Update-5
जब मैं अपने वास्तव समय में लौटा तो देखा अभी तो सिर्फ 7 मिनट ही गुजरे हैं मैं भी बहुत थक गया था अपनी पहली चूदाई से मैं बिस्तर पर लेट कर आंखें बंद करके अपनी दादी के साथ पहली चूदाई की में सोचता रहा पता नहीं कब मेरी आंखें लग गई और मैं सो गया, नींद में मुझे ऐसा लगा जैसे कोई हाथ मेरे शरीर पर रेंग रहा है मैं अचानक से उठा तो देखा चाची बगल में खड़ी है,
चाची मुझसे कहने लगी कब से तुम्हें उठा रही हू तुम हो कि उठी नहीं रहे हो क्या बात है तबीयत तो ठीक है ना अभी तो थोड़ी देर पहले ही तुम सो कर उठे थे फिर सो गए, मैंने कहा नहीं चाची आज मेरे सर में बहुत दर्द हो रहा है इसीलिए मैं लेटा था पता नहीं कब मेरी आंखें लग गई और मैं सो गया, चाची मुझसे कहने लगी अच्छा ऐसी बात है लाओ मैं तुम्हारा सर दबा देती हूं और चाची मेरे बिस्तर पर बैठ गई और अपनी जांघों पर मेरा सर रखकर मेरा सर दबाने लगी चाची मुझसे कहने लगी क्या बात है Adi आज मैं सुबह से देख रही हूं तुम कुछ बदले बदले से लग रहे हो मैंने कहा नहीं तो ऐसी कोई भी बात नहीं है फिर चाची मुझसे कहीं अगर ऐसी कोई भी बात हो तुम मुझसे बेझिझक होकर कहना मैं तुम्हारी चाची नहीं मैं तुम्हारी दोस्त भी हूं और मैं कोई पुराने ख्यालात वाली औरत नहीं हूं मैं आज की औरत हूं मैं सब समझती हूं, नहीं चाची ऐसी कोई बात नहीं अगर ऐसी कोई भी बात होगी तो मैं आपसे पूरी तरह से खुलकर कहूंगा मैंने पूरी तरह से खुलकर पर थोड़ा ज्यादा जोर दिया था इसे सुनकर चाची थोरा शर्मा गई,
चाची से यूं ही बात करते-करते कब एक घंटा गुजर गया पता नहीं चला तभी मेरे रूम में अनु आई और कहने लगी क्या बात है चाची भतीजा में बहुत प्यार हो रहा है क्या बातें हो रही है, चाची ने मुस्कुराकर जवाब दिया आदि से क्या बस तुम ही प्यार करती हो मैं नहीं मैं तुमसे ज्यादा अपने बेटे को प्यार करती हूं, फिर मैंने अनु से कहा नहीं अनु वह मेरे सर में दर्द था तो चाची को थोड़ा सर दबाने के लिए कहा वैसे तुम इस वक्त मेरे रूम में कुछ काम था क्या बोलो, हां मैं वह कहने आई थी कि नीचे सब तुम दोनों को ढूंढ रहे हैं आज संडे है ना सब एक साथ लंच करेंगे चलो लंच का टाइम हो गया है, फिर हम तीनों नीचे चले गए नीचे जाकर हम सबने एक साथ लंच किया, लंच के बाद हम सब एक साथ हॉल में बैठकर टीवी देख रहे थे तभी बड़ी मां के मोबाइल पर किसी का कॉल आया और वह बातें करने लगी फोन रखने के बाद बड़ी माँ बहुत खुश नजर आ रही थी तभी मां ने उनसे पूछा क्या बात है दीदी बहुत खुश नजर आ रही हो किसका फोन था बड़ी मां ने कहा कोमल का फोन था वह कल यहां आ रही है यह सुनकर हम सब बहुत ही खुश हुए, फिर हम सब यूं ही बातें करते रहे थोड़ी देर बाद मैं और अनु अपनी स्टडी रूम में स्टडी के लिए आ गए हम दोनों स्टडी कर रहे थे तभी अनु ने मुझसे कहा क्या बात है भाई आज तो तुम बहुत बदले बदले नजर आ रहे हो मैंने कहा अच्छा क्या बदलाव देखा तुमने मुझ में फिर अनु ने मुझसे कहा आज तो तुम बिल्कुल हीरो टाइप के लग रहे हो तो मैंने कहा कॉलेज में देखता हूं कि जो लड़के थोड़े ज्यादा स्टाइलिस्ट होते हैं लड़कियां उनके आगे पीछे ही घूमते रहती है तो मैंने भी सोचा क्यों ना मैं भी थोड़ा खुद को चेंज कर लू और थोड़ा स्टाइलिस्ट बन जाऊँ, मेरी बात सुनकर अनु मुस्कुराने लगी और कहने लगी तो जनाब लड़कियां पटाने के लिए खुद में यह चेंजएस ला रहे हैं, तो मैंने भी जवाब में कहा क्यों क्या मैं लड़की नहीं पटा सकता फिर अनु ने कहा हां हां बिल्कुल पटा सकते हो वैसे भाई क्या मैं तुमसे एक बात पूछूं तो फिर मैंने कहा हां पूछो अनु ने कहा वैसे भाई क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है मैंने कहा नहीं नहीं अभी तक तो नहीं है पर मैं सोच रहा हूं जल्दी बनाओ किसी को अपनी गर्लफ्रेंड तो फिर अनु ने कहा वैसे भाई तुम्हें किस टाइप की लड़कियों में ज्यादा इंटरेस्टेड है तुम कैसी लड़की को अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहते हो मुझे भी बताओ ताकि मैं तुम्हारी कोई मदद कर सकूं मैंने जवाब में कहा मुझे तो ऐसी लड़की चाहिए जो मुझसे बहुत बहुत ही ज्यादा प्यार करें और मेरी हर बात हर प्रॉब्लम को समझे वह दिखने में ज्यादा खूबसूरत नहीं हो फिर भी चलेगा पर उसका दिल बहुत ही खूबसूरत होना चाहिए मेरी बात सुनकर अनु मुस्कुराई और कहीं मैं ऊपर वाले से प्रे करूंगी कि मेरे भाई को उसकी पसंद की लड़की जल्द से जल्द मिल जाए इसी तरह बातें करते-करते कब रात हो गया हमें पता ही नहीं चला रात को हम सब ने डिनर किया फिर हम सब अपने अपने रूम में सोने के लिए चले गए.
जब मैं अपने वास्तव समय में लौटा तो देखा अभी तो सिर्फ 7 मिनट ही गुजरे हैं मैं भी बहुत थक गया था अपनी पहली चूदाई से मैं बिस्तर पर लेट कर आंखें बंद करके अपनी दादी के साथ पहली चूदाई की में सोचता रहा पता नहीं कब मेरी आंखें लग गई और मैं सो गया, नींद में मुझे ऐसा लगा जैसे कोई हाथ मेरे शरीर पर रेंग रहा है मैं अचानक से उठा तो देखा चाची बगल में खड़ी है,
चाची मुझसे कहने लगी कब से तुम्हें उठा रही हू तुम हो कि उठी नहीं रहे हो क्या बात है तबीयत तो ठीक है ना अभी तो थोड़ी देर पहले ही तुम सो कर उठे थे फिर सो गए, मैंने कहा नहीं चाची आज मेरे सर में बहुत दर्द हो रहा है इसीलिए मैं लेटा था पता नहीं कब मेरी आंखें लग गई और मैं सो गया, चाची मुझसे कहने लगी अच्छा ऐसी बात है लाओ मैं तुम्हारा सर दबा देती हूं और चाची मेरे बिस्तर पर बैठ गई और अपनी जांघों पर मेरा सर रखकर मेरा सर दबाने लगी चाची मुझसे कहने लगी क्या बात है Adi आज मैं सुबह से देख रही हूं तुम कुछ बदले बदले से लग रहे हो मैंने कहा नहीं तो ऐसी कोई भी बात नहीं है फिर चाची मुझसे कहीं अगर ऐसी कोई भी बात हो तुम मुझसे बेझिझक होकर कहना मैं तुम्हारी चाची नहीं मैं तुम्हारी दोस्त भी हूं और मैं कोई पुराने ख्यालात वाली औरत नहीं हूं मैं आज की औरत हूं मैं सब समझती हूं, नहीं चाची ऐसी कोई बात नहीं अगर ऐसी कोई भी बात होगी तो मैं आपसे पूरी तरह से खुलकर कहूंगा मैंने पूरी तरह से खुलकर पर थोड़ा ज्यादा जोर दिया था इसे सुनकर चाची थोरा शर्मा गई,
चाची से यूं ही बात करते-करते कब एक घंटा गुजर गया पता नहीं चला तभी मेरे रूम में अनु आई और कहने लगी क्या बात है चाची भतीजा में बहुत प्यार हो रहा है क्या बातें हो रही है, चाची ने मुस्कुराकर जवाब दिया आदि से क्या बस तुम ही प्यार करती हो मैं नहीं मैं तुमसे ज्यादा अपने बेटे को प्यार करती हूं, फिर मैंने अनु से कहा नहीं अनु वह मेरे सर में दर्द था तो चाची को थोड़ा सर दबाने के लिए कहा वैसे तुम इस वक्त मेरे रूम में कुछ काम था क्या बोलो, हां मैं वह कहने आई थी कि नीचे सब तुम दोनों को ढूंढ रहे हैं आज संडे है ना सब एक साथ लंच करेंगे चलो लंच का टाइम हो गया है, फिर हम तीनों नीचे चले गए नीचे जाकर हम सबने एक साथ लंच किया, लंच के बाद हम सब एक साथ हॉल में बैठकर टीवी देख रहे थे तभी बड़ी मां के मोबाइल पर किसी का कॉल आया और वह बातें करने लगी फोन रखने के बाद बड़ी माँ बहुत खुश नजर आ रही थी तभी मां ने उनसे पूछा क्या बात है दीदी बहुत खुश नजर आ रही हो किसका फोन था बड़ी मां ने कहा कोमल का फोन था वह कल यहां आ रही है यह सुनकर हम सब बहुत ही खुश हुए, फिर हम सब यूं ही बातें करते रहे थोड़ी देर बाद मैं और अनु अपनी स्टडी रूम में स्टडी के लिए आ गए हम दोनों स्टडी कर रहे थे तभी अनु ने मुझसे कहा क्या बात है भाई आज तो तुम बहुत बदले बदले नजर आ रहे हो मैंने कहा अच्छा क्या बदलाव देखा तुमने मुझ में फिर अनु ने मुझसे कहा आज तो तुम बिल्कुल हीरो टाइप के लग रहे हो तो मैंने कहा कॉलेज में देखता हूं कि जो लड़के थोड़े ज्यादा स्टाइलिस्ट होते हैं लड़कियां उनके आगे पीछे ही घूमते रहती है तो मैंने भी सोचा क्यों ना मैं भी थोड़ा खुद को चेंज कर लू और थोड़ा स्टाइलिस्ट बन जाऊँ, मेरी बात सुनकर अनु मुस्कुराने लगी और कहने लगी तो जनाब लड़कियां पटाने के लिए खुद में यह चेंजएस ला रहे हैं, तो मैंने भी जवाब में कहा क्यों क्या मैं लड़की नहीं पटा सकता फिर अनु ने कहा हां हां बिल्कुल पटा सकते हो वैसे भाई क्या मैं तुमसे एक बात पूछूं तो फिर मैंने कहा हां पूछो अनु ने कहा वैसे भाई क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है मैंने कहा नहीं नहीं अभी तक तो नहीं है पर मैं सोच रहा हूं जल्दी बनाओ किसी को अपनी गर्लफ्रेंड तो फिर अनु ने कहा वैसे भाई तुम्हें किस टाइप की लड़कियों में ज्यादा इंटरेस्टेड है तुम कैसी लड़की को अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहते हो मुझे भी बताओ ताकि मैं तुम्हारी कोई मदद कर सकूं मैंने जवाब में कहा मुझे तो ऐसी लड़की चाहिए जो मुझसे बहुत बहुत ही ज्यादा प्यार करें और मेरी हर बात हर प्रॉब्लम को समझे वह दिखने में ज्यादा खूबसूरत नहीं हो फिर भी चलेगा पर उसका दिल बहुत ही खूबसूरत होना चाहिए मेरी बात सुनकर अनु मुस्कुराई और कहीं मैं ऊपर वाले से प्रे करूंगी कि मेरे भाई को उसकी पसंद की लड़की जल्द से जल्द मिल जाए इसी तरह बातें करते-करते कब रात हो गया हमें पता ही नहीं चला रात को हम सब ने डिनर किया फिर हम सब अपने अपने रूम में सोने के लिए चले गए.