सभी मित्रो को काफी लंबे अंतराल के कारण क्षमा चाहता हूं, भाई लोगो टायफाइड बुखार हो गया था मुझे काफी दिन से तबियत ठीक नहीं थी इसलिए अपडेट नहीं दे पाया अब जाकर थोड़ी ठीक हुई है ।
खैर आप सब के लिए हाजिर है गतांक से आगे का अपडेट












जैसा कि हम लोग घूमने के लिए नैनीताल चले गए जहां मम्मी ने शायद आंशिक रूप से मुझे अपने पति के रूप में मान लिया और मेरी पसंद की नाईटी पहनकर बिस्तर पर मेरा इंतजार कर रही थी , मै भी अपने सारे कपड़े निकाल कर सिर्फ अंडरवियर और बनियान में मम्मी के पास आकर लेट गया ।
मैने लाइट बंद की और मम्मी के पास आकर बोला _ मम्मी,यार मुझे तो अभी से ठंड लग रही है यहां तो मौसम भी बहुत ठंडा है।
मम्मी _ कोई बात नहीं , मै हूं न अपनी जान के लिए , मेरे होते हुए ठंड कैसे लग सकती है।
मै_ मम्मी आपने अपनी मांग में सिंदूर क्यों नहीं लगाया , आज , सब सब श्रृंगार किया था तो ?
मम्मी _ यहां लगाते हुए अजीब सा मन हो रहा था इसलिए नहीं लगाया, अगर तुम्हारा मन हो रहा हो तो मै अभी मांग भर लेती हूं।
मै_ मम्मी एक बात कहूं,आपसे?
मम्मी _ (मेरे पास बिल्कुल मुझसे चिपककर) हां कहो न ।
मै_ आज मै आपकी मांग भर दूं तो।
मम्मी _ इसका मतलब ,समझते हो ।
मै_ हां, बिल्कुल।
मम्मी _क्या मतलब हुआ, बताओ तो जरा।
मै_ यही की एक पति अपनी पत्नी को मांग भरता है।
मम्मी _ तो फिर उसके लिए तुम्हे मुझे अपनी पत्नी बनाना पड़ेगा ।
मै_ मै तो कब से यही सोच रहा हूं, मम्मी।
मम्मी _ तो कब बनाओगे , अभी या गांव जाकर ।
मै_ मै तो यहां पर अपनी बीबी ,बनाने के लिए ही आया हूं, बस आप हां करो।
मम्मी _ मैने तो कब से हां कर रखी है ,बस तुम्हारी हां की कमी है।
(फिर मम्मी और मै बिस्तर से उठे और मम्मी ने लाइट ऑन की और अपने पर्स से सिंदूर निकालकर मेरे हाथ पर रख दिया )
मम्मी _ ये लो भर दो मांग।
मै_ सच में मम्मी
मम्मी _ हां , जान सच में ।
फिर मैने थोड़ा सिंदूर अपने हाथ में लिया और अपने हाथ के अंगूठे से मम्मी को मांग में भर दिया ,मांग भरने के तुरंत बाद मम्मी ने मुझे अपने सीने से लगा लिया और मुझे पागलों को तरह चूमने चाटने लगी ,मै भी उन्हें अपनी बीबी समझ कर चूमने चाटने लगा ।करीब पांच मिनट तक एक दूसरे को चूमने के बाद मम्मी बोली ,अब बाकी बिस्तर पर जान ।फिर हम दोनों ने लाइट बंद की और बिस्तर पर आ गए ।
मै_ मम्मी,इसका मतलब आज से आप मेरी बीबी हो गईं।
मम्मी _ कुछ देर रुककर बोली, हां ।
मै_ तो अपने पति के लिए आज कोई गिफ्ट नहीं दोगी।
मम्मी _ मै क्या गिफ्ट दूंगी अपनी जान के लिए ,पर ये पक्का है जो मांगोगे उसके लिए मना नहीं करूंगी।
फिर मैने अपने दोनों हाथों से उनके बालों को सहलाने लगा जिससे उनका चेहरा मेरे चेहरे के पास आ गया , और मेरी सांसे उनकी सांसों से टकराने लगी और मेरे होठ उनके होंठो से टकराने लगे और हम दोनों बातें करने लगे।

मै_ मम्मी, मुझे आज अपनी बीबी को पूरे होशो हवास में चूमना है ।
मम्मी _ चूमते तो पहले भी थे ।
मै_ पहले हम दोनों अनजान बनकर एक दूसरे को चूमते थे ,आज ऐसे चूमेंगे जैसे हम दोनों एक दूसरे के लिए ही बने है। मम्मी _ ठीक है , ये बात तो है ,पहले मै भी ऐसे करती थी जैसे शायद मुझे पता ही न हो ।
इतना कहकर मै उनके दोनों दूध दबाने लगा और अपने होंठ उनके होठ पर रखकर उनके होंठों का रस पीने लगा ।

मम्मी धीरे धीरे सिसकारियां लेने लगी , और उम, सी, आह, ओह की हल्के से आवाजें करने लगी।फिर मैने मम्मी के चूतड़ों पर हाथ रखा,और उन्हें सहलाने लगा ।और बारी बारी से दोनों चूतड़ों को खोलकर उनकी गांड़ के छेद पर अपनी उंगली फिराने लगा, जिससे मम्मी ने और ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी बुर की जगह को बिल्कुल मेरे लन्ड से सटा लिया ।मै भी अपनी कमर को अपने खड़े लन्ड से उनकी बुर में धकेले जा रहा था ।
फिर करीब 10 मिनट तक उनको होंठों का रस पीने के बाद मैने अपना हाथ उनकी जांघ पर रखा और उनकी नाईटी उनकी जांघ तक उठा दी और मम्मी के कान में कहा _ मम्मी आपकी पैंटी उतारनी है थोड़ा सा अपनी गांड़ को ऊपर उठाना , मम्मी ने सुनते ही अपनी गांड़ को थोड़ा कमर से ऊपर उठाया और मैने अपना हाथ उनकी बुर के पास ले जाकर उनकी चड्डी को पकड़कर सरका के निकाल दिया ।
फिर अपने हाथ की उंगली से उनकी गांड़ के छेद को सहलाने लगा ।
मम्मी बोली_ क्या बात है ,अपनी बीबी का पिछवाड़ा बहुत ज्यादा पसंद है तुम्हे ?
मै_ हां यार , जब से इसे देखा है, लगता है इसी में घुसा रहूं, और इसका सारा रस पी जाऊं।
मम्मी _ लेकिन मेरी जान, रस तो आगे है, पीछे से कहा निकलता है?
मै_ मेरी जान , जब आगे का रस बहकर पीछे आ जाता है तो इसे चाटने का मजा ही अलग है।
मम्मी _ ये तो है , मेरे तो आगे अभी से उफान आ रहा है।
मै_ तुम्हारा ये उफान जब पूरे अर्श पर होगा तब ये बहकर पीछे वाले दरवाजे के पास आ जाएगा , तब गांड़ के छेद को चाटने में जो मजा आएगा हाय मम्मी,सच में जन्नत में पहुंच जाऊंगा मै।
मम्मी _ मुझे अपने से और ज्यादा कसकर पकड़ने के बाद बोली , तो सुहागरात कैसे मनाओगे?
मै_ मेरी जान सुहागरात तो हम रोज मना लेंगे , वो तो हम घर पर ही रहते हैं, जब चाहे तब मन लेंगे , मै तो आज अपनी बीबी को गांड़ के हर मजे को महसूस करना चाहता हूं।
मम्मी _ ठीक है मेरी जान , लगता है आज मेरी गांड़ ही फटने वाली है।
मै_ नहीं मम्मी अगर फट जाएगी तो मजा कैसे आएगा , मै तो इसे इतना प्यार दूंगा कि ये मेरे बिना रह ही न पाए ।
मम्मी _ हां मेरे राजा , इतना प्यार देना कि मुझे एक इंच भी दर्द न महसूस हो।
मै इतना कहकर मम्मी की गांड़ की तरफ बढ़ गया और उन्हें चित लिटा दिया और अपने दोनों हाथों से उनके चूतड़ों को पकड़ कर फैला दिया और उनकी गांड़ के छेद को अपनी जीभ से चाटने लगा ।

मम्मी _ जीभ लगते ही , हाय मेरे राजा, क्या मस्त जीभ है तुम्हारी, लगता है आज खाने का इरादा है।
मै_ अपनी जीभ को बाहर निकालकर बोला और एक उंगली उनके गांड़ के छेद पर रख कर बोला ,मेरी जान अगर खाऊंगा नहीं तो मजा कैसे आएगा ।
मम्मी _ आराम से खाना , मै पूरी रात खिलाऊंगी अपनी जान को ।
मै_ हां , मम्मी, मस्त गांड़ है तुम्हारी , इतना कहकर मैने फिर से अपनी जीभ को उनकी गांड़ के छेद पर रख दिया और दोनों हाथों से चूतड़ों को फैलाकर जीभ को गांड़ के अंदर डालने की कोशिश करने लगा ।
तभी मम्मी ने अचानक अपने दोनों पैर मोड़े और कुत्ते की तरह अपनी गांड़ को पीछे निकाल कर बैठ गई जिससे उनकी गांड़ का छेद हल्का सा खुल गया और मुझे उनकी गांड़ के छेद में अपनी जीभ हल्की सी जाती महसूस होने लगी।।

मम्मी _ अब ठीक है न, अब सही से चाट लो अपनी मम्मी के पिछवाड़े को , जितना चाहे मसल लो, इसको ,जितना खाना हो खा लो, जो करना हो कर लो, आज के बाद हर चीज पर तुम्हारा हक है मेरे राजा ।
मै_ और ज्यादा मस्ती से उनकी गांड़ के छेद को चाटने लगा, जिससे उनकी बुर से निकला रस बहकर उनकी गांड़ तक आने लगा ।मै उनकी बुर के रस से उनकी गांड़ को भिंगोकर चाटने लगा।मस्त रस का स्वाद था यार , क्या गांड़ का स्वाद था ,ऐसा लग रहा था जैसे बस गांड़ में घुस जाऊं मम्मी को, और मस्ती से दोनों चूतड़ों को सहला रहा था। मम्मी भी अपनी गांड़ को इधर उधर ऊपर नीचे करके मजे के रही थी और सिसकारियां भर रही थी।
करीब 15 से 20 मिनट तक मैने मम्मी की गांड़ को इतना चाटा कि वो अब इतनी चिकनी हो गई थी जैसे चूत से निकल रस के बाद चूत हो जाती है।
फिर मम्मी बोली राजा अपनी बीबी को अपना रस नहीं चखाओगे?
मै_ बिलकुल मेरी जान पर इसके लिए तुम्हे सारे कपड़े निकालने होंगे।
फिर मम्मी ने अपनी नाईटी भी उतर दी और उसके अंदर की ब्रा भी निकाल दी ,मैने भी अपनी नेकर बनियान निकाल दिया ,इस समय हम दोनों बिल्कुल नंगे थे , फिर मम्मी बोली, इतनी देर से गांड़ को चाट रहे थे थक गए होगे , लाओ मै तुम्हारी थकान थोड़ी कम कर देती हूं,फिर मम्मी ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे पैरो के पास आकर बैठकर मेरे लन्ड को हाथ में लेकर सहलाने लगी।

सच में यार , कितना मोटा है, और लंबा भी बहुत है, आज सच में महसूस कर रही हूं, और कार्य एक दो मिनट तक ऐसे ही सहलाती रही।
फिर धीरे से अपने होंठों को लन्ड पर रखा और लन्ड पर लगे प्री कम की बूंदों को चाटने लगी , फिर धीरे धीरे से मेरे लन्ड को अपने मुंह की गहराई में उतारने लगी और मस्ती से लन्ड को इस कदर चाटने लगी जैसे आइसक्रीम चूस रही हो, मै भी नीचे से अपनी कमर को उठकर अपना पूरा लन्ड उनकी घाटी में उतार रहा था और वो भी इतना लंबा लन्ड अपने मुंह में मुश्किल से ले रही थी , फिर जब मुझे ज्यादा जोश आने लगा तो मैने मम्मी से कहा मम्मी मुझे अपनी गांड़ को चाटना है ,ऐसा करो मेरे ऊपर आ जाओ और आप मेरे लन्ड को चूसना मै आपकी गांड़ को चाटूंगा, इतना कहकर मम्मी मेरे ऊपर आई और अपने भरी भरकम चौड़े पिछवाड़े को मेरे मुंह पर रख दिया मैने दोनों हाथों से उनके चूतड़ों को फैलाया और अपनी जीभ को उनकी गांड़ के छेद पर रख दिया , अब हम दोनों अपनी अपनी कमर को एक दूसरे के मुंह पर झटके देकर मारने लगे ,शायद दोनों चुसाई में इतने व्यस्त थे को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या होने वाला है।

इस पोजिशन में हम दोनों को लगभग 15 मिनट निकल गए , जब मुझे लगा कि मेरा पानी निकलने वाला है मैने मम्मी से कहा मम्मी क्या सारा पी जाओगी, या अपने छेद के लिए भी थोड़ा छोड़ोगी।
मम्मी ने अपना मुंह लन्ड से हटाया और मेरे मुंह के पास अपने थूक से सने हुए मुंह को लाई, मेरा मुंह भी थूक से सना हुआ था फिर मुझे किस करने लगी हम दोनों का थूक एक दूसरे के मुंह में चला गया और एक दूसरे के मुंह को हम दोनों चाटते रहे ,करीब 5 मिनट तक चाटने के बाद मैने मम्मी से कहा , मम्मी अब वो टाइम आ गया है जिससे मैं अपनी बीबी से वो चीज मांग लू, जो मुझे चाहिए।

मम्मी _ मांग लो जान,
मै_ मम्मी, मुझे आज सुहागरात मनानी है आपके साथ।
मम्मी _ मैने कब मना किया है, मना लो, मेरे राजा, इस पूरे शरीर पर आज से तुम्हारा हक है, क्योंकि आज मै दोबारा से सुहागिन बनी हूं, सिर्फ तुम्हारे लिया , सिर्फ अपनी जान के लिए , तो मेरा धर्म है कि मै अपने पति को खुश रखूं और उनकी हर बात मानू।
मै_ हां मेरी जान, पर मुझे सुहागरात में कुछ और चाहिए, बोलो दोगी अपने पति को?
मम्मी _ जो कहोगे वो दुंगी,जैसे कहोगे वैसे दूंगी, बस जो मन में हो बता दो, आप।
मै_ आज मुझे जी भरके तुम्हारी गांड़ की ठुकाई करनी है, मेरी जान।
मम्मी _ मै सोच ही रही थी, की आज लगता है मेरी गांड़ में ये मूसल जाने ही वाला है, पर अब पति का कहना भी मानना है, ठीक है ,गांड़ को चोद लेना,पर आराम से जिंदगी में पहली बार गांड़ में ले रही हूं, ऐसा न हो कही फट न जाए मेरी।
मै_ मेरी जान , फटने नहीं दूंगा , मुझे तो रोज लेनी है, ये , रोज इसकी सेवा करनी है।
मम्मी _ ठीक है मेरे राजा,
और कहकर अपनी गांड़ को मेरे लन्ड की तरफ करके लेट गई।
बाकी अगले अंक में ......................