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Jaroor bhai, kosis rahegi hafte ke ander update dene kiएक अविस्मरणीय सफर के कहानी का प्रथम अंक बडे ही रहस्य छोड गया है
अप्रतिम कहानी के व्दितीय अंक का बे सबरीसे इंतजार रहेगा
जल्दी देने की कोशिश करना




Jaroor bhai, kosis rahegi hafte ke ander update dene kiएक अविस्मरणीय सफर के कहानी का प्रथम अंक बडे ही रहस्य छोड गया है
अप्रतिम कहानी के व्दितीय अंक का बे सबरीसे इंतजार रहेगा
जल्दी देने की कोशिश करना
Kya ho gaya ? Kya samajh me nahi aaya dost??![]()
Are baap re ye kya ho gaya ye Gotakhor kaise maare gaye or ye ship achnak dobne kaise laga jane ab kya hone wala hai jane ab kaun bachega bhi ya nahi# 50 .
“सॉरी सर हमारा कैमरा कुछ दिखा नहीं पा रहा है? हमने कैमरे के लेंस पर लगे वाइपर को भी चलाने की कोशिश की, पर वह भी काम नहीं कर रहा। शायद उसके लेंस पर कोई गाढ़ा पदार्थ सा जम गया है?“ कंट्रोलर की घबराई हुई आवाज सुनाई दी।
“डैम इट!“ सुयश ने अपने सीधे हाथ का मुक्का बना कर हवा में चलाया।
“अब तो नीचे उतरकर ही देखना पड़ेगा कि प्रोपेलर में क्या फंसा है? सुयश ने चीखकर कहा- “असलम 2 गोता खोरों को ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर तुरंत बुलाओ और हां प्रोपेलर को थोड़ी देर के लिए बंद कर दो, वरना जब गोता खोर प्रोपेलर के पास जाकर उसमें फंसी हुई चीज को हटायेंगे, तो वह तुरंत चालू हो जाएगा। जिससे हमारे गोता खोर प्रोपेलर में फंस कर कट भी सकते हैं।“
“यस सर, मैं अभी 2 लोगों को बुलाता हूं।“ इतना कहकर असलम तेजी से एक दिशा में चल दिया।
अब हवाओं में और तेजी आ चुकी थी और शिप लहरों पर उछल सा रहा था। हल्की-हल्की बूंदे भी गिरना शुरू हो गईं थीं। काले भयानक बादल पूरे शिप के ऊपर छा गये थे।
बादल बहुत जोर से गरजकर पूरे आसमान को कंपाए दे रहे थे। तभी आसमान से एक बिजली कड़क कर पानी में जा गिरी। पानी बिजली गिरने से सैकड़ों फुट ऊपर आसमान में उछला।
यह तो शुक्र था कि बिजली शिप से थोड़ी दूरी पर गिरी थी, जिसकी वजह से डेक पर थोड़ा पानी तो आया लेकिन शिप को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। समुद्र की इन विकराल लहरों को देखकर सभी के दिल दहल गये।
इतने भयानक तूफान में बचने की आखिरी उम्मीद वह रहस्यमय द्वीप ही दिख रहा था। लेकिन फिलहाल शिप के रुक जाने से, वह थोड़ी सी दूरी भी इस समय बहुत ज्यादा महसूस हो रही थी।
तब तक असलम 2 गोता खोरों के साथ डेक पर पहुंच गया। लेकिन ऐसे खतरनाक मौसम में किसी ने भी असलम की कमर पर बंधे उस काले लेदर बैक पर ध्यान नहीं दिया, जो जाते समय तो उसके पास नहीं था, पर आते समय उसकी कमर से बंधा हुआ था।
दोनो गोता खोरों को तुरंत पानी में उतार दिया गया। समुद्र में छलांग लगाते ही दोनो गोता खोर प्रोपेलर की ओर चल दिए। सुयश ने पानी में लाइफ बोट उतरवानी शुरु करवा दी, जो कि मोटे-मोटे रस्सों के द्वारा नीचे जा रही थी।
धीरे-धीरे समय बीत रहा था। बरसात अब बहुत तेज हो रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे आज आसमान फट जाएगा। अब डेक पर भी काफी पानी भर गया था। जिसे सैंक्शन पंप के द्वारा निकाला जा रहा था।
“क्या बात है? काफी देर हो गई, पर दोनों गोता खोर अभी तक लौटकर नहीं आए।“ ब्रैंडन ने विचलित होते हुए कहा।
सभी की निगाह पानी में उस जगह के आसपास थी, जहां से दोनों गोता खोर समुद्र के अंदर गए थे। तभी उन्हें उसी स्थान पर सफेद रंग का कुछ पानी के अंदर से आता हुआ दिखाई दिया।
“असलम सर्च लाइट की रोशनी नीचे मारो। लगता है वहां पर कुछ है?“ सुयश उधर देखते हुए चीखा।
असलम ने तुरंत हाथ में पकड़ी पॉवरफुल सर्चलाइट को उस दिशा में मोड़ दिया, जिधर सुयश ने इशारा किया था।
“यह तो वही दोनो गोता खोरो की लाश लग रही है जो अभी कुछ देर पहले ही पानी में नीचे गए थे।“ जैक ने लाश देखकर चिंहुक कर कहा।
"इसका मतलब उस जगह पर पानी के नीचे कुछ खतरा है?“ सुयश ने कहा।
"लेकिन पानी के नीचे गए बिना शिप भी तो आगे नहीं बढ़ सकता।“ तौफीक ने कहा- “इसलिए किसी ना किसी को तो पानी के नीचे जाना ही पड़ेगा ?“
“अगर पानी के नीचे जाना इतना ही जरूरी है, तो पानी के नीचे मैं जाऊंगा।“ सुयश ने गुस्से के मारे गुर्रा कर कहा- “मैं भी तो देखूं कि पानी के नीचे ऐसा क्या है? जो पानी में उतरने वालों को मार रहा है।“
“कैप्टेन आप?“ असलम ने कुछ कहना चाहा।
“इस बार मैं कुछ नहीं सुनना चाहता, मुझे नीचे जाना है तो जाना है।“ ब्रैंडन तुरंत मेरे लिए ऑक्सीजन सिलेंडर और मास्क लाओ।“ सुयश ने गुस्से से असलम की बात काटते हुए कहा।
ब्रैंडन समझ गया कि अब कुछ कहना बेकार है। उसने तुरंत वॉकी-टॉकी सेट से संपर्क स्थापित करके 4 ऑक्सीजन मास्क मंगा लिए।
“कैप्टेन मेरे ख्याल से हमें एक मोटर बोट भी उतार लेनी चाहिए। जिससे कि खतरे का सिग्नल मिलते ही हम तुरंत मोटर बोट में आ सकें।“ ब्रैंडन ने कहा।
“तुम ठीक कह रहे हो ब्रैंडन।“ सुयश ने ब्रैंडन की बात से सहमति जताई- “मोटर बोट को पानी में उतार लेना ही ठीक है।...... हां, लेकिन जो कुछ भी करना है, जल्दी करो।“
आनन-फानन कुछ लोगों की मदद से एक मोटर बोट लहरों पर उतार ली गई। इतनी तेज बरसात में भी सुयश, असलम, ब्रैंडन और ड्रेजलर, चारो लोग रस्सी के सहारे उतरकर मोटर बोट पर आ गए।
“कैप्टन आप एक बार फिर से सोच लीजिए।“ ब्रैंडन ने सुयश को समझाते हुए कहा- “क्या आपका पानी के अंदर जाना जरूरी है?“
“हाँ !“ सुयश ने सहमति से सिर हिलाया।
सुयश ने एक बार सिर उठाकर डेक पर खड़े तौफीक, जेनिथ, ऐलेक्स, क्रिस्टी, अलबर्ट, जैक और जॉनी पर नजर मारी और स्विम सूट पहनने लगा। लेकिन इससे पहले कि वह पूरी तरह से स्विम सूट पहन पाता कि तभी शिप को एक जोरदार झटका लगा।
झटका इतना तेज था कि ऊपर डेक पर खड़े लोग पानी में गिरते-गिरते बचे। पानी की तेज लहरें उछलकर मोटर बोट से टकराईं, जिसके कारण मोटर बोट शिप से दो-तीन मीटर पीछे खिसक गई।
अभी कोई कुछ समझ भी नहीं पाया था कि तभी शिप को एक तेज झटका और लगा, यह झटका पहले वाले झटके से भी तेज था।
“यह क्या हो रहा है? सुयश ने जोर से चीखते हुए कहा।
तभी शिप को एक बहुत तेज झटका लगा और इससे पहले कि कोई इन झटकों का राज जान पाता, शिप एका-एक समुद्र में ऐसे धंसने लगा, जैसे दलदल में फंसा कोई आदमी दलदल में धंसता है।
“सुयश वॉकी-टॉकी सेट पर चीख पड़ा- “कंट्रोलर क्या बात है यह ‘सुप्रीम’ पानी में क्यों धंस रहा है?“
“कुछ कह नहीं सकता सर, शिप के सभी यंत्र बिल्कुल ठीक काम कर रहे हैं .......शिप कहीं अंदर से टूटा-फूटा भी नहीं है......ना ही इसके अंदर कहीं से पानी भरा है?.....कुछ समझ में नहीं आ रहा है सर?...... ...लगता है इस शिप को अब डूबने से कोई नहीं बचा सकता.......... आप अपनी जान बचाइये सर।“
उधर से कंट्रोलर की मरी-मरी आवाज सुनाई दी और उसके बाद संपर्क कट गया।
शिप का धंसना लगातार जारी रहा। अब उसके पानी में धंसने की स्पीड बहुत तेज हो गई थी। सुयश यह देख शिप से लगी रस्सी पकड़ने की कोशिश करने लगा।
“कैप्टेन....कैप्टेन रुक जाइये....... अब शिप पर दोबारा जाना बेकार है ..........इसके डूबने की स्पीड बहुत तेज है...........कुछ ही मिनटों में यह समुद्र में समा जाएगा.....हमें यहां से दूर हटना होगा।“ ब्रैंडन, सुयश को पकड़ते हुए चीखा।
“छोड़ दो......छोड़ दो....मुझे शिप पर जाना है..... मैं उसका कैप्टेन हूं ...... मुझे सबको बचाने के बाद ही अपने बारे में सोचना होगा।“ सुयश पागलों के समान ब्रैंडन की पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगा।
अगर ब्रैंडन इतना ताकतवर ना होता तो सुयश कब का उसकी पकड़ से छूट गया होता। वह पूरी ताकत से सुयश को पकड़े हुए था।
जारी रहेगा________![]()
Are baap re ye kya ho gaya ye Gotakhor kaise maare gaye or ye ship achnak dobne kaise laga jane ab kya hone wala hai jane ab kaun bachega bhi ya nahi
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Kafi heratanjeg update hai Raj_sharma bhai
Manjari kafi bhayanak tha ship ke doobne se leke logo ke marne ka esa laga jaise mai live dekh raha tha ye scene ko# 51 .
सुयश को इस तरह भागते देख ड्रेजलर से रहा ना गया। उसने मोटर बोट में रखी एक छोटी सी लोहे की रॉड उठा कर, सुयश के सिर पर मार दी-
“माफ करना कैप्टन, आपको बचाने के लिए यह सब करना बहुत जरूरी था।“
सुयश के सिर पर लगी चोट तगड़ी थी। वह तुरंत बेहोश होकर ब्रैंडन के हाथों में झूल गया। ब्रैंडन ने सुयश को असलम के हवाले कर दिया और डूबते हुए शिप के डेक पर खड़े लोगों से चिल्ला-चिल्ला कर पानी में कूदने के लिए कहने लगा।
मूसलाधार बरसात की बूंदे सभी के चेहरे पर तेज चोट कर रहीं थीं। अब तूफान भी अपने चरम पर था। ऐसा लग रहा था जैसे बादल भी शिप की बर्बादी पर जी भर कर रोना चाहते हैं।
तौफीक ने शिप को धंसते देख जेनिथ को पानी में कूदने का इशारा किया, पर जेनिथ इस अंधकार भरे समुद्र को देख कर ही डर रही थी। उसकी पानी में कूदने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। जेनिथ को इस तरह डरते देख तौफीक ने उसका हाथ कसकर अपने हाथ में थामा और एक झटके से पानी में छलांग लगा दी।
एक पल के लिए जेनिथ के मुंह से एक तेज चीख निकल गई, मगर बादलों की गड़गड़ाहट व लहरों के शोर के आगे वह चीख दबकर रह गई। ‘छपाक‘ की आवाज के साथ दोनों पानी में जा गिरे।
समुद्र का पानी बर्फ की तरह ठंडा था। एक पल में ही उन्हें अपना शरीर गलता हुआ प्रतीत हुआ। तेज झटका लगने के बाद भी तौफीक ने जेनिथ का हाथ नहीं छोड़ा। पानी के बाहर सिर निकलते ही वह दोनो तेजी से मोटर बोट की ओर तैरने लगे।
यह देख क्रिस्टी, ऐलेक्स, जैक,जॉनी व अलबर्ट ने भी पानी में छलांग लगा दी। सबकी कोशिश यही थी कि वह शिप से ज्यादा से ज्यादा दूरी पर गिरें क्यों कि शिप के पास गिरने पर वह शिप के साथ पानी में भी खिंच कर जा सकते थे।
तब तक जेनिथ व तौफीक मोटर बोट तक पहुंच गये। पानी की लहरें तेजी से उछलने के कारण समुद्र में तैरना बहुत मुश्किल हो रहा था । जैक, जॉनी, ऐलेक्स व क्रिस्टी भी बोट तक पहुंचने वाले थे, लेकिन अलबर्ट की सांसें उसका जवाब दे रही थीं।
अत्याधिक ठंडा पानी होने की वजह से अलबर्ट को अपना शरीर जमता हुआ महसूस होने लगा। अब सबकी निगाहें अलबर्ट पर थीं।
“कम ऑन प्रोफेसर.....जल्दी करिये ......शिप आधा डूब चुका है।“ ब्रैंडन अलबर्ट को देखते हुए चिल्लाया।
पर अलबर्ट की सांसें अब उसका साथ छोड़ रही थीं। उसके हाथ पैर शिथिल पड़ते जा रहे थे। यह देख ब्रैंडन ने तुरंत पानी में छलांग लगा दी।
वह तेजी से अलबर्ट की और तैरने लगा। कुछ ही देर में ब्रैंडन अलबर्ट के पास पहुंच गया। लेकिन तब तक अलबर्ट अर्धमूर्छित सा हो गया था।
“प्रोफेसर, हिम्मत रखिये........आप मुझे कस कर पकड़ लीजिए।“ ब्रैंडन ने बादलों की गरज के बीच चीखते हुए कहा।
अलबर्ट को सहारा मिलते ही थोड़ा राहत सी महसूस हुई। उसने अब ब्रैंडन को कसकर पकड़ लिया। कुछ ही देर में ब्रैंडन अलबर्ट सहित मोटर बोट पर था।
उधर शिप का डूबना लगातार जारी था। अब तक शिप की डेक पर सैकड़ों यात्री आ गये थे। शायद डेक का दरवाजा किसी ने खोल दिया था। बहुत से यात्री लाइफ बोट को उतारने में लग गये। किसी की भी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर सुप्रीम डूब कैसे रहा है?
उधर ब्रैंडन ने ड्रेजलर को मोटर बोट दूर ले जाने के लिए कह दिया। क्यों कि शिप के डूबते ही उसके रिक्त स्थान को भरने के लिए चारो ओर का पानी खिंच कर शिप के साथ अंदर चला जाता और आसपास की हर वस्तु भी उसमें समा जाती।
उनकी मोटर बोट अब लगातार शिप से दूर जा रही थी। चारो तरफ चीख-पुकार का माहौल था। शिप अब बहुत तेजी से पानी के अंदर समा रहा था। कुछ लोग डर के मारे शिप से वैसे ही पानी में कूद रहे थे।
अब तक चार पांच लाइफ बोट उतार ली गई थी, लेकिन उतरी हुई लाइफ बोट पर शिप के ऊपर से आदमी कूद रहे थे। उन्हें यह भी समझ नहीं आ रहा था कि ओवरलोड हो जाने के कारण, बोट पलट भी सकती है।
हर इंसान को बस अपनी जान की फिक्र थी। कुछ लोग लाइफ बोट उतरते ही उसे दूर लेकर भाग रहे थे। जिंदगी और मौत के बीच एक तगड़ा संघर्ष हो रहा था।
तभी आसमान से एक कड़कती हुई बिजली सुप्रीम के एक किनारे पर जाकर गिरी। शायद ईश्वर को भी उनका रोना देखा ना गया। शिप का वह भाग जिस पर बिजली गिरी थी, पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सैकड़ों उस जगह पर खड़े आदमी बिजली से बुरी तरह झुलस गए।
शिप के उस भाग में आग भी लग गयी। लेकिन मूसलाधार बारिश उसे तेजी से बुझा भी रही थी। तभी शिप का एक मस्तूल चरमराते हुए एक लाइफ बोट पर जा गिरा। बच कर निकल जाने की आशा से भाग रहे कई यात्री उस बोट सहित जल समाधि ले लिए।
अब शिप टूटकर बड़ी तेजी से पानी में समाने लगा। मौत का ऐसा भयानक तांडव शायद ही किसी ने देखा हो। बादल भी उनकी मौत पर जोर-जोर से चीख रहे थे।
तभी टूटे हुए शिप के कुछ भाग में लगी आग फैलते-फैलते शिप में बिखरे पड़े फ्यूल तक पहुंच गयी। धीरे-धीरे जल रही आग, फ्यूल का साथ पाते ही खुशी से झूम उठी।
अब आग की लपटें पूरे शिप को अपने आगोश में लेने के लिए मचल उठीं। एक तरफ प्रलयंकारी समुद्री तूफान, दूसरी तरफ प्रचंडकारी आग की लपटें, और ऊपर से विशालकाय मुंह फाड़े समुद्र, मानो सभी कुछ आज इन असहाय यात्रियों को निगल लेना चाहती हो।
वह सारे यात्री जो अपनी जिंदगी के लिए अंतिम जद्दोजहद कर रहे थे, अब अपनी अंतिम घड़ी में ‘टुकुर-टुकुर‘ उस मुस्कुराते रहस्यमय द्वीप को आशा भरी नजरों से निहार रहे थे।
कुछ ही क्षणों में भयानक आवाज करता हुआ ‘सुप्रीम’ पानी के अंदर समा गया। एक तरफ से सभी यात्रियों की आशा का अंत हो चुका था।
तभी एक भयानक धमाका समुद्र के अंदर हुआ। लग रहा था कि आग शिप के फ्यूल टैंक तक पहुंच गयी थी। धमाका इतना जोरदार था कि उस स्थान का पानी सैकड़ों फिट ऊपर हवा में उछल गया।
धमाके की वजह से दो और लाइफ बोट समुद्र में उलट गईं। कुछ जिंदा बचे वह यात्री, जो लाइफ जैकेट बांधे समुद्र में जिंदा रहने का प्रयास कर रहे थे, इस भयानक धमाके का शिकार हो गए।
लहरों की सतह पर इस समय लाशों का एक अंबार दिखाई दे रहा था। हर तरफ तैरती हुई जली-कटी लाशें एक भयानक मंजर नुमाया कर रहीं थीं।
ऐसा लग रहा था जैसे प्रलय हो चुकी हो और यह कोई लाशों का समुद्र हो। धीरे-धीरे बादलों के पास भी आंसू खत्म होने लगे और बरसात धीमी पड़ती गयी।
6 जनवरी 2002, रविवार, 20:10; अटलांटिक महासागर:-
जब सब कुछ सामान्य होने लगा तो ब्रैंडन ने ड्रेजलर को मोटर बोट उस दिशा में मोड़ने के लिए कहा, जहां अभी-अभी सुप्रीम डूबा था।
अब तो लोगों के कराहने की आवाज भी आनी बंद हो गई थी। लगभग 6-7 लाइफ बोट में सवार बामुश्किल 50 आदमी ही बच पाए थे।
तब तक लगातार चेहरे पर बूंदे गिरते रहने के कारण सुयश को भी होश आ गया था।
“क्या हुआ?.....सुप्रीम कहां है?... ... कहां है हमारा शिप?“ सुयश ने उठते ही अचकचाकर इधर-उधर देखा।
सुयश के शब्द सुन किसी के भी मुंह से बोल न निकला।
“मैं पूछता हूं...... ‘सुप्रीम’ कहां है? कोई बोलता क्यों नहीं ?
सभी को चुप देख सुयश का दिल किसी अंजानी आशंका से धड़क उठा।
“सॉरी कैप्टेन, हम सुप्रीम को नहीं बचा सके।“ असलम की आवाज में दुख के भाव थे- “वह इस खूनी त्रिकोण की कातिल लहरों के बीच खो गया।“
सुयश यह सुनकर एकदम शाक्ड हो गया। उसने दोनों हाथ से अपना चेहरा छिपाया और बिना कुछ बोले धीरे-धीरे मोटर बोट में बैठ गया।
मोटर बोट अब उस जगह पर पहुंच गयी जहां सुप्रीम डूबा था। हर तरफ यात्रियों की लाशें दिख रहीं थीं।
जारी रहेगा________![]()
Aakhir kar gine chune log he bache hai ship se baki sab maare gaye aakhir kar# 52 .
अच्छा ही हुआ कि सुयश चेहरे को ढके हुए चुपचाप बैठा था, नहीं तो वो यह लाशों का समुद्र देखकर तो पागल ही हो जाता।
वह लाशों के अंबार में किसी जीवित व्यक्ति को ढूंढ रहे थे। धीरे-धीरे बाकी की लाइफ बोट भी इनके पास आ गयीं। अब सभी धीरे-धीरे हर तरफ नजर डालते हुए आगे बढ़ रहे थे।
अगर साधारण तरीके से जहाज डूबता तो शायद बहुत से लोग जीवित बच गए होते। परंतु जहाज पर गिरी बिजली, उस में लगी आग और फ्यूल टैंक में हुए धमाके के कारण लोगों के बचने की संभावना काफी कम हो गई थी।
फिर भी सभी किसी उम्मीद से बंधे जिंदा लोगों को ढूंढने की काशिश कर रहे थे। तभी इन्हें किसी कुत्ते की भौंकने की आवाज सुनाई दी- “भौं....भौं।“ आवाज काफी दबी थी लेकिन फिर इन्हें सुनाई दे गयी।
“टॉर्च उधर करो....... उधर।“ ड्रेजलर ने चीखकर ब्रैंडन को आवाज की दिशा में इशारा किया- “उधर शायद कोई है?“ ब्रैंडन ने आवाज की दिशा में टॉर्च घुमाई।
“यह तो ब्रूनो है।“ अलबर्ट खुशी से चीख उठा- “उसके साथ शायद शैफाली भी है। उन्हें तुरंत बोट पर खींच लो।“
वह वास्तव में ब्रूनो ही था जो एक दिशा से तैरता हुआ उनकी तरफ आ रहा था। उसके गले में किसी प्रकार का एक कपड़ा फंसा हुआ था । कपड़े का दूसरा सिरा एक भारी लकड़ी के तख्ते से बंधा हुआ था और उस तख्ते पर शैफाली चिपकी हुई थी।
तुरंत दोनों को सहारा देकर बोट पर खींच लिया गया। शैफाली पूरी तरह बेहोश थी। उसे मोटर बोट की फर्श पर लिटा दिया गया। ब्रूनो अभी भी शैफाली को देख रहा था। अपने शरीर पर लगे पानी को झटक कर साफ करने के बाद ब्रूनो शैफाली के चेहरे के पास बैठकर अपनी जुबान से उसका मुंह चाटने लगा।
“ईश्वर का लाख-लाख शुक्र है कि ये जिंदा बच गई।“ अलबर्ट ने शैफाली के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा।
“ध्यान से देखो शायद अभी कोई और भी जिंदा हो।“ असलम ने अपने लेदर बैग को टटोलते हुए कहा। सभी की नजरें तेजी से पानी में फिर रहीं थीं।
अचानक एक अजीब सी आवाज सुनाई दी- “गुलुप!“
“यह आवाज कैसी ?“ ब्रैंडन ने टॉर्च की रोशनी आवाज के दिशा में करते हुए कहा। लेकिन इधर-उधर टॉर्च करने पर भी उन्हें ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया, जिससे वह यह पता लगा पाएं कि आवाज कहां से आई थी ?
तभी वही आवाज दूसरी तरफ से इन्हें पुनः सुनाई दी- “गुलुप!“
ब्रैंडन ने तुरंत अपनी टॉर्च उस दिशा में घुमादी। मगर फिर से उन्हें कुछ न दिखाई दिया।
तभी वही आवाज दूसरी तरफ से दो बार सुनाई दी- “गुलुप.....गुलुप“
ब्रैंडन को किसी खतरे का अहसास हुआ। अब वह तेजी से इधर-उधर टॉर्च मारने लगा। तभी ब्रैंडन की नजर टॉर्च की रोशनी में मोटर बोट के पास तैर रही एक लाश पर पड़ी-
“गुलुप“ और उसके देखते ही देखते वह लाश ‘गुलुप‘ की आवाज करती हुई पानी में समा गई।
इससे पहले कि कोई और कुछ समझ पाता, बोट के पास तैरती हुई कई और लाशें ‘गुलुप‘ की आवाज करतीं पानी में समा गईं। इस बार यह दृश्य बोट के कई लोगों ने देखा।
अब लाशों का पानी में खिंचने का सिलसिला तेज हो गया।
“गुलुप....गुलुप....गुलुप....गुलुप।“ “भागो द्वीप की ओर भागो..... अपनी जान बचाओ......।“ ब्रैंडन यह देखकर गला फाड़कर चीख उठा- “यह मौत का समुंदर है, सभी को निगल जाएगा।“
ब्रैंडन की चीख सुनकर सुयश भी जैसे होश में आ गया। वह अपने सारे दुख को भूलकर उठकर खड़ा हो गया और अजीब सी नजरों से लाशों को पानी में खींचते हुए देखने लगा।
ड्रेजलर ने भी जैसे इस दृश्य को देखा। उसने मोटर बोट स्टार्ट करके तेजी से द्वीप की ओर दौड़ा दी। तब तक उनके आसपास का पूरा क्षेत्र लाशों से खाली हो चुका था। लाशें लगातार पानी के अंदर खिंच रहीं थीं।
बरसात अब बिल्कुल बंद हो चुकी थी। बादल भी सबकी मौत का तमाशा देखने के बाद अब धीरे-धीरे छंट रहे थे। लेकिन ठंडी हवा के थपेड़े अब भी बचे हुए लोगों के शरीर से टकरा कर झुरझुरी उत्पन्न कर रहे थे।
सुयश एकाएक जैसे पिछली सारी बातें भूल गया। वह पीछे लाइफ बोट में छूट गए बाकी यात्रियों को जल्दी द्वीप पर पहुंचने के लिए कहने लगा। चूंकि उनके पास मोटर बोट थी इसलिए वह तेजी से द्वीप की ओर बढ़ रहे थे।
जबकि बाकी सातों लाइफ बोट के लोग उसे चप्पू से चला रहे थे, जिसकी वजह से वह काफी पीछे थे। ड्रेजलर को छोड़कर बाकी सभी की नजरें पीछे आ रही लाइफ बोट्स पर थीं।
लाशों से भरा समुद्र अब बिल्कुल खाली हो चुका था। ड्रेजलर को अपनी मंजिल यानि कि वह द्वीप सामने देख रहा था। तभी अचानक पीछे आ रही एक लाइफ बोट को झटका लगा और वह समुद्र में पलट गई।
“यह क्या ?... वह बोट अचानक कैसे पलट गयी ?“ ऐलेक्स ने हैरानी स कहा।
उस बोट के सभी यात्री पानी में तैरते हुए बोट को सीधा करने की कोशिश करने लगे। अचानक एक चीख के साथ उसमें से 2 यात्री पानी में समा गये।
“ड्रेजलर बोट को वापस मोड़ो....... वहां सभी यात्री खतरे में हैं।“ सुयश ने लगभग आर्डर देते हुए कहा।
“कोई फायदा नहीं है कैप्टेन। जब तक हम वहां वापस पहुंचेंगे, वो सारे लोग मारे जा चुके होंगे।.....यह मौत का समुंदर है...........यहां से कोई बचकर नहीं जा सकता..... हमें जल्द से जल्द द्वीप पर पहुंच जाना चाहिए.......हम वहीं सुरक्षित हैं।“
ड्रेजलर की आवाज में मौत की सी ठंडक थी।
तभी उनके देखते ही देखते एक-एक करके तीन और बोट्स पानी में पलट गईं। ऐसा लग रहा था जैसे सागर की लहरें उन्हें द्वीप पर जाने नहीं देना चाहती।
द्वीप धीरे-धीरे पास आता जा रहा था। पीछे आ रहीं अब सारी बोट पलट चुकीं थीं और बोट में मौजूद सारे यात्री उस खूनी समुद्र की भेंट चढ़ चुके थे।
थोड़ी ही देर में इनकी मोटर बोट द्वीप की रेतीली सतह से टकरा कर रुक गई। जमीन की सतह का स्पर्श एक तरह से सभी को रोमांचित कर रहा था।
उन्हें विश्वास नहीं आ रहा था कि वह सभी इतने भयानक मौत के तांडव के बाद बच निकलने में सफल हो गए हैं। तौफीक ने बेहोश शैफाली को अपनी गोद में उठा लिया और बाकी सभी लोगों की तरफ से उतरकर किनारे की तरफ चल दिया।
जेनिथ बिल्कुल उसके साथ-साथ चल रही थी। क्रिस्टी ने भी ऐलेक्स का हाथ थाम रखा था। जैक और जॉनी के चेहरे पर भी जिंदगी की खुशी स्पष्ट देखी जा सकती थी।
अलबर्ट और सुयश की निगाह द्वीप के अंदर के हिस्से की तरफ थी। असलम अपने काले लेदर बैग को संभाले हुए था, लेकिन उसके पैरों में थकान झलक रही थी। उसके चेहरे पर अफसोस के भाव थे।
ब्रूनो भी इधर-उधर देखता हुआ तौफीक के पीछे-पीछे चल रहा था। ड्रेजलर और ब्रैंडन बोट को रेतीली सतह पर खींचकर काफी आगे तक ले आए। उन्होंने मोटरबोट में रखी रस्सी से बोट को एक पत्थर से बांध दिया जिससे लहरें उसे खींच कर वापस ना ले जा सकें।
सुयश ने आगे बढ़ते हुए पुनः एक बार पलटकर पीछे उस विशाल समुद्र को देखा, पर उसे दूर-दूर तक अठखेलियां करती हुई सागर की लहरों के सिवा कुछ नहीं दिखाई दिया। यहां तक कि ‘सुप्रीम’ का मलबा और उलट गयी सातो लाइफ बोट के अवशेष भी अब नजर नहीं आ रहे थे।
अनायास ही सुयश की आंखों से दो बूंद आंसू निकल आए। शायद यह “सुप्रीम” के लिए अंतिम श्रद्धांजलि स्वरुप थे।
जारी रहेगा_________![]()