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Bas 5 min. Me bhai, sorry kal raat busy thaRaj_sharma bhai next update kab tak aayega?

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Bas 5 min. Me bhai, sorry kal raat busy thaRaj_sharma bhai next update kab tak aayega?
Superb quality update
मैंने हमेशा से कहा है कहानिया हमारे आसपास हमारे गली मोहल्ले मे ही घटित होती रहती है बस नजर चाहिए देखने की. शहर मे लोग जी ले उतना ही काफी है, शहरो मे हादसे होते है कहानिया आज भी गाँव की गलियों मे लिखी जा सकती है.
कहानी पूरी लिखनी पड़ेगी
चाहे 1000 अपडेट हो जायें
बहुत ही सुंदर लाजवाब अद्भुत अविस्मरणीय और रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
असलम यानी मोईन के बॅग में मिले लाॅकेट और डायरी में क्या बात लिखी हैं उस पर से परदा उठ गया
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
romanchak update. 2 alag prajatiya shakti paane ke liye apna kaam kar rahi hai ..ek taraf lufasa hai wahi dusri taraf yugaka aur trikali ..
Nice update....
Nice! Nice! Nice!!! Well-done brother.
Jab lagta hai ye update sabse better hai usse aur better ek episode aa jata hai.
Supreme ka destroy hona aur logo ka marna aapne bahut achhe se likha hai.
Par ye toh pata hai ki ab jo bhi ho Lufasha ko uske kiye ki saja milni chahiye usne itne logo ki jaan le liya hai ki usko maaf nahi kiya ja sakta hai kabhi wo shaitani takat Jegan ka sath de raha hai apni powers ko badhane ke liye.![]()
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I don't know ,aap padhakar batana kaisi lagi ,
कहते हैं इतिहास से जिस ने सबक नही लिया वह अपने बुरे अंजाम के लिए तैयार रहें । वह चाहे कोई व्यक्ति हो या समाज या फिर कोई देश ।
सोलह साल पूर्व ' सम्राट शिप ' की जैसी ही एक दुर्घटना हुई थी और उस समय का शिप ' ब्लैक थंडर ' था । एक इंसान को छोड़कर सभी यात्री मारे गए थे । ठीक उसी तरह सोलह साल बाद इसी घटना की पुनरावृत्ति हुई । सब कुछ ऐन वही हुआ जो ब्लैक थंडर शिप के साथ और उस शिप के पैसेंजर के साथ हुआ था ।
सोलह साल पहले उस्मान खान की एक भूल ने लगभग चार सौ लोगों को परलोक पहुंचा दिया और सोलह साल बाद हुबहु उसी तरह उस्मान खान के पुत्र मोइन खान की गलती ने लगभग तीन सौ लोगों को मृत्यु के द्वार तक पहुंचा दिया ।
कहते हैं कि एक कील की वजह से राजा अपना राज्य खो बैठता है । जब कि यहां तो बहुत बड़ी भूल हुई ।
वैसे ब्लैक थंडर शिप की घटना से एक उम्मीद तो अवश्य बंधी है कि सम्राट के बचे पैसेंजर जीवित बच सकते हैं । जब उस्मान खान इस तिलिस्म द्वीप से सकुशल अपने देश पहुंच सकता है तो यह लोग क्यों नही !
शायद तकदीर ने इन यात्रीगण के साथ बहुत ही क्रूर मजाक किया । क्लिटो की मुक्ति और शलाका के उद्धार के लिए जब चंद लोग की ही आवश्यकता थी तो फिर सैंकड़ो निर्दोष लोगों की मौत आखिर क्यों !
होना तो यह चाहिए था कि सुयश साहब , शैफाली और वह लोग जिन की इस द्वीप पर मौजदूगी अवश्यंभावी थी , ही इस द्वीप पर पहुंचे होते ।
इन अपडेट से यह भी क्लियर हुआ कि अराका द्वीप पर भी वर्चस्व की लड़ाई चल रही है । एक पक्ष अच्छाई के साथ खड़ा है और एक पक्ष बुराई के साथ । अच्छाई का प्रतिनिधित्व युगाका और उनके भाई - बहन कर रहे है तो बुराई के साथ मकोटा खड़ा है ।
आप बहुत खुबसूरत कहानी लिख रहे है । जिस तरह से आपने इस कहानी के लिए रिसर्च किया है वह वास्तव मे अद्भुत है ।
सभी अपडेट बेहद ही शानदार थे ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट शर्मा जी ।
अपडेट्स 92 और 93 पर मेरे विचार --
सुयश की बातें सुन कर लगता है कि वो एक आशावादी व्यक्ति है। लेकिन उसके इस अति-आशावाद ने कई लोगों की जान ले ली। अगर वो समय रहते सही निर्णय लेता, तो शायद अभी सुप्रीम के हज़ारों यात्री जीवित रहते। लेकिन अपने राज भाई को वो पसंद है, इसलिए उसकी ऐसी-तैसी हम नहीं करेंगे। वैसे, सोलह साल का समय किसी जाति के सभ्य होने के लिए बहुत कम हैं। हाँ, असभ्य होने के लिए पर्याप्त हैं।
अराका पर सीनोर बनाम सामरा के बीच वर्चस्व का खेल चल रहा है। जहाँ सीनोर जाति के लोग तमराज जैगन के पक्ष में लग रहे हैं (मजबूरी में ही सही), वहीं सामरा जाति के लोग क्लिटो को मुक्त कराना चाहते हैं। (एक बात है भाई, जो मैं पहले भी कहना चाहता था - लेकिन क्लिटो से क्लाइटोरिस शब्द याद आने लगता है और उसका मतलब तो आप जानते ही हैं... हा हा हा हा! क्या करूँ - दिमाग में न चाहते हुए भी ऐसी खुरपेंची बातें आ ही जाती हैं)!
एक बात अपडेट 93 के बाद भी समझ नहीं आई - अगर युगाका अधिक से अधिक मानवों को तिलिस्मा तोड़ने के लिए भेजना चाहता था, तो मानवों की संख्या कम होने से वो इतना खुश क्यों लगा? मतलब वो युगाका नहीं है। इस ‘युगाका’ ने अलेक्स का रूप धर तो लिया, लेकिन शेफाली की दिव्य-दृष्टि से बच न सका। अब ये युगाका ही है, या कोई बहुरूपिया (लुफ़ासा तो नहीं)? अगले कुछ अपडेट्स बेहद रोमाँचक होने वाले हैं।
बहुत ही बढ़िया कहानी चल रही है राज भाई!
आपकी USC की दूसरी कहानी पढ़ी। पहली भी पढता हूँ और दोनों के बारे में अपने विचार अलग अलग लिखता हूँ, जल्दी ही। कुछ कहानियाँ बहुत अच्छी आई हैं इस बार!
nice update
Lagta hai ki ye jems and Vilmar ne kii dusri duniya ka darwaja khol diya hai bcdekhna ye hai ki inke sath aage kya hota hai gurudev
awesome update
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Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai,
Zenith aur Taufiq ki prem kahani shayad apne anjam tak na pahuch paye..................
Yugaka, Alex ban to gaya, lekin shaifali ne use pakad liya.........
Ab dekhte he haush me aane ke baad vo kya karta he..........
Keep rocking Bro
Bhut hi badhiya update
Yugaka ne alex ko pakad kar band diya or khud alex bankar suyash and team ke sath chalne laga
Lekin vah army or shaifali ki najar se bach nahi paya
Dekhte hai ab yugaka hosh me aane ke baad kya karta hai
Very good and suspenseful story
Writer sahab ko bahut bahut badhai & dhanyavaad aisi story likhne k liye![]()
Badhiya update bhai
To Alex ko bhi lapete me le liya ha Ugaka ne or Alex bankar aa gaya Emu ne bhi pahchan liya tha use lekin Emu ki baton per dhyan nahi diya kisi ne
Udhar Shefali ne ek jhatke me pehchan liya Ugaka ko Ugaka khud ko bahut ser samajh raha tha lekin wo shayd Shefali ki shaktiyon se anjan tha ya fir use seriously nahi liya use bachhi jo samajh liya tha use lekin wahi bachhi ne Ugaka ka kand karwa diya ab dekhte han ki kya hota ha Ugaka ka
Shayd ab ye log Emu ko wapas seriusly lene lage kyonki kuchh bhi in logon ko andekha nahi karna chahiye
Raj_sharma bhai next update kab tak aayega?
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
Thanks for your valuable review and support bhaiबहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय रहस्यमयी रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया#93.
वृक्ष शक्ति
(9 जनवरी 2002, बुधवार, 15:15, मायावन, अराका द्वीप)
असलम के मरने के बाद अब सुयश की टीम में केवल 10 लोग बचे थे।
जहां एक तरफ सुयश सहित सभी थोड़ा उदास दिख रहे थे, वहीं उनका पीछा कर रहे युगाका की आँखों में खुशी के भाव थे।
“तौफीक!"
जेनिथ ने तौफीक का हाथ थामते हुए कहा- “यहां द्वीप पर हम साधारण जिंदगी तो जी नहीं रहे हैं। ना ही तुम्हारे कोई दुश्मन यहां पर हैं, फिर भी यहां पर तुम मुझसे दूर क्यों रहते हो?"
“देखो जेनिथ मैं वैसा इंसान नहीं हूं जैसा तुम्हे पसंद है।" तौफीक ने बहुत सीरियस अंदाज में कहा- “हर समय दिल की मत सुना करो, कभी-कभी दिमाग भी लगा लिया करो।"
“मैं तुम्हारी इस बात का मतलब नहीं समझी।" जेनिथ ने उलझे-उलझे भाव से कहा- “देखो तुम पहेलियां मत बुझाओ। तुम मुझे सीधे-सीधे बताओ कि तुम क्या कहना चाहते हो?"
“देखो जेनिथ मैं पहले तुमसे प्यार नहीं करता था, पर अब करने लगा हूं। पर पता नहीं क्यों मुझे महसूस होता है कि हम तुम इस जिंदगी में कभी मिल नहीं पायेंगे।" तौफीक ने निराशावादी व्यक्ति की तरह कहा।
यह सुनकर जेनिथ का दिल टूट सा गया।
“ऐसा कह के मेरा दिल क्यों दुखा रहे हो तौफीक?.... मैं जानती हूं कि तुम अपने प्यार का इजहार नहीं कर सकते। तुम दूसरोँ से थोड़ा अलग हो, पर इस तरह से मत बोलो।" इतना कहकर जेनिथ की आँखों से आँसू निकलने लगे।
तभी जेनिथ के गले में टंगे उस देवी के लॉकेट से कुछ चमक निकली और उसने जेनिथ के आँसुओ को सोख लिया। पर यह घटना कोई देख नहीं पाया।
उधर चलते-चलते एलेक्स के जूते के फीते खुल गये। एलेक्स जूते के फीते बांधने के लिये उस जगह पर बैठ गया और अपने जूते के फीते बांधने लगा।
किसी ने एलेक्स को रुकते नहीं देखा, वह सभी आपस में बात करते आगे बढ़ते जा रहे थे।
एलेक्स ने एक नजर आगे जाते हुए सभी लोगो पर मारी, पर उसने किसी को रोका नहीं। उसे लगा कि वह अभी जूते के फीते बांधकर दौड़कर उन लोगो के पास पहुंच जायेगा।
एलेक्स जूते के फीते बांधकर जैसे ही आगे बढ़ने चला, उसे पास के एक पेड़ के पीछे से कुछ खटके की आवाज आयी और एक इंसानी साया दिखाई दिया।
जंगल में इंसानी साया देखकर एलेक्स के मन मे उत्सुकता जागी, वह धीरे-धीरे उस पेड़ की ओर बढ़ा, जिधर से वह आवाज आयी थी।
पर एलेक्स ने एक गलती की, उसने किसी को भी रुकने के लिये आवाज नहीं लगाई।
एलेक्स ने पेड़ के पीछे झांक कर देखा, पर उसे कुछ दिखाई नहीं दिया।
“वह इंसानी साया कहां गया? अभी तो यहीं पर था।" एलेक्स मन ही मन बड़बड़ाया।
तभी एलेक्स को अपने पीछे एक सरसराहट का अहसास हुआ।
एलेक्स एक झटके से पलट गया। उसे अपने पीछे युगाका खड़ा दिखाई दिया, पर इससे पहले कि एलेक्स युगाका से कुछ पूछ पाता या फिर अपने साथियों को इस अंजाने खतरे से आगाह कर पाता, युगाका के हाथो से एक गाढ़े हरे रंग का धुंआ निकलने लगा।
एलेक्स हैरानी से धुंए को देखने लगा। तभी एलेक्स को अपना सिर नाचता हुआ सा महसूस हुआ और वह बेहोश होकर युगाका के हाथो में झूल गया।
युगाका ने एलेक्स को धीरे से वहीं पेड़ के नीचे लिटाया और स्वयं एलेक्स बनकर, भागकर सुयश की टीम में शामिल हो गया।
किसी को भी यह पता नहीं चल पाया कि एलेक्स बदल चुका है।
युगाका ने एलेक्स का रूप तो धारण कर लिया, पर परेशानी अब उसकी आवाज की थी क्यों कि युगाका में किसी का भी रूप बदलने का हुनर तो था, पर वह अपनी आवाज नहीं बदल सकता था।
और युगाका को पता था कि कोई ना कोई उससे कुछ ना कुछ तो पूछेगा ही? फ़िर वह कब तक नहीं बोलेगा?
तभी चलते हुए सभी को कुछ पौधे दिखाई दिये। यह पौधे देखने में छोटे थे। इन पर सूरजमुखी के समान कुछ फूल और रसभरी के समान कुछ फल लगे दिखाई दिये।
कुछ तितलीयां और भौंरे उस पौधे के पास मंडरा रहे थे, परंतु जैसे ही कोई भौंरा या तितली उस फूल के पास जाने की कोशिश कर रहा था, वैसे ही वह फूल अपनी पंखुडियों को बंद कर लेता था और जैसे तितली या भौंरा उस फूल से दूर हो जाता था, वह फूल पुनः खिल जाता था।
इस प्रकार फूल के खिलने और बंद होने पर एक अजीब सी ध्वनि उत्पन्न हो रही थी और इस ध्वनि को सुन उस पौधे पर लगा रसभरी के समान फल हर बार अलग-अलग रंगो में परिवर्त्तित हो जा रहा था।
उस पौधे को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे वह फूल नहीं चाहता कि कोई भौंरा या तितली उसमें उपस्थित मकरंद को ले सके।
सभी इस विचित्र पौधे को देख वही रुक गये।
“बड़ा ही विचित्र पौधा लग रहा है।" अल्बर्ट ने पौधे को देखते हुए कहा।
“ऐसा लगता है जैसे कि इस द्वीप के हर पौधे में जीवन है और ये खुद की अपनी समझ भी रखते हैं।" जेनिथ ने कहा।
अभी ये लोग इस प्रकार से पौधे को देख ही रहे थे कि तभी आसमान से एक उड़ती हुई चिड़िया आयी और उस पौधे से एक फल को तोड़कर आसमान में उड़ गयी।
“लगता है यह फल साधारण है, नहीं तो वह चिड़िया इस प्रकार फल को नहीं ले जाती।" सुयश ने कहा।
यह देख युगाका के मन में तुरंत एक ख़याल आया। वह धीरे से आगे बढ़ा और उसने पौधे से एक फल तोड़कर खा लिया।
फल को खाते ही युगाका जानबूझकर जमीन पर गिर गया और अपना गला पकड़कर खांसने की एक्टिंग करने लगा। यह देख सभी डर गये।
क्रिस्टी लपककर एलेक्स बने युगाका के पास आ गयी।
“क्या हुआ एलेक्स?" क्रिस्टी ने अपनी पानी की बोतल को युगाका के मुंह से लगाते हुए कहा- “लग रहा फल अटक गया।....लो पानी पी लो।"
युगाका ने क्रिस्टी के हाथ से पानी पीया। अब उसका खांसना बंद हो गया था। यह देख सभी ने राहत की साँस ली।
क्रिस्टी भी एलेक्स को खड़ा होते देख मुस्कुरा कर बोली- “जंगली बनने को कहा था। जंगली की तरह खाने को नहीं पगलू।" क्रिस्टी की बात सुन सभी मुस्कुरा दिये।
अब युगाका ने बोलने की एक्टिंग करते हुए फ़िर से अपना गला पकड़ लिया।
“कुछ तो परेशानी हुई है एलेक्स के गले के साथ।" सुयश ने सभी को आगाह करते हुए कहा- “कोई भी इस पौधे के फलो को नहीं खाएगा।"
युगाका ने इशारे से सभी को बताया कि उसके गले से आवाज नहीं निकल रही है।
अल्बर्ट ने टॉर्च की रोशनी से युगाका के मुंह में झांककर देखा। अल्बर्ट को कोई परेशानी समझ में नहीं आयी।
“मुझे लगता है कि यह भी कोई आवाज छीन लेने वाला विचित्र पौधा है?" अल्बर्ट ने कहा।
“अब मैं बात किससे करूंगी?" क्रिस्टी की आँखो से अब झर-झर आँसू बहने लगे- “सॉरी एलेक्स.... मैंने तुम्हारा मजाक उड़ाया।"
यह कहकर क्रिस्टी ने युगाका को कसकर झकझोरा।
युगाका एकटक क्रिस्टी को देख रहा था, उसे समझ नहीं आ रहा था कि अगर एलेक्स उसकी जगह होता तो कैसे व्यव्हार करता?
तभी ऐमू चीखता हुआ युगाका के सिर पर जाकर उड़ने लगा-“दोस्त नहीं... दोस्त नहीं.... ये ऐमू का दोस्त नहीं।"
चूंकि ऐमू कुछ समय पहले शैफाली और ब्रूनो के लिये भी ‘गंदी लड़की’ और ‘गंदा कुत्ता’ जैसे शब्दो का प्रयोग कर रहा था इसिलये ऐमू की बात पर शैफाली को छोड़ किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
शैफाली की तेज निगाहें अब एलेक्स बने युगाका पर गई, अचानक शैफाली की आँखों के भाव बदले।
अब उसके चेहरे पर गुस्सा था, पर उसने किसी को कुछ महसूस नहीं होने दिया।
“चुप हो जाओ क्रिस्टी... इस जंगल में सभी को कुछ ना कुछ परेशानी हो ही रही है। कम से कम एलेक्स तुम्हारे साथ तो है। उनके बारे में सोचो जो अब हमारे साथ नहीं हैं।" अल्बर्ट ने क्रिस्टी को दिलासा देते हुए कहा।
सुयश ने भी क्रिस्टी के कंधे पर हाथ रखकर उसे शांत रहने का इशारा किया।
अब क्रिस्टी का रोना कम हो गया था, पर उसने युगाका के हाथ को अभी भी नहीं छोड़ा था।
उधर युगाका का हाथ पहली बार किसी इंसान ने पकड़ा था, इसिलये उसे बहुत ही अजीब सा महसूस हो रहा था।
तभी शैफाली ने धीरे से पास पड़ा, लकड़ी का मोटा डंडा उठाया और युगाका के सिर के पीछे पहुंच गयी और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, शैफाली ने वह डंडा जोर से युगाका के सिर पर मार दिया।
एक तेज सी आवाज हुई और युगाका वहीं गिरकर बेहोश हो गया।
“यह तुमने क्या किया?" क्रिस्टी ने ना समझने वाले भाव से शैफाली को घूरा।
“यह एलेक्स भैया नहीं है क्रिस्टी दीदी।" शैफाली ने कहा- “यह कोई बहुरूपिया है, जो एलेक्स भैया बनकर हमारे साथ चल रहा था। कैप्टन अंकल .... इससे पहले कि यह होश में आये, आप इसे तुरंत किसी चीज से बाँध दीजिए।"
शैफाली की बात सुन सभी नीचे पड़े एलेक्स को देखने लगे।
“यह तुम क्या कह रही हो शैफाली?" जैक ने कहा- “इसका चेहरा तो बिल्कुल एलेक्स से मिल रहा है। कहीं तुम गलत तो नहीं हो?"
“अगर आपको लगता है कि मैं गलत बोल रही हूं, तो जरा देर रुक जाइये। अभी इसके होश में आते ही आपको सब पता चल जायेगा।" शैफाली ने नाराज होते हुए कहा।
“नहीं-नहीं.... मेरा यह कहने का मतलब नहीं था। मैं तो बस वैसे ही पुष्टि कर रहा था।" जैक ने घबराकर कहा।
तभी ब्रेंडन पास लगे एक पेड़ की जड़ को चाकू से काटकर ले आया। देखने में वह जड़ काफ़ी मजबूत लग रही थी। ब्रेंडन ने उसी जड़ से युगाका के हाथ उसके शरीर के पीछे करके बांध दिये।
जारी रहेगा________![]()
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया#94.
“अगर यह एलेक्स नहीं है तो एलेक्स कहां है?" क्रिस्टी ने युगाका की ओर देखते हुए कहा।
“कुछ कह नहीं सकते .... अब तो इसके होश में आने पर ही सब कुछ पता चलेगा।" शैफाली ने कहा।
तभी सुयश ने एक बोतल का पानी युगाका के सिर पर डाल दिया। सिर पर पानी पड़ते ही युगाका होश में आ गया।
होश में आते ही उसने अपने बंधे हाथो को देखा और चीख कर बोला- “मेरे सिर पर किसने चोट की.... जल्दी बताओ नहीं तो एक-एक को यहीं मार दूँगा।"
“बंधा तू खुद है और हमें मारने की बात कर रहा है।" जॉनी ने हंसते हुए कहा।
“लगता है पहले तेरी मौत आयी है।" युगाका ने कहा।
तभी आश्चर्यजनक तरीके से युगाका के हाथ पर बंधी जड़ अपने आप ही खुल गयी।
युगाका को इतनी आसानी से अपने हाथ खोलते देख सभी हैरान हो गये।
युगाका अब थोड़ा हिंसक नजर आने लगा था। यह देख तौफीक और ब्रेंडन ने अपने हाथ में चाकू निकाल लिया।
अब सभी सतर्क हो गये थे। किसी भी पल कुछ भी हो सकता था। सभी बस युगाका के अगले कदम का इंतजार कर रहे थे।
युगाका अब अपने असली रूप में आ गया था। उसने गुस्से से एक पेड़ की ओर देखा। तुरंत उस पेड़ की डाली हिली और उसने जॉनी को अपनी गिरफ़्त में ले लिया।
पेड़ की डाली जॉनी के शरीर से लिपट गयी और उसने जॉनी को ऊपर हवा में उठा लिया।
यह देख ऐमू डर के मारे आसमान में उड़कर भाग गया।
तभी तौफीक ने पूरी ताकत से चाकू को युगाका की ओर उछाल दिया।
निशाना तो बिल्कुल सटीक था, पर उसी समय युगाका और चाकू के बीच एक पेड़ की डाल आ गयी। चाकू पेड़ की डाल में धंस गया।
युगाका ने अब घूरकर तौफीक की ओर देखा। तभी जमीन से पेड़ की एक जड़ निकली और तौफीक के चारो ओर लिपट कर उसे जमीन से इस कदर चिपका दिया कि अब तौफीक हिल भी नहीं सकता था।
“ठहरो ...!“ शैफाली ने युगाका की ओर देखकर चिल्लाकर कहा-“ मैंने मारा था तुम्हारे सिर पर डंडा....जो कहना हो मुझे कहो....बाकी सबको छोड़ दो।"
तभी एक पेड़ की डालियां बिल्कुल किसी राक्षस के हाथ की तरह से नीचे आई और शैफाली के शरीर को अपनी गिरफ़्त में ले हवा में टांग दिया।
“रुक जाओ .... ।"
अल्बर्ट यह देखकर चीखा- “उस बच्ची को छोड़ दो। वह अभी छोटी है। जो कुछ कहना है, हम लोगो को कहो।"
“ठीक है .... सबको एक साथ समझाता हूं।" इतना कहकर युगाका ने अपना हाथ हवा में हिलाया।
युगाका के ऐसा करते ही वहां मौजूद सभी पेड़ और पौधे आक्रामक अंदाज में वहां खड़े सभी लोगो से लिपट गये।
तभी एक पेड़ ने हवा में ही एक बड़ी सी कुर्सी का रूप लिया और उस पेड़ की जडों ने, युगाका को हवा में उठाकर, उस कुर्सी पर बैठा दिया।
यह देखकर सब समझ गये कि इस योद्धा से लड़ने का कोई मतलब नहीं है।
“आप हो कौन?" सुयश ने दिमाग लगाते हुए पूछा।
“मेरा नाम युगाका है। मैं इस द्वीप का युवराज हूं। मेरे पास वृक्ष शक्ति है। इस लिये यहां के सारे पेड़ मेरा कहना मानते हैं।"
“हम आपसे लड़ना नहीं चाहते। शैफाली ने भी गलती से आपके सिर पर वार कर दिया था।" सुयश ने साफ झूठ बोलते हुए कहा।
“तुम मनुष्यो की झूठ बोलने की आदत जायेगी नहीं ।" युगाका ने गुस्से में ही जवाब दिया- “अगर उस लड़की ने मुझे गलती से मारा तो तुम लोगो ने मुझे बांधा क्यों?"
इधर सभी को युगाका ने असहाय कर दिया था, उधर पोसाइडन पर्वत की मूर्ति की आँखें शैफाली को हवा में लटके देख लाल हो गयी।
वहां से एक अंजान ऊर्जा शैफाली की ओर बढ़ी और हवा में लटकी शैफाली से आकर टकरायी।
उस ऊर्जा के टकराते ही शैफाली को एक तेज झटका लगा और उसके बाल हवा में लहराये।
“आपने हमें मनुष्य क्यों बोला? क्या आप मनुष्य नहीं हो?" सुयश ने फ़िर युगाका को बातों में फंसाया।
“नहीं....मैं मनुष्य नहीं हूं। मैं अटलांटियन हूं और अटलांटियन मनुष्य से श्रेष्ठ होता है।" युगाका के शब्दो में घमंड साफ नजर आ रहा था।
“तो फ़िर तुम्हे मनुष्यो की मदद की आवश्यकता क्यों है?" इस बार शैफाली ने बीच में बोलते हुए कहा।
युगाका शैफाली के शब्द सुनकर हड़बड़ा सा गया- “किसने कहा कि मुझे मनुष्यो की मदद चाहिये?"
“क्यों देवी क्लिटो को स्वतंत्र नहीं कराना क्या?" शैफाली के शब्द अब रहस्य से भरे थे।
शैफाली के शब्द युगाका को छोड़ किसी की भी समझ में नहीं आ रहे थे।
“त.... तुम्हे कैसे पता?" युगाका के शब्दो में पूरे जहान का आश्चर्य था।
“तुम्हे क्या लगता है कि इस जंगल के सारे पेड़ तुम्हारा कहना मानते है?" शैफाली ने युगाका की बात को काटते हुए, धीरे से हवा में इशारा किया।
सभी पेडों ने शैफाली सहित सभी लोग को नीचे उतार दिया।
“य.... ये कैसे किया तुमने....म... मेरा मतलब है कि आपने?"अचानक से युगाका के अंदर शैफाली के लिये आदर के भाव आ गये।
तभी शैफाली का हाथ पुनः हवा में लहराया और युगाका की कुर्सी बने सभी पेडों ने युगाका का साथ छोड़ दिया।
शान से कुर्सी पर बैठा युगाका ‘धड़ाम’ से जमीन पर आकर गिरा।
युगाका ने हवा में हाथ हिलाया, पर किसी भी पेड़ ने युगाका की बात नहीं मानी।
“मैंने तुम्हे जानबूझकर मारा था।" तभी शैफाली ने गुस्से से कहा-“ क्यों की मैं तुम्हे पहचान गयी थी। तुम 'नयनतारा' पेड़ की दृष्टि को भ्रमित नहीं कर सकते।"
“आप कौन हो? और आप इन पेडों के बारे में इतना कैसे जानती हो?" युगाका ने आदर भरे स्वर में पूछा।
“मैं तो एक साधारण सी लड़की हूं। मुझे भी नहीं पता कि मैं ये सब कैसे जानती हूं?" अचानक से शैफाली फ़िर से सामान्य लगने लगी- “पर अब तुम्हे बताना पड़ेगा कि एलेक्स भैया कहां है?"
“मैंने एलेक्स को यहां से कुछ दूर पहले बेहोश करके एक पेड़ के किनारे छोड़ दिया था। हमें वो वहीं मिल जायेगा।" युगाका ने कहा।
“मुझे आपसे अभी बहुत कुछ पूछना है?" सुयश ने युगाका को देखते हुए कहा- “पर पहले हमें एलेक्स को अपने साथ लेना होगा, कहीं वह किसी मुसीबत में ना फंस जाए।"
सभी ने सुयश की बात पर अपनी सहमित जताई। पर जैसे ही युगाका आगे बढ़ने चला, उसके हाथ में बंधे एक रिस्ट-बैंड पर लगा लाल रंग का रत्न जोर से चमकने लगा। उसे चमकता देख युगाका विचलित हो गया।
“मैं आप लोगो से माफ़ी मांगता हूं, पर मुझे कुछ ज़रूरी काम से तुरंत यहां से जाना पड़ेगा, मगर मैं आपसे वादा करता हूं कि जल्दी ही आप लोगो से वापस आकर मिलूंगा, फ़िर आप जो कुछ पूछेंगे, वो सब मैं बताऊंगा। और हां यहां से 3 दिन की पैदल दूरी पर आपको पोसाइडन पर्वत मिलेगा, वहीं से आपको वापस जाने का मार्ग भी मिल जायेगा।" युगाका ने सभी से माफ़ी मांगते हुए कहा।
वापस जाने के मार्ग के बारे में सुनकर सभी के चेहरे खिल उठे।
सुयश को महसूस हो गया कि युगाका को वास्तव में ही कुछ ज़रूरी काम है, इसिलये उसने कहा-
“ठीक है आप जा सकते हो, पर एलेक्स को जहां छोड़ा था वह स्थान हमें बता दो।"
युगाका ने जल्दी से एलेक्स के बारे में उन्हें बताया और वहां से दौड़ते हुए जंगल में गायब हो गया।
कुछ ही देर में सभी युगाका के बताए स्थान पर पहुंच गये, पर उन्हें वहां कोई नजर नहीं आया।
यह देख जैक बोला- “कहीं वह जंगली हमें बेवकूफ तो नहीं बना गया?"
“नहीं...वह झूठ नहीं बोलेगा।" शैफाली ने कहा।
“तो बेहोश एलेक्स इतनी जल्दी कहां चला गया?" क्रिस्टी ने रुंधे गले से कहा- “कहीं वह किसी दूसरे खतरे में तो नहीं पड़ गया?"
“मुझे लगता है कि युगाका जल्दी ही हमसे आकर वापस मिलेगा और वही बताएगा कि एलेक्स इस समय कहां होगा? क्योंकि तुम लोगो ने देखा कि उसके पास कितनी जादुई शक्तियां थी।" जेनिथ ने कहा।
“शक्तियां तो हमारी शैफाली में भी कम नहीं हैं, बस इसे कुछ याद नहीं आ रहा।" अल्बर्ट ने शैफाली को प्यार से देखते हुए कहा।
“सही कह रहे हैं आप प्रोफेसर।" सुयश ने भी शैफाली की तारीफ की- “अगर शैफाली हमारे साथ ना होती तो हम लोग कब का इस जंगल में मारे गये होते?"
“मेरे ख़याल से अब हमें जल्दी से जल्दी पोसाइडन पर्वत पर पहुंचना चाहिए।"
ब्रेंडन ने कहा- “वहीं से हमें निकलने का मार्ग मिलेगा और तब तक युगाका भी आकर हमें सब कुछ बता ही देगा।"
ब्रेंडन की बात सुनकर क्रिस्टी को छोड़ सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। क्रिस्टी अभी भी एलेक्स के लिये चिन्तित नजर आ रही थी।
सभी फ़िर से आगे की ओर बढ़ गये, पर इस बार सभी के कदमो में उत्साह दिख रहा था।
जारी रहेगा_______![]()
Thanks for your valuable review and support bhai,बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय रहस्यमयी रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
Thanks rekha jiAwesome update
Aage aur bhi bohot kuch hona haiबहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
युगाका का एलेक्स बनने का राज शेफाली के कारण सबके सामने आ गया और शेफाली की शक्ति के आगे युगाका नतमस्तक हो गया और जल्दी ही मिलने का बोलकर जंगल में गुम हो गया
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा