

देवयानी : (मेरे साथ उपर चलते) जानु कल रातको टाइम मीलेतो बेचारीको खुस करदेना बहुत अच्छी हे हें..हें..हें..

फीर हम हमारे रुममे आगये ओर दोनोही साथमे नहाने चले गये फीर पता नही हम कब अलग होने वालेथे आज हम दोनोही अप्सरालोकमे जाने वालेथे जो महज कुछही अप्सरा बचीथी वहा हमे इनके वंसको बढाना था जो इनकी रानी देवयानीथी जो कभी मे वहाके राजा हुआ करताथा क्युकी मुजे वो राज देवयानीको सोपके परीलोकमे आनाथा

फीर हम दोनोही नहाके आगये तब देवयानी मीररके सामने बेठके अपना शींगार करने लगी आज बीना कपडोकेही सब शींगार कर रहीथी फीर जेसेही मेरी ओर घुमी तब मे देखताही रेह गया क्युकी वो पुरी तराह अप्सरा लग रहीथी ओर मेरे पास आ गइ

देवयानी : (सरमाके हसते) अ‍ेसे क्या देख रहेहे मे आपहीके लीये सजी हु..

में : ब्युटीफुल..डार्लींग आज में पागल होजाउगा..तु कीतनी खुबसुरत लग रहीहे

देवयानी : (सरमाते हसते) राज..इसी खुबसुरतीको आज आपको भोगना हे ओर हमारे वंसको बढाना हे आज सीर्फ हम दोनोही अनुभुती कर सकेगे ओर हमारे आसपासके लोगभी आज बहुतही कामुक होके अपनी पत्नीके साथ संभोग करेगे

ओर हम दोनो बेडपे आगये तब देवयानी मुजे पीठके बल लीटाके मेरे उपर पैर फैलाके बेठ गइ ओर मुजपे जुकके कीस करने लगी ओर हम दोनोही उतेजीत होगये तब देवयानीने मेरा लंड पकडलीया ओर अपनी चुतपे सेट करते आहीस्ता आहीस्ता बेठने लगी ओर खुदनेही धीरे धीरे करते पुरा लंड नीगल लीया ओर सोट मारने लगी

देवयानी : राज बस अ‍ेक बार अ‍ेसेही अनुभुतीके बीना चुदना हे आप कुछ मत करना मेही आपको चोदुगी..

कहेके नेनुकी तराह मेरे उपर जुकके लेट गइ ओर कमर हीलाके मुजे सोट मारते चोदने लगी तब मेने उनके बुब्स पकडलीये ओर मसलने लगा तब वो बहुतही कामुक होगइ ओर मुजे जोरोसे चोदने लगी तभी अचानक मुजे लीपलोक करलीया तो मेने उसे जोरोसे बाहोमे भीच लीया ओर वो जडने लगी फीर उठके बाथरुममे चली गइ

फीर थोडी देरके बाद चुतको साफ करके आगइ ओर आके पीठके बल लेट गइ ओर मुजे अपने उपर खीचलीया ओर कीस करने लगी तब मेरा लंड उनकी चुतपे ठोकरे मार रहाथा तब देवयानीकी चुत हरकतमे आगइ ओर मुख खोलके लंडको नीगलने लगी ओर पुरे लंडको अपनी अंदर खीचलीया तब वो बहुतही कामुक दीख रहीथी तभी

देवयानी : (मुजे जोरोसे बाहोमे भीचके मेरी आंखोमे देखते) हे मेरे पतीपरमेशर आज आपकी ये रानी आपको हमारी अप्सरालोकमे लेजा रहीहे वहा आपकी सब अप्सरारानीके साथ संभोग करते सरको गर्भवती करना हे तो मेरे माध्यमसे मेरे साथ संभोग करते हम सबकी कामनाओको सबके साथ संभोग करते पुर्ण करदो अ‍ेसी मे आपको प्रार्थना करती हु ओर कल साम तक अनुभुती करते सबको तृप्त करदो..ओर हमारे वंसको बढादो..

ओर हम दोनोही स्वप्नकी दीनीयामे चले गये पुरे रुममे सनाटा छाया हुआथा बस हम दोनोकी सीर्फ थप..थप..की आवाजही आ रहीथी हम दोनोही हवामे उडे जा रहेथे देवयानी अपने अप्सराके परीधानमे ओर मे उनके राजाके परीधानमे आगये थे ओर दोनोही अ‍ेक दुसरेको बाहोमे भरके अप्सरालोक की ओर उडेही जा रहेथे

तब थोडी देरके बाद वहा पहोंच गयेतो सब अप्सराये हमे देखके हर्षाेलास करते खुस होने लगी ओर हमारा फुलोसे स्वागत कीया फीर हम महेलमे आगये ओर सीहासनपे बेठ गये तब देवयानीने आजके कार्यकी सुचना देदी तो सब खुसीसे जुमने लगी ओर अपने अपने कक्षमे जाके अपनी सैयाको फुलोसे सजाने लगी

तब सबसे पहेले मेने देवयानीके साथ संभोग कीया फीर अ‍ेकअ‍ेक करके सब अप्सराओके साथ दोदो बार संभोग करके सबके गर्भमे अपना बीज डालके सबको गर्भवती करता गया तब सबकी सब थकके चकनाचुर होके अ‍ेसेही पडी रही फीर अंतमे वापस देवयानीके पास आगया वहा हम दोनोने खुब चुुदाइ करली फीर हमसबने आराम कीया फीर आरामके बाद हमने वहा फल खाये ओर सब अप्सराने मुजे नहेलाया

फीर देवयानीके कहेनेपे मेने वापस सबके साथ चुदाइ सुरु करदी ओर सबको चोद चोदके तुप्त करदीया सबकी सब बहुत खुस थी फीर मेने ओर देवयानीने वापस संभोग सुरु करदीया बस वक्तका पताही नही चला मेने वहा सबको चार चार बार संभोग करके प्रेगनेन्ट करदीयाथा तब अचानक मुजे देवयानीने बाहोमे भीचलीया

तब मेरी आुख खुल गइ तो देवयानी अ‍ेकदम जवान दीख रहीथी मानो वो मेरी नेनु जेसी दीख रहीथी तब मे जोरोसे देवयानीको चोदने लगा ओर मेने जडतक लंडको घुसा दीया तब पहेली बार देवयानीकी चीख नीकल गइ ओर हम साथमे जडने लगे ओर तुफात सांत होगया तब दोनोही अपनी सांस दुरस्त करते रहे दोनोही पसीनेसे भीग चुकेथे आज मे पहेली बार थकावट महेसुस कर रहाथा तो देवयनी सरमा रहीथी

देवयानी : राज आजतो मेरा कचुम्बर नीकल गया ओर आपकोभी पहेली बार पसीनेमे देख रहीहु पता हे कतने बजे हे..?

में : नही..(घडीमे देखते) अरे अभीतो सामको ४ ही बजेहे.. ओह माय गोड..

देवयानी : (हसते मेरी पीठ सहेलाते) हां..जनाब दुसरे दीनके सामके ४ बजे हे हें..हें..हें.. राज पुरी रात ओर पुरा दीन आप मेरी बजाते रहेहे हम संभोग कर रहेहे उसे २२ घंटे होगये हम लगातार २२ घंटे चुदाइ कर रहेथे अब उतरना नहीहे क्या..? मेरी पुरी चुत अपके रससे भरी पडी हे पता नही आपने कीतनी बार मेरी चुतको भरा हे..

में : बेबी लेकीन ये तेरे रुपमे इतना बदलाव क्यु..?

देवयानी : (हसते) सीर्फ मेही नही आपकी जीतनीभी बीवीया हे सबमे बदलाव आगया हे ओर आपकी केशर तारा सारीका मीरा अंजु नीराली सबमे बदलाव आगया हे कल सुबह उठके नहातेही सब आपको फोन करने लगेगी हें..हें..हें..ओर आपकोभीतो सब पता हे ये सब होनेही वालाथा क्युकी आपनेही अ‍ेक बार केशरको कहाथाकी मेरी केशर नेनुकी तराह जवान होजायेगी ओर आज ये सब होगया..

में : बेबी चलो अब उठना नहीहे क्या..?

देवयानी : जानु आप जब मेरे उपरसे उतरोगे तब उठुगीनां..? देखो अभीभी अंदर केसे सख्त महेसुस होता हे जानु आज मुजे पुरी रात आराम करना हे आपभी सोजाना

तब मे देवयानीके उपरसे उतर गयातो वो हीलनेकीभी स्थीतीमे नहीथी तब मे उसे गोदमे उठाके लेगया तो पीसाब करते हमारा काम रस उनकी चुतसे बहेने लगा फीर हम नहाने लगे दोनोने अ‍ेक दुसरेको रगड रगडके नहेलाया तब नहेलाते दोनोही उतेजीत होगये तब देवयानीने खुद मेरा लंड पकडके चुतमे घुसा दीया ओर बाहोमे भीचलीया

तब मे देवयानीको खडे खडे चोदने लगा जब दोनो जड गये तब नहाके बहार आ गये ओर तैयार होगये देवयानी आज ठीकसे नही चल पा रहीथी तो मे उसे गोदमे उठाके नीचे ले आया तब होलमे सीर्फ सुमनभाभी ओर उनकी सोतनही थी जो हमे देखके हसने लगे तब देवयानी खुब सरमाइ फीर धीरे धीरे चलके कीचनमे उन दोनोके पास चलीगइ

देवयानी : (सरमाते हसते) दोनो क्या हस रहीहो क्या आनंदभाइने कभी अ‍ेसी हालत नहीकी आपकी..? हें..हें..हें..

सुमन : (हसते) दीदी अ‍ेसा नसीब हमारा कहा जो वो हमारी अ‍ेसी हालत करेगे

कवीता : (सरमाते) दीदी अब वो बुढे होगये हे हें..हें..हें..

देवयानी : (हसते) अरे वाह मेरी देवरानी बोलतीभी हें हें..हें..हें..

सुमन : (हसते) दीदी कवीता बहुत सरमाती हे बहुतही कम बोलती हे

देवयानी : (छुपकेसे आंख मारते) सुमन सुन..आज मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीहे तो आज तु यहा नीचे होलमेही सोना कवीता आनंदभाइ भलेही अपने रुममे सोये

सुमन : (मनमे खुस होते) जी दीदी में यही होलमे सोजाउगी फीकर मत करो

फीर रातमे डीनर करलीया तब आनंद कवीताको लेके सोने चला गया ओर सुमनने सब दरवाजा बंध करलीया तो हमभी उपर सोने चले गये तब देवयानीने सुमनको अपने साथ लेलीया तो सुमन सब समज गइ ओर सरमाने लगी तब देवयानीने कहा

देवयानी : सुमनभाभी आज अच्छा मोका हे हमारे पतीको लुटलो हें..हें..हें.. आज मे कुछ नही कर सकती इसीलीये आपको बुला लीया हे आप दोनो मजे करो मे सोजाती हु

सुमन : (सरमाते) दीदी यहा आपके सामने..? मुजेतो सरम आयेगी..

देवयानी : कोइ बात नही सुमन दोनो बाजुके रुममे चले जाओ मुजे सोना हे

फीर मे ओर सुमन बाजुके रुममे चले गये वहा मेने सुमनभाभीको खुब रगड रगडके चोदा हम देर रात ३ बजेतक बीना नीचे उतरेही चुदाइ करते रहे मेने अलग अलग पोजीसनमे सुमनभाभीकी खुब चुदाइ करली तब वोभी खुस होगइ

सुमन : देवरजी क्या रसीलाकी चुदाइ करतेहोकी नही..?

में : हां भाभी वो अब मेरी सीक्रेट वाइफ हे हम दोनोने खुब चुदाइ करली हे

सुमन : (हसते) देवरजी अब अगली बार आओगे तब आपको अ‍ेक नइ चुत मील जायेगी मेरी कवीतासे आपके साथ हुइ चुदाइकी बातकी तो उनको पता चलाकी मेरे पेटमे आपका बच्चा पल रहाहे तो वोभी अ‍ेक बच्चा पेदा करना चाहतीहे ओर आपकोतो पता हे आनंदसे कुछ होगा नहीतो वोभी आपसे चुदनेके लीये तैयार हे ओर मोहनभी उनको चोदना चाहता हे तो उसने मोहनसे चुदनेके लीये मना करदीया

में : भाभी क्या ये सही होगा..? में आनंदभाइको धोखा देना नही चाहता..

सुमन : (हसते) अरे आनंदनेही कहाकी जीस तराह सुमन प्रेगनेन्ट हइ तुभी उसी तराह होजा उनकोभी पता हे बच्चा हमारा हे तो कहेता हे तुभी भाइसे चुदके बच्चा पेदा करले

में : (हसते) कीतना कमीना हे खुद अपनी बीवीको दुसरोसे चुदनेके लीये केह रहा हे

सुमन : देवरजी आपको नही पता अब कुछ कर नही सकतातो चुदाइ देखनेका सोकीन हो गया हे उनको अपनी बीवीको आपसे चुदवानेका बडा सोक हे हें..हें..हें..

अ‍ेसीही बाते करते मेने सुमनभाभीको ओर दो बार चोद लीया तब सुमन भाभीकी हालत पतली होगइथी फीर हम दोनो साथमे नहाये ओर सुमनभाभी नीचे जाके सोगइ ओर मेभी देवयानीसे चीपकके सोगया फीर सुबह उठके दोनो तैयार होगये ओर नीचे चाइ नास्ता कर रहेथे तब भावु आगइ ओर मे भावुको लेके उपर चला गया

उपर जाके मेने भावुको दो बार चोदके उसे संतुस्ट कीया फीर वो हमे छोडने अ‍ेयरपोर्ट आगइ ओर हम उसे गले मीलके चले गये ओर अ‍ेक घंटेके बाद हम पहोच गये तब मुजे लेने नेनु आइथी फीर हम तीनो महेलकी ओर नीकल पडे तब नेनु देवयानीको सब पुछके जानकारी लेने लगीकी काम हुआकी नही तब देवयानीने सब बता दीया

नेनु : भाइ वो आतेही उस रातको हमे कमलाभाभीको लेजाना पडा उनको लडकी हुइ ओर वो घरभी आचुकीहे ओर आज भारतीभाभीको सोनु ओर माधु लेकर गइहे आप फ्रेस होजाना फीर हम होस्पीटल चलेगे (हसते) भाइ अबतो सब जवान होगइ हे हें..हें..हें..

में : नेनु चलो अच्छा हुआ सब सांतीसे नीपट गया वहाभी बहुत अच्छा रहा हें..हें..हें..

देवयानी : (हसते) क्या अच्छा हुआ..मुजेतो नीचोडकेही रखदीया अबतककी सारी कशर पुरी करदी नेनुदी हमने सबका रेकोर्ड तोड दीया लगातार २३ घंटे हमने बीना नीचे उतरेही अनुभुती करते सेक्स करलीया तो सोचो मेरी क्या हालत होइ होगी हें..हें..हें..

नेनु : (हसते) भाइ पता हे आपकी केशर मीरादी तारादी सब आज जवान जेसी दीखती हे ओर दादीतो पायल बायल सब शींगार करके घुमती हे आज आपके लीये सब सणगार सजलीये हे आज आपको उनको प्यार करना पडेगा

में : नेनु इस हालतमे प्यार करना ठीक रहेगा कुछ दीन ओर इन्तजार नही कर सकती..?

अ‍ेसीही बाते करते हम महेलमे पहोच गये तब मीरा केशरतो दोडही पडी आके मुजसे लीपट गइ ओर केशरनेतो बीन्दास्त मेरे होठ चुमलीये वाकइ अब वो जवान दीख रहीथी ओर सरीरभी काफी पतला होगयाथा फीर मे सबको बारी बारी गले मीला फीर हम दोनो फ्रेस होगये तब मेरी सब बीवीया हमारे रुममे देवयानीको सब पुछने लगी

तब मे बहार जा रहाथा तभी मुजे नीर्मलाभाभी मीली तो दोडके मेरे गले लग गइ तब वहा कीसीको ना देखके मुजे अपने रुममे लेगइ ओर दरवाजा बंध करके मुजसे लीपट गइ ओर पागलोकी तराह मेरे चहेरेको चुमने लगी फीर अ‍ेक दर सरमा गइ ओर नजर नीची करके मेरी बाहोमे खडी रेह गइ तब मेने उसे जोरोसे बाहोमे भीच लीया

नीर्मला : राज छोडो कोइ आजायेगा हम बहार कही ओर मीलेगे..

में : भाभी आपको अचानक क्या होगया..? जो मुजे अकेलेमे मीलना चाहती हे..

नीर्मला : राज पता नही आपको देखके मेरा दील काबुमे नही रहेता बस आपको मीलनेका दील करता हे मुजे आपसे अकेलेमे मीलना हे..समज गयेनां..

तब मेने उनका चहेरा पकडलीया ओर मेने उनके होठोपे अपना होंठ रखदीया तब उसने अपनी आंख बंध करली ओर हम अ‍ेक दुसरेके होठोका रसपान करने लगे तब मेने अपना हाथ उनके बुब्सपे रख दीया तो वो सरसे पांव तक हील गइ लेकीन कोइ प्रतीरोध नही कीया ओर मे उनका दुध मसलते उसे कीस करता रहा ओर हम दोनोही उतेजीत होगये तब उसने अपनी जीभ मेरे मुहमे ठुसदी ओर हम दोनोही पागल जेसे होगये

नीर्मला : (मुजसे अचानक दुर जाते) बस राज यहा ओर नही मुजे कही ओर ले चलो में आपको अ‍ेक बार मीलना चाहतीहु तबतक मुजे चेइन नही मीलेगा..

में : भाभी क्या ये ठीक होगा..? मुजे भाइको धोखा देना अच्छा नही लगता

नीर्मला : राज कोइ धोखा नही होगा वोभी कुछ कम नहीहे वोभी होस्पीटलमे यही करतेहे वहा उनका कइ नर्सोके साथ चकर हे वो फीर कभी बात करेगे अब जाओ वरना कोइ देखलेगा में ये बात सबसे छुपाना चाहतीहु देखना काम्याकोभी पता ना चले..

फीर हम बहार आगये तबतक १२ बज चुकेथे तब काका मोहन रुपेशभाइ माधु काम्या सब आगये ओर मुजे देखतेही हमे गले मीलके फ्रेस होने चले गये फीर हम सबने साथमे लंच करलीया तब केशर मेरे साथ बेठीथी तब काका रुपेश सब उनको नये रुपकोही देख रहेथे कीसीको पताही नही चलाकी ये इतनी जवान केसे दीख रहीहे

अब इस महेलमे नया कुछ देखनेको मीलता तो अब कीसीको आस्चर्य नही होताथा सबको पता चल गयाथाकी हम कोनहे तो सब इन चीजोके आदी हो गयेथे फीर हम सब आराम करने रुममे चले गये फीर सामको उठके सबने चाइनास्ता करलीया तब में नेनुके साथ बाबाको मीलने चला गया तब बाबाभी खुस होगये

बाबा : आ गया बेटा तु..? तेरा बीजनेस केसे चल रहा हे सब सेट हो गया..?

में : हां बाबा आपकी कृपासे सब सेट होगया ओर मेरे लीये क्या आदेश हे..?

बाबा : (हसते) बस अब देखो यहाभी पर्यटन बन गया हे रोजाना कीतने लोग आ रहेहे अबतो पताही नही चलता कीतने लोग भोजन करतेहे तुमने ओर सुनीलने सब अच्छेसे सेट करदीयाहे सब सुदके पैसेसेही चल रहाहे ओर लोगतो मंदीरको देखके पागल होजाते हे सुबह सुरज उगनेसे पहेलेही मंदीरके आसपास जमा होजातेहे फीर सामकोभी इतनी भीड रहेती हे सब मंदिरका सुबहका सुनहरी रुप देखना चाहते हे क्या कमालके पथ्थर ढुंढके लाइहे मेरी बीटीया

नेनु : (हसते) बाबा क्या आप हमे अगले जन्ममे मीलोगे की नही..? हें..हें..हें..

बाबा : (हसते) नेनु बीटीया मे आपको हर जन्ममे मीलुगा ओर आपका मार्गदर्शन करता रहुगा वो पुरजारीकी छोटी बेटीही मेरी सीस्य होगी ओर वोही तुम सबलोगोको मुजसे मीलवायेगी वो सब शक्तीया मेरे माध्यमसेही इनके पास पहोचायेगी..

में : (हसते) बाबा वो सबतो ठीक हे लेकीन मेरी ज्यादातर बीवीया मुजे सब जन्मोमे मीलना चाहतीहे क्या करु? ओर कीतनीओने तो मेरे साथ वो सादीभी करलीहे उस जन्ममेभी कीतनी बीवीया रखु..? हें..हें..हें..

बाबा : (हृसते) बेटा तुहीतो कामका अंस हे तुजे कोइ परेसानी नही होगी मे हुनां..

नेनु : (सरमाके हसते) बाबा ये मुजसे वो जन्ममे जल्दी मीलनेकी कामना करते हे

बाबा : (हसते) बेटा अ‍ेक तुहीतो होगीजो इसे सम्हाल पायेगी ओर सबको खुस रखना तेरा कर्तव्यभी हे तो भोगसे भागके कहा जायेगा..ओर हो सकताहे तब तु इस जन्मसेभी ज्यादा कामी हो..तुजे कहा पाप पुन्य देखना हे बस सबको खुस करते रहेना हें..हें..हें..

में : बाबा मेरी कुछ बीवीया बडी तम्मना लेके बेठीहे वोभी मुजसे वो सादीकी कामना करतीहे अगर मेने सादी नहीकीतो मुजे बहुत दु:ख होगा क्या करु

बाबा : (हसते) तो करले सादी इनमे कोनसी बडी बात हे बस वो तुजसे हमेसाके लीये जुडी रहेना चाहतीहे ओर कुछ नही तुजे कहा सबके साथ सादी करनीहे

नेनु : बाबा ज्यादातर इनकी बीवी बननेकी कामना करतीहे कीतनी बीवीया रखेगे..?

बाबा : नेनु बीटीया बस तभी तुजे इनको स्महालना हे ओर करने देना सादी, रहेगेतो तुम दोनो बहेनोके पास क्युकी देवयानी अंजुबीटीया मेरी सोनु बीटीया ओर तुजेहीतो सब सम्हालना हे तु चीन्ता मत कर देवयानीदेवी सब सम्हाल लेगी वो मांहे इनकी..

फीर अ‍ेसीही बाते करते हम वापस महेलमे आगये तब पता चलाकी भारतीभाभीको भी बेटी हुइ हे तब मे होस्पीटल जानेको तैयार होगया तो रीटा दिवु सोनु सब आनेको तैयार होगइ ओर हम सब चले गये तब वहा राकेश मुजे देखके खुसीसे लीपट गया ओर हमने उसे अभीनंदन दीया ओर अंदर चले गये तब भारतीभाभी मुजे देखके खुब सरमाइ ओर वो बहुतही खुस दीख रहीथी फीर हम सब मीलके वापस चले आये

तब वहा देवयानी ओर नीराली रुक गइ फीर मे कमलाभाभीके पास चला गया तो वो लेटके अपनी बच्चीको दुध पीला रहीथी ओर उनके पास जसु अपने बच्चेको लेके बेठीथी तो मुजे देखतेही दोनो सरमा गइ तब में जसुके पास जाके उसे बाहोमे भरके बेठ गया तब कमलाभाभी खुब सरमाइ ओर अपना दोनो बुब्स सारीके पलुसे ढक लीया

जसु : (हसते) भाभी अब इनसे क्यु सरमा रहीहो होटेलपेतो इनको लुट लेतीथी हें..हें..हें

कमला : (सरमाके हसते) जसुदी सब इनकी वजहसे मुमकीन हुआहे पता नही कीस जन्ममे इनका कर्ज चुकाउगी तुम दोनोका मुजपर बहुत बडा अहेसान हे

जसु : (हसते) जानु मेरी भाभी बहुत कमीनीहे अहेसान की बात करतीहे जरा दीखादो?

कमला : (हसते) नही दीदी अभी नही जब ठीक होजाउगी तब मरजी आये इतनी सजा दे देना अबतो इनके बगैर मेभी नही रेह सकती अबतो जल्दी ठीक होजाउ तब इनको खुब प्यार करुगी ओर अगले साल इनका ओर अ‍ेक बच्चा पैदा करुगी..हें..हें..हें..

जसु : (सरमाके हसते) भाभी पहेले अ‍ेकसेतो ठीकसे पाललो..फीर दुसरा पैदा करना

में : यार तुम लोगोके पास ओर कोइ टोपीक नही होता जब देखो तब अ‍ेसेही बाते करती रहेती हो सुन..अब हमे हमारी नइ होटेलके बारेमे सोचना हे मुजे मेरे ससुरको मीलने जाना हे वही कुछ बात करके डीसाइड करेगे में डीनरके बाद जाता हु

जसु : जानु आप नेनुदीके साथ चले जाना आज कल बहुत सेक्सी दीख रहीहे हें..हें..हें..

तो कमला ओर जसु दोनोही हसने लगी तब मेने जसुको बााहोमे भीचके जोरदार कीस लेलीया तोवो होंठपे हाथ हखके मुजे मारने लगी तब मेने कमलाभाभीकोभी बुब्स दबाके प्यार दीया तो वोभी जुठमुठका गुसा करने लगी ओर मे बहार चला गया ओर हम होलमे आ गये तब मेरी सब बीवीया घेरा बनाके बेठ गइ ओर हमने खुम मस्तीया की

फीर हमने डीनर करलीया तब बहार ओर अंदर नीर्मलाभाभी मेरे आसपासही घुमती रही फीर डीनरके बाद मे ओर नेनु माथुरके घर जा रहेथे तब सोनु ओर काम्याभी साथ आगइ ओर हम चारो चले गये तब नंदाभाभी ओर रीमाभाभी हमे देखके खुस होगइ ओर हमारा अच्छेसे स्वागत कीया तब माथुरभी आ गये ओर हमने होटेलके बारेमे बाते करली

माथुर : भाइ आप बीलकुल चीन्ता मत करो मेने पुरा प्लान बनालीया हे आप सोचभी नही सकते इतने महेमान आयेगे ये हमारी फाइव स्टार होटेलभी हे ओर मेरी रीमाबेटीका डड्ढीमभी हे तो मे कोइ कशर रखना नही चाहता कीतने मीनीस्टर ओर फील्म कलाकार आयेगे आप सब देखतेही रेह जाओगे हें..हें..हें..

रीमा : राज पापानेतो इन्वीटेशन कार्डभी छपवा लीया हे आपभी लेजाना आपकोभी सभीको इन्वाइट करना पडेगा बहुत सारे कार्ड छपवाये हे

में : नही भाभी हमारे लोगभी कीतनेहे ओर ज्यादातर घरकेही लोग हे हां गांवके लोग हे

माथुर : बरखुदार मेने सब गांवके सरपंचो अधीकारीओको आगेवानको सबको बुलाया हे हां कीसी ओरको बुलानाहेतो कार्ड देदीजीयेगा बाकी सबको देदीया हे

नेनु : बडे भैया वोही सबथे बाकीतो घरके लोग हे फोन करकेही बुलालेगे

माथुर : अरे हा..भाइ आपकेवो करणभाइ गयेथे लगताहे डील फाइनल करके आयेहे आपको सीर्फ साइन करके डील फानइल करनीहे ओर आपको बताउ वो मेरा दोस्तके जो मीनीस्टर हे उनकी बेटी रामीया भावुकी दोस्तभी हे ओर अभी राजकोटमे अ‍ेसे कलेक्टरभी हे वो ओर भावु दोनो अ‍ेकही बेन्चके हे हें..हें..हें..

में : भाइ मे उनसे मीला हु ओर हमे सरकारी जमीनभी देदी हे अ‍ेक हप्ते पहेलेही मीलाथा

माथुर : (हसते) बहुत अच्छी लडकीहे भावुके साथ मुजेभी पापा पापा कहेती हे हें..हें..हें..

फीर हमने वहा आइसक्रिम खाइ ओर ठंडाभी पीया तब रक्षामौसी काफी उदास दीख रहीथी वो हम सबके साथ जबरदस्तीसे हसती थी तो नेनु उनको ओर नंदाको लेके अंदर चली गइ तब नेनुने पुछ लीया तो नेनुसे लीपटके खुब रोइ ओर कहा

रक्षा : नेनुदी मुजे यहा बहुत सरमींदगी महेसुस होतीहे मेरी रीमाको मे मुह नही दीखा पा रही मेरी लडकीनेतो मेरी नाक कटादी फीरभी रीमा मुजसे हस हसके बात कर रहीहे

नंदा : रक्षा अगर रीमाको कुछ मनमे नहीहे तो फीर तु क्यु दुखी होती हे जीनके नसीबमे जो लीखाहे वोतो होकेही रहेताहे तु अपने आपको दोस मतदे हमारे लडकेही कमीने नीकलेतो हम क्या कर सकते हे भुलजा सब अब रीमा हमारी बहु नही हमारी बेटी हे

रक्षा : हां दीदी सायद आप ठीक केह रहीहे उन कमीनोकोतो हम यादभी नही आते अ‍ेकभी फोन नही कीया अबतो मेभी मानलुगीकी मेरी कोइ बेटीही नहीथी अब मेरी बेटी सीर्फ रीमाही होगी में उनको मां का प्यार दुगी ओर मेरी सारी जायदादभी उनको देदुगी

रीमा : (सोनु काम्याके साथ अंदर आते) मौसी मुजे कुछ नही चाहीये बस आपका प्यारही मेरे लीये काफी हे ओर मुजे यहा क्या तकलीफ हे मे मजेसे रेह रही हु हें..हें..हें..

रक्षा : (रीमाको गले लगाते) रीमा बेटी आजसे मुजे मौसी मत कहेना मे तेरी मम्मी हु

रीमा : (जोरोसे गले लगते) थेन्कयु मोम..देखा भगवानने मुजे दो दो मम्मी देदी हें

रक्षा : बेटी अब मुजे मेरी बेटीसे कोइ लेनादेना नही आजसे तुही मेरी बेटी हे

रीमा : (हसते) मोम उसे आप माफ करदो इनकी वजहसे मुजे दोदो मम्मी मील गइहे तो क्यु मनमे कडवाहस रखना वेसेभी अब मे होटेलमे बीजी होजाउगी

सब अ‍ेसीही बाते कर रहेथे तब माथुरभी दुखी होके मुजसे यही बात कर रहेथे

माथुर : भाइ मे जल्दसे जल्द होटेल सुरु करदेना चाहता हु ताकी मेरी रीमाबेटी बीजी होजाये फीर वहातो आप सब होतो मेरी बेटीका ध्यान रखना ओर इस बार पार्टी मुजसे इतनी खुसहे की अब वो मेरी नंदाको प्रमोट करना चाहतेहे ताकी महीला सशक्तीकरण दीखा सके वो अ‍ेक महीलाको सीअ‍ेम बनाना चाहतेहे ओर मुजे प्रदेश अध्यक्षका बना रहेहे तो अब दोनोका काम मुजेही सम्हालना पडेगा हें..हें..हें..

में : भाइ इमारी भाभीकोतो भुलही जाओ ओर आप आगे बढो नंदाभाभी सीअ‍ेमके लायक हे ओर आपको प्यारभी करतीहे ओर मानतीभी बहुत हे

माथुर : हां भाइ आपतो अपनी भाभीकी तारीफही करेगे हें..हें..हें..लेकीन सच कहा आपने जरा सोचो मेने दुसरी सादीकी तो खुसी खुसी डीवोर्स देदीया वो बहोत अच्छी हे

फीर हम बाते करके नीकलने लगु तब सब हमे गले मीलने लगे तब नंदाभाभी ओर रीमाभाभीने गले मीलते मुजे जोरोसे भीचलीया ओर रीमाभाभीनेतो धीरेसे हमारी होटेलमे मीलनेको कहा अबवो बीन्दास बाते करतीथी ओर हम नीकल गये तब सारे रास्ते होटेलकीही बाते हो रहीथी सोनुतो फील्मस्टारका सुनके बहुत खुस हो रहीथी

फीर हम आके सोने चले गये तब केशर मीरा सब हमारे रुममे अपने बच्चोको लेकर आगइ फीर सबने बच्चोको दुध पीलाके जुलेमे सुलादीया ओर अपने कपडे नीकालके सब लेटने लगी उस रात मेने सोनुको चोदके सबको अनुभुती करवाइ फीर ३ बजेतक अनुभुती करते रहे फीर पुरी रात सोनु रीटा ओर दिवुको चोदता रहा सुबह मुजे नेनुने जगादीया ओर नेनु मेरे साथ बाथरुममे घुस ओर नेनुने खडे खडे मुजसे चुदवालीया

नेनु : भाइ अबतो ओर ठरक चड गइहे अ‍ेसा लगता हे सारा दीन चुदवाती रहु

में : नेनु पता नही अब मुजमेभी काफी बदलाव आगया हे जोभी ओरत सामनेसे आतीहे उनको चोदनेका मन करता हे अबतो मेभी चुदाइके बगैर नही रेह सकता मेने रामीयाकोभी चोदलीया ओर अ‍ेक अभी लाइनमे खडी हे वो मुजसे अ‍ेक बार चुदवाना चाहतीहे पता नही ये ठीक होगाकी नही मुजे बार बार मीलनेको केह रहीहे

नेनु : (मेरी बाहोमे हसते) भाइ मुजे पता हे मेरी काम्यासे इस बारेमे बात हुइथी आप उसे होटेल लेजाके चोदलो तबतक आपका पीछा नही छोडेगी ओर अबतो दादी तारा सारीका ओर मीरादीभी काफी जवान दीखतीहे वो सबकाभी यही हालहे ओर जीस दीन ये सब बाकीहे वो अपने बच्चोको जन्म देदेगी तब वोभी आपको नही छोडेगी हें..हें..हें..

में : नेनु लगताहे अब मुजे कोइ रीस्तोमे नही फसना जोभी कहेगी मे उसे चोद लुगा मे सामनेसे नही जाउगा अगर वो मुजसे कहेगी तब उसे छोडुगाभी नही

नेनु : (हसते) हां भाइ ये हुइना बात हमतो आपको कबसे समजा रहेथे अबजाके समजे

में : नेनु पता नही हमसब इनमेसे कब छुटेगे..अबतो बीजनेस भी सबलोग देख रहेहेतो मुजेतो यही करना हे बस सबको चोदते रहो पता नही कीतनी बीवीया होगइ जीसे अ‍ेक बार चोदलीया वो हमेसाके लीये मुजे समर्पीत होजातीहे ओर जब समर्पीत होतीहे तो मुजे उसे अपनाना पडता हे वो रामीयानेभी यही कीया अब वो सादी नही करेगी..

नेनु : भाइ मत भुलो आप ओर हम कोन हे जब हमाराही मन इन कामोसे उठ जायेगा तो दुनीया केसे चलेगी आप ओर मे कीसीना कीसीके तनमे ओर मनमे छाये रहेतेहे तभीतो लोग संभोग करपातेहे वरना क्या होता सोचाहे आपने..दुनीयाही अटक जाती..

में : नेनु पता नही अगर तुम ओर सोनु नही होतीतो मेरा क्या होता..? जो प्यार आप दोनोने दीया हे..ओर खास करके तुम..तुजे पाके मे धन्य होगया..बस हर जन्ममे मुजे यही प्यार देती रहेना..नेनु मेरी धारा जसु ओर अंजुका कामभी करना हे

नेनु : भाइ अब तीनोही ठीक होगइहे आप दीवयानीदीको कहेके उसे हमेसाके लीये अपनालो ओर हर दीन अ‍ेक अ‍ेकके साथ वो सादी करके हमेसाके लीये अपनी करलो

में : नेनु क्या वो तीनो ठीक होगइ..? कुछ होगातो नही..?

नेनु : भाइ हम कोइ सामान्य ओरत नहीहे जबभी कोइ आपसे मीलन करनेकी कामना करेगी ठीक होजायेगी..येतो उन सबको आपसे थोडे दीन दुर रखनेकेलीये हम दो तीन महीनेका केह रहेहे वरना सबकी सब कमीनी आपसे चुदतीही रहेगी ओर आपके पास वक्तभी नही रहेता तो आप फीकर मत करो कलसे दीदीके घर अ‍ेक अ‍ेक को लेजाओ..

फीर मे ओर नेनु नहाके बहार आगये ओर तैयार होगये तब नेनुने सबको बुला लीया ओर सबने अपनी मांग भरवाली आज केशर मीरा तारा सारीका अंजु मेरी सब बीवीया मेरे पैर छुके साइडमे खडी रेह गइ तब नेनुने केशरको कहा

नेनु : सुनीये सब ओल मोस्ट सबकी डीलीवरी होगइ हे ओर जीनकी बाकीहे उनको अभी तीन चार महीनेका वक्त हे तो हमारी होटेलका उद्घाटन होतेही हम सब स्वीजरलेन्ड जा रहेहे अ‍ेक महीने तक हम सब खुब अ‍ेन्जोय करेगे यही मानलो हमारे पती हम सबको हनीमुनपे लेजा रहेहे तो सब अपने हीसाबसे तैयारीया करलो

केशर : जानु मेने सबको वादा कीयाथाकी मे सबको लेजाउगी तो सारा खर्चा मे देदुगी

में : (हसते) तो क्या अब तुम ओर हम अलग हे..? जो खर्चोकी बात करती हो..

केशर : (सरमाके हसते) नही..सोरी..आप देदेनां हें..हें..हें..

नेनु : दादी तब आप हमारी सासथी अब हमारी सोतन हो.. हें..हें..हें..

केशर : (सरमाके हसते) सुनो सब..हमारे पतीकी वजहसे मे काफी छोटी दीखने लगी हु तो सबसे रीक्वेस्ट हे अब मे आपकी दादी नही रही तो आजसे सब मुजे दीदीही कहेना..

सोनु : (हसते) हाये..हाये..देखो केसे मनमे लडु फुट रहेहे चुदडक कहीकी हें..हें..हें..

देवयानी : (ठहाका मारते हसते) ठीक हे आजसे सब अ‍ेक दुसरेको दीदीही कहेगी बस...अब चलो चाइनास्ता नही करना क्या..?

फीर हम सब चाइनास्ता करने जाने लगे तब केशर मेरे साथ चलने लगी अब वो वाकइ मेरी नेनुकी तराह छोटी दीख रहीथी अ‍ेसेही सबने चाइनास्ता करलीया ओर वक्त बीतता रहा सब रुटीन चलने लगा में हर रात बारी बारी सबके साथ संभोग करता रहा

तब अ‍ेक दीन होटेल जा रहाथा तब नेनुने घुमनेका कहेके मेरे साथ नीर्मलाभाभीको भेज दीया तो वो बहुतही खुस होगइ ओर हम सीधेही कोटेजमे चले गये तब दरवाजा बंध करतेही नीर्मलाभाभी मुजसे लीपट गइ ओर मुजे पागलोकी तराह चुमने लगी तब मेने उसे गोदमे उठालीया ओर बेडपे लीटा दीया तब पताही नही चला हमारे कपडे कब हमसे अलग होगये तब नीर्मलाभाभी अ‍ेक दम गोरी दीख रहीथी ओर बुब्सभी कसे हुअ‍ेथे

नीर्मला : देवरजी आज अपनी भाभीको चोदलो जबसे आपको देखाहे ओर आपने काम्याको चोदलीया हे तबसेही मेर मन भटक गया ओर आपसे चुदनेका मन बनालीया आज मुजपे कोइ रहेम मत करना अभी बच्चा होनेपे टाइम हे तो मुजे रगड रगडके चोदलो

तब उसने मेरा लंड पकडके अपनी चुतपे सेट करदीया ओर कामुक नजरसे मेरी आंखोमे देखती रही तब मेने उनके दोनो हाथ पकडलीये ओर लीपलोक करते अ‍ेकही जटकेमे पुरा लंड चुतमे घुसा दीया तब उनकी जोरोसे चीख नीकल गइ ओर बेडपे पेर पटकते मुजसे छुटनेकी कोसीस करती रही ओर मे उसे चोदने लगा

नीर्मला : (दर्दसे) राज..रुक जाओ..थोडी देर रुको कीतना बडा हे बाबा ओर आपने अ‍ेकही बारमे घुसा दीया पता नही मेरी काम्या आपसे केसे चुदती हे

में : भाभी अबतो आपभी मुजसे हमेसा अ‍ेसेही चुदोगी अब मे आपको हमेसा चोदता रहुगा अबतो भाइकाभी डर नही क्या मस्त चुत हे आपकी..

नीर्मला : देवरजी पता हे वो रुपेश दो नर्स ओर आपके वो राजुकी बहेनको चोदतेहे..

फीर मेने जबरदस्त अलग अलग पोजीसनमे भाभीको चोद लीया उनको तीन तीन बार जडाके उनकी चुतको अपने रससे भरता रहा तब चुद चुदके उनकी हालत पतली होगइ फीर हम नहाने चले गये वहाभी भाभीको खडे खडे चोद लीया तब जाके वो संतुस्ट हुइ फीर मेने उनकी चुतकी सीकाइ करदी फीर तैयार होके हम वापस आ गये

तब काम्या उसे लेके रुममे चली गइ ओर कहाकी उसीके कहेनेपे राजने आपसे चुदाइ कीहे तब वो सोक्ट होगइ ओर येभी कहाकी मोका मीलतेही मे तेरी राजसे चुदाइ करवाती रहुगी तब जाके वो खुस होगइ फीर सब आगये तब हमने डीनर करलीया

में उस रात सबको अनुभुती करवाता रहा फीर सुबह सब रुटीन करते रहे इसी बीच पहेले अंजु फीर जसु ओर धारा तीनोको बारी बारी लेके देवयानीको लेकर उनके घर चले जाते यहा तीनोके साथ गांर्धवकी सादी करते वहा संभोग करते तब देवयानीभी मुजसे हर बार चुदाइ करवा लेती अ‍ेक बारतो उनको लगातार तीन बार चोदलीया

तब जाके वो मना करने लगी तब अ‍ेक दीन रामीयाका फोन आगया ओर उसने अपने प्रेगनेन्ट होनेकी बातकी तबवो बहुतही खुस होके मुजे सब बता रहीथी ओर मुजसे मीलनेकी बात कर रहीथी तब हमारी होटेलके उद्घाटनका वक्तभी आगया तब मेरी सब बीवीया रामीया संजन विमलाकी फेमीली करण अजय नीरज बबलु वहा मेरी सब बीवीया सबको बुलालीया ओर सबके सब हमारे महेलमे अ‍ेकठे होगये

दुसरे दीन हमारी होटेलका उद्घाटनथा तो इस बातको लेके सब बहुतही उत्साहीत थे तब उस रात मेने नेनुके साथ संभोग कीया ओर महेलमे जीतनीभी ओरतेथी सबको अनुभुती करवादी तब संजना व्मिलाकी भाभी सोक्ट होगइ ओर हमने नीर्मलाभाभीकोभी अनुभुती करवादी तब वो तीनो ओरते मेरीओर ढल गइ ओर मुजसे मीलनेकी कामना करने लगी मेरा बस यही काम रेह गयाथा की सबके अंदर कामको जागरुत करना

फीर हम सब सुबह उठके चाइनास्ता करके होटेलकी ओर चले गये तो नेनुने रीटा ओर दिवुके साथ भावु ओर रीमाकोभी मेरे साथ बीठा दीया ओर हमने पुजा करली तब कमसे कम तीन हजार लोग हमारी होटेलमे आमंत्रीतथे तब ज्यादातर फील्म कलाकार ओर सब मंत्री आयेथे पुरे तामजाम ओर भोजनके साथ हमारी होटेलका फंक्शन हुआ

सामकोभी हमारे महेलमे बहुत बडी पार्टी रखीथी वहाभी सब फील्म कलाकार आयेथे ओर हमारा खुब मंनोरंजन कीया फीर सब जाने लगे ओर हमारी होटेलमे चले गये उस रातभी अंजुको चोदते सबको अनुभुती करवाइ तो सब खुस होगइ ओर पुरी रात अंजु धारा ओर जसुको चोदता रहा ओर चोद चोदके तीनोको खुस करदीया

अंजु : जानु कीतने दीनोके बाद हमने कीया हे आज वाकइ मजा आगया

धारा : भाइ अब हम ठीक होगइहे तो हमे अ‍ेसेही चोदते रहीयेगा

सब अ‍ेकही रट लगाये बेठीथी तब करण दुसयंत बबलु सब होटेल चले गये तब में सीमा संजना विमला मालीनी मंदाकीनी सोनु रीटा सब गार्डनमे घुम रहेथे तब सोनु सीमा सब बेडमीन्टन खेलने लगी ओर हम टहेलते बाते कर रहेथे तब संजना मुजे पीछेके दरवाजेसे अंदर लेगइ तो विमला ओर उन दोनोकी भाभीभी आगइ

तभी संजनाने हमे उनकी दोनो भाभीओके साथ अ‍ेक रुममे घकेल दीया ओर खुदभी आगइ उस दिन उनकी दोनो भाभी मुजसे चुद गइ मेने दोनोको बारी बारी रगड रगडके चोद लीया दोनोही मुजसे पहेली बार चुद रहीथीतो दोनोकीही हालत पतली होगइ मेने दोनोकी चुतमे तीन तीन बार अपना रस उडेल दीया ओर अ‍ेक बार दोनोको खडे खडेभी चोदलीया तब दोनोही लंगडाके चल रहीथी सीधीही अपने रुममे जाके सोगइ

तब मेने अ‍ेक बार संजना विमलाके साथभी सेक्स करलीया तो दोनोही खुस होगइ फीर हम तीनो फीरसे गार्डनमे घुमने लगे आज मे सबको चोद चुकाथा अबतक जीतनीभी ओरते लडकीया मेरी जींदगीमे आइथी सबको चोद चुकाथा ये दोनो बाकीथीतो आज उनकोभी चोद लीया तब उनको पता नहीथा की दोनोके गर्भमे मेरा बीज स्थापीत होचुकाथा साम ढलते ढलते सब वापस जाने लगेथे तब काजल सीमा सब रुकने वालेथे

में : (सब बेठेथे तब) महेश बबलु सुनो हम सब स्वीजरलेन्ड जा रहेहे तो सीमा मालीनी मंदाकीनी सब आ रहेहे तो काजल ओर सगुनकोभी लेजा रहेहे तो तुम दोनो सम्हाल लेना यहा काका मोहन सब सम्हाल लेगे ओर यहा खानेके लीये राजुकी मम्मी ओर रंभाकाकीतो हेही वो दोनो कुछ दीन यहा रहेगी बाकी दोनो काकीयाभी आ रहीहे

बबलु : भाइ खाने पीनेकी चीन्ता नहीहे हम अ‍ेडजेस्ट करलेगे तो आप चले जाओ क्या पीयुभी साथ आ रहीहे..?

नेनु : (हसते) हम सब जा रहेहेतो हमारी बेटीको थोडी छोड देगे क्या इनके बीना नही रेह सकते हें..हें..हें..तोफीर आपभी चलो..

बबलु : (सरमाके हसते) क्याभाभी मजाक कर रहीहो मेरे कहेनेका मतलब ये थोडीना था? ठीक हे हम अ‍ेडजेस्ट करलेगे आप लोग आरामसे घुमके आओ..हें..हें..हें..

फीर उस रात महेश ओर बबलुभी चले गये तो करण दुसचंतभी अकेले चले गये फीर तीन दिनके बाद हमभी नीकलने वालेथे तब नंदाभाभी रीमाभाभी मंदाभाभी सब हमारे साथ आने वालीथी रुपेशभाइ अकेले सब होस्पीटल स्टाफके डोक्टरके साथ चलाने वालेथे तो हमने नीर्मलाभाभीकोभी साथमे लेनेका फैसला करलीया तब वो मेरी ओर देखते बहुतही खुस होगइ ओर हम हमारी मंजीलकी ओर उडान भरने लगे

वहा पहोचतेही हमने अ‍ेक पुरी होटेल बुक करली तब वहाभी सबको पता चल गयाकी हम सब कोनहे तो बहुत सारे भारतीय हमको मीलने आने लगे फीर वहा मेने हर दीन मेरी अलग अलग सब बीवीयोके साथ चुदाइ करते अनुभुती करवाता रहा ओर पुरी रात उनकी चुदाइ करता रहा बस हमसे अ‍ेक पीयुको अलग रखा वो इस बातसे बीलकुल अन्जान थी फीर दो पहोरकोभी मे कीसीकोभी पकडके सेक्स करलेताथा

सामको कही घुमने ओर आजु बाजु सब देखने जातेथे फीर रातमे अ‍ेकसे संभोग करते सबको अनुभुती करवाता फीर सुबह देर तक सब सोते रहेते फीर लंचकेबाद दो तीनको पकडके उनके साथ चुदाइ करता अबतकमे रीमाभाभी मंदाभाभी नंदाभाभी ओर नीर्मलाभाभी रसीला सबके साथ कीतनी बार सेक्स कर चुकाथा वो मुजेभी नही पताथा

अबतो नंदाभाभी ओर रीमाभाभी मेरी बीवीया होचुकीथीतो दोनोही बीन्दास मेरे साथ पती जेसा व्यवहार कर रहीथी ये बात पीयुभी जानतीथी तो पीयु सबको मोम मोम कहेतेही बाते करतीथी इनमे रसीला ओर रीमाभाभीभी आ गइथी वहा अ‍ेक महीने तक सबने खुब अ‍ेन्जोय ओर सेक्स कीया जब हम वापस आने लगे

तबतक नंदाभाभी फीरसे प्रेगनेन्ट हो चुकीथी ओर हम सब अ‍ेक महीनेके बाद वापस आगये तबतक नीर्मलाभाभीकी रसीलाभाभीकी रीमाकीभी सहीत मेरी ओलमोस्ट बीवीओकी चाल बदल चुकीथी जेसे हमने दिन रात सीर्फ सेक्सही कीयाहो तब दो दीनके बाद सब अपने अपने कामपे लग गइ तब मे मोका मीलतेही नेनुकी चुदाइ करलेताथा

ओर सीमा मालीनी मंदाकीनी पीयुको मे ओर नेनु राजकोट छोडके आगये तब बीचमे अ‍ेक दिन रुकके रामीयाकी खुब चुदाइ करली तब नेनुभी हमारे साथ सामीलथी तीनोनेही थ्रीसम कीया तब रामीयाने नेनुको अपने प्रेगनेन्टकी बात करली ओर कही

दुसरी ओर सादी ना करनेके फेसलेकीभी बात करली तब नेनुने वही हमारा गांधर्व विवाह करदीया तो रामीया बहुत खुस होगइ ओर नेनुसे लीपटके खुसीके आंसुभी बहाये

फीर हम दोनो वापस आगये ओर रुटीन लाइफमे बीजी होगये समय बीतता गया ओर मे सबको अनुभुती करवाता रहा अबतो सादीके बाद रामीयाभी मेरे साथ वहा रहेके हरदीन अनुभुती करतीथी समयके साथ जीतनीभी बाकीथी सब अपने बच्चेको जन्म देने लगी तब मुजे सबके साथ रहेना पडताथा ओर अनुभुती करवाते डीलीवरी करवाता रहा

अब मेरी सब बीवीओकी डीलीवरी होचुकीथी तब सब अपने बच्चोमे बीजी होगइ तब पहेलेवाली सब बीवीया चुदनेके लायक हो चुकीथी तब मे सारी कशर नेनु केशर अंजु धारा जसु मीरा सबको चोद चोदके पुरी करता रहा तब तारा ओर सारीकाभी मजेसे सबसे खुलके चुदवाती रही तो इसी बीच मेने सुलक्षणादेवीकोभी कइ बार चोद लीयाथा

अब सगुनभी अपने घर जा चुकीथी तो दुसरी ओर दिवुने बच्चीको तो मनुने हमारे बेटेको फीर सोनुने अ‍ेक बेटी ओर बटाको जन्म दीया तो नीरालीको दो बेटी पेदा हुइ तो दुसरी ओर रीटाने हमारे बेटेको जन्म दीया तो भावीकाभी इधर आगइ ओर उसने अ‍ेक बच्चीको जन्म दीया तो माधुने बेटेको ओर काम्याने अ‍ेक लडकीको जन्मदीया

तब दुसरी ओर राजकोटमे सीमाको अ‍ेक लडकी हुइ तो मालीनीओर मंदाकीनीनेभी लडकी पैदा करली तो दुसरी ओर मायाने ओर देवयानीने अ‍ेक दिव्य बच्चेको जन्म दीया तबतक रीमाभाभीकी डीलीवरीका समय नजदीक आ रहाथा तो दुसरी ओर नंदाभाभीको भी ५ वा महीना चल रहाथा तब मंदाभाभीका भी समय नजदीक था

तब अ‍ेक दीन बाबा महेलमे पधारे ओर हमारे सब बच्चोके नामकरण करदीया अबतो पुरे महेलमे बच्चे कीलकीलाट करतेथे सब अपने बच्चोमे बीजी रहेतीथी तब नेनु देवयानी सोनु जसु ओर धारा अंजु मेरा बरोबर खयाल रखतीथी तो सारीका केशरभी मेरी हरदीन प्यास बुजाती रहेतीथी मेरा जबभी मन नही लगता तब देवयानी ओर नेनुको लेके यातो माया जसुको लेके कही दो तीन दीन चला जाता ओर हम खुब चुदाइ करते

फीर चुदाइ करके वापस चले आते ओर सब रुटीन काममे बीजी होजाते इसी बीच रंभाने ओर राजुकी मम्मीनेभी अपने बेटेके बच्चे पेदा करलीये ओर दोनोही खुस रहेती

तब राजुकी बहेनको जबसे बच्चा गीराके आइथी तबसे बच्चा नही हो रहाथा ओर अ‍ेक दीन मुजसे चुद गइ ओर मेने सुनीलके बंगलोपे सुबहसे साम तक तीन दीन चोद चोदके बुरा हाल करदीया तब वोभी प्रेगनेन्ट होगइ अबतो ओरतसे ओरत बाते करती गइ ओर जीनकोभी बच्चे नही होरहेथे वो छुपकेसे नेनुको बता देती तब सुनीलके बंगलोपेही नेनु हमारी चुदाइका कहेती ओर ओरत प्रेगनेन्ट होके चली जाती

बस वही मेरा काम रेह गयाथा ओर सबको अनुभुती करवाता रहेता में आजभी नेनुके पीछे इतनाही पागलथा जेसे पहेलेथा बल्की अबतो ओरभी ज्यादा पागल होगयाथा ओर नेनुभी उतहनीही मेरे पीछे पागलथी अबतो पहेलेसेभी हम दोनो ज्यादा चुदाइ कर रहेथे ओर लोगोके मनके कामवासना जगाते रहेतेथे

बस यही अनुभुती हे में हमेसा लोगोके मनमे यातो लोगोके दीलमे अनुभुतीके रुपमे बसता रहुगा ओर लोगोको कामकी ओर प्रेरीत करता रहुगा अब काफी वक्त बीत चुकाथा हमसब आजभी इतनेही जवानथे जेसे पहेलेथे अबतो हमारे सब बच्चेभी बडे होते गये ओर वही पढाइ करते रहे तब सब जवानीकी दहेलीजपे कदम रखने लगे

तब महेलमे ओर कोलेजमे सब ज्ञानके साथ हमारी तराह सेकस्का ज्ञानभी लेने लगे तब घरमेही हमे वो सब नजारे देखनेको मीलने लगे मेर ओर नेनुका बेटा सोनुके बटीकी ओर पागलथा तब वो उनको लेके कीसीभी रुममे चला जाता ओर अपनी बहेनके साथ खुलके सेक्स करता हमारी सब लडकीया ओर लडकोको देवयानी ओर माया नेनुने अ‍ेसा ज्ञान दीयाकी बहारवाली कीसीभी लडकीके सामने देखतेभी नही

ओर हमारी लडकीयाभी अपनेही भाइके प्यारमे पडने लगी ओर अपनेही भाइके साथ खुलके सेक्स करती रही तबभी में ओर मेरी सब बीवीया अ‍ेसेही सेक्स ओर अनुभुती करते रहे में अ‍ेसेही लोगोके मन ओर दीलमे छाया रहुगा..

तो दोस्तो ये केसी अनुभुती हे पता नही ये कहानीकी सुरुआत हेकी अंत, फीलहाल तो ये कहानीको वीराम देता हु देखताहु अगली कहानी लीखने प्रेरीत करते मुजसे कीतने लाइक मीलतेहे सुक्रिया...ये हे अनुभुती.....
 

Fhari

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Bahot badhiya kahani hai
Keep it up
 

Abhishek Kumar98

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - १
नमस्ते दोस्तो में अ‍ेक नयी कहानी लिखने जा रहा हुं येजो कहानी हे वो इनसेस्ट ओर लव स्टोरी के साथ अ‍ेडल्टरीभी हे ये सिर्फ मनोरंजनके लीये लीख रहा हुं ये कहानी सीर्फ मेरी कल्पना हे ओर मेने जीवनमे कुछ अनुभुती कीहे उसके आधारका सहारा लेकर लीख रहा हुं
मेरा मकसद कीसीकी भावनाओको ठेस पहोचाना नही हे मेरी कोसीस यही रहेगी, ओर कहानी आपको अच्छी लगे तो कोमेन्ट करके मेरम उत्साह बढाते रहेना क्युकी ये कहानी मे अ‍ेक अ‍ेसे सीचुअ‍ेशनमे लीख रहा हुं जो मेरे कइ स्वजन ये कोरोना महामारीके कालमे मरते ही जा रहे थे तब मे बहुत अपसेट रहेने लगा तब मेने मेरे मनको डाइवर्ट करनेकी सोची ओर मुजे मोबाइलमे ये अ‍ेक्सफोरम साइट हाथ लग गइ तब मेने सोचाकी चलो अ‍ेसी कहानी मेभी लीखु ओर मेने कहानी लीखना सुरुकीया ओर लीखताही गया कभी कभी तो मेने इसे १४ घंटे लगातार बैठके लीखता ही रहा ओर लीखते लीखते ३००० पने कब लीखलीये पताही नही चला तो चलीये कहानी सुरु करते हे

ये कहानी सीर्फ मेरी अ‍ेक कल्पना हे जो अ‍ेक परिवार की है ये कहानी मे हिरोकी जुबान से चलानेकी कोसीस कर रहा हुं, तो आइअ‍े सुरुआत करते हे, हमारा अ‍ेक छोटासा परिवार है में गुजरात का अ‍ेक छोटासा सहेर का रहनेवाला हुं हमारे सहेरकी बस्तीमें तकरीबन ५ लाख से ६.५ लाख लोग रहेते हे मेरे पापाका बहुत बडा बिजनेस था उसका कारोबार हमारे सहर के अलावा दुसरे राज्योमेंभी फैला हुआ था तब में १२ कक्षामें पढता था आप कहेगे इतना बडा कारोबार थातो छोटे सहेरमे क्यु रहेते थे तो आपको आगे पता चल जायेगा

मैं पढाइके अलावा दुसरी चीजोमें ज्यादा ध्यान देता था जेसे की इलेक्टड्ढोनिक्स, मीकेनीकल, पेन्टींग, जीम में जाना, कराटे वगेरे चीजोमें ज्यादा दिलचस्पी थी अ‍ेसा नही के में पढाइ मे कमजोर था इसमे भी अच्छे परसेन्ट से पास होता था, मेरे परिवार में मम्मी, पापा, दादी, अ‍ेक बडी बहेन, में, ओर अ‍ेक छोटी बहेन हे हमारा मकान अ‍ेक बंगलो हे जो १००० स्कवेर मीटर मे हे आगे लोन,पार्किंग,निचे अ‍ेक बडासा होल किचन दो बडे रुम ओर उपरकी मंजील में तीन रुम ओर खुला टेरेसहै तो आइअ‍े मेरे परिवार का परिचय करवा देता हुं

पापा : अमीतजी उमर ४५ साल बहुत सांत स्वभावके थे हमारे सहरमें ओर दुसरे राज्यो में भी उसके कइ फेक्टरी थी उनका अच्छे कारोबार की वजहसे उन्हे बहुत सारी प्रोपर्टीया भी खरीदकर रेन्ट पर दे रखी थी हम दो पीढी बैठे बैठे खाये तो भी हमे काफी पेसे मीलते रहे अ‍ेसी पापाने व्यवस्था की हुइ थी ओर अब वो इस दुनीयामे नही हें

मम्मी : सुसीला उमर ४१ वर्ष अ‍ेक हाउसवाइफ थी पापा की तरह बहुत सरल ओर सांत स्वभाव की थी दो साल पहेले मम्मी, पापा अ‍ेक बिजनेस टुर पे गये थे तब लोटते समय अ‍ेक कार हादसे में उनकी मोत होगयी

दादी : कुंवर उमर ६४ साल मम्मी,पापा के हादसे के बाद बहुत बडा सदमा लगा उसकी वजह से उनको पेरेलेसीस का दोरा पडा जीनकी वजह से वो बिस्तबर मैं हे, खुद वे कुछ नहिं कर सकती हमे उनको खाना पीलाना नहलाना पडता है जो हम सब भाइ, बहेने मीलकर उनकी सेवा करते हे इसे हम सब हमारा सौभाग्य मानते है वो अ‍ेक नीचेके लास्ट वाले रुम में हे

बडी बहेन : नंदीनी उमर २२ साल हाइट ५.१० फुट प्यारसे उसे सब नेनु कहकर बुलाते हे ग्रेज्युअ‍ेसन खतम कर चुकी हे आगे कुछ करने का इरादा नहिं हे मम्मी, पापाकी मोत के बाद सारे घरकी जीमेदारी संभालती है तीखे नैन नक्स लम्बे बाल साइझ ३३,२९,३२ सुंदरताकी देवी जेसे संपुर्ण आदर्श नारीके गुण होते है वो सब गुण मेरी बहेन में थे बहुतहि सरल स्वभाव सबको बहुत प्यार करती है विषेस मेरा बहुत खयाल रखती है मुजे मम्मी, पापाकी कमी कभी महेसुस नही होने दी, कभी प्यार व्यार के चक्कर मे नहि पडी मम्मी पापा थे तब केहती थी जहा आप चाहोंगे में वहिं सादी करुंगी हम प्यारसे उसे नेनु कहेते हे

में : राज उमर २१ साल हाइट ५.११ फुट, प्यारसे मुजे सब राज कहकर बुलाते है फाइनल यर में हुं जीम की वजह से अच्छी बोडी है अब वर्कआउट घर पे करता हुं उपर कि मंजील में लास्ट वाला कमरा में रहेता हुं कोलेज मे ज्यादा दोस्त नहिं है सीर्फ दो तीन दोस्त ही हे जो कोलेज तक सीमीत है कभी प्यारके चकर में नहि पडा अ‍ेसा नहि है कि कोइ लडकी पटती नहिं मेंहि इन चीजो में पडना नहि चाहता, मेरा मानना है कि प्यार सिर्फ दिलका मामला है इस लिये उसको इमानदारी से सारी जींदगी निभाना चाहिये प्यार सीर्फ मोज या सिर्फ सेक्स के लिये नहि होना चाहिअ‍े ये मेरी नीझी सोच हे, कोलेज जाके इसका (प्यार, सेक्स) सारा ज्ञान बातो से चर्चा के माध्यम से या पोर्न फिल्म द्वारा ले चुका हुं मेरे पेनीस कि साइझ ६.२५ङ्कङ्क घर में मेरा पर्सनल पी.सी. भी हे जीसके माध्यम से मे मां बेटेकी, भाइ बहेन, मौसी भांजा, चाची भतीजा की सेक्स कहानीया पढता रहेता हुं फिर मेरा नजरिया मेरे बहेनोके प्रती बदलने लगा क्युंकी में बचपनसे अपनी छोटी बहेनको अ‍ेक पत्नीकी नजरसे ही देखता था में प्यारको अ‍ेक पवित्र रिस्ता मानता हुं प्यार में सेक्स होता है, सेक्सके लिये प्यार नहिं होता अ‍ेसा मेरा मानना हे, मैं थोडा बहुत आध्यात्मीक इन्सान भी हुं जो पुजा, मंदिर में भी जाता हुं, मुजे नइ चीजोकी इन्वेशन में ज्यादा रुची हे तो पापाकी बंध पडी हुइ फेक्टरीमें कुछना कुछ करता रहेता हुं, ओर में कभी कभी कोलेजमें सोखसे गाना भी गा लेता हुं

छोटी बहेन : सोनीया उमर १९ साल हाइट ५.८ फुट बारवी कक्षा मे पढ रहि हें स्वभाव अ‍ेक दम मस्तीखोर चुलबुली हमेसा नेनु ओर मेरी टांगे खीचती रहेती है हम दोनोको बहुत प्यार करती है उसे हम प्यारसे सोनु कहेते हे हम दोनोमें किसीभी बिमार पड जाये तो सबसे ज्यादा चिंता उसीको रहेती है क्यु की वो भी मुजे बचपनसे अपना पती मानती थी ये बात उसने मुजे बादमे बताइ, दिखने में किसी हिरोइन से कम नहि लगती अ‍ेक दम होट ओर सेक्सी टाइप लगती है साइझ ३१,२८,३१ बाल लम्बे घुटनो तक जेसे कामदेव की मुरत लगती हे स्कुल जाने के लिये अ‍ेक स्कुटी दिलवाइ है वो उसीमे घुमती रहेती है इनकी बहोत सारी फ्रेन्ड्स भी है जो आये दिन हमारे घर पे आती जाती रहेती हे वो उपर की मंजील में मेरे बगल वाले रुम मे रहेती है हम सब प्यारसे उसे सोनु बुलाते हे वो कभी कभी स्कुल का कोइ प्रोजेक्ट करने केलिये मेरा पी.सी. युझ करने के लिये या गप्पे सप्पे मारने के लिये मेरे रुम मे आजाती हे

नेनुकी सहेली : अंजना उमर तकरीबन २४ साल हाइट ५.१ फुट बाल अपने चुतड तक लंबे हे बहुत ही आकर्सक चहेरा उसे देखते ही खडा हो जाये साइज ३६, ३०, ३६ जो मेरेही कोलेजमें टेक्नीकल विभागमें हे ओर नेनु की खास सहेली हे हम उसे अंजु कहेगे
अब दुसरे केरेक्टर जरुरत पडनेपर आगे अ‍ेड करके उसका परीचय देता ररुगा तो आइअ‍े कहानी की तरफ बढते हे

जब मम्मी, पापा का हादसा हुआ तो हम मानसीक रुप से टुट चुके थे अ‍ेसा नहि था की हमे फाइनान्सीयल तकलीफ होगइ क्युकी पापा का बिजनेस बडा था ओर पापाने बहुत सारी प्रोपर्टी भी ली थी जो काफी प्रोपर्टी रेन्ट पर दे रखी थी जो इसका किराया हर महिने टाइमपे आजाता था सिर्फ किरायाहि महिनाका ६.५ लाख आजाता था तो वो प्रोबलेम नहि थी, लेकीन दादी ओर मुजे ज्यादा तकलीफ हुइ क्योकी पापा मेरा बहोत ख्याल रखते थे इसका अ‍ेक कारण था कि बचपन मे मुजे पेरमें इफेक्ट आगया था पापा मम्मीने बहुत खर्चा करके मुजे ९८ % चलने फिरने लायक बनाया जब में चलता हुं तो बहुत मामुली असर दीखता है बाकी कीसीको पता भी नहि लगता इसी कारण सब मेरा बहुत ख्याल रखते है

फिर हम सबको नेनुने संभाला ओर हम सबको इस टड्ढेस से बहार निकाला, ज्यादातर लंच डिनर हम साथमें करते है पहेले दादीको खाना खीलाके हम सब साथ बेठके खाना खाते है वक्तके साथ सब नोर्मल होता चला गया, यह सब सोचते सोचते में रातको आंसु बहाता कब सो गया पता नहि चला तभी मेरे कानोमें आवाज आने लगी

नेनु : राज उठजा कितनी देर सोता रहेगा कोलेज नहि जाना क्या?

मैं : सोने दोना नेनु अभी तो सोया हुं

नेनु : अभीके बच्चे सुबह सात बज गया है कुंभकर्ण उठजा ओर कोलेज चला जा

मैं : क्या सात बज गये? ये कहेकर मेने रजाइ निकाली ओर फटाक से उठकर दीदीकी तरफ देखा तो हस रहि थी लेकीन जेसे मेरे चहेरे की तरफ देखा तो रात के आंसु चहेरे पर जम गये थे वो देखके गभरा गइ ओर मेरे बेड पे मेरे साथ बैठ गइ

नेनु : क्या हुआथा रातको क्यु रोया था बेबी (कभी कभी प्यारसे बेबी बुलाती है)

मै : कुछ नहि हुआ दि बस अ‍ेसेही..

नेनु : तुजे मेरी कसम, बता रात को क्यु रोया था?

मै : कुछ नहि दि बस मम्मी पापाकी याद आ गइ थी, ये सुनते नेनु ने मुजे गले लगाया ओर खुदकी आंखे भी नम होगइ

नेनु : में हुं ना बेबी कुछ चाहिये था क्या? बता मुजे

मैं : नहि दि कुछ नहि चाहिअ‍े बस अ‍ेसेहि याद आगइ

नेनु : अच्छा चल जलदी तयार होजा में तेरे लीये नास्ता लगाती हु, ये कहेके मेरे सरपे किस करके चली गइ

में भी जलदी उठके बाथरुम में चला गया ओर फ्रेस होकर बहार आगया तैयार होके निचे आयातो डाइनिंग टेबल पर सोनु भी थी

मैं : गुड मोर्निंग दि

सोनु : मोर्निंग भाइ आज तो हिरो लग रहे हो किसपे बिजली गीराने जा रहे हो?

मैं : चुप कर बंदरीया कोलेज जा रहा हुं, ये सुनते हुअ‍े नेनु किचनमें नासता बनाते हुअ‍े हस रहि थी

सोनु : देखो दि भाइ मुजे बंदरीया कहेता है ओर आप खडे खडे हस रहि हो?

कहेते हुअ‍े वो चेर से उठ के मुजे मारने के लीये मेरी तरफ दोडी में उठके भाने लगा लेकीन उसने मुजे पिछेसे कसके पकड लीया मैं छुडाने की कोसीस करने लगा ओर मे अ‍ेकदम पलट गया ओर उसे पकड के कसके भीच दिया अ‍ेसा लग रहा था की दो प्रमी आलिंगन कर रहे थे सोनु के बुब्स मेरे छाती मे दब गये थे तो वो अ‍ेकदम सरमा गइ ओर मुजसे हसते हुअ‍े तीरछी नजरसे देखते हुअ‍े कहने लगी

सोनु : भाइ प्लीज छोड दो मुजे दर्द हो रहा हे, पलीज...प्लीज...

मेने अपनी पकड थोडी कमकी ओर हम अ‍ेक दुसरे की आंखो में देखने लगे वो थोडा सरमाके अपनी नजर जुकाली आज मुजे अपनी बहेनके प्रती कुछ अलग ही फिलींग्स हुइ ओर उनकी मेरे प्रती क्या फिलींग्स हे वो जानने के लीये मेने आगे बात करना जारी रखा

मैं : नहि छोडुगा अ‍ेसे पकडके रखुंग तुजे हिमत है तो छुडाले मुजसे

सोनु : भाइ मैं आपसे अमने आप कभी नहि छुट सकती छोडदो प्लीज नेनुदी देख लेगी

तभी हमे किचन की तरफ से कुछ आवाज आइ तो हम जटसे अलग होगये ओर डाइनींग पर बेठ गये सोनु अपना सर जुकाके मंद मंद हस रही थी तभी नेनु चाइ ओर नास्ता लेकर आइ ओर हम सब साथ में बेठके नास्ता करने लगे तभी सोनु बोली

सोनु : भाइ कल मेरी स्कुटी में कुछ प्रोबलेम आगइ है ठीक से चल नहि रहि उसे रिपेर करवाना पडेगा तो कोलेज जाते समय मुजे स्कुल छोड दोगे प्लीज..

मैं : स्योर दि ओर तुम्हारी स्कुटी में सामको ठीक करवालुंगा नो टेन्सन ओके

सोनु : (मेरी ओर हसते) ठीक है भाइ थेन्क्स

नेनु : सुन राज साम को कुछ सोपींग करनी है मेरे साथ चलना

मैं : ठीक हे दि चलुंगा पर आप स्कुटर चलाना क्यो नहिं सीखती में आपको सीखाउंगा

नेनु : ना बाबा मुजे नहि सीखनी तुजे ले जाना है तो लेजा वरना रिक्षा मे चली जाउंगी

मैं : क्या दि मेने थोडी हि मना कीया है आप बोलो तो सारी जींदगी आपको गाडी में डड्ढाइवर बनके घुमाता रहुंगा आप हुकुम करो हें..हें..हें..

नेनु : चल चल ठीक है नौटंकीबाज हम साम ५ बजे जायेंगे ओर सोनु तुजे कया क्या लेना हे तेरी लीस्ट मुजे दे देना ओर राज तो साथ चल हि रहा है

सोनु : दि वो में दोपहर को स्कुल से आने के बाद दे दुंगी

मेरी नेनु दीदीको स्कुटर चलाना नहिं आता अ‍ेक बार कोसीस की थी लेकीन बुरी तरह गीर पडी थी उसे काफी चोट आइ थी तबसे काफी डर गइ है, मेरे पास अपनी बाइक भी हे पापाकी कारभी है जो हम कहिं फंक्शन या दुसरे सहर जाना हो तब इस्तमाल करते हे में कभी कभी सामको या रात को घुमने लीये नीकालता हुं, हम नास्ता करके रेडी होगये ओर नीचे होल में आके सोनुका वेइट करने लगा देर लगने पर मेने सोनुको आवाज लगाइ

में : चल अ‍े छिपकली सारा दिन रुम में चीपकती रहती है

सोनु : आइ भैइया क्या मे तुजे छिपकली दिखती हुं (धीमी आवाज में) बंदर कहिका

में : क्या बोली ठहेर तु अभी

कहेके मे उसे पकडने भागा तो वह दोडके नेनु के पीछे छीप गइ

सोनु : बचाओ दि भाइको बोलो नां पकडे मुजे

नेनु : अरे क्या तुम दोनो बच्चोकी तरह लडते रहेते हो, सोनु रहने दे उसे ओर हां अभी उसको छोडके दोपहरको छुटी के बाद उसको वापीस भी लेते आना बंदरीयाको, (कहके दीदी ठहाका मारके हसने लगी)

सोनु : दि आप भी, जाओ मुजे बात नहि करनी किसीसे

वो पेर पटक के बहार जाने लगी तो नेनु ने उसका हाथ पकड लीया ओर उसे गले लगा लीया ओर सोरी बोलके गाल पे पप्पी दी सोनु मुस्कराके बहार जाने लगी फीर दी ने मुजे ध्यानसे स्कुल पहोंचाने का बोलके मुजे भी हग कीया तो मेने अपना गाल उनके सामने कर दीया तो उसने मुजे गालपे चुटकी भरके

नेनु : चल जा बदमास ओर ध्यान से चलाना, (कहके कीचन मे जाने लगी)

मैं : बाय दी..

कहके बहार चला आया तो सोनु बाइकके पास खडी थी में बाइक स्टार्ट करके बैठ गया सोनु भी पीछे दोनो पैर पसारके बैठ गइ लेकीन थोडी दुरी बनाके बैठी थी तो सुबहकी घटना के बाद मेरी फिलींग्स कुछ अलग लग रही थी तो मुजे थोडी मस्ती सुजी मेने जान बुजके बाइक स्पीड बढाइ ओर अ‍ेक कारके आगे जाके जोर से ब्रेक लगाइ तो सोनु आगे खीसक के मुजे पकड लीया ओर सरमाके हसने लगी

सोनु : भाइ देखके, थोडी आहिस्ता चलाओना अभी गीर में जाती

में : तु मुजे पकड के बैठनां ये थोडी तेरी स्कुटी है जो सायकीलके माफक चलेगी ओर में तुजे कभी भी गीरने नहिं दुगा टड्ढस्टमी बेबी

सोनु को मैने पहेली बार बेबी बोला तो वो थीडी सरमा गइ ओर मंद मंद मुस्कराने लगी ओर थोडी हिंमत करके अ‍ेक हाथ मेरे सोल्डरपे रखके मुजे चीपकके बैठ गइ तभी उसका स्कुल भी आगया ओर उतरके मुजे तीरछी नजरसे देखते हसते धीरेसे बाय बोलके अंदर जाने लगी मेंभी वो जबतक अंदर नही चली गइ तब तक उसे देखता रहा वो अंदर मुडने से पहेले अ‍ेक बार पीछे पलटके मुजे देखने लगी तो मेने अ‍ेक हाथ उचा करके बाय बोला ओर कोलेजके लीये निकल पडा कोलेज पहोंचते मेने बाइक पार्किंगपे पार्ककी ओर क्लास की ओर जाने लगा तभी मुजे अंजना मेडम जो टेक्नीकल विभाग में हे उसने आवाज लगाइ वो मुजे अच्छी तरह से जानती थी मे ज्यादा कीसीसे बात नहि करती मेरे बेक ग्राउन्ड के बारे में थोडा जानती थी इसका कारण था मेरी नेनुदी जो उस कोलेजमें पढ चुकीहै ओर अंजना मेडमकी सहेलीभी हे जो अपने पती के साथ सोसायटी में रहेती है उनकी अभी तक कोइ संतान नहि है उनका पती अ‍ेक पास वाले अ‍ेक बडा सहेर राजकोट में बडी कंपनी में मार्केटींग मेनेजर है जो अप डाउन करता है जो हमारे छोटे शहेर से ३० कि.मी. दुर है ओर उनकी पुरी फेमीली भी राजकोट में रहेती है.

में : गुड मोर्नींग मेम

अंजना : गुड मोर्नींग, राज मुजे तुमसे अ‍ेक जरुरी काम हे फ्री होके मेरे ओफीस में मीलके जाना

में : ओके मेम

कहेके में क्लास अ‍ेटेन्ड करने चला गया लेकीन आज क्लास मे मन नही लग रहा था बार बार सोनु का चेहरा सामने आ जाताथा में सोचने लगा सोनु मुजसे नाराज क्यु नहि हुइ तो दुसरी तरफ अंजना मेमका खयाल आने लगा क्या काम हो सकता हे पढाइ में मन नही लग रहा था सोचते सोचते देखा तो मेरा खडा हो चुका था ये में क्या सोच रहा हुं अपनी बहेनके बारे में अ‍ेसे ही सोचते सोचते २ घंटे बीत गये फीर अचानक अंजना मेमका खयाल आया तो में उनसे मीलने उनके ओफीस तरफ चला गया अंदर वो अपने स्टाफ के साथ कुछ डिस्कशन कर रही थी मुजे देखते ही दो मीनीट रुकने को कहा में बहार वेइट करने लगा थोडी देर बाद आवाज आइ

अंजना : चलो राज मेरे साथ, में उनके साथ चलने लगा

में : मेम आपको कुछ काम था मुजसे आपने बुलाया था तो आ गया

अंजना : रिलेक्स राज कोइ सीरीयस बात नहि हे, उसी सीलसीले में बात करने जा रहे है ये बात में ओफीस में करना नहि चाहती इसीलीये हम केन्टीन में जा रहे है

मेरा दिल थोडा धक धक करने लगा की मेम मुजसे क्या बात करने जा रही है जो उनके ओफीस बजाय केन्टीन ले जा रही है में केन्टीन में बहोत कम आता हुं तो हम केन्टीन पहोच के अ‍ेक कोने के टेबल पर जाके बैठ गये जो बीलकुल खाली था बैठते ही मेमने दो चायका ओर्डर दे दीया मेने मेमकी तरफ प्रस्नार्थ भरे नजरोसे देखा मेम मुस्कराइ ओर बोली

अंजना : जेसे नेनु कहेती थी वेसेही हो अ‍ेकदम गभरु जवान हें...हें...(मेम हसने लगी) रिलेक्स राज अ‍ेसी कोइ बात नहीं दरसल में तुजे अ‍ेक प्रोजेक्ट देना चाहती हुं तुम इस प्रोजेक्ट में काम करो स्वतंत्र रुपसे क्युकी इसकी चर्चा मे स्टाफके सामने नहीं करना चाहती थी इसीलीये तुजे में यहा लायी ताकी ये प्रोजेक्ट गुप्त रहे इनकी जानकारी सीर्फ हम दोनोके बीचहि रहीनी चाहिये नेनुको भी नहीं बताना जबतक ये काम पुरा न होजाये तब चाय भी आगइ हम चाय पीते बात करने लगे

में : लेकीन मेम प्रोजेक्ट क्या हे? ओर ये काम के लिये सीर्फ मुजेहि क्यु चुना?

अंजना : क्युकी इस कामके लीये जरुरी सामान, प्लेस, पैसा और सबसे जरुरी काबीलीयत जो तुम्हारे पास हे, ओर तेरी होबी भी है अ‍ेसा व्यक्ति पुरे कोलेज में मुजे कहिं नही मीला जो में विस्वास कर सकु बाकि रही प्रोजेक्टकी बात तो कल साम ४ बजे मेरे घर आजाना इसकी डीस्कसन में यहा नही करना चाहती समज गये?

में : जी मेम

फीर हम खडे होगये मेने चायका बील पे किया ओर बहार आके मेम की इजाजत लेके घरकी तरफ बढ गया तभी याद आयाके सोनुको भी साथ ले जाना है तो में उनकी स्कुलकी तरफ बढ गया ओर वहा पहोंच के गेट के पास खडा रहा थोडा इन्तजार के बाद सोनु अपनी सहेली सीमाके साथ बात करते हुअ‍े बहारकी तरफ आने लगी उनकी सहेली हमारी ही सोसायटी मे दुसरी गलीमें रहेती थी लेकीन दोनो सरमाके सरमाके बात कर रही थी तो मुजे थोडा अजीब लगा तो उनकी बात सुनेन के लीये बाइक समेत अ‍ेक कारके पीछे खडा होगया वे दोनो बहार आइ तो सोनु मुजे ढुंढने लगी तभी देखाके उनकी सहेलीका भाइ बाइक लेके आरहा है तब सोनु बोली

सोनु : लो आगया तेरा बोयफ्रेन्ड हें..हें..हें..

सीमा : चुप कर कमीनी कोइ सुन लेगा तो मेरी बदनामी हो जायेगी

तभी सीमाका भाइ वहिं आके रुका सीमा जटसे उनके पीछे अ‍ेकदम चीपकके बैठ गइ ओर वो दोनो चले गये मे तो हेरान रह गया क्या भाइ बहेन गर्लफ्रेन्ड बोयफ्रेन्ड हो सकता हे ये सोचते ही मेरा माथा घुम गया ओर सोचते सोचते कारकी दुसरी तरफ से बहार आया तो सोनु मुजे देखते हि

सोनु : भाइ तुम कब आये?

में : अरे पगली मेतो इधर खडा था तुमारी आवाज सुनी तो इधर आगया चल घर नेनु के साथ सोपींगके लीये भी जाना है

ये सुनते ही सोनु फटाक से बाइक में बैठ गइ ओर सोचने लगी कहीं भाइ ने मेरी ओर सीमा की बात तो नहीं सुनली वो थोडा टेन्सन में आगइ ओर कन्फर्म करने के लीये मुजे बात करने लगी मेने बाइक घरकी तरफ चाला दी

सोनु : भाइ आपने मेरी आवाज कब सुनी में तो कुछ बोली ही नहीं

में : अरे तेरी आवाज जेसा कुछ लगा इसी लीये यहा आगया मेने सोचा तु कीसीसे बात कर रही है लेकीन तुतो यहा अकेली खडी है

सोनु को सर्मिंन्दा न होना पडे इसीलीये मेने जुठ बोल दीया सोनु ने भी राहत की सांस ली लेकीन सीमाने जो उसे आज अपने भाइ के साथ रीलेशन में हे वो बताया तब से सोनु मुजे ओर उनके बीचकी इमेजींग करके काफी उतेजीत होगइ थी वो मुजसे बीना
कहे ही अ‍ेकदम चीपकके बैठी थी उतेजनाकी वजह से उनकी पेन्टी पुरी गीली हो चुकी थी जो उसके लीये ये पहेली बार हुआ था
जेसे ही बाइक घर पर रुकी वो उतरके अंदर भागी ओर अपने रुम मे जाके सीधा बाथरुम में घुस गइ ओर पेन्टी उतारके चुतमें उंगली घुसादी ओर मुजे उनके साथ इमेजींग करके अंदर बहार करने लगी ओर थीडी ही देरमे उनकी चुतसे फवारा नीकल गया

जब पानी नीकला तब वो काफी उतेजनाकी वजहसे मेरा नाम जोर से पुकार दिया आह....राज....जब उनको होस आया तो काफी सर्मिंदा हुइ ओर गभरा गइ की कीसीने सुनतो नहीं लीया फोरन बाथरुम का दरवाजा खोलके मुह बहार नीकालके देख लीया वहा उसके रुममें कोइ नहीं था तो उसने राहतकी सांस ली लेकीन उसको नही मालुम था की में बाइक रखके फ्रेस होने सीधा उनके पीछे उपर आया ओर उनके गेटके बहार ही खडा था ओर मेरे नाम की चीख सुनके में हेरान रेह गया में समज चुका था की वो अंदर क्या कर रही थी में फोरन मेरे रुम में आके फ्रेस होने लगा

आज सुबहसे ही कुछ अजीबसा होरहा था सोनु मेरा इमेजींग कर रही है ये सोचते ही मेरे लंड महारजने अपनी हरकत सुरु करदी थी जो आज पहेली बार मेरी बहेनो के प्रती कुछ बजीब फीलींग महेसुस कर रहा था ओर काफी उतेजीतभी था जो मुजे सेक्स के प्रती धकेल रहा था यही सब सोचते हुअ‍े काफी रोमांचीत महेसुस कर रहा था, में फ्रेस होके बाथरुम से बहार आया तो नेनुदी मेरे रुम में थी मुजे बहार रुम में आता देखते ही

नेनु : फ्रेस होगया बेबी तो आ चल नीचे लंच तैयार हे, में सोनुको बुलाके आती हुं

नेनु के जातेही में नीचे जाने लगा ओर सीधा दादीके रुममें आगया उनके पास बेठके उनका हालचाल पुछा ओर खाने के बारे मे पुछा उसने अपना अ‍ेक हाथ उपर उठाके हाथ हिलाया ओर मेरे सर पर रख दिया ओर खुस हुइ के मेरा पोता मेरी खबर लेता हे, तभी सोनुभी अंदर आइ ओर मेरे बाजुमे मुजसे सटकर बैठ गइ जो मुजे कुछ अजीबसा लगा

सोनु : दादीमां आप सीर्फ अपने पोतेकोही आसिर्वाद देगी उसके साथ मुजे नहीं देगी?

ये सुनते ही में चोंक गया लेकीन बहारसे जारी नही होने दीया क्युके सोनु ये भी बोल सकती थी अपनी पोतीको आसिर्वाद नहीं दोगी बजाय उसने मेरे साथका आसिर्वाद मांगा जो पती पत्नी वाला आसिर्वाद मांगा आज उसने डबल मींनींग वाली बात कही थी जो ये समजती थी की मुजे समजमे नहीं आयेगा ये सुनके में काफी रोमांचीत हो गया मेने भी थोडा आगे बढने की सोची ओर अ‍ेक हाथ उनकी कमरमे डाला वो थोडी गभराइ ओर मुजे देखने लगी ओर उसने भी मेरा हाथ हटाने की कोसीस नही की वो मेरी तरफ देखे जा रहीथी लेकीन मेने उनकी तरफ ध्यान न देते हुअ‍े दादी मां से कहा

में : हा दादीमां हम दोनो साथमें शुभारंभ करने जा रहे है इसके लीये आसिर्वाद दिजीये

अब चोंकने की बारी सोनुकी थी दादीमां ने हम दोनोको बारी बारी अ‍ेक साथ आसिर्वाद दिया सोनु मुजे अ‍ेक नजर से देखने लगी लेकीन मेने उनकी तरफ न देखते हुअ‍े वहासे खडा होगया ओर बहार जाने लगा तभी सोनुने मेरा हाथ पकडके रोक लीया ओर खुदभी खडी होगइ मेरे अ‍ेक दम करीब आके मेरी आंखो मे देखते हुअ‍े

सोनु : भाइ तुम कोनसे नये शुभारंभ की बात कर रहे हो?

में : हे अ‍ेक बात जो तुमको बाद में बता दुंगा

ये कहेके में बहार की ओर जाने लगा तभी पीछे आवाज आइ भाइ... मेने मुडके नहीं देखा ओर जाके डाइनींग टेबलकी मेरी चेर पर बैठ गया, पीछे सोनुभी आके बैठ गइ और मुजे घुर रही थी केजेसे अभी मुजे चबाके खाजायेगी तभी नेनुभी आगइ ओर हम सब खाना खाने लगे खाना खाते समय भी मुजे घुर रही थी वो बोखलाइ हुइ लग रही थी तभी उसके दिमाग में मेरी बात नीकलवानेका अ‍ेक आइडीया आया ओर मुस्कराके कहेने लगी

सोनु : नेनुदी भाइ कुछ नया करने जा रहा है अभी दादीमांको अंदर कुछ बता रहा था

नेनु : अच्छा? भाइ क्या करने वाले हो हमे भी बतादो

में : कुछ नहि दी में सोच रहाहुं कि स्पेर टाइम में हमारी फेक्टरीपे जाउ जो काफी टाइमसे बंध पडी है

ये बात कहेके में सोनुकी तरफ देखके हसने लगा, तभी नेनु भडक गइ

नेनु : भाइ तुजे वहा जानेकी कया जरुरत हे, तु कहीं नहीं जायेगा केह देती हुं तुजे

दीदी थोडा नाराज होगइ ये देखके सोनु हसने लगी

नेनु : तु क्युं हस रही हे खाना खाले ओर तु भी खाके थोडा आराम करले सामको मेरे साथ आना भी हे, याद हे नां बडा आया फेक्टरी जाने वाला

नेनु दीदीका मुड देखके हम चुपचाप खाने लगे दी थी तो मुजसे १.५ साल ही बडी लेकीन हम उसका बहोत रिस्पेक्ट करते थे वो हमारा मां की तरह ख्याल जो रखती थी, में उपर अपने रुममें आके आंख बंध करके आराम करने लगा ओर सोनु नेनुदी का हाथ बटाने लगी आधे घंटे बाद मुजे मेरे रुमके दरवाजे पर कुछ आहट सुनाइ दी मेने अ‍ेक आंख थोडी खोलके देखा तो सोनु मेरे रुम का दरवाजा खोलके देखने आइ में जाग रहा हुं की सो गया वो मुजसे कुछ बात करना चाहती थी

में उसके मनमें क्या हे वो पुरा न जानलु तब तक उनको इग्नोर करना चाहता था, मुजे सोया हुआ समजकर वो चली गइ मुजे निंद नही आ रही थी तो मे मेरा मोबाइल नीकालके फेसबुक देखने लगा उसमे मेरे काफी फ्रेन्डडस थे उनका आया हुआ मेसेज पढने लगा फीर मोबाइल रखके मेने अपना पी.सी. ओन किया मेइल चेक करने के बाद मेने अपनी कुछ फेवरीट साइट हे जो नये नये इलेक्टड्ढोनिक्स ओर मीकेनीकल प्रोजेक्टस आते रहेते है वो देखने लगा मुजे इनमे से अ‍ेक प्रोजेक्ट देखते ही मेरे दिमागकी बती जली छोटे बग का प्रोजेक्ट मीला वो बटन माइक वाला जो दुसरो की बातचीत सुनी जाती है

जो जासुसीके लीये इस्तमाल की जाती हे वो मेने अपने पी.सी.पे सेव करलीया कयुकी मुजे उसे युझ करना था, ये सब देखते देखते साम ४.३० बज गये मे पी.सी. सटडाउन करके बाथरुम में फ्रेस होने चला गया बहार आके तैयार होगया ओर नीचे जानेसे पहेले में सोनुके रुम में गया वोतो अ‍ेकदम गहेरी नींद मे सोइ हुइथी फीर नीचे होल में आ गया वहा कोइ नहीं थातो में नेनु दीदीके रुमकी चरफ गया वोभी सोइ हुइ पडी थी दी सोते हुअ‍े अ‍ेकदम मासुम लग रही थी नेनु रोज मुजे सुबहमें उठाने आती थी ओर मुज पर चीलाती थी आज मुजे बदला लेनेका मोका मीला तो मेने उसको अ‍ेक हाथ उनकी पीठ पर ओर दुसरा हाथ उनके चुतड पर रखके उनको जोरोसे हिलाया ओर चिलाया

में : उठजा सोपींग नही जाना क्या कितना सोती है ५ बज गये...

दीदी हडबडाके अ‍ेकदम उठ गइ ओर मेरी ओर देखने लगी फीर घडी में ४.३० देखके वापीस मुजे देखने लगी, तो मेरी हसी छुटगइ तो मुजे मारनेके लीया बेडसे उतरने लगी लेकीन में भागा नहीं

नेनु : रुक कमीने तेरी खबर लेती हुं बदला ले रहा है मेरा साले

कहके मुजे पकडने के लीये मेरी तरफ दोडी वो मुजे पकडे इससे पहेले मेने उसे पीछेसे बाहोमे पकड लीया वो छुटनेकी नाकाम कोसीस करती रही मेने उसे हिलने तक नही दिया फीर उसने छुटने की कोसीस बंध करदी मे उसे वेसेही पकडते हुआ बाथरुम तक छोड आया वो बाथरुमके अ‍ेदर जाने से पहेले मुडकर हसते हुअ‍े मुजे तीरछी नजरोसे देखते हुअ‍े अंदर चली गइ ओर अंदर से बोली

नेनु : राज वो बंदरीयाको भी उठा दे

में : जी दी अभी उठाता हुं

कहेके में उपर सोनु के रुम में चला गया वो अभी भी गहेरी नींद मे सो रही थी में उसके पास जाके दोनो हाथ उनके नीचे ले जाकर सोते हुअ‍े ही अपनी गोद में उठा लीया ओर बाथरुम कि तरफ जाने लगा वो चोंकके नींद से जाग गइ ओर खुदको मेरी गोद में पाकर सारी सीचुअ‍ेशन समज गइ ओर मेरे सीने पे मुके मारने लगी मेने बाथरुम खोलके उसे अंदर धकेल दीया तो नीचे उतरते ही मेरी तरफ दोडी मेने उसेभी नेनुकी तरह कसके आगेसे पकड लीया वो भी छुटने की भरपुर कोसीस करने लगी लेकीन छुट ना पाइ ओर सांत होगइ हमारा चहेरा अ‍ेकदम आमने सामने था जेसे दो प्रमी अ‍ेक दुसरोकी बाहोंमें हो सोनु मेरी आंखो में देखने लगी में भी उसकी आंखो मे देखने लगा मेरा चहेरा अपने आप आहिस्ता आहिस्ता उनके चहेरे की तरफ जुकता जा रहा था सोनु फोरन सीचुअ‍ेशन समजके कहेने लगी

सोनु : भाइ छोडदो प्लीज...

में : नदीं छोडुंगा बहुत सताती हे मुजे

सोनु : भाइ प्लीज छोडो नेनुदी आजायेगी

में : आनेदो जीसको आनाहे उनको मे कीसीसे डरता नहीं, कहेके मेने उसे छोड दीया

सोनु : (सहरमाते हसते) भाइ तुम भी ना..,

वो थोडा सरमाके मुस्कराइ ओर जटसे बाथरुम में घुस गइ में भी नीचे होल में आके सोफे बैठ गया थोडी देर बाद नेनु दीदी तैयार होके बहार आइ तो मे उसे देखता ही रह गया क्या लग रही थी दीदी अ‍ेकदम कयामत उसे इस रुप में देखते ही मेरे नीचे हलचल तेज होगइ दीदीने ब्लेक कलर की साडी पहने हुइ थी इसके चोटी जो घुटनो तक लहेराती थी कोइ ज्यादा मेकअप नहीं कीया था फीर भी दीदी कामदेवकी मुरत लग रही थी मेरे मुह से अनायास नीकल गया

में : वाउ.. दी क्या लग रही हो अ‍ेकदम होट, लगता हे आज सहेर में बहोत अ‍ेक्सीडन्ट होने वाला है, (तबतक सोनुभी नीचे आगइ)

नेनु : इधर आतो बदमास अपनी दीदीको होट बोलता है पागल कहीका

कहेके दीदी कातील स्माइल करते तीरछी नजरसे हसने लगी मेभी हसने लगा फीर सोनु की तरफ देखा तो वो मुजे कुछ अजीब नीगाहो से देख रही थी में कुछ समज नही पा रहा था फीर दी ने चाइ बनाइ ओर चाइ पीके हम माक्रेट जाने के लीये घर से बहार नीकले में बाइक तरफ जाने लगा तो दीने गाडी में जानेको बोला कयुं की सामान ज्यादा लाना था तो मेने गाडी की चाबी लेने अंदर चला गया तो सोनु सोफे पर बैठके अपने मोबाइल से कीसी से बात कर रही थी जो मुजे वापस घर में आते देखकर हडबडाके खडी होगइ ये मेने देख लीया था लेकीन में कुछ नहीं जानता ये दिखाने के लीये मेने उसे हाथसे इसारा करते हुअ‍े बेठने के लीये कहा

में : बैठजा बंदरीया इतनी इजत देनेकी जरुरत नहीं है हें..हें..हें..

ये सुनते ही उठके मेरे पीछे दोडी मेभी दोडके जलदीसे गाडीका दरवाजा खोलके अंदर बैठ गया ओर जोरोसे हस रहा था तबतक नेनु दीदी बहार खडी रहेके सारा तमासा देख रही थी ओर सोनुको बहार से ही रोक लीया

नेनु : अरे रुकजा क्यु लडते रहेते हो जा अंरद रातका लंच रेडी रखना ओर दादीको टाइम पे खीला देना

सोनु : ठीक हे दी लेकीन समजालो अपने इस बंदबको नहीतो कच्चा खा जाउंगी उसे

कहेके वे घर के अंदर जाने लगी मेंने गाडी स्टार्ट रखा था ओर नेनुदी भी आगे आके बगल वाली सीट पर बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखके

नेनु : क्यु तंग करता है उसे, उसीके लीये खरीदारी करने जा रहे है हम चल जाने दे मार्केट वरना देर होजायेगी

में : (गाडी चलाते हुअ‍े) उसके लीये क्या खरीदना है उनके पास तो बहुत सारे कपडे भी है ज्वेलरी भी है बढीया मोबाइल भी है अब क्या चाहीये उसे

नेनु : अरे बुध्धु १० दीन बाद उसका बर्थडे नहीं है क्या?

में : अरे बापरे मैतो भुलही गयाथा, थेंक्स दी याद दीलाने के लीये

नेनु : सुन उनको मत बताना मेने तुजे बताया है उसने मना कीया था कहेती थी देखना है भैयाको याद रहेता है की नहीं वेसे क्या गीफ्ट ले रहे हो सोनुके लीये

में : वो तो सरप्राइज है में नही बताउंगा ओर मेरे मोबाइल पे सबका बर्थडे रींमाइन्डर पर रख दुंगा ताकी आगसे कोइ पंगा नाहो (सुनते ही दीदी हस पडी) वेसे दीदी अ‍ेक बात बताउ आपको, जो आप बुरा ना माने तो

नेनु : चल बता, भला मेने कभी तेरी बातोका बुरा माना है क्या? नौटंकीबाज

में : दी आज आप बहुत खुबसुरत लग रही हो अकदम नेचरल ब्युटी

नेनु : (हसते) क्या बात है आज बडी तारीफ कर रहे हो दीदीकी इसका मतलब हे में पहेले खुबसुरत नहीं थी, ओर इसमें बुरा मानने वाली बात ही नहीं है

में : नहीदी खुबसुरत तो आप पहेलेसे हो लेकीन में बताने में डरता था

नेनु : तारीफ के लीये शुक्रीया बेबी, बाय ध वे तुम इतना डरते क्युं हो लडकीयो से बात करनेमें? घर पे तो बडा लडता रहेता है तेरी सीकायत आइ हे मेरे पास हें..हें..हें..

में : अंजना मेडमका फोन आयाथा क्या?

नेन : जी कल ४ बजे बुलाया हे तुम्हे कहेती थी जरुरी कामके सीलसीले मे बात करनी है

में : अंजना मेम भी.., मुजे कहेती थी नेनुको मत बताना ओर खुद ही बता रही है

नेनु : वेसे आजकल तुप बहुत छुपा रहे हो मुजसे लगता है तुम्हे अपनी दीदी पे विस्वास नही रहा, अंजनाकी बात फीर गीफ्टकी बात, लगता हे अपनी दी से प्यार नही करता

हम बाते करते मोलके पार्किंग मे आगये ओर मे कार पार्क करने लगा

में : क्या दी मेरा सब कुछ आपही तो हो, में आपसे केसे छीपाता अंजना मेमने भले मना कीया लेकीन आपसे सेर जरुर करता ओर सोनुकी गीफ्ट आपके बगैर खरीदता भी नहीं, बस सही समयकी राह देख रहा था, लेकीन आज.. आज आपसे पराया हो गया हुं अ‍ेसा फील होता है

कहेते ही मेरे आंखो से आंसुओकी धारा बहेने लगी ये देखतेही दी वीचलीत होगइ ओर मुजे कारके अंदर ही हग करलीया ओर खुद भी रोने लगी फीर रोते रोते मेरे आंसु पोछते हुअ‍े कहेने लगी

नेनु : अरे बाबा मेतो मजाक कर रही थी ओर आजके बाद अपने आपको पराया बोला तो मे अपनी जान दे दुंगी समजा, समजता क्या है अपने आपको अरे में सोनुसे भी ज्यादा तुजे प्यार करती हुं तेरे बगैर तेरी दी जींदाही नहीं रहे सकती (कहेते दीदी जोरोसे रोने लगी)

में : दी प्लीज सोरी...आज के बाद में अपने आपको कभी पराया नहीं कहुंगा मुजे माफ करदो आप तो मेरी जान हो जान

कहेके मेने दीदीको हग करके उसके आंसुओ को पोछने लगा ओर दीदीको पानी पीलाया आज मुजे दीदी पर बहुत प्यार आरहा था जेसे मेने कीसी देवीको दु:ख पहोंचाया हो अ‍ेक आदर्श नारीके रुप में दीदी अ‍ेकदम परफेक्ट लग रही थी अगर दीदी सादी करके चली गइ तो हमारा खास करके मेरा क्या होगा ये सोचते ही मेरी रुह काप गइ ओर में दीदीको अ‍ेक नजर से देखने लगा

नेनु : क्या हुआ अ‍ेसे क्यु देख रहा है?

में : कुछ नही दी बस कुछ सोचतेहि दिलमें गभराहट आगइ, अब चले मोल में?(कहेते हम दोनो बाते करते चलने लगे)

नेनु : (मेरी ओर देखके) अ‍ेसा क्या सोचा जो तेरा दिल गभरा गया?

में : कुछ नही दी इसके बारे में हम कभी आराम से बात करेंगे चलो काफी देर होगइ ओर हम अंदर तक नही गये चलो जल्दी

नेनु : (मेरा हाथ पकडके चलते हुअ‍े) बेबी तुजे मेरी कसम कोइ सीरीयस बात तो नहीं

में : अरे नही दी अ‍ेसी कोइ सीरीयस बात नही है, ओर आजके बाद जींदगीभर मेरा हर राज पर आपका हक रहेगा ये मेरा वादा हे तुमसे हर फेसले पे आप इन्वोल होगी अब खुस

नेनु : तु जानता नही है तुने बहोत बडा डीसीजन बीना सोचे समजे करलीया है इनका मतलब भी जानता है ?

में : दी प्लीज, हम कल इसपे चर्चा करेंगे प्लीज देखो हम पहुंच गये है

नेनु : ठीक है भाइ अभीतो छोड देती हुं लेकीन मुजसे इस बारे में बात करनी पडेगी तुजे

ओर दी मुजे हाथ पकडके अंदर लेगइ वहा उइने अ‍ेक हप्तेका खाने पीनेका जरुरी सामान लीया फीर हम सोनु के लीये कुछ डड्ढेसीस खरीदे जीसे दीदी हर डड्ढेस मुजसे पसंद करवाती थी, फीर मेने अ‍ेक अ‍ेसा डड्ढेस देखा पुरा सफेद फ्रोक जेसा तो मेने नेनुके लीये पसंद कीया दीदी मना कर रही थी मेने उसे जबरदस्ती दिलवाया

नेनु : भाइ में अ‍ेसा डड्ढेस नही पहनती येतो छोटी बच्ची जेसा लगेगा

में : तो आप अभी छोटी बच्चीही हो कोइ सादी सुदा ओरत नहीं, समजी मेरे लीये आप अ‍ेक प्यारी सी अ‍ेंन्जलही हो प्लीज मेरी खातीर दी प्लीज..प्लीज..

नेनु : (हसके) ठीक है ठीक है चल लेले बीलकुल पागल हो, बडा आया मुजे अ‍ेन्जल बनाने वाला हें..हें..हें..

वहा खरीदारी करके हम लेडिज अंडरगारमेन्ट की शोपमे गये दीदी ने मुजे बहार ही रोक दीया

नेनु : भाइ तुम यहा रुको, मेरे लीये ओर सोनुके लीये कुछ कपडे खरीदने है में अभी आइ

में : अंदर आनेदोना दी उधर शोप में तो मुजे सब दीखाके दीखाके खरीद रही थी (कहेके जुठ मुठ उनके पीछे जाने लगा)

नेनु : मारुंगी तुजे चल जा बदमाश, बेसर्म कहीका (कहके मुजे बहार धका मार दीया ओर हसते हुअ‍े अंदर चली गइ)

में जुठ मुठका मुह बनाके बहार गेलेरी मे खडा होगया थोडी देर बाद दीदी आगइ

नेनु : चलो भाइ होगइ शोपींग तुजे कुछ नहीं लेना है?

में : नही दी मेरे पास बहोत सारे कपडे पडे हे

नेनु : सोनुकी गीफ्ट भी नही लेनी? (मुस्कराते हुअ‍े)

में : नहीं दी अभी नहीं तुजे बडी जल्दी है जानने की टड्ढस्टमी दी हम साथमे जायेंगे गीफ्ट लेने अब तुमसे छुपाके कुछ भी नहीं (उसके अ‍ेक गालपे चीटकी लेते हुअ‍े)

नेनु : इतना भरोसा मुज पर अ‍ेक लडकी पर इतना भरोसा नही करना चाहीअ‍े हें..हें..हें..

में : आप लडकी थोडीहो आप तो मेरा सब कुछ हो मेरे जीगरका टुकडा हो समजी आप, चलीअ‍े अब मेरे पीछे आइअ‍े बीना सवाल कीअ‍े

नेनु : लेकीन कीधर ले जा रहे हो?

में : बोलाना कोइ सवाल नहीं चुपचाप चलो

नेनुदी अपने मुंह पर उंगली रखके हसते हुअ‍े मेरे पीछे पीछे चलने लगी में नेनुको अ‍ेक आइसक्रीम शोपपे ले गया ओर अ‍ेक खाली टेबल पर बैठ गये ओर दीका फेवरीट राजभोग आइसक्रीम की दो बडी कप ओर्डर करदी

नेनु : अरे तुतो वेनीला खाता है ना तो तु वोही मंगवाले

में : नही दी आज से आपकी फेवरीट, मेरी फेवरीट

नेनु : तु बीलकुल पागल है मुजे इतना प्यार न दे भाइ में नहीं सहन कर पाउंगी

कहेते दीदी की आंखे थोडी नम होगइ ओर मेरी आंओ में अ‍ेकनजर देखने लगी मे भी उसकी आंखो मे देखने लगा हम दोनो सब कुछ भुलकर अ‍ेसेही देखते रहे पता भी नही चला कब आइस्क्रीम आगइ मेने दीदीको देखते हुअ‍े अ‍ेक चम्मच ली ओर दीदी के मुहपे लगाइ तब दी को होस आया वो थोडा हडबडाइ फीर मुंह खोलके आइसक्रीम खागइ आज दी मेरे बारे कुछ सोच में पड गइ वो क्या सोच रही थी उसने मुजे बाद में बताया था फीर हम बील पे करते घर की तरफ जाने लगे पुरे रास्ते पे नेनुने कोइ बात नहीं की ओर ना मेंने रास्ते पे अ‍ेक शीव मंदिर आया मेने कुछ बोले बीना ही अंदर दर्शन के लीये चला गया पीछे नेनुभी आगइ ओर मेरे आगे खडी होके हाथ जोडके दर्शन करने लगी

फीर हम घर पहोंचे मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ

कन्टीन्यु........



ये केसी अनुभुती
अपडेट - २
मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ.. अब आगे

में सोच रहा था आज मेने नेनुके साथ केसी केसी बाते की मे उसे पुरा समर्पीत कयु होगया कही दी से प्यार तो नही होगया क्या इसे प्यार कहेते है? यही सोचते सोचते कब आंख लग गइ पताही नही चला तभी मुजे सोनु की आवाज आइ

सोनु : उठ जा बंदर अभी कहा सो गया डीनर नहीं करना क्या?

में उठके सीधे बाथरुम के तरफ जाने लगा सोनु मुजे यंत्रवत देखती रह गइ उसे लगा भाइ मुजे पकड लेगा लेकीन मेरी कुछ प्रतीक्रिया ना देखके वो निरास होकर थोडी देर वहीं खडी रही फीर नीचे चलकर सोफे पे बैठ गइ ओर सोचने लगी भाइको क्या हे गया हे कुछ उदास लग रहा है कही दी के साथ कोइ जगडा तो नही किया

येतो दी के साथ उची आवाज मे बात तक नही करता तो फीर इसे क्या होगया है यही सब सोचती रही तभी में नीचे आके सीधा दादीके रुममे गया ये देखते सोनु भी मेरे पीछे आने लगी मेने दादीके रुम मे जाके उनका हालचाल पुछा ओर दादीके पैर छुके उनके पास बैठ गया तभी सोनु भी मेरे पास आके बैठ गइ ओर दादीको कहेने लगी

सोनु : दादी हम दोनोको साथ में आशीर्वाद नही देगी?

दादी ने बारी बारी हम दोनोको आशीर्वाद दीया, ओर में उठके बहार आके सोफे पर बैठ गया मुजे सोनुको ओर तडपाना था ओर मुजे उनकी मेरे बारे में फीलींग्स जाननी थी दिमाग में फीलींग्स सब्द आते ही मुजे कुछ याद आगया जीसके लीये मुजे फेक्टरी जाना था जो अ‍ेक डेढ घंटेका काम था तो में डीनरका वेइट करने लगा सोनुभी दादी के रुम से नीकलते ही नेनुके पास कीचन में चली गइ ओर दीको मेरे बारे में पुछने लगी

सोनु : दी भाइ जबसे वापस आया है तब से कुछ बोलही नहीं रहा, कहीं आपसे जगडा तो नही होगया?

नेनु : अरे नहींरे आज उनको मोलमे बहुत चलाया सामानके साथ चलाके चलाके उनको थका दीया इसीलीये

नेनुने सोनुके सामने जुठ बोला ताकी उनकी फीलींग्स पकडी ना जाये फीर दी को भी लगा राज के साथ नोर्मल बात करनी पडेगी नहींतो अ‍े बंदरीया सक करेगी मुजे भी लगा नोर्मल बात करनी पडेगी फीर नेनु डीनर बहार डाइनींग पर लाके

नेनु : चल राज आजा डिनर रेडी है ओर तुभी आजा सोनु मुजे जोरोकी भुख लगी है

नेनु नोर्मल बात करनेकी कोसीस करने लगी फीर हम सब डाइनींग टेबल पर आके बैठ गये ओर खाना खाने लगे तभी सोनुने कहा

सोनु : भाइ आज मेरा स्कुटी रीपैर नही हुइ आपने बोला था

नेनु : अरे कल करवा देगा आज भाइ मेरे साथथा तो तेरा स्कुटी कहासे ठीक होगा कल भी भाइके साथ स्कुल चली जाना ओके, क्यु राज?

में : जी दी ज्यादा से ज्यादा लोग क्या कहेंगे मुजे सरकस वाला

नेनु : तुजे कोइ सरकस वाला क्यु बोलेंगे?

में : क्या दी आप भी कभी तो दिमाग इस्तमाल करो बंदरीया लेके घुमुगा तो लोग तो मुजे सरकस वाला ही समजेगे ना (में ओर नेनु ठहाके मारके हसने लगे)

सोनु : ओय तुम दोनो चुप करो कुछ तो सरमहया करो सरम नहीं आती छोटी बहेनकी टांग खीचते हुअ‍े

नेनु : सोरी सोरी..

फीर हम दोनो आकदम सीरीयस होगये फीर वापीस हसने लगे हमकोे हसता देखकर सोनुभी मुजे देखकर मंद मंद हस रही भी

सोनु : (अपने मन में) हसले बच्चु तु नहीं जानता तेरी सोनु तुजे कीतना चाहती है तेरी हर सरारत कबुल है मुजे, तुजे में केसे बताउ तेरी अहेमीयत क्या हे मेरे

जीवन में अ‍ेक दीन तुजे अपना पती नही बनाया तो कहेना

नेनु : सुन राज हमारे लीगल अ‍ेडवाइजरका फोन आया था केह रहा था राजस्थान में जयपुर वाली फेक्टरी हे जो बंध है उसका अ‍ेक खरीददार आया हे तो बेचना

चाहो तो मीटींग फिक्स करवाउ, क्या कहेतो तुम दोनो?

में : दीदी पापाकी कोइ प्रोपर्टी हम बेचनातो नहीे चाहते लेकीन मेने कुछ अलग सोचा हे

दोनो दीदी : क्या सोचा है?

में : क्युनां हम इस प्रोपर्टीको बेचके उसी पैसासे हम अ‍ेसी जगाहपे प्रोपर्टी लेले जो टुरीस्ट प्लेसहो ओर हमेभी काम आये

सोनु : वाव.. भाइ ग्रेट आइडीया (तभी सोनुके दिमागमें सेतानी आइडीया चल रहाथा)

नेनु : बात तो तेरी सही है अभी तो हमे पेसोकी जरुरत नही है तो हम ये कर सकते है ठीक है में हमारे वकीलको बता देती हुं वो मीटींग फिक्स करे

में ओर सोनु : थेन्कयु दी, लव यु

नेनु : लव यु टु मुं..हां..

में : दी मेरा डीनर होगया में बहार घुमके अ‍ेक घंटे में आता हुं

नेनु : ओके बेबी हमारे सोनेसे पहेले जलदी आजाना

में : ओके दी आजाउंगा

केहके में बाइक लेके सीधा हमारी फेक्टरी मे चला गया यहा में स्पेर टाइम पे आता रहेता हुं ओर मेरी होबी के काम करता रहेता हुं फेक्टरी में पापाका अ‍ेक ओफीस भी था ओर ओफीससे सटकर अ‍ेक रुम भी था जीसमें बेड, फ्रिज सोफे वगेरे पापाने लगवाया था पापा कभी दो दिन कभी तीन दिन यहा रुकते तो यही रुम का इस्तमाल करते थे

हम सबको पताथा में वहां पहोंचकर अपना माइक्रोफोन वाला प्रोजेक्ट बनाने लगा मेने बटन माइक्रोफोन अ‍ेकदम छोटा लोंग रेन्ज वाला दो सेट बनाया ओर अ‍ेक कोमन रीसीवर बनाया अ‍ेसे इलेकटड्ढोनीक्स आइटम बनाना मेरे लीये कोइ नयी बात नहीं थी अ‍ेसी चीजे में अक्सर बनाता रहेता हुं तो ये सब बनाके में ९ बजेके करीब वापस घर पर आगया

नेनु ओर सोनु सोफे पे बेठके टीवी सीरीयल देख रही थी मेंभी वही नेनुदी के पास आके बैठ गया मुजे इन माइक्रोफोनको छुपाना था ये दोनो टीवी देखने में मसगुल थी तो सोचा यही मौका है तो दादीको मीलके आता हुं कहके में जाने लगा दोनो मे से कीसीने ध्यान नहीं दीया तो सीधा दादीके बगल वाला नेनुके रुम मे चला गया

वहा अ‍ेसी चीज ढुंढने लगा जो नेनु हमेसा अपने पास रखे तभी मुजे दीदीका पर्स याद आया बहार जाते वक्त दोनो दीदी अपना पर्स पासमें रखती थी मेने टेबल के डड्ढोअरसे उसका पर्स नीकाला ओर अ‍ेक ब्लेड लेके अ‍ेसी जगाह छोटा कापा लगाया ओर माइक्रोफोन डाल दीया जहा दी पर्स खोले तोभी न दीखे फीर पर्स डड्ढोअर में रखके में उपर चला गया

सीधा सोनुके रुममें सोनु अपना पर्स हमेंसा अपने बेड के तकीये के नीचे ही रखती थी तो दो मीनीट में अपना काम करके वापीस नीचे आके बैठ गया थोडी देर बाद सीरीयल भी खतम होगइ दीदी ने फोरन टीवीका वोल्युम कम करदीया ओर मेरी तरफ मुडी

नेनु : हां तो बेबी कल क्या प्रोग्राम हे तेरा?

में : क्यु दीदी कुछ काम था? सुबह कोलेज फीर सामको अंजना मेमको मीलने जाना है

नेनु : हां काम तो..था, लेकीन अंजनाको तुमसे क्या काम हे तुने बताया नहीं

में : मुजे क्या पता दीदी उसे मीलुगा तभीतो पता चलेगा उसे मीलके आपको बता दुगा टड्ढस्टमी दीदी कीतनी उतावली हो तुम

नेनु : ठीक है ठीक है सो जाओ अब सुबह कोलेज भी जाना है

कहेके नेनु उठके अपते रुममें जाने लगी में भी खडा होगया ये देखके सोनु

सोनु : क्या भाइ बेठो ना कुछ बाते करते हे मुजे अभी नींद नहीं आ रही हे

में : तुजे बेठना हो तो बेठ, सुबह स्कुल नहीं जाना क्या?

कहेके में उपर अपने रुम में जाने लगा सोनुभी पीछे पीछे आने लगी में मेरे रुम में आके दरवाजा बंध कर लीया ओर कीहोलसे बहार देखने लगा सोनु थोडी देर मेरे दरवाजे के सामने खडी रही फीर कुछ बडबडाके अपने रुममें चली गइ फीर मेने टेबल के डड्ढोअर से इयरफोन नीकाला ओर जेब में से रीसीवर नीकालके उसमे कनेक्ट कर दीया

ओर अपने बेड पर जाके बेठ गया दोनो माइक्रोफोन अलग अलग चेनलका बनाया था ओर रीसीवर में दोनो चेनलका चेन्ज ओवर स्वीच लगाया था ताकी दोनोकी अलग अलग बात सुन सकु अ‍ेक नंबर पर नेनु का माइक ओर दो नंबर पर सोनुका माइक सेट कियाथा जब मेंने रीसीवर ओन करके इयरफोन कानपे लगाया तो मुजे खरराटे की आवाज आने लगी

मेने रीसीवर में देखा तो स्वीच अ‍ेक नंबर परथी लगता हे नेनु सो रही है मेने स्वीच दो नंबर पे सेटकी तो लगता था सोनु कीसीसे फोन पर बात कर रही थी तो सामने वालेकी भी बात सुनाइ देती थी मुजे मालुमही नहींथा की मेरा माइक फोनकी फ्रिकवन्सी भी पकड लेता हे में बात सुनने लगा तो पता चला सोनु अपनी सहेली सीमा से बात कर रही थी

सोनु : क्युरे कमीनी कहा हे तु ओर क्या कर रही हे?

सीमा : कुछ नही तु सुना तु क्या कर रही हे मे तो मेरे रुम में हुं, तु कहा हे?

सोनु : मे भी मेरे रुम में ही हुं में समजी तु अपने बोयफ्रेन्ड के साथ होगी हे..हे..हे..

सीमा : नही भाइ अपने रुम मे हे यार..

सोनु : सुन स्कुलकी छुटीके वक्त हमारी ज्यादा बाते नही हुइ तु मुजे सुरुसे बताना अपनी लव स्टोरी मुजे जानना हे पहेले कीसने प्रपोज कीया प्लीज...

सीमा : लगता हे तु भी काफी इन्टड्ढेस्टेड हे अपने भाइको पटाने में कमीनी

सोनु : चुप कर कमीनी बताना हे तो बता वरना फोन रखती हुं

सीमा : ओये.. ओये.. मेरी स्वीटी नाराज होगइ ठीक हे सुन, मेंने मेरे पी.सी.मेसे नेट चलाते वक्त अ‍ेक कहानीकी सीइट हाथ लग गइ जीसमे भाइ बहेनकी प्रेम कहानीया थी जो में रोज पढने लगी फीर भाइके प्रती मेरा नजरीगा बदलने लगा फीर में भाइको लाइक करने लगी ओर कहानीयो में लीखा हुआ आइडीया मेने टड्ढाइ किया मेने अ‍ेक अलग फेक आइडी बनाके मेरे भाइको रीकवेस्ट भेजी भाइ नेभी मेरी रीकवेस्ट अ‍ेक्सेप करली फीर बातोका दोर सुरु हुआ

फीर हम प्रेम सेक्स जेसे सबजेक्टके बारे में बात करने लगे इसी बातोके बीच में भाइ से ज्यादा से ज्यादा करीब रहेने लगी भाइका सारा काम करना सुरु कर दिया जेसे भाइ जब अपने रुम में हो तब में उनका रुम, पी.सी. का टेबल वगेरे साफ करती ओर मेरे सरीर के उपर के अंगोका दर्शन कराती अ‍ेक दीन भाइ मुजे घुमाने लेगया

फीर अ‍ेक दीन फील्म देखने लेगया भाइ अब पुरा मुज पर लटु हो गये थे ओर में भी भाइको चाहने लगी थी बस इन्तजार था की कब भाइ मुजे प्रपोज करे मे चाहती थी की पहेल भाइ करे इसी इन्तजार मे काफी दीन नीकल गये फीर अ‍ेक दीन भाइ मुजे गार्डन में घुमने ले गया ओर डरते डरते मुजे प्रपोज कर दीया

मेने भी थोडा नखरा दिखायाकी में आपकी बहेन हुं समाज ओर घर वाले क्या कहेंगे वगेरे तो भाइ ने कहा में कीसीकी परवाह नहीं करता में सारी जींदगी तुम्हारे साथ गुजारना चाहता हुं में तुमसे सादी भी करलुंगा तुम चाहोतो? ये सुनतेही में भाइ से अ‍ेकदम लीपट गइ फीर क्या था

चल पडी हमारी लव स्टोरी इसे अ‍ेक महीना भी होगया भाइ मुजे बहोत चाहते है ओर में भी भाइ को दिलोजान से प्यार करती हुं ओर सुन आज स्कुल से हम वापस आ रहे थे तब भाइ ने कहा अपने रुमका दरवाजा खुला रखना रात को १ बजे आउंगा

सोनु : वाव.. बडी इन्टड्ढेस्टींग हे तेरी स्टोरी लगता हे आज कुछ होने वाला हे

सीमा : मुजे भी डर लग रहा हे कहीं भाइ मुजे फीजीकली तो होना नहीं चाहता?

सोनु : वाह तो इसमें डरनेकी क्या बात हे प्यार में तो यही सब होता ही हे

सीमा : तुजे बडी नोलेज है इस बारे में कही मेरे जेसा चकर तेराभी तो नही जो मुजे बाताती नही कही अ‍ेसा तो नहीं मेरा राज जान लीया ओर अपना छुपा रही हो, कमीनी मे तुजे अपनी पक्की सहेली मानती हुं ओर तेरे पर विस्वास करती हुं ओर तु हे के मुजे मानती ही नहीं

सोनु : अरे अ‍ेसा कुछ नहीं है बस तुहीतो अ‍ेक हे जीसे में मेरी हर बात सेर करना चाहती हुं ओर तु मानती हो अ‍ेसा कुछ भी नहीं हे मेरे ओर मेरे भाइके बीच मेरा अ‍ेसा नसीब कहा जो भाइसे प्यार करु लाइक तो में बचपन से करती हुं भाइको पर भाइ मेरी तरफ ज्यादा ध्यान ही नही देता तु कुछ बता ना

सीमा : अरे मेरी गुडीया तु भी भाइको पसंद करती हे मुजे बताया क्यु नहीं

सोनु : कहांसे बताउ पीछले दो दीनसे कुछ अजीब घटनाअ‍े होती हे कभी लगता हे भाइ मुजे लाइक करता हे कभी लगता हे भाइको मुजमे इन्टड्ढेस्टही नही हे में समज नही पा रही भाइको इसी लीये तो केह रही हुं मुजे थोडा गाइड कर प्लीज..

सीमा : ठीक हे तु अ‍ेक काम कर कलसे तुभी मेरी तरह ज्यादा भाइके साथ रहे ओर उसको अपना पती मानके उसका हर काम कर लीया कर ओर अपने बुब्सका दर्शन कराती जा ओर मेरी तरह तुम भी अपने भाइका मन जानने के लीये अ‍ेक फेक आइडी बना के फ्रेन्ड रीकवेस्ट भेज दे ओर उसे बाते कीया कर फीर आगे क्या करना हे वो हम बाद मे डिसकस करेंगे लगता हे मेरा भाइ आ रहा है

सोनु : सुन अभी फीजीकली मत होना मेने सुना हेकी इसमे पहेली बार बहुत दर्द होता हे जब तुम दोनो घरपे दो तीन दीन अकेले हो तब यह सब करना, चल फोन रखती हुं कमीनी तुने अ‍ेसी बाते करते हुअ‍े मुजेभी गरम करदीया है चल बाय.. अ‍ेन्ड ओल ध बेस्ट

जेसे ही सोनु फोन कट करदीया मुजे लगा अब सोनु कुछ करने वाली हे मेने रुम मे उपर की तरफ देखा जहा हम दोनोके रुमकी कोमन दिवाल पे छत की नीचे अ‍ेक छोटी वेन्टीलेटर विन्डो थी जो काफी समय से उसमे लकडी का अ‍ेक छोटा पटीया रखा हुआ था उसके नीचे ही मेरा पी.सी.का टेबल रखा हुआ था लगता हे

भगवान भी मेरे साथ था जेसे वो भी चाहता हो हम दोनो की जोडी बने मे मन ही मन उनको धन्यवाद करके टेबलकी ओर जाने लगाओर आहीस्ता से टेबलपे चड गया ओर लकडीको हटाके टेबल पर रख दीया फीर विन्डो मे देखा तो सामने ही सोनुका बेड था जो मुजे पुरा दीख रहा था मे अंदर का नजारा आराम से देख सकता था अ‍ेक बार फीर भगवानका शुक्रिया अदा कीयाकी मुजे ज्यादा महेनतके बीना मेरा काम होगया था

अंदर देखा तो सोनु डड्ढोअर में से कुछ नीकाल रहीथी फीर आके वो चीज बेडपे रखदी ओर अपना टोप उतारने लगी बेड पर रखी चीज देखी तो में चोंक गया क्युकी ये मेरी तस्वीर थी फीर सोनु ने अपना लोअरभी उतार दीया था अब वो सीर्फ ब्रा ओर पेन्टी में थी ओर उसकी बालकी चोटी उनके घुटने के चीने तक लेहराती थी

ये देखते ही मेरा लंड अ‍ेकदम रोड के माफीक खडा हो गया थोडी देर तो अ‍ेसा लगा सारी सरमहया छेडके उनके रुम मे चला जाउं ओर उसे पटक पटकके चोद डालु फीर मेने देखा सोनु बेड पर आके बैठ गइ ओर मेरे तस्वीर से बात करने लगी

सोनु : कितना प्यारा लग रहा हे मेरा राज, तु मुजको देखता क्यु नही तेरी सोनु तुजको कीतना चाहती है बेबी, तेरी सोनु तुजसे बहुत प्यार करती हे सारी जींदगी तेरे साथ गुजारना चाहती हे तु मुजसे सादी करले फीर देखना तेरी सोनु तुजे सारी जींदगी दीन रात चुदवाती रहेगी

ये कहेके सोनु मेरी तस्वीर को पागलो की तरह चुमने लगी मे ये देखके हेरान रह गया मेरी बहेन मुजे इतना चाहती हे मुजसे सादी भी करना चाहती हे ये उसका अ‍ेक प्यार हेकी अ‍ेक वासना ये बात जानने बगैर में आगे नहीं बढुगा, ओर उसे प्रपोज भी मे पहेले नहीं करुगा ये मेने मन ही मन डीसाइड कर लीया

फीर अंदर देखने लगा तो सोनु अपनी पेन्टी साइड मे करके दाये हाथ मे मेरी तस्वीरको बीच बीचमे चुमे जा रही थी ओर बाये हाथकी अ‍ेक उंगलीसे अपनी बुरमें फीगरींग कर रही थी ओर बीच बीच मे बोले जा रही थी

सोनु : आह...आहहहहहहहह...रा..... जज....फकमीहार्ड ओह....आह.......सीसीसी.... आह राज प्लीज...लव यु भाइ ओर जोर से चोदो अपनी बहेनको भाइ आहह में आ

रही हु, राज ओर जोरसे भाइ चोदो अपनी बहेनको आइइइइइइइ ओहहहहहहह गइ में

सोनुकी चुत के फवारा छुट गया उसने पुरी चदर खराब कर दी ओर कुछ छींटे मेरी तस्वीर पर भी पडे फिर वो थोडी देर सांत बेठी रही फिर उठके मेरी तस्वीर टेबलके अंदर रखदी ओर वो बाथरुम तरफ जाने लगी मे भी लकडी वापस अपनी जगह रखके वापस अपने बेड पर आकर लेट गया ओर लेटे लेटे ही सोचने लगा

क्या ये प्यार हे ओर वो भी मेरी दीदी, क्या सचमे वो मुजे इतना प्यार करती हे सोनुके बारे मे सोचते में कब सो गया पता ही नही चला जब मेने अपने माथे पर कुछ महेसुस कीया तो अ‍ेक आंख थोडीसी खोलके देखने लगाकी कोन हे, देखा तो मेरी नेनु दीदी मेरे बेड पे बैठके अपना अ‍ेक हाथ मेरे सर पे प्यार से घुमा रही थी मुजे थोडा अजीब लगा रोज जोरोसे आवाज लगाके उठाने वाली मेरी दीदी आज प्यार से हाथ फेर रही है मेंभी साइड पे होगया ओर मेरे दीदीके गोद में अपना सर रख दीया ये देखके नेनु मुस्कराके

नेनु : अच्छा तो मेरा सोना जाग रहा हे ओर मजा ले रहा है चल उठजा, कोलेज जाना हे की नहीं?

में : नहीं दी, नहीं जाना कोलेज सारा दिन आपकी गोद में सर रखके सोना हे

नेनु : चल हट बदमास सारा दिन सोयेगा तो घरका काम कोन करेगा ओर वो बंदरीयाको भी स्कुल छोडना हे, चल उठजा में उसको उठाती हुं तु फ्रेस होकर आजा नीचे

कहेके दी चली गइ सोनुको उठाने, कल रात की पुरी फिल्म मेरे सामने आ गइ ये सब याद आते ही मेरा खडा हे गया मे उठके जट बाथरुम में भागा फ्रेस होकर फुआरे के चीचे खडा होकर नहाने लगा लेकीन मेरे लंड महाराज नीचे बेठनेका नाम ही नही ले रहे थे में नहाके बहार आया ओर तैयार होके नीचे चला गया

तब तक दीदी नास्ता लगा चुकीथी लेकीन अभी तक सोनु नीचे नहीं आइ थी थोडी देर बाद वोभी नीचे आगइ ओर नेनु भी आके बैठ गइ हम तीनो नास्ता करने लगे नास्ता करते मेने सोनु की तरफ देखा तो मुजे देखकर अ‍ेक प्यार भरी स्माइल दे रही थी दीदीको अजीब न लगे इसलीये फोरन मेने अपना मुंह दीदी तरफ करदीया

ओर उसको देखने लगा कहीं वो हमारी तरफ तो नहीं देख रही वो नास्ता करने में व्यस्त थी तो मेने राहतकी सांसली मुजे संभाल के रहेना पडेगा इस लडकी से मेरा ध्यान वापस सोनु की तरफ ना जाये इसलीये में दीदी से बात करने लगा

में : दीदी आप सारा दिन घरका काम करती हो थक नहीं जाती, आप अ‍ेक नोकरानी क्युं रख नहीं लेती? ये भी सारा दिन अपने रुम में मोबाइल लेके पडे रहीती है ओर नहीं की दीदीका हाथ बटाओ

नेनु : क्यु दीदी के हाथका खाना अच्छा नहीं लगता ओर घर में जवान लडका हे में नोकरानी रखके कोइ रीस्क लेना नही चाहती समजे हें..हें..हें..

ये सुनके हम तीनो हसने लगे लेकीन ये बोलके मेने गलती करदी क्युके सोनुने फोरन वो बात पकडली

सोनु : दी भाइ ठीक केह रहा हे अब में आपका काम में हाथ बटाउंगी काम होने के बाद ही अपने रुम मे जाउंगी आजसे नीचे की सफाइ आप देखना ओर उपरकी सफाइकी जींमेवारी आज से मेरी (मेरी तरफ देखते हुअ‍े अ‍ेक कातील स्माइल करते हुअ‍े) थेन्कयु भाइ मेरी जीमेवारी याद दीलाने के लीये

नेनु : अरे वाह मेरी गुडीया तुतो बहु समजदार नीकली नसीब वाले होगे जो मेरी लाडली जीस घर में सादी करके जायेगी

सोनु : कहीं नही जाना मुजे सादी करके सारी जींदगी कुंआरी रहुंगी मगर आप दोनो को छोडके में कहीं नही जाउंगी कहे देती हुं तुमसे (गुस्सा होके)

यह कहेते ही सोनु मेरी तरफ देखकर जोरोसे रोने लगी मुजे पहेली बार थोडा अ‍ेतबार हुआ की सोनु को मेरे प्रती वासना नहीं हे ये सचमुच मे मुजे प्यार करने लगी हे मुजसे रहा नही गया में फोरन उठके उसके पास चला गया वोभी उठके मुजे हग करके रोये जा रही थी इतनी देरमे नेनुभी हमारे पास आगइ हम तीनो अ‍ेक दुसरेको हग करके थोडी देर खडे रहे

फीर मेने अपनी जेब से रुमाल नीकालके प्यार भरी नजरो से सोनु के आंसु पोछने लगा नेनुदी ने सोनु को पानी पीलाया फीर तीनो अपनी जगाह पे बैठ गये लेकीन नेनु दी कुछ सोच में पड गइ फीर मे कोलेज जाने के लीये उठ गया पीछे सोनु ओर

नेनु भी उठ गइ पहेले सोनुने दीको हग कीया ओर बहार जाने लगी बाद मे मेनेभी दीको हग कीया ओर जानेही वाला थाकी नेनु ने मुजे हाथ पकडके रोक लीया ओर मेरी आंखो मे देखते हुअ‍े

नेनु : राज जलदी वापस आ जाना तुजसे जरुरी बात करनी है अकेले में, मेरी पर्सनल

में : दीदी आप बोलो तो आज कोलेज नहीं जाता अभी सोनुको छेडके वापस आता हुं

नेनु : अरे नहीं इतनी भी इम्पोर्टन्स बात नही हे तु आराम से जा

में : ठीक है दी लास्ट तीन क्लास बहुत जरुरी नहीं है में दस बजे आजाउंगा ओर बाराह बजे उस बंदरीया को लेने चला जाउंगा

नेनु : ठिक हे राज आजाना

इस बार दीदी ने आके मुजे हग कीया ओर मेरे माथे पे कीस के साथ साथ आज पहेली बार मेरे गाल पे भी पप्पी की में तो हेरान रहेके उसको देखने लगा दीदी भी मुजे देखते सरमाके हस रही थी ओर अपनी नजर जुकाअ‍े खडी थी में थोडा मस्ती के मुडमे

में : थेन्कयु बेबी फोर स्वीट कीस

नेनु : (सरमाके हसके) मुजे बेबी कहेता है चल जा बदमास कहीका

में बहार आया तो सोनु मेरा बाइक के पास वेइट कर रही थी मेने बाइक स्टार्ट की ओर सोनु पैर पसार के इस बार पहेले सेही चीपक कर बैठ गइ

सोनु : बडी देर करदी बात करनें में कहीे कोइ सीक्रेट बात तो नही चल रही थी?

में : हां थी अ‍ेक सीक्रेट बात जो तेरे कामकी नहींथी ओर बहारतो नीकलने दे फीर चीपकना

ओर जेसे हम बहार नीकले इस बार सोनु ना सीर्फ चीपकके बैठी बल्की अपना दोनो हाथभी दोनो तरफ से डालके मेरा पेट पकड लीया जेसे दो प्रेमी हो

में : अ‍ेसे पकडेगी तो लोग क्या समजेंगे हाथ लेले

सोनु : जीसको जो समजना है समजने दो में कीसीसे डरती नहीं समजे

में : अच्छा बच््चु मेरा डाइलोग मुजे वापस दीया, घर चल फीर तेरी खबर लेता हुं

सोनु : हाये...मे तो कब से इन्तजार कर रही हुं के कब खबर लोगे मेरी हा..हा..हा..

में : तु बहोत बेसरम होगइ हे सोनु, दीदी से सीकायत करनी पडेगी

सोनु : क्या भाइ अ‍ेसी थोडी बहुत तो मस्ती चलती हे हम बच्चोकी बात बडोसे नही की जाती तुम्हे अच्छा नही लगा तो आगेसे मस्ती नही करुंगी, सोरी

में : चल चल ठीक हे ओर सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे करना मस्ती लेकीन हम अकेले हो तब करना दीदी के सामने अ‍ेसी मस्ती नहीं समजी

सोनु : (मुजे जोरोसे चीपकते हुअ‍े) थेन्कयु भाइ लव यु, बाय ध वे भाइ आज लास्ट टु पीरीयड फ्रि हे तो ग्यारा बजे आजाना, आप को देर लगे तो में सीमाके साथ स्कुल के गार्डन में मीलुंगी

इतनी देर मे सोनुका स्कुल भी आ गया ओर वो उतरके आगे आइ ओर कातील मुस्कान के साथ मुजे अ‍ेक फ्लाइंग कीस देके बीना मुडे दोडके क्लासपे चली गइ मुजे इसकी अ‍ेसी हरकत देखके कोइ आस्चर्य नहीं हुआ वो सीमाकी सलाहके अनुसार सही जा रही थी लेकीन वो उस बात से अंजान थी की में उसकी सारी बाते जानता था ओर मुजे भी ये खेलमें मजा आने लगाथा फीर में बाइक लेके सीधा कोलेज आ गया अ‍ेक क्सास अ‍ेटेन्ड करने बाद सीधा अंजना मेम के पास चला गया मेम अकेली फ्रि बैठी थी मुजे देखते ही

अंजना : आओ राज याद हे ना आज मेरे घर पर ४ बजे आना हे

में : जी मेम में खुद आपको रीमांइन्डर दे ने आया हुं

अंजना : अरे वाह तुमतो बडे जीमेंदार लडके हो मेने तुमको काम देके कोइ गलती नहीं की

में : लेकीन आपने गलती कर दी

अंजना : में ने? मेने कब गलती की?

में : अ‍ेक तरफ आपने बोलाथा नेनु को नहीं बताना ओर आपने खुद ही उसे बता दीया

अंजना : ओह..सोरी लेकीन क्या करु तुम्हारी दीदी मेरी खाल फ्रेन्ड हे ओर उनका व्यक्तित्व ही अ‍ेसा हेकी में उनके सामने कोइ बात सेर कीये बीना नही रेह सकती सो.. सोरी राज

में : अरे मेम सोरी क्यु बोलती हो इस बात पे हम भी बाकात नहीं है हें..हें..हें..

इस बात पे हम दोनो हसनें लगे फीर में मेमसे विदाय लेके घर की तरफ चल दीया ओर सारे रास्ते नेनुदी के बारे में सोचता रहा क्या बात होगी जो नेनु मुजे पहेली बार अपनी पर्सनल बात डीस्कस करना चाह रही हे ये सोचते सोचते घर आगया

ओर आके सीधा दी रुम में चला गया दी अपने बेड पर सुबह जल्दी उठने की वजह आंख बंध करके आराम कर रही थी में जाके उसके बगल में बेठ गया ओर नेनुको सोते हुअ‍े देखने लगा कितनी मासुम लग रही थी मेरा हाथ अनायस उसके माथे पर चला गया ओर उसका सर सहेलाने लगा मेरा हाथ लगते ही वो उठने की कोसीस करने लगी मेने उसे लेटे रहेने को कहा लेकीन वो नही मानी ओर उठके मेरे बगल में बैठ गइ ओर घडी में देखने लगी

नेनु : भाइ अभी तो साडे आठ बजे हे तु इतनी जल्दी आ गया कोलेज गया हे की नहीं

में : गया था दी वो आपकी सहेलीको मील के थोडा डांट के वापस आगया

नेनु : (हसते हुअ‍े) क्युं क्या कीया बेचारीने तुम्हारे साथ

में : कुछ नहीं दी मुजे आपको बतानेको मना कर रहीथी ओर खुद तुमे बता दीया इसीलीये

नेनु : अरे बेचारी बहुत दुखी हे लेकीन बहोत अच्छी हे मेरे साथ उनकी हर बात सेर करती हे ओर अपना दिल का बोज हलका करती हे

में : उसको क्या प्रोबलेम हे अच्छी खासी तनख्वाह हे पती पत्नी अकेले रहेते है

नेनु : अरे उसकी बाकी की फेमीली राजकोट रहेती हे उसकी सास बडी जगडालु है ओर उपर से संतान का इस्यु तु नही समजेगा छोड इन बातोको अपनी बात पर आते हें

में : दी कोइ टेंन्सनकी बात तो नहीं आप बताओ मुजे, चुटकी में दुर कर दुगा

नेनु : अरे नहीं दरसल दो दिन पहेले हमारा अ‍ेक दुरके रीस्तेदार हमारे घर आये थे मेरे रीस्तेकी बात लेके

ये सुनते में मायुस होगया, नेनु दी ने अ‍े बात नोटीस करली

में : फीर आपने क्या कहा? उसे मना तो नही कीयाने आपने?

नेनु : तुजे बडी जल्दी हे मुजे भगानेकी ताकी मोज मस्ती के लीये तुजे पुरी आजादी मीले मेने उसे उसी वक्त मना कर दीया हे (कहेके मेरी ओर देखने लगी)

में : लेकीन क्गुं दी आपने मना क्यो कीया?

नेनु : अगर में चली गइ तो मेरे राजका ख्याल कोन रखेगा मेरी सोनुका ख्याल कोन रखेगा मुजे ओर कीसीपे विस्वास नही हें (दीदीकी आंखे नम होगइ)

में : बट दी आपकी भी जींदगी हे हम सब तो अभी छोटे हे पुरी लाइफ अकेली केसे काटोगी ओर मुजे अ‍ेसी बाते आपसे नहीं करनी चाहीये दी आप मेरी दी के साथ अ‍ेक दोस्त भी हो इसीलीये हिंमत करके केह रहा हुं की आपकी कुछ जरुरते भी हे, केसे रेह पाओगी
नेनु मुजे अक नजर से देखने लगी ओर आंसु बहाने लगी मेने उसे फोरन हग कर लीया ओर मेरे सीनेपे सर छुपाके जोरोसे रोने लगी मेंभी अपना आंसु नही रोक पाया में भी रोने लगा हम थोडी देर अ‍ेसे आंसु बहाते रहे फीर मेने जेबसे रुमाल नीकाला ओर दी का मुंह उपर करके उनके आंसु पोछने लगा दी मेरी ओर देखती रही उनको रुक रुक कर आंसु आ रहेथे ओर में पोछता रहेता था फीर दीने भी मेरे आंसु पोछे फीर दी अलग होते ही

नेनु : तु कीतना समजता हे अपनी दीको मेतो धन्य होगइ तेरा जेसे भाइको पाकर तु अब वाकइ बडा ओर समजदार हो गाया हे मुजे विस्वास हे तुजपे की तु अब हम सब की जीन्मेदारी नीभा सकता हे, लव यु बेबी

में : लव यु टु डार्लींग

कहेके में हसने लगा ओर दीने मेरी छाती पे मुका मारके हसने लगी

नेनु : सरम नही आती दीको डार्लींग बोलता हे, मे तेरी डार्लींग हुं क्या? लेकीन मेने आज अ‍ेक फेसला कर लीया हे ओर वो भी पक्का, फीर इसके बारे मे हम कभी डीस्कशन नही करेंगे

में : क्या?

नेनु : अब में सादी नहीं करुंगी ओर ये मेरा आखरी फेसला हे

में : पर दी..

नेनु : बोला ने कोइ सवाल नहीं

में : आपको याद हे दीदी हम मोल पे शोपींगके लीये गयेथे तब मेने दिल गभराने की बात कीथी

नेनु : अरे हां तुने बाद में बतानेको कहा था, बताना तेरा दिल क्यु गभराया था?

में : यही दी आपकी सादी वाली बात याद आगइ थी की आप सादी करके चली जाओगी तो हमारा क्या होगा, यही सोचते दिल गभरा गया था

नेनु : मुजे भी पता था जब तुम मुजे अपने हर फैसला, तेरा हर राज ओर तो ओर तुमने अपनी फेवरीट चीज त्यागके मेरी फेवरीट चीज अपनाइ ओर तेरा मेरे प्रती अपना समर्पण देखके तभी डिसाइड करलीया थाकी मेरे बगैर मेरा राज नहीं रह पायेंगा इसी लीये मेने ये फेसला लीया ओर येफेसला लेके मेने कोइ गलती नहींकी आइ अ‍ेम सेटीसफाइ

में : पर दी आप तो ठीक, लेकीन सुबह उस बंदरीया भी सादीकी मना कर रही थी ओर वो कीतनी जीद्दी हे आपको तो पता ही हे, अगर तुम दोनो सादी नहीं करोगे तो में क्या कंरुगा

नेनु : तुम सादी करलेना ओर क्या, ओर उस बंदरीयाको हम दोनो मीलके मनायेंगे

में : नहीं दी पता नही मेरी जींदगी में केसी लडकी आयेगी सादीके बाद कभी उसने आपसे उंची आवाज में बातभी की तो में सहन नही कर पाउंगा ओर उसे तभी छोड दुंगा

ये सुनतेही दीदी जट से आके मुजे लीपट गइ उसने मुजे अपनी बाहों में भर लीया मेने भी अपना हाथ दीदी के पीछे लेजाकर उसकी पीठ सहलीने लगा ओर हमारा सर अ‍ेक दुसरो के कंधे पर रखके अ‍ेसेही काफी देर खडे रहे ओर बाते करते रहे

नेनु : भाइ तु कीतना प्यार करता हे अपनी दीदी से, में तो धन्य होगइ, इतना प्यार न कर भाइ में सहन नहीं कर पाउंगी मरजाउंगी में

मे ने फोरन दीको अलग कीया ओर उसके गालपे अ‍ेक तमाचा जड दीया दीके आंखसे आंसु बहेने लगे, तो उसको वापस अपनी बाहों मे भर लीया दी मुजे लीपट कर रोने लगी

में : खबरदार जो मरनेकी बातकी, अगर आइंदा अ‍ेसी बातकी तो में सचमुच घर छोडके तुम से दुर चला जाउंगा

नेनु फोरन मुजसे जुदा होके अपना दोनो हाथ मेरे गालपे रखके मेरी आंखो में देखने लगी थोडी देर अ‍ेक नजरसे मेरी आंखोमें देखते हुये

नेनु : भाइ तुम अपनी दीको कीतना प्यार करते हो?

में : अपनी जान से भी ज्यादा कोइ सकहे आपको?

नेनुं : कोइ सक नहीं भाइ जब भाइ इतना प्यार करने वाला मीला तो मुजे सादी करने की क्या जरुरत हे

में : बट दी में तुजे भाइ वाला प्यार दे सकता हुं पती वाला नहीं

ये बोलके मुजे गलती का अहेसास हो गया, ये मे क्या बोल गया कहीं दी गलत न समजे मुजे, लेकीन दीदी फीरभी कुछ नहीं बोली वोतो बस मुजे प्यारभरी नजरोसे देखे जारही थी फीर दीदी आहीस्ता आहीस्ता अपना सर आगे करने लगी ओर मेरे गालपे अ‍ेक पप्पी करदी फीर थोडी देर मुजे देखके अ‍ेक दम मुजे कसके लीपट गइ

उसके बुब्स मेरी छाती पे दब गये ये अ‍ेहसास होतेही मेरा लंड अ‍ेकखम खडा होगया ओर दीदीकी बुरको बहार से टच करने लगा दीदीको अहेसास होते ही वो मुजसे दो कदम दुर हट गइ ओर थोडी नीचे नजर करके मेरे पेंटमे आये उभार को देखने लगी ओर सरमा गइ खुदकी बुर भी गीली होगइ में सीचुअ‍ेसन की गंभीरता समज के बहार जाने लगा

लेकीन मुजे जो बात करनी थी वो कहेने के लीये दरवाजा के पास जाके पलट कर वहीं खडा रहेके दीदीको देखा तो मुजे अ‍ेसे प्यारभरी नजरोसे देख रही थी मानो कह रही हो राज मुजे छोडके मत जाओ यहीं रुक जाओ मेरे पास तेरी नेनु तुजसे बहुत प्यार करती हे पर मुजे मेरी बात कहेनी थी

में : नेनु दी, मेने भी अ‍ेक फैसला करलीया है, अब में भी सादी नहीं कंरुगा

कहेके फोरन मे बहार जाने लगा, पीछे राज..रुक जाओ लेकीन मेने पलट के नहीं देखा ओर अपनी बाइक लेके सीधा सोनु के स्कुल पहोंच गया घडी में देखा तो १०.४५ बज गये थे इसका मतलब सोनु अपनी सहेली सीमा के साथ गार्डन में होगी में अंदर जाही रहा था की मुजे याद आया दोनो क्या बाते कर रही है

में वही रुक के जेब में से इयरफोन नीकाला ओर रीसीवर ओन करके उनकी बो सुनने लगा आवाज स्पस्ट आ रही थी लगता था दोनो यहां काफी नजदीक ही बैठी हे सोनु सीमा से पुछ रही थी

कन्टीन्यु......
Bhai bahut jabardast story hai lage raho full of emotion se bhari story hai bhai congratulations Bhai for your new thread title bhi bahut badiya hai
 

Mahesh007

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Kahani no2 kab likhoge plz Nam batana
 

Abhishek Kumar98

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ये केसी अनुभुती
अपडेट - ५
हम खाना खा चुके थे फीर नेनु ओर सोनु जुठा बर्तन उठाके किचन में जाने लगी ओर में स्कुटी की चाबी लेके बहार स्कुटी रीपेर करने आगया पहेले मेने प्लग चेक कीया तो उसमें ही कचरा जम गया था मेने उसे साफ करके वापीस लगा दीया ओर चाबी लकाके स्टार्ट कीया तो अ‍ेक ही कीक पे चालु होगया फीर चकर लगाके वापीस रख दीया स्कुटी अब ठीक चल रही थी फीर में अपने रुम में जाके बेड पर बेठके मेरा फोन चेक करने लगा उसमे काफी मेसेज आये थे देखा तो सब मीनाके थे में अ‍ेक अ‍ेक चेक करने लगा....अब आगे

मेसेज १ : हेलो कहा हो आप

मेसेज २ : अगर आपको मेरी बातका बुरा लगा हो तो आइ अ‍ेम सोरी, माफ करदो मुजे

मेसेज ३ : प्लीज बात करो मुजे, में तो मेरी पर्सनल बात तुमसे बतानीथी तुम चाहो तो में बता दुंगी प्लीज बात करो मुजे

फीर थोडी देर बाद देखा तो सोनु मेरे रुमकी तरफ आ रहीथी मे ने अपना मोबाइल फोरन छुपालीया ओर जेसे ही मेरे रुममें आइ

में : आगइ मेरी जानु आओ बैठो

सोनु : (हसके) क्या भाइ अभी आपके दिमागसे गर्लफ्रेन्डका भुत नही उतरा

में : नहीं उतरा, वेसे सोनु सीरीयसली पुछ रहा हुं तुजे तेरे भाइकी तरफ से क्या गीफ्ट चाहीये बता तु जो मांगेगी सब मीलेगा

सोनु : में जो मांगुगी वो सब मीलेगा? फीर मुकर तो नही जाओगे?

मुने कुछ अंदाजा लगालीया सोनु मुजसे क्या मांगने वाली हे मेभी इस मामले मे जल्दीही आगे बढना चाहता था ताकी मेरी बहेनोका प्यार मुजे मील सके

में : यें मेरा पक्का वाला वादा हे तुमसे, मेरी जान भी मांगो....

इससे पहेले में आगे कुछ बोलता सोनुने फोरन अपना हाथ मेरे होंठोपे रख दीया ओर अपनी आंखे नम करके

सोनु : बस भाइ इसके आगे कुछ मत बोलना हमने दादीमांसे साथ वाला आशीर्वाद लीया हे में अभी आगे कुछ नहीं बोलुंगी, वेसेभी इस बार आपको दो गीफट देना पडेगा अ‍ेक मेरी मरजीका ओर अ‍ेक आपकी मरजीका बोलो मंजुर हे?

में : मंजुर हे मांगले अभी क्या चाहिये तुजे

सोनु : वेसे आप दीके साथ कल जातो रहे हो तो आपकी मरजीका जो देना चाहो ले आना ओर मेरी मरजीका सही समय आने पर आपसे मांग लुंगी ठीक हे?

में : अरे वो भी अभी मांग लेना तेरा भाइ दे देगा भरोसा नही हे क्या?

सोनु : भरोसा तो खुदसे भी ज्यादा हे पर अभी नही बहुत जल्द मांग लुंगी

कहेके मेरी तरफ कामुक मुस्कान के साथ देखने लगी मे

में : ठीक हे बेबी जब तुम चाहो मांगना दे दुंगा तुजे, अब खुश

कहेके मेने खडा होके उसे हग कीया उसने भीे मेरे सीने मे अपना सर छुपा लीया ओर हम दोनो भोडी देर वेसे ही खडे रहे जेसे ही मेरा खडा लंड उसकी चुतपे उपर से दस्तक देने लगा वो फोरन पीछे हटगइ ओर मेरी पेन्टपे तंबु देखके उसने अपना मुंह दुसरी तरफ करके नजरे जुकाली ओर मंद मंद मुस्कराइ ओर अपने रुम मे दोडके भाग गइ

इसके जाते ही मेने अपने रुम का दरवाजा बंध कर लीया ओर फोरन टेबल पर चडके वीन्डो की लकडी हटाली ओर सोनु के रुम में देखने लगा वो डड्ढोअर से मेरी तस्वीर नीकालके चुमने लगी ओर चुमते चुमते नाचने लगी फीर मेरी तस्वीर को अपने चहेरे के सामने रखकर उसे बाते करने लगी

सोनु : अलेले मेरे भोले राजा तेरी सोनु तुजे कितना चाहती हे इतना मोका दीया फीर भी नहीं समजा लगता हे अब पहेल मुजेही करनी पडेगी पेन्टमे ही इतना बडाहे वो तेरा जब उसका दर्शन होगे तब तो में पागल ही होजाउंगी बस कुछ घंटेकी बात हे फीर तेरी सोनु तेरी बांहों मे होगी

कहेके मेरी तस्वीरको पागलोकी तरह चुमने लगी तभी उसको कुछ याद आया ओर मेरी फोटो बेड पर रखकर उसने अपना फोन उठालीया ओर बेड पर जाके बैठ गइ मे भी जट भागके बेड पर आगया ओर अपना मोबाइस उठाके देखने लगा तो उसमें अ‍ेक मेसेज आया था मेने मेसेज पढा ओर सोनु के साथ चेट करने लगा

मेसेज : प्लीज बात करोना में तुम्हे जानती हुं इसीलीये इतना आगे बढी

में : हाय.. बोलो क्या कहेना चाहती हो

मीना : सोरी मेरी बातका बुरा लगा हेतो

में : सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे तुम आगे माफी मांग चुकी हो ओर तुम मुजे केसे जानती हे बाताओ

मीना : आपकी बहेन मेरी सहेली हे इसलीये आपको जानती हुं

में : तो मेरी बहेनके बारें में अ‍ेसी बात क्युंकी, सच बता माजरा क्या हे

मीना : बताती हुं, अ‍ेक बार हमारी चर्चा के दोरान उसने आपका जीक्र कीया था तो उनकी बातोसे मुजे लगाकी वो आपसे बहुत चाहती हे पर आपसे बात करते में गलत साबीत हुइ मुजे माफ कर देना

में : ओर तुम लोग क्या चर्चा कर रहेथे बताओ मुजे

मीना : में अक उलजन मे फसी थी इसीलीये हम आपसमे चर्चा कर रहे थे

में : केसी उलजन बता छुपाअ‍े बीना बताओ मुजे वरना दुबारा तुमसे कभी बात नही करुगा

मीना : बताती हुं पर ये कीसीसे कहेना नहीं मेरी इजतका सवाल हे, दरसल में खुद अपने भाइको चाहती हुं ओर उसे सादीभी करना चातीहु अब आपही कोइ रास्ता दीखाओ

में : अपने भाइसे प्रेम करती हो? घरवालोको पता हे?ओर इसे समाज स्वीकार करेगा?

मीना : घरकीे मुजे ज्यादा मुस्कील नहीं आयेगी वो में हेंन्डल कर लुंगी, रही बात समाज की तो मुजे इसकी परवाह नही ओर भाइके बगैर में जींदा नही रहे सकती इतना चाहती हुं उसे मेरा प्यार नही मीला तो अपनी जींदगी समाप्त कर लुंगी

में : पागल होगइ हो क्या? मरनेकी बात कभी मत करना तेरा भाइभी तुजे चाहता हे तो तेरे बीना वो केसे जींदा रहेगा सोचा हे कभी पागल कहीकी

मीना : तो तुमही बाताओ में क्या करु केसे भाइको बताउकी मे तुजे चाहती हुं ओर सादी करना चाहती हुं कोइ रास्ता दीखाओ

में : अगर तुम सच्चे दिलसे भाइको चाहती होतो बीना डरे अपने भाइके पास जाना ओर अपने प्यारका इज्हार करदेना भाइ तुमहे सच्चे दिलसे चाहता होगातो तुमहे कबुल करलेगा वरना समज जाना वो तुम्हारे प्यारके काबील नहीं हे ओर उसे प्यार करना जो
तुम्हे चाहता हो समजी जींदगी बहुत कीमतीहे वो रही तो सच्चे प्यार करने वाले बहुत मील जायेंगे

मीना : थेन्क यु थेन्क यु तुमने मेरा बडा बोज हलका करदीया थेन्क यु सो मच

में : चल अब रखता हुं सोनाभी हे ओर सुबह जल्दी उठनाभी हे ओके बाय..

कहेके में ओफ लाइन होगया फीर इयरफोन लगाके रीसीवर ओन कीया तो नेनु की खरराटे भर रहीथी उसे नींदजो आती थी फीर मेने चेनल बदला तो सोनु सीमासे बात कर रही थी

सीमा : बतानें कमीनी इतना खुस क्यु लगती हे

सोनु : हा सीमा लगता हे में मेरी मंजील से बहोत करीब हुं आज मेने अपने भाइको अपना लंड हीलाते हुअ‍े देखलीया वो मुजेही इमेजींग करके अपना हीला रहा था

सीमा : तुजे केसे पता वो तुजे इमेजींग करता था

सोनु : लास्ट में डीस्चार्जके समय उसने मेरा नाम लीयाथा

सीमा : वाह सोनु तुने तो बहुत अच्छी गुडन्युज दी लगता हे बहोत जल्दतु अपने भाइ का लंड खायेगी कीतना हसीन लम्हा होगाजो तेरा भाइ तुजे पटक पटक कर चोदेगा मेरी तो सोचते ही पानी बहाने लगी हे हाइ..

सोनु : चुपकर कमीनी इतनी आग लगी हे तो बुलाले अपने भाइको ओर चुदवाले जमकर उसे, साली खुदभी गरम होती हे ओर अ‍ेसी बातोसे मुजेभी गरम कर रही हे चुदडकर कहीकी, ओर तेरी कहानी कहा तक पहोंची

सीमा : अरे वहीकी वहीं हे भाइ से ज्यादा में उतावली हु चुदवानेको कमीनी तुने सलाह नहीदी होतीतो अब तक कीतनी बार चुदवा चुकी होती, कमीनी कही की, अरे हां हमारा मीलनका कोइ आइडीया देनां ताकी हमारा मीलन हो जाये

सोनु : अरे तुम प्रवास या नये कोलेज के अ‍ेडमीशन या कुछ बहाना करके दोतीन दीन सहेर से दुर क्यु नही चली जाती घर वाले तुजे अकेली तो भेजेगें नही इसलीये भाइको साथ लेजाती हुं बोलके चली जाना अपने यारको लेके फीर मजेसे चुदवाना, वेसेभी तेरे मम्मी ओर तेरे पापा बहुत भोले ओर धार्मिक इन्सान हे, तुरंत हां कर देंगे, बोल केसा रहा मेरा आइडीया

सीमा : ग्रेट यार ये तो मेने सोचाही ना था, थेन्क यु वेरी मच, इसीलीये तु इतना फास्ट जा रही हे कमाल का दीमाग हे तेरा, मुजे तेरे भाइपे तरस आरही हे कभी उसे आराम भी करने देना नही तो सारा दीनरात चुत में लंड लीये फीरती रहेगी घर में हे..हे..हे.., हां अब आगे की क्या प्लीनींग सोची हे

सोनु : बस कुछ घंटे ओर इन्तजार कर फीर तुजे गुडन्युज दुंगी

सीमा : (सोनुकी टांग खीचते) केसी गुडन्युज कहीं तु प्रेगनेन्ट तो नहीं, हें.. हें.. हें..

सोनु : चुप होजा कमीनी कुछभी बोलती रहेती हे, वेसे तेरी चुदवानेकी आग देखके मुजे लगता हे मुजसे पहेले तुजे तेरा भाइ प्रेगनेन्ट कर देगा

सीमा : हाइ में मरजावां, तेरे मुंह में घी सकर, मेनेतो पुरी प्लानींग करके रखी हे

सोनु : कीतनी बेसरम हे तु, ओर केसी प्लानींग बताना मुजे?

सीमा : पहेले पांच साल तक कोइ बच्चा नहीं तब तक जमकर चुदवाउंगी भाइ से, बाद मे धडा धड बच्चे पैदा करुंगी

सोनु : कीतनी आग लगी हे तुजे भाइसे चुदवानेकी, चल फोन रखती हुं कुछ कामभी हे

सीमा : अरे बात करना, कीतना मजा आता हे, बाद में उंगली करलेना

सोनु : चुप होजा कमीनी वो काम नहीें हे, वो काम अब नहीं करुगी, वो काम तो अब सीधा....., चल बाय रखती हुं

कहेके सोनुने फोन कट करदीया ओर साइड पे रख दीया ओर मेरी फोटो लेके पहेले उसे देखा बादमें बुच बुच करके चुमने लगी फीर मेरी तस्वीरको अपने गाउन में हाथ डालकर अपने बुब्स से चीपकाकर सो गइ फीर मेभी रीसीवर ओफ करके डड्ढोअर में रख दीया लुंगी पहनकर(में हंमेशा लुंगी पहनकर सोता हुं) दरवाजेका लोक खोल दीया

ताकी सुबह नेनु मेरे रुमकी सफाइ करदे बेड पर आके लेट गया ओर सोचते सोचते सोनेकी कोसीस करने लगा आगेके प्लानींग के बारेमें, में अब अपनी दोनो बहेनोसे प्यार करने लगा था सोनुको तो में आसानी से पा लुंगा पर नेनु दीदीको केसे बताउंगा की में आपसे प्यार करता हुं ओर आप दोनोसे सादीभी करना चाहता हुं

यही सोचते मेरा लंड खडा होगया फीर मेने अपना हाथ लुंगी में डालकर मेरे लंड को पकड लीया ओर सो गया अगली सुबह जब दरवाजा खुलनेकी आवाज आइ, आवाजकी वजहसे मे जाग गया ओर अधखुली आंखो से देखा तो सोनुथी सोनु अपना गाउन पहेनकर जाडु पोछा लेके अंदर घुस रही थी

फीर जाडु पोछा नीचे रखकर मेरी तरफ देखा मुजे सोता हुआ देखकर वो अपने गाउन के उपरके दो बटन खोलने लगी फीर अपनी नजर नीचे करके अपने बुब्स को देखने लगीकी इसका बुब्स दीख रहा हेकी नहीं फीर जेसे ही मेरी तरफ बढी दो कदम चलते ही अपनें मुंह पे हाथ रखकर वहीं रुक गइ

ओर मेरी लुंगीकी ओर अ‍ेक नजरसे देखने लगी मेने अपनी तीरछी नजरसे नीचे देखा तो मेरी लुंगी उपर चडकर मेरे सीनेके पास पडी थी ओर मेंने अपना खडा लंड अपने हाथो में पकड रखा था फोरन पुरी आंख खोलके हडबडाके मेने अपने लंडको छोड दीया ओर लुंगी नीचे करके में बैठ गया

सोनु भी मुजे जागता देखरकर फोरन मुड गइ ओर जाडु लेके रुम की सफाइ करने लगी ओर अ‍ेसा दीखावा करने लगी जेसे उसने कुछ देखा ही नही हो, वो सीर्फ मेरे बेड के आस पास की जुक जुक कर सफाइ करने लगी ओर मुजे अपने बुब्स दीखाने की कोसीस करती रही

में भी उसीको ध्यान में आये अ‍ेसे उसके बुब्स को घुरता रहा मुजे घुरते देखके वो मंद मंद मुस्कराये जा रही थी ओर अपना जलवा दीखाती रही उनके संतरे जेसे बुब्स देखके में बहुत उतेजीत हो गया था में भी उसे बात करके मामल को आगे बढाना चाहता था

में : अरे वाह सोनु आज तो तुं सफाइ करने आगइ, तुनेतो वाकइ जीमेदारी संभालली

अपना काम रोकते मेरी तरफ घुम गइ ओर अपना बुब्स दीखानेकी कोसीस करती हुइ

सोनु : तो क्या भाइ में मजाक करती थी, अबसे आपकी सारी जीमेदारी मेरी हे आपका जो काम होगा मुजे बोलीयेगा में आपका सब काम करदीया करुगीं

में : सब काम? लेकीन मेरे कामके लीये मुजे बारी बारी तुमको बुलाने आना पडेगा

सोनुं : तो क्या हुआ आजाना में घरमे तो रहुंगी, मुजे बुलाने बहार थोडे ही जाना हे

में : में कहां तुजे रुम रुम में भटकके ढुंढुगा अ‍ेक काम करना तुं यही आजा मेरे रुममें यहीं साथ रहेंगे ओर मुजे तुजे ढुंढनेकी जरुरतभी नहीं पडेगी(सुनतेही सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ)

सोनु : भाइ सरम नही आती, सबका पर्सनल रुम होते हुअ‍े तुम अपनी दीदी को साथ रहनें कीबात करते हो, नेनु दी को देखा हे मार डालेंगी हमें, ये सब छोडो, भाइ कीतने दिन होगये तुम मुजे कही घुमाने नही ले गये चलोने आज हम घुमने जाते हे

में : साथ रहेने में डांटेगी दी तुजे, साथ घुमनें में नहीं डांटेगी तुजे?

सोनुं : भाइ ले चलोने प्लीज दीको में हेंन्डल कर लुंगी सीर्फ तुम हां बोलो

में : चल ले आउंगा अब खुश, सामको ले चलुंगा दीसे बात कर लेना ओर दस बजे दी के साथभी जाना हे

सोनु : थेन्क यु वेरी मच भाइ (कहेके कुदने लगी)

में : (बेड से नीचे उतरते) ठीक हे ठीक हे

जेसे ही में उतरा सोनु आके मुजसे लीपट गइ मेने भी उसे इस बार कसके अपनी बाहों मे भर लीया ओर बारी बारी उसके दोनो गालो पे कीस करदी इस हरकत से वो सरमाइ फीर खुश होके फीर से मुजे लीपट गइ

में : क्या कर रही हे हटजा वरना नेनु ने देख लीया तो सचमुच हमे डांटेगी, ओर कहेगी की केसे अपनी भाइकी बाहों मे खडी हे बेसर्म लडकी,

ये सुनते ही सोनु गभराके मुजसे दुर हट गइ ओर खुब सरमाइ फीर अपना जाडु पोछा लेके फोरन मेरे रुमसे दोडके बहार चली गइ ये देखकर में हसता हुआ अपने बाथरुममे घुस गया नहा धोकर जब बाथरुम से बहार आयातो नेनु मेरे रुम में खडी थी

नेनु : अरे वाह आज तो मेरे उठाने से पहेले ही उठ गया मेरा बेबी, मेतो तुजे उठाने आइ थी चल तैयार होके आजा नीचे, ओर ये बंदरीयाने तो रुमकी सफाइ भी करदी सचमें सुधर गइ इस लडकी, चलो कुछ तो बोज हलका हुआ मेरा

में : अरे दी हमारी सोनु बहुत समजदार हे वो अपनी जीमेदारी बखुबी समजती हे

नेनु : बस बस ज्यादा तारीफ मत कर बंदरीयाकी नहीतो सरपे चड जायेगी, तुआजा नीचे

कहेके दी चली गइ ओर में भी तैयार होके सीधे नीचे चला गया ओर दादी के रुम मे चला गया, सोनुको पता था भाइ सुबह सीधा दादीके रुम मे पैर छुने आता हे तो वो पहेलेसे वहां दादीके पैर के पास खडी मोजुद थी, जेसे ही में दादीके पैरमे जुका तो मेरे साथ सोनु भी पैर छुने जुकी, फीर दादी ने हमे साथमे आशीर्वाद दीया

मुजे ये देखके बहुत अच्छा लगाकी सोनु अभीसे मेरी पत्नीकी तरह बीहेव कर रही हे, वो बीलकुल सही दीसामे जा रहीथी ओर वो समज रहीथी की मुजे पता नही चलेगा, ओर में भी सबकुछ जानके अनजान बननेकी कोसीस करता था मुजे भी इस खेल मे बहुत मजा आ रहा था फीर मेने थोडी मस्ती करने की सुजी ओर सोनुके कान के पास अपना मुंह लेजाकर धीमी आवाज में कहा

में : आज कल तुम बहुत साथ वाला आशीर्वाद ले रही हो, इसी लीये कहेता हुं आजाओ मेरे रुम मे, साथ रहेनेके लीये

सोनु : (बहुत सरमाके) क्या भाइ आप भी, कुछ भी बोलते रहेते हो

ओर वो वहांसे दोडकर कीचनकी ओर भाग गइ ओर में नास्ता करने लीये डाइनींग पर जाके अपनी चेर पर बैठ गया तभी नेनु ओर सोनुभी आके बैठ गइ फीर हम नास्ता करने लगे कुछ खामोसी के बाद नेनु बोली

नेनु : तो राज हम कीतने बजे जायेंगे?

में : दी जब आप फ्रि हो जाओ तब मुजे बोलना हम चले जायेंगे

नेनु : ठीकहे हम जल्दी जायेंगेतो जल्दी वापीसभी आयेंगे दोपहोरका लंचभी तो बनाना हे

सोनु : अरे दी मे कहां आज स्कुल जा रही हुं, में बना लुंगी आप आराम से आना

नेनु : अरे वाह गुडीया येतो में भुलही गइ थी आज तु स्कुल नही जा रही हे, ठीक हे बना लेना लंच ओर तु बता मुजे, तुजे क्या गीफ्ट चाहीये अपनी दीदीकी तरफ से

सोनु : कुछ नहीं दी जब जरुरत पडेगी तो मांग लुगी आपसे

नेनु : अरे बता ना में ले आउगी तुंजो बोलेगी वो तुजे देदुंगी चाहे कीतनी भी मेंहगी ही क्यु न हो

सोनु : नहीं दी बोलाना समय आने पर आपसे मांग लुंगी, हा सायद बहुत महेंगी हे

नेनु : कीतनीभी महेगी क्यु नहो मेरी गुडीयासे ज्यादा महेंगी थोडी हे, ठीक हे मांग लेना

सोनु : दी चलोने आज कही घुमनेका मन कर रहा हे कीतने दीन होगये हमे साथ घुमने नही गये प्लीज.. (सोनु ने बडी चालाकी से चाल चली)

नेनु : नहीं सोनु मुजे आज बहुत सारा काम हे तुम भाइको लेजा साथ, क्यु राज लेजायेगा ने घुमने इस बंदरीयाको (कहेके दी हसने लगी)

में : दी आप कहती हो तो ले जाउंगा वरना मुजे कोइ सोक नहीं हे सरकस वाला बननेका

सोनु : तुम दोनो फीर वापस सुरु होगये, छोटी हुं तुमसे कभी तो तरस खा लीया करो

नेनु : ओह सोरी सोरी (कहेके दीने अपने कान पकड लीये)

सोनु : दी प्लीज आप हमसे कभी माफी मत मांगो आपका हक हें यें ओर आप कान पकडते तो बीलकुल अच्छी नहीं लगती बकरी जेसी लगती हो हें..हें..हें..

नेनु : (चेर से उठनेका नाटक करते) ठैरतो अभी बताती हुं मुजे बकरी कहेती हे बंदरीया कहीकी

फीर सोनुने अपने कान पकड लीये ओर हसते हुअ‍े दीको सोरी कहेने लगी ये देखके हम तीनो हसने लये अ‍ेसी मजाक मस्ती करते हमने अपना ब्रेकफास्ट खतम कीया ओर मे जाके सोफे पर बैठ गया दोनो दी कीचनमे चली गइ ओर आपसमे हस हसके बाते कर रहीथी ओर काम कीये जा रही थी

में उसे अ‍ेसे बात करते देखकर बहुत खुश हुआ ओर कल्पना करने लगा की दोनो मेरी बीवीयां हे ओर आपस में मीलजुल कर रहेती हे ओर ये कल्पना करते ही मे रोमांचीत होगया में इतनी गहरी सोच मे बेठा था की कब साडे नौ बज गये पता ही नही चला तभी मेरे कानमें नेनु की आवाज आइ

नेनु : अ‍े हीरो क्या सोच रहा हे चलना नही हे क्या?

में : (में चोंकके फोरन खडा हो गया) हां चलीये दी मे रेडी हुं

कहेके मे बहार जाने लगा ओर दीभी बहार आते आते सोनु को जरुरी बात बताने लगी मेने बाइक स्टार्ट की ओर उस पर बैठके रेडी खडा था तभी मुजे नेनु बहार आती नजर आइ वो अ‍ेक दम सुंदर लग रही थी ओर मे भी अपनी बीवीको ले जा रहा हुं ये सोचते ही रोमांचीत होगया दीदी आतेही अ‍ेकही साइड पे अपने दोनो पैर रखके अपना अ‍ेक हाथ मेरे कंधो पे रखकर बैठ गइ ओर बैठते ही

नेनु : चलो अ‍े हीरो जाने दे पहेले मंदिर, वहा पहेले हम दर्शन करेंगे फीर मोल चलेंगे

फीर हम मंदिरकी ओर चल पडे वहा पहोंचकर हम सीधा मंदिरकी ओर पैडल चलने लगे दीदी आगे चल रही थी पें उसके पीछे चल रहा था फीर दीदी मंदिर के सामने दोनो हाथ जोडके खडी होगइ ओर में उनके पीछे खडा होके हर्शन करने लगा जब दर्शन कर लीये तो पुजारीजी ने हमे प्रसाद दीया ओर मेरी तरफ देखके कहेने लगा

पुजारीजी: राज बेटा अच्छा हुआ तुम खुदही आगये आज सुबही बाबा तुजे याद कर रहे थे

में : ठीक हे दादा मील लेता हुं बाबा से

जेसे ही बाबा के रुम की तरफ जाने लगा तभी नेनुकी आवाज आइ

नेनु : सुन राज मुजे भी दर्शन करने हे बाबा के (कहेके मेरे पीछे आने लगी)

में : ठीक हे दी चलो बाबा हिमाचलसे आये हे चातुर मास के लीये बहुत ज्ञानी हे

जेसे ही हम बाब के रुम में प्रवेस कीया बाबके चहेरे पर स्माइल आगइ हम दोनो ने उनके पैर छुअ‍े फीर उनके चरणो के पास बैठ गये

बाबा : आओ बेटी आज तुमभी आ गइ आज सुबह ही में राजको याद कर रहा था ओर मेने पुजारी से बातभी कीथी तुम्हे बुलाले लेकीन तुम तो बीना बुलाये ही हाजीर होगये

में : जी बाबा हुकुम कीजीये क्या सेवा कर सकता हुं मे आपकी, धन्यभाग होगा मेरा

बाबा : में क्या हुकुम करुगा बेटा में तो उनके हुकुम का पालन कर रहा हुं, अभी तो तुम्हे कल से चार दिन यहा आके महादेव का अभीसेक करना हे फीर बाद मे सही नक्षत्र आने पर तुम्हे अ‍ेक यंत्र दुंगा जीसकी तुम्हे घर पर पुजा करके अपनी तीजोरी पे स्थापीत करना हे ओर अपने नये कामकी सुरुआत करने से पहेले कामके स्थान पे भी पुजा करनी हे पुजा के बादही काम शुरु करना

में : बाबा आपको केसे पता मेरे कामके बारे में

बाबा : में बहुत कुछ जानता हुं तेरे बारे में, ओर इतनी दुर सीर्फ तुम्हारे लीये ही आया हुं ताकी तुम्हारा मार्गदर्शन करता रहु, अब ज्यादा मत पुछना मुजे, अपनी इस बेटी से भी बात करनी हे तुम थोडी देर बहार बैठो

बाबाका हुकुम होतेही में वहांसे उठकर बहार चला गया ओर अ‍ेक पेड के नीचे जाके बैठ गया ओर अंदर नेनु ओर बाबा बाते करने लगे

नेनु : क्या बाबा आप हमे जानते है मे तो आपसे पहेली बार मीली हुं

बाबा : हां बेटी जानता हुं ये सब हमारी ध्यान साधनाकी देन हे सीर्फ राजको ही नहीं तुम्हे तुमारी छोटी बहेन ओर, अ‍ेक ओर लडकीभी आयेगी तुम्हारे जीवन में, में तुजे अभी से बता देता हुं ताकी आगे जाके तुम ज्यादा परेसान नाहो, आगे जाके तुम सबकी जींदगी मे बहुत बदलाव आने वाला हे जो हसी खुशी भरा ओर वैभवशाली होगा तुम सबकी लम्बी आयु होगी ओर ये राज जोभी नीर्णय ले उसमे इसका साथ देना ओर सहमती भी देना इसके हाथो अ‍ेक बहुत बडा इश्वरीय कार्य होने जा रहा हे ओर में इसी मक्सद से ही यहा आया हुं तुम सबके जीवन मे कभी कष्ट नही आयेगा

नेनु : पर बाबा बहुत बडा कार्य के लीये खर्चा भी बहुत होगाना.. (बाबाने उसे बीच में ही रोकते)

बाबा : इसकी चींता तुम मत कर वो सब तु मुज पर छोड दे सब बात आजही जाननी हे क्या, कुछ बात बादके लीये भी छोडदे में तुजे जरुरी मार्गदर्शन देता रहुंगा भीर भी कोइ परेसानी लगे तो अपने पिता समजकर आजाना बेजीजक समजी, ओर हां में तुजे अ‍ेक जडी बुटी दे रहा हुं तीन दीन तक दुध में डालकर राजको पीला देना, ओर इसको राज से गुप्त रखना हे ताकी तुम लोगोकी जींदगी में कभी खुशी कम नहो

कहेके बाबाने खडे होकर अ‍ेक अलमारी मेसे तीन छोटी पुडीया नीकाली ओर नेनुदीको देदी दीदी भी अजनबीकी वजहसे उलजन में पड गइकी बाबाकी बात मानुके नही

बाबा : बेटी इस वक्त तुम्हारे मनमे जो उलजन हे वो में समज सकता हुं अपने इस बुढे बाप पर विस्वास रखो में यहा ओर ढाइ महिना रहुंगा फीर हिमाचल मेरा आश्रम हे वहा चला जाउंगा ओर येलो चीठी घर जाके पढ लेना

फीर दी ओर में बाबा के आशीर्वाद लेके मोलकी ओर चल पडे दीदी सारे रास्ते खामोस रही बाबाकी बातो ने उसे जंजोडदीया था मोल पहोेच के बाइक पार्ककी ओर हम अंदर की ओर जाने लगे मेने खामोसी तोडते हुअ‍े कहा

में : दी बाबा ने क्या कहा आपसे जो पुरे रास्ते खामोस रही

ये सुनते ही दी नोर्मल होनेकी कोसीस करने लगी ओर हसके कहने लगी

नेनु : अरे कुछ नहीं केह रहेथे इस बंदरसे बचके रहेना बहुत मस्तीखोर हे

में : दी मजाक नहीं सच बताओना (फीर दी चलते रुक गइ ओर मेरी तरफ देखके)

नेनु : तुम्हारे नये कामके बारेमें चर्चा हुइ तुम्हे बहोत बडी कामयाबी मीलने वाली हे(जुठ)

में : (फीर आगे बढते) दी बाबा त्रिकाल ज्ञानी हे पुजारीजी केह रहेथे भुतकाल तो सब बता देते हे लेकीन बाबा भविस्य मे जो होने वाला हे वो भी बताते हे केह रहेथे हिमाचल मे बहोत बडे संत हे वहां उसका आश्रम भी हे

फीर मेरी इस बात पे दीदीने राहतकी सांसली की चलो ये कोइ ढोेंगी बाबा नहीं हे सचमुच में अ‍ेक महान संत हे ओर ये मनही मन बाबा से माफी मांगने लगी फीर बाते करते अ‍ेक बहुत बडे गारमेन्ट स्टोर मे हम घुस गये ओर हम सोनु के लीये खरीददारी करने लगे कुज मेरी पसंदकी तो कुछ नेनुकी पसंदकी फीर दी मुजसे दुर हटकर कुछ खरीदने लगी

बीच बीच मे मेरी ओर इसारा करती रही में समज गया दी मेरे लीये कुछ खरीद रही हे, में भी दी से छुपके दुर गया ओर दी के लीये कुछ डड्ढेस खरीदे तभी मुजे कुछ याद आया में बहार दुसरी शोप में घुस गया वहा मेने रेड कलर की दो बहुत मंहेंगी साडी खरीदी

फीर अ‍ेक अंडरगारमेन्ट की शोप से अ‍ेक रेड ओर अ‍ेक ब्लेक कलरकी दो दो सेट नेनु ओर सोनु के लीथे ब्रा ओर पन्टी के लेटेस्ट ओर मोर्डन डीजाइन के पारदर्शक सेट खरीदेओर दोनोके लेये पारदर्शक नाइटीभी खरीदली ये सब मेने अच्छे से पेक करवाया ताकी कोइ देख नले फीर वापीस उसी शोपमे आया तो नेनु मुजे ढुंढ रहीथीमुजे देखते ही

नेनु : कहां चला गया था मे कबसे ढुंढ रही थी तुजे कुछ लेना नहीें हे क्या, कमसे कम सोनु के लीये तो कुछ खरीद ले

में : नहीदी मुजे कुछ नहीं खरीदना ओर सोनुके लीये यहांसे नहीं कहीं ओर से हम दोनो की तरफ से स्पसीयल गीफ्ट, चलो मेरे साथ (दीका हाथ पकडके खीचता लेगया)

नेनु : अरे कहा ले जा रहा हे, तुजे में कब समज पाउंगी

फीर में नेनु को अ‍ेक ज्वेलरी की शोपके अंदर लेगया फीर सोनुके लीये अ‍ेक लंबा अ‍ेरींग सेट खरीदा जो बहुत महेंगा था तो दी खरीदनेको मना करने लगी, दीको अ‍ेक सोनेकी चेइन दीखी जो दीकोे बेहद पसंद आइ फीर मेने दोनो खरीद लीया ओर काउन्टर पर आके मेने अपना कार्ड देके पेमेन्ट कीया फीर सब सामान लेके हम नीचे बेइजमेन्ट मे आगये ओर बाइक के पास आके खडे होगये

नेनु : सोनु का गीफ्ट हम दोनोकी तरफसे था तो तुमने अकेले पेमेन्ट क्यु कीया ओर तुजे दोनो चीज खरीदनेकी क्या जरुरत थी

में : कम ओन दी आप ओर में अलग थोडी ही हे मेने पे कीया तो क्या होगया, मेरा सब कुछ आपका दीया हुआ तो हे मेरी सब चीजो पे आपका पुरा अधीकार हे में खुद आपका हुं तो मेरी चीजोका कोइ सवाल ही नहीं

ये सुनते ही नेनु सरमा गइ ओर मेरी पीठ पे मुका मारके मुस्कराइ

नेनु : क्या बोल रहा हे पता हे तुजे इसका मतलबभी जानता हेकी वेसे ही बोल रहा हे?

में : नहीं जानना मतलब वतलब मेने जो केह दीया सो केह दीया आपको जो मतलब नीकालना हे नीकालो

नेनु : अरे बुध्धु लडकेकी पुरी चीज, पैसा ओर खुद पर उसकी पत्नीका अधीकार होता हे समजे? की उस पर ओर ज्ञान देना पडेगा?

में : दी ये सब में ओर नहीं जानता बस मुजे इतना मालुम हेकी मेरी हर चीजपे आपका हक हे धेट्स ओल, अब चलेकी सारा ज्ञान अहीं खडे खडे देगी कुछ घरके लीये भी रखीये

नेनु : (सरमाके हसते) तु पागल हे बीलकुल पागल अ‍ेक दम दिवाना

कहेके नेनु मेरी बाइक पर सामान के साथ बैठ गइ ओर मेने अपनी बेग बाइक की हेन्डल में रखीथी दी से छुपा के, सारे रासते दी सोचती रही वोे अ‍ेक बात समजने लगी थी की भाइ इनके पीछे पागल हे ओर इनका दीवाना हे उसे इस बातका अंदाजा होने लगा था पीछले कइ दीनोके घटना क्रम फील्मकी तरह चलने लगा उसकी अ‍ेक अ‍ेक हरकत इनकी बाते यही सब सोचते उसकी चुतसे पानी का रीसाव सुरु हो गया

ओर वो उतेजीत होने लगी, वो बडी कस्मकस में फस गइ की क्या करु तब अचानक उसे अंजना याद आ गइ ओर उसने इस बारेमे अंजना से बात करनी ठानली सोचते सोचते कब घर आ गया उसे पताही नहीं चला मेने घर आकर बाइक रोक दी तब भी वो बाइक मे बैठी रही फीर मेने आवाज लगाइ

में : दी घर आगया अब तो उतर जाओ की ओरभी मेरे साथ घुमना हे

नेनु : (अचानक उसकी तंद्रा तुटी तो वो हडबडाके नीचे उतरी) जी.. जी.. उतर गइ

ओर सामानके साथ अंदर दोडी ओर दोडकर सीधे अपने रुममें सामान रखकर बाथरुममे घुस गइ सोनुये देखती रही, बाइक रखकर में अपना सामान अ‍ेक सैइफ जगह पे छुपाया ताकी बादमे दोनो बहेनो से बचाकर अपने रुममे रखदु ये सब करते
थोडा वक्त लगा इसी बीच नेनुभी वापस होल में आ कर खडी रही, फीर जब मेें अंदर आया तो सोनु ने पुछा

सोनु : भाइ दी भागके क्यु आइ? कुछ हुआ क्या?

तो मेने सोनुको अपने हाथ की लास्ट वाली उंगली (पीसाब दीखानेकी) खडी करके दीखाइ तो सोनु खुब जोरोसे हसने लगी, में नहीं हसा ये देखके नेनु मुजे मारने के लीये दोडी फीर में हसता हुआ भागा

नेनु : कमीने रुकजा तेरी खबर लेती हुं

में सोनुके पीछे छीप गया ओर हम दोनो सोनुके आगे पीछे घुमने लगे मे भी पकडा जाना चाहता था ताकी नेनुका स्पर्स कर सकु मे जान बुजकर पकडा गया फीर नेनुने मेरा कान पकड लीया ओर थोडा मरोड दीया ओर कहेने लगी

नेनु : क्या इसारा कर रहा था की मुजे पीसाब लगी थी, सरम नही आती तुजे, बहेन हुं तेरी

में : मुजे नही मालुम थाकी बहेनको पीसाब नहीं लगती, मेतो समजा सबको लगती हे

नेनु : अरे हमे भी लगती हे लेकीन अभी नही लगी थी

में : तो भागकर बाथरुम मे क्यु घुसी थी?

नेनु : (सकपकाते) वो..वो...में..में..

में : क्या में में सोनु तुने सुबह ठीक पहेचाना था, ये बकरी ही हे

ये सुनते नेनु फीर मुजे पकडने दोडी में भागकर उपर अपने रुम मे जाके दरवाजा बंध करलीया ओर ये सब माजरा देखके सोनु हसे जा रही थी सोनुको देखकर

नेनु : अब तु क्यु हस रही हे कीतना हसेगी ओर तुने लंच रेडी कर लीया?

सोनु : जी दी कर लीया ओर दादीको भी खीला दीया

नेनु : तो जा उस कमीनेको बुलाले लंच के लीये (गुसे में)

सोनु : जी अभी बुलाके लाइ

ओर सोनु उपर आने लगी ओर आके मेरा दरवाजा हलके से खटखटाने लीगी मेने थोडा दरवाजा खेलके देखा ओर सोनु को देखतेही उसका हाथ पकडकर अंदर खीच लीया ओर वापीस दरवाजा बंध करलीया

में : में समजा नेनु होगी आज बकरी बहुत भडकी हुइ हे

सोनु : हां भाइ मुज पर भी थोडा चीलाइ आज लंचके टाइम ज्यादा बाते मत करना वो सांत हो जायेगी ओर तुमको लंचके लीये बुलाने भेजा हे चलो, ओर क्या लायेहो मेरे लेये

में : लाये हे कुछ स्पेसीयल लेकीन मीलेगा बर्थठेके दीन, सरप्राइज बेबी

सोनु : वेसे तो दोनो पुछ रहे थे क्या चहीये क्या चाहीये ओर आज बता नही रहे हो

में : अरे हा सोनु तुने मुजसे दो गीफ्ट मांगा था अ‍ेक तो ले आये हे हम, दुसरा क्या चाहीये मुजसे वो भी बतादे अ‍ेडवान्स मे ताके तेरा गीफ्ट तैयार रखु

सोनु : बता दुंगी थोडा सब्र करो वो भी आज ताकी मेरे बर्थडेके दीन आपको गीफ्ट लाने में कोइ परेसानी न हो

तभी नीचेसे नेनु की आवाज आइ ओर हम दोनो नीचे चले गये ओर जाके अपनी अपनी चेर पर बैठ गये तभी नेनु सबका लंच लेके आगइ हमने लंच कीया पुरे लंच के दौरान में ओर सोनु नही बोले हमे चुप देखकर नेनु थोडी परेसान दीखी फीर भी हम कुछ नहीं बोले हमने लंच खतम कीया ओर मे अपने रुममे जाके लेट गया

ओर लेटे लेटे कब नींद आगइ पताही नही चला, नीचे सब काम नीपटाके दोनो मेरे रुममें आगइ ओर आके मेरे बेडपे बैठ गइ नेनुने मेरे सरपे हाथ रखा क्युकी लंचके बाद मे सीधा आके सो गयाथा हाथ लगतेही मे जाग गया ओर दोनोको देखके में बैठ गया, नीचे सर जुकाके बेठा रहा, सोनुके कहेने के मुताबीक मेने अ‍ेक्टींग जारी रखी

नेनु : नाराज हे मुजसे?

में : नहीं तो

नेनु : तो बात क्यु नही करता?

में : (दुसरी ओर मुह घुमाके) क्या बात करु?

नेनु : अरे कुछ भी बोल, तेरी हर सरारत सह लेंगे लेकीन तेरी खामोसी हमे बरदास्त नही होती मेरे भाइ

कहेके नेनु सुबकते हुअ‍े रोने लगी, मेनेभी गंभीरता समजहे नेनुको बेठे बेठेही हग कर लीया ओर अ‍ेक हाथके इसारे से सोनुको बहार जानेको कहे दीया, सोनु भी मेरे इसारा समजहे वहासे चली गइ, फीर मेने अपना रुमाल अपने हाथ मे लेलीया

में : रोना नही, रोना नही दी नही तो मेंभी रो दुंगा मेरी अच्छी दीदी सांत हो जाओ

केहेके मेने उसके आंसु पोछे ओर उनका दोनो हाथ मेने अपने हाथो मे पकडकर उसके सामने होकर बैठ गया ओर उनके चहेरेको देखने लया तो उसने सरमाके अपनी नजर नीचे करली

मे : हाये.. केसे सरमाती हो सरमाते वक्त तुम बहुत अच्छी लगती हो बीलकुल अ‍ेक मासुम परी जेसी बस अ‍ेसेही सरमाके बैठी रहो मेरे सामने (दीकी हसी छुट गइ)

नेनु : कीतना दिवाना हे तु अपनी बहेनोका कोइ इतना प्यार करता हे भला अपनी बहेनो से, भाइ आज तुने कोइ बात नहींकी तो मुजे खाना खाया नही जा रहा था पहेले कभी अ‍ेसा नही होता था पर आज अ‍ेसा क्यु हुआ समज नही पा रही हुं

में : लेकीन में समज पा रहा हुं, आज अ‍ेसा क्यु हुवा

नेनु : तो बताना मुजे मुजे बेचेनी हो रही हे

में : नहीं दी में आपको नही बता सकता सायद अंजना मेम बता देगी आप उसीसे पुछ लेना

नेनु : (गभराके) अ‍ेसी क्या बात हे जो तु नही बता सकता? ओर अंजुसे क्यु?

में : दी प्लीज मत पुछो मुजे, मे नही बता सकता प्लीज..

नेनु : (उदास होके) ठीक हे उसीसे पुछ लुगी, लेकीन तुम हमसे बाते कीया कर वारना हम मर..

इससे पहेले दी कुछ बोलती मेने अपना हाथ दीके होंठो पर रद दीया ओर मेरा आंसु नीकलने लगे ये देखके दीने मुजे अपनी बांहोमे भर लीया उसने मेरे आंसु पोछ के अपना सर मेरे कंधो पे रख दीया ओर हम अ‍ेसेही नजाने कीतनी देर बेठे रहे

फीर बहार कुछ आहट से हम अ‍ेक दुसरोसे दुर हुअ‍े फीर दी उठके जाने लगी तो मे भी बेड से उठ गया ओर दी के पीछेसे उसका हाथ पकडके रोक लीया वो पलट के मेरी ओर दखने लगी ओर नजरोसे पुछा क्या हे मेने फोरन अपनी ओर खीचा ओर अपनी बाहोंमे भर लीया ओर उसनेभी अपना हाथ मेरी पीठ पीछे लेजाकर सहलाने लगी

फीर मेने उसके सर पर कीस कीया फीर बारी बारी दोनो गालपे कीस कीया हम दोनो बहेकने लगे फीर मेने अपने होंठोको उसके होंठोके पास लेजाने लगा तो इस हरकतसे दीको होस आया ओर मेरे होंठ पर अपना हाथ रखदीया ओर ना में गरदन हीलाने लगी ओर वो मेरी बाहों से नीकलकर हसके नीचेकी ओर जडप से जाने लगी, ओर में उछल के खुश होने लगा, क्यु की आज मेने दीको कीस करने की कोसीस की तो दी नाराज नहीं हुइ बल्के हसते हुअ‍े भाग गइ इसका मतलब था की दी भी मेरी तरफ आकर्सीत थी यही सोचते में खुस था, नेनु के जातेही सोनु दोडके मेरे पास आगइ

कन्टीन्यु......
Bahut jabardast story chal Rahi hai
 
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