Sushmita Roy
New Member
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I have a suggestion if forum create history column where recent story show.. and one column add newst and oldest icon show in every page bottom next page
You need prime membership to be able to change your username.user name kaise chang karte
Writer ki kuch majburi hogi... Koi jaanbujh k adhura nhi chorta.... jab tak woh wapis aake chalu karte hai tum baki stories padhlo...Nari shakti ka ghamand naina story bhi adhuri hai jo jo story game badhiya lagta hai sab adhure chhod dete hai writer or na kuch kahte hai
Hm kbse best ho gye...apne kaha pdhli hmari story....Writer ki kuch majburi hogi... Koi jaanbujh k adhura nhi chorta.... jab tak woh wapis aake chalu karte hai tum baki stories padhlo...
In writers ki stories complete bhi hai aur kai running mein bhi chal rahi hai... One of the best writers hai forum k...
Chutiyadr Enigma nain11ster
Ankitarani Mahi Maurya Yug Purush
Ju ki stories meri "must read" reading list mein hai... Kuch waqt ke baad jab free ho jaunga taam jhaam se tab padhu ga itminaan se...Hm kbse best ho gye...apne kaha pdhli hmari story....
Or haa ye baat ekdm sahi hai..jo update pdhne me reader ko 5minut lgte hai use taiyar krne me writer ko 5ghnte lgte hai...
Reader ko mjburi aaye to wo off ho jata hai uska kisi ko pta nhi lgega...lekin writer highlight ho jata h....
Meri story ke regular reader naina ji hai...wo 1,2mhine tak off rhi thi...
Ab agr wo reader hoti to ye baat fail jaati ki reader kahani chhodkr bhag gye...
Kamdev ji ka laptop khrab h.....sanju ji bhi busy rhte h...kuch din pahle wo bhi kam ke silaile me busy ho gye the...agr ye story likhte rhte to sbko dikhta...
Highlight ho jaate ye..
Kam sbko pdta h...busy koi b ho sakta...
Yha story likhna kisi ki mjburi nhi ..sb apne samay ki sahuliyt se likhte h...
Writer ki kuch majburi hogi... Koi jaanbujh k adhura nhi chorta.... jab tak woh wapis aake chalu karte hai tum baki stories padhlo...
In writers ki stories complete bhi hai aur kai running mein bhi chal rahi hai... One of the best writers hai forum k...
Chutiyadr Enigma nain11ster
Ankitarani Mahi Maurya Yug Purush
Yeh baat to aapne bilkul sahi kahi maahi ji... Likhna mehnat ka kaam hai aur isme samay bhi bahut lagta hai... Logo ko writer ki mehnat na dikhti... Aur maze lene wale to bhare pade hai forum pe... Kuch to jaanbujh k pange lete hai writer se....अरे कहाँ सर जी।आपने मुझे अच्छा रचनाकार बता दिया। हम तो अभी अभी कहानी लिखना शुरू किए हैं। लेकिन मेरे अलावा आपने जिन रचनाकारों का जिक्र किया है। वो सभी बहुत अच्छे रचनाकार हैं।
जैसे अंकिता जी ने कहा कि जिस कहानी के एक भाग को पढ़ने के लिए पाठक को -10-15 मिनट लगते हैं। उस एक भाग को लिखने के लिए एक रचनाकार को 2-3 घंटे से ज्यादा का समय लगता है। फिर भी टिप्पणी न के बराबर मिलती है। बहुत से पाठक ऐसे हैं जो कहानी चुपके से पढ़कर आगे बढ़ जाते हैं। टिप्पणी लिखना जरूरी नहीं समझते, लेकिन रचनाकार ने कभी कहानी लिखने में विलंब कर दिया तो वही पाठक, जो कहानी चुपके से पढ़कर आगे पढ़ जाते हैं उनकी टिप्पणी आती है कि अगले भाग की प्रतीक्षा में। ये कहाँ तक सही है।
यहाँ पर किसी को कहानी लिखने से मोहर मोती नहीं मिलता सर, वो कहानी इसलिए लिखते हैं कि उनके मन में जो कुछ चल रहा होता है अनुभव कर रहे होते हैं वो कहानी के रूप में उतार देते हैं। लेकिन कुछ पाठक तो ऐसा बर्ताव करते हैं जैसे रचनाकार उनके गुलाम हों।
अंकिता जी ने एक बात और कही है कि अगर पाठक बिना कारण बताए महीने दो महीने से गायब है तो उसको कुछ नहीं कहा जाता, लेकिन अगर एक रचनाकार आकस्मिक परिस्थितियों में या पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण नहीं लिख पा रहा है कहानी तो उसको पाठक भला-बुरा कहने लगते हैं।
इसके अलावा कुछ रचनाकार ऐसे भी हैं जो कहानी तो शुरू कर देते हैं लेकिन उसे खत्म नहीं करते। मैं ये उनके लिए कह रही हूँ जिनकी कई कहानियाँ तो शुरू हैं लेकिन खत्म आज तक एक भी नहीं हुई हैं। एक कहानी शुरू करते हैं कुछ भाग लिखते हैं फिर गायब हो जाते हैं। तीन महीने बाद आते हैं तो अधूरी कहानी पूरी करने के बजाय नई कहानी शुरू कर देते हैं कुछ भाग लिखते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। ऐसे ही वो जब भी गायब होकर वापस आते हैं पिछली कहानी पूरी करने के बजाय नई कहानी शुरू कर देते हैं।
तो क्या बोल सकते हैं इसके लिए। सबकी मजबूरियाँ होती हैं। सर जी, लेकिन कुछ लोगों को पाठकों और रचनाकारों को परेशान करने में मजा आता है।