Update-002
रात को लेट सोने और कुछ देर जगने के बाबजूद मेरा नींद सुबह 5 बजे फिर से खुल गई । मैने भैया और भाभी को उठाने के लिए रूम का दरवाजा खटखटाना चाहा पर जैसे ही मैंने उसे हाथ मारा दरवाजा अंदर से खुला हुआ था । मैं चिल्लाते हुए अंदर जाने लगा । जैसे ही मैं अंदर गया भाभी अचानक से उठी जिसे देख के मेरा दिमाग सन रह गया ।भाभी बस एक पैंटी पहन कर सो रही थी उनके दोनो बड़े बड़े चूचियां ऐसा लग रहा जैसे समतल जमीन पर दो पहाड़ खड़े हो।
भाभी ने भी ज्यादा रिएक्ट नही करते हुए अपने दोनो चुचियों को हाथ से ढक लिया।
मैं तुरंत ही बाहर आ गया । उस वक्त मुझे इतना डर लग रहा था की मैं बता नहीं सकता । मैं बस यही सोच रहा था की आगे क्या करने चाहिए मुझे । क्या मुझे उनके पैरों में गिर जाना चाहिए? पर मैने गलती ही क्या किया था गलती तो अनलोग का था जो मेरे होते हुए अपने रूम का दरवाजा खोल कर नंगी सो रहे थे । मेरा land बिल्कुल हार्ड हो चुका था । मुझे रात के 2 बजे का शीन याद आ रहा था जब भैया और भाभी chudai कर रहे थे । मैं इन्ही सब बातो को याद कर रही रहा था कि भाभी रूम से बाहर निकली जो अभी भी खतरनाक ड्रेस पहनी हुई थी। वो बाहर आकर सबसे अंगड़ाई लेते हुए मुझे गुड मॉर्निंग कहा और मेरे साथ सोफे पे आ के बैठ गई । भाभी बस एक babydoll पहनी हुई जिसमे उनकी चूची लगभग नंगी लग रही थी आप नीचे pics me देखकर अनुमान लगा सकते हैं।
Shivani - क्या हुआ नींद नही आ रही थी क्या? सुबह सुबह ही नींद तुड़वा दिए तुम ।
मुझे तो भाभी के इस सवाल के एक झटका सा लगा । दोस्तो आपलोग सोच रहे होंगे मुझे क्यों झटका लगा ये तो एक normal सा सवाल है। मुझे झटका भाभी के इस रवैया से लगा था, वो इतनी casually बात कर रही थी जैसे कुछ हुआ ही न हो। क्या उनके लिए कोई उनकी चूची को नंगी देखे बस ये एक नॉर्मल बात है? क्या और भी बहुत से लोग हैं जो भाभी की चूची को नंगी देखते होंगे नही तो कोई लड़की की चूची को कोई जबान लड़का देख ले तो थोड़ी तो सरमाएगी ही। But भाभी एकदम frank बात कर रही थी जैसे कुछ हुआ ही नहीं था । मैं भाभी से बात करते करते इन्ही सब बातो के बारे में सोच था था ।
Mai - भाभी वो actually मुझे सुबह सुबह जागने की आदत है तो नींद खुल गई।
Shivani - wow! अच्छी आदत है but मैं और तुम्हारे भैया तो आराम से 8 बजे के ass pass उठते है?
Mai - आप लोगो को ड्यूटी भी जाना होता है क्या?
Shivani - नही नही कम्पनी तो बिना ड्यूटी किए हो पैसा दे देती है न। पागल हहाहहहह
मैं समझ गया कि भाभी मजाक के मूड में है और मेरे इस हरकत का उनको कोई असर नही पड़ा है।
Shivani - हमलोग का सुबह 9 बजे cab आता है बाहर 10 बजे सुबह से लेके 8 बजे रात तक ड्यूटी रहता है । प्राइवेट जॉब है तो बहुत काम करना पड़ता है यार ।
Mai - हा भाभी ये तो है ।
Shivani - तुम्हारे भैया ग्रुप हेड है तो उनको और ज्यादा काम होता है exta meetings, कभी कभी तो दूसरे सहर और foreign भी जाना पड़ता है कंपनी के काम से ।
मुझे ये भैया को बाहर जाने वाले बात से पता नही क्यों मेरे land ने एक ठुमका मारा । हमलोग को ऐसे ही इधर उधर की बात करते रहे ।
Shivani - तुम्हे आज शिफ्ट भी होना है न । उपर जाकर फ्लैट देख आओ तब तक मैं नाश्ता बना देती हु ।
Mai - मैं अकेले ?
Shivani - हा तो तुम्हे एक्टर बनना है न तो उसके लिए तो ऑडिशन देना पड़ेगा जब तुम अकेले रूम नही खोज सकते हो एक्टर कैसे बनोगे बताओ? अब यहां अकेले रहना सीख लो समझे ना?
भाभी का कहना तो ठीक ही था मुझे तो सबकुछ खुद से ही करना था तो इतना सोचना क्या है ।
Mai - ठीक है भाभी मैं जाता हु आप नाश्ता बनाओ।
मैं वहा से उठ कर बाहर जाने लगा ।
Shivani - हा हा पागल ऐसे कहा जाओगे बिना पूछे ।
Mai - भाभी मुझे पता है 21st फ्लोर पे जाना है। भैया ने बताया था कल ।
Shivani - हा हा ठीक हैं जाओ। उस फ्लोर पे 20 फ्लैट होगा तो सबको जगाते रहना हाहहहहह
कोई आगे लाठी से मारे तो थोड़ा जोर से चिल्लाना ताकि पता चल जाए।
मुझे समझते देर नहीं लगी मेरा मजाक उड़ रहा है ।
Mai - भाभी अभी तो आप बोले की फ्लैट देख के आ जाओ और फिर मजाक भी उड़ा रहे हो
Shivani - अरे बुद्धू वो फ्लैट नंबर 2107 में रहते हैं जाओ जाकर मिल लो
मैं वहा से निकलकर लिफ्ट पकड़ी और सीधे उपर जाने लगा इस बात से अनजान होकर की मेरी जिंदगी इस फ्लोर पे बदलने बाली है मेरी सोच बदलने बाली है । कुछ ही देर में मैं 21st फ्लोर पे पहुंचा गया । वहा पे पहुंच कर मैं 2107 नंबर फ्लैट का वेल बजाया । कुछ देर बाद अंदर से एक महिला ने दरवाजा खोला जिसे मैं देखते ही समझ गया ये संजना आंटी हैं जिनकी फोटो भैया ने दिखाई थी। मुझे देखते ही समझ में आ गया की ये एक बहुत ही संस्कारी औरत हैं। इनमे मैं अपनी मां को देख रहा हालाकि उम्र के हिसाब से काफी young लग रही थी आंटी but हा संस्कारी तो थी आंटी।
मैने सबसे पहले आंटी के पैर चुके आशीर्वाद लिया।
Aunty - कौन हो बेटा आप ?
Mai - आंटी मैं ujjwal bhaiya का भैया हु मुझे फ्लैट लेना था ।
Aunty - acha तुम ही हो । बताया था उज्जवल ने नाम क्या है तुम्हरा।
Mai - देव नाम है आंटी ।
Aunty - okk बेटा अंदर आ जाओ ।
मैं घर के अंदर गया उनका फ्लैट 3 bhk का था । घर के अंदर 2 बाथरूम था और 3 रूम था ।घुसते ही लिविंग + डाइनिंग था जैसे 1 bhk flat में था। उसके राइट साइड में एक रूम था जो गेस्ट रूम था लिविंग के लेफ्ट साइड में किचन और उसके सामने एक बाथरूम था और अंडर जाने पे एक रूम था जो अंकल एंड आंटी का था और उसके आगे एक मास्टर बेडरूम था जिसमे भैया और भाभी रहते थे। उसमे बाथरूम भी atteched था।
मैं अंडर जाके बैठा ही था की पहले वाले रूम से अंकल आते हैं ।
Aunty - ये उज्वल का भाई है ।
मैने अंकल के पैर छुए अंकल ने आशीर्वाद दिया । फिर हमलोग कुछ देर नॉर्मल बात किए। अंकल ने मुझे मेरा फ्लैट दिया प्रूफ के लिए आधार कार्ड लिए और रूम रेंट की बात हुई जो आपके काम का नही है । फ्लैट पूरी फर्निश्ड था और बिलकुल वैसा ही था जैसा भैया का था
Uncle - कैसा लगा ये फ्लैट
Mai - बहुत पसंद आया अंकल ।
Uncle - इस फ्लैट में पहले मेरी बेटी रहा करती थी, उसकी शादी के बाद ये फ्लैट खाली है और मैं तुमको दे इसलिए रहा हु क्युकी तुम उज्जवल के भाई हो नही तो मैं देने वाला नही था । फ्लैट में सारा सामान मेरा है सोफा डाइनिंग से लेकर बेड तक तो उसका अच्छे से ध्यान रखना समझे ना ।
Mai - आप टेंशन नही लोजिये अंकल मैं एकदम अपने जैसा रखूंगा
Uncle - that's my boy
फिर कुछ देर बाद अंकल चले गए कुछ ही देर में भैया का कॉल आया तो मुझे ध्यान आया की भैया तो 9 बजे निकल जाए मुझे जाकर नाश्ता कर लेना चाहिए। मैं फिर नीचे गया तो देखा भैया और भाभी दोनो रेडी हो चुके हैं अपने ऑफिस का ड्रेस पहन चुके थे । हमने खाना खाते खाते भैया को सारा कुछ बताया की कैसे मैने फ्लैट देखा ये सब।
फिर खाना समाप्त हुआ भैया और भाभी चले गए ऑफिस मैं अपने फ्लैट में आ गया । कल रात अच्छे से नींद नहीं आने के चलते मैं अच्छे से सोना चाहता था इसीलिए मुझे नींद आ गई । मुझे 5 मिनट ही सोए हुआ था की तभी वो रात के 2 बजे सीन मेरे दिमाग में घूमने लगा
flashback last night...
मैं गहरी नींद में सो रहा की अचानक से मेरा रात के 2 बजे नींद टूट गया । मैं तुरंत सोने ही बाला था की मुझे एक आवाज सुनाई दी ....
Uff madharchod randi samjha hai kya. Dhire dhire chodo na ...
दोस्तो आप सही समझ रहे हो ये आवाज किसी और की नही मेरी रण्डी भाभी शिवानी की थी। ये सुनते ही पता नही मेरे lund ko क्या हो गया खड़ा होने में थोड़ा भी टाइम नही लगा इसके बाबजूद की मैने प्रोमिस किया था की भाभी के नाम का मुठ नही मरूंगा ।
भैया अंदर भाभी को चोद रहे थे बेडरूम और लिविंग बगल में होने के वजह से आवाज साफ साफ आ रहा था ।
Ujjwal - uff साली धीरे बोल ना बाहर मेरा भाई सोया है।
Shivani - ok अब तू नीचे आ मैं ऊपर आती हु मेरे चोदु राजा
Ujjwal - aah साली रण्डी आ जा न उपर।
दोस्तो अंदर ये चल रहा था और मैं अंदर देखने का कोसिस कुछ ढूंढा रहा था परंतु असफल रहा हा आवाज साफ साफ आ रही थी मैं अब तक अपना lund बाहर निकाल चुका था भाभी को इमेजिन करते हुए हिलाने लगा था। कैसे चूदवा रही होगी भाभी भैया के उपर चढकर।
Ujjwal - aah साली तेरी चुत को कितना भी चोदता हु टाइट ही रहती है ।
Shivani - behanchod तेरा lund ही किसी हाथी के लन्ड जैसा है तो मैं क्या करूं आहाह्हह।
दोस्तो ऐसे ही दोनो गाली देते देते चुदाई करने में मस्त थे अंदर से लगातार चीखे की आवाज हो गई । कुछ ही देर में ये चीख और तेज हो गई
Shivani - मैं झरने वाली हु जानु उफ्फ और तेज चोदो मुझे फाड़ दो मेरी चुत को।
Ujjwal - आह मेरी जानू मैं भी आने बाला हु
मैं समझ गया कि दोनो झड़ने वाले हैं। इधर मैं भी जड़ने बाला । कुछ देर मुझे फिर से आवाज आई
Ujjwal - मजा आया
Shivani - हा बहुत ज्यादा
Ujjwal - तो क्या कहती हो एक बार और हो जाए
Shivani - ji नही चुप चाप सो जाओ अब
Ujjwal - please जानू
Shivani - नहीं जानू मेरा चुत डीला ही जायेगा ।
Ujjwal - तो gand मार लेता हु ।कितनी मस्त gand हैं तेरी यार
Shivani - ज्यादा आवाज होगी तो देव उठ जाएगा समझा करो ना ।
Ujjwal - चल साली मेरा lund चूस के खड़ा कर। ज्यादा नखरा की तो जबरदस्ती तेरे gand में अपना lund डाल दूंगा । जब मेरे भाई को अपनी बड़ी बड़ी चूची दिखा कर उसका lund खड़ा कर रही थी तब तो नही सोची की वो क्या सोचेगा और अब उसकी पड़ी है ।
ये सुनते ही मेरा lund फिर से खड़ा हो गया इसका मतलब भैया समझ रहे थे की मैं भाभी की चूची देख रहा था ।
Shivani - हा तो इसमें मैं क्या कर सकती हु । मैं तो हर जगह ऐसा ही ड्रेस पहनती हु अब तेरा भाई देखे या तेरा बाप मुझे क्या ।
Ujjwal - aah साली अपने भाई और बाप सामने भी ऐसे ही रण्डी के तरह रहती है क्या ?
Shivani - और नहीं तो क्या। चूची और gand मै बड़ा ही की है की लोग देखकर मुझे मुठ मारी चाहे वो मेरा भाई बाप हो या तुम्हरा। तेरे भाई ने पक्का मुठ मारा मेरे नाम का
Ujjwal - aah साली तू किसी रण्डी से कम नहीं हो। और lund चूसती हुई तो रण्डी को भी फेल कर देती हो और अच्छे से चूस aahhhhhahjaha।
अंदर भैया भाभी को lund चुसवा कर एक जबरदस्त गंद मारी और इधर मैं भाभी के नाम से 2 बार मुठ मार चुका था ।अब मुझे भी chut की जरूरत थी। फिर मुझे भी नींद आ गई और भैया और भाभी भी सो गए।
Fleshback end.
मुझे इस बात का बहुत अफसोस रहा की मैं भैया और भाभी का chudai लाइव नही देख पाया but किसी न किसी दिन तो जरूर देखूंगा ।
To be continued......
Note- dosto ye meri pehli story hai to galti salti maaf kar digiyega or comment jarur digiyega thanku.