Riitesh02
Creepy Reader
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Ek no epdate tha bhai dhire dhire badal hatne lage hai.अनुप अपने इन्ही सवालो मे डूबा हुआ था कि नीरज गेस्ट हाउस के अंदर दाखिल हुआ और बोला: "
" भाई क्या हाल है ? आज यहां कैसे ऑफिस में नहीं बैठे क्या
अनुप ने नीरज को देखकर राहत की साँस ली और बोला: "
" बस ठीक है सब, आप बताओ कैसे आना हुआ? बस आराम का मन था इसलिए यहीं बैठ गया।
नीरज: " यार खेल के सामान का एक नया टेंडर आया हुआ है, लेकिन मेरे पास काम बहुत हैं तो सोचा तुझे दिला दु। करीब एक करोड़ का बजट होगा।
अनुप को नीरज एक फरिश्ते के समान लगा और बोला: "
" भाई ये तो बहुत अच्छी ख़बर बताई, सचमुच तु ही मेरा सच्चा दोस्त हैं।
नीरज:" भाई मैं तो चाहता हूं कि तुम खूब नाम कमाओ, और हमारी दोस्ती हमेशा ऐसे ही बनी रहे। क्या बात हैं तुम कुछ परेशान लग रहे हो भाई ?
अनूप को नीरज की बाते सुनकर इतना तो यकीन हो गया था कि इस दुनिया में अगर कोई उसका हमदर्द उसका साथी हैं तो वो सिर्फ नीरज हैं और वहीं इस मुश्किल समय में उसकी मदद कर सकता है। अनूप बोला:"
" भाई सच बात तो ये हैं कि कुछ भी ठीक नहीं चल रहा हैं, कोई तो है जो मुझे बर्बाद करने पर तुला हुआ है भाई।
नीरज:" क्या हुआ , सब कुछ साफ़ साफ़ बताओ आप मुझे ?
अनूप को समझ नहीं आ रहा था कि वो कहां से शुरू करे क्योंकि अगर वो अपने राज़ नीरज को बताएगा तो नीरज कहीं ना कहीं उसके बारे में गलत अनुमान ना ले लेकिन उसके पास कोई और रास्ता भी नहीं बचा था इसलिए बोला:"
" भाई किसी ने मेरे ऑफिस में कैमरे लगा दिए हैं और मेरी निगरानी कर रहा हैं कोई।
नीरज के चेहरे पर जमाने भर का आश्चर्य उभर आया और बोला:"
" ओह लेकिन ऐसा कर कौन सकता हैं भाई ? तुम्हे कैसे पता चला की कैमरे लगे हुए है ?
अनूप:" भाई वो लीमा ने देखे हैं और उसने है मुझे बताया हैं कि सब जगह कैमरे लगे हुए हैं।
नीरज:" मतबल तूने खुद नहीं देखे कि कैमरे कहां लगे हुए हैं ?
अनूप:" हिम्मत ही नहीं पड़ी मेरी तो, लीमा के बताते ही मेरी तो हालत खराब हो गई थी।
नीरज चौंकते हुए:" हालत खराब मतलब, कहूं कोई गलत काम तो नहीं कर दिया तूने कैमरे के आगे ?
अनूप को कुछ समझ नहीं आया कि क्या जवाब दे, एकदम मौनी बाबा की तरह बिल्कुल शांत।
नीरज:" अनूप मैं कुछ पूछ रहा हु, जवाब दो उसका
अनूप ने आखिरकार चुप्पी तोडने का फैसला किया क्योंकि नीरज से बड़ा उसका कोई हमदर्द इस दुनिया में दूसरा नहीं था। अनूप नजरे नीची किए हुए बोला:"
" भाई दरअसल मेरे ऑफिस से एक बेडरूम जुड़ा हुआ है जहां मैं कभी कभी आराम करता हूं।
नीरज को प्रिया सब कुछ बता चुकी थी लेकिन फिर भी उसने जबरदस्त नाटक करते हुए कहा:"
" वाह भाई, तू तो पूरा छुपा रुस्तम निकला, मतलब ऑफिस में ही मस्ती।
अनूप के चेहरे पर एक खीज साफ तौर पर उभरी हुई नजर आईं और खामोशी से बस नीरज की तरफ देखता रहा। नीरज ने उसे एक स्माइल दी और बोला:"
" मतलब तेरे ऑफिस से जुड़े हुए रूम में लगे हुए कैमरे को लीमा ने देखा, अच्छा एक बात बता ये लीमा हैं कहां ?
अनूप का मन किया कि वो रो पड़े लेकिन हिम्मत करते हुए बोला:"
" भाई लीमा तो भाग गई शायद, आज जब हम प्रिया के घर गए थे तो वहां प्रिया नहीं मिली तो डर के मारे लीमा भाग गई।
नीरज:" इसका मतलब सब कुछ लीमा का किया धरा हैं, अच्छा ये प्रिया कौन हैं और तुम उसके घर क्यों गए थे ?
अनूप:" भाई प्रिया रिसेप्शन पर जॉब करती थी और सारे कैमरे का कंट्रोल उसके ही हाथ में होता था या मेरे। लेकिन उसने धोखे से मेरे ऑफिस और कमरे में भी कैमरा लगा दिया। वो भी गायब हैं इसलिए हम उसके घर हुए थे।
नीरज:" फिर क्या हुआ ? क्या बोला उसने ?
अनूप:" बोलती क्या वो मिली नहीं हैं, प्रिया ने पता दिया था वहां कोई प्रिया नाम कि लड़की रहती ही नहीं है।
नीरज:" मतलब लीमा के साथ साथ तुम्हे प्रिय भी धोखा दे गई। तुमने तो अपने ऑफिस में ही अपने दुश्मन भर कर रखे हैं अनूप। ऐसे क्या कर पाओगे तुम ?
अनूप अपने दांत भींचते हुए बोला:" बस एक बार प्रिया मिला जाए फिर मैं सब कुछ पता लगा लूंगा उससे।
नीरज:" मैं भी कोशिश करता हूं उसे ढूंढने की। अच्छा सुन कल टेंडर की बोली लगेगी तू अा जाना वहां पर पक्का।
अनूप:" अा जाना क्या यार, मैं तेरे साथ ही चलता हूं, साला घर जाने का तो मन ही नहीं हैं आज।
नीरज:" अच्छा चल फिर मेरे साथ ही चल, तेरा भाई तेरे लिए हमेशा तैयार हैं अनूप।
नीरज खड़ा हुआ और गाड़ी लेने के लिए पार्किंग में चला गया और प्रिया को कॉल करके बताया कि अनूप को उस पर पूरा शक हो गया है और वो मेरे साथ घर ही अा रहा है इसलिए तुम रूबी के घर चली जाओ।
इसके बाद नीरज ने फोन काट दिया और गाड़ी में अनूप को लेकर घर की तरफ चल पड़ा। वहीं दूसरी तरफ साहिल घर के बाहर अा गया था और कुछ जरूरी सामान खरीद रहा था कि तभी उसकी नज़र एक ब्रांड न्यू फेरारी पर पड़ी तो उसकी आंखो को जैसे यकीन ही नहीं हुआ। कार में पीछे की सीट पर प्रिया पर बैठी हुई थी और ड्राइवर गाड़ी चला रहा था। साहिल ने अपनी गाड़ी से उसका पीछा करना शुरू कर दिया लेकिन वो समझ नहीं पा रहा था कि प्रिया के पास इतनी कीमती गाड़ी कहां से अा गई।
आगे एक चौक पर जाकर प्रिया गाड़ी से उतर गई और वहीं से आगे मुड़ते ही रूबी का घर था तो प्रिया ने अपने मोबाइल निकाला और रूबी का नंबर मिला दिया।
रूबी:" हान प्रिया बोलो
प्रिया:" मैडम दरअसल वो मुझे मकान मालिक ने निकाल दिया हैं क्या आज रात में आपके यहां गुज़ार सकती हूं।
रूबी:" हान हान प्रिया क्यों नहीं, अा जाओ तुम मेरे पास ही।
उसके बाद प्रिया ने नीरज को मेसेज कर दिया कि रूबी मान गई है और वो आज रात उसके घर पर ही रहेगी। प्रिया घर के अंदर दाखिल हो गई। बाहर दूर खड़ा हुआ साहिल ये सोचकर हैरान हो रहा था कि लीमा के बाद अब प्रिया आखिरकार हो क्या रहा हैं ये जरूर कोई बहुत बड़ी साजिश रच रहा हैं उसके परिवार के खिलाफ लेकिन मैं उसे कामयाब नहीं होने दूंगा।
लीमा अनूप की नजरो से बचकर भाग निकली और बस से उतर कर एक होटल के अंदर घुस गई। उसने एक रूम बुक किया और कमरे ने जाते ही चैन की सांस ली और अपना पसीना साफ करने लगी। थोड़ी देर के बाद वो नॉर्मल हुई और आपके बॉस को कॉल किया और बोली:"
" बॉस वो एक बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई, अनूप के ऑफिस में किसी ने कैमरा लगा दिया और मेरे सारे राज खुल गए तो मुझे जान बचाकर भागना पड़ा।
बॉस:" उफ्फ ये क्या कांड कर दिया तूने लीमा, मेरा सारा प्लान गड़बड़ हो जाएगा ऐसे तो।
लीमा कमजोर आवाज में बोली:"
" मुझे खुद कुछ भी पता नहीं चला कि कैसे ये सब हुआ, लेकिन अब मेरे पास कोई और रास्ता नहीं बचा था इसलिए भाग अाई।
बॉस:" चलो कोई बात नहीं, तुम आराम से छुपी रहो और जब तक मैं ना बोलू बाहर मत निकलना।
लीमा:" ठीक हैं, लेकिन मुझे खर्च की दिक्कत आएगी
बॉस:" तुम उसकी फिक्र मत करो, मेरा आदमी आएगा और तुम्हे पैसे दे जाएगा।
इसके बाद बॉस ने फोन काट दिया और लीमा बेड पर लेट गई और सोने की कोशिश करने लगी। धीरे धीरे रात गहराने लगी और साहिल घर लौट चुका था और उम्मीद के मुताबिक उसे प्रिया घर पर ही मिली। उसने प्रिया को एक बार सिर से लेकर पैर तक घूर कर देखा।
रूबी:" साहिल ये प्रिया को इसके मकान मालिक ने निकाल दिया है और आज ये हमारे साथ ही रहेगी।
साहिल के होंठो पर सिर्फ हल्की सी स्माइल अा गई और बोला:"
" ठीक हैं मम्मी, जैसे आपको सही लगे। मुझे क्या ऐतराज़ हो सकता हैं भला। पापा का कुछ पता नहीं एक बार कॉल करके पूछता हूं मैं उनसे।
साहिल ने अनूप का नंबर मिलाया और बोला:"
" पापा कहां है आप, कितनी रात हो गई हैं और आप घर नहीं आए ?
अनूप:" वो बेटा आज मुझे कुछ जरूरी काम हैं इसलिए आज रात घर नहीं अा पाऊंगा।
इतना कहकर अनूप ने बिना कुछ सुने फोन काट दिया और साहिल उदास हो गया।
शांता:" रूबी बेटी खाना लग गया हैं अा जाओ खाना खा लो।
रूबी:" आओ प्रिया और साहिल खाना खा लेते हैं।
साहिल बहाना बनाते हुए बोला:
" मम्मी वो मेरे दोस्त आरव का जन्म दिन है तो मुझे उसकी पार्टी में जाना होगा। आप लोग खा लीजिए।
इतना कहकर साहिल बाहर की तरफ निकल गया तो प्रिया ने राहत की सांस ली क्योंकि वो कुछ असहज महसूस कर रही थी साहिल के साथ।
शांता भी साथ ही बैठ गई और सभी खाना खाने लगे।
शांता बार बार गौर से प्रिया के चेहरे को देख रही थी और उसे ऐसा लग रहा था मानो उसकी बेटी सपना ही उसके सामने बैठी हैं। शांता फिर से बोल उठी:"
" बेटी प्रिया तुम्हे देखकर मुझे अपनी खोई हुई बेटी की याद आ रही है, बिल्कुल तेरी जैसी थी वो।
रूबी के होंठो पर स्माइल अा गई तो प्रिया भी मुस्कुरा उठी और बोली:"
" मा जी मैं भी तो आपकी बेटी जैसी ही हूं।
शांता फिर कुछ नहीं बोली और तीनो आराम से खाना खाती रही। वहीं दूसरी तरफ साहिल एक पार्क में बैठा हुआ था और प्रिया के बारे में ही सोच रहा था कि आखिर ये प्रिया चीज क्या हैं, इसका मकसद क्या हैं, कहीं ये मेरी मम्मी का ही बनाया हुआ कोई मोहरा तो नहीं हैं जो मेरे बाप की छवि को खराब करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैं। लेकिन अगर प्रिया मोहरा हैं तो फिर लीमा वाली क्या कहानी हैं कुछ तो हैं जरूर जो मुझे पता करना ही होगा।
थोड़ी देर बाद साहिल अनूप के ऑफिस के बाहर खड़ा हुआ था और दबे पांव पाइप के सहारे उपर चढ़ गया। अब वो ऑफिस के अंदर दाखिल हो चुका था और अपने मोइबल की टॉर्च के सहारे उसने कमरे के अंदर देखा तो पता चला कि कमरा तो पहले से ही खुला हुआ है और जैसे ही साहिल अंदर घुसा तो एक जोरदार मुक्का उसके पेट पर पड़ा और साहिल के मुंह से दर्द भरी आह निकल गई। कमरे में पूरी तरह से अंधेरा रहा था और कोई वहां पहले से ही मौजूद था जिसने साहिल पर अंदर घुसते ही हमला कर दिया।
साहिल को समझ नहीं आया कि ये हुआ क्या हैं और एक अजनबी उसके उपर सवार हो गया और साहिल को मारने लगा तो साहिल ने मौका देखकर उसके हाथ पकड़ लिए और एक जोरदार सिर की टक्कर उसके चहेरे पर जड़ दी जिससे वो आदमी दर्द से कराह उठा और पीछे को लुढ़क गया। साहिल ने मोबाइल की टॉर्च जलानी चाही तो पता चला कि उसका मोबाइल खराब हो गया है मुक्का लगने की वजह से तो साहिल अंधेरे में ही पुड़िया ढूंढ़ने लगा लेकिन उसे कहीं पुड़िया नहीं मिली। उस अजनबी के कराहने की आवाज साहिल के कानों में गूंज रही है तो साहिल ने उसकी तलाशी लेनी शुरू कर दी और उसकी जेब से साहिल को पुड़िया मिल गई तो साहिल ने फिर से एक जोरदार मुक्का उसके मुंह पर जड़ दिया तो वो आदमी बिजली की स्पीड से उठा और बाहर की तरफ दौड़ लगा दी। साहिल ने उसका पीछा किया क्योंकि साहिल उसका चेहरा देखना चाहता था लेकिन वो आदमी किसी छलावे के समान ही वहां से गायब हो गया।
साहिल के हाथ सिवाय पुड़िया के कुछ और नहीं लगा और वो पुड़िया लेकर घर की तरफ चल पड़ा। उसके पेट में अभी भी रह रह कर दर्द हो रहा हैं क्योंकि अजनबी ने काफी जोरदार मुक्का उसको मारा था।
रूबी खाना खाने के बाद प्रिया को अपने साथ उपर ले गई और उसे सुबह वाले रूम में छोड़ दिया ताकि वो आराम से वहां सो सके और अपने कमरे में अा गई। प्रिया बीच में मौका मिलते ही अपना काम कर चुकी थी और उसने हॉल के साथ रूबी के बेडरूम में भी एक बहुत शक्तिशाली कैमरा लगा दिया था। अनूप दारू पीकर बेहोश हो चुका था और नीरज आराम से कैमरे पर रूबी को लाइव देख रहा था।
रूबी अपने कमरे में अा गई और उसने एक ढक्कन विटामिन सिरप का पी लिया और दिन भर हुई घटनाओं के बारे में सोचने लगी तभी उसे साहिल की याद अाई जो पुड़िया लेने के लिए ऑफिस में गया था। उसने अपना फोन निकाला और साहिल का नंबर मिला दिया लेकिन साहिल का फोन खराब हो चुका था तो नंबर नहीं मिला तो रूबी परेशान हो उठी। मन ही मन वो भगवान से प्रार्थना करने लगी कि साहिल की रक्षा करना।
साहिल की गाड़ी घर के घुस गई तो रूबी तेजी से चलती हुई बाहर अाई और उसे देखकर सुकून की सांस ली। साहिल ने गाड़ी पार्क करी और रूबी के पास पहुंच गया।
रूबी: क्या हुआ बेटा, नंबर नहीं लग रहा था तुम्हारा?
साहिल ने एक एक करके सारी बात रूबी को बता दी तो रूबी तो जैसे यकीन ही नहीं कर पा रही थी। ये अच्छा हुआ कि पुड़िया साहिल के हाथ लग गई थी।
साहिल:" मम्मी प्रिया कहां हैं ?
रूबी:" बेटा वो उपर अपने कमरे में जहां सुबह हमने उसे छोड़ा था। बेचारी लड़की रात काट कर चली जाएगी ।
साहिल ने गौर से अपनी मम्मी के चेहरे को देखा और सोचने लगा कि क्या उसकी मम्मी सचमुच इतनी भोली हैं या ड्रामा कर रही हैं लेकिन वो कोई भी अंदाजा नहीं लगा पाया।
साहिल:" मम्मी और कौन हो सकता है जो पुड़िया हासिल करना चाहता है ?
रूबी:" बेटा ये ही सोचने वाली बात हैं, जरूर वहीं आदमी होगा जिसके कहने पर लीमा ने ये सब किया होगा।
साहिल ने रूबी की आंखो में झांका और बोला:"..
" कहीं ऐसा तो नहीं कि मम्मी आप सब ही ये गेम कर रही हैं ताकि आप पापा को फसा कर मेरी नजरो में खुद को सही सबूत कर सको।
रूबी के चेहरे पर घोर हैरानी के भाव उभरे और गुस्से से बोली:"
" साहिल मुझ पर कोई भी झूठा इल्ज़ाम लगाने से पहले सोच लो बेटा, मैं क्यों ऐसा करूंगी ? क्या मैं तुझ पर हमला करा सकती हूं साहिल, इतनी भी नीच नहीं हू मैं बेटा।
साहिल को रूबी की आंखो में आत्म विश्वास साफ दिखाई दिया और बोला:"
" तो फिर आपने प्रिया की सच्चाई जाने बिना उसे घर के अंदर पनाह क्यों दे दी ?
रूबी चौंकते हुए:"
" प्रिया की सच्चाई मतलब ? क्या हुआ अब ?
साहिल:" मम्मी वो एक मामूली रिसेशनिस्ट की जॉब करने वाली लड़की फेरारी में बैठ कर मोड़ तक अाई थी और उसे छोड़ने ड्राइवर आया था।
रूबी के माथे पर पसीना छलक उठा और बोला:"
" ये तुम क्या कह रहे हो बेटा? ऐसा कैसे हो सकता हैं ?
साहिल:" वही जो सच है मम्मी और ऐसा हो चुका हैं मैंने खुद अपनी आंखो से देखा हैं।
रूबी ने अपना सिर पकड़ लिया और बोली:" है भगवान ये मेरे साथ आखिर हो क्या रहा हैं ?
कौन हैं जो ये सब कर रहा है ?
साहिल ने अपनी मम्मी के कंधे पर हाथ रखा और बोला:"
" आप चिंता मत करो मम्मी, मैं सब ठीक कर दूंगा लेकिन सबसे पहले हमें प्रिया की कहानी समझनी होगी। आओ अंदर चलते हैं।
दोनो मा बेटे घर के अंदर घुस गए।
Lagta hai priya ki gand marne wali hai
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