- 40
- 41
- 19
चार जने हो चुके थे वो, लेक्किन लाला सोच रहा था की
क्या फातिमा एक किन्नर से सेक्स के लिए मान जायेगी....??
चार जने हो चुके थे वो, लेकिन लाला सोच रहा था की क्या फातिमा एक किन्नर से सेक्स के लिए मान जायेगी....??
लाला बोला – लेकिन फातिमा आज तो सामान काफी लेना पड़ेगा तुमको, दो-दो सामान है आज तो यहाँ सोच लो थैला फट न जाये तुम्हारा….? फातिमा- आज तो तमन्ना है की मेरा थैला फाड़ ही दो ना आप लालाजी !! इस तरह उतेजित फातिमा को देखकर लाला का लंड उसकी धोती में तम्बू बनाने लगा, जो फातिमा से छुपा नही और फातिमा ने लाला का लंड धोती के ऊपर से पकड़ लिया,लाला का 6 इंच का लंड जवान फातिमा का हाथ लगते ही फुंकारने लगा...अब लाला भी खुल गया और फातिमा को दबोचकर किस करने लगा,आज फातिमा अच्छे से संवरी हुई थी और मेकअप भी किया हुआ था..इस वजह से भी लाला का मन आ गया था उसपर, तभी लाला को याद आया की ऊपर कमरे में दो छक्के लैला और उसका चेला मोना उसका ही इन्तजार कर रहे है..तो लाला ने फातिमा को ऊपर चलने का बोला,लाला बाहर दुकान का दरवाजा बंद करने चला गया.. फातिमा तो यही चाहती थी और वो जल्दी से सीढ़ियों पर चढ़कर ऊपर गई तो आगे लैला और मोना बिस्तर पर बैठे हुए थे..उसको देखकर लैला तो खुश हुई,, लेकिन मोना सकपका गया..क्यूंकि उसको अभी की कहानी मालूम नहीं थी.. फिर मोना को लैला ने एक इशारा किया तो वो समझ गया कि फातिमा भी मजे लेने आई है..फातिमा और लैला की आँखे मिली दोनों एक-दुसरे को देखकर मुस्कराई... फातिमा खड़ी थी और लैला नीचे बैठी हुई थी इससे फातिमा को लैला के कबूतर यानि बूब्स दिखाई देने लगे जो बहुत ही सेक्सी और बड़े-बड़े थे... तभी लैला ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और बोली- मैं लैला हूँ बहन...एक किन्नर, और यह मोना है अभी तो लड़का ही है, लेकिन जल्द ही यह भी किन्नर बने जायेगा..फिर फातिमा एक भरपूर नजर से उस मासूम और कमसिन मात्र 20 साल के खुबसूरत मोना को देखा..उफ्फ्फ मोना के होंठ बड़े ही सेक्सी थे और उसकी पतली कमर और चौड़ी गांड कमाल लग रही थी... मोना ने एक घाघरा-चोली पहना हुआ था...तभी लैला ने फातिमा को हल्का सा बेड पर खिंचा और अपने पास बैठा लिया, आज सेक्स की अगन में चूर फातिमा की हालत बहुत खराब थी, उसकी चूत जेसे कोई हलवाई की भट्टी बन चुकी थी..लैला उसकी कमर पर अपना हाथ रखकर सहलाने लगी.. फातिमा को उसका हाथ अजीब सा लग रहा था..मानो कोई मर्द का हाथ हो और एक अजीब सा मजा भी आ रहा था, उसको लैला के यूँ सहलाने से मसाज जेसा फील हो रहा था..तभी लाला ऊपर आ गया..उसने आते ही कमरे का दरवाजा बंद किया ताकि कोई आवाज बाहर न जाये, फिर लाला ने फातिमा को अपनी बाँहों में जकड़ लिया और एक जोरदार चुम्मी ली.. साथ ही एक हाथ से फातिमा के बोबे दबा दिये... बूढ़े लाला को जोश थोड़ा ज्यादा आ गया था इसलिए बोबे थोड़ा जोर से ही दब गये और फातिमा के मुंह से एक हल्की चीख निकल गयी..आज लाला बहुत वक्त बाद दुबारा फातिमा से मिला था..इन दिनों रोजी के घर अच्छे खाने-पीने से फातिमा काफी निखर चुकी थी और उसके बोबे भी कुछ बड़े और टाईट हो गये थे..इससे लाला और भी ज्यादा उतेजित हो गया, उधर लैला भी अब मैदान में आ गया और उसने लाला का लंड ऊसकी धोती के ऊपर से ही पकड़ लिया और बोली= प्यारे लालाजी कपड़े उतारो न और आपके लिंग के दर्शन करवाओ न, इसका प्रसाद मेरे मुंह में दो न...यह कहकर लैला खुद उसकी धोती उतारने लगी...जिसमे फातिमा भी मदद करने लगी...धोती उतरी तो लाला ने निचे एक लम्बा सा कच्छा पहना हुआ था जेसे ग्रामीण लोग पहनते है... कच्छे में लाला का 6 इंच का लंड फनफना रहा था मानो कोई खूंखार सांप हो जैसे.. लाला अब मोना को ताक रहा था, दरअसल लाला को उसका एक दोस्त बताया करता था की लौंडो की गांड मारने में किसी कमसिन चूत से भी ज्यादा मजा आता है..उस दोस्त ने काफी लौंडो की गांड मारी हुई थी, लेकिन वो दोस्त शहर का था, उसकी बातें सून-सुनकर लाला को किसी लौंडे की गांड मारने की बहुत इन्छा हो रखी थी, लेकिन कोई लौंडा मिले तब न, गाँव में दो-तीन बदनाम लड़के थे लेकिन वो सब बेकार थे और लाला को तंग भी कर सकते थे, लेकिन आज उसको किन्नर लैला और यह मोना मिला था..जिसको देखकर लाला का लंड काफी उतेजित था और फुंकार भी रहा था... तभी लैला और फातिमा ने मिलकर लाला का कच्छा और बनियान भी उतार ली,, लाला अब एकदम नंगा था..उसका शरीर अनिल कपूर की तरह किसी रींछ की तरह ही बालों से भरा हुआ था और लंड उसका करीब 6 इंच का तैयार होकर 90 डिग्री के कोण पर खड़ा हुआ था..
तभी लैला ने मोना को बोला—मोना चल आजा और अपने मालिक को खुश कर अच्छे से बेटा कोई शिकायत न रहे मालिक को हमसे ध्यान रखना तूम इसका...अब मोना बेड से कूदकर लाला के गले लग गयी,,,,दोस्तों इस वक्त मोना ने काले रंग की नेट वाला एक घाघरा पहनी हुई थी, ऊपर एकदम कसा हुआ टाइट बैकलेस ब्लाउज पहना हुआ था..इसके अलावा उसने अपने सिर पर लंबे बालों के लिए एक विग पहनी थी हालांकि उसके असली बाल भी काफी बड़े थे...हाथों में ब्लैक कलर की कांच की चूड़ियां पहनी थीं...कानों में बड़े वाले इयरिंग थे....उसने मेहरून कलर की लिपस्टिक लगाई हुई थी और हाई हिल्स पहन रखी थीं.. वो किसी कमसिन दुल्हन जेसी लग रही थी..ऊपर से उसकी पतली कमर और चौड़ी चौड़ी गांड लाला को दीवाना बना रही थी...अब नंगे लाला ने उसकी पतली कमर को अपने दोनों हाथो से थाम लिया और कमर से लाला का हाथ उसकी चौड़ी गांड तक पहुंच गया था...लाला अब दोनों हाथो से उसकी मखमली मुलायम नरम गांड को दबाने लगा.. मोना सेक्सी सिसकिया और आहें भर-भर के लाला को और भी उतेजित करके उकसाने लगी..इसी बीच लैला निचे अपने घुटनों पर बैठ गयी और लाला का खड़ा लंड अपने मुंह में भर लिया और बड़े ही शानदार तरीके से चूसने लगी...
दोस्तों ग्रामीण इलाको में औरते लंड बहुत ही कम चूसती है और बहुत ज्यादा ही नाटक करती है, लाला ने अपना लंड बहुत ही कम चुसवाया हुआ था, लेकिन आज लैला बिल्कुल ही मस्त और शानदार तरीके से उसका लंड चूस रही थी साथ ही लाला के अंडकोष को सहला रही थी और गांड की मसाज सी कर रही थी.. आज लाला को वाकई में अलग ही मजा आ रहा था..तभी मोना लाला के होंठों को अपने रसीले होंठों से चूमने लगी.... उन दोनों का यह चुम्मन कुछ मिनट तक बेताबी से चला... लाला को उसके कमसिन व रसीले होंठ चूसकर मजा आ गया.. इधर अब फातिमा से भी रुका नही जा रहा था तो वो भी लाला के पीछे से लिपट गयी और लाला की रींछ सी पीठ को चूमने लगी चाटने लगी...फातिमा की बड़ी-बड़ी चुन्चिया लाला की पीठ पर रगड़ खा रही थी..इससे लाला और फातिमा दोनों को ही मजा आ रहा था... फातिमा अपने बड़े बूब्स लाला की पीठ पर रगड़ रही थी..
फिर तभी लाला ने मोना का ब्लाउज अपने हाथों से पकड़ा और उसके कंधे से नीचे खींच दिया...निचे मोना ने एक काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी,फिर लाला उसकी गर्दन को चूमने लगा...इधर लैला लगातार उसका लंड बड़े ही मस्त अंदाज में चूस रही थी और कभी कभी उसकी गोलियां भी चूस रही थी..कमरा हवस की तपन से गरमा सा गया था और कुछ शरीर की गर्मी..सबके बदन तपने लगे थे..तभी लैला ने लाला की गांड को अच्छे से मसलना शुरू कर दिया इससे लाला को बड़ा ही मजा आने लगा था...अब लाला ने जल्द से मोना का ब्लाउज उतार कर फेंक दिया और अपने हाथों से मोना के बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा...लेकिन यह क्या....मोना के तो बूब्स नकली थे ब्रा में कपड़ा डाल के बनाये हुए थे, तो मोना ने वो सब उतार फेंका और फिर लाला को चूमकर बोली—पापाजी आप मेरे बूब अब चुसो न..लाला को पापाजी सुनकर अजीब लगा लेकिन सेक्स के नशे में उसने ध्यान नही दिया..बिल्कुल ही किसी निम्बू जेसे थे उसके बूब्स...लेकिन लाला ने तुरंत उसके बूब्स को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा... लाला का पूरा लंड लैला की लार से सन गया था...और चमकने लगा था,लैला किसी रंडी के जैसे उसके लंड को चाटने लगा था...अब लैला को भी उसका लंड चाटने में मज़ा आने लगा था और वो उसके छोटे लंड पर अपनी जीभ घुमाए जा रहा था...वह भी पागल सा हो गया था... उसे भी सेक्स चढ़ गया था.. लैला अब लाला का लंड चाटते चाटते उसके लंड के टट्टे भी चाटने और चूसने लगा था...इससे लाला को मानो जन्नत का मजा आने लगा था...सच में ही यार बहुत ही मस्त तरीके से चूस रही थी हमारी लैला उस लाला का लंड,अब तक लैला काफी अन्दर तक उसके लंड को लेकर चूसने लगा था...
उधर लाला ने फ्रेंच किस अभी भी किया हुआ था इससे मोना का साँस रुकने लगा तो उसने चुम्बन तोड़ा और गहरी साँस ली, तभी लाला ने फिर से एक झटके से मोना के होंठों को अपने होंठों के बीच में ले लिया और लिपलोक यानि की फ्रेंच किस करने लगे..बस… किसी को इस तरह से फ्रैंच-किस करने वाला मर्द मिल जाए तो सहवास में मिलने वाले आनन्द का ठिकाना ही नहीं रहता..अब सेक्सी कमसिन मोना आनन्द के समंदर में गोते लगाने लगी... हालाँकि वो नाटक ज्यादा कर रही थी क्यूंकि वो काफी बार अपनी गांड मरवा चुकी थी..वे दोनों एक दूजे की जीभ से जीभ टकराते और चूमने लगे थे...फिर लाला ने मोना की जीभ को अपने होंठों के बीच में ले लिया और खींच कर चूसते रहे...वे मोना के मुँह में जीभ फिराते और बाहर निकालते वक्त होंठों को अपने होंठों के बीच में भरकर चूस कर होंठों को रस निचोड़ लेते...अपने एक रात के नये पापाजी के साथ यह सेक्स सुख भोगकर अब तो मोना अब वाकई में ही उत्तेजित होने लगी थी...वो भी लाला के बालों में और पीठ पर हाथ फेरने लगी...सिसकिया लेने लगी..आहे भरने लगी..इससे उतेजित होकर लालाजी उसकी चूचियों पर बुरी तरह टूट पड़े. मोना की चूचियां बड़ी तो नहीं थीं, निम्बू जेसी ही थी पर दबाने लायक मस्त थीं....वे एक हाथ की दो उंगलियों से उसके एक निप्पल को दबाने लगे...निप्पल को वह अपनी उंगलियों और अंगूठे के बीच में भर कर उमेठते, तो बस मोना चिंहुक उठती...इस बीच लैला को पेशाब लगा तो लाला ने उसको छत पर ही मुतने की जगह बतादी तो लैला उसका लंड छोड़कर मुतने चली गयी..तो ऊसकी जगह अब फातिमा ने सम्भाल ली और लाला का लंड चूसने लगी..उसके नाजुक व गरम मुंह में जाकर लाला का लंड और भी फूलने लगा.. लाला के लंड से 2-4 बूंद वीर्य निकल गया और फातिमा के मुंह को मजा आ गया, इसी बीच लाला और मोना का दूसरे बूब और निप्पल को जीभ से चाटते और चूसने लग गया.. जिसको बीच-बीच में दांत से हल्के हल्के काट भी लेते..इससे मोना के मूंह से चीख सी निकल जा रही थी..इधर यह सब देखकर फातिमा की भी चड्डी गीली होने लगी थी..फातिमा और मोना दोनों ही अब पूरी तरह मदहोश होती जा रही थी...सेक्स का नशा होता ही ऐसा ही है दोस्तों...
मोना के बूब्स की अब तक की यह सबसे यादगार चुसाई थी. इससे उसको स्त्री होने का संपूर्ण अहसास हो रहा था...अब लाला ने मोना की कमर और पेट को भी जोर से मसलना शुरू कर दिया था.... लाला का साथ देते हुए मोना ने भी उनके सीने पर हाथ फेरना शुरू किया.. तभी फातिमा बोली—लालाजी आप मेरी छाती चुसो न और इससे लंड चुसवाओ न.. लाला भी मोना के मुंह में अपना लंड देना चाहता था, लाला ने मोना को बोला—आओ बेटी पापा का लंड चुसो न अपने.. अब शर्माती हुई(नाटक कर रही थी रोलप्ले के लिए) मोना ने लाला के लंड को पकड़ लिया. लाला ने मोना को अपना लंड चूसने का इशारा किया तो मोना ने झट से उनके 6 इंच के लंड को अपने नाजुक पतले हाथ में ले लिया...उसने फातिमा और लैला के चूसे हुए लौड़े की चमड़ी पीछे करते हुए सुपारे को निकाल लिया...लंड के मुहाने पर प्री-कम की कुछ बूंदें छलक रही थीं...उन्हें मोना ने बड़ी ही अदा से उस वीर्य को अपनी जीभ से चाटा तो लाला आह भरने लगे...(मोना को लंड चूसने वीर्य और पेशाब पीने का बहुत ज्यादा शौक था) अब मोना ने होंठों के बीच में सुपारे को रखकर चूसना शुरू किया..एक हाथ से मोना उनके बॉल्स सहलाने लगी, तो दूसरे हाथ से उनके हिप्स भी मसलने लगी...वे बस ‘आह उहं हम्म … यस मेरी बेटी …’ कहने लगे...लाला को भी अब मोना को बेटी बोलने से मजा आ रहा था...मोना अब धीरे-धीरे लंड को मुँह के अन्दर लेने लगी और 6 इंच का पूरा लंड मेरे गले तक समा गया...हालांकि उनका लंड ज्यादा बड़ा नहीं था... मोना इससे भी बड़े और मोटे लंड से चुद चुकी थी... लेकिन उस बूढ़े का प्यार करने का तरीका बहुत अच्छा था...वे बिल्कुल उसको अपनी बेटी की तरह ट्रीट कर रहे थे...यह बात मोना को बहुत अच्छी लगी और उसने ने भी लाला को एक सुयोग्य बेटी की तरह पूरा प्यार देने की ठान ली...अब वे मोना के बाल पकड़ कर उसके मुँह को चोदने लगे...कुछ मिनट के बाद उन्होंने स्पीड बढ़ाई तो मोना ने उनको रोकते हुए कहा- पापा जब आपका वीर्य निकलने लगे, तब पूरा गले के अन्दर कर देना ताकि वीर्य की एक बूंद भी व्यर्थ नहीं जाए.,.बस मोना का सिर्फ ये कहना था कि पापा का जोश तो दोगुना हो गया...अब तो वे सौ की स्पीड से मुँह चोदने लगे...तकरीबन 2 मिनट की जोरदार मुँह चुदाई के बाद उन्होंने पूरा गले तक ठूंस दिया तो मोना समझ गई कि अब मेरा गला वीर्य रूपी अमृत से तर होने वाला है...अगले ही पल उनकी जोरदार पिचकारियां मेरे गले को तर करने लगीं... मोना ने अपने मुंह को थोड़ा पीछे खींचा ताकि थोड़ा सा वीर्य जीभ पर भी ले सकूं...लेकिन इससे लाला का काफी दिनों से जमा हुआ वीर्य उसके मुंह और उसकी छाती पर गिर गया .. लेकिन बूढ़े लाला के वीर्य को टेस्ट अच्छा था और वीर्य गाढ़ा भी था..तभी फातिमा मोना के करीब आ गयी और मोना के फेस से वीर्य को किसी कुतियाँ की तरह चाटने लगी, मोना ने जीभ पर लगा वीर्य मुँह में ही रखा और उसे पूरे मुँह में गोल गोल घुमाती रही... लाला के लंड मुंह से निकालने के बाद मोना ने शरारत भरे लहजे में आंख मारते हुए उन्हें अपने मुँह में लगा हुआ वीर्य दिखाया तो वे मेरी इस अदा पर निहाल हो गए....अब मोना की ड्यूटी उनका लंड फिर से खड़ा करने की थी....तभी लैला मुतकर वापस आ गयी और उनका सीन देखकर वो समझ गयी की लाला का पानी छुट गया है, तभी लैला भी मोना के करीब आकर उसकी बॉडी पर लगा हुआ लाला का वीर्य चाटने लगी,, लाला के काफी वीर्य निकला था आज.. यह सब करके लैला सोचने लगी अब इस बूढ़े लाला को फिर से तैयार करना होगा...
उसको एक आईडिया आया और उसने फातिमा के पास जाकर उसको अपनी बांहों में जकड़ लिया....इससे उन दोनों की छातियाँ आपस में टकराने लगी,लैला की छाती बहुत ज्यादा टाईट थी यह फातिमा को महसूस हो गया था अब..तभी फातिमा को लैला की सलवार में बना हुआ तम्बू महसूस हुआ जो किसी बड़े लंड जेसा लग रहा था..फातिमा मस्त हो गयी उस किन्नर का बड़ा सा लंड महसूस करके.. लैला ने धीरे से फातिमा को बोला की अपने कपड़े उतार दो न फातिमा और जवानी के मजे लो न बहना आ जाओ और लैला ने उसकी सलवार का नाड़ा खोल लिया और सलवार निचे उतारने लगी तो फातिमा भी उसकी कमीज को खोलने लगी..इसी बीच मोना लाला की गोद में आकर बैठ गयी..मोना ने फिर लाला को चूमना शुरू कर दिया..लाला भी उसको चूमने लगा.. इस बीच फातिमा को लैला ने पूरा नंगा कर दिया था..सांवली फातिमा की बड़ी-बड़ी चुन्चिया बड़े ही सेक्सी तरीके से झूले खा रही थी..इधर लैला ऊपर से नंगी थी यानि सिर्फ सलवार ही पहनी हुई थी,उसके बड़े बूब्स भी अब नंगे हो चुके थे.. उन दोनों की छातियाँ देखकर लाला का लंड फिर से मचलने लगा था..यही तो मोना चाहती थी..क्यूंकि अब मोना की गांड में मीठी सी खूजली आने लगी थी, जो कोई लंड ही शांत कर सकता था..मोना ने अब लाला की एक जोरदार चुम्मी ले ली,, लाला का लंड भी अब दुबारा उठने लगा था..लाला ने मोना को पूरा नंगा होने को बोला तो मोना बोली=पापाजी आप ही उतारो न मेरा घाघरा और चड्डी मुझको शरम आती है..मोना के ऐसे नाटक करके बोलने से लाला को बहुत मजा आ रहा था...दरअसल लाला ने आजतक पैसे देकर ही रंडिया चोदी थी जो टांगे चौड़ी करके लेट जाती थी..इस तरह मजा मस्ती और रोलप्ले करके लाला ने कभी चूदाई नहीं की हुई थी, लाला की बीबी भी ठंडी थी और बहुत ज्यादा मोटी भी बस वैसे ही नाम का ही सेक्स करती थी.. आज लाला को ऐसे सेक्स करके बहुत ज्यादा मजा आ रहा था,खासतौर से मोना का पापाजी बोलना.. इससे उसका लंड फिर से खड़ा हो गया था.. अब लाला ने भी किसिंग में मोना का साथ देना शुरू किया और अपने हाथो से उसकी चोड़ी गांड को जोर से दबाया तो मोना चिल्लाई और बोली - आअह उफ्फ पापा… दर्द होता है ऐसे मत करो न पापा उह उह आहा अह्ह्ह्ह...प्लीज धीरे दबाओ न पापा.. लाला ने कहा- हाँ मेरी बच्ची मोनु… आअहह आई लव यू उउम्म … आह्ह्ह … आअहह उफ्फ … उम्म … मुउह्ह्ह्हा! और फिर लाला ने उसका निम्बू जेसे बूब्स चूसने लगा ...!!!!!
*--------*---------*-----------*
क्या फातिमा एक किन्नर से सेक्स के लिए मान जायेगी....??
चार जने हो चुके थे वो, लेकिन लाला सोच रहा था की क्या फातिमा एक किन्नर से सेक्स के लिए मान जायेगी....??
लाला बोला – लेकिन फातिमा आज तो सामान काफी लेना पड़ेगा तुमको, दो-दो सामान है आज तो यहाँ सोच लो थैला फट न जाये तुम्हारा….? फातिमा- आज तो तमन्ना है की मेरा थैला फाड़ ही दो ना आप लालाजी !! इस तरह उतेजित फातिमा को देखकर लाला का लंड उसकी धोती में तम्बू बनाने लगा, जो फातिमा से छुपा नही और फातिमा ने लाला का लंड धोती के ऊपर से पकड़ लिया,लाला का 6 इंच का लंड जवान फातिमा का हाथ लगते ही फुंकारने लगा...अब लाला भी खुल गया और फातिमा को दबोचकर किस करने लगा,आज फातिमा अच्छे से संवरी हुई थी और मेकअप भी किया हुआ था..इस वजह से भी लाला का मन आ गया था उसपर, तभी लाला को याद आया की ऊपर कमरे में दो छक्के लैला और उसका चेला मोना उसका ही इन्तजार कर रहे है..तो लाला ने फातिमा को ऊपर चलने का बोला,लाला बाहर दुकान का दरवाजा बंद करने चला गया.. फातिमा तो यही चाहती थी और वो जल्दी से सीढ़ियों पर चढ़कर ऊपर गई तो आगे लैला और मोना बिस्तर पर बैठे हुए थे..उसको देखकर लैला तो खुश हुई,, लेकिन मोना सकपका गया..क्यूंकि उसको अभी की कहानी मालूम नहीं थी.. फिर मोना को लैला ने एक इशारा किया तो वो समझ गया कि फातिमा भी मजे लेने आई है..फातिमा और लैला की आँखे मिली दोनों एक-दुसरे को देखकर मुस्कराई... फातिमा खड़ी थी और लैला नीचे बैठी हुई थी इससे फातिमा को लैला के कबूतर यानि बूब्स दिखाई देने लगे जो बहुत ही सेक्सी और बड़े-बड़े थे... तभी लैला ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और बोली- मैं लैला हूँ बहन...एक किन्नर, और यह मोना है अभी तो लड़का ही है, लेकिन जल्द ही यह भी किन्नर बने जायेगा..फिर फातिमा एक भरपूर नजर से उस मासूम और कमसिन मात्र 20 साल के खुबसूरत मोना को देखा..उफ्फ्फ मोना के होंठ बड़े ही सेक्सी थे और उसकी पतली कमर और चौड़ी गांड कमाल लग रही थी... मोना ने एक घाघरा-चोली पहना हुआ था...तभी लैला ने फातिमा को हल्का सा बेड पर खिंचा और अपने पास बैठा लिया, आज सेक्स की अगन में चूर फातिमा की हालत बहुत खराब थी, उसकी चूत जेसे कोई हलवाई की भट्टी बन चुकी थी..लैला उसकी कमर पर अपना हाथ रखकर सहलाने लगी.. फातिमा को उसका हाथ अजीब सा लग रहा था..मानो कोई मर्द का हाथ हो और एक अजीब सा मजा भी आ रहा था, उसको लैला के यूँ सहलाने से मसाज जेसा फील हो रहा था..तभी लाला ऊपर आ गया..उसने आते ही कमरे का दरवाजा बंद किया ताकि कोई आवाज बाहर न जाये, फिर लाला ने फातिमा को अपनी बाँहों में जकड़ लिया और एक जोरदार चुम्मी ली.. साथ ही एक हाथ से फातिमा के बोबे दबा दिये... बूढ़े लाला को जोश थोड़ा ज्यादा आ गया था इसलिए बोबे थोड़ा जोर से ही दब गये और फातिमा के मुंह से एक हल्की चीख निकल गयी..आज लाला बहुत वक्त बाद दुबारा फातिमा से मिला था..इन दिनों रोजी के घर अच्छे खाने-पीने से फातिमा काफी निखर चुकी थी और उसके बोबे भी कुछ बड़े और टाईट हो गये थे..इससे लाला और भी ज्यादा उतेजित हो गया, उधर लैला भी अब मैदान में आ गया और उसने लाला का लंड ऊसकी धोती के ऊपर से ही पकड़ लिया और बोली= प्यारे लालाजी कपड़े उतारो न और आपके लिंग के दर्शन करवाओ न, इसका प्रसाद मेरे मुंह में दो न...यह कहकर लैला खुद उसकी धोती उतारने लगी...जिसमे फातिमा भी मदद करने लगी...धोती उतरी तो लाला ने निचे एक लम्बा सा कच्छा पहना हुआ था जेसे ग्रामीण लोग पहनते है... कच्छे में लाला का 6 इंच का लंड फनफना रहा था मानो कोई खूंखार सांप हो जैसे.. लाला अब मोना को ताक रहा था, दरअसल लाला को उसका एक दोस्त बताया करता था की लौंडो की गांड मारने में किसी कमसिन चूत से भी ज्यादा मजा आता है..उस दोस्त ने काफी लौंडो की गांड मारी हुई थी, लेकिन वो दोस्त शहर का था, उसकी बातें सून-सुनकर लाला को किसी लौंडे की गांड मारने की बहुत इन्छा हो रखी थी, लेकिन कोई लौंडा मिले तब न, गाँव में दो-तीन बदनाम लड़के थे लेकिन वो सब बेकार थे और लाला को तंग भी कर सकते थे, लेकिन आज उसको किन्नर लैला और यह मोना मिला था..जिसको देखकर लाला का लंड काफी उतेजित था और फुंकार भी रहा था... तभी लैला और फातिमा ने मिलकर लाला का कच्छा और बनियान भी उतार ली,, लाला अब एकदम नंगा था..उसका शरीर अनिल कपूर की तरह किसी रींछ की तरह ही बालों से भरा हुआ था और लंड उसका करीब 6 इंच का तैयार होकर 90 डिग्री के कोण पर खड़ा हुआ था..
तभी लैला ने मोना को बोला—मोना चल आजा और अपने मालिक को खुश कर अच्छे से बेटा कोई शिकायत न रहे मालिक को हमसे ध्यान रखना तूम इसका...अब मोना बेड से कूदकर लाला के गले लग गयी,,,,दोस्तों इस वक्त मोना ने काले रंग की नेट वाला एक घाघरा पहनी हुई थी, ऊपर एकदम कसा हुआ टाइट बैकलेस ब्लाउज पहना हुआ था..इसके अलावा उसने अपने सिर पर लंबे बालों के लिए एक विग पहनी थी हालांकि उसके असली बाल भी काफी बड़े थे...हाथों में ब्लैक कलर की कांच की चूड़ियां पहनी थीं...कानों में बड़े वाले इयरिंग थे....उसने मेहरून कलर की लिपस्टिक लगाई हुई थी और हाई हिल्स पहन रखी थीं.. वो किसी कमसिन दुल्हन जेसी लग रही थी..ऊपर से उसकी पतली कमर और चौड़ी चौड़ी गांड लाला को दीवाना बना रही थी...अब नंगे लाला ने उसकी पतली कमर को अपने दोनों हाथो से थाम लिया और कमर से लाला का हाथ उसकी चौड़ी गांड तक पहुंच गया था...लाला अब दोनों हाथो से उसकी मखमली मुलायम नरम गांड को दबाने लगा.. मोना सेक्सी सिसकिया और आहें भर-भर के लाला को और भी उतेजित करके उकसाने लगी..इसी बीच लैला निचे अपने घुटनों पर बैठ गयी और लाला का खड़ा लंड अपने मुंह में भर लिया और बड़े ही शानदार तरीके से चूसने लगी...
दोस्तों ग्रामीण इलाको में औरते लंड बहुत ही कम चूसती है और बहुत ज्यादा ही नाटक करती है, लाला ने अपना लंड बहुत ही कम चुसवाया हुआ था, लेकिन आज लैला बिल्कुल ही मस्त और शानदार तरीके से उसका लंड चूस रही थी साथ ही लाला के अंडकोष को सहला रही थी और गांड की मसाज सी कर रही थी.. आज लाला को वाकई में अलग ही मजा आ रहा था..तभी मोना लाला के होंठों को अपने रसीले होंठों से चूमने लगी.... उन दोनों का यह चुम्मन कुछ मिनट तक बेताबी से चला... लाला को उसके कमसिन व रसीले होंठ चूसकर मजा आ गया.. इधर अब फातिमा से भी रुका नही जा रहा था तो वो भी लाला के पीछे से लिपट गयी और लाला की रींछ सी पीठ को चूमने लगी चाटने लगी...फातिमा की बड़ी-बड़ी चुन्चिया लाला की पीठ पर रगड़ खा रही थी..इससे लाला और फातिमा दोनों को ही मजा आ रहा था... फातिमा अपने बड़े बूब्स लाला की पीठ पर रगड़ रही थी..
फिर तभी लाला ने मोना का ब्लाउज अपने हाथों से पकड़ा और उसके कंधे से नीचे खींच दिया...निचे मोना ने एक काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी,फिर लाला उसकी गर्दन को चूमने लगा...इधर लैला लगातार उसका लंड बड़े ही मस्त अंदाज में चूस रही थी और कभी कभी उसकी गोलियां भी चूस रही थी..कमरा हवस की तपन से गरमा सा गया था और कुछ शरीर की गर्मी..सबके बदन तपने लगे थे..तभी लैला ने लाला की गांड को अच्छे से मसलना शुरू कर दिया इससे लाला को बड़ा ही मजा आने लगा था...अब लाला ने जल्द से मोना का ब्लाउज उतार कर फेंक दिया और अपने हाथों से मोना के बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा...लेकिन यह क्या....मोना के तो बूब्स नकली थे ब्रा में कपड़ा डाल के बनाये हुए थे, तो मोना ने वो सब उतार फेंका और फिर लाला को चूमकर बोली—पापाजी आप मेरे बूब अब चुसो न..लाला को पापाजी सुनकर अजीब लगा लेकिन सेक्स के नशे में उसने ध्यान नही दिया..बिल्कुल ही किसी निम्बू जेसे थे उसके बूब्स...लेकिन लाला ने तुरंत उसके बूब्स को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा... लाला का पूरा लंड लैला की लार से सन गया था...और चमकने लगा था,लैला किसी रंडी के जैसे उसके लंड को चाटने लगा था...अब लैला को भी उसका लंड चाटने में मज़ा आने लगा था और वो उसके छोटे लंड पर अपनी जीभ घुमाए जा रहा था...वह भी पागल सा हो गया था... उसे भी सेक्स चढ़ गया था.. लैला अब लाला का लंड चाटते चाटते उसके लंड के टट्टे भी चाटने और चूसने लगा था...इससे लाला को मानो जन्नत का मजा आने लगा था...सच में ही यार बहुत ही मस्त तरीके से चूस रही थी हमारी लैला उस लाला का लंड,अब तक लैला काफी अन्दर तक उसके लंड को लेकर चूसने लगा था...
उधर लाला ने फ्रेंच किस अभी भी किया हुआ था इससे मोना का साँस रुकने लगा तो उसने चुम्बन तोड़ा और गहरी साँस ली, तभी लाला ने फिर से एक झटके से मोना के होंठों को अपने होंठों के बीच में ले लिया और लिपलोक यानि की फ्रेंच किस करने लगे..बस… किसी को इस तरह से फ्रैंच-किस करने वाला मर्द मिल जाए तो सहवास में मिलने वाले आनन्द का ठिकाना ही नहीं रहता..अब सेक्सी कमसिन मोना आनन्द के समंदर में गोते लगाने लगी... हालाँकि वो नाटक ज्यादा कर रही थी क्यूंकि वो काफी बार अपनी गांड मरवा चुकी थी..वे दोनों एक दूजे की जीभ से जीभ टकराते और चूमने लगे थे...फिर लाला ने मोना की जीभ को अपने होंठों के बीच में ले लिया और खींच कर चूसते रहे...वे मोना के मुँह में जीभ फिराते और बाहर निकालते वक्त होंठों को अपने होंठों के बीच में भरकर चूस कर होंठों को रस निचोड़ लेते...अपने एक रात के नये पापाजी के साथ यह सेक्स सुख भोगकर अब तो मोना अब वाकई में ही उत्तेजित होने लगी थी...वो भी लाला के बालों में और पीठ पर हाथ फेरने लगी...सिसकिया लेने लगी..आहे भरने लगी..इससे उतेजित होकर लालाजी उसकी चूचियों पर बुरी तरह टूट पड़े. मोना की चूचियां बड़ी तो नहीं थीं, निम्बू जेसी ही थी पर दबाने लायक मस्त थीं....वे एक हाथ की दो उंगलियों से उसके एक निप्पल को दबाने लगे...निप्पल को वह अपनी उंगलियों और अंगूठे के बीच में भर कर उमेठते, तो बस मोना चिंहुक उठती...इस बीच लैला को पेशाब लगा तो लाला ने उसको छत पर ही मुतने की जगह बतादी तो लैला उसका लंड छोड़कर मुतने चली गयी..तो ऊसकी जगह अब फातिमा ने सम्भाल ली और लाला का लंड चूसने लगी..उसके नाजुक व गरम मुंह में जाकर लाला का लंड और भी फूलने लगा.. लाला के लंड से 2-4 बूंद वीर्य निकल गया और फातिमा के मुंह को मजा आ गया, इसी बीच लाला और मोना का दूसरे बूब और निप्पल को जीभ से चाटते और चूसने लग गया.. जिसको बीच-बीच में दांत से हल्के हल्के काट भी लेते..इससे मोना के मूंह से चीख सी निकल जा रही थी..इधर यह सब देखकर फातिमा की भी चड्डी गीली होने लगी थी..फातिमा और मोना दोनों ही अब पूरी तरह मदहोश होती जा रही थी...सेक्स का नशा होता ही ऐसा ही है दोस्तों...
मोना के बूब्स की अब तक की यह सबसे यादगार चुसाई थी. इससे उसको स्त्री होने का संपूर्ण अहसास हो रहा था...अब लाला ने मोना की कमर और पेट को भी जोर से मसलना शुरू कर दिया था.... लाला का साथ देते हुए मोना ने भी उनके सीने पर हाथ फेरना शुरू किया.. तभी फातिमा बोली—लालाजी आप मेरी छाती चुसो न और इससे लंड चुसवाओ न.. लाला भी मोना के मुंह में अपना लंड देना चाहता था, लाला ने मोना को बोला—आओ बेटी पापा का लंड चुसो न अपने.. अब शर्माती हुई(नाटक कर रही थी रोलप्ले के लिए) मोना ने लाला के लंड को पकड़ लिया. लाला ने मोना को अपना लंड चूसने का इशारा किया तो मोना ने झट से उनके 6 इंच के लंड को अपने नाजुक पतले हाथ में ले लिया...उसने फातिमा और लैला के चूसे हुए लौड़े की चमड़ी पीछे करते हुए सुपारे को निकाल लिया...लंड के मुहाने पर प्री-कम की कुछ बूंदें छलक रही थीं...उन्हें मोना ने बड़ी ही अदा से उस वीर्य को अपनी जीभ से चाटा तो लाला आह भरने लगे...(मोना को लंड चूसने वीर्य और पेशाब पीने का बहुत ज्यादा शौक था) अब मोना ने होंठों के बीच में सुपारे को रखकर चूसना शुरू किया..एक हाथ से मोना उनके बॉल्स सहलाने लगी, तो दूसरे हाथ से उनके हिप्स भी मसलने लगी...वे बस ‘आह उहं हम्म … यस मेरी बेटी …’ कहने लगे...लाला को भी अब मोना को बेटी बोलने से मजा आ रहा था...मोना अब धीरे-धीरे लंड को मुँह के अन्दर लेने लगी और 6 इंच का पूरा लंड मेरे गले तक समा गया...हालांकि उनका लंड ज्यादा बड़ा नहीं था... मोना इससे भी बड़े और मोटे लंड से चुद चुकी थी... लेकिन उस बूढ़े का प्यार करने का तरीका बहुत अच्छा था...वे बिल्कुल उसको अपनी बेटी की तरह ट्रीट कर रहे थे...यह बात मोना को बहुत अच्छी लगी और उसने ने भी लाला को एक सुयोग्य बेटी की तरह पूरा प्यार देने की ठान ली...अब वे मोना के बाल पकड़ कर उसके मुँह को चोदने लगे...कुछ मिनट के बाद उन्होंने स्पीड बढ़ाई तो मोना ने उनको रोकते हुए कहा- पापा जब आपका वीर्य निकलने लगे, तब पूरा गले के अन्दर कर देना ताकि वीर्य की एक बूंद भी व्यर्थ नहीं जाए.,.बस मोना का सिर्फ ये कहना था कि पापा का जोश तो दोगुना हो गया...अब तो वे सौ की स्पीड से मुँह चोदने लगे...तकरीबन 2 मिनट की जोरदार मुँह चुदाई के बाद उन्होंने पूरा गले तक ठूंस दिया तो मोना समझ गई कि अब मेरा गला वीर्य रूपी अमृत से तर होने वाला है...अगले ही पल उनकी जोरदार पिचकारियां मेरे गले को तर करने लगीं... मोना ने अपने मुंह को थोड़ा पीछे खींचा ताकि थोड़ा सा वीर्य जीभ पर भी ले सकूं...लेकिन इससे लाला का काफी दिनों से जमा हुआ वीर्य उसके मुंह और उसकी छाती पर गिर गया .. लेकिन बूढ़े लाला के वीर्य को टेस्ट अच्छा था और वीर्य गाढ़ा भी था..तभी फातिमा मोना के करीब आ गयी और मोना के फेस से वीर्य को किसी कुतियाँ की तरह चाटने लगी, मोना ने जीभ पर लगा वीर्य मुँह में ही रखा और उसे पूरे मुँह में गोल गोल घुमाती रही... लाला के लंड मुंह से निकालने के बाद मोना ने शरारत भरे लहजे में आंख मारते हुए उन्हें अपने मुँह में लगा हुआ वीर्य दिखाया तो वे मेरी इस अदा पर निहाल हो गए....अब मोना की ड्यूटी उनका लंड फिर से खड़ा करने की थी....तभी लैला मुतकर वापस आ गयी और उनका सीन देखकर वो समझ गयी की लाला का पानी छुट गया है, तभी लैला भी मोना के करीब आकर उसकी बॉडी पर लगा हुआ लाला का वीर्य चाटने लगी,, लाला के काफी वीर्य निकला था आज.. यह सब करके लैला सोचने लगी अब इस बूढ़े लाला को फिर से तैयार करना होगा...
उसको एक आईडिया आया और उसने फातिमा के पास जाकर उसको अपनी बांहों में जकड़ लिया....इससे उन दोनों की छातियाँ आपस में टकराने लगी,लैला की छाती बहुत ज्यादा टाईट थी यह फातिमा को महसूस हो गया था अब..तभी फातिमा को लैला की सलवार में बना हुआ तम्बू महसूस हुआ जो किसी बड़े लंड जेसा लग रहा था..फातिमा मस्त हो गयी उस किन्नर का बड़ा सा लंड महसूस करके.. लैला ने धीरे से फातिमा को बोला की अपने कपड़े उतार दो न फातिमा और जवानी के मजे लो न बहना आ जाओ और लैला ने उसकी सलवार का नाड़ा खोल लिया और सलवार निचे उतारने लगी तो फातिमा भी उसकी कमीज को खोलने लगी..इसी बीच मोना लाला की गोद में आकर बैठ गयी..मोना ने फिर लाला को चूमना शुरू कर दिया..लाला भी उसको चूमने लगा.. इस बीच फातिमा को लैला ने पूरा नंगा कर दिया था..सांवली फातिमा की बड़ी-बड़ी चुन्चिया बड़े ही सेक्सी तरीके से झूले खा रही थी..इधर लैला ऊपर से नंगी थी यानि सिर्फ सलवार ही पहनी हुई थी,उसके बड़े बूब्स भी अब नंगे हो चुके थे.. उन दोनों की छातियाँ देखकर लाला का लंड फिर से मचलने लगा था..यही तो मोना चाहती थी..क्यूंकि अब मोना की गांड में मीठी सी खूजली आने लगी थी, जो कोई लंड ही शांत कर सकता था..मोना ने अब लाला की एक जोरदार चुम्मी ले ली,, लाला का लंड भी अब दुबारा उठने लगा था..लाला ने मोना को पूरा नंगा होने को बोला तो मोना बोली=पापाजी आप ही उतारो न मेरा घाघरा और चड्डी मुझको शरम आती है..मोना के ऐसे नाटक करके बोलने से लाला को बहुत मजा आ रहा था...दरअसल लाला ने आजतक पैसे देकर ही रंडिया चोदी थी जो टांगे चौड़ी करके लेट जाती थी..इस तरह मजा मस्ती और रोलप्ले करके लाला ने कभी चूदाई नहीं की हुई थी, लाला की बीबी भी ठंडी थी और बहुत ज्यादा मोटी भी बस वैसे ही नाम का ही सेक्स करती थी.. आज लाला को ऐसे सेक्स करके बहुत ज्यादा मजा आ रहा था,खासतौर से मोना का पापाजी बोलना.. इससे उसका लंड फिर से खड़ा हो गया था.. अब लाला ने भी किसिंग में मोना का साथ देना शुरू किया और अपने हाथो से उसकी चोड़ी गांड को जोर से दबाया तो मोना चिल्लाई और बोली - आअह उफ्फ पापा… दर्द होता है ऐसे मत करो न पापा उह उह आहा अह्ह्ह्ह...प्लीज धीरे दबाओ न पापा.. लाला ने कहा- हाँ मेरी बच्ची मोनु… आअहह आई लव यू उउम्म … आह्ह्ह … आअहह उफ्फ … उम्म … मुउह्ह्ह्हा! और फिर लाला ने उसका निम्बू जेसे बूब्स चूसने लगा ...!!!!!
*--------*---------*-----------*
Last edited: