• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest अनोखा करवाचौथ

aman rathore

Enigma ke pankhe
4,853
20,197
158
रूबी उठ गई और रात हुई घटनाएं उसके दिमाग में किसी फिल्म की तरह चल रही थी। अनूप को तो वो बहुत अच्छे से समझती थी कि ये कुत्ते की पूंछ बन गया हैं जिसका सीधा होना बहुत मुश्किल है।



लेकिन रात वो जिस तरह से बहक गई थी उसे खुद पर यकीन नहीं हो रहा था। इतनी सेक्स की आग तो उसे भरी जवानी में भी नहीं लगती थी जितना आजकल उसका जिस्म सुलग रहा था। रूबी को समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा हैं लेकिन वो इतना जरूर समझ गई थी कि कहीं ना कहीं कुछ तो गलत हो रहा है।

उसे साहिल की तरफ से बड़ी फिक्र हो रही थी क्योंकि वही अब इसलिए एकमात्र उम्मीद बचा था लेकिन रात जो हुआ उसे सोचकर तो उसका दिल बैठता जा रहा था। फिर उसके दिमाग में ख्याल आया कि हो सकता हैं कि साहिल का फोन पहले ही कट गया हो और उसने कुछ नहीं नहीं सुना हो। लेकिन वो तय नहीं कर पा रही थी और इससे उसकी दिक्कतें बढ़ती जा रही थी।

जैसे तैसे करके वो नहाई और आज उसका नाश्ते का बिल्कुल भी मन नहीं था इसलिए जिम सेंटर चली गई। वहां भी उसका मन नहीं लग रहा था लेकिन उसने फिर भी लोगो को रोज की तरह से योग कराया। जब सब लोग चले गए तो वो अपने ऑफिस में एक कुर्सी पर बैठ गई और आंखे बंद कर ली।

अचानक उसके दिमाग में कुछ आया और वो उठ गई, अपनी कार लेकर अनूप के ऑफिस की तरफ चल दी। आज करीब दो साल के बाद वो अनूप के ऑफिस में का रही थी ताकि पता कर सके कि आज कल अनूप कर क्या रहा हैं क्योंकि कहीं ना कहीं उसकी काफी सारी समस्या उसकी वजह से हो रही थी।

उसने ऑफिस के बाहर कार रोक दी और खुद तेजी से अंदर घुस गई। उसे वहां एक दो लोग ही जानते थे क्योंकि अधिकतर लोगों की जॉब बदल गई थी। उसने रिसेप्शन से अनूप के बारे में पूछा लेकिन उल्टे रिसेप्शन ने उसके बारे में ही पूछ लिया।

गर्ल:" आपको पहले कभी नहीं देखा और अनूप साहब का सख्त ऑर्डर हैं कि कोई भी उनकी मर्जी के बिना उनसे ना मिले।

रूबी को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन चुप रही तभी उसकी नजर मैनेजर दुबे पर पड़ी तो उसने दुबे को स्माइल दी तो दुबे एक दम अपनी कुर्सी से उठ गया और दौड़ता हुआ आया।

दुबे: नमस्ते मैडम आप यहां बड़े दिन के बाद आपको देखा सब ठीक हैं ?

रूबी:" जी दुबे जी, मैं उनसे मिलने अाई थी लेकिन ये लड़की मना कर रही है।

दुबे:" मैडम ये बेचारी अापको नहीं जानती इसे माफ कर दीजिए आप , बेटी ये रूबी हैं अनूप साहब की पत्नी।

इतना सुनते ही लड़की के होश उड़ गए और अपनी सीट से खड़े होकर अपनी गलती मानते हुए बोली:"

" मुझे पता नहीं था मैडम, माफ कर दीजिए, आइए मैं आपको ऑफिस तक छोड़ देती हूं। ।

रूबी अपने लहज़े को नरम करते हुए बोली:"

"कोई बात नहीं, मुझे अच्छा लगा कि आप अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभा रही हैं। क्या नाम हैं आपका ?

वो लड़की जिसका नाम प्रिया था रूबी के मुंह से अपने आप शब्द सुनकर गदगद हो गई और बोली:"

"जी मैडम मेरा नाम प्रिया हैं।

प्रिया रूबी को अनूप के ऑफिस तक छोड़ अाई और वापिस लौट गई। रूबी ने गेट खोला तो देखा कि एक लड़की (लीमा) अनूप की कुर्सी पर बैठी हुई है अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रखी थी।
लीमा की अकड़ का अंदाजा इसी से लग रहा था कि उसने अपने दोनो पैर सामने पड़ी हुई मेज के उपर रखे हुए थे।

लीमा ने गौर से रूबी को देखा और बोली:"

" कौन हो तुम? ऐसे कैसे अंदर घुस अाई बिना किसी इजाज़त के ?

रूबी का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था इसलिए लगभग दहाड़ते हुए बोली:"

" मैं कौन हूं इसका जवाब तुम्हे अनूप खुद देगा, कहां हैं वो ?

लीमा गुस्से से:" मेरे लिए तुम्हारे हर सवाल का जवाब देना जरूरी नहीं, तुम हो कौन ?

रूबी ने गौर से लीमा को देखा तो पाया कि वो अभी तक अपने होंठो को लिपस्टिक लगा रही थी और उसके चेहरे पर कोई भी डर या चिंता के भाव नहीं थे। रूबी ने अपना मोबाइल निकाला और अनूप का नंबर डायल किया तो अंदर रूम में लेते हुए अनूप ने फोन उठाया और बोला:"

" हान बोलो क्या हुआ ?

रूबी:" कहां हो तुम, मैं ऑफिस अाई थी तुमसे कुछ काम था।

अनूप की हालत खराब हो गई और बोला:"

" मैं किसी मीटिंग के सिलसिले में बाहर आया हूं, तुम एक काम करो कि रिसेप्शन पर बैठो, मैं खुद पांच मिनट में तुम्हारे पास आता हू जाना मत वापिस

रूबी ने एक बार फिर से नफ़रत से लीमा की तरफ देखा तो लीमा ने फिर से उसे एक ज़हरीली स्माइल दी और रूबी गुस्से से उसे घूरती हुई बाहर अा गई और प्रिया के पास बैठ गई।

प्रिया:" मैडम आप यहां ? क्या हुआ सर नहीं मिले क्या आपको ?

रूबी:" नहीं वो किसी काम के सिलसिले में मीटिंग में गए हुए हैं थोड़ी देर में अा जाएंगे।

प्रिया को भी ये बात नहीं पता कि अनूप के ऑफिस से जुड़ा हुआ कोई कमरा भी हैं। वो बोली:"

" लेकिन मैं तो सुबह से ड्यूटी पर ही हूं, सर तो आने के बाद कहीं बाहर ही नहीं गए।

रूबी के दिमाग में एक घंटी सी बजी लेकिन समझदारी से काम लेते हुए बोली:"

" अरे ये भी ही सकता हैं कि आप बाथरूम या लंच करने गई हो तब वो चले गए हो।

प्रिया सोच में पड़ गई और बोली:".

" लेकिन आज की तो उनकी कोई मीटिंग ही नहीं थी, ऐसे कहां चले जाएंगे मीटिंग में वो ? रुकिए आप मैं कैमरे में चैक करती हूं।

इतना कहकर प्रिया ने कैमरा चालू किया और सुबह से अब तक के सारे फुटेज चैक करने लगी। रूबी भी पास बैठी सब देख रही थी लेकिन अनूप सिर्फ ऑफिस में आता हुआ तो दिखा लेकिन बाहर नहीं निकला। इसका मतलब वो बाहर गया ही नहीं।

रूबी सोच में पड़ गई कि ऐसा कैसे हो सकता हैं तभी उसे ध्यान आया कि अनूप ने घर में भी तो चुदाई लोक बनाया हुआ हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि उसने यहां भी ऑफिस में भी ऐसा ही कुछ बनाया हुआ हो।

प्रिया ने सारी डिटेल चैक करी और बोली:".

"मैडम सर तो बाहर गए ही नहीं, कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं हैं ?

रूबी समझ गई कि प्रिया बहुत तेज लड़की हैं और उसके काम अा सकती है इसलिए रूबी बोली:

" प्रिया तुम मुझे अपना मोबाइल नंबर दो में तुमसे बाद में बात करूंगी। ध्यान रखना तुमने मुझे कैमरे कि फुटेज दिखाई हैं ये बात किसी को पता नहीं चलना चाहिए।

प्रिया ने रूबी को अपना नंबर दिया और बोली:

"आप चिंता ना करे मैडम, नहीं पता चलेगा किसी को कुछ भी नहीं चलेगा, आप निश्चित रहे।

उसके बाद दोनो बैठ गई और रूबी ने प्रिया को कुछ समझाया फिर से दोनो बाते करने लगी तब तक दुबे जी ने कुछ हल्की रिफ्रेशमेंट का इंतजाम कर दिया तो रूबी ने प्रिया को इशारा किया कि वो चाहती तो हैं कि तुम मेरे साथ खाओ लेकिन मजबुर हैं।

दूसरी तरफ अनूप बेड से खड़ा हुआ और जल्दी से हाथ मुंह धोकर जैसे ही केबिन में पहुंचा तो उसने देखा कि लीमा उसकी चेयर पर बैठी हुई थी और आंखो पर काला चश्मा लगाए हुए म्यूजिक सुन रही थी।

अनूप:" लीमा यहां अंदर कोई अाया तो नहीं था ?

लीमा बिल्कुल लापरवाही से बोली:_ एक औरत अाई तो थी और तुम्हे पूछ रही थी वो बिल्कुल गंवार थी वो।

अनूप के पूरे जिस्म में कंपकमी सी दौड़ गई और बोला:"

" जब वो अाई तो तुम क्या कर रही थी लीमा ?

लीमा:" करती क्या ? लिपस्टिक लगा रखी थी लेकिन तुम इतने क्यों डर रहे हो ?

अनूप:" अरे मेरी बीवी भी आज अचानक से मेरे ऑफिस अा गई है,अगर कहीं वो रूबी हुई तो गजब हो जाएगा।

लीमा की भी अब हालत खराब हो गई और बोली:"

" ओह माय गॉड, मुझे इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था, वो बाहर होगी, मैं देख कर आऊ क्या ?

अनूप:" तुम रहने दो, मैं प्रिया को कॉल करके पूछता हू।

अनूप ने प्रिया को कॉल किया और पूछा तो उसने बताया कि एक औरत अाई तो हैं और अभी दुबे जी के पास हैं। वो उसे आपकी पत्नी बात रहे थे।

अनूप के माथे पर पसीना छलक उठा और वो पसीना रुमाल से साफ करके बाहर अा गया क्योंकि वो जानता था कि दुबे की के केबिन का गेट दूसरी तरफ खुलता है तो कोई खतरा नहीं होगा। वहीं रूबी प्रिया को अच्छे से शीशे में उतार गई थी इसलिए उसने अनूप के बाहर आने वाली फुटेज को एक अपने मोबाइल को पीसी से कनेक्ट करके मोबाइल में ले लिया।

अनूप चलता हुआ दुबे जी के पास पहुंच गया और रूबी को देखते ही झूठी मुस्कान लाते हुए बोला:"

" अरे रूबी आप कब अाई ? पहले बता देती तो मैं मीटिंग कैंसल कर देता। खैर आओ तुम कुछ दिखाता हू।

अनूप बात को पूरी तरह से घुमाना चाह रहा इसलिए उसे अपने साथ पार्किंग में ले गया और एक स्विफ्ट डिजायर कार दिखाते हुए कहा:"

" ये कार मैंने साहिल के लिए खरीदी हैं, मेरा इकलौता बेटा दिल्ली में मेट्रो में सफर करता है तो मुझे अच्छा नहीं लगता। आज शाम तो वो घर अा जाएगा

रूबी को काटो तो खून नहीं, वो समझ गई कि वो अनूप के बनाए हुए जाल में पूरी तरह से फंस गई है इसलिए बोली:"

" ठीक हैं जो तुम्हारा मन करे करो, अच्छा अपने स्टाफ को खासकर अपनी सेक्रेट्री को तमीज सिखाओ कि ऑफिस कैसे रहते हैं।

अनूप :" अच्छा तुम लीमा की बात कर रही हो, मैं उसे एक वार्निंग लेटर दे दूंगा ताकि वो आगे से अपना मेकअप घर पर ही करे।


उसके थोड़ी देर बाद रूबी वहां से निकल गई और घर अा गई और सोच में पड़ गई कि आज शाम को साहिल घर अा रहा है तो वो क्या करे।

रूबी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, अपने बेटे से नजरे कैसे मिलाएगी, आखिरकार उसने काफी सोचने के बाद साहिल का नंबर मिला दिया तो साहिल ने फोन उठा लिया और बोला:"

" हाय मम्मी, बोलिए ?

रूबी:" बेटा कैसे हो तुम ? क्या आज घर अा रहे हो वो तुम्हारे पापा बता रहे थे ?

साहिल:" हा मम्मी पापा ने मेरे लिए नई कार ली है बस आज वो मुझे गिफ्ट करेंगे, इसलिए अा रहा हूं मम्मी। पापा सच में बहुत अच्छे हैं मम्मी।

रूबी:" अच्छा ठीक हैं ये बता आज तेरे लिए खाने में क्या बनाऊं मैं बेटा ?

साहिल:" कुछ नहीं मम्मी, आज मैं खाना पापा के साथ बाहर ही खाऊंगा। अच्छा मम्मी मैं आपको बाद में करता हूं।

इतना कहकर साहिल ने फोन काट दिया तो रूबी की आंखो में आंसू अा गए और सोचने लगी कि जो बेटा अपने आप कॉल करके उसे अपनी पसंद की डिश बनाने के लिए बोलता था वो ही आज पूछने के बाद भी मना कर रहा हैं, और तो और बाहर खाना खाने की बात भी कर रहा हैं लेकिन मुझे एक बार पूछा तक नहीं। ये सब उस कमीने अनूप की वजह से हो रहा हैं।

रूबी के चेहरे पर नफरत साफ उमड़ अाई और उसके फैसला किया कि वो अब अनूप से हर एक बात का बदला लेगी। वो इतना जलील कर देगी कि वो जिंदा तो रहेगा लेकिन उसमें सांसे नहीं रहेगी।

रूबी के सिर में हल्का दर्द हो रहा था इसलिए वो आराम से बेड पर लेट गई और जल्दी ही गहरी नींद में चली गई। साहिल घर के बाहर खड़ा था और वो जानता था कि अब घर में कोई नही होगा और उसकी मा सो चुकी होगी। साहिल घर के अंदर अा गया और रूबी को हॉल में सोते हुए देखा तो दबे पांव रूबी के बेडरूम की तरफ बढ़ गया।

साहिल दर असल अपनी मम्मी मम्मी की असलियत जान लेना चाहता था इसलिए वो उसके बेडरूम की तलाशी लेना चाहता था। धीरे धीरे साहिल ने उसका सारा बेडरूम चैक किया तो उसे अपनी मम्मी के पास एक से बढ़कर एक सेक्सी ड्रेस, जालीदार रखैल नाइटी, जालीदार ब्रा पेंटी, एक डिल्डो, एक वाइब्रेटर और भी बहुत सारा सेक्सी सामान मिला तो साहिल की आंखे खुली की खुली रह गई। उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसकी सीधी साधी सी दिखने वाली मा इतनी बड़ी चुदक्कड निकलेगी। ढूंढ़ते ढूंढ़ते साहिल को वो सेक्सी किताब हाथ लग गई जिसमें नीरज और रूबी की चुदाई की कहानी थी।

साहिल के लिए तो ये उसकी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा झटका था, ओह तो कोई नीरज हैं जो मेरी मम्मी को चोद.... शब्द वो सही से सोच भी नहीं पाया और उसके दिमाग में अपनी मम्मी के लिए सिर्फ एक ही बात अाई

:" रण्डी कहीं की।
:reading1:
 

aman rathore

Enigma ke pankhe
4,853
20,197
158
रूबी उठ गई और रात हुई घटनाएं उसके दिमाग में किसी फिल्म की तरह चल रही थी। अनूप को तो वो बहुत अच्छे से समझती थी कि ये कुत्ते की पूंछ बन गया हैं जिसका सीधा होना बहुत मुश्किल है।



लेकिन रात वो जिस तरह से बहक गई थी उसे खुद पर यकीन नहीं हो रहा था। इतनी सेक्स की आग तो उसे भरी जवानी में भी नहीं लगती थी जितना आजकल उसका जिस्म सुलग रहा था। रूबी को समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा हैं लेकिन वो इतना जरूर समझ गई थी कि कहीं ना कहीं कुछ तो गलत हो रहा है।

उसे साहिल की तरफ से बड़ी फिक्र हो रही थी क्योंकि वही अब इसलिए एकमात्र उम्मीद बचा था लेकिन रात जो हुआ उसे सोचकर तो उसका दिल बैठता जा रहा था। फिर उसके दिमाग में ख्याल आया कि हो सकता हैं कि साहिल का फोन पहले ही कट गया हो और उसने कुछ नहीं नहीं सुना हो। लेकिन वो तय नहीं कर पा रही थी और इससे उसकी दिक्कतें बढ़ती जा रही थी।

जैसे तैसे करके वो नहाई और आज उसका नाश्ते का बिल्कुल भी मन नहीं था इसलिए जिम सेंटर चली गई। वहां भी उसका मन नहीं लग रहा था लेकिन उसने फिर भी लोगो को रोज की तरह से योग कराया। जब सब लोग चले गए तो वो अपने ऑफिस में एक कुर्सी पर बैठ गई और आंखे बंद कर ली।

अचानक उसके दिमाग में कुछ आया और वो उठ गई, अपनी कार लेकर अनूप के ऑफिस की तरफ चल दी। आज करीब दो साल के बाद वो अनूप के ऑफिस में का रही थी ताकि पता कर सके कि आज कल अनूप कर क्या रहा हैं क्योंकि कहीं ना कहीं उसकी काफी सारी समस्या उसकी वजह से हो रही थी।

उसने ऑफिस के बाहर कार रोक दी और खुद तेजी से अंदर घुस गई। उसे वहां एक दो लोग ही जानते थे क्योंकि अधिकतर लोगों की जॉब बदल गई थी। उसने रिसेप्शन से अनूप के बारे में पूछा लेकिन उल्टे रिसेप्शन ने उसके बारे में ही पूछ लिया।

गर्ल:" आपको पहले कभी नहीं देखा और अनूप साहब का सख्त ऑर्डर हैं कि कोई भी उनकी मर्जी के बिना उनसे ना मिले।

रूबी को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन चुप रही तभी उसकी नजर मैनेजर दुबे पर पड़ी तो उसने दुबे को स्माइल दी तो दुबे एक दम अपनी कुर्सी से उठ गया और दौड़ता हुआ आया।

दुबे: नमस्ते मैडम आप यहां बड़े दिन के बाद आपको देखा सब ठीक हैं ?

रूबी:" जी दुबे जी, मैं उनसे मिलने अाई थी लेकिन ये लड़की मना कर रही है।

दुबे:" मैडम ये बेचारी अापको नहीं जानती इसे माफ कर दीजिए आप , बेटी ये रूबी हैं अनूप साहब की पत्नी।

इतना सुनते ही लड़की के होश उड़ गए और अपनी सीट से खड़े होकर अपनी गलती मानते हुए बोली:"

" मुझे पता नहीं था मैडम, माफ कर दीजिए, आइए मैं आपको ऑफिस तक छोड़ देती हूं। ।

रूबी अपने लहज़े को नरम करते हुए बोली:"

"कोई बात नहीं, मुझे अच्छा लगा कि आप अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभा रही हैं। क्या नाम हैं आपका ?

वो लड़की जिसका नाम प्रिया था रूबी के मुंह से अपने आप शब्द सुनकर गदगद हो गई और बोली:"

"जी मैडम मेरा नाम प्रिया हैं।

प्रिया रूबी को अनूप के ऑफिस तक छोड़ अाई और वापिस लौट गई। रूबी ने गेट खोला तो देखा कि एक लड़की (लीमा) अनूप की कुर्सी पर बैठी हुई है अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रखी थी।
लीमा की अकड़ का अंदाजा इसी से लग रहा था कि उसने अपने दोनो पैर सामने पड़ी हुई मेज के उपर रखे हुए थे।

लीमा ने गौर से रूबी को देखा और बोली:"

" कौन हो तुम? ऐसे कैसे अंदर घुस अाई बिना किसी इजाज़त के ?

रूबी का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था इसलिए लगभग दहाड़ते हुए बोली:"

" मैं कौन हूं इसका जवाब तुम्हे अनूप खुद देगा, कहां हैं वो ?

लीमा गुस्से से:" मेरे लिए तुम्हारे हर सवाल का जवाब देना जरूरी नहीं, तुम हो कौन ?

रूबी ने गौर से लीमा को देखा तो पाया कि वो अभी तक अपने होंठो को लिपस्टिक लगा रही थी और उसके चेहरे पर कोई भी डर या चिंता के भाव नहीं थे। रूबी ने अपना मोबाइल निकाला और अनूप का नंबर डायल किया तो अंदर रूम में लेते हुए अनूप ने फोन उठाया और बोला:"

" हान बोलो क्या हुआ ?

रूबी:" कहां हो तुम, मैं ऑफिस अाई थी तुमसे कुछ काम था।

अनूप की हालत खराब हो गई और बोला:"

" मैं किसी मीटिंग के सिलसिले में बाहर आया हूं, तुम एक काम करो कि रिसेप्शन पर बैठो, मैं खुद पांच मिनट में तुम्हारे पास आता हू जाना मत वापिस

रूबी ने एक बार फिर से नफ़रत से लीमा की तरफ देखा तो लीमा ने फिर से उसे एक ज़हरीली स्माइल दी और रूबी गुस्से से उसे घूरती हुई बाहर अा गई और प्रिया के पास बैठ गई।

प्रिया:" मैडम आप यहां ? क्या हुआ सर नहीं मिले क्या आपको ?

रूबी:" नहीं वो किसी काम के सिलसिले में मीटिंग में गए हुए हैं थोड़ी देर में अा जाएंगे।

प्रिया को भी ये बात नहीं पता कि अनूप के ऑफिस से जुड़ा हुआ कोई कमरा भी हैं। वो बोली:"

" लेकिन मैं तो सुबह से ड्यूटी पर ही हूं, सर तो आने के बाद कहीं बाहर ही नहीं गए।

रूबी के दिमाग में एक घंटी सी बजी लेकिन समझदारी से काम लेते हुए बोली:"

" अरे ये भी ही सकता हैं कि आप बाथरूम या लंच करने गई हो तब वो चले गए हो।

प्रिया सोच में पड़ गई और बोली:".

" लेकिन आज की तो उनकी कोई मीटिंग ही नहीं थी, ऐसे कहां चले जाएंगे मीटिंग में वो ? रुकिए आप मैं कैमरे में चैक करती हूं।

इतना कहकर प्रिया ने कैमरा चालू किया और सुबह से अब तक के सारे फुटेज चैक करने लगी। रूबी भी पास बैठी सब देख रही थी लेकिन अनूप सिर्फ ऑफिस में आता हुआ तो दिखा लेकिन बाहर नहीं निकला। इसका मतलब वो बाहर गया ही नहीं।

रूबी सोच में पड़ गई कि ऐसा कैसे हो सकता हैं तभी उसे ध्यान आया कि अनूप ने घर में भी तो चुदाई लोक बनाया हुआ हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि उसने यहां भी ऑफिस में भी ऐसा ही कुछ बनाया हुआ हो।

प्रिया ने सारी डिटेल चैक करी और बोली:".

"मैडम सर तो बाहर गए ही नहीं, कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं हैं ?

रूबी समझ गई कि प्रिया बहुत तेज लड़की हैं और उसके काम अा सकती है इसलिए रूबी बोली:

" प्रिया तुम मुझे अपना मोबाइल नंबर दो में तुमसे बाद में बात करूंगी। ध्यान रखना तुमने मुझे कैमरे कि फुटेज दिखाई हैं ये बात किसी को पता नहीं चलना चाहिए।

प्रिया ने रूबी को अपना नंबर दिया और बोली:

"आप चिंता ना करे मैडम, नहीं पता चलेगा किसी को कुछ भी नहीं चलेगा, आप निश्चित रहे।

उसके बाद दोनो बैठ गई और रूबी ने प्रिया को कुछ समझाया फिर से दोनो बाते करने लगी तब तक दुबे जी ने कुछ हल्की रिफ्रेशमेंट का इंतजाम कर दिया तो रूबी ने प्रिया को इशारा किया कि वो चाहती तो हैं कि तुम मेरे साथ खाओ लेकिन मजबुर हैं।

दूसरी तरफ अनूप बेड से खड़ा हुआ और जल्दी से हाथ मुंह धोकर जैसे ही केबिन में पहुंचा तो उसने देखा कि लीमा उसकी चेयर पर बैठी हुई थी और आंखो पर काला चश्मा लगाए हुए म्यूजिक सुन रही थी।

अनूप:" लीमा यहां अंदर कोई अाया तो नहीं था ?

लीमा बिल्कुल लापरवाही से बोली:_ एक औरत अाई तो थी और तुम्हे पूछ रही थी वो बिल्कुल गंवार थी वो।

अनूप के पूरे जिस्म में कंपकमी सी दौड़ गई और बोला:"

" जब वो अाई तो तुम क्या कर रही थी लीमा ?

लीमा:" करती क्या ? लिपस्टिक लगा रखी थी लेकिन तुम इतने क्यों डर रहे हो ?

अनूप:" अरे मेरी बीवी भी आज अचानक से मेरे ऑफिस अा गई है,अगर कहीं वो रूबी हुई तो गजब हो जाएगा।

लीमा की भी अब हालत खराब हो गई और बोली:"

" ओह माय गॉड, मुझे इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था, वो बाहर होगी, मैं देख कर आऊ क्या ?

अनूप:" तुम रहने दो, मैं प्रिया को कॉल करके पूछता हू।

अनूप ने प्रिया को कॉल किया और पूछा तो उसने बताया कि एक औरत अाई तो हैं और अभी दुबे जी के पास हैं। वो उसे आपकी पत्नी बात रहे थे।

अनूप के माथे पर पसीना छलक उठा और वो पसीना रुमाल से साफ करके बाहर अा गया क्योंकि वो जानता था कि दुबे की के केबिन का गेट दूसरी तरफ खुलता है तो कोई खतरा नहीं होगा। वहीं रूबी प्रिया को अच्छे से शीशे में उतार गई थी इसलिए उसने अनूप के बाहर आने वाली फुटेज को एक अपने मोबाइल को पीसी से कनेक्ट करके मोबाइल में ले लिया।

अनूप चलता हुआ दुबे जी के पास पहुंच गया और रूबी को देखते ही झूठी मुस्कान लाते हुए बोला:"

" अरे रूबी आप कब अाई ? पहले बता देती तो मैं मीटिंग कैंसल कर देता। खैर आओ तुम कुछ दिखाता हू।

अनूप बात को पूरी तरह से घुमाना चाह रहा इसलिए उसे अपने साथ पार्किंग में ले गया और एक स्विफ्ट डिजायर कार दिखाते हुए कहा:"

" ये कार मैंने साहिल के लिए खरीदी हैं, मेरा इकलौता बेटा दिल्ली में मेट्रो में सफर करता है तो मुझे अच्छा नहीं लगता। आज शाम तो वो घर अा जाएगा

रूबी को काटो तो खून नहीं, वो समझ गई कि वो अनूप के बनाए हुए जाल में पूरी तरह से फंस गई है इसलिए बोली:"

" ठीक हैं जो तुम्हारा मन करे करो, अच्छा अपने स्टाफ को खासकर अपनी सेक्रेट्री को तमीज सिखाओ कि ऑफिस कैसे रहते हैं।

अनूप :" अच्छा तुम लीमा की बात कर रही हो, मैं उसे एक वार्निंग लेटर दे दूंगा ताकि वो आगे से अपना मेकअप घर पर ही करे।


उसके थोड़ी देर बाद रूबी वहां से निकल गई और घर अा गई और सोच में पड़ गई कि आज शाम को साहिल घर अा रहा है तो वो क्या करे।

रूबी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, अपने बेटे से नजरे कैसे मिलाएगी, आखिरकार उसने काफी सोचने के बाद साहिल का नंबर मिला दिया तो साहिल ने फोन उठा लिया और बोला:"

" हाय मम्मी, बोलिए ?

रूबी:" बेटा कैसे हो तुम ? क्या आज घर अा रहे हो वो तुम्हारे पापा बता रहे थे ?

साहिल:" हा मम्मी पापा ने मेरे लिए नई कार ली है बस आज वो मुझे गिफ्ट करेंगे, इसलिए अा रहा हूं मम्मी। पापा सच में बहुत अच्छे हैं मम्मी।

रूबी:" अच्छा ठीक हैं ये बता आज तेरे लिए खाने में क्या बनाऊं मैं बेटा ?

साहिल:" कुछ नहीं मम्मी, आज मैं खाना पापा के साथ बाहर ही खाऊंगा। अच्छा मम्मी मैं आपको बाद में करता हूं।

इतना कहकर साहिल ने फोन काट दिया तो रूबी की आंखो में आंसू अा गए और सोचने लगी कि जो बेटा अपने आप कॉल करके उसे अपनी पसंद की डिश बनाने के लिए बोलता था वो ही आज पूछने के बाद भी मना कर रहा हैं, और तो और बाहर खाना खाने की बात भी कर रहा हैं लेकिन मुझे एक बार पूछा तक नहीं। ये सब उस कमीने अनूप की वजह से हो रहा हैं।

रूबी के चेहरे पर नफरत साफ उमड़ अाई और उसके फैसला किया कि वो अब अनूप से हर एक बात का बदला लेगी। वो इतना जलील कर देगी कि वो जिंदा तो रहेगा लेकिन उसमें सांसे नहीं रहेगी।

रूबी के सिर में हल्का दर्द हो रहा था इसलिए वो आराम से बेड पर लेट गई और जल्दी ही गहरी नींद में चली गई। साहिल घर के बाहर खड़ा था और वो जानता था कि अब घर में कोई नही होगा और उसकी मा सो चुकी होगी। साहिल घर के अंदर अा गया और रूबी को हॉल में सोते हुए देखा तो दबे पांव रूबी के बेडरूम की तरफ बढ़ गया।

साहिल दर असल अपनी मम्मी मम्मी की असलियत जान लेना चाहता था इसलिए वो उसके बेडरूम की तलाशी लेना चाहता था। धीरे धीरे साहिल ने उसका सारा बेडरूम चैक किया तो उसे अपनी मम्मी के पास एक से बढ़कर एक सेक्सी ड्रेस, जालीदार रखैल नाइटी, जालीदार ब्रा पेंटी, एक डिल्डो, एक वाइब्रेटर और भी बहुत सारा सेक्सी सामान मिला तो साहिल की आंखे खुली की खुली रह गई। उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसकी सीधी साधी सी दिखने वाली मा इतनी बड़ी चुदक्कड निकलेगी। ढूंढ़ते ढूंढ़ते साहिल को वो सेक्सी किताब हाथ लग गई जिसमें नीरज और रूबी की चुदाई की कहानी थी।

साहिल के लिए तो ये उसकी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा झटका था, ओह तो कोई नीरज हैं जो मेरी मम्मी को चोद.... शब्द वो सही से सोच भी नहीं पाया और उसके दिमाग में अपनी मम्मी के लिए सिर्फ एक ही बात अाई

:" रण्डी कहीं की।
:superb: :good: amazing update hai bhai,
behad hi shandaar aur lajawab update hai bhai,
ruby ne ab anoop ke office par bhi nazar rakhne ka faisla kar liya hai,
use bhi ab anoop par shak ho gaya hai ki vo hi uske iss tarah se uttejit hone ke pichhe hai,
aur idhar sahil ke man mein ruby ko lekar galat fahmi badhti hi ja rahi hai,
ab dekhte hain ki aage kya hota hai,
Waiting for next update
 

Robins

Member
207
427
78
Dost ek hi request h k maa bete k bich kisi or ko mt aane dena....Or ek perfect lovest
रूबी लेट सोने के कारण देर तक सोती रही और यही हाल साहिल का भी हुआ। सबकी मुलाकात नाश्ते की टेबल पर हुई और रूबी और साहिल दोनो ही एक दूसरे से नजरे मिलाने से कतरा रहे थे। रूबी जानती थी कि साहिल ने उसे रात चुदाई लोक में नहाते हुए देख लिया हैं इसलिए उसका शर्म के मारे बुरा हाल था जबकि साहिल बीच बीच में अपनी नजरे उठा उठा कर रूबी की तरफ देख रहा था और सोच रहा था कि क्या ये मासूम सी दिखने वाली मेरी मा वहीं औरत जो रात पूरी तरह से मदहोश होकर अपना जलवा बिखेर रही थी। शांता बेचारी आज बार बार अंदर से पराठे ला रही थी और बुरी तरह से पसीने में भीग चुकी थी लेकिन आज ना तो साहिल और ना ही रूबी का ध्यान उसकी हालत पर गया। वो बेचारे तो अपनी अपनी खुद की हालत से परेशान थे फिर उन्हें शांता का होश कहां रहता।

इस बात की सबसे ज्यादा खुशी अनूप को हो रही थी कि आज शांता उसके साथ बैठकर खाना नहीं खा रही हैं। आखिरकार एक नौकरानी आज अपने औकात में अा गई हैं और ना ही उसका बेटा साहिल आज इससे कल की तरह बहस कर रहा है साथ ही साथ रूबी की बक बक भी आज बंद हो गई हैं।

वो इन सबके लिए नीरज के द्वारा दी गई गोलियों को मन ही मन धन्यवाद दे रहा था। आज उसके मन में नीरज के लिए इज्जत बहुत ज्यादा बढ़ गई थी।

नाश्ता करने के बाद रूबी ने हिम्मत करके साहिल से नीची नजरो के साथ पूछा:

" बेटा आज भी मेरे साथ चलोगे क्या योगा सेंटर?

साहिल ने पहली बार अपनी नजरे उपर उठाई और रूबी को देखा जिसकी शर्म के मारे पलके झुकी हुई थी और चेहरे पर अाई हुई हया उसके दिल की हालत बयान कर रही थी। साहिल बोला:"

" जी मम्मी जरूर चलूंगा।

रूबी:' तो ठीक हैं जल्दी से तैयार हो जाओ तुम

अनूप भी अपना बैग उठाकर ऑफिस की तरफ जाने और साहिल से बोला:"

" बेटा जब तुम्हारी मा का योग वोग खत्म हो जाए तो मेरे ऑफिस भी अा जाना आज। तुम्हे कुछ जिम्मेदरी देना चाहता हूं।

साहिल अभी काम के लफड़े में नहीं पड़ना चाहता था इसलिए बोला:"

" पापा अभी तो मैं छोटा सा बच्चा हूं, अभी मैं पहले थोड़ा घूमने मस्ती करना चाहता हूं, उसके बाद काम के लिए तो सारी उम्र पड़ी हुई है।

अनूप रूबी की तरफ देख कर तंज कसते हुए बोला:"

" बेटा अगर मौज मस्ती ही करनी है तो फिर योग सेंटर जाकर क्या करोगे? आओ मेरे साथ चलो तुम्हे मेरी सेक्रेट्री पूरा शहर घुमा देगी साहिल।

अनूप ने अपनी बात पूरी करके रूबी की तरफ चिढाने वाले अंदाज में देखा तो रूबी बोली:"

" जाओ बेटा, सीख लो अपने बाप से कैसे पैसा बर्बाद किया जाता हैं और मौज मस्ती में तो इन्होंने पीएचडी करी हुई हैं।

अनूप थोड़ा सा गुस्सा होते हुए बोला:" जब मैं इतना पैसा कमाता हूं तो अगर थोड़ा सा अपने उपर खर्च कर लू तो क्या बिगड़ जाएगा

साहिल:" ओह माई पापा आप दोनो लड़ना बंद कीजिए, मैं पहले मम्मी के साथ योगा सेंटर जाऊंगा और फिर आपके ऑफिस।

अनूप ने एक बार साहिल को घूरा और चुपचाप अपना बैग उठाकर बाहर निकल गया।

साहिल और रूबी दोनो जिम सेंटर के लिए निकल गए। कार में अाज पूरी तरह से खामोशी थी और कल की तरह आज भी रूबी ही कार ड्राइव कर रही थी। आखिरकार साहिल ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा:"

"मम्मी पापा का मूड हमेशा उखड़ा हुआ क्यों रहता हैं, जब देखो मरने मारने के लिए तैयार रहते हैं।

रूबी को लगा जैसे किसी ने उसके दिल को झंझोड दिया हैं और वो बोली:"

" बेटा हर किसी की अपनी फितरत अपनी आदत होती हैं शायद उनकी आदत ऐसी ही हैं।

साहिल:" लेकिन मम्मी हमे सोचना तो चाहिए कि हमारी बातो से किसी को दुख तो नहीं हो रहा हैं।

रूबी:" बेटा उन्हें किसी के दुख सुख की कोई परवाह नहीं है, बस सही हो या गलत उनकी बात मानी जानी चाहिए।

साहिल:" लेकिन मम्मी ऐसा थोड़े ही कहीं होता हैं जो गलत हैं उसे तो गलत ही बोलना चाहिए।

रूबी के होंठो पर एक फीकी सी स्माइल अाई और बोली:"

" तुम तो बोलकर देख चुके हो ना बेटा, नतीजा तुम्हारे सामने हैं।

इतना कहकर रूबी खामोश हो गई और साहिल भी सोचने लगा कि सचमुच उसके बाप ने पूरी तरह से उसकी बातो को इग्नोर कर दिया था। गाड़ी अपनी रफ़्तार से चलती रही और जल्दी ही वो जिम और योगा सेंटर पहुंच गए। रोज की तरह से रूबी ने लोगो को योगा के टिप्स दिए और आज भी कल वाले आदमी ने सवाल कर दिया।

" मैडम आज शायद आपके पति आने वाले थे, क्या वो नहीं आए आज ?

रूबी से पहले ही साहिल बोल पड़ा:" दर असल पापा एक बिजनेस के सिलसिले में बाहर गए हुए हैं और उन्हें थोड़ा टाइम लग जाएगा।

आदमी:" जी मैडम, लेकिन अगर आप बुरा ना माने तो क्या आप बता सकती हैं कि को कब तक अा जाएंगे?

रूबी:" मुझे उम्मीद हैं वो अगले हफ्ते तक अा जाएंगे।

आदमी खुश होते हुए बोला:"

" ये तो बहुत खुशी की बात हैं मैडम, चलो मेरी इच्छा भी उनसे मिलकर पूरी हो जायेगी।

उसके बाद एक के बाद एक सभी लोग चले गए और साहिल बोला:"

" मम्मी लेकिन आप पापा को क्या सचमुच यहां लाएगी ?

रूबी हल्का सा मुस्कुरा कर बोली:' अपना वादा याद कर साहिल, अब तुम्हे ही भेष बदलकर आना होगा मेरे साथ।

इतना कहकर रूबी शर्मा गई तो साहिल बोला:" लेकिन मम्मी क्या ये सही होगा ?

रूबी:" सही गलत का मुझे नहीं पता बस मुझे यहां लोगो का मुंह बंद करना हैं इसके लिए तुझे अनूप बनना होगा कुछ घंटे के लिए मेरे बेटा।

साहिल:' मतलब आप अपने बेटे को अपना पति बनाना चाहती हैं, उफ्फ ये भगवान आपने मुझे किस धर्म संकट में डाल दिया?

रूबी उसके गाल पकड़ कर खींचती हुई बोली:"

" सचमुच का नहीं बनना बल्कि कुछ घंटो के लिए ही बनना हैं। अगर तुझे कोई दिक्कत हैं तो मना कर दे ।

साहिल ने अपनी मम्मी का हाथ पकड़ लिया और बोला:"

" मम्मी आपका बेटा आपकी खुशी के लिए कुछ भी करेगा, चाहे मुझे आपका पति ही ना बनना पड़े।

इतना कहकर उसने रूबी को स्माइल दी तो रूबी उसका हाथ पकड़ कर दबाते हुए बोली:"

" चल अब ज्यादा खुश मत हो अा घर चलते हैं।

उसके बाद दोनो घर की तरफ बढ़ गए। रास्ते में अनूप का ऑफिस पड़ा तो साहिल बोला:"

" मम्मी वो आप मुझे यहीं उतार दीजिए, पापा से भी मिल लेता हूं।

रूबी ने हल्के गुस्से से उसकी तरफ देखा और गाड़ी रोक दी तो साहिल उतर गया और बोला:"

" मम्मी आप नहीं आएगी क्या अंदर ?

रूबी:" नहीं बेटा, तुम जाओ, मैं यहीं तुम्हारा इंतजार करूंगी।

साहिल मजाक करते हुए बोला:"

" लेकिन मम्मी अगर मुझे लेट हुआ तो ?

रूबी:" मैं यहां शाम तक तुम्हारा इंतजार करूंगी, ध्यान रखना मैं खाना तुम्हारे साथ ही खाऊंगी।

साहिल अपनी मम्मी की तरफ स्माइल करते हुए अंदर घुस गया। रूबी नहीं चाहती थी कि साहिल अंदर अनूप के पास ज्यादा देर तक रुके इसलिए उसने उसे ऐसा बोला था ताकि वो जल्दी अा जाए।
साहिल जैसे ही ऑफिस पहुंचा तो उसने रिसेप्शन पर जाकर बताया कि वो अनूप का बेटा हैं और उनसे मिलने आया हैं तो लड़की एकदम अपनी सीट से खड़ी हो गई और बोली:"

" मोस्ट वेलकम सर, आप आइए मेरे साथ।

साहिल उसके साथ ऑफिस की तरफ चल पड़ा। अंदर लीमा जबरदस्ती अनूप का लंड चूसकर उसे खड़ा करने की कोशिश कर रही थी। जैसे ही बाहर नॉक हुआ तो वो फौरन साइड में कुर्सी पर बैठ गई और अपने लैपटॉप पर काम करने लगी। अनूप ने भी अपने मारियल लंड को पैंट के अंदर डाल दिया और लीमा को इशारा किया तो उसने गेट खोल दिया तो सामने साहिल को पाकर अनूप बहुत खुश हुआ और बोला:"

" आओ बेटा अपने बाप के ऑफिस में तुम्हारा स्वागत है। लीमा तुम जाओ और मेरे बेटे के लिए कुछ खाने का इंतजाम करो।

लीमा तुरंत सिर झुकाते हुए बाहर चली गई और अनूप ने ऑफिस से सटे हुए एक कमरे को खोल दिया और साहिल को सोफे पर बैठने का इशारा किया। साहिल कमरे को गौर से देखते हुए सोफे पर बैठ गया। कमरे में एक से बढ़कर एक सुंदर पर्दे लगे थे और अनूप काफी शौकीन किस्म का आदमी था इसलिए उसने काफी सारी महंगी विदेशी वस्तुएं भी रखी हुई थी जो कमरे की शोभा बढ़ा रही थी। कमरे में बीच में एक शानदार बेड पड़ा हुआ जिस पर अक्सर वो पहले चुदाई का खेल खेला करता था लेकिन पिछले कुछ साल से तो आलम ये था कि उसका लंड ठीक से खड़ा ही नहीं हो पाता था।


साहिल:" बहुत बढ़िया बेडरूम बनाया हुआ हैं आपने पापा।

अनूप खुश होता हुआ:" बेटा तेरे बाप के पास पैसे की कोई कमी नहीं है साहिल, बस काम के बाद आराम कर लेता हूं कभी कभी इसलिए बनाया हुआ हैं।

अनूप:" बेटा ये फोटो देखो ये हैं हमारे परदादा सूरज भान इन्होंने ही हमारे खान को चार चांद लगाए थे, जिधर से ये निकल जाते थे लोग अपने घरों में छुप जाते हैं।


साहिल फोटो को देखता हुआ बोला:"

" क्यों छुपा जाते थे पापा ?

अनूप अपनी आधी सफेद मूछो पर ताव देते हुए बोला:"

" क्योंकि इनसे बड़ा योद्धा और दबंग पूरे जिले में नहीं था बेटा।

उसके बाद अपनी ने एक एक करके अनूप में उसे काफी फोटो दिखाए और बोला:"

" बेटा हमारा नाम समाज में इज्जत के साथ लिया जाता है, सबसे ऊंचा घराना हैं हमारा और तुम्हे अपनी रगो में बहते हुए खून पर गर्व होना चाहिए कि तुम मेरे बेटे हो।


अपने बाप के मुंह से अपने खनादान का गौरवशाली इतिहास जानकर साहिल को खुशी हुई और बोला:"

" पापा आज मुझे खुशी हुई कि हमारा नाम लोगो के लिए एक मिशाल हैं।

अनूप:" हान बेटा और तुम्हे आगे से अपने मान सम्मान और नाम का ध्यान रखना होगा और छोटे लोगो के मुंह ज्यादा नहीं लगना चाहिए तुम्हे।


साहिल:" जी पापा मैं ध्यान रखूंगा।

तब तक लीमा खाने का सामान लेकर अा गई और टेबल पर लगा दिया तो दोनो बाप बेटे खाने लगे। साहिल को रूबी का ध्यान आया तो बोला:"

" पापा मेरा पेट भर गया है बस अब मैं चलता हूं, बाद में आऊंगा।

अनूप:" अरे पहले ठीक से खाओ बेटा, तुम्हे और भी बड़ी बाते बतानी थी ।

साहिल:" पापा अब तो मैंने आपका ऑफिस देखा लिया हैं। आता रहूंगा आपके पास।

इतना कहकर साहिल बाहर अा गया और कार में बैठ गया तो रूबी ने कार आगे बढ़ा दी।

साहिल:" मम्मी आज पापा ने मुझे बहुत कुछ बताया अच्छा लगा सुनकर।

रूबी के होंठो पर स्माइल अा गई और बोली:"

" बताया होगा कि हम बहुत बड़े खानदान से हैं लेकिन ये नहीं बताया कि वो अपने उसी महान खानदान के नाम पर कलंक बने हुए हैं। बेटा हमारे किसी पूर्वज ने आज तक दारू को हाथ तक नहीं लगाया और इन्हे दारू के बिना खाना हजम नहीं होता। तेरे बडो ने अपनी जान देकर लोगो की सेवा करी हैं और लोगो से उनका स्टैंडर्ड देखकर बात करते हैं।


साहिल अपने बाप से ज्यादा अपनी मा की बातो से प्रभावित हुआ और बोला:"

" अम्मी आप सच बोल रही है महान इंसान को इसका खून नहीं बल्कि उसके काम बनाते हैं। मैं लोगो की मदद करूंगा और उनकी सहानुभूति और प्यार हासिल करूंगा।

रूबी ने खुश होकर साहिल का माथा चूम लिया और दोनो मा बेटे घर अा गए। घर आकर रूबी ने साहिल को अपने हाथ से खाना खिलाया और उसके बाद दोनो मा बेटे सो गए।
Dost ek hi request h k maa bete k beech kisi ko mat aane dena or ek perfect love story bna do
 

amita

Well-Known Member
6,870
16,719
144
रूबी उठ गई और रात हुई घटनाएं उसके दिमाग में किसी फिल्म की तरह चल रही थी। अनूप को तो वो बहुत अच्छे से समझती थी कि ये कुत्ते की पूंछ बन गया हैं जिसका सीधा होना बहुत मुश्किल है।



लेकिन रात वो जिस तरह से बहक गई थी उसे खुद पर यकीन नहीं हो रहा था। इतनी सेक्स की आग तो उसे भरी जवानी में भी नहीं लगती थी जितना आजकल उसका जिस्म सुलग रहा था। रूबी को समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा हैं लेकिन वो इतना जरूर समझ गई थी कि कहीं ना कहीं कुछ तो गलत हो रहा है।

उसे साहिल की तरफ से बड़ी फिक्र हो रही थी क्योंकि वही अब इसलिए एकमात्र उम्मीद बचा था लेकिन रात जो हुआ उसे सोचकर तो उसका दिल बैठता जा रहा था। फिर उसके दिमाग में ख्याल आया कि हो सकता हैं कि साहिल का फोन पहले ही कट गया हो और उसने कुछ नहीं नहीं सुना हो। लेकिन वो तय नहीं कर पा रही थी और इससे उसकी दिक्कतें बढ़ती जा रही थी।

जैसे तैसे करके वो नहाई और आज उसका नाश्ते का बिल्कुल भी मन नहीं था इसलिए जिम सेंटर चली गई। वहां भी उसका मन नहीं लग रहा था लेकिन उसने फिर भी लोगो को रोज की तरह से योग कराया। जब सब लोग चले गए तो वो अपने ऑफिस में एक कुर्सी पर बैठ गई और आंखे बंद कर ली।

अचानक उसके दिमाग में कुछ आया और वो उठ गई, अपनी कार लेकर अनूप के ऑफिस की तरफ चल दी। आज करीब दो साल के बाद वो अनूप के ऑफिस में का रही थी ताकि पता कर सके कि आज कल अनूप कर क्या रहा हैं क्योंकि कहीं ना कहीं उसकी काफी सारी समस्या उसकी वजह से हो रही थी।

उसने ऑफिस के बाहर कार रोक दी और खुद तेजी से अंदर घुस गई। उसे वहां एक दो लोग ही जानते थे क्योंकि अधिकतर लोगों की जॉब बदल गई थी। उसने रिसेप्शन से अनूप के बारे में पूछा लेकिन उल्टे रिसेप्शन ने उसके बारे में ही पूछ लिया।

गर्ल:" आपको पहले कभी नहीं देखा और अनूप साहब का सख्त ऑर्डर हैं कि कोई भी उनकी मर्जी के बिना उनसे ना मिले।

रूबी को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन चुप रही तभी उसकी नजर मैनेजर दुबे पर पड़ी तो उसने दुबे को स्माइल दी तो दुबे एक दम अपनी कुर्सी से उठ गया और दौड़ता हुआ आया।

दुबे: नमस्ते मैडम आप यहां बड़े दिन के बाद आपको देखा सब ठीक हैं ?

रूबी:" जी दुबे जी, मैं उनसे मिलने अाई थी लेकिन ये लड़की मना कर रही है।

दुबे:" मैडम ये बेचारी अापको नहीं जानती इसे माफ कर दीजिए आप , बेटी ये रूबी हैं अनूप साहब की पत्नी।

इतना सुनते ही लड़की के होश उड़ गए और अपनी सीट से खड़े होकर अपनी गलती मानते हुए बोली:"

" मुझे पता नहीं था मैडम, माफ कर दीजिए, आइए मैं आपको ऑफिस तक छोड़ देती हूं। ।

रूबी अपने लहज़े को नरम करते हुए बोली:"

"कोई बात नहीं, मुझे अच्छा लगा कि आप अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभा रही हैं। क्या नाम हैं आपका ?

वो लड़की जिसका नाम प्रिया था रूबी के मुंह से अपने आप शब्द सुनकर गदगद हो गई और बोली:"

"जी मैडम मेरा नाम प्रिया हैं।

प्रिया रूबी को अनूप के ऑफिस तक छोड़ अाई और वापिस लौट गई। रूबी ने गेट खोला तो देखा कि एक लड़की (लीमा) अनूप की कुर्सी पर बैठी हुई है अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रखी थी।
लीमा की अकड़ का अंदाजा इसी से लग रहा था कि उसने अपने दोनो पैर सामने पड़ी हुई मेज के उपर रखे हुए थे।

लीमा ने गौर से रूबी को देखा और बोली:"

" कौन हो तुम? ऐसे कैसे अंदर घुस अाई बिना किसी इजाज़त के ?

रूबी का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था इसलिए लगभग दहाड़ते हुए बोली:"

" मैं कौन हूं इसका जवाब तुम्हे अनूप खुद देगा, कहां हैं वो ?

लीमा गुस्से से:" मेरे लिए तुम्हारे हर सवाल का जवाब देना जरूरी नहीं, तुम हो कौन ?

रूबी ने गौर से लीमा को देखा तो पाया कि वो अभी तक अपने होंठो को लिपस्टिक लगा रही थी और उसके चेहरे पर कोई भी डर या चिंता के भाव नहीं थे। रूबी ने अपना मोबाइल निकाला और अनूप का नंबर डायल किया तो अंदर रूम में लेते हुए अनूप ने फोन उठाया और बोला:"

" हान बोलो क्या हुआ ?

रूबी:" कहां हो तुम, मैं ऑफिस अाई थी तुमसे कुछ काम था।

अनूप की हालत खराब हो गई और बोला:"

" मैं किसी मीटिंग के सिलसिले में बाहर आया हूं, तुम एक काम करो कि रिसेप्शन पर बैठो, मैं खुद पांच मिनट में तुम्हारे पास आता हू जाना मत वापिस

रूबी ने एक बार फिर से नफ़रत से लीमा की तरफ देखा तो लीमा ने फिर से उसे एक ज़हरीली स्माइल दी और रूबी गुस्से से उसे घूरती हुई बाहर अा गई और प्रिया के पास बैठ गई।

प्रिया:" मैडम आप यहां ? क्या हुआ सर नहीं मिले क्या आपको ?

रूबी:" नहीं वो किसी काम के सिलसिले में मीटिंग में गए हुए हैं थोड़ी देर में अा जाएंगे।

प्रिया को भी ये बात नहीं पता कि अनूप के ऑफिस से जुड़ा हुआ कोई कमरा भी हैं। वो बोली:"

" लेकिन मैं तो सुबह से ड्यूटी पर ही हूं, सर तो आने के बाद कहीं बाहर ही नहीं गए।

रूबी के दिमाग में एक घंटी सी बजी लेकिन समझदारी से काम लेते हुए बोली:"

" अरे ये भी ही सकता हैं कि आप बाथरूम या लंच करने गई हो तब वो चले गए हो।

प्रिया सोच में पड़ गई और बोली:".

" लेकिन आज की तो उनकी कोई मीटिंग ही नहीं थी, ऐसे कहां चले जाएंगे मीटिंग में वो ? रुकिए आप मैं कैमरे में चैक करती हूं।

इतना कहकर प्रिया ने कैमरा चालू किया और सुबह से अब तक के सारे फुटेज चैक करने लगी। रूबी भी पास बैठी सब देख रही थी लेकिन अनूप सिर्फ ऑफिस में आता हुआ तो दिखा लेकिन बाहर नहीं निकला। इसका मतलब वो बाहर गया ही नहीं।

रूबी सोच में पड़ गई कि ऐसा कैसे हो सकता हैं तभी उसे ध्यान आया कि अनूप ने घर में भी तो चुदाई लोक बनाया हुआ हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि उसने यहां भी ऑफिस में भी ऐसा ही कुछ बनाया हुआ हो।

प्रिया ने सारी डिटेल चैक करी और बोली:".

"मैडम सर तो बाहर गए ही नहीं, कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं हैं ?

रूबी समझ गई कि प्रिया बहुत तेज लड़की हैं और उसके काम अा सकती है इसलिए रूबी बोली:

" प्रिया तुम मुझे अपना मोबाइल नंबर दो में तुमसे बाद में बात करूंगी। ध्यान रखना तुमने मुझे कैमरे कि फुटेज दिखाई हैं ये बात किसी को पता नहीं चलना चाहिए।

प्रिया ने रूबी को अपना नंबर दिया और बोली:

"आप चिंता ना करे मैडम, नहीं पता चलेगा किसी को कुछ भी नहीं चलेगा, आप निश्चित रहे।

उसके बाद दोनो बैठ गई और रूबी ने प्रिया को कुछ समझाया फिर से दोनो बाते करने लगी तब तक दुबे जी ने कुछ हल्की रिफ्रेशमेंट का इंतजाम कर दिया तो रूबी ने प्रिया को इशारा किया कि वो चाहती तो हैं कि तुम मेरे साथ खाओ लेकिन मजबुर हैं।

दूसरी तरफ अनूप बेड से खड़ा हुआ और जल्दी से हाथ मुंह धोकर जैसे ही केबिन में पहुंचा तो उसने देखा कि लीमा उसकी चेयर पर बैठी हुई थी और आंखो पर काला चश्मा लगाए हुए म्यूजिक सुन रही थी।

अनूप:" लीमा यहां अंदर कोई अाया तो नहीं था ?

लीमा बिल्कुल लापरवाही से बोली:_ एक औरत अाई तो थी और तुम्हे पूछ रही थी वो बिल्कुल गंवार थी वो।

अनूप के पूरे जिस्म में कंपकमी सी दौड़ गई और बोला:"

" जब वो अाई तो तुम क्या कर रही थी लीमा ?

लीमा:" करती क्या ? लिपस्टिक लगा रखी थी लेकिन तुम इतने क्यों डर रहे हो ?

अनूप:" अरे मेरी बीवी भी आज अचानक से मेरे ऑफिस अा गई है,अगर कहीं वो रूबी हुई तो गजब हो जाएगा।

लीमा की भी अब हालत खराब हो गई और बोली:"

" ओह माय गॉड, मुझे इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था, वो बाहर होगी, मैं देख कर आऊ क्या ?

अनूप:" तुम रहने दो, मैं प्रिया को कॉल करके पूछता हू।

अनूप ने प्रिया को कॉल किया और पूछा तो उसने बताया कि एक औरत अाई तो हैं और अभी दुबे जी के पास हैं। वो उसे आपकी पत्नी बात रहे थे।

अनूप के माथे पर पसीना छलक उठा और वो पसीना रुमाल से साफ करके बाहर अा गया क्योंकि वो जानता था कि दुबे की के केबिन का गेट दूसरी तरफ खुलता है तो कोई खतरा नहीं होगा। वहीं रूबी प्रिया को अच्छे से शीशे में उतार गई थी इसलिए उसने अनूप के बाहर आने वाली फुटेज को एक अपने मोबाइल को पीसी से कनेक्ट करके मोबाइल में ले लिया।

अनूप चलता हुआ दुबे जी के पास पहुंच गया और रूबी को देखते ही झूठी मुस्कान लाते हुए बोला:"

" अरे रूबी आप कब अाई ? पहले बता देती तो मैं मीटिंग कैंसल कर देता। खैर आओ तुम कुछ दिखाता हू।

अनूप बात को पूरी तरह से घुमाना चाह रहा इसलिए उसे अपने साथ पार्किंग में ले गया और एक स्विफ्ट डिजायर कार दिखाते हुए कहा:"

" ये कार मैंने साहिल के लिए खरीदी हैं, मेरा इकलौता बेटा दिल्ली में मेट्रो में सफर करता है तो मुझे अच्छा नहीं लगता। आज शाम तो वो घर अा जाएगा

रूबी को काटो तो खून नहीं, वो समझ गई कि वो अनूप के बनाए हुए जाल में पूरी तरह से फंस गई है इसलिए बोली:"

" ठीक हैं जो तुम्हारा मन करे करो, अच्छा अपने स्टाफ को खासकर अपनी सेक्रेट्री को तमीज सिखाओ कि ऑफिस कैसे रहते हैं।

अनूप :" अच्छा तुम लीमा की बात कर रही हो, मैं उसे एक वार्निंग लेटर दे दूंगा ताकि वो आगे से अपना मेकअप घर पर ही करे।


उसके थोड़ी देर बाद रूबी वहां से निकल गई और घर अा गई और सोच में पड़ गई कि आज शाम को साहिल घर अा रहा है तो वो क्या करे।

रूबी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, अपने बेटे से नजरे कैसे मिलाएगी, आखिरकार उसने काफी सोचने के बाद साहिल का नंबर मिला दिया तो साहिल ने फोन उठा लिया और बोला:"

" हाय मम्मी, बोलिए ?

रूबी:" बेटा कैसे हो तुम ? क्या आज घर अा रहे हो वो तुम्हारे पापा बता रहे थे ?

साहिल:" हा मम्मी पापा ने मेरे लिए नई कार ली है बस आज वो मुझे गिफ्ट करेंगे, इसलिए अा रहा हूं मम्मी। पापा सच में बहुत अच्छे हैं मम्मी।

रूबी:" अच्छा ठीक हैं ये बता आज तेरे लिए खाने में क्या बनाऊं मैं बेटा ?

साहिल:" कुछ नहीं मम्मी, आज मैं खाना पापा के साथ बाहर ही खाऊंगा। अच्छा मम्मी मैं आपको बाद में करता हूं।

इतना कहकर साहिल ने फोन काट दिया तो रूबी की आंखो में आंसू अा गए और सोचने लगी कि जो बेटा अपने आप कॉल करके उसे अपनी पसंद की डिश बनाने के लिए बोलता था वो ही आज पूछने के बाद भी मना कर रहा हैं, और तो और बाहर खाना खाने की बात भी कर रहा हैं लेकिन मुझे एक बार पूछा तक नहीं। ये सब उस कमीने अनूप की वजह से हो रहा हैं।

रूबी के चेहरे पर नफरत साफ उमड़ अाई और उसके फैसला किया कि वो अब अनूप से हर एक बात का बदला लेगी। वो इतना जलील कर देगी कि वो जिंदा तो रहेगा लेकिन उसमें सांसे नहीं रहेगी।

रूबी के सिर में हल्का दर्द हो रहा था इसलिए वो आराम से बेड पर लेट गई और जल्दी ही गहरी नींद में चली गई। साहिल घर के बाहर खड़ा था और वो जानता था कि अब घर में कोई नही होगा और उसकी मा सो चुकी होगी। साहिल घर के अंदर अा गया और रूबी को हॉल में सोते हुए देखा तो दबे पांव रूबी के बेडरूम की तरफ बढ़ गया।

साहिल दर असल अपनी मम्मी मम्मी की असलियत जान लेना चाहता था इसलिए वो उसके बेडरूम की तलाशी लेना चाहता था। धीरे धीरे साहिल ने उसका सारा बेडरूम चैक किया तो उसे अपनी मम्मी के पास एक से बढ़कर एक सेक्सी ड्रेस, जालीदार रखैल नाइटी, जालीदार ब्रा पेंटी, एक डिल्डो, एक वाइब्रेटर और भी बहुत सारा सेक्सी सामान मिला तो साहिल की आंखे खुली की खुली रह गई। उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसकी सीधी साधी सी दिखने वाली मा इतनी बड़ी चुदक्कड निकलेगी। ढूंढ़ते ढूंढ़ते साहिल को वो सेक्सी किताब हाथ लग गई जिसमें नीरज और रूबी की चुदाई की कहानी थी।

साहिल के लिए तो ये उसकी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा झटका था, ओह तो कोई नीरज हैं जो मेरी मम्मी को चोद.... शब्द वो सही से सोच भी नहीं पाया और उसके दिमाग में अपनी मम्मी के लिए सिर्फ एक ही बात अाई

:" रण्डी कहीं की।
Good turn
 
Top