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Advice Needed Sex and health

Ritadanny

Rita
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Nahi, wahi to bataya vary karta hai different stages pe.
20-100% normally vary karta.
Aur jo monks hote h waha to 0 hai.

Yaha zaroori shabad (need) nahi aana chahiye.
Zaroori ka matlab hai, agar nahi mile to death ho sakti hai.
Yaha chahna (want) aana chahiye
ap bhi sahi ho but 50 80 ma tuo reh sakta hai 20 tuo bohat mushkil hai normal admi k liye
 

Specter

◆ यहाँ सब ज्ञानी हैं ◆
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Aawashyak to kewal santusti hai
Ab ye to manushya pe nirbhar karta hai ki uske liye santusti ki paribhasha kya hai
Sharirik sukh yaa aatmik shukh
Sharir nasvar hai ye mit jaata hai
iske sukh bhi nasvar hai par aatma wo atal hai wo satya hai wo rah jate hai
aatmik shukh ki prapti hetu karm karo sharirik shukh uske saamne mitti ka ek kann bhi nahi
100 percent jaruri hai
भूखे पेट भजन ना होये 😁
 

Specter

◆ यहाँ सब ज्ञानी हैं ◆
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सेक्स हमारे अंदर एक मामूली सहज प्रवृत्ति है, एक रासायनिक बदलाव जो किशोरावस्था के साथ आता है। यह एक आनंदपूर्ण अनुभव है क्योंकि यह हमें प्रजनन(बच्चे पैदा करना) की ओर प्रेरित करने का प्रकृति का तरीका है। समय के साथ हमने प्रजनन(बच्चे पैदा करना) के पक्ष को ऐच्छिक बना दिया है मगर आनंद मौजूद है। इसमें कुछ भी सही या गलत नहीं है। अपनी यौनिकता (सेक्शुआलिटी) को भौतिक अस्तित्व के एक जरुरी अंग के रूप में स्वीकार करना महत्वपूर्ण है। दो लोगों की कामोत्तेजना (सेक्शुअल अर्ज) के कारण ही आपका और मेरा अस्तित्व है। यह एक सच्चाई है।
कॉपी करते टाइम ये भी कॉपी कर लेती

"हमारी स्वाभाविक बुद्धि हमें इस बारे में जागरूक करती है, कि हम अपने हारमोन के खेल से कहीं अधिक हैं। जानवरों के विपरीत, इंसान अपनी कैमिस्ट्री से विवश नहीं है। इंसानों में भावनात्मक और बौद्धिक साथ की जरुरत, शारीरिक जरूरत से अधिक तगड़ी है।" :smarty:
 
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Moon Light

Prime
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कॉपी करते टाइम ये भी कॉपी कर लेती

"हमारी स्वाभाविक बुद्धि हमें इस बारे में जागरूक करती है, कि हम अपने हारमोन के खेल से कहीं अधिक हैं। जानवरों के विपरीत, इंसान अपनी कैमिस्ट्री से विवश नहीं है। इंसानों में भावनात्मक और बौद्धिक साथ की जरुरत, शारीरिक जरूरत से अधिक तगड़ी है।" :smarty:
अगर मूर्ख के सामने खुद को ज्ञानबान कहोगे तो वो तुम्हे मूर्ख ही समझेगा... बेशक तुम ज्ञानवान हो:hint:
 
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Yug Purush

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Specter

◆ यहाँ सब ज्ञानी हैं ◆
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अगर मूर्ख के सामने खुद को ज्ञानबान कहोगे तो वो तुम्हे मूर्ख ही समझेगा... बेशक तुम ज्ञानवान हो:hint:
ना तो मैं ज्ञानी हूँ और ना ही मैंने कभी खुद को ज्ञानी समझा या कहा है, वैसे भी जो संसारी ज्ञान को प्राप्त करने में लिप्त हो जाते हैं वो सत्य को जानने में सक्षम नही रहते... क्योंकि सत्य हमेशा से सांसारिक ज्ञान से परे है... 🙂
 
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Yug Purush

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सेक्स ही सत्य हैं ....
ना तो मैं ज्ञानी हूँ और ना ही मैंने कभी खुद को ज्ञानी समझा या कहा है, वैसे भी जो संसारी ज्ञान को प्राप्त करने में लिप्त हो जाते हैं वो सत्य को जानने में सक्षम नही रहते... क्योंकि सत्य हमेशा से सांसारिक ज्ञान से परे है... 🙂
 
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Dungeon Master

Its not who i am underneath
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ना तो मैं ज्ञानी हूँ और ना ही मैंने कभी खुद को ज्ञानी समझा या कहा है, वैसे भी जो संसारी ज्ञान को प्राप्त करने में लिप्त हो जाते हैं वो सत्य को जानने में सक्षम नही रहते... क्योंकि सत्य हमेशा से सांसारिक ज्ञान से परे है... 🙂
2-4 post aur aise rahe to moksh praapti ke lie Himalaya parvat chadh jaana h
 
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