सुनीता सोसाइटी से लौट रही थी लेकिन अब्दुल उसका इंतजार कर रहा था अपना दुकान के पास.... सुनीता पास आते ही अब्दुल बोला- सुनीता चल मेरे दुकान के पीछे...
सुनीता- क्यों ?
अब्दुल- तुझे चोदना है...
सुनीता- पर तू तो कुछ देर पहले बोल रहा था कि तू मेरे घर आएगा...
अब्दुल- नहीं, तेरे पति से मुझे ज्यादा डर लगता है...
सुनीता- डरपोक नहीं तो.. फिर बड़ी बड़ी ढींगे क्यों मार रहा था कि चुत पाने के लिए कुछ भी करूँगा...
अब्दुल- ज्यादा टाइम खराब मत कर.. चल दुकान के पीछे की झाड़ी में... वैसे भी सोसाइटी में सब आफिस, काम पे गए हैं....
सुनीता- यहाँ पे कोई देख लेगा तो...
अब्दुल- कोई नहीं देखेगा...चल आजा...
ये कहते हुए अब्दुल दुकान के पीछे चला गया और सुनीता को बुलाने लगा...
सुनीता के जाते ही अब्दुल ने उसे दबोच लिया...
सुनीता- आराम से कर अब्दुल...
अब्दुल- मेरा गाँड़ फ़टी हुई है और तुझे आराम से चाहिए...
अब्दुल सुनीता के ब्लाउज के अंदर हाथ डाल कर चुचियों को दबाने लगा...
सुनीता की मुंह से सिसकी निकल गयी...
अब्दुल- लगता है तेरा पति तुझे जम के चोदता है...
सुनीता- तुझे कैसे पता ?
अब्दुल- बहनचोद ने तेरी चुचियों को इतना चूसा है कि तेरी चुचियाँ ढीली हो गयी है...
सुनीता- एक चीज़ हमेशा वैसी रहेगी क्या, ऊपर से में 3 बच्चों को माँ हूँ... बच्चों को दूध भी पिलाती हूँ...
तब तक अब्दुल सुनीता की चड्डी उतार चुका था...
अब्दुल- फिर तो तेरी चुत भी ढीली हो गयी होगी...
सुनीता चुप थी...
अब्दुल सुनीता को झुका दिया और पीछे से उसकी चुत पर लन्ड घुसा दिया...
सुनीता- आ..... अब्दुल.. जरा धीरे.. तेरा बड़ा लगता है...
अब्दुल- माँ की चूत...चुपचाप खड़ी रह...
अब्दुल अब लन्ड को सुनीता के चुत के अंदर आगे पीछे करने लगा...
सुनीता- ओ.... माँ.... जरा धीरे अब्दुल...
अब्दुल पूरे जोश से चोदने लगा...
सुनीता की मुंह से मादक सिसकियाँ निकलने लगी...
सुनीता- आआआआआ uhhhhhhhhhhhhh आआआआआहहहहहहहह.... चुत फाडेगा क्या अब्दुल...
अब्दुल धुंआधार चोदते हुए बोला- तूने आज तक असली लन्ड से चूदी नहीं है... आज तुझे पता चलेगा कि लन्ड क्या होता है ?
सुनीता की चूत के अंदर से "पच पच पच पच पच पच पच पच पच पच पच" की आवाजें आ रही थी...
सुनीता- अगर तुझे अपने लन्ड पे इतना ही घमंड है तो सोसाइटी के औरतों को क्यों नहीं चोदता ? वैसे भी सब एक नम्बर के रंडी है (कराहते हुए)
अब्दुल अब और जोर से चोदने लगा और बोला- खबरदार जो मेरे भाभियों को रंडी बोला तो...
सुनीता सिसकियाँ भरते हुए बोली- तेरे भाभियाँ कोई सती सावित्री नहीं है, अंदर जा के देख ले सब मोहनलाल से ठुकने वाली हैं....
अब्दुल ये सुनके सुनीता की टांग थोड़ा सा उठा कर एक जोरदार शॉट मारा जिससे सुनीता की मुंह से तेज आवाज निकल गयी "माँ..........."
अब्दुल- तुझे कैसे पता कि मोहनलाल सब को चोदने वाला है ?
सुनीता- सब पता है मुझे... अंजलि भाभी और बबिता जी को जरूर चोदेगा...
अब्दुल जोर जोर से चोदते हुए बोला- खबर पक्की है ना...
सुनीता- मुझपे यकीन कर अब्दुल...
अब्दुल- ठीक है देखते हैं...
सुनीता- मोहनलाल अगर उनको चोद सकता है तो तू क्यों नहीं अब्दुल ?
अब्दुल अब सुनीता की चुचियों को पीछे से पकड़ के चोद रहा था..
अब्दुल- क्या वो लोग मुझे अपनी चूत देंगे ?
सुनीता आंखे बंद करके- इतना बड़ा लन्ड है तेरे पास, एक बार उनको चूत मांग के तो देख ले... हो सकता है वो सब प्यासी हों...
अब्दुल इतना जोर से चोद रहा था कि लन्ड राकेट की तरह चुत के अंदर बाहर हो रहा था....
अब्दुल- तेरे हिसाब से सबसे ज्यादी प्यासी कोंन होगी ?
सुनीता कराहते हुए- तू अंजलि भाभी को कोसिस कर चोदने की...
अंजलि का नाम सुनते ही अब्दुल को अंजलि की नंगी चूची याद आ गए.. फिर क्या था अंजलि की नंगी चूची को याद करके अब्दुल जोट जोर से सुनीता के चुत के अंदर शॉट मारते हुए बोला- उस अंजलि एक नम्बर की चुदककड है... क्या मस्त चूची है उसकी...
सुनीता- तू बहुत बड़ा कमीना है अब्दुल, अंजलि भाभी पर भी नजर डाल दिया है...
अब्दुल अब झड़ने वाला था- बोल पानी कहाँ डालू ? चुत में डाल दु क्या ?
सुनीता- नहीं नहीं, में और माँ बनना नहीं चाहती...
अब्दुल अब फुल स्पीड से चोद रहा था...
सुनीता की चूत से फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक फचक की आवाजें आने लगी.
अब्दुल सुनीता की चुचियों को पकड़ के फुल स्पीड से चोद रहा था....
सुनीता और अब्दुल के शरीर पर पसीने की नदी बह रही थी...
अब्दुल ना चाहते हुए भी खुद को काबू नहीं कर पाया और सुनीता की चूत में झड़ गया ... सुनीता की चूत में से वीर्य की धारा बहने लगी....
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