इस स्टोरी की शुरुआत राजीव की मौत और उसके बाद अजीत के तहकिकात से शुरू हुई ।
फिर बाद में पता चला कि मालिनी के साथ जितने भी लोगों ने सेक्स किया , उसकी हत्या कर दी गई ।
फिर मालिनी की बातों से या उसके सोच से मालूम हुआ कि हवेली काफी रहस्यमई है । यहां उसके ससुर , उसकी ननद की रहस्यमय स्थिति से मौत हुई है और उसके हसबैंड का कोई भी अता पता नहीं है ।
हवेली में ही एक दुर्घटना के कारण उसके बच्चे की पेट में ही मौत हो जाती है ।
फिर स्टोरी मंदिर पर केन्द्रित होती है जिसे गांव में भुतहा और अपशगुन मंदिर कहा जाता है । ये गांव वालों का ही कहना था कि मंदिर में जब से एक प्रसूता की मौत हुई है और उसने जो धमकी हवेली वालों के लिए दी थी , तभी से गांव में सब कुछ खराब हो रहा है-------जो कि अब समझ में आया कि ये सब कोरी अफवाह थी । असलियत में ये सब कमला बाई और विक्रांत ने अपने फायदे के लिए किया था ।
मालिनी ने अपने लापता पति की तलाश करने की कोशिश की और इसी दौरान उसे हवेली में रहने वाले अपने रिश्तेदारों की काली करतूतों की भी जानकारी मिली.... अपनी ननद और ननदोई की । इसके अलावा बबलु काका के ठरकपन का भी पता चला ।
युवा अवस्था में उसकी बहन रानी और उसकी सहेली शालु की मौत के बारे में तो अब हम सभी जानते हैं ।
लेकिन इसके बाद गैरेज का मालिक और रंजीत की पत्नी की मौत की गुत्थी सुलझनी बाकी है ।
मदनलाल का क्या हाल हुआ .... ये भी जानना बाकी है ।
रीमा , वकील साहब और राजु की मौत विक्रांत ने क्यों की ?
मालिनी के साथ हमबिस्तर हुए लोगों का खुन उसने क्यों किया ?
और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसकी ननद और ननदोई इस पुरे मामले में कहां फीट होते हैं ।
मंजु....... जो खुद को सुगंधा की बेटी बोलकर मालिनी के यहां रहने आई । ये अचानक से माया क्यों बन बैठी ? कौन है मंजु और कौन है माया ?.....माया नाम का किरदार तो पहले कभी आया ही नहीं ।
मीरा देवी जो विक्रांत की पत्नी है और जिसे विक्रम शकुंतला देवी कहकर पुकारा करता था...... मीरा का शकुंतला देवी बनने का चक्कर क्या है ?
ये तो साफ क्लियर है कि विक्रांत अपनी पत्नी और अपने भाई देवेंद के साथ मिलकर नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त था और अपनी विक्षिप्त मानसिकता के कारण काफी बच्चों और आदमियों की या तो हत्या कर दी या उन्हें कमला बाई के कोठे पर बेच दिया । और जैसी मानसिकता उसकी थी वैसी ही मानसिकता मीरा देवी की भी है तभी तो विक्रांत और देवेंद के मरने के बाद वो मालिनी को मारने के लिए आ पहुंची ।
कहानी अब क्लाइमेक्स की तरफ जा रही है तो कुछेक जो सवाल है उनका जबाव भी मिल ही जाएगा ।
ye hai sanju ji ka comment haweli ( harshit writer ) par ...isse jaisa sirf naina aur kaamdev ji hi soch sakte hai ...
mere abhi tak ke ****** ye 3 reader best comment karte hai ...