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Incest अम्मी की करतुते

Raja maurya

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【31】
भाग _2
========
इसलिए वो जल्दी से जल्दी अपनी मंजिल पर पहुँच कर अपनी पुरानी जंग खाई चूत में लगी आग को शाँत करना चाहती थी,

मेंने उनकी चूत में अपने लण्ड की रेलगाड़ी को पूरी स्पीड से भगाना चालू कर दिया।
अब मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा था ।

फिर क्या था… मैंने आंटी के चूचियों की चुस्की लेते हुए बस अपने चूतड़ों के ज़ोरदार के झटके से अपने लंड को उनकी चूत की गहराई में गुम कर दिया और उसकी जोर की चीख निकल पड़ी।

अब मेरे मुँह से भी गाली निकल पड़ी= "रंडी अम्मी तू छिनाल है रंडी ... ले… भेंण की लौड़ी… आज से तू मेरी कुतिया है, और में तेरा कुत्ता...तू अब अपने इस बेटे की रखेल बनेगी और तेरी बेटियां और बहु भी मेरा लण्ड लेगी...!"


तभी वो बोली =" हा हाँ जरूर पहले ,
बस तूँ पहले मुझे खुश करदो बेटे ,फिर इस घर की हर चूत को तुमसे चुदवा दूंगी ।

अब मैं अँधाधुंध बस उसकी चूत में अपने लंड की गोलियाँ ही बरसाता चला गया।वो मटक-मटक मेरे लंड को बड़े ही चाव से लेती रही और अब तो उसकी चीखें भी मज़े में परिवर्तित हो चुकी थीं।

मज़े के कारण उनकी भी सिसकारियाँ तेज हो गईं और मैं भी उत्तेजना के कारण तेजी से अपने कूल्हे उचका-उचका कर आंटी का साथ देने लगा।

जब में धक्का लगाता तो उनकी जाँघें मेरी जाँघों से टकरा जाती जिससे ‘पट-पट’ की आवाज निकल रही थीं, और अब तो वोभी नीचे से धक्के लगा रही थी।

इसलिए पूरा कमरा उनकी सिसकारियों और ‘पट-पट’ की आवाजों से गूंजने लग,ऐसा लग रहा था,
जैसे हम दोनों में एक-दूसरे को हराकर पहले चरम पर पहुँचने की होड़ लगी हो।
क्योंकि जितनी तेजी और जल्दी से में धक्का लगाता था उतनी ही तेजी और जल्दी से वो भी अपने कूल्हों को ऊपर नीचे कर रही थी।
उत्तेजना से वो पागल सी हो गई,

मैंने उनके ऊपर के होंठ को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा ।
मैंने उनके नरम होंठों को चूसना चालू किया तो उनके मुँह से आहें निकलने लगी,अब वो भी अपनी जुबान से मेरी जुबान को चाट रही थी।

फिर उनके मुँह में मेरा हौंठ था जिसको उसने उत्तेजना के कारण इतनी जोर से चूस लिया कि उनके दाँत मेरेे होंठ में चुभ गए और उसमें से खून निकल आया ,

लेकिन वासना के नशे में मुझे कुछ महसूस नही हुआ

फिर वासना का एक जबरदस्त ज्वार आया और थोड़ी देर में हम दोनों अपनी चरम सीमा पर पहुँच गये।
पूरे शरीर में आनन्द की एक लहर दौड़ गई ,

फिर मुझे एक झटका लगा और मेरे लण्ड से रस का झरना सा छूट गया ,आज पहली बार इतना वीर्य निकल था ।।

फिर हम दोनों एक साथ बह गये, मैंने अपना पानी आंटी की चूत में ही छोड़ दिया ,वो भी अब झड़ चूकी थी ,उसने मेरा सर पकड़ कर अपनी छाती से लगा लिया और मेरी पीठ सहलाने लगी ,में भी थककर मैं उसके ऊपर ही लेटा रह गया,उसने मुझे कसकर पकड़ रखा था, मेरा सर उनको बोबो के बिच में था और लण्ड चूत के ऊपर था ।।

फिर मुझे झपकी सी आ गई और फिर करीबआधे घण्टे के बाद मुझको को होश आया तो हम दोनों नंगे चिपक कर सो रहे थे। फिर आंटी ने मुझसे पूछा=" बोल, कैसा लगा"....?
मैंने कहा- बहुत मजा आया।
×÷×
आंटी बोली "आगे आगे देखो कितना मज़ा आता है"
=
=
{आगे जिन्नत की चुदाई होगी की नही }









【32】
बेनजीर की चुदाई हो चुकी थी ,
अब आगे पढ़िए...!
================
में और बेनजीर चाची नंगे हो बिस्तर पर सोये हुए सेक्स की बातें ही कर रहे थे की अचानक ही दरवाजा खुला...?

जिन्नत आई थी ,मैंने जल्दी से हड़बड़ाकर हम दोनों के ऊपर चद्दर खींची पर मेरा लण्ड खड़ा हुआ था ,और उसका तो चद्दर में तम्बू जैसा बन गया था।

उसने जब हमारी ये हालत देखि तो उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान आ गयी ,

में भी मुस्करा दिया ,मैंने उसको गौर से देखा ,उसने थोडा सा मेकअप कर रखा था !
उसने अपने होंठो पर सुर्ख लाल रंग की लिपस्टिक लगा रखी थी ,

बाल पीछे पोनीटेल स्टाइल से बांध रखे थे ,
उसने एक टाइट सा थोंग यानि हाफपेंट और टीशर्ट पहन रखी थी,जिसमे से उसके बोबे और गांड की गोलाईयां साफ़ साफ़ दिख रही थी ।

वो बड़ी ही स्टाइल से चलते हुए बेड के पास आई और बोली ,
"अम्मी जी कुछ हुआ या नही"

आंटी= हुआ ..न..जिन्नत बेटा बहुत मज़ा आया ,आज तो मुझे जन्नत ही दिखा दी इस छोटे शैतान ने , इसने मुझे पूरा मज़ा दिया बेटी..इसने वो सब कुछ किया जो मैंने आज तक तुम्हारे साथ सिर्फ ब्लू फिल्मो में ही देखा था ...

जिन्नत= अम्मी इसने कुछ गन्दा तो नही किया है न आपके साथ ....?

आंटी = नही बेटा इसने मेरी हर बात मानी और मेरे कहने के जैसा ही किया इसने ..और सेक्स में तुम ही तो बोलती हो न की जितना ही गन्दा करेंगे उतना ही मजा आएगा ..!

जिन्नत = हुम्म ...सही कहा अम्मी जी ...तो कुछ पिलाऊं क्या ...आप दोनों को आप लोग थक गए होंगे इतनी मेहनत से अम्मी और राहुल क्यों बोलो न क्या पिलाऊं आप दोनों को ठंडा या गरमा गर्म ,बोलो न अम्मी और तुम राहुल क्या पियोगे बोलो ..?

(जी में तो आ रहा था की जिन्नत का पेशाब पीयू)
तभी आंटी उठकर और चद्दर लपेट कर बाथरूम में चली गयी !
में = एक पेग लूंगा ,थोड़ी सी थकावट आ गयी है ।
जिन्नत = ओके जरूर ...और बताओ न .. कितनी बार किया राहुल..?

में = दो बार निकाला एक बार मुंह में और एक बार नीचे में मेडम ।

जिन्नत = अच्छा अब तो ..और तो क्या कर पाओगे... फिर से तुम.. मैंने सोचा था की अम्मी को पूरी रात बजाओगे तुम ...और राहुल अब क्या इरादा है आपका...?

में =मैडमजी अभी मेरा घोडा सारी रात भाग सकता है, ...आप भी आ जाओ चाहे ...!
जिन्नत = हुम्म ..अच्छा...सच में ..?

में = जी हाँ अब जो आप और अम्मी जी बोले वही करूँगा , जिनन्त आप बोलिये अब आपके साथ कुछ करूँ ..
क्या ..?

जिन्नत = नही राहुल में अपने पति से सन्तुष्ट हूँ ... वो मुझे बहुत प्यार करते है..पर क्या तुम्हारा पेनिस सही में 8 इंच का है ,राहुल ...क्योंकि मेरे पति का सिर्फ पेनिस सिर्फ 5.5 इंच का ही है ..! लेकिन उनका स्टेमिना बहुत ही ज्यादा है...!

मैंने जल्दी से चद्दर हटाई और अपना खड़ा लण्ड उसको दिखाया वो तो अवाक् ही रह गयी मेरा लण्ड देख कर ....मैंने उससे कहा "जिनन्त आप खुद ही देख लो न मेरे लण्ड को "
उसकी नजर मेरे लण्ड पर चिपक कर रह गई .उसकी सांसे तेज हो गई ..उसकी छातिया ऊपर निचे होने लगी ..

अब में धीरे से उसके पास गया और उसका खूबसूरत चेहरा अपने हाथो में थाम कर उसके गालो को किस कर लिया ।
फिर उसके होंठों से मेरे होंठ चिपक गये, कितनी ही देर में उसके नर्म मक्खन जैसे होंठ चूसता रहा।

मेरे हाथ खुद–ब-खुद, उसके उरोजों यानि बोबो को सहला रहे थे, साँसें भारी हो रही थीं, मैं उसके गाल, गर्दन, कानों पर चूम रहा था, उसकी आँखें भारी हो रही थीं, वो इस हमले से गर्म हो गई थी ,

उसके मुँह से ‘आह्ह ऊह्ह्ह’ की आवाजें आ रही थीं....
तभी आंटी बाथरूम से बहार आ गयी ,
उन्हें हमे इस हालात में देख लिया और वो मुस्कुरा दी ....
तभी मेरी मम्मी का फोन आ गया ,
वो आ चुकी थी ।।

355-1000

मैंने जिंनन्त से और आंटी से फिर मिलने का वादा भी किया और जल्दी घर की तरफ निकल गया ।।
Fantastic update
 
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Raja maurya

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••【33】••
~_~_~_~_~
में घर पहुंचा तो मम्मी आ चुकी थी, उनहोंने एक मिनी स्कर्ट पहन रखी लाल रंग की जो बिलकुल ही छोटी थी,
और बेक लेस भी थी.

ग्रीन लिपस्टिक और ऊँची एडी के सेंडल जिनके कारण
उनकी गांड अलग तरीके से बाहर निकल गयी थी ,
में उन्हें देखते ही उनसे चिपट गया,

उन्होंने भी मुझे बाँहो में भर लिया,
ऊह ऊह वाह उनके सख्त और मोटे बोबे मेरी छाती से टकरा गए ओह क्या कड़क थे उनके बूब्स मस्त गोल…
मम्मी ने मेरे गाल चूमे और मैंने भी देर न करके मम्मी के गाल चूम लिए ,

हम दोनों का पूरा शरीर एक दूसरे पे घिस रहा था ,
मेरा लण्ड अपनी ही मम्मी पर तन चूका था .

तभी मुझे उनके मुंह से विस्की की गन्ध आई,
उन्होंने शराब पी हुई थी, वेसे मम्मी लगभग रोजाना ही पीती थी, पर आज में मम्मी के नशे में होने का कुछ फायदा उठाना चाहता था...,!

घर पर हम दोनों ही थे , मम्मी ने कहा की पिज्जा आर्डर करदो और क्या तुम कुछ पियोगे बेटा...?
(पीना तो में मम्मी का चूत रस चाहता था)
हाँ मम्मी में बियर ले लूंगा, और फिर मैंने पिज्जा आर्डर कर दिया....!

मम्मी मुझे अपनी शॉपिंग दिखाने लगी, वो मेरे लिए भी कपड़े और जूट लाई थी...तभी उनके सामान से एक पैकेट निचे गिर गया और खुल गया उसमे 4 डिल्डो यानि रबर के लण्ड थे, मम्मी भी घबरा गयी और जल्द से समेट कर बोली= अरे यार मेरी फ्रेंड ने खरीदे थे गलती से मेरे बेग में आ गए ..!

फिर मम्मी ने जल्दी से बेग समेटे और फिर पीने का प्रोग्राम चालू हो गया ...!

मैंने बियर लेली जबकि मम्मी ने एक पेग बना लिया,
मम्मी ने टीवी चलादी टीवी पर न्यूज में सनसनी आ रहा था ,उसमे दिखा रहे थे की एक बाप अपनी ही सगी बेटी को चोद चोद कर पेट से कर देता है ,ये सब देख मम्मी और मेरी भी आँखे लाल होने लगी थी..!

तभी मम्मी खड़ी हो गयी और बोली की वो चेज करके आती है और 10 मिनिट में ही मम्मी एक सलवार जो कुछ लम्बी थी वो पहन कर आई और मेरे पास सट कर बेठ गयी ...मेरी कोहनी उनके बूब्स से टच हुई उन्होंने ब्रा नही पहन रखी थी ..

तभी मम्मी ने चैनल चेंज कर लिया और"क्राइमपैंट्रोल"
लगा लिया ,जिसमे एक ममेरे बहिन भाई की सेक्स स्टोरी चल रही थी ...

फिर मम्मी मेरे सर पर अंगुलिया चलाने लगी और मुझसे पूछा = बेटा तेरी कितनी गर्लफ्रेंड है ..सच बोलो ..? अब तुम बड़े हो चुके हो और में नही चाहती की तेरे साथ कोई स्कैंडल हो ...?
मैंने मम्मी के गले में अपना एक हाथ डाल दिया जिसको मम्मी सहला रही थी ...

फिर मैंने मम्मी से कहा = मम्मी मेरी 2 गर्लफ्रेंड थी पर दोनों से ब्रेकअप हो चूका है ...

मम्मी = ओह लेकिन क्यों बेटा बोलो बताओ मुझे...?
में = मम्मी मुझे शर्म आती है प्लीज़ नही मम्मी ..!

मम्मी ने मेरे चेहरे को अपने दोनों हाथो से पकड़ा और मुझे चूम लिया फिर मेरे चेहरे को अपनी दमदार चूंचियो में भींच लिया और बोली = मेरे बेटे तुम बिना झिझक सब मुझे बताओ ताकि में समझ कर तुम्हारा कोई बन्दोबस्त करूँ मेरे प्यारे बेटे ....?




••【34】••

मेरा लण्ड तन गया क्योंकि मम्मी की बिना ब्रा की चूंचियो की नोक सीधे मेरी छाती पर लग रही थी ,

में तो पागल ही हो गया था ,उनके स्पर्श मात्र से ..
मम्मी ने फिर मुझसे पुछा =मेरे प्यारे बेटे तुम बिलकुल भी मत शर्माओ न ,

मुझे बताओ क्यों तेरा ब्रेकअप हो गया ....?

(तब तक में एक कहानी सोच चूका था)
में => मम्मी क्या है ..न की मेरा वो थोडा बड़ा है ..
और मुझे टाइम भी बहुत लगता है ..!

मम्मी = खुलकर बताओ न बेटा...शर्माओ नही मुझे मॉम नही ,
बल्कि अपनी दोस्त समझो न ...और सेक्स एजुकेशन भी जरूरी है ,,आजकल बेटा
(और मम्मी एक हाथ से मेरी पीठ को सहलाने लगी,अब मुझे लगा की लोहा गर्म हो रहा है )

में => वो मेरा पेनिस थोडा सा बड़ा है मोम..!
औरमुझे वो सब पूरा करने में बहुत टाइम लगता है...
(ये सुनकर मोम की आँख चमक सी गयी )

मम्मी =ओह नाइस..
ये तो अच्छी बात है,
वरना आज कल के लड़के तो 2 मिनिट में ही....
(आगे की बात मम्मी दबा गयी)
ओके वेसे क्या साइज़ है ,तेरा बेटे ......?

*-*
में => मेरा 7.5" का है ,
मॉम और 2 इंच या 2.5 इंच मोटा भी है ,
और मुझे एक बार में 25 से 30 मिनिट लग जाते है ,
मॉम इसका पानी निकलने में (लंड पर टच करके बोला )और इसी वजह से कोई लड़की मुझसे रिश्ता नही रखती है,
बस इक बार ही मौका देती है...में क्या करूँ मॉम...
में बहुत परेशान रहता हूँ इस वजह से ....?

(तब तक मॉम ने अपना पेग खाली कर लिया और दूसरा भी बना लिया,अब उनकी आँखे लाल हो रही थी)
अब मेरा भी लंड बहुत टाइट हो रहा था,

जो कपड़ो के ऊपर से ही दिखाई दे रहा था,
किसी तम्बू की तरह मेरे कपड़ो में लण्ड खड़ा हो गया था ।।
मॉम = ओह मेरे बेटे तुम टेंसन मत लो ,
तुम्हारे लिए तो बहुत मौज मेले है ,

इस जिंदगी में ...मेरे प्यारे बेटे
में => पर मॉम सब दोस्तों के गर्लफ्रेंड है ,
पर मेरे कोई नही...

में क्या करूँ सब मस्ती लेते है , और में बाथरूम में अपने हाथ से ही कर पाता हूँ ...
मेरे कई दोस्तों ने तो बड़ी उम्र की औरतो से भी सेटिंग कर रखी है ,

My-Porn-Snap-net-mqdefault

मम्मी ....
में किससे करूँ बोलो ..?
(ये कह कर में थोडा सा रुआंसा हो गया ,मम्मी को दिखाने के लिए)
Nice update
 
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Raja maurya

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अपडेट°°°
••【35】••

मेरे रुआंसा हो जाने से मोम भावुक हो गयी और अपने हाथो से मेरे गाल सहलाने लगी,
मेरे लण्ड का बुरा हाल हो चूका था,
मेने भी मॉम के होंठो को किस कर लिया और एक हाथ से उनकी कमर सहलाने लगा ..!
में उनके होंठो में खो जाने को बेताब था,
होंठों से होंठ चिपक गये, कितनी देर उसके नर्म मक्खन जैसे होंठ चूसता रहा।
वो लिप-किस काफी देर चली ,

oAvtaZ


करीब 4 या 5 मिनिट फिर मॉम ने मेरा सर पकड़ के पीछे किया ,
अब उनकी साँस तेज हो गयी तो और आँखे लाल ,
उनकी सांस तेज होने से उनकी चूंचियां हिलने लगी थी ।
मेरा दिल अब मॉम की चुदाई करना चाहता था ,
बस सगी मॉम की चुदाई ...
लेकिन कैसे शुरुआत करूँ समझ नही पा रहा था दोस्तों ..!
**
तभी मॉम ने कहा --> बेटा मेरी एक दोस्त है ,
जिसके हसबेंड फॉरेन रहते है ,
वो अक्सर रात में "जीगोलो" बुलवाती रहती है ,
क्या उससे तेरे लिए बात करलू मेरे प्यारे बेटे बोलो न ....?
**
में ---> मॉम ये "जिगोलो" क्या होते है ...?
(मुझे मालूम था पर में भोला बन गया )
मॉम--> बेटा जेसे लडकिया कॉलगर्ल का काम करती है ,
वेसे ही कुछ लड़के भी पैसा लेकर उम्रदराज और सेक्स की भूखी औरतो के साथ सेक्स करते है ,
उनको "जिगोलो" कहते है ।।
**
में --> ओह मॉम ऐसा भी होता है क्या..
वैसे जो आपकी फ्रेंड है न... उनकी उम्र क्या है मॉम...?
**
मॉम---> मेरे बेटे उसकी उम्र तो 47 है ...
लेकिन उसने अपने आप को बहुत मेंटेन करके रखा हुआ है ,
वो दिखने में 35 की ही लगती है और फिगर भी मस्त है..!
वो अपने शरीर की सफाई का भी पूरा ध्यान रखती है ...मेरे प्यारे बेटे ..!!
ये सब सुन कर में खुश हो गया और मॉम को अपनी बाँहो में भर लिया ,
जिससे उनके बूब मेरी छाती से चिपक गए...
उफ़ क्या अहसास हुआ मुझे उनके बूब बहुत ही मज़ा दे रहे थे.
मैंने उनको अपने बाहुपाश में जकड़ लिया ...
तभी मॉम ने मुझको रोका और कहा "ये जोश उसके लिए बचा कर रखो मेरे बच्चे "
और मझे अपने से थोडा दूर कर दिया और मुझे एक पेग बनाने को बोला ।
मैंने पेग बनाया ....
तब तक मॉम अपनी दोस्त जिसका नाम "सिमरन" था उसको फोन लगा लिया और फोन को हेंडफ्री कर दिया,
उसने फोन उठाया और अब मेरी जुबानी सुनिए मॉम और सिमरन की बातें ।।



अपडेट°°°
••【36】••

मॉम ने सिमरन को फोन लगाया ...
अब आगे
~~~~~
घण्टी गई ,
करीब 4_5 घण्टी के बाद फोन उठा ,
सिमरन ने फोन उठाया और हेल्लो बोला .
मॉम = हाई डार्लिंग कैसी हो मेरी जानू,
सिमरन = ओह सोनिया तुम कैसी हो और आज इतने दिनों बाद मेरी याद आई है ...तुमको लगता है की मुझसे कोई गलती हो गयी उस रात होटल में ....?
मॉम --नहीं सिमरन ऐसी बात नही है पागल बस टाइम नही मिला और अभी 10 दिन आगरा चली गयी थी यार।
सिमरन = ओह मैंने सोचा उस रात में तुमको ख़ुशी नही दे पाई पूरी तरह से ...?
मॉम --- नहीं रे सिमरन उसको छोडो और बताओ की न्य कोई आइटम मिला कि नहीं तुमको कोई ....?
सिमरन = ओह नही सोनिया, बस वही 6_7 छोकरे ही है यार कल ही एक को लाई लेकिन बस दो बार में ही फट् गयी साले की , अब तो कोई सॉलिड लण्ड ही ढूढ़ना पड़ेगा सोनिया , कभी कभी तो मन में आता है की किसी कोठे पर चली जाऊ और नए नए लण्डों से चुदवाऊँ सोनिया ...
मॉम --- सिमरन तुम पागल हो एकदम ही ...!
सिमरन = हाँ भई तुमको तो लण्ड नही मिले तो चूत से ही काम चला लेती हो ,या रबर का लण्ड डाल लेती हो,
अब मुझे तो लण्ड की मलाई न मिले तो नींद भी नही आती है सोनिया ..!
मॉम --हूँ तो आज किसके साथ जा रही हो या घर पर बुला रही हो सिम्मी ...?

सिमरन --अरे सोनी आज मेरे पति फॉरेन जा रहे है ,
12 बजे की फ्लाइट है सो रात को उनको छोड़ दूंगी फिर कोई जुगाड़ करती हूँ ,
तूं क्यों पूछ रही है बोले तो तेरे पास आ जाऊं ,
फिर दोनों मस्ती करती है ...बोलो न सोनी ।।
( अब मेरा लण्ड बिलकुल 90 डिग्री में तन गया था,
मेरा एक हाथ मॉम के कन्धे पर था,
जिसे में निचे ले गया ओर मोम के बूब के हल्के हल्के सहलाने लगा )
मॉम -- सिम्मी एक नया माल आया हुआ है ,
युवक है और कम उमर का भी है ...बोल कितने देगी ...
मस्त है ...और जवान भी और गोरा लम्बा लण्ड है उसका ..और चेहरा भी चिकना है,
मतलब एकदम फ्रेश माल है ।।

833-1000
।।
सिम्मी = ओह सच में सोनी अगर ऐसा है...
तो ठीक है ...
तुम बुलवालो उसको हम दोनों उसको सारी रात रगड़ेंगे जो भी लेगा उसको हम 50-50 कर लेंगे सोनी ..?
**
मॉम -- नही जानू मेरे तो पीरियड आये हुए है सिम्मी ।।
सिम्मी = तो क्या हुआ गांड में ले लेना न सोनी तुझे तो चलता ही है न ..?
(ये सुन कर मैंने मॉम का बूब अपनी हथेली में ले दबाया,
मॉम सिसक गयी और मॉम ने मेरा हाथ पकड़ कर हटाया और मुझे थोडा गुस्से से आँख दिखाने लगी )
मॉम -- नही मेरा मूड नही है सिम्मी ।
सिमरन = ठीक है पर तेरे घर में तो बुलाले न उसको क्या है ...
न मेरी छोटी बेटी आई हुई है ,
अभी कॉन्वेंट से तो घर पर लेजाना ठीक नही होगा और होटल में इतनी रात को सेफ नही होगा ...
बोल न सोनी।।
मॉम --> ठीक है तुम कब तक आओगी बोलो ..?
सिमरन = 2 घण्टे में सोनी तब तक तू उसको बुलवा ले और थोड़ा उसका लण्ड चूस ,
उसको नहला और मेरी चूत के लिए तैयार कर उसको ...
प्लीज़ ओके बाय मेरे पति आ रहे है ....
ओके न सोनी ..?
*-*
मॉम --ओके सिम्मी जल्दी आना प्लीज़ !




★ अपडेट★
••【37】••

मॉम ने सिमरन का फोन रखा,,
अब आगे
~~~~~
(में गर्म हो चूका था ,और अब किसी चूत में अपना लण्ड डालना चाहता था,
भले ही वो चूत मेरी अपनी सगी मॉम की ही क्यों न हो ।।)
मेरे हाथ मेरी ही मॉम के पेट पर रेंग रहे थे,
वही पेट जिसमे में नो महीने रहा था।

तभी मॉम ने मेरा हाथ झटक दिया और मुझे एक हल्की सी गाल पर थपड़ मारी।

मॉम --कोई शर्म है की नही तुमको राहुल ,
अपनी ही माँ के साथ ये सब कर रहे हो ,
अगर इतनी ही गर्मी है,
तुममे तो सिम्मी को इतना खुश करना की वो किसी दूसरे के पास जाने की सोचे भी ना समझे क्या राहुल ...?

में = मॉम क्या करूँ आप ही समझो न की किसी की हवस जब सर पर चढ़ जाये तो फिर क्या होता है...?
मॉम मेरी हालत बहुत ही खराब हो रही है ,
लगता है ...की अब हाथ से निकाल दूँ ,
यहीं पर और इसकी गर्मी शांत करदूं ।

(यह कहकर में सोफे से खड़ा हो गया और मैंने अपना शॉर्ट निचे करके लण्ड को मॉम के सामने करके मुठ मारने लगा ,

509-1000

मॉम मेरे लण्ड को देख कर और भी लाल हो गयी ,
उनकी साँस एकदम से तेज हो गयी,
जिससे उनका सीना जोर जोर से ऊपर निचे होने लगा.
मेरा लण्ड जिसका सुपाड़ा लाल और लण्ड पर बाल एकदम ही नही थे ,फिर मेरा लण्ड गोरा गोरा दुनिया की ऐसी कौन सी ओरत होगी जो ऐसा लण्ड देख कर गर्म न हो जाये )
दो मिनट तक में लण्ड को मुठ मारता रहा और मॉम अपनी दोनों आँखे फाड़कर मेरे लण्ड को टकटकी लगाकर देखती रही , फिर अचानक मॉम ने सोफे से खड़े होकर मेरा हाथ पकड़ लिया , जब मॉम ने मेरा हाथ पकड़ा तो उनका हाथ मेरे लण्ड को भी टच कर गया ,
जब मॉम का हाथ मेरे लन्ड से छुआ तो मुझे जेसे जन्नत ही दिख गयी मेरे दोस्तों बहुत ही मस्त एहसास था,
वाओ क्या बताऊ ...?

तभी....मॉम ने मेरा हाथ लण्ड से हटा दिया...!

मॉम --तुम पागल हो गए हो क्या मैंने तुम्हारे लिए अपनी दोस्त को बुलाया है ,
और तुम हाथ से ये कर रहे हो राहुल यू आर सो बेड बॉय।

में = तो क्या करूँ मॉम मेरा ये लण्ड नही मान रहा है...और आपकी दोस्त ने दो घण्टे बाद आने का बोला है, अब इसको दो घण्टे कैसे रोक लू मॉम आप ही बोलो ..न ?

मॉम--लेकिन मेरे प्यारे बेटे तुम इसके पानी को बचाकर रखो न , सिम्मी सब पी लेगी और फिर अभी निकाल लोगे तो फिर बाद में सिम्मी को क्या पिलाओगे ,
बोलो मेरे बेटे ...?
( में अब भी नंगा ही मॉम के सामने खड़ा था ,मेरा लण्ड मॉम के मुंह के एकदम ही सामने था और लण्ड 90 डिग्री पर खड़ा होकर बहुत ही अजीब तरीके से लहरा रहा था )

में = जब तक सिम्मी आएगी तब तक ये लण्ड दुबारा रिचार्ज हो जायेगा मेरी प्यारी मॉम ,आप समझो न अगर मैंने पानी नहीं निकाला तो मेरा लण्ड फट जायेगा मॉम।
और यह कहकर मैंने मॉम के सर को अपने दोनों हाथो में पकड़ कर उनको एक जोरदार लिपकिस किया और उनके मुंह में अपनी जीभ
डाल कर उनकी जीभ भी चूसी ,
मॉम ने भी मेरा पूरा साथ दिया इसमें ,
इस दौरान मेरा खड़ा लण्ड उनके पेट से रगड़ खा रहा था दोस्तों, ये सब करीब 5 या 6 मिनिट चला होगा ,
लेकिन इसमें इतना मजा आ रहा था ,

की क्या बताऊँ आप लोगो को ...?
तभी मैंने अपने दोनों हाथ से मॉम की गांड पकड़ कर उनको अपनी तरफ खिंच लिया इससे मॉम एकदम से मेरे लण्ड के चिपक गई और तभी मॉम ने मुझे अपने से दूर कर दिया और मुझको शॉर्ट पहनने को कहा ।।



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Raja maurya

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अपडेट★
••【38】••


मॉम ने मुझको अपने से दूर किया,
लेकिन तब तक में लण्ड से निकलकर प्रीकम की कुछ बुँदे मॉम के पेट पर लग चुकी थी ।

मेरा लण्ड 90° के कोण पर खड़ा हुआ था और मॉम की सांसे मेरे लण्ड को देख कर भारी हो चुकी थी,
वो बार बार अपनी ही जीभ से अपने सूखे होंठ को गीले कर रही थी, मैंने फिर लण्ड को अपनी हथेली में भर लिया और एक दो हाथ चलाये तो मॉम ने मेरा हाथ लण्ड के साथ पकड़ लिया , मेरा लण्ड मेरी अपनी ही सगी मॉम के हाथ की गर्मी पाकर और भी फूल गया ।

मॉम की चूंचियां बड़े ही अजीब तरीके से हिल रही थी,
धीरे - धीरे जैसे कोई हिला - हिला कर छोड़ रहा हो चूंचियो को ।

मॉम ने मुझे अपने साथ अपने से सटा कर सोफे पर बैठा लिया और मुझको चूमकर बोली = राहुल मेरे बेटे ये करने से लण्ड टेढ़ा हो जाता है , तुम थोडा सा वेट करलो न प्लीज़ सिम्मी आती ही होगी , उसके आते ही तुम उस पर चढ़ जाना न और अपनी हर तमन्ना पूरी कर लेना ...!

में --> मॉम लेकिन मेरे लण्ड के अंदर तो जेसे कोई लावा ख़ौल रहा है , और इसी वजह से मेरी गोलियों में बहुत ही दर्द हो रहा है ,
प्लीज़ मुझे हॉथ से हिलाकर निकलने दो या फिर तुम अपने मुंह से चूस चूस कर, इसकी गर्मी शांत कर दो न मेरी प्यारी मॉम ।
(मेंने ये बोल तो दिया, पर अंदर ही अंदर मेरी गांड फट रही थी )
ऐसे बोल के मैंने अपनी सगी मॉम के होंठों पे अपने होंठ कस के दबा दिये और अपनी जीभ मॉम के मुंह में ठेलने लगा ।।

उत्तेजना से मेरी सगी मॉम पागल सी हो गई,
मॉम ने मेरे ऊपर के होंठ को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगी, उत्तेजना के कारण पता नहीं कब,
उनका नीचे का होंठ मेरे मुँह में आ गया जिसे मैं भी चूसने लगा , हम दोनों के शरीर पसीने से भीग गए और साँसें उखड़ने लगी।
मेरे मुँह पर मॉम का मुँह था फिर भी मॉम उत्तेजना में, जोर-जोर से सिसकारियाँ भर रही थी,

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कुछ देर बाद ही अपने आप मेरे हाथ मॉम की पीठ से और पैर उनकी कमर से लिपटते चले गए, मेरे मुँह में मॉम का होंठ था , जिसको मैंने उत्तेजना के कारण इतनी जोर से चूस लिया कि मेरे दाँत उनके होंठ में चुभ गए और उसमें से खून निकल आया ।
पूरे शरीर में आनन्द की एक लहर दौड़ गई और मॉम मेरेे शरीर से किसी बेल की तरह लिपट गई।
फिर 2 या 3 मिनिट बाद मॉम ने मुझको हटाया और मेरे लण्ड को अपनी मुठ्ठी में ले लिया और थोडा सा हिलाया मुझे अपनी सगी मॉम के हाथो से लण्ड हिलवाने का अलग ही मजा आ रहा था ।।

008-1000


•【39】••

माँम अपने हाथो से मेरा लंड हिला रही थी ,
और में माँम के बूब को स्कर्ट के उपर से ही सहला रहा था ,

मेरी मॉम का स्कर्ट में फोटो देखलो

कैसी लग रही है और गांड के बारे में कुछ बोलो न ...

बड़ा ही मजा आ रहा था , जो कभी महसूस नही हुआ वो मजा आज मॉम के हाथो से
आ रहा था , और अगर मॉम अपनी चूत और गांड से मुझे मजा दे तो कितना जोरदार लगेगा ...?
इसी सोच सोच में मैंने फिर जोर से माँम का बूब दबा दिया ,
माँम कराह उठी और उन्होंने मेरा लंड छोड़ दिया,
और वो उठकर खड़ी हो गयी ..!!
वो अचानक अपनी हालत पर गौर करने लगी ...
पर अब भी उनकी प्यासी निगाहें भी मेरे लंड पर से हट ही नहीं रही थीं..
में भी खड़ा हो गया और मैंने फिर से माँम को अपनी बांहों में जकड़ लिया ,
माँम खुद को छुड़ाने के लिए कोशिश करने लगी.. पर वो कुछ बोल नहीं रही थी।

712-1000
मेरा एक हाथ उसको पकड़े हुए था और मैं दूसरे हाथ से उसकी पीठ सहला रहा था,
साथ ही उसी हाथ को उसके चूतड़ों पर फेर रहा था।
धीरे-धीरे उसको भी मज़ा आने लगा और वो मेरा साथ देने लगी।
*
ये सब करीब 5 मिनिट ही चला होगा की अचानक माँम
ने मुझे धक्का दिया और कहने लगी- यह ग़लत है राहुल मेरे प्यारे बेटे ..
अगर किसी को पता लग गया.. तो बहुत बदनामी होगी,
की एक मॉम और बेटा ..नही राहुल नही ...समझो हम किसी को मुंह दिखने के भी लायक नहीं रहेंगे ..!!
फिर मैंने उनको समझाया- अगर हम ही किसी को नहीं बताएंगे.. तो किसी को कैसे पता चलेगा।
माँम - नहीं बेटा में तुम्हारी मम्मी हूँ न और कुछ देर बाद ही सिमरन आ ही रही है ,
उसके साथ ख्हुब मस्ती करना और अपनी पूरी संतुष्टि कर लेना पर मेरे साथ नही बेटे प्लीज़ ...!!
(पर में आज माँम को छोड़ना नही चाहता था )
तभी मैंने कहा- मॉम आई लव यू..
मैं कब से तुम्हारा दीवाना हूँ..
प्लीज़ मुझे चोदने को एक मौका दे दो न प्लीज़ देखो मेरे लंड को इसकी हालत पर तरस खाओ मॉम प्लीज़ ।
अब मेरी मॉम मेरे लण्ड को बड़े ही गौर से देख रही थी ,
मेरे लण्ड का सुपारा किसी छोटे सेब जितना मोटा था और गहरे लाल रंग की सुर्खी लिए हुए था..
उसके मुँह से रस बाहर आ रहा था।
मेरे लण्ड के ये हालत देख कर मॉम कुछ शांत हो गयी ..!!
(उसी पल तलाक़शुदा सेक्स की प्यासी कुंठित मॉम ने अपनी चूत में एक नई तड़प महसूस की

555-1000-1
उसने महसूस कर लिया था कि उसका बेटा उसके सामने शरम नहीं करेगा,
उसे खुद की स्थिति बहुत दयनीय लगी,
एक तरफ़ तो उसे अपने बेटे से ऐसी खुली बातें करते हुए अत्यंत शर्म महसूस हो रही थी..
मगर उसका दिल उसे मजबूर कर रहा था कि उससे बातचीत करके कोई हल निकाले और
दूसरी ओर उसे अपनी चूत में सुरसुराहट बढ़ती हुई महसूस हो रही थी।)
राहुल >.‘मॉम, आप क्या करना चाहती हो बोलो न ..
मैं अब और नहीं रुक सकता..
मेरे टट्टे वीर्य से भरे हुए हैं,
मुझे अपना रस बाहर निकालना है बोलो या हाथ से ही निकाल लूँ ’!!
**
मॉम >>राहुल में तुमको अपनी चूत तो नहीं दूंगी पर तुम उपर उपर कुछ भी कर लो
मेरे प्यारे बेटे ,,,!!
(अब कुछ तो शुरू हो मॉम के साथ ये सोच कर मैंने हामी भर ली )
और मैंने मॉम की लाल रंग की मिनी-स्कर्ट जो बिलकुल ही छोटी थी,
और बेक लेस भी थी उसको जल्दी से उतार दिया ..
ओह क्या नजारा था..बेमिशाल शानदार ..
मॉम ने स्कर्ट के निचे ब्रा नही पहनी हुई थी ,
उनके पूरी तरह तने हुए चूचे..
जो बाहर से जितने मुलायम और कोमल महसूस होते थे..
अब दबाकर मसलने पर उताने ही कठोर लग रहे थे।

दूधिया रंगत लिए हुए चूचे कश्मीर की चोटियों के समान जन्नत थे..
उस पर सजे हुए गहरे लाल रंग के चूचुक..
जो इस वक्त तन कर पूरी तरह से उभरे हुए थे।
मॉम की पतली और नाज़ुक कमर के ऊपर झूलते हुए वो विशालकाय चूचे..
किसी अखंड ब्रह्मचारी का ब्रह्मचर्य भी भंग करने के लिए काफ़ी थे।

मॉम >>तुम्हारे चेहरे के हावभाव को देखकर लगता है..
तुम्हें अपनी मम्मी के ये मोटे चूचे बहुत भा गए हैं..
राहुल मैं सच कह रही हूँ ना..?

013-1000
फिर मॉम अपने हाथो को अपनी पतली कमर पर थिरकते हुए ऊपर की ओर बढ़ते हैं और वो अपने विशाल..
गद्देदार चूचों को हाथों में क़ैद करते हुए उन्हें कामुकतापूर्वक दबा देती है।
एक काले रंग की कच्छी(thoung) के अलावा पूरी नग्न मॉम अपने बेटे के पास बिस्तर पर बैठ जाती है।
मॉम >>राहुल मेरे बेटे अब आगे बढ़ो..
अब तुम अपनी मम्मी के मम्मों को चूस सकते हो..
मेरा अनुमान है..
तुम मुट्ठ मारते हुए इन्हें चूसने की कल्पना ज़रूर करते होगे..??
*
में अपनी मम्मी के जिस्म पर पसरते हुए मुँह खोल कर एक तने हुए चुचक को अपने होंठों में भर लेता हूँ ।
कामुकतापूर्वक में अपने गालों को सिकोड़ता हुआ अपनी मम्मी के विशाल चूचों को ‘सुडॅक.. सुडॅक..’ कर चूसता हूँ ..
ठीक उसी तरह जैसे कभी में बचपन में अपनी मम्मी का दूध पीते हुए करता था।
मैं एक चूची को दबाता.. तो दूसरी को चूसता..
ऐसे ही मैं काफ़ी देर मॉम की चूचियों से खेलता रहा।
उसने भी मुझे रोका नहीं और ‘आहें’ भरती रहीं।
मॉम ‘आह.. आह..’ करती है.. फिर वो अपने प्यारे बेटे के सिर को कोमलता से सहलाते हुए उसे अपने मम्मे चूसने के लिए उकसाती है..
मेरे हाथ मॉम की पीठ सहला रहे थे और भी कभी गांड भी सहला रहा था में ..!!
मैंने फिर मॉम के चिकने पेट पर हमला किया और उनकी नाभि के चारों ओर चाटने लगा।

063-1000
में मॉम के चुचे चूसते चूसते मॉम की नाभि पर अपनी जीभ ले जाता हूँ ,
और नाभि को अपनी जीभ से चोदने के जेसे करता हूँ ,,,
मॉम तड़प उठीं और मेरे सर को पकड़ कर दबाने लगीं।
मैंने भी उनकी हालत समझी और उनकी नाभि में जीभ डाल दी और वहीं चूमने लगा।

मैं अपने हाथों से मॉम की जांघें सहला रहा था और जल्द ही मेरे हाथों की जगह मेरे होंठ थे और उनकी चिकनी जांघों को चूम रहे थे।
मैं उनकी चूत के करीब तक जाकर लौट आता..
उनकी जांघें मेरे थूक से सन चुकी थीं ,

अब मॉम की सांसे बहुत ही भारी हो गयी थी,
उनका दिल इतनी जोर से धडक रहा था की मुझे धाड़ धाड़ सुने दे रहा था ,,
मॉम हल्के हल्के सिसिया भी रही थी ,
लगता है की आज मुझे मॉम अपनी चूत दे ही देगी ...
फिर में अपने मुंह को मॉम के मुंह पर ले गया और अपनी जीभ मॉम के मुंह में डाल दी ,,
मैंने मॉम की जीभ को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगा,
मॉम भी मेरी जीभ चूसने लगीं और हम दोनों एक-दूसरे की जीभ से खेल रहे थे।
जुबानों की इस तकरार के कारण मेरे सोए हुए लंड में जान आने लगी।
मुझे अब अपनी मॉम के शरीर के हर अंग से प्यार करना था।
मैंने उनके होंठ आज़ाद कर दिए और उनके गालों को कस कर चूसा।
फिर मैंने अपने होंठ मॉम की गर्दन पर रख दिए और उसे चूमने लगा।
मॉम भी मेरा पूरी तरह से सहयोग कर रही थी .....
तभी ओह खराब किस्मत ..
मॉम का फोन बजने लगा .
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Raja maurya

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अपडेट░40░<> राहुल बेटा सिम्मी के सामने मुझे मॉम मत कहना ,
उसको पता नही चलना चाहिए की में तेरी मम्मी हूँ ...
समझ गये न ...?
में >> हाँ मॉम हां (में नंगा ही था अब भी )
मॉम ने मुझे कहा की कपड़े पहन के बहार चला जाऊ और मॉम फोन करेगी तब आना ...
मैंने जल्द से कपड़े पहने और घर से बहार निकलने लगा ही था की कालबेल बज उठी ..!!
----
मॉम ने दरवाजा खोला बहार सिम्मी थी ,
उफ़ क्या कयामत लग रही थी वो ,
ब्लेक साड़ी और पीछे से ओपन डोरी वाला कम गले का ब्लाउज,
खुले बाल,
मेहरून लिपस्टिक,
मेहरून नेल पोलिश,
कान में लंबे झुमके,
आँखों में काजल ,
गले में नेकलेस.... और उसकी आधी चूचियां बाहर दिख रही थी,
उसकी चुचिया बड़ी ही गोरी थी और बड़ी बड़ी भी थी ,
चुचियो के बिच में एक दरार दिख रही थी ,
जिसको देख मेरा खड़ा हुआ लंड और भी कडक हो गया ,
उसके गाल बिलकुल प्रीटी जिन्टा जेसे थे और उसने अपना पेटिकोट पेट से नीचे बाँध रखा था,
और उसकी नाभि तो क्या गजब ढा रही थी ..
उसका गोरा बदन, वाउउऊ वो बहुत ही खुबसुरत लग रही थी।
मस्त माल थी सिम्मी ,
मॉम ने उसको वेलकम किया ,
और मॉम ने मेरा परिचय सिम्मी से करवाया ,
सिम्मी ने मुझसे हाथ मिलाया और एक कातिल मुस्कराहट मुझको दी ...
मॉम ने हम दोनों को सोफे पर बेठने को कहा ..
फिर मॉम ने सिम्मी और मुझसे ड्रिंक का पूछा ,
सिम्मी >> सोनिया अभी तो विस्की का पेग देदे यार उसके बाद राहुल के गन्ने का जूस पिने की इन्छा है ..
क्यूँ राहुल पिलाओगे न मुझे गन्ने का जूस या सोनिया ने पी लिया मेरे आने से पहले बोलो ..?
*
में >> नहीं सिमरन जी जूस उबल रहा है अंदर बस आपके मुंह में आने के लिए मचल रहा है ..
*
सिम्मी >>सच में राहुल ..(फिर सिम्मी ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया )


उसके बदन से उठती हुई भीनी भीनी परफ्यूम की खुशबू मदहोश कर देने वाली थी।
उसकी चिकनी, मुलायम, उष्ण और गुदगुदी पीठ का स्पर्श बड़ा ही उत्तेजक लगा मुझे,
मैं धीरे धीरे उसकी पीठ, कंधों पर हाथ फिराता हुआ उसकी कसी हुई ब्रेजियर की तनियों तक जा पहुँचा और ब्रा के स्ट्रेप्स सहलाता रहा,
फिर हाथ को थोड़ा नीचे लाकर उसकी पीठ सहलाने लगा ..
इतने से ही मेरा लण्ड ठुनकने लगा,
दिल कर रहा था कि उसके ब्लाउज के ऊपर से ही उसके बूब्स सहला लूँ, दबोच लूँ या मुख में भर कर काट लूँ!
इतने में मॉम ने अपने और सिम्मी के लिए पेग बना दिया और मेरे लिए बियर ले आई ..
मॉम सामने बैठी थी हमारे और हमारी चुहलबाजी देख रही थी ....
में उसके रसीले होंठों को चूसने लगा और उसके नितम्ब मुट्ठी में भर भर के उन्हें थपकी देने लगा।
सिम्मी ने भी अपनी बाहों का हार मेरे गले में पहना दिया और मेरे चुम्बन का जवाब अपने होठों से देने लगी।
तभी मैंने ब्लाउज के ऊपर से ही उसकी चुन्चिया मसलना शुरू कर दिया।

अब मैं ब्लाउज के ऊपर से ही उसके स्तनों का मर्दन करने लगा,
उसके कान की लौ,
गर्दन,
गाल सब जगह चूमने लगा…
उधर मेरा हाथ उसकी पेटीकोट के उपर से उसकी चूत के ऊपर चल रहा था,
जल्दी ही सिम्मी का बदन ढीला पड़ने लगा और उसकी साँसें भारी हो गईं।
मैंने अपने हाथ सिम्मी के कन्धे पर से हटाकर सिम्मी की चूचियों पर फिराने लगा,
कपडों के ऊपर ही और उनको धीरे धीरे मसल भी देता।
सिम्मी को नशा चढ़ने लगा था,
कुछ तो पहले ही विस्की का नशा और फिर सैक्स का नशा,
वो भी किसी कम उम्र लडके के साथ।
सिम्मी बहकी बहकी आवाज में बोली>> राहुल मेरे यार ! यह क्या कर रहे हो?
ऊपर से ही करने का इरादा है क्या ?
*
मैंने कहा- नहीं यार सिम्मी ऐसा कोई इरादा नहीं ! चलो थोड़ी-थोड़ी बीयर और लेते हैं।
सिम्मी ने मुझको कस के बाँहों में भर लिया और कहने लगी>> पीने के अलावा भी हम भी तो हैं !


आज हमें ही पी लो !
और अपने होंठों को मेरे होठों से सटा दिया।
सिम्मी मेरे होंठों को चूसने लगी।
मैं भी अब सिम्मी के सर को पकड़कर उनके होंठों को बेतहाशा चूसने लगा और अपनी जीभ सिम्मी के मुँह में डाल दी।
सिम्मी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी।
तीन चार मिनट तक हम एक दूसरे को ऐसे ही चूमते रहे।
उसके बाद सिम्मी ने अपना हाथ मेरी पैन्ट के अन्दर डाल दिया,
मेरे लन्ड को पकड़ लिया और कहने लगी>> राहुल , जो आपके बारे में सुना था, यह तो सचमुच में ही उतना ही बड़ा है !
मैं भी सिम्मी की गाँड को एक हाथ से सहलाने लगा और एक हाथ से सिम्मी की चूची को मसलने लगा।
तो सिम्मी मेरे लन्ड को छोड़कर मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी,
शर्ट को उतार फेंका और कहने लगी>> राहुल चलो बैडरूम में चलते हैं।
मैंने कहा>> सिम्मी मेरी जान मेरी आज रात की मालकिन !
आप जहाँ कहो, मैं तो आपकी सेवा में वहीं हाजिर हूँ !
जहाँ कहो वहीं पर चुदाई कर देंगे आपकी सिम्मी जी।
मैंने अपने कपड़े उतार दिये और मेरे शरीर पर अब सिर्फ अन्डरवीयर ही बचा था तो रूबी उसको देखकर कहने लगी>>राहुल इसको भी उतार दो ना।
तभी मॉम बोली >>‘छोड़ो न सिम्मी , पहले इसको पेग लेने दो फिर करना ये सब वो भी कमरे में यंहा नही !!
सिम्मी >> क्या यार सोनिया तू नही लेगी इसका गन्ना अपनी गांड में ...?
मॉम >> हट साली मेरा मुड नही है आज तुम ही लो ..!!
सिम्मी >>तेरा सेक्स के लिए मुड कब नही होता है ,
याद है...ना .. तुमने तो 60 साल के डॉ. शर्मा से भी उन्ही के क्लिनिक में उसकी नर्स के सामने चुदवाया था ,
और हां उस दिन रात में ट्रेफिक वाले दोनों पुलिस वालो से अपनी ही गाड़ी में कौन कौन चुदी थी ...बोल ..?
(मॉम ये सुन कर थोड़ी सी घबरा जाती है और विषय चेंज करने लगती है ...!!)
मॉम >> राहुल तुम जल्द से बियर खत्म करो और इनको लेकर सामने वाले कमरे में जाओ ..!!
सिम्मी ने

पेग खत्म किया और मैंने भी और उठ कर मॉम कके कमरे में चल दिए ..
सिम्मी हँसने लगी और कहने लगी- चलो ना बैडरूम में !

मैंने सिम्मी को छोड़ दिया और अपने आपको संभाला और सिम्मी के पीछे पीछे मेरी मॉम के बैडरूम में चला गया।
सिम्मी बैडरूम में जाकर बैड पर लेट गई और मुझे इशारा करने लगी>> आ जाओ राहुल मेरे तन की प्यास बुझा दो न ।

कमरे में बिस्तर पर एक कंडोम का डिब्बा हां पूरा डिब्बा रखा हुआ था जिसमे हर तरह के कंडोम थे ..
एक KY जेली की क्रीम थी (जो गांड मरने के काम आती है )
*-*-*-*-*






मैंने सिम्मी को छोड़ दिया और अपने आपको और सिम्मी के पीछे पीछे मेरी मॉम के बैडरूम में चला गया।
सिम्मी बैडरूम में जाकर बैड पर लेट गई और मुझे इशारा करने लगी>> आ जाओ राहुल मेरे तन की प्यास बुझा दो न ।

कमरे में बिस्तर पर एक कंडोम का डिब्बा हां पूरा डिब्बा रखा हुआ था जिसमे हर तरह के कंडोम थे ..
एक KY जेली की क्रीम थी (जो गांड मरने के काम आती है )
आब इससे आगे






___________
(अपडेट ==41 )
---------------
अब आगे ---
बेड पर सिम्मी बेठ गयी ,वो मेरी ही तरफ देख रही थी ,
(मैंने कमरे का डोर लॉक नही किया था जानबूझ कर )

फिर वो बोली >>राहुल तुम अब जल्दी अंडरवियर उतारो ..
**
मैंने कहा->> मेरी जान सिम्मी ! सब कुछ उतार दूँगा !
पहले आपके बदन की नुमाईश तो कर लूँ देखूँ कि आपका शरीर कैसा हैं,
क्योंकि अभी तक तो उपर से देखा है, अब अन्दर भी देख लेता हूँ !

सिम्मी->>क्यों नहीं राहुल ।
आज हमारा पूरा का पूरा शरीर आपके लिए हाजिर हैं आप जो भी करना चाहो,
आप हर तरह से आजाद हो !
पर ये देख लेना कि हमको पूरी तरह से खुश करके जाना है,
हमें निराशा नहीं मिलनी चाहिए ।

मैंने कहा->> सिम्मीजी ! अगर हमने आपको खुश नहीं किया तो हमारा नाम भी राहुल नहीं।

फिर में बेड पर उसके साथ चिपक कर बेठ गया ,
मैंने उसकी साडी खिंच कर उतार दी
फिर ब्लाउज को खोल दिया , नीचे उसने फॉन कलर की डिजाइनर ब्रा पहनी हुई थी ,
जल्दी ही उसकी ब्रा मेरे हाथों में थी और उसके नग्न उरोजों का जोड़ा मेरे सामने था।
जिससे उसके दूध की टंकिया खुल गयी ...

मित्रो, मैंने बहुत से मम्मे/बोबे देखे हैं जिंदगी में…
लेकिन सिम्मी के जैसे स्तन मैंने पहले कभी नहीं देखे थे,
दूर से देखने में दोनों दूध ठोस आकार लिए दोनों एक सामान गोलाई लिए हुए,
परस्पर सटे हुए थे।
ऐसे ही स्तन सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं जिनके मध्य कोई दूरी न हो।

उसके स्तनों की रंगत गुलाबी थी,
जिन पर हल्के कत्थई रंग का जैकेट के बटन जितना गोल घेरा था और उन पर पर किशमिश जैसे चूचुक थे।
दूधों का साइज़ भी मस्त था न बहुत बड़े न बहुत छोटे…
उसके शेष बदन की बनावट से मेल खाते हुए चुचे थे उसके!
ब्रा के सहारे की तो जरूरत थी ही नहीं उन अमृत कलशों को!

मुझसे रहा नहीं गया और मैंने धीरे से उसके दोनों नंगे बोबे थाम लिए…
बड़े आराम से… एहतियात से…
बहुत ही मृदुता से…
कि कहीं कसकर पकड़ने से उनका आकार न बिगड़ जाये…
उन्हें कुछ हो न जाये…
और फिर मैं वो किशमिश जैसे चूचुक चुटकी में भर के हौले हौले मसलने लगा।
सिम्मी की आँखें स्वतः ही मुंद गईं और मैं उन अमृत कलशों में से अमृत पान करने लगा…
मैं बारी बारी से उसके दोनों स्तनों को व्याकुलता से चूसने लगा।
फिर का हाथ कब मेरे सिर पर आ कर कब सहलाने लगा, मुझे पता ही नहीं चला।
हम दोनों एक दूसरे के बदन से छेडछाड़ करने लगे।
हम दोनों बच्चों की तरह से एक दूसरे को कभी चूमते तो ,
कभी मैं सिम्मी की चूचियों को भींच देता तो कभी सिम्मी की गाँड के अन्दर उँगली डाल देता,
उसके लहंगे के उपर से ही और कभी सिम्मी की चूत को भींच देता।
सिम्मी भी कहाँ कम रहने वाली थी,
उसने मेरा अंडरवियर निकल फेंका ..
मेरा लंड तना हुआ था ,मेरा लंड करीबन 7.9 इंच का था और 2 इंच मोटा था।
एकदम हार्ड और स्ट्रॉन्ग लंड था,
उसको तो मेरा कमसिन और तगड़ा और गौरा गौरा लंड देख कर मज़ा आ गया।
वो मेरा लंड हिलाने लगी , उसे अब बहुत मज़ा आ रहा था,
वो भी कभी मेरे गालों को पकड़कर खींचती तो कभी मेरे लन्ड को पकड़ के हद से ज्यादा दबा देती ,
हम दोनों 8 -10 मिनट तक एक दूसरे को ऐसे ही छेड़ते रहे।
फिर मैं सिम्मी को लिटाकर उसके ऊपर चढ़ गया और सिम्मी नीचे लेट गई।
**

मैंने फिर से उसके बोबे चूसने शुरू कर दिए ,
वाह ! क्या बोबे थे - गोल गोल सफेद रंग के और निप्पल तो पूरे गुलाबी रंग के !
वाह उनको देखकर मेरे मुहँ में पानी आ गया और उनको चूसने लगा,
बार बार एक दूसरे को बदल बदल के चूसने लगा और सिम्मी के मुहँ से आवाज आने लगी- आ आ ई ई ऐ ऐ आ आ !
मैं भी तेजी से सिम्मी के बदन को चूसने-चाटने लगा।
सिम्मी बड़बड़ाने लगी- राहुल बड़ा ही मजा आ रहा है ! लगे रहो राहुल ! ओ राहुल ।
(उसकी आवाज बाहर मेरी अम्मी को जरुर सुनाइ दे रही थी )
फिर सिम्मी मेरे लन्ड को पकड़कर सहलाने लगी।
मैं भी अब सिम्मी की चूचियों को छोड़ कर उसके पेटीकोट को खोलकर पैरों से बाहर निकाल फेंका।
अब उसके शरीर पर सिर्फ एक पैन्टी ही बची हुई थी ।
फिर मैं उसकी जांघों का सहलाने लगा। वो बोली- राहुल अब रूका नहीं जाता ! अब अपना लन्ड जल्दी से मेरी चूत में डाल दो।
मैंने उसको बाहों में लेकर कहा- सिम्मी जी ! पूरा मजा लो और लेने दो क्योंकि बाद में आपको हमसे कोई भी शिकायत न रह जाए।
वो कहने लगी- राहुल मैं क्या करूँ,
अब अपने आपको रोकना मेरे बस की बात नहीं है,राहुल अब कुछ करो नाऽऽआ राहुल कुछ करो ना।
(अब वो जोर जोर से बोल रही थी जो मेरी अम्मी को सुनाइ पड़ ही रहा था )
मैंने सिम्मी की पैन्टी को उतार फेंका और उसकी गुलाबी और क्लीन-शेव चूत को देखकर पागल होने लगा।
उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसमें से पानी रिस रिस कर बह रहा था।
उसकी चूत की खुशबू मुझको मदहोश करती जा रही थी।
फिर मैंने उसकी चूत को किस किया और उसको चूमने लगा।


फिर वो कहने लगी- राहुल अब अन्दर डाल दो ना !
मेरी तो बर्दाश्त से बाहर हो गया है, राहुल डालो भी ना।
में अब उसके सामने खड़ा हो गया ,
सिम्मी को मैंने अपना लंड चूसने का इशारा किया..
वो तो लंड देखते ही किसी कुल्फी की तरह चूसने लगीं...


377-1000
मैंने अपना लन्ड सिम्मी के होंठो पर लगा दिया,
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये ,
मैं सिम्मी की चूत को चाटने लगा और सिम्मी मेरे लन्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी और ७-८ मिनट तक हम दोनों एक दूसरे को ऐसे ही मुँह से चोदते रहे।
उसके बाद सिम्मी ने मेरे लन्ड को छोड़ दिया और मेरे नीचे से खिसकने लगी तो मैंने अपनी जीभ को सिम्मी की चूत में अन्दर तक डाल दिया,
सिम्मी का शरीर ऐंठने लगा और सिम्मी की चूत ने मेरे मुँह में ही अपना पानी छोड़ दिया और मैं उसके नमकीन पानी को पी गया।
अब मैंने सिम्मी की चूत को छोड़कर, कंडोम के डब्बे से एक डोट वाला कन्डोम निकाला
पर सिम्मी ने मुझको रोक दिया और कहने लगी- राहुल , बिना कन्डोम के ही करो,
ज्यादा मजा आयेगा ! मुझको कोई भी परेशानी नहीं और न ही कोई यौन रोग है।
मैंने कहा- सिम्मी जैसा आप कहो, हम तैयार हैं क्योंकि आज के लिए हम आपके गुलाम जो ठहरे।
वो कहने लगी- नहीं राहुल ! ऐसे नहीं कहते ! हम दोनों क्या दोस्त नहीं बन सकते?
मैं कहने लगा- सिम्मी जी, दोस्त तो बन जायेंगे, पर अगर घोड़ा घास से दोस्ती कर लेगा तो खायेगा क्या?
तो सिम्मी हँसने लगी- नहीं राहुल मेरा मतलब यह नहीं था ! आपकी फीस आपको हमेशा मिलेगी। और ओरों से भी ज्यादा !
तो मैं कहने लगा- यह हुई ना बात सिम्मी जी !
फिर मैंने उस को कस के पकड़ लिया और अपना लन्ड सिम्मी को पकड़ा दिया।
तो सिम्मी उसको मुँह में लेकर चूसने लगी और एक हाथ से मुठ मारने लगी।
मेरे मुँह से सिसकारी निकलने लगी और दो मिनट के बाद मैंने अपना लन्ड सिम्मी के मुँह से निकालकर,
सिम्मी की चूत पर टिका दिया तो सिम्मी कहने लगी- राहुल चूत तो गीली है पर अपना लन्ड धीरे धीरे से घुसाना !

क्योंकि आपका लन्ड तो बहुत मोटा और बड़ा है, मैंने आज तक इतना बडा लन्ड अपनी चूत में नहीं लिया है!
फिर मैंने सिम्मी की टांगों को थोड़ा चौड़ा करके ,
अपना लन्ड सिम्मी की चूत पर सैट करके एक हल्का सा धक्का मारा और मेरा आधा लन्ड सिम्मी की चूत में समां गया तो ,

084-1000


सिम्मी के मुँह से चीख निकल पड़ी और कहने लगी- राहुल अभी अन्दर मत करना ! जहाँ हैं वहीं पर रहने दो ! मुझको बहुत तेज दर्द हो रहा है।

462-1000
उसकी चूत ने मेरे लन्ड को चारों ओर से जकड़ लिया और मैं सिम्मी की चूचियों को चूसने और मसलने लगा..
दो मिनट के बाद सिम्मी को मजा आने लगा तो वो बोली- राहुल बस अब अबकी बार अपना पूरा का पूरा लन्ड अन्दर उतार देना !
मेरी परवाह मत करना ! जय बड़ा ही मजा आ रहा है !
*
फिर मैंने अपना पूरा लन्ड सिम्मी की चूत से बाहर खींचा ,
और एक बहुत ही तेज धक्का मारा और मेरा पूरा का पूरा लन्ड रूबी की चूत में जड़ तक समा गया ,
सिम्मी के मुँह से जोर की चीख निकलने लगी।
उसका चेहरा लाल हो गया और आँखों से आँसू आने लगे ,
उसकी चीख सुन कर मेरी प्यारी मॉम भाग के अंदर आ गयी

278-1000

476-1000
मॉम ->> सिम्मी क्या हुआ चीखी क्यूँ ....?
सिम्मी बोली->> कुछ भी नहीं हुआ सोनिया !
आज कई दिनों बाद मर्द का लंड मिला है तो थोडा दर्द हुआ पर अब ठीक है ,
तुम फिकर मत करो सोनिया ,
आओ न तुम भी मेरी चुदाई को देखो न ....
मॉम ->> नहीं सिम्मी मुझे कुछ काम है ...!!
सिम्मी ->> झूठी बेठ न मेरे पास प्लीज़ ..
लेकिन मॉम बहार चली गयी ..
पर अब रूम का दरवाजा एकदम ही खुला हुआ था ...
***
फिर मैंने सिम्मी की चुचियों को सहलाना शुरू किया तो कुछ ही देर में सिम्मी कहने लगी- राहुल धीरे धीरे से करो ना !
रूक क्यों गये ? मुझको तो मजा आ रहा है !
मैं भी धीरे धीरे अपने लन्ड को सिम्मी की चूत में आगे पीछे करने लगा।
अब उसको मजा आने लगा और कहने लगी- राहुल अपनी स्पीड बढ़ा दो !
बड़ा ही मजा आ रहा है !
मुझ को थोड़ी राहत महसूस हुई और मैं अपने लन्ड को वहीं पर आगे पीछे करने लगा ..
उसके मुँह से आ आ आ ई ई ई ई ई उ उ उ उ उ ऐ ऐऐए राहुल ययययय मार डाल !
आज तो मेरे कस कस के सारे बल निकाल दे राहुल !
ओ राहुल माई डियर !
फक मी ! फक मी ! फक मी हार्डर !
राहुल तुम वास्तव में ही मर्द हो !
यह कहते कहते उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और वो ढीली पड़ गई।
पर मेरा कहाँ इतनी जल्दी छूटने वाला था, मैं तो सिम्मी पर सवार था और धक्के पे धक्के लगाये जा रहा था।
उसने मुझसे छोड़ने को कहा ..
मैंने अपना लंड निकल लिया ,सिम्मी हंप रही थी उसकी चुन्चिया उपर निचे हो रही थी
बड़ा ही दिलकश नजारा था ..
5 मिनिट बाद फिर सिम्मी को कहा- सिम्मी जी, अब आप बैड से नीचे खड़ी हो जाओ !
वो बेड से नीचे खड़ी हो गई तो मैंने उस से कहा- अपने हाथ बैड पर रखकर झुक जाओ !
तो वो ऐसे ही झुक गई और मैंने अपना लन्ड उस की चूत में पीछे से डाल दिया और धीरे धीरे धक्के मारने लगा!
अब सिम्मी को मजा आने लगा।


168-1000
मैंने अपने धक्कों की स्पीड धीरे धीरे बढ़ानी शुरू कर दी !!
सिम्मी अब जोर जोर से चिल्ला चील्ला कर बोल रही थी ...
चोदो मुझे किसी कुतिया की तरह चोदो राहुल आहा अहा उ उ उ
मुझे अपनी रंडी समझ कर चोद लो मेरे रजा
आ आ आ आआ आआआ ईईईई इ एएएएएओओओ आहा आहा !
फिर मैंने अपने घक्कों को स्पीड फुल कर दिया।
१०-१२ मिनट के बाद मेरे लन्ड का पानी छुटने को हुआ तो मैंने उसको बैड पर लिटाकर,
ऊपर लेटकर खूब तेजी से धक्के पे धक्के लगाकर अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया और वो भी उसी दौरान दुबारा झड़ गई।
मैं उस के उपर दो तीन मिनट तक लेटा रहा।
१०-१५ मिनट के बाद मैंने कहा- >>सिम्मी आपको मजा आया या नहीं?
वो कहने लगी- इतना मजा पहली बार ले रही हूँ !
आज तक जिन्दगी में इतना मजा और तृप्ति मुझको कभी नहीं मिली !
तुम्हारा लंड और स्टेमिना वाकई में जोरदार है राहुल

349-1000
१०-१५ मिनट के बाद मैंने कहा- >>सिम्मी आपको मजा आया या नहीं?
वो कहने लगी- इतना मजा पहली बार ले रही हूँ !
आज तक जिन्दगी में इतना मजा और तृप्ति मुझको कभी नहीं मिली !
तुम्हारा लंड और स्टेमिना वाकई में जोरदार है राहुल ......
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अब आगे पढिये
*-*अपडेट =42 *-*
_______________

सिम्मी ने मुझे बांहों में भर लिया और चुम्माचाटी करने लगी ..!!

फिर दस मिनिट के बाद वो खड़ी हो गयी,
और मॉम को आवाज दी हम दोनों अब भी एकदम नंगे ही थे ,
मम्मी आई तो सिम्मी ने पेग बनाने को कहा
मॉम ने दो पेग बनाये ..
सिम्मी मोम से कहने लगी ->> सोनिया मजा आ गया आज तो ,
ऐसा लंड पहली बार लिया है मैंने अपनी चूत में ..
तुमने तो काफी बार लिया होगा राहुल का लंड अपनी चूत और गांड में क्यों ...?
मॉम ->> सिम्मी तुम अपनी सोचो और बताओ ..!!
सिम्मी ->>यार नराज क्यों होती है ..
मॉम ने फ्रिज से मेरे लिए एक बीयर निकाली और पनीर निकाला और मेज़ पर रखा।
फिर उन्होंने पनीर को छोटे टुकड़ों में काटा और फिर हम पनीर संग पीने लगे ,
वन्ही में और सिम्मी एक दूसरे के नंगे बदन को देखकर हँसते रहे।
सिम्मी को अपनी गोद में बिठाकर २०-२५ मिनट तक हम दोनों पीते रहें और पनीर खाते रहे।
कभी मैं सिम्मी को अपने हाथ से पिलाता और कभी सिम्मी मुझे पिलाती।
हम दोनो ऐसे ही पीते रहे और एक दूसरे के साथ छेड़छाड़ करते रहे।
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया ,अब हम दोनों फिर से पूरे शबाब में थे।

मॉम भी गर्म हो गयी थी और वो टॉपलेस हो गयी थी ,
आप ही देख लो ..
अब हम दोनों नंगे एक दूजे से मस्ती करने लग गये और भूल गये
की मॉम भी है ...



तभी मेरे पेशाब लगा में उठ कर बाथरूम जाने लगा तो सीमी बोली क्या हुआ ..?
मैंने कहा पेशाब करके आता हूँ ..
सिम्मी बोली मुझे भी करना है .. चलो दोनों साथ में कर के आते है ..
फिर हम दोनों बाथरूम में गये और में खड़ा खड़ा मुतने लगा ही था की ..
सिम्मी मेरे पेसाब की धार के सामने बेठ गयी और मेरा पेशाब उसके मुंह पर गिरने लगा ,
उसने मुंह खोल लीया अब मेरा पेसाब उसके मुंह में जा रहा था ..
वो निचे बैठी हुई थी थोडा पेशाब उसने पी लिया और उसके शरीर पर मेरा पेसाब लगा हुआ था ,
जब मेरा पेसाब आना बंद हो गया तो वो खड़ी हो गयी और बोली अब तुम मेरा पेशाब पियो न राहुल ..!!
अब सीन उल्टा हो गया था अब में बेठा हुआ था और वो खड़ी खड़ी मुझपर पेशाब कर रही थी ..
आज पहली बार किसी ओरत का पेशाब टेस्ट कर रहा था ,
हल्का नमकीन और खट्टा सा स्वाद था ,
पर बुरा नहीं था ,
तभी मॉम भी बाथरूम में आ गयी ,
उन्होंने ये सीन देखा तो चिल्ला पड़ी ->> ये क्या हो रहा है सिम्मी और राहुल ,
छि इतना गंदा काम ओह



064-1000

654-1000

सिम्मी -->> सोनिया सेक्स में जो मज़ा डर्टी सेक्स में आता है वो किसी और सेक्स में नही ,
और तुम तो उस दिन याद है कितने लंडो का पानी पिया था ,
ओर्गी में याद है की नही बोलो ....?
**
मेरी अम्मी सोनिया थोड़ी सकपका गयी ,
पर में सिम्मी की चूत को चाटने लगा
अब पेशाब आना बंद हो गया था ....
2-5 मिनिट बाद हम बाहर आ गये अम्मी तक अब हमारे साथ ही थी ..
हम फिर से पीने लगे फिर सिम्मी ने मॉम को और पेग बनाने को कहा ,
मॉम बनाकर ले आई , अब मॉम और सिम्मी दोनों ही कुछ नशे में आ गयी थी ...!!
तभी सिम्मी बोली -->> राहुल क्या तुम मेरी गांड का छेद अपनी जीभ से चाट दोगे ...
में तुमको दो हजार रूपये और दूंगी प्लीज़ राहुल चाट दो न ....?
मेंने झट से हामी भरी और उसको सोफे पर कुतिया की तरह उल्टा लेटा दिया ,
मॉम मुझे देख कर दांत पीस रही थी जिसकी कोई परवाह मैंने नही की ..!!
**
अब सिम्मी की गांड का छेद मेरी आँखों के सामने था ..
गहरा सांवला छोटा सा छेद मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था ,
मैंने अपनी जीभ निकली और धीरे धीरे उसकी आसहोल के उपर फिरने लगा ,
वो सीसीया उठी…………आआआआआआआआअहह
ऊऊऊऊऊऊहह राहुल उह मम्मी ओह ओह
आआआआआआआआआआअहह………..
ऐसे ही करो ढ़हिईीइइररीईईईईई…………….आअहह …………..
राहहााआअ हाईईईईईईईईईईईईईईई

732-1000
आज बहुत दिन बाद मज़ा आ रहा है मेरे जानू और सोनिया क्या माल बुलाया है ,
इसकी जितनी तारीफ करू कम है ओह ओह ओह राहुल ...
उह उ उ उ उ अब अपनी जीभ गोल करके इसके अंदर डालो न राहुल ..
**
तभी मॉम बोली -->ये कुछ ज्यादा नही हो रहा है क्या सिम्मी ..?
सिम्मी -->>ओह सोनिया प्लीज़ मुझे आज रोको मत ,में तुमको कल नई चूत गिफ्ट करूंगी
उसके साथ हम दोनों लेस्बो सेक्स करेंगे ..आज मुझे हर तरह से चुदने दो न प्लीज़ मेरी डार्लिंग !!
(मॉम समझ गयी की अब सिम्मी नही रुकेगी )



फिर मैंने अपनी जीभ गोल की और उसके टाईट गांड में ठेलने लगा ,
गांड का टेस्ट अजीब लग रहा था ,थोड़ी सी सेंट भी आ रही थी टट्टी की सी ,
लेकिन में लगा रहा , साथ में ही मैं उसके पेट पर हाथ फिराते हुए उसकी पाँव रोटी की तरह उभरी हुई उसकी चूत को दबाने लगा,
उसके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी थी,
वह बोली,"प्लीज ऐसे ही करते रहो !"
अब मेरा लण्ड तन कर और भी सख्त हो गया था,
सिम्मी के मुँह से मस्ती में "ओह्ह्ह्ह्ह्होहोहोह सिस्स्स्स्स्स्सह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हाहाह्ह्हआआआआ हा-हा करो-करो ऽअआह हाहअआ प्लीज तेज-तेज करो।"
में अपनी जीभ अब फ़टाफ़ट अंदर बाहर करने लगा साथ में उसकी चूत में अपनी दो अंगुलिया डाल कर उसकी चूत मार रहा था ,
5-7 मिनिट में ही वो झड़ गयी और हंपने लगी और उसने मुझे रुकने का इशारा किया ..!!





अपडेट __ 43
*-*

मैंने उसको छोड़ दिया, और वो बेड पर पसर गयी और बोली की वो कुछ देर आराम करेगी ..
अब मुझे कुछ भूख लग गयी थी
में उसको वन्ही छोड़ रसोई की और गया ..
रूम से बाहर निकला तो देखा की मॉम सोफे पर बैठी हुयी थी और उनका एक हाथ नाइटी में अंदर बाहर हो रहा था ,
मुझे आता देख मॉम हडबडा सी गयी ,
और उन्होंने अपना हाथ बहार निकाल लिया , उनके हाथ में रबड़ का डिल्डो (नकली लंड ) था ,

जो वो शायद अपनी चूत में डाल रही थी ....
मेरी और उनकी नजरे मिली तो मॉम सकपका ने नजर मिलकर नीची करली ..
फिर में उनके नजदीक गया और उनके हाथ से वो नकली लंड ले लिया ,
वो कुछ नही बोली .. फिर वो नकली लंड जो मॉम अपनी चूत में डाल रही थी ,
उस रबर के लंड पर कुछ गीला गीला लगा हुआ था ,
जो शायद मेरी सगी मॉम की चूत का पानी था ,
उससे अजीब सी भीनी-भीनी खुशबु सी आ रही थी ..
मुझे पता नही क्या हुआ ....
उस लंड को मैंने अपने मुंह में डाल लिया ,
ओह क्या टेस्ट था ...
मेरी मॉम के चूत के पानी का वाह वाह ...
मुझे ऐसा स्वाद पहले किसी भी चूत के पानी में नही आया था ..
मुझको ........
मॉम ने ये देखा तो उन्होंने वो लंड मुझसे छीन लिया ,
*-*
मॉम -->> राहुल तुम पागल हो गये हो क्या .. मैंने तेरे लिए सिम्मी को बुलाया और तुम मेरे पीछे पड़े हो ,
देखो राहुल ये सही नही है...
माँ और बेटे ये सब आपस में कभी नही करते है ,
जाओ सिम्मी के पास जाओ , उसके साथ करलो जो करना है ,
मुझसे तो ज्यादा सुन्दर है वो ..
और ये केसे केसे गंदे काम कर रहे हो तुम उसकी गांड में जीभ डाल रहो थे ,
और पेशाब से स्नान भी किया ...
छि छि ...क्या ये गंदा नही लगता है तुमको बेटे ...?
(मॉम बेहद धीमी आवाज में बोल रही थी )



में ->> ओह मेरी प्यारी मॉम मुझे सेक्स में सब अच्छा लगता है ,
ये तो सब कुदरती ही है और देखिये न सिमरन भी तो मेरा साथ दे रही थी
खुलकर सेक्स करने में मजा ही कुछ और है ..मॉम ..
रही बात माँ बेटे के बीच में सेक्स की
तो मेरी प्यारी मॉम में तो इससे ही निकला हूँ ,
(मॉम की चूत पर नाइटी के उपर हाथ रख दिया मैंने )
क्या इस पर मेरा हक़ नही है बोलो...
और मॉम दुनिया में जब पहले पहले किसी ने सेक्स किया होगा
उनका क्या रिश्ता होगा बोलो ...
(मैंने फिर मॉम की चूत को अपने हाथ से दबा दिया )
मॉम ने मेरा हाथ हटा दिया पर बोली कुछ नही ...
मैंने उनको अपनी बांहों में भर लिया और लिप किस करने लगा पर मॉम ने मुझे परे धकेल दिया ,
फिर मैंने मॉम से कहा की कुछ खाना है मुझको भूख लग गयी है ,
मॉम ने कहा तुम बेठो में कुछ लाती हूँ ,
और मॉम रसोई में चली गयी उनका डिल्डो सोफे पर ही पड़ा हुआ था ..!!
मैंने उसको उठा लिया और चूसने लगा ,
आखिर मेरी सगी मॉम की चूत का पानी जो चिपका हुआ था उसपर .......
थोड़ी देर में मॉम खाना लेके आ गयी और मेरे हाथ से डिल्डो छीन लिया और बोली खाना खाओ ..
मैंने एक पेग लेने को कहा तो मॉम पेग ले आई ,
मैंने मॉम से एक शिप लेने को कहा तो मॉम करीब चोथाई पेग पी गयी ,
फिर उस पेग को मैंने होंठो से लगाया वहीँ से जन्हा से मॉम ने लिया था और पेग पी गया ...
मॉम और मैंने खाना साथ साथ में खाया में उनके मुंह में खाने का कौर भी दिया
मुझे पूरी आशा है ....की अब इसी मुंह में जल्द ही मेरा लंड भी होगा ..
जब खाना हो गया था रात के 11 बज गये थे
अब बारी सिम्मी की गदराई गांड की थी ..
मॉम को मैंने गुडनाईट बोला और कहा.. की मॉम अब में सिम्मी की गांड मारूंगा ,
मॉम मुस्कुरा दी और बोली राहुल तुमको मेरी कसम है निरोध लगा लेना मेरे बेटे ,
इसमें कोई गलती मत करना प्लीज़ राहुल ...!!
मेने उनको वादा किया और अब में मेरी मॉम के रूम की और गया
जंहा सिम्मी की गांड थी ..


102-1000
मॉम का रूम खुला हुआ था ,
अंदर घुसते ही जो मैंने देखा उसकी फोटो निचे डाल रहा हूँ ..
ओह क्या नजारा था सिम्मी बेड पर इस तरह खड़ी थी ,
ये देख कर मेरा लंड किसी सिपाही की बंदूक की तरह तन गया ..
उसकी गांड मेरे लंड को बुला रही थी ..
और मेरा लंड अब बेताब था सिम्मी की गदराई और गोल गोल गांड में जाने को ...
उसकी गांड में केसे लंड डाला पदिये आगे


*-*
कमरे में जाते ही सिम्मी बोली -->> राहुल ओह कन्हा चले गये थे ,सोनिया की चूत चाटकर आये हो क्या बोलो ...?
मेरी गांड नहीं मरोगे अपने लंड से .. मेरे राजा आओ न ..
अब तड़फाओ मत मेरे राजा आओ मेरी गांड को अपने लंड का गोदाम बनाकर
लंड को इसके अंदर डालो ना ...
सिम्मी थोडा जोर से बोल रही थी , जो शायद बाहर बैठी हुई मॉम को सुनाइ दे रहा था ..
मुझे एक तरकीब सूझी ..
में सिम्मी के पास गया उसको पीछे से अपनी बांहों में लिया ,
फिर में उसके कान में धीरे से बोला->> सिम्मी जी सोचिये अगर में आपका बेटा होता तो ...
क्या होता बोलिए आप मुझे अपनी चूत में लंड देने देती क्या ..
सिम्मी जी एं अपनी सगी मॉम को चोदना चाहता हूँ पर वो मना कर देती है ...
क्या कोई बेटा अपनी सगी मॉम को चोद नही सकता है क्या ... बोलिए न सिम्मी जी ...?
*-*
सिम्मी :- अगर तुम मेरे बेटे होते तो में दिन में दो और रात में दो बार तुमको अपनी चूत चुद्वाती मेरे राजा ,
चूत और लंड से बड़ा कोई रिश्ता नही होता है ...समझे क्या ..और..
मेरी सील तो मेरे सगे बड़े भाई ने तोड़ी थी ,
जब में मात्र 18 साल की थी और एक दिन जब मेरे चाचा ने हमको रंगे हाथो पकड़ लिया था ,
तो मैंने चाचा को अपनी चूत चुद्वाकर चुप कर दिया था रे मेरे राजा ...
राहुल मैंने तो अपने पति के सगे भतीजे का लंड भी लिया हुआ है अपनी चूत में ...
सेक्स में सब चलता है राहुल ...!!
*-*
में -->> पता नही क्यों सिम्मी जी मुझे आप अपनी मॉम जेसी लगती हो
मेरी मॉम का फिगर बिलकुल आप जेसा ही है ...
लेकिन वो मुझे अपनी चूत नही देती है चोदने को ...
क्या करूं सिम्मी जी आप ही बताओ ...
लेकिन मुझे मेरी मॉम बहुत ही सेक्सी और सुन्दर लगती है ...!!

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सिम्मी -->> अगर तुमको वो मेरी जैसी लगती है तो आओ में ही तेरी मॉम का रोल प्ले करती हूँ ..
अब तुम मेरे बेटे और में मॉम तुम मुझे माँ कहके बुलाओगे और में तुमको बेटा
ठीक है न राहुल ...
मेंने झट से हामी भर दी ...
*-*
अब सीन ऐसा था की मेरा लंड उसकी गांड को छू रहा था ,
और मेरा एक हाथ उसके बोबो पर था ,
जबकि मेरा दूसरा हाथ उसकी चूत की दरार को सहला रहा था ...
उसकी चूत गीली हो रही थी और मेरा लंड भी ..
फिर हम दोनों आमने सामने हो गये ,
हम एक दूजे की किस करने लगे...
जैसे जैसे में उसे किस करता जा रहा था..
फिर में उसकी दूध जैसी गोरी गर्दन को चूमता गया और उसके जिस्म के नशे में डूबता ही चला गया.
अब वो और ज़ोर से मेरी कमर को सहला रही थी.. मुझे और ज़ोर से अपनी और दबा रही थी.
उसके दोनों बूब्स मेरी छाती पर एकदम चिपक गये थे और में उसके पूरे बदन की गर्माहट महसूस करने लगा था.
उन्हे देखते ही ना जाने मेरी आखों में जैसे चमक आ गई हो और मेरे होंठ उस तरफ दौड़ने लगे.
तो मैंने उसका एक बूब्स पूरा अपने मुँह में ले लिया और चाटने लगा,
चूसने लगा और दूसरे को अपने हाथ से सहलाने लगा.
उसने मेरे बालों को बहुत कसकर पकड़ रखा था और मेरे सर को ज़ोर से अपने बूब्स पर दबा रही थी.
मुझे वापस अपनी तरफ खींचा और मेरा मुहं अपने एक बूब्स पर रखकर ज़ोर से दबा दिया.
में भी मज़े से उसके बूब्स चूस रहा था और उसके निप्पल को काट रहा था..
मेरे निप्पल काटने की वजह से वो बोली.
सिम्मी : अहह बेटे प्लीज़ धीरे करो.. में कहीं भागी थोड़ी ना जा रही हूँ अह्ह्हह्ह्ह प्लीज़ आईईईईई प्लीज धीरे बेटा .
में : काटने में ही तो मज़ा है मेरी प्यारी माँ .. कुछ देर बाद तुम्हे भी मज़ा आएगा.
अब उसका पूरा बदन जोश में उभर रहा था और उसकी तड़प इतनी बड़ गयी थी कि वो गर्म होकर तड़पने लगी थी.


745-1000

फिर वो कभी अपनी गांड को उठाकर बेड पर पटकती तो कभी अपने दोनों पैर बेड के ऊपर रगड़ती तो कभी अपने मुँह को इधर उधर घुमाती..
उसके पूरे जिस्म में एक अजीब सी बैचेनी होने लगी थी..
लेकिन मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. तो मेरा लंड लोहे जैसा सख्त हो गया था..
अब तो उस के मुंह से “म्मम्मम … म्मम्मम … म्मम्मम …” की आवाजें आने लगी,
ये आवाजें धीरे -धीरे और तेज़ होने लगी,
"बेटे मेरे प्यारे बेटे गांड मार्लो अपनी माँ की आज खुलके चोद लो अपनी सगी माँ को "
'ओह राहुल लंड डालो न अब अपनी माँ की गांड में "
"ओह बेटे अब तरसाओ मत अपनी माँ को "
(हम दोनों अब माँ बेटे का रोलप्ले कर रहे थे )
सिम्मी अब जोर जोर से बोल रही थी ....
वो बुरी तरह गर्म हो चुकी थी अब ...
सिम्मी की जवानी के इस रंग मे मै बहुत दुविधा मे था,
में क्या बताऊ आप लोगो को यार मुझे समझ नहीं आ रहा था,
वो मुझे और गरम करने की कोशिश कर रही थी,
कभी मेरे लंड पर अपनी चूत रगड़ रही थी.... तो कभी मेरी गांड पर हाथ फेर रही थी।
मे अपने होश खोये जा रहा था। आख़िर मे भी तो एक मर्द था।
अब सिम्मी की गांड में लंड डालने का टाइम हो चूका था ...!!



अगर सही तरीके से गुदा-मैथुन किया जाए तो यह बहुत ही आनंददायक होता है।
एक सर्वे के अनुसार पाश्चात्य देशों में 70 % और हमारे यहाँ 15 % लोगों ने कभी ना कभी गुदा-मैथुन का आनंद जरुर लिया है।
पुरुष और महिला के बीच गुदा-मैथुन द्वारा आनंद की प्राप्ति सामान्य घटना है।
ग्लैंड जैसे कई देशों में तो इसे कानूनी मान्यता भी है।
पर अभी हमारे देश में इसके प्रति नजरिया उतना खुला नहीं है।
लोग अभी भी इसे गन्दा समझते हैं।
पर आजकल के युवा कामुक फिल्मों में यह सब देख कर इसके प्रति आकर्षित हो रहे हैं।

योनि के आस पास बहुत सी संवेदनशील नसें होती है और कुछ गुदा के अन्दर भी होती हैं।
इस लिए गुदा-मैथुन में पुरुषों के साथ साथ स्त्रियों को भी मज़ा आता है।
और यही कारण है कि दुनिया में इतने लोग समलिंगी होते हैं और ख़ुशी ख़ुशी गांड मरवाते हैं।
महिलाओं को भी इसमें बड़ा मज़ा आता है।
कुछ शौक के लिए मरवाती हैं और कुछ अनुभव के लिए।
आजकल की आधुनिक औरतें कुछ नया करना चाहती हैं इसलिए उन में लंड चूसने और गांड मरवाने की ललक कुछ ज्यादा होती है।
अगर वो बहुत आधुनिक और चुलबुली है तो निश्चित ही उसे इसमें बड़ा मज़ा आएगा।
वैसे समय के साथ योनि में ढीलापन आ जाता है और लंड के घर्षण से ज्यादा मज़ा नहीं आता। प
र गांड महारानी को तो कितना भी बजा लिया जाए वह काफी समय तक कसी हुई रहती है
और उसकी लज्जत बरकरार रहती है
क्योंकि उसमें लचीलापन नहीं होता।
इसलिए गुदा-मैथुन में अधिक आनंद की अनुभूति होती है।
औरत को भगवान् ने तीन छेद दिए हैं और तीनों का ही आनंद लेना चाहिए।
इस धरती पर केवल मानव ही ऐसा प्राणी है जो गुदा-मैथुन कर सकता है।
जीवन में अधिक नहीं तो एक दो बार तो इसका अनुभव करना ही चाहिए।
सुखी दाम्पत्य का आधार


ही सेक्स होता है पर अपने प्रेम को स्थिर रखने के लिए गुदा-मैथुन भी कभी कभार कर लेना चाहिए।
इस से पुरुष को लगता है कि उसने अपनी प्रियतमा को पूर्ण रूप से पा लिया है और स्त्री को लगता है कि उसने अपने प्रियतम को सम्पूर्ण समर्पण कर दिया है।


320-1000
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अपडेट >> (44)
__________

अब आगे ,
........
*-*
सिम्मी बोली >>“चलो अब शुरू करें ?” क्या हो गया अब गांड मरो न बेटे ...

मेरे मुंह से तो बस इतना ही निकला >>“ओह… हाँ…माँ ”
मेरा लंड तो प्री-कम छोड़ छोड़ कर पागल ही हो रहा था।
वो तो झटके पर झटके मार रहा था।
मैंने एक बार फिर से उसकी चूत को चूम लिया।
थोड़ी देर उसकी चूत को चूसा और दबाया।
उसकी चूत तो कामरस से लबालब भरी थी जैसे, मेरा लंड तो प्री-कम छोड़ छोड़ कर पागल ही हो रहा था।
वो तो झटके पर झटके मार रहा था। मैंने एक बार फिर से उसकी चूत को चूम लिया।

थोड़ी देर उसकी चुत हो चूसा और दबाया।
उसकी चूत तो कामरस से लबालब भरी थी जैसे,
फिर आंटी ने अपने पैर अब नीचे कर के फैला दिए और मुझे ऊपर खींच लिया।
मैंने उसके होंठों को चूम लिया।ने अपने पैर अब नीचे कर के फैला दिए और मुझे ऊपर खींच लिया।
मैंने उसके होंठों को चूम लिया।
फिर मैंने नीचे होकर उसके होंठ चूम लिए,
उसने भी मुझे बाहों में कस कर पकड़ लिया, और बिस्तर पर लुढ़क गए।
सिम्मी चित्त लेट गई,
मेरा एक पैर उसकी जाँघों के बीच था लगभग आधा शरीर उसके ऊपर था।
उसकी बाहों के घेरे ने मुझे जकड़ रखा था।
मैंने उसके गालों पर होंठों पर गले और माथे पर चुम्बनों की झड़ी लगा दी।
साथ साथ कभी उसके उरोज मसलता कभी अपना हाथ से ही उसकी चूत को सहला और दबा देता।
उसकी चूत तो पहले से ही गीली हो रही थी।

अब हमने एक दूसरे को बाहों में भर लिया।
मैं उसके ऊपर लेटा था।
पहले मैंने उसके उरोजों को चूसा और फिर उसके पेट नाभि, पेडू को चूमते चाटते हुए नीचे चूत तक आ गया।
एक मीठी और मादक सुगंध मेरे नथुनों में भर गई।
मैंने गप्प से उसकी चूत को मुंह में भर लिया।


सिम्मी ने अपने पैर चौड़े कर दिया, मोटी मोटी फांकें तो अब फूल कर गुलाबी सी हो रही थी।
उसकी चूत का दाना तो किसमिस के फूले दाने जैसी हो रही थी।
मैं अपनी जीभ से उसे चुभलाने लगा, उसकी तो सीत्कार ही निकल गई।
कभी उसकी तितली जैसी पतली पतली अंदरुनी फांकें चूसता कभी उस दाने को दांतों से दबाता।
साथ साथ उसके उरोजों को भी दबा और सहला देता..

*-*
अब सिम्मी ने अपने घुटने मोड़ कर ऊपर उठा लिए।
मैंने एक तकिया उसके नितम्बों के नीचे लगा दिया। सिम्मी ने अपनी जांघें थोड़ी सी चौड़ी कर दी।
अब तो उसकी चूत और गांड दोनों के छेद मेरी आँखों के सामने थे।

गांड का बादामी रंग का छोटा सा छेद तो कभी खुलता कभी बंद होता ऐसे लग रहा था ,
जैसे मुंबई की मरीन ड्राइव पर कोई नियोन साइन रात की रोशनी में चमक रहा हो।
मैंने एक चुम्बन उस पर भी ले लिया ,,,
और जैसे ही उस पर अपनी जीभ फिराई तो सिम्मी की तो किलकारी ही निकल गई।
उसकी चूत तो पहले से ही गीली हुई थी।
फिर मैंने स्टूल पर पड़ी वैसलीन की डब्बी उठाई,
अपनी अंगुली पर क्रीम लगाई और अंगुली के पोर पर थोड़ी सी क्रीम लगा कर ,
उसके खुलते बंद होते गांड के छेद पर लगा दी।
दो तीन बार हल्का सा दबाव बनाया तो मुझे लगा सिम्मी ने बाहर की ओर जोर लगाया है।

उसकी गांड का छेद तो ऐसे खुलने लगा जैसे कोई कमसिन कच्ची कलि खिल रही हो।
मेऋ अंगुली का एक पोर उसकी गांड के छेद में चला गया, आह… कितना कसाव था।
इतना कसाव महसूस कर के मैं तो रोमांच से भर उठा।
बाद में मुझे लगा कि जब अंगुली में ही इतना कसाव महसूस हो रहा है
तो फिर भला मेरा इतना मोटा लंड इस छोटे से छेद में कैसे जा पायेगा ?

*-*
मैंने सिम्मी से पूछा “मेरी प्यारी माँ , एक बात पूछूं ?”

सिम्मी >> “आह …बेटा बोलो न । ?”

माँ “क्या तुमने पहले भी कभी गांड मरवाई है ?”

मेरे बेटे “तुम ये क्यों पूछ रहे हो ?”

में >>“वैसे ही ?”

सिम्मी >>“मैं जानती हूँ ,
तुम शायद यह सोच रहे होगे कि इतना मोटा लंड इस छोटे से छेद में कैसे जाएगा ?”
*-*
में >> “हाँ मेरी माँ …?”

सिम्मी >> बेटे “तुम गांड रानी की महिमा नहीं जानते,
हालांकि इस में चूत की तरह कोई चिकनाई नहीं होती
पर अगर इसे ढीला छोड़ दिया जाए और अन्दर ठीक से क्रीम लगा कर तर कर लिया जाए
तो इसे मोटा लंड अन्दर लेने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी।
पर तुम जल्दबाज़ी करोगे तो सब गुड़ गोबर हो जाएगा !”
*-*
में >> माँ इसका क्या मतलब?”

सिम्मी >> देखो मेरे पति और तेरे पिताजी ने ने एक दो बार मेरी गांड मारने की कोशिश की थी ,
पर वो अनाड़ी थे
ना तो मुझे तैयार किया और ना अपने आप को।
जैसे ही उसने अपना लंड मेरे नितम्बों के बीच डाला अति उत्तेजना में
उसकी पिचकारी फूट गई
और वो कुछ नहीं कर पाया ?
पर तुम चिंता मत करो मैं जैसे समझाऊँ वैसे करते जाओ।
सब से पहले इसे क्रीम लगा कर पहले मेरी गांड को रवां करो “
*-*
में कहा “ओके …”
अब मैंने ky jelly की ट्यूब का ढक्कन खोल कर
उसकी टिप को गांड के छेद पर लगा दिया।
ट्यूब का मुंह थोड़ा सा गांड के छेद में चला गया।
अब मैंने उसे जोर से पिचका दिया।
लगभग ट्यूब की आधी क्रीम उसकी गांड के अन्दर चली गई।



सिम्मी थोड़ा सा कसमसाई,
लगता था उसे गुदगुदी और थोड़ी सी ठंडी महसूस हुई होगी।
मैंने अपनी अंगुली धीरे धीरे अन्दर खिसका दी।
अब तो मेरी अंगुली पूरी की पूरी अन्दर बाहर होने लगी।
आह… मेरी अंगुली के साथ उसका छल्ला भी अन्दर बाहर होने लगा।
अब मुझे लगने लगा था की छेद कुछ नर्म पड़ गया है और छल्ला भी ढीला हो गया है।
मैंने फिर से उसकी चूत को चूसना चालू कर दिया।
सिम्मी के कहे अनुसार मैंने यह ध्यान जरूर रखा था
कि गांड वाली अंगुली गलती से उसकी चूत के छेद में ना डालूं।




कुछ देर में ही सिम्मी के मुंह से मीठी सीत्कार निकलने लगी थी।
सिम्मी ने अब कहा “बेटे अब अपने लंड को भी उठाओ ना ?”

में >.> माँ “हाँ वो तो कब का तैयार है जी !” मैंने अपने लंड को हाथ में लेकर हिला दिया।

मैंने उसे जल्दी से लंड पर निरोध लगाया और उस पर वैसलीन और क्रीम लगा कर
धीरे से उसके छेद पर लगाया फिर धीरे धीरे उसे अन्दर सरकाया।
सिम्मी ने बताया था कि धक्का नहीं लगाना बस थोड़ा सा दबाव बनाना है।
थोड़ी देर बाद वो अपने आप अन्दर सरकना शुरू हो जाएगा।

धीरे धीरे उसकी गांड का छेद चौड़ा होने लगा और मेरा लंड अंदर सरकने लगा ।
गांड का छेद तो खुलता ही चला गया और मेरा लंड 3 इंच तक अन्दर चला गया।
सिम्मी ने बताया था कि अगर एक बार सुपाड़ा अन्दर चला गया तो बस फिर समझो किला फतह हो गया है। मैं 2-3 मिनट रुक गया।
सिम्मी आँखें बंद किये बिना कोई हरकत किये चुप लेटी रही।
अब मैंने धीरे से अपने लंड को पहले तो थोड़ा सा बाहर निकला और फिर अन्दर कर दिया।
अब तो वह आराम से अन्दर बाहर होने लगा था।
मैंने उसे थोड़ा सा और अन्दर डाला।
इस बार वो 5-6 इंच अन्दर चला गया।
3-4 मिनट ऐसा करने के बाद मुझे लगा कि अब तो उसका छेद बिलकुल रवां हो गया है।
*-*


सिम्मी -->>“ओह … मेरे बेटे … आज तो तुमने मुझे मस्त ही कर दिया !
फिर उठ खड़ी हुई “क्या अब तुम इस गांड के आनंद को भोगने के लिए तैयार हो ?”

में बोला -- माँ मैं तो कब से इंतज़ार कर रहा हूँ ?”

सिम्मी ..>>“ओह्हो … क्या बात है ?
हाईई।.. ....मैं मर जावां बिस्कुट खा के ....?”
“देखो मेरे बेटे साधारण सम्भोग तो किसी भी आसन में किया जा सकता है
पर गुदा-मैथुन 3-4 आसनों में ही किया जाता है।
आओ मैं तुम्हें समझाती हूँ, वैसे तुम्हें कौन सा आसन पसंद है ?”
*-*
में =>“वो… वो… मुझे तो डॉगी वाला या घोड़ी वाला ही पता है या फिर पेट के बल लेटा कर …?”

वो =>“अरे नहीं… चलो मैं समझाती हूँ !” उसने बताना शुरू किया।

पहली बार में कभी भी घोड़ी या डॉगी वाली मुद्रा में गुदा-मैथुन नहीं करना चाहिए।
पहली बार सही आसन का चुनाव बहुत मायने रखता है।
थोड़ी सी असावधानी या गलती से सारा मज़ा किरकिरा हो सकता है,
और दोनों को ही मज़े के स्थान पर कष्ट होता है।

देखो सब से उत्तम तो एक आसन तो है ,
जिस में लड़की पेट के बल लेट जाती है और पेट के नीचे दो तकिये लगा कर अपने नितम्ब ऊपर उठा देती है।
पुरुष उसकी जाँघों के बीच एक तकिये पर अपने नितम्ब रख कर बैठ जाता है
और अपना लिंग उसकी गुदा में डालता है।
इस में लड़की अपने दोनों हाथों से अपने नितम्ब चौड़े कर लेती है
जिस से उसके पुरुष साथी को सहायता मिल जाती है
और वो एक हाथ से उसकी कमर या नितम्ब पकड़ कर,
दूसरे हाथ से अपना लिंग उसकी गुदा में आराम से डाल सकता है।
लड़की पर उसका भार भी नहीं पड़ता।
*-*




एक और आसन है जिसमें लड़की पेट के बल अधलेटी सी रहती है।
एक घुटना और जांघ मोड़ कर ऊपर कर लेती है।
पुरुष उसकी एक जांघ पर बैठ कर अपना लिंग उसकी गुदा में डाल सकता है।
इस आसन का एक लाभ यह है,
कि इसमें दोनों ही जल्दी नहीं थकते और धक्के लगाने में भी आसानी होती है।
जब लिंग गुदा में अच्छी तरह समायोजित हो जाए तो अपनी मर्ज़ी से लिंग को अन्दर बाहर किया जा सकता है।
गांड के अन्दर प्रवेश करते लंड को देखना और उस छल्ले का लाल और गुलाबी रंग देख कर तो आदमी मस्त ही हो जाता है।
वह उसके स्तन भी दबा सकता है और नितम्बों पर हाथ भी फिरा सकता है।
सबसे बड़ी बात है उसकी चूत में भी साथ साथ अंगुली की जा सकती है।
इसका सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि धक्का मारते या दबाव बनाते समय लड़की आगे नहीं सरक सकती इसलिए लंड डालने में आसानी होती है।
*-*
एक और आसन है जिसे आमतौर पर सभी लड़कियां पसंद करती है।
वह है पुरुष साथी नीचे पीठ के बल लेट जाता है और लड़की अपने दोनों पैर उसके कूल्हों के दोनों ओर करके उकडू बैठ जाती है।
उसका लिंग पकड़ कर अपनी गुदा के छल्ले पर लगा कर धीरे धीरे नीचे होती है।
लड़की अपना मुंह पैरों की ओर भी कर सकती है।
इस आसन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि सारी कमांड लड़की के हाथ में होती है।
वो जब चाहे जितना चाहे अन्दर ले सकती है।
कुछ महिलाओं को यह आसन बहुत पसंद आता है।
यह आसन पुरुषों को भी अच्छा लगता है,
क्योंकि इस दौरान वे अपने लिंग को गुदा के अन्दर जाते देख सकते हैं।
पर कुछ महिलायें शर्म के मारे इसे नहीं करना चाहती।
*-*
इसके अलावा और भी आसन हैं जैसे गोद में बैठ कर या सोफे या पलंग पर पैर नीचे लटका कर
लड़की को अपनी गोद में बैठा कर गुदा-मैथुन किया जा सकता है।
पसंद और सहूलियत के हिसाब से किसी भी आसन का प्रयोग किया जा सकता है।
*-*



में बोला = माँ अब “ओह… तो हम कौन सा आसन करेंगे ?”

सिम्मी बोली =“मैं तुम्हें सभी आसनों की ट्रेनिंग दूँगी पर फिलहाल तो करवट वाला ही ठीक रहेगा ”

“ठीक है।” मैंने कहा।

अब मुझे अब ध्यान आया मेरा लंड तो सुस्त पड़ रहा है।
ओह … बड़ी मुश्किल थी।
सिम्मी के भाषण के चक्कर में तो सारी गड़बड़ ही हो गई।
मेरे लंड की हालत देख कर सिम्मी धीमे धीमे मुस्कुरा रही थी।
अब वो थोड़ी सी उठी और मेरे अलसाए से लंड को हाथ में पकड़ लिया...
उसने कहा,” मैं जानती हूँ सभी के साथ ऐसा ही होता है।
पर तुम चिंता क्यों करते हो ? मेरे पास इसका ईलाज है।”

वो बोलीं,”इसे ठीक से साफ़ किया है ना ?”
“जी हाँ”
अब उसने मेरा लंड गप्प से अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी।
मुंह की गर्मी और लज्जत से वो फिर से अकड़ने लगा।
कोई 2-3 मिनट में ही वो तो फिर से लोहे की रोड ही बन गया था।

उसने पास रखे तौलिए से उसे पोंछा और फिर पास रखे निरोध की ओर इशारा किया।

मॉम ने मुझे कसम दी थी गुदा-मैथुन करते समय हमेशा निरोध (कंडोम) का प्रयोग करना चाहिए।
इससे संक्रमण नहीं होता और एड्स जैसी बीमारियों से भी बचा जा सकता है।

अब मैंने अपने लंड पर निरोध चढ़ा लिया और उस पर नारियल का तेल लगा लिया।


अब सिम्मी करवट के बल हो गई और अपना बायाँ घुटना मोड़ कर नीचे एक तकिया रख लिया।
अब उसके मोटे मोटे गुदाज नितम्बों के बीच उसकी गांड और चूत दोनों मेरी आँखें के सामने थी।
मैंने अपना सिर नीचे झुका कर एक गहरा चुम्बन पहले तो चूत पर लिया और फिर उसकी गांड के छेद पर।
अब मैंने फिर से ky jelly के क्रीम की ट्यूब में बाकी बची क्रीम उसकी गांड में डाल दी।
सिम्मी ने अपने बाएं हाथ से अपने एक नितम्ब को पकड़ कर ऊपर की ओर कर लिया।
अब तो गांड का छेद पूरा का पूरा दिखने लगा।
उसके छल्ले का रंग सुर्ख लाल सा हो गया था।




मेरा दिल उत्तेजना और रोमांच के मारे धड़क रहा था।
लंड तो झटके ही खाने लगा था । उसे तो जैसे सब्र ही नहीं हो रहा था।
मैंने अपने लंड को उसके छेद पर 4-5 बार घिसा और रगड़ा,
फिर मैंने उस पर भी नारियल का तेल लगाया और फिर से उसकी गांड में डाल कर 5-6 बार अन्दर बाहर किया।
इस बार तो सिम्मी को ज्यादा दर्द नहीं हुआ।
वो तो बस अपने उरोजों को मसल रही थी।
मैं उसकी दाईं जाँघ पर बैठ गया और अपने लंड के आगे थोड़ी सी क्रीम लगा कर उसे सिम्मी की गांड के छेद पर टिका दिया।
फिर उसकी कमर पकड़ी और अपने लंड पर दबाव बनाया।
सिम्मी थोड़ा सा आगे होने की कोशिश करने लगी पर मैं उसकी जाँघ पर बैठा था
इसलिए वो आगे नहीं सरक सकती थी।
मैंने दबाव बनाया तो मेरा लंड थोड़ा सा धनुष की तरह मुड़ने लगा।
मुझे लगा यह अन्दर नहीं जा पायेगा जरूर फिसल जाएगा।
इतने में मुझे लगा सिम्मी ने बाहर की ओर जोर लगाया है।
--
सिम्मी चिल्ला उठी --> ओह बेटे बहुत दर्द हो रहा है मेरे बेटे ..उह ओ ओ ओ ओ सी सी सी सी ,
राहुल बेटे तेरी माँ की गांड फट जाएगी लगता है ..
उई उई अहा आह आह उ उ उ उ ...!!
--
लेकिन में उसकी कमर पकड कर थोडा जोर लगाया ...
फिर तो जैसे कमाल ही हो गया मेरे लंड का पूरा सुपाड़ा अन्दर हो गया।
अब मैं रुक गया,
सिम्मी का शरीर थोड़ा सा अकड़ गया।
शायद उसे दर्द महसूस हो रहा था।
मैंने उसके नितम्ब सहलाने शुरू कर दिए।
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Raja maurya

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प्यार से उन्हें थपथपाने लगा।
गांड का छल्ला तो इतना बड़ा हो गया था,
जैसे किसी छोटी बच्ची की कलाई में पहनी हुई कोई लाल रंग की चूड़ी हो।
उसकी चूत भी काम रस से गीली थी।
मैंने अपने बाएं हाथ की अँगुलियों से उसकी फांकों को सहलाना शुरू कर दिया।

2-3 मिनट ऐसे ही रहने के बाद,
मैंने थोड़ा सा दबाव और बनाया तो लंड धीरे धीरे आगे सरकाना शुरू हो गया।
अब तो किला फ़तेह हो ही चुका था और अब तो बस आनंद ही आनंद था।
मैंने अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर अन्दर सरका दिया।
सिम्मी तो बस कसमसाती सी रह गई।
मेरे लिए तो यह किसी स्वर्ग के आनंद से कम नहीं था।
एक नितांत कसी हुई गांड में मेरा लंड पूरा का पूरा अन्दर घुसा हुआ था।
मैंने एक थपकी उसके नितम्बों पर लगाईं तो सिम्मी की एक मीठी सीत्कार निकल गई।
“ओह मेरे प्यारे बेटे अब धीरे धीरे अन्दर बाहर करो !”
अब मेरी गांड को फाड़ दो बेटे ....!! सिम्मी ने आँखें बंद किये हुए ही कहा।
अब तक लंड अच्छी तरह गांड के अन्दर समायोजित हो चुका था।
वो बे रोक टोक अन्दर बाहर होने लगा था।
छल्ले का कसाव तो ऐसा था जैसे किसी ने मेरा लंड पतली सी नली में फंसा दिया हो।
मैंने पूछा --> “मेरी रंडी माँ तुम्हें दर्द तो नहीं हो रहा न ...?”
--
सिम्मी -->>अरे बावले, तुम्हारे प्रेम के आगे ये दर्द भला क्या मायने रखता है।
मेरी ओर से ये गांड तो नज़राना ही तुम्हें मेरे बेटे , तुम बताओ तुम्हें कैसा लग रहा है ...
अपनी माँ की गांड मार कर ...?
बोलो बेटे ....?
--
में बोला -->> मेरी माँ ...मैं तो इस समय स्वर्ग में ही हूँ जैसे।
तुमने मुझे आज जो अनमोल भेंट दी है,
उसको कभी नहीं भूलूंगा में ...सच में बहुत मज़ा आ रहा है, और मैंने जोर से एक धक्का लगा दिया।



सिम्मी -->> ओह माँ ओ ओ सी सी उह उह बेटे जरा धीरे धीरे ऊईई … माआअ … थोड़ा धीरे …”..!!

में ->> प्यारी माँ मैंने कई सेक्सी कहानियों में पढ़ा है कि कई औरतें गांड मरवाते समय कहती हैं ,
कि और तेजी से करो …
फाड़ दो मेरी गांड… आह… बड़ा मज़ा आ रहा है,
फाड़ दो गांड मेरी क्या इतना मज़ा आता है तुम औरतो को ...?



वो बोली :- हां बेटे जब गांड में कोई मोटा लंड जाता है ,
तो पहले तो थोडा दर्द महसूस होता है पर
बाद में बहुत ही मजा आता है मेरे बेटे ......!!
--
सिम्मी की इस साफगोई पर मैं तो फ़िदा ही हो गया।
मैं तो उसे चूम ही लेना चाहता था.. पर इस आसन में चूमा चाटी तो संभव नहीं थी।
मैंने उसकी चूत की फांकों और दाने को जोर जोर से मसलना चालू कर दिया।
सिम्मी की चूत और गांड दोनों संकोचन करने लगी थी।
मुझे लगा कि उसने मेरा लंड अन्दर से भींच लिया है।
ओह वाह आह… इस आनंद को शब्दों में तो बयान किया ही नहीं जा सकता।

अब लंड गांड अन्दर डाले मुझे कोई 10-12 मिनट तो जरूर हो गए थे।
आमतौर पर इतनी देर में स्खलन हो जाता है पर मेरी बात अलग थी न ,
मेरा लंड अब आराम से गांड के अन्दर बाहर होने लगा था।

सिम्मी भी आराम से अपनी गांड मरवा रही थी।
कुछ देर बाद वो बोली-->> मैं अपना पैर सीधा कर रही हूँ,
तुम मेरे ऊपर हो जाना पर ध्यान रखना कि तुम्हारा लंड बाहर नहीं निकले।
एक बार अगर यह बाहर निकल गया तो दुबारा अन्दर डालने में दिक्कत आएगी और हो सकता है
दूसरे प्रयाश में अन्दर डालने से पहले ही झड़ जाओ ?”

में बोला :- माँ ओके।..

अब सिम्मी ने अपना पैर नीचे कर लिया और अपने नितम्ब ऊपर उठा दिए।
तकिया उसके पेट के नीचे आ गया था।
मैं ठीक उसके ऊपर आ गया और मैंने अपने हाथ नीचे करके उसके उरोज पकड़ लिए।
उसने अपनी मुंडी मोड़ कर मेरी ओर घुमा दी तो मैंने उसे कस कर चूम लिया।
मैंने अपनी जांघें उसके चौड़े नितम्बों के दोनों ओर कस लीं।




जैसे ही सिम्मी अपने नितम्बों को थोड़ा सा ऊपर उठाया तो मैं एक धक्का लगा दिया।
सिम्मी की मीठी सीत्कार सुनकर मुझे लग रहा था कि अब उसे मज़ा भले नहीं आ रहा हो पर दर्द तो बिलकुल नहीं हो रहा होगा।
मुझे लगा जैसे मेरा लंड और भी जोर से सिम्मी की गांड ने कस लिया है।
मैं तो चाहता था कि इसी तरह मैं अपना लंड सारी रात उसकी गांड में डाले बस उसके गुदाज बदन पर लेटा ही रहूँ।
पर आखिर शरीर की भी कुछ सीमाएं होती हैं।
मुझे लग रहा था कि मेरा लंड थोड़ा सा फूलने और पिचकने लगा है और किसी भी समय पिचकारी निकल सकती है।
सिम्मी ने अपने नितम्ब ऊपर उठा दिए।
मैंने एक हाथ से उसकी चूत को टटोला और अपने बाएं हाथ की अंगुली चूत में उतार दी।
आंटी की तो रोमांच और उत्तेजना में चींख ही निकल गई। और उसके साथ ही मेरी भी पिचकारी निकलने लगी।

“आह।.. य़ाआआ……” हम दोनों के मुंह से एक साथ निकला।
दो जिस्म एकाकार हो गए। इस आनंद के आगे दूसरा कोई भी सुख या मज़ा तो कल्पनातीत ही हो सकता है।
पता नहीं कितनी देर हम इसी तरह लिपटे पड़े रहे।



मेरा लंड पास होकर बाहर निकल आया था।
हम दोनों ही उठ खड़े हुए और मैंने सिम्मी को गोद में उठा लिया और बाथरूम में सफाई कर के वापस आ गए।
मैंने सिम्मी को बाहों में भर कर चूम लिया और उसका धन्यवाद किया।
उसके चहरे की रंगत और ख़ुशी तो जैसे बता रही थी कि मुझे अपना सर्वस्व सोंप कर मुझे पूर्ण रूप से संतुष्ट कर कितना गर्वित महसूस कर रही है।

उस रात हमने एक बार फिर प्यार से चुदाई का आनंद लिया और सोते सोते
एक बार गांड का फिर से मज़ा लिया। ।
रात को हम दोनों साथ साथ सोते कभी मैं सिम्मी के ऊपर और कभी आंटी मेरे ऊपर ………
*-*
सुबह सिम्मी ने मुझे 25 हजार रूपये दिए और मेरी मॉम को थेंक्स भी कहा और फिर मिलने का बोलकर वो चली गई ,
अब क्या में अपनी मॉम को चोद सकूंगा ..


हाँ तो प्यारे दोस्तों सिम्मी के जाने के बाद में मॉम के कमरे में ही सो गया ...
सुबह करीब 8 बजे नींद खुली प्यास लगी हुई थी ,
में बाहर होल में गया वहां मॉम सोफे पर नंगी ही सो रही थी और उनकी चूत में डिल्डो फसा हुआ था ,
उफ्फ सुबह सुबह ये नज़रा देख लंड मॉम की चूत को सलामी देने लगा ....!!
मॉम की नंगी चूत हलकी गीली दिख रही थी ,
और डिल्डो आधा चूत में था ...वाह क्या नजारा था ...
मुझे मेरी मॉम की चूत किसी जन्नत के दरवाजे के जेसी ही लग रही थी ..
क्या मस्त चूत थी मेरी सगी अम्मी की वाह जबर्दस्त नजारा था ,
मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया ये सब देख कर ..!!
अब में अपने पर से कंट्रोल खोने लगा था ,
अब मुझे किसी भी हालत में अपनी सगी मॉम की चूत हासिल करनी ही थी ...
किसी भी कीमत पर अब में मॉम की चूत में अपना लैंड डालना चाहता था,
में जल्दी से वाशरूम गया और अपने लंड से पूरा पेशाब निकाला और जल्दी से वापस हाल में गया ,
जहाँ मॉम सो रही थी ,
में अब सोफे के सामने जमीन पर बेठ गया
मॉम की चूत के सामने .....
फिर में अपनी नाक को मॉम की चूत के एकदम करीब ले गया ,
क्या मस्त सुगंध थी ...वाह ...अब मुझसे सब्र नही हो रहा था ,
मेंने अपना मुंह खोला और अपनी जीभ निकालकर अपनी सगी मॉम की चूत
जंहा से में निकला था ... उसी चूत के अंदर अपनी जीभ डाल दी मैंने ....
मेरी मॉम सिहर गयी लेकिन नींद में होने की वजह से वो करवट ही बदल पाई ...!!
करवट बदल कर मॉम ने छत की तरफ मुंह कर लिया ,
अब उनकी चूत मुझे अच्छे से दिख रही थी ...
क्या मस्त चूत थी मॉम की बाल तो थे ही नही ..
सांवली चमड़ी के बीच में गुलाबी रंग की मस्त चूत ,
अब मैंने मेरी जीभ उस तंदूर यानी मेरी ही मॉम की चूत में अंदर बाहर करने लगा ,
क्या स्वाद था मेरी मॉम की चूत का वाह आज तक ऐसी चूत कभी नही चुसी थी मैंने ...




मज़ा आ रहा था और मेरी जीभ के स्पर्श से मॉम भी सिसियाने लगी थी ,
मॉम के हाथ खुद अपनी ही बूब दबाने लगे थे ..
मॉम के दोनों हाथ दोनों बोबो पर थे जो धीरे धीरे खुद के बोबो की मालिश कर रहे थे ..
मॉम की चूत से माल निकलने लगा था जिसको में चूस रहा था ,
नमकीन और सोल्टी पानी था टेस्ट बहुत ही अच्छा था मेंरी मॉम की चूत के पानी का !!
मेरी जीभ अब लगभग आदि से ज्यादा मॉम की छुट में घुस गयी थी ....
में जीभ को अन्दर बाहार करने लगा वो भी जीभ को गोल करके ,
मॉम नींद में ही बुदबुदाने लगी "हाय रे मेरी चूत कितना तडफा रही है मुझको aha आहा सी सी सी सी सी इ इ इ इ ..
नींद में ही मेरी मॉम ने मेरा सर पकड़ा और अपनी चूत में दबा दिया ,
अब में जोर जोर से किसी कुते की तरह अपनी सगी मॉम की चूत में जीभ लपलपाने लगा ,
चूत को चाटने लगा तभी मॉम ने अपनी चूत से झरना छोड़ दिया जिसको मैंने पूरा पि लिया ..
चूत झड़ने और मेरी जीभ के स्पर्श से मॉम जग गयी थी ,
उन्होंने अपनी हालत देखि और मेरी तरफ देखा और बोली "ओह गोद ये क्या किया तुमने राहुल "
वो सुबकने लगी और रुआंसी भी हो गयी थी , में जल्द से उनके नजदीक ही लेट गया और उनको पीछे से अपनी बांहों में जकड़ लिया !!
में बोला :- मॉम देखो क्या बुरा काम किया आपको लैंड की जरूरत है और मुझको चूत की ,
क्यों ना हम दोनों एक दूजे की जरूरत को पूरा करे , इससे हम दोनों को किसी दुसरे से सेक्स करने की जरूरत नही होगी ,
और तो और ये सेफ भी रहेगा , बीमारी और इज्जत दोनों से ही बचाव भी होता रहेगा मॉम ..!!
घर के अंदर क्या हो रहा है कौन देखने आने वाला है मेरी प्यारी मॉम ....
(ये सब कहते हुए में अपना लंड मॉम की गांड की दरार में रगड़ने लगा था और अपने हाथ मॉम के बोबो पर रखे हुए थे )
मॉम कुछ बोल नहीं रही थी...अब मैंने अपने हाथ को उनकी चूत पर ले गया और अपनी अंगुली से उसको सहलाने लगा ,




अपने होंठो से मॉम की गर्दन पे हलके से चुम्मी लेने लगा और लैंड को हलके से गंद के छेद पर दबाने लगा ,
इस तिन तरफा हमले से मॉम की हवस में उबाल आ गया ..
अब में रुकना नही चाहता था , लोहा गर्म था और मेरा लंड भी हथोड़ा बन चूका था..
मैंने मॉम के बोबो को कसकर दबा दिया ..!!
" मॉम चिल्लाई :- आहा अहा उह उह नहीं बेटे राहुल इतनी जोर से नही रे ..."
तभी मैंने अपना लैंड का सुपाड़ा मॉम की गंद के छेद में लगाकर दबाया ,
तो लगभग आधा इंच लैंड मॉम की गांड में घुस गया ,
अब मॉम तो छटपटाने लगी ..
मॉम :- राहुल प्लीज़ गांड से निकालो इसको नहीं प्लीज़ दर्द हो रहा है बेटे मेरे प्यारे बेटे प्लीज़ ,
तुम भले ही मेरी चूत चोद्लो लेकिन इस मुसल को मेरी गांड से निकालो ना उह... आह... ओह..
सी ..सी .. दर्द हो रहा है बेटे ...प्लीज़
मैंने उनकी गांड से लंड हटाया और जल्दी से उनको अपने उपर लिया और में छत की तरफ मुंह करके लेट गया ,
अब मैंने अपने मुंह में उनके बोबो को भर लिया
और चूसने लगा जिनसे कभी मैंने दूध पिया था ..

मेरा लंड अब मेरी ही मॉम की चूत से चिपका हुआ था ..
3 -4 मिनिट बाद मॉम ने मुझको रोका और कहा :- मेरा प्यारा बेटा मुझे पेशाब करने जाना होगा पहले फिर में कुछ मुड में आउंगी ..
मैंने उनको अपनी बांहों में उठाया और जल्दी से वाशरूम ले गया .....!!




में अपनी ही मॉम को बांहों में लेकर वाशरूम ले गया
वो भी बिलकुल ही नंगी,
वाशरूम में मॉम ने टॉयलेट सिट पे बैठ कर पेसाब करना शुरू ही किया था,
तभी मुझे भी पेशाब लग गया,
मॉम टॉयलेट सिट यानि की कमोड पे बेठी हुई ही थी की ....
मैंने भी अपना लंड उसी कमोड में डाल कर मुतने लगा ,
मॉम का मूत मेरे लंड पे आ रहा था और मेरा मूत उनकी चूत पे गिर रहा था गर्म गर्म अजीब सा लग रहा था ,
पर इससे मज़ा भी बहुत ही आ रहा था ....
मूतते-मूतते ही मेरा लंड तैयार हो गया और मेरी अपनी ही सगी मॉम की चूत को सलामी देने लगा ..!!
मॉम भी अब धीमे-धीमे मुस्कुरा रही थी ..लगता था की वो भी अब मेरा लैंड लेने को तैयार हो चुकी है,
तभी मैंने अपने लंड को हाथ से ऊँचा किया तो मेरे पेशाब की धार मॉम की छातियो पर गिरने लगी ,
लेकिम मॉम ने कुछ नहीं कहा ..
अब मेरी हिम्मत बढ़ चुकी थी ..
अब मैंने लंड को थोडा और ऊँचा किया तो हलकी सी पेशाब की धार मेरे मॉम के मुंह और चेहरे पर गिर पड़ी,
मॉम चिल्लाकर बोली :- क्या कर रहा है चूतिये हरामी अपनी मॉम को पेशाब पिलाएगा क्या ठहर जा भोसडीके ,

मॉम कमोड से उठी और मेरे सर को बालो से पकड़ा और मुझे फर्श पे बेठने को कहा ..
में जेसे ही फर्श पर बैठा तो मॉम ने अपनी चूत मेरे मुंह पे रगड़ने लगी ..
मॉम की चूत से गर्म गर्म पेशाब आ रहा था ..मॉम बोली पी जा मेरे हरामी बेटे पीले अपनी सगी मॉम का मूत हरामजादे ..
अब में भी तेरे लंड से चुदना चाहती हूँ मेरे महा हरामी बेटे आजा चूस ले मेरी चूत को ,
इसी चूत से निकला था तू हरामी ...
मुझे और मॉम को इस तरह गाली निकलने में एक अलग hi मजा आ रहा था ...!!
इससे में अब बुरी तरह उतेजित हो चूका था ...
में अब जोर जोर से मॉम की चूत को चाटने लगा,
किसी कुते की तरह से,
उफ्फ क्या मस्त स्वाद था मॉम के पेशाब में नमकीन सोल्टी आज मुझे अपनी मॉम का पेशाब पीकर बहुत मज़ा आया कसम से..
मेरा लंड बिलकुल तैयार था अपनी ही सगी मॉम को चोदने के लिए ...
अब मुझसे रुका नही जा रहा था ...





मैंने अपना लंड मॉम के गांड के छेद पर लगाया हल्का धक्का दिया तो मॉम चीख पड़ी ..
हरामी आज पहली बार अपनी मॉम को चोद रहा है और शुरू आत गांड से कर रहा है ,
कुते कम से कम आज तो मॉम की चूत मार चल थोड़ा ड्रिंक करते है और कोई मस्त फिल्म दिखाती हूँ तुझे
मेरे बच्चे फिर सेक्स करेंगे आज माँ बेटे आजा मेरे बच्चे ....
तभी मोम ने मेरे लैंड को देखा उसपर उनकी गांड से हलकी सी टट्टी निकल कर चिपकी हुई थी ,
मॉम ने मेरे लंड को मुंह में लिए और मुझे लिप किस करने लगी ,
मेरे लैंड के वीर्य और मॉम की टट्टी दोनों का टेस्ट हम माँ बेटे को आ रहा था ....
४-५ मिनिट किसिंग करने के बाद हम हॉल में आगये और एक एक पेग बनाया ...!!
फिर हम सोफे पर बेठ गये मैंने मॉम के बोबे दबा दिए थोड़ा जोर से ..
मॉम :- आहा आउच गंदे बच्चे जरा धीरे धीरे दबा मॉम हूँ तेरी क्या तुमने मुझे कोई सस्ती वाली रंडी समझ लिया क्या गंदे बच्चे ...!!
में :- नहीं मॉम आप तो सबसे महंगी वाली रंडी हो मेरी करने दो ना मॉम प्लीज .
अब में मॉम के बोबे दबा रहा था और मॉम ने भी मेरा खड़ा लैंड पकड लिया और हलके हल्के सहलाने लगी ...
फिर मॉम ने पेग से एक शिप की और मेरा मुंह पकड़ा और अपने मुंह की दारू मेरे मुंह में डाल दी ,
मॉम ने मुझसे भी एसा करने को कहा मैंने भी ऐसा ही किया बड़ा मज़ा आया दोस्तों सच में..!!
इसी तरह हमने पेग खली किया ...
तभी मॉम उठी तो मैंने पूछ लिया मॉम किधर चली आप ..
वो बोली रुक मेरे कमरे में चल आज तुमको तेरी hi मॉम की ब्लू फिल्म दिखाती हूँ ..!!
फिर हम दोनों मॉम के कमरे में चले गये !!
कमरे में मॉम ने कंही से एक cd निकली और चलादी
कोई होटल का कमरा था उसमे मोनिका आंटी {मॉम की दोस्त है }
और एक टीवी चेनल की रिपोर्टेर अंजना सोफे पर बेठी थी ..
मॉम ने मुझे अपने बेड पर बेठने को कहा हम दोनों एक दूजे से चिपक कर
फिल्म देखने लगे !!
तभी मॉम भी आगयी और तीनो ने पेग बनाया और पिया ,
तभी मोनिका आंटी ने अंजना को किस कर लिया लिप्लोक किस
मॉम भी अंजना के बोबे दबाने लगी और उसका शर्ट खोलने लगी ,
अंजना कुछ नही कह रही थी वो भी मजे ले रही थी
मॉम ने उसकी ब्रा बी निकाल दी और उसको उपर से नंगा कर दिया उसके बोबे बड़े नही थे पर कडक थे ..
फिर मोनिका ने उसके एक बोबे को चुसना शुरू कर दिया ..!!
+*+
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मोनिका की फोटो देखिये निचे

13895197_313069365707387_4217102484176742601_n.jpg

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अंजना भी मज़ा ले रही थी (मॉम गर्म हो रही थी अपनी ही फिल्म देख कर... उन्होंने फिर मेरा लैंड पकड लिया )
अब मोनिका बुरी तरह अंजना के बोबे चूसने लगी चूस चूस कर लाल कर दिया ...
तभी माँम ने अंजना की पेंट भी उतार दी ,
अंजन अब सिर्फ पेंटी में ही थी लाल रंग की डिज़ाइन वाली पेंटी और अंजना का गोरा रंग दोनों ही कयामत ढा रहे थे ...!!



तभी मॉम के मुंह को अंजना ने पकड लिया और एक जोरदार वाली लिप लोक किस की करीब 4 मिनिट ,
अब मोनिका ने अंजना को छोड़ मॉम को नंगा करना शुरू कर दिया और मॉम भी अब बस ब्रा पेंटी में ही थी ..
इसी तरह अंजना ने मोनिका को नंगा किया और तीनो जनी आपस में खेलने लगी वासना का लेस्बियन खेल ,
(मॉम फिल्म देख मस्त हो चुकी थी और मेरे लैंड को अपने होठो से किस कर लिया और हिलाने लगी ...!!)
अब तीनो सहेलिया एकदम नंगी होकर मजे लेने लगी और कमरा थोड़ा सा घुमा ,
तभी रुम में एक कपल आया एक अजीब सी औरत थी हलकी काली सी और एक सांवला सा जिम बॉडी का कोई 25 साल का लड़का था ,
तीनो सहेलिया नंगी hi थी किसी को कोई शर्म नही आ रही थी ,
मोनिका ने उनको सामने बैठाया और हलकी बातचीत हुई ,
फिर उस औरत ने सबके लिए पेग बनाए इसी बिच लड़का अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया ,
उसका लंड करीब 9 इंच का था और टेढ़ा था ,
अंजना ने जल्दी से उठकर उसका लैंड चूम लिया ....
उसने भी अंजना के बोबे दबाये , मॉम भी उसके लैंड को हिलाने लगी ,
मोनिका भी आ गयी तीनो उससे खेलने लगी सेक्स का महा खेल ..







तभी अंजना उस औरत के पास गयी और उसको किस किया
उस औरत ने अंजना को अपनी बांहों में भरा और अपनी गोद में उठा ली किसी बच्ची की तरह ,
और दोनों एक दूजे को किस कर रही थी ,
उस ओरत का नाम जीनु था जो मॉम ने बताया ..
मॉम मेरा लैंड अब चूसने लगी मॉम बहुत hi मजेदार तरीके से मेरा लैंड चूस रही थी कभी कभी वो गोलिया भी चूस रही थी ,
में मॉम के बूब दबा रहा था और चूस रहा था ...!!
फिल्म में अंजना उस अजीब औरत से किसिंग कर रही थी तभी विकी ने मॉम की चूत में लैंड लगा दिया ,
विकी खड़ा हुआ था जबकि मॉम सोफे पे अधलेटी थी ,मोनिका उनके पास बेथ गयी और जेसे hi विकी ने अपना बड़ा लंड मेरी मॉम की चूत में डाला ,
मॉम की शक्ल मजे से लाल हो गयी फिल्म में भी और सच में भी अब मॉम ने मुझसे कहा की आओ अब रहा नही जाता मेरे बच्चे ,
मॉम ने फिल्म को वन्ही रोक दिया और मुझे खिंच लिया अपनी बांहों में ...
मॉम ने जल्द से 69 की पोजीशन बनाइ और हम एक दूज को मुंज से मज़ा देने लगते है ,
क्यूंकि लगभग एक घंटे से हम मस्ती कर रहे तो 10 मिनिट में hi हम झड़ गये...!!
हमने एक दुसरे का वीर्य पि लिया मॉम का वीर्य बहुत hi टेस्टी था ...
मॉम हंपने लगी थी ..उन्होंने मुझको और पेग बनाने को कहा ..!!
में पेग बनाने गया और दो पेग ले के आगया !!
मॉम ने लगभग आधा पेग एक ही घूंट में खिंच लिया ...
मैंने भी एक बड़ा घूंट लिया ...!!
मैंने मॉम से कहा :- मॉम आप बहुत hi सेक्सी हो मुझे पता नही था की आपको सेक्स इतना पसंद है ...!!
मॉम :- बेटा मुझे बचपन से hi सेक्स की बहुत बुरी लत लगी हुई है ,
एक बार तो मैंने चार -चार लोगो से रात भर चुदवाया था ...
वो भी पुलिसवालो से वो किस्सा भी बताउंगी तुम कितनी चूत चोद चुके हो बोलो न बेटा ...
मैंने मेरी मॉम को मेरी पूरी सेक्स हिस्ट्री बताई जिसको मॉम ने बड़े hi गोर से सुना ,
मॉम ने मुझको अपनी बांहों में ले लिया और किस किया






मॉम बोली :-पता है मेरी सिल तेरे नाना यानि मेरे पापा ने hi तोड़ी थी वो भी जब में 18 साल की थी ,
और तेरी नानी ने ही तुडवाई थी मेरे बेटे तब से अब तक सेंकडो लैंड ले चुकी हूँ इस चूत में ,
सेक्स में hi असली जिन्दगी है इस चूत ने hi मुझे आज इस पोजीशन में पहुंचाया है ...
इस शहर के बड़े बड़े और अच्छे अच्छे लोग इसको चाट चुके है मेरे बच्चे ...
हाँ मैंने तो बहुत बार आर्गी यानि बहुत से जोड़ो के साथ भी सेक्स किया है ...
मुझे लेस्बियन सेक्स भी पसंद है मेरे बच्चे...
अब में इस चूत को तुमको गिफ्ट दूंगी मेरे बच्चे वो भी मेरे एक दोस्त के सामने ,
जिसका अपनी ही सगी बेटी से सेक्स का रिश्ता है मेरे बच्चे और वो बहुत बड़ा आदमी है ...
एक नेता है बहुत बड़ा ....!!
-
मॉम की इतनी सेक्सी बाते सुन के मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था
जिसको मॉम ने चूम लिया अपने सेक्सी होंठो से ...
मैंने मॉम से कहा मॉम फिल्म चालू करो न ,
मॉम ने फिल्म स्टार्ट की और नन्गी ही बाथरूम चली गयी लेट्रिन करने को
उनका गांड का भूरे रंग का छेद बड़ा ही सेक्सी लग रहा था अब जल्द ही उसमे भी मुझे लंड डालना था ..







मॉम की चूत में विकी ने लैंड डाल दिया और मोनिका भी उनकी चूत और लंड का मजा ले रही थी ,
वो दोनों को उतेजित कर रही थी चाट चाट कर ,
उधर अंजना उस अजीब सी ओरत यानि जीनु की की टी शर्ट उतार थी ओह क्या मस्त बूब थे,
उसके एकदम टाईट ओह थोड़े काले थे मगर सेक्सी बूब थे ,
अंजना और वो एक दूजे को चूम रही थी और बोबे दबा रही थी ,
उधर मेरी मॉम की चुदाई विकी कर रहा था ,
मोनिका ने अब विकी की गांड का छेद चाटना शुरू कर दिया ,
विकी ने मेरी मॉम के बोबे कस के पकडे हुए थे और जोरदार धक्के मार रहा था मेरी मॉम की चूत में
मॉम बड़ी ही मस्ती से उसके मोटे लैंड से चुदवा रही थी ,
मोनिका अब अंजना के पास चली गयी उसके वंहा जाते ही अंजना उसकी चूत पे झपट पड़ी और उसकी चूत चाटने लगी ,
अब जीनु ने मोनिका के बोबे दबाने स्टार्ट कर दिए ,
सामूहिक सेक्स का मस्त कर देने वाला नजर था इस नजारे को मेरा लंड सलामी देने लगा था ...
अब जीनु अपनी लेग्गिज उतरने लगी वो एकदम नंगी हो गयी ,
ओहओह
ओह
खुदा
क्या नजारा था ,
वो ओरत नही सीमेल यानी हिंजड़ा थी वो भी बड़े से लंड वाली ,
लंड भी इतना अच्छा और मस्त था की चूसने और मरवाने की इन्च्छा हो जाये ..
ओह खुदा क्या नजारा था बोबे बड़े बड़े और लम्बा ओए मस्त लंड भी ओह ...
तभी वो अजीब सी लग रही थी मुझको ..
उसके नंगे होते ही मोनिका उसके लंड पे टूट पड़ी और चूसने लगी ,
उसके मस्त लंड को
क्या मस्त चीज थी जीनु ....

मॉम आराम से विकी से चुदवा रही थी ,
इधर जीनु के नंगे होते ही अंजना और मोनिका बारी बारी से उसका बड़ा और काला लैंड चूस रही थी ,
सब तरफ सेक्स सेक्स ही सेक्स था ,
तभी मॉम ने अपना पानी छोड़ दिया ,उन्होंने विकी को रुकने का बोला ,
विकी ने अपना बड़ा लंड मेरी मॉम की चूत से निकाला ,और मोनिका के पास गया
मोनिका को जीनु के लैंड से हटाया और उसको बड़े ही अजीब अंदाज में उल्टा किया ,


निचे फोटो देख लीजिएगा ,
विकी ने अपना तना हुआ लंड जल्दी से मोनिका की गांड में यूँ ठुक लगाकर करके डाल दिया ,
उस लैंड पर मेरी मॉम का वीर्य लगा हुआ भी था ,
मोनिका रुआंसी हो गयी पर उसने विकी का लैंड अपनी बड़ी सी गांड में ले लिया ,
विकी अब मोनिका की गांड मार रहा था ,
फोटो देखिये किस तरह से







मोनिका भी मजे से अपनी मोटी और कसी हुई गांड मरवा रही थी ,
और सिसकिया भी भर रही थी ,
मॉम ने पेग बना लिए सबके लिए और खुद अपना पेग ले लिया...
पुरे कमरे में सेक्स की बहार थी उधर जीनु से अंजना अब गलबन्हीया ले रही थी ,
जीनु का लंड भी करीब 8 इंची का था ,
अब जीनु ने अपना लैंड अंजना की चूत में डाल लिया और उसकी चुदाई करने लगा ,
अंजना उसके बड़े लंड से मजे से चुदाने लगी ,
क्या नजारा था एक बोबे वाली दूसरी बोबे वाली की चूत मार रही थी वो भी अपने ही असली लैंड से ..
उधर विकी मोनिका की गांड मार रहा था ...
अब मोनिका चीखने लगी थी ,
लेकिन विकी ने रहम नही किया वो उसकी गांड मारता ही रहा ,
करीब 10 मिनिट में जीनु ने अपना वीर्य अंजना की चूत में और विकी ने अपना वीर्य मोनिका की गांड में छोड़ दिया ...!!
---
अब सब नंगे ही सोफे पे बेठ गये और पेग मारने लगे,
वो आपस में बाते भी कर रहे थे तभी विकी ने कुछ टेबलेट निकाली
जिसको मॉम और अंजना को दे दिया और विकी और जीनु ने भी शराब से उनको निगल लिया ,
मोनिका निढाल सी थी उसने नही लिया उस टेबलेट को ..
चारो ने वो टेबलेट ले ली और शराब पिने लगे ..
तभी मोनिका को पेशाब आने लगा वो वन्ही सोफे पे मुतने लगी
अंजना और जीनु ने अपने मुंह से वो सारा पेशाब पि लिया ,
इस फिल्म को देख कर ..
अब मेरा लंड मेरे काबू में नही था अब मुझे अपनी ही सगी मॉम को चोदना ही था ,
--
तभी जीनु ने और पेग बना दिए ,
5-10 मिनिट में ही उन दोनों के लंड खड़े हो गये ,

अंजना विकी का लंड चूसने लगी और मॉम जीनु का
अब मोनिका सोफे थी और ये चारो बेड पर चले गये ,

केमेरा भी घूम गया ,
बेड पे जीनु मॉम पे और विकी अंजना पे चढ़ गया

मॉम टेबलेट की वजह से फुल मुड में आ गयी थी ,
(ये मॉम ने ही बताया )
जीनु का काला और मोटा लंड मॉम चूसने लगी ,
जीने मेरी मॉम की चूत चूस रही थी ,







मॉम पे जीनु और विकी अंजना पे चढ़ गया ,
लेकिन विकी अंजना की गांड में लंड डाल रहा था और जीनु मॉम की चूत में
अब टेबलेट की वजह से सब सेक्स के खुमार में ही थे,
वो सब जल्द से शुरू हो गये ...
अंजना आराम से अपनी गांड मरवा रहीथी और मॉम अपनी चूत
जल्द ही जीनु के लंड ने जवाब दे दिया ,
और उसने जल्द से मेरी मॉम की चूत से लंड निकाला और उनके मुंह पे अपना वीर्य निकाल दिया
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Raja maurya

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प्यार से उन्हें थपथपाने लगा।
गांड का छल्ला तो इतना बड़ा हो गया था,
जैसे किसी छोटी बच्ची की कलाई में पहनी हुई कोई लाल रंग की चूड़ी हो।
उसकी चूत भी काम रस से गीली थी।
मैंने अपने बाएं हाथ की अँगुलियों से उसकी फांकों को सहलाना शुरू कर दिया।

2-3 मिनट ऐसे ही रहने के बाद,
मैंने थोड़ा सा दबाव और बनाया तो लंड धीरे धीरे आगे सरकाना शुरू हो गया।
अब तो किला फ़तेह हो ही चुका था और अब तो बस आनंद ही आनंद था।
मैंने अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर अन्दर सरका दिया।
सिम्मी तो बस कसमसाती सी रह गई।
मेरे लिए तो यह किसी स्वर्ग के आनंद से कम नहीं था।
एक नितांत कसी हुई गांड में मेरा लंड पूरा का पूरा अन्दर घुसा हुआ था।
मैंने एक थपकी उसके नितम्बों पर लगाईं तो सिम्मी की एक मीठी सीत्कार निकल गई।
“ओह मेरे प्यारे बेटे अब धीरे धीरे अन्दर बाहर करो !”
अब मेरी गांड को फाड़ दो बेटे ....!! सिम्मी ने आँखें बंद किये हुए ही कहा।
अब तक लंड अच्छी तरह गांड के अन्दर समायोजित हो चुका था।
वो बे रोक टोक अन्दर बाहर होने लगा था।
छल्ले का कसाव तो ऐसा था जैसे किसी ने मेरा लंड पतली सी नली में फंसा दिया हो।
मैंने पूछा --> “मेरी रंडी माँ तुम्हें दर्द तो नहीं हो रहा न ...?”
--
सिम्मी -->>अरे बावले, तुम्हारे प्रेम के आगे ये दर्द भला क्या मायने रखता है।
मेरी ओर से ये गांड तो नज़राना ही तुम्हें मेरे बेटे , तुम बताओ तुम्हें कैसा लग रहा है ...
अपनी माँ की गांड मार कर ...?
बोलो बेटे ....?
--
में बोला -->> मेरी माँ ...मैं तो इस समय स्वर्ग में ही हूँ जैसे।
तुमने मुझे आज जो अनमोल भेंट दी है,
उसको कभी नहीं भूलूंगा में ...सच में बहुत मज़ा आ रहा है, और मैंने जोर से एक धक्का लगा दिया।



सिम्मी -->> ओह माँ ओ ओ सी सी उह उह बेटे जरा धीरे धीरे ऊईई … माआअ … थोड़ा धीरे …”..!!

में ->> प्यारी माँ मैंने कई सेक्सी कहानियों में पढ़ा है कि कई औरतें गांड मरवाते समय कहती हैं ,
कि और तेजी से करो …
फाड़ दो मेरी गांड… आह… बड़ा मज़ा आ रहा है,
फाड़ दो गांड मेरी क्या इतना मज़ा आता है तुम औरतो को ...?



वो बोली :- हां बेटे जब गांड में कोई मोटा लंड जाता है ,
तो पहले तो थोडा दर्द महसूस होता है पर
बाद में बहुत ही मजा आता है मेरे बेटे ......!!
--
सिम्मी की इस साफगोई पर मैं तो फ़िदा ही हो गया।
मैं तो उसे चूम ही लेना चाहता था.. पर इस आसन में चूमा चाटी तो संभव नहीं थी।
मैंने उसकी चूत की फांकों और दाने को जोर जोर से मसलना चालू कर दिया।
सिम्मी की चूत और गांड दोनों संकोचन करने लगी थी।
मुझे लगा कि उसने मेरा लंड अन्दर से भींच लिया है।
ओह वाह आह… इस आनंद को शब्दों में तो बयान किया ही नहीं जा सकता।

अब लंड गांड अन्दर डाले मुझे कोई 10-12 मिनट तो जरूर हो गए थे।
आमतौर पर इतनी देर में स्खलन हो जाता है पर मेरी बात अलग थी न ,
मेरा लंड अब आराम से गांड के अन्दर बाहर होने लगा था।

सिम्मी भी आराम से अपनी गांड मरवा रही थी।
कुछ देर बाद वो बोली-->> मैं अपना पैर सीधा कर रही हूँ,
तुम मेरे ऊपर हो जाना पर ध्यान रखना कि तुम्हारा लंड बाहर नहीं निकले।
एक बार अगर यह बाहर निकल गया तो दुबारा अन्दर डालने में दिक्कत आएगी और हो सकता है
दूसरे प्रयाश में अन्दर डालने से पहले ही झड़ जाओ ?”

में बोला :- माँ ओके।..

अब सिम्मी ने अपना पैर नीचे कर लिया और अपने नितम्ब ऊपर उठा दिए।
तकिया उसके पेट के नीचे आ गया था।
मैं ठीक उसके ऊपर आ गया और मैंने अपने हाथ नीचे करके उसके उरोज पकड़ लिए।
उसने अपनी मुंडी मोड़ कर मेरी ओर घुमा दी तो मैंने उसे कस कर चूम लिया।
मैंने अपनी जांघें उसके चौड़े नितम्बों के दोनों ओर कस लीं।




जैसे ही सिम्मी अपने नितम्बों को थोड़ा सा ऊपर उठाया तो मैं एक धक्का लगा दिया।
सिम्मी की मीठी सीत्कार सुनकर मुझे लग रहा था कि अब उसे मज़ा भले नहीं आ रहा हो पर दर्द तो बिलकुल नहीं हो रहा होगा।
मुझे लगा जैसे मेरा लंड और भी जोर से सिम्मी की गांड ने कस लिया है।
मैं तो चाहता था कि इसी तरह मैं अपना लंड सारी रात उसकी गांड में डाले बस उसके गुदाज बदन पर लेटा ही रहूँ।
पर आखिर शरीर की भी कुछ सीमाएं होती हैं।
मुझे लग रहा था कि मेरा लंड थोड़ा सा फूलने और पिचकने लगा है और किसी भी समय पिचकारी निकल सकती है।
सिम्मी ने अपने नितम्ब ऊपर उठा दिए।
मैंने एक हाथ से उसकी चूत को टटोला और अपने बाएं हाथ की अंगुली चूत में उतार दी।
आंटी की तो रोमांच और उत्तेजना में चींख ही निकल गई। और उसके साथ ही मेरी भी पिचकारी निकलने लगी।

“आह।.. य़ाआआ……” हम दोनों के मुंह से एक साथ निकला।
दो जिस्म एकाकार हो गए। इस आनंद के आगे दूसरा कोई भी सुख या मज़ा तो कल्पनातीत ही हो सकता है।
पता नहीं कितनी देर हम इसी तरह लिपटे पड़े रहे।



मेरा लंड पास होकर बाहर निकल आया था।
हम दोनों ही उठ खड़े हुए और मैंने सिम्मी को गोद में उठा लिया और बाथरूम में सफाई कर के वापस आ गए।
मैंने सिम्मी को बाहों में भर कर चूम लिया और उसका धन्यवाद किया।
उसके चहरे की रंगत और ख़ुशी तो जैसे बता रही थी कि मुझे अपना सर्वस्व सोंप कर मुझे पूर्ण रूप से संतुष्ट कर कितना गर्वित महसूस कर रही है।

उस रात हमने एक बार फिर प्यार से चुदाई का आनंद लिया और सोते सोते
एक बार गांड का फिर से मज़ा लिया। ।
रात को हम दोनों साथ साथ सोते कभी मैं सिम्मी के ऊपर और कभी आंटी मेरे ऊपर ………
*-*
सुबह सिम्मी ने मुझे 25 हजार रूपये दिए और मेरी मॉम को थेंक्स भी कहा और फिर मिलने का बोलकर वो चली गई ,
अब क्या में अपनी मॉम को चोद सकूंगा ..


हाँ तो प्यारे दोस्तों सिम्मी के जाने के बाद में मॉम के कमरे में ही सो गया ...
सुबह करीब 8 बजे नींद खुली प्यास लगी हुई थी ,
में बाहर होल में गया वहां मॉम सोफे पर नंगी ही सो रही थी और उनकी चूत में डिल्डो फसा हुआ था ,
उफ्फ सुबह सुबह ये नज़रा देख लंड मॉम की चूत को सलामी देने लगा ....!!
मॉम की नंगी चूत हलकी गीली दिख रही थी ,
और डिल्डो आधा चूत में था ...वाह क्या नजारा था ...
मुझे मेरी मॉम की चूत किसी जन्नत के दरवाजे के जेसी ही लग रही थी ..
क्या मस्त चूत थी मेरी सगी अम्मी की वाह जबर्दस्त नजारा था ,
मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया ये सब देख कर ..!!
अब में अपने पर से कंट्रोल खोने लगा था ,
अब मुझे किसी भी हालत में अपनी सगी मॉम की चूत हासिल करनी ही थी ...
किसी भी कीमत पर अब में मॉम की चूत में अपना लैंड डालना चाहता था,
में जल्दी से वाशरूम गया और अपने लंड से पूरा पेशाब निकाला और जल्दी से वापस हाल में गया ,
जहाँ मॉम सो रही थी ,
में अब सोफे के सामने जमीन पर बेठ गया
मॉम की चूत के सामने .....
फिर में अपनी नाक को मॉम की चूत के एकदम करीब ले गया ,
क्या मस्त सुगंध थी ...वाह ...अब मुझसे सब्र नही हो रहा था ,
मेंने अपना मुंह खोला और अपनी जीभ निकालकर अपनी सगी मॉम की चूत
जंहा से में निकला था ... उसी चूत के अंदर अपनी जीभ डाल दी मैंने ....
मेरी मॉम सिहर गयी लेकिन नींद में होने की वजह से वो करवट ही बदल पाई ...!!
करवट बदल कर मॉम ने छत की तरफ मुंह कर लिया ,
अब उनकी चूत मुझे अच्छे से दिख रही थी ...
क्या मस्त चूत थी मॉम की बाल तो थे ही नही ..
सांवली चमड़ी के बीच में गुलाबी रंग की मस्त चूत ,
अब मैंने मेरी जीभ उस तंदूर यानी मेरी ही मॉम की चूत में अंदर बाहर करने लगा ,
क्या स्वाद था मेरी मॉम की चूत का वाह आज तक ऐसी चूत कभी नही चुसी थी मैंने ...




मज़ा आ रहा था और मेरी जीभ के स्पर्श से मॉम भी सिसियाने लगी थी ,
मॉम के हाथ खुद अपनी ही बूब दबाने लगे थे ..
मॉम के दोनों हाथ दोनों बोबो पर थे जो धीरे धीरे खुद के बोबो की मालिश कर रहे थे ..
मॉम की चूत से माल निकलने लगा था जिसको में चूस रहा था ,
नमकीन और सोल्टी पानी था टेस्ट बहुत ही अच्छा था मेंरी मॉम की चूत के पानी का !!
मेरी जीभ अब लगभग आदि से ज्यादा मॉम की छुट में घुस गयी थी ....
में जीभ को अन्दर बाहार करने लगा वो भी जीभ को गोल करके ,
मॉम नींद में ही बुदबुदाने लगी "हाय रे मेरी चूत कितना तडफा रही है मुझको aha आहा सी सी सी सी सी इ इ इ इ ..
नींद में ही मेरी मॉम ने मेरा सर पकड़ा और अपनी चूत में दबा दिया ,
अब में जोर जोर से किसी कुते की तरह अपनी सगी मॉम की चूत में जीभ लपलपाने लगा ,
चूत को चाटने लगा तभी मॉम ने अपनी चूत से झरना छोड़ दिया जिसको मैंने पूरा पि लिया ..
चूत झड़ने और मेरी जीभ के स्पर्श से मॉम जग गयी थी ,
उन्होंने अपनी हालत देखि और मेरी तरफ देखा और बोली "ओह गोद ये क्या किया तुमने राहुल "
वो सुबकने लगी और रुआंसी भी हो गयी थी , में जल्द से उनके नजदीक ही लेट गया और उनको पीछे से अपनी बांहों में जकड़ लिया !!
में बोला :- मॉम देखो क्या बुरा काम किया आपको लैंड की जरूरत है और मुझको चूत की ,
क्यों ना हम दोनों एक दूजे की जरूरत को पूरा करे , इससे हम दोनों को किसी दुसरे से सेक्स करने की जरूरत नही होगी ,
और तो और ये सेफ भी रहेगा , बीमारी और इज्जत दोनों से ही बचाव भी होता रहेगा मॉम ..!!
घर के अंदर क्या हो रहा है कौन देखने आने वाला है मेरी प्यारी मॉम ....
(ये सब कहते हुए में अपना लंड मॉम की गांड की दरार में रगड़ने लगा था और अपने हाथ मॉम के बोबो पर रखे हुए थे )
मॉम कुछ बोल नहीं रही थी...अब मैंने अपने हाथ को उनकी चूत पर ले गया और अपनी अंगुली से उसको सहलाने लगा ,




अपने होंठो से मॉम की गर्दन पे हलके से चुम्मी लेने लगा और लैंड को हलके से गंद के छेद पर दबाने लगा ,
इस तिन तरफा हमले से मॉम की हवस में उबाल आ गया ..
अब में रुकना नही चाहता था , लोहा गर्म था और मेरा लंड भी हथोड़ा बन चूका था..
मैंने मॉम के बोबो को कसकर दबा दिया ..!!
" मॉम चिल्लाई :- आहा अहा उह उह नहीं बेटे राहुल इतनी जोर से नही रे ..."
तभी मैंने अपना लैंड का सुपाड़ा मॉम की गंद के छेद में लगाकर दबाया ,
तो लगभग आधा इंच लैंड मॉम की गांड में घुस गया ,
अब मॉम तो छटपटाने लगी ..
मॉम :- राहुल प्लीज़ गांड से निकालो इसको नहीं प्लीज़ दर्द हो रहा है बेटे मेरे प्यारे बेटे प्लीज़ ,
तुम भले ही मेरी चूत चोद्लो लेकिन इस मुसल को मेरी गांड से निकालो ना उह... आह... ओह..
सी ..सी .. दर्द हो रहा है बेटे ...प्लीज़
मैंने उनकी गांड से लंड हटाया और जल्दी से उनको अपने उपर लिया और में छत की तरफ मुंह करके लेट गया ,
अब मैंने अपने मुंह में उनके बोबो को भर लिया
और चूसने लगा जिनसे कभी मैंने दूध पिया था ..

मेरा लंड अब मेरी ही मॉम की चूत से चिपका हुआ था ..
3 -4 मिनिट बाद मॉम ने मुझको रोका और कहा :- मेरा प्यारा बेटा मुझे पेशाब करने जाना होगा पहले फिर में कुछ मुड में आउंगी ..
मैंने उनको अपनी बांहों में उठाया और जल्दी से वाशरूम ले गया .....!!




में अपनी ही मॉम को बांहों में लेकर वाशरूम ले गया
वो भी बिलकुल ही नंगी,
वाशरूम में मॉम ने टॉयलेट सिट पे बैठ कर पेसाब करना शुरू ही किया था,
तभी मुझे भी पेशाब लग गया,
मॉम टॉयलेट सिट यानि की कमोड पे बेठी हुई ही थी की ....
मैंने भी अपना लंड उसी कमोड में डाल कर मुतने लगा ,
मॉम का मूत मेरे लंड पे आ रहा था और मेरा मूत उनकी चूत पे गिर रहा था गर्म गर्म अजीब सा लग रहा था ,
पर इससे मज़ा भी बहुत ही आ रहा था ....
मूतते-मूतते ही मेरा लंड तैयार हो गया और मेरी अपनी ही सगी मॉम की चूत को सलामी देने लगा ..!!
मॉम भी अब धीमे-धीमे मुस्कुरा रही थी ..लगता था की वो भी अब मेरा लैंड लेने को तैयार हो चुकी है,
तभी मैंने अपने लंड को हाथ से ऊँचा किया तो मेरे पेशाब की धार मॉम की छातियो पर गिरने लगी ,
लेकिम मॉम ने कुछ नहीं कहा ..
अब मेरी हिम्मत बढ़ चुकी थी ..
अब मैंने लंड को थोडा और ऊँचा किया तो हलकी सी पेशाब की धार मेरे मॉम के मुंह और चेहरे पर गिर पड़ी,
मॉम चिल्लाकर बोली :- क्या कर रहा है चूतिये हरामी अपनी मॉम को पेशाब पिलाएगा क्या ठहर जा भोसडीके ,

मॉम कमोड से उठी और मेरे सर को बालो से पकड़ा और मुझे फर्श पे बेठने को कहा ..
में जेसे ही फर्श पर बैठा तो मॉम ने अपनी चूत मेरे मुंह पे रगड़ने लगी ..
मॉम की चूत से गर्म गर्म पेशाब आ रहा था ..मॉम बोली पी जा मेरे हरामी बेटे पीले अपनी सगी मॉम का मूत हरामजादे ..
अब में भी तेरे लंड से चुदना चाहती हूँ मेरे महा हरामी बेटे आजा चूस ले मेरी चूत को ,
इसी चूत से निकला था तू हरामी ...
मुझे और मॉम को इस तरह गाली निकलने में एक अलग hi मजा आ रहा था ...!!
इससे में अब बुरी तरह उतेजित हो चूका था ...
में अब जोर जोर से मॉम की चूत को चाटने लगा,
किसी कुते की तरह से,
उफ्फ क्या मस्त स्वाद था मॉम के पेशाब में नमकीन सोल्टी आज मुझे अपनी मॉम का पेशाब पीकर बहुत मज़ा आया कसम से..
मेरा लंड बिलकुल तैयार था अपनी ही सगी मॉम को चोदने के लिए ...
अब मुझसे रुका नही जा रहा था ...





मैंने अपना लंड मॉम के गांड के छेद पर लगाया हल्का धक्का दिया तो मॉम चीख पड़ी ..
हरामी आज पहली बार अपनी मॉम को चोद रहा है और शुरू आत गांड से कर रहा है ,
कुते कम से कम आज तो मॉम की चूत मार चल थोड़ा ड्रिंक करते है और कोई मस्त फिल्म दिखाती हूँ तुझे
मेरे बच्चे फिर सेक्स करेंगे आज माँ बेटे आजा मेरे बच्चे ....
तभी मोम ने मेरे लैंड को देखा उसपर उनकी गांड से हलकी सी टट्टी निकल कर चिपकी हुई थी ,
मॉम ने मेरे लंड को मुंह में लिए और मुझे लिप किस करने लगी ,
मेरे लैंड के वीर्य और मॉम की टट्टी दोनों का टेस्ट हम माँ बेटे को आ रहा था ....
४-५ मिनिट किसिंग करने के बाद हम हॉल में आगये और एक एक पेग बनाया ...!!
फिर हम सोफे पर बेठ गये मैंने मॉम के बोबे दबा दिए थोड़ा जोर से ..
मॉम :- आहा आउच गंदे बच्चे जरा धीरे धीरे दबा मॉम हूँ तेरी क्या तुमने मुझे कोई सस्ती वाली रंडी समझ लिया क्या गंदे बच्चे ...!!
में :- नहीं मॉम आप तो सबसे महंगी वाली रंडी हो मेरी करने दो ना मॉम प्लीज .
अब में मॉम के बोबे दबा रहा था और मॉम ने भी मेरा खड़ा लैंड पकड लिया और हलके हल्के सहलाने लगी ...
फिर मॉम ने पेग से एक शिप की और मेरा मुंह पकड़ा और अपने मुंह की दारू मेरे मुंह में डाल दी ,
मॉम ने मुझसे भी एसा करने को कहा मैंने भी ऐसा ही किया बड़ा मज़ा आया दोस्तों सच में..!!
इसी तरह हमने पेग खली किया ...
तभी मॉम उठी तो मैंने पूछ लिया मॉम किधर चली आप ..
वो बोली रुक मेरे कमरे में चल आज तुमको तेरी hi मॉम की ब्लू फिल्म दिखाती हूँ ..!!
फिर हम दोनों मॉम के कमरे में चले गये !!
कमरे में मॉम ने कंही से एक cd निकली और चलादी
कोई होटल का कमरा था उसमे मोनिका आंटी {मॉम की दोस्त है }
और एक टीवी चेनल की रिपोर्टेर अंजना सोफे पर बेठी थी ..
मॉम ने मुझे अपने बेड पर बेठने को कहा हम दोनों एक दूजे से चिपक कर
फिल्म देखने लगे !!
तभी मॉम भी आगयी और तीनो ने पेग बनाया और पिया ,
तभी मोनिका आंटी ने अंजना को किस कर लिया लिप्लोक किस
मॉम भी अंजना के बोबे दबाने लगी और उसका शर्ट खोलने लगी ,
अंजना कुछ नही कह रही थी वो भी मजे ले रही थी
मॉम ने उसकी ब्रा बी निकाल दी और उसको उपर से नंगा कर दिया उसके बोबे बड़े नही थे पर कडक थे ..
फिर मोनिका ने उसके एक बोबे को चुसना शुरू कर दिया ..!!
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मोनिका की फोटो देखिये निचे

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अंजना भी मज़ा ले रही थी (मॉम गर्म हो रही थी अपनी ही फिल्म देख कर... उन्होंने फिर मेरा लैंड पकड लिया )
अब मोनिका बुरी तरह अंजना के बोबे चूसने लगी चूस चूस कर लाल कर दिया ...
तभी माँम ने अंजना की पेंट भी उतार दी ,
अंजन अब सिर्फ पेंटी में ही थी लाल रंग की डिज़ाइन वाली पेंटी और अंजना का गोरा रंग दोनों ही कयामत ढा रहे थे ...!!



तभी मॉम के मुंह को अंजना ने पकड लिया और एक जोरदार वाली लिप लोक किस की करीब 4 मिनिट ,
अब मोनिका ने अंजना को छोड़ मॉम को नंगा करना शुरू कर दिया और मॉम भी अब बस ब्रा पेंटी में ही थी ..
इसी तरह अंजना ने मोनिका को नंगा किया और तीनो जनी आपस में खेलने लगी वासना का लेस्बियन खेल ,
(मॉम फिल्म देख मस्त हो चुकी थी और मेरे लैंड को अपने होठो से किस कर लिया और हिलाने लगी ...!!)
अब तीनो सहेलिया एकदम नंगी होकर मजे लेने लगी और कमरा थोड़ा सा घुमा ,
तभी रुम में एक कपल आया एक अजीब सी औरत थी हलकी काली सी और एक सांवला सा जिम बॉडी का कोई 25 साल का लड़का था ,
तीनो सहेलिया नंगी hi थी किसी को कोई शर्म नही आ रही थी ,
मोनिका ने उनको सामने बैठाया और हलकी बातचीत हुई ,
फिर उस औरत ने सबके लिए पेग बनाए इसी बिच लड़का अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया ,
उसका लंड करीब 9 इंच का था और टेढ़ा था ,
अंजना ने जल्दी से उठकर उसका लैंड चूम लिया ....
उसने भी अंजना के बोबे दबाये , मॉम भी उसके लैंड को हिलाने लगी ,
मोनिका भी आ गयी तीनो उससे खेलने लगी सेक्स का महा खेल ..







तभी अंजना उस औरत के पास गयी और उसको किस किया
उस औरत ने अंजना को अपनी बांहों में भरा और अपनी गोद में उठा ली किसी बच्ची की तरह ,
और दोनों एक दूजे को किस कर रही थी ,
उस ओरत का नाम जीनु था जो मॉम ने बताया ..
मॉम मेरा लैंड अब चूसने लगी मॉम बहुत hi मजेदार तरीके से मेरा लैंड चूस रही थी कभी कभी वो गोलिया भी चूस रही थी ,
में मॉम के बूब दबा रहा था और चूस रहा था ...!!
फिल्म में अंजना उस अजीब औरत से किसिंग कर रही थी तभी विकी ने मॉम की चूत में लैंड लगा दिया ,
विकी खड़ा हुआ था जबकि मॉम सोफे पे अधलेटी थी ,मोनिका उनके पास बेथ गयी और जेसे hi विकी ने अपना बड़ा लंड मेरी मॉम की चूत में डाला ,
मॉम की शक्ल मजे से लाल हो गयी फिल्म में भी और सच में भी अब मॉम ने मुझसे कहा की आओ अब रहा नही जाता मेरे बच्चे ,
मॉम ने फिल्म को वन्ही रोक दिया और मुझे खिंच लिया अपनी बांहों में ...
मॉम ने जल्द से 69 की पोजीशन बनाइ और हम एक दूज को मुंज से मज़ा देने लगते है ,
क्यूंकि लगभग एक घंटे से हम मस्ती कर रहे तो 10 मिनिट में hi हम झड़ गये...!!
हमने एक दुसरे का वीर्य पि लिया मॉम का वीर्य बहुत hi टेस्टी था ...
मॉम हंपने लगी थी ..उन्होंने मुझको और पेग बनाने को कहा ..!!
में पेग बनाने गया और दो पेग ले के आगया !!
मॉम ने लगभग आधा पेग एक ही घूंट में खिंच लिया ...
मैंने भी एक बड़ा घूंट लिया ...!!
मैंने मॉम से कहा :- मॉम आप बहुत hi सेक्सी हो मुझे पता नही था की आपको सेक्स इतना पसंद है ...!!
मॉम :- बेटा मुझे बचपन से hi सेक्स की बहुत बुरी लत लगी हुई है ,
एक बार तो मैंने चार -चार लोगो से रात भर चुदवाया था ...
वो भी पुलिसवालो से वो किस्सा भी बताउंगी तुम कितनी चूत चोद चुके हो बोलो न बेटा ...
मैंने मेरी मॉम को मेरी पूरी सेक्स हिस्ट्री बताई जिसको मॉम ने बड़े hi गोर से सुना ,
मॉम ने मुझको अपनी बांहों में ले लिया और किस किया






मॉम बोली :-पता है मेरी सिल तेरे नाना यानि मेरे पापा ने hi तोड़ी थी वो भी जब में 18 साल की थी ,
और तेरी नानी ने ही तुडवाई थी मेरे बेटे तब से अब तक सेंकडो लैंड ले चुकी हूँ इस चूत में ,
सेक्स में hi असली जिन्दगी है इस चूत ने hi मुझे आज इस पोजीशन में पहुंचाया है ...
इस शहर के बड़े बड़े और अच्छे अच्छे लोग इसको चाट चुके है मेरे बच्चे ...
हाँ मैंने तो बहुत बार आर्गी यानि बहुत से जोड़ो के साथ भी सेक्स किया है ...
मुझे लेस्बियन सेक्स भी पसंद है मेरे बच्चे...
अब में इस चूत को तुमको गिफ्ट दूंगी मेरे बच्चे वो भी मेरे एक दोस्त के सामने ,
जिसका अपनी ही सगी बेटी से सेक्स का रिश्ता है मेरे बच्चे और वो बहुत बड़ा आदमी है ...
एक नेता है बहुत बड़ा ....!!
-
मॉम की इतनी सेक्सी बाते सुन के मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था
जिसको मॉम ने चूम लिया अपने सेक्सी होंठो से ...
मैंने मॉम से कहा मॉम फिल्म चालू करो न ,
मॉम ने फिल्म स्टार्ट की और नन्गी ही बाथरूम चली गयी लेट्रिन करने को
उनका गांड का भूरे रंग का छेद बड़ा ही सेक्सी लग रहा था अब जल्द ही उसमे भी मुझे लंड डालना था ..







मॉम की चूत में विकी ने लैंड डाल दिया और मोनिका भी उनकी चूत और लंड का मजा ले रही थी ,
वो दोनों को उतेजित कर रही थी चाट चाट कर ,
उधर अंजना उस अजीब सी ओरत यानि जीनु की की टी शर्ट उतार थी ओह क्या मस्त बूब थे,
उसके एकदम टाईट ओह थोड़े काले थे मगर सेक्सी बूब थे ,
अंजना और वो एक दूजे को चूम रही थी और बोबे दबा रही थी ,
उधर मेरी मॉम की चुदाई विकी कर रहा था ,
मोनिका ने अब विकी की गांड का छेद चाटना शुरू कर दिया ,
विकी ने मेरी मॉम के बोबे कस के पकडे हुए थे और जोरदार धक्के मार रहा था मेरी मॉम की चूत में
मॉम बड़ी ही मस्ती से उसके मोटे लैंड से चुदवा रही थी ,
मोनिका अब अंजना के पास चली गयी उसके वंहा जाते ही अंजना उसकी चूत पे झपट पड़ी और उसकी चूत चाटने लगी ,
अब जीनु ने मोनिका के बोबे दबाने स्टार्ट कर दिए ,
सामूहिक सेक्स का मस्त कर देने वाला नजर था इस नजारे को मेरा लंड सलामी देने लगा था ...
अब जीनु अपनी लेग्गिज उतरने लगी वो एकदम नंगी हो गयी ,
ओहओह
ओह
खुदा
क्या नजारा था ,
वो ओरत नही सीमेल यानी हिंजड़ा थी वो भी बड़े से लंड वाली ,
लंड भी इतना अच्छा और मस्त था की चूसने और मरवाने की इन्च्छा हो जाये ..
ओह खुदा क्या नजारा था बोबे बड़े बड़े और लम्बा ओए मस्त लंड भी ओह ...
तभी वो अजीब सी लग रही थी मुझको ..
उसके नंगे होते ही मोनिका उसके लंड पे टूट पड़ी और चूसने लगी ,
उसके मस्त लंड को
क्या मस्त चीज थी जीनु ....

मॉम आराम से विकी से चुदवा रही थी ,
इधर जीनु के नंगे होते ही अंजना और मोनिका बारी बारी से उसका बड़ा और काला लैंड चूस रही थी ,
सब तरफ सेक्स सेक्स ही सेक्स था ,
तभी मॉम ने अपना पानी छोड़ दिया ,उन्होंने विकी को रुकने का बोला ,
विकी ने अपना बड़ा लंड मेरी मॉम की चूत से निकाला ,और मोनिका के पास गया
मोनिका को जीनु के लैंड से हटाया और उसको बड़े ही अजीब अंदाज में उल्टा किया ,


निचे फोटो देख लीजिएगा ,
विकी ने अपना तना हुआ लंड जल्दी से मोनिका की गांड में यूँ ठुक लगाकर करके डाल दिया ,
उस लैंड पर मेरी मॉम का वीर्य लगा हुआ भी था ,
मोनिका रुआंसी हो गयी पर उसने विकी का लैंड अपनी बड़ी सी गांड में ले लिया ,
विकी अब मोनिका की गांड मार रहा था ,
फोटो देखिये किस तरह से







मोनिका भी मजे से अपनी मोटी और कसी हुई गांड मरवा रही थी ,
और सिसकिया भी भर रही थी ,
मॉम ने पेग बना लिए सबके लिए और खुद अपना पेग ले लिया...
पुरे कमरे में सेक्स की बहार थी उधर जीनु से अंजना अब गलबन्हीया ले रही थी ,
जीनु का लंड भी करीब 8 इंची का था ,
अब जीनु ने अपना लैंड अंजना की चूत में डाल लिया और उसकी चुदाई करने लगा ,
अंजना उसके बड़े लंड से मजे से चुदाने लगी ,
क्या नजारा था एक बोबे वाली दूसरी बोबे वाली की चूत मार रही थी वो भी अपने ही असली लैंड से ..
उधर विकी मोनिका की गांड मार रहा था ...
अब मोनिका चीखने लगी थी ,
लेकिन विकी ने रहम नही किया वो उसकी गांड मारता ही रहा ,
करीब 10 मिनिट में जीनु ने अपना वीर्य अंजना की चूत में और विकी ने अपना वीर्य मोनिका की गांड में छोड़ दिया ...!!
---
अब सब नंगे ही सोफे पे बेठ गये और पेग मारने लगे,
वो आपस में बाते भी कर रहे थे तभी विकी ने कुछ टेबलेट निकाली
जिसको मॉम और अंजना को दे दिया और विकी और जीनु ने भी शराब से उनको निगल लिया ,
मोनिका निढाल सी थी उसने नही लिया उस टेबलेट को ..
चारो ने वो टेबलेट ले ली और शराब पिने लगे ..
तभी मोनिका को पेशाब आने लगा वो वन्ही सोफे पे मुतने लगी
अंजना और जीनु ने अपने मुंह से वो सारा पेशाब पि लिया ,
इस फिल्म को देख कर ..
अब मेरा लंड मेरे काबू में नही था अब मुझे अपनी ही सगी मॉम को चोदना ही था ,
--
तभी जीनु ने और पेग बना दिए ,
5-10 मिनिट में ही उन दोनों के लंड खड़े हो गये ,

अंजना विकी का लंड चूसने लगी और मॉम जीनु का
अब मोनिका सोफे थी और ये चारो बेड पर चले गये ,

केमेरा भी घूम गया ,
बेड पे जीनु मॉम पे और विकी अंजना पे चढ़ गया

मॉम टेबलेट की वजह से फुल मुड में आ गयी थी ,
(ये मॉम ने ही बताया )
जीनु का काला और मोटा लंड मॉम चूसने लगी ,
जीने मेरी मॉम की चूत चूस रही थी ,







मॉम पे जीनु और विकी अंजना पे चढ़ गया ,
लेकिन विकी अंजना की गांड में लंड डाल रहा था और जीनु मॉम की चूत में
अब टेबलेट की वजह से सब सेक्स के खुमार में ही थे,
वो सब जल्द से शुरू हो गये ...
अंजना आराम से अपनी गांड मरवा रहीथी और मॉम अपनी चूत
जल्द ही जीनु के लंड ने जवाब दे दिया ,
और उसने जल्द से मेरी मॉम की चूत से लंड निकाला और उनके मुंह पे अपना वीर्य निकाल दिया
Awesome update
मॉम ने उसका पूरा वीर्य चाट चाट कर पि लिया ,
उधर अंजना अब मटक मटक कर गांड मरा रही थी विकी से ,
करीब 5 मिनिट में विकी ने भी उसकी गांड में वीर्य छोड़ दिया ....

और अंजना और विकी दोनों को मस्ती आ गयी ...!!
तभी मॉम पेग लेके आ गयी और उन्होंने विडिओ बंद कर दिया
और मुझे पेग लेने को कहा ...
मैंने पेग पकड लिया और पिने लगा ,
मॉम बोली :- इसके बाद हमने और सेक्स किया था पर उसका विडिओ नही बना मेरे बेटे ,
क्यूंकि केसेट खत्म हो गयी थी ....
---
तभी मॉम का फोन बजने लगा !!
मॉम फोन पे बात करने के लिए हाल में चली गयी में पेग पिने लगा ,
करीब 10 मिनिट बाद मॉम अंदर आई ,
अब टाइम करीब सुबह के 11:00 हो चूका था ,
अन्दर आते ही मॉम ने अपने ऑफिस फोन किया और कहा की वो आज और कल नही आएगी ..!!

मॉम का हुक्म चलता है ऑफिस में ...!!
क्यों ना चले अपने ही बॉस की रखेल जो है ..
फिर उन्होंने मुझको बोला की तैयार हो जाओ बेटा कंही चलते है वन्ही हम पहला सेक्स करेंगे !!
तेरी मॉम तेरे लंड को अपनी चूत में लेगी ...!!
ये सुनते ही मेरा लंड किसी गधे के लंड की तरह खड़ा हो गया ,
फिर उन्होंने मुझको बोला की तैयार हो जाओ कंही चलते है वन्ही हम पहला सेक्स करेंगे !!
में जल्दी से बाथरूम में गया और नहाकर कपडे पहने







फिर में नहाने गया और जल्दी से नहाकर रेड्डी हो गया ,
मॉम भी रेड्डी हो गयी थी,
ओह मॉम जब रेडी होकर आई
तो एकदम नंगी ही थी ,
फिर वो अपने
रूम में गयी और जब ड्रेस पहन के बाहर आई तो
उनको देख कर में पगला गया....
ओह ......
में पागल ही हो गया
उनको देख कर ,
आप यकीन नही करोगे की ....
मेरी जींस फाड़ के मेरा लंड बहार आ रहा था ,
इतनी मस्त और क्या गजब लग रही थी,
मेरी मॉम बिलकुल फ़िल्मी हिरोइन लग रही थी किसी सेक्सी फिल्म की ...
किसी परी और अप्सरा की तरह ही लग रही थी
मेरी मॉम इस सेक्सी ड्रेस में ..
मेरा मन अब मॉम का बलात्कार करने का हो रहा था ,
पर वो खुद ही आज अपने बेटे के लंड से चुदवाना चाहती थी ...
इसलिए बलात्कार केंसल ...
*-*
*-*
*-*

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+*+
*+*
*+*
वो किसी नई नवेली दुल्हन की तरह लग रही थी ,
जेसे पहली बार अपनी चूत की सील तुडवाने जा रही थी ,
मुझे आज मॉम को देख कर अंजना की याद आ गयी ,
मेरा लंड कपड़े फाड़ने लगा था ..

उसने मेरा लंड पकड के हिलाया
और अपने बोबे बहार निकाल के दिखा दीये
मेरी तो अम्मी ही चुद गयी समझो मेरे से मेरे दोस्तों ...
देख लीजिये मॉम को कितनी मस्ती चढ़ी हुई थी उस टाइम ,






उनके बड़े बड़े बोबे अजीब तरीके से बाहर लटके हुए थे ..
फिर उन्होंने अपने आपको सही किया ,
ओके खेर अब सब ठीक है ,
फिर मॉम ने गाड़ी निकाली और में उसमे बेठ गया ..
गाड़ी मॉम चला रही थी ,
जल्द ही हम शहर से बहार आ गये ...
रास्ते में मॉम अपने बोबे और मेरा लंड दबा रही थी ...
वो मेरी उतेजना को और भी भड़का रही थी ,
अब हम दोनों ही सेक्स के नशे में थे.!!
माँ बेटे के रिश्ते पे हवस भारी हो चुकी थी !
..
लगभग 40 मिनिट की ड्राइविंग के बाद ,
मॉम ने एक फार्म हाउस के सामने गाड़ी रोकी और किसी को फोन किया ,
दो मिनिट में ही फार्म हॉउस का बड़ा सा गेट खुल गया ,
मॉम ने गाड़ी अन्दर लेली !!
फार्महॉउस काफी ही बड़ा था और बहुर ही सुंदर था ,
अंदर एक बड़ी और सुंदर इमारत बनी हुई थी ,
उसके आगे मॉम ने गाड़ी लगाईं ,
तभी एक सिक्योरिटी वाला आया और मॉम ने मुझे उतरने को कहा ,
वो हमारी गाड़ी को गेराज में ले गया ,
मॉम मुझे इमारत में ले गयी ,
वाह क्या मस्त बंगला था वो गेट खुलते ही एक औरत आई ,
लगभग 36 - 38 साल की थी ,
लेकिन बहुत ही मस्त लग रही थी
वो मॉम को जानती थी उसने मॉम को बोला की नेता जी उपर है ...
तो हम दोनों उपर के फ्लोर पे चले गये ...
उपर पहुँचते ही में पागल ही हो गया क्या नजर था,
उपर मस्त बार बना हुआ था और लाइटिंग ओर हर चीज एश आराम की वस्तु थी ,
सबसे बड़ा एक नजारा एक आदमी जो शहर का फेमस नेता है ..
वो दो कमसिन लडकियों के साथ सोफे पर था
सोफा क्या बेड जितना बड़ा सोफे था ,
दोनों लडकिया बहुत ही कम उम्र की ही थी ,
नाबालिग जेसी लग रही थी ,
उन दोनों ने नाम मात्र कपड़े पहन रखे थे ...
उनमे एक उस नेता की सगी बेटी थी ,






नेताजी की बेटी का नाम प्रियंका था ...!!
ओह क्या लग रही थी कमसिन जवान कंवारी ..
सेक्स अपील इतनी की पुछीये मत ..
साथ में उसकी सहेली जो एक बिल्डर की लड़की थी जिसका नाम अलका लाम्बा था ...
बड़ी ही पतली थी लेकिन बोबे मस्त थे उसके उसकी टाँगे मस्त थी ,






वो हरियाणा की थी और नेता जी की के पार्टी की महिला कार्यकर्ता की बेटी थी ,

.

-
-
अलका नेताजी के कमर में हाथ डाले बेठी हुई थी ,
जबकि प्रियंका खड़ी खड़ी बियर पी रही थी ....!!

नेता जी ने मॉम को देखते ही खड़े होकर गले से लगा लिया और किस करने लगे...
तभी प्रियंका आई और मॉम को पीछे से दबोच लिया ,
प्रियंका ने मॉम के बोबो को जोर से दबाया इतना जोर से की मॉम के मुंह से कराह निकल गयी ....
तभी अलका ने मुझे जकड़ के सोफे पर गिरा लिया और मेरा लंड जींस के उपर से ही मसलने लगी ...!!
नेताजी मॉम की गांड मसल रहे थे ,
जबकि उनकी सगी बेटी मेरी सगी मॉम की चुचिया मसल रही थी ...
बस अब वासना ओर सेक्स ही था हम सबके मन में,
सब अपनी अपनी सेक्स की हवस मिटाना चाहते थे ....
-
मॉम सबको खुलकर साथ दे रही थी ,
तभी नेताजी ने अपना बरमूडा निचे गिरा कर खोल दिया ,
ओह कितना गोरा और मस्त लंड था ,
उनका एकदम क्लीन और गोरा गोरा ,
झांट बिलकुल भी नहीं थी ...
उनके नंगे होते ही अलका और मॉम उनके लंड पे टूट पड़ी ..







क्या मस्त लंड था नेताजी का ,
मुझे भी देख कर इश्क हो गया ,
तभी नेताजी ने मॉम को लैंड चूसने को बोला ,
मॉम अब अपनी जीभ का जादू दिखाने लगी ....
नेता जी का लंड मस्त खड़ा हो गया ,
मॉम उनके लंड से मस्त खेल खेल रही थी उनकी गोटिया चूस रही थी ...
तभी दरवाजा खुला और एक मुसलमानी आ गयी उसने मुंह गुलाबी दुप्पटा मुंह पे लपेट रखा था ...
साथ में बुरका पहन रखा हुआ था ,
तभी नेताजी ने मॉम के मुंह से लंड छुडवा लिया ..और वो उस मुसलमानी की तरफ लपके ...

नेताजी उस बुर्के वाली मुसलमानी की तरफ लपके और उसने आते ही नेताजी को गले से लगा लिया ,
उसने नेताजी को अपनी बाँहों में भर लिया ..
नेताजी भी मस्ती से उसकी बॉडी को दबोच कर दबाने लगे >>!!
उसकी छातिया क्या मस्त थी ,
जेसे 5 - 5 किलो दूध निकल जाये उनसे ,
तभी मॉम ने उसके बुर्के को खोलना स्टार्ट कर दिया ...
लेकिन उस मुसलमानी ने मॉम को मना करके हटा दिया !!
फिर वो मुसलमानी सोफे पे आकर बेठ गयी ...
उसने सोफे पे आके नेताजी के टट्टे चूसने चालू किये और ,
अब नेताजी का लंड खड़ा हो गया,
नेताजी ने उसका नकाब उतारा ओह ओह वो तो टेनिस वाली सानिया थी ...
फिर उसने जल्दी से नेता जी के लंड पर एक काला निरोध लगाया और चूसने लगी ..
नेताजी का 6 इंच का लंड जो मेरे से छोटा ही था ...
पूरा खड़ा हो गया और मस्त तरीके से हिल रहा था ,,
और वो मुसलमानी मस्त चूस रही थी नेताजी का लंड .







सानिया नेता जी का लंड बड़े ही रसीले तरीके से चूस रही थी ..!!
नेताजी बड़े मजे से उससे लंड चुसवा रहे थे ...
तभी नेताजी ने मेरी मॉम को बोला :- ऐ सोनिया रंडी इधर आ...
मेरी और सानिया की गांड को चाट और सानिया को मुझसे चुदवा दे ,
मस्त तरीके से मेरी रंडी इधर आ जा ,
मॉम नेताजी के पास गयी और सानिया की गांड का छेद चाटने लगी अपनी जीभ से ....
सानिया ने अब भी नकाब लपेट रखी थी ,
मॉम ने अपनी जीभ सानिया की गांड के छेद में डाल दी ..
सानिया सिसियाने लगी और नेताजी का लंड चूसने लगी थी ,
अलका मॉम की गांड पर थप्पड़ मार रही थी और मॉम के बड़े बड़े बोबे भी दबा रही थी ,
पुरे कमरे में अलका ही नंगी नही थी बस ...!!
__________
तभी नेता जी की बेटी प्रियंका मेरे पास आई और अपनी हाफ पेंट उतार कर बोली की...
ऐ सेक्सी boy आओ तुम मेरी चूत को चाट लो !!
मुझे तो जेसे जन्नत ही मिल गयी थी ..!!
उसकी क्या मस्त और छोटी सी चूत थी ,
एक भी झांट नही थी उसकी चूत पे ...!!
मैंने अपनी जीभ को झट से उसकी चूत के उपर फिराने लगा ,
वाह वाह क्या स्वाद था उसकी कमसिन चूत का ,
बहुत ही मस्त चूत थी उसकी ...
छोटी सी साफ सुथरी और गुलाबी छेद ..!!
किसी की चूत इतनी मस्त हो सकती है मैंने कभी सोचा भी नही था ...
जल्दी ही मेरी जीभ उसकी चूत में घुस कर अपना कमाल द्दिखाने लगी थी ,
प्रियंका भी मस्ती ले ले कर अपनी चूत चुसवा रही थी .
अलका अब भी मॉम से सेक्स का खेल खेल रही थी ,
तभी नेताजी ने मुसलमानी को नंगा कर दिया और उसका नकाब उतार दिया ,
वो मुसलमानी एक टेनिस स्टार थी सानिया नाम था उसका ...
वो अब एकदम नंगी हो चुकी थी ...





है ना जमकर चोदने लायक मुसलमानी ..
तभी नेताजी ने अपने लंड से निरोध उतर कर फेंक दिया और मेरी मॉम से अपना लंड चूसने को कहा ,
मॉम ने जल्दी से नेताजी का लंड अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी ...
अलका बड़े hi गौर से मेरी मॉम को लंड चूसते हुए देख रही थी ,
इधर में प्रियंका की चूत को चाट रहा था मेरे हाथ उसके बोबो पर पहुँच गये थे और उनको दबा रहे थे ,
प्रियंका भी मेरे लंड से खेल रही थी ,
तभी अलका उठी और बाहर चली गयी ...
मॉम बड़ी ही मस्ती से नेताजी का लंड चूस रही थी ,
जबकि सानिया नंगी होकर बैठी हुई थी और नेताजी उसके बड़े बड़े बोबे दबा रहे थे ...
ये देखिये केसे मेरी रंडी मॉम नेताजी का लंड चूस रही है ..
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अब वो मुसलमानी एकदम नंगी हो चुकी थी ,
नेताजी का लंड भी मॉम ने चूस चूस कर खड़ा कर दिया था ...
नेताजी ने सानिया को पकड़ा और उसी बेड पे लिटा दिया और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगे ,
लेकिन सानिया ने उनको रोका और उनके लैंड पे फिर से कोंडोम लगाया और बोली "अब चोदिये मुझको ''
नेताजी शुरू हो गये मुसल####$ चूत को बजाने में ....
मॉम अब हमारे पास आ गयी और प्रियंका के बोबे दबाने लगी ...
में प्रियंका की चूत चाट रहा था ,मॉम उसके बोबो को दबा रही थी और वो मेरा लंड हिला रही थी !!
तभी प्रियंका ने मेरा लंड को अपने छोटे से मुंह में भर लिया और उसी वक्त मॉम ने मेरे निप्पल पे अपने दांतों से काटने लगी .
इस दोतरफा हमले से मेरे अंदर सेक्स की हवस जाग गयी ,
मैंने देर न करते हुए मॉम के बोबे अपने दोनों हाथो से दबाने लगा ,
प्रियंका मस्ती से मेरा लंड चूस रही थी ...!!
नेता जी मस्ती से उस मुसलमानी की चूत मार रहे थे ,




कभी-कभी वो दोनों हमारी तरफ भी देख रहे थे ...तभी अलका वापस आ गयी ,
अब वो ब्रा पेंटी में ही थी ...
नेताजी ने उसको पास आने का इशारा किया अलका तुरंत उनके पास गयी ,
नेताजी ने अपना लंड सानिया की चूत से निकाल कर अलका के मुंह में दे दिया और सानिया को अलका की चूत चाटने को कहा ,
अब वो तीनो ही ओरल सेक्स का मजा ले रहे थे ,
अलका की चूत बड़ी ही सुंदर थी और सानिया की चूत भी जोरदार थी ,
पर अलका कमसिन जवानी थी और सानिया पका हुआ माल ....!!






खैर वो भी तीन थे हम भी तीन ही थे ..
अब मॉम भी प्रियंका के बूब दबाने लगी और प्रियंका मेरा लंड बड़े ही मस्त अंदाज में चूस रही थी ,
तभी एक सांवली सी ओरत अंदर आई में रुका तो प्रियंका बोली कुछ नही तुम चालू रहो ,
उसने एक टेबलेट नेताजी को दी जिसको नेता जी शराब के साथ निगल गये ...
तभी नेता जी खड़े हो गये और बोले "सब आ जाओ "
मॉम और प्रियंका भाग कर उनके पास गये ,
सब उनके लंड के सामने बैठ गये और नेता जी झड़ गये ....
ओह खुदा नेता जी के लंड से खूब माल निकला जितना मेरे 6-7 बार झड़ने में निकलता है ,
प्रियंका ,मॉम और अलका सानिया सबके मुन्ह के अंदर और चेहरे और बोबो पर नेताजी का वीर्य लग गया था ...
तभी वो सांवली ओरत नेताजी का लंड चूस चूस कर साफ़ करने लगी ,
प्रियंका सानिया के उपर चढ़ गयी और दोनों किसींग करने लगे एक दूजे के बोबे दबाने लगे ,
अलका मेरे पास आ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी ,

उसने मेरा लंड मुंह में लिया और 2 मिनिट चूस कर मुझे लिपकिस करने लगी ,
उसके मुंह में मेरे वीर्य और नेताजी के वीर्य का मिक्सर था,
जिसका स्वाद उसको और मुझे दोनों को आ रहा था ..
मुझे वो स्वाद खराब नही लग रहा था ,उधर नेताजी सुस्ता रहे थे मॉम सबके लिए पेग बना रही थी ,
सानिया और प्रियंका 69 कर रहे थे ..वो सांवली ओरत नेताजी का मसाज करने लगी थी
नेता जी अब दुसरो के सेक्स को देख कर गर्म हो रहे थे ...तभी प्रिनका झड़ गयी ..
झड़ने से पहले वो चिल्लाई ..."पापा में गयी" वो सानिया के मुंह में ही झड़ गयी थी ...
सानिया ने अपनी जीभ से उसका सारा माल चाट लिया !!
फिर नेताजी ने सानिया को अपना लंड चुसाया,

नेता जी तालिया बजाने लगे वो सांवली ओरत भी मुस्करा मुस्करा के तालिया बजा रही थी ...
फिर सानिया फ्रेश होने गयी और तब तक मेरा पानी भी छुट चूका था !!
सानिया जल्द से फ्रेश होकर आई और कपड़े पहन कर नेताजी से आलिंगन किया और बाहार निकल गयी !
प्रियंका मॉम और नेताजी पेग लगा रहे थे और में और अलका बियर पि रहे थे हम सन एकदम नंगे ही थे ...







अब नेताजी का लंड फिर से खड़ा हो गया था ,
में मन ही मन सोच रहा था की अब किसकी बारी आएगी ..
तभी वो सांवली ओरत नेताजी के लंड की भी मालिश करने लगी ,
वो बड़ी ही मस्ती और मुड से नेताजी का लंड मालिश कर रही थी ,
उसके तेल से मालिस के बाद नेता जी का लंड चमकने लगा था ..
अलका उसको बड़े ही गौर से देख रही थी ,
जबकि प्रियंका अपने पैर से मेरा लंड सहला रही थी ,
मॉम सोफे पर बैठी हुई पेग लगा रही थी ....
तभी नेताजी ने उस ओरत को कोई इशारा किया तो वो उठ कर बाहर चली गयी ..
और जाते जाते दरवाजा भी बंद कर गयी थी ..!!
*
उसके जाते ही नेताजी बोलने लगे :- सोनिया आज तो वो साली मुसलमानी पुरे 5 लाख ले गयी छिनाल
मजा भी पूरा नही देकर गयी रण्डी कंही की ,मेरे लंड का सत्यानाश करके गयी है वो तो ...
गांड मरवाने के लिए भी मना कर दिया और लंड के भी निरोध लगा दिया ,
सोनिया मुझे उस रण्डी को चोद
कर बिलकुल भी मजा नही आया कसम से ...
ये सुन कर प्रियंका और अलका हंस पड़ी ,
*
जबकि मॉम ने सोफे से उठकर नेताजी का लंड अपने मुंह में भर लिया, उसके टोपे को कसकर चूमा ..
मॉम :- बस इतनी सी बात ,तो मेरी मस्त और गदराई गांड में आओ
मेरे पास आओ ना मेरे राजा मेरी गांड में अपना मस्त लंड डाल लो ना ..!
नेताजी :- नहीं सोनिया तुम तो मेरी पुराणी और मस्त रानी हो लेकिन
में आज अलका की गांड मारूँगा में,
अभी तक इसकी गांड नही मारी है .. मैंने...!!
*
मैंने अलका की और देखा वो मुस्करा रही थी ये सुन कर ...
(क्यूंकि उसको पता नही था की पहली बार गांड मरवाने में कितना दर्द होता है ..
जबकि प्रियंका बोल पड़ी :- पापा लेकिन इसकी तो आप बहुत ही प्यार से मारना ना ,
न की मेरी तरह कितना रुलाया था ,
उस दिन मुझको आपने वो नशीली दवा लेकर याद है ना










पुरे दो दिन तक ढंग से चल भी नही पाई थी में ....!
प्रियंका की ये बात सुन कर अलका डर सी गयी थी.
*
तभी नेताजी ने मॉम को सबका मुड बनाने के लिए कहा ,मॉम उठी और डीवीडी पर एक फिल्म लगाईं ...
उस कमरे में बहुत ही बड़ा टीवी लगा हुआ था ,
Fantastic update
 
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