Part 9
उस दुर्घटना ने मुझे झकझोर दिया
उसने उसके बाद मेरे प्रति अपना व्यवहार बदल दिया। उसने मेरे लिए "जी" शब्द का उपयोग करना शुरू कर दिया। इसका मतलब है कि उसने मुझे अपने पति के रूप में स्वीकार किया है। हम रूटीन में गले मिलते थे। कभी कभी वह मुझे होठों पर चुंबन भी देती थी लेकिन अभी भी हमने उस घटना के बाद कुछ दूरी बनाए रखी। वह एक दिन अपनी माँ से बात कर रही थी और वह नहीं जानती थी कि मैं सुन रहा था, "वह एक बहुत अच्छा इंसान है माँ, वह मेरा बहुत ख्याल रखता है, वह बुद्धिमान है, वह एक सीए बनने जा रहा है। हाँ माँ वह सम्मान करता है मुझे बहुत पसंद है। नहीं माँ वह मेरे साथ कुछ भी गलत नहीं कर सकता, मुझे उस पर भरोसा है। मैं नहीं? मैं अपनी शादी के लिए बात नहीं कर रही हूं, लेकिन आपने उसके बारे में पूछा तो मैं आपको उसके बारे में बता रही हूं।
मैं अपनी शादी के बारे में खुद कैसे बात कर सकती हूं। " इसी बीच मैं उसे दिखाई दिया। उसने फोन रख दिया और मुझे देखकर शर्म महसूस कर रही थी। "तो तुमने अपनी माँ से कहा कि तुम मुझसे शादी नहीं करने वाली हो," मुझे इस बात का पता था के वो कुछ और कह रही थी लेकिन मैं बस उसे खींच रहा था। "अरे नहीं, मैंने तुम्हारे बारे में उनके साथ काफी बात की है। लेकिन वह मेरे साथ यह कहकर मजाक कर रही थी कि तुम उसकी इतनी तारीफ कर रही हो जैसे कि तुम उसे पति के रूप में चाहती हो, तो मैंने कहा कि मैं उसके साथ मेरी शादी के बारे में बात नहीं कर रही हूँ।" निश्चित रूप से यह नहीं कहा कि मैं तुमसे शादी नहीं करना चाहता।
"उसे डर था कि मुझे यह बात पसंद नहीं आयी। मैंने उसे टेंशन फ्री करते हुए कहा, "मेरी जान मुझे पता है कि अभी हमारी शादी के बारे में बात करने का सही समय नहीं था। मैं सिर्फ तुमसे मज़ाक कर रहा था।" और हंस पड़ा। उसने मेरी बांह पर हलके से मारा और मुझे कस कर गले लगा लिया। मैंने उसके उसके गाल पर चूम लिया। तीन और दिन बीत गए। मौसा जी की हालत गंभीर थी। हम एक बार उनसे मिलने गए। मैंने फिर मासी से पूछा कि क्या मेरी वहां जरूरत है। उन्होंने मुझे घर पर ही रहने के लिए कहा क्योंकि यहाँ डॉक्टर और वह खुद थे। जब निति कहीं गई तो मासी ने मुझसे नीती के बारे में बात करना शुरू कर दिया। "क्या तुम्हारा उसके साथ कोई सम्भन्ध है?" यह उन्होंने मुझसे बड़ी फ्रैंकली पूछा । "आपने यह क्यों पूछा?" मैंने मासी से पूछा।
"तुमने मेरे सवाल पर सवाल पूछा पर जवाब नहीं दिया। ठीक है मैं तुमको बताती हूँ कि मुझे यह सोचने पर क्यों मजबूर होना पड़ा। मैं नीचे देख रही था जब तुम लोगों ने कार पार्क की थी। उसने तुम्हारा हाथ पकड़ रखा थीऔर जब वह चल रही थी तो तुम्हारी ओर झुक रही थी।" । नजदीकी साफ़ देखी जा सकती थी। वह मेरे साथ बैठने के बजाय तुम्हारे साथ बेंच पर बैठी थी। beta, मेरे बाल धूप में सफ़ेद नहीं हुए, उम्र ने उन्हें सफ़ेद किया है और उम्र का मतलब अनुभव होता है। अब शुरू करें, मुझे सब कुछ सही सही बताओ । " मासी लगातार बोल रही थी कि वह क्या महसूस कर रही है। "हाँ मासी मैं उसे पसंद करता हूँ।" मैंने संक्षिप्त में उत्तर दिया। "किस हद तक और वह तुमसे प्यार करती है?" मासी अब मुस्कुरा रही थी। "मैं यह कैसे कह सकता हूं मासी कि वह मुझे पसंद करती है या नहीं और प्लीज इस सब के बारे में उससे बात न करना। उसे कुछ समय दो फैसला लेने के लिए।" मैंने मासी से अनुरोध किया।
"कुछ समय? उसने वह अंगूठी कहाँ से खरीदी ? अगर मैं गलत नहीं हूँ तो वह उस अंगूठी पहन कर नहीं आयी थी और तुम भी एक अंगूठी पहने हुए हो ।" मासी जेम्स बॉन्ड की तरह बोल रही थी। मैंने मासी से अनुरोध किया, "मासी कृपया पहले घर लौट आएं, हम उसके बाद बात कर सकते हैं। मैं आपको सबकुछ बताऊंगा।" मासी ने जवाब दिया, "बेटा तुम दोनों अच्छे और समझदार हो। मैं तुम दोनों बारे में बहुत पहले से सोच रही थी। लेकिन तुम सही हो हम इस बारे में तुम्हारे मौसा जी के ठीक होने के बाद सोच सकते हैं। " मुझे पहले से ही पता था कि मासी हमारे साथ है। "मुझे उम्मीद है कि मणि तुमको ज्यादा तंग नहीं करेगा।" मासी ने यह मासी से कहा जब वह अपने मामा को देख के आ रही थी। "नहीं, मणि एक बहुत अच्छा लड़का है, मामी। वह मुझे कभी तंग नहीं कर सकता।"
नीती को नहीं पता था कि हमने अपने रिश्ते के बारे में बात की थी। "क्या वह तुमको कोई गिफ्ट देता है?" मासी ने उसकी अंगूठी देख कर पूछा। "नहीं, मुझे उससे कोई गिफ्ट नहीं चाहिए। वह मुझे उपहार क्यों देगा?" उसने फटाफट कह दिया। उसने देखा कि मासी अंगूठी देख रही थी। मैंने मासी को छोड़ने के लिए कहा। वह मुस्कुराते हुए हमें अलविदा बोली। उसने मासी के बारे में बात करना शुरू कर दिया जब हम पार्किंग से कार लेने जा रहे थे। "मामी को शक हो गया लगता है क्योंकि वह लगातार रिंग की और देख रही थी।" नितिका ने मासी के बारे में बात करना शुरू किया। "वह सबकुछ जानती थी," मैंने जवाब दिया, उसने जो कहा, मैंने निति को सब बता दिया "वह सब कुछ जानती है? वह क्या जानती है, वह कैसे जानती है ?," मैंने जवाब दिया "जब एक लड़की इस तरह से एक लड़के को पकड़ती है," उसने अभी भी मेरी बाजु बाईं पकड़ रखी थी मैंने उस तरफ इशारा किया जब अपनी बात कही ! उसने तुरंत अपना हाथ हटा लिया। "जब मैंने तुम्हें पकड़ा तो तुमने मुझे क्यों नहीं बताया।" उसने शिकायत भरे लहजे में कहा। "मैंने तुम्हे यह अब कहा जब हम यहाँ हैं, पर जब हम आ रहे थे तब थोड़े मुझे इस बारे में पता था, वह हमें ऊपर से देख रही थी उस वक्त मुझे पता नहीं था," मैंने अपना पक्ष प्रस्तुत किया। "ओह, ऐसा है? हमें पता नहीं था और मैं इतनी उतावली रहती हूं कि मैं हमेशा तुमको छूना चाहती हूं, वह भी बुरी तरह से।"
वह खुद को कोस रही थी। ", माय लव चिंता करने से कुछ नहीं होगा खुद को दोष मत दो। एक दिन हमें उसे बताने ही होगा और वह हमारी मदद करने वाली एकमात्र व्यक्ति है।" मैंने बड़े आराम से उसे यह कहा । "सही है, मुझे पता है कि एक दिन लोगों को हमारे रिश्ते के बारे में पता तो लग्न ही है।" उसने खुद को शांत किया। "बस चिंता मत करो।" हम अब कार में थे। उसने मुझे गले लगाया और मेरे होठों पर एक शानदार चुंबन दिया। मैंने चुंबन का आनंद लिया और हम घर की ओर चले दिए । हमने रात का खाना खाया और सोने से पहले मुझे हमेशा दूध की जरूरत होती थी। वह दूध गर्म करने गई। बस दस मिनट में ही मैंने एक जोरदार चीख सुनी। यह रसोई से था। मैं तेजी से रसोई की ओर दौड़ पड़ा और यह देख कर मेरे होश उड़ गए कि उबलता हुआ दूध उसकी कोहनी तक उसके हाथ पर गिर गया था। शायद यह उस पर तब गिरा गया जब वह इसे गैस से उतर रही थी। डॉक्टर का क्लिनिक मासी के घर से सिर्फ 2 मिनट की दूरी पर था। ज्यादा सोचने का समय नहीं था। मैंने उसके हाथों को पानी के नीचे रखा, उसे अपनी बाहों पर उठा लिया और डॉक्टर के पास दौड़ा। मुझे दरवाजा बंद करने तक की होश नहीं थी।
मासी के पड़ोस में से किसी ने उसकी चीख सुनी और वो भी मेरे साथ डॉक्टर के पास आये। वह तेजी से भागे और जल्दी से डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने उसे प्राथमिक उपचार दिया और मुझे अस्पताल ले जाने के लिए कहा। मैंने तुरंत कार निकाली और हम अगले 5 मिनट में हम अस्पताल में थे। वह असीम पीड़ा से गुजर रही थी। लेकिन मैं उसे राहत देने के लिए कुछ नहीं कर सकता था लेकिन मैंने अपना जो हो सकता था किया। मैं उसे अपनी बाहों में उठाते हुए अस्पताल के अंदर गया और जल्दी से उसे हस्पताल में एडमिट करवाया। मैंने किसी को घटना के बारे बता नहीं पा रहा था बल्कि मैं तो अभी खुद को ही संभाल रहा था। मेरे साथ सिर्फ पड़ोसी अंकल थे जिनकी बेटी नीती की सहेली थी।
वह सुबह अच्छा महसूस कर रही थी। मैं पूरी रात एक मिनट भी नहीं सोया। वह यह जानती थी और उसने मुझे आराम करने के लिए घर जाने के लिए कहा लेकिन मैं उस हालत में उसे कैसे छोड़ सकता था। पड़ोस की लड़की मेरे और नीती के लिए नाश्ता ले आई। मैंने उसे खिलाया क्योंकि वह दर्द में थी। शाम को उसे छुट्टी दे दी गई। हम घर लौट आए और अब मैंने मासी को फोन किया और उसे सब कुछ बताया। मासी चिंतित हो गई लेकिन मैंने उसे बताया कि वह खतरे से बाहर है। उसके बाद मैंने नीती से पूछा कि क्या वह अपनी माँ से बात करना चाहती है। लेकिन उसने यह कहकर इनकार कर दिया कि वे चिंता करेंगे और तुरंत आ जायेंगे। इसलिए वह उन्हें बुलाना नहीं चाहती थी। वह लड़की अक्सर हमसे मिलने आती । वह खाना बनाती और घर के सभी काम करती। मैंने नीती का ख्याल जितना हो सका ख्याल रखा।