गतांक से आगे















शाम को डेयरी के काम से जब फ्री हुआ तभी मम्मी का फोन आ गया ।
मम्मी _हेलो, क्या करे हो आप?
मै_ मम्मी, कुछ नहीं बस सब काम निपटा लिया और घर के लिए निकलने ही वाला था ।
मम्मी _ आज शाम को हमें डॉक्टर अंकल के घर जाना है आज उनकी बेटी का जन्मदिन है, बड़ा जलसा कर रहे हैं ,इसलिए सबको बुलाया है, आराम से आना , फिर चलते है।
(डॉक्टर अंकल का घर हमारे गांव से लगभग 12 से 15 किलोमीटर दूर था, वो मेरे पापा के बचपन के दोस्त थे,उनकी शादी तो पापा की शादी के 5,6 साल बाद हुई थी लेकिन उन्हें कोई बच्चा नहीं था , फिर उन्होंने कई साल इलाज कराया तो भगवान ने उनकी सुनी, और उन्हें एक लड़की दे दी , आज उसका 5th जन्मदिन है, मम्मी उसी की बात कर रही थी)
मै_ ठीक है मम्मी, आता हूँ फिर तैयार होकर चलते हैं।
(फिर मैं लगभग 25 मिनट के बाद घर पर पहुंच गया, जब गाड़ी खड़ी करके अंदर गया तो देखा मम्मी शीशे के सामने खड़ी है और तैयार हो रही है, क्या मस्त लग रही हैं मम्मी,जैसे दावत में नहीं चुदने जा रही हो, मम्मी का मुंह शीशे को तरफ था और मस्त मोटी चिकनी गांड़ मेरी तरफ थी ,मैने मोबाइल निकाला और मम्मी के चुपचाप से फोटो खींचने लगा)

फिर जब मम्मी को एहसास हुआ कि मै आ गया हूं तभी मम्मी ने मुस्कुरा के पीछे देखा और कहा आ गए , चलो जल्दी से तैयार हो जाओ, नहीं तो बहुत लेट हो जाएगा,हमे लौटकर भी आना है , दावत खा कर।
मैने कहा ठीक है मम्मी, फिर मैने जाकर हाथ मुंह धोए और वापस आकर अपने कपड़े आलमारी से निकाल कर तैयारी में लग गया ।
फिर मैने मम्मी से कहा _ क्या मम्मी, ये कपड़े पहन कर जाओगी आप ?
मम्मी _ क्यों ,क्या हुआ , अच्छे नहीं लग रहे ?
मै_ नहीं मम्मी अच्छे तो बहुत हैं ,पर मुझे समझ में नहीं आ रहे हैं , एक तो पूरी पीठ आपकी खुली पड़ी है और ऊपर से ठंड के दिन हैं,फिर ये साड़ी नेट वाली।
मम्मी _ कोई नहीं ऊपर से मै गरम स्वेटर पहन लूंगी , ऐसे कौन जाएगा, अगर आपको पसंद न हो तो मै दूसरे पहन लूं , जैसा आप कहो मुझे दुनिया दारी से थोड़े हु मतलब है मुझे तो सिर्फ तुमसे मतलब है, तुम्हे पसंद आना चाहिए ।
मै_ हां मम्मी, एक बार दूसरे कपड़े पहन कर दिखाओ ये मुझे समझ नहीं आ रहे ।
(फिर मम्मी ने आलमारी खोली और मुझे एक एक करके अपनी साड़ी, पेटीकोट और ब्लाउज दिखने लगी, फिर मैने उनमें से एक को उठाकर मम्मी को दे दिया)
मम्मी _ ये वाला , पहनूं, ठीक है रुको अभी चेंज करके आती हूं ।
मै_ तो चेज करने क्या आप बाहर जाओगी ,यही पर कर लो न , कौन है यहां ?.
मम्मी _ ओह हो ! ठीक है , यही कर लेती हूं।
(फिर मम्मी ने मेरी तरफ पीठ की और अपना ब्लाउज निकाल दिया ,फिर जो मैने सलेक्ट किया था उसे पहनने लगी ,क्या मस्त चिकनी गोरी पीठ थी ,जीभ लगा दो तो रस की धार बहने लगे वहां से ,फिर मम्मी ने पेटिकोट पहना और अंदर वाला पेटीकोट निकाल दिया , अब मम्मी पेटीकोट और ब्लाउज में थी जिसमें से से उनके मोटे दूध हल्के से बहे को निकल रहे थे, फिर मम्मी ने मेरी पसंद की साड़ी पहनी , तभी मैने मम्मी से कहा मम्मी कर अपनी सेल्फी भी ले लो एक दो अच्छी लग रही हो आप, फिर मम्मी ने कहा मै क्यों लूं तुम ही ले लो न ,फिर मैने अपने फोन से मम्मी के फोटो लिए,जिसमें मम्मी ऐसी दिख रही थी।)

फिर मम्मी ने पूछा कैसे लग रही हूं मै?
मै_ बहुत अच्छी , बिल्कुल मेरी पसंद की लड़की से कम नहीं लग रही हो आप,मस्त लग रही हो।
मम्मी _ चलो ,अब तैयार हो गए हो तो ,चले अब।
मै_ हां मम्मी चलो , मम्मी एक फोटो यहां खिंचवा को अच्छी लग रही हो, फोटो भी बहुत अच्छा आएगा यहां ,आपका।
मम्मी _ ठीक है ले लो ।
(फिर मैने मम्मी का एक फोटो और किया लेकिन पीछे से )

फिर हम दोनों घर में ताला लगाकर गाड़ी से डॉक्टर अंकल के यहां निकल गए, रस्ते में मम्मी मुझसे इतनी चिपक कर बैठी कि उनके दूधी की गर्मी मेरे जिस्म में दौड़ रहीं थी,फिर करीब आधे घंटे के बाद हम अंकल के घर पहुंच गए ।
फिर मम्मी ने मुझे कई लोगों से मिलवाया और मेरी जान पहचान करवाई ,कई लोग तो ये कह रहे थे कि क्या मम्मी ने दूसरी शादी कर ली है और मैं उनका हसबैंड हूं क्या ,फिर मम्मी सबको हंसकर बताती, हसबैंड नहीं मेरा बेटा है।
फिर हमने खाना खाया और मैने मम्मी से कहा लाओ मम्मी आपके फोटो यहां भी खींच दूं याद रहेगी यहां की भी।फिर मैने मोबाइल निकाल कर मम्मी के फोटो खींचने लगा।

मम्मी को ये पता था कि मुझे कौन सी चीज पसंद है इसलिए वो हमेशा अपनी गांड़ को मेरी तरफ करके खड़ी हो जाती और फोटो खिंचवाने लगती , मुझे भी लग रहा था उनका पेटीकोट उठाकर उनकी गांड़ के छेद को खा जाऊं लेकिन यहां कैसे।फिर हम को करीब एक घंटे और उनके यहां रुके , मैने नोटिस किया कि जवान लड़के और बुड्ढे तक मम्मी की गांड़ को देखकर अपना लन्ड मसल रहे थे ,जैसे अभी उनकी गांड़ को फाड़ कर रख देंगे ।फिर कुछ दी बाद मम्मी मेरे पास आई और बोली चले , बहुत रात हो गई है ,तुम बताओ,या यहीं रुक जाएं,मैने कहा मम्मी यहां नींद कैसे आएगी आपके बिना, और कहकर मैने मम्मी की आंखों में देखा , और हल्के से स्माइल करके आंख मर दी ,घर पर ही चलो , बदले में मम्मी ने भी अपने होठ को दबाकर स्माइल करके मुझे आंख मारके कहा चलो फिर ,घर पर ही चलते हैं, मुझे भी पता चले नींद नहीं आय तो पूरी रात कहना पड़ेगा यहां ।
फिर हमने अंकल से विदाई ली ,वो बहुत हमे कहते रहे आज रात यही रुक जाएं, लेकिन मम्मी नहीं मानी और मेरे भी मन में नहीं था ,फिर फाइनली हम लोग वहां से निकले और इस समय रात के 11 बज रहे थे ।
फिर मम्मी ने पूछा_ आज तुमने बहुत फोटो खींचे हैं सब दिखा देना घर पर मुझे ,मै भी तो देखूं कैसी लग रही हूं मै?
मै_ मम्मी, फोटो में तो आप और ज्यादा सेक्सी लग रही पता है आपको?
मम्मी_ वो तो जब फोटो देखूंगी तब बताऊंगी ,अच्छा दिखने के लिए लेने वाला अच्छा होना चाहिए, तभी फोटो अच्छी आएगी।
मै_ मम्मी,लेने में तो मै बहुत एक्सपर्ट हूं, आपको नहीं पता ?
मम्मी _ मुझे कैसे पता होगा , आज पहली बार तो ली हैं तुमने , अभी घर चलके दिखा देना कैसी लग रही हूँ मै?
मै_ मम्मी, लेने के बाद तो अच्छी ही दिखाई देती है, और मैने अपना एक हाथ मम्मी की जांघों पर रख दिया चलती गाड़ी पर।
मम्मी _ गाड़ी पर ध्यान दो , कही मै गिर न जाऊं?
मै_ तभी तो आपको पकड़ रखा है मैंने।
फिर करीब आधे घंटे बाद हम लोग बातें करते करते घर पहुंच गए ।
फिर मैने गाड़ी खड़ी की और अंदर कमरे में मम्मी के पास पहुंच गया ,मैने मम्मी से कहा _ मम्मी आज आप इतनी अच्छी लग रही हो, तो अपने बेटे को गले तक नहीं लगाया आपने?
मम्मी _ मेरे पास आके बोली ,मैने कभी मन किया है ,चाहे गले लगो,चाहे बाहों में भरो ।
फिर मम्मी ने अपना स्वेटर निकाला और मुझे अपने सीने से लगा लिया जिससे मम्मी के दोनों दूधो के बीच मेरा मुंह फंसा हुआ था और क्या मस्त महक थी उनके दूधो की ,बहुत मजा आ रहा था ,फिर मैने ऐसे ही दूधो से चिपके हुए अपनी जीभ बाहर निकाली और हल्के से दूधो के ऊपर फेरने लगा। और मम्मी अपने हाथ से मेरा सर सहलाने लगी।मै करीब 5 मिनट तक उनके दूधो को ऊपर से ही चाटता रहा और वो मेरे सर को सहलाती रही।

फिर मुझे सीधा करके मेरी आंखों में देखकर मुझे हवस भरी नजरों से देख और अपने गले से लगा लिया और मेरी गर्दन और गालों पर किस करने लगी, मै भी बदले में उनकी गर्दन और उनको गालों को अपनी जीभ से हल्के हल्के चाटने लगा क्या मस्त स्वाद था और क्या महक थी उनके जिस्म की ,बस लग रहा था चाटते रहो।मै किस के साथ साथ उनके दूधो को भी हल्के हल्के दबा रहा था ।और उनके भी मुंह से हल्के हल्के सिसकारी निकल रही थी।
फिर मम्मी बोली बहुत रात हो गई है सोओगे नहीं आज क्या ,पूरी रात जगा के रखोगे ।
मै_ मम्मी मन तो नहीं कर रहा सोने का , वो दिन भी आयेगा जिस दिन आपको पूरी रात जग के रखूंगा ।
(मुझे ऐसे लग रहा था जैसे मम्मी भी मुझसे धीरे धीरे मजा लेना चाहती थी , अपनी बुर में लन्ड लेने की जल्दबाजी उन्हें भी नहीं थी और न हु मुझे उनको चोदने की जल्दबाजी थी ,शायद वो भी समझ रही थी मेरी फिलिंग को,और मै उनकी फीलिंग को)
फिर मम्मी बोली चलो खड़े खड़े बहुत देर हो गई है ,बेड पर लेट जाओ ,नहीं तो थक जाओगे, मैने कहा मम्मी कहां तक जाऊंगा अभी जो कर रहा हूँ करने दो बाकी तो सब लेटने के बाद करना होगा , फिर मम्मी ने मेरी तरफ देखा और कहा चलो लेटो बाकी बाद में कर लेना , और अपनी साड़ी निकालने को हुई ,मैने कहा मम्मी साड़ी क्यों निकाल रही हो ,आज ऐसे ही सो जाओ न, मम्मी अरे साड़ी पूरी सिमट जाएगी अगर पहन कर सोई तो, और खराब भी हो जाएगी वैसे भी आजकल तुम मेरे सब कपड़े खराब कर देते हो अगले दिन पहनने तक को नहीं छोड़ते हो, इससे अच्छा यही है कि मै साड़ी निकाल दूं, मैने कहा अच्छा निकाल देना पर दो चार फोटो तो ले लेने दो ।
मम्मी _ अरे कितने फोटो लोगे , आज ,
मै_ वहां पर कहा ठीक से ले पाया था ,यहां पर मेरी मर्जी से खिंचवाओ आप।
मम्मी _ ठीक है जल्दी ले लेना , बहुत टाइम हो गया है।
मै_ हां आप बेड पर बैठ जाओ, बस !
(फिर मैने मम्मी के अलग अलग तरीके से बेड पर बिठाकर और खड़े करके फोटो लिए , फोटो में मस्त रण्डी लग रही थीं मम्मी)

ये फोटो बेड पर लिटा कर लिया जिसमें उनकी मस्त कमर और गांड़ साफ बाहर को उठी हुई दिख रही है।
ये फोटो खड़ा करके लिया, जिसमें उनकी गदराई पीठ मस्त लग रही है।
https://ibb.co/DDCL2zS6
ये फोटो उनके श्रृंगार करने वाले स्टूल पर बिठाकर लिया जिसमें उनके दूध और उनकी बगल मस्त नजर आ रही है, उफ़ क्या मस्त मम्मी है मेरी ,मैने सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था ऐसा मस्त मॉल मुझे चोदने को भी मिलेगा ।
ये भी बेड पर लिया था , जिसमें उन्होंने अपना साड़ी का पल्लू हटा दिया है और बेड पर रख दिया है और अपनी मस्त मोटी और टाइट गांड़ मुझे दिखा रही है।

ये भी बेड का फोटो है जिसमें उन्होंने एक कमरबंद पहना हुआ है क्या मस्त लगेगी जब मै उनका पेटीकोट निकाल दूंगा और गांड़ और बुर का रस पियूंगा ।आए हाय क्या मस्त नज़ारा होगा वो ।
फिर मम्मी बोली हो गए साहब फोटो शूट तो फिर अब लेटो बहुत टाइम हो गया है देखो साढ़े ग्यारह हो गए है रात के।
फिर मम्मी ने अपनी साड़ी निकाली और जाकर बेड पर कम्बल में घुस गई मै भी पेशाब करके करके आया और अपने सभी कपड़े निकाल दिए सिर्फ नेकर पहना हुआ था , देखा तो मम्मी मुझे देख रही थी कंबल में से लेते हुए ,और बोली_ ठंड नहीं लगेगी रात में सब कपड़े निकाल दिए तुमने।
मै_ क्यों लगेगी , मेरे पास हीटर है तो ।फिर मम्मी की तरफ आंख मार दी।
मम्मी _ (मम्मी ने अपनी दोनों टांगें कंबल में फैलाई और बोली) आ जाओ हीटर गरम है, कही ठंडा न हो जाए ।
फिर मैने लाइट बंद की और आकर मम्मी के पास लेट गया ।
मम्मी _ अच्छा ,अब लेट गए , फोटो नहीं दिखाओगे मुझे ,
मै_ मैने मम्मी से कहा मम्मी फोटो आप दिन में देख लेना , या आप एक काम करो ,मैने मोबाइल खोलकर फोटो लगा दिए है आप उधर मुंह कर लो और देखती रहो, वरना मेरे मुंह पर लाइट लगेगी तो मुझे अजीब सा लगेगा।
(मम्मी समझ गई मै उसकी गांड़ में अपना लन्ड घुसेड़ना चाहता हूँ, इसलिए उन्होंने कहा ठीक है दे दो मै इधर मुंह करके देख के रही हूँ। फिर मम्मी ने अपना मुंह आगे किया और अपनी गांड़ को मेरी तरफ कर दिया )
मम्मी _ (फोटो देखते देखते ) ये फोटो देखना इसमें मेरी कमर कितनी चौड़ी लग रही है ,क्या सच में मेरी इतनी चौड़ी है?
मै_ (मम्मी की गांड़ पर लन्ड को चिपकाकर और उनके गाल के पास अपना मुंह रखके ) कौन से फोटो में , अच्छा इसमें , हां है तो बहुत चौड़ी आपकी , मम्मी, और अपने लन्ड को पूरे जोर से मम्मी की गांड़ में धकेलने लगा।
मम्मी _ धीरे से आह करके ! आह ! नहीं इसमें ज्यादा चौड़ी लग रही है वैसे इतनी चौड़ी नहीं है, मेरी।
मै_ कोई नहीं मम्मी, नहीं है तो मैं कर दूंगा इतनी चौड़ी आपकी।
मम्मी _ हां , ये तो है, है नहीं पर तुम जरूर कर दोगे मेरी चौड़ी ।
(मम्मी ने अगला फोटो निकाला जिसमें उनके दूध बहुत ज्यादा दिखाई दे रहे थे , उसे देखकर बोली, इसमें देखो ये ब्लाउज कितना ढीला लग रहा है।
मै_ मम्मी कहां ढीला है, ढीला नहीं है बस इतना है कि आपने अंदर ब्रा नहीं पहनी है, इसलिए ऐसे लग रहे हैं, लेकिन लग बहुत अच्छे रहे हैं।
मम्मी _ हां हो सकता है बरस न पहनने के कारण ऐसे लग रहे हो, लेकिन फिर भी यार बहुत ढीला है ब्लाउज मेरा।
मै_ कहां ढीला है मम्मी लाओ दिखाओ ,मैने अपना लैंड मम्मी की गांड़ में दोनो चूतड़ों के बीच रखकर बोला और मैने अपने दोनों हाथों को उनके दूधों पर रख दिया ,और उनको सहलाने लगा ।
मम्मी _ देखो न , यही पर थोड़ा नीचे हाथ रखो देखो है ढीला।
मैने_ सीधे उनके निपल पर हाथ रखे और कहा नहीं मम्मी ढीले नहीं है , अभी थोड़ी देर में सही हो जायेंगे।
मम्मी _ आह! हां मुझे भी लग रहा है, अगर ब्लाउज कितना भी ढीला होगा तो तुम इनको सेट कर ही दोगे ,और अपनी गांड़ को मेरे लन्ड पर रगड़ने लगी , और बोली धीरे, आह!!
मै_ नहीं मम्मी,ढीला नहीं करूंगा , मुझे हमेशा इनकी जरूरत पड़ती है और कहा मम्मी अपना हाथ ऊपर करना थोड़ा क्योंकि आज आपने स्लीवलेस ब्लाउज़ पहना है कुछ देखना है।
मम्मी _ मस्ती में भरते हुए ,क्या देखना है हाथ में मेरे।
मै_ आपकी कांख देखनी है कैसे है, बाल है या नहीं।
मम्मी _ आज सुबह हीं साफ किए थे हल्के फुल्के थे ,पर अभी बिलकुल चिकनी है।
मै_ हाथ ऊपर करो मै भी देखूं कितनी चिकनी है, आपकी।
(फिर मम्मी ने मस्ती से अपने दोनों हाथ ऊपर किया और मोबाइल साइड से रख दिया लॉक करके और सीधे लेट गई और बोली लो देख लो)
मैने पहले अपने दोनों हाथों को उनकी बगल में घुमाया और चेक किया उसमें एक भी बाल नहीं था और फिर मै हल्के से उठकर उनके बगल में अपना मुझ ले जाकर रख दिया और उनकी बगल को सूंघने लगा , क्या मस्त खुशबू थी हल्के पसीने और उनकी मेकअप की शायद परफ्यूम लगाया होगा, और फिर कुछ देर दोनों बगलो को सूंघा फिर अपनी जीभ निकाल कर उनकी बगल को चाटने लगा , मम्मी मस्ती से अपनी कमर उठा उठा कर अपनी बगल चटवा रही थी।
मम्मी ने धीरे से मेरे कान में कहा _ क्या खा जाओगे,इन्हें ?
मै_ और जोर से चाटते हुए ,अभी मन नहीं भरा है , मम्मी और खा लेने दो।
मम्मी _ खाली इससे मन भर जाएगा ,और कुछ नहीं ?
(पता नहीं कब जोश में उनकी बगल चाटते हुए उनके पूरा ऊपर आ गया पता ही नहीं चला, और मैं भी मम्मी को कमर से अपनी कमर को चिपका कर उनके बुर पर अपने लन्ड से झटके लगा रहा था , बस उनका पेटीकोट मेरे लन्ड और मम्मी की बुर के बीच में था ,दूध तो उनके आधे से ज्यादा नंगे ही थे जो मेरे हाथों में थे और उनके निपल को मै अपने हाथों को उंगली से रगड़ रहा था , एक दम खड़े थे )
मै_मम्मी एक बात बोलूं, आज ऐसा लग रहा है जैसे आपके जिस्म के हर हिस्से को मै अपनी जीभ से चाट लूं, बहुत मन है आज ?
मम्मी _तो खा लो मेरे जिस्म का हर हिस्सा , जो पसंद हो जहां से भी पसंद हो सारा रस निचोड़ लो और पी जाओ, आह! कहीं मै मर न जाऊं! क्या करूं मै! मेरे बेटे ! जो खाना है खा लो ,जहां से जो भी पीना है पी लो बस मुझे सुकून दिलवा दो वरना पूरी रात सो नहीं पाउंगी मै।
मै_ मम्मी चिंता मत करो , मै आपको अभी सोने भी नहीं दूंगा , जब तक मेरा मन न भर जाए ,ऐसा तो नहीं है कही आपका मन भर गया हो?
मम्मी _ अभी कहां से भर जाएगा , तुमने आदत डाल दी है मेरी , जब तुम्हारा मन भरेगा तभी मुझे सुकून मिलेगा ।
आह!और जोर से चाटो मेरी, मेरे लाल।
(फिर मै अपने मुंह को मम्मी के पेट पर लेकर गया और उनका पेट मस्ती से चाटने लगा)

जैसे जैसे मैने उनके पेट को चाटना शुरु किया उन्होंने मेरे सिर को पकड़ के अपने हाथों से जकड़ लिया और एक दम से मछली की तरह तड़पने लगी जैसे झड़ गई हो ।और मुझे छोड़कर एकदम से बिस्तर को कस के पकड़ लिया, और उसे मरोड़ने लगी ।

मै भी मस्ती में उनके पेट को चाटता रहा, और करीब 15 मिनट तक चाटने के बाद मैने अपना एक हाथ उनकी नाभि से नीचे के गया और उस जगह को सहलाने लगा , वहां से उनकी चूत की दूरी मात्र एक दो इंच ही रह गई थी ,पर बीच में पेटीकोट था ,मैने सोचा मम्मी से डायरेक्ट कहने में दिक्कत होगी कि पेटिकोट हटा दो, या ऊपर कर लो तो मैने सोचा पहले पैरों को चाटते हैं फिर धीरे से ऊपर आकर चूत को चाटेंगे, फिर मैने अपना सिर मम्मी के दोनों पैरों पर रखा और उनके तलवे अपने दोनों हाथो में लेकर चाटने लगा ,इससे मम्मी ने धीरे से अपनी दोनों टांगों को फैला दिया मैने मौका देखकर उनका पेटीकोट ऊपर की तरफ सरका दिया जो कि घुटनों पर जाकर अटक गया।मै आराम से उनके पैरो के तलवे चाटते हुए ऊपर आया और घुटनों तक उनके दोनों चिकने केले जैसे पैरों को चाटने लगा , मम्मी चटवाते समय अपनी बुर पर हाथ रखी हुई थी क्योंकि मेरा एक हाथ मम्मी की नाभि पर रखा था और अपनी बुर को सहला रही थी।
फिर ऐसे ही करीब मैने 10 मिनट तक मम्मी के दोनों पैरों को चाटा और फिर मैने अपने दोनों हाथों को मम्मी की जांघ पर रख दिया और हल्के से उन्हें फैलाने लगा , और अपने मुंह को भी मम्मी की जांघो पर रख दिया , इससे मम्मी ने अपनी दोनों जांघें फैला दीं और मैने अपने सर से उनका पेटिकोट पूरा हटाकर उनकी कमर तक सरका दिया जिससे एक बार मेरा मुंह उनकी बुर के ऊपर से गुजर गया था , शायद उनकी बुर में रस इतना ज्यादा था कि मेरी ठोड़ी में हल्का सा उनकी बुर का रस लग गया था मैने सोचा और बुर में रस इकट्ठा हो जाए तब तक मै मम्मी की जांघों को चाटता हूं फिर मैने उनकी जांघों को दोनो हाथों से फैलाकर हाथ से सहलाना स्टार्ट किया और अपनी जीभ से उनकी दोनों जांघों को चाटना स्टार्ट कर दिया मम्मी बार बार अपनी कमर को उठकर मेरे मुंह पर रख देती और रोके रहती जब मै उनकी बुर के पास तक जय अपनी जीभ को लेकर ।
मेरा तो मन कर रहा था कि अभी बुर में अपना मुंह डाल दूं और सारा रस पी जाऊं उसकी बुर का ।लेकिन मै उसकी बुर को और ज्यादा रस से भरना चाहता था और इसीलिए मैने और देर तक उनकी जांघों को चाटना चालू रखा।

करीब 15 बीस मिनट उसकी जांघों की मस्त चटाई के बाद मैने दोनों हाथों से उनके पैरो को अपने हाथों में लिया और उनकी दोनों टांगें चौड़ी कर दी जिससे उसकी बुर मेरे सामने पूरी तरह से खुल गई थी ,मै उसकी बुर को हाथ नहीं लगाना चाहता था सोचा डायरेक्ट अपने मुंह से उसकी बुर का रस पियूंगा इसलिए ऐसा किया।
शायद ऐसे दिखती होगी रात में दिखाई नहीं दिया बस बहुत हल्का सा उनका जिस्म गोरा सा दिखाई दे रहा था ।

मैने सोचा पहले मम्मी को और तड़पाते हैं फिर मैने दोनों पैरों को ऐसे ही छोड़ दिया और सीधा मम्मी के चेहरे के पास आ गया और उन्हें किस करने लगा , मम्मी भी इतनी गरम थी कि किस इतनी जोर से कर रही थी जैसे मुझे या मेरे होठों को खा जायेंगे,मै भी पूरा साथ दे रहा था उनका ,तभी अचानक मैने महसूस किया कि मम्मी का एक हाथ मेरे लन्ड को ढूंढ़ रहा है फिर मैने अपनी कमर को थोड़ा ऊपर किया तो मम्मी ने झट से मेरा नेकर नीचे कर दिया इससे अब मेरा लैंड पूरा आजाद था और मम्मी की बुर के दरवाजे पर दस्तक दे रहा था ।

मैने मम्मी को किस करते हुए कान में कहा मम्मी बहुत गलत बात है मुझे पूरा नंगा कर दिया और आपने कपड़े पहन रखे हैं , मम्मी को बिल्कुल सुध नहीं थी तभी बोली तो मुझे भी नंगा कर दो मैने कब मना किया है ,जैसे चाहे वैसे कर लो, आह!मेरे बेटे!
फिर मैने हालांकि मम्मी नीचे से बिल्कुल नंगी थी फिर भी मैने लिया और उनका पेटीकोट का नाड़ा खोला और अपने पैर से सरका कर उसे निकाल दिया अब सिर्फ हल्का सा ब्लाउज बचा था उसे भी मैने खोल दिया और जब हाथ से निकालना चाहा तो मम्मी के हाथ में फंसा था , तभी मम्मी ने अपने जिस्म को थोड़ा ऊपर किया और मैने उनके हाथों में से ब्लाउज को निकाल दिया ।
अब उस बिस्तर पर हम दोनों के जिस्म के बीच में एक धागा भी नहीं था ।
मै फिर से मम्मी के ऊपर आ गया और किस करने लगा , मम्मी ने एक हाथ से मेरा लन्ड पकड़ा और सहलाने लगी, और अपनी बुर पर रगड़ने लगी।

उस वक्त मेरा लैंड लोहे की रोड की तरह था जिसमें पता नहीं कबसे मॉल भरा हुआ था , और अभी तक निकला नहीं था , आज मन बना लिया था को सारा मॉल आज मम्मी के मुंह में दूंगा चाहे कुछ भी हो जाए , कितना भी रात हो जाए ।
फिर मम्मी ने मेरे लन्ड का सुपाड़ा पकड़ा और महसूस किया कि मेरे लन्ड पर प्रीकम झलक रहा है और अपने हाथ के अंगूठे से उसे रगड़ने लगी।
फिर मैने मम्मी के कान में कहा _ मम्मी क्या सारा पानी ऐसे ही रगड़ रगड़ के बर्बाद कर दोगी आप?
मम्मी _ मैं कहां बर्बाद कर रही हूँ, बर्बाद तो तुम कर रहे हो जाने कब से मेरी नदी का पानी उफान मार रहा है और जाने कितना पानी अभी तक बाहर बह चुका है , उफ़! कब तक ऐसे ही बर्बाद करोगे मेरा पानी?
मै_ मम्मी, ऐसा करो ,ताकि हम दोनों का पानी बर्बाद न हो ।
मम्मी _ तुम ही कोई रास्ता बताओ ।
(और कहकर किस करने लगी और अपनी कमर उठकर अपनी बुर को मेरे लन्ड पर रगड़ने लगी , जिससे उनकी बुर का कुछ पानी मेरे लन्ड पर भी लग गया)

इस समय मेरी मम्मी की बुर इतनी गीली थी कि जरा सी गलती से मेरी मेरा लन्ड मम्मी की बुर में चला जाता , इसलिए मैने मम्मी का हाथ पकड़ा और अपने लन्ड पर रख दिया और अपनी गांड़ को थोड़ा ऊपर उठा लिया ताकि लन्ड का सुपाड़ा बुर के मुंह तक रहे अंदर न जाए ।फिर मम्मी लन्ड को पकड़कर अपनी बुर पर घिसने लगी।

तभी मैने मम्मी से कहा कि मम्मी एक काम करो आप मेरा वजन तो ज्यादा देर झेल नहीं पाओगी तो ऐसा करो आप मेरे पैरों की तरफ मुंह करके मेरे ऊपर आ जाओ ,इससे न आपका पानी बर्बाद होगा न ही मेरा, हम दोनों एक दूसरे का पानी ऐसे ही क्यों बर्बाद होने दे ,इतना कीमती जो है।
मम्मी _ हां मेरे लाल, लो मैं तुम्हारे ऊपर आ जाती हूं ,कब तक मुझे ऐसे अपने ऊपर लिटाए रहोगे, कोई भी तकलीफ हो तो तुरंत मुझे हटा देना, कहीं मस्ती में भूल जाओ।
मै_ ठीक है , आप ऊपर आओ, और अपने चूतड़ों को मेरे मुंह पर रखो।
(मम्मी समझ गई कि मुझे उनकी मोती गांड़ और बुर दोनों एकसाथ चाहिए चाटने के लिए , और उन्होंने अपनी गांड़ को मेरे मुंह पर एडजस्ट किया, फिर पूछा ठीक है ,मैने दोनों हाथों से उनके चूतड़ों को पकड़ कर गांड़ को फैलाकर अपनी जीभ उनकी गांड़ के छेद पर फिराई और पूछा आप बताओ ठीक जगह है न मम्मी, मम्मी ने सिसकारी की और बोली, बिल्कुल सही जगह है ,और अपना मुंह मेरे लैंड के सुपाड़े पर रख दिया , गरम होठों के स्पर्श से मेरा लन्ड एक दम और ज्यादा तन गया और उसमें से प्री कम भी रसने लगा जिसे मम्मी ने अपने होंठ से साफ कर दिया और अंदर गटक गई, इधर मैं भी पहले मम्मी की गांड़ को कसकर दोनों हाथों से फैलाकर चाट रहा था , करीब 5 मिनट तक गांड़ चाटने के बाद मुझे महसूस हुआ कि मम्मी की बुर का रस बुर से बहकर गांड़ के छेद तक आ रहा है, शायद मम्मी इस वक्त इतनी गरम थी कि अगर गांड़ में लन्ड भी डाल देता तो मना नहीं करती)

मैने ली अपनी एक उंगली मम्मी की गांड़ में डाल दी और उसे चाटने लगा ।

उधर मम्मी भी लन्ड को खाने में बिजी थी।

वो भी मस्ती से मेरा लन्ड अपने होठों से अन्दर बाहर कर रही थी , मैं भी इतनी मस्ती में था कि पूछिए मत कितना मजा आ रहा था हम दोनों को ,शायद इसका अंदाजा हमे ही था ।
फिर मैने मम्मी के चूतड़ों को उठाया और अपना मुंह सीधे उनकी बुर के छेद पर रख दिया , आह ! क्या मस्त रसीली बुर थी ,रस इतना की बुर के आस पास हर जगह लगा था मैने अपनी जीभ मम्मी को बुर के छेद पर रखी और सब रस पीने लगा ।
उन्होंने भी अपनी कमर को मस्ती से ऊपर नीचे करके अपनी बुर को मेरे मुंह पर रगड़ना चालू कर दिया।
मैने अभी जीभ निकाली और मम्मीके बुर के छेद पर फिराने लगा और उसमे अंदर डालने लगा ।

करीब आधे घंटे तक हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे की बुर और लन्ड को चूसते चाटते रहे ,फिर मैने महसूस किया मम्मी ने अपनी गांड़ की रफ्तार बड़ा दी है ,इस समय मेरी जीभ पूरी मम्मी के बुर के छेद में घुसी हुई थी , मैं समझ गया कि मम्मी का पानी निकलने वाला है, मैने और जोर से उनके चूतड़ फैलाए और जितनी मेरी जीभ उनकी बुर में जा सकती थी मैने घूस दी और उसे बुर के अंदर ही चलाने लगा। इस वक्त मम्मी ने मेरा लन्ड अपने मुंह से निकाल दिया था और सिर्फ अपनी कमर को मेरे मुंह पर ऊपर नीचे करने में व्यस्त थी मैने भी बुर का पानी पीने के लिए बेताब था।

फिर करीब दो मिनट तक लगातार ऊपर नीचे कमर को हिलाने के बाद मम्मी ने अपनी पूरी गांड़ और कमर मेरे मुंह पर रख दी और मेरा मुंह अपने हाथों से पकड़ लिया ताकि मै बुर से मुंह गया न पाऊं, और उनकी बुर से निकल सारा रस मेरे अंदर चला गया ।

बुर का पानी निकलने के बाद भी मैने उसकी बुर को चाटना नहीं छोड़ा और कुत्ते की तरह चाटता रहा ,फिर मैने अपनी दो उंगली उनकी गांड़ के छेद पर रखकर रगड़ने लगा आओ बुर को चाटने लगा ,इसका असर के हुआ मम्मी ने वापस से मेरा लन्ड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी।

मम्मी के लन्ड चूसने के कारण मेरा भी निकलने ही वाला था ,तभी मैने मम्मी के बुर के दाने को कस कर रगड़ दिया जिससे उनकी बुर से पेशाब की धार छूट पड़ी और जो सीधे मेरे मुंह में आ गई मैं मस्ती में उसे भी अपने अंदर गटक गया।

फिर करीब 10 मिनट तक मम्मी के चूसने के बाद मैने भी अपना पूरा लैंड मम्मी के मुंह में ढकेलना स्टार्ट कर दिया और 1 मिनट धक्के लगाने के बाद मेरा पानी निकल गया जिसे मम्मी ने खुशी से पी लिया।

उसके बाद मम्मी ने फिर से मेरे लन्ड को पकड़ा और पूरा साफ करने में लग गईं।और लैंड के आस पास हर जगह चाटती रही, और मेरे लन्ड से निकले पानी को एक एक बूंद को अपने मुंह में भर कर पीने लगी।
फिर करीब 1 मिनट बाद हम दोनों सीधे हुए और हग करके एक दूसरे को किस करने लगे ।

करीब पांच मिनट तक हम दोनों ने एक दूसरे को किस किया और फिर एक दूसरे की बाहों में थककर लेट गए।












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