“रवि , क्या सच में मैं तुम्हें इतनी सेक्सी लगती हूँ ? ”
“हाँ भाभी , आप बहुत सेक्सी हो.”
फिर रवि ने अपने पैंट की ज़िप खोली और तना हुआ लंड बाहर निकाल लिया.
“देखो , ये पैंट में मुझे कितना तंग कर रहा है.”
आँचल ने देखा रवि अपने छोटे और पतले से लंड को हिलाकर उसे दिखा रहा है. रवि के लंड को देखकर आँचल को सुनील के लंड का ध्यान आया , वैसा ही इसका भी है.
आँचल को अपने लंड को देखते हुए पाकर रवि बोला,” भाभी इसे चूसो. मैं आपके सेक्सी मुँह को अपना लंड चूसते हुए देखना चाहता हूँ.”
आँचल ने कुछ नही किया तो रवि उसका कंधा पकड़कर आँचल का मुँह अपने लंड की तरफ दबाने लगा.
आँचल ने अपने को छुड़ाने की कोशिश की पर रवि की मजबूत पकड़ से अपने को छुड़ा नही पाई. इससे आँचल को गुस्सा आ गया और कोई चारा ना देख , उसने रवि के गाल पर एक तमाचा जड़ दिया. तमाचा पड़ते ही रवि हक्का बक्का रह गया और उसने आँचल को छोड़ दिया.
आँचल ने देखा थप्पड़ खाने से रवि हर्ट फील कर रहा है , उसका लंड सिकुड़कर और भी छोटा हो गया.
आँचल गुस्से में बोली,” रवि तमीज़ से रहो. तुम मुझे भाभी कहते हो और मेरी कज़िन से एंगेज्ड हो , फिर भी मुझे अपना लंड दिखा रहे हो और चूसने को कह रहे हो. तुम भूल रहे हो की मैं शादीशुदा औरत हूँ. मैंने तुम्हें पहले थप्पड़ नही मारा , उसी का नतीज़ा है की तुम कंट्रोल से बाहर हो गये हो. अब तमीज़ से पेश आना मेरे साथ….”
आँचल की बात सुनकर रवि सन्न रह गया. इस सेक्सी औरत को चोदने की उसकी इच्छा पर पूरी तरह से पानी फिर गया. अपनी हरकत पर आँचल को गुस्सा होते देखकर रवि की आँखो में आँसू आ गये.
अब रवि माफी माँगने लगा,” प्लीज़ भाभी , आई ऍम वेरी सॉरी . प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो. मैं बहक गया था अपने ऊपर काबू नही रख पाया. प्लीज़ भाभी……..”
रवि के माफी माँगने से आँचल का गुस्सा शांत हो गया. रवि की आँखो में आँसू देखकर आँचल को बुरा लगा. उसका दिल पिघल गया और वो रवि के नज़दीक़ आई और उसके गालों से आँसू पोछने लगी.
“ चलो जो हुआ उसे भूल जाओ रवि. आई ऍम सॉरी टू. मैंने भी कल रात ग़लत किया था (पार्टी में रवि की ज़िप खोली थी) .
चलो जो बीत गया वो बीत गया. पुरानी बातों को भूलकर अब हम दोस्त हैं…” कहकर आँचल ने अपना हाथ रवि की तरफ बढ़ा दिया.
रवि ने देखा आँचल अपना हाथ आगे बढ़ा रही है दोस्ती के लिए. लेकिन रवि ने उससे हाथ नही मिलाया और रोने लगा.
“आई ऍम रियली सॉरी भाभी. मैं कंट्रोल नही कर पाया. आप हो ही इतनी सेक्सी. मैं क्या करता. आपके मममे कितने बड़े हैं बिल्कुल गोरे गोरे. आपका चेहरा इतना खूबसूरत है , आपके होंठ इतने रसीले हैं. आपकी बड़ी गांड देखकर मेरा मन मचल जाता है. मैं कैसे कंट्रोल करूँ…….”
जैसे एक रोते हुए बच्चे को चुप कराते हैं वैसे ही आँचल रवि के चेहरे को सहलाते हुए उसे चुप कराने की कोशिश करने लगी.
रवि सुबकते हुए आँचल के रूप का वर्णन करता रहा. की आपका ये ऐसा है , आप ऐसी हो , फलाना फलाना , ना जाने क्या क्या …..आँचल कुछ नही बोली बस उसका चेहरा सहलाते रही. वो रवि को थप्पड़ मारने से सॉरी फील कर रही थी.
अब रवि ने अपना सर आँचल के कंधे में रख दिया और अपना मुंह आँचल के ब्लाउज में रगड़ने लगा.
आँचल ने देखा रवि उसकी चूची से अपना मुंह रगड़ रहा है. आँचल ने उसका सर अपने कंधे से दूर हटाया.
लेकिन रवि ने फिर से अपना चेहरा आँचल की चूची से सटा दिया ,” प्लीज़ भाभी, एक बार अपने मममे दिखा दो. प्लीज़ सिर्फ़ एक बार. आई प्रॉमिस की सिर्फ़ देखूँगा और कुछ नही करूँगा.
प्लीज़ अपने बड़े मममे दिखा दो …”
आँचल ने देखा दो छोटे लड़के कार से कुछ दूर खड़े हैं और अपनी साइकिल रोककर कार के अंदर के नज़ारे का मज़ा ले रहे हैं और हंस रहे हैं .
आँचल समझ गयी की रवि सिर्फ़ रोने का नाटक कर रहा है और बहाने से उससे चिपक रहा है. अबकी बार आँचल ने पहले से भी तेज थप्पड़ रवि के गाल पर मारा.
थप्पड़ खाने से रवि ने आँचल को छोड़ दिया और अपनी सीट पर सीधा बैठकर अपना गाल सहलाने लगा.
“रवि , तुम बदतमीज़ी मत करो , मैं रिया को बताऊँगी…” आँचल गुस्से से बोली.
अपनी सभी चालों को असफल होता हुआ देख रवि ने हर्ट फील किया. वो समझ गया ये सेक्सी बिच मुझे कोई मौका देने वाली नही है. उसने कार स्टार्ट की और सामने की तरफ देखकर चुपचाप कार चलाने लगा. आँचल द्वारा ठुकरा दिए जाने से उसे अपनी बेइज़्ज़ती महसूस हुई और गुस्सा आ रहा था. मैं इसकी खूबसूरती पर फिदा हूँ और इसने मुझे ठुकरा दिया , …….साली सेक्सी कुतिया . मन ही मन रवि आँचल को गालियाँ देने लगा. आँचल को चोदने की उसकी आकांक्षा पर अब पानी फिर चुका था.
आँचल भी अपनी सीट पर चुपचाप बैठी थी. वो भी ह्युमिलिएटेड फील कर रही थी. ये रवि बहुत बदतमीज़ है. कहने को डॉक्टर है पर बिल्कुल मैनर्स नही हैं. बिल्कुल गवारों जैसी हरकत करता है. रवि के साथ वो अच्छे मूड से आई थी और उसे मालूम भी था की रवि उसे चोदना चाहता है. शायद वो रवि को एक मौका दे भी देती. लेकिन रवि के बिहेवियर से उसका मूड ऑफ हो गया और अब वो खुद भी हर्ट महसूस कर रही थी.
जल्दबाज़ी और उतावलापन दिखाकर रवि ने आँचल को पटाने का मौका गंवा दिया.
रेस्टोरेंट पहुचने तक दोनो में से कोई कुछ नही बोला , दोनो ही एक दूसरे से नाराज़ थे.
पार्किंग में कार लगाकर रवि कार से बाहर आ गया. वो हमेशा आँचल के लिए भी दरवाज़ा खोलता था पर इस बार गुस्से से उसने नही खोला और अपनी तरफ ही खड़ा रहा. आँचल ने कार का दरवाज़ा खोला और रवि की तरफ देखा. रवि ने अपनी नज़रें फेर ली और रेस्टोरेंट की तरफ बढ़ गया. आँचल भी उसके पीछे चलने लगी.
रेस्टोरेंट में हरप्रीत और जस्सी ने हाथ हिलाकर उनको अपनी टेबल पर बुलाया. जस्सी ने उठकर रवि से हाथ मिलाया और आँचल के गाल पे हाथ फिराया.
आँचल रवि के साथ बैठी थी और सामने जस्सी और हरप्रीत बैठे थे. जस्सी ने वेटर से बियर मँगवाई. आँचल ने बियर के लिए मना किया पर जस्सी नही माना और आँचल को एक ग्लास बियर पकड़ाकर ‘चियर्स’ बोला.
फिर बातों के दौरान जस्सी ने पूछा की आँचल के हज़्बैंड भी चंडीगढ़ आ रहे हैं क्या टिंबर ट्रेल घूमने ?
“मुझे नही पता , अभी कुछ फिक्स नही है. जब चंडीगढ़ पहुचेंगे तभी पता चलेगा.” आँचल ने जवाब दिया.
तब जस्सी ने बताया की घूमने का प्रोग्राम कैंसिल हो गया है. क्यूंकी रूम बुक नही हो पाए. फिर कभी जाएँगे जब आप दुबारा चंडीगढ़ आओगी तब.
पहाड़ों में घूमने का प्रोग्राम कैंसिल होने से आँचल को निराशा हुई. लेकिन वो चेहरे पर मुस्कान लाते हुए बोली,” कोई बात नही , जब दुबारा चंडीगढ़ आऊँगी तो फिर चलेंगे.”
उनकी बातें होती रही लेकिन रवि और आँचल एक दूसरे से नही बोले. हरप्रीत अपनी शादी को लेकर उत्साहित थी और शादी की तैयारियों के बारे में बड़े उत्साह से बता रही थी. बियर खत्म होने पर जस्सी ने और मंगवा ली.
कुछ देर बाद आँचल और हरप्रीत बाथरूम चली गयीं. अब रवि और जस्सी अकेले रह गये.
जस्सी मुस्कुराते हुए बोला,” तेरे तो मज़े है रवि . अपनी भाभी को खूब घुमा रहा है. कुछ किया की नही ? “
“ना कुछ नही यार.”
“तेरी भाभी तो बहुत सेक्सी माल है. कल रात पार्टी में डांस करते वक़्त तू उसपे बहुत हाथ फेर रहा था. मैंने सब देख लिया था तेरी हरकतें. बता ना क्या क्या किया तूने उसके साथ …”
“मेरे दोस्त , तू ग़लत समझ रहा है. भाभी उस टाइप की नही है. ज़्यादा मुँह नही लगाती है वो.”
जस्सी को विश्वास नही हुआ,” ऐसी है क्या ? या तू मुझे बताना नही चाह रहा है ?”
“अरे नही यार. मैं सच कह रहा हूँ. उसको पटाने की मैंने कोशिश की थी. लेकिन उसने मुझे थप्पड़ मार दिया और तमीज़ से रहने की हिदायत भी दे डाली.” अपने गाल सहलाते हुए रवि बोला.
थप्पड़ की बात सुनकर जस्सी हंसने लगा.
रवि को जस्सी पर गुस्सा आ गया,” देख भाई , सब औरतें एक सी नही होती. कुछ औरतें मज़े लेती हैं लेकिन चुदवाती नही , आँचल भी ऐसी ही लगती है. सिर्फ़ टीज़ करती है. समझे…..”
जस्सी अभी भी हंस रहा था,” तू उसे पटा नही पाया , इसका मतलब ये नही की वो सती सावित्री है.”
जस्सी की बात से रवि को अपनी इन्सल्ट महसूस हुई. वो गुस्से में बोला,” मैं एक लाख रुपये की शर्त लगाता हूँ की तू आँचल को नही चोद सकता.”
रवि की बात सुनकर जस्सी की हँसी बंद हो गयी ,” क्या तू सीरीयस है ? सच में एक लाख की शर्त लगा रहा है या मज़ाक कर रहा है ?”
रवि भी सीरीयस होकर गुस्से में बोला,” एक लाख रुपये नकद. अगर तू आँचल को चोद देगा. लेकिन कोई ज़बरदस्ती नही, कोई नशा नही, कोई रेप नही. वो खुद राज़ी होनी चाहिए. और तेरे पास सिर्फ़ आज शाम या कल का वक़्त है क्यूंकी परसों वो वापस देल्ही जा रही है. अगर तब तक तू नही चोद पाया तो एक लाख नकद मुझे देगा.”
जस्सी चुपचाप रहा.
रवि उसे चिढ़ाने लगा,” बस फट गयी क्या ? अब क्यूँ मैदान छोड़कर भाग रहे हो ?”
जस्सी ने रवि को देखा , फिर एक गहरी सांस लेकर बोला,” देख रवि, एक लाख नकद कोई मामूली रकम नही है. सीरीयस है क्या तू ? कहीं तेरी हर्ट ईगो तो नही बोल रही है , नशा हो गया शायद तुझको…”
“ अरे तू मेरी हर्ट ईगो या बियर को भूल जा. बस मुझे ये बता की शर्त लगा रहा है या फट गयी तेरी ?”
जस्सी कुछ देर सोचता रहा , पार्टी में तो रवि आँचल से मज़े ले रहा था. लेकिन अब कह रहा है की आँचल ने थप्पड़ मार दिया. क्या सच में आँचल सिर्फ़ टीज़ करती है ?
थोड़ी देर तक सोचने के बाद , जस्सी बोला,” देखो रवि, तुम्हारी भाभी और मैं एक दूसरे को ज़्यादा नही जानते, फिर भी मैं तुम्हारी शर्त स्वीकार करता हूँ. लेकिन टाइम नही है क्यूंकी परसों तो वो जा रही है. अगर तू मेरी हेल्प करे तो ना सिर्फ़ मैं बल्कि तू भी उसे चोद पाएगा. बोल मंज़ूर है ?”
आँचल को चोदने के ख्याल से रवि के मुँह में पानी आ गया और गुस्सा भूलकर वो तुरंत तैयार हो गया,” ठीक है जस्सी. मैं हेल्प करने को तैयार हूँ. पर याद रखना , कोई रेप नही , कोई नशा नही. ठीक है ? और एक लाख नकद तैयार रखना.”
जस्सी मुस्कुराया और दोनो ने हाथ मिलाकर शर्त मंज़ूर की.
जस्सी बोला,” अब मैं तुझे अपना प्लान बताता हूँ, तू वैसे ही करना जैसे मैं कहूं.”
तभी आँचल और हरप्रीत बाथरूम से वापस आ गयी और जस्सी की बात अधूरी रह गयी.