- 4,193
- 23,426
- 159
माधव, चंगेज़ खान का अवतार होता जा रहा है.
कुछ दिनों में पूरा गांव उसी के बच्चे पाल रहा होगा
कुछ दिनों में पूरा गांव उसी के बच्चे पाल रहा होगा
माधव, चंगेज़ खान का अवतार होता जा रहा है.
कुछ दिनों में पूरा गांव उसी के बच्चे पाल रहा होगा
Mast update broरात को खाना खा कर सब सोने की तैयारी करने लगे और बुआ चाची से बात करने बैठ गयी और बहुत देर बाद आयी, उनके आते ही मैंने उनको बाहों में भर लिया और उठा कर पलंग पर गिरा कर उनके ऊपर चढ़ गया। आज वो भी किस करने में मेरा साथ दे रही थी और हम दोनो एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे। उन्होंने मुझे अलग करते हुए कहा रुक मुझे पेशाब लगी है और वो बाथरूम में घुस गयी जो छत पर ही बना था और उसका दरवाज़ा मेरे कमरे में ही खुलता था।
बाथरूम से सूरर्र की आवाज़ मुझे बहुत सुरीली लग रही थी, रहा नहीं गया और मैं भी उनके पीछे से घुस गया। मूतने के बाद जैसे ही बुआ खड़ी हुई तो मुझे देख कर शर्मा गयी, मैंने उनको पकड़ कर बाथरूम की दीवार से टिका दिया और चूमने लगा, मैंने एक हाथ बढ़ाया और शॉवर चालू कर दिया और हम दोनो भीगने लगे।
एक एक करके मैंने बुआ और अपने सारे कपड़े निकाल दिए और साबुन उठा कर बुआ के स्तनो पर मलने लगा गर्दन पेट नितम्ब कुछ भी नहीं छोड़ा बुआ को रगड़ रगड़ कर नहलाया।
नितंबो की दरार में, गुदा द्वार योनि सब अच्छे से साफ़ किया और बुआ आज्ञाकारी बनती हुई जैसा किया वैसा करने दे रही थी।मैंने अपने कपड़े निकाल दिए और उनके हाथ में साबुन दे दिया और उन्होंने बिलकुल बच्चे की तरह नहलाया लेकिन जब उन्होंने तने हुए लण्ड पर साबुन लगाया तो मैं बेक़ाबू हो गया और उनकी पतली काया को हवा में उठा कर योनि को ऊपर सिर उठाये हुए लण्ड पर सरका दिया और लण्ड उनकी गीली लिसलिसी योनि में सरकता चला गया, शॉवर ने हम दोनो के बदन का सारा साबुन निकाल दिया था। मैं बुआ को लण्ड पर ही बिठाये हुए कमरे में लाया और पलंग पर लटकाए हुए ही खड़े होकर उनकी चुदाई करने लगा और एक दूसरे के होंठ चबा रहे थे और बुआ अपनी मंज़िल पर पहुँच गयी। मैंने बुआ को पकड़ कर उल्टा किया और नितंबो को फैलाया और योनि में पीछे से लण्ड डाल दिया।
बुआ और मैं एक साथ ही झड़े और मैं उनकी पीठ पर सिर टिकाए हुए अपनी साँसे नियंत्रण में लाने की कोशिश कर ही रहा था कि सीढ़ियों पर आहट सुनायी दी और मैं झट से बाथरूम में चला गया और बुआ ने बिजली की तेज़ी से अपना गाउन पहना, चाची आयी थी, बिस्तर की हालत देख कर बोली क्या नहा कर सीधा लेट गयी थी।
वो मैं गिर पड़ी थी, इस लिए माधव ने उठा कर लेटा दिया गीला ही।
बुआ कराहते हुए पीछे को गयी और यही ग़लत कर दिया क्योंकि चाची का पैर सीधा उनकी चूत से बह कर टपके हुए वीर्य पर पड़ गया।
अरे ये क्या पड़ा हुआ है, चाची ने कहते हुए मेरे वीर्य को फ़र्श से हाथ पर ले लिया। ये तो ..... क्या कर रहे थे तुम दोनो??