Update 3"चांदनी रात थी , कभी हल्की तो कभी तेज हवा चल रही थी ,ऊपर खुला आसमान ,काफी मनमोहक नजारा था उस रात "
"रात के करीब दो बज रहे थे"
"गुड्डू की करीब दो बजे नींद टूटती है और पेशाब करने के लिए खड़ा होता है , और एक नजर सभी पर डालता है "
"पहले सोनम की ओर देखता है"
"सोनम मस्त अपने पेट के बल ...