Teri trha teri shayri me bhi jor nahiपढ़ ना लें कहीं एक दूसरे की आँखों की उदासी...
हम मिलते हैं अब भी, पर नज़रें मिलाते नहीं हैं...
Teri trha teri shayri me bhi jor nahiपढ़ ना लें कहीं एक दूसरे की आँखों की उदासी...
हम मिलते हैं अब भी, पर नज़रें मिलाते नहीं हैं...
Bahut khoobYaad hai
एक रोज़ मैंने तुम्हे देखा था...
एक रोज़ तुज़से नजरे टकराई थी...
एक रोज़ दिल मे तूफान उठा था...
एक रोज़ चाहत की जगी चिंगारी थी...
एक रोज़ मोहब्बत की दास्तान शुरू थी...
एक रोज़ हा मुझे मोहब्बत हुई थी...
अरे इस दौर के लोगो में वफ़ा ढूंढ रहे होTeri trha teri shayri me bhi jor nahi
Agar Humein Likhna Aata Toh Teri Tareef Hum Beshumar Likhte,Bahut khoob
Ek aur sunao
Irshad irshad
Tute uhi dil wali ganni nai banana toba toba main teri mastani nai bananaअरे इस दौर के लोगो में वफ़ा ढूंढ रहे हो
बड़े नादान हो साहब
ज़हर की शीशी में दवा ढूंढ रहे हो....
चेहरा हसीन गुलाबो से मिलता जुलता है !Tute uhi dil wali ganni nai banana toba toba main teri mastani nai banana
ख्वाब भी तुम,Tute uhi dil wali ganni nai banana toba toba main teri mastani nai banana