• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest अम्मी vs मेरी फैंटेसी दुनिया

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,095
19,940
174
आभार पट्टिका

परम पिता परमेश्वर की असीम अनुकम्पा एवं मात-पिता , गुरूजनो के आशिर्वाद से इस कहानी ने पहले एक लाख व्यूज पार कर लिये है ।

इस मौके पर मेरे बिजिबल पाठको के साथ साथ उन गुप्त पाठकों को भी विशेष आभार जो चोरी छिपे बिना टिका टिप्पणी किये हिला कर सो जाते है ।

आपका अपना
DREAMBOY40
 
Last edited:
42
23
8
UPDATE 006


नाइटी

कमज़ोरी ही है मेरी , सैटिन की नाइटी ।
वो मखमली सा अहसास जिसपर हाथ फिराने से एक अलग ही तरह की ठंडी मुलायम तरंग दौड़ती है बदन में दिल की धड़कने बढ़ा जाती है मेरी ।
उस कपड़े में मानो एक अजीब सी मादक गंध सनी होती है , जिसकी खुशबू सासो में बसते ही पैंट में वाइब्रेशन होने लगता है ।

बाइक चलाते हुए पैंट में हाथ डाल कर मैने मोबाइल खोला , अलीना ने एक और sexy सेल्फी भेजी थी । उस तस्वीर के साथ मैसेज भी था ।

m-ldpwiqacxt-E-Ai-mh-NVLZOMCi-FJ5m-SDEi-21745902b
" Lo beta dudh pi lo "


: ले बेटा दूध पी ले
मगर मेरी नजर अम्मी पर थी पहली बार आज वो बिना दुपट्टे के मेरे आगे थे वो भी नाइटी में , उनके बड़े बड़े मोटे दाने के निप्पल नाइटी फाड़ कर आने को बेताब थे । मेरा मुंह कुछ बोलने को खुला मगर मैं वैसे ही ठहर सा गया

GWAEE0ka-YAAm18-V
: ले पकड़ न ( मै नजरे हटा कर अम्मी के हाथ से दूध का ग्लास लिया और अम्मी ने लपक कर मेरे बिस्तर से मोबाइल उठा ली )
: अरे क्या हुआ मोबाइल क्यों ( मानो मेरी रूह उठा कर ले जा रही हो अम्मी ऐसा महसूस हुआ , ना जाने कैसा जुड़ाव हो गया था चंद दिनों में मोबाइल से )
: तेरे अब्बू ने खास बोला है कि रात में मोबाइल तेरे पास नहीं होगी ( अम्मी के दिखावटी गुस्से में भी मुझे एक छिपी हुई शरारत की झलक दिखी , मै समझ गया कि अम्मी अब्बू से बाते करेंगी )



फोन पर ..
: ऊहू इतना तड़प रहे थे क्या कि आधी काफी छोड़ कर चले आए मेरे लिए
: mommy ने दूध के लिए बुलाया था तो कैसे नहीं आता ( मैने अलीना को फुसलाया )
: उस ब्लू आइज वाली है कही तुम्हे हिप्नोटाइज तो नहीं न कर दिया ( उसने शक किया)
: तुम्हारे प्यार के जादू के आगे सब धुंधला हो जाता है मेरी जान ( उफ्फ क्या कसा हुआ जोबन है इसका , मोबाइल के आई तस्वीरों में उसके कड़क भूरे निप्पलों को निहारता हुआ मै सिहरा )
: और खबरदार जो उसके शर्ट से झांकते कबूतरों को दाना दिया तो , कामिनी जानबूझ कर चोंच उठाए घूमती है तुम्हारे आगे हूह ( वो पूरी पोजेसिव होकर मुझ पर भड़की )
: मै क्यू उन्हें दाना डालूंगा भला , मेरे पसंदीदा कबूतरों के जोड़े तो तुम्हारे पास है ओह्ह्ह्ह कितने कड़क और तने हुए है ओह्ह्ह्ह जी चाहता है कि
: क्यायाआ? बोलो न क्या मन कर रहा है ? ( अलीना की सांसे बेताब थी मेरे मुंह से लब्ज़ सुनने को , उसके बदन में उठती मदहोशी और वासना की खुमारी में मोबाइल पर महसूस कर सकता था , गर्म सासो की आहट और उसमें छिपी हुई मादक कसमसाहट , मानों वो फोन को मुंह के पास रखे हुए अपने दोनों दूधिया रस भरे चूचियों को मसल रही हो ।
: सच में बोलूं क्या ? ( मैने उसे तड़पाया )
: उम्मम्म बोलो न ( वो पूरे जोश में सिसकती हुई कुनमुनाई)
: पहले ये बताओ इसके साथ जो दिलाया था वो क्यों नहीं पहना ?




: आपने ही बोला था कि इसके साथ दूसरे कपडे पहनने की जरूरत नहीं होती
: तो क्या नीचे भी नही पहनी हो (फोन स्पीकर पर था और अब्बू की बात सुन कर मेरा लंड एकदम से तनमना गया )
फरीदा शर्मा कर : धत्त चुप करिए आप , नटखट कही के । सारी शरारत जानती हु मै आपकी
अब्बू : अब मत तरसाओ न , वीडियो कॉल करू
अम्मी : उन्हू वो इसमें कान में लगाने वाला म्यूजिक वाला नही है , आवाज ऊपर तक जाएगी
अम्मी की बात सुन कर मेरा लंड एकदम से तनामना गया कि आज रात तो पूरा फुल प्रोग्राम सेट कर रखा है अम्मी और अब्बू ने वीडियो कॉल पर
अब्बू : अच्छा ठीक है इस बार आऊंगा तो वो इयरफोन लेके आऊंगा , फिर तो अपने गदराए जिस्म का दीदार कराओगी न बेगम
अम्मी इतरा कर: उहू बिलकुल भी नही ,
अब्बू : क्या ? पर क्यू ?
अम्मी : नही आप बहुत वो हो , और मुझे शर्म भी आयेगी
अब्बू और अम्मी की बातें सुनकर मेरा लंड और मैं दोनो खुश हुए जा रहे थे


: ऊहू देखो तो मेरी शेरनी को , अब मुझसे ही शर्मा रही है उम्म्म ( मैने उसे चिढ़ाया )
: नहीईई तुम ऐसे मुझे तंग नहीं कर सकते , तुम तुम पहले जैसे रहो न ( अलीना ऐसे उखड़कर बोली जैसे उसने कुछ खो सा दिया मुझमें , मुझे पाने के बाद )
: अच्छा जी कैसे होना चाहिए मुझे फिर ( मै हंसता हुआ उससे सवाल दोहराया )
: जैसे पहले तुम मुझे देख कर डर जाते थे , मेरे करीब आने पर कांपने लग जाते थे । मै छूती थी तुम्हे तो घबरा जाते थे वैसे ही एकदम मासूम और प्यारे से । मुझे तुम्हे छेड़ना परेशान करना पसंद है समझे बुद्धु हूह ( वो अपनी बीती मीठी यादों को जबान से दुहराती हुई तुनकी)
: याद है दुकान के उसे चेंजिंग रूम में जब तुमने मुझे अपनी ओर खींचा था एकदम से मुझे अपने करीब कर लिया था , तुम्हारे वो बड़े बड़े मोटे नुकीले तीर मेरे सीने को चिर रहे थे
: हम्म्म ( अलीना की सांसे फिर से गरमाने लगी )
: तुमने ही कहा था कि मुझसे डरो मत और फिर जब तुम मेरे रूम पर आई थी जहां मैं लेता हु वहां तुम मेरे बाहों में थी चिपकी हुई बिना कपड़ो के , तुम्हारी मखमली जांघें मेरे जांघों के बीच गर्म हो रही थी और तुम मेरे सीने से लिपटी हुई मुझे कसके पकड़े हुए थी , याद है वो पल
: सीईईईई उम्मम्म वो सब मै कैसे भूल सकती हु मेरे राआजाह ( अलीना कसमसाती हुई बोली )
: मै भी नहीं भूल सकता हूं , तुमने मुझे मेरे खामियों और मेरी जिद के साथ मुझे अपनाया था । फिर तुमसे कैसे डरना , डरता था कही तुम मुझसे नफरत न कर बैठो मेरे अतीत मेरे फैंटेसी को जानने के बाद , बस इसीलिए कतराता था ।
: धत्त बुद्धू , तुम इतने प्यारे हो तुमसे नफरत कैसी और mommy अपने बेटू से कभी नाराज नहीं होती समझे हिहीही ( वो प्यार से मुझे समझाते हुए एकदम से चुलबुली सी हो गई )

: mommy
: यस्स माय बेबी ( अलीना ने बड़े लुभावने स्वर में जवाब दिया )
: I wanna see you your booby mommy ... वीडियो कॉल करो ( मै पूरे कामोत्तेजना में डूबता हुआ अपने पैर आपस में रगड़ता हुआ बोला )





: धत्त नहीइइ मै वीडियो बना कर भेज दूंगी आपको , ऐसे मुझे शर्म आएगी ( अम्मी लगभग शरमाते हुए लहजे में बोली )
: तो कुछ तस्वीरें भी भेजना मेरी जान अपने बड़े फैले हुए चूतड़ों के । उन्हें याद करता हूं तो लंड मचल उठता है मेरा ( स्पीकर पर अब्बू की बातें सुन कर मेरे आंखो में अम्मी के बड़े फैले हुए चौड़े चूतड बस से गए और लंड लोवर में अकड़ सा गया ।
: धत्त गंदे , आपको तो बस बड़ी बड़ी हिलती डुलती चीजे ही भाती है , चाहे वो मेरी हो या फिर उस हुह्ह्ह ( अम्मी ने बीच में बात को रोक दिया और मैं उलझ गया कि अब दूसरी कौन है जिसकी बड़ी हिलकोरे खाती गाड़ के अब्बू दीवाने है )
: हा मेरी जान लेकिन तुम्हारी मोटे मोटे चूतड़ों की कसी दरारों को फैलाकर कर पेलने में जो मजा आता है अह्ह्ह्ह सीईईईईई मेरी जान देखो न मेरा लंड तुम्हारे बड़े बड़े मटके जैसे चूतड़ों को याद कर लार छोड़ रहा है आओ न चाट लो सीईईईई ओह्ह्ह्ह
: अब बस भी करिए शानू के अब्बू मुझसे रहा नही जायेगा । आप दूर से मुझे तंग कर खुद को शांत कर लेते है और मुझे आपकी यादों में तड़पना पड़ता है सीईईईई अह्ह्ह्ह ( अम्मी सिसकिया लेने लगी )
: मेरी यादों में तड़पती हो या मेरे इस फौलादी लंड के जो तुम्हारी लंबी बुर के फांके चीरता हुआ तुम्हे सुकून देता है ( अब्बू की बातों से मेरी हालत खस्ता हुई जा रही थी और अम्मी की सिसकिया और कमरे से आती मादक कुनमुनाहट से साफ पता चल रहा था कि अम्मी बिस्तर पर मचल रही है । )
: ओह्ह्ह मेरे सरताज अह्ह्ह्ह्ह मेरे साजन ओह्ह्ह उसे याद करती हू तो मेरी सलवार गीली हो जाती है सीईईईई आजाओ न जल्दी से , कब तक मुझे ऐसे तड़पाओगे मेरे राजा ओह्ह्ह्ह
: तुम कहो तो कल ही आ ज़ाऊ तुम्हारे पास




: ओह्ह्ह यस्स बेटू कम टू योर हॉर्नी मम्मा उम्मम
: उम्मम माय सेक्सी mommy कल आऊंगा तो दूधू पिलाओगी न

GIF-20241028-041430-487
: हा बेटू क्यू नहीं , mommy का दूधू बेटू के लिए ही है मेरा बच्चा अह्ह्ह्ह अब चूस लो न इसे ओह्ह्ह्ह यस्स ऐसे ही पी लो मेरा बच्चा ( अलीना ने वीडियो कॉल पर अपने गोरे गोरे चूचे दिखाते हुए उन्हें मस्ती में मसलने लगी और मैं भी अपना लंड बाहर निकाल कर उन्हें देख कर हिलाने लगा )
: ओह्ह्ह mommy आपके बूब्स बहुत जूसी है उम्म्म सो टेस्टी उम्मम्म सीईईईई आई लव टू सक योर बूबी उम्मम्म आह्ह्ह ( मै अपनी मोबाइल स्क्रीन पर दिखते अलीना के निप्पल को जीभ से चाटने लगा और अलीना पागल होकर अपने पैर पटकने लगी )
: ओह्ह्ह यस्स बेबी सक इट उम्मम सक इट ओह्ह्ह्ह गॉड माय सेक्सी बेटू सक योर मम्मा बूबी ओह्ह्ह्ह यस्स अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह शानू मेरा आयेगा ओह्ह्ह्ह डाल दो न अंदर
: कहा डाल दु मेरी जान



: अपनी फरीदा की बुर में मेरे राजा , फाड़ो न मेरी चूत को अओहह्ह घुसा दो अपना मोटा बड़ा लंड ओह्ह्ह्ह मेरे राजा ( अम्मी सिसकियां लेती हुई तड़पती हुई बोली )
: लो मेरी जान अह्ह्ह्ह घुसा दिया ओह्ह्ह कितनी गरम और मुलायम चूत है तेरी अह्ह्ह्ह्ह कितना तप रहा है ( अब्बू की बातें सुनकर मैं भी अपना लंड मुठियाता हुआ अम्मी की चूत की गर्मी को महसूस करने लगा )
: है न मेरे राजा , आना इस बार पूरा लंड पिघला लूंगी अपनी बुर ओह्ह्ह्ह शानू के अब्बू अह्ह्ह्ह्ह मेरे राजा अह्ह्ह्ह्ह चोदो मुझे अह्ह्ह्ह्ह कस कस के चाहिए मुझे अह्ह्ह्ह
: हा मेरी जान लेहह्हा अह्ह्ह्ह हचक हचक कर तेरे ऊपर चढ़ कर पेल रहा हु तेरी बुर में ओह्ह्ह्ह कितनी रसीली है इसे और भी रसीली कर दु क्या मेरी जान
: हा मेरे राजा कर दो न , भर दो मेरी चूत को अपने गर्म रस से अह्ह्ह्ह जब आपके रस से मेरी रस मिलती है तो उसे अपने बुर पर मलने में मुझे मजा आता है आह्ह्ह्ह मेरे राजा झड़ने वाली हु मै अह्ह्ह्ह्ह आओ न झड़ जाओ न
: अह्ह्ह्ह्ह सच में मेरी जान और जब मैं तेरी गाड़ में अपनी पिचकारी छोड़ता हु तब , तब अच्छा नहीं लगता ( अब्बू की बातें सुनकर मैं चरम पर पहुंच चुका था कि अब्बू अम्मी के गाड़ में झड़ते है । )
: आह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह मेरे राजा मै आ रही हू ओह्ह्ह्ह निकल रहा है अह्ह्ह्ह ( अम्मी तेज सिसकिया लेते हुए पैर पटकने लगी जिसकी आहट मुझे साफ साफ दरवाजे के पास खड़े होकर सुनाई दे रही थी )
और मेरी भी वही खड़े खड़े पिचकारी छूटने लगी ।


मन की हवस शांत हो गई थी मगर
आने वाली सुबह को लेकर मै बेचैन था । अलीना के चंद सवाल मुझ पर भारी हो रहे थे जो उसने सोने से पहले मेरे जहन में छोड़े हुए थे ।
क्या ही जवाब दूंगा मैं उसको ?
क्या बताऊंगा मै उसको ?
कैसे समझाऊंगा उसको अपने और सिराज की अम्मी के रिश्ते के बारे में ?

सिराज की अम्मी जो रूप उस रात मैने देखा था मैने कभी नहीं सोचा था इतनी मजहबी और खुद को पर्दे में रखने वाली खातून के जज्बात इस तरह से निराले होंगे ।

इधर सिराज नशे में चूर था और मैं बड़ी मुश्किल से उसको संभाल पा रहा था।
कम से कम 5 से 6 बार मुझे आवाज देनी पड़ी तब उसकी अम्मी ने दरवाजा खोला और करीब 48 साल की महिला , जिसके भारी भरकम देह पर बड़ी सी चादर डली हुई थी , सिराज की अम्मी ने पूरी कोशिश की थी सामने वाले को भनक न लगे कि वो चादर के नीचे से पूरी नंगी है , मगर जल्द ही वो भी समझ गई कि मेरी नजरो ने उनके ऊपरी हिस्से का सिटी स्कैन कर ही लिया है ।
असहज होकर वो इधर उधर देखने लगी : अरे शानू बेटा इतनी रात गए , 1 बजने को हो रहे थे और तुम सब तो कल आने वाले थे न ।
: हा अम्मी लेकिन इसने कुछ ज्यादा ही पी ली और घर जाना घर जाना की जिद पकड़ ली ( सिराज को बाहों में संभालते हुए मैने कहा )
: अह्ह्ह्ह्ह अम्मी हेल्प करिए न , नहीं तो गिर जायेगा ये ( अब मै और उसको सहारा नहीं दे पा रहा था , पूरा बदन दुख रहा था )
सिराज की अम्मी ने उसको थामा और गैलरी में ले गई, मै दरवाजा लगा कर उनके साथ हो लिया
दोनो साइड से हमने सिराज को पकड़ कर आगे बढ़ रहे थे ।
: यहां नही बेटा , कमरे में ले चल वहां अच्छे से सो पाएगा ये
: फिर इस वाले कमरे में ही चलो , वहा दूर तक ले जाना नहीं होगा मुझसे अम्मी ( ना चाहते हुए सिराज की अम्मी को मेरे थके हुए चेहरे को देखकर कर मेरी बात माननी पड़ी और हम दोनो सिराज की अम्मी के कमरे में घुस गए । )

बिस्तर तक आते आते मै एकदम से ठिठक कर खड़ा हो गया और मेरी नजर बिस्तर पर रखे हुए सिराज की अम्मी के कपड़ो थी । ये वही कपड़े थे जो आज शाम को उसकी अम्मी ने पहने थे , मगर उसके साथ साथ उनकी ब्रा और उलझी हुई पैंटी भी थी ।

Gaw-VTh-Bao-AA5-Xz-W
सिराज की अम्मी भी अबतक समझ चुकी थी कि मैं पूरी तरह से जान चुका था कि वो चादर के नीचे से पूरी नंगी है और वो इससे असहज होने लगी थी ।
: यही सुला देते है बेटा इसे ( उन्होंने उसका हाथ अपने कंधे से हटाते हुए कहा और उसको घुमाने की कोशिश करने लगी । मैने भी ऐसा ही कुछ प्रयास किया ताकि सिराज को पीठ के बल लिटाया जा सके )

मगर मेरे हाथ बहुत बुरी तरह दुख रहे थे और जैसे तैसे वो अपनी अम्मी के कपड़ो पर ही पसर गया , सिराज के अम्मी की पैंटी उसके मुंह के पास ही थी । जिसे हम दोनो देख पा रहे थे और जैसे ही मैने उसकी अम्मी की ओर देखा उनका चादर कंधे से सरका हुआ था जिसे उन्होंने लपेट रखा था और आगे से उनकी पेट और मोटी मोटी छातियों की झलक मिल रही थी ।
जिसे देखते ही मेरा लंड एकदम से फ़नफ़नाने लगा और उन्हें जैसे ही इसका अहसास हुआ वो चादर फिर से कंधे पर फेंकते हुए आगे से खुद को ढक ली ।

: जा बेटा सिराज के कमरे में तू भी आराम कर ले
: और आप ?
: मै भी देख रही हु , अभी कही तो सोना ही पड़ेगा न !! यहां तो इसकी बदबू से मेरा सर घूमने लगा है । सोच रही हु ऊपर कमरे में साफ करके बिस्तर लगा लू
: इतनी रात में आप कहा परेशान होंगी , आप सिराज के कमरे में सो जाइए मै बाहर सोफे पर सो जाऊंगा
: नहीं नहीं वहा मच्छर बहुत है बेटा तू नहीं सो पाएगा , ऐसा कर तू भी मेरे साथ सो जाना।
: जी ठीक है ( मै ये बोल कर कुछ पल चुप रहा )
: तू चल बेटा मैं आती हूँ जरा ( वो नजरे चुराते हुए बोली और मै समझ गया कि वो कपड़े पहने वाली थी )

मै कमरे से बाहर निकल आया मगर दिल को चैन कहा ।
कमरे से निकल कर मै सिराज के कमरे की चल तो दिया मगर चार कदम चल कर धीरे से वापस
वही दरवाजे के पास से झांका तो पूरे बदन में सुरसुरि सी चढ़ने लगी थी।
पेंट में लंड एकदम फड़फड़ाने लगा था उसको भींचते हुए मैने सिसक कर सामने देखा तो सिराज की अम्मी अपने जिस्म से वो चादर उतार चुकी थीं और आलमारी से कपड़े निकाल रही थी ।

GPi-U2-Na-Xk-AEf-Y02
उनकी बड़ी सी गाड़ पूरी दरारों सहित नहीं मेरे आंखो के आगे कमरे की उजली रोशनी में चमक रही थी ।
आगे लटके हुए उनके मोटे भारी भरकम चूचे देख कर मेरे मुंह में लार घुलने लगी थी ।

तभी उन्हें कुछ अहसास हुआ और इससे पहले वो मेरी ओर देखती मै पीछे हो गया , मगर मेरी होशियारी शायद पकड़ी ही गई थी क्योंकि ठीक मेरे पीछे एक एल.ई.डी. बल्ब जल रही थी हाल के जिससे मेरी परछाई कमरे के दरवाजे के पास फर्श पर उभरी हुई थी ।
मै झेप भरी शर्मिंदी के साथ वापस सिराज के कमरे की ओर बढ़ गया कि जरूर उसकी अम्मी ने मेरी परछाई देखी होगी और वो न जाने क्या सोचेगी ।
" क्या वो कमरे में सोने आएंगी भी "
एक डर सा लग रहा था कि न जाने आगे क्या होने वाला , कही उसकी अम्मी ने मुझे घर आने से मना कर दिया तो फिर सिराज को क्या कहूंगा , उससे मेरी दोस्ती खत्म ? न जाने क्या क्या सवाल उभर रहे थे मेरे मन में और तभी कमरे में आहट हुई और मेरी नजर सामने गई ।

GUm8-Fv-WMAENYDb
ब्लैक साटिन नाइटी में अपनी मोटी मोटी खरबूजे जैसे चूचीयो को समाए हुए सिराज की अम्मी मेरे सामने थी ।


जारी रहेगी
lajawab aur ekdom faadu update, fataka aur bahut hi kamuk writings!
 
  • Love
Reactions: DREAMBOY40

Lovely lover

Member
327
262
78
कुछ अलग सी कहानी हैक प्लॉट्स मैं बटी हुई सी लग रही है. देखते हैं कब मिक्स होती है

गुड गोइंग
 
  • Love
Reactions: DREAMBOY40
Top