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जोरू का गुलाम भाग २१७
गुड्डी का पिछवाड़ा
२३,७४,६१४
गुड्डी की किस तरह , क्या कोई धुनिया रुई धुनता होगा , जिस तरह गुड्डी रानी की गांड धुनी जा रही थी , साथ में जीजू की उंगलिया तेजी से गुड्डी की सहेली के अंदर बाहर ,
गुड्डी काँप रही थी और थोड़ी देर में वो झड़ने लगी , लेकिन कमल जीजू की रफ़्तार नहीं कम हुयी
न गुड्डी की चूत में अंदर बाहर होती उनकी ऊँगली धीमी हुयी न गुड्डी की गांड में अंदर बाहर होता उनका मोटा खूंटा ,...
और बस पांच छः मिनट के अंदर गुड्डी फिर दुबारा झड़ रही थी और साथ में ,... कमल जीजू , खूंटा पूरी तरह अंदर घुसा ,... वो झड़ते हुए रुक गए , फिर दुबारा और ,... अब गुड्डी के पैरों ने जैसे जवाब दे दिया और वो वही गद्दे पर कटे पेड़ की तरह गिर पड़ी।
कमल जीजू भी साथ साथ ,...
खूंटा अभी भी मेरी ननद के पिछवाड़े पूरी तरह धंसा था , वहीँ गद्दे पर पड़ गए।
रीनू उठी और गुड्डी के पास जा कर थोड़ी देर तक उसका सर सहलाती रही , फिर जितने तकिये , कुशन , मसनद थीं सब लगा कर , उनके सहारे उसे अधलेटा , बैठा दिया।
गुड्डी एकदम थकी थेथर लग रही थी , आँखे उसकी बंद , रीनू थोड़ी देर तक उसका चेहरा , सर , खुले बाल सहलाती रही , अब वो रीनू के सीने के सहारे बैठी थी ,
" क्यों मजा आया न ननद रानी ,... " हलके से रीनू ने मेरी टीनेजर ननद के ईयर लोब्स को किस करते हुए पूछा
गुड्डी ने न जवाब दिया , न आँख खोली बस हलके से मुस्करा दी , और ये दावतनामा बहुत था उसकी रीनू भाभी के लिए , झुक के उन्होंने उस कच्ची कली के गुलाब की पंखुड़ियों को चूम लिया।
हलके से होंठ लरज के रह गए उस कली के , लेकिन रीनू लड़कियों खास तौर से कच्ची कलियों के मामले में एकदम पक्की उस्ताद थी , उसने झुक के गुड्डी की बगल में गुदगुदी लगाई और अब वो कोरी कली हंस पड़ी ,
" भाभी ,... " शिकायत भरे अंदाज में वो बोली और रीनू ने झुक कर फिर एक बार , अबकी कस के उसे चूम लिया और चिढ़ाते हुए पूछा ,
" हे बोल न मजा आया न ,गांड मरवाने में ,... "
" धत्त , जान निकल गयी , ... इत्ता दर्द हो रहा है , अभी तक ,... " बिना आंख खोले दर्द भरी आवाज में वो बोली।
" अरे रानी यही तो मजा , मारने वाले को दर्द देने में , और मरवाने वाली को दर्द सहने में ,... और मैं ये भी नहीं कहूंगी की सिर्फ पहली बार दर्द होता है , हाँ लेकिन पांच छ बार के बाद ,... सच्ची इसी दर्द में तू मजा लेने लगेगी। "
रीनू ने समझाया , और अब रीनू का एक हाथ गुड्डी के नए आये जस्ट उभरते जोबन को भी हलके सहला रहा था पुचकार रहा था। "
नहीं नहीं भाभी , अब नहीं , बस एक बार ही बहुत है ,... " घबड़ा कर वो किशोरी बोल पड़ी , फिर जोड़ा ,... " बहुत हुआ तो आगे , पीछे , नहीं। एकदम नहीं। "
अजय जीजू ने मेरी ओर देखा , और मैंने उनके होंठों पर अपने होंठ चिपका दिए और समझाया ,
"अरे जीजू , मेरी ननद है। आज तक किसी लड़की ने पिछवाड़े के लिए हाँ किया क्या जो ये करेगी , ... और कोई पिछवाड़े का रसिया है जो लड़की के मना करने पर छोड़ देगा। एक बात और , मेरी ननद ऐसी है की अभी कमल जीजू ने जित्ती मेहनत की न , उत्ती मेहनत आपके खूंटे को भी करने पड़ेगी , इस टीनेजर की देह है ही ऐसी ,... कित्ती भी रगड़ाई करियेगा , जस की तस, कसी की कसी , एकदम चिपकी।"
" अच्छा चल , मुंह में तो ले सकती है न ,... " रीनू बोली और उस की चाल मैं समझ रही थी।
" भाभी कुछ भी , बस , बस पीछे नहीं ,... " वो शोख बोली।
और कमल जीजू ने उसी समय अपना मोटा खूंटा उसके पिछवाड़े से निकाल लिया , वो भी अब आगे बढ़कर गुड्डी से सटकर बैठ गए थे। कमल जीजू के खूंटे के साथ यही गड़बड़ था , हचक कर पेलने के बाद , अच्छी तरह झड़ने के बाद भी वो थोड़ा सोया , थोड़ा जागा ही रहता था।
" अच्छा चल , एक छोटी सी चुम्मी तो बनती है न , कितने प्यार से तेरी ली उसने ,... "
और जबतक गुड्डी कुछ समझती , रीनू ने जबरदस्ती , पूरी ताकत से उसका सर झुका के होंठ सीधे कमल जीजू के सुपाड़े पर ,
गुड्डी ने आँखे तो बंद कर ली पर उसके होंठ , रीनू ने कमल जीजू के सुपाड़े पर ,... और कमल जीजू का मोटा सुपाड़ा ,... कौन लड़की मना कर सकती थी।
एक दो हलके हलके चुम्मियाँ , गुड्डी ने ली , पर उसने आँखे खोल दी ,...
और जब ,...
आधे घंटे तक गुदा मंथन कर जो लिंग निकलेगा तो उसकी जो हालत होगी वही , कमल जीजू के लंड की हालत थी , और झड़ने के बाद भी इतनी देर तक वो अंदर था ,
और जब इत्ती देर तक , इत्ती कस के मथानी चली थी तो , ....
गुड्डी के चेहरे पर जो भाव दिखा ,
वो लड़की गिनगिनाइ , छुड़ाने के लिए छटपटाई ,..
पर भौजाइयां होती किस काम के लिए हैं , ... रीनू भाभी उसकी थीं न वहां ,
जोर से रीनू ने उस छुड़ाने की कोशिश करती मेरी ननद के दोनों गाल कस कर दबाये , चिरैया ने मुंह खोल दिया ,
गुड्डी का पिछवाड़ा
२३,७४,६१४

गुड्डी की किस तरह , क्या कोई धुनिया रुई धुनता होगा , जिस तरह गुड्डी रानी की गांड धुनी जा रही थी , साथ में जीजू की उंगलिया तेजी से गुड्डी की सहेली के अंदर बाहर ,
गुड्डी काँप रही थी और थोड़ी देर में वो झड़ने लगी , लेकिन कमल जीजू की रफ़्तार नहीं कम हुयी
न गुड्डी की चूत में अंदर बाहर होती उनकी ऊँगली धीमी हुयी न गुड्डी की गांड में अंदर बाहर होता उनका मोटा खूंटा ,...
और बस पांच छः मिनट के अंदर गुड्डी फिर दुबारा झड़ रही थी और साथ में ,... कमल जीजू , खूंटा पूरी तरह अंदर घुसा ,... वो झड़ते हुए रुक गए , फिर दुबारा और ,... अब गुड्डी के पैरों ने जैसे जवाब दे दिया और वो वही गद्दे पर कटे पेड़ की तरह गिर पड़ी।
कमल जीजू भी साथ साथ ,...

खूंटा अभी भी मेरी ननद के पिछवाड़े पूरी तरह धंसा था , वहीँ गद्दे पर पड़ गए।
रीनू उठी और गुड्डी के पास जा कर थोड़ी देर तक उसका सर सहलाती रही , फिर जितने तकिये , कुशन , मसनद थीं सब लगा कर , उनके सहारे उसे अधलेटा , बैठा दिया।
गुड्डी एकदम थकी थेथर लग रही थी , आँखे उसकी बंद , रीनू थोड़ी देर तक उसका चेहरा , सर , खुले बाल सहलाती रही , अब वो रीनू के सीने के सहारे बैठी थी ,
" क्यों मजा आया न ननद रानी ,... " हलके से रीनू ने मेरी टीनेजर ननद के ईयर लोब्स को किस करते हुए पूछा
गुड्डी ने न जवाब दिया , न आँख खोली बस हलके से मुस्करा दी , और ये दावतनामा बहुत था उसकी रीनू भाभी के लिए , झुक के उन्होंने उस कच्ची कली के गुलाब की पंखुड़ियों को चूम लिया।
हलके से होंठ लरज के रह गए उस कली के , लेकिन रीनू लड़कियों खास तौर से कच्ची कलियों के मामले में एकदम पक्की उस्ताद थी , उसने झुक के गुड्डी की बगल में गुदगुदी लगाई और अब वो कोरी कली हंस पड़ी ,
" भाभी ,... " शिकायत भरे अंदाज में वो बोली और रीनू ने झुक कर फिर एक बार , अबकी कस के उसे चूम लिया और चिढ़ाते हुए पूछा ,
" हे बोल न मजा आया न ,गांड मरवाने में ,... "

" धत्त , जान निकल गयी , ... इत्ता दर्द हो रहा है , अभी तक ,... " बिना आंख खोले दर्द भरी आवाज में वो बोली।
" अरे रानी यही तो मजा , मारने वाले को दर्द देने में , और मरवाने वाली को दर्द सहने में ,... और मैं ये भी नहीं कहूंगी की सिर्फ पहली बार दर्द होता है , हाँ लेकिन पांच छ बार के बाद ,... सच्ची इसी दर्द में तू मजा लेने लगेगी। "
रीनू ने समझाया , और अब रीनू का एक हाथ गुड्डी के नए आये जस्ट उभरते जोबन को भी हलके सहला रहा था पुचकार रहा था। "
नहीं नहीं भाभी , अब नहीं , बस एक बार ही बहुत है ,... " घबड़ा कर वो किशोरी बोल पड़ी , फिर जोड़ा ,... " बहुत हुआ तो आगे , पीछे , नहीं। एकदम नहीं। "
अजय जीजू ने मेरी ओर देखा , और मैंने उनके होंठों पर अपने होंठ चिपका दिए और समझाया ,
"अरे जीजू , मेरी ननद है। आज तक किसी लड़की ने पिछवाड़े के लिए हाँ किया क्या जो ये करेगी , ... और कोई पिछवाड़े का रसिया है जो लड़की के मना करने पर छोड़ देगा। एक बात और , मेरी ननद ऐसी है की अभी कमल जीजू ने जित्ती मेहनत की न , उत्ती मेहनत आपके खूंटे को भी करने पड़ेगी , इस टीनेजर की देह है ही ऐसी ,... कित्ती भी रगड़ाई करियेगा , जस की तस, कसी की कसी , एकदम चिपकी।"

" अच्छा चल , मुंह में तो ले सकती है न ,... " रीनू बोली और उस की चाल मैं समझ रही थी।
" भाभी कुछ भी , बस , बस पीछे नहीं ,... " वो शोख बोली।
और कमल जीजू ने उसी समय अपना मोटा खूंटा उसके पिछवाड़े से निकाल लिया , वो भी अब आगे बढ़कर गुड्डी से सटकर बैठ गए थे। कमल जीजू के खूंटे के साथ यही गड़बड़ था , हचक कर पेलने के बाद , अच्छी तरह झड़ने के बाद भी वो थोड़ा सोया , थोड़ा जागा ही रहता था।
" अच्छा चल , एक छोटी सी चुम्मी तो बनती है न , कितने प्यार से तेरी ली उसने ,... "
और जबतक गुड्डी कुछ समझती , रीनू ने जबरदस्ती , पूरी ताकत से उसका सर झुका के होंठ सीधे कमल जीजू के सुपाड़े पर ,

गुड्डी ने आँखे तो बंद कर ली पर उसके होंठ , रीनू ने कमल जीजू के सुपाड़े पर ,... और कमल जीजू का मोटा सुपाड़ा ,... कौन लड़की मना कर सकती थी।
एक दो हलके हलके चुम्मियाँ , गुड्डी ने ली , पर उसने आँखे खोल दी ,...
और जब ,...
आधे घंटे तक गुदा मंथन कर जो लिंग निकलेगा तो उसकी जो हालत होगी वही , कमल जीजू के लंड की हालत थी , और झड़ने के बाद भी इतनी देर तक वो अंदर था ,
और जब इत्ती देर तक , इत्ती कस के मथानी चली थी तो , ....
गुड्डी के चेहरे पर जो भाव दिखा ,
वो लड़की गिनगिनाइ , छुड़ाने के लिए छटपटाई ,..
पर भौजाइयां होती किस काम के लिए हैं , ... रीनू भाभी उसकी थीं न वहां ,
जोर से रीनू ने उस छुड़ाने की कोशिश करती मेरी ननद के दोनों गाल कस कर दबाये , चिरैया ने मुंह खोल दिया ,
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