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Romance Unexpected रिश्ता (Completed)

Boobsingh

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सुबह करीब 7 बजे मेरी नींद खुली.....और पूजा मेरे से वैसे ही लिपटी हुई मस्त नंगी सो रही थी......मैने उसे उठाने के लिए उसके होठों पे चूमने लगा और साथ साथ उसकी चूचियों का मर्दन भी करने लगा जिससे पल भर में ही पूजा नींद से जागती हुई अलसाई आवाज में बोली अभी थोड़ी देर पहले ही तो सोए है प्लीज सोने दीजिए ना.......तभी हम जोर से उसके निप्पल को खींच देते है जिससे वो चिहुंक कर उठ जाती है और जोर से बोलती है बड़े गंदे है आप आह क्यों किए ऐसे.....आह और इतना बोल के अपनी चूची को सहलाने लगती है जैसे उसे पुचकार रही हो बहला रही हो दर्द से ध्यान भटकाने के लिए हम बोले सुबह के 7 बज रहे है वो घबरा कर मेरे मोबाइल में टाइम देखी तो फटाक से खड़ी हो गई पर अगले ही पल एक जोर सी सिसकारी लेते हुए धम्म से बिस्तर पे बैठ गई.....हम जानते थे ऐसा इसलिए क्युकी उसकी चूत में एक शदीद दर्द की लहर उठी होगी और उठती भी क्यों न नई नवेली चूदी थी वो भी भरपूर तरीके से एकदम मन से......बेचारी अपनी मुनिया पे हाथ लगाए मेरी तरफ घूमी और बोली गंदे कहिके अब इस नए दर्द का क्या करू हे भगवान.....और रोने जैसी सूरत बनाई हम तुरंत उसके पास गए और उसको अपनी बाहों में आधा लिटा कर बोला....पगली हम है ना तेरे साथ क्यों घबराती है और उसके होठों पे हल्के से चूम दिए.....जवाब में पूजा ने भी दुबारा बढ़ कर मेरे होठों को चूम लिया एक तरह से चूस गई...हम पूरे खुशी से उसको वापिस से लिटाए.....और पास में रखे चादर को उठाया और उसको बोला इसको ओढ़ के लेट मैं अभी आया.......और रात वाली टी शर्ट और पैंट पहनी और नीचे गया रिसेप्शन पे और थोड़ा गर्म पानी मांगा कुछ 5 मिनट में एक जग गर्म पानी मिल गया और हम ऊपर आ गए.....पूजा जब तक वैसे ही लेटी थी.....मैं उसके पास गया गर्म पानी का जग रखा और चादर हटा कर उसी चादर के कोने को गर्म पानी में भिगो कर उसकी चूत की हल्के हल्के सिकाई करने लगा.....इस वक्त भी पूजा दर्द और मजे के मिश्रण वाली सिसकियां ले रही थी.....हम बोले अब आराम हो जायेगा मेरी जान को.....और तुम टेंशन मत लिया करो मेरे होते हुए.....जब तक हम साथ है तुम्हे कोई तकलीफ नहीं होगी......कुछ 10 मिनट सिकाई की और फिर मैं उसको बोला की जा अब आराम आराम से जा फ्रेश हो ले और फिर दोनो साथ में नहाएंगे.....पूजा उठने के बजाए अपने दोनो हाथो से मुझे पास बुलाने लगी.....हम पानी का जग हटा कर रखे और उसके पास आ कर सीधा उसको अपनी गोद में उठा लिया....और हल्के हल्के चूमते हुए बाथरूम मे ले गया....वहा उसको आहिस्ते से जमीन पे उतारा और बोला की चल के देखो दर्द तो नहीं......वो थोड़ा चली और अब पहले के मुकाबले आराम था वो बोली ठीक है और हम बाहर आ गए और बिस्तर वैगरह ठीक किया और जिस चादर पे हमदोनो के प्यार की निशानी थी उस चादर को मैने अपने बैग में रख लिया और अपना लाया हुआ चादर होटल में ही छोड़ दिया.....फिर पूजा के बाकी सब समान जो बिखरे पड़े थे उनको समेटा और पूजा के बैग से मैने उसके लाए कपड़ो में से एक ब्रा और सलवार कमीज निकाल दी बिना पैंटी के......और मैने अपने कपड़े भी निकाले जो नहाने के बाद पहनते.....फिर पूजा के एग्जाम की सारी जरूरी सामान एक जगह इकट्ठा कर के रख दी और अब बस नहा कर बाहर निकलना था हमे............


इतने में पूजा नंगी ही बाथरूम से बाहर आई और आवाज दी चले नहा ले हम बोले की तुम कल रात वाले कपड़ो को पहले यहां फैला दो तब तक हम भी फ्रेश हो लेते है.....उसने वैसा ही किया वो कमरे में आई और हम बाथरूम में गए और कुछ देर बाद कमरे में नंगा ही गया जहा पूजा नंगी बिस्तर पे लेटी हुई घर पे बात कर रही थी.....मैं गया और पूजा की जांघो को चूमने लगा वो कसमसा कर इशारों में बोली की प्लीज अभी नही पर हम कहा मानने वाले थे....सो अपने काम में लगे रहे और उधर पूजा का बात करना मुश्किल हो रहा था फिर जब उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो वो हेलो हेलो आवाज कट रही है बोल के फोन काट दी और एक जोर की सिसकी ली और बोली गंदे आदमी जरा भी सब्र नहीं है......हटिए और उठ कर मेरा हाथ पकड़ के बाथरूम में गई.....जहा हम दोनो ने शावर के नीचे नहाने की शुरुवात एक मस्त चुम्बन से की और आज नहाने का एक नया एकदम अलग एहसास दोनो कोई को हो रहा था.....वो फिसलन भरा बदन और रगड़ रगड़ के एक दूसरे में समा जाने की होड़ में नहाने के जगह कब चुदायी होने लगी पता ही नही पड़ा.....हम लोग तकरीबन घंटे भर पानी में चुदायी और एक दूसरे के बदन से खिलवाड़ करते रहे.....फिर एकाएक पूजा बोली अभी बस और हसने लगी हम भी बोले काफी टाइम लगा दिए हम दोनो आज नहाने में.....इस वक्त हम उसको खुद से चिपकाए खड़े थे और मेरे दोनो हाथ उसके चूतड़ों पर थे और उसके दोनो हाथ मेरे सीने पे.....हम उसके चूतड़ों को दबा कर बोले आज दिन की शुरवात बहुत अच्छी रही......उम्म्मह और एक चुम्मा उसके होठों पे दे कर एक हाथ से शावर बंद किया.....और दोनो कोई भीगे बदन कमरे में आए....और फिर शुरू हुआ एक नया घमासान युद्ध......एक दूसरे को पोंछने का.....खैर पोंछ कर हम पूजा को कमरे में लगे ड्रेसिंग टेबल के पास ले गए जहा हम अपना एक हाथ उसकी चूचियों पे रखे और एक हाथ उसकी चूत पे..... आईने में हमदोनो को ऐसे देख के पूजा बहुत शर्मा रही थी मतलब हद से ज्यादा.....उसका बस चलता तो वो अभी वहा से भाग जाती.....बार बार वो कह रही थी ये क्या है चलिए तैयार होते है भूख लगी है हम बोले हमको खा लोना हम है तो और ये मेरे होठ तुम्हारे पसंदीदा......इतने पे वो एक चुम्बन चिपकाते हुए बोली अब हम दोनो एक दूसरे की जान है.....हम बोले अच्छा सच्ची.....वो बोली हा आपका नही पता पर मेरे तो आप जान हो आप पूरी दुनिया हो मेरे अब.....और ये कहते हुए उसकी आंखे डबडबा गई और आगे बोली की प्लीज हमको कभी धोखा मत दीजिएगा.....भले आपको हमको छोड़ने का मन हो तो सामने से कह कर जाइयेगा मुझे वो मंजूर होगा पर धोखा मत दीजिएगा क्युकी अपने सामने से आपको जाता देख लेंगे पर धोखा खाने के बाद हम टूट जायेंगे जीना फिर मेरे लिए मुमकिन नहीं होगा और इतना कह कर वो एकदम से रोने लगी हम जो अभी तक उसको थामे खड़े थे एक पल के लिए मेरा भी गला रूंध आया पर तुरंत हम उसको संभालते हुए अपने बाहों में उठा कर बेड पे लाए और बैठा कर उसकी आंखो के आसू को अपने होठों से चूम कर बोले.........तू ना ये सब बाते अपने जेहन से निकाल दे क्युकी सुगंधा से मेरा रिश्ता एक दोस्त का है ना की बहन का तुझको अपने से बड़ा मान कर दीदी बोलता था मैं समझी पर हमारे भारत में लड़के की शादी बड़े उमर की लड़की से भी होती है......गधी और तू तो ठहरी इतनी जवान और मैं भी कम तो हु नही......और हा अगर तुझे अपने से छोटे उमर वाले लड़के से दिक्कत हो तो बोल देना हम भी सलमान खान जैसा साधु बन के गाना गाएंगे...... तेरे इश्क ने साथिया मेरा हाल क्या कर दिया.....इसपे वो हस दी पर आसू अभी भी उसकी आंखो में थे हम दुबारा उसके आंखों को चूमे और बोले की धोखा तो कभी सीखे ही नही वो अलग बात है की नियति ने हमे धोखे से मिला कर एक कर दिया......पर मेरी बात सुन और ये बात अपने जेहन में बिठा लेना की हम तेरे जानेमन जो है तुझको कभी छोड़ कर नही जायेंगे और तेरा दिल कभी नही दिखाएंगे.....दूसरी बात की हमारे हालात कितने भी खराब हो जाए कितनी भी बड़ी बहस हो जाए तू मुझे एक बार गले लगा लेना सारे गीले शिकवे उसी पल दूर हो जायेंगे और कोई भी तकलीफ हो कोई ऐसी बात हो जो तू किसी और से ना कह पा रही हो वो मुझसे बताना तू हम हमेशा तेरे साथ रहेंगे चाहे जो हो......और आज के बाद मेरे सामने कभी रोना नहीं तुझे मेरी कसम....इन आंखो में सिर्फ और सिर्फ काजल सज सकता है आसू नही.....समझी....और अगर मेरे सामने रोई तो सोच लेना कही भगवान हमको अपने पास ना बुला ले......

ये बात सुन कर पूजा हमको अपने गले से लगा ली और एक जोरदार मुक्का मेरी पीठ में मारी और बोली बहुत गंदे है आप आप ऐसा कसम क्यों दिए......पागल हो अब बताओ अभी ही हमको रोना आ रहा है पर रोऊंगी नही......क्युकी हमारे जान हो आप......

तभी हम आह आह करते हुए उसके आलिंगन से बाहर निकल कर बोले अच्छा....और जब आज घर पहुंच जाएगी तब ये जान का खयाल कौन रखेगा......हा बताओ.....ये बात सुन कर पूजा एकदम मायूस हो गई.......दरअसल जिस दिन से पटना से चले थे आज उसके बाद जो भी घटना हुई उसमे पूजा ये भूल गई थी की आज हम घर निकलना है और ये हसीन लम्हे बस आज भर के लिए ही है.....वो एकदम रोने को हो रही थी पर अपने आंसुओ को काबू करते हुए रुंधे गले से बोली मैं तो भूल ही गई थी हे भगवान अब क्या करेंगे हम.....हम तो बाप रे सोचे ही नही थी इस बारे में कैसे रहेंगे आपके बिना........हम बोले की शांत हो जा पहले बिलकुल शांत.....और मेरी बात सुन तू और मैं सिर्फ अलग अलग घरों में रहेंगे नाकि अलग अलग शहरों में समझी......और याद है कल रात हम तुझे कुछ बोले थे की तेरे इन संतरो का रस मुझे रोज पीना है अब वो तू कैसे पिलाएगी वो तू जान.....वो मेरे सीने पे एक हल्का सा मुक्का मार के बोली आप भी ना अजीब है मैं कभी भी आपको इनका रस पीने से मना नही करूंगी चाहे जो मन हो आपका आप वो करो मेरे साथ......पर कैसे आप आइएगा मेरे घर रोज तब ना.......इतने में हम बोले की तू फिकर मत कर वो मेरी जिम्मेदारी तू अभी बस ये सोच की मुझे रोज रस कैसे पिलाएगी.....वो अपनी दोनो चूचियां मेरे मुंह पे लगती हुई बोली की आपके ही है लीजिए......और एक पल के लिए उन दोनो चुचियों को अपने मुंह में भर कर चूसा और बोला की आह मजा ही गया.....वो हस कर बोली.....पक्का ना हम दोनो रोज मिलेंगे ना कम से कम कुछ देर मुझे आपके साथ रोज बिताना है.....बोलिए ना आप आइएगा ना या मैं आ जाया करूंगी धत्त तेरी की रोज रोज क्या बोल कर निकलेंगे घर से......हम उसको फिर कंधो से हिलाते हुए बोले अरे मेरी छम्मक छल्लों टेंशन क्यों ले रही है बोला हु ना की रोज आऊंगा तो रोज आऊंगा.....अभी तू तैयार हो जा.......वो बोली आप ही तैयार करो......हम खुशी से उठे और उसके कपड़ो को ला एक्ट ड्रेसिंग टेबल के ऊपर रखे और बोले की पहले अपने बाल सवार क्रीम लिपिस्टिक लगा फिर कपड़े पहनना........वो बोली की हम लिपिस्टिक नही लगाते है और नाही मेरे पास है हम बोले की कोई बात नही आज खरीद देंगे आज कम से कम पूरे श्रृंगार में रहना कल से अपना सादा जीवन उच्च विचार........ वो बोली की ठीक है मेरे जान अब बाकी सब हम करते है तब तक आप भी तैयार हो जाइए.....इन सब बात चीत में टाइम काफी निकल गया था.....अभी 10 बजने को आए थे भूख तेज लगी थी......वो बवाल लग रही थी पीछे से उसकी नंगी काया देख कर मेरा मन विचलित हो रहा था पर अभी पेट का पलड़ा भारी था इसलिए जब तक पूजा अपने बाल सवार रही थी हम एकदम फिट फाट हो के उसके पास गए और उसकी चुचियों को हल्के से दबाते हुए बोले की आगे की सैर तो हमारे शहजादे को करवा दी हो अपने रियासत का पिछे वाली गली में भी जल्दी ही जाने को लालायित है.....वो बोली की हम पूरे के पूरे आपके है जान.....जहा जहा घूमना है घुसना है घुसिए घूमिए.....आई एम ऑल योर्स.....बिकॉज आई लव यू.... उम्ममह और एक चुम्बन मेरे होठों पर.....हम बोले ये हुई ना मेरी पूजा डार्लिंग वाली बात......आई लव यू टू.......


और फिर पूजा को उसकी ब्रा पहनाई मैने और उसकी समीज उसको पहनाई....फिर उसको सलवार दी वो बोली की पैंटी तो हम बोले की आज के बाद से तू पैंटी नही पहनेगी.....बस पीरियड्स के दिनों में पहनना बाकी दिनों में नही ये मेरी इच्छा है की जब मैं चाहूं तेरी इस रियासत का सुलतान अपने शहजादे को ले कर घुस जाऊ बिना किसी रुकावट के.......वो बोली आपका हुकुम सर आंखों पे.....और फिर सलवार पहन कर बोली आई लव यू जान.....

हम उसको अपने बाहों में कर बोले येस मेरी जानेमन आई लव यू टू एंड विल डू टिल माई लास्ट ब्रेथ......और फिर एक और चुम्बन......

फिर हम दोनो होटल से बाहर निकल गए और चल दिए अपनी भूख मिटाने और साथ में नए नए सपने संजोए............इस दरमियान मैं माधुरी से दूर हो गया था पर मेरे दिमाग में बहुत से सवाल उठा पटक कर रहे थे की पटना जाने के बाद सब कैसे कैसे करना है क्या क्या करना है.....और हा ये तो तय था की पूजा ने एक रात में ही मेरे दिल में अपनी बड़ी जगह बना ली थी और ये माधुरी के लिए काफी नुकसानदेह साबित होने वाला था.............
 

Rajizexy

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इधर जब मैं एग्जाम देने चला गया तब पूजा दी धीरे धीरे उठ कर बाथरूम गई और कल रात हुए हर उस घटना को याद करने लगी जिसमे वो ये तय नहीं कर पा रही थी की कल रात जो हुआ क्या वो सही था क्युकी कल से पहले किसी पुरुष की पहुंच पूजा के उस हिस्से तक नहीं गई थी क्युकी पूजा शुरू से लडको से दूर रही है जैसा की आज के माहोल में सब को पता है लड़की की चूत पा लेने के बाद लौंडे लपाटे सब गोल हो जाते है और कई मामलों में लड़की ही रंडीपने पे उतर आती है एक से मन ही नही भरता....इसलिए वो इन सब चीजों से कोसो दूर थी पर कल रात के उस घटना के बाद से पूजा भी एक कश्मकश में थी की जो भी हुआ क्या वो सही था....खैर अभी वो बाथरूम में केवल अपने ब्रा में खड़ी थी और अपनी चूत को झांटो के ऊपर से ही छू कर देख रही थी उसकी हिम्मत नही हो रही थी की वो अपने चूत के बालो को हटा कर अपनी मुनिया का हाल देख सके....क्युकी उसे दर्द हो रहा था....अब मेरे आने का समय हो चला था सो उसने जल्दी से नहाना चालू किया और नहाने के बाद कमरे में आ कर अपना घर का एक टॉप पहन लिया और एक थ्री क्वार्टर पैंट पर इस पैंट में भी दिक्कत उसे वही थी जरा सा संपर्क होने पे एक शदीद दर्द की लहर उसकी चूत में समा जा रही थी जो रह रह कर उसको तकलीफ दे रहे थे....
इसलिए उसने फैसला किया की मेरे आने के बाद ही वो अब कुछ करेगी फिलहाल उसने दवाई खा ली थी और बेड पे लेट कर टीवी देख रही थी तभी मेरा फोन जो उसके पास था उसपे सुगंधा ने कॉल किया उसका हाल जानने के लिए....पूजा के मन में एक बार को आया की वो अपनी बहन से सब कुछ शेयर कर दे पर इस बार भी वो कुछ जाहिर कर पाने में नाकाम रही....

इधर मैं एग्जाम देने के बाद बाहर निकला और सच कहूं तो एक्जाम के प्रेशर में मैं पूजा की चूत के बारे में बिल्कुल भूल गया था पर जब बाहर निकला तो दिल दिमाग मन सब पूजा की झांटों भरी चूत की तरफ चला गया.....खैर मैंने पूजा और अपने लिए सबसे पहले खाना पैक करवाया चिकन और चावल सस्ते में हो गया और उसके बाद एक कपड़े की दुकान पे गया और वहा से एक हाफ पैंट खरीदा जिसका कपड़ा मुलायम था बिलकुल और फिर मैं मेडिकल की दुकान पे गया एक डेटॉल की शीशी एक रूई का पैकेट और एक पैकेट स्टेफ्री का खरीदा और होटल जाने से पहले कुछ चोक्लेट्स खरीदी......और चल पड़ा होटल की तरफ और ऊपर जब कमरे के पास पहुंचा तो मेरा दिल बड़े जोरों से धड़क रहा था की अंदर पूजा कैसे होगी क्या कर रही होगी खैर मैंने दरवाजे पे दस्तक दी और कुछ सेकंड्स बाद पूजा ने दरवाजा खोला और जैसे उसे मुझे देख के जान में जान आई हो ऐसे मुस्कुराई.....और मुझे अंदर आने का रास्ता देते हुए वो साइड में हो गई मैं अंदर गया समान टेबल पे रखा और वापिस से दरवाजे की तरफ आया जहा पूजा दरवाजा बंद कर के आ रही थी मैने वापिस से उसका हाथ पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाया पर इस बार पूजा ने हाथ नही लिया बस इशारों में बोली की ठीक है बैठ जा.....मैं कुछ बोला नहीं पहले बाथरूम गया फ्रेश हुआ और वहा मैने इसके कपड़े देखे जो बाल्टी में पड़े थे.....मैं बाहर आया और मैंने अपने कम्फर्ट के मुताबिक एक हाफ पैंट और एक टी शर्ट पहन लिया.....फिर मैं पूजा दी से पूछा की आराम आ गया है अब लगता है....ठीक हो अब आप.......चलिए खाना खा लेते है मस्त चिकन चावल लाया हु....और अगर आप ठीक रहे तो शाम को घूमने चलेंगे आस पास कही.......मैने मन में ही सोचा की बेकार ही वो पैंट और बाकी समान लाया मैं......इतने में पूजा दी ने खाना निकाल लिया था घर वाले टिफिन में ही ताकि आराम से खा सके......


मैं पूजा दी से बोला.....दी आप कुछ बात से परेशान हो क्या.....कल रात मैने कुछ गलती की हो तो मुझे माफ कीजिएगा....मेरा इरादा गलत नहीं था.....आप ऐसे गुमसुम है तो मुझे अजीब लग रहा है और हा एक और बात रूम एक ही अवेलेबल था इसलिए हम एक ही में ठहर गए पर कोई बात नही हम डोरमेट्री में शिफ्ट हो जायेंगे आप आराम से यहाँ सो जाइयेगा कोई परेशानी नहीं है समझ सकता हु हालातो के बंधन में हमसे कोई गलती हो गई है.....इतने में पूजा दी बोली बस कर भाई मै कुछ नही बोल रही क्या बकवास किए जा रहा है तू....हद्द है मतलब मुझे दर्द हो रहा है और जब तू चला गया तो मैंने नीचे देखने की कोशिश की थी पर लग रहा जख्म जैसा कुछ हो गया है पर अब पटना जाने के बाद मां कुछ देगी तो ठीक हो जायेगा नही तो फिर डॉक्टर से मिल लेंगे.....तू क्यों इतना परेशान हो रहा है मैं रूम को ले कर कुछ बोली भी नही और पैसे ज्यादा है तो मुझे दे देना डोरमेट्री में जाने की कोई जरूरत नहीं.....अब खाना खा पहले फिर देखते है......


मैं कुछ बोला नहीं और खाने पे ध्यान लगाया.....दोनो के खतम करने के बाद मैने उनसे बोला आप बैठे रहिए मैं उठा के रख देता हु फिर हाथ धोने चलेंगे....वो सब जूठा उठा कर बर्तन में डालती गई और मैं उठा कर कमरे के एक कोने में रख दिया और हाथ धो कर वापिस आया फिर पूजा धीरे धीरे गई खुद से और हाथ मुंह धो कर वापिस आई.....बेड पर धीरे से बैठी और पूछी की एग्जाम कैसा रहा मैने सब बतलाया कि कैसा था पहला अनुभव.....वो भी बोली की चलो जब तुम्हारा ठीक ठाक गया है तो मेरा भी अच्छा ही जायेगा.....इतने में मैं बोला की अच्छा ही जायेगा बस आप अपने इस दर्द से जल्दी से उबर जाओ तब तो पूरा ध्यान एग्जाम पे लगा पाइएगा....वो बोली होप सो......

हम बोले आप दवाई खाए थे कुछ खा कर तो वो बोली हा.....अच्छा एक बात पूछूं कल रात आप वैसे जींस क्यों पहन रखी थी मेरा मतलब है की......इतने में पूजा दी बोली की रात को मैं यूज नही करती और घर से जब निकले तो सोचे की रात की ट्रेन है तो क्या दिक्कत सोना ही तो है घर जैसे पर ये हो जायेगा वो भी ऐसे सोचा नहीं था....तो हम बोले की कोई बात नही पर आप खुद का थोड़ा खयाल रखा कीजिए ऐसे कौन रखता है भला.....इतने में वो बोली की तुझे बड़ा पता है कोई है क्या.....हम बोले नही कोई नही है पर इतना तो पता ही है की क्या सही है क्या नही.....इस पर वो शरमा गई तभी हम बोले की अभी आपको दर्द में कमी है या नही वो बोली दर्द कम है पर कुछ खास असर नहीं हुआ है दवाई का......छूने के बाद लग रहा की सुजन है वहा पे......और चलने में देख ही रहा है कितनी दिक्कत है......इतने में मैंने जो समान सब लाया था अपने साथ वो उठा के उनके सामने रख दिया वो सवालिया नजरो से मेरे तरफ देखते हुए पूछी ये क्या है मैं बोला आपके लिए कुछ दवाई और डेटॉल वगैरह खरीद लाया था अगर आप बोले तो मैं देख लूं क्या दिक्कत है या फिर यही किसी डॉक्टर को दिखवा दू.....गायनी डॉक्टर से......वो बोली तुरंत की नही नही रहने दे अब पटना जाने के बाद ही जो होना है वो होगा......तभी हम बोले की पागल वागल नही ना हो गई है आप अभी सोमवार तक रहना है तब तक वो चोट का चोपटा बिगड़ जायेगा.....इसपर वो कुछ नही बोली और हम फटाफट थैली में से डेटॉल रूई और एक पैड निकाल लिया मेरे हाथ में पैड देख के पूजा दी एकदम सुर्ख लाल पड़ गई थी पर क्या करते जो तय था नियति के तरफ से उसको अंजाम तक तो पहुंचना ही था.....हम उठे और पूजा दी के पास जा के उसका हाथ पकड़ के बोले घबराओ मत जब तक हम दोनों आपस में अपने अपने बंधन से बाहर नहीं आते तब तक कुछ गलत नही होगा और ये बात सुन के पूजा दी की आंखे डबडबा गई....क्युकी जो सच्चाई है उसको जब तक सामना नहीं करेंगे दिक्कत का हल निकलेगा नही इसलिए आप आराम से रहिए और इतना कह कर हम पूजा दी को बेड से नीचे खड़ा करवा दिए और नीचे बैठ कर उसके थ्री क्वार्टर पैंट को देखने लगा और अगले ही पल मैने पूजा दी की आंखे में देखा बेचारी मेरे से नजर मिलाने के बाद नजरे फेर कर कहीं और देखने लगी.....तभी मैने पूजा दी के थ्री क्वार्टर पैंट को कमर की इलास्टिक से पकड़ के नीचे खींचा और जैसा की हम सोचे थे पूजा दी नीचे से अभी भी नंगी थी और इस बार उसकी चूत को कमरे की लाइट में अच्छे से देख पा रहा था भले वो झांटों में छुपी थी पर नजर आ रही थी.....मैने पूजा दी के पैंट को उसके पैरो से अलग कर दिया जिसमे पूजा ने भी अपने पैर उठा के मेरा साथ दिया.....और ये करने के बाद मैं पूजा दी को बोला की तू बेड पे लेट जा....फिर वो बोली की बेडशीट गंदी हो सकती है इसको हटा देते है.....हम बोले सही बात है रुकिए.....और जब तक हम चादर हटाते तब तक पूजा उसी अवस्था में नंगी खड़ी रही.....चादर हटाते के बाद पूजा दी अपनी गांड़ मेरे तरफ कर के बिस्तर पे लेट गई और कसम से बताऊं ऐसा मंजर देख के मेरा लन्ड तो एकदम अपने रूप में आ गया था जिसका एहसास पूजा दी अच्छे से हो रहा था....पर ये स्वाभिक है इसलिए क्या ही कर सकती थी वो....वो जब बेड पे लेटी तो उसकी नाभि मेरे नजरो के सामने थी....दरअसल उसका टॉप थोड़ा अस्त व्यस्त हो गया था....

फिर मैने पूजा दी टांगों को थोड़ा खोल दिया और मेरे हर कदम में वो भरपूर साथ दे रही थी और इस वक्त उसने अपनी आंखे बंद कर रखी थी.....जितना हो सके वो मेरे से सीधे सीधे नजरे मिलाने से बच रही थी.....खैर मैंने उसकी चूत को फिर से छुआ तो वो सिसक पड़ी.....मैं एक पल के लिए रुका पर फिर उसको बोला मैं आपके बालो की सफाई कर देता हु पहले अगर आपको कोई आपत्ति ना हो तो.....कुछ सेकंड्स रुका और पूजा दी के तरफ से कोई प्रतिक्रिया कोई जवाब ना पा कर मैं बाथरूम में गया और बाल्टी में जितना पानी था उसको उठा लाया और बेड के किनारे रख दिया और हेयर रिमूवल क्रीम ले कर उनको बोला की आप बिलकुल रिलेक्स रहना.....फिर मेरे मन में क्या हुआ मैं बोला की आप ऐसे ही रहना मैं आया एक मिनट में..... फटाक से दौड़ के नीचे रिसेप्शन पे गया और वहा से बर्फ ले आया.....ताकि झांटों की सफाई के बाद कुछ ठंडक दी जा सके ......पूजा इस पूरे समय में अपनी जवानी को बिस्तर पे बिछाए लेटी रही.....कही ना कही पैंट उतारने के बाद उसको काफी आराम मिल रहा था.....मैं जब वापिस आया और बिना देर किए उसकी चूत पे वो क्रीम लगाना शुरू किया.....बेचारी सिसकते रही और धीरे धीरे मैंने उसकी पूरी चूत को पोत दिया उस क्रीम से.....और हेयर रिमूवल क्रीम लगाने के बाद आपको एक जलन महसूस होती है जिससे पूजा वाकिफ नहीं थी.....वो बोली की सुमित बहुत जलन हो रही है.....हटा दे इसे प्लीज मैने उसके हाथो को हाथ में ले कर कहा बस एक से सौ तक गिनती गिन उतने में ये जलन गायब हो जायेगी.....मेरे समझाने पे उसने ऐसा ही करना शुरू किया और सौ पूरे होने से पहले ही मैने स्पैचुला से उसकी चूत के ऊपर की सारी क्रीम हटानी शुरू कर दी और कसम से जो सुंदरता मेरे सामने उभर कर आई ना उसका वर्णन करना बहुत मुश्किल है......पूजा की चूत चिकनी हो चुकी थी और जो चोट थी वो केवल छिलाने की वजह से हुआ था जितना मैं सोच रहा था उससे कही कम थी ये चोट.....मैने एक मग पानी लिया उसकी चूत पे कुछ पानी का छिड़काव किया जिससे वो सिसकी फिर से और मैने पास में पड़े अपने तौलिए से उसकी चूत पोंछ दी.....उसके बाद उसकी चूत को छू कर पूछा की जलन कम हुई वो केवल हा में गर्दन हिलाई.....मैने कहा की चोट नही लगी है आपको बस छिल गया है थोड़ा मैं डेटॉल से साफ कर के क्रीम लगा देता हु फिर थोड़ी देर ऐसे ही रहिए ठीक हो जायेगा हवा लगेगा तो......ये कह कर जब मैने डेटॉल से भीगी हुई रूई उसकी चूत के उस चोटिल हिस्से पे लगाई तो पूजा की हल्की सी चीख निकल गई.....मैं बोला कुछ नही हुआ है रिलैक्स.....और इस बार अंदर तक रूई घुसाने के इरादे से मैने उनकी टांगों को और चौड़ा कर के उसकी चूत के दरार के भीतर भी रूई को रगड़ दिया जिससे वो मेरा हाथ पकड़ का बोली बस कर अब कुछ मत कर.....मैं बोला की आप अभी सब्र कीजिए ठीक हो जाएगा दर्द रुकिए तो.....और फिर लगा उसके ऊपर पानी की कुछ बूंदे छिटने......उसके बाद मैने उनकी चूत पे फूक मारी और बर्फ का एक टुकड़ा उठा कर उनकी चूत पे रगड़ दिया.....इस बार तो वो बर्दाश्त नहीं कर पाई और अपने आप को उठाने लगी उत्तेजना में पर चार पांच बार बर्फ फिराने के बाद मैने उनको फिर से शांत कर के लिटाया और बोला की अब बस.....हो गया और फिर स्किन हिल क्रीम उठाई और उनकी चूत के उस हिस्से पे लगाया जहा छिल गया था.....वो बेचारी आंखे बंद किए लेटी रही....मैं बोला की बस हो गया अभी आप ऐसे ही रहिए कुछ देर में आराम हो जायेगा आपको हम बाहर चले जाते है तक तक.....बाहर से रूम लॉक कर के आप यही रहिए.....वो हल्के आवाज में बोली की कहा जाएगा अब शाम हो गया है.....यही रह ना.....

अब अजीब विडंबना थी मेरे बगल में लड़की अपनी चिकनी चूत फैलाए लेटी है और गनीमत ये की कुछ कर नही सकते.......



To be continued waiting for your valuable feedback and comments.......
Nice start 👌👌👌
Congrats 🎉🎉🎉 for starting new story


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जब से हम बाहर निकले थे एक दूसरे का हाथ पकड़ कर ही चल रहे थे......और पूजा बहुत खुश थी उसके लिए ऐसा लग रहा था जैसे की उसकी दुनिया पूरी हो गई है मेरे मिल जाने से.......और उसको देख कर हम भी खुश थे और खुद में एक गुमान जैसा फील हो रहा था पर जो भी था वी बोथ वेयर लविंग ईट.....होटल से निकल कर पहले हमने अच्छे से भरपूर खाना खाया क्युकी नाश्ते में हमदोनो ने एक दूसरे को खाया था.....🥰🥰🥰उसके बाद हम स्टेशन गए कल की गाड़ी का टिकट लेने और वहा जा कर नियति ने एक बार फिर से हमारे साथ खेल कर दिया था.....दोपहर वाली गाड़ी की टिकट मिली ही नही उसमे नो रूम था......तो इसमें पूजा दी परेशान होने के बजाय खुशी से झूम उठी और बोली की अब परसो की टिकट करवाते है हम बोले की नही रुको पहले शाम वाली गाड़ी का भी टिकट देखने दो.....इस पर पूजा डार्लिंग मायूस सी हो गई हम बोले की परेशान क्यों हो रही है.....अगर यहां ज्यादा देर करेंगे तो वहा सवाल उठने लगेंगे समझी इसलिए मेरी बात मान और उससे पहले टिकट चेक कराने दे है भी की नही......टिकट चेक करने में मालूम चला की सेकंड ऐसी में खाली है वो भी रात वाली गाड़ी में जो परसो दोपहर में पटना पहुचायेगी......शाम वाली में भी टिकट नही थी और उसमे थी भी तो फर्स्ट ऐसी में......ये भारी संकट वाली बात थी क्युकी पैसे का मसला था......खैर पूजा से मैने दोनो बाते बताई तो उसने अपनी इच्छा जाहिर की.....की शाम वाली के फर्स्ट ऐसी की टिकटे ले लेते है रात वाली सेकंड ऐसी की जाने देते है वो टाइम भी ज्यादा लेगी और है सुबह सुबह पहुंचा देगी फिर हम आपसे मिलने के लिए रोज का आपका इंतजाम जानने के लिए बहुत परेशान है......इसलिए हम इसी में ले लेते है......


फिर हम पैसे की बात उसको तो नही बतलाए पर वो समझ कर बोली की मेरे पास पैसे है हमदोनो मिला कर ले लेते है.....मुझे भी उस वक्त ये ठीक लगा और ऐसी फर्स्ट क्लास की टिकट हमने ले ली और बुकिंग क्लर्क को थोड़ा प्यार से जोर दे कर बोला की कूप ही अलॉट हो ऐसा जुगाड लगवा दीजिएगा सर वो बोला कपल्स को ज्यादातर कूप ही मिलता है आप निश्चिंत रहे पर फिर भी अभी कन्फर्म तो बतला नही सकते पर अपनी तरफ से पूरी कोशिश रहेगी मेरी कूप मिल जाए......फिर लगे हाथ हमने अपने टिकट की जानकारी अपने अपने घर पे भी दे दी......

और फिर एग्जाम देने के लिए निकल पड़े क्युकी इन सब चक्करों में ही ढाई बज गए थे और साढ़े तीन बजे सेंटर पहुंचना था......पर जो भी हो हम सेंटर तय समय से पहुंचे और पूजा दी एग्जाम देने गई और जब तक वो एग्जाम देने गई वो डेढ़ घंटे कसम से एकदम मैय्यत जैसा बीता......ऐसा लग रहा था की क्या खो गया है मेरा और उधर पूजा दी का भी हाल यही था.....पर एग्जाम में उन्होंने अपने स्तर से बढ़िया ही दे कर बाहर आई और बाहर आ कर वो एकदम से गले मिल गई मेरे......और उसको ये भी खबर नही की आसपास और भी लोग है......पर मां चुदाये दुनिया हम बजाए हरमोनिया.......ये कहावत पूजा ने साबित कर दी थी........खैर हम वहा से भी निकले ऑटो लिया और वापिस होटल आए और इन सब में शाम के 6 बज गए हम पूजा को बोले की वो ऊपर जाए और फ्रेश हो ले हम अभी आते है......वो ऊपर चली गई और इधर हम होटल वाले से बोले की आज रात को हम एक पिक्चर देखने जाएंगे तो थोड़ा लेट आयेंगे तो क्या वो एलाऊ करते है लेट में गेट खोलने को तो रिसेप्शन पे बैठा बंदा बोला की सर एलाऊ तो नही करते है पर आप के केस में खोल देंगे आप इत्मीनान से जाइए....जब आना हो आप एक कॉल घुमा देना और फिर मैने उसको 200 रुपए एक्स्ट्रा दिए और उसका नंबर लिया.....और फिर लगे हाथ ऑटो से जा कर उस वक्त लगी थी....... गोलियों की रासलीला राम लीला...... उसके नाईट शो साढ़े दस बजे की दो टिकटे ले आया कॉर्नर की सीट तो नही मिली पर जो भी थी अच्छी थी.....फिर खाना पैक करवाया और वापिस होटल आ गया.......

जब मैं ऊपर गया कमरे का दरवाजा खटखटाया तो पूजा ने दरवाजे की ओट में आ कर दरवाजा खोला और जब मैं अंदर गया और पीछे मुड़ा तो देखा की मेरी जान नंगी थी और मेरे बोलने से पहले वो बोली आज आपने अपने फ्रूट्स नही खाए ना......अभी आप खा लीजिए......कसम से इतना प्यार आया ना उसपे हम बोले अरे मेरी जान ये भी कोई कहने की बात है तुम जो ना भी खिलाती तो हम खाते जरूर और समान टेबल पे रख कर सीधा पूजा को अपने बाहों में उठा लिए और चूमते हुए बिस्तर पे आ गया......और फिर अगले कुछ समय के लिए पूजा की सिसकियां और चट चट की आवाजे कमरे में गूंजती रही.....और हमारा खाना गर्म से हल्का गरम हो कर पड़ा था......फिर हम दोनो बेड से नंगे ही उठे और बाथरूम में जा कर फ्रेश साथ में हो कर बाहर आए हम वापिस से बेड पे बैठ कर टीवी में कुछ लगाने लगे जबकि पूजा डार्लिंग खाना निकालने लगी........और खाना निकाल कर जब वो ले कर बेड पे आई तो हम बोले की आज रात में हम दोनो अपनी पहली डेट पे जा रहे है.....पिक्चर देखने.....वो खुश हो के बोली अच्छा कौन सी तो हम बोले इट्स सरप्राइज.....जस्ट वेट एंड वॉच..... माय लव आई लव यू उम्म्हा और झुक कर उसके गालों पे एक चुम्मी चिपका डाली........

फिर रात में निकलने वक्त मैंने पूजा को फिर से तैयार किया और कसम से पूजा से जब से मैं मिला था तब से ले कर आज तक पूजा को इतना खुश कभी नही देखा था वो बहुत खुश थी......खैर हमलोग होटल से साढ़े नौ बजे निकल गए पिक्चर के लिए.....पिक्चर हॉल दस मिनट की दूरी पे था और सबसे अच्छी बात ठंड लगने लगी थी अब जैसे जैसे रात गहरी होती जायेगी ठंड उतनी ही बढ़ती जायेगी......और मेरी पूजा डार्लिंग को मुझसे दूर रहना मुश्किल हो रहा था वो हर संभव समय में मेरे को अपने आलिंगन में लेने से बिलकुल नहीं चूक रही थी या फिर वो ऑटो में हो या फिर हॉल के परिसर में चलते वक्त.....हम दोनो हॉल 10 बजे तक पहुंचे क्युकी हमारे ऑटो वाले ने एक चौराहे पे अपनी गाड़ी रोक दी और बोला की भईया सेवा समाप्त.......इसलिए पैदल पैदल आराम आराम से एक दूसरे के बाहों में सिमटते हुए पहुंच गए मैं बोला की अंदर कुछ खाओगी पॉपकॉर्न वगैरह......तो वो बोली आइसक्रीम खाने का मन है....स्ट्रॉबेरी.....तुरंत वो उसके हाथ में हाजिर था.......वो आइसक्रीम खाती रही और हमको भी खिलाती रही.....आसपास के लोग बहुत कम थे और ज्यादातर कपल्स ही थे सो कोई परेशानी नहीं होने वाली थी.......फिर हम हॉल में इंटर हुए और अपनी सीट पे बैठ गए....मूवी के दौरान पूजा मेरे कंधे पे सर रख के ही मूवी देखी और जब जन रणवीर दीपिका को चपटता वो मेरे हाथ को जोर से दबा देती......फिर इंटरवल में पूजा बोली की काश हमारा घर भी ऐसे जगह पे होता कूदते फांदते आप मेरे पास आ जाते या फिर मैं आपके पास आ जाती......हम बोले सब अच्छा होगा पगली तू टेंशन मत ले मैं अभी है सुबह से समझा रहा हु पगली कही की फिर मूवी चालू हुई और अंधेरा हो गया पर वो फिर मेरा हाथ पकड़ कर बोली........पक्का ना आप रोज मिलने आइएगा ना मेरे से खाइए मेरे दिल की कसम.......हम बोले की ये कौन सा कसम है सर की कसम होती है ना की दिल की.........वो बोली आप ना बुद्धू है एकदम.....और ये कह के मेरा हाथ उठा कर अपने एक चूची पे रख ली जो दिल में साइड थी और बोली की खाइए ना.......मैं भी उसको जोर से भींच कर बोला हा मेरी जान तेरे दिल के साथ साथ तेरे इन संतरो की भी कसम रोज आऊंगा मैं तुझसे मिलने........बिकॉज आई लव यू......वो मेरे हाथ को जोर से दबाते हुए हस कर बोली यस एंड आई लव यू टू.......



फिर जब मूवी का लास्ट आया तो पूजा अपने आप को रोने से रोकने के लिए बाथरूम का बहाना बना कर चली गई मैं भी मूवी छोड़ कर उसके साथ गया और वो बाहर आ कर बाथरूम ना जा कर वेटिंग एरिया में ही सास लेने लगी जोर जोर से और अपने हाथो को पंखे के जैसा ऊपर नीचे करने लगी हम बोले की क्या हो गया ये केवल एक फिल्म है गधी.....वो बोली कुछ नहीं बस मेरा हाथ पकड़ के जोर से दबा कर अपने हाथ में पकड़े खड़ी रही......फिर कुछ सेकंड्स बाद हम उसके कंधे पे हाथ रख के अपने साथ लिए और बाहर निकल आए......थिएटर से.....रात के सवा एक हो रहे थे.....और जब हम नीचे आ रहे थे तो हम पूजा से बोले की पैदल ही चल पड़ेंगे वो बोली की हा नही तो क्या अभी कहा ऑटो मिलेगा हमारे सुलतान को......पर जब हम बाहर रोड पे आए तो ठंडी हवा के एक झोखे ने हम दोनो को अंदर तक झकझोर दिया......पर भगवान की कृपा रही थिएटर के कुछ दूरी पे कुछ ऑटो थे हम दोनो गए और एक दो से पूछा चलन को उनमें से एक ने बोला की बुकिंग करवा के जाना पड़ेगा हम बोले की हा चल कोई बात नही.....अगले पांच मिनट में हम होटल के गेट पे थे ऑटो वाले ने 20 के जगह 100 किराया लिया और चलता बना.....इतनी रात हो गई थी इसलिए पूजा थोड़ी डरी हुई थी ऑटो में बैठने को ले कर पर मेरे होते हुए उसको डर का एहसास हो जाए तो फिर मर्द किस काम के......मजबूती से पकड़ के उसको ले कर होटल आया....उस बंदे को फोन घुमाया और बेचारे में एक रिंग में ही फोन उठा कर बोला आया सर एक मिनिट......

फिर तुरत हम दोनो अपने कमरे में थे और आते के साथ पूजा घूम के मेरे से एकदम से गले लग पड़ी......हम पूछे क्या हुआ बच्चा क्यू घबराई हुई है.....वो बोली आप साथ है तो सब ठीक है बस.....थैंक्यू इसी तरह मेरे साथ रहिएगा प्लीज......फिर हम बोले तू अब मार खायेगी मेरे से..... चलो अब कपड़े चेंज कर के आराम करते है.....वो बोली कपड़े चेंज नही बिना कपड़े के आराम करते है......और फिर हम दोनो नंगे हो कर बिस्तर में थे और कुछ देर चूमने के बाद वो रिलैक्स हो कर मेरे सीने पे सर रख कर गाना गुनगुनाने लगी हम भी उसके चूतड़ों पर हाथ फिराते फिराते कब सो गए पता ही नही चला और फिर शायद पूजा की भी आंख लग गई थी.........
 
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