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UPDATE - 56
मुझे याद आ गया की दीदी पहले रिशू से भी
ऐसे ही कह रही थी पर बाद में मज़े ले लेकर चुदवा रही थी.
दीदी समझ गयी की अब हम नहीं मानेगे तो
वो रूम से बाहर भागने लगी.
तब मैंने उनको पकड़ लिया और बोला देखो
दीदी हमारे साथ कोआपरेट करो
ताकि तीनो को ही मज़ा आये.
पर वो नहीं मानी और छूटने के लिए ताकत लगाने लगी.
तब तक मनीष पूरा नंगा हो चूका था और
उसने रश्मि दीदी की पैंटी दीदी के ही मुह में ठूस दी
अब मेरी प्यारी बेहना पूरी तरह से उसके काबू में आ गयी थी.
फिर मनीष ने दीदी की ब्रा भी फाड़ दी और
उनको मादरजात नंगा कर दिया और पलंग पर पटक दिया.
अब मनीष दीदी के मम्मे चूसने लगा और
मैं महीनो का प्यासा उनकी चूत चाटने लगा.
क्या बताऊ आप लोगो को उनकी चूत का स्वाद.
बस जन्नत का मज़ा आ गया.
करीब १० मिनट तक चाटने के बाद दीदी ने
पानी छोड़ दिया और मैंने उसे पूरा पी लिया.
अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था मेरा
बहुत पुराना ख्वाब अब पूरा होने वाला था.
मैंने अपना लंड दीदी की चूत से रगड़ना शुरू
किया तो मनीष बोला रुक, पहले मैं चोदुंगा.
मैंने कहा की मेरी सगी बहन है
मेरा हक पहला है. यह बोल के मैंने रश्मि दीदी
की एक टांग उठा कर अपने कंधे पर रखी
और अपना सुपाड़ा उनकी चूत पर लगा कर
एक जोर का शॉट लगाया.
रश्मि दीदी मचल उठी और मेरा लंड उसकी
चूत के अन्दर चला गया. दोस्तों मुझे विश्वास नहीं हुआ
की मेरा सबसे बड़ा ख्वाब आज पूरा हो गया.
मैंने मन ही मन मनीष का शुक्रिया अदा किया.
मैंने दीदी के कान के पास मुह ले जाकर कहा,
दीदी जब पहली बार रिशू को तुम्हे चोदते देखा था
तब से तुम्हे चोदने की मेरी तमन्ना थी.
आज पूरी हो गयी. मेरा लंड रिशू जितना न सही
पर मज़े तुम्हे पूरे दूंगा. मेरी बात सुनते ही दीदी समझ गयी की
उनकी शराफत के नाटक का पर्दाफाश हो चूका है
और उन्होंने अपना शरीर ढीला छोड़ दिया.
वो समझ चुकी थी की मैं उनके और
रिशू के बारे में सब जानता हूँ.
मुझे लगा की अब दीदी ने मुझे स्वीकृति दे दी है
की जो करना हो करो तो मैंने उनके मुह से पैंटी बाहर निकाल दी.
दीदी के मुह से एक हलकी सी सीत्कार निकली उफ्फ्फ्फ़ आःह.
पर तब तक मनीष ने रश्मि दीदी के मुह में अपना लंड डाल
दिया और उनका मुह फिर से बंद कर दिया...
मैं तो महीनो से भरा बैठा था. करीब १५ मिनट धक्के
मारने के बाद मैं रश्मि दीदी की चूत में ही झड गया.
अब मैं बेड पर लेट गया और मनीष ने पोजीशन ले ली.
मनीष का लंड करीब ६ इंच का था
पर काफी मोटा था फिर भी दीदी ने आराम से ले लिया.
दीदी धीरे धीरे आह आह की आवाज़ निकाल रही थी.
१५ मिनट बाद धक्के लगाने के बाद मनीष भी झड गया.
अब हम तीनो बेड पर चुपचाप लेट गए.
थोड़ी देर बाद दीदी मेरे कान में बोली
तुमने मनीष को रिशू के बारे में बताया क्या?
MY OTHER STORY--
https://xforum.live/threads/hum-paanch-restarted.10871/#post-1072232
https://xforum.live/threads/zindgi-ke-haseen-lamhe-ek-long-story-with-gifs.8461
मुझे याद आ गया की दीदी पहले रिशू से भी
ऐसे ही कह रही थी पर बाद में मज़े ले लेकर चुदवा रही थी.
दीदी समझ गयी की अब हम नहीं मानेगे तो
वो रूम से बाहर भागने लगी.
तब मैंने उनको पकड़ लिया और बोला देखो
दीदी हमारे साथ कोआपरेट करो
ताकि तीनो को ही मज़ा आये.
पर वो नहीं मानी और छूटने के लिए ताकत लगाने लगी.
तब तक मनीष पूरा नंगा हो चूका था और
उसने रश्मि दीदी की पैंटी दीदी के ही मुह में ठूस दी
अब मेरी प्यारी बेहना पूरी तरह से उसके काबू में आ गयी थी.
फिर मनीष ने दीदी की ब्रा भी फाड़ दी और
उनको मादरजात नंगा कर दिया और पलंग पर पटक दिया.
अब मनीष दीदी के मम्मे चूसने लगा और
मैं महीनो का प्यासा उनकी चूत चाटने लगा.
क्या बताऊ आप लोगो को उनकी चूत का स्वाद.
बस जन्नत का मज़ा आ गया.
करीब १० मिनट तक चाटने के बाद दीदी ने
पानी छोड़ दिया और मैंने उसे पूरा पी लिया.
अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था मेरा
बहुत पुराना ख्वाब अब पूरा होने वाला था.
मैंने अपना लंड दीदी की चूत से रगड़ना शुरू
किया तो मनीष बोला रुक, पहले मैं चोदुंगा.
मैंने कहा की मेरी सगी बहन है
मेरा हक पहला है. यह बोल के मैंने रश्मि दीदी
की एक टांग उठा कर अपने कंधे पर रखी
और अपना सुपाड़ा उनकी चूत पर लगा कर
एक जोर का शॉट लगाया.
रश्मि दीदी मचल उठी और मेरा लंड उसकी
चूत के अन्दर चला गया. दोस्तों मुझे विश्वास नहीं हुआ
की मेरा सबसे बड़ा ख्वाब आज पूरा हो गया.
मैंने मन ही मन मनीष का शुक्रिया अदा किया.
मैंने दीदी के कान के पास मुह ले जाकर कहा,
दीदी जब पहली बार रिशू को तुम्हे चोदते देखा था
तब से तुम्हे चोदने की मेरी तमन्ना थी.
आज पूरी हो गयी. मेरा लंड रिशू जितना न सही
पर मज़े तुम्हे पूरे दूंगा. मेरी बात सुनते ही दीदी समझ गयी की
उनकी शराफत के नाटक का पर्दाफाश हो चूका है
और उन्होंने अपना शरीर ढीला छोड़ दिया.
वो समझ चुकी थी की मैं उनके और
रिशू के बारे में सब जानता हूँ.
मुझे लगा की अब दीदी ने मुझे स्वीकृति दे दी है
की जो करना हो करो तो मैंने उनके मुह से पैंटी बाहर निकाल दी.
दीदी के मुह से एक हलकी सी सीत्कार निकली उफ्फ्फ्फ़ आःह.
पर तब तक मनीष ने रश्मि दीदी के मुह में अपना लंड डाल
दिया और उनका मुह फिर से बंद कर दिया...
मैं तो महीनो से भरा बैठा था. करीब १५ मिनट धक्के
मारने के बाद मैं रश्मि दीदी की चूत में ही झड गया.
अब मैं बेड पर लेट गया और मनीष ने पोजीशन ले ली.
मनीष का लंड करीब ६ इंच का था
पर काफी मोटा था फिर भी दीदी ने आराम से ले लिया.
दीदी धीरे धीरे आह आह की आवाज़ निकाल रही थी.
१५ मिनट बाद धक्के लगाने के बाद मनीष भी झड गया.
अब हम तीनो बेड पर चुपचाप लेट गए.
थोड़ी देर बाद दीदी मेरे कान में बोली
तुमने मनीष को रिशू के बारे में बताया क्या?
MY OTHER STORY--
https://xforum.live/threads/hum-paanch-restarted.10871/#post-1072232
https://xforum.live/threads/zindgi-ke-haseen-lamhe-ek-long-story-with-gifs.8461