Riky007
उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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ये सोच लेता तो कहानी कैसे लिखते Jankayar जी।Shayad use aabhash ho gya tha utha hua hai uska pati,
Aur ye bhi sochne ki bat hai ki ab to sab saf ho chuka lekin bande ne ek bar bhi ye makan chhodne ki bat nhi ki, aisi konsi emergency ho rahi hai ki patni chudvani manjur hai lekin jagah change nhi ho sakti, ek anjan aadmi ke sath room share kr sakte hai koi makan rent par nhi liya ja sakta , ye mauka sudharne ka tha ya aur chudane ka,
मतलब हीरो को ऐसा गधा दिखा रहे हो की जिसकी कोई हद ही नही। बीवी इतना कमा रही, खुद की खेती से अच्छी कमाई है, अलग घर लो और कुछ हद तक सही करो इस बवाल को। वैसे भी बोलने भर से कोई मरता नही, बस लोग आपके चूतियापे का फायदा उठाने के लिए ऐसा करते हैं लोग।
और अभी तो पवन वाले चैप्टर में भी कुछ नही हुआ।
एक बात और, बासु और अंकल जा सकते है टूर पर लेकिन ये नही, क्या ही बकवास लगा रखी है भाई।
सीमा हैदर वाला केस लग रहा है ये तो।