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Kya hal chal hai dhalchandarun bhai
Kaise rhe Holi aapki
Romanchak safar hai chalte rahiye
Superb quality update
मैंने हमेशा से कहा है कहानिया हमारे आसपास हमारे गली मोहल्ले मे ही घटित होती रहती है बस नजर चाहिए देखने की. शहर मे लोग जी ले उतना ही काफी है, शहरो मे हादसे होते है कहानिया आज भी गाँव की गलियों मे लिखी जा सकती है.
पोसाइडन द्वारा रचित तिलिस्मी द्वीप ' अराका ' ने एक और इंसान की बलि ले ली । इस बार बलि का पात्र बना कथित असलम उर्फ मोइन अली । मोइन अली की मृत्यु पर मुझे जरा भी अफसोस नही है , कारण सम्राट शिप पर मौजूद असंख्य लोगों के मौत का वह अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार था ।
सम्राट के पैसेंजर मे सिर्फ दस ग्यारह लोग ही जीवित बचे हैं । हमारे राइटर साहब सुयश साहब को दुल्हा बनाकर इस मिस्ट्रीयस भरी मौत के द्वीप पर लेकर आ तो गए है लेकिन जब सारे बाराती ही मारे जायेंगे तो सुयश साहब की डोली कौन उठाएगा ! कम से कम कहार बनने के लिए चार लोग तो जीवित छोड़ दीजिए !
खैर , इस द्वीप पर हैरतअंगेज कारनामे एक के बाद एक नाॅन स्टाप जारी है । मैने इंग्लिश मूवीज ज्यादा नही देखी है पर बचपन मे जादू बहुत देखे है । दुनिया के टाॅप दस जादूगर मे शुमार पी सी सरकार साहब जूनियर और के लाल साहब का जादू देखा है । इसके अलावा छोटे मोटे कई जादूगर का भी शो देखा है , इसलिए हैरतअंगेज जैसी चीजें मुझे ज्यादा हैरान नही करती ।
उन जादूगरों की हाथ की सफाई और सम्मोहन एक्ट की तरह यहां भी , आप के इस थ्रीड पर नए - नए करिश्मे का लुत्फ उठा रहा हूं ।
सभी अपडेट बेहद ही खूबसूरत थे शर्मा जी ।
हमेशा की तरह जगमग जगमग अपडेट ।
Bhai plot jitna bhi bada ho koi dikkat nahi hai aap kahani ko aaram se pura karna
कहानी पूरी लिखनी पड़ेगी
चाहे 1000 अपडेट हो जायें
nice update
lovely update. Usman ali ko jo locket mila tha usne jenith ko apna liya aur uske gale me apne aap chala gaya .par wo locket to devi ke gale me tha to jenith ko kyu chuna ye raaz shayad aage pata chale .
usman ali ki diary me wo sab likha hai ki kaise wo rahasy mayi dweep par pahucha aur bachke nikal aaya .
jahaj ke saare log maare gaye par uske dost ka kya hua ye pata nahi chala ,shayad jungli logo ne usko maar daala ho ya shayad wo ab bhi jinda ho us dweep par .
usman ali ne jo dekha wo alag tha ,usne rahsymayi shahar nahi dekha jo super computer dwara banaya jaa raha hai .jisko Vyom ne dekha hai .
jis janwar ne jahaj par attack kiya tha wo wahi hoga roop badalnewala .
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लुफासा को भी अपने अराका द्वीप के कई रहस्यों के बारे में नहीं पता है।
वैसे यह कोई अनहोनी नहीं है - हमको भी अपने शहर / कस्बों / गाँव के बारे में सब कुछ पता नहीं होता।
युगाका इस ग्रुप का यूँ चोरी-छुपे पीछा क्यों कर रहा है? और समूह के किसी भी सदस्य को नुक़सान होने से उसको क्या लाभ?
कहीं वो ब्रूनो को ही कुछ न कर दे। ये लो - यह ऑब्ज़र्वेशन लिखते लिखते ब्रूनो का नुक़सान तो कर दिया युगाका ने!
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लेकिन बहुत ही अलग तरीक़े से! ब्रूनो अब श्वान नहीं रह गया - वो कुछ और हो गया!
और तो और, वो तो शेफ़ाली के से डिकपल (विमुख) हो गया। कुत्ता वफ़ादार रह सकता है, लेकिन अब तो वो कोई और ही जीव बन गया है।
एक और बात पता चली -- अराका-वासी भी अपना जन्मदिन मनाते हैं और उसको ख़ुशी का अवसर मानते हैं। हा हा हा!
वैसे जनवरी में वाशिंगटन डी सी में बाहर जाने में सामान्य आदमी के वृषण शार्ट हो जाएँ!
लेकिन वेगा अराका-वासी है। कुछ भी कर सकता है - जैसे, पोटोमैक नदी में खुले में कायाकिंग!
अपनी वीनस भी कम नहीं है। वो खुद भी जियाला लड़की है। हॉटहोगी - इसीलिए ठंडक का असर नहीं है उस पर।
टुंड्रा स्वान वाक़ई बहुत सुन्दर पक्षी होता है - काली-पीली चोंच और शफ़्फ़ाक़ सफ़ेद पंख।
लेकिन अबे! इस स्वान को क्या हो गया!?
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पक्षी को हथियार किसने बनाया? कौन चाहता है कि वेगा की क्षति हो?
ये ज़ोडिएक घड़ी कमाल की है! यहाँ तो राशियाँ ही मिल कर पहनने वाले की रक्षा कर रही हैं। इतने समय के बाद इस घड़ी का उपयोग दिखाई दिया! बढ़िया!!
वेगा वीनस का किस्सा भी जमता हुआ दिख रहा है। अच्छी बात है - लेकिन, युगाका क्या वीनस (एक मानव) को स्वीकार करेगा?
हमने देखा है कि कैसे वो सुप्रीम के यात्रियों को ‘नापने’ में कोई गुरेज नहीं रख रहा है। ऐसा व्यक्ति सही नहीं है।
हाँ हाँ - बहुत आगे की सोच रहा हूँ, लेकिन वाजिब प्रश्न है।
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एक बेहद उन्नत विज्ञान और तकनीक का एक और प्रस्तुतिकरण!
व्योम इस चक्रव्यूह में प्रविष्ट हो ही गया।
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“एलियन भी ऑक्सीजन लेते हैं?” -- यह एक बढ़िया कन्क्लूसन निकाला व्योम ने! हा हा हा हा!
“क्या तुम अपना प्रोग्राम डिलीट कर बैठे हो?” -- ओ तेरी! हा हा!
कैस्पर और व्योम के वार्तालाप से मुझे एक फिल्म, A.I. Artificial Intelligence (2001) याद आ गई। उसमें भी एक ऐसा ही प्रोग्राम था, जो उस रोबोट बच्चे, डेविड, से बात करता है और उसको इनफार्मेशन देता है।
किसी AI के लिए स्वयं का निर्माण करना -- मतलब वो बहुत ही उन्नत किस्म का AGI होगा। हम्म्म!
सप्त-मुखी योद्धा? हम्म? अगर सनातनी माइथोलॉजी देखें, तो हनुमान भगवान का एक रूप है जिसके पाँच मुख होते हैं - हनुमान स्वयं, नरसिंह, गरुड़, वाराह, और ह्यग्रीव (घोड़े का शीश)। प्रत्येक शीश अलग अलग शक्तियों का प्रतीक है। (आपने लाल रंग की बात लिखी, तो यह रूप अनायास ही स्मरण हो आया)! परमज्ञानी रावण के दस सर थे - दशानन! सप्त-मुखी तो एक ही याद है -- शेषनाग।
वैसे आपके अराका के योद्धा पंचमुखी हनुमान जी + गज + मकर + गाय - वाराह हैं!
“भागवत पुराण” में ‘गजेंद्र मोक्ष’ की कथा है। गज और मकर का मेरा ज़िक्र एक उद्देश्य से किया गया था।
जिन पाठकों को रूचि हो, पढ़ें। यहाँ अब क्या ही लिखें ये सब! न जाने कौन शिकायत कर दे।
“उस रोशनी के गिरते ही व्योम को अपना शरीर लाखों टुकडो में बंटता हुआ सा महसूस हुआ। उसे ऐसा लगा जैसे उसका शरीर किसी अंधे कुएं में गिर रहा हो।” -- ई ल्यो!
बहुरूपिए असलम की ख़ैर नहीं अब!
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वो कहते हैं न, कर्मों के अनुरूप ही कर्म-फल मिलता है
(हाँलाकि यह बात भारत देश के नेताओं, बाबुओं, पुलिसियों, और न्यायाधीशों पर नहीं बैठती है - वो एक अलग बात है… लेकिन मान लेते हैं)!
मोईन अली, उर्फ़, असलम के जीवन का भी पटाक्षेप हो गया। और उसी तरह हुआ जिस तरह सहस्त्रों मनुष्यों के जीवन का असमय अंत करने वाले का होना चाहिए।
अल्बर्ट के माध्यम से आपने दलदल के फिजिक्स का बढ़िया ज्ञान दिया।
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अबे स्साला! अपडेट की शुरुवात में ही अचम्भा! लॉकेट खुद ही जेनिथ के गले से जा लगा। क्यों?
राज़ पे राज़! क्या राज भाई! हा हा हा!
लॉकेट ने फिलहाल जेनिथ को चुना है जैसे The Lord of the Rings में One Ring ने स्मिगेल / गोल्लम को चुना था, safe-keeping के लिए। लेकिन गोल्लम के विपरीत, जेनिथ को उस लॉकेट को पहन कर फिलहाल कुछ भी नहीं महसूस हो रहा है। वो सम्मोहन भी क्षणिक ही था।
माना कि मोईन अली सुप्रीम को यहाँ लाने का निमित्त था, लेकिन उसने वो एक तुच्छ स्वार्थ के कारण किया और उसके कारण हज़ारों की जान चली गई। वो इस पाप से मुक्त तो नहीं हो सकता। उसकी आत्मा पर यह बोझ रहेगा अवश्य।
“ब्लैक थंडर” को भी सुप्रीम की ही तरह यहाँ के मायाजाल में फंसाया गया था। इतना तो स्पष्ट है।
कम से कम अट्ठारह साल से युगाका का मानवों पर आतंक जारी है। बेचारे ब्लैक थंडर वालों ने तो न जाने क्या क्या झेला है। स्साला युगाका मानवजाति का दुश्मन है! इसको सज़ा-ए-मौत ही देनी उचित है। ‘मैंने ये सब मजबूरी में किया’ - यह वाला बचाव-आसन मानना नहीं चाहिए।
जंगली कबीला-वासी फिलहाल तो नहीं दिखे इनको।
लॉकेट का विवरण पढ़ के ऐसा लग रहा है जैसे ये The Lord of the Rings के One Ring जैसा दुष्ट यंत्र नहीं, बल्कि Evenstar जैसा सुन्दर लॉकेट था, जिसको आरवेन ने अरागोर्न को दिया था - अपने प्रेम की निशानी... या फिर Phial of Galadriel (light of Earendil) जैसी वस्तु! ख़ैर!
उस्मान अली जी की आत्मकथा से यह तो पता चलता है कि इस द्वीप से मनुष्य का बच के निकल पाना संभव तो है। लेकिन वो एक मनुष्य थे। शायद इसलिए बच गए होंगे।
ये ‘मेगा अपडेट’ बेहतरीन था। पहले के अपडेट्स वाकई छोटे छोटे थे।
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लेकिन भाई - क्या समां बाँधा है आपने।
गज़ब की कल्पनाशक्ति है और क्या सम्मोहक लेखनी है आपकी!मान गए आपके दोनों ही हुनर को!
लोगों को समझता नहीं होगा - लेकिन आपने ये कहानी लिखने के लिए न जाने कितना शोध किया होगा। मुझको दिखाई देता है वो श्रम! बहुत बहुत साधुवाद!
लीजिए - अब हम भी संग हो लिए। जो सब छूटा था, सब पूरा हो गया।
अब चलेंगे - साथ साथ![]()
Nice update....
बहुत ही सुंदर लाजवाब अद्भुत अविस्मरणीय और रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
असलम यानी मोईन के बॅग में मिले लाॅकेट और डायरी में क्या बात लिखी हैं उस पर से परदा उठ गया
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....
Nice! Nice!! Very very nice update brother.
Usman Ali ki journey ko aapne bahut achhe se show kiya hai.
Lekin lekin lekin sabse majedar baat ye hai ki jitne bhi musibat ko Usman Ali ne bataya hai usme se jyada abhi Suyash aur uske sathiyon ke sath aaya hi nahi hai.
Matlab ki abhi aur bhi kuchh logo ki jaan jane ki pura possibility hai.
Your story is one of best stories of this forum brother.
Keep rocking and keep writing.
You will always get my support, I am always with you.![]()
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Aap mehnati aadmi ho hamse ye mehnat naa ho pata..
Aise bade dino baad usc ke liye ek story likha hu time mile to padna link is below
अहसास ए जिंदगी
Baawri RaaniMoin aka Aslam ka raaj to khul gaya...........
Moin ke baap pehle se hi yaha aa chuka tha aur jinda wapis bhi chala gaya......
Ye Shalaka vala locket Zenith ke gale me kyun chala gaya???
Kya uska bhi koi past he???
Keep rocking Bro
Badhiya update ha bhai
Moeen ali ne to kafi kuchh pata laga liya tha lekin ek bat ha gilford ka kya hua kya wo bach gaya tha ya fir use mar diya gaya ya fir abhi bhi wo jinda ha
Or jaisa ki vyom ke time hamne dekha tha ki pure araka dwip per camere lage hue han to kya kisi ne moeen ali ko dekha nahi bhagte hue ya fir wo wahan ek kone me rah raha tha uska bhi pata nahi chala kya ya fir use jan bujhakar hi bhagne diya
Locket bhi devi shalaka ki murti ka hi ha leki usne jenith ko kyun chuna kya uska bhi is safar me ya devi shalaka se koi sambandh ha
Update Posted friends
