साहिल और रूबी दोनो मा बेटे घर के अंदर घुस गए। दोनो का मकसद अब प्रिया से बात करना और उसकी सच्चाई जानना था। वहीं जैसे ही दोनो घर के अंदर घुसे तो प्रिया और नीरज दोनो को वो फिर से कैमरे पर दिखाई देने लगे।
साहिल सीधे प्रिया के रूम में गया तो देखा कि वो मोबाइल में कुछ देख रही थी तो साहिल बोला:"
" क्या देख रही हो प्रिया ?
प्रिया के माथे पर परेशानी के भाव छलक पड़े और सांसे डर के मारे तेज हो गई और बोली:"
" कुछ नहीं ऐसे ही मूवी देख रही थी मैं, नींद नहीं आ रही थी।
इतना कहकर प्रिया ने मोबाइल कैमरा ऐप को बंद कर दिया लेकिन तब तक साहिल उसके पास पहुंच चुका था और बोला:"
" कौन सी मूवी देख रही हो तुम ? जरा मुझे भी तक दिखाओ।
प्रिया ने मोबाइल को छुपा लिया और स्माइल करते हुए बोली:"
" होती हैं कुछ लड़कियो की पर्सनल मूवी जो रात को देखते हैं साहिल सर।
प्रिया ने अब अपना आखिरी दांव चल दिया कि साहिल को अपने हुस्न के जाल में फंसाया जाए लेकिन साहिल जिस तरह के हालात से गुजर रहा था उसमें जिस्म की कोई गुंजाइश नहीं रह गई थी।
साहिल ने अपना हाथ आगे बढाया और प्रिया के हाथ से मोबाइल छीन लिया तो प्रिया समझ गई कि उसका खेल खत्म हो गया है तो उसने साहिल के उपर हमला कर दिया और उसके हाथ में काट लिया। साहिल को प्रिया से ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी इसलिए उसके हाथ से मोबाइल छूट गया और प्रिया बाहर की तरफ दौड़ पड़ी। जैसे ही गेट में पहुंची तो एक झटके के साथ फिर से अंदर अा गिरी क्योंकि रूबी बाहर खड़ी हुई थी और उसने प्रिया की अंदर धक्का दिया।
दर्द से कराह उठी प्रिया अंदर गिरी और साहिल अब तक संभल चुका था इसलिए उसने एक जोरदार थप्पड़ प्रिया के गाल पर रख दिया तो प्रिया के मुंह से दर्द भरी आह निकल पड़ी।
साहिल ने उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया और तब तक रूबी ने अपना दुपट्टा साहिल की तरफ बढ़ा दिया तो साहिल ने बिना कोई देर किए प्रिया के दोनो पैर एक साथ बांध दिए तो प्रिया तड़प उठी:"
" आह छोड़ दो मुझे, मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है साहिल, देखो ना मैडम मैंने तो आपकी मदद ही करी हैं।
रूबी किसी शेरनी की तरह दहाड़ती हुई बोली:"
" प्रिया तुम्हारा खेल खत्म और ये बताओ कि तुम्हारी असलियत क्या हैं ? कौन हो तुम ?
प्रिया भले ही फंस चुकी थी लेकिन बहादुरी से काम लेते हुए बोली:"
" मैं तो प्रिया हूं, आपके पति के ऑफिस में जॉब करती हूं, आपको सब पता तो हैं।
साहिल:" चुप कर अपनी बकवास, और सच सच बता कि तू किसके कहने पर ये सब कर रही हैं ? मैं तुझे फेरारी से उतरते हुए देखा चुका हूं।
प्रिया:" सर आपको कोई गलफहमी हो गई है, मैं तो कभी भी बैठी हुई फेरारी में ? क्यों गरीब का मजाक उड़ा रहे हो साहब ?
साहिल:" मम्मी ये ऐसे नहीं मानने वाली, आप एक काम करो लाल मिर्च का पाउडर लेकर आओ।
प्रिया:" प्लीज़ आप मेरी बात का यकीन कीजिए, ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा आप लोग सोच रहे हैं
रूबी ने प्रिया की एक ना सुनी और किचेन से पाउडर ले अाई तो प्रिया के चेहरे पर डर के भाव तौर पर महसूस हुए। प्रिया हाथ जोड़ते हुए बोली:"
" मैडम आप भी मुझे गलत समझ रही हैं, प्लीज़ मुझे जाने दो मैं फुटपाथ पर अपनी रात गुज़ार दूंगी।
साहिल:" मम्मी ये ऐस नहीं मानेगी, लाओ आप मिर्च का पाउडर मुझे दो।
साहिल ने मिर्च का पाउडर लिया और सीधे प्रिया के मुंह पर फेंक दिया। प्रिया जब तक आंखें बंद करती देर हो चुकी थी और उसकी आंखो में मिर्च के कारण दर्द और तेज जलन होने लगी।
प्रिया:" आह मर गई, अहहझ प्लीज़ मुझे पानी दो, मेरी आंखे जल रही है, मैं सब कुछ बता दूंगी।
साहिल ने फ्रिज से पानी की बोतल निकाल कर उसके चेहरे पर पानी डालना शुरू कर दिया। रूबी ने प्रिया के चेहरे पर से मिर्च साफ करी लेकिन फिर भी काफी देर तक प्रिया को जलन होती रही और उसकी दर्द भरी आह निकल रही थी। प्रिया ने एक बहुत बड़ी गलती कर दी कि इस कमरे में कैमरा नहीं लगाया था इसलिए नीरज देख नहीं पा रहा था कि वहां पर क्या चल रहा है। इसी बीच साहिल प्रिया के मोबाइल को खोल चुका था और उसमें कैमरा ऐप देखकर फोल्डर खोला तो वो हैरान हो गया क्योंकि उसकी घर की रिकॉर्डिंग हो रही थी। प्रिया के पास अनूप के के ऑफिस से लेकर साहिल के पुड़िया लाने तक की सब रिकॉर्डिंग मौजूद थीं।
थोड़ी देर के बाद प्रिया को कुछ आराम मिला तो साहिल बोला
" तुम तो कुछ जरूरत से ज्यादा ही तेज निकली मेरे घर की रिकॉर्डिंग, बताओ कौन हैं वो जो ये सब कर रहा हैं ?
प्रिया समझ चुकी थी कि वो पूरी तरह से फस चुकी है और उसके पास कोई और रास्ता नहीं बचा है तो उसने अपना मुंह खोल दिया
" नीरज तुम्हारे पापा का दोस्त, उसके कहने पर ही मैं ये सब कर रही हूं।
प्रिया की बात सुनकर साहिल और रूबी दोनो हैरान हुए लेकिन रूबी अब समझ गई थी कि अब वो अपने बेटे की नजरो में पहले जैसी इज्जत हासिल कर लेगी।
साहिल:" नीरज, लेकिन वो सब ये क्यों कर रहा हैं?
प्रिया:" वो रूबी मैडम के पीछे पड़ा हुआ हैं और उनके साथ सेक्स करके वीडियो बनाना चाहता हैं ताकि हमेशा के लिए इसे अपनी गुलाम बना सके।
साहिल:" लेकिन वो ऐसा क्यों करना चाहता है ?
प्रिया:" मुझे इससे ज्यादा कुछ नहीं पता, बस उसने मुझे कहा था कि वो अनूप को बर्बाद करना चाहता हैं और उसके परिवार की इज्जत को मिट्टी में मिलाना ही उसका मकसद हैं।
साहिल:" ये लीमा कौन है और उसका नीरज से क्या रिश्ता हैं ?
प्रिया:" लीमा एक मजबूर औरत हैं जो तुम्हारे पापा के ऑफिस में काम करती है। बेचारी अनाथ हैं और बड़ी मुश्किल से शादी हुई थी लेकिन बदकिस्मती से पति मर गया और फिर उसने तुम्हारे यहां जॉब शुरू कर दी। वो किसके कहने पर ये सब कर रही हैं मुझे नहीं पता। जहां तक मुझे पता हैं उसका नीरज से कोई संबंध नहीं हैं जरूर कोई और भी हैं जो लीमा को अपने लिए इस्तेमाल कर रहा है।
रूबी:" बेटा मैं तुम्हे पहले ही कहती थी कि नीरज ही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन हैं।
साहिल ने बड़ी मुश्किल से अपनी नजरे उठाई और रूबी की तरफ देखा और शर्म से साहिल की नजरे अपने आप झुक गई।
प्रिया:" अब मुझे जाने दो, मैंने सब कुछ सच सच बता दिया है।
तभी प्रिया का मोबाइल बज उठा तो साहिल में देखा कि नीरज का कॉल था। साहिल ने उसकी तरफ मोबाइल बढ़ा दिया और बोला:'
" लो बात करो, लेकिन ध्यान रखना उसे पता नहीं चलना चाहिए कि तुम हम सब कुछ बता चुकी हो।
साहिल ने प्रिया को मोबाइल का स्पीकर ऑन करके दिया और हाथ में फिर से लाल मिर्च का पाउडर लिया और प्रिया की तरफ देखने लगा।
प्रिया:" हेल्लो हां जी सर,
नीरज:" क्या हुआ प्रिया सब ठीक तो हैं ? कोई कैमरे पर नजर नही अा रहा है।
प्रिया ने एक बार साहिल की हाथ में मिर्च के पाउडर की तरफ देखा और बोली:"
" हा जी सर, सब ठीक हैं, दोनो मा बेटे उपर छत पर घूमने के लिए गए हैं। इसलिए कोई कैमरे पर नजर नहीं आ रहा है।
नीरज:" ओह तो ये बात हैं, मैं तो डर ही गया था कि कहीं तुम फंस तो नही गई, तुम्हे ये काम बहुत सावधानी के साथ करना हैं प्रिया। बस एक बार रूबी मेरे नीचे अा जाए फिर देखना मैं अनूप का वो हाल करूंगा कि वो किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेगा।
प्रिया:" आप का सपना जरूर पुरा होगा सर, मैं हमेशा आपके साथ रहूंगी। सर कोई अा रहा हैं शायद मैं बाद में करती हूं।
इतना कहकर प्रिया ने फोन काट दिया और साहिल से बोली:"
" साहब देखिए मैंने आपकी बात मान ली हैं अब तो प्लीज़ आप मुझे खोल दीजिए।
साहिल:" नहीं प्रिया अब तुझे यहीं बंधा रहना होगा सारी रात। सुबह सोचता हूं तेरा क्या करना हैं अच्छा गुड नाईट प्रिया जी।
इतना कहकर साहिल ने प्रिया का फोन बंद कर दिया और कमरे को बाहर से लॉक लगाने के बाद साहिल और रूबी दोनो बाहर की तरफ अा गए और सीढ़ियों से उतरते हुए साहिल बोला:" मम्मी हॉल में और आपके कमरे में कैमरे लगे हुए हैं। आप ध्यान रखना कि ऐसा कोई काम मत करना जिससे नीरज को शक हो जाए कि प्रिया पकड़ी गई हैं।
रूबी कैमरे कि बात सुनकर हल्का सा परेशान हुई और बोली:"
" बेटा मैं ऐसे कमरे में नहीं जा पाऊंगी, कोई आदमी मेरे उपर नजर रखे ये मुझसे सहन नहीं होगा। कोई दूसरा रास्ता बताओ ?
साहिल ने थोड़ी देर सोचा और बोला:" मम्मी आप एक काम करो अपने कमरे में जाकर लाइट बंद करके लेट जाओ, और फिर धीरे से बाहर निकल आओ जिससे नीरज को लगे कि आपके कमरे के अंदर ही हो।
रूबी को साहिल की बात सही लगी और वो अपने कमरे में चली गई और दो मिनट बेड पर लेटने के बाद उठी और नींद में होने का बहाना करते हुए लाइट बंद करी और धीरे से बाहर निकल गई।
साहिल अपने कमरे में लेटा हुआ था और उसने अपनी मम्मी के साथ जो बर्ताव किया वो सब सोच सोच कर उसका दिल बैठता जा रहा था। आज उसकी मम्मी पूरी तरह से निर्दोष साबित हो गई थी और साहिल के अंदर इतनी हिम्मत नहीं बची हुई थी कि वो रूबी से नजरे मिला कर माफी सके। साहिल अपने विचारो में खोया हुआ था कि रूबी उसके कमरे में दाखिल हुई।
साहिल ने एक बार अपनी मम्मी को देखा और उसकी नजरे खुद ही नीचे झुक गई। रूबी जैसे ही बेड के पास पहुंच गई तो साहिल खड़ा हुआ और रूबी के पैरो में जा पड़ा।
साहिल:" मम्मी प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो, मैंने आपको बहुत बुरा भला कहा, मुझे अपने आप पर बहुत शर्म अा रही है।
रूबी ने उसका हाथ पकड़ा और उठाने कि कोशिश करती हुई बोली:
" कोई बात नहीं बेटा, तुम्हे गलतफहमी हुई थी जो अब दूर हो गई। मुझे तुमसे कोई शिकायत नहीं हैं। चलो खड़े ही जाओ।
साहिल ने खड़े होने के बजाय और कस कर रूबी के पैरो को पकड़ लिया और बोला:"
" नहीं मम्मी मैंने आपका बहुत अपमान किया हैं, मैं माफी के लायक नहीं हूं, मुझे कोई सजा दो आप तभी जाकर मेरे पापो का बोझ हल्का होगा।
इतना कहकर साहिल की आंखो से आंसू टपक पड़े और जैसे ही रूबी को अपने पैरो पर अपने बेटे के आंसू महसूस हुए तो वो पिघल गई और नीचे बैठ कर साहिल का चेहरा अपनी गोद में रख लिया और उसके आंसू साफ करते हुए बोली:"
" बस कर बेटा, अब तुम्हे नहीं बल्कि नीरज को रोना होगा जिसकी वजह से ये सब हुआ हैं। बेटा तुम्हीं तो मेरी हिम्मत हो, बस करो तुम।
नीरज का नाम सुनकर साहिल की आंखो में चिंगारी सी सुलगने लगी और उसका चेहरा सख्त होता चला गया और बोला:"
" मम्मी उसका मैं वो हाल करूंगा कि उसे अपने पैदा होने पर अफसोस होगा, आपकी कसम मैं उसे और उसके सारे नाम को मिट्टी में मिला दूंगा। छोड़ने वाला तो मैं अपने नीच बाप को भी नहीं, अनूप को भी उसके लिए की सजा मिलेगी।
रूबी साहिल के मुंह से अनूप सुनकर हैरान हुई और उसने साहिल का चेहरा दोनो हाथो में भर लिया और बोली:
" बेटा मुझ पर बहुत ज़ुल्म हुए हैं, अनूप ने मुझे मारा, हर तरह से दबाव दिया यहां तक कि तुम्हे अपनी तरफ करने के लिए कार भी दी।
साहिल:" बस मम्मी, अब आप पर हुए हर ज़ुल्म का हिसाब आपका बेटा लेगा, कार को तो आपके सामने की अनूप को वापिस दे दूंगा।
रूबी:" अच्छा चल अब खड़ा हो जा और बेड पर लेट, चल बेटा रात बहुत हो गई है।
साहिल बेड पर लेट गया और रूबी भी अपने बेटे के साथ ही बेड पर लेट गई और साहिल रूबी के आंचल में छुप गया और सोने की कोशिश करने लगा।
रूबी ने अपना हाथ साहिल की कमर पर रख दिया और हल्के हल्के थपकनें लगी मानो किसी छोटे बच्चे को दुलार रही हो। साहिल को इससे बड़ा सुकून मिला और उसके दिमाग में उठ रहे हजारों सवाल जैसे अपने आप ही शांत हो गए और आज उसने जाना कि क्यों मा की गोद को दुनिया का सबसे अच्छा बिस्तर समझा जाता हैं। रूबी ऐसे ही धीरे धीरे प्यार से उसे थपकती रही और साहिल को लग रहा मानो उसके आगोश में सारी दुनिया की खुशियां सिमट अाई हैं। जो गलतफहमी के बादल और धुंध थी वो छट चुकी थी और साहिल को अब सब कुछ साफ़ साफ़ नजर आ गया था।
साहिल कब नींद के आगोश में चला गया उसे पता ही नहीं चला। रात को करीब एक बजे के आसपास उसकी आंख खुली तो उसने देखा कि रूबी उसकी मम्मी उसके साथ बेड पर नही थी। किसी अनहोनी की आशंका से साहिल घबरा उठा और सबसे पहले प्रिया के कमरे की तरफ भागा तो देखा कि प्रिया आराम से बंधी हुई पड़ी थी और नीचे फर्श पर ही सो गई थी। साहिल छत पर गया नहीं रूबी नहीं मिली तो साहिल रूबी के कमरे में गया लेकिन वहां भी रूबी नहीं थी तो आखिरकार रूबी कहां गई ये सवाल उसके मन में घूम रहा था।
तभी उसके दिमाग में चुदाई लोक घूम गया तो साहिल के कदम अपने आप स्टोर रूम की तरफ बढ़ गए और वो तस्वीर हटाते ही उसे फिर से वही चुदाई लोक का रास्ता नजर आया और साहिल अंदर घुसता चला गया।
ठीक झरने के नीचे रूबी खड़ी थी और उसके जिस्म पर सिर्फ एक सफेद रंग की साड़ी थी क्योंकि गर्मी के कारण वो कभी कभी ब्रा पेंटी नहीं पहनती थी। विटामिन सिरप का असर रूबी के सिर चढ़कर बोल रहा था और वो मस्ती में सेक्सी गीत गुनगुना रही थी और बिल्कुल राम तेरी गंगा मैली की मंदाकिनी जैसी लग रही थीं
" प्यासी जवानी मेरी कब तक ये प्यासी रहेगी
कब तक मैं यहीं इस आग में जलूंगी,
हो ओ कोई तो आए जो मेरी प्यास प्यास बुझाए
अपने प्यार की बारिश से मेरा तन मन भिगा जाए,
कब से हूं इतनी अकेली कब से मैं प्यार की प्यासी
जलता हैं जिस्म ये मेरा हो गई हूं मैं कितनी चुदासी
कोई तो आए मुझ पर छा जाए,
मेरे तपते हुए जिस्म को एक ठंडक मिल जाए।
ये चूची के निप्पल मेरी अड़कते हैं कितने,
सो ना सकू मैं रात भर परेशान करते हैं इतने
मेरी ये गांड़, करती हैं मेरी नींद हराम
कोई तो मसले हाथो में भरकर ताकि मिले मुझको आराम,
कितनी प्यासी हैं मेरी ये चूत,
रस निकले हैं इतना जितना मेरा मूत,
जांघें मेरी चिपकी हैं रहती,
चूत से रस की नदिया बहती
कोई तो आए जो अमृत रस पी जाए,
" प्यासी जवानी मेरी कब तक ये प्यासी रहेगी
कब तक मैं यहीं इस आग में जलूंगी, ।।
रूबी इस कदर पागल हो चुकी थी कि उसे कुछ समझ नहीं अा रहा था कि वो क्या बोल रही है और क्या कर रही है, वो हाथ उसके अपने जिस्म ही पर बड़े ही कामुक अंदाज में घूम रहे थे। अपनी मम्मी का ये कामुक अवतार देखकर साहिल का लंड मानो बगावत पर उतर आया और अकड़ कर खड़ा हो गया। सचमुच मेरी मम्मी कितनी बुरी तरह से जिस्म की आग में जल रही है लेकिन उसके बाद भी नीरज के आगे झुकने को तैयार नहीं। नाचती गाती रूबी का अचानक पैर फिसल गया तो धड़ाम से पानी के अंदर गिर गई और उसके मुंह से एक दर्द भरी आह निकल पड़ी।
अपनी मम्मी को यूं दर्द से तड़पते हुए देखकर साहिल भूल गया कि वो इस वक़्त चुदाई लोक में हैं और तेजी से पानी के अंदर घुस गया और बोला:"
" मम्मी क्या हुआ आपको ज्यादा चोट तो नहीं लगी ?
साहिल को अपने सामने पाकर रूबी की तो जैसे बोलती बंद हो गई। उसने एक बार अपने उपर नजर डाली तो पाया कि उसकी चुचियों पर बस नाम के लिए पर्दा था क्योंकि सफेद साडी पूरी तरह से भीग कर उसके जिस्म से चिपक गई। रूबी अपने बेटे के सामने शर्म से गड़ी जा रही थी और बोली:"
" आह बेटा, कूल्हे के बल गिरी हूं तो हल्की चोट लग गई है, उफ्फ लेकिन तू यहां क्या कर रहा है ?
साहिल ने एक नजर अपनी मा की चूचियों पर डाली और बोला:
" मम्मी मैं तो आपको ढूंढने आया था, अगर पता होता कि आप यहां हैं तो नहीं आता!!
रूबी:" अब अा ही गया है तो अच्छा हुआ, उफ्फ मैं खड़ी नहीं हो पा रही हूं, मुझे मेरे बेड तक छोड़ दो साहिल।
इतना कहकर रूबी ने अपना हाथ साहिल की तरफ बढ़ा दिया तो साहिल ने खड़े होते हुए रूबी का हाथ थाम लिया और रूबी की नजर उसके लोअर में बने हुए तम्बू पर पड़ी तो रूबी के जिस्म में हलचल सी मच गई।
अभी साहिल का लंड पूरी तरह से खड़ा नहीं हुआ लेकिन फिर भी उसकी लंबाई और मोटाई साफ तौर पर नजर आ रही थी।
बेशक ये उसके अपने बेटे का लंड था लेकिन इतना शानदार लंड देखकर रूबी अंदर ही अंदर खुश हुई। भीग चुके लोअर में से साहिल का लंड साफ नजर आ रहा था और उसके आकार का अंदाजा लगाना बिल्कुल आसान था, रूबी को खुशी हुई कि उसके दूध में बहुत दम हैं।
अपनी मम्मी को ऐसे अपनी तरफ घूरते हुए देखकर साहिल शर्मा गया और रूबी को उठा कर अपनी बांहों में भर लिया और चल पड़ा। रूबी ने अपनी बांहे साहिल के गले में डाल में डाल दी और प्यार से उसके चेहरे को देखने लगी। साहिल की नजर बीच बीच में रूबी की चूचियों पर पड़ रही थी और उसका खड़ा हो चुका लंड रूबी की जांघो में घुसा जा रहा था।
तभी वो दोनो चलते हुए चुदाई लोक वाली स्क्रीन के पास पहुंच गए और साहिल ने स्क्रीन को देखा तो उसके होंठो पर स्माइल अा गई और वो अपनी का को अपनी गोद में लिए हुए आगे बढ़ गया और जल्दी ही दोनो साहिल के कमरे में थे और रूबी उसी गीली सफेद रंग की साड़ी में लिपटी हुई थी और साहिल ने उसे बेड पर लिटा दिया।
रूबी के कूल्हे जैसे ही बेड पर लगे तो रूबी को दर्द का एहसास हुआ और उसके मुंह से आह निकल पड़ी।
साहिल:" क्या हुआ मम्मी ? दर्द ज्यादा हैं क्या आपको ?
रूबी:" हान बेटा, एक काम कर तू मुझे दर्द कि ट्यूब लगा दे शायद उससे कुछ आराम मिल जाएगा।
साहिल ने एक नजर अपने मा के जिस्म पर डाली
जो उस समय कुछ ऐसी लग रही थी।
रूबी के जिस्म का हर एक कटाव साफ दिखाई दे रहा था जिससे साहिल के दिल की धड़कन बढ़ रही थी
और बोला:"
" ठीक हैं मम्मी मैं ट्यूब निकाल लेता हूं। आप आराम से लेटिए।
साहिल ने बेड का ड्रॉअर खोला और ट्यूब लेकर बेड पर रूबी के पास बैठ गया।