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Incest अनोखा करवाचौथ

Vigkad

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Bohat din baad ab lag raha hai ki yeh erotic story hai..i hope jald hi inmein sexual encounter dikhayi de aur sath mein anup aur niraj inka bura hashra bhi
 

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सुबह रूबी की आंखे खुली तो अपनी हालत देख कर वो खुद ही शर्मा गई। वो बिल्कुल नंगी अपने सगे बेटे से लिपटी हुई सोई थी और साहिल का लंड पूरी तरह से तना हुआ था और उसकी जांघो में घुसा हुआ था जिससे सुपाड़ा उसकी चूत पर दस्तक दे रहा था। लंड के मोटे सुपाड़े ने चूत को पूरी तरह से ढक लिया था जिसे देखकर रूबी की सांसे एक बार फिर से उखड़ने लगी।

" हाय भगवान ये क्या घोड़े जैसा लंड हैं इसका, क्या ये चूत में घुस जायेगा। उफ्फ मेरी चूत का सत्यानाश हो जाएगा अगर घुसा तो।

तभी उसके मन में दूसरा विचार अाया कि अब मैंने चूत का करना भी क्या हैं, सब कुछ तो अपने बेटे साहिल के नाम कर ही दिया हैं तो मेरी चूत भी अब उसकी ही हुई। ये साला अनूप तो अब किसी काम का रहा नहीं अब और मेरी चूत की गर्मी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। इसलिए मुझे ही इस लंड को अपनी चूत में लेना होगा ताकि मेरी प्यास बुझ जाए और साहिल भी हमेशा पूरी तरह से मेरे काबू में रहेगा।

रूबी ने आखिरी फैसला किया और उठ गई। उसकी नजर एक बार फिर से लंड पर पड़ी और वो अपना चेहरा लंड के पास ले गई और ध्यान से देखने लगी। आज पहली बार था जब वो अपने बेटे के लंड को इतने पास से और ध्यान से देख रही थी।

उसकी लम्बाई और मोटाई को महसूस करते ही रूबी की चूत के होंठ फड़क उठे। सच में रूबी को वो अपनी कलाई से भी ज्यादा मोटा लग रहा था, बिल्कुल लाल सुर्ख सुपाड़ा किसी देसी टमाटर की तरह गोल, नशे बाहर की तरफ उभरी हुई जो उसे और खतरनाक बना रही थी। रूबी का मुंह अपने आप आगे की तरफ आया और वो लंड के पास सूंघने लगी तो उसे एक तेज भीनी भीनी सी खुशबू महसूस हुई। रूबी की आंखे मस्ती से बंद हो गई और वो लम्बी लम्बी सांसें लेने लगी। पल पल उसकी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी और उसकी जीभ अपने आप ही बाहर निकल गई और उसने लंड के सुपाड़े को चाट लिया तो रूबी के मुंह से अपने आप ही एक मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

रूबी की गर्म जीभ का एहसास लंड पर होते ही साहिल के जिस्म ने एक झटका खाया जिससे रूबी डर गई और भगाकर बाथरूम में घुस गई। रूबी ने अपनी चूत को अच्छे से साफ किया और थोड़ी देर बाद ही नहा धोकर बाहर अा गई।

उसने धीरे से साहिल को उठाया और साहिल रूबी को देखते ही उसके गाल पर किस किया और नहाने के लिए बाथरूम में घुस गया। शांता भी अा गई और घर के काम में लग गई।

साहिल नहाकर बाहर आ गया था और रूबी नाश्ता बना रही थी। जबसे रूबी को शांता की असलियत पता चली थी तब से उसने खुद ही खाना बनाना शुरू कर दिया था कि कहीं शांता खाने में कुछ मिला ना दें। शांता कोई भी काम करती थी तो रूबी की नजर उस पर हमेशा रहती थी।

साहिल और रूबी दोनो खाना खाने बैठ गई और शांता भी आज उनके साथ ही बैठी हुई थी।

शांता:" बेटी आज कल अनूप बहुत कम दिखता हैं, कहीं बाहर गया हैं क्या ?

रूबी:" नहीं हैं तो यहीं, बस आजकल काम में ज्यादा लगे रहते हैं। एक टेंडर का काम चल रहा हैं।

शांता:" अच्छा ठीक है फिर तो। अच्छा ही होगा अगर वो पहले की तरह अपना काम संभाल ले तो।

साहिल:" आप चिंता ना करे मा जी, पापा सब ठीक कर रहे हैं। आपको किसी भी चीज की दिक्कत हो तो मुझे बोल दीजिए।

शांता:" अरे नहीं बेटा, मुझे किस चीज़ की ज़रूरत होगी अब, बस सपना मिल जाती तो एक बार उसे देख लेती।

रूबी:" मा जी आप परेशान मत होइए, मै और साहिल लगे हुए हैं आपकी बेटी को ढूंढने के लिए। जल्दी ही मिल जाएगी।

खाना खाने के बाद शांता बाहर अपने कमरे की तरफ अा गई और रूबी ने दो प्लेट खाना लगाया और साहिल के साथ नीचे की तरफ चल पड़ी। आज फिर से उसने अनूप के खाने में नींद और लीमा के खाने में सेक्स पॉवर की दवा मिला दी थी। साहिल ये सब देख रहा था और स्माइल कर रहा था। थोड़ी देर बाद ही दोनो अंदर घुस गए।

अनूप और लीमा दोनो के दूसरे को गाली दे रहे थे और साहिल को देखते ही दोनो चुप हो गए। रूबी ने खाना रखा और दोनो खाने पर टूट पड़े।

साहिल:" देखो लीमा मैं जानता हूं तुम एक अच्छी लड़की हो, तुमने जो कुछ भी किया हैं जरूर किसी मजबूरी में किया होगा। अगर तुम मुझे सब बता दोगी तो मैं तुम्हारी मदद करूंगा नहीं तो तुम मरते दम तक यहीं इसी तहखाने में बंद रहोगी।

लीमा ने एक बार साहिल की तरफ देखा और फिर से खाना खाने में लग गई। साहिल इतना तो समझ गया था कि लीमा जरूर हालत की सताई हुई हैं और वो अगर सच बोल दे तो जरूर कुछ ना कुछ सच्चाई सामने अा जाएगी लेकिन लीमा अपना मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं थी।

खाना खाने के बाद देखते ही देखते अनूप फिर से नींद के आगोश में चला गया। रूबी को अपने योगा सेंटर जाना था और वो लेट हो रही थी इसलिए वो भी साहिल को बाय बोलकर चली गई। अब तहखाने में सिर्फ बेहोश पड़ा हुआ अनूप और लीमा बच गए थे।

साहिल:" देखो लीमा मेरा विश्वास करो तुम, मैं तुम्हारी मदद करूंगा। बताओ मुझे तुम

लीमा के सिर पर अब सेक्स पॉवर की सिरप का असर चढ़ गया था और वो साहिल की तरफ देखते हुए बोली:"

" तुम मेरी कोई मदद नहीं करोगे उल्टा मेरी मूह खोलते ही मैं बर्बाद हो जाऊंगी।

साहिल उसके पास अा गया और उसका हाथ पकड़ कर बोला:"

" मेरा यकीन करो, अपनी मम्मी की कसम, मैं तुम्हारे साथ कुछ भी गलत नहीं होने दूंगा।

लीमा के जिस्म में हलचल सी मचने लगी और उसके होंठो पर अपने आप ही स्माइल अा गई और साहिल को देखते हुए अपने होंठो पर जीभ फेरते हुए बोली:"

" क्या तुम सच में मेरी मदद करोगे ?

साहिल ने उसका हाथ सहलाते हुए कहा:"

" हान मेरा यकीन करो, मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा। अब बताओ क्या बात हैं?

लीमा के होंठ अब कांपने लगे थे और आंखे बंद हो गई थी। वो थोड़ा सा साहिल की taraf खिसक अाई और अपनी एक चूची को अपने हाथ से मसलते हुए बोली:'

" देखो ना मुझे पता नहीं क्या हो रहा है, मेरे सीने में दर्द हो रहा है साहिल, उफ्फ मुझे की हो रहा हैं देखो मा मेरी सांसे कितनी तेज हो गई है साहिल ?

इतना कहकर लीमा ने साहिल का हाथ अपनी चुचियों पर रख दिया और उसके हाथ पर अपना हाथ रखकर दबाने लगी और थोड़ा सा उसके पास और खिसक गई और उसकी गर्दन चाटने लगी।

साहिल की हालत खराब होने लगी और उसके हाथो की पकड़ लीमा की चूचियों पर बढ़ गई और उसने उसकी चूचियों को दबाना शुरू किया तो लीमा के मुंह से हल्की दर्द भरी मीठी आह निकल पड़ी और उसने साहिल के लंड को पकड़ लिया और पेंट के उपर से ही सहलाने लगी।

साहिल भी जवान मर्द था और बहकता चला गया। लीमा एक पल के लिए उठी और देखते ही देखते पूरी नंगी हो गई। साहिल ये देखकर पूरी तरह से मदहोश हो गया और लीमा के उपर टूट पड़ा। लीमा की गोल गोल मस्त चूचियां दबाने और मसलने लगा।

लीमा पूरी तरह से नंगी फर्श पर पड़ी हुई थी और साहिल उसकी चूचियों पर अपना दम दिखा रहा था। देखते ही देखते साहिल उसकी चूत पर अा गया और मुट्ठी में भर कर जोर से भीच दिया।

लीमा मस्ती से सिसक उठी और अपने टांगे पूरी तरह से खोल दी। साहिल उसकी चूत पर झुकता चल गया और चूसने लगा। लीमा के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी

" आह साहिल, उफ्फ कितने अच्छे हो तुम,

साहिल: बताओ ना कौन हो तुम ? क्यों हमारे साथ ये सब किया तुमने ?

साहिल ने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा। लीमा पूरी तरह से मचल उठी और बोली:"

" आह सब बता दूंगी, मुझे चोद दे साहिल नहीं तो मैं मर जाऊंगी आह।

साहिल के अपना चेहरा उठाकर एक बार लीमा की तरफ और उसे एक झटका सा लगा। साहिल अपनी आंखो पर यकीन नहीं कर पा रहा था। ये भगवान क्या ये सच हैं ?

नहीं नहीं ये नहीं हो सकता, लेकिन जो मैं देख रहा हूं वो भी तो गलत नहीं। जरूर मुझे इसकी गहराई तक जाना ही होगा।

साहिल एक झटके के साथ खड़ा हो गया और तहखाने से बाहर की तरफ निकल गया। वहीं लीमा पीछे से उसे पुकारती रह गई।
आज फिर उसकी प्यास बुझते बुझते रह गई और उसका मूड पूरी तरह से खराब हो गया।

साहिल उपर अपने कमरे में अा गया और देखा की रूबी अपने योगा सेंटर जा चुकी थी। इसलिए वो भी जल्दी से तैयार हुआ और अपने ऑफिस की तरफ निकल गया लेकिन पहले रास्ते में उसने अपना मेक अप किया और फिर से अनूप बन गया था।

साहिल ऑफिस में घुस गया और उसे देखते हुए दुबे जी खुशी के साथ उसके पास आए और बोले

" बेटा कैसे हो ? देखो टेंडर का काम बहुत अच्छे से चल रहा हैं, देखना हम समय से काफी पहले ही ऑर्डर पूरा कर लेंगे।

साहिल ने उपर से नीचे तक दुबे को ध्यान से देखा और बोला:"

" हान आप सबकी मेहनत जरूर रंग लायेगी, बस एक बार ये टेंडर पास हो जाए फिर तो सब कुछ ठीक हो जायेगा। मैं ये टेंडर सिर्फ मजदूरों और आपके जैसे पुरानी साथियों के लिए पूरा का रहा हूं बस।

दुबे:" बेटा यही तो इंसानियत हैं, कितने गरीब और कमजोर लोगो के लोगो के परिवार पल जाएंगे।

साहिल:" अच्छा ठीक हैं, एक काम करो आप मुझे इस टेंडर से जुड़ी हुई सारी फाइल लाकर दो। मैं एक बार फिर से सब चेक करता हूं।

दुबे खुशी खुशी चला गया। अब साहिल ने प्लान किया कि वो सबसे पहले ये पता करेगा कि क्या रवि मिश्रा गोआ गया भी हैं या सच में वो धोखा दे गया है। लेकिन इसके लिए एक ही रास्ता है कि जो रूम उसके लिए बुक किया था उसके बारे में पता किया जाए।

साहिल दुबे से ये सब बाते नहीं कर सकता था और पूरी कंपनी में उसे दूसरा कोई अपना ऐसा वफादार नजर नहीं आया जिस पर वो यकीन कर सके।

साहिल सोच में पड़ गया कि ये कं किसको दिया जाए कि वो गोवा जाए और नीरज मिश्रा के बारे में पता करे। आखिरकार उसे एक रास्ता सूझा और उसने अपने दोस्त आरव का नंबर मिलाया।

साहिल:" आरव कैसे हो भाई ?

आरव :' मूड खराब है यार बहुत ज्यादा। बस कमरे पर पड़ा रहता हूं यार रेखा भाभी अपने पति के साथ गोवा घूमने गई है तो मुझे भी बोला था लेकिन पैसे के चलते नहीं जा सकता था। लेकिन उसके पति को ऑफिस के काम से वापिस आना पड़ा और वो अकेली ही वहां रुक गई है।

साहिल के लिए तो जैसे ये इच्छित वर मिलने वाली बात थीं। उसने मौके को भुनाते हुए कहा:

" अरे तेरा भाई किस दिन काम आएगा यार, मैं भेज देता हूं तुम्हे गोवा। बस मेरा एक काम कर देना यार।

आरव:" हान भाई बोल ना एक क्या मैं तो तेरे दो काम कर दूंगा। तू बोल तो सही भाई।

साहिल:" देख यार मैंने एक आदमी को अपने कंपनी के काम के लिए गोआ भेजा रहा लेकिन मुझे खबर मिली हैं कि वो गोवा गया ही नहीं है। मैं उसी आदमी के होटल में बराबर वाले कमरे ने तुम्हारा रूम बुक करा दूंगा। बस तुम्हे ये पता करना होगा कि वो वहां ही हैं या नहीं ?

आरव:" ये तो बहुत आसान सा काम हैं भाई। बताओ कब जाना होगा मुझे ? आज शाम को ही निकल जाऊ क्या ?

साहिल:" ठीक हैं, मैं तुझे टिकट और कमरा नंबर सब भेजता हूं, उस आदमी की फोटो भी, बस ध्यान रखना कि उसे शक नहीं होना चाहिए।

आरव:" तू चिंता मत कर भाई, मैं बहुत सावधानी के साथ ये सब काम कर दूंगा।

साहिल ने फोन काट दिया और अपने लैपटॉप से आरव का टिकेट बुक और कमरा बुक किया और आरव को भेज दिया। साथ ही साथ उसने रवि मिश्रा की कुछ फोटो भी भेज दी।

आरव खुशी के मारे उछल रहा था। वो जानता था कि अगला एक हफ्ता उसके लिए हनीमून से कम नहीं होगा।

साहिल अपनी चेयर पर बैठा हुआ कुछ सोच रहा था तभी दुबे जी फाइल लेकर अंदर अा गए। साहिल दुबे को जाने का इशारा किया और उसने एक प्लान करते हुए पुलिस स्टेशन में कॉल किया और इंस्पेक्टर को अपना नाम बताते हुए दुबे जी का नंबर बताया एयू उसकी कॉल डिटेल्स के लिए कहा।

अनूप का मार्केट में नाम ही नाम था बस। पुलिस वाले ने 8000 में मामला फाइनल किया और अगले एक घंटे बाद उसकी सारी कॉल डिटेल्स साहिल के पास थीं लेकिन किसी भी कॉल से ऐसा नहीं साबित हो रहा था कि साहिल के बाद दुबे जी ने किसी को भी कंपनी के बारे में कोई जानकारी दी हो या कुछ भी गलत बोला हो।

मतलब एक बात साफ थी कि प्रिया झूठ बोल रही थी। इसका मतलब साफ है कि जो बात उसे रूबी ने बताई थी वो बिल्कुल सही थी। अब बस उसे इंतजार था इस बात का कि आरव रवि मिश्रा के बारे में बताए।

धीरे धीरे शाम होने लगी। दूसरी तरफ रूबी दोपहर को घर अा गई और खाना खाने के बाद आराम कर रही थी। साहिल से उसने एक बार फोन पर बात करी तो साहिल ने उसे बताया कि वो आज बहुत ज्यादा बिज़ी हैं इसलिए रात को ही घर वापिस अा पाएगा।

आरव गोवा पहुंच चुका था और उसने सबसे पहले बराबर के कमरे में देखा तो पाया कि गेट बंद था। आरव की किस्मत बहुत अच्छी थी कि उसके ठीक सामने के कमरे में रेखा रुकी थीं । जैसे ही आरव ने रेखा को कॉल करके बताया कि वो गोवा अा गया है और मोहन होटल में रुका हुआ हैं तो रेखा ने उसे बताया और जल्दी ही दोनो बाहर कॉरिडोर में खड़े हुए थे।

आरव रेखा के कमरे में घुस गया और उसको बांहों में भर लिया। रेखा भी उसके अचानक आने से मस्त हो गई।

आरव:" अच्छा एक बात बताओ ये सामने वाले कमरे में कौन रुका हुआ हैं ?

रेखा:" पता नहीं, मुझे क्या करना कोई भी, तुम अा गए सब मिल गया।

आरव समझ गया कि रेखा उसे कुछ नहीं बता सकती क्योंकि उसे नहीं पता। एक किस करने के बाद आरव बाहर अा गया और घूमने लगा। रेखा उसके पीछे पीछे ही अा गई और उसके साथ साथ ही घूम रही थी, तभी कमरे का दरवाजा खुला और उसने देखा कि एक बुज़ुर्ग आदमी करीब 65 साल के आस पास कमरे से बाहर निकला और उसने इधर उधर देखा

रेखा को वो पिछले दो दिन से उसके पति और आज एक नए लडके के साथ देखकर हैरान हो गया । उसे समझते देर नहीं लगी कि रेखा ने अपना ब्वॉय फ्रेंड बुलाया है। उसके होंठो पर स्माइल अा गई और वो आज कल के जमाने के बारे में सोचने लगा और कमरे में ताला लगाने लगा। आरव ने एक सरसरी नजर उस पर डाली और एक ही बार में समझ गया कि ये रवि मिश्रा नहीं हो सकता।

बूढ़े आदमी ने अपना कमरा बंद किया और बाहर घूमने के लिए निकल गया।

उसके जाते ही आरव बोला:"

" रेखा मैं नहा लेता हूं जब तक तुम भी फ्रेश हो जाओ, उसके बाद चलते हैं समुन्द्र किनारे।

रेखा उसे स्माइल देते हुए अपने कमरे में घुस गई और आरव ने आते ही सबसे पहले साहिल को कॉल किया

साहिल:' हान आरव पहुंच गया क्या गोवा भाई ?

आरव:' पहुंच भी गया और रवि मिश्रा के बारे में भी पता कर लिया। रवि मिश्रा यहां आया ही नहीं हैं भाई , यहां उसके कमरे में कोई 65 साल का बूढ़ा आदमी हैं उसकी जगह।

साहिल को पहले से ही उम्मीद थी और अब वो समझ गया था कि रवि मिश्रा उसके साथ खेल खेल गया हैं। साहिल बोला

" आरव ठीक हैं भाई। अब उसे किसी भी तरह से शक नहीं होना चाहिए और ना ही तुम उसके बारे में आगे कुछ बात करोगे उससे और ना ही उसका पीछा करना हैं। अब तुम रेखा भाभी के साथ अपनी मस्ती करो।

आरव:" मैं समझ गया यार, लेकिन अगर टाइम हो तो तु भी आजा, दोनो भाई मिलकर रेखा को आगे पीछे से एक साथ बजाएंगे।

साहिल:" मन तो हैं यार लेकिन मेरी अपनी मजबूरी हैं। मैं नहीं अा सकता यार, अब बाद में बात करता हूं मैं।

इतना कहकर साहिल ने फोन काट दिया और उसके बाद आरव मस्ती से झूमता हुआ रेखा भाभी के रूम में घुस गया।
 
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nice update ..ye leema ke chehre ko dekhkar kya hua sahil ko 🤔🤔 dube achcha aadmi hai wafadar ..
aur priya bhi neeraj se mil gayi phirse isliye phone karke jhooth bataya sahil ..
aur rubi ne kya bataya tha priya ke baare me iska bhi intejaar hai 🤔..
par leema agar sahil ko bata bhi deti hai to kisiko pata kaise chalega ki usne bataya sahil ko 🤔🤔🤔..
aur kya shanta aur uske saathi ke alawa bhi aur koi hai dushman 🤔🤔..
 
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साहिल के अपना चेहरा उठाकर एक बार लीमा की तरफ और उसे एक झटका सा लगा। साहिल अपनी आंखो पर यकीन नहीं कर पा रहा था। ये भगवान क्या ये सच हैं ?
ye sahil itna chaunka kyu ??? samajh nahi aaya ..chehre ko dekhkar 🤔🤔 kya leema ka chehra bhi nakli hai 🤔..
 

kingkhankar

Multiverse is real!
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सुबह रूबी की आंखे खुली तो अपनी हालत देख कर वो खुद ही शर्मा गई। वो बिल्कुल नंगी अपने सगे बेटे से लिपटी हुई सोई थी और साहिल का लंड पूरी तरह से तना हुआ था और उसकी जांघो में घुसा हुआ था जिससे सुपाड़ा उसकी चूत पर दस्तक दे रहा था। लंड के मोटे सुपाड़े ने चूत को पूरी तरह से ढक लिया था जिसे देखकर रूबी की सांसे एक बार फिर से उखड़ने लगी।

" हाय भगवान ये क्या घोड़े जैसा लंड हैं इसका, क्या ये चूत में घुस जायेगा। उफ्फ मेरी चूत का सत्यानाश हो जाएगा अगर घुसा तो।

तभी उसके मन में दूसरा विचार अाया कि अब मैंने चूत का करना भी क्या हैं, सब कुछ तो अपने बेटे साहिल के नाम कर ही दिया हैं तो मेरी चूत भी अब उसकी ही हुई। ये साला अनूप तो अब किसी काम का रहा नहीं अब और मेरी चूत की गर्मी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। इसलिए मुझे ही इस लंड को अपनी चूत में लेना होगा ताकि मेरी प्यास बुझ जाए और साहिल भी हमेशा पूरी तरह से मेरे काबू में रहेगा।

रूबी ने आखिरी फैसला किया और उठ गई। उसकी नजर एक बार फिर से लंड पर पड़ी और वो अपना चेहरा लंड के पास ले गई और ध्यान से देखने लगी। आज पहली बार था जब वो अपने बेटे के लंड को इतने पास से और ध्यान से देख रही थी।

उसकी लम्बाई और मोटाई को महसूस करते ही रूबी की चूत के होंठ फड़क उठे। सच में रूबी को वो अपनी कलाई से भी ज्यादा मोटा लग रहा था, बिल्कुल लाल सुर्ख सुपाड़ा किसी देसी टमाटर की तरह गोल, नशे बाहर की तरफ उभरी हुई जो उसे और खतरनाक बना रही थी। रूबी का मुंह अपने आप आगे की तरफ आया और वो लंड के पास सूंघने लगी तो उसे एक तेज भीनी भीनी सी खुशबू महसूस हुई। रूबी की आंखे मस्ती से बंद हो गई और वो लम्बी लम्बी सांसें लेने लगी। पल पल उसकी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी और उसकी जीभ अपने आप ही बाहर निकल गई और उसने लंड के सुपाड़े को चाट लिया तो रूबी के मुंह से अपने आप ही एक मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

रूबी की गर्म जीभ का एहसास लंड पर होते ही साहिल के जिस्म ने एक झटका खाया जिससे रूबी डर गई और भगाकर बाथरूम में घुस गई। रूबी ने अपनी चूत को अच्छे से साफ किया और थोड़ी देर बाद ही नहा धोकर बाहर अा गई।

उसने धीरे से साहिल को उठाया और साहिल रूबी को देखते ही उसके गाल पर किस किया और नहाने के लिए बाथरूम में घुस गया। शांता भी अा गई और घर के काम में लग गई।

साहिल नहाकर बाहर आ गया था और रूबी नाश्ता बना रही थी। जबसे रूबी को शांता की असलियत पता चली थी तब से उसने खुद ही खाना बनाना शुरू कर दिया था कि कहीं शांता खाने में कुछ मिला ना दें। शांता कोई भी काम करती थी तो रूबी की नजर उस पर हमेशा रहती थी।

साहिल और रूबी दोनो खाना खाने बैठ गई और शांता भी आज उनके साथ ही बैठी हुई थी।

शांता:" बेटी आज कल अनूप बहुत कम दिखता हैं, कहीं बाहर गया हैं क्या ?

रूबी:" नहीं हैं तो यहीं, बस आजकल काम में ज्यादा लगे रहते हैं। एक टेंडर का काम चल रहा हैं।

शांता:" अच्छा ठीक है फिर तो। अच्छा ही होगा अगर वो पहले की तरह अपना काम संभाल ले तो।

साहिल:" आप चिंता ना करे मा जी, पापा सब ठीक कर रहे हैं। आपको किसी भी चीज की दिक्कत हो तो मुझे बोल दीजिए।

शांता:" अरे नहीं बेटा, मुझे किस चीज़ की ज़रूरत होगी अब, बस सपना मिल जाती तो एक बार उसे देख लेती।

रूबी:" मा जी आप परेशान मत होइए, मै और साहिल लगे हुए हैं आपकी बेटी को ढूंढने के लिए। जल्दी ही मिल जाएगी।

खाना खाने के बाद शांता बाहर अपने कमरे की तरफ अा गई और रूबी ने दो प्लेट खाना लगाया और साहिल के साथ नीचे की तरफ चल पड़ी। आज फिर से उसने अनूप के खाने में नींद और लीमा के खाने में सेक्स पॉवर की दवा मिला दी थी। साहिल ये सब देख रहा था और स्माइल कर रहा था। थोड़ी देर बाद ही दोनो अंदर घुस गए।

अनूप और लीमा दोनो के दूसरे को गाली दे रहे थे और साहिल को देखते ही दोनो चुप हो गए। रूबी ने खाना रखा और दोनो खाने पर टूट पड़े।

साहिल:" देखो लीमा मैं जानता हूं तुम एक अच्छी लड़की हो, तुमने जो कुछ भी किया हैं जरूर किसी मजबूरी में किया होगा। अगर तुम मुझे सब बता दोगी तो मैं तुम्हारी मदद करूंगा नहीं तो तुम मरते दम तक यहीं इसी तहखाने में बंद रहोगी।

लीमा ने एक बार साहिल की तरफ देखा और फिर से खाना खाने में लग गई। साहिल इतना तो समझ गया था कि लीमा जरूर हालत की सताई हुई हैं और वो अगर सच बोल दे तो जरूर कुछ ना कुछ सच्चाई सामने अा जाएगी लेकिन लीमा अपना मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं थी।

खाना खाने के बाद देखते ही देखते अनूप फिर से नींद के आगोश में चला गया। रूबी को अपने योगा सेंटर जाना था और वो लेट हो रही थी इसलिए वो भी साहिल को बाय बोलकर चली गई। अब तहखाने में सिर्फ बेहोश पड़ा हुआ अनूप और लीमा बच गए थे।

साहिल:" देखो लीमा मेरा विश्वास करो तुम, मैं तुम्हारी मदद करूंगा। बताओ मुझे तुम

लीमा के सिर पर अब सेक्स पॉवर की सिरप का असर चढ़ गया था और वो साहिल की तरफ देखते हुए बोली:"

" तुम मेरी कोई मदद नहीं करोगे उल्टा मेरी मूह खोलते ही मैं बर्बाद हो जाऊंगी।

साहिल उसके पास अा गया और उसका हाथ पकड़ कर बोला:"

" मेरा यकीन करो, अपनी मम्मी की कसम, मैं तुम्हारे साथ कुछ भी गलत नहीं होने दूंगा।

लीमा के जिस्म में हलचल सी मचने लगी और उसके होंठो पर अपने आप ही स्माइल अा गई और साहिल को देखते हुए अपने होंठो पर जीभ फेरते हुए बोली:"

" क्या तुम सच में मेरी मदद करोगे ?

साहिल ने उसका हाथ सहलाते हुए कहा:"

" हान मेरा यकीन करो, मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा। अब बताओ क्या बात हैं?

लीमा के होंठ अब कांपने लगे थे और आंखे बंद हो गई थी। वो थोड़ा सा साहिल की taraf खिसक अाई और अपनी एक चूची को अपने हाथ से मसलते हुए बोली:'

" देखो ना मुझे पता नहीं क्या हो रहा है, मेरे सीने में दर्द हो रहा है साहिल, उफ्फ मुझे की हो रहा हैं देखो मा मेरी सांसे कितनी तेज हो गई है साहिल ?

इतना कहकर लीमा ने साहिल का हाथ अपनी चुचियों पर रख दिया और उसके हाथ पर अपना हाथ रखकर दबाने लगी और थोड़ा सा उसके पास और खिसक गई और उसकी गर्दन चाटने लगी।

साहिल की हालत खराब होने लगी और उसके हाथो की पकड़ लीमा की चूचियों पर बढ़ गई और उसने उसकी चूचियों को दबाना शुरू किया तो लीमा के मुंह से हल्की दर्द भरी मीठी आह निकल पड़ी और उसने साहिल के लंड को पकड़ लिया और पेंट के उपर से ही सहलाने लगी।

साहिल भी जवान मर्द था और बहकता चला गया। लीमा एक पल के लिए उठी और देखते ही देखते पूरी नंगी हो गई। साहिल ये देखकर पूरी तरह से मदहोश हो गया और लीमा के उपर टूट पड़ा। लीमा की गोल गोल मस्त चूचियां दबाने और मसलने लगा।

लीमा पूरी तरह से नंगी फर्श पर पड़ी हुई थी और साहिल उसकी चूचियों पर अपना दम दिखा रहा था। देखते ही देखते साहिल उसकी चूत पर अा गया और मुट्ठी में भर कर जोर से भीच दिया।

लीमा मस्ती से सिसक उठी और अपने टांगे पूरी तरह से खोल दी। साहिल उसकी चूत पर झुकता चल गया और चूसने लगा। लीमा के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी

" आह साहिल, उफ्फ कितने अच्छे हो तुम,

साहिल: बताओ ना कौन हो तुम ? क्यों हमारे साथ ये सब किया तुमने ?

साहिल ने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा। लीमा पूरी तरह से मचल उठी और बोली:"

" आह सब बता दूंगी, मुझे चोद दे साहिल नहीं तो मैं मर जाऊंगी आह।

साहिल के अपना चेहरा उठाकर एक बार लीमा की तरफ और उसे एक झटका सा लगा। साहिल अपनी आंखो पर यकीन नहीं कर पा रहा था। ये भगवान क्या ये सच हैं ?

नहीं नहीं ये नहीं हो सकता, लेकिन जो मैं देख रहा हूं वो भी तो गलत नहीं। जरूर मुझे इसकी गहराई तक जाना ही होगा।

साहिल एक झटके के साथ खड़ा हो गया और तहखाने से बाहर की तरफ निकल गया। वहीं लीमा पीछे से उसे पुकारती रह गई।
आज फिर उसकी प्यास बुझते बुझते रह गई और उसका मूड पूरी तरह से खराब हो गया।

साहिल उपर अपने कमरे में अा गया और देखा की रूबी अपने योगा सेंटर जा चुकी थी। इसलिए वो भी जल्दी से तैयार हुआ और अपने ऑफिस की तरफ निकल गया लेकिन पहले रास्ते में उसने अपना मेक अप किया और फिर से अनूप बन गया था।

साहिल ऑफिस में घुस गया और उसे देखते हुए दुबे जी खुशी के साथ उसके पास आए और बोले

" बेटा कैसे हो ? देखो टेंडर का काम बहुत अच्छे से चल रहा हैं, देखना हम समय से काफी पहले ही ऑर्डर पूरा कर लेंगे।

साहिल ने उपर से नीचे तक दुबे को ध्यान से देखा और बोला:"

" हान आप सबकी मेहनत जरूर रंग लायेगी, बस एक बार ये टेंडर पास हो जाए फिर तो सब कुछ ठीक हो जायेगा। मैं ये टेंडर सिर्फ मजदूरों और आपके जैसे पुरानी साथियों के लिए पूरा का रहा हूं बस।

दुबे:" बेटा यही तो इंसानियत हैं, कितने गरीब और कमजोर लोगो के लोगो के परिवार पल जाएंगे।

साहिल:" अच्छा ठीक हैं, एक काम करो आप मुझे इस टेंडर से जुड़ी हुई सारी फाइल लाकर दो। मैं एक बार फिर से सब चेक करता हूं।

दुबे खुशी खुशी चला गया। अब साहिल ने प्लान किया कि वो सबसे पहले ये पता करेगा कि क्या रवि मिश्रा गोआ गया भी हैं या सच में वो धोखा दे गया है। लेकिन इसके लिए एक ही रास्ता है कि जो रूम उसके लिए बुक किया था उसके बारे में पता किया जाए।

साहिल दुबे से ये सब बाते नहीं कर सकता था और पूरी कंपनी में उसे दूसरा कोई अपना ऐसा वफादार नजर नहीं आया जिस पर वो यकीन कर सके।

साहिल सोच में पड़ गया कि ये कं किसको दिया जाए कि वो गोवा जाए और नीरज मिश्रा के बारे में पता करे। आखिरकार उसे एक रास्ता सूझा और उसने अपने दोस्त आरव का नंबर मिलाया।

साहिल:" आरव कैसे हो भाई ?

आरव :' मूड खराब है यार बहुत ज्यादा। बस कमरे पर पड़ा रहता हूं यार रेखा भाभी अपने पति के साथ गोवा घूमने गई है तो मुझे भी बोला था लेकिन पैसे के चलते नहीं जा सकता था। लेकिन उसके पति को ऑफिस के काम से वापिस आना पड़ा और वो अकेली ही वहां रुक गई है।

साहिल के लिए तो जैसे ये इच्छित वर मिलने वाली बात थीं। उसने मौके को भुनाते हुए कहा:

" अरे तेरा भाई किस दिन काम आएगा यार, मैं भेज देता हूं तुम्हे गोवा। बस मेरा एक काम कर देना यार।

आरव:" हान भाई बोल ना एक क्या मैं तो तेरे दो काम कर दूंगा। तू बोल तो सही भाई।

साहिल:" देख यार मैंने एक आदमी को अपने कंपनी के काम के लिए गोआ भेजा रहा लेकिन मुझे खबर मिली हैं कि वो गोवा गया ही नहीं है। मैं उसी आदमी के होटल में बराबर वाले कमरे ने तुम्हारा रूम बुक करा दूंगा। बस तुम्हे ये पता करना होगा कि वो वहां ही हैं या नहीं ?

आरव:" ये तो बहुत आसान सा काम हैं भाई। बताओ कब जाना होगा मुझे ? आज शाम को ही निकल जाऊ क्या ?

साहिल:" ठीक हैं, मैं तुझे टिकट और कमरा नंबर सब भेजता हूं, उस आदमी की फोटो भी, बस ध्यान रखना कि उसे शक नहीं होना चाहिए।

आरव:" तू चिंता मत कर भाई, मैं बहुत सावधानी के साथ ये सब काम कर दूंगा।

साहिल ने फोन काट दिया और अपने लैपटॉप से आरव का टिकेट बुक और कमरा बुक किया और आरव को भेज दिया। साथ ही साथ उसने रवि मिश्रा की कुछ फोटो भी भेज दी।

आरव खुशी के मारे उछल रहा था। वो जानता था कि अगला एक हफ्ता उसके लिए हनीमून से कम नहीं होगा।

साहिल अपनी चेयर पर बैठा हुआ कुछ सोच रहा था तभी दुबे जी फाइल लेकर अंदर अा गए। साहिल दुबे को जाने का इशारा किया और उसने एक प्लान करते हुए पुलिस स्टेशन में कॉल किया और इंस्पेक्टर को अपना नाम बताते हुए दुबे जी का नंबर बताया एयू उसकी कॉल डिटेल्स के लिए कहा।

अनूप का मार्केट में नाम ही नाम था बस। पुलिस वाले ने 8000 में मामला फाइनल किया और अगले एक घंटे बाद उसकी सारी कॉल डिटेल्स साहिल के पास थीं लेकिन किसी भी कॉल से ऐसा नहीं साबित हो रहा था कि साहिल के बाद दुबे जी ने किसी को भी कंपनी के बारे में कोई जानकारी दी हो या कुछ भी गलत बोला हो।

मतलब एक बात साफ थी कि प्रिया झूठ बोल रही थी। इसका मतलब साफ है कि जो बात उसे रूबी ने बताई थी वो बिल्कुल सही थी। अब बस उसे इंतजार था इस बात का कि आरव रवि मिश्रा के बारे में बताए।

धीरे धीरे शाम होने लगी। दूसरी तरफ रूबी दोपहर को घर अा गई और खाना खाने के बाद आराम कर रही थी। साहिल से उसने एक बार फोन पर बात करी तो साहिल ने उसे बताया कि वो आज बहुत ज्यादा बिज़ी हैं इसलिए रात को ही घर वापिस अा पाएगा।

आरव गोवा पहुंच चुका था और उसने सबसे पहले बराबर के कमरे में देखा तो पाया कि गेट बंद था। आरव की किस्मत बहुत अच्छी थी कि उसके ठीक सामने के कमरे में रेखा रुकी थीं । जैसे ही आरव ने रेखा को कॉल करके बताया कि वो गोवा अा गया है और मोहन होटल में रुका हुआ हैं तो रेखा ने उसे बताया और जल्दी ही दोनो बाहर कॉरिडोर में खड़े हुए थे।

आरव रेखा के कमरे में घुस गया और उसको बांहों में भर लिया। रेखा भी उसके अचानक आने से मस्त हो गई।

आरव:" अच्छा एक बात बताओ ये सामने वाले कमरे में कौन रुका हुआ हैं ?

रेखा:" पता नहीं, मुझे क्या करना कोई भी, तुम अा गए सब मिल गया।

आरव समझ गया कि रेखा उसे कुछ नहीं बता सकती क्योंकि उसे नहीं पता। एक किस करने के बाद आरव बाहर अा गया और घूमने लगा। रेखा उसके पीछे पीछे ही अा गई और उसके साथ साथ ही घूम रही थी, तभी कमरे का दरवाजा खुला और उसने देखा कि एक बुज़ुर्ग आदमी करीब 65 साल के आस पास कमरे से बाहर निकला और उसने इधर उधर देखा

रेखा को वो पिछले दो दिन से उसके पति और आज एक नए लडके के साथ देखकर हैरान हो गया । उसे समझते देर नहीं लगी कि रेखा ने अपना ब्वॉय फ्रेंड बुलाया है। उसके होंठो पर स्माइल अा गई और वो आज कल के जमाने के बारे में सोचने लगा और कमरे में ताला लगाने लगा। आरव ने एक सरसरी नजर उस पर डाली और एक ही बार में समझ गया कि ये रवि मिश्रा नहीं हो सकता।

बूढ़े आदमी ने अपना कमरा बंद किया और बाहर घूमने के लिए निकल गया।

उसके जाते ही आरव बोला:"

" रेखा मैं नहा लेता हूं जब तक तुम भी फ्रेश हो जाओ, उसके बाद चलते हैं समुन्द्र किनारे।

रेखा उसे स्माइल देते हुए अपने कमरे में घुस गई और आरव ने आते ही सबसे पहले साहिल को कॉल किया

साहिल:' हान आरव पहुंच गया क्या गोवा भाई ?

आरव:' पहुंच भी गया और रवि मिश्रा के बारे में भी पता कर लिया। रवि मिश्रा यहां आया ही नहीं हैं भाई , यहां उसके कमरे में कोई 65 साल का बूढ़ा आदमी हैं उसकी जगह।

साहिल को पहले से ही उम्मीद थी और अब वो समझ गया था कि रवि मिश्रा उसके साथ खेल खेल गया हैं। साहिल बोला

" आरव ठीक हैं भाई। अब उसे किसी भी तरह से शक नहीं होना चाहिए और ना ही तुम उसके बारे में आगे कुछ बात करोगे उससे और ना ही उसका पीछा करना हैं। अब तुम रेखा भाभी के साथ अपनी मस्ती करो।

आरव:" मैं समझ गया यार, लेकिन अगर टाइम हो तो तु भी आजा, दोनो भाई मिलकर रेखा को आगे पीछे से एक साथ बजाएंगे।

साहिल:" मन तो हैं यार लेकिन मेरी अपनी मजबूरी हैं। मैं नहीं अा सकता यार, अब बाद में बात करता हूं मैं।

इतना कहकर साहिल ने फोन काट दिया और उसके बाद आरव मस्ती से झूमता हुआ रेखा भाभी के रूम में घुस गया।
Achha hey, everybody is playing game here.....
 

aalu

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स्पीकर पर नीरज और अनूप की आवाज उभर रही थी और उनके बीच हुई बातचीत साहिल और रूबी दोनो सुन रहे थे।

जैसे ही सिरप के बारे में बात अाई कि उसका असर अब रूबी पर हो रहा होगा तो रूबी समझ हुई कि जरूर सिरप में कुछ ऐसी चीज थी जो उसके अंदर वासना को बढ़ा रही थी।

उसके बात धीरे धीरे बात आगे बढ़ी और जैसे ही नीरज ने कि आवाज की आवाज उभरी कि तुम ये गोली रूबी को खिला देना और उसकी नंगी की वीडियो मुझे बनाकर देना तो रूबी की आंखे गुस्से से लाल होकर दहकने लगी और उसने अपनी जूती निकाल कर बिना कुछ सोचे समझे अनूप को पीटना शुरू कर दिया।

अनूप:" आह रूबी मेरी पूरी बात तो सुनो, ये सब उसकी चाल थी मैं समझ गया था, तुम मुझे गलत समझ रही हों ।

रूबी बिना रुके एक के बाद एक मारती रही और गुस्से से लगभग फुफकारते हुए बोली:"

" कुत्ते, हरामजादे तू कुत्ते की वो पूंछ हैं जो कभी सीधी नहीं हो सकती। आज तुझे ज़िंदा नहीं छोड़ने वाली मै।

अनूप दर्द से तड़पता रहा और रूबी उसे बिना बिना किसी दया के मारती रही। अनूप अपनी सफाई देता रहा और रूबी बिना कुछ सुने उसे पीटते रही।

अनूप:" साहिल बेटे तू तो मेरी बात समझने की कोशिश कर, मैं गलत नहीं हूं।

साहिल ने एक बार अनूप की तरफ देखा और उल्टे हाथ से एक जोरदार घूंसा जड़ दिया तो अनूप तड़पते हुए दूर गिरा और साहिल गुस्से से बोला:"

" साले कुत्ते, मुझे शर्म आती है कि तू मेरा बाप हैं, मैं तुझे अपनी मदद के लिए लेकर गया था और तूने वहां भी मेरा साथ नही दिया।तुझे फिर से वापिस वहीं बंद कर दूंगा उसी तहखाने में।

अनूप उसके पैरो पर गिर पड़ा और हाथ जोड़ते हुए बोला:".

" आह बेटा, मुझे एक आखिरी मौका और दे दे, अब आगे कोई गलती नहीं होगी।

साहिल ने उसकी एक टांग पकड़ी और उसे घसीटते हुए तहखाने में ले गया। अनूप चीखता रहा लेकिन रूबी और साहिल पर कोई फर्क नहीं पड़ा।

लीमा अनूप की ऐसी हालत देखकर हैरान हो गई लेकिन बोली कुछ नहीं।

अनूप:" बेटा मुझे माफ़ कर दे, देख मैं तेरा बाप हू।

साहिल ने गुस्से से उसकी तरफ देखा और उसके मुंह पर थूक दिया और बोला:"

" थू हैं तेरे जैसे बाप पर, आज के बाद तेरे मेरे सारे रिश्ते खत्म।

रूबी खाना लेकर अंदर अा गई और दो प्लेट में खाना लगा था। रूबी ने एक प्लेट लीमा को दी और वो बिना कुछ कहे चुप चाप खाना खाने लगी। वहीं अनूप ने खाने को साइड में रख दिया और फिर से हाथ जोड़कर रूबी से माफी मांगने लगा लेकिन रूबी ने उसकी तरफ गुस्से से देखा और बाहर निकल गई।

रूबी के पीछे पीछे ही साहिल भी बाहर निकल गया और तहखाने के दरवाजे को बंद कर दिया। लीमा खाना खाकर वहीं फर्श पर लेट गई और अनूप ने भी मन मारकर खाना खाया और गुस्से से लीमा की तरफ देखते हुए बोला:"

" मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था लीमा, क्यों किया तुम्हे मेरे साथ ऐसा ? देखो ना आज मेरी क्या हालत हो गई हैं।

लीमा को सचमुच उसकी हालत पर दया अा रही थी। लेकिन चाह कर अभी अब वो कुछ नहीं कर सकती थी। अनूप उसके ठीक सामने बैठा हुआ था और बार बार उससे यही सवाल किए जा रहा रहा था कि अचानक से जमीन पर लुढ़क गया।

दारू की बदबू उसके मुंह से अा रही थी और दूसरा रूबी ने अनूप को मारते हुए उसकी जेब से नींद की गोली निकाल कर अनूप के ही खाने में ही मिला दिया था। अनूप फर्श पर गिर पड़ा और लीमा समझ गई थी नींद और नशे के कारण अनूप का ये हाल हो गया है। वहीं दूसरी तरफ लीमा को अपने बदन में गर्मी सी महसूस हुई और उसके जिस्म से चिंगारी सी निकलने लगी।


वहीं दूसरी तरफ साहिल और रूबी दोनो अपने कमरे में अा गए थे और खाना खा रहे थे।

साहिल:' मम्मी ये अनूप तो साला कुत्ते की पूंछ ही निकला, इतने लंबे लंबे वादे और कितना रों रहा था साला।

रूबी थोड़ा उदास होते हुए बोली:"

" इस आदमी ने मेरी ज़िंदगी खराब कर दी है साहिल। लेकिन अब मैं भी चैन से नहीं बैठने वाली। हर एक से बदला लिया जाएगा। मैंने वो नींद की टैबलेट अनूप के खाने में मिला दी और वो विटामिन सिरप आधी दे ज्यादा लीमा के खाने में। अब सेक्स लीमा के सिर चढ़कर बोल रहा होगा और उसकी हालत ऐसी हो गई होगी कि कुत्ते को भी अपने उपर चढ़ा लेगी लेकिन वहां होगा सिर्फ अनूप और उससे कुछ होगा नहीं। कैसी रही साहिल बेटा मेरी चाल ?

साहिल:' वाह मम्मी, आपने तो कमाल कर दिया। सच में आपने एक तीर से दो शिकार कर दिए। लीमा की हालत देखने वाली हो रही होगी।

रूबी:" हान बेटा, आओ चलो देखते हैं नीचे क्या गुल खिले हुए हैं दोनो के।

इतना कहते रूबी स्माइल के साथ खड़ी हुई और साहिल उसके पीछे पीछे चल दिया। साहिल ने धीरे से तहखाने का दरवाजा हल्का सा खोल दिया और दोनो मा अपनी नजरे गड़ाए अंदर देखने लगे।

लीमा की आंखे लाल होने लगी और गला सूखता चला गया। उसे समझ नहीं अा रहा था कि उसके साथ ये सब क्या हो रहा हैं। उसके सारे जिस्म में एक अजीब सी हलचल मची हुई थी और बेचैनी में इधर उधर चक्कर काट रही थी। लीमा से जब गर्मी बर्दास्त नही हुई तो उसने कपडे उतार फेंके और सिर्फ ब्रा पेंटी में रह गई। लीमा का हाथ अपने आप उसकी चूचियों पर अा गए और उसने उन्हें सहलाना शुरू कर दिया तो उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी।

रूबी ये सब देख कर अंदर ही अंदर खुश हो रही थी लेकिन उसके जिस्म में हलचल सी शुरू हो गई थी। साहिल ठीक उसके पीछे खड़ा हुआ था और दोनो अंदर की तरफ देख रहे थे। साहिल के लंड में भी हल्का हल्का तनाव अा रहा था और वो अब रूबी को अपनी गांड़ पर महसूस हो रहा था।

लीमा की एक उंगली अपने आप ही उसकी टांगों के बीच में घुस गई और उसे अपनी जांघो के बीच में गीलेपन का एहसास हुआ। लीमा ने अपनी चूत को एक बार उपर से नीचे तक सहला दिया और उसके मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

रूबी का जिस्म पूरी तरह से गरम हो चुका रहा था। साहिल का एक हाथ उसके पेट पर टिका हुआ था और साहिल ने धीरे धीरे रूबी के पर को सहलाना शुरू कर दिया तो रूबी अपने पैरो को साहिल के पैरो पर रगड़ने लगी।

लीमा ने मस्ती से आंखे बंद करते हुए अपनी उंगली को अपनी चूत में घुसा दी और अंदर बाहर करने लगी। उसका पूरा जिस्म उसकी उंगली पर हिल रहा था लेकिन उसे उंगली से इतना मजा नहीं आ रहा था। तभी उसकी नज़र अनूप पर पड़ी और वो कुछ उम्मीद के साथ अनूप के पास अा गई। अनूप सोया हुआ था, लीमा जानती थी उसका लंड थोड़ा छोटा हैं लेकिन काम चला सकता था इसलिए उसने अनूप के लंड को बाहर निकाल लिया।

लीमा आज फिर से अनूप के लंड के साथ खेल रही थी जिसे वो काफी बार मुंह में ले चुकी थी और उससे चुद चुकी थी। लीमा के पूरे कोशिश करने के बाद लंड खड़ा नहीं हो पा रहा था।लीमा समझ गई कि ये सब उसी का तो किया धरा हैं, उसने ही अनूप को उल्टी सीधी दवा खिलाकर इस हाल में पहुंचा दिया है।

लीमा थोड़ा उदास हुई क्योंकि उसे हर हाल में लंड चाहिए था, जिस्म की आग बढ़ती जा रही थी और लीमा ने उम्मीद के साथ अनूप के लंड को मुंह में भर लिया और चूसने लगी।

ये देखकर रूबी पूरी तरह से मदहोश हो गई और साहिल के हाथ के उपर अपना हाथ रख दिया और उसे उपर की तरफ बढ़ाने लगीं और देखते ही देखते साहिल का हाथ रूबी की चूचियों पर अा गया और साहिल ने अपनी मा की चूचियां हल्के से दबा दी तो रूबी ने एक मस्ती भरी आह लेते हुए अपनी टांगो को खोल दिया और लंड ka दबाव उसकी गांड़ के अंदर तक महसूस हुआ।


अनूप की आंखे हल्की सी खुली और लीमा को अपने लंड को चूसते हुए देखकर उसके होंठो पर मुस्कान अा गईं । लीमा के लाख कोशिश करने के बाद भी जब लंड खड़ा नहीं हुआ तो गुस्से से झुंझलाते हुए उसने अनूप को एक थप्पड़ जड़ दिया।

लीमा:" नामर्द कहीं का, ना तुम किसी काम के और ना ही तुम्हारा लन्ड।

अनूप ने गुस्से से लीमा की तरफ देखा और एक के बाद एक कई थप्पड़ उसे जड़ दिए और चिल्लाते हुए बोला:"

" कमीनी कुतिया, ये सब कुछ तेरा ही किया धरा हैं। मेरी ज़िन्दगी बर्बाद कर दी तुमने।
मैं तुझे ज़िंदा नहीं छोडूंगा।



अनूप ने लीमा को पकड़ने की कोशिश लेकिन नशे और नींद के कारण वो उठ नहीं पाया और गिर पड़ा।

ये सब देखकर रूबी अंदर ही अंदर बहुत खुश हो रही थी और उसने पलट कर साहिल के होंठो पर अपने होंठ रख दिए और चूसने लगीं। साहिल ने अपनी एक उंगली की रूबी की पेंटी के अंदर घुसा दिया और रूबी उससे कसकर लिपट गई।

एक लंबे किस के बाद दोनो अलग हुए और साहिल बोला:"

" मम्मी आज तो आप बहुत खुश हूं ना ?

रूबी ने उसके होंठो पर उंगली रख दी और बोली:"

" मम्मी नहीं सिर्फ रूबी, साहिल की रूबी बोल मुझे, आह साहिल मैं सच में बहुत खुश हूं।

साहिल ने अपनी उंगली को रूबी की चूत पर फिराया तो रूबी तड़प उठी और बोली:"

" बस कर साहिल, अब बर्दाश्त नहीं होता, ले चल मुझे बेड पर साहिल मेरी जान। मैं लीमा की तरह नहीं तड़पना चाहती।

साहिल ने उसे अपनी बांहों में उठा लिया और बोला:"

"आह मम्मी, आपका बेटा आपको तड़पने नहीं देगा मेरी मा,

साहिल रूबी को लेकर चल पड़ा और दरवाजा फिर से बंद हो गया था।


अनूप के गिरने के बाद लीमा ने सुकून की सांस ली लेकिन उसकी चूत की आग पल पल बढ़ती ही जा रही थी और उसे समझ नहीं अा रहा था कि ये साथ आखिर हो क्या रहा है। वो अपनी चूत को दीवार पर रगड़ रही थी मानो चुदाई कर रही हो, लीमा पागलों की तरह हरकते कर रही थी।

साहिल के कमरे में घुसते ही रूबी उसकी गोद से मचल कर उतर गई और साहिल ने उसे पकड़कर अपने होंठो को रूबी के होंठो को चूसना शुरु कर दिया और रूबी भी उसके होंठो पर टूट पड़ी। साहिल की जीभ उसके मुंह के अंदर घुस गई और दोनो मा बेटे एक दूसरे की जीभ चूसने लगे। नीचे साहिल का लंड रूबी की चूत पर रगड़ रहा था और रूबी की चूत पूरी तरह से भीग गई थी।

किस के बाद दोनो के होंठ अलग हुए और रूबी ने अपने बेटे की आंखो में देखा तो साहिल ने आगे बढ़ते हुए अपनी मा की मैक्सी को उतार दिया और रूबी नीचे एक सफेद रंग की पतली सी समीज में अा गई और साहिल उसकी तरफ बढ़ा तो रूबी उसे कामुक समाइल देते हुए हल्की सी पीछे होती हुई दीवार से सट गई और अपने बेटे की आंखो में देखने लगी।

साहिल ने उसकी आखों में देखते हुए उसकी समीज को बीच में से पकड़ा और फाड़ दिया।समीज के फटते ही रूबी की बड़ी बड़ी और गोल गोल ठोस चूचियां बाहर उछल पड़ी।

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साहिल रूबी की चुचियों पर टूट पड़ा और देखते ही देखते एक को हाथ में भर लिया और दूसरी को मुंह में भर कर चूसने लगा। रूबी मस्ती से सिसक उठी और बोली'"

" आह साहिल मेरी जान, चूस जा मेरी चूचियां, हाय मा। उफ्फ।

साहिल ने रूबी की चूची को मुंह में लिए हुए ही उसे उठाया और बेड पर लेटा दिया तो रूबी ने उसे उपर खीच लिया और उसके होंठ चूसने लगी।


साहिल भी अपनी मा के होंठो पर टूट पड़ा और उसकी जीभ रूबी के मुंह के अंदर घुस गई। साहिल के हाथ रूबी की चूचियों को अब अच्छे से मसल रहे थे और दबा रहे थे और रूबी का जिस्म पूरी तरह से गरम हो गया था। रूबी की पेंटी पूरी तरह से भीग गई थी । साहिल ने जैसे ही रूबी ने निप्पल को हल्का सा दांतो से काटा तो रूबी मस्ती और दर्द के मारे सिसक उठी। साहिल अपने मा के मुंह से मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां सुनकर एक हाथ नीचे ले गया और उसकी चूत को पेंटी के उपर से ही मुट्ठी में भर लिया। रूबी का जिस्म उत्तेजना से कांपने लगा और उसने अपनी जांघो को पूरी तरह से कस लिया। साहिल ने थोड़ा नीचे आते हुए उसके पेट को चूमा और नीचे से एक उंगली अपनी मा की पेंटी में घुसा दी तो रूबी के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी

" आईआईआईआई सीई उई मा, हाय सहिलन बेटा आह क्या कर रहा हैं तू।

साहिल ने अपनी मा की जांघो को चूमना शुरू किया तो रूबी अपने जिस्म को इधर उधर पटकने लगी और उसकी चूचियां हवा में उछलने लगी। साहिल ने धीरे से उसकी पेंटी को साइड में सरका दिया और उसकी चूत पर उपर से नीचे तक एक उंगली फिरा दी तो रूबी मुंह से फिर से मस्ती भरी आह निकल पड़ी। साहिल ने रूबी की आंखो में देखते हुए रूबी के चूत रस से भीगी हुई उंगली को मुंह में भर लिया और चूसने लगा तो रूबी की शर्मा गई और अपनी आंखे बंद कर ली।

साहिल जैसे ही रूबी ही जांघो को चूमने लगा तो रूबी ने अपने हाथ बढ़ा दिया और पेंट के उपर से ही उसके लंड को सहलाने लगीं। साहिल ने रूबी की जांघो को खोलते हुए उसकी पेंटी को उतार दिया और रूबी ने अपनी जांघो को कसकर बंद कर लिया। साहिल ने उसकी जांघो को बिना खोले ही चूमना शुरु किया और साथ ही साथ अपनी पैंट के साथ साथ अंडर वियर भी उतार दिया। अब दोनो मा बेटे पूरी तरह से नंगे हो गए थे और जैसे ही रूबी के जांघ से साहिल का खड़ा हुआ लंड टकराया तो उसकी सांसे तेज हो गई।

साहिल ने रूबी की जांघो को खोल दिया तो रूबी ने शर्म के मारे अपना हाथ अपनी चूत पर रख दिया और साहिल का मुंह पकड़कर सीधे अपनी चूत पर टिका दिया। साहिल रूबी की चूत को करीब से देखना चाहता था अंदर तक खोल कर लेकिन रूबी उसे आज अपनी चूत नहीं दिखाना चाहती थी इसलिए उसने सीधी उसे अपनी चूत पर झुका दिया।

साहिल ने रूबी की चूत के उपर अपने होंठ टिका दिए और रूबी के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

" आह साहिल मेरे पति, मेरे बेटे आह उफ्फ ये कर दिया आह मा, अपनी मा की चूत चूस रहा है तू

रूबी ने मस्ती में आते हुए साहिल के लंड को हाथ में पकड़ लिया। रूबी का पूरा हाथ भर गया लेकिन फिर भी आधे से ज्यादा लंड बाहर था। रूबी की हालत खराब होने लगीं। ये भगवान कितना बड़ा और मोटा लन्ड हैं ये साहिल का।

साहिल ने रूबी की चूत को मुंह में भर लिया और चूसने लगा तो रूबी का पूरा जिस्म मस्ती से हिल उठा।


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साहिल की खुरदरी जीभ रूबी की चूत को अंदर तक सहला रही थी और रूबी पूरी तरह से अपनी चूत उसके मुंह में दबा रही थीं। रूबी ने साहिल के लंड को थोड़ा जोर से दबा दिया तो साहिल के मुंह से आह निकल पड़ी और उसने रूबी की आंखो में देखते हुए फिर से उसकी चूत को चूसना शुरू किया तो रूबी ने इस बार धीरे धीरे उसके लंड को सहलाना शुरु कर दिया।

जैसे जैसे साहिल की जीभ अपना कमाल दिखा रही थी वैसे वैसे ही रूबी साहिल के लंड को मुठिया रही थी। साहिल ने अपनी एक उंगली रूबी की चूत में घुसा दी तो रूबी का जिस्म उछलने लगा और उसकी चूत में हलचल होने लगी


" आह साहिल, उफ्फ नहीं बेटे, अा मेरी चूत में क्या हो रहा हैं है भगवान, आह नहीं। कितनी चूस रहा हैं।

साहिल अपनी मा के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां सुनकर जोश में अा गया और तेजी से उसकी चूत की फांकों को उंगली से रगड़ते हुए जीभ से अंदर तक चूसने लगा। रूबी ने जोर से साहिल के लंड को कस लिया और पूरे लंड पर अपने हाथ को आगे पीछे करने लगी।

रूबी की चूत में कम्पन होना शुरू हो गया और उसने खुद ही अपनी चूचियों को चूसना शुरू किया और अपने जिस्म को बिस्तर पर पटकने लगी। साहिल ने सिर को उसने अपनी चूत पर कस कर दबा मानो उसके सिर को अपनी चूत में घुसा लेना चाहती हो।

साहिल समझ गया कि उसकी मा झड़ने वाली हैं इसलिए उसने अपनी उंगली और जीभ की गति बढ़ा दी और रूबी अब पागलों कि तरह उसके लंड को हिला रही थी जिससे साहिल के लंड में भी उबाल आने लगा।

तभी इतनी ने जोर से अपनी जांघो को भीचते हुए साहिल के मुंह को कस लिया और उसके मुंह से मस्ती भरी आज निकल पड़ी

" Aahhhhh siiiiii ueeeee meri chutttttt ye bhagwan, meri chut to gyiiii.

इसके साथ ही रूबी की चूत ने अपना गर्म गर्म रस छोड़ दिया और साहिल मस्ती से आंखे किए हुए अपनी मा के अमृत रस को पीता चला गया। रूबी के पूरी ताकत से साहिल के लंड को रगड़ दिया और इसके साथ ही साहिल के मुंह से भी मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

" Ahhhhj rubyyyy meriiiii mummmmi, aahhh ssiiiii aaah

साहिल के लंड से एक के बाद वीर्य की पिचकारी निकल पड़ी और रूबी के हाथ को वीर्य से पूरी तरह से भर दिया। रूबी ने साहिल को अपने उपर खींच लिया और दोनो मा बेटे ऐसे ही नंगे एक दूसरे से लिपट गए।

साहिल ने आज पहली महसूस किया कि अपने हाथ से लंड हिलाने और उसकी मम्मी के नाजुक हांथो से लंड हिलाने में कितना अंतर हैं। सच में उसे बेहद मजा अाया और रूबी भी आज बहुत खुश थी क्योंकि आज सालो के बाद उसकी चूत की इतने अच्छे से चुसाई हुई थीं।

दोनो मा बेटे की सांसे पूरी तरह से उखड़ी हुई थी और दोनो ऐसे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गए।
sahi hua anup ke saath kameena ko bikul uske layak treatment mili hain, kutte kee dum hain kabhi nahin sudharne wala hain.

bechara kare bhi kya lund ke haatho majboor ho chuka hain lagta hain uska chapter ab khatm ho chuka hain, ab wo bas bali dene ke liye kaam aayega.

yeh lima ke saath bhi badhiya hua kameeni ko ab pata chalega doosre ke saath bura karne ka kya anjam hota hain waise achha hua agar wo anup ko namard na banati to sahil aur ruby kaise ek doosre ke kareeb aate.

bhai dono ke beech ek steamy moment banne se phel dono down ho gaye, lekin tha bahut erotic khas kar gifs jo aapne use kiye the, ab unka next sex scene dekhne ka intejar rahega.

bhai aapke story bahot achhi hain lekin aap update regular interval pe nahin dete ho isse kahani ko samajhne mein thori problem hoti hain jyada time hone par kahani ka lay toot jata hain.

bhai bas itna kahoonga itni achhi kahani ke saath aisa treatment na karo bas hum toh fans hain request hi kar shakte hain. baaki aapki marjee.

ab agle plana ka intejar rahega aur kaun kaun hain parde ke pechhe yeh khulasa kab hota hain.
 
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