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thankss jonny bhaiSuperb story and excellent writing.
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Great end.
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Keep going.
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thankss jonny bhaiSuperb story and excellent writing.
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Great end.
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Keep going.
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thanks bhaiBhut bdiya lekhni he bro ..Super
thankssssApratim sundar lajvab jabarjast superb update bhai thank you for internet is...
shukriya bhaiBhai Dhanyawad. Superb kahani likhne ke liye. Aapse aisi hi Rasprad aur Romanchak kahani ki asha hai.
bhai sab clear hua kuch nahi bacha or saasu maa ne hi priya ki kasam di thi shayad aap ne jaldbazi me padha nahiकहानी समाप्त कर दी, पर मां और दीदी को छोड़ दिया.....
अंत करने से पहले दीदी का बतलाया होता कि वो अपने पति से संतुष्ट हो गयी ओर अब उसको अपने भाई की जरूरत नही रही. मां और सास को एक दूसरे के साथ समबन्ध का बता कर दोनो के सप्ताह मे एक दिन देकर संतुष्ट करने का बता कर कहानी का अंत किया होता.
जैसा कि प्रिया ने कजरी को साथ रखने को सहमत हो गयी थी, उसी प्रकार अपनी मां और सास के साथ भी सप्ताह के एक बार समबन्ध रखने की इजाजत देने का भी शामिल कर देते तो कहानी का अंत और अच्छा हो सकता था....
यदि हो सके तो अंत को संशोधित कर दें...
haa bhai kuch kuchBhai khula sand bhi kya isi tarah ki stories hogi.
shukriya bhaia wonderful story ended
too good bhai