जब से हम बाहर निकले थे एक दूसरे का हाथ पकड़ कर ही चल रहे थे......और पूजा बहुत खुश थी उसके लिए ऐसा लग रहा था जैसे की उसकी दुनिया पूरी हो गई है मेरे मिल जाने से.......और उसको देख कर हम भी खुश थे और खुद में एक गुमान जैसा फील हो रहा था पर जो भी था वी बोथ वेयर लविंग ईट.....होटल से निकल कर पहले हमने अच्छे से भरपूर खाना खाया क्युकी नाश्ते में हमदोनो ने एक दूसरे को खाया था.....
उसके बाद हम स्टेशन गए कल की गाड़ी का टिकट लेने और वहा जा कर नियति ने एक बार फिर से हमारे साथ खेल कर दिया था.....दोपहर वाली गाड़ी की टिकट मिली ही नही उसमे नो रूम था......तो इसमें पूजा दी परेशान होने के बजाय खुशी से झूम उठी और बोली की अब परसो की टिकट करवाते है हम बोले की नही रुको पहले शाम वाली गाड़ी का भी टिकट देखने दो.....इस पर पूजा डार्लिंग मायूस सी हो गई हम बोले की परेशान क्यों हो रही है.....अगर यहां ज्यादा देर करेंगे तो वहा सवाल उठने लगेंगे समझी इसलिए मेरी बात मान और उससे पहले टिकट चेक कराने दे है भी की नही......टिकट चेक करने में मालूम चला की सेकंड ऐसी में खाली है वो भी रात वाली गाड़ी में जो परसो दोपहर में पटना पहुचायेगी......शाम वाली में भी टिकट नही थी और उसमे थी भी तो फर्स्ट ऐसी में......ये भारी संकट वाली बात थी क्युकी पैसे का मसला था......खैर पूजा से मैने दोनो बाते बताई तो उसने अपनी इच्छा जाहिर की.....की शाम वाली के फर्स्ट ऐसी की टिकटे ले लेते है रात वाली सेकंड ऐसी की जाने देते है वो टाइम भी ज्यादा लेगी और है सुबह सुबह पहुंचा देगी फिर हम आपसे मिलने के लिए रोज का आपका इंतजाम जानने के लिए बहुत परेशान है......इसलिए हम इसी में ले लेते है......
फिर हम पैसे की बात उसको तो नही बतलाए पर वो समझ कर बोली की मेरे पास पैसे है हमदोनो मिला कर ले लेते है.....मुझे भी उस वक्त ये ठीक लगा और ऐसी फर्स्ट क्लास की टिकट हमने ले ली और बुकिंग क्लर्क को थोड़ा प्यार से जोर दे कर बोला की कूप ही अलॉट हो ऐसा जुगाड लगवा दीजिएगा सर वो बोला कपल्स को ज्यादातर कूप ही मिलता है आप निश्चिंत रहे पर फिर भी अभी कन्फर्म तो बतला नही सकते पर अपनी तरफ से पूरी कोशिश रहेगी मेरी कूप मिल जाए......फिर लगे हाथ हमने अपने टिकट की जानकारी अपने अपने घर पे भी दे दी......
और फिर एग्जाम देने के लिए निकल पड़े क्युकी इन सब चक्करों में ही ढाई बज गए थे और साढ़े तीन बजे सेंटर पहुंचना था......पर जो भी हो हम सेंटर तय समय से पहुंचे और पूजा दी एग्जाम देने गई और जब तक वो एग्जाम देने गई वो डेढ़ घंटे कसम से एकदम मैय्यत जैसा बीता......ऐसा लग रहा था की क्या खो गया है मेरा और उधर पूजा दी का भी हाल यही था.....पर एग्जाम में उन्होंने अपने स्तर से बढ़िया ही दे कर बाहर आई और बाहर आ कर वो एकदम से गले मिल गई मेरे......और उसको ये भी खबर नही की आसपास और भी लोग है......पर मां चुदाये दुनिया हम बजाए हरमोनिया.......ये कहावत पूजा ने साबित कर दी थी........खैर हम वहा से भी निकले ऑटो लिया और वापिस होटल आए और इन सब में शाम के 6 बज गए हम पूजा को बोले की वो ऊपर जाए और फ्रेश हो ले हम अभी आते है......वो ऊपर चली गई और इधर हम होटल वाले से बोले की आज रात को हम एक पिक्चर देखने जाएंगे तो थोड़ा लेट आयेंगे तो क्या वो एलाऊ करते है लेट में गेट खोलने को तो रिसेप्शन पे बैठा बंदा बोला की सर एलाऊ तो नही करते है पर आप के केस में खोल देंगे आप इत्मीनान से जाइए....जब आना हो आप एक कॉल घुमा देना और फिर मैने उसको 200 रुपए एक्स्ट्रा दिए और उसका नंबर लिया.....और फिर लगे हाथ ऑटो से जा कर उस वक्त लगी थी....... गोलियों की रासलीला राम लीला...... उसके नाईट शो साढ़े दस बजे की दो टिकटे ले आया कॉर्नर की सीट तो नही मिली पर जो भी थी अच्छी थी.....फिर खाना पैक करवाया और वापिस होटल आ गया.......
जब मैं ऊपर गया कमरे का दरवाजा खटखटाया तो पूजा ने दरवाजे की ओट में आ कर दरवाजा खोला और जब मैं अंदर गया और पीछे मुड़ा तो देखा की मेरी जान नंगी थी और मेरे बोलने से पहले वो बोली आज आपने अपने फ्रूट्स नही खाए ना......अभी आप खा लीजिए......कसम से इतना प्यार आया ना उसपे हम बोले अरे मेरी जान ये भी कोई कहने की बात है तुम जो ना भी खिलाती तो हम खाते जरूर और समान टेबल पे रख कर सीधा पूजा को अपने बाहों में उठा लिए और चूमते हुए बिस्तर पे आ गया......और फिर अगले कुछ समय के लिए पूजा की सिसकियां और चट चट की आवाजे कमरे में गूंजती रही.....और हमारा खाना गर्म से हल्का गरम हो कर पड़ा था......फिर हम दोनो बेड से नंगे ही उठे और बाथरूम में जा कर फ्रेश साथ में हो कर बाहर आए हम वापिस से बेड पे बैठ कर टीवी में कुछ लगाने लगे जबकि पूजा डार्लिंग खाना निकालने लगी........और खाना निकाल कर जब वो ले कर बेड पे आई तो हम बोले की आज रात में हम दोनो अपनी पहली डेट पे जा रहे है.....पिक्चर देखने.....वो खुश हो के बोली अच्छा कौन सी तो हम बोले इट्स सरप्राइज.....जस्ट वेट एंड वॉच..... माय लव आई लव यू उम्म्हा और झुक कर उसके गालों पे एक चुम्मी चिपका डाली........
फिर रात में निकलने वक्त मैंने पूजा को फिर से तैयार किया और कसम से पूजा से जब से मैं मिला था तब से ले कर आज तक पूजा को इतना खुश कभी नही देखा था वो बहुत खुश थी......खैर हमलोग होटल से साढ़े नौ बजे निकल गए पिक्चर के लिए.....पिक्चर हॉल दस मिनट की दूरी पे था और सबसे अच्छी बात ठंड लगने लगी थी अब जैसे जैसे रात गहरी होती जायेगी ठंड उतनी ही बढ़ती जायेगी......और मेरी पूजा डार्लिंग को मुझसे दूर रहना मुश्किल हो रहा था वो हर संभव समय में मेरे को अपने आलिंगन में लेने से बिलकुल नहीं चूक रही थी या फिर वो ऑटो में हो या फिर हॉल के परिसर में चलते वक्त.....हम दोनो हॉल 10 बजे तक पहुंचे क्युकी हमारे ऑटो वाले ने एक चौराहे पे अपनी गाड़ी रोक दी और बोला की भईया सेवा समाप्त.......इसलिए पैदल पैदल आराम आराम से एक दूसरे के बाहों में सिमटते हुए पहुंच गए मैं बोला की अंदर कुछ खाओगी पॉपकॉर्न वगैरह......तो वो बोली आइसक्रीम खाने का मन है....स्ट्रॉबेरी.....तुरंत वो उसके हाथ में हाजिर था.......वो आइसक्रीम खाती रही और हमको भी खिलाती रही.....आसपास के लोग बहुत कम थे और ज्यादातर कपल्स ही थे सो कोई परेशानी नहीं होने वाली थी.......फिर हम हॉल में इंटर हुए और अपनी सीट पे बैठ गए....मूवी के दौरान पूजा मेरे कंधे पे सर रख के ही मूवी देखी और जब जन रणवीर दीपिका को चपटता वो मेरे हाथ को जोर से दबा देती......फिर इंटरवल में पूजा बोली की काश हमारा घर भी ऐसे जगह पे होता कूदते फांदते आप मेरे पास आ जाते या फिर मैं आपके पास आ जाती......हम बोले सब अच्छा होगा पगली तू टेंशन मत ले मैं अभी है सुबह से समझा रहा हु पगली कही की फिर मूवी चालू हुई और अंधेरा हो गया पर वो फिर मेरा हाथ पकड़ कर बोली........पक्का ना आप रोज मिलने आइएगा ना मेरे से खाइए मेरे दिल की कसम.......हम बोले की ये कौन सा कसम है सर की कसम होती है ना की दिल की.........वो बोली आप ना बुद्धू है एकदम.....और ये कह के मेरा हाथ उठा कर अपने एक चूची पे रख ली जो दिल में साइड थी और बोली की खाइए ना.......मैं भी उसको जोर से भींच कर बोला हा मेरी जान तेरे दिल के साथ साथ तेरे इन संतरो की भी कसम रोज आऊंगा मैं तुझसे मिलने........बिकॉज आई लव यू......वो मेरे हाथ को जोर से दबाते हुए हस कर बोली यस एंड आई लव यू टू.......
फिर जब मूवी का लास्ट आया तो पूजा अपने आप को रोने से रोकने के लिए बाथरूम का बहाना बना कर चली गई मैं भी मूवी छोड़ कर उसके साथ गया और वो बाहर आ कर बाथरूम ना जा कर वेटिंग एरिया में ही सास लेने लगी जोर जोर से और अपने हाथो को पंखे के जैसा ऊपर नीचे करने लगी हम बोले की क्या हो गया ये केवल एक फिल्म है गधी.....वो बोली कुछ नहीं बस मेरा हाथ पकड़ के जोर से दबा कर अपने हाथ में पकड़े खड़ी रही......फिर कुछ सेकंड्स बाद हम उसके कंधे पे हाथ रख के अपने साथ लिए और बाहर निकल आए......थिएटर से.....रात के सवा एक हो रहे थे.....और जब हम नीचे आ रहे थे तो हम पूजा से बोले की पैदल ही चल पड़ेंगे वो बोली की हा नही तो क्या अभी कहा ऑटो मिलेगा हमारे सुलतान को......पर जब हम बाहर रोड पे आए तो ठंडी हवा के एक झोखे ने हम दोनो को अंदर तक झकझोर दिया......पर भगवान की कृपा रही थिएटर के कुछ दूरी पे कुछ ऑटो थे हम दोनो गए और एक दो से पूछा चलन को उनमें से एक ने बोला की बुकिंग करवा के जाना पड़ेगा हम बोले की हा चल कोई बात नही.....अगले पांच मिनट में हम होटल के गेट पे थे ऑटो वाले ने 20 के जगह 100 किराया लिया और चलता बना.....इतनी रात हो गई थी इसलिए पूजा थोड़ी डरी हुई थी ऑटो में बैठने को ले कर पर मेरे होते हुए उसको डर का एहसास हो जाए तो फिर मर्द किस काम के......मजबूती से पकड़ के उसको ले कर होटल आया....उस बंदे को फोन घुमाया और बेचारे में एक रिंग में ही फोन उठा कर बोला आया सर एक मिनिट......
फिर तुरत हम दोनो अपने कमरे में थे और आते के साथ पूजा घूम के मेरे से एकदम से गले लग पड़ी......हम पूछे क्या हुआ बच्चा क्यू घबराई हुई है.....वो बोली आप साथ है तो सब ठीक है बस.....थैंक्यू इसी तरह मेरे साथ रहिएगा प्लीज......फिर हम बोले तू अब मार खायेगी मेरे से..... चलो अब कपड़े चेंज कर के आराम करते है.....वो बोली कपड़े चेंज नही बिना कपड़े के आराम करते है......और फिर हम दोनो नंगे हो कर बिस्तर में थे और कुछ देर चूमने के बाद वो रिलैक्स हो कर मेरे सीने पे सर रख कर गाना गुनगुनाने लगी हम भी उसके चूतड़ों पर हाथ फिराते फिराते कब सो गए पता ही नही चला और फिर शायद पूजा की भी आंख लग गई थी.........