wah!!....bahut khoob Madam...aapki shaayari is story ko chaar chaand laga dete hain!! lage raho!!मधु और माही का मधुर मिलन
फुद्दी और गांड में ले लिया लन
सिसक सिसक के पिलवाये लौडा
चोट करे जैसे हो हाथोड़ा
अब है कल प्रबज्योत की बारी
फट्टेगी जब उसकी राम प्यारी