(UPDATE -2)
गाड़ी स्टार्ट करके हम वेड्डिंग वेन्यू से दूर निकल आए और फिर ज्योति ने ब्लैक सिगरेट जला दी
ज्योति : ह्म्म्म्म, कितना अच्छा लग रहा है भाई, उधर सब के बीच घुटन हो रही थी
मैं: चल अब मेरी सिगरेट तो जला
ज्योति : तुम्हारी क्या, मेरे में से ही कस मर दे ना मेरे भाई प्यारे
मैं: हम, ला
फिर हम सिगरेट खत्म करके वापस जाने लगे, तभी
ज्योति : भाई, क्या हुआ अपसेट क्यों लग रहा है
मैं : (क्या बताऊं, जा ने कलपद कर दिया). कुछ भी नहीं , वो बस जा के साथ थोड़ा हीटेड आर्ग्युमेंट हुआ कार में
ज्योति: वो साली है ही ऐसी, सब के साथ झगड़ा करती है
मैं: वॉट दो यू मीन लेकिन सब के साथ
ज्योति: अभी कुछ दिन पहले मुझसे भी उसने झगड़ा किया
मैं: तेरे साथ, किस बात पे, बता तो
ज्योति : रहने दे भाई, गर्ल्स टॉक हहहे
मैं: क्या घंटा गर्ल्स टॉक, तू कब से मेरे लिए गर्ल हो गयी, चल जल्दी बता नहीं तो नेक्स्ट वीकेंड पे बियर का प्रोग्राम है वो कॅन्सल कर दूँगा.
ज्योति : वॉट भाई !!!!! अच्छा रुको, हुआ यह था के… फ्लॅशबॅक
ज्योति : जा, यह कलर कैसा है, इसकी ब्रा मुझे बहुत ही अच्छी लगी
जा: हाँ यह अच्छी है, दो पैक करवा देते हैं इस साइज के
ज्योति: लेकिन तेरा साइज तो 36 सी है ना, यह 34 भी है
जा: हाँ मुझे चलेगी, तू पैक करवा ना अब, ज्यादा मत बोल
ज्योति: ज्यादा चिढ़ मत कहा, करवा देते हैं
सेल्स गर्ल : सॉरी मैडम, हमारे पास यह एक ही पीस है 34 में
ज्योति: ओके कोई नहीं, जा तू ले ले, मैं दूसरा देखती हूँ
जा: नहीं, तू ले, मुझे किसका पहना हुआ नहीं अच्छा लगता..
ज्योति: वॉट फक दो यू मीन बायें किसी का पहना
जा: चल अब ज्यादा मत बोल, लेना है तो ले, मुझे कहीं जाना है देर हो रही है
इससे पहले मैं कुछ बोलती, उसके सेल पे कॉल आया और वो शॉप के बाहर गयी, फिर कुछ सेकेंड्स में एक होंडा सिटी आई और वो कहीं चली गयी
मैं: वो होंडा किसकी थी
ज्योति: भाई, होगा कोई उसका लोंदा, आप भी इतने सीधे मत बनो
मैं: अरे लेकिन इतना बड़ा फँसा दिया साली ने, तभी….. (तभी साली गान्ड तरफ गयी है उसकी)
ज्योति: क्या तभी, अब चोदा उस कुट्टी की बाते , मूंड़ खराब हो गया, एक और सिगरेट जलती हूँ
मैं: ठीक है, मैं तेरी लूँगा
ज्योति: क्या लोगे मेरी भाई,
मैं: सिगरेट यार, चल अब ऐसी बातें मत कर, नहीं तो तुझे कभी नहीं दूँगा
ज्योति: क्या नहीं दोगे भाई
मैं : (लंड ले रानी, तेरे लिए ही है यह) सिगरेट, अब ज्यादा वल्गर मत हो
ज्योति: यह बात से आपको फायदा हुआ है भाई
मैं: कैसे
ज्योति: जा की साइज सुनकर ही आपका शेयर नींद से उठ गया, उसने मेरे पेंट में बने तंबू की तरफ इशारा किया
मैंने सोचा, इसकी बातों में हिस्सा लेते हैं, जब यह फ्रेंक हो रही है तो मुझे किस का डर
मैं: फायदा नहीं, नुकसान, अब इसको सुलाने के लिए रात को हाथ गाड़ी चलानी पड़ेगी बहुत
ज्योति: हाथ गाड़ी क्यों भाई, कोई तवा देखो ना बाहर, रोती वहाँ सेक के आ जाओ
मैं: अब कहाँ ढूंढूं ऐसा तवा
ज्योति: क्यों, कोई को लोंड़िया पटाई नहीं अब तक
मैं: नहीं यार
ज्योति: हम, फिर शेयर को सोने मत दो, हॉल में कोई ना कोई लड़की इससे देखकर जरूर आपकी इस गर्मी को ठंडा कर देगी
मैं: तुझे बहुत पता है , चल हॉल आ गया, अंदर जा, मैं आता हूँ.
ज्योति: क्यों, आपको क्या करना है, शेयर के पिंजरे को थे करोगे
मैं: हाँ, अब जा तू
ज्योति: नहीं, मेरे सामने करो
मैंने भी चान्स लिया, जब चुत सामने से चुदवाना चाहती हो तो मेरे लंड को क्या तकलीफ
मैंने सीट रिक्लाइन की, पीछे होकर बेल्ट उतरा और आंडरवेयर उतरा और लंड को सेट किया, फिर पेंट पहनने लगा
उसी वक्त ज्योति ने अपना हाथ मेरे लंड पे रखा और उसको सहलाया,
मैं: वॉट आर यू डूयिंग,
ज्योति: क्यों भाई, मजा नहीं आ रहा
मैं: तीस इस रॉंग
ज्योति: बहन का ब्रा साइज सुनकर तो ऐसा हुआ, क्या वो गलत नहीं है, मैं कौनसी मूहबोली बहन हूँ आपकी
मैंने कुछ नहीं कहा, और उसने तेजी से मूठ मारना चालू रखा… मैं चिल्लाया, मेरा निकल रहा है, ज्योति ने तुरंत हाथ हटाया और स्पर्म पेंट पे और गाड़ी के स्टियरिंग पे जा गिरा.
फिर मैंने पेंट पहना, और ज्योति ने अपना घाघरा ऊपर किया और अपनी पैंटी से चुत को सहलहाने लगी
ज्योति: आप भी मजा दो ना भाई, डोंट भी मीन
पार्किंग के अंधेरे का फायदा उठाने का सोचा और तुरंत उसकी पैंटी उतार के, उसकी चुत के अंदर उंगली करने लगा… 5 मिनट में वो भी झड़ गयी...