(7) _____________
कहानी चालू है ।
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हम तीनो ही थक चुके थे,
बियर खत्म हो चुकी थी और नशा भी।
राजू हांफ रहा था और उसका लण्ड सिकुड़ गया था,
गौरी की हालत अजीब थी,उसकी चूत से पानी रिस रहा था,
मुंह पर भी राजू का वीर्य लगा हुआ था,और छातियो पर भी।
मैंने राजू को बोला :- यार दूकान और बियर ले आओ न ,
राजू बोला हाँ राहुल लाता हूँ थोडा सा रुको सुस्ता लूँ ,
फिर जाता हूँ, मैंने कहा ठीक है भाई ।
थोड़ी देर सुस्ता कर राजू बाथरूम गया,
जहां वो लण्ड और मुंह धोकर आया,
मैंने उसको 700/-रूपये दिए तो वो बियर लेने चला गया ।
अब में और गौरी अकेले थे और दोनों एकदम नंगे थे ,
फ्लेट की चाबी राजू लेकर गया था ।
गौरी बाथरूम की तरफ गई और अपना शरीर साफ करके आई और तोलिये से खुद को पौंछ कर मेरे पास ही बेठ गई।
गौरी मेरी और देख रही थी और हल्के हल्के मुस्कुरा रही थी ।
मैंने भी उसकी तरफ स्माइल दी ...
और बोला :- केसा लगा आपको अपने बेटे से चुदवा कर आपको ..?
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गौरी हंस पड़ी => देखो राहुल तुम अभी नए हो,जब हवस सर पर हावी हो जाती है,
तो ये रिश्ते नाते नही देखती है,फिर लण्ड को चूत चाहिए और चूत को लण्ड ,
मेरा खुद का देखा हुआ है की एक 50 साल का बाप
अपनी ही सगी 18 साल की बेटी को चोदता है और एक 50 साल की माँ अपने ही बेटे से अपनी बहु के सामने ही चुदती है ..
दुनिया में राहुल यही सच है।
फिर गौरी भी राजू का वीर्य अपने शरीर से धोकर मेरे बाजु में आ गयी उसके हाथ में लंड से खेलने लगे थे ,
मेरा लंड अब खड़ा हो चूका था ...
गौरी :- आपका लंड बहुत ही मस्त है....
राहुल मैंने कभी इतना मस्त और सुन्दर लंड नही देखा है अभी तक ....!!
अपनी तारीफ सुन के मेरा लंड ख़ुशी से और फुल गया था ...
मैंने गौरी के बोबे पकड लिए और उनको सहलाने लगा ,
गौरी मेरे निप्पल को हलके हलके दन्त लगाने लगी थी ...
बड़ा ही मजा आ रहा था ..
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तभी कालबेल बजी में चोंक गया की कौन आ गया है ,
मैंने राजू का बरमूडा और टी पहनी, गौरी को बाथरूम में जाने को कहा और में दरवाजे की और गया ।
(8)
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आगे
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मैंने दरवाजा खोला ,दरवाजे पर राजू की पड़ोसी उषा खड़ी थी, उनका फ्लेट एकदम ही सामने था ।
उसकी उम्र करीब 46 साल है ,वो विधवा है और 2 बच्चे भी है
एक लड़का है जो हमारे ही कॉलेज में पढ़ते है,
जबकि उनकी लड़की अपने मामाजी के पास रहती है ।
उषा मुझे जानती भी है ।
दरवाजा खोलते ही उषा बोली => राजू की अम्मी कहाँ है ..?
मैंने कहा => जी वो तो तीन-चार दिन के लिए बाहर गई है ।
उषा => ओहो इसीलिए पार्टी हो रही है आज,
और बियर उड़ रही है, और कौन है घर में बोलो...?
ये सब सुन कर तो में डर गया ।
मैंने बोला और कोई नही है उषा आंटी .
उषा => झूठ एक औरत भी आई थी अभी आधे घण्टे पहले,
कौन थी वो और यहां क्यों आई है,
राजू की अम्मी मुझे बोल के गई है ,की पीछे से घर और बच्चे का ख्याल रखना।
फिर उषा की नजर सीधे ही मेरे बरमुडे की तरफ गई ,
उषा आंटी ने मेरा खड़ा लण्ड देख लिया. मगर कुछ बोली नहीं,
में बहुत ही डर गया और सोचने लगा की क्या करूँ..?
तभी उषा की नजर गौरी की कमीज पर पड़ी वो वहीं पड़ी थी ,हॉल में सोफे के पास और बियर की खाली बोतल भी पड़ी हुई थी।
उषा ने उसको उठाया और देखा फिर बोली => ओहो तो ये बात है बियर के साथ रांड भी लाये हो तुम लोग,
अभी मूंछ भी पूरी नही आई है और ये शौक ,
कहाँ है वो रांड बोलो वरना सोसाइटी वालो और पुलिस वालो को बुलाती हूँ, जल्दी बोलो ।
आज तुम चोदने को घर रांड लाये हो कल नही मिली तो किसी के
साथ बलात्कार ही कर दोगे।
आजकल के लड़के यही सब तो सिख के बलात्कार करते है
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ये सब सुन कर अब तो मेरी डर के मारे गांड ही फट गई ।
अब चुप रहने से हल्ला हो सकता था।